उत्तर प्रदेश
सपना गोयल ने FIR में लगाया सहारनपुर के शख्स पर अश्लील फोटो वायरल करने का आरोप
25 Feb, 2025 02:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बॉलीवुड और OTT एक्ट्रेस सपना गोयल उर्फ सप्पू अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. उन्होंने हाल ही में सहारनपुर के शख्स के खिलाफ मुंबई में एक FIR दर्ज कराई थी. उन्होंने जगदीप नाम के शख्स पर AI की मदद से अश्लील फोटो बनाने और वायरल करने का आरोप लगाया था. अब सपना ने जिस शख्स पर ये आरोप लगाए थे. वह इन आरोपों से तंग आकर पुलिस से शिकायत करने पहुंच गए.
एक्ट्रेस सपना ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले जगदीप सिंह पर फोटो के साथ छेड़छाड़ कर वायरल करने का आरोप लगाया था, जिनके खिलाफ अब वह अपनी पत्नी के साथ थाने पहुंचे. उन्होंने पुलिस से शिकायत की और कहा कि वह इन आरोपों से तंग आ गए हैं. जगदीप ने इन आरोपों को गलत और बेबुनियाद बताया. जगदीप ने कहा कि मैंने सपना की वहीं फोटो लोगों को दिखाईं, जो पहले से ही कई वेबसाइट पर मौजूद थीं.
सपना पर्सनली टारगेट कर रहीं
जगदीप ने आगे कहा कि सपना के एक APP को गूगल ने सेक्सुअल कंटेंट के आरोप में बंद कर रखा है. सपना भाजपा नेताओं पर आरोप लगाकर एक नेरेटिव फैला रही थीं. भाजपा का कार्यकर्ता होने के नाते मैं सपना के आरोपों पर लोगों को सच बता रहा था, लेकिन सपना अब मुझे पर्सनली टारगेट कर रही हैं और मुझे बदनाम किया है, जिससे मेरे परिवार पर इसका गलत असर पड़ रहा है. इससे मेरी बेटियों का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है.
आत्मदाह करने की कही बात
जगदीप ने इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है. उन्होंने न्याय न मिलने पर अपने पूरे परिवार के साथ आत्मदाह करने की बात कही. उन्होंने कहा कि मुझे न्याय दें. अगर मैं आरोपी हूं तो मुझे सजा मिले. अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं परिवार के साथ आत्मदाह कर लूंगा. उन्होंने ये कहा कि जिन भाजपा नेताओं की वजह से मुझे टारगेट किया जा रहा है. वो मुझे चार महीने से गुमराह कर रहे है.
मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर युवक ने ओवर ब्रिज से कूदने की कोशिश, रेल पुलिस ने बचाई जान
25 Feb, 2025 01:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर रेलवे स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज पर उस समय हड़कंप मच गया, जब महाकुंभ से स्नान कर घर के लिए लौट रहा एक युवक ब्रिज के बाहरी हिस्से पर चढ़कर पटरी पर कूद कर जान देने की धमकी देने लगा. स्टेशन की सुरक्षा में तैनात आरपीएफ और जीआरपी पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचकर उसे उतारने का प्रयास करने लगे. इस दौरान हादसा न हो जाए, इसको देखते हुए स्टेशन मास्टर ने तत्काल OHE लाइन की इलेक्ट्रिसिटी बंट करवा दी. इस दौरान 8 मिनट लाइन प्रभावित होने से मुगलसराय जाने वाली ट्रेनों का यातायात प्रभावित हुआ. महाकुंभ स्पेशल ट्रेन 03689 विलंब हो गई. RPF और जीआरपी पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद पैसे का लालच देकर युवक को नीचे उतारा. तब जाकर रेल कर्मचारियों ने राहत की सांस ली.
बिहार के सीतामढ़ी का रहने वाला था युवक
बिहार के सीतामढ़ी के समोद चौधरी अपने मामा के लड़के विजय चौधरी के साथ महाकुंभ स्नान करने गए हुए थे. वापसी में वे प्रयागराज से मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पहुंचे. यहां से ट्रेन बदलकर बिहार जाना था. इस दौरान विजय चौधरी सुबह लगभग 9:00 बजे स्टेशन के हावड़ा छोर ओवर ब्रिज के ऊपर रेलिंग के बाहर चढ़ गया और नीचे कूदने का प्रयास करने लगा.
स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था में लगे जवान मौके तत्काल मौके पर पहुंचे. वे युवक को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन वह जिद पर अड़ा था. इसके बाद पुलिसवालों ने युवक को पैसे का लालच देते हुए रेलिंग के सहारे बाहर आने को कहा. इस दौरान स्टेशन मास्टर मिर्जापुर ने प्लेटफार्म नंबर एक और दो की OHE लाइन से इलेक्ट्रिसिटी काट दी. 8 मिनट डाउन की ट्रेन प्रभावित रही. युवक को सही सलामत उतार लिया गया. साथ में मौजूद समोद ने जीआरपी को बताया कि यह मानसिक रूप से विक्षिप्त है, इसको महाकुंभ स्नान कराने ले जाया गया था. वहां से लौट रहा था. इस दौरान यह ओवर ब्रिज पर चढ़ गया.
