उत्तर प्रदेश
योगी आदित्यनाथ ने साबरमती रिपोर्ट को यूपी में टैक्स फ्री करने का ऐलान किया
22 Nov, 2024 02:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने फिल्म साबरमती रिपोर्ट को यूपी में टैक्स फ्री करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि साबरमती रिपोर्ट एक सच को देशवासियों को सामने लाने की कोशिश करने वाली फिल्म है। अपनी कला के माध्यम से राष्ट्रीय कर्तव्यों का निर्वहन किया गया है। उन सभी लोगों को जो सच पर पर्दा डालने और देश के खिलाफ षड्यंत्र करने का काम करते हैं, उनको इस फिल्म ने जवाब दिया है।
सत्य को छुपाने वालों को एक्सपोज़ किए जाने की ज़रूरत
उन्होंने कहा, अयोध्या से वापस गुजरात जाने के दौरान गोधरा में जो हुआ था, उस सच्चाई को दबाने का हर स्तर पर प्रयास हुआ है। सत्य को छुपाने वालों को एक्सपोज़ किए जाने की ज़रूरत है। ये साबरमती रिपोर्ट से शुरू हुआ है। राजनैतिक अस्थिरता पैदा करने के लिए अक्सर अलग अलग ज़िम्मेदार स्तंभों के ज़रिये होते रहे हैं। देश की जनता को सच जानने का अधिकार है। साबरमती रिपोर्ट ने फ़िल्म के माध्यम से वास्तविकता को देश के सामने लाने का काम किया है। हर देशवासी को साबरमती रिपोर्ट देखनी चाहिए। मैंने आज ये फ़िल्म देखी। मैं रामभक्तों के प्रति श्रद्धांजलि देता हूं।बता दें कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और गुजरात में भी इस फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया है। फिल्म को लोगों द्वारा भी काफी पसंद किया जा रहा है। इस फिल्म में विक्रांत मेसी, राशी खन्ना, रिद्धी डोगरा और बरखा सिंह ने अहम भूमिका निभाई है।
बिहटा सोनार मंडी में आग लगने से तीन दुकानें जलकर खाक, 15-20 लाख का नुकसान
22 Nov, 2024 01:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: बिहटा में आधी रात को एक ज्वेलरी शॉप में आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते बगल की दो दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस हादसे में तीनों दुकान जलकर खाक हो गईं। कुल नुकसान 15 से 20 लाख रुपये तक आंका जा रहा है।
अलंकार ज्वेलर्स और बगल की दुकानें जलकर खाक
बिहटा सब्जी मंडी के पास स्थित सोनार मंडी की घटना है। देर रात अलंकार ज्वेलर्स नाम के दुकान में बिजली के शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई। स्थानीय लोगों ने दुकान मालिक और पुलिस को घटना की सूचना दी। आग की लपटें इतनी तेज थी कि बगल की एक और ज्वेलरी दुकान और एक सिंगार की दुकान भी इसकी चपेट में आ गई।
आसपास की दुकानों को भी हुआ नुकसान
अलंकार ज्वेलर्स के मालिक ने बताया कि लगभग 8 बजे रात को दुकान बंद करके घर गए थे। रात 12 बजे मुझे फोन पर सूचना मिली कि मेरी दुकान में आग लग गई है। मैं तुरंत दुकान पर पहुंचा तो देखा कि मेरी दुकान पूरी तरह आग की चपेट में है। हमने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। उन्होंने आगे बताया कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी है। हमें अभी तक यह पता नहीं चला है कि कितना नुकसान हुआ है। आसपास की दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है।
दमकल कर्मियों ने 40 मिनट में पाया काबू
स्थानीय लोगों ने बताया कि आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी क्योंकि बाजार में अतिक्रमण होने के कारण दमकल की बड़ी गाड़ियां अंदर तक नहीं पहुंच पा रही थी। घटना के बारे में जानकारी देते हुए दमकलकर्मी ने बताया कि हमें थानाध्यक्ष ने सूचना दी कि बिहटा बाजार में एक ज्वेलरी दुकान में आग लग गई है। हम तुरंत मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
बिहटा थानाध्यक्ष ने बताया कि हमें स्थानीय लोगों ने ज्वेलरी दुकान में आग लगने की सूचना दी थी। करीब 40 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। हमें दुकान मालिकों से लिखित शिकायत मिलने के बाद ही पता चल पाएगा कि आग से कितना नुकसान हुआ है।
बेगूसराय में अपराधियों का हमला: साहसिक लोगों ने पकड़कर की धुनाई, गांजा और हथियार बरामद
22 Nov, 2024 01:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार: बिहार के बेगूसराय से इस वक्त बड़ी खबर सामने निकल कर आ रही है. जहां सुबह-सुबह अपराधियों के द्वारा हथियार लेकर हमला करने का प्रयास किया गया, तभी लोगों ने अपना साहस का परिचय देते हुए दो कुख्यात अपराधियों को खदेड़ कर पकड़ लिया. वहीं लोगों ने दोनों अपराधियों को पकड़ कर धुनाई कर दी. इस घटना के बाद मौके पर काफी देर तक हंगामा होता रहा. वहीं जब दोनों अपराधी की तलाशी ली गई तो अपराधी के पास से भारी मात्रा में गांजा और हथियार बरामद हुआ. यह पूरा मामला नगर थाना क्षेत्र के बस स्टैंड के पास से की है. बताया जा रहा है कि सुबह-सुबह अपराधियों के द्वारा बस स्टैंड के पास हुआ जुआ खेल रहा था.
