मध्य प्रदेश
संस्कारवान युवाओं का अनुसरण कर विकसित भारत का करें निर्माण : मंत्री सारंग
17 Feb, 2025 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि विकसित भारत के निर्माण में युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने युवाओं से आवाह्न किया कि वे चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे अमर बलिदानियों के जीवन से प्रेरणा लें और अपने कर्त्तव्यों को प्राथमिकता देते हुए राष्ट्रहित में कार्य करें। मंत्री सारंग सोमवार को निवास पर माय भारत, नेहरू युवा केंद्र संगठन, मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित "सीमावर्ती क्षेत्र युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम" के अंतर्गत गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और पंजाब से आए युवा प्रतिभागियों से "कर्तव्य संवाद" किया।
मंत्री सारंग ने कहा कि देश के प्रति कर्तव्य बोध को आत्मसात करना ही सच्ची देशभक्ति है। प्रत्येक युवा को अपने अधिकारों के साथ अपने दायित्वों का भी पूर्णतः पालन करना चाहिए, जिससे वे राष्ट्र निर्माण में सकारात्मक योगदान दे सकें।
संस्कारवान युवाओं का अनुसरण करें
मंत्री सारंग ने आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया के प्रभाव पर विशेष जोर देते हुए कहा कि युवाओं को ऐसे इन्फ्लुएंसर्स से दूरी बनानी चाहिए जो समाज में फुहड़ता और नकारात्मकता फैलाते हैं। उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया कि वे उन व्यक्तित्वों का अनुसरण करें जो संस्कारवान, समाजसेवी, और देशहित में योगदान देने वाले हों। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति केवल अपने विकास तक सीमित न रहे, बल्कि समाज और देश के विकास में भी योगदान दे। देश को विकसित भारत बनाने के लिए आवश्यक है कि युवा सकारात्मक ऊर्जा के साथ अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ें और राष्ट्र के गौरव को बढ़ाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं।
सीमावर्ती क्षेत्रों के युवाओं के लिए यह कार्यक्रम बेहद उपयोगी
नेहरू युवा केंद्र संगठन द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम सीमावर्ती राज्यों के युवाओं को एक सशक्त मंच प्रदान करता है, जिससे वे देश के अन्य हिस्सों की संस्कृति, परंपराओं और विकास कार्यों से परिचित हो सकें। युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम न केवल राष्ट्रीय एकता को मजबूत करता है, बल्कि युवाओं को एक राष्ट्रवादी दृष्टिकोण भी प्रदान करता है।
मंत्री सारंग ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से सीमावर्ती क्षेत्रों के युवाओं को राष्ट्र की मुख्यधारा से जुड़ने, नई सोच विकसित करने और अपने विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर मिलता है। इससे वे न केवल अपनी व्यक्तिगत क्षमता को निखार सकते हैं बल्कि अपने क्षेत्र और समाज के लिए भी बेहतर कार्य कर सकते हैं।
पीएम के भोपाल विज़िट से पहले गुंडे बदमाशों पर टूटी पुलिस
17 Feb, 2025 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। पीएम नरेंद्र मोदी के भोपाल आगमन से पहले पुलिस सड़क पर उतरी और आदतन गुंडे बदमाशों की धर पकड़ शुरू की। इस दौरान कई बदमाश भनक लगते ही घर छोड़कर भूमिगत हो गए। कार्यवाही के दौरान कई बदमाशो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिति में शामिल होने राजधानी आ रहे हैं। इनके साथ देश विदेश के उद्योगपति भी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिति में शामिल होने भोपाल आएंगे। इन वीआईपी की सुरक्षा के साथ ही शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने जोन 2 में आने वाले समस्त थाना प्रभारी अतिरिक्त बल के साथ रविवार रात अरेरा हिल्स थाना पहुंचे। पुलिस टीमो की अचानक दबिश से बदमाशों में खलबली मच गई। कार्रवाई के दौरान डीसीपी जोन2 संजय अग्रवाल समेत जोन के सभी एसीपी और सभी थाना प्रभारी मौजूद।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने मेडिकल कॉलेज रीवा में निर्माणाधीन कैंसर यूनिट का किया निरीक्षण
17 Feb, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने मेडिकल कालेज परिसर रीवा में निर्माणाधीन कैंसर यूनिट का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि त्वरित गति से पूर्व गुणवत्ता के साथ कार्य को संपादित करायें। इस दौरान डीन मेडिकल कालेज डॉ. सुनील अग्रवाल सहित चिकित्सक व निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
पुलिस अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए खेलों में भी अर्जित कर रही हैं राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियां : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
