उत्तर प्रदेश
जौनपुर में प्रेमिका की हत्या के बाद युवक ने गंगा में डुबकी लगाकर किया प्रायश्चित
3 Mar, 2025 02:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक युवक ने प्रेमिका की हत्या करने के बाद पापों का प्रायश्चित करने के लिए गंगा में डुबकी लगाई. मृतका की पहचान वाराणसी जिले के रोहनिया थाना क्षेत्र के मुरादेव गांव के जय कुमार निषाद की बेटी अनन्या साहनी (25) के रूप में हुई है. मामूली सी कहासुनी के बाद आरोपी युवक ने अपनी प्रेमिका के सिर पर लोहे की रॉड से वार कर दिया था, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. आरोपी ने शव को ठिकाने लगाने के लिए उसके सूटकेस में भरकर सड़क किनारे फेंक दिया था. जौनपुर में एक युवक ने अपनी प्रेमिका की लोहे की रॉड से हमला कर हत्या कर दी. इसके बाद उसने शव को ठिकाने लगाने के लिए लाल सूटकेस को जौनपुर शहर के जेसीज चौराहे और वाजिदपुर चौराहे के बीच कमला हॉस्पिटल के सामने कूड़े में फेंक दिया था. सूटकेस में महिला का शव मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया. मामले की जानकारी होते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और फिर मामले की जांच में जुट गई.
मृतका शॉपिंग मॉल में करती थी काम
पुलिस ने मृतका की पहचान अनन्या साहनी (25) के तौर पर की, जो कि वाराणसी जिले के रोहनिया थाना क्षेत्र के मुरदेव गांव की रहने वाली थी. अनन्या जौनपुर में स्टाइल बाजार शॉपिंग मॉल में काम करती थी और मछलीशहर में एक वकील के घर में अकेली रहती थी. साल 2019 से पहले अनन्या और विशाल के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. हालांकि, इस बीच जैसे ही अनन्या के परिवार को उसके प्यार की जानकारी हुई तो उन्होंने अनन्या की शादी कहीं और करा दी.
प्रेमी ने लोहे की रॉड से की हत्या
शादी के बाद ही अनन्या और विशाल चोरी छिपे मिला करते थे. इस बात की जानकारी होने के बाद अनन्या के पति ने उसे छोड़ दिया था. अनन्या अब भी विशाल से शादी करना चाहती थी, लेकिन परिवार वाले इस बात के लिए राजी नहीं थे. इस कारण वह अपना छोड़कर जौनपुर में आकर रहने लगी थी. 24 फरवरी को विशाल वाराणसी से अनन्या से मिलने उसके कमरे पर गया और पूरी रात वहीं रहा.
सूटकेस में भरकर फेंका शव
अगली सुबह उनमें झगड़ा हो गया. इस पर गुस्साए विशाल ने लोहे की रॉड से अनन्या के सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद विशाल ने उसने सबूत मिटाने और लाश को ठिकाने लगाने की योजना बनाई. उसने शव को एक लाल सूटकेस में बंद कर दिया और फिर उसे एक ई-रिक्शा में रखकर कमला अस्पताल के पास फेंक दिया और फिर मौके से फरार हो गया. सूटकेस में शव के मिलने की जानकारी होते ही पुलिस ने मामले की जांच में जुट गई थी.
हत्या के बाद गंगा में किया स्नान
पुलिस ने एक दिन के अंदर ही आरोपी विशाल को गिरफ्तार कर लिया है. जांच में सामने आया है कि आरोपी ने हत्या कर पापों का प्रायश्चित करने गंगा में स्नान किया था. साथ ही भगवान से माफी मांगते हुए सिर भी मुंडवा लिया था.
मेरठ में चौंकाने वाली घटना, दो ATM से बिना तोड़े लाखों रुपये गायब
3 Mar, 2025 02:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मेरठ के गांधी बाग के सब एरिया कैंटीन परिसर स्थित दो ATM से लाखों रुपये गायब कर दिए गए. हैरानी की बात ये है कि एटीएम से इतनी बड़ी रकम बिना एटीएम को तोड़े और बिना एटीएम के खोले ही गायब कर दी गई. ये पैसा भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के दो ATM से गायब किया गया था. शुरुआत में पुलिस को लूट की घटना लग रही थी, लेकिन फिर जो सच सामने आया उससे सब हैरान रह गए. इतनी बड़ी रकम और किसी ने नहीं बल्कि एटीएम में पैसे लोड करने वाली सिक्योर वैल्यू कंपनी के कस्टोडियन ने ही गायब की थी, यानी जो शख्स ATM में पैसा डालता है. उसी ने पैसा गबन कर लिया था. पैसा डालने वाला ही लूटेरा निकला. उसने ही अपने एक साथी के साथ मिलकर ये गबन किया. कस्टोडियन ने शातिर तरीके से ATM के पासवर्ड से लॉक खोलकर ये पैसे निकाल लिए.
35.47 लाख रुपये निकाले
इसके बाद उसने SBI के ATM से 35.47 लाख रुपये निकालकर बैंक ऑफ बड़ौदा के ATM में जमा कर दिए. हालांकि अब कस्टोडियन को गिरफ्तार कर लिया गया है और बैंक ऑफ बड़ौदा में डाली गई रकम को भी सीज कर दिया है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और सबूतों के आधार पर सिक्योर वैल्यू कंपनी के कस्टोडियन को गिरफ्तार किया.
