उत्तर प्रदेश
तेजस्वी यादव ने NDA सरकार को बताया खटारा, कहा- दो पीढ़ियों का जीवन बर्बाद
1 Mar, 2025 11:42 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में एनडीए की सरकार को खटारा बताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि बिहार में 15 साल पुरानी गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं है क्योंकि वो ज्यादा धुआं फेंकती है, प्रदूषण बढ़ाती, जनता के लिए हानिकारक है तो फिर एनडीए की 20 साल पुरानी जोड़-तोड़, पलटा-पलटी वाली खटारा सरकार क्यों चलेगी?
तेजस्वी अपना मानसिक संतुलन खो चुके- BJP
उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं ने ठान लिया है कि अब 20 साल पुरानी खटारा, जर्जर, बीमार और थकी हुई अविश्वसनीय नीतीश-𝐍𝐃𝐀 सरकार को हटा कर एक नई सोच, नए विजन, नए जोश और नई दिशा वाली युवा एवं नौकरी-रोजगार व विकास कार्यों को समर्पित विश्वसनीय जुनूनी सरकार को लाना है और नया बिहार बनाना है. तेजस्वी के इस बयान पर बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने पलटवार किया. प्रभाकर ने कहा कि तेजस्वी अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं.
आरक्षण को लेकर बीजेपी पर हमला
बिहार में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले. इससे पहले तेजस्वी एनडीए सरकार पर लगातार हमलावर हैं. हाल ही तेजस्वी ने आरक्षण को लेकर बीजेपी पर हमला बोला था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि जैसे आदमखोर होता है ना वैसे ही 𝐁𝐉𝐏 आरक्षण खोर और आरक्षण चोर है. 𝟏𝟕 महीनों के अल्प कार्यकाल में हमारे द्वारा जातिगत गणना के उपरांत दलितों-आदिवासियों और पिछड़ों-अतिपिछड़ों के लिए बढ़ाए गए 65 फीसदी आरक्षण को बीजेपी-एनडीए की केंद्र सरकार ने संविधान की नौवीं अनुसूची में नहीं डाला और केस में फंसा दिया.
तेजस्वी ने आगे कहा कि 65 फीसदी आरक्षण के लागू नहीं होने से अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को 16 फीसदी आरक्षण का सीधा नुकसान हो रहा है जिससे इन वर्गों के 50 हजार से अधिक युवाओं को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है. सबको एकजुट होकर आरक्षण चोर 𝐁𝐉𝐏-𝐍𝐃𝐀 को सबक सिखाना है.
तेजस्वी ने आगे कहा कि 20 साल की नीतीश सरकार ने विगत 20 साल में बिहार के हर गली-हर टोला-हर गांव में गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध और पलायन रूपी भयंकर प्रदूषण फैला दिया है. नीतीश-भाजपा सरकार ने 20 साल में दो पीढ़ियों का जीवन बर्बाद कर दिया. अब यह सरकार बिहारवासियों पर बोझ बन चुकी है. अब इसे बदलना अति आवश्यक है.
बिहार में कौए की अचानक मौतों पर अलर्ट, क्या यह बीमारी फैल रही है?
1 Mar, 2025 11:31 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार: जहानाबाद में कई कौओं के मृत पाए जाने के बाद इलाके में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है. इस घटना के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है. उसने मामले की जांच शुरू कर दी है. जांच रिपोर्ट में कौओं की मौत एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण बताई जा रही है. बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद प्रशासन ने जरूरी एहतियात बरतने शुरू कर दिए हैं. जिलाधिकारी का कहना है कि डरने की कोई जरूरत नहीं है.
जहानाबाद जिले की पुलिस लाइन और आसपास के इलाकों में कौओं के मृत पाए जाने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. मरे हुए कौओं को जांच के लिए कोलकाता की एक लैब में भेजा गया था, जहां उनके मरने की वजह एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण सामने आई है. यह वायरस इस बात की पुष्टि करता है कि कौए बर्ड फ्लू से संक्रमित थे, जिससे उनकी मौत हो गई है. मामले की जानकारी देते हुए जहानाबाद की जिलाधिकारी अलंकृता पांडे ने बताया कि मेडिकल जांच में कौओं की मौत को पुष्टि वर्ड फ्लू के कारण हुई है.
बर्ड फ्लू की हुई पुष्टि
उन्होंने बताया कि हाल ही में पुलिस लाइन और आसपास के इलाकों में कुछ कौओं की मौत एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण हुई है. नमूने कोलकाता की एक लैब में भेजे गए थे, जहां ये बर्ड फ्लू से संक्रमित पाए गए. DM ने बताया कि अब संबंधित विभाग ने उस स्थान के तीन किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी पोर्टरी फार्म से नमूने इकट्ठा करना शुरू कर दिए है. आगे डीएम कहते थे कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है.
एहतियात बरत रहा विभाग
संबंधित विभाग के अधिकारी मामले में जरूरी एहतियाती कदम उठा रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि जिले को अभी तक बर्ड फ्लू प्रभावित घोषित नहीं किया गया है. बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद इलाके के लोग दहशत में हैं.
सास-बहू के शराब पर विवाद ने किया परिवार को तबाह, आग से एक की जान गई
1 Mar, 2025 11:22 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के दुमका जिले के काठीकुंड थाना से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, सास और बहू के बीच शराब लेकर झगड़ा हो गया. इससे नाराज होकर सास ने बहू और खुद को एक कमरे में बंद करके आग लगा ली. आग में झुलसने के बाद दोनों गंभीर रुप से घायल हो गईं. दोनों को इलाज के लिए आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया. वहीं इलाज के दौरान सास की मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक, दुमका जिला के काठीकुंड थाना अंतर्गत बड़ा भुईभंगा गांव की रहने वाली अधेड़ उम्र की सास रानी पहाड़िन और उनकी बहू सुंदरी देवी के बीच मंगलवार की शाम शराब पीने को लेकर विवाद हुआ था, सास रानी पहाड़िन शराब के नशे में थी और उसे उसकी बहू सुंदरी देवी शराब पीने से रोक रही थी. इसी दौरान सास और बहू के बीच विवाद शुरू हो और देखते ही देखते यह विवाद इतना बढ़ा की सास रानी ने खुद को और अपनी बहू सुंदरी देवी को घर के एक कमरे में बंद कर लिया और कमरे में आग लगा ली.