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
मिर्जापुर रेलवे स्टेशन के जीआरपी प्रभारी रामदवर ने बताया कि एक अर्ध विक्षिप्त युवक ओवरब्रिज के बाहरी हिस्से में चढ़ गया था. उसे पैसे की लालच देकर उतार लिया गया. युवक महाकुंभ से स्नान कर अपने परिजनों के साथ सीतामढ़ी जा रहा था. उनके साथ परिजन ने बताया कि वह अर्धविक्षिप्त है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
प्रगति यात्रा से पूर्णिया प्रमंडल में औद्योगिक क्रांति की शुरुआत, बाढ़ से सुरक्षा के लिए कई सौगात
25 Feb, 2025 01:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना/पूर्णिया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा ने पूर्णिया प्रमंडल के लिए ऐतिहासिक विकास योजनाओं की सौगात दी है। इस यात्रा के दौरान पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया और भागलपुर जिलों में औद्योगिक विकास, बाढ़ सुरक्षा, और शैक्षिक सुविधाओं के विस्तार से जुड़ी कई योजनाओं की घोषणा की गई है, जिनसे इस क्षेत्र की बड़ी आबादी को सीधे लाभ मिलेगा। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के औद्योगिक ढांचे को सशक्त करना, बाढ़ से सुरक्षा प्रदान करना और शैक्षिक क्षेत्र में सुधार लाना है, ताकि स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिले और लोगों की जीवनशैली में स्थायी सुधार आए।
औद्योगिक विकास से रोजगार के नए अवसर
प्रगति यात्रा के तहत, पूर्णिया प्रमंडल के विभिन्न जिलों में औद्योगिक विकास को तेज करने के लिए विशेष उपाय किए गए हैं। कटिहार और किशनगंज में नए औद्योगिक क्षेत्रों का निर्माण किया जाएगा, जहां छोटे और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अलावा, स्टार्टअप्स के लिए विशेष वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे।
पूर्णिया और भागलपुर में औद्योगिक हब स्थापित किए जाएंगे, जो व्यापार और रोजगार के अवसरों को उत्पन्न करेंगे। इन हब्स में विभिन्न उद्योगों के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा, जिससे रोजगार की वृद्धि होगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
तटबंध निर्माण और बाढ़ से सुरक्षा के लिए कई योजनाएं
पूर्णिया प्रमंडल के कई इलाके बाढ़ की समस्या से जूझते हैं, जिससे हर साल किसानों और स्थानीय निवासियों को भारी नुकसान होता है। इस मुद्दे का स्थायी समाधान प्रदान करने के लिए तटबंधों के निर्माण की योजना बनाई गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र के महत्वपूर्ण नदियों के किनारे मजबूत तटबंध बनाए जाएंगे, जो बाढ़ से सुरक्षा प्रदान करेंगे। इससे कृषि भूमि और गांवों को बाढ़ से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकेगा। बाढ़ प्रभावित इलाकों में तटबंधों का निर्माण क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जो किसानों के जीवन को सुधारने के साथ-साथ पूरे क्षेत्र को सुरक्षित बनाएगा।
मेडिकल कॉलेज और अन्य सुविधाओं की सौगात
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्णिया को एक मेडिकल कॉलेज की सौगात दी, जिससे क्षेत्र के छात्रों को उच्च चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा। अररिया में भी एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना की घोषणा की गई, जो स्थानीय छात्रों को चिकित्सा क्षेत्र में अपना करियर बनाने का मौका प्रदान करेगा। इसके साथ ही, अररिया में एक खेल मैदान का निर्माण भी किया जाएगा, जो खेलों में रुचि रखने वाले युवाओं को अवसर देगा। किशनगंज को एक इंजीनियरिंग कॉलेज मिलेगा, जिससे छात्रों को तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर विकल्प मिलेंगे। इसके अलावा, किशनगंज में फुटओवरब्रिज बनाने की योजना है, जो यातायात की सुविधा को बढ़ाएगा और सुरक्षा में सुधार करेगा। पूर्णिया प्रमंडल के प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर को अब राजकीय मेला का दर्जा दिया जाएगा, जिससे इस धार्मिक स्थल पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी और क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
विकसित बिहार की दिशा में सशक्त कदम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार बिहार के हर जिले में समावेशी और सतत विकास को प्राथमिकता दे रही है। औद्योगिक विकास, तटबंध निर्माण, और शैक्षिक क्षेत्र में सुधार के जरिए पूर्णिया प्रमंडल की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में व्यापक सुधार होगा और बिहार का सपना आत्मनिर्भर राज्य बनने का साकार होगा।
इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से पूर्णिया प्रमंडल के तीन करोड़ से अधिक लोग सीधे लाभान्वित होंगे। क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बाढ़ से सुरक्षा के कारण स्थानीय अर्थव्यवस्था को स्थिरता मिलेगी, और शैक्षिक संस्थानों के निर्माण से युवाओं को बेहतर शिक्षा प्राप्त होगी।
कई योजनाओं को कैबिनेट से मिल चुकी है स्वीकृति
प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं को जमीन पर उतारने के लिए तेजी से काम हो रहा है। कई योजनाओं को कैबिनेट से स्वीकृति भी मिल चुकी है। प्रशासनिक अधिकारियों को कार्यों की नियमित निगरानी और निष्पादन की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिससे पारदर्शिता बनी रहे और योजनाएं समय पर पूरी हों। साफ है कि इन योजनाओं के सफल कार्यान्वयन से पूर्णिया प्रमंडल औद्योगिक समृद्धि, स्थायी बाढ़ सुरक्षा और शैक्षिक प्रगति की नई ऊंचाइयों को छुएगा। क्षेत्र के नागरिकों का जीवन स्तर सुधरेगा और बिहार एक सशक्त, आत्मनिर्भर और प्रगतिशील राज्य के रूप में उभरेगा।