भारी मात्रा में गांजा और हथियार बरामद
बिहार के बेगूसराय से इस वक्त बड़ी खबर सामने निकल कर आ रही है. जहां सुबह-सुबह अपराधियों के द्वारा हथियार लेकर हमला करने का प्रयास किया गया, तभी लोगों ने अपना साहस का परिचय देते हुए दो कुख्यात अपराधियों को खदेड़ कर पकड़ लिया. वहीं लोगों ने दोनों अपराधियों को पकड़ कर धुनाई कर दी. इस घटना के बाद मौके पर काफी देर तक हंगामा होता रहा. वहीं जब दोनों अपराधी की तलाशी ली गई तो अपराधी के पास से भारी मात्रा में गांजा और हथियार बरामद हुआ. यह पूरा मामला नगर थाना क्षेत्र के बस स्टैंड के पास से की है. बताया जा रहा है कि सुबह-सुबह अपराधियों के द्वारा बस स्टैंड के पास हुआ जुआ खेल रहा था.
पकड़े जाने के बाद इलाके में हंगामा
इस घटना की सूचना स्थानीय लोगों ने नगर थाना पुलिस को दी. मौके पर नगर थाने की पुलिस पहुंची जब दोनों अपराधी की तलाशी ली गई तो दोनों अपराधी के पास से भारी मात्रा में गांजा और हथियार भी बरामद किया. फिलहाल इस घटना की देखने के लिए घटनास्थल पर लोगों की काफी भीड़ लग गई. वहीं पुलिस ने उसे भीड़ से दोनों अपराधी को हिरासत में लेकर नगर थाना लाई जहां दोनों अपराधी से पूछताछ की जा रही है.
नौकरी भाजपा के एजेंडे में नहीं है - नगर निगम गोरखपुर में आउटसोर्सिंग पर अखिलेश का तंज
22 Nov, 2024 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गोरखपुर । गोरखपुर नगर निगम गोरखपुर आउटसोर्सिंग पर सेवानिवृत अधिकारियों और कर्मचारियों को नियुक्ति करने जा रहा है। इस नियुक्ति में तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और लेखपाल के लिए आवेदन मांगा है। एक न्यूज़पेपर में इसका विज्ञापन भी निकला हुआ है जिसे पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा की साजिश बताते हुए कहा कि हम तो हमेशा से कहते रहे हैं, आज फिर दोहरा रहे हैं कि नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं, आउटसोर्सिंग पीडीए के ख़िलाफ़ एक आर्थिक साज़िश है।
हम तो हमेशा से कहते रहे हैं, आज फिर दोहरा रहे हैं
अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि बेहतर होगा कि भाजपा पूरी की पूरी सरकार ही आउटसोर्स कर दे तो उसका एक जगह से ही सारा कमीशन, एक साथ सेट हो जाए।ऐसा करने से भाजपा को फुटकर में नौकरी और उसके बहाने आरक्षण को ख़त्म करने का महाकष्ट नहीं उठाना पड़ेगा।हम तो हमेशा से कहते रहे हैं, आज फिर दोहरा रहे हैं नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं।आउटसोर्सिंग पीडीए के ख़िलाफ़ एक आर्थिक साज़िश है।भाजपा इस प्रस्ताव को तत्काल वापिस करे और नौकरी-आरक्षण का सांविधानिक हक़ न छीने।घोर आपत्तिजनक, घोर निंदनीय।पीडीए कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा।हालांकि इस मामले में गोरखपुर नगर निगम ने बताया कि नगर निगम में या उत्तर प्रदेश में जितने भी सरकारी विभाग हैं ऐसे विभाग में कार्य की अधिकता के कारण कुछ ऐसे पोस्ट अधिकारी और कर्मचारियों को नियुक्त किया जाते हैं।हमने जो विज्ञप्ति निकाली है, यह प्रतिनियुक्ति पर है और रिटायर्ड अधिकारी और कर्मचारी जो है उनकी निकाली है।यह कोई परमानेंट पोस्टिंग नहीं है, जिसके तहत इसके हिसाब से नियुक्ति करते हैं।
56 देशों से पधारे मुख्य न्यायाधीशों व प्रख्यात हस्तियों का लखनऊ में हार्दिक स्वागत किया उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने
22 Nov, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा आयोजित ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ में प्रतिभाग हेतु 56 देशों से पधारे मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों व कानूनविद्दों समेत विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, इण्टरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के न्यायाधीश आदि प्रख्यात हस्तियों के आज देर शाम लखनऊ पधारने पर उप-मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने बतौर मुख्य अतिथि हार्दिक स्वागत किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री मौर्य ने कहा कि दुनिया भर से पधारे न्यायविद्दों व कानूनविद्दों की उपस्थिति ने न सिर्फ लखनऊ के गौरव को विश्व पटल पर आलोकित किया है अपितु दुनिया के देशों को यह संदेश भी दिया है कि एकता व शान्ति का कोई विकल्प नहीं है और यही वह जरिया है जिसमें भावी पीढ़ी का उज्जवल भविष्य निहित है।इससे पहले, इस ऐतिहासिक सम्मेलन की संयोजिका व सी.एम.एस. प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी किंगडन के नेतृत्व में सी.एम.एस. छात्रों, शिक्षकों व प्रधानाचार्याओं ने 56 देशों से पधारे न्यायविद्दों व कानूनविद्दों समेत विभिन्न प्रख्यात हस्तियों के सी.एम.एस. राजाजीपुरम प्रथम कैम्पस में पधारने पर का बैण्ड-बाजे की धुन व फूल-मालाओं के साथ लखनऊ की सरजमीं पर भव्य स्वागत-अभिनन्दन किया।
