उत्तर प्रदेश
भाजपा मुख्यालय पर लगाए मुलायम के पोस्टर
18 Nov, 2024 08:05 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
साथ में अपर्णा की तस्वीर, लिखा- नेताजी को नमन
लखनऊ। यूपी में 20 नवंबर को उपचुनाव की वोटिंग है। सोमवार को प्रचार का आखिरी दिन है। रविवार को लखनऊ में सियासत की नई तस्वीर दिखी। प्रदेश भाजपा कार्यालय के मुख्य द्वार पर मुलायम सिंह यादव की बड़ी होर्डिंग लगी नजर आई। इसमें अपर्णा यादव की फोटो भी थी। अपर्णा मुलायम की छोटी बहू हैं।
होर्डिंग को भाजपा कार्यकर्ता चौधरी विवेक बलियान ने लगवाया है। होर्डिंग पर लिखा है- श्रद्धेय नेताजी को 85वीं जयंती पर शत-शत नमन। इस पोस्टर से राजनीतिक गलियारों में चर्चा छिड़ गई है।
भाजपा के लिए राजनीति सेवा का मिशन, सपा के लिए व्यवसाय है-योगी
17 Nov, 2024 03:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए राजनीति, सेवा का मिशन है, जबकि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के लिए राजनीति अपने कारनामों को अंजाम देने, अराजकता, गुंडागर्दी फैलाने, दंगा कराने और कर्फ्यू लगाने का एक व्यवसाय है। प्रयागराज के फूलपुर विधानसभा क्षेत्र के कसेरुआ में उपचुनाव के तहत एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “सपा और बसपा को इन कारनामों को करने का सर्टिफिकेट नहीं देना चाहिए.. इनके प्रत्याशियों की जमानत जब्त होनी चाहिए।”
भाजपा प्रत्याशी दीपक पटेल के समर्थन में आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, “समाजवादी पार्टी राम मंदिर का विरोध करती है, दीपोत्सव, देव दीपावली, परीक्षाओं की शुचिता, विकास कार्यों और यहां तक कि गरीब कल्याणकारी योजनाओं का विरोध करती है। यह केवल बांटने की राजनीति में विश्वास करती है।” मुख्यमंत्री ने कहा, “अयोध्या में 500 वर्षों का इंतजार हमें इसलिए करना पड़ा था क्योंकि हम बंटे थे। काशी और मथुरा में हमें अपमान इसलिए झेलना पड़ा क्योंकि हम बंटे थे। जब बंटे थे तो कटे थे। भारत में आज सबसे बड़ी चुनौती जाति के नाम पर बांटने वाले लोग हैं।”
उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी का विकास से कोसों दूर तक रिश्ता नहीं है। इनका एक ही सिद्धांत है सबका साथ, सैफई परिवार का विकास। इससे ऊपर ये सोच भी नहीं सकते।” योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमने पहले ही दिन कहा था कि उत्तर प्रदेश की धरती को दंगामुक्त बनाएंगे, नकल माफिया, खनन माफिया, पशु माफिया आदि से सख्ती से निपटेंगे। इन पर कार्रवाई से सपा को बहुत पीड़ा होती है। सभी दुर्दांत माफिया सपा के गले के हार हैं। उन्हीं से इनकी आजीविका चलती है। उन्हीं के भरोसे ये जीते हैं।”
यहां लोक सेवा आयोग के खिलाफ चले छात्र आंदोलन के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रतियोगी परीक्षाएं शुचितापूर्ण ढंग से संपन्न हों, इसके लिए माहौल सरकार भी बनाएगी और चयन बोर्ड और आयोग भी इसके लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं। अच्छे नौजवान जब सेवा में आएंगे तो विकास की गति बढ़ाएंगे और गरीबों के लिए शासन की योजनाएं उन तक पहुंचाने में मदद करेंगे।” योगी आदित्यनाथ ने कहा, “समाजवादी पार्टी से जुड़े दुर्दांत माफिया आम लोगों की हत्या भी करते थे और संपत्तियों पर भी कब्जा करते थे। ये व्यापारियों का अपहरण करते थे, बेटियों की सुरक्षा में सेंध लगाते थे, धार्मिक स्थलों पर कब्जा करते थे और त्योहारों में व्यवधान डालकर अशांति पैदा करते थे।” उन्होंने कहा, “आज मैं कह सकता हूं कि आज उत्तर प्रदेश में ना कर्फ्यू है, ना दंगा है, उत्तर प्रदेश में सब चंगा है।”
बांका की दिल दहला देने वाली घटना बता रही कैसे दबाव में जी रहे लोग, जानिये क्या है पूरा मामला
17 Nov, 2024 03:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बांका/भागलपुर. बिहार के बांका जिले के अमरपुर थाना क्षेत्र के बलुआ गांव में अहले सुबह दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. यहां ए ही परिवार के 5 लोगों ने जहर खा लिया जिनमें से तीन की मौत हो गई है. दो लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि परिवार आर्थिक दबाव में था और कर्ज देने वाले लगातार वसूली के लिए परेशान कर रहे थे. हालांकि, मामले में अभी पुलिस की जांच जारी है. .
बताया जा रहा है कि कन्हैया महतो ने पत्नी और तीन बच्चों के साथ सल्फास खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था जिसमें कन्हैया महतो उनकी पत्नी गीता देवी और पुत्र धीरज कुमार की इलाज के क्रम में जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा अस्पताल में मौत हो गई. वहीं दो बच्चे बेटी सविता और बेटा राकेश की स्थिति गंभीर बनी हुई है. मृतक कन्हैया महतो ई रिक्शा चलाने का काम करता था और कई जगह से उसने लोन लिया हुआ था. इसको लेकर लोन देने वाले ग्रुप लोन के लोग लगातार उसे पर दबाव बन रहे थे.
कहा जा रहा है कि कन्हैया महतो आर्थिक दबाव में था और कर्ज देने वाले लोग लगातार पैसे वसूली को लेकर तंग कर रहे थे. इसको लेकर पूरे परिवार के साथ कन्हैया महतो ने सल्फास की गोली खा ली जिसमें तीन लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है. वहीं, दो की हालत नाजुक बनी हुई है.
प्रेम संबंधों में बाधा बनने पर पत्नी ने किया पति का कत्ल
17 Nov, 2024 02:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मथुरा । यूपी के मथुरा जिले में प्रेम संबंधों में बाधा बनने पर पत्नी ने अपने बच्चों के सामने पति की डंडे से पीटकर हत्या कर दी। इस दौरान तीन लड़कों ने उसकी मदद भी की। बाद में कपड़े उतारकर पति की लाश को घर से बाहर फेंक दिया। गांव वालों ने जब लाश देखी, तो सनसनी फैल गई, तभी पत्नी भी दौड़ते हुए घर से बाहर निकल आई और पति की लाश पर दहाड़ें मारकर रोने लगी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
प्राप्त विवरण के मुताबिक थाना जमुनापार क्षेत्र के गांव लोहवन की टावर वाली गली में सुबह घर के बाहर अशोक जाटव (30) का रक्तरंजित शव पड़ा होने से ग्रामीणों में सनसनी फैल गई। लोगों ने दरवाजा खुलवाकर अशोक की पत्नी भारती को यह बताया तो वह दहाड़े मारकर रोने लगी। यह दिखाने का प्रयास किया कि छत से गिरकर अशोक की मौत हुई है। सूचना पर आनन-फानन में परिजन और पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए। मृतक युवक के भाई ने बताया कि अशोक की करीब 14 साल पहले आगरा के अरेला गांव निवासी बनारसी लाल की बेटी भारती के साथ शादी हुई थी। आरोप लगाया कि शादी से पहले ही उसका अपने मायके में किसी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इससे आए दिन झगड़ा होता था। शादी के बाद उसके दो बच्चे हुए। बड़ा बेटा आठ साल का है तथा छोटा बेटा चार साल का है।
मृतक के भाई के अनुसार उसके आठ साल के भतीजे सनी ने थाने में ही सबके सामने हत्या का राजफाश कर दिया। सनी ने पुलिस को बताया कि मम्मी ने पापा को तीन लोगों के साथ मिलकर डंडे से मारा। एक हत्यारे ने उसे डांटा और किसी को कुछ बताने पर पिता की तरह पिटाई करने को बोला। इसके बाद वह डर के मारे सो गया। घर पर भी उसने किसी को नहीं बताया। अशोक की हत्या में प्रयोग किया डंडा उसके घर से 500 मीटर की दूरी पर एक खेत में पड़ा मिला। सूचना पर पुलिस ने डंडे को कब्जे में ले लिया।
चूहों ने आंख खा ली...पटना NMCH में मच गया हंगामा
17 Nov, 2024 02:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना. राजधानी पटना के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सर्जिकल आईसीयू में गोली लगने से मौत के शिकार हुए एक युवक का एक आंख निकाले जाने का मामला प्रकाश में आया है. घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया. हंगामें की सूचना मिलते ही आलमगंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आक्रोशित परिजनों को शांत कराया. परिजनों की शिकायत पर पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है. घटना के बाद पटना सिटी के सहायक पुलिस अधीक्षक अतुलेश झा ने भी मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच की. मृतक के परिजनों ने गोली मारने वाले लोगों पर एनएमसीएच प्रबंधन के साथ मिलकर आंख निकाले जाने का आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की है.
परिजनों ने पूरे मामले पर अस्पताल प्रशासन को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की है. मृतक की पहचान नालंदा जिले के सखसोहरा थानाक्षेत्र के होराड़ी गांव निवासी दिलीप प्रसाद के 24 वर्षीय पुत्र फंटूश कुमार यादव के रूप में की गई है. बताया जाता है कि बीते 14 नवंबर को आपसी विवाद में गांव के ही कुछ लोगों ने फंटूश कुमार यादव को गोली मार दी थी. गंभीर रूप से घायल फंटूश यादव को इलाज के लिए एनएमसीएच में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान बीते देर रात उसकी मौत हो गई थी.
घटना के संबंध में पूछे जाने पर मृतक के भाई मुकेश कुमार और नवलेश कुमार ने विरोधी गुट के लोगों पर अस्पताल प्रबंधन के साथ मिलकर फंटूश कुमार की आंख निकाले जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है. पीड़ित परिवार के सदस्यों ने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की भी मांग की है. परिजनों का आरोप है कि इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन से पूछताछ किए जाने पर अस्पताल प्रबंधन के लोगों ने चूहों के द्वारा आंख खाए जाने की बात कही है. मौके पर मौजूद पटनासिटी के सहायक पुलिस अधीक्षक अतुलेश झा और आलमगंज थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए जल्द ही पूरे मामले का उद्बेदन कर लिए जाने का भरोसा दिलाया है.
पूरे मामले पर पूछे जाने पर अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने मामले की जांच को लेकर चार सदस्ययीय जांच टीम गठित किए जाने की बात बताई है. मामला सत्य पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है. अस्पताल अधीक्षक ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट की बात दोहराते हुए मामले का उद्भेदन कर लिए जाने का भरोसा दिलाया है, हालांकि अधीक्षक का कहना था कि सर्जिकल आईसीयू में दो अन्य मरीज और उनके परिजन मौजूद थे और उनके द्वारा मृत युवक की आंख निकाले जाने की बात नहीं बताई गई है. फिलहाल पुलिस सर्जिकल आईसीयू में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालने में जुटी है. घटना को लेकर मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ खासा आक्रोश व्याप्त है.
शादी से किया इनकार तो सिरफिरे आशिक ने गाड़ी से कुचला, छात्रा की मौत
17 Nov, 2024 01:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कन्नौज । यूपी के कन्नौज जिले में शादी से इनकार करने पर मेडिकल की पढ़ाई पढ़ रही छात्रा को उसके प्रेमी ने मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है हत्यारा प्रेमी कई महीनो से लड़की को परेशान कर रहा था और एक महीने पहले उसको गाडी में बैठा कर जमकर पीटा था। उसके बाद पीड़ित परिजनों ने आरोपी की शिकायत पुलिस से की थी। लेकिन पुलिस ने समय रहते आरोपी को कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
दरअसल छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के पालपुर गांव की रहने वाली की रिंकी फर्रुखाबाद के एक कॉलेज में एएनएम की छात्रा थी। गांव का एक युवक कई महीनों से उस पर शादी का दबाव बना रहा था। छात्रा के परिजनों ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी थी। इसके चलते छात्रा ने युवक के शादी के प्रस्ताव से इनकार कर दिया। यह बात युवक को नागवार गुजरी और करीब पंद्रह दिन पहले युवक ने छात्रा के साथ मारपीट कर दी थी, जिसकी शिकायत छात्रा ने पुलिस से की थी। आरोप है कि उसके बाद युवक ने लडक़ी के चाचा जो थाने शिकायत करने गए थे, उनको भी पीटा। परिजनों के मुताबिक युवक ने धमकी दी थी कि छात्रा की शादी नहीं होने देंगे। युवक की धमकी से सहमी छात्रा डर की वजह से तीन दिन तक स्कूल नहीं गई। 12 नवम्बर को वो स्कूल जा रही थी, तभी गांव के पास ही सडक़ पर एक स्कार्पियो ने उसे कुचल दिया। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। शुक्रवार को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
छात्रा को स्कार्पियो से कुचलने का एक वीडियो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। मृतक छात्रा के पिता रामनरेश पुत्र परशुराम ने मैनपुरी जनपद के कुडऱा गांव निवासी अरूण कुमार उर्फ ब्रजेश व रामऔतार पुत्र गंगाराम, राहुल पुत्र रामऔतार निवासीगण पालपुर के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है। कोतवाल सचिन कुमार सिंह ने बताया कि मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। मामले में कन्नौज एसपी अमित कुमार आनद ने जब जाँच कराई तो सुरुवाती जांच में थानाध्यक्ष छिबरामऊ सचिन कुमार की लापरवाही सामने आई। एसपी अमित कुमार आनंद ने तत्काल प्रभाव से तीनो लापरवाह पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। वहीं पीड़ित परिजनों की तहरीर पर मुकदमा लिखकर विधिक कार्रवाई की जा रही है।
पिता नीतीश कुमार का नाम पर अंदाज अपना, निशांत कुमार के जवाब ने सबका ध्यान खींचा
17 Nov, 2024 01:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रेवाड़ी/पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार वह अपने पिता के साथ एक शादी समारोह में साथ दिखे हैं. हरियाणा के रेवाड़ी में एक शादी समारोह में पिता और पुत्र दोनों ही साथ पहुंचे थे. भुरथल गांव में आयोजित एक शादी समारोह में जब वह निशांत कुमार अपने पिता के साथ पहुंचे तो मीडिया की हलचल उनके इर्द गिर्द दिखाई दी. इस शादी समारोह में सीएम नीतीश कुमार और उनके बेटे निशांत कुमार ने विशेष पुलिस अधिकारी परमवीर के बेटे को बधाई दी और शुभकामनाएं दीं. मीडिया के सवालों का सलीके से जवाब देते हुए निशांत ने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. इसके साथ ही निशांत ने अपने जवाब से लोगों में यह उम्मीद फिर जगा दी कि वह राजनीति में आ सकते हैं. हालांकि, उन्होंने कई बार पहले ही इस बात को खारिज किया है.
मीडिया के सवाल पर निशांत कुमार ने कहा कि हरियाणा के लोग वाकई में बहुत अच्छे होते हैं. वह और उनके पिता इस कार्यक्रम में इसलिए पहुंचे क्योंकि परमवीर ने उन्हें गर्मजोशी से आमंत्रित किया था. निशांत ने मीडिया के सवाल पर कहा कि शादी में कोई दहेज शामिल नहीं है, उन्हें जो सम्मान और दया मिली उसके लिए वह आभारी हैं. बता दें कि निशांत की हरियाणा की पहली यात्रा थी उन्होंने सभी के उनके साथ अच्छे व्यवहार की सराहना की.
निशांत कुमार ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा की यह पहली बार है जब वह हरियाणा आए हैं. उन्होंने सभी के आतिथ्य की सराहना की. उन्होंने यह भी कहा कि पीएसओ परमवीर ने उन्हें ईमानदारी से आमंत्रित किया था. उन्होंने यह बात विशेष रूप से कही थी कि दहेज रहित शादी है जो बात उन्हें बहुत अच्छी लगी. गौरतलब है कि बिहार में इस बात की चर्चा अक्सर उठती रहती है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार राजनीति में आ सकते हैं और अपना करियर शुरू कर सकते हैं. लेकिन, वह कई बार इस बात से को खारिज भी कर चुके हैं यह भी एक तथ्य है.बता दें कि निशांत कुमार पटना के एक मार्केट में हाल में ही दिखे थे जहां वह अध्यात्म से जुड़े कुछ भजन खरीदने पहुंचे थे. तब भी उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब बड़ी संजीदगी से दिये थे और कहा था कि वह आध्यात्मिक में रुचि रखते हैं और इसी और आगे बढ़ना चाहते हैं. बता दें कि निशांत कुमार भी अपने पिता नीतीश कुमार की तरह ही इंजीनियर हैं. उन्होंने बीआईटी मेसरा से पढ़ाई की है. बता दें कि पिछले कुछ दिनों से निशांत कुमार को लेकर सियासी गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि निशांत कुमार जल्द ही पॉलिटिकल डेब्यू कर सकते हैं. हालांकि, वे किसी भी तरह की राजनीति से काफी दूर रहे हैं और उन्हें राजनीतिक मंचों या सभाओं में कभी नहीं देखा गया है.
महाकुंभ 2025-फायर फ्री जोन रहेगा मेला क्षेत्र
17 Nov, 2024 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज । महाकुंभ 2025 को श्रद्धालुओं के लिए हर तरह से सुरक्षित किए जाने को लेकर योगी सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं। महाकुंभ के दौरान आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए मैनपावर और स्पेशल फायर व्हीकल्स की संख्या में भारी वृद्धि की गई है। वहीं, अत्याधुनिक डिवाइसेज को भी तैनात किए जाने की योजना है। प्रत्येक सेक्टर में दमकल कर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। आग की घटनाओं की मॉनीटरिंग के लिए एआई से लैस फायर डिटेक्शन कैमरों को इंस्टॉल किया गया है। वहीं, रिस्पॉन्स टाइम को भी महज दो मिनट का रखा गया है, ताकि किसी तरह की घटना पर मिनटों में काबू पाया जा सके। सरकार का पूरा प्रयास यही है कि इस बार का महाकुंभ पूरी तरह जीरो फायर इंसिडेंट के रूप में संपन्न हो और अग्निशमन विभाग की ओर से इसी दिशा में काम किया जा रहा है।
प्रयागराज के मुख्य अग्निशमन अधिकारी और महाकुंभ के नोडल अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि इस बार महाकुंभ को जीरो फायर इंसिडेंट बनाने का पूरा प्रयास होगा। इसके लिए व्यापक तैयारी की गई है। इसके लिए एडवांस रेस्क्यू टेंडर तैनात किए जा रहे हैं। 200 स्पेशल ट्रेन्ड रेस्क्यू ग्रुप को तैनात किया जा रहा है। वहीं, अखाड़ों में आग की घटनाओं को काबू करने के लिए 5000 स्पेशल फायर एक्स्टींगुशर प्रदान किए जा रहे हैं। यही नहीं, मेले में बड़ी संख्या में एआई लाइसेंस वाले फायर डिटेक्शन कैमरों को भी इंस्टॉल किया जा रहा है। ये कैमरे भी पहली बार उपयोग में लाए जा रहे हैं जो आग की घटनाओं पर नजर रखेंगे और यदि कहीं इस तरह की घटना होती है तो तत्काल कंट्रोल रूम के माध्यम से चंद सेकेंड्स में फायर स्टेशन को सूचना मिल सकेगी। सूचना मिलते ही दो मिनट के अंदर दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचेंगी और आग पर काबू पाने का प्रयास करेंगी।
उन्होंने बताया कि 2019 कुंभ की तुलना में इस बार अधिक मैनपावर और अधिक व्हीकल्स को डेप्लॉय किया जा रहा है। 2019 में जहां 43 टेंपरेरी फायर स्टेशन बनाए गए थे, वहीं 2025 महाकुंभ में 50 टेंपरेरी फायर स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इसी तरह 2019 के 15 टेंपरेरी फायर पोस्ट की जगह इस बार 20 टेंपरेरी फायर पोस्ट बनाई जा रही हैं। 43 फायर वॉच टॉवर की तुलना में इस बार 50 फायर वॉच टॉवर होंगे, जबकि 4200 की जगह 7000 से अधिक फायर हाइड्रेंट्स लगाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त 75 की जगह इस बार 150 से ज्यादा फायर रिजर्व वाटर टैंक्स को उपयोग किया जाएगा। मैनपावर की बात करें तो 2019 में 1551 कर्मियों को यहां डेप्लॉय किया गया था, जबकि इस बार यह संख्या बढ़कर 2071 कर दी गई है। इसी तरह 2019 में कुल 166 व्हीकल्स का डेप्लॉयमेंट था तो इस बार यह संख्या लगभग दोगुनी बढ़कर 351 हो गई है।
2013 में कुल 612 फायर इंसिडेंट हुए थे, जहां 6 लोगों की जान गई थी और 15 बर्न इंजरीज हुई थीं तो वहीं 2019 में योगी सरकार ने कुंभ के दौरान चाक चौबंद प्रबंध किए जिससे पूरे कुंभ के दौरान 55 फायर इंसिडेंट्स के बावजूद न ही कोई बर्न इंजरी हुई और न ही किसी की जान गई। इससे भी आगे बढ़कर 2025 महाकुंभ में योगी सरकार अधिक मैनपावर, अधिक गाड़ियां और अधिक सतर्कता बरतते हुए फायर इंसिडेंट्स की संख्या को भी जीरो करने का प्रयास कर रही है। इसके लिए अत्याधुनिक डिवाइसेज इस्तेमाल किए जा रहे हैं। कई ऐसे डिवाइसेज भी हैं जो पहली बार यहां उपयोग में लाए जाएंगे। इसके साथ ही, महाकुंभ में तैनात सभी दमकल कर्मियों की स्पेशल ट्रेनिंग भी कराई गई है। सभी कोर ग्रुप्स के प्रैक्टिकल सेशन की भी व्यवस्था की गई है। एक्सटर्नल आडिट के लिए उत्तराखंड फायर एंड इमरजेंसी सर्विस के साथ एमओयू किया गया है। वहीं नेशनल फायर सर्विस कॉलेज नागपुर के साथ भी एमओयू किया गया है।
झारखंड में हार-जीत का आकलन नहीं कर पा रहे दल
17 Nov, 2024 12:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। राज्य में 66.6 प्रतिश वोट पड़े, जिसमें महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों से 4.7 फीसदी अधिक रहा। इसको लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। साइलेंट वोटर्स के वोटों में इजाफा से सभी दल टेंशन में हैं। महिलाओं के बढ़े हुए मतदान को लेकर सत्ताधारी दल और विपक्ष ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। झामुमो, कांग्रेस और राजद वाले इंडिया गठबंधन का कहना है कि महिलाओं ने हेमंत सोरेन सरकार की कल्याणकारी योजनाओं, खासकर मैय्या सम्मान योजना को पसंद किया है। इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये मिलते हैं। इंडिया गठबंधन का दावा है कि महिलाओं की ज्यादा भागीदारी ने हेमंत सोरेन सरकार की कल्याणकारी योजनाओं, खासकर मैय्या सम्मान योजना की लोकप्रियता को दर्शाया है, जिसके तहत महिला लाभार्थियों को प्रति माह 1000 रुपये दिए जाते हैं। वहीं, बीजेपी ने कहा है कि महिलाओं का सोरेन सरकार से मोहभंग हो गया है। बीजेपी नेता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि उन्होंने बड़ी संख्या में मतदान किया है क्योंकि वे पिछले पांच वर्षों में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 7000 से अधिक मामलों से तंग आ चुके हैं। उन्होंने बड़ी संख्या में मतदान किया है क्योंकि BJP ने गोगो दीदी योजना के तहत 2100 रुपये देने का वादा किया था।
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बुधवार को 43 सीटों पर वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के अनुसार, कुल 66.6 प्रतिशत मतदान हुआ। यह आंकड़ा 2019 के विधानसभा चुनाव से 2.7 प्रतिशत है। इस बार महिलाओं ने वोटिंग में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। महिलाओं का वोट प्रतिशत 69 फीसदी रहा, जबकि पुरुषों ने 64.3 प्रतिशत वोट डाले। तीसरे लिंग के मतदाताओं ने 31 प्रतिशत मतदान किया।पहले चरण में 43 में से 37 सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों से अधिक वोट डाले। केवल 6 विधानसभा क्षेत्रों- पोटका, जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्व, सरायकेला, तमाड़ और खूंटी में पुरुषों का मतदान प्रतिशत अधिक रहा। हालांकि, इन 6 में से 4 विधानसभा क्षेत्रों में महिला और पुरुष मतदाताओं के बीच का अंतर एक प्रतिशत से भी कम था। बरकट्ठा और बरही में महिला और पुरुष मतदान के बीच क्रमशः 17 प्रतिशत और 15 प्रतिशत का अंतर था। सबसे अधिक 79.3 प्रतिशत मतदान बहरागोड़ा में हुआ। यहां महिलाओं ने बढ़-चढ़कर वोट डाले। महिलाओं का मतदान प्रतिशत 81.6 प्रतिशत रहा। खरसावां में कुल 79.1 प्रतिशत वोट पड़े, जिसमें महिलाओं का वोट प्रतिशत लगभग 80 प्रतिशत रहा। रांची में सबसे कम 52.5 प्रतिशत मतदान हुआ। पहले चरण में जिन 43 सीटों पर वोटिंग हुई, उनमें से 13 सीटों पर 70 प्रतिशत से अधिक, 25 सीटों पर 60-70 प्रतिशत और 5 सीटों पर 60 प्रतिशत से कम वोट पड़े।
अखिलेश ने साधा यूपी सरकार पर निशाना, मायावती ने की दोषियों पर कार्रवाई की मांग
16 Nov, 2024 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के झांसी में हादसे में हुई 10 बच्चों की मौत पर सपा मुखिया अखिलेश ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। वहीं, बसपा ने दोषियों के खिलाफ सजा की मांग उठाई है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की मृत्यु एवं कई बच्चों के घायल होने का समाचार बेहद दुखद एवं चिंताजनक है। सबके प्रति संवेदनात्मक श्रद्धांजलि। आग का कारण ‘ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर’ में आग लगना बताया जा रहा है। ये सीधे-सीधे चिकित्सा प्रबंधन व प्रशासन की लापरवाही का मामला है या फिर खराब क्वालिटी के आक्सीजन कॉन्संट्रेटर का। इस मामले में सभी जिम्मेदार लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई हो।
उन्होंने आगे कहा, मुख्यमंत्री जी चुनावी प्रचार छोड़कर, ‘सब ठीक होने के झूठे दावे’ छोड़कर स्वास्थ्य और चिकित्सा की बदहाली पर ध्यान देना चाहिए। जिन्होंने अपने बच्चे गंवाएं हैं, वो परिवार वाले ही इसका दुख-दर्द समझ सकते हैं। ये सरकारी ही नहीं, नैतिक जिम्मेदारी भी है। आशा है चुनावी राजनीति करनेवाले पारिवारिक विपदा की इस घड़ी में इसकी सच्ची जाँच करवाएंगे और अपने तथाकथित स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्रालय में ऊपर-से-नीचे तक आमूलचूल परिवर्तन करेंगे।
अखिलेश यादव ने स्वास्थ्य मंत्री को कटघरे में खड़ा करते हुए आगे लिखा, उप्र के ‘स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री’ की तो उनसे कुछ नहीं कहना है क्योंकि उन्हीं के कारण आज उप्र में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था की इतनी बदहाली हुई है। संकीर्ण-साम्प्रदायिक राजनीति की निम्न स्तरीय टिप्पणियां करने में उलझे मंत्री को तो शायद ये भी याद नहीं होगा कि वो ‘स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री’ हैं। न तो उनके पास कोई शक्ति है न ही इच्छा शक्ति, बस उनके नाम की तख्ती है।
उन्होंने आगे लिखा, सबसे पहले उप्र भाजपा सरकार समस्त झुलसे बच्चों के लिए विश्वस्तरीय चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराए व जिन्होंने अपने बच्चों को खोया है, उन समस्त शोक संतप्त परिवारों को 1-1 करोड़ संवेदना राशि दे। गोरखपुर न दोहराया जाए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के झांसी में हुई 10 बच्चों की मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक नवजातों के परिजनों को पांच पांच लाख रुपये एवं गंभीर घायलों को पचास पचास हज़ार रुपये तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि यूपी, झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत की अति-दुखद घटना से कोहराम व आक्रोश स्वाभाविक है। ऐसी घातक लापरवाही के लिए दोषियों को सख्त कानूनी सजा जरूरी है। ऐसी घटनाओं की भरपाई असंभव फिर भी सरकार पीड़ित परिवारों की हर प्रकार से मदद जरूर करे।
10 बच्चों की मौत…मेडिकल कॉलेज में लगी भीषण आग..कई घायल
16 Nov, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झांसी,/ उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार देर रात हुए हादसे में जलने से 10 बच्चों की मौत हो गई।
जिला अधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि कॉलेज के एनआईसीयू (शिशु वार्ड) में अंदर की यूनिट में रात 10.30 से 10.45 के बीच आग लगी थी। अंदर की यूनिट में ज्यादा गंभीर रूप से बीमार बच्चे थे जबकि बाहर की यूनिट में कम गंभीर रूप से बीमार बच्चे थे।
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 10 बच्चों की मौत हो गई है। उस समय वार्ड में मौजूद कर्मचारियों का कहना है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी।
जिलाधिकारी ने कहा कि बाहर की यूनिट के सभी बच्चों को बचा लिया गया है। अंदर की यूनिट के भी कुछ बच्चों को बचाया गया है।
अब तक 40 बच्चों को बचाने की सूचना है
झांसी मंडल के कमिश्नर बिमल कुमार दुबे ने बताया कि घटना के समय वार्ड में 54-55 बच्चे भर्ती थे। घायल बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
झांसी मंडल के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है।
मौके पर फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां पहुंच चुकी हैं और पुलिस की टीम मौजूद है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक बच्चों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।
उन्होंने कमिश्नर और डीआईजी के नेतृत्व में जांच टीम का गठन कर 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट तलब की है।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
ब्रजेश पाठक ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, आज झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एसएनसीयू वार्ड) में अग्निकाण्ड की हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में कई नवजात शिशुओं की मृत्यु अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। मैं स्वयं दुर्घटना स्थल पर पहुंच रहा हूं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि पुण्यात्माओं को शांति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
दानापुर में आर्मी भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों का हंगामा, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
16 Nov, 2024 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: बिहार की राजधानी पटना के दानापुर में आर्मी भर्ती के 5वें दिन यानी शनिवार को जमकर बवाल हुआ. भर्ती देखने आए अभ्यर्थियों ने हंगामा कर दिया, जिसे कंट्रोल करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. जानकारी के मुताबिक, आर्मी भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए लाखों की तादाद में युवा दानापुर के सैनिक चौक के पास जमा हुए. जिन्हें कंट्रोल करने में पुलिस के पसीने छूट गए. अभ्यर्थियों की भारी भीड़ देखकर उन्हें मैदान में पहुंचने से पहले ही रोक दिया गया. जिसके बाद अभ्यर्थी भड़क उठे और सैनिक चौक पर हंगामा किया. वे दौड़ कराने की मांग कर रहे थे. आक्रोशित अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल काटा और सैनिक चौक को जाम कर दिया. वहीं युवाओं को वहां से खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा.
भर्ती के लिए भीड़ इतनी ज्यादा थी कि सैनिक चौक, कंपनी बाग, साईं मंदिर और बस स्टैंड पूरा का पूरा खचाखच भर गया. इस दौरान रोड पर अभ्यर्थी बैठे हुए नज़र आये. आर्मी ग्राउंड में इनका फिजिकल टेस्ट लिया जा रहा है. फिजिकल टेस्ट लेने के लिए आर्मी के रांची मुख्यालय और साउथ इंडिया मुख्यालय से अधिकारी पहुंचे हुए हैं. इसी क्रम में दौड़ में जो युवक छूट गए, उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया.
भर्ती में हंगामे को देखते हुए पुलिस ने युवकों को खदेड़ना शुरू कर दिया और लाठी भी चलाई. जवाब में युवकों ने भी पुलिस पर जमकर पथराव किया. हालांकि मौके पर पहुंचे सिटी एसपी पश्चिमी ने लाठी चार्ज से इनकार करते हुए स्थिति को नियंत्रण में बताया है.
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर महेश्वर हजारी की अध्यक्षता में कार्यशाला, पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर जोर
16 Nov, 2024 04:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
'राष्ट्रीय प्रेस दिवस' के अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के मंत्री महेश्वर हजारी की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया। मंत्री ने कहा कि भारत का लोकतंत्र उसके चौथे स्तंभ अर्थात् प्रेस और मीडिया के बिना अधूरा है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस केवल एक पर्व नहीं, बल्कि एक अवसर है, जब हम प्रेस की स्वतंत्रता, जिम्मेदारी और उसकी शक्ति का सम्मान करते हैं। डिजिटल मीडिया ने सूचनाओं को जन-जन तक पलक झपकते ही पहुँचाने का काम किया है, लेकिन इससे सूचनाओं की गुणवत्ता और सत्यता पर संदेह भी उठता है। माननीय मंत्री ने आगे कहा कि बिहार की पत्रकारिता का एक समृद्ध इतिहास रहा है। यह भूमि स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने वाले पत्रकारों और संपादकों की कर्मभूमि रही है। हमारे बिहार के पत्रकारों ने हमेशा समाज के कमजोर वर्गों की आवाज को प्रमुखता दी है और सत्यनिष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है।
सुरक्षा और कल्याण पर जोर
मंत्री महेश्वर हजारी ने मीडिया को सशक्त करने में राज्य सरकार की भूमिका तथा उपलब्धियों की भी चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार द्वारा राज्य में पत्रकारों के हितों की सुरक्षा के लिए कई ठोस कदम उठाए गये हैं। पत्रकारों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पत्रकार कल्याण योजना की शुरुआत की गई है, जिससे पत्रकारों और उनके परिवारों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा मिल सके। इसके अलावा, राज्य में डिजिटल मीडिया के प्रसार को देखते हुए बिहार सरकार ने कई जिलों में पत्रकारिता और मीडिया स्टडीज के लिए उत्कृष्ट संस्थानों की स्थापना की है, जहां युवा पत्रकारिता के नवीनतम कौशल सीख रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पत्रकारिता को सशक्त बनाने के लिए सूचना और जनसंपर्क विभाग के माध्यम से वृहद स्तर पर सूचना का प्रसार किया जा रहा है। बिहार के दूर-दराज के गांवों तक सरकारी नीतियों, योजनाओं और उपलब्धियों को पहुंचाने का कार्य मीडिया ने बेहद सफलतापूर्वक किया है।
डिजिटल माध्यमों से हर वर्ग तक सटीक जानकारी पहुंचाने के प्रयास बढ़ाए
मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि डिजिटल माध्यमों का उपयोग बढ़ाया है ताकि हर वर्ग तक सटीक और प्रभावी जानकारी पहुंच सके। शिक्षा के क्षेत्र में भी बिहार सरकार के प्रयासों को मीडिया ने जन-जन तक पहुंचाया है, जिससे राज्य में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं, जैसे 'सात निश्चय' और हर घर नल का जल, 'पक्की सड़क' जैसी परियोजनाओं की सफलता में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पत्रकारों ने इन योजनाओं को जनता तक पहुंचाया है, जिससे पारदर्शिता बनी रही और लोग जागरूक होते रहे। इस कार्यशाला में विभिन्न मीडिया समूहों की तरफ से उपस्थित प्रतिनिधियों द्वारा प्रेस की बदलती प्रकृति तथा नई चुनौतियों पर वक्तव्य भी दिया गया। मंत्री सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग द्वारा सभी उपस्थित मीडिया बंधुओं को सम्मानित किया गया। कार्यशाला में सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग, बिहार के अपर सचिव संजय कृष्ण द्वारा स्वागत भाषण के क्रम में भारतीय प्रेस की गरिमा और समृद्ध परंपरा को रेखांकित किया गया। उन्होंने कहा कि प्रेस को भ्रामक खबरों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए तथा अर्द्ध सत्य से बचना चाहिए। इस अवसर पर विधु भूषण चौधरी, संयुक्त सचिव, रवि भूषण सहाय, संयुक्त निदेशक, नीना झा, उप निदेशक तथा सूचना एव जन सम्पर्क विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।
BIT मेसरा में मारपीट में एक छात्र की मौत, परिजनों ने कैंपस में की तोड़फोड़ और विरोध
16 Nov, 2024 04:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश के जाने माने शिक्षण संस्थान BIT मेसरा में एक बार फिर छात्रों के बीच मारपीट की घटना सामने आई है. छात्रों के दो गुटों के बीच हुई खूनी झड़प में एक छात्र की मौत हो गई. मृतक छात्र की पहचान राजा पासवान के रूप में हुई है. मृतक छात्र के परिजनों को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, वे वहां पहुंचे और गुस्से में कॉलेज परिसर में जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ भी की. मृतक छात्र के परिजनों ने मारपीट की घटना में शामिल छात्रों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की. वहीं मामले की जानकारी मिलने के बाद रांची पुलिस BIT कैंपस में पहुंचकर जांच कर रही है.
14 नवंबर को हुई हत्या
इस मामले में सदर DSP ने बताया कि मारपीट की वारदात 14 नवंबर की रात में हुई थी, जिसमें छात्र राजा पासवान बुरी तरह से जख्मी हो गया था. सदर DSP ने बताया कि जख्मी छात्र को इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि BIT थाना प्रभारी मामले की जांच में लगे हुए हैं और आरोपियों की पहचान करवाई जा रही है.
बार-बार हो रही मारपीट की घटनाएं
बता दें कि BIT मेसरा से अक्सर मारपीट की घटनाओं की खबरें आती रहती हैं. इसलिए वहां सुरक्षा के लिए BIT कैंपस से कुछ ही दूरी पर BIT थाना भी है. लेकिन, कई बार बात हद से आगे बढ़ जाती है और पुलिस भी मारपीट की घटना रोक नहीं पाती है. इस बार भी मारपीट 14 नवंबर की रात को हुई थी, लेकिन पुलिस को इस घटना की कोई सूचना नहीं दी गई थी. जब छात्र की मौत हो गई और उसके उसके परिजनों आकर बवाल काटा, तब कहीं जाकर पुलिस को इस मामले की जानकारी दी गई.
बिहार के 20 जिलों में तूफान और बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने ऑरेंज और येलो अलर्ट किया जारी
16 Nov, 2024 01:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। राजधानी पटना समेत प्रदेश में तेज पछुआ हवा के प्रवाह ने मौसम को बदल दिया है। बीते 24 घंटों के दौरान पटना सहित प्रदेश के अधिसंख्य भागों के अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना सहित 30 जिलों के तापमान में गिरावट आने से ठंड में वृद्धि हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, 12 जिलों के पूर्वी व पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, दरभंगा, सुपौल, अररिया, किशनगंज में बहुत घना कोहरे को लेकर औरेंज अलर्ट, जबकि सारण, वैशाली, समस्तीपुर, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया व कटिहार में घना कोहरे को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
पटना सहित अन्य जिलों में सुबह के समय हल्के दर्जे का कोहरा व धुंध का प्रभाव बना रहेगा। आने वाले चार दिनों के दौरान पछुआ के प्रवाह से तापमान में दो से तीन डिग्री गिरावट की संभावना है। सुबह के समय कोहरा व दिन में धूप निकलने से मौसम सामान्य बना रहेगा।
सिवान में ठंड की दस्तक
सिवान जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार को मौसम ने पहली बार लोगों को ठंड का एहसास कराया। इस दौरान लोग अल सुबह से पूरे दिन ठंड महसूस करते रहे। अल सुबह से करीब 12 बजे तक आसमान में कोहरा छाया रहा है।
हालांकि दोपहर बाद धूप बादलों से बाहर निकली लेकिन वह लोगों को ठंड से निजात नहीं दिला पाई । ग्रामीण क्षेत्र से जिला मुख्यालय आने वाले कई लोग गर्म कपड़े पहन आते-जाते दिखाई दिए। इस बीच शुक्रवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि एक दिन पूर्व अधिकतम 31 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा था।
इस प्रकार न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई। इसके बाद लोगों में चर्चा होने लगी कि अब ठंड का मौसम धीरे-धीरे अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। वहीं संध्या होते फिर से लोगों को कहरे का एहसास होने लगा था।
मधेपुरा में मौसम का बदला मिजाज
जिले में मौसम ने अपना करवट बदल लिया है। आलम यह है कि शाम को जहां ठंड का एहसास होने लगा है। वहीं सुबह घने कोहरे ने वाहन चालकों की परेशानी बढ़ा दी है। जिले का न्यूनतम पारा गिरकर 16 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया है। मौसम में आये इस बदलाव के कारण लोग बीमार भी पड़ रहे हैं।
मौसम विभाग ने जिले के कुछ इलाकों में शनिवार को घना कोहरा छाए रहने का अलर्ट जारी किया है। धुंध की चादर में लिपटी हुई मिली सुबह मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 16 नवंबर को भी जिले में मध्यम से घना स्तर का कोहरा (कुहासा) छाए रहने की आशंका है।
वाहन चालकों से गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतने की अपील की गई है। मुख्यालय समेत आसपास के इलाकों में भी सुबह के समय धुंध की हल्की चादर दिखेगी। आनेवाले दिनों में कोहरे के और घने होने की आशंका है। मौसम वैज्ञानिक अशोक कुमार पंडित ने बताया कि सुबह और शाम में सापेक्षिक आर्द्रता की मात्रा शत-प्रतिशत रहने के कारण कोहरा का असर गहराने लगा है। सुबह में काफी देर तक धुंध रह सकता है।
अगले दो-तीन दिन बाद तापमान गिरने से रात और अधिक सर्द होने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार यहां अभी मौसम का शुष्क दौर जारी रहेगा। रात गहराते गहराते मौसम का पारा गिरने की संभावना है। हवा 10 किलोमीटर प्रति घंटा से चल सकती है।