मध्य प्रदेश
चक्रधारा के साथ गुलछर्रे उड़ा रहा बजरंग, एक दहाड़ से दौड़ी चली आती है टाइग्रेस
9 Mar, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उमरिया: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व बाघों के लिए खास पहचान रखता है. मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा अगर कहीं बाघ पाए जाते हैं, तो वो बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व ही है. इस टाइगर रिजर्व में कई बाघ ऐसे हैं जो अपने नाम से खास पहचान रखते हैं और पर्यटकों के बीच काफी पॉपुलर भी हैं. इन्हें देखने के लिए पर्यटकों के बीच काफी दिलचस्पी रहती है और ये बाघ भी ऐसे हैं जिनकी साइटिंग भी बड़ी आसानी से हो जाती है. इन्हीं में से एक बाघ है बजरंग.
कौन है बजरंग बाघ?
सोशल मीडिया में इन दिनों बाघ का एक वीडियो वायरल हो रहा है जो जमकर सुर्खियां बटोर रहा है. इस बाघ को बजरंग बाघ के नाम से जाना जाता है. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बजरंग बाघ काफी पॉपुलर बाघों में से एक है और इसकी पहचान बांधवगढ़ के ताकतवर बाघों में होती है.
छोटा भीम का भाई है बजरंग बाघ
बजरंग बाघ इन दिनों जमकर सुर्खियां बटोर रहा है और ये बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सबसे पॉपुलर बाघों में से एक है. बजरंग छोटा भीम बाघ का भाई है. बजरंग और छोटा भीम बाघ ये दोनों नर बाघ भीम और दरहा बाघिन की संतान माने जाते हैं. बजरंग बाघ ने अपनी टेरिटरी छोटा भीम से हटकर बना रखी है. छोटा भीम अब भले ही नहीं रहा लेकिन बजरंग बाघ अब भी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अपनी दहाड़ से अपनी उपस्थिति दर्ज कराता रहता है और पर्यटकों के बीच में अच्छा खासा पॉपुलर भी हो चुका है.
'ताला जोन में बना रखी है टेरिटरी'
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय बताते हैं कि "बजरंग बाघ का जन्म बांधवगढ़ के खेतौली जोन में साल 2017-18 में हुआ है और ये पूरी तरह से एक एडल्ट नर बाघ है. बजरंग ने अपनी टेरिटरी ताला जोन में बना रखी है. ये लगभग 20 से 30 वर्ग किलोमीटर एरिया को कवर करता है. बजरंग बाघ ताला जोन के सिद्ध बाबा, चक्रधर, बरुहा नाला, भितरी वाह, घोड़ा डेमन, सीता मंडप, चोर बहरा और बधनी वाले एरिया में अक्सर घूमते नजर आ जाता है."
चक्रधारा के साथ रहता है बजरंग
बजरंग बाघ की टेरिटरी में अक्सर ही फीमेल बाघिन चक्रधारा देखने को मिलती है. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की जानकारों की मानें तो बजरंग बाघ चक्रधारा बाघिन के साथ अपनी टेरिटरी में रहता है. आज भी बजरंग बाघ की एक दहाड़ से पूरा बांधवगढ़ थर्रा उठता है और बजरंग बाघ की यही अदाएं आसानी से पर्यटकों को बांधवगढ़ में बाघ दर्शन के लिए खींचकर ला रही हैं.
महिला आरपीएफ जवानों को सशक्त बनाएगा मिर्च स्प्रे, जानिए क्या है रेलवे का प्लान
9 Mar, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भारतीय रेलवे द्वारा एक अभिनव प्रयास किया गया है. दरअसल, अब महिला आरपीएफ जवानों को और मजबूत और सशक्त बनाने के लिए उनको मिर्च स्प्रे किट से लैस किया जाएगा. यह अपराधियों से निपटने के लिए गैर घातक, लेकिन अधिक प्रभावी उपकरण है. यह उपकरण महिला आरपीएफ कर्मियों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में तेजी से कार्रवाई करने में सहायता करेगा, विशेष रूप से उन परिस्थितियों में जब वे अकेले यात्रा कर रही महिला यात्रियों या बच्चों के साथ सफर कर रही महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही हों.
महिलाओं की सुरक्षा विशेष प्राथमिकता
इस पहल का समर्थन करते हुए रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक मनोज यादव ने कहा कि "यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिला सशक्तिकरण और सार्वजनिक स्थलों को सुरक्षित बनाने की दिशा में किया जा रहा है. भारतीय रेलवे ने हमेशा महिला यात्रियों के यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. हमारी महिला आरपीएफ कर्मी शक्ति, संवेदनशीलता और साहस का प्रतीक हैं. मिर्च स्प्रे कैन प्रदान कर हम उनकी आत्मविश्वास और कार्यक्षमता को बढ़ा रहे हैं, साथ ही यह स्पष्ट संदेश दे रहे हैं कि यात्रियों की सुरक्षा विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है."