17 Feb, 2025 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है और भोपाल में वॉटर स्पोर्ट्स का अर्धकुंभ आरंभ हो रहा है। पुलिस, नागरिकों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए खेलों में भी अपनी छाप छोड़ रही है। पुलिस बल के अनेक जवानों ने विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा को साबित करते हुए देश का नाम रोशन किया है। राजा भोज द्वारा निर्मित भोपाल के ऐतिहासिक बड़े तालाब में अखिल भारतीय प्रतियोगिता का आयोजन, प्रदेश सहित राजधानी भोपाल के लिए गौरव का विषय है। इस आयोजन से वॉटर स्पोर्ट्स के प्रति लोगों का रुझान बढ़ेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव 24वीं अखिल भारतीय पुलिस वॉटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का बड़े तालाब स्थित आयोजन स्थल वॉटर स्पोर्ट्स सेंटर में आगमन पर पुलिस बैंड द्वारा अभिवादन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल आई विभिन्न राज्यों और पुलिस इकाइयों के टीम मैनेजरों से परिचय प्राप्त किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने तिरंगे गुब्बारों के प्रदर्शन और उन्हें मुक्त आकाश में छोड़कर प्रतियोगिता के शुभारंभ की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के सम्मुख प्रतियोगी टीमों द्वारा मार्च-पास्ट तथा रो-पास्ट का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्मारिका का विमोचन भी किया। इस अवसर पर प्रतियोगिता में सहभागी टीमों को शपथ भी दिलाई गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना द्वारा अखिल भारतीय आयोजन का स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। कार्यक्रम में पुलिस बैंड द्वारा लगातार देशभक्ति गीतों की धुनें प्रस्तुत की गईं। अपर मुख्य सचिव गृह जे.एन. कंसोटिया तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह सौभाग्य का विषय है कि पुलिस, अर्द्धसैनिक बल, सेना इत्यादि में प्रवेश लेने वालें को जवान कहा जाता है, इस आशय से वे सेवाकाल तक जवान ही रहते हैं। वे उत्साह, उमंग और देश व देशवासियों के प्रति सेवा और समर्पण के भाव से कार्य करते रहें, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। खेल से मन, बुद्धि, आत्मा की शुचिता के संकल्प को भी साधा जा सकता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभिन्न राज्यों तथा केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों की टीमों का राज्य सरकार की ओर से स्वागत अभिनंदन करते हुए प्रतियोगिता में उनकी सफलता की कामना की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पौराणिक मान्यता के अनुसार पंचमहाभूतों में जल की विशेष महत्ता है। जीव की उत्पत्ति जल से होती है, अत: जीव सदैव जल की ओर विशेष रूप से आकर्षित होते है। इसी का परिणाम है कि मन की शांति के लिए व्यक्ति प्राय: जल स्त्रोतों के पास ही आते हैं। राजा भोज द्वारा निर्मित भोपाल का विशाल ताल अद्भुत है, साथ ही यह बांध निर्माण का विशिष्ट उदाहरण भी है। इसमें नदी की धारा को अवरूद्ध किए बिना चट्टानों से बनी रचना के माध्यम से पानी के संचय का प्रबंधन किया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि 17 से 21 फरवरी तक चलने वाली वॉटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिताओं में कयाकिंग, केनोइंग और रोइंग के महिला-पुरूष वर्ग की कुल 27 प्रतिस्पर्धाओं के माध्यम से 360 मेडल्स और ट्रॉफियों का निर्णय होगा। प्रतियोगिता में देश के राज्य पुलिस बलों और केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की 22 टीमों के 557 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, जिनमें से 123 महिलाएं हैं। इससे पहले पाँच बार मध्यप्रदेश पुलिस ने अखिल भारतीय पुलिस वॉटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता का आयोजन किया, यह छठवीं अखिल भारतीय प्रतियोगिता है।
पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने कहा कि खेलों का वैश्विक स्तर पर लंबा इतिहास रहा है। प्राचीन भारतीय ग्रंथों में भी खेलों का उल्लेख मिलता है। राजा भोज द्वारा भोपाल में विकसित तालाब, वातावरण को शुद्ध करने और जल का स्त्रोत होने के साथ-साथ वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों को आधार प्रदान कर रहे हैं। भोपाल का नाम देश में वॉटर स्पोर्ट्स राजधानी के रूप में उभरा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मार्गदर्शन में राज्य शासन द्वारा इसके लिए आवश्यक सहयोग और प्रोत्साहन उपलब्ध कराया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय पुलिस वॉटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता में अंडमान निकोबार, असम, बिहार, चंडीगढ़, जम्मू कश्मीर, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, ओडीशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल, सीआरपीएफ, आइटीबीपी और सशस्त्र सीमा बल की टीमें भाग ले रही हैं।
जीआईएस में औद्योगिक निवेश और आर्थिक विकास की संभावनाओं पर होगा मंथन: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
17 Feb, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में उद्योग जगत के दिग्गज, नीति निर्माता, निवेशक और विशेषज्ञ मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश और आर्थिक विकास की संभावनाओं पर मंथन करने के लिए एक मंच पर जुटेंगे। राज्य सरकार द्वारा निवेशकों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में नए अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में टेक्सटाइल, मैन्युफैक्चरिंग, नवकरणीय ऊर्जा, हेल्थ केयर, खाद्य प्र-संस्करण, स्टार्ट-अप्स, वित्तीय सेवाओं और पर्यटन आदि क्षेत्रों में व्यापक संभावनाएं हैं। समिट में मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास को गति देने और संभावनाओं और अवसरों का लाभ उठाने के लिये विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों के दिग्गज उद्योगपति अपने अनुभव, विचार और रणनीतियां साझा करेंगे।
औद्योगिक नीति एवं शासन स्तर पर प्रयास
समिट में वस्त्र मंत्रालय की सचिव श्रीमती नीलम शमी राव, फार्मा विभाग के सचिव अमित अग्रवाल, खाद्य प्र-संस्करण उद्योग मंत्रालय के सचिव डी. वी. गनवीर, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव, खनिज विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव आदि अधिकारी शामिल हो रहे हैं। इनके साथ ही जीएसआई के अपर महानिदेशक धीरज कुमार, राष्ट्रीय शहरी मामलों के संस्थान के निदेशक हितेश वैद्य और अन्य विशेषज्ञ भी मध्यप्रदेश में उद्योगों के विस्तार और निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