हाईकोर्ट के आदेश से बिहार सिपाही भर्ती में सुधार की नई राह, उम्मीदवारों में आशा
25 Feb, 2025 01:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। पटना हाईकोर्ट में दाखिल एक याचिका में आरोप लगाया गया है कि भर्ती प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं हुई हैं। विशेष रूप से, ऐसे उम्मीदवारों को भी चयनित सूची में शामिल कर लिया गया, जिन्होंने निगेटिव अंक प्राप्त किए।
हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से मांगा जवाब
न्यायाधीश हरीश कुमार की एकलपीठ ने विजय कुमार और अन्य द्वारा दायर मामले की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को जवाब दायर करने का निर्देश दिया है। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता राजीव कुमार सिंह ने दलील दी कि 16 जनवरी, 2020 को प्रकाशित चयन सूची में कई विसंगतियां पाई गई हैं। एक संशोधित सूची जारी होने के बावजूद भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई।
वहीं, राज्य सरकार की ओर से अधिवक्ता अजय कुमार और केंद्रीय चयन बोर्ड (कांस्टेबल भर्ती) के अधिवक्ता संजय पांडेय ने अदालत को बताया कि संशोधित सूची पूरी तरह से पटना हाईकोर्ट के आदेशों के अनुपालन में बनाई गई है।
बोर्ड के अधिवक्ता ने अपने जवाब में कहा कि कुल 1308 चयनित उम्मीदवारों में सामान्य श्रेणी के पुरुष उम्मीदवारों के लिए कट-आफ अंक 110 था, जबकि सामान्य श्रेणी की महिला उम्मीदवारों के लिए कट-आफ (-23) अंक रहा। उनके अनुसार, केवल महिला वर्ग में ही निगेटिव अंक वाले उम्मीदवारों का चयन हुआ, अन्य किसी भी श्रेणी में ऐसा नहीं हुआ। मामले की अगली सुनवाई 27 मार्च को होगी।
पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं का न्यायिक कार्य से अलग रहने का फैसला वापस
पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ताओं की समन्वय समिति की एक बैठक 24 फरवरी को आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य 21 फरवरी, 2025 को लिए गए पूर्व प्रस्ताव की समीक्षा करना था। बैठक में सर्वसम्मति से 21 फरवरी के प्रस्ताव को वापस लेने का निर्णय लिया गया, जिसके तहत 25 फरवरी को न्यायिक कार्यों से अलग रहने का फैसला किया गया था।
अब पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ताओं से अनुरोध किया गया है कि वे 25 फरवरी को अपने नियमित न्यायिक कार्यों का निर्वहन करें। समन्वय समिति ने इस निर्णय की जानकारी रजिस्ट्रार जनरल को देने का निर्देश दिया है, ताकि सभी संबंधित पक्षों को अवगत कराया जा सके।
मथुरा में दुल्हन की शादी के एक दिन बाद ही ससुराल से फरारी, जेवर और नकद लेकर भागी
25 Feb, 2025 01:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक दुल्हन शादी के एक दिन बाद ही फरार हो गई. कोर्ट मैरिज के बाद दुल्हन शादी के जोड़े में अपने भाई के साथ ससुराल पहुंची. यहां लोगों ने बहू का जोरदार स्वागत किया. इसी बीच, रात को सोने की तैयारी चल रही थी, तभी दुल्हन ने सभी घरवालों को दूध में नशा मिलाकर पीने को दिया. इसे पीने के तुरंत बाद लोग सो गए. फिर मौका देखकरदुल्हन ससुराल से जेवर, कैश सहित अन्य सामान लेकर फरार हो गई. घटना उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के सुरीर थाना क्षेत्र के परसोती गढ़ी गांव की है. कन्हैयालाल नामक व्यक्ति का विवाह नहीं हो रहा था, जिससे उसका परिवार परेशान था. इस समस्या को हल करने के लिए एक बिचौलिया, जिसका नाम जिद्दी था, उनके पास आया और उसने महोबा जिले की एक लड़की कल्पना का रिश्ता बताया. फिर दोनों परिवारों के बीच बातचीत हुई और 19 फरवरी को कोर्ट मैरिज हो गई.
शादी के बाद, दुल्हन कल्पना अपने भाई के साथ शादी के जोड़े में ससुराल पहुंची. ससुराल में खुशी का माहौल था और सभी लोग दुल्हन का स्वागत कर रहे थे. लड़के के परिवार वालों ने मुंह दिखाई का कार्यक्रम भी आयोजित किया था और इस खुशी के मौके पर सब बहुत खुश थे. यह शादी कन्हैयालाल और उनके परिवार के लिए खुशी का दिन था, क्योंकि उनकी शादी लंबे समय से नहीं हो रही थी.
दुल्हन ने सभी को पिलाया दूध
रात को सोने से पहले, दुल्हन ने सभी को दूध पिलाया. कोई नहीं जानता था कि वह दूध नशीला था. जैसे ही सभी ने दूध पी लिया, वे गहरी नींद में सो गए. सुबह जब परिवार के सदस्य जागे, तो देखा कि घर में हर जगह सामान बिखरा हुआ था, अलमारी खुली हुई थी और घर में चुराने के निशान थे. दुल्हन और उसके भाई का कहीं भी कोई पता नहीं था.
घरवालों को यह समझ में आ गया कि यह लुटेरी दुल्हन थी जिसने पूरे घर को लूटा और जेवर, नगदी सहित अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो गई. कन्हैयालाल ने बताया कि उसका भाई भी शादी में आया था और वह कह रहा था कि वह अपनी बहन के साथ दो दिन रहेगा, फिर वापस लौट जाएगा. लेकिन यह किसे पता था कि ऐसा कुछ हो जाएगा.
बिचौलिये ने किया फोन बंद
कन्हैयालाल और उसके परिवार ने बिचौलिये से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनका फोन भी बंद आ रहा था. इसके बाद, उन्होंने पुलिस को मामले की शिकायत दी और जांच शुरू की. पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दुल्हन और उसके भाई की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक दोनों का कोई सुराग नहीं मिला है.