न्यायविद्दों व कानूनविद्दों ने ताजमहल का दीदार कर भारत की साँस्कृतिक विरासत को सराहा
प्रो. किंगडन ने इस अवसर पर कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि यह ऐतिहासिक सम्मेलन दुनिया को एकता के सूत्र में पिरोने और विश्व के ढाई अरब बच्चों का भविष्य हेतु विश्व समाज को एक नई दिशा देने में सफल साबित होगा। सी.एम.एस. राजाजीपुरम प्रथम कैम्पस की वरिष्ठ प्रधानाचार्या निशा पाण्डेय ने न्यायविद्दों व कानूनविद्दों का स्वागत करते हुए कहा कि यह सम्मेलन पूरे विश्व में बच्चों के अधिकारों की अलख जगाने में सफल होगा।‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 22 से 24 नवम्बर तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित है। इस वर्ष यह ऐतिहासिक सम्मेलन ‘ए गवर्नेन्स फॉर द फ्यूचर’ थीम पर आधारित है। इस ऐतिहासिक सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन कल, 22 नवम्बर, शुक्रवार को प्रातः 9.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में होगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे जबकि उप-मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह की गरिमा को बढ़ायेंगे।
सड़क किनारे मिला अधेड़ का शव, हाथ पर लिखा था राजू-अनारकली
21 Nov, 2024 08:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फिरोजाबाद, यूपी के फिरोजाबाद जिले में गुरुवार को सड़क किनारे अधेड़ उम्र के एक सख्श का शव मिलने से सनसनी फैल गयी।मृतक कौन है और उसकी मौत हत्या है या हादसा इन सभी पहलुओं की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।पीएम रिपोर्ट से ही यह राज खुल सकेगा कि यह हत्या है या हादसा। प्राथमिक तौर पर यह आशंका जताई जा रही है कि इस सख्श की गला दवाकर हत्या की गयी है और शव को यहां फेंका गया है। मृतक के हाथ पर राजू और अनारकली लिखा है। मामला पचोखरा थाना क्षेत्र का है।दरअसल यहां के गांव छितरई के ग्रामीण गुरुवार को जब खेतों ओर गए तो गांव के ही समीप सड़क किनारे एक सख्श का शव पड़ा था। मृतक की उम्र लगभग 45 से 50 साल के आसपास रही होगी। देखते ही देखते स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गयी।शव की पहचान नहीं हो सकी है।स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी।स्थानीय पचोखरा थाना पुलिस के अलावा सीओ टूण्डला अनिवेश कुमार,अपर पुलिस अधीक्षक शहर रविशंकर प्रसाद फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया साथ ही मौके से साक्ष्य भी इकट्ठे किये।पुलिस ने स्थानीय लोगों से पूछताछ भी की।ग्रामीणों के मुताबिक प्रथम दृष्टया तो ऐसा ही प्रतीत हो रहा है कि सख्श की गला दवाकर हत्या कर शव को यहां फेंका गया है।इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक शहर रविशंकर प्रसाद का कहना है कि मृतक के हाथ पर राजू-अनारकली लिखा है।मृतक के शरीर पर कोई जाहिरा चोट नहीं है।मौत के कारणों को जानने के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा। मृतक के शिनाख्त के प्रयास किये जा रहे है।
ग्रीन महाकुंभ, सुरक्षित महाकुंभ: ’महाकुंभ में पहली बार तैनात होंगे ऑल-टेरेन व्हीकल
21 Nov, 2024 03:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज । महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और हरित महाकुंभ बनाने के लिए संकल्पित योगी सरकार अनेक उपाय कर रही है। इसी क्रम में पहली बार महाकुंभ में ऑल टेरेन व्हीकल तैनात किया जा रहा है। यह व्हीकल मेला क्षेत्र में कहीं भी आग की घटना होने पर चंद सेकेंड्स में घटनास्थल पर पहुंचकर आग पर काबू पा सकेगा। यह फायर एस्टींगुशर समेत तमाम अत्याधुनिक फायर सेफ्टी डिवाइसेज से लैस होगा। रेत, दलदल और छिछले पानी में भी यह पूरी रफ्तार से दौड़ सकेगा। अग्निशमन विभाग के ट्रेन्ड फायरकर्मी इस पर सवार होकर पूरे मेला क्षेत्र में आपात स्थिति पर नजर रखेंगे। इसे पहली बार महाकुंभ में उपयोग में लाया जाएगा। इसके लिए चार ऑल-टेरेन व्हीकल्स प्रयागराज पहुंच चुके हैं और अग्निशमन कर्मियों को इसकी राइडिंग और उपयोग की ट्रेनिंग दी जा रही है। सीएम योगी 25 नवंबर को इन चारों व्हीकल्स समेत अन्य डिवाइसेज को हरी झंडी दिखा सकते हैं। इलेक्ट्रिक बैट्री से संचालित होने वाला यह व्हीकल सीएम योगी के सुरक्षित और हरित महाकुंभ के संकल्प को साकार करेगा।