टेक्सटाइल और मैन्युफैक्चरिंग
मध्यप्रदेश टेक्सटाइल और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में तेजी से उभर रहा है। राज्य की अनुकूल औद्योगिक नीति के कारण कई बड़ी कंपनियां यहां निवेश को प्राथमिकता दे रही हैं। समिट में टीडब्ल्यूई ओबीटी प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ इंगो सोलर, एईपीसी के महासचिव मिथिलेश्वर ठाकुर, आरएसडब्ल्यूएम लिमिटेड के चेयरमैन रिजू झुनझुनवाला, सेखानी ग्रुप ऑफ कंपनीज के निदेशक रीनिश सेखानी और प्रतिभा सिंटेक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्रेयस्कर चौधरी टेक्सटाइल क्षेत्र में निवेश और विस्तार की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
हेल्थ केयर और फार्मा सेक्टर
मध्यप्रदेश फार्मा और हेल्थ केयर क्षेत्र में सहजना एंड मेडिकल टेक्नोलॉजीज के उपाध्यक्ष राजीव छिब्बर, इन्वॉल्यूशन हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक गौरव अग्रवाल, बायो-मेरियू इंडिया के प्रमुख बिवाश चक्रवर्ती, सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड के ग्लोबल हेड ऑपरेशंस राहुल अवस्थी और आईपीसीए लेबोरेट्रीज के प्रबंध निदेशक अजीत कुमार जैन विस्तार की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
नवकरणीय ऊर्जा और ग्रीन टेक्नोलॉजी
ग्रीन एनर्जी और सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में मध्यप्रदेश निवेशकों के लिए आकर्षक गंतव्य बन रहा है। टाटा पॉवर के दीपेश नंदा, ओ-2 पॉवर के पराग शर्मा, अवाडा एनर्जी के विनीत मित्तल, रिन्यू पॉवर के सुमंत सिन्हा, जिंदल के अमित मित्तल, वारी एनर्जी के पंकज दोशी, ग्रीनको के अनिल कुमार चेलमुनशेट्टी और एसईसीआई के चेयरमैन रामेश्वर गुप्ता जैसे प्रमुख निवेशक राज्य में नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में नए अवसरों पर चर्चा करेंगे।
कृषि और खाद्य प्र-संस्करण
कृषि और खाद्य प्र-संस्करण उद्योग क्षेत्र में आईटीसी एग्री बिजनेस डिवीजन के गणेश के. सुंदररमन, पेप्सिको इंडिया के अनुकूल जोश, ग्रीन ग्रेन के प्रतीक शर्मा और आईएफसी वर्ल्ड बैंक के विजयसैकर कलवकोंडा निवेश और विकास की संभावनाओं पर विचार करेंगे।
स्टार्ट-अप्स और नवाचार
स्टार्ट-अप्स और इनोवेशन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। इनोगुरु के संस्थापक एवं सीईओ वैदंत जैन, स्टार्ट-अप मिडिल ईस्ट के संस्थापक एवं सीईओ सिबी सुधाकरण, दुबई स्थित सैव की संस्थापक श्रीमती पूर्वी मुनोत, एम-कैफीन एवं हाइफेन के सह-संस्थापक तरुण शर्मा और स्किल्स के चांसलर सिद्धार्थ चतुर्वेदी जैसे युवा उद्यमी और निवेशक इस क्षेत्र में नए अवसरों पर मंथन करेंगे।
वित्त एवं निवेश
मध्यप्रदेश की निवेश-अनुकूल नीतियों और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस सुधारों के कारण वित्तीय क्षेत्र में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। बीम्स फिनटेक के संस्थापक अनुज गोलेचा, एक्वानिमिटी मैनेजमेंट सर्विसेज एलएलपी के प्रबंध भागीदार राजेश सहगल, आईटीआई ग्रोथ फंड के जनरल पार्टनर मोहित गुलाटी, यूनिकॉर्न इंडिया वेंचर्स के प्रबंध भागीदार भास्कर मजूमदार और डन एंड ब्रैड स्ट्रीट इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अविनाश गुप्ता राज्य में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
पर्यटन , हॉस्पिटैलिटी
मध्यप्रदेश का पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर निवेशकों को आकर्षित कर रहा है। इस क्षेत्र में ताज होटल्स, रिसॉर्ट्स एंड पैलेसेस के सीईओ पुनीत चटवाल, वंडरला हॉलीडेज लिमिटेड के अध्यक्ष शिवदास एम और एडवेंचर टूरिज्म क्षेत्र के विशेषज्ञ अजीत बजाज शामिल हैं। बिग बॉस के वॉयस आर्टिस्ट विजय विक्रम सिंह भी समिट में विशेष प्रतिभागी के रूप में शामिल हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश तेजी से औद्योगिक हब के रूप में उभर रहा है। निवेश-अनुकूल नीतियां, मजबूत बुनियादी ढांचा और नई औद्योगिक नीति इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बना रहे हैं। जीआईएस 2025 में विभिन्न सेक्टर्स के उद्योगपतियों, विशेषज्ञों और निवेशकों की भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि मध्यप्रदेश अब केवल एक औद्योगिक प्रदेश नहीं, बल्कि वैश्विक निवेश का केंद्र बनता जा रहा है।
ईडी के रिमांड में हुए कई अहम खुलासे
17 Feb, 2025 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। सौरभ शर्मा, शरद जायसवाल और चेतन सिंह की रिमांड खत्म होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तीनों को कोर्ट में पेश किया, फिलहाल आगे की पूछताछ के लिए उनकी जरूरत ना होने पर कोर्ट ने तीनों को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है। सूत्रों के मुताबिक एडी की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरटीओ का करोड़पति पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और शरद जायसवाल, जबलपुर के रोहित तिवारी के ज़रिये एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। साल 2014-15 में भोपाल की एक फर्म ने जबलपुर में कॉलोनी बनाई थी, इसमें शरद जायसवाल ने कई प्लॉट बिकवाए थे। यहीं से शरद, सौरभ के साले रोहित तिवारी के संपर्क में आया और उसका राज़दार हो गया। बाद में साल 2015-16 में सौरभ ने भोपाल की प्रॉपर्टी डीलिंग फर्म में रुचि लेना बंद करते हुए रोहित तिवारी के लिए इन्वेस्टर तलाशने का काम करने लगा। इसके बाद चूना भट्टी में फगीटो रेस्टोरेंट शुरू किया। इसी दौरान रोहित ने शरद और सौरभ की मुलाकात कराई। शरद की मदद से सौरभ ने भोपाल, इंदौर में कई संपत्तियां खरीदीं। सूत्रों के मुताबिक अधिकारी रिमांड के दौरान लिए गए तीनो के बयानों की तस्दीक करेंगे। हालांकि मेंडोरा के जंगल में मिले करोड़ों के सोने और कैश के बारे में रिमांड के दौरान की गयी पुछताछ और उस संबंध में आगे की जाने वाली कार्यवाही को लेकर फिलहाल सस्पेंस बना हुआ है।