सास की हो गई मौत
इस घटना में सास रानी पहाड़िन और बहू सुंदरी देवी गंभीर रूप से झुलस गईं. आनन-फानन में दोनों को इलाज के लिए दुमका जिला के ही फूलों झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां सास रानी पहाड़िन की मौत हो गई. जबकि गंभीर रूप से झुलसी बहू जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
मृतक सास के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया गया है. घटना के वक्त मृतक सास के तीनों बेटे घर से बाहर मजदूरी करने के लिए गए हुए थे. मामले की जानकारी मृतक के बेटों को भी दे दी गई है. पूरे मामले में काठीकुंड थाने की पुलिस जांच में जुट गई है.
रांची में भी आग से जलकर एक की मौत
दुमका जिले की घटना से पहले झारखंड की राजधानी रांची के सोनाहातु थाना क्षेत्र अंतर्गत के डिबाडीह गांव के रहने वाले लगभग 45 साल के रंजीत साहू और उनकी लगभग 40 साल की पत्नी मीना देवी की घर मे भीषण आग लगने से मौत हो गई थी.
जब दरोगा जी खुद हो गए अपने थाने में कैद, जानिए क्या हुआ
1 Mar, 2025 11:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जब सैंया भयो कोतवाल तब डर काहे का … यह कहावत तो आपने सुनी ही होगी, लेकिन झारखंड मे एक दारोगा जी को अपने पद का रौब दिखाकर 5000 रुपये की घूस लेना महंगा पड़ गया. उन्हें उन्हीं के थाना के अंदर से एंटी करप्शन ब्यूरो झारखंड की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. दूसरों को कानून तोड़ने पर गिरफ्तार करने वाले दारोगा जी खुद ही 5000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ अपने ही थाना परिसर से गिरफ्तार हो गए.
ये मामला झारखंड के रांची के कोतवाली थाना परिसर से सामने आया है, जहां कोतवाली थाना में तैनात सब-इंस्पेक्टर (दारोगा) ऋषिकांत को लगभग पांच लोग उनके ही थाने से पकड़कर ले जा रहे थे. इस दौरान थाने में हड़कंप मचा गया. शुरुआत में लोगों को लगा कि शायद कुछ अपराधी थाना में पहुंचे हैं. हालांकि बाद में पता चला कि कोतवाली थाने के दारोगा ऋषिकांत को मोबाइल छोड़ने की एवज में ओम शंकर गुप्ता नाम के व्यक्ति से 5000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ एंटी करप्शन ब्यूरो रांची की टीम ने गिरफ्तार किया है.
कोर्ट से मिल चुकी जमानत
इस दौरान दारोगा का फोन भी जब्त कर लिया गया. मामले को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो रांची (झारखंड) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक रांची के रातू थाना क्षेत्र अंतर्गत रातू चट्टी के रहने वाले ओम शंकर गुप्ता के खिलाफ रांची के कोतवाली थाना में कांड संख्या-308/24 दर्ज है. इस मामले में ओम शंकर गुप्ता को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है.
5000 रिश्वत लेने का आरोप
हालांकि शिकायतकर्ता ओम शंकर गुप्ता रिश्वत देने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन दरोगा ऋषिकांत ने उन पर रिश्वत देने का दबाव बनाया. आरोप है कि दारोगा ने रिश्वत नहीं देने पर शिकायतकर्ता से कहा कि ‘मोबाइल भूल जाओ’ इस तरह की धमकी दारोगा जी दे रहे थे. इसके बाद शिकायतकर्ता ओम शंकर गुप्ता ने इस मामले को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो, रांची में आवेदन दिया. उन्होंने आवेदन का विधिवत सत्यापन करने के बाद आज एंटी करप्शन ब्यूरो ने कोतवाली थाना के दारोगा ऋषिकांत को 5000 रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
जमीन के मामले में रिश्वत
इससे पहले भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 2 जनवरी 2025 को रांची के सदर अंचल के सीओ (अंचल अधिकारी) मुंशी राम को एक जमीन के मामले में रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. वह शिकायतकर्ता से 37000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े गए थे, जिन्हें गिरफ्तार किया गया था. वहीं उनके घर से एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने छापेमारी कर 11.42 लाख रुपये नकद भी जब्त किए गए थे.
बिहार में बीजेपी का रणनीतिक प्लान, चुनावी मुकाबले में चेहरा, सीट और मॉडल का अहम रोल!
28 Feb, 2025 07:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नीतीश कुमार: साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में बीजेपी अभी से जुट गई है. पार्टी ने तय किया है कि पार्टी की जीत तय करने के लिए बीजेपी बिहार में दिल्ली जीत का मॉडल लागू करेगी. पार्टी का मानना है कि दिल्ली में बीजेपी की जीत की बड़ी वजह झुग्गीवासियों और गरीबों का बीजेपी को मिला समर्थन है. पार्टी का आकलन है कि जिस तरह से बीजेपी के नेता चुनावों से काफी पहले ही झुग्गीवासियों के बीच गए, उनके साथ रात्रिप्रवास किया, उनसे जो कनेक्ट बनाया. उससे जमीन पर बीजेपी की मौजूदगी भी दिखी और जनता को भरोसा भी हुआ.
अब बीजेपी दिल्ली जीत के इसी मॉडल को बिहार में भी अपनाएगी. पार्टी ने सोशल इंजीनियरिंग करते हुए अलग-अलग जातियों के नेताओं को मंत्री बनाया है. पार्टी ने तय किया है कि बिहार विधानसभा के बजट सत्र के तुरंत बाद बिहार सरकार में शामिल बीजेपी के सभी मंत्री अपनी-अपनी जाति के लोगों के बीच जाएंगे. ये मंत्री बिना किसी ताम-झाम और प्रोटोकॉल के अपने-अपने समाज के लोगों, उनकी बस्तियों, उनके मोहल्लों में जाएंगे. वहां लोगों से अनौपचारिक बातचीत करेंगे. सरकार के काम बताने के साथ ही उनकी समस्याएं भी सुनेंगे.