जीरो फायर इंसिडेंट जोन बनाने की व्यापक तैयारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं (यूपी फायर सर्विसेज) की ओर से मेला क्षेत्र को जीरो फायर इंसिडेंट जोन बनाने की व्यापक तैयारी की गई है। ऑल-टेरेन व्हीकल उसी तैयारी का हिस्सा है। प्रयागराज के मुख्य अग्निशमन अधिकारी और महाकुंभ के नोडल अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि चार ऑल-टेरेन व्हीकल्स को जर्मनी से प्रयागराज लाया गया है। लगभग ढाई करोड़ की लागत वाले इन व्हीकल्स को सीएम योगी स्वयं हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इन व्हीकल्स की तैनाती से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि महाकुंभ मेला प्रारंभ होने के बाद क्षेत्र के भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी सुचारू रूप से फायर सेफ्टी सर्विसेज का परिचालन किया जा सके। उन्होंने बताया कि वाहन में पानी की टंकियां, नल और पंप सहित अग्निशमन उपकरण लगे हैं, जिससे अधिकारी आग लगने पर तुरंत कार्रवाई कर सकेंगे। यह त्वरित कार्रवाई आग को फैलने से रोकने में महत्वपूर्ण है, खासकर शुरुआती चरणों में। उन्होंने कहा कि इसमें नॉर्मल एस्टींगुशर के साथ एयर कंप्रेसर और वैमपैक फायर एस्टींगुशर भी है। इसमें गन से 9 लीटर तक पानी का छिड़काव किया जा सकता है। इसमें 8 लीटर पानी और एक लीटर केमिकल होता है जो छिड़काव के बाद फोम बन जाता है। फ्लोरीन-मुक्त फोम में आग बुझाने की प्रभावी क्षमता होती है। यह आग को तेजी से बुझा सकता है। यह ज्वलनशील तरल पदार्थ की आग को भी दबा सकता है और दोबारा आग लगने से रोक सकता है, जिससे यह पारंपरिक फोम का एक विश्वसनीय विकल्प बन जाता है। इसकी डिस्चार्ज डिस्टेंस 45 फीट तक होती है, जिससे सिस्टम ऑपरेटर और आग के बीच सुरक्षित दूरी बनी रहती है। इसमें 75 फीट की नली होती है जो उपयोगकर्ता को किसी भी दिशा में यूनिट के 100 फीट के भीतर आग तक पहुंचने में सक्षम बनाती है। यह दूरी ऑपरेटर और फायरमैन को विकिरण गर्मी और जहरीली गैसों से भी सुरक्षा प्रदान करती है। यह वाहन अग्निशामकों और प्रथम प्रतिक्रियाकर्ताओं के लिए अधिक सुरक्षित है। यह बायोडिग्रेडेबल और ग्रीन शील्ड प्रमाणित भी है। फ्लोरीन-मुक्त फोम वाले वाहनों का उपयोग करने के लिए अग्निशमन कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
यह वाहन चंद सेकेंड्स में घटनास्थल पर पहुंच सकेंगे
उन्होंने बताया कि आग से जुड़ी ज्यादातर बड़ी घटनाओं में, कर्मियों को अक्सर भीड़भाड़ वाले इलाकों का सामना करना पड़ता है, जिससे आग बुझाने के प्रयासों में बाधा आती है। उन इलाकों में दमकल गाड़ियों को ले जाना या उनका संचालन करना मुश्किल होता है। इसके परिणामस्वरूप काफी समय बर्बाद होता है। हम एक ऐसा समाधान चाहते थे जिससे हम भीड़भाड़ वाले इलाकों में जल्दी पहुंच सकें और तुरंत ऑपरेशन शुरू कर सकें। महाकुंभ में जब सभी क्षेत्रों में भारी भीड़ मौजूद रहेगी तब आपातकाल स्थितियों में यह वाहन चंद सेकेंड्स में घटनास्थल पर पहुंच सकेंगे। त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए तेजी से चलने की क्षमता के साथ, यह वाहन विभिन्न प्रकार की आग बुझाने में सक्षम होंगे। यह वाहन रेत, कीचड़ और उबड़ खाबड़ इलाकों के साथ-साथ छिछले पानी में भी चलने में सक्षम है। रेत पर जब वाहन फंस जाता है तब यह बूस्ट मोड में काम करता है जिससे इसके चारों पहिए काम करने लग जाते हैं। यह मात्र 4 घंटे में ही चार्ज हो जाता है और 8 घंटे तक काम करता है। यह 60 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है।
पटना में मिठाई दुकान में हुए धमाके में दुकानदार की मौत, 3 LPG सिलेंडर हुए ब्लास्ट
21 Nov, 2024 03:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में पटेल नगर मोहल्ले में एक मिठाई दुकान में एक-एक कर 3 LPG सिलेंडर ब्लास्ट हो गए। इस घटना में दुकानदार की मौत हो गई और एक व्यक्ति झुलस गया। दमकल विभाग और पुलिस बचाव राहत कार्य के लिए मौके पर पहुंची है।
कैसे घटी घटना