आरपीएफ में 9 प्रतिशत महिला जवान
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए आरपीएफ में अधिक महिलाओं की भर्ती की जा रही है. वर्तमान में आरपीएफ में महिला कर्मियों की संख्या कुल जवानों की 9 प्रतिशत है, जो कि किसी भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में महिलाओं का सर्वाधिक अनुपात है. इन महिला आरपीएफ कर्मियों में से कई 'मेरी सहेली' टीम का हिस्सा हैं, जिनका मुख्य कार्य महिला यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना है. देशभर में 250 से अधिक मेरी सहेली टीमें प्रतिदिन लगभग 12,900 महिला यात्रियों के साथ संपर्क स्थापित कर उनकी सुरक्षा एवं सहायता सुनिश्चित कर रही हैं.
प्रेमी ने प्रेमिका को सड़क पर जड़ा थप्पड़, गर्दन काटने की दी धमकी, वीडियो वायरल
8 Mar, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की सबसे व्यस्त सड़कों में से एक वीआईपी रोड पर एक युवक और युवती का हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. सड़क के सबसे व्यस्त फुटपाथ पर एक लड़का एक लड़की को जोरदार थप्पड़ मारता हुआ नजर आया. इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. सामने आए वीडियो में एक युवक न सिर्फ लड़की को बेरहमी से पीटता हुआ नजर आया, बल्कि लड़की की गर्दन काटने की धमकी भी देता हुआ सुनाई दिया. सड़क पर लड़की के साथ गाली-गलौज, आपत्तिजनक और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया.
इसलिए लड़की के बॉयफ्रेंड ने मचाया हंगामा
जानकारी के मुताबिक, जिस लड़की के साथ यह घटना हुई, वह एक युवक के साथ रिलेशनशिप में रहने के दौरान दूसरे युवक के साथ देखी गई थी. जिसके बाद लड़की के बॉयफ्रेंड और उसके दोस्तों ने न सिर्फ लड़की की पिटाई की, बल्कि लड़की के बॉयफ्रेंड ने नशे में धुत होकर हथियार के बल पर हंगामा भी मचाया. लड़की के बॉयफ्रेंड ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी है.
तमाशबीन बने रहे लोग
इधर, युवती ने बताया कि उससे मिलने आया युवक उसका भाई है। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। आसपास के लोग तमाशा देखते रहे, लेकिन युवती को बचाने कोई नहीं आया। हालांकि, यह पहली बार नहीं है कि शहर की वीआईपी रोड पर इस तरह की घटना सामने आई हो, इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।
CM मोहन की सुरक्षा में तैनात महिलाए, आज वुमन की देख-रेख में सीएम के सारे काम
8 Mar, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अनोखा नजारा देखने को मिला. यहां मुख्यमंत्री की सुरक्षा में महिला अधिकारी तैनात हैं. यानी मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था से लेकर काफिले की कमान और सीएम के पीआर तक सब कुछ महिला अधिकारियों के हाथ में है. इतना ही नहीं एमपी से ट्रेन के साथ दो महिला पायलट भी रवाना हुईं।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सुरक्षा और काफिले (कारकेड) समेत पूरी व्यवस्था की कमान महिलाएं संभाल रही हैं। आपको बता दें कि, मुख्यमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी उप पुलिस अधीक्षक बिट्टू शर्मा के पास है. इंस्पेक्टर इरशाद अली मुख्यमंत्री का वाहन चला रहे हैं, कारकेड के वाहनों की जिम्मेदारी सपना और अन्य महिला ड्राइवरों पर है. अवर सचिव श्रीलेखा क्षत्रिय ओएसडी की जिम्मेदारी निभा रही हैं और बिंदु सुनील और सोनिया परिहार के पास प्रेस अधिकारी की जिम्मेदारी है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर भारतीय रेलवे की एक अनूठी पहल भी देखने को मिली. महिला दिवस पर महिलाएं चला रही हैं ट्रेन। भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस का संचालन पूरी तरह से महिला स्टाफ कर रही है। ट्रेन भोपाल के प्लेटफॉर्म नंबर 5 से रवाना हुई।
ट्रेन के साथ रवाना हुईं दो महिला लोको पायलट