अटल जी की सरलता, विनम्रता और उनके जीवन मूल्य हमें आज भी जीना सिखाते हैं- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
17 Feb, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि आज पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा के अनावरण के साथ ही मुरैना में नया इतिहास लिखा गया है। स्व. वाजपेयी राजनीति के मर्मज्ञ थे। वे सदैव सच्चाई के लिए जिये। वे पूरे भारत को अपना परिवार मानने वाले विराट हृदय व्यक्तित्व थे। स्व. वाजपेयी लोकतांत्रिक परम्पराओं का पालन करने वाले कालजयी महापुरूष थे। उनकी सहजता, सरलता, विन्रमता और उनके जीवन मूल्य हमें आज भी जीना सिखाते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को मुरैना में अटल जी की प्रतिमा अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमने महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह को नहीं देखा, पर अटल जी को करीब से देखा है। उन्हें शत-शत नमन है। देश को लोकतंत्र का एक नायक अटल जी के रूप में मिला। कोई नेता पक्ष में हो या विपक्ष में, एक जैसी भाषा बोले, ये हमने अटल जी के व्यक्तित्व में ही देखा है। उन्होंने कहा कि अटल जी ने पोखरण में परमाणु परीक्षण कर दुनिया में देश का गौरव बढ़ाया था। अटल जी भारत माता के सच्चे सपूत थे। उन्होंने 50 साल तक विपक्ष में बैठकर लोकतंत्र और संसदीय परम्पराओं को सशक्त करने का अभूतपूर्व कार्य किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अटल जी ने अपनी कविता में कहा था कि “क्या हार में, क्या जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं, संघर्ष पथ पर जो भी मिला, ये भी सही और वो भी सही।" स्व. वाजपेयी के योगदान को हमारा देश कभी नहीं भूल पाएगा। पावर्ती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) और केन-बेतवा (केबी) नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना उन्हीं की दूरदर्शी सोच का परिणाम है। उनकी सोच को हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रियान्वित किया है। इसके लिए हम प्रधानमंत्री मोदी का अभिनंदन करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में हमने 70 हजार करोड़ रूपए की नदी जोड़ो परियोजना से मध्यप्रदेश में जल संग्रहण का एक नया अभियान शुरू किया है।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने स्थानीय जन-प्रतिनिधियों की मांग पर मुरैना नगर निगम की सीमा क्षेत्र से लगी 13 ग्राम पंचायतों के सभी गांवों में जरूरी विकास कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपए और मुरैना शहर में इलेक्ट्रिसिटी पोल शिफ्टिंग कार्य के लिए 10 करोड़ रूपए विकास राशि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मुरैना शहर में बोट क्लब के साथ जहाँ जरूरी हैं, वहाँ सड़कें भी बनाई जाएंगी।
विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव का मुरैना आगमन यहां के विकास में चार चांद लगाएगा। स्व. वाजपेयी की प्रतिमा जनसेवा में लगे स्थानीय युवाओं को प्रेरणा देगी। अटल जी ने अपने कार्यों से देश के करोड़ों लोगों के हृदय में स्थान बनाया था। वे हमेशा कहा करते थे कि सत्ता पाना नहीं, वरन् शक्तिशाली, समृद्ध, समर्थ और विकसित भारत का निर्माण ही हमारी मंजिल होना चाहिए। ऐसा भारत जिसमें समरसता हो, यह उनका लक्ष्य था। हर दल के नेताओं को अटल जी के विचारों को समझना और पढ़ना चाहिए। जो अटल जी से प्रेरणा लेगा, वो जीवन पथ में बहुत आगे जाएगा। तोमर ने कहा कि वे स्वयं राजनीति में अटल जी को अपना आदर्श मानते हैं।
खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा ने कहा कि चंबल की माटी के सपूत भारत रत्न स्व. अटल विहारी वाजपेयी की प्रतिमा का आज अनावरण हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में हमारे मुख्यमंत्री डॉ. यादव अटल जी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए प्रदेश को विकास की दिशा में लेकर आगे बढ़ रहे हैं। अटल जी देश के एक मात्र ऐसे नेता थे, जिन्हें हर दल में स्वीकार्यता प्राप्त थी। गांव-गांव को सड़क और नदियों को जोड़ने का सपना अटल जी ने देखा था। आज अटल जी का स्वप्न पूरा होता दिख रहा है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने उत्तरप्रदेश और राजस्थान के साथ नदियों को जोड़ने के मिशन के साथ जल संरक्षण से जुड़े कई उल्लेखनीय निर्णय लिए हैं।
राजस्व मंत्री और मुरैना जिले के प्रभारी मंत्री करण सिंह वर्मा ने कहा कि स्व. वाजपेयी स्वप्नदृष्टा थे। उनके सपनों को साकार करते हुए हमारी सरकार ने गांव-गांव को सड़कों से और सूखी नदियों को बारहमासी नदियों से जोड़ने का काम किया है।
कृषि मंत्री एंदल सिंह कंषाना ने कहा कि स्व. वाजपेयी ने देश को आगे बढ़ाने के लिए कई बड़े कार्य किए। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाय) उन्हीं की देन है। आज हमारे प्रधानमंत्री मोदी, अटल जी के देखे गए सपनों और उनके कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं।