सुबह 3:45 बजे की श्रीराम तिलकुट भंडार में घटना हुई। दुकान में आग लगने की सूचना पर दुकानदार उपेंद्र प्रसाद दुकान खोलने गए थे। दरवाजा खोल ही रहे थे कि एक-एक कर तीन सिलेंडर विस्फोट कर गया, जिससे वे झुलस गए। धमाका इतना तेज था कि दुकानदार उपेंद्र प्रसाद करीब 30 फीट दूर सामने दीवार से टकरा गए।
अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में मौत
पहले उनको रूबन लेकर जाया गया, वहां से PMCH,फिर स्वजन मेदांता लेकर जाने लगे लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई। मूलरूप से वे गया के रहने वाले थे। दुकान के आसपास भगदड़ मच गई। पटेल नगर मोड़ के पास ICICI बैंक का एटीम है। वहीं सेंट अल्बर्ट स्कूल भी है।
चकबन्दी विभाग में वर्षों से रुकी पदोन्नति हुई पूरी, 122 का हुआ प्रमोशन
21 Nov, 2024 02:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर चकबन्दी विभाग में वर्षों से रुकी हुई पदोन्नति प्रक्रिया को तेज गति मिली है। बीते महीने 728 चकबंदी लेखपालों की पदोन्नति के बाद अब लंबे समय से प्रतीक्षारत संयुक्त संचालक, उप संचालक, बन्दोबस्त अधिकारी, चकबन्दी अधिकारी, और सहायक चकबन्दी अधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर 122 अधिकारियों को पदोन्नति दी गई है। वहीं 288 चकबन्दी लेखपालों को सहायक चकबन्दी अधिकारी के पद पर पदोन्नति की प्रक्रिया जारी है।
चकबन्दी आयुक्त भानु चन्द्र गोस्वामी ने बताया कि विभाग के कई पद वर्षों से रिक्त थे, जिससे कार्यों में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन और निदेशालय स्तर पर विभागीय पदोन्नति समिति का गठन किया गया, जिसने पात्र अभ्यर्थियों की सेवा स्थिति का परीक्षण कर निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि चकबन्दी विभाग में संयुक्त संचालक, उप संचालक, बन्दोबस्त अधिकारी, चकबन्दी अधिकारी, और सहायक चकबन्दी अधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर 122 अधिकारियों को पदोन्नति किया गया है। विभाग द्वारा 5 चकबंदी अधिकारियों की शीर्ष पदों पर पदोन्नति दी गई है। जिसमें संयुक्त संचालक चकबन्दी के रिक्त पद पर मधुसूदन दूबे को पदोन्नत करते हुए मुख्यालय में तैनात किया गया है। वहीं, उप संचालक चकबन्दी के 4 रिक्त पदों पर आलोक कुमार, मातादीन मौर्य, शशिकांत शुक्ला और अनिल कुमार को पदोन्नति दी गई है। चकबन्दी अधिकारी के पद पर पिछले 23 वर्षों से कार्यरत 17 अधिकारियों को बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी के पद पर पदोन्नति प्रदान की गई है। यह निर्णय विभागीय कार्यों की सुगमता और कुशल प्रबंधन में बड़ा बदलाव लाने वाला है। वर्ष 1998 में नियुक्त सहायक चकबन्दी अधिकारियों को 26 वर्षों तक पदोन्नति का इंतजार करना पड़ा। सीएम योगी के प्रयासों से अब पात्र 55 सहायक चकबन्दी अधिकारियों को चकबन्दी अधिकारी के पद पर पदोन्नत किया गया है, जिनमें दो दिव्यांगजन भी शामिल हैं। इसके अलावा आशुलिपिक के पद पर पिछले सात वर्षों से रुकी हुई पदोन्नति प्रक्रिया को पूरा करते हुए 42 आशुलिपिकों को उनके अग्रतर श्रेणी में पदोन्नति दी गई है। इसके अतिरिक्त मुख्यालय स्तर पर एक वरिष्ठ सहायक को प्रधान सहायक और दो कनिष्ठ सहायकों को वरिष्ठ सहायक के पद पर पदोन्नत किया गया है।
पदोन्नति से विभागीय कार्यों को नई गति मिलेगी
चकबन्दी विभाग में रिक्त पदों पर त्वरित पदोन्नति से विभागीय कार्यों को नई गति मिलेगी। यह कदम प्रदेश की कृषि प्रणाली को मजबूत करने में सहायक होगा। चकबन्दी प्रक्रिया को कुशलता से पूरा कर कृषि भूमि के बेहतर प्रबंधन और उपयोग में मदद मिलेगी, जिससे प्रदेश के किसानों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा। चकबन्दी आयुक्त भानु चन्द्र गोस्वामी ने बताया कि सीएम योगी के निर्देश पर इतने कम समय में विभाग में 850 पदों पर पदोन्नति प्रक्रिया पूरी करना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इससे कर्मचारियों का मनोबल बढ़ा है और विभाग में उत्साह का वातावरण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि सीएम योगी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार का यह कदम न केवल विभागीय कार्यों को सुचारु बनाने की दिशा में है, बल्कि राज्य के कृषि और कृषकों के विकास में भी मील का पत्थर साबित होगा।
महाकुंभ मेला क्षेत्र में पानी सप्लाई के लिए बिछ रहा है 1249 किमी लंबा पाइपों का जाल