14 लाख रुपये बरामद किए
कस्टोडियन का नाम शुभांशु शर्मा है, जो हापुड़ का रहने वाला है. उसके साथी को भी गिरफ्तार किया गया है, जो मेरठ का ही रहने वाला है. पुलिस ने शुभांशु के पास से 14 लाख रुपये बरामद किए हैं. सब एरिया कैंटीन परिसर स्थित एसबीआई और उमराव एन्क्लेव स्थित गुरुद्वारा के पास स्थित एटीएम से निकाले गए 35.47 लाख रुपये शुभांशु ने बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम में डाले थे.
दो लोगों को किया गिरफ्तार
अब ने पुलिस ने बैंक ऑफ बड़ौदा में 35.47 लाख रुपये सीज कर दिया है. साथ ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अब दोनों गिरफ्तार बैंक अधिकारियों से पूछताछ कर रही है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उन्होंने और कितने रुपये गबन किए हैं. इसके साथ ही ये भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इन ATM के अलावा किसी और ATM में तो इस तरह से पैसे गबन नहीं किए गए हैं.
मायावती की बड़ी कार्रवाई: आकाश आनंद को सियासी उत्तराधिकारी पद से हटाया
3 Mar, 2025 02:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने रविवार को अपने भतीजे आकाश आनंद के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया. उन्होंने आकाश को राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर से लेकर अपने सियासी उत्तराधिकारी पद से मुक्त कर दिया. मायावती की इस कार्रवाई के बाद आकाश आनंद ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने मायावती के फैसले का सम्मान करने की बात कही. साथ ही उन्होंने विरोधियों को भी जवाब दिया.
पोस्ट में आकाश आनंद ने क्या लिखा?
आकाश ने लिखा, मैं मायावती जी का कैडर हूं, और उनके नेतृत्व में मैंने त्याग, निष्ठा और समर्पण के कभी ना भूलने वाले सबक सीखे हैं, ये सब मेरे लिए केवल एक विचार नहीं, बल्कि जीवन का उद्देश्य हैं. आदरणीय बहन जी का हर फैसला मेरे लिए पत्थर की लकीर के समान है, मैं उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं उस फैसले के साथ खड़ा हूं.
उन्होंने आगे लिखा, मायावती द्वारा मुझे पार्टी के सभी पदों से मुक्त करने का निर्णय मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भावनात्मक है, लेकिन साथ ही अब एक बड़ी चुनौती भी है, परीक्षा कठिन है और लड़ाई लंबी है. ऐसे कठिन समय में धैर्य और संकल्प ही सच्चे साथी होते हैं. बहुजन मिशन और मूवमेंट के एक सच्चे कार्यकर्ता की तरह, मैं पार्टी और मिशन के लिए पूरी निष्ठा से काम करता रहूंगा और अपनी आखिरी सांस तक अपने समाज के हक की लड़ाई लड़ता रहूंगा.
विरोधियों को दिया जवाब
आकाश ने लिखा, कुछ विरोधी दल के लोग ये सोच रहे हैं कि पार्टी के इस फैसले से मेरा राजनीतिक करियर समाप्त हो गया, उन्हें समझना चाहिए कि बहुजन मूवमेंट कोई करियर नहीं, बल्कि करोड़ों दलित, शोषित, वंचित और गरीबों के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान की लड़ाई है. यह एक विचार है, एक आंदोलन है, जिसे दबाया नहीं जा सकता. इस मशाल को जलाए रखने और इसके लिए अपना सब कुछ न्यौछावर करने के लिए लाखों आकाश आनंद हमेशा तैयार हैं.
आकाश सभी जिम्मेदारियों से मुक्त
मायावती ने रविवार को आकाश आनंद को पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया. मायावती ने कहा कि अब उनकी आखिरी सांस तक पार्टी में उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा. मायावती ने आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ को पिछले महीने पार्टी से निष्कासित किये जाने के बाद यह कदम उठाया. पूर्व मुख्यमंत्री ने राजधानी लखनऊ में हुई बसपा की राष्ट्रीय स्तर की बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा कि पार्टी हित में आकाश आनंद को इसकी सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है. बयान में कहा गया है कि इस कार्रवाई के लिए पार्टी नहीं, बल्कि पूर्ण रूप से उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ जिम्मेदार हैं. मायावती ने सिद्धार्थ को पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर पिछले महीने बसपा से निष्कासित कर दिया था. मायावती ने पूर्व में आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था, लेकिन पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के दौरान एक विवादित बयान देने को लेकर उन्होंने अपने भतीजे से यह ओहदा वापस ले लिया था. हालांकि बाद में, मायावती ने उन्हें फिर से अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था.
चंबल की कुख्यात दस्यु सुंदरी कुसमा नाइन का इलाज के दौरान निधन
3 Mar, 2025 01:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कुसमा नाइन: किसी समय चंबल की घाटी में आतंक मचाने वाली कुख्यात दस्यु सुंदरी कुसमा नाइन की इलाज के दौरान मौत हो गई. वह इटावा जिला जेल में सजा काट रही थी. पूर्व डकैत कुसमा नाइन ने उपचार के दौरान लखनऊ पीजीआई में आखिरी सांस ली. एक महीने पहले तबियत खराब होने पर उसे इटावा जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. प्राथमिक उपचार के बाद कुसमा को सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी रैफर किया गया. डॉक्टरों की टीम ने उसको लखनऊ पीजीआई रेफर कर दिया, जहां उसका लगातार उपचार चल रहा था. करीब एक महीने इलाज चलने के बाद लखनऊ पीजीआई में कुसमा ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. इटावा जिला जेल अधीक्षक ने मौत की पुष्टि करते हुए बताया है कि कुशमा इटावा जिला जेल में लंबे समय से बंद थी. बीमारी के चलते उसको उपचार के लिए भेजा गया, लेकिन बीते शनिवार को उसकी लखनऊ पीजीआई में मौत हो गई.