ये सभी मंत्री अपने समाज और जाति के लोगों के घर रात्रि प्रवास करेंगे. रात्रि प्रवास के दौरान इन सभी मंत्रियों को समाज के लोगों से अनौपचारिक बात के लिए बीजेपी इनको टॉपिक और नोट्स भी देगी. पार्टी का मकसद है कि चुनाव से पहले मंत्रियों का अपने समाज के लोगों के बीच में मौजूदगी रहे और कनेक्ट भी बने. इसके लिए ये मंत्री अपने अपने समाज और जाति के लोगों के छोटे छोटे-छोटे सम्मेलन, टिफिन बैठक भी करेंगे.
रणनीति को दिया जा रहा अंतिम रूप
बीजेपी की बिहार की रणनीति को अंतिम रूप दिया जा रहा है. नीतीश कुमार के चेहरे पर ही एनडीए लड़ेगा चुनाव. चुनाव के बाद मुख्यमंत्री को लेकर नीतीश कुमार ही फैसला करेंगे. बीजेपी हर विधानसभा सीट पर सर्वे करा रही है. सर्वे के हिसाब से ही एनडीए के घटक दलों में सीटों का बंटवारा होगा. सर्वे के परिणाम आने पर घटक दलों से सीटों के बंटवारे पर चर्चा होगी. जिस सीट पर जिसकी मजबूत स्थिति, उसे वह सीट दी जाएगी. एनडीए में सीट बंटवारे और सीटों की पहचान को लेकर जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को जिम्मा दिया गया है.
दिलचस्प बात यह है कि अगली सरकार में कैबिनेट मंत्रियों की संख्या सर्वे के आधार पर चुनाव से पहले ही तय कर ली जाएगी. यानी किस पार्टी के कितना कैबिनेट मंत्री, इसका फॉर्मूला चुनाव से पहले ही तय हो जाएगा. एनडीए में बीजेपी, जेडीयू, लोजपा, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा हैं. बीजेपी लगभग 100 सीटों पर और जेडीयू लगभग 90 से 95 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. बाकी सीटें एलजेपी, उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी सहयोगी दलों को दी जा सकती हैं. बीजेपी के बिहार में चार बड़े चेहरे दिलीप जायसवाल, सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा और नित्यानंद राय होंगे.
सम्राट चौधरी का आर्थिक सर्वेक्षण: बिहार की अर्थव्यवस्था में रिकॉर्ड विकास, 8.54 लाख करोड़ का आंकड़ा!
28 Feb, 2025 07:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा में 2024-25 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट पेश की. उन्होंने बताया कि राज्य की अर्थव्यवस्था ने पिछले कुछ वर्षों में तेजी से विस्तार किया है. बिहार की अर्थव्यवस्था का आकार 3.5 गुना बढ़कर 2011-12 के 2.47 लाख करोड़ रुपये से 2023-24 में 8.54 लाख करोड़ रुपये हो गया है.उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 में बिहार का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) मौजूदा मूल्यों पर 8,54,429 करोड़ रुपये और स्थिर (2011-12) मूल्यों पर 4,64,540 करोड़ रुपये अनुमानित है. इसी वित्तीय वर्ष में कर राजस्व 1,61,965 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो राज्य की कुल राजस्व प्राप्तियों का सबसे महत्वपूर्ण घटक बना.
आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि 2023-24 में कर राजस्व का हिस्सा कुल प्राप्तियों का 83.8 प्रतिशत हो गया, जो 2019-20 में 75.3 प्रतिशत था. अनुदान सहायता कुल प्राप्तियों का 13.5 प्रतिशत (26,125 करोड़ रुपये) रही, जबकि गैर-कर स्रोतों से 2.7 प्रतिशत (5,257 करोड़ रुपये) का योगदान मिला.
बिहार में आर्थिक और औद्योगिक विकास
आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि 2011-24 के दौरान परिवहन और संचार क्षेत्र में बिहार ने उल्लेखनीय प्रगति की, जिसमें उत्तर प्रदेश (10.1%) और कर्नाटक (7.7%) के बाद 7.6% की वृद्धि दर्ज की गई.
औद्योगिक क्षेत्र में, राज्य निवेश संवर्धन बोर्ड (एसआईपीबी) को सितंबर 2024 तक 75,293.76 करोड़ रुपये की लागत वाली 3,752 निवेश परियोजनाओं के प्रस्ताव मिले. वर्ष 2023-24 में 706 परियोजनाओं के माध्यम से कुल 5,642.57 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए.
आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है 2022-23 और 2024-25 (सितंबर 2024 तक) के बीच उद्योगों में कुल निवेश 3.5 गुना बढ़ गया. सूक्ष्म उद्यमों ने 2023-24 में 2022-23 की तुलना में छह गुना अधिक निवेश आकर्षित किया. राज्य में 769 कार्यशील इकाइयों में कुल 8,464.35 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जिससे 31,749 लोगों को रोजगार मिला.
कृषि, बागवानी सहित इन क्षेत्रों में हुआ है इजाफा
राज्य में कृषि क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई है. 2022-23 और 2023-24 के बीच चावल और गेहूं के उत्पादन में क्रमशः 21.0% और 10.7% की वृद्धि दर्ज की गई. 2020-21 से 2023-24 के बीच मक्का उत्पादन में 66.6% की बढ़ोतरी हुई.
बागवानी क्षेत्र में, 2022-23 और 2023-24 के बीच आम उत्पादन में 9.7% और लीची उत्पादन में 11.7% की वृद्धि हुई. लीची के बागानों का क्षेत्रफल 6% बढ़ा, जिससे इस फल की खेती में निरंतर विस्तार देखा गया.
आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि राज्य ने 2022-23 में 4,034 मिलियन यूनिट (एमयू) का ऊर्जा अधिशेष दर्ज किया. 2017-18 से 2023-24 के बीच पीक डिमांड में 1.4 गुना और बिजली आपूर्ति में 1.5 गुना वृद्धि हुई. वहीं, पिछले 18 वर्षों में सामाजिक सेवाओं पर खर्च में 13 गुना वृद्धि हुई. स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे में निवेश से राज्य की आर्थिक स्थिरता को मजबूती मिली है.
झारखंड के सरकारी स्कूलों में डिजिटल शिक्षा का कदम, 28,945 स्कूलों को मिलेगा लैपटॉप!