इस अवसर पर सांसद शिवमंगल सिंह तोमर, विवेक सहित मुरैना जिले के विधायक, जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य देश की महत्वपूर्ण प्राकृतिक धरोहर : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
17 Feb, 2025 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश वन्य जीव पर्यटन का एक वैश्विक केंद्र बनकर उभर रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में मुरैना क्षेत्र में पर्यटन को विकसित करने के लिए सरकार संकल्पित है। मुख्यमंत्री ने भविष्य में माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व का दर्जा दिलाने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि हम मध्यप्रदेश के वनों में सभी प्रकार के वन्य जीवों के संरक्षण के लिए सक्षम हैं और इस दिशा में हमारे प्रयास जारी रहेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मुरैना स्थित देवरी घड़ियाल केंद्र से चंबल नदी में 10 घड़ियालों (9 मादा और 1 नर) को उनके प्राकृतिक आवास में छोड़ने के पश्चात मीडिया से चर्चा में यह महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। इस अवसर पर उनके साथ बोट पर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा सहित वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चम्बल अभ्यारण्य हमारे देश की प्राकृतिक संपदा है। यहां दुर्लभ प्रकार की प्रजातियों का संरक्षण किया जा रहा है। बदलते हुये जलवायु के दुष्परिणामों के कारण इन प्रजातियों को नुकसान पहुंच रहा है। मध्यप्रदेश हमेशा से जैव विविधता के लिये महत्वपूर्ण प्रजातियों के संवर्धन एवं संरक्षण के लिये तत्पर रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मुरैना जिले में स्थित राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल अभयारण्य का भ्रमण किया तथा अभयारण्य की व्यवस्थाओं एवं यहां पर्यटकों के लिए उपलबध सुविधाओं का भी अवलोकन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घड़ियालों को नजदीक से देखा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने चंबल सफारी का भ्रमण किया गया एवं घड़ियाल संरक्षण के बारे में वन विभाग से जानकारी ली।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश में वन पर्यटन की अनंत संभावनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि चंबल क्षेत्र सहित संपूर्ण प्रदेश में वन्य जीव पर्यटन को बढ़ावा मिले, इसके लिए सरकार कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य कर रही है। चंबल अभयारण्य में सिर्फ घड़ियाल ही नहीं, डॉल्फिन के भी पुनर्वास की प्रबल संभावना है। वन विभाग के माध्यम से इस दिशा में भी काम जारी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वन विभाग के अधिकारियों एवं घड़ियाल अभयारण्य के कर्मचारियों से घड़ियालों के पालन-पोषण एवं इनके संरक्षण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां लीं। वन विभाग के अधिकारियों के हवाले से मुख्यमंत्री ने बताया कि आज चंबल नदी में छोड़े गए घड़ियालों को वर्ष 2022 में अंडों के रूप में संरक्षित किया गया था। समुचित देखभाल और अनुकूल वातावरण में इन अंडों से घड़ियाल के बच्चे निकले। घड़ियाल के अंडों को कृत्रिम तापमान देकर इनके लिंग का निर्धारण किया गया।
भारत ही नहीं, पूरे विश्व में सर्वाधिक घड़ियाल चंबल नदी में पाए जाते हैं। दुनियाभर में करीब 3000 घड़ियाल हैं। इनमें से 85 प्रतिशत सिर्फ चंबल नदी में हैं। मध्यप्रदेश में वर्ष-1978 में चंबल नदी के इस प्रक्षेत्र को वन्य-जीव अभयारण्य के रूप में मान्यता दी गई थी। राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य मुरैना में सन् 1981 से घड़ियाल ग्रो एण्ड रिलीज प्रोग्राम शुरु किया गया था। तब चंबल नदी में घड़ियाल की संख्या 100 से कम थी। उक्त प्रोग्राम से घड़ियाल पुनर्वास केंद्र देवरी पर प्रति वर्ष चंबल नदी से दो सौ अंडे लाकर देवरी केंद्र में घड़ियाल के शावकों को पालकर 120 सेंटीमीटर का होने पर प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया जाता हैं।
मुरैना वन विभाग के अनुसार चंबल अभयारण्य में प्रति वर्ष जलीय जीवों का सर्वेक्षण माह फरवरी में किया जाता हैं। वर्ष 2024 की गणना में चंबल अभयारण्य में कुल 2456 घड़ियाल पाये गये थे। घड़ियाल पुनर्वास केंद्र पर 2024 बैच के 70,2023 बैच के 95, 2022 बैच के 85, 2021 बैच के 38 इस तरह कुल 288 घड़ियाल थे। इस वर्ष 108 घड़ियाल चंबल में छोड़ने की अनुमति वन विभाग को प्राप्त हुई है। जिनमें से 13 जनवरी 2025 को 4 नर, 21 मादा कुल 25, 19 जनवरी 2025 को 2 नर, 30 मादा कुल 32, 29 जनवरी 2025 को 10 नर, 11 मादा कुल 21, 6 फरवरी 2025 को 12 नर, 8 मादा कुल 20, इस वर्ष अभी तक 98 घड़ियाल रिलीज किए जा चुके हैं।
वन्य जीव पर्यटन के शौकीन पर्यटकों के लिए यहां चंबल बोट सफारी की व्यवस्था की गई है, जो अब काफी प्रसिद्ध हो गई है।
स्थानीय निकाय अपने अधिकारों और शक्तियों से करें जन-कल्याण के कार्य : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