महिला लोको पायलट नेहा श्रीवास्तव और नूतन ट्रेन चला रही हैं। अपर रेल मंडल प्रबंधक रश्मि दिवाकर ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। लोको पायलटों ने कहा कि आज महिलाएं जो भी मन में ठान लें, वह कर सकती हैं।
माधव नेशनल पार्क बनेगा मध्य प्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व, सीएम ने की अधिसूचना जारी
8 Mar, 2025 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवपुरी: मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया गया। शुक्रवार को सरकार ने इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। माधव टाइगर रिजर्व प्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व होगा। नए घोषित माधव टाइगर रिजर्व में दो दिन बाद यानी 10 मार्च को दो बाघ छोड़े जाएंगे। सीएम डॉ. मोहन यादव ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया में साझा की है। जानकारी के मुताबिक इस नए माधव टाइगर रिजर्व का कोर क्षेत्र 375 वर्ग किलोमीटर, बफर क्षेत्र 1276 वर्ग किलोमीटर और कुल क्षेत्रफल 1751 वर्ग किलोमीटर होगा।
देश के टाइगर स्टेट 'मध्यप्रदेश' के लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित किया जा रहा है, जिससे निश्चित ही संपूर्ण क्षेत्र में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। सीएम डॉ. मोहन यादव ने अपने X अकाउंट पर लिखा- देश के टाइगर स्टेट ‘मध्यप्रदेश’ के लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित किया जा रहा है, जिससे निश्चित ही संपूर्ण क्षेत्र में पर्यटन उद्योग को और बढ़ावा मिलेगा।
सीएम ने आगे लिखा-एनटीसीए भारत सरकार से दो अतिरिक्त बाघ, जिसमें एक नर और एक मादा बाघ लाने की स्वीकृति दी गई है, जो 10 मार्च, 2025 को माधव टाइगर रिजर्व में छोड़े जाएंगे। इस प्रकार माधव टाइगर रिजर्व के कुल बाघों की संख्या सात हो जाएगी। इनमें पांच वयस्क बाघ (दो नर और तीन मादा) और दो शावक होंगे। पन्ना टाइगर रिजर्व और रणथंभौर टाइगर रिजर्व के बीच में स्थित माधव टाइगर रिजर्व बनाए जाने से सम्पूर्ण क्षेत्र में वन्यजीव एवं बाघों का संरक्षण प्रभावी ढंग से हो सकेगा।
MP मेँ है आधा दर्जन से अधिक टाइगर रिजर्व
कान्हा टाइगर रिजर्व: इसे 1955 में राष्ट्रीय उद्यान और 1973 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। यहां 80 बाघ रहते हैं और इसका कुल क्षेत्रफल 940 वर्ग किलोमीटर है।
पेंच टाइगर रिजर्व: यह सिवनी क्षेत्र में स्थित है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में फैला हुआ है। रिजर्व का कोर एरिया 411.33 वर्ग किलोमीटर और बफर एरिया 768.3 वर्ग किलोमीटर है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व: रॉयल बंगाल टाइगर की संख्या दुनिया में सबसे अधिक है। उमरिया जिले में स्थित इस पार्क को वर्ष 1968 में टाइगर रिजर्व घोषित किया था। इसका क्षेत्रफल 448 वर्ग किलोमीटर है।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व: यह नर्मदापुरम जिले में स्थित है। यह 524 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला है। इसे 1981 में टाइगर रिजर्व घोषित। यहां बाघ, तेंदुआ, सुस्त भालू, ढोल जैसे कई वन्यजीवों का निवास है।
पन्ना टाइगर रिजर्व: यह पन्ना जिले में स्थित है। इसका कुल क्षेत्रफल 576.13 वर्ग किमी है। यह 1981 में स्थापित हुआ। 1994 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। यह क्षेत्र फरवरी 2009 में बाघ विहीन हो गया था।
नौरादेही टाइगर रिजर्वः यह सागर दमोह, नरसिंहपुर जिले में स्थित है। इसका कोर क्षेत्रफल 23.97 वर्ग किमी है। 20 सितंबर 2023 को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया।
संजय दुबरी टाइगर रिजर्व: सीधी जिले में स्थित है। यह रिजर्व में विश्व प्रसिद्ध सफेद बाघ को 1951 में रीवा के तत्कालीन महाराजा मार्तंड सिंह ने खोजा था। 812.581 वर्ग किमी इसका क्षेत्रफल है। टाइगर रिजर्व की स्थापना 1975 में की गई।