28 Feb, 2025 06:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के लिए 28 फरवरी यानी शुक्रवार का दिन सुपर फ्राइडे होने जा रहा है. झारखंड के सरकारी स्कूल के छात्रों के शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर सौगात मिलने वाली है. खासकर प्राइमरी स्कूलों में पठन-पाठन को बेहतर और डिजिटल करने के उद्देश्य से हेमंत सोरेन की सरकार आज राज्य के 28,945 प्राइमरी स्कूल को टैबलेट की सौगात देगी. 28,945 टैबलेट मिलने के बाद सरकारी स्कूल में कार्यरत शिक्षक इसका प्रयोग बच्चों के पठन-पाठन के साथ-साथ शिक्षकों के ट्रेनिंग, मॉनिटरिंग और बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करने के कार्यों में करेंगे.
झारखंड में आज का दिन सुपर फ्राइडे होने वाला है. आज के दिन हेमंत सरकार शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा काम करने वाली है. राज्य सरकार आज 28,945 प्राइमरी स्कूलों को टैबलेट बांटेगी. जिसका उपयोग मल्टीपल तरीके से छात्रों की शिक्षा के बेहतरी के लिए किया जाएगा. हालांकि, टैबलेट मिलने के बाद उसकी सुरक्षा की जवाबदेही वहां के हेडमास्टर इंचार्ज और टीचर्स पर होगी.
चोरी और टूट फूट की स्थिति में टीचर को देना होगा जुर्माना
टैबलेट स्कूल की संपत्ति होगी. इसलिए फिजिकल डैमेज या फिर चोरी आदि हो जाने की स्थिति में संबंधित शिक्षकों से ही इसका हर्जाना वसूला जाएगा. बता दे की सर्वाधिक झारखंड के गिरिडीह जिले में 2776 टैबलेट का वितरण होगा. इसके बाद पलामू जिला में 2323, दुमका जिला में 1797 और पश्चिम सिंहभूम जिला में 1772 टीचर्स को टैबलेट मिलेंगे. जबकि, राजधानी रांची को 1456, गढ़वा को 1265, हजारीबाग को 1201, वहीं, सिमडेगा में 468 ,खूंटी में 491 और रामगढ़ में 468 टैबलेट दिए जाने हैं.
धुर्वा स्थित प्रोजेक्ट भवन में होगा कार्यक्रम
यह कार्यक्रम रांची के धुर्वा स्थित प्रोजेक्ट भवन झारखंड मंत्रालय में होना है. वहीं, एक दूसरा कार्यक्रम झारखंड विधानसभा सभागार में रखा गया है, जहां से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड राज्य स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ करेंगे. इस स्वास्थ्य बीमा योजना से राज्यकर्मी और उनके आश्रितों को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा मुफ्त मिलेगा. साथ ही गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए 10 लाख रुपये तक की राशि सरकार खर्च करेगी.
झारखंड में मिला प्राचीन खजाना, 14 करोड़ साल पुरानी खोज ने वैज्ञानिकों को चौंकाया!
28 Feb, 2025 06:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड में भूवैज्ञानिकों के हाथ एक अनोखा ‘खजाना’ लगा है, जो कि 14.5 करोड़ साल पुराना बताया जा रहा है. भूविज्ञानी डॉ. रंजीत कुमार सिंह और वन रेंजर रामचंद्र पासवान ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताा कि मंगलवार को पाकुड़ जिले के बरमसिया गांव में एक महत्वपूर्ण खोज सामने आई हैं. यहां पर एक पेट्रोफाइड जीवाश्म की खोज की गई है.
टीम ने एक विशाल वृक्ष के जीवाश्मकृत अवशेषों को पहचाना, जो 10 से 14.5 करोड़ वर्ष पूर्व के हो सकते हैं. यह खोज न केवल वैज्ञानिक समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि स्थानीय समुदाय के लिए भी गर्व का विषय है, क्योंकि यह क्षेत्र की प्राचीन प्राकृतिक विरासत को उजागर करता है. यह जैविक इतिहास को समझने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है.
डॉ. सिंह ने बताया कि इस क्षेत्र में और भी अनुसंधान की आवश्यकता है ताकि जीवाश्म की सटीक आयु और उसके पर्यावरणीय संदर्भ को समझा जा सके. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इस क्षेत्र को संरक्षित किया जाना चाहिए ताकि भविष्य की पीढ़ियां भी इस महत्वपूर्ण विरासत का अध्ययन और सराहना कर सकें.
इस खोज का क्या हो सकता है फायदा?
वन रेंजर रामचंद्र पासवान ने स्थानीय समुदाय से अपील की है कि वे इस क्षेत्र की सुरक्षा में सहयोग करें और किसी भी अवैध गतिविधि से बचें जो इस महत्वपूर्ण स्थल को नुकसान पहुंचा सकती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इस खोज से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिल सकता है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा. इस खोज के बाद भू-वैज्ञानिक व प्रकृति पर्यावरण के शोधार्थी व अन्य इस क्षेत्र का विस्तृत सर्वेक्षण अध्ययन करने की योजना बनाई है, ताकि और भी महत्वपूर्ण जानकारियां एकत्रित की जा सकें और क्षेत्र की भू वैज्ञानिक हलचल घटना पर्यावरण संरक्षण जैव विविधता और भूवैज्ञानिक इतिहास को संरक्षित किया जा सके.
आसपास की चट्टानों से बिल्कुल अलग
डॉ. रणजीत कुमार सिंह का मानना है कि पाकुड़ जिला पेट्रोफाइड फॉसिल का धनी है. बताया कि इस क्षेत्र के विज्ञान और वैज्ञानिक समझ में रूचि रखने वाले आम लोगों के लिए संरक्षित और संरक्षित करने की सख्त जरूरत है. इसे लेकर झारखंड वन विभाग के प्रभागीय वनाधिकारी मनीष तिवारी के साथ भू-विरासत विकास योजना का प्रस्ताव रखा जा रहा है. बताया कि स्थानीय ग्रामीणों, प्रशासकों, वन विभाग, झारखंड राज्य के इकोटूरिज्म के साथ बातचीत की और इस क्षेत्र में एक अलग जियोपार्क कैसे विकसित किया जा सकता है, इस पर चर्चा की जा रही है.