21 Nov, 2024 01:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज । महाकुंभ 2025 के दिव्य-भव्य आयोजन के लिए प्रयागराज के संगम क्षेत्र में अस्थाई महाकुंभ नगरी बसना शुरू हो गई। सीएम योगी के निर्देशों का पालन करते हुए मेला प्राधिकरण और प्रदेश के सभी प्रमुख विभाग युद्धस्तर पर विकास कार्य में लगे हुये हैं। इस दिशा में महाकुंभ के दौरान पूरे मेला क्षेत्र में निर्बाध पानी सप्लाई की कार्यदायी संस्था यूपी जल निगम नगरीय भी पूरी प्रतिबद्धता से कार्य में जुटी है। जल निगम नगरीय 1249 किलोमीटर लंबें पाईपों के जाल और 56000 कनेक्शन की मदद से पूरे मेला क्षेत्र में निर्बाध पानी सप्लाई का कार्य करेगी। जिससे मेले में आने वाले श्रद्धालुओं, संन्यासियों, कल्पवासियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
पीने के पानी की सप्लाई का कार्य यूपी जल निगम नगरीय, प्रयागराज कर रही
महाकुंभ 2025 में पूरे मेला क्षेत्र में पीने के पानी की सप्लाई का कार्य यूपी जल निगम नगरीय, प्रयागराज कर रही है। इसके लिए 25 सेक्टरों और 4000 हेक्टर में फैले विशाल मेला क्षेत्र में पानी सप्लाई के लिए पाइप लाईन का जाल बिछाने का काम शुरू हो गया है। इस संबध में जल निगम नगरीय के अधिशासी अभियंता अमितराज ने कहा कि इस बार का मेला क्षेत्र पहले के कुंभ मेला की तुलना में सबसे बड़ा है। पूरे मेला क्षेत्र में पानी की सप्लाई के लिए लगभग 1249 किलोमीटर लंबा पाईपों का जाल बिछाया जा रहा है। जिससे परेड ग्राउंड, संगम क्षेत्र से लेकर फाफामऊ और अरैल व झूंसी के क्षेत्रों में भी पानी की सप्लाई आसानी से की जा सके। इसके लिए 40 करोड़ रूपये की लागत से जल निगम नगरीय कार्य कर रहा है, जो कि 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा।
पानी के लगभग 56,000 कनेक्शन लगाये जाएंगे
महाकुंभ मेला क्षेत्र में पानी सप्लाई के बारे में बताते हुए अधिशासी अभियंता ने कहा कि पाईप लाईन बिछाने के बाद सड़कों के किनारे, अखाड़ों के शिविरों, कल्पवासियों और प्रशासन के टेंटों तक पानी के लगभग 56,000 कनेक्शन लगाये जाएंगे। उन्होंने बताया कि सड़क के किनारे के कनेक्शन और नल लगाने का कार्य 30 नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। अखाड़ों और कल्पावासियों के शिविरों में पानी कनेक्शन लगाने का कार्य उनके शिविर लगाने के साथ-साथ किया जाएगा। पानी सप्लाई का कार्य 85 नलकूप और 30 जनरेटरों की मदद से पम्पिंग स्टेशनों से किया जाएगा। जिससे महाकुंभ के दौरान पूरे मेला क्षेत्र में निर्बाध जलापूर्ति में किसी तरह का व्यवधान पैदा न हो। कार्य निरिक्षण के लिए सेक्टर वाईज जल निगम के अभियंता और कर्मचारी मेला क्षेत्र में भी तैनात किए जाएंगे।
बिहार के खगड़िया में 18 महिला शिक्षिकाओं की BPSC भर्ती में गड़बड़ी, सभी बर्खास्त
21 Nov, 2024 01:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
खगड़िया: बिहार के खगड़िया जिले से बड़ी खबर सामने आई है. जहां विभाग को गुमराह कर गलत तरीके से शिक्षिका बनी 18 महिला टीचर को DEO ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. ये सभी महिला शिक्षिका खगड़िया जिले के विभिन्न स्कूलों में तैनात थी. टेट परीक्षा मैं केवल प्रदेश की ही महिला अभ्यर्थियों को पांच प्रतिशत अंक का लाभ दिया जाता है, लेकिन यहां दूसरे प्रदेश की महिला अभ्यर्थी भी छूट का लाभ लेकर BPSC शिक्षिका बन बैठी थी. जिसका पटा चलते ही, गलत तरीके से शिक्षिका बनी सभी महिलाओं को उनके शिक्षिका के पद से बर्खास्त कर दिया गया है.
फर्जी BPSC भर्ती का खुलासा
इस बात का खुलासा सर्टिफिकेट जांच के दौरान पाया गया कि गलत तरीके से विभाग को गुमराह कर ये सभी 18 महिला अभ्यर्थी शिक्षका बन गई थी और खगड़िया जिले के बिभिन्न स्कूल में पदस्थापित थी. बर्खास्त होने वाली 18 शिक्षिका में एक शिक्षिका राजस्थान की है. जबकि, सभी 17 शिक्षिका उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं. खगड़िया के जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र गौड़ ने बताया कि बिहार की सभी महिला अभ्यर्थियों को शिक्षक पात्रता परीक्षा में पास मार्क में पांच प्रतिशत की छूट मिलती है.
महिला अभ्यर्थियों को छूट का फायदा
यह लाभ बिहार के बाहर की महिला अभ्यर्थियों को नहीं मिलती है, लेकिन जब अन्य प्रदेशों की महिलाओं के सर्टिफिकेट का जांच किया गया, तो यह मामला सामने आया कि सभी महिलाएं गलत तरीके से शिक्षिका बन पद पर तैनात है, जिन्हें अब उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया है.