बिहार में मौसम की करवट: 28 फरवरी से पटना सहित 8 जिलों में आएगा बदलाव
25 Feb, 2025 01:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के उत्तरी भागों में हुई वर्षा का असर तापमान पर पड़ा है। अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री की गिरावट व पटना समेत अधिसंख्य भागों के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। बिहार में न्यूनतम तापमान 11.8 से 18.3 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। बीते 24 घंटों के दौरान सुपौल के भीमनगर में 22.4 मिमी व बीरपुर में 8.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
28 फरवरी से 1 मार्च के दौरान बिहार में होगी बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, गांगेय पश्चिम बंगाल व दक्षिण छत्तीसगढ़ व ओडिशा के आसपास चक्रवताीय परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है। इनके प्रभाव से तराई वाले इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे।
इन 8 जिलों में बारिश का अलर्ट
28 फरवरी से एक मार्च के दौरान पटना, गया, मुंगेर, भागलपुर, गोपालगंज, नालंदा, नवादा समेत दक्षिणी भागों के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है। शेष जिलों का मौसम सामान्य बना रहेगा।
सोमवार को कैसा रहा मौसम
सोमवार को पटना का अधिकतम तापमान 28.0 डिग्री सेल्सियस व शेखपुरा में 29.8 डिग्री सेल्सियस के साथ अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। पटना व आसपास इलाकों में सुबह के समय हल्की धुंध के बाद धूप निकलने से मौसम सामान्य बना रहा। बादल छाए रहने के साथ नमी युक्त वातावरण बना रहा। पटना समेत 20 शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
बांका में बारिश ने किसानों के चेहरे पर लाई खुशी
बांका में कुछ जगहों पर रविवार की सुबह हुई वर्षा ने किसानों के मुरझाये चेहरे पर खुशी ला दी है। वर्षा खासकर गेहूं, मकई, सरसों, आम की फसल के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। लेकिन दलहन फसल में चना को आंशिक क्षति होने की संभावना है। बताते चलें कि फरवरी के पहले सप्ताह में ही मौसम के बदले मिजाज से तापमान में बढोत्तरी हो गई थी।
इससे गेंहू की फसल काफी प्रभावित हो रहा था। इसको लेकर किसानों में गेहूं के उत्पादन में प्रतिकूल असर पड़ने की चिंता सताने लगी थी। मौसम अचानक बदलने का मुख्य कारण दिसंबर एवं जनवरी महीना में वर्षा नहीं होना भी बताया जा रहा है।
सोमवार की वर्षा से किसानों ने राहत का सांस लिया है। क्षेत्र में लगभग एक हजार हेक्टेयर में आम के पेड़ हैं। पेड़ मंजर से लदे हैं।
किसानों की मानें तो वर्षा आम के मंजर के लिए संजीवनी साबित हुआ है। जिस रफ्तार से आम के मंजर में कीट का प्रकोप बढ़ रहा था। किसान महंगे कीटनाशक दवा का छिड़काव कर रहे थे। किसान संजीव मिश्रा, मंटू हरिजन, रामू हरिजन आदि ने बताया कि वर्षा से पटवन का खर्च किसानों का बच गया है।
लेकिन वर्षा होने के साथ 267 रूपया की बोरी यूरिया तीन से चार सौ रुपया में कालाबाजारी में खरीदना पड़ा। बीएओ विनय कुमार पाठक कहते हैं कि क्षेत्र में छिटपुट वर्षा हुई है।
कुछेक पंचायत में अपेक्षाकृत अच्छी वर्षा हुई है। वर्षा से गेहूं, मकई, सरसों एवं आम के फसल को काफी फायदा होगा। इससे उत्पादन भी अच्छे होने के आसार हैं।
भूकंप के झटके: रांची में सुबह 6 बजे धरती हिली, लोगों में हलचल मची
25 Feb, 2025 01:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। रांची में सुबह 6 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। बंगाल की खाड़ी में भूकंप का केंद्र बताया जा रहा है। भूकंप की तीव्रता का रिकॉर्ड अभी सामने नहीं आया है। विभाग जल्द ही इसपर जानकारी देगा। वहीं, इस भूकंप से अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है। फिलहाल लोगों को घबरानी की जरूरत नहीं है लेकिन सावधान रहने की जरूरत जरूर है।
बता दें कि रांची के अलावा कोलकाता और ओडिशा के कई जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। समुद्र किनारे रहने वाले लोगों को तेजी से झटका महसूस हुआ। ओडिशा में भूकंप की तीव्रता 5.1 थी।
चाईबासा में भूकंप का झटका, घरों से निकले लोग
मंगलवार की सुबह लगभग 6 बजे के करीब जब लोग सो कर उठ रहे थे, इस दौरान चाईबासा के लोगों को भी भूकंप का झटका महसूस हुआ। इसके अलावा आसपास के क्षेत्र में इसका एहसास लोगों ने किया। भूकंप के कारण कुछ लोग घरों से निकलकर देखने लगे। हालांकि, कुछ लोग सोए रहने के कारण उन्हें कुछ महसूस ही नहीं हुआ।
हालांकि इस दौरान किसी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं है। कुछ लोग भूकंप को महसूस करते हुए घरों से निकल गए और आसपास के लोग भी निकाल कर भूकंप की चर्चा करने लगे।
भूकंप के दौरान क्या करें
जमीन पर बैठ जाएं, अपने सिर और गर्दन को अपने हाथों से ढक लें और किसी मजबूत वस्तु जैसे कि टेबल या डेस्क को पकड़ लें।
यदि आप घर के अंदर हैं, तो दरवाजे या खिड़कियों से दूर रहें और किसी मजबूत कमरे में जाएं।
भूकंप के दौरान बाहर निकलने की कोशिश न करें, क्योंकि बाहर की स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है।
भूकंप के दौरान लिफ्ट का उपयोग न करें, क्योंकि यह फंस सकती है या गिर सकती है।
भूकंप के बाद क्या करें
भूकंप के बाद सावधानी से बाहर निकलें और अपने आसपास की स्थिति का मूल्यांकन करें।
यदि आपके आसपास कोई चोटिल है, तो उनकी मदद करें और यदि संभव हो तो उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाएं।
भूकंप के बाद गैस और बिजली की जांच करें और यदि कोई समस्या है, तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।
यदि आपका घर या इमारत सुरक्षित नहीं है, तो सुरक्षित स्थान पर जाएं और वहां तक रहने के लिए आवश्यक वस्तुओं को साथ ले जाएं।
भूकंप क्यों आता है?