रुचि वीरा पर बड़ा एक्शन, लोकसभा चुनाव में धोखाधड़ी के मामले में गैर जमांती वारंट जारी
28 Feb, 2025 04:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी की सांसद रुचिवीरा और कांग्रेस नेता असद मौलाई के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है. यह मामला लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ा हुआ है. आरोप है कि इन नेताओं ने बिना अनुमति के जनसभा की थी. लगातार अदालत में पेश न होने के चलते कोर्ट ने यह वारंट जारी किया है. इस मामले की अगली सुनवाई के लिए अदालत ने 11 मार्च की तारीख तय की है. यह मुकदमा मुरादाबाद के नागफनी थाने में दर्ज किया गया था. इसी के बाद दोनों नेता अदालत में पेश नहीं हुए इसी के चलते अब वारंट जारी किया गया है.
क्या था आरोप?
आरोप था कि रुचि वीरा सिविल लाइंस इलाके में 50 लोगों के बीच बिना अनुमति लिए प्रचार कर रही थीं. इस दौरान जब सिटी मजिस्ट्रेट उनके पास पहुंचीं थी तो सपा सांसद और मजिस्ट्रेट के बीच बहस भी हो गई थी. सिटी मजिस्ट्रेट ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना था. सिटी मजिस्ट्रेट बिना अनुमति के प्रत्याशी के लोगों के बीच जाने पर नाराज थी. रिपोर्ट के अनुसार आरोप था कि 2024 में 7-8 फरवरी को रुचि वीरा लगभग 50-60 लोगों के साथ जनसभा कर रही थीं.
कौन हैं रुचि वीरा?
समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर के मैदान में उतरी थी. पार्टी ने इस चुनाव में सिटिंग सांसद एसटी हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा को मैदान में उतारा था. रुचि वीरा ने चुनाव में जीत भी हासिल की. रुचि वीरा का जन्म 2 सितंबर 1961 को हुआ था और वो मूल रूप से बिजनौर की रहने वाली हैं. उन्होंने अपने सियासी सफर की शुरुआत समाजवादी पार्टी से ही की और बिजनौर से विधायक चुनी गई थीं. रुचि वीरा को आजम खान का करीबी माना जाता है. उन्होंनेने महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड यूनिवर्सिटी से आर्ट्स में डिग्री हासिल की है. उन के पास 25 करोड़ रुपये की संपत्ति है.
पबजी का झांसा देकर 12 साल के बच्चे को मौत के घाट उतारा, गन्ने के खेत में मिली लाश
28 Feb, 2025 03:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सहारनपुर जिले के देवबंद में प्रिंस नाम के मासूम की ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठाते हुए मासूम प्रिंस की हत्या के आरोपी उसके ही पड़ोसी युवक को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने प्रिंस को मोबाइल में पबजी गेम खेलने के बहाने बुलाया और उसके साथ गंदा काम करने की कोशिश की. प्रिंस ने जब उसका विरोध किया तो उसने ईंट से कुचलकर उसकी हत्या कर दी. देवबंद के भायला गांव निवासी कुंवरपाल के 12 वर्षीय पुत्र प्रिंस का बीते बुधवार को गांव के ही खेतों में शव पाया गया था. शव पर चोट के गहरे निशान थे. प्रिंस की हत्या की खबर से जहां परिजनों में कोहराम मच गया था तो वहीं पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी. घटना की सूचना मिलने के बाद देवबंद पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और वहां से कुछ सबूत इकट्ठा किए.
एसपी देहात सागर जैन ने की जांच-पड़ताल
जानकारी मिलने के बाद सहारनपुर के एसपी देहात सागर जैन मौका मुआयजना करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे. मृतक प्रिंस के परिजनों ने किसी भी तरह की रंजिश से इनकार किया था, लेकिन फिर भी पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही थी. पुलिस ने गांव में लगे CCTV कैमरे को भी खंगालना शुरू किया. CCTV कैमरे में गांव के ही अंकित नाम के युवक की कुछ संदिग्ध हरकतें कमरे में कैद हुईं.
पूछताछ में आरोपी ने किया खुलासा
देवबंद पुलिस ने तुरंत ही अंकित को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की. पूछताछ में जो कुछ अंकित ने बताया, उसे सुनकर पुलिसकर्मी भी सन्न रह गए. अंकित ने पुलिस को बताया कि वह आम के बाग में बैठकर मोबाइल के अंदर गेम खेल रहा था, तभी प्रिंस उसके पास आया. प्रिंस को देखकर आरोपी अंकित ने उसे पबजी गेम खिलाने के बहाने गन्ने के खेत में बुलाया और उसके साथ गलत काम करने का प्रयास किया.
ईंट से कुचलकर हत्या की
अंकित की हरकत के बाद प्रिंस जोर-जोर से चिल्लाने लगा. उसने अंकित से कहा कि वह यह बात अपने मम्मी-पापा से घर जाकर बताएगा. प्रिंस की बात सुनकर अंकित डर गया और उसने वहीं से एक ईंट उठाकर प्रिंस के सिर पर कई बार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. प्रिंस के शव को छोड़कर अंकित गांव पहुंचा और अपने घर में रखे एक फावड़े को उठाकर लाया. फावड़े से अंकित ने मिट्टी खोदी और प्रिंस के शव के ऊपर डाल दी, ताकि किसी को उसका शव दिखाई न दे.
पुलिस ने आरोपी अंकित को भेजा जेल
जिन ईंटों से अंकित ने प्रिंस की हत्या की थी, उन ईंटों को भी अंकित ने दूसरे गेहूं के खेत में आम के पेड़ के पास छिपा दिया और फावड़े को अपने घर ले गया. अंकित जिस वक्त खेत से निकलकर फावड़ा लेने के लिए अपने घर जा रहा था, तभी उसकी गतिविधियां CCTV कैमरे में कैद हो गईं. फिलहाल पुलिस ने अंकित पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है.