माधव नेशनल टाइगर रिजर्व: शिवपुरी जिले में है। इस पार्क को 1958 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला था। टाइगर रिजर्व का क्षेत्रफल 1651 वर्ग किलोमीटर है। कोर एरिया 3751 और बफर क्षेत्र 1276 वर्ग किमी है। 1 दिसंबर 2024 को टाइगर रिजर्व बनाने की मंजूरी मिली। यहां 3 बाघ हैं। 10 मार्च 2025 को यहां एक नर और मादा बाघ को और छोड़ा जाएगा।
रातापानी टाइगर रिजर्व: यह भोपाल से लगा है। सीहोर और रायसेन जिले में आता है। कोर एरिया का रकबा 763.812 वर्ग किलोमीटर, जबकि बफर एरिया का रकबा 507.653 वर्ग किलोमीटर है। टाइगर रिजर्व का कुल रकबा 1271.465 वर्ग किलोमीटर है।
सिंधिया ने सीएम और केंद्रीय वन मंत्री का शुक्रिया किया
माधव टाइगर रिजर्व बनने पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि शिवपुरी का माधव नेशनल पार्क अब माधव टाइगर रिजर्व बनने जा रहा है। 10 मार्च को मेरे पिताजी स्वर्गीय माधवराव सिंधिया जी की 80वीं जन्म जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री और वनमंत्री भूपेन्द्र सिंह इसका शुभारंभ करेंगे। यह पल मेरे लिए खास रहेगा। इसके लिए सिंधिया ने सीएम और वन मंत्री का शुक्रिया अदा किया है।
माधव नेशनल पार्क को 1958 में मिला था राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा
शिवपुरी जिले में स्थित माधव नेशनल पार्क को 1958 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला था। यह मुगल सम्राटों और महाराजाओं का शिकारगाह था। जंगल में नीलगाय, चिंकारा और चौसिंगा और हिरण जैसे चीतल, सांभर और बार्किंग हिरण जैसे मृग रहते हैं। तेंदुए, भेड़िया, सियार, लोमड़ी, जंगली कुत्ता, जंगली सुअर, साही, अजगर आदि जानवर भी पार्क में देखे जाते हैं।
मध्यप्रदेश में 785 बाघ
माधव नेशनल पार्क से पहले मध्य प्रदेश में आठ टाइगर रिजर्व हैं। ये टाइगर रिजर्व कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, पन्ना, सतपुड़ा, संजय दुबरी, नौरादेही और रातापानी हैं। मध्य प्रदेश में देश के सबसे ज्यादा टाइगर हैं और इसे टाइगर स्टेट का दर्जा मिला हुआ है। वर्ष 2022 की गणना के मुताबिक यहां 785 बाघ हैं। वर्ष 2018 में यह संख्या 526 थी। मध्य प्रदेश में बाघों की संख्या बढ़ने की वजह से यहां वन्य जीवों के आशियाने तेजी से बढ़ रहे हैं।
मप्र को जल्द मिल सकता है नया प्रदेश अध्यक्ष, कई नामो पर चर्चाएं तेज
7 Mar, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मध्य प्रदेश इकाई के नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कभी भी हो सकता है। ऐसे में सभी की निगाहें नए अध्यक्ष पर टिकी हैं, क्योंकि चर्चाओं में एक नहीं बल्कि कई नाम हैं। प्रदेश में भाजपा के संगठन पर्व के तहत बूथ समिति, मंडल अध्यक्ष और जिला अध्यक्षों की चुनाव प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब उम्मीद जताई जा रही थी कि जनवरी या फरवरी में प्रदेश अध्यक्ष का भी चुनाव हो जाएगा। लेकिन, दिल्ली विधानसभा चुनाव के चलते चुनाव प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी और चुनाव अधिकारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का दौरा तय नहीं हो सका।
प्रदेश में पिछले एक पखवाड़े से प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव जोरों पर है और संभावना है कि आने वाले दिनों में चुनाव अधिकारी धर्मेंद्र प्रधान भोपाल आ सकते हैं। इस दौरे के दौरान चुनाव प्रक्रिया भी पूरी हो सकती है। प्रदेश के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा पांच साल से ज्यादा समय से अध्यक्ष पद पर हैं। शर्मा के नेतृत्व में ही विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़े गए, जिसमें भाजपा को बड़ी सफलता मिली। वहीं बूथ विस्तार अभियान समेत कई अभियान देश के दूसरे राज्यों के लिए नजीर बन गए हैं।
प्रदेश भाजपा इकाई का नया अध्यक्ष कौन होगा?