17 Feb, 2025 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में स्थानीय निकायों को अधिकार संपन्न बनाया गया है। नगरीय निकाय और अन्य स्थानीय निकाय अपने अधिकारों और शक्तियों का उपयोग करते हुए जन-कल्याण के कार्य बेहतर रूप से कर रहे है। हाल ही मुख्यमंत्री जन-कल्याण अभियान की सफलता इस बात का बेहतर उदाहरण है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नगरीय निकाय राज्य सरकार की भावना को और अधिक मजबूती प्रदान करें। नगरीय निकाय आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बने यह सब मिलकर प्रयास करें, आय के स्रोत बढ़ाएं। नगरीय निकाय आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होंगे तो विकास को और नई गति दी जा सकेगी। उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय विकास प्राधिकरणों की तर्ज पर आवासीय योजनाएं भी बनाकर क्रियान्वित कर सकती हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को ग्वालियर से इंदौर में आयोजित ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ मेयर्स मध्यप्रदेश इकाई की बैठक को वर्चुअल संबोधित कर रहे थे। ग्वालियर मे उन्होंने कहा कि प्रदेश के नगर निगमों ने विकास कार्यों के क्षेत्र में देश में अपनी विशिष्ट पहचान कायम की है। प्रदेश के शहरी क्षेत्र में तेज गति से समग्र विकास के कार्य किये जा रहे हैं। इंदौर नगर निगम ने स्वच्छता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई है। इंदौर विगत 7 वर्षों से स्वच्छता के क्षेत्र में देश में लगातार अव्वल है। इस बार भी इंदौर स्वच्छता के क्षेत्र में अव्वल रहने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है। इंदौर ने प्रदेश का गौरव बढ़ाया है।
नगरीय आवास एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि संविधान के 73 एवं 74वें संशोधन के बाद सबसे ज्यादा अधिकार मध्यप्रदेश के स्थानीय निकायों को दिए गए हैं। हमारा प्रयास है कि स्थानीय शासन व्यवस्था और अधिक विकेंद्रीकृत हो। उनको ज्यादा से ज्यादा अधिकार मिले। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय आत्मनिर्भर बनने के प्रयास करें। करारोपण की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाएं, आय के नए साधन भी खोजें।
इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में विकास के नए आयाम स्थापित किये जा रहे हैं। इंदौर तेज गति से विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर एवं सांसद वी. डी. शर्मा भी वर्चुअली शामिल हुए।
नगरीय आवास एवं विकास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, ऑल इंडिया कौंसिल ऑफ़ मेयर्स की राष्ट्रीय अध्यक्ष माधुरी पटेल, इंदौर सांसद शंकर लालवानी और राज्यसभा सदस्य सुकविता पाटीदार, पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, स्थानीय विधायक रमेश मेंदोला, पूर्व विधायक जीतू जिराती, सुमित मिश्रा तथा श्रवण चावड़ा सहित जनप्रतिनिधि विशेष रूप से उपस्थित रहे।
प्रदूषण के कारण स्लो मोशन में भोपाल बन जाएगा पीथमपुर
17 Feb, 2025 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल।पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के 337 मीट्रिक टन खतरनाक कचरे को जलाने के मुद्दे पर एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए, भोपाल में यूनियन कार्बाइड हादसे के पीड़ितों के चार संगठनों के नेताओं ने सरकार से पर्यावरणीय क्षति से बचने के लिए एक कानूनी रास्ता सुझाया । उन्होंने दस्तावेज़ साझा किए जो बताते हैं, कि दिसंबर 2024 में, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जल संरक्षण अधिनियम, 1974 के कई उल्लंघनों के लिए पीथमपुर वेस्ट मैनेजमेंट को कारण बताओ नोटिस जारी कर यह पूछा गया है किया है, कि क्यों उनके खिलाफ दंडनीय अपराध की कार्यवाही ना की जाए। दस्तावेज ये भी दिखाते है कि जो यूनियन कार्बाइड के खतरनाक कचरे के दहन के दौरान अत्यधिक मात्रा में डीजल जलने और उसके बाद उत्पन्न होने वाली खतरनाक राख की अत्यधिक मात्रा को उजागर करती है। पीथमपुर और आस-पास के क्षेत्रों के निवासियों की वाजिब चिंताओं को ध्यान में रखते हुए, संगठनों ने सरकार को खतरनाक कचरे को संयुक्त राज्य अमेरिका भेजने की व्यवस्था करने की सलाह दी, जैसा कि 2003 में तमिलनाडु के कोडाइकनाल में यूनिलीवर थर्मामीटर संयंत्र से कचरे के साथ किया गया था। भोपाल गैस पीड़ित महिला स्टेशनरी कर्मचारी संघ की अध्यक्ष और गोल्डमैन पुरस्कार से सम्मानित रशीदा बी ने कहा, सरकारी दस्तावेजों से पता चलता है, कि जब 2015 में यूनियन कार्बाइड से 10 टन खतरनाक कचरा जलाया गया था, तो लगभग 80 हजार लीटर डीजल का उपयोग किया गया था। यह 2010-2012 तक किसी अन्य स्रोत से खतरनाक कचरे के लिए उपयोग किए गए डीजल से 30 गुना अधिक था। अत्यधिक मात्रा में डीजल जलाने से न केवल गंभीर प्रदूषण होगा, बल्कि इसके वजह से भस्मक से निकलनेवाली धुएँ में खतरनाक डाइऑक्सिन और फ्यूरन्स के स्तर की सही जानकारी नहीं मिल पाएगी। पर्यावरण मंत्रालय द्वारा जारी एक दस्तावेज़ के हवाले से, भोपाल गैस पीड़ित निराश्रित पेंशनभोगी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष बालकृष्ण नामदेव ने कहा, “यह दस्तावेज़ स्पष्ट करता है कि पीथमपुर के संयन्त्र में यूनियन कार्बाइड के खतरनाक कचरे को जलाने से 900 टन से अधिक राख बनने की गुंजाइश है। इस राख में भारी मात्रा में भारी धातुएं होंगी जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं। पीथमपुर संयन्त्र के संचालकों ने अपने लैंडफिल में मोटी पन्नियों के ज़रिए राख की इस इस भारी मात्रा को सुरक्षित करने की योजना बनाई है। इस बात की पूरी आशंका है, कि इन भारी धातुओं के कारण संयन्त्र के आसपास भूजल में ज़हरीला प्रदूषण हो सकता है। उन्होंने बताया कि पीथमपुर बचाओ समिति की हालिया भूजल जाँच रिपोर्ट में डाइक्लोरोबेजीन और ट्राइक्लोरोबेंजीन जैसे ज़हरीले रसायनों की उपस्थिति बताई गयी है और यही दोनों रसायन भोपाल के प्रदूषित भूजल में भी पाए गए हैं। भोपाल ग्रुप फॉर इंफॉर्मेशन एंड एक्शन की रचना ढींगरा ने हाल ही में सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त दस्तावेज पेश करते हुए कहा, “मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जल निवारण अधिनियम, 1974 के उल्लंघन के लिए पीथमपुर वेस्ट मैनेजमेंट के संचालकों को कारण बताओ नोटिस दिया है, जिससे पता चलता है, कि लैंडफिल से रिसाव पहले से ही सुविधा के आसपास के भूजल को दूषित कर रहा था। यह काबिलेगौर है कि अगस्त और दिसंबर 2024 की ये रिपोर्टें यह बताती हैं, कि संयन्त्र में स्टॉर्म ड्रेन, सम्प और सर्कुलेटरी सिस्टम जैसी वैधानिक सुरक्षा सुविधाओं का अभाव है। यह एक तथ्य है कि पीथमपुर का संयन्त्र यूनियन कार्बाइड के कचरे के निष्पादन के लिए तैयार है या नहीं इस पर मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय से अंतिम रिपोर्ट आज तक अनुपलब्ध है। यह बात इस मुद्दे पर निर्णय लेने वाले माननीय न्यायाधीशों के विशेष ध्यान में लाना चाहिए। भोपाल गैस पीड़ित महिला पुरुष संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष नवाब खान ने यूनियन कार्बाइड के खतरनाक कचरे को अमेरिका भेजने की जोरदार वकालत की। “2003 में तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यूनिलीवर को अपने लगभग 300 टन खतरनाक कचरे को कोडाइकनाल से न्यूयॉर्क ले जाने के लिए मजबूर किया था। इस कचरे को एक क्लोज़्ड लूप संयंत्र में सुरक्षित रूप से निपटाया गया। पीथमपुर में स्लो मोशन भोपाल बनाने के बजाय, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तमिलनाडु के बोर्ड द्वारा स्थापित मिसाल का पालन क्यों नहीं करता है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा किअगर अमेरिकी सरकार हमारे नागरिकों को बेड़ियों में जकड़ कर वापस भेज सकती है, तो क्या हमारी सरकार कानूनी रूप से वैध रास्ता अपनाकर यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा अमेरिका नहीं भेज सकती?।
परिचालनिक कारणों से गोरखपुर-मुंबई एक्सप्रेस 18 व 19 फरवरी को रहेगी निरस्त
17 Feb, 2025 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: रेल प्रशासन द्वारा अपरिहार्य कारणों से भोपाल मंडल से गुजरने वाली निम्नलिखित यात्री गाड़ियों को उनके प्रारंभिक स्टेशन से निरस्त किया गया है।
1.गाड़ी संख्या 12597 गोरखपुर-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस एक्सप्रेस दिनांक 18 फरवरी 2025 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से निरस्त रहेगी।
2.गाड़ी संख्या 12598 छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस दिनांक 19 फरवरी 2025 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से निरस्त रहेगी।
यात्रियों से अनुरोध है कि असुविधा से बचने के लिए रेलवे द्वारा अधिकृत रेलवे पूछताछ सेवा NTES/139 से गाड़ी की सही स्थिति की जानकारी पता करके तदनुसार यात्रा प्रारम्भ करें।
प्रयागराज महाकुंभ 2025: रेल यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित
17 Feb, 2025 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: रेल प्रशासन द्वारा परिचालनिक कारणों से भोपाल मंडल से गुजरने वाली कुछ यात्री गाड़ियों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है, जिसका विवरण इस प्रकार है:
1. गाड़ी संख्या 11061 लोकमान्य तिलक ट.-जयनगर एक्सप्रेस दिनांक 16.02.2025 एवं 17.02.2025 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया सतना-ओहन-खैरार-कानपुर सेंट्रल-उन्नाव होते हुए गंतव्य को जाएगी।
2. गाड़ी संख्या 11060 छपरा-लोकमान्य तिलक ट. एक्सप्रेस दिनांक 17.02.2025 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया उन्नाव-कानपुर सेंट्रल-वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी-बीना-इटारसी होते हुए गंतव्य को जाएगी।
3. गाड़ी संख्या 11055 लोकमान्य तिलक ट.-गोरखपुर एक्सप्रेस दिनांक 16.02.2025 एवं 17.02.2025 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया सतना-ओहन-खैरार-कानपुर सेंट्रल-उन्नाव होते हुए गंतव्य को जाएगी।
4. गाड़ी संख्या 11062 जयनगर-लोकमान्य तिलक ट. एक्सप्रेस दिनांक 17.02.2025 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया उन्नाव-कानपुर सेंट्रल-खैरार-ओहन-सतना होते हुए गंतव्य को जाएगी।
5. गाड़ी संख्या 01027 दादर-गोरखपुर एक्सप्रेस दिनांक 16.02.2025 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया ललितपुर-वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी-कानपुर सेंट्रल-उन्नाव होते हुए गंतव्य को जाएगी।
6. गाड़ी संख्या 19489 अहमदाबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस दिनांक 16.02.2025 एवं 17.02.2025 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया सतना-ओहन-खैरार-कानपुर सेंट्रल-उन्नाव होते हुए गंतव्य को जाएगी।
7. गाड़ी संख्या 19490 गोरखपुर-अहमदाबाद एक्सप्रेस दिनांक 17.02.2025 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया उन्नाव-कानपुर सेंट्रल-खैरार-ओहन-सतना होते हुए गंतव्य को जाएगी।
8. गाड़ी संख्या 12167 लोकमान्य तिलक ट.-बनारस एक्सप्रेस दिनांक 16.02.2025 एवं 17.02.2025 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया इटारसी-बीना-वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी-कानपुर सेंट्रल-उन्नाव होते हुए गंतव्य को जाएगी।
9. गाड़ी संख्या 22177 छत्रपति शिवाजी महाराज ट.-वाराणसी एक्सप्रेस दिनांक 17.02.2025 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया इटारसी-बीना-वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी-कानपुर सेंट्रल-उन्नाव होते हुए गंतव्य को जाएगी।