गाजियाबाद में लूट का शिकार बनी महिला, अपनी साहसिक कार्रवाई से बदमाश को पकड़ा
28 Feb, 2025 02:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजियाबाद: महिलाएं यदि हिम्मत दिखा लें तो बदमाश भी उनके हौसले के सामने पस्त हो जाते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ क्रॉसिंग रिपब्लिक के बहरामपुर की रहने वाली रानी तिवारी के साथ। उनसे मोबाइल छीनकर भाग रहे बदमाश को रानी ने न केवल साहस दिखाकर दौड़कर पकड़ा बल्कि झटका देकर सड़क पर गिरा दिया और उससे भिड़ गईं। इस दौरान बदमाश ने खुद को छुड़ाने का खूब प्रयास किया, लेकिन वह रानी के चंगुल से छूट नहीं पाया। इतना ही नहीं बदमाश ने छूटने के प्रयास में महिला को लात-घूंसे भी मारे, लेकिन महिला के शोर मचाने के कारण क्षेत्रवासी एकत्र हो गए और उन्होंने उस बदमाश को दबोच लिया। इसके बाद लोगों ने बदमाश को पुलिस के सुपुर्द कर दिया। विजय नगर पुलिस ने बताया कि गिरफ्त में आए बदमाश से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। ऐसे में जल्द ही उसके साथी बदमाशों बहरामपुर निवासी रानी तिवारी ने बताया कि वह 25 फरवरी की शाम करीब छह बजे एमएमजी अस्पताल से दवा लेकर घर लौट रही थीं। जब वह बाइपास पर पहुंची तो ऑटो का इंतजार करने लगीं। इसी दौरान पीछे से बाइक पर आए दो युवकों ने उससे थोड़ी दूरी पर अपनी बाइक रोक दी। जब तक वह कुछ समझ पाती तब तक बाइक की पिछली सीट बैठा बदमाश तेजी से उनकी तरफ आया और हाथ से मोबाइल छीन लिया। इसके बाद वह बाइक पर खड़े अपने साथी के साथ भागने का प्रयास करने लगा। पहले तो वह इस हरकत से सकपका गईं, लेकिन बाद में खुद को संभालते हुए हिम्मत कर बदमाश का पीछा किया और उसकी शर्ट पकड़कर खींच दी, जिससे वह बाइक से सड़क पर गिर गया और उन्होंने उसे पकड़ लिया। ऐसे में बदमाश ने उन पर लात घूसों से हमला कर दिया। इस पर उन्होंने शोर मचाया तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और उन्होंने बदमाश को पकड़ कर उसकी पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान बदमाश का बाइकसवार साथी भाग निकला। पुलिस पूछताछ में बदमाश की पहचान नोएडा के छिजारसी निवासी विकास के रूप में हुई और उसका फरार साथी सुनील था। मामले में रानी तिवारी ने मुकदमा दर्ज कराया है।
आरोप- पुलिस ने नहीं कराया मेडिकल
रानी तिवारी के पति मनोज ने बताया कि बदमाश ने पत्नी को लात-घूंसे मारे थे और उनकी पत्नी के हाथों पर नाखूनों के गहने निशान हैं। उन्होंने पुलिस से हमला करने के संबंध में भी बताया और मेडिकल कराने के लिए कहा। मगर पुलिस ने मेडिकल की जरूरत नहीं होने की बात कहकर टाल दिया और कहा कि चाहो तो अपना पर्सनल करा लेना।
‘तुझसे नफरत करती हूं’, TCS मैनेजर की पत्नी के शब्दों से खुला आत्महत्या का राज
28 Feb, 2025 12:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के आगरा से अतुल सुभाष जैसा ही एक केस सामने आया है, जिससे हर कोई जानकर सन्न है. यहां TCS के मैनेजर मानव शर्मा ने फंदा लगाकर जान दे दी. सुसाइड से पहले उन्होंने एक वीडियो बनाया. इस सात मिनट के वीडियो में मानव ने पत्नी और ससुरालियों के टॉर्चर के बारे में बताया. साथ ही कहा कि कोई तो मर्दों के लिए आवाज उठाओ. अब मानव के पिता ने बताया कि बहू-बेटे के बीच ऐसा क्या हुआ कि मानव ने ये खौफनाक कदम उठा लिया.
एयरफोर्स से बतौर अधिकारी रिटायर्ड नरेंद्र शर्मा ने कहा- 30-जनवरी-2024 को मैंने अपने बेटे की शादी बरहन निवासी निकेता शर्मी से की थी. लेकिन घर आते ही बहू का रवैया कुछ सही नहीं थी. वो हमसे ठीक से बात तक नहीं करती थी. मानव मुंबई में जॉब करता था. हमें लगा कि पति-पत्नी साथ में रहेंगे तो सब कुछ सही हो जाएगा. मानव तब निकेता को साथ ले गया. लेकिन वहां तो वो मानव को और भी ज्यादा टॉर्चर देने लगी. मानव से निकिता हमेशा कहती थी- मैं तुझसे प्यार नहीं करती हूं. बल्कि, नफरत करती हूं. मेरा प्यार कोई और है. मेरे कई सारे बॉयफ्रेंड हैं, जिनके साथ मैं ऐश की जिंदगी जीना चाहती हूं. मेरी तो तेरे साथ जबरदस्ती शादी करवा दी गई है.
आत्महत्या की धमकी देती थी
उन्होंने बताया- मानव और निकेता के बीच रोज झगड़े होने लगे. जब मानव निकेता को कहता कि तुम मुझसे अलग क्यों नहीं हो जाती? इस पर निकेता कहती कि मैं आत्महत्या कर लूंगी और तुम्हारे परिवार को झूठे केस में फंसा दूंगी. मानव ने तब मुझे कॉल करके बोला कि पापा मैं निकेता से परेशान हो गया हूं. लेकिन तब मैंने ही मानव को समझाया कि नई-नई शादी में ये सब होता है. उसे थोड़ा वक्त दो.
ससुरालियों ने जलील किया था
23 फरवरी 2025 को मानव और निकेता आगरा आए. उसी दिन बहू मायके जाने की बात कहने लगी. मानव उसे छोड़ने उसके मायके बरहन गया तो वहां भी दोनों के बीच लड़ाई हो गई. तब निकेता के पिता निपेंद्र, मां पूनम और दो बहनों निशु और रिया ने मानव को खूब जलील किया. इस बात से वो डिप्रेशन में आ गया और उसने 24 फरवरी को सुसाइड कर लिया.