20 साल से थी जेल में
कुसमा नाइन इटावा जेल में करीब 20 वर्ष से आजीवन की सजा काट रही थी. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में आतंक का पर्याय रहे कुख्यात डकैत रामआसरे उर्फ फक्कड़ और उसकी सहयोगी पूर्व डकैत सुंदरी कुसमा नाइन सहित पूरे गिरोह ने मध्य प्रदेश के भिंड जिले के दमोह पुलिस थाने की रावतपुरा चौकी पर जून 2004 समर्पण कर दिया था. भिंड के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक साजिद फरीद शापू के समक्ष गिरोह के सभी सदस्यों ने बिना शर्त समर्पण किया था. गिरोह ने उत्तर प्रदेश में करीब 200 से अधिक और मध्य प्रदेश में 35 अपराध किए थे.
UP और MP पुलिस ने किया था इनाम घोषित
कुसमा नाइन पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 20 हजार और मध्य प्रदेश ने 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था. कानपुर निवासी फक्कड़ की सहयोगी कुसमा नाइन जालौन जिले के सिरसाकलार की रहने वाली है. समर्पण करने वाले गिरोह के अन्य सदस्यों में मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले का राम चंद वाजपेयी, इटावा के संतोष दुबे, कमलेश वाजपेयी, भूरे सिंह यादव और मनोज मिश्रा, कानपुर का कमलेश निषाद और जालौन का भगवान सिंह बघेल शामिल रहे, जिसके बाद से वह इटावा जिला जेल में सजा काट रही थी।
फूलन देवी ने 22 लोगों को भूना
मई 1981 में फूलन देवी, डाकू लालाराम और श्रीराम से अपने गैंग रेप का बदला लेने के लिए बेहमई गांव गई. दोनों वहां नहीं मिलते, लेकिन फिर भी फूलन ने 22 ठाकुरों को लाइन से खड़ा करके गोली मार दी थी. इस घटना ने पूरे देश में सनसनी फैला दी थी. इस कांड के बाद लालाराम और उसकी माशूका बन चुकी कुसुमा बदला लेने के लिए उतावले होने लगे थे. उधर, बेहमई कांड के एक साल बाद यानी साल 1982 में फूलन आत्मसमर्पण कर देती है. इस बीच लालाराम और कुसुमा का गैंग एक्टिव रहता है.
कुसुमा ने लिया बदला, 15 लोगों को मारा
साल 1984 में कुसुमा, फूलन देवी के बेहमई कांड का बदला लेती है. फूलन के दुश्मन लालाराम के प्रेम में डूबी कुसुमा अपनी गैंग के साथ औरैया के अस्ता गांव पहुंचती है. गांव में 15 मल्लाहों को लाइन से खड़ा कर गोली मार दी गई और उनके घरों को आग के हवाले कर दिया. 1996 में इटावा जिले के भरेह इलाके में कुसुमा नाइन ने संतोष और राजबहादुर नाम के मल्लाहों की आंखें निकाल ली थीं और उन्हें जिन्दा छोड़ दिया था. कुसुमा की क्रूरता के कारण डकैत उसे यमुना-चंबल की शेरनी कह कर बुलाने लगे थे.
कुसुमा जिन लोगों का अपहरण करती उनके साथ बहुत बुरा बर्ताव करती थी. चूल्हे में लगी जलती हुई लकड़ी को निकाल कर उनके बदन को जलाती थी. जंजीरों से बांध कर उन्हें हंटर से मारा करती थी. कुसुम नाइन की मौत की खबर सुनकर गांव में लोगों से खुशी जताई है.
सहारनपुर: दारुल उलूम देवबंद ने छात्रों के स्मार्टफोन इस्तेमाल पर लगाया प्रतिबंध
3 Mar, 2025 01:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में स्थित दारुल उलूम देवबंद इस्लामी शिक्षा के लिए विश्व प्रसिद्ध केंद्र है. इसमें दाखिले लेने के लिए देश दुनिया से हर साल हजारों छात्र अप्लाई करते हैं. इस बार भी इसके नए शैक्षणिक सत्र के लिए दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर दी है. दुनिया भर से छात्र यहां तालीम हासिल करने के लिए आते हैं. इसी के मद्देनजर, संस्थान ने छात्रों के लिए नई गाइडलाइन जारी की हैं, जिसमें स्मार्टफोन के उपयोग पर सख्त पाबंदी लगाई गई है.
दारुल उलूम देवबंद प्रशासन ने छात्रों के स्मार्टफोन इस्तेमाल करने पर रोक लगा दिया है. इस संबंध में प्रशासन ने एक नोटिस जारी करके जानकारी दी है. इसमें बताया गया है कि छात्रों स्मार्टफोन इस्तेमाल करने पर रोक रहेगी. कोई स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसका मोबाइल जब्त कर लिया जाएगा. दारुल उलूम के इस फरमान पर मशहूर देवबंदी उलेमा मौलाना कारी इसहाक गोरा ने बताया कि यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि बच्चे किताबों से पढ़ें और अपने वक्त का सही इस्तेमाल करें.