बता दें कि पृथ्वी की 4 मुख्य प्लेट हैं, जिन्हें इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट कहा जाता है। जानकारी के अनुसार, पृथ्वी के नीचे मौजूद प्लेट्स तेजी से घूमती रहती हैं, जिसके आपस में टकराने पर पृथ्वी की सतह के नीचे कंपन शुरू होता है।
जब ये प्लेट्स अपनी जगह से अचानक खिसकती हैं तो भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। इसती जितनी रफ्तार रहती है उतने तेजी से भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं।
जन शताब्दी एक्सप्रेस में पत्थरबाज़ी की आंधी, खिड़की का शीशा टूटने की घटना
25 Feb, 2025 01:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
धनबाद। रांची से पटना जा रही जन शताब्दी एक्सप्रेस पर जमकर पत्थरबाजी हुई। अचानक हुई घटना से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन की खिड़की का शीशा चकनाचूर हो गया। कई पत्थर ट्रेन के अंदर बिखर गये। घटना को लेकर यात्रियों ने बताया कि कुछ लोग आरक्षित सीट पर बैठे थे। जिस यात्री की सीट थी, उसके आने पर पहले से बैठे यात्री ने कहा कि पहाड़पुर में उतर जएंगे।
पहाड़पुर आने के बाद भी नहीं उतरे तो उनसे सीट खाली करने को कहा गया। इसे लेकर उन्होंने अभद्रता शुरू कर दी। बीच बचाव करने आए बुजुर्ग यात्रियों से भी दुर्व्यवहार किया और अपशब्द कहे।
कुछ देर बाद ट्रेन रुकते ही उन यात्रियों ने नीचे उतर कर पथराव शुरू कर दिया। घटना गया के पास शहीद ईश्वर चौधरी हाल्ट के पास की है। धनबाद आरपीएफ को एक्स पर घटना की जानकारी दी गई है।
139 नंबर पर कॉल के बावजूद किसी ने रिसीव नहीं किया कॉल
पथराव के बाद चोटिल यात्री ने रेलवे के टाल फ्री नंबर 139 पर काल किया, परंतु किसी ने रिसीव नहीं किया। ट्रेन गया जंक्शन पहुंची तो पीड़ित यात्री ने रेल पुलिस को आवेदन दिया।
जीआरपी व आरपीएफ की टीम जांच में जुट गई है और बदमाशों की पहचान कर रही है। यात्री राजीव कुमार रांची से पटना जा रही जनशताब्दी एक्सप्रेस में गोमो स्टेशन पर चढ़े थे।
इनका पहले से आरक्षण था, लेकिन दो युवक पहले से ही उनकी आरक्षित सीट पर बैठे थे। जब उन्हें हटने के लिए कहा तो उनलोगों ने अगले स्टेशन पर उतरने की बात कहकर बैठने देने को कहा।
ट्रेन के यात्री ने ही बरसाए पत्थर
जब अगले स्टेशन पर भी दोनों नहीं उतरे तो उन्होंने हटने को कहा, इसपर दोनों युवक उनसे उलझ गए। आगे शहीद ईश्वर चौधरी हाल्ट के पास वैक्यूम कर दोनों युवक ट्रेन से उतर गए और उसी सीट की खिड़की पर पत्थर चलाने लगे। इससे ट्रेन की खिड़की का कांच टूट गया और राजीव सहित एक अन्य यात्री को चोट लग गई।
महाकुंभ जाने वाले यात्रियों ने भी ट्रेन में तोड़े खिड़की के शीशे
बता दें कि इससे पहले महाकुंभ जाने वाले रेल यात्रियों ने बिहार, झारखंड और उत्तक प्रदेश में ट्रेन की खिड़की के शीशे तोड़े। कई यात्री गेट नहीं खुलने से नाराज होकर भी खिड़की के कांच को तोड़कर अंदर घुसने का प्रयास किया।
राज्यपाल की मंजूरी के साथ सदन सत्र की शुरुआत, पहले दिन 5 विधेयकों को मिली स्वीकृति
25 Feb, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही मंगलवार, 25 फरवरी को सुबह 11 बजे आरंभ होगी। पहली पाली में प्रश्नकाल होंगे, जिसमें तारांकित व अल्पसूचित प्रश्न पूछे जाएंगे।
इसके अलावा शून्यकाल की सूचनाएं ली जाएगी। द्वितीय पाली में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और वाद-विवाद होगा।
झारखंड विधानसभा से स्वीकृत पांच विधेयकों की राज्यपाल की स्वीकृति मिली है। सोमवार को सदन में सभा सचिव ने इसकी जानकारी दी।
जिन विधेयकों की स्वीकृति मिली है, उनमें झारखंड विनियोग विधेयक ( संख्या तीन), झारखंड अग्निशमन विधेयक, झारखंड खनिज धारित भूमि उपकर विधेयक, झारखंड निजी विश्वविद्यालय विधेयक तथा झारखंड विनियोग विधेयक (संख्या चार) सम्मिलित हैं।
कई हस्तियों के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित
विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन हाल ही में दिवंगत हुई कई प्रतिष्ठित हस्तियों और आम नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक प्रस्ताव पारित किया गया।
सदन ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शोक प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि राज्य ने कई महत्वपूर्ण व्यक्तियों को खो दिया है, जिनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की।
दिवंगत आत्माओं को दी गई श्रद्धांजलि
विधानसभाध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो, भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी, कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव, राजद विधायक सुरेश पासवान, जदयू विधायक सरयू राय, लोजपा विधायक जनार्दन पासवान, आजसू के निर्मल महतो तथा जेएलकेएम के जयराम महतो ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की।
जिन हस्तियों के प्रति शोक प्रस्ताव पारित किया गया, उनमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, प्रसिद्ध उद्योगपति रतन नवल टाटा, जाकिर हुसैन के अलावा सीताराम येचुरी, ओम प्रकाश चौटाला, एस एम कृष्णा, कुंवर नटवर सिंह, सघनु भगत, बच्चा सिंह, छत्रुराम महतो, बैरागी उरांव, गुलाब सिंह मुंडा, मनोरमा सिंह, डॉ. कृष्णानंद झा, विश्वनाथ सिंह, गणेश पासवान, प्रीतिश नंदी जनरल पदमनाभन, शारदा सिन्हा आदि सम्मिलित हैं।
अनुदान मांगों पर चर्चा व कटौती प्रस्ताव की तिथि तय
विधानसभा के बजट सत्र के दौरान अनुदान मांगों पर चर्चा व कटौती प्रस्ताव की तिथि तय की गई है। यह क्रम छह मार्च से आरंभ होगा।
पहले दिन कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग (कृषि प्रभाग), कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग (पशुपालन प्रभाग), कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग (सहकारिता प्रभाग), कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग (मत्स्य प्रभाग) और कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग (डेयरी प्रभाग) की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी।
इसके लिए कटौती प्रस्ताव तीन मार्च को शाम चार बजे तक देना होगा। सात मार्च को ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग, वन विभाग की अनुदान मांग पर चर्चा होगी।
इसके लिए कटौती प्रस्ताव तीन मार्च को शाम चार बजे तक देना होगा 10 मार्च को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग (उच्च शिक्षा प्रभाग), उच्च एवं तकनीकी शिक्षा (तकनीकी शिक्षा प्रभाग), स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग (सेकेंड्री शिक्षा विभाग) और स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग (प्राथमिक एवं व्यस्क शिक्षा विभाग) के अनुदान मांगों पर चर्चा होगी।
इसके लिए कटौती प्रस्ताव तीन मार्च को शाम चार बजे तक देना होगा। 11 मार्च को राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग, परिवहन विभाग, निबंधन प्रभाग, खान एवं भूतत्व विभाग, पथ निर्माण विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी। इसके लिए कटौती प्रस्ताव तीन मार्च को शाम चार बजे तक देना होगा।