मर्दों के बारे में कोई तो सोचे
मृतक TCS मैनेजर का नाम मानव शर्मा था. वो मूल रूप से आगरा की डिफेंस कॉलोनी के रहने वाले थे. मुंबई में रहकर वो नौकरी कर रहे थे. 23 फरवरी को वो आगरा आए थे. उन्होंने 24 फरवरी को घर में सुसाइड कर लिया. सुसाइड से पहले मानव ने जो वीडियो बनाया उसमे कहा- सॉरी मम्मी-पापा. मैं पत्नी से तंग आ चुका हूं. प्लीज मर्दों के बारे में कोई तो बात करे, वे बहुत अकेले हो जाते हैं. पत्नी मुझे धमकी देती है. मैं तो चला जाऊंगा. मर्दों की सोचो, प्लीज सोचो, मर्दों के बारे में कोई तो बात करे. बेचारे बहुत अकेले हैं. पापा सॉरी, मम्मी सॉरी, अक्कू सॉरी. मेरे जाते ही सब कुछ ठीक हो जाएगा. मैं पहले भी सुसाइड की कोशिश कर चुका हूं.
फिलहाल पुलिस इस केस की जांच कर रही है. पुलिस ने कहा कि हम हर एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं. FIR के आधार पर दोनों पक्षों से पूछताछ जारी है.
संभल मस्जिद में पेंटिंग पर इलाहाबाद हाई कोर्ट का आदेश, सिर्फ सफाई का निर्देश
28 Feb, 2025 12:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रमजान से पहले संभल की शाही जामा मस्जिद मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने मस्जिद में रंगाई-पुताई की इजाजत नहीं दी. कोर्ट ने कहा कि अभी मस्जिद में सिर्फ साफ सफाई हो, अभी इसमें रंगाई-पुताई की जरूरत नहीं है. एएसआई की रिपोर्ट के बाद हाईकोर्ट ने यह फैसला सुनाया है. अदालत ने कहा कि ASI की निगरानी में मस्जिद की साफ सफाई होगी.
जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की बेंच ने मस्जिद कमेटी को एएसआई रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज करने के लिए मंगलवार तक का समय दिया है. मामले की अगली सुनवाई मंगलवार को होगी. वहीं, संभल की मस्जिद कमेटी इलाहाबाद हाईकोर्ट के इस फैसले पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है. मुस्लिम पक्ष के पास आज भर का ही समय है. रात चांद दिखा तो रमजान शुरू हो जाएगा
कल भी हुई थी कोर्ट में सुनवाई
दरअसल, कल भी इस मामले में कोर्ट में सुनवाई हुई थी. गुरुवार को कोर्ट ने ASI को निरीक्षण का आदेश दिया था कि मस्जिद में रंगाई-पुताई की जरूरत है या नहीं. इसके लिए कोर्ट ने आज 10 बजे तक का समय दिया था. आज कोर्ट में फिर इस मामले की सुनवाई हुई. एएसआई की तीन सदस्यीय टीम ने कोर्ट को रिपोर्ट सौंपी. इसमें कहा गया था कि मस्जिद में फिलहाल सफेदी की जरूरत नहीं है.
ASI की रिपोर्ट के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को मस्जिद में रंगाई पुताई कराने की इजाजत नहीं दी. कोर्ट ने अभी सिर्फ सफाई करवाने की इजाजत दी. जामा मस्जिद कमेटी ने मस्जिद की पुताई के लिए ASI से अनुमित मांगी थी. डीएम ने ASI की अनुमति के बगैर पुताई से इनकार कर दिया था. इसके बाद कमेटी ने इसको लेकर याचिका डाली थी.
मंदिर या मस्जिद, इस पर विवाद
हिंदू पक्ष का दावा है यह मस्जिद नहीं हरि हर मंदिर है. इसे तोड़कर शाही जामा मस्जिद बनाई गई थी. पिछले दिनों मस्जिद में ASI सर्वे को लेकर काफी बवाल मचा था. स्थानीय कोर्ट ने सर्वे की इजाजत दी थी. पहले दिन सर्वे का कार्य सही तरीके से संपन्न हुआ जबकि इसके दूसरे सर्वे को लेकर बवाल मच गया. बवाल के बाद मची इस झड़प में चार लोगों की मौत हो गई जबकि काफी संख्या में लोग घायल हुए.
ट्रेन से उतरकर फाटक खोलने का अजीब तरीका, यात्रियों को क्यों करना पड़ता है इंतजार
27 Feb, 2025 06:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क वाले अपने देश में कुछ ऐसे भी रेल रूट हैं जहां स्टेशनों से अधिक रेल फाटक पर यात्री अपने ट्रेनों का इंतजार करते हैं. जहां हर दिन इन रेल फाटक पर दो बार ट्रेन रुकती है. जहां से इस ट्रेन में सवार होकर यात्री अपने गंतव्य तक की यात्रा पूरी करते हैं. हम बात कर रहे हैं पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी रेल मंडल के अंतर्गत आनेवाले दरौंदा-मशरख रेल लाइन की. कुल 42 किलोमीटर के रेल रूट पर पड़नेवाले हर रेल फाटक पर ट्रेन दो बार रुकती है.
ट्रेन में सवार मोबाइल गेट मैन यहां रेल फाटक को करते हैं बंद
दरौंदा-मशरख रेल रूट पर दो जोड़ी ट्रेनें चलती हैं. यह ट्रेन थावे जक्शन से मशरख स्टेशन जाती है. इसमें थावे से दरौंदा तक मेन लाइन है. यहां से रूट बदल कर ट्रेन कुल 42 किलोमीटर मशरख स्टेशन तक का सफर पूरा करती है. खास बात यह है कि इस रूट पर सड़कों को क्राॅस करनेवाले रेल लाइन पर फाटक तो बनाये गये हैं, पर यहां गेट मैन की तैनाती नहीं की गयी है. इसके चलते रेल फाटक आने के पचास मीटर पहले ही ट्रेन रुक जाती है. इसके बाद ट्रेन से उतरकर मोबाइल गेट मैन आता है और रेल फाटक बंद करता है. यह गेट मैन ड्राइवर के ही केबिन में रहता है. इसके बाद ट्रेन रेल फाटक से आगे बढ़कर फिर रुक जाती है. इस बार ट्रेन के गार्ड के केबिन में बैठा दूसरा मोबाइल गेट मैन उतरकर रेल फाटक को खोलता है. इसके बाद गेट मैन को लेकर ट्रेन अब आगे की तरफ बढ़ती है.