क्यों लगाय गया स्मार्टफोन पर बैन?
दारुल उलूम चाहता है कि छात्र पूरी तरह से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें और बाहरी डिस्ट्रक्शन से बचें. स्मार्टफोन के बजाय छात्रों को किताबों और अन्य शैक्षिक साधनों पर निर्भर रहना होगा. दारुल उलूम प्रशासन ने इस नियम का उद्देश्य इस्लामी तालीम को बेहतर बनाना और छात्रों को अनुशासित माहौल प्रदान करना है. यह फैसला आधुनिक टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग और उससे होने वाले संभावित नुकसान को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
एडमिशन के लिए ऑनलाइन होता रजिस्ट्रेशन
दाखिला लेने वाले छात्रों को इन नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा. यदि कोई ऐसा नहीं करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके पहले भी यहां डिजिटल गैजेट्स और मॉडर्न टेक्नोलॉजी को लेकर सख्त नियम लागू किए जा चुके हैं. आपको बता दें कि दारुल उलूम में एडमिशन लेने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होता है. इसके बाद परीक्षा होती है, जिसमें पास होने वाले छात्रों को ही एडमिशन मिलता है.
बिहार विधान परिषद के सभापति ने की यूपी सरकार की तारीफ, महाकुंभ की सफलता पर दी बधाई
2 Mar, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने यूपी सरकार को प्रयागराज में महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए बधाई दी है। बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के उद्घाटन के दिन परिषद के सभापति ने सदन को संबोधित करते हुए महाकुंभ का जिक्र किया। सिंह ने कहा कि हम प्रयागराज में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रतीक महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए यूपी सरकार को धन्यवाद देते हैं। प्रशासन को करीब 65 करोड़ तीर्थयात्रियों के आगमन को प्रबंधित करने में बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। महाकुंभ की सफलता ने दुनिया को भारत की नेतृत्व क्षमता का लोहा मनवाया है।
सभापति ने प्रसन्नता व्यक्त की कि विधान परिषद सचिवालय में प्रतिनियुक्त सुरक्षाकर्मी शिवानी कुमारी ने हाल ही में चंडीगढ़ में आयोजित अखिल भारतीय एथलेटिक्स मीट में स्वर्ण पदक जीता, जो बिहार के लिए गर्व की बात है। सिंह ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार द्वारा की गई राज्यव्यापी प्रगति यात्रा की भी सराहना की, जिसमें बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ धार्मिक स्थलों और पर्यटन स्थलों के कायाकल्प की योजनाएं शामिल थीं।
उन्होंने कहा कि राज्य को पिछले महीने संसद और राज्य विधानसभाओं के पीठासीन अधिकारियों के 85वें सम्मेलन की मेजबानी करने पर गर्व है। बिहार विधानसभा में अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने भी अपने संबोधन में सम्मेलन का उल्लेख किया। विधान परिषद के सभापति ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब तक 1,600 करोड़ रुपए वितरित किए जाने से राज्य के 75 लाख किसानों को लाभ मिला है।
दो महीने से स्टोर में बंद पड़ी है सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन
2 Mar, 2025 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। सर्वाइकल कैंसर से करीब 93 प्रतिशत सुरक्षा देने वाले एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) टीकाकरण अब तक व्यवस्थित रूप से शुरू नहीं हो सका है। जिले को दो से ढाई माह पूर्व 1260 वाइल की पहली खेप मिली थी, लेकिन अब तक पीएमसीएच, एनएमसीएच व गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में ही कुछ बच्चियों-किशोरियों को इसका लाभ मिल सका है।1200 डोज अब तक सिविल सर्जन कार्यालय स्थित भंडारगृह में रखी हुई हैं। सिविल सर्जन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में स्कूलों से चिह्नित बच्चियों-किशोरियों के टीकाकरण के लिए पीएमसीएच व आइजीआइएमएस में टीकाकरण शुरू करने पर सहमति बनी थी। इन संस्थानों को हर दिन 20-20 वाइल मुहैया करानी थी और उसका पूरा ब्योरा देना था।
इसके बजाय कुछ संस्थान 200 से 300 वाइल एक साथ मुहैया कराने का दबाव बना रहे थे। पहली खेप में जिले को कुल 1260 डोज एचपीवी वैक्सीन मिलने व महंगी होने के कारण उचित निगरानी में परेशानी के कारण सिविल सर्जन कार्यालय इस पर तैयार नहीं हुआ।बताते चलें कि पहले चरण में स्कूलों में पढ़ने वालीं 9 से 15 वर्ष की बालिकाओं-किशोरियों का मुफ्त टीकाकरण किया जाना है। मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना के तहत पहले चरण में पटना, नालंदा, सिवान व मुजफ्फरपुर जिलों में मुफ्त एचपीवी टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है। इसके बाद दूसरे जिलों में शुरू किया जाना था।