17 मार्च को श्रम विभाग, उद्योग विभाग, भवन निर्माण एवं ऊर्जा विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी। इसके लिए कटौती प्रस्ताव सात मार्च को शाम चार बजे तक देना होगा।
18 मार्च को कल्याण विभाग, महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी। इसके लिए कटौती प्रस्ताव सात मार्च को शाम चार बजे तक देना होगा।
19 मार्च को जल संसाधन, विधि विभाग और विधानसभा की अनुदान मांग पर चर्चा होगी। इसके लिए कटौती प्रस्ताव सात मार्च को शाम चार बजे तक देना होगा।
20 मार्च को स्वास्थ्य विभाग, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, गृह (आपदा प्रबंधन प्रभाग), सूचना प्रौद्योगिकी एवं ई गर्वंनेंस विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी। इसके लिए कटौती प्रस्ताव 10 मार्च को शाम चार बजे तक देना होगा।
21 मार्च को पेयजल, उत्पाद, वित्त, पेंसन, वित्त अंकेक्षण, कोषागार एवं सांस्थिक वित्त, वाणिज्यकर विभाग, गृह विभाग (गृह प्रभाग), सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, कार्मिक विभाग, योजना एवं विकास विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी। इसके लिए कटौती प्रस्ताव 10 मार्च को शाम चार बजे तक देना होगा।
13 जनवरी से शुरू हुए महाकुम्भ का समापन अब 27 फरवरी को
24 Feb, 2025 07:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज। 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुम्भ का समापन अब 27 फरवरी को होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ समापन समारोह में शामिल होंगे और इस आयोजन में भूमिका निभाने वालों का आभार प्रकट करेंगे। समापन समारोह को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। हालांकि उससे पहले तीन और वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाने की तैयारी है। एक वर्ल्ड रिकॉर्ड सोमवार को स्वच्छता का बनाने का है। इसमें 15 हजार से ज्यादा स्वच्छताकर्मी एक साथ स्वच्छता का महाभियान चलाएंगे। इसके अलावा दो अन्य रिकॉर्ड भी बनाए जाएंगे। मेले में सनातन धर्म के शंकराचार्यों, संतों, नागाओं, कल्पवासियों से लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों, उद्योगपतियों, सिने कलाकार से लेकर हर वर्ग के लोगों ने महाकुंभ में डुबकी लगाई। करोड़ों लोगों को नि:शुल्क भोजन वितरित किया गया तो नेत्र, दंत, ग्रीन कुम्भ जैसे सामाजिक प्रकल्पों ने मानवकल्याण के संकल्प को दोहराने का काम किया। 45 दिन के महाकुम्भ के समापन पर सीएम योगी मेले से जुड़े कर्मचारियों को सौगात की घोषणा कर सकते हैं।
"गिद्धों को लाशें दिखती हैं, सनातन की सुंदरता नहीं" – योगी आदित्यनाथ की तीखी प्रतिक्रिया
24 Feb, 2025 05:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाकुंभ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ को लेकर टिप्पणी करने पर विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने महाकुंभ में अव्यवस्था और भगदड़ के मुद्दे पर जवाब देते हुए कहा कि समाजवादियों और वामपंथियों को सनातन की सुंदरता रास नहीं आ रही है।उन्होंने एक सोशल मीडिया टिप्पणी के माध्यम से विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसे वो मिला। गिद्घों को केवल लाश मिली। सुअरों को गंदगी मिली। संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली। आस्थावानों को पुण्य मिला। गरीबों को रोजगार मिला। अमीरों को धंधा मिला। श्रद्घालुओं को साफसुथरी व्यवस्था मिली। पर्यटकों को अव्यवस्था मिली। सद्भावना वाले लोगों को जातिरहित व्यवस्था मिली। एक ही स्थान पर सभी जाति के लोगों ने स्नान किया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ को लेकर किए जाने वाले प्रश्न समाजवादियों और वामपंथियों की नीयत को दर्शाते हैं।उन्होंने कहा कि महाकुंभ की व्यवस्थाओं को मैंने खुद देखा है। सपा सरकार में हुए कुंभ में एक गैर सनातनी को कुंभ का प्रभारी बना दिया गया था क्योंकि तब के मुख्यमंत्री के पास इसके लिए समय नहीं था।
मुख्यमंत्री योगी ने राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सपा नेताओं के व्यवहार को लेकर भी विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा कि ये लोग संविधान की बात करते हैं। लोकतंत्र की बात करते हैं और महापुरुषों के सम्मान की बात करते हैं लेकिन राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सपा के लोगों का जो आचरण था वो बताता है कि वो संविधान के बारे में क्या सोचते हैं।
16 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन के आयोजनों से यूपी को नई पहचान मिली है। प्रदेश के बारे में लोगों की धारणा बदली है। प्रदेश की कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है। यही कारण है कि लाखों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आ रहे हैं। हम लोगों ने अब तक 16 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारा है जिससे कि 60 लाख युवाओं को रोजगार मिला है। ये डबल इंजन की सरकार का ही परिणाम है कि आज दुनिया भर के देश यूपी में निवेश के लिए आ रहे हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने अभिभाषण के दौरान सपा नेताओं के आचरण को शर्मनाक करार दिया।
मुजफ्फरनगर हाईवे पर तिरंगा और भगवा झंडे ने बदल दी दुकानदारों की किस्मत
24 Feb, 2025 05:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरिद्वार:महाशिवरात्रि से पहले कांवड़िए हरिद्वार से जल लेकर वापस लौट रहे हैं. इसी दौरान हाईवे किनारे बनी दुकानें एक बार फिर चर्चाओं में आ गई हैं. पिछले साल मुजफ्फरनगर से शुरू हुआ नेम प्लेट विवाद इस साल भगवा ध्वज लगाने तक पहुंच गया है. यहां हाईवे किनारे बनी अपनी दुकानों पर हिंदू समाज के लोगों ने भगवा ध्वज लगाए हैं. पिछले साल सावन के महीने में कांवड़ यात्रा के दौरान यूपी के मुजफ्फरनगर से शुरू हुआ नेमप्लेट प्रकरण काफी चर्चाओं में रहा था. नेम प्लेट प्रकरण के बाद अब दुकानों पर तिरंगे झंडे के साथ-साथ देवी देवताओं वाले भगवा ध्वज लागने की शुरूआत हो गई है. अपनी दुकानों पर तिरंगा और भगवा ध्वज लगाने वाले दुकानदारों का कहना है कि इनकी वजह से हमारी आमदनी बढ़ गई है. अब लोग बिना नाम पूछे ही सामान खरीदते है. वहीं, इस मामले पर मुस्लिम दुकानदारों का कहना है कि जो हिंदू मुस्लिम करके बांटना चाहते है वो कभी सफल नहीं हो सकेंगे. महाशिवरात्रि से पहले कांवड़िए जल लेकर हरिद्वार से वापसी लौट रहे है. कांवड़ियों की आवाजाही को देखते हुए मुजफ्फरनगर दिल्ली नेशनल हाईवे-58 पर आपको हाइवे किनारे लगने वाली छोटी से छोटी फल फ्रूट और जूस की दुकानों पर तिरंगा और भगवा ध्वज देखने को मिलेगा. हाइवे किनारे दुकान लगाने वाले हिंदू समाज के लोगों ने अपनी दुकानों पर तिरंगा और भगवा ध्वज लगाया हुआ है. ये ध्वज दुकानदारों ने खुद ही लगाए है.