10. गाड़ी संख्या 22178 वाराणसी-छत्रपति शिवाजी महाराज ट. एक्सप्रेस दिनांक 17.02.2025 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया उन्नाव-कानपुर सेंट्रल-वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी-बीना-इटारसी होते हुए गंतव्य को जाएगी।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया ने बताया कि उपरोक्त परिवर्तन रेल प्रशासन द्वारा परिचालनिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है। यात्रियों से अनुरोध है कि असुविधा से बचने के लिए रेलवे द्वारा अधिकृत रेलवे पूछताछ सेवा NTES/139 से गाड़ी की सही स्थिति की जानकारी पता करके तदनुसार यात्रा प्रारम्भ करें।
5 फीट वाली खतरनाक चीज देख, बच्चों की निकली चीख-पुकार, जान बचा भागे बच्चे
17 Feb, 2025 03:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बैतूल: मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक जहरीले सांप ने हड़कंप मचा दिया। सांप स्कूल के एक कमरे में चटाई के नीचे छिपा हुआ था। बताया जा रहा है कि सांप 5 फीट लंबा था. आपको बता दें कि मामला बैतूल जिले के भोगीतेड़ा प्राथमिक स्कूल से सामने आया है। यह घटना उस वक्त हुई जब एक छात्र ने अपना बैग खोला। जैसे ही उसने बैग की चेन खोली तो उसने देखा कि चटाई के नीचे कुछ हलचल हो रही है। इसी बीच छात्र की नजर एक बड़े खतरनाक सांप पर पड़ी। वो सांप वहां बिल्कुल चुपचाप छिपा हुआ था। फिर क्या था छात्र डर गए और जोर-जोर से चिल्लाने लगे। इसके बाद स्कूल की क्लास में अफरा-तफरी मच गई।
सर्प मित्र ने सांप को पकड़ा
शिक्षक को तुरंत समझ में आ गया कि कुछ गड़बड़ है। उन्होंने तुरंत सर्प मित्र को बुलाया। सर्प मित्र ने बड़ी सावधानी से सांप को बाहर निकाला. वो सांप क्लास से बाहर निकल गया और फिर उसे जंगल में छोड़ दिया गया। हालांकि, इस घटना में गनीमत रही कि सांप से किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। सर्प मित्र ने यह भी बताया कि हमें आसपास की जगहों को लेकर सावधान रहना चाहिए। सांप खासकर गर्मी के मौसम में ज्यादा सक्रिय होते हैं। सर्प मित्र ने बताया कि सांप कई बार भोजन की तलाश में घरों और स्कूलों में आ जाते हैं। यह सांप पहले घर के आसपास घूमता रहा, फिर स्कूल में चटाई के नीचे छिप गया। सर्प मित्र ने बताया कि सांप छिपने के लिए ऐसी जगह चुनते हैं, जहां से लोग उन्हें देख न सकें। वे कहीं भी जा सकते हैं, इसलिए हमें सतर्क रहना चाहिए।
सौरभ शर्मा केस: ED- IT ने कोर्ट से नहीं मांगा रिमांड, तीनों को डायरेक्ट जेल भिजवाया
17 Feb, 2025 03:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: ईडी की टीम सौरभ शर्मा और उसके विश्वासपात्र शरद और चेतन को लेकर कोर्ट पहुंच गई है। इस दौरान कालेधन की तिकड़ी को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट ले जाया गया। इस दौरान भोपाल जिला कोर्ट परिसर में सीआरपीएफ के जवान तैनात नजर आए। कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। आपको बता दें कि सौरभ शर्मा, शरद और चेतन तीनों को ईडी ने रिमांड पर लिया था। आज 17 फरवरी को रिमांड खत्म होने के बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया गया है।
14 दिन के लिए जेल भेजा गया पर कोइ रिमांड की मांग नहीं की
सुनवाई के लिए कोर्ट पहुंचे कालेधन की इस तिकड़ी को जिला कोर्ट ने 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है। संभावना थी कि अगर पूछताछ में ज्यादा खुलासे नहीं हुए तो ईडी या आईटी तीनों को दोबारा रिमांड पर ले सकती है। लेकिन न तो ईडी और न ही आईटी, दोनों ही जांच टीमों ने इनके लिए रिमांड या पूछताछ की मांग नहीं की। अब 52 किलो सोना, 11 करोड़ कैश मामले में मोस्ट वांटेड सौरभ, शरद और चेतन 2 मार्च तक जेल में ही रहेंगे।
24 वे अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता शुरू, बड़े तालाब में आयोजित इस प्रतियोगिता का शुभारंभ CM मोहन द्वारा
17 Feb, 2025 01:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: राजधानी भोपाल में आज 24वीं अखिल भारतीय पुलिस जल क्रीड़ा प्रतियोगिता शुरू होने जा रही है। 5 दिवसीय खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन सीएम डॉ. मोहन यादव करेंगे। मध्य प्रदेश पुलिस की मेजबानी में 17 से 21 फरवरी तक चलने वाली यह प्रतियोगिता भोपाल के बोट क्लब बड़ा तालाब में होगी। अखिल भारतीय पुलिस जल क्रीड़ा प्रतियोगिता में 22 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय सशस्त्र बलों के कुल 557 प्रतियोगी भाग ले रहे हैं। इस प्रतियोगिता में 132 महिला खिलाड़ी भी भाग लेंगी। भोपाल के क्लब बड़ा तालाब में आयोजित प्रतियोगिता का उद्घाटन सीएम मोहन करेंगे।
17 से 21 फरवरी तक चलेगा टूर्नामेंट
मेजबान मध्य प्रदेश पुलिस के अलावा असम, मणिपुर, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, पंजाब, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, केरल, सीआरपीएफ, एसएसबी, बीएसएफ, असम राइफल्स, आईटीबीपी, अंडमान एवं निकोबार और चंडीगढ़ की 22 टीमों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
टूर्नामेंट में कैनोइंग, कयाकिंग और रोइंग समेत कुल 27 इवेंट आयोजित
पांच दिवसीय वाटर स्पोर्ट्स टूर्नामेंट में कैनोइंग, कयाकिंग और रोइंग समेत कुल 27 इवेंट होंगे। विभिन्न राज्यों और अर्धसैनिक बलों की टीमें कुल 360 पदकों के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी, जिसमें पुरुष वर्ग में 60 स्वर्ण, 60 रजत और 60 कांस्य पदक और महिला वर्ग में 60 स्वर्ण, 60 रजत और 60 कांस्य पदक शामिल हैं।