पूर्व में योजना बनी थी कि पीएमसीएच का कोई स्वास्थ्य प्रबंधक या सिविल सर्जन कार्यालय का कोई व्यक्ति हर डोज सही बालिका को ही मिले, इसकी निगरानी करेगा। भंडारगृह में पहुंची वैक्सीन में अधिकतम मूल्य दो हजार रुपये लिखा हुआ है, इस कारण इसकी चोरी भी हो सकती है।स्वदेशी सेरवावैक ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) जो प्रदेश में दी जाएगी, उसे सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया ने जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से विकसित किया है।यह वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर के कारक एचपीवी के चार प्रमुख स्ट्रेन 6, 11, 16 व 18 से सुरक्षा देता है। उम्र के आधार पर डाक्टरों के परामर्श अनुसार दो या तीन खुराक बाएं हाथ के ऊपरी हिस्से में मांस में दी जाती हैं।
ट्रैक्टर ने युवक को कुचला, लोगों ने लगा दी आग, मची अफरा-तफरी
2 Mar, 2025 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार की राजधानी पटना में फतुहा चौराहे पर एक ट्रैक्टर की टक्कर से युवक की मौत हो गई। युवक की मौत के बाद स्थानीय लोग भड़क गए और उन्होंने ट्रैक्टर में आग लगा दी। सूचना मिलते ही पुलिस की मौके पर पहुंची और फायर ब्रिगेट को बुलाकर आग पर काबू पाया। गुस्साई भीड़ को हटाने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस शव की शिनाख्त में जुटी हुई है। पुलिस ने ट्रैक्टर को कब्जे में ले लिया है।
जानकारी के मुताबिक पटना के फतुहा चौराहे पर शुक्रवार देर रात एक ट्रैक्टर ने युवक को कुचल दिया जिससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं हादसे के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने ट्रैक्टर में आग लगा दी। आगजनी की घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई और यातायात बाधित हो गया। पुलिस को सूचना मिली तो एसडीपीओ दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए।
पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की और इसी बीच फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंच गई आग पर काबू पाया। फतुहा एसडीपीओ ने बताया कि एक ट्रैक्टर की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई है। ट्रैक्टर को जब्त कर लिया गया है। ट्रैक्टर सीमेंट से लदा था। ट्रैक्टर मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
15 साल पुरानी गाड़ी चलाने की इजाजत नहीं तो 20 साल पुरानी सरकार क्यों चलेगी
2 Mar, 2025 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को नीतीश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब 15 साल पुरानी गाड़ी के चलाने की इजाजत नहीं है तो 20 साल पुरानी सरकार क्यों चलेगी। दरअसल, इस साल बिहार में विधानसभा चुनाव होना हैं, जिसे लेकर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। तेजस्वी ने एनडीए सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने एक्स पर लिखा कि बिहार में 15 साल पुरानी गाड़ी चलाने की इजाजत नहीं है क्योंकि वह ज़्यादा धुंआ फेंकती है, प्रदूषण बढ़ाती है, जनता के लिए हानिकारक है तो फिर एनडीए की 20 साल पुरानी जोड़-तोड़, पलटा-पलटी वाली खटारा सरकार क्यों चलेगी? 20 सालों की नीतीश सरकार ने बिहार के हर गली-हर टोला-हर गांव में गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध और पलायन रूपी भयंकर प्रदूषण फैला दिया है। उन्होंने लिखा कि नीतीश-बीजेपी सरकार ने 20 सालों में दो पीढ़ियों का जीवन बर्बाद कर दिया है। अब यह सरकार बिहार के लोगों पर बोझ बन चुकी है। अब इसे बदलना बहुत जरुरी है।
राजद नेता तेजस्वी ने आगे लिखा-बिहार के युवाओं ने ठान लिया है कि अब 20 साल पुरानी खटारा, जर्जर, बीमार और थकी हुई अविश्वसनीय नीतीश-एनडीए की सरकार को हटाकर नई सोच, नए विजन, नए जोश और नई दिशा वाली युवा और नौकरी-रोजगार व विकास कार्यों को समर्पित विश्वसनीय जुनूनी सरकार को लाना है और नया बिहार बनाना है। तेजस्वी यादव सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरते रहे हैं। कानून व्यवस्था को लेकर वे आपराधिक घटनाओं का आंकड़ा भी जारी करते रहे हैं।
सीएम नीतीश के बेटे निशांत की राजनीति में एंट्री, मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर हुआ सब साफ
1 Mar, 2025 04:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के सीएम नीतीश कुमार का आज 75वां जन्मदिन है. आज मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर उनकी पार्टी के कार्यकर्ता काफी उत्साहित दिखे. हर बार की तरह कार्यकर्ताओं ने केक काटकर उनका जन्मदिन मनाया. बता दें सीएम नीतीश के जन्मदिन पर जेडीयू कार्यकर्ताओं ने पटना के राजवंशी नगर स्थित महावीर मंदिर में पूजा अर्चना की और गरीबों के बीच फल और मिठाईयां बांटी. इसी बीच बीते कई दिनों से सीएम नीतीश के बेटे निशांत की राजनीति में एंट्री को लेकर एक और संकेत मिले हैं. बर्थडे मनाने के दौरान कार्यकर्ताओं ने जो पोस्टर लगवाए हैं उनमें सीएम नीतीश के साथ-साथ उनके बेटे निशांत कुमार की भी तस्वीर दिखाई दे रही है.
मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर कार्यकर्ताओं में उत्साह
अब इस पोस्टर के सामने आने के बाद निशांत कुमार की सक्रिय राजनीति में आने की चर्चा ने और जोर पकड़ लिया है. हालांकि इसपर खुद सीएम नीतीश ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
निशांत की राजनीति में इंट्री को लेकर पशुपति पारस ने दी प्रतिक्रिया
दूसरी तरफ बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इसको लेकर तमाम पार्टियों ने अपने-अपने हिस्से की तैयारी शुरू कर दी है. वार-पलटवार का दौर जारी है. इसी बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और RLJP के नेता पशुपति पारस ने सीएम नीतीश के बेटे निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा अगर निशांत राजनीति में आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. साथ ही दलित सेना और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को चुनाव लड़ना चाहिए. उन्होंने बीजेपी पर सीएम नीतीश की पार्टी जदयू को कमजोर करके खत्म करने का आरोप लगाया है.
आगरा में इंजीनियर ने की आत्महत्या, वायरल वीडियो में पत्नी पर लगाया अवैध संबंध का आरोप
1 Mar, 2025 02:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आगरा/मुंबई: आगरा के 25 वर्षीय तकनीकी विशेषज्ञ मानव शर्मा ने अपनी पत्नी पर बेवफाई का आरोप लगाने के बाद कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। शर्मा, कथित तौर पर मुंबई में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में एक कर्मचारी थे, 24 फरवरी की सुबह आगरा में अपने घर पर लटके हुए पाए गए। आत्महत्या करने से पहले, उन्होंने एक परेशान करने वाला वीडियो रिकॉर्ड किया, जो अब सोशल मीडिया पर घूम रहा है, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी को दोषी ठहराया और समाज से पुरुषों के संघर्ष को स्वीकार करने का आग्रह किया। लगभग सात मिनट के वीडियो में, शर्मा ने अपने वैवाहिक मुद्दों पर अपनी पीड़ा व्यक्त की, दावा किया कि उनकी पत्नी किसी और के साथ संबंध में थी। उन्होंने अधिकारियों से पुरुषों के लिए कानूनी सुरक्षा को मजबूत करने की गुहार लगाई, चेतावनी दी कि वे समाज में तेजी से कमजोर होते जा रहे हैं। "यह अधिकारियों के लिए है। कानून को पुरुषों की रक्षा करने की आवश्यकता है ... मेरी पत्नी किसी अन्य व्यक्ति के साथ संबंध में थी ... लेकिन मैं क्या कर सकता हूँ? अब इससे कोई फर्क नहीं पड़ता," उन्होंने कहा। "कृपया पुरुषों के बारे में सोचें। मुझे खेद है, सभी ... वे बहुत अकेले हो जाते हैं। मेरे जाने के बाद सब ठीक हो जाएगा। मैंने पहले भी आत्महत्या का प्रयास किया है,” उन्होंने अपनी कलाई पर पिछले आत्म-क्षति प्रयासों के निशान दिखाते हुए कहा।
वीडियो के अंत में, उन्होंने अंतिम निवेदन किया: “मेरी मृत्यु के बाद मेरे माता-पिता को मत छूना।”
पुलिस जांच और विलंबित कार्रवाई
वीडियो 27 फरवरी को सोशल मीडिया के माध्यम से आगरा पुलिस के ध्यान में आया। डीसीपी आगरा सूरज राय ने कहा, “वीडियो का संज्ञान लेते हुए, शिकायत के संबंध में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।” उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी तथ्यों और आरोपों की जांच की जाएगी और सबूतों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले, शर्मा के परिवार ने सदर बाजार पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करने का प्रयास किया था, लेकिन अधिकारियों ने कथित तौर पर महा शिवरात्रि की ड्यूटी का हवाला देते हुए इनकार कर दिया था। इसके बाद परिवार ने मामले को मुख्यमंत्री के पोर्टल पर उठाया, जिस पर कार्रवाई की गई। गुरुवार रात को व्हाट्सएप शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया और औपचारिक जांच शुरू की गई।
परिवार के आरोप
शर्मा के पिता नरेंद्र कुमार शर्मा, जो भारतीय वायुसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, ने ईटीवी भारत को बताया कि उनका बेटा वैवाहिक समस्याओं से जूझ रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि मानव को उसकी पत्नी से धमकियाँ मिल रही थीं, जिसमें उसे झूठे कानूनी मामलों में फंसाने की चेतावनी दी जा रही थी, जिससे वह फंसा हुआ महसूस कर रहा था। उसके पिता ने बताया कि अपनी मौत से एक दिन पहले, शर्मा अपनी पत्नी के साथ मुंबई से आगरा गया था और उसे उसके मायके में छोड़ आया था। परिवार का मानना है कि उसके रिश्ते से जुड़े मुद्दों के कारण मानसिक तनाव ने आखिरकार उसे यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया।
पत्नी के आरोप
शर्मा की पत्नी निकिता शर्मा ने आरोपों का खंडन करते हुए दावा किया कि मानव का शराब पीने और हिंसक व्यवहार का इतिहास रहा है। उन्होंने मीडिया से कहा, "जिस दिन उसने आत्महत्या की, उस दिन उसने मुझे मेरे मायके में छोड़ दिया था। उसने मेरे बारे में जो भी दावे किए हैं, वे मेरे अतीत के बारे में हैं। इसका हमारी शादी के बाद किसी भी चीज़ से कोई लेना-देना नहीं है।" उसने आगे दावा किया कि शर्मा ने पहले भी कई बार आत्महत्या का प्रयास किया था और उसने उसे बचाने के लिए कम से कम तीन बार हस्तक्षेप किया था। "मैंने उसे किनारे से वापस खींच लिया और यहाँ ले आई। लेकिन अंत में, वह ही था जिसने मुझे मेरे माता-पिता के घर पर छोड़ दिया," उसने कहा।
उसने यह भी आरोप लगाया कि शर्मा के परिवार ने उसके मानसिक स्वास्थ्य संघर्षों को अनदेखा कर दिया, जबकि उसने उन्हें उसके बार-बार खुद को नुकसान पहुँचाने के प्रयासों के बारे में बताया था। समाचार एजेंसी के अनुसार, सदर बाज़ार पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई एफआईआर में मृतक और उसकी पत्नी के बीच तनावपूर्ण संबंधों का उल्लेख है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे परिवार के आरोपों और पत्नी के दावों दोनों की जाँच कर रहे हैं।
मानव शर्मा कौन था?
उसके लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, शर्मा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में एक वरिष्ठ प्रक्रिया सहयोगी था। TCS में शामिल होने से पहले, उन्होंने विभिन्न संगठनों में प्रतिभा अधिग्रहण विशेषज्ञ के रूप में काम किया। वह चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज के पूर्व छात्र थे। इस मामले ने भारत में पुरुषों के लिए मानसिक स्वास्थ्य, वैवाहिक विवादों और कानूनी सुरक्षा पर चर्चा को फिर से शुरू कर दिया है।
लखनऊ के पॉलिटेक्निक चौराहे का इतिहास, क्यों है यह शहर का सबसे खूबसूरत चौराहा?
1 Mar, 2025 01:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ पॉलिटेक्निक चौराहा: बहुत सारे चौराहे हैं, लेकिन इन दिनों सबसे सुंदर और मशहूर चौराहा है पॉलिटेक्निक चौराहा. नगर निगम और लखनऊ विकास प्राधिकरण ने मिलकर इस चौराहे को बहुत खूबसूरत बनाया है. यहां डिवाइडर पर हरियाली बहुत अच्छी है और एलईडी स्क्रीन पर तरह-तरह के मनमोहक प्रसारण होते रहते हैं. साफ-सफाई भी यहां काबिले तारीफ है.
पॉलिटेक्निक चौराहे का क्या है इतिहास
पॉलिटेक्निक चौराहे का नाम यहां स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के नाम पर पड़ा है. 1892 में स्थापित यह कॉलेज लखनऊ के इसी चौराहे पर है, इसलिए लोग इसे पॉलिटेक्निक चौराहा बुलाने लगे.
कहां के लिए मिलती है बसें
यह चौराहा लखनऊ के चारबाग स्टेशन से 12 किलोमीटर दूर अयोध्या मार्ग पर है. यहां से आपको शहर के किसी भी कोने में जाने के लिए 24 घंटे ऑटो मिल जाएंगे. अयोध्या या रास्ते में पड़ने वाले जिलों जैसे गोंडा, बस्ती आदि जाने के लिए सरकारी और प्राइवेट बसें भी यहीं से मिलती हैं. राम जन्मभूमि अयोध्या यहाँ से सिर्फ डेढ़ घंटे की दूरी पर है. पॉलिटेक्निक चौराहे पर यहाँ आने-जाने में कोई परेशानी नहीं होती क्योंकि यहां 24 घंटे ऑटो और बसें मिल जाती हैं.
नोएडा में IIT बाबा के साथ बदसलूकी, डंडे से मारने और कमरे में बंद करने का आरोप
1 Mar, 2025 12:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ के दौरान सुर्खियों में आए आईआईटी बाबा ने एक न्यूज चैनल में डिबेट के दौरान मारपीट का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि न्यूज डिबेट के दौरान उनके साथ बदसलूकी की गई. वहीं, उन्होंने स्थानीय पुलिस पर भी इस मामले में उदासीनता दिखाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि नोएडा सेक्टर 126 के थाने में जाकर पुलिस अफसरों से शिकायत की, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली और थाने से वापस लौटा दिया.
इस मामले में आईआईटी बाबा ने कहा कि 28-02-2025 को मुझे एक प्राइवेट न्यूज चैनल ने इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया. इंटरव्यू के दौरान लोगों ने मेरे साथ बदसलूकी की. इस दौरान बाहर से कुछ भगवा वेश धारण किए लोग न्यूज रूम के अंदर आए और मेरे साथ हाथापाई की. मुझे जबरदस्ती एक कमरे के भीतर बंद करने का प्रयास किया गया. इस मौके वहां मौजूद स्वामी वेदमूरती नंद सरस्वती नाम के एक भगवाधारी शख्स ने मुझ पर डंडे से प्रहार भी किया. पूरी घटना के दौरान मैने इंस्टाग्राम पर वीडियो चालू कर दिया था.
कौन हैं IIT बाबा?
आईआईटी बाबा का असली नाम अभय सिंह है. हरियाणा के रहने वाले अभय सिंह महाकुंभ के दौरान दिए एक इंटरव्यू से वायरल हुए. अभय सिंह कभी आईआईटी बॉम्बे से डिग्री प्राप्त एक एयरोस्पेस इंजीनियर थे. उनके पास कनाडा में एक हाई पेइंग जॉब थी, लेकिन उन्होंने इस सब को छोड़कर अध्यात्म के रास्ते पर चलने का फैसला किया. इसी दौरान वह आईआईटी बाबा बन गए और खूब मशहूर हो गए. अभय सिंह विवादों में भी बने रहे हैं. उन्हें जूना अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया था.
वीडियो हुआ था वायरल
हाल ही में भारत और पाकिस्तान के मैच से पहले का भी उनका एक वीडियो एक सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था, जिसमें वह भारत के हारने का दावा कर रहे थे. अपनी भविष्यवाणी में आईआईटी बाबा ने कहा था कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 भारतीय टीम पाकिस्तान से हार जाएगी. हालांकि, आईआईटी बाबा की ये भविष्यवाणी गलत साबित हुई और 23 फरवरी को टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 6 विकेट से हराकर शानदार जीत हासिल की.
AMU में चंद्रशेखर आजाद के कार्यक्रम में हंगामा, छात्र ने लगाए गंभीर आरोप
1 Mar, 2025 12:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में शुक्रवार को टीचर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद शामिल होने पहुंचे थे. यह कार्यक्रम उनके लिए मुस्लिम समुदाय के बीच एक और संदेश देने का मौका था. इस दौरान एएमयू छात्र अपने कुछ साथियों के साथ वहां पहुंचा और उनसे सवाल करने की कोशिश की. इस बीच हालात इतने बिगड़ गए कि धक्का-मुक्की तक की नौबत आ गई.
छात्र का आरोप और वीडियो से शुरू हुआ बवाल हंगामा तब शुरू हुआ जब यह छात्र अपने फोन में एक वीडियो दिखाते हुए चंद्रशेखर से सवाल करने लगा. उसने दावा किया कि चंद्रशेखर आजाद मुस्लिम समुदाय को गुमराह कर रहे हैं और उनकी विचारधारा संघी से प्रेरित है. छात्र ने चंद्रशेखर के कथित तौर पर मंदिर बनवाने वाले बयान का हवाला देते हुए उन पर निशाना साधा. वीडियो में वह चंद्रशेखर को घेरने की कोशिश करता दिखा. लेकिन वह अपनी बात पर अड़ा रहा. आयोजकों और समर्थकों ने उसे हटाने की कोशिश की, लेकिन छात्र टस से मस नहीं हुआ. इसके बाद चंद्रशेखर के समर्थक वहां पहुंचे और दोनों पक्षों के बीच तीखी झड़प शुरू हो गई.
मेरी लड़ाई सत्ता से है
हंगामे के बीच जब चंद्रशेखर से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मेरी लड़ाई इन लोगों से नहीं बल्कि सत्ता में बैठे उन लोगों से है जो अन्याय फैला रहे हैं. हवाएं मेरे खिलाफ हैं. लेकिन मैं तब तक लड़ता रहूंगा जब तक मेरे जैसे लाखों लोग यह न मान लें कि देश में संविधान का राज स्थापित हो गया है.' लित-मुस्लिम गठजोड़ की कोशिशें चंद्रशेखर आजाद इन दिनों दलित-मुस्लिम एकता को मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. वे लगातार मुस्लिम समुदाय को साधने की कोशिश में जुटे हैं. हाल ही में उनकी सपा नेता आजम खान के परिवार के साथ नजदीकियां भी चर्चा में रही हैं. विश्लेषकों का मानना है कि अगर चंद्रशेखर इस गठजोड़ में सफल रहे तो इसका असर सपा और अखिलेश यादव की राजनीति पर पड़ सकता है.
यूपी में स्वास्थ्य विभाग में 11 चिकित्सा अफसरों के तबादले, नई जिम्मेदारी सौंपी
1 Mar, 2025 11:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में लगातार तबादलों का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को एक बार फिर तबादला एक्सप्रेस चली है। इस बार स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। तबादलों के क्रम में अलग-अलग जिलों में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद पर तैनात अधिकारी को मुख्य चिकित्साधिकारी की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। इसके अलावा कुछ मुख्य चिकित्सा अधिकारी को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। डॉ. सुरेश कुमार को सीतापुर जिले का मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया गया है। तबादलों के क्रम में 8 अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को मुख्य चिकित्साधिकारी नियुक्त किया गया है। मुजफ्फरनगर के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बृजेन्द्र कुमार सिंह को इटावा जिले का मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया गया है। जबकि डॉ. राजीव निगम को बस्ती का नया मुख्य चिकित्साधिकारी नियुक्त किया गया है। इसी तरह बरेली के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुरेश कुमार को सीतापुर का मुख्य चिकित्साधिकारी और मुरादाबाद के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुनील कुमार दोहरे को मुख्य चिकित्साधिकारी बुलंदशहर बनाया गया है।
इसी क्रम में फिरोजाबाद में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात रहे डॉ. नरेंद्र कुमार को मुख्य चिकित्साधिकारी गौतमबुद्ध नगर बनाया गया है। मैनपुरी के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजेंद्र सिंह को बांदा जिले का मुख्य चिकित्सा अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसी तरह प्रतापगढ़ के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक कुमार मिश्रा को मुख्य चिकित्सा अधिकारी शाहजहांपुर और बिजनौर के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुशील कुमार बालियान को मुख्य चिकित्सा अधिकारी अयोध्या बनाया गया है।
इसके अलावा इटावा जिले में मुख्य चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात रहे डॉक्टर गीताराम का संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय लखनऊ के पद पर तबादला कर दिया गया है। बस्ती के मुख्य चिकित्सा अधिकारी रहे डॉ. रामशंकर दुबे को वरिष्ठ परामर्शदाता मोती लाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय प्रयागराज के पद की नई जिम्मेदारी सौंप दी गई है। ऐसे ही बांदा जिले में मुख्य चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात रहे डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव को वरिष्ठ परामर्शदाता जिला चिकित्सालय बदायूं के पद पर नियुक्त कर दिया गया है।