इसके लिए कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री मोहन यादव पिछड़ा वर्ग से आते हैं, ऐसे में संभावना है कि पार्टी सामान्य वर्ग के किसी व्यक्ति को यह जिम्मेदारी सौंप सकती है। प्रदेश में सामान्य वर्ग से पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, अरविंद भदौरिया, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला और विधायक हेमंत खंडेलवाल का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।
राज्य से नक्सलियों का होगा पूर्ण सफाया, CM मोहन ने अधिकारियों को दिए निर्देश
7 Mar, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को प्रदेश में नक्सल उन्मूलन अभियान के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यों की नियमित समीक्षा की जाए तथा नक्सल गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए जिला स्तर, पुलिस मुख्यालय और राज्य शासन स्तर पर सतत निगरानी की जाए। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2026 तक नक्सलियों को पूरी तरह समाप्त करने के संकल्प को पूरा करने में मध्यप्रदेश की सक्रिय भूमिका की चर्चा की।
उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण, दूरसंचार साधनों के विस्तार और आवश्यक जवानों की तैनाती से नक्सलियों पर नियंत्रण पाने में सफलता मिल रही है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि विकास कार्य निरंतर जारी रहें और आधुनिक उपकरणों के उपयोग तथा क्षेत्र की सतत निगरानी के साथ नक्सल तत्वों के खात्मे के प्रयास तेज किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी कीमत पर प्रदेश में नक्सलवाद को जड़ें जमाने नहीं दी जाएंगी। नक्सलवाद के समूल नाश के लिए सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने विशेष डीजी पंकज श्रीवास्तव को नक्सल उन्मूलन अभियान की हर 15 दिन में समीक्षा करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने बालाघाट और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में चार नक्सलियों को मार गिराने की कार्रवाई की सराहना की और पुलिस अधिकारियों को बधाई दी। बैठक में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्यों द्वारा संयुक्त अभियान चलाकर नक्सलियों को खत्म करने के संकल्प पर भी चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री के निर्देश
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों की आर्थिक और सामाजिक उन्नति के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों में समन्वय स्थापित किया जाए।
संचार सुविधाओं को बढ़ाने के लिए मोबाइल टावरों की स्थापना को प्राथमिकता से पूरा किया जाए।
नए सुरक्षा शिविरों की स्थापना के लिए हॉक फोर्स बल बढ़ाने की स्वीकृति दी जाए।
राज्य से माओवादी समस्या का उन्मूलन सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए ठोस प्रयास किए जाएं।
नक्सल प्रभावित जिलों के दूरस्थ क्षेत्रों के निवासियों के आवागमन को आसान बनाने के लिए निर्माणाधीन सड़क निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा किया जाए।
इंजीनियरिंग छात्रा ने जहर खाकर की आत्महत्या, मरने से पहले शोषण और अत्याचार के लगाए गंभीर आरोप
7 Mar, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: राजधानी भोपाल के छोला थाना क्षेत्र में एक इंजीनियरिंग छात्रा ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा ने आत्महत्या से पहले दो वीडियो बनाए, जिसमें उसने अपने साथ हो रहे शोषण और अत्याचार का जिक्र किया। छात्रा ने एक युवक और एक महिला पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या है मामला?
गुरुवार 06 मार्च की सुबह साक्षी निराला ने जहर खा लिया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत से पहले साक्षी ने दो वीडियो बनाए, जिसमें उसने अपने साथ हो रहे शोषण और अत्याचार के बारे में बताया।
क्या कहा वीडियो में?
वीडियो में साक्षी ने बताया कि शेज नाम का युवक और एक महिला उसके साथ मारपीट करते थे और उसका शोषण करते थे। उसने यह भी बताया कि शेज ने ब्यूटी पार्लर खोलने के बहाने उसके नाम पर प्लॉट गिरवी रख दिया था और लोन के पैसे भी हड़प लिए थे। इन सब बातों से तंग आकर साक्षी ने आत्महत्या करने का फैसला किया।
मामले की जांच जारी
छोला थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस शेज और उस महिला से पूछताछ कर रही है, जिस पर साक्षी ने आरोप लगाया है। पुलिस छात्रा के परिवार और दोस्तों से भी बात कर घटना के पीछे की वजह जानने की कोशिश कर रही है।
परिवार की प्रतिक्रिया
साक्षी के परिवार ने बताया कि वह पिछले कुछ समय से तनाव में थी। उन्होंने बताया कि शेज और महिला ने साक्षी का शोषण किया और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। परिवार ने पुलिस से मामले की गहनता से जांच करने और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।
कार्य में लापरवाही के चलते कंपनी के डीजीएम समेत 3 अफसरों को नोटिस, जूनियर इंजीनियर सस्पेंड
7 Mar, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: कार्य में लापरