उत्तर प्रदेश
हजारीबाग में भीषण बस हादसा, 6 की मौत, दो दर्जन से अधिक घायल
21 Nov, 2024 01:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हजारीबाग जिले के बरकट्ठा प्रखंड के गोरहर में गुरुवार की सुबह छह बजे कोलकाता से पटना जा रही विशाल नामक यात्री बस अनियंत्रित होकर पलट गई। इसके बाद वहां कोहराम मच गया। इस भीषण हादसे में अब तक 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। वहीं दो दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। बताया जा रहा है कि यहां सड़क वन वे है और सिक्स लेन सड़क निर्माण के दौरान कंपनी ने सड़क काट छोड़ दिया है। इस कारण बस अनियंत्रित हो गई और गड्ढे में पलट गई। चीख पुकार सुनकर आस-पास के ग्रामीण पहुंचे और गोरहर थाना की पुलिस की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया है। मृतकों में सबसे अधिक संख्या महिलाओं की है। विशाल नामक यह बस पटना जा रही थी।
घटना की सूचना पर पूर्व विधायक भी पहुंचे
घटना की सूचना पर पूर्व विधायक जानकी यादव व उनके टीम भी पहुंची और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था कराई। घायलों को प्राथमिक चिकित्सा के बाद हजारीबाग मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बरकट्ठा सिक्स लेन का निर्माण पिछले 6 वर्षों से चल रहा है। अब तक 2 वर्षों में 20 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। बुधवार को हुई यह घटना अब तक का यह सबसे बड़ी घटना है। सड़क निर्माण में लापरवाही के कारण इस रोड पर लगातार दुर्घटना होती रही है। मौके पर बरकट्ठा का सीओ, पुलिस पर अधिकारी जमे थे।
2 किलोमीटर सड़क का निर्माण अब तक पूरा नहीं हो सका
घायलों को एंबुलेंस की मदद से प्राथमिक चिकित्सा के बाद हजारीबाग मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा था। ज्ञात हो कि बरकट्ठा सिक्स लेन का निर्माण पिछले 6 सालों से चल रहा है और अब तक 2 किलोमीटर का निर्माण में पूरा नहीं किया जा सका है। निर्माण का कार्य पेटी कांट्रेक्टर राज केसरी कंपनी को दिया गया है । घटना के बाद एक बार फिर से क्षेत्र में उबाल है । बस के नीचे दबे शवों को निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस वजह से एक समय तक अंदाजा नहीं लग सका कि कितने लोग दबे हैं। फिलहाल लोगों के इलाज के लिए हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज लाया गया है।
सीएम नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक बनने पर दी बधाई, खाली पदों पर बहाली की तैयारी
21 Nov, 2024 01:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम में सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण 1 लाख 14 हजार 138 विशिष्ट शिक्षिकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया. इसके तहत 98 हजार 349 प्रारंभिक शिक्षक, 12 हजार 524 माध्यमिक शिक्षक और 3 हजार 265 उच्च माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने बुधवार को सांकेतिक रूप से संध्या कुमारी, रजनीश कुमार, अंजलि रानी, धर्मेंद्र राम, मेदिनी बाला एवं धनेश्वर सिंह को कार्यक्रम के दौरान नियुक्ति पत्र प्रदान किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सबसे पहले सभी का स्वागत किया और बताया कि राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में पहले से कई कदम उठाए हैं. सीएम नीतीश ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि जो नियोजित शिक्षक थे, उनको सक्षमता परीक्षा पास कराने का अवसर प्रदान किया जा रहा है. 2005 के नवंबर माह में जब हमलोग सरकार में आए थे तब से शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था, आवागमन सहित सभी क्षेत्रों में बेहतरी के लिए काम किया जा रहा है.
28 हजार शिक्षक बने सरकारी कर्मचारी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रसन्नता की बात है कि आज के इस कार्यक्रम में नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा पास कर अब सरकारी शिक्षक बन गये हैं. आज उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है. मैं सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने कहा कि आप सब जानते हैं कि पूर्व में शिक्षकों की कमी होने की वजह से 2006-07 से पंचायत एवं नगर निकायों के माध्यम से बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति की गई, जिनकी कुल संख्या करीब 3 लाख 67 हजार 143 है. उन्होंने कहा कि 2023 में बिहार लोक सेवा आयोग से नये शिक्षकों की नियुक्ति शुरू की गई जिसमें 28 हजार नियोजित शिक्षक से सरकारी शिक्षक हो गये. बचे हुये नियोजित शिक्षक, सरकारी शिक्षक बनने की मांग कर रहे थे, तो वर्ष 2023 में ही तय कर दिया गया कि अलग से एक मामूली परीक्षा लेकर नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक बनने का अवसर दिया जायेगा और इसके लिए पांच मौके दिये जाएंगे.
1.14 लाख को नियुक्ति पत्र जारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक दो परीक्षाओं का आयोजन हो चुका है. पहली सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया गया. जिसमें एक लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षक पास हुये हैं, जिनके प्रमाण-पत्रों की जांच चल रही है. अब तक एक लाख 14 हजार 138 सरकारी शिक्षकों के प्रमाण-पत्र सही पाये गये हैं. आज उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है. बचे हुये शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जांच जारी है. शिक्षा विभाग कार्य को तेजी से पूर्ण करे.
उन्होंने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा अब तक दो चरणों में 2 लाख 17 हजार 272 सरकारी शिक्षकों की बहाली की गयी है, जिन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा चुका है. तीसरे चरण में नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है जिसका रिजल्ट पिछले सप्ताह घोषित किया गया है जिसमें शिक्षक के नये पदों पर 38 हजार 900 अभ्यर्थी परीक्षा पास हुये हैं. हेडमास्टर के नये पदों पर 42 हजार 918 अभ्यर्थी पास हुए हैं. इन सभी को कुछ ही दिनों बाद नियुक्ति पत्र दिया जायेगा.
शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में बिहार सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से ही हम बिहार के विकास में लगे हुये हैं. सर्वप्रथम शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया है. पहले शिक्षा का क्या हाल था? पहले पढ़ाई नहीं होती थी, स्कूलों की कमी थी और शिक्षकों की कमी थी इसलिए सबसे पहले अनेक नये स्कूल खोले गये और कई स्कूलों में नये क्लास रूम बनाये गये. वर्ष 2006-07 में लड़के और लड़कियों के लिए पोशाक योजना शुरू की गयी. वर्ष 2008 में 9वीं क्लास की लड़कियों को विद्यालय जाने के लिए साइकिल योजना चलायी गयी, बाद में वर्ष 2010 से लड़कों को भी साइकिल दी गयी.
उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय (10+2 स्कूल) खोले गये. लड़कियों को बारहवीं पास करने पर पहले 10 हजार मिलते थे जिसे बढाकर अब 25 हजार रुपये कर दिया गया है, वहीं ग्रेजुएट पास होने पर 25 हजार से बढाकर अब 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. अब लड़कियां भी खूब पढ़ रही हैं और स्कूलों में लड़के और लड़कियों की संख्या लगभग बराबर हो गयी है.
किशनगंज में सास ने पोती को जमीन पर पटक कर की हत्या, बहू से गुस्से थी सास
21 Nov, 2024 01:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के किशनगंज जिले में एक दादी की हैवानियत सामने आई है. मामूली विवाद में उसने अपनी ही पोती की जमीन पर पटक जान ले ली. दरअसल, ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के छैतल पंचायत के दिघली गांव में एक बहू का अपनी ननद से झगड़ा हो रहा था. अपनी बेटी को भला-बुरा कहते देख सास ने अपना आपा खो दिया और बहू के गोद से छीनकर दुधमुंही बच्ची को जमीन पर पटक दिया. हैरानी तो तब हुई, जब महिला ने घटना की जानकारी अपने पति को दी. पति घायल बच्ची को बाइक पर बैठाकर अस्पताल ले जाने के लिए तैयार हुआ तो परिजन ने उसकी गाड़ी की चाभी निकाल ली, जिस वजह से बच्ची की तड़प-तड़प कर जान चली गई. घटना को लेकर बहू ने ठाकुरगंज थाने में सास, ससुर और ननद के खिलाफ शिकायत की. घटना को लेकर SDOP ने बताया कि आपसी विवाद में सास द्वारा बच्ची को छीनकर जमीन पर फेंकने का मामला प्रकाश में आया है. इस सबंध में सास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
बेटी होने को लेकर झगड़े थे
घटना को लेकर एक बात यह भी सामने निकल कर आ रही है कि बहू को बेटी होने से सास नाराज थी, जिसको लेकर अक्सर दोनों में बीच झगड़ा होते रहता था. बताया जा रहा है कि एक साल पहले ही शादी ठाकुरगंज निवासी नूरसेद आलम से हुई थी. शादी के एक साल बाद बहू ने एक बच्ची को जन्म दिया था. बच्ची अभी मात्र दो महीने की ही थी. महिला की पति से तो बनती थी, लेकिन सास, ससुर और ननद बेटी पैदा होने से नाराज थे.
वहीं खाना बनाने को लेकर पहले ससुर का बहू से विवाद हुआ, फिर इस झगड़े में ननद भी कूद पड़ी. अपनी बेटी से गाली-गलौज होता देख सास भी अपनी बेटी के पक्ष में कूद पड़ी, जिसके बाद सास, ननद ने बहू की जमकर पिटाई कर दी. फिर अचानक सास अपनी बहू के गोद से दुधमुंही बच्ची को छीनकर जमीन पर जोर से पटक दिया, जिसके बाद बच्ची जोर से चीखने के बाद शांत हो गई.
पति ने बाइक से अस्पताल पहुंचाया
वहीं महिला बार-बार परिजन से बच्ची को अस्पताल ले जाने की गुहार लगाती रही, लेकिन सब तमाशबीन बने रहे. घटना की सूचना जब पति को मिली तो वह बाइक लेकर घर पहुंचा और बाइक के पीछे जैसे ही बहू बच्ची लेकर पहुंची की सास ने बाइक की चाभी छीन ली. काफी देर बाद किसी तरह बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद महिला के मायके वाले भी घर पहुंच गए और हंगामा किया. ससुर और ननद की भी गिरफ्तारी की मांग की.
कतर में बेची गई महिला ने पटना में दर्ज करवाई FIR, पति और ससुरालियों पर गंभीर आरोप
21 Nov, 2024 12:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के पटना से दिल को झकझोर कर रख देने वाली कहानी सामने आई है. यहां एक शौहर अपनी बीवी को घुमाने की बात कहकर कतर ले गया. लेकिन वहां जाकर उसने एक शेख को अपनी बीवी बेच दी. फिर खुद वापस भारत आ गया. उसके बाद शख्स ने डाक के जरिए बीवी को तीन तलाक लिखकर भेज दिया. उधर, सिक्योरिटी गार्ड की मदद से महिला ने किसी तरह अपनी बात भारतीय दूतावास तक पहुंचाई. फिर उनकी मदद से भारत लौटी.
पति सरकारी कर्मचारी नहीं
यहां आकर महिला ने अपनी आपबीती सुनाई. फिर पति और अपने ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. मामला दीघा थाना क्षेत्र का है. यहां पटना निवासी एक युवती का निकाह 2021 में शाहबाज हसन नाम के युवक से हुआ था. तब युवती के परिवार वालों को यह बताया गया था कि युवक विद्युत विभाग में सरकारी कर्मचारी है. हालांकि निकाह के बाद जब युवती अपने ससुराल गई तो यह सामने आई कि उसका पति किसी NGO में काम करता है. इसके बाद उसका पति कतर चला गया. 2021 में ही 29 अक्टूबर को उसने पत्नी को कतर बुला लिया. वहां पर वह कुछ दिन अपने पति के साथ रही.
पति ने 10 लाख रुपये में बेचा
युवती ने आरोप लगाया है कि वहीं पर उसने एक बच्चे को जन्म दिया. बच्चे को जन्म देने के बाद ही उसके पति ने कतर के शेख के हाथों उसे 10 लाख रुपए में बेच दिया. इसके बाद उसने एक सिक्योरिटी एक गार्ड की मदद ली. उस गार्ड की मदद से ही उसने किसी तरह भारतीय दूतावास से संपर्क किया. भारतीय दूतावास के मदद से उसने खुद को बचाया और वह सुरक्षित अपने घर पहुंची. युवती के अनुसार उसके सास, ससुर भी उसे अपनाने को तैयार नहीं है. इस पूरे मामले को लेकर के अब युवती ने राजधानी के दीघा थाने में अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है.
सपा की गुटबाजी पर हाईकमान का हस्तक्षेप किस पर गिरेगी गाज
20 Nov, 2024 03:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अलीगढ़ । जिला समाजवादी पार्टी में गुटबाजी बढ़ गई है। इसका असर खैर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव पर भी पड़ रहा है। जिला स्तर के कुछ पदाधिकारियों की निष्क्रियता चर्चा में है। इसकी शिकायत पार्टी हाईकमान से की गई थी, जिसके बाद कुछ स्थानीय नेताओं से गुटबाजी का फीडबैक लिया गया है। चर्चा है कि उपचुनाव के बाद कुछ नेताओं पर गाज गिर सकती है। खैर सीट के उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी दल दम लगाए हुए हैं। भाजपा और सपा में कड़ा मुकाबला है। इसी के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र दिलेर के समर्थन में दो बार चुनावी सभाओं को संबोधित किया, वहीं सपा प्रत्याशी चारू कैन के समर्थन में जनसभा को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संबोधित किया। समाजवादी पार्टी में प्रत्याशी के चयन को लेकर जिला स्तरीय कुछ नेताओं की नाराजगी की चर्चा काफी समय से है। चुनाव प्रचार के दौरान भी उनकी निष्क्रियता रही। इसकी शिकायत पार्टी हाईकमान से भी की गई। कुछ नेताओं के नाम भी भेजे गए। इस पर लखनऊ और दिल्ली में बैठे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन नेताओं से प्रचार में सक्रियता के प्रमाण भी मांगे। इसका असर उपचुनाव पर पड़ता देख पार्टी हाईकमान ने इसे गंभीरता से लिया और फीडबैक लेना शुरू कर दिया। चर्चा है कि चुनाव के बाद कुछ नेताओं पर पार्टी कार्रवाई कर सकती है।
इनका कहना है...
जिलाध्यक्ष सपा लक्ष्मी धनगर का कहना है कि समाजवादी पार्टी में गुटबाजी नहीं है। सभी नेता अपने-अपने तरीके से प्रचार में लगे हैं। इस पर पार्टी हाईकमान से फीडबैक लिया जाता है। कांग्रेस नेताओं को सभी कार्यक्रमों की सूचनाएं दी गई थीं। मेरा स्वास्थ्य खराब होने के कारण हो सकता है कुछ नेताओं को सूचना न पहुंची हो। जिलाध्यक्ष कांग्रेस सोमवीर सिंह का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने कार्यक्रमों की सूचना नहीं दी, यदि सूचना मिलती तो जरूर जाते। सपा ने अखिलेश यादव की सभा में कांग्रेस के झंडे भी नहीं लगाए। गठबंधन धर्म निभाते हुए सपा को कांग्रेस के नेताओं को साथ रखना चाहिए था तथा कांग्रेस के झंडे कांग्रेस पार्टी कार्यालय और कार्यक्रम स्थलों पर लगाने चाहिए थे।
अंत्योदय से सर्वाेदय, राष्ट्रीय एकता, सुशासन को समर्पित होगा वर्ष 2025-योगी
20 Nov, 2024 02:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में भावी कार्यक्रमों पर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आगामी वर्ष 2025 अत्यंत महत्वपूर्ण होने जा रहा है। यह वर्ष भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाया जाना है, तो यह लौहपुरुष सरदार पटेल की 150 वीं जयंती का भी वर्ष है। एक ओर जहां हम संविधान अंगीकार करने का अमृत महोत्सव मनाएंगे, वहीं लोकतंत्र की हत्या श्आपातकालश् के 50 वर्ष पूरे होने पर लोगों को जागरूक भी किया जाना है। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की 300वीं जयंती भी इसी वर्ष मनाई जाएगी। 2025 का यह वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मशताब्दी वर्ष है तो इसी वर्ष हमें जीरो पॉवर्टी का लक्ष्य भी पूरा करना है। यह पूरा वर्ष अंत्योदय से सर्वाेदय, राष्ट्रीय एकता और सुशासन की परिकल्पना को समर्पित होगा। इनके दृष्टिगत पूरे वर्ष आयोजन किये जाएंगे। 26 दिसंबर 2024 से प्रारंभ हो रहे श्संविधान के अमृत महोत्सव वर्षश् की शुरुआत पर राजधानी लखनऊ में शासन स्तर के साथ-साथ सभी सरकारी संस्थानों, विभागों, कार्यालयों, विद्यालयों, विश्वविद्यालयों में संविधान की प्रस्तावना का वाचन करते हुए संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ ली जानी चाहिए। स्कूल और कॉलेजों में निबंध और डिबेट आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं। संसदीय कार्य विभाग इसका नोडल विभाग होगा। पूरे वर्ष होने वाले कार्यक्रमों की विस्तृत कार्ययोजना यथाशीघ्र जारी कर दी जाए।
प्रयागराज महाकुम्भ में पूरी दुनिया से लोगों का आगमन होगा
प्रयागराज महाकुम्भ में पूरी दुनिया से लोगों का आगमन होगा। यह दुनिया के लिए भारत को जानने, समझने का सुअवसर है। महाकुम्भ में भारतीय संविधान पराधारित श्संविधान गैलरीश् तैयार कराई जाए। यहां संविधान सभा के गठन चर्चा-परिचर्चा, संविधान के बनने की पूरी प्रक्रिया को ऑडियो-विजुअल माध्यम से प्रदर्शित किया जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन सरकार जनजातीय समाज की संस्कृति के संरक्षण और जनजातीय समाज के कल्याण के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रही है। बलरामपुर के इमिलिया कोडर में जनजातीय संग्रहालय भी स्थापित किया गया है जबकि दो और संग्रहालय भारत सरकार द्वारा स्थापित कराए जा रहे हैं। महाकुम्भ में भगवान बिरसा मुंडा पर और प्रदेश की जनजातीय संस्कृति, सरकार के प्रयासों पर केंद्रित विशेष गैलरी बनाया जाए।अटल जी की जन्मशताब्दी के अवसर पर विश्वविद्यालयों में अटल शोध पीठ तथा सुशासन पीठ की स्थापना कराई जानी चाहिए। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इसमें आवश्यक कार्यवाही की जाए। इसी प्रकार, सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्ष में राष्ट्रीय एकता को प्रोत्साहित करते हुए पूरे वर्ष विविध कार्यक्रमों के माध्यम से मनाया जाना चाहिए। गृह विभाग इसका नोडल विभाग होगा।
लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की 300वीं जयंती को पूरे प्रदेश में बड़े स्तर पर मनाया जाना चाहिए
आक्रांताओं के कालखण्ड में किस प्रकार अहिल्याबाई ने भारतीय सांस्कृतिक चेतना को पुनर्जीवन दिया, इससे नई पीढ़ी को परिचित कराया जाना चाहिए। अहिल्याबाई जी के व्यक्तित्व-कृतित्व पर स्कूल कॉलेजों में निबन्ध, डिबेट और सेमिनार का आयोजन भी कराया जाए। श्लोकतंत्र की हत्याश् आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर लोगों को अलग-अलग कार्यक्रमों के माध्यम से इसकी विभीषिका से नई पीढ़ी को परिचित कराया जाना चाहिए। इस दौरान लोकतंत्र रक्षक सेनानियों के सम्मेलन कराया जाना चाहिए। इस संबंध में सूचना विभाग द्वारा आवश्यक कार्ययोजना तैयार की जाए।
बुर्के पर सपा और भाजपा आमने-सामने, गिरिराज सिंह ने कहा, बुर्का हटाकर वोट डालने का विरोध नहीं
20 Nov, 2024 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की वोटिंग से पहले बुर्के को लेकर विवाद गहरा गया है। सपा प्रमुख और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने चुनाव में वोट डालने जाने वाली महिलाओं के बुर्का उठाकर जांच करने के मुद्दे पर करारा हमला बोला था। उन्होंने इस प्रकार की जांच पर रोक लगाने की मांग की। इसके बाद सपा ने भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर बुर्का उठाकर जांच करने की मांग कर डाली। सपा की ओर भेजे गए पत्र में कहा गया है कि बुर्के को उठाकर जांच कराए जाने से महिलाएं डर जाती हैं। वे वोट डालने मतदान केंद्रों पर नहीं आती हैं। अब मामले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का बयान सामने आया है।
केंद्रीय मंत्री सिंह का बड़ा हमला सामने आया
सपा के बुर्का हटाकर न जांच करने की मांग पर केंद्रीय मंत्री सिंह का बड़ा हमला सामने आया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश की पार्टी की नेत्री ने वोट जिहाद का नारा दिया है। आज कांग्रेस और मुसलमान मौलवियों की ओर से वोट जिहाद के नारे लग रहे हैं। भारत के धर्मगुरु भी आवाज दे रहे हैं। उनकी बातों को भी अब सुना जाना चाहिए। देश के अंदर समय आ गया है कि सभी को एक रहना चाहिए। केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा है कि मतदान करने आने वाले हर वोटर की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बुर्का हटाकर वोट डालने का विरोध नहीं होना चाहिए। हर मतदाता की पहचान वोटिंग के पहले बूथ पर मौजूद पार्टियों के पोलिंग एजेंट के स्तर पर होती है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि फर्जी मतदान नहीं होने देना है। हर वोटर की पहचान के बाद ही वोट डालने देना है। विरोध करने वालों की चुनाव आयोग से शिकायत करें।
नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान आज
20 Nov, 2024 08:27 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए बुधवार को मतदान होगा। प्रदेश की नौ सीटों अंबेडकरनगर में कटेहरी, मैनपुरी में करहल, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद में मीरापुर, मिर्जापुर में मझवां, कानपुर नगर में सीसामऊ, अलीगढ़ में खैर, प्रयागराज में फूलपुर और मुरादाबाद में कुंदरकी सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव होंगे और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।इनमें से आठ सीटें मौजूदा विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई हैं, जबकि सीसामऊ में मौजूदा सपा विधायक इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उपचुनाव हो रहा है। उपचुनाव में कुल 90 उम्मीदवार मैदान में हैं। सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं। वहीं, सबसे कम पांच-पांच उम्मीदवार खैर (सुरक्षित) और सीसामऊ सीटों पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी सीटों पर सपा ने जीत हासिल की थी जबकि भाजपा ने फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां और खैर पर जीत हासिल की थी। मीरापुर सीट राष्ट्रीय लोकदल के पास थी, जो अब भाजपा की सहयोगी है। कांग्रेस उपचुनाव नहीं लड़ रही है और इंडिया गठबंधन की अपनी सहयोगी सपा का समर्थन कर रही है। बहुजन समाज पार्टी अपने दम पर सभी नौ सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
उपचुनावों के नतीजों का 403 सदस्यीय उप्र विधानसभा पर कोई सीधा असर नहीं पड़ेगा
असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम ने गाजियाबाद, कुंदरकी और मीरापुर सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं जबकि चंद्रशेखर की आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने सीसामऊ को छोड़कर सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। उपचुनावों के नतीजों का 403 सदस्यीय उप्र विधानसभा पर कोई सीधा असर नहीं पड़ेगा, लेकिन यह विभिन्न राजनीतिक दलों को एक संदेश देगा। सपा जहां सदन में अपनी संख्या बढ़ाने का लक्ष्य रखेगी, वहीं भाजपा और उसकी सहयोगी रालोद विधानसभा में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने की कोशिश करेगी। वर्तमान में विधानसभा में भाजपा के 251 विधायक हैं, जबकि सपा के 105 विधायक हैं। भाजपा के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के 13 विधायक हैं, रालोद के 8 विधायक हैं, सुभासपा के 6 विधायक हैं और निषाद पार्टी के 5 विधायक हैं। कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो-दो विधायक हैं, जबकि बसपा का एक विधायक है। वर्तमान में दस सीटें खाली हैं।
अखिलेश यादव की मांग- वोटिंग के दौरान बुर्का हटाकर चेकिंग न करें
19 Nov, 2024 07:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि मुस्लिम महिलाओं की वोटिंग के दौरान बुर्का हटाकर चेकिंग नहीं की जाना चाहिए। इस आशय का उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में इस तरह की व्यवस्था की जानी चाहिए। सपा ने ईसी को लिखे अपने पत्र में कहा,महिलाएं अगर बुर्का पहनकर वोटिंग करें तो पुलिस हस्तछेप न करे। मुस्लिम महिलाओं के बुर्का हटाने को लेकर वह डरी हुई हैं. ऐसे में वह मतदान नहीं कर पाती हैं। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वोटिंग के दौरान पुलिस के पास वोटर का पहचान पत्र जांच करने का अधिकार न हो. क्योंकि मुस्लिम वोटर पुलिस के नकाब हटाने को लेकर भयभीत हैं।
सपा की इस मांग से सियासी घमासान मच सकता है
सपा की इस मांग से सियासी घमासान मच सकता है। क्योंकि बीजेपी कई मौकों पर बुर्काधारी महिला वोटर्स की जांच की मांग करती आई है। दिल्ली की 7 सीटों पर इस बार हुए लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी की दिल्ली यूनिट ने भी ऐसी ही मांग की थी। दिल्ली में लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली भाजपा का एक प्रतिनिधमंडल, जिसमें विधायक अजय महावर, मोहन सिंह विष्ट, प्रदेशमंत्री किशन शर्मा, वकील नीरज गुप्ता ने दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा था. इसमें मांग की गई थी कि मतदान वाले दिन दिल्ली में जो भी बुर्का पहनकर या मुंह पर मास्क लगाकर मतदान करने आए, उसकी पूरी जांच के बाद ही वोट डालने दिया जाए। महिला अधिकारी या महिला पुलिस उनका चेहरा चैक करे।
सपा-भाजपा के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई
19 Nov, 2024 06:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यूपी की इस सीट पर प्रतिष्ठा की लड़ाई वर्चस्व से है। उपचुनाव में भाजपा के दस जनप्रतिनिधियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। सपा के आठ जनप्रतिनिधियों के लिए पार्टी के वर्चस्व को कायम रखने की चुनौती है।मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव में प्रतिष्ठा की लड़ाई वर्चस्व से है। कुंदरकी सीट पर सपा के वर्चस्व के इतिहास को बदलने के लिए भाजपा के लिए दस जनप्रतिनिधियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह समेत सरकार के चार मंत्री शामिल हैं।
वहीं सपा के आठ जनप्रतिनिधियों के लिए कुंदरकी सीट पर दबदबा कायम रखने की चुनौती है। उपचुनाव के नतीजे भाजपा-सपा के इन 18 जनप्रतिनिधियों की आगे की सियासी राह पर असर डाल सकते हैं। जिले में छह विधानसभा क्षेत्र (मुरादाबाद नगर, देहात, कांठ, ठाकुरद्वारा, बिलारी, कुंदरकी) हैं। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने जिले की छह में से पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी। भाजपा सिर्फ मुरादाबाद नगर सीट ही बचा सकी थी। जबकि 2017 के चुनाव में भाजपा के पास दो सीटें थीं। विधायक जियाउर्रहमान बर्क के सांसद बनने पर रिक्त हुई कुंदरकी विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को मतदान होगा। इस सीट पर सपा का वर्चस्व रहा है। पिछले छह चुनावों (1996 से 2022 तक) में चार बार जीत की बाजी सपा के हाथ लगी है। जबकि दो बार बसपा विजयी रही। इस सीट पर भाजपा सिर्फ एक बार 1993 में जीत हासिल कर पाई है। इस इतिहास को बदलने के लिए तब से अब भाजपा जीतोड़ कोशिश कर रही है। कुंदरकी सीट पर सपा का वर्चस्व तोड़कर 31 साल के जीत के सूखे को खत्म करना भाजपा की प्राथमिकता है। इसके लिए भाजपा ने अपने चार मंत्रियों को करीब दो महीने पहले की चुनाव मैदान में उतार दिया था।
मुरादाबाद गृह जनपद होने के कारण भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं एमएलसी भूपेंद्र सिंह लगातार कुंदरकी पर निगाह लगाए हुए हैं। इसके अलावा जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष, एक विधायक और तीन विधान परिषद सदस्य भी भाजपा के हैं। जो पार्टी के उम्मीदवार रामवीर सिंह के पक्ष में चुनाव प्रचार में जुटे हैं। दूसरी ओर सपा के जनप्रतिनिधियों की फेहरिस्त भी भाजपा से कम नहीं है। जो कुंदरकी सीट पर पार्टी के वर्चस्व बरकरार रखने में लगे हैं। इसके लिए पार्टी ने आठ जनप्रतिनिधियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी है।
चार सांसद, चार विधायकों पर चौथी जीत दिलाने का दबाव
-सपा ने भी उपचुनाव जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। पार्टी ने आठ जनप्रतिनिधियों को चुनाव मैदान में उतारा है। इसमें चार सांसद (एक राज्यसभा सांसद) और चार विधायक शामिल हैं। जिन पर कुंदरकी सीट पर पार्टी को लगातार चाैथी पर जीत दिलाने का दबाव है। वहीं उपचुनाव में सपा जीती तो प्रत्याशी हाजी रिजवान की यह चौथी जीत होगी।
कुंदरकी से दिल्ली और लखनऊ की सियासत
- कुंदरकी विधानसभा सीट से दो जिले जुड़े हैं। यहां से दिल्ली और लखनऊ दोनों की सियासत होती है। कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र मुरादाबाद जिले में आती है, लेकिन लोकसभा क्षेत्र में जिला बदल जाता है। कुंदरकी विधानसभा सीट की लोकसभा संभल लगती है। जहां से अब डाॅ. शफीकुर्रहमान बर्क के पोते जियाउर्रहमान बर्क सांसद हैं।
भाजपा से इनकी प्रतिष्ठा दांव पर
भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष एवं एमएलसी
सत्यपाल सैनी, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी
जसवंत सैनी, मंत्री
धर्मपाल सिंह, मंत्री
जेपीएस राठौर, मंत्री
गुलाब देवी, मंत्री
रितेश गुप्ता, विधायक, मुरादाबाद नगर
डॉ. शैफाली सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष
डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त, एमएलसी
गोपाल अंजान, एमएलसी
इन जनप्रतिनिधियों पर सपा के वर्चस्व को कायम रखने का दबाव
रुचिवीरा, सांसद, मुरादाबाद
जियाउर्रहमान बर्क, सांसद, संभल
जावेद अली, राज्यसभा सांसद
आदित्य यादव, सांसद, बदायूं
कमाल अख्तर, विधायक, कांठ
नवाबजान, विधायक, ठाकुरद्वारा
मोहम्मद फहीम, विधायक, बिलारी
हाजी नासिर कुरैशी, विधायक, मुरादाबाद देहात
भीतरघात से जूझ रहे उम्मीदवार
कुंदरकी उपचुनाव में उम्मीदवार अपने दल से टिकट के दावेदार के भीतरघात से जूझ रहे हैं। जैसे जैसे मतदान की तारीख नजदीक आने लगी है, वैसे-वैसे विरोध भी खुलकर होने लगा है। अपने भरोसेमंद सिपाहसलारों को व्हाट्सएप काॅल कर दिशा निर्देश देने में लगे हैं।
ये सिपाहसलार भी कम नहीं हैं। प्रत्याशियों का भरोसा जीतने के लिए अपने ही नेता जी की चुगली कर देते हैं। वहीं उम्मीदवार भी अपने साथ होने वाले भीतरघात को लेकर शांत नहीं बैठे हैं। चुनाव प्रचार में आने वाले प्रदेश के पदाधिकारियों और नेताओं के जरिये भीतरघातियों की शिकायत प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचाने में देरी नहीं कर रहे हैं। शिकायत के साथ-साथ सबूत ही पेश करते हैं। व्हाट्सएप पर विरोध की इस सियासत से सत्ता के साथ-साथ विपक्ष के उम्मीदवार भी जूझ रहे हैं।
Jharkhand Election 2024: JMM से BJP में शामिल हुईं दिग्गज नेता गीता हाजरा
19 Nov, 2024 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड में दूसरे चरण के मतदान के ठीक पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को जोरदार झटका लगा है। दरअसल, जमुआ विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे बलदेव हाजरा की पुत्रवधु गीता हाजरा सैकड़ो समर्थकों के साथ धनवार बाजार स्थित पप्पू साव के आवास पर बाबूलाल मरांडी व केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी की उपस्थिति में BJP में शामिल हुई। गीता हाजरा स्व.प्रदीप हाजरा की पत्नी हैं और देवरी से पूर्व जिलापरिषद सदस्य भी रही हैं। अब इस दलबदल से गीता झामुमो प्रत्याशी केदार हाजरा के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है।
जनता से BJP के पक्ष में मतदान की अपील
धनवार से BJP प्रत्याशी सह BJP के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोमवार देर शाम को गंगापुर स्थित मैरेज हाल में बैठक की तथा BJP के पक्ष में मतदान की अपील की। दावा किया कि क्षेत्र में अपार जनसमर्थन मिल रहा है। जनता रिकार्ड मतों से BJP को जीताएं। मौके पर केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी थी।
20 वर्षों का भाजपा का हिसाब क्यों नहीं लिया?
JMM ने असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा से पूछा है कि उन्होंने भाजपा के 20 वर्षों का हिसाब लिया है। महासचिव विनोद पांडेय ने आरोप लगाया है कि बिहार, छत्तीसगढ़, ओड़िशा और बंगाल से आए लोग जिन विधानसभाओं में चुनाव हो रहे हैं, वहां चौक-चौराहों पर चुनावी चर्चा करते हुए दिख रहे हैं। यह भाजपा का नया शिगूफा है, जिसे "व्हिस्पर कैंपेन" कहते हैं। इसके लिए हर विधानसभा में मोटी रकम खर्च की गई है।
राज्य के लोग इसका जवाब देंगे। राज्य के लोग हेमंत सोरेन के लिए छिपकर नहीं, खुलकर कैंपेन करें, क्योंकि झारखंडियों के स्वभाव में डरना और धीरे-धीरे चोरी से बोलना नहीं होता। उन्होंने हिमंता को सलाह देते हुए कहा है कि असम जाने से पहले खूंटी में हजारों आदिवासियों के घर जाइयेगा, जिनपर BJP ने देशद्रोह का झूठा केस लगा दिया था।
सिमडेगा और होटवार जेल के मुद्दे उठाए
सिमडेगा में संतोषी के घर चले जाईएगा, नहीं तो उस बेटी के पिता के यहां, जिसे BJP के पूर्व मुख्यमंत्री ने भरे मंच में लताड़ कर बेइज्जत करने का काम किया था। वे उन पारा शिक्षकों के घर भी जा सकते हैं, जिन्हें जेल में डालने का पूर्व की BJP सरकार ने काम किया था। बोला था होटवार जेल भेज देंगे, दफा पर दफा लगवा देंगे। BJP से लड़ने के लिए यहां झारखंडी शेर हेमंत सोरेन हैं। अब आपका झूठ खत्म हो गया हो तो आप असम में हमारे लोगों से किए झूठे वादों को पूरा करने का काम करें। ऐसा नहीं हुआ तो हेमंत सोरेन वहां भी आपके झूठ को नहीं बख्शेंगे।
राज्य में महीनों से जमे घुसपैठियों के जाने का समय भी आ गया है। कल से ये अपना नया ठिकाना तलाशने दिल्ली और बिहार जाएंगे। वहां के लोगों में फूट डालेंगे और फिर वहां चुनाव खत्म होने पर फिर किसी दूसरे राज्य चले जाएंगे। इन्हें अपने मत के रूप में अंतिम तमाचा जड़ने का समय है।
वैशाली के महुआ में 7 पुलिसकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई, शराब तस्करी में लापरवाही का आरोप
19 Nov, 2024 01:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के वैशाली जिले के महुआ में 7 पुलिसकर्मी पर बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है. सभी पुलिसकर्मी महुआ अनुमंडल में ALTF टीम में कार्यरत थे और उनके कार्यशैली एवं शराब तस्करों से सांठगांठ एवं शराब कारोबार को रोकने में लापरवाही को लेकर आए दिन वैशाली पुलिस अधीक्षक को शिकायत मिलती रहती थी.
महिला जवान और चार सिपाही गिरफ्तार
इसी सूचना के आधार पर अहले सुबह पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई की. कार्रवाई के दौरान 32 लीटर शराब उनके पास से शराब बरामद हुआ है और सभी लोगों को हिरासत में लिया गया है. वहीं प्रभारी समेत एक महिला जवान और चार अन्य सिपाही को भी हिरासत में लिया गया है. महिला जवान और अन्य चार सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.
32 लीटर शराब के साथ तस्करी
पूरी घटना को लेकर के पुलिस अधीक्षक वैशाली ने बताया कि सूचना मिली थी कि पातेपुर में बीते दिन ALTF महुआ द्वारा कार्रवाई की गई थी और शराब पकड़े गए थे. उसमें से कुछ शराब छुपा करके पीने और बेचने के लिए उनके द्वारा रखा गया था, जो कि शराब बरामद हुआ है. इनके द्वारा शराब का सेवन किया जाता था और शराब की खरीद और बेच दिया जाता था. तलाशी के दौरान उनके पास से 32 लीटर शराब बरामद हुआ हैं और पुष्टि के तौर पर जो शराब पातेपुर में पकड़ा था वही शराब उनके के पास से बरामद हुई है इससे यह सूचना की सत्यता पुष्टि होती है.
सीएम नीतीश कुमार ने 24 साल पुराना वादा निभाया, PSO के बेटे की शादी में पहुंचे रेवाड़ी
19 Nov, 2024 01:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने निजी सुरक्षा अधिकारी के बेटे पीयूष यादव की शादी में शामिल होने के लिए हरियाणा के रेवाड़ी पहुंचे. मुख्यमंत्री बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में पटना से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और उनके साथ उनके बेटे निशांत कुमार भी थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार से दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद देने आए थे. साथ ही उन्होंने चौबीस साल पहले अपने PSO परमवीर यादव से किया वादा भी निभाया.
20 साल पुराना वादा निभाया
हरियाणा के भुरथल गांव के मूल निवासी परमवीर यादव को नीतीश कुमार का PSO नियुक्त किया गया है. वे लंबे समय से मुख्यमंत्री की नजरों में हैं. उन्होंने अपने इंजीनियर बेटे पीयूष यादव के लिए बिहार के मुख्यमंत्री से आशीर्वाद मांगा, जिसे उन्होंने तुरंत स्वीकार कर लिया. दरअसल, यह वादा मुख्यमंत्री ने दो दशक पहले किया था.
प्रोटोकॉल को दरकिनार किया
17 नवंबर, 2024 दिन रविवार को रेवाड़ी-रोहतक हाईवे टोल प्लाजा के पास एक फार्महाउस में PSO के बेटे पीयूष यादव का तिलक समारोह चल रहा था. जब तिलक समारोह की तैयारियां चल रही थीं, उसी दौरान बिहार के मुख्यमंत्री आधिकारिक प्रोटोकॉल को दरकिनार करते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और मेहमानों को सुखद आश्चर्य में डाल दिया.
जोड़े के उज्ज्वल भविष्य की कामना की
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूल्हे पीयूष यादव को आशीर्वाद दिया और जोड़े के उज्ज्वल भविष्य की कामना की. PSO परमवीर यादव और उनके परिवार के सदस्यों ने भी बिहार के सीएम के साथ तस्वीरें खिंचवाईं. बिहार के सीएम की भागीदारी से उत्सव दोगुना हो गया, लेकिन जिस चीज ने सभी का ध्यान खींचा वह थी नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की उपस्थिति.
सीएम पिता के साथ पहली बार दौरे पर पहुंचे
निशांत का अपने पिता के साथ यह पहला हरियाणा दौरा था. सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत ने PSO के परिवार के साथ-साथ हरियाणा के लोगों को गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए धन्यवाद दिया. निशांत कुमार आमतौर पर अपने सीएम पिता के साथ आधिकारिक या सार्वजनिक समारोहों में नहीं देखे जाते हैं, लेकिन उनके साथ उनकी हालिया उपस्थिति ने राजनीतिक हलकों में जोरदार चर्चा पैदा कर दी है.
सहरसा में डॉक्टर और नर्सों की लापरवाही, गर्भवती महिला को दर्द के बावजूद नहीं मिली मदद
19 Nov, 2024 01:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के सहरसा से स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां एक गर्भवती ने नर्स और डॉक्टरों के होते हुए भी खुले आसमान के नीचे बच्चे को जन्म दिया. महिला के परिवार ने आरोप लगाया कि नर्स और डॉक्टर, किसी ने भी उनकी मदद नहीं की. जब गर्भवती महिला दर्द से कराह रही थी, तब नर्स चाय की चुस्की लेने में व्यस्त थीं. उन्हें बताया भी कि महिला को दर्द हो रहा है. बावजूद इसके किसी भी नर्स ने उनकी मदद नहीं की.
महिला ने खुले आसमान में दिया बच्चे को जन्म
महिला जब बच्चे को जन्म दे रही थी तो अस्पताल में मौजूद कई लोगों ने इसका वीडियो भी बनाया. सोशल मीडिया पर महिला के कई वीडियो वायरल हुए हैं. इसमें लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए. तब नर्सों ने अपनी सफाई दी. बोलीं- हमने महिला को टहलने को कहा था. लेकिन वो बाहर ही चली गई. उधर, इस बारे में सिविल सर्जन डॉ. ने कहा- प्रसव से पहले टहलाने के लिए कहा जाता है. इसी दौरान प्रसव हो गया होगा.
नर्सों की लापरवाही सामने आई
मामला सहरसा के सदर अस्पताल का है. यहां प्रसव वार्ड में तैनात नर्सों की लापरवाही के कारण एक गर्भवती ने अस्पताल परिसर में खुले आसमान के नीचे बच्चे को जन्म दिया. जानकारी के मुताबिक, महिला सत्तर कटैया प्रखंड के खदियाही गांव की रहने वाली है. प्रसव पीड़ा होने पर आशा के साथ सदर अस्पताल आई थी.
नर्सों ने प्रसव से पहले ध्यान नहीं दिया
परिजनों का आरोप है- महिला की डिलीवरी थी. लेकिन नर्स चाय की चुस्की लेती रहीं और इधर अस्पताल परिसर में ही उसने खुले आसमान के नीचे बच्चे को जन्म दे दिया. परिजन जरीना खातून ने आरोप लगाया कि यह नर्स की लापरवाही से हुआ है. बोलीं- हमारी रिश्तेदार को बेहिसाब लेबर पेन उठा था. साफ पता लग रहा था कि डिलीवरी होने वाली है. लेकिन नर्सों ने लापरवाही बरती. उसे टहलने के लिए बाहर भेज दिया. थोड़ी ही देर में महिला की वहीं पर डिलीवरी हो गई, वो भी खुले आसमान के नीचे. इस दौरान वहां कोई भी स्वास्थ्यकर्मी मौजूद नहीं था.
जैसे ही घटना सामने आई अस्पताल परिसर में लोगों की भीड़ जुट गई और अस्पताल कर्मियों के खिलाफ परिजन आक्रोशित हो उठे. इधर, नर्सों ने परिजनों और आशा पर ही लापरवाही का आरोप लगा दिया. नर्सों का कहना था कि उन्होंने मरीज को वार्ड में टहलाने को कहा था, लेकिन वह बाहर चली गई. जबकि परिजनों का आरोप है कि नर्सों ने मदद नहीं की.
कृषि मंत्री मंगल पांडेय: बिहार में कृषि योजनाओं की समीक्षा, डीजल अनुदान और जैविक खेती पर ध्यान देने के निर्देश
19 Nov, 2024 12:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने पटना स्थित कृषि भवन में सोमवार को समीक्षा बैठक कर राज्य में चल रही विभिन्न कृषि योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने मौजूद पदाधिकारियों को 15 दिन के अंदर डीजल अनुदान से संबंधित बकाया राशि भुगतान के निर्देश दिए। साथ ही चालू वित्तीय वर्ष में चलाई जा रही परंपरागत कृषि विकास योजना, केंद्र प्रायोजित योजनाएं, क्रिषोन्नति योजनाएं, मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना, बीज ग्राम योजना, दलहन फसल प्रोत्साहन योजना, जैविक खेती से संबंधित योजनाओं की समीक्षा और मूल्यांकन की।
किसानों के आर्थिक विकास के लिए कड़े कदम
मिट्टी जांच प्रयोगशाला के सुदृढ़ीकरण व राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और मृदा स्वास्थ्य कार्ड का लक्ष्य भी इस वित्तीय वर्ष के अंत तक पूर्ण करने का निर्देश दिया। इस मौके पर पांडेय ने कहा कि जैविक खेती पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान केंद्रित की जाए। डबल इंजन की सरकार किसानों की हित के लिए व उनके आर्थिक विकास के लिए दिन रात काम कर रही है।
किसानों को कृषि यंत्र उपलब्ध कराने पर जोर
पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार राज्य के किसानों को उनकी जरूरत के हिसाब से कृषि यंत्र उपलब्ध कराना आवश्यक है। इसीलिए कृषि यंत्रों के आवंटन पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। राज्य के किसानों को पौधा संरक्षण परामर्श देना और डीजल अनुदान भी शत-प्रतिशत पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है, ताकि राज्य के किसान उन्नत तरीके से खेती का सकें।
खेतों में मानव रहित ड्रोन से दवाओं के छिड़काव
खेतों में मानव रहित ड्रोन से दवाओं के छिड़काव और ई-किसान भवन के कर्मचारियों को वेतन ससमय उपलब्ध हो, कृषि विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तकों के माध्यम से राज्य और केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी कृषि योजनाओं की जानकारी किसानों को उपलब्ध करवाई जाए। पांडेय ने कहा कि भागलपुर के सबौर स्थित कृषि विश्वविद्यालय के कार्यालय भवनों को एक सड़क से जोड़ने के लिए किए जा रहे कार्यों को मार्च 2025 तक पूर्ण किया जाए।