यह क्रम रेल रूट के अंतिम स्टेशन तक हर रेल फाटक पर चलता रहता है. इस तरह के रेल फाटक की संख्या 9 से अधिक है. हालांकि कुछ रेल फाटक पर अब अंडरपास का निर्माण हो जाने से यह समस्या दूर हो गयी है. इसमें महराजगंज स्टेशन व विशुनपुर महुवारी रेलवे स्टेशन के बीच मौजूद रगड़्रगंज रेल फाटक शामिल है. नब्बे के दशक में रेल लाइन का विस्तार करते हुए महराजगंज से 36 किलोमीटर और आगे रेल लाइन को बढ़ाते हुए मशरख स्टेशन तक ले जाने का सरकार ने फैसला किया.लिहाजा कुल 42 किलोमीटर की तैयार हुयी रेल लाइन पर वर्ष 2018 से ट्रेन दौड़ने लगी.
रेल फाटक पर ट्रेन का इंतजार करते हैं यात्री
दरौंदा-मशरख रेल रूट से गुजरने वाली ट्रेन यहां के अगल बगल के गांवों के लोगों के सफर के लिये सबसे सुगम साधन है. इस रूट पर आठ रेलवे स्टेशन बनाये गये हैं. इसमें दरौंदा व मशरख के बीच महराजगंज, विशुनपुर महुवारी, सरहरी, बड़का गांव, बसंतपुर, साघर सुल्तानपुर स्टेशन पड़ता है. इन स्टेशनों से अधिक रूट पर रेल फाटक की संख्या है. जहां आसपास के ग्रामीण अपनी यात्रा शुरू करने के लिये इस रेल फाटक पर ही ट्रेन का इंतजार करते हैं.खास बात यह है कि इन रेलवे फाटकों से नजदीक के स्टेशन की दूरी डेढ़ से दो किलोमीटर ही है. इसके बाद भी रेल फाटक पर ट्रेन रूकना तय होने से यात्री स्टेशन तक जाना मुनासिब नहीं समझते हैं. लिहाजा हर रेल फाटक से आसपास के पांच से छह गांवों के यात्री अपना सफर शुरू करते हैं.
पीएम आवास योजना में घूसखोरी! सर्वे के दौरान रिश्वत मांगने पर 5 कर्मचारियों को नोटिस
27 Feb, 2025 06:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आरा। भोजपुर जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का सर्वे कार्य तेजी से चल रहा है। यह कार्य 31 मार्च तक चलेगा। सर्वे कार्य के दौरान पांच कर्मचारियों पर लाभूकों से रिश्वत मांगने के साथ-साथ लापरवाही करने का मामला सामने आया है।
इसे गंभीरता से लेते हुए डीडीसी डॉक्टर अनुपमा सिंह ने सभी आरोपी पांच कर्मचारियों के खिलाफ स्पष्टीकरण की मांग की है। इसके साथ ही सभी से पूछा गया है कि क्यों नहीं आपके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू कर दी जाए? डीडीसी के इस निर्देश के बाद पूरे जिले में रिश्वत मांगने या अपने कार्यों में लापरवाही करने वालों के बीच हड़कंप मच गया है।
इन पर है आरोप
जिले के सभी प्रखंडों में आवास प्लस टू के लिए चल रहे सर्वे कार्य के दौरान शाहपुर में ग्रामीण आवास सहायक दीपक कुमार जो बहोरनपुर एवं गौरा पंचायत के ग्रामीण आवास सहायक हैं पर पैसा मांगने और शाहपुर प्रखंड के ग्रामीण आवास पर्यवेक्षक मोहम्मद शम्मी अंजुम के द्वारा वरीय पदाधिकारी से गलत व्यवहार करने और अपने कार्यों में रुचि नहीं लेने की रिपोर्ट की गई है।
पीरो प्रखंड के अकरुहां पंचायत के ग्रामीण आवास सहायक मनजीत कुमार, गड़हनी प्रखंड के इजरी पंचायत के पंचायत रोजगार सेवक रंजीत कुमार पर बीडीओ ने रिश्वत मांगने और अपने कार्यों में बड़े पैमाने पर लापरवाही करने की रिपोर्ट जिला मुख्यालय को की है।
उदवंतनगर के बकरी पंचायत के पंचायत रोजगार सेवक शशिकला के खिलाफ वहां की मुखिया प्रभावती देवी ने सर्वे कार्य के दौरान बड़े स्तर पर लाभूकों से पैसा लेकर सर्वे में लाभार्थियों का नाम जोड़ने की शिकायत की है।
इन सभी शिकायतों के बाद डीडीसी ने सभी से विगत सप्ताह पहले ही स्पष्टीकरण मांगा है, जिसका अब तक जवाब नहीं मिला है। इन सभी के खिलाफ जल्द ही बड़ी कार्रवाई होने की आशंका व्यक्त की गई है।
आवास योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत पर राज्य मुख्यालय हुआ सख्त
जिलों प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का सर्वे कार्य के दौरान बड़े पैमाने पर कर्मियों के द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत राज्य मुख्यालय तक पहुंच गई है। इसे गंभीरता से लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने सभी जिलाधिकारी को पत्र लिखकर ऐसे मामले की जांच कर अविलंब प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है।
मुख्य सचिव अपने पत्र में लिखा है कि विभिन्न स्त्रोतों से आवास योजना में सर्वेक्षणकर्ताओं एवं दलालों के द्वारा गरीब परिवारों से अवैध वसूली की शिकायत मिल रही है, जिलाधिकारी इसपर कई कार्रवाई सुनिश्चित करें। इस आदेश के बाद जिला प्रशासन भी सख्ती बरत रहा है।
लापरवाह कर्मियों पर होगी बड़ी कार्रवाई
जिले में आवास सर्वे का कार्य तेजी से चलाया जा रहा है। अब तक 54 हजार से ज्यादा लोगों का सर्वे हो चुका है। इस दौरान कुछ जगहों से शिकायत मिलने के बाद सभी कर्मियों के खिलाफ स्पष्टीकरण की कार्रवाई की गई है। उसका जवाब मिलने के बाद जल्द ही बड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसमें लापरवाही करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।