हजारीबाग में भीषण बस हादसा, 6 की मौत, दो दर्जन से अधिक घायल
21 Nov, 2024 01:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हजारीबाग जिले के बरकट्ठा प्रखंड के गोरहर में गुरुवार की सुबह छह बजे कोलकाता से पटना जा रही विशाल नामक यात्री बस अनियंत्रित होकर पलट गई। इसके बाद वहां कोहराम मच गया। इस भीषण हादसे में अब तक 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। वहीं दो दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। बताया जा रहा है कि यहां सड़क वन वे है और सिक्स लेन सड़क निर्माण के दौरान कंपनी ने सड़क काट छोड़ दिया है। इस कारण बस अनियंत्रित हो गई और गड्ढे में पलट गई। चीख पुकार सुनकर आस-पास के ग्रामीण पहुंचे और गोरहर थाना की पुलिस की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया है। मृतकों में सबसे अधिक संख्या महिलाओं की है। विशाल नामक यह बस पटना जा रही थी।
घटना की सूचना पर पूर्व विधायक भी पहुंचे
घटना की सूचना पर पूर्व विधायक जानकी यादव व उनके टीम भी पहुंची और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था कराई। घायलों को प्राथमिक चिकित्सा के बाद हजारीबाग मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बरकट्ठा सिक्स लेन का निर्माण पिछले 6 वर्षों से चल रहा है। अब तक 2 वर्षों में 20 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। बुधवार को हुई यह घटना अब तक का यह सबसे बड़ी घटना है। सड़क निर्माण में लापरवाही के कारण इस रोड पर लगातार दुर्घटना होती रही है। मौके पर बरकट्ठा का सीओ, पुलिस पर अधिकारी जमे थे।
2 किलोमीटर सड़क का निर्माण अब तक पूरा नहीं हो सका
घायलों को एंबुलेंस की मदद से प्राथमिक चिकित्सा के बाद हजारीबाग मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा था। ज्ञात हो कि बरकट्ठा सिक्स लेन का निर्माण पिछले 6 सालों से चल रहा है और अब तक 2 किलोमीटर का निर्माण में पूरा नहीं किया जा सका है। निर्माण का कार्य पेटी कांट्रेक्टर राज केसरी कंपनी को दिया गया है । घटना के बाद एक बार फिर से क्षेत्र में उबाल है । बस के नीचे दबे शवों को निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस वजह से एक समय तक अंदाजा नहीं लग सका कि कितने लोग दबे हैं। फिलहाल लोगों के इलाज के लिए हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज लाया गया है।
सीएम नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक बनने पर दी बधाई, खाली पदों पर बहाली की तैयारी
21 Nov, 2024 01:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम में सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण 1 लाख 14 हजार 138 विशिष्ट शिक्षिकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया. इसके तहत 98 हजार 349 प्रारंभिक शिक्षक, 12 हजार 524 माध्यमिक शिक्षक और 3 हजार 265 उच्च माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने बुधवार को सांकेतिक रूप से संध्या कुमारी, रजनीश कुमार, अंजलि रानी, धर्मेंद्र राम, मेदिनी बाला एवं धनेश्वर सिंह को कार्यक्रम के दौरान नियुक्ति पत्र प्रदान किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सबसे पहले सभी का स्वागत किया और बताया कि राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में पहले से कई कदम उठाए हैं. सीएम नीतीश ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि जो नियोजित शिक्षक थे, उनको सक्षमता परीक्षा पास कराने का अवसर प्रदान किया जा रहा है. 2005 के नवंबर माह में जब हमलोग सरकार में आए थे तब से शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था, आवागमन सहित सभी क्षेत्रों में बेहतरी के लिए काम किया जा रहा है.
28 हजार शिक्षक बने सरकारी कर्मचारी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रसन्नता की बात है कि आज के इस कार्यक्रम में नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा पास कर अब सरकारी शिक्षक बन गये हैं. आज उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है. मैं सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने कहा कि आप सब जानते हैं कि पूर्व में शिक्षकों की कमी होने की वजह से 2006-07 से पंचायत एवं नगर निकायों के माध्यम से बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति की गई, जिनकी कुल संख्या करीब 3 लाख 67 हजार 143 है. उन्होंने कहा कि 2023 में बिहार लोक सेवा आयोग से नये शिक्षकों की नियुक्ति शुरू की गई जिसमें 28 हजार नियोजित शिक्षक से सरकारी शिक्षक हो गये. बचे हुये नियोजित शिक्षक, सरकारी शिक्षक बनने की मांग कर रहे थे, तो वर्ष 2023 में ही तय कर दिया गया कि अलग से एक मामूली परीक्षा लेकर नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक बनने का अवसर दिया जायेगा और इसके लिए पांच मौके दिये जाएंगे.
1.14 लाख को नियुक्ति पत्र जारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक दो परीक्षाओं का आयोजन हो चुका है. पहली सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया गया. जिसमें एक लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षक पास हुये हैं, जिनके प्रमाण-पत्रों की जांच चल रही है. अब तक एक लाख 14 हजार 138 सरकारी शिक्षकों के प्रमाण-पत्र सही पाये गये हैं. आज उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है. बचे हुये शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जांच जारी है. शिक्षा विभाग कार्य को तेजी से पूर्ण करे.
उन्होंने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा अब तक दो चरणों में 2 लाख 17 हजार 272 सरकारी शिक्षकों की बहाली की गयी है, जिन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा चुका है. तीसरे चरण में नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है जिसका रिजल्ट पिछले सप्ताह घोषित किया गया है जिसमें शिक्षक के नये पदों पर 38 हजार 900 अभ्यर्थी परीक्षा पास हुये हैं. हेडमास्टर के नये पदों पर 42 हजार 918 अभ्यर्थी पास हुए हैं. इन सभी को कुछ ही दिनों बाद नियुक्ति पत्र दिया जायेगा.
शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में बिहार सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से ही हम बिहार के विकास में लगे हुये हैं. सर्वप्रथम शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया है. पहले शिक्षा का क्या हाल था? पहले पढ़ाई नहीं होती थी, स्कूलों की कमी थी और शिक्षकों की कमी थी इसलिए सबसे पहले अनेक नये स्कूल खोले गये और कई स्कूलों में नये क्लास रूम बनाये गये. वर्ष 2006-07 में लड़के और लड़कियों के लिए पोशाक योजना शुरू की गयी. वर्ष 2008 में 9वीं क्लास की लड़कियों को विद्यालय जाने के लिए साइकिल योजना चलायी गयी, बाद में वर्ष 2010 से लड़कों को भी साइकिल दी गयी.
उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय (10+2 स्कूल) खोले गये. लड़कियों को बारहवीं पास करने पर पहले 10 हजार मिलते थे जिसे बढाकर अब 25 हजार रुपये कर दिया गया है, वहीं ग्रेजुएट पास होने पर 25 हजार से बढाकर अब 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. अब लड़कियां भी खूब पढ़ रही हैं और स्कूलों में लड़के और लड़कियों की संख्या लगभग बराबर हो गयी है.
किशनगंज में सास ने पोती को जमीन पर पटक कर की हत्या, बहू से गुस्से थी सास
21 Nov, 2024 01:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के किशनगंज जिले में एक दादी की हैवानियत सामने आई है. मामूली विवाद में उसने अपनी ही पोती की जमीन पर पटक जान ले ली. दरअसल, ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के छैतल पंचायत के दिघली गांव में एक बहू का अपनी ननद से झगड़ा हो रहा था. अपनी बेटी को भला-बुरा कहते देख सास ने अपना आपा खो दिया और बहू के गोद से छीनकर दुधमुंही बच्ची को जमीन पर पटक दिया. हैरानी तो तब हुई, जब महिला ने घटना की जानकारी अपने पति को दी. पति घायल बच्ची को बाइक पर बैठाकर अस्पताल ले जाने के लिए तैयार हुआ तो परिजन ने उसकी गाड़ी की चाभी निकाल ली, जिस वजह से बच्ची की तड़प-तड़प कर जान चली गई. घटना को लेकर बहू ने ठाकुरगंज थाने में सास, ससुर और ननद के खिलाफ शिकायत की. घटना को लेकर SDOP ने बताया कि आपसी विवाद में सास द्वारा बच्ची को छीनकर जमीन पर फेंकने का मामला प्रकाश में आया है. इस सबंध में सास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
बेटी होने को लेकर झगड़े थे
घटना को लेकर एक बात यह भी सामने निकल कर आ रही है कि बहू को बेटी होने से सास नाराज थी, जिसको लेकर अक्सर दोनों में बीच झगड़ा होते रहता था. बताया जा रहा है कि एक साल पहले ही शादी ठाकुरगंज निवासी नूरसेद आलम से हुई थी. शादी के एक साल बाद बहू ने एक बच्ची को जन्म दिया था. बच्ची अभी मात्र दो महीने की ही थी. महिला की पति से तो बनती थी, लेकिन सास, ससुर और ननद बेटी पैदा होने से नाराज थे.
वहीं खाना बनाने को लेकर पहले ससुर का बहू से विवाद हुआ, फिर इस झगड़े में ननद भी कूद पड़ी. अपनी बेटी से गाली-गलौज होता देख सास भी अपनी बेटी के पक्ष में कूद पड़ी, जिसके बाद सास, ननद ने बहू की जमकर पिटाई कर दी. फिर अचानक सास अपनी बहू के गोद से दुधमुंही बच्ची को छीनकर जमीन पर जोर से पटक दिया, जिसके बाद बच्ची जोर से चीखने के बाद शांत हो गई.
पति ने बाइक से अस्पताल पहुंचाया
वहीं महिला बार-बार परिजन से बच्ची को अस्पताल ले जाने की गुहार लगाती रही, लेकिन सब तमाशबीन बने रहे. घटना की सूचना जब पति को मिली तो वह बाइक लेकर घर पहुंचा और बाइक के पीछे जैसे ही बहू बच्ची लेकर पहुंची की सास ने बाइक की चाभी छीन ली. काफी देर बाद किसी तरह बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद महिला के मायके वाले भी घर पहुंच गए और हंगामा किया. ससुर और ननद की भी गिरफ्तारी की मांग की.
कतर में बेची गई महिला ने पटना में दर्ज करवाई FIR, पति और ससुरालियों पर गंभीर आरोप
21 Nov, 2024 12:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के पटना से दिल को झकझोर कर रख देने वाली कहानी सामने आई है. यहां एक शौहर अपनी बीवी को घुमाने की बात कहकर कतर ले गया. लेकिन वहां जाकर उसने एक शेख को अपनी बीवी बेच दी. फिर खुद वापस भारत आ गया. उसके बाद शख्स ने डाक के जरिए बीवी को तीन तलाक लिखकर भेज दिया. उधर, सिक्योरिटी गार्ड की मदद से महिला ने किसी तरह अपनी बात भारतीय दूतावास तक पहुंचाई. फिर उनकी मदद से भारत लौटी.
पति सरकारी कर्मचारी नहीं
यहां आकर महिला ने अपनी आपबीती सुनाई. फिर पति और अपने ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. मामला दीघा थाना क्षेत्र का है. यहां पटना निवासी एक युवती का निकाह 2021 में शाहबाज हसन नाम के युवक से हुआ था. तब युवती के परिवार वालों को यह बताया गया था कि युवक विद्युत विभाग में सरकारी कर्मचारी है. हालांकि निकाह के बाद जब युवती अपने ससुराल गई तो यह सामने आई कि उसका पति किसी NGO में काम करता है. इसके बाद उसका पति कतर चला गया. 2021 में ही 29 अक्टूबर को उसने पत्नी को कतर बुला लिया. वहां पर वह कुछ दिन अपने पति के साथ रही.
पति ने 10 लाख रुपये में बेचा
युवती ने आरोप लगाया है कि वहीं पर उसने एक बच्चे को जन्म दिया. बच्चे को जन्म देने के बाद ही उसके पति ने कतर के शेख के हाथों उसे 10 लाख रुपए में बेच दिया. इसके बाद उसने एक सिक्योरिटी एक गार्ड की मदद ली. उस गार्ड की मदद से ही उसने किसी तरह भारतीय दूतावास से संपर्क किया. भारतीय दूतावास के मदद से उसने खुद को बचाया और वह सुरक्षित अपने घर पहुंची. युवती के अनुसार उसके सास, ससुर भी उसे अपनाने को तैयार नहीं है. इस पूरे मामले को लेकर के अब युवती ने राजधानी के दीघा थाने में अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है.