‘दुकान पर ध्वज लगाने से बढ़ी आमदनी’
झंडा लगाने वाले दुकानदारों का कहना है कि जब से झंडे लगा है तब से हाईवे से गुजरने वाले लोग बिना नाम पूछे उनसे फल, जूस और अन्य सामान खरीद रहे हैं. इस कारण से हमारी आमदनी बढ़ गई है. हाइवे किनारे फ्रूट और फ्रूट चाट की दुकान लगाने वाले नीटू और गन्ने का जूस बेचने वाले सौरभ नाम के दुकानदार का कहना है कि हाईवे से गुजरने वाले दूसरे राज्यों के लोग पहले हमसे नाम पूछा करते थे, लेकिन जब से ध्वज लगाए है तब से लोग बिना नाम पूछे सामान खरीदने लगे हैं.
यात्रियों को सामान खरीदने में पहले क्यों होती थी हिचकिचाहट?
दुकानदारों का कहना है कि हमसे सामान खरीदने वाले दूसरे राज्य के यात्री कहते हैं कि पहले हमने सुना था कि यूपी के कई जगहों पर मुस्लिम समाज के लोग खाने-पीने की चीजों में गलत चीज मिलाकर बेच रहे थे. हमें राह चलते सामान खरीदने में हिचकिचाहट होती थी, लेकिन अब भगवान श्री राम हनुमान के ध्वज देखकर हमें विश्वास हो चुका है कि ये लोग सनातनी हैं और हमें विश्वास है कि ये दुकानदार हमें अशुद्ध चीज नहीं बेचेंगे.
लोग कर रहे बांटने की कोशिश
हाइवे किनारे दुकान लगाने वाले मुस्लिम समाज लोगों का कहना है कि कुछ लोग अपनी खराब मानसिकता के चलते इस तरह की चीजों को बढ़ावा देकर हिंदू मुस्लिम के बीच बांटने का काम कर रहे है. ये लोग हमे बांटना चाहते है, लेकिन उनकी मंशा कभी पूरी नहीं होगी. इस देश में हिंदू मुस्लिम सब एक साथ रहते है और काम करते है. इसके अलावा हाईवे से ही सामान खरीद रहे युवक तुषार ने इसको गलत बताया और उन्होंने भी कहा कि ये सब बांटने की साजिश है. हिंदू मुस्लिम हमेशा एक साथ ही काम करते आए है. देश में इस तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने पेपर लीक के चलते परीक्षा रद्द की
24 Feb, 2025 02:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड में पहली बार मैट्रिक की परीक्षा में पेपर लीक के बाद 2 विषय की परीक्षाओं को रद्द किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार JAC बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में साइंस और हिन्दी का पेपर लीक हो गया था, जिसके बाद अब बोर्ड ने हिंदी और विज्ञान के पेपर को रद्द करने का निर्णय लिया है. बताया जा रहा है कि JAC बोर्ड ने परीक्षा रद्द करने का फैसला प्रश्न पत्र और वायरल हो रहे पेपर का मिलान करने के बाद लिया है. वहीं झारखंड के इतिहास में पहली बार 10वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद बाद अब विपक्ष हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साध रहा है.
वहीं इस मामले के बाद जैक अध्यक्ष ने कोडरमा और गिरिडीह उपायुक्त को जांच करने का आदेश दिया है. बोर्ड ने चौबीस घंटे के अंदर जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है. वहीं सोशल मीडिया से जुड़े पोर्टल से पूछताछ हो रही है. जैक अध्यक्ष एन हांसदा ने कहा कि पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया गया. 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है.
18 और 20 फरवरी को हुई परीक्षा रद्द
बता दें, झारखंड में 18 फरवरी को हिंदी और 20 फरवरी को विज्ञान की परीक्षा का आयोजन किया गया था. बताया जा रहा है कि हिंदी की परीक्षा से पहले सोशल मीडिया पर वार्षिक परीक्षा में पूछे गए कुछ प्रश्न वायरल हुए थे. पहले तो इसे जैक बोर्ड ने इस बार को खारिज कर दिया था. हालांकि गुरुवार को आयोजित विज्ञान विषय की परीक्षा से पहले बुधवार से ही व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से लोगों को 350 रुपए में विज्ञान विषय के प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा था. इसके बाद गुरुवार को प्रथम पाली में परीक्षा संपन्न होने के बाद जैक के द्वारा पूछे गए प्रश्नों से जब वायरल प्रश्न पत्रों का मिलान किया गया तो कई सवाल एक समान पाए गए. इसके बाद हिन्दी और साइंस की परीक्षा को रद्द कर दिया गया.
7 लाख से अधिक स्टूडेंट्स दे रहे परीक्षा
झारखंड एकेडमिक काउंसिल के संज्ञान में यह मामला आने के बाद काउंसिल के सचिव के द्वारा गुरुवार की दोपहर आदेश जारी कर 18 फरवरी को आयोजित हुई वार्षिक माध्यमिक परीक्षा के हिंदी और 20 फरवरी को संपन्न हुई विज्ञान विषय की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. जैक बोर्ड के द्वारा आदेश में बताया गया है कि रद्द किए गए विषयों की परीक्षा के आयोजन को लेकर अगली तिथि की घोषणा बाद में प्रकाशित की जाएगी. बता दें, झारखंड बोर्ड की परीक्षाएं पिछले सप्ताह 11 फरवरी को शुरू हुईं थीं. परीक्षा दो शिफ्टों में हो रही है. बोर्ड की परीक्षाएं 3 मार्च को समाप्त होनी हैं, हालांकि अब दो पेपर रद्द होने के बाद इन्हें आगे बढ़ाया जा सकता है. बता दें, इस बार करीब 7 लाख स्टूडेंट्स ने JAC बोर्ड मैट्रिक की परीक्षा में शामिल हो रहे हैं.
झारखंड में 24 फरवरी को 14.2 किलो गैस सिलेंडर की कीमतें: जानें अपने जिले की दर
24 Feb, 2025 02:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
24 फरवरी 2025 को झारखंड में 14.2 किलो का सिलेंडर कितने में मिल रहा है? सबसे सस्ता एलपीजी सिलेंडर आज कहां मिल रहा है? सबसे महंगा गैस सिलेंडर कहां मिल रहा है? आपके इन सवालों का जवाब आपको सिर्फ यहां मिलेगा. आईए, आपको बताते हैं कि आज यानी 24 फरवरी 2025 को सबसे सस्ता एलपीजी सिलेंडर पूर्वी सिंहभूम में मिल रहा है. अगर आप जमशेदपुर में रह रहे हैं, तो आज आपको 14.2 किलो का एलपीजी सिलेंडर 842.50 रुपए में मिल जायेगा. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) ने यह जानकारी दी है. इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर एलपीजी सिलेंडर की जो दरें बतायी गयीं हैं, उसके मुताबिक, हजारीबाग और कोडरमा जिले में एलपीजी सिलेंडर झारखंड में सबसे महंगा है. इन दोनों जिलों में घरेलू रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत आज 862 रुपए है. झारखंड की राजधानी रांची में 24 फरवरी को 14 किलो के एलपीजी सिलेंडर की कीमत 860.50 रुपए है. बोकारो, धनबाद, गिरिडीह और देवघर में एलपीजी सिलेंडर की कीमत जानना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि यहां 14.2 किलो का एलपीजी सिलेंडर 860.50 रुपए में मिल रहा है. चाईबासा में 14.2 किलो के एलपीजी सिलेंडर की कीमत 852 रुपए है. सरायकेला-खरसावां में इसी सिलेंडर की कीमत 843 रुपए है. चतरा जिले में अगर आप इस सिलेंडर को खरीदेंगे, तो इसके लिए आपको 859.50 रुपए चुकाने होंगे
झारखंड के राज्यपाल ने दी सरकार की योजनाओं की प्रशंसा, भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात
24 Feb, 2025 01:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से शुरू हो गया. सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण हुआ. जिसमें उन्होंने राज्य सरकार के उपलब्धियों का बखान किया. बजट सत्र से पहले राज्यपाल संतोष गंगवार को गार्ड ऑफ ऑनर देकर स्वागत किया गया. विपक्ष के विरोध के बीच सदन में राज्यपाल का अभिभाषण शुरू हुआ. जिसमें उन्होंने सरकार की मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना और अबुआ आवास योजना की तारीफ करते हुए इसे एक शानदार योजना बताया. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए प्रतिबद्ध है.
महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गयी मंईयां सम्मान योजना
राज्यपाल संतोष गंगवार ने अपने अभिभाषण कहा कि हमारी सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है. इसके तहत फूलो झानो आशीर्वाद योजना, मंईयां सम्मान योजना की शुरूआत की गयी. इसके अलावा हमारी सरकार अबुआ आवास योजना के तहत 31 मीटर में 3 कमरों वाला मकान बनाने के लिए 2 लाख रुपये की सहायता राशि देती है. साथ ही साथ किसानों के 2 लाख रुपये तक लोन कृषि ऋण माफी योजना के तहत माफ कर दिये गये.
रोजगार सुनिश्चित करने के लिए 81 भर्ती कैंप का आयोजन
झारखंड विधानसभा के सदन में राज्यपाल संतोष गंगवार ने सरकार द्वारा रोजगार की दिशा में किये गये कार्यों का भी बखान किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने को लेकर हमारी सरकार ने 63 रोजगार मेले में 81 भर्ती कैंप आयोजित किये. साथ ही सरकारी क्षेत्र में भी हर संभव लोगों को राजगार दिलाने का प्रयास जारी है. खादी ग्राम योजना के तहत भी लोगों को रोजगार दिलाने का प्रयास जारी है.
राज्यपाल ने बदलते इंफ्रास्ट्रक्चर का भी किया बखान
राज्यपाल ने झारखंड के विकास में बदलते इंफ्रास्ट्रक्चर का बखान करते हुए रांची में बन रहे कांटाटोली फ्लाइओवर का जिक्र किया. साथ ही रांची को स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर किये जा रहे कार्यों को भी बताया. उन्होंने कहा कि अभी राजधानी में ही लोगों पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 1430 डीप बोरिंग की जा रही है. एसटी एससी छात्रों के लिए जयपाल सिंह मुंडा स्कॉलरशिप योजना की शुरूआत की गयी है.
दुमका और बोकारो में लिया गया है 3 आवासीय विद्यालय बनाने का फैसला
राज्यपाल ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 3 आवासीय विद्यालय दुमका और बोकारो में बनाने का निर्णय लिया है. इसके अलावा मातृ भाषा आधारित सामाग्रियों को विकसित किया जा रहा है. अनाथ और दिव्यांग छात्रों के लिए वाल्मीकि छात्रवृति की शुरुआत की गयी है. 2100 से अधिक विद्यालयों में किचन गार्डन की स्थापना की गयी है. साथ ही आईसीटी कार्यक्रम के तहत डिजिटल स्मार्ट क्लास की उपलब्धता करायी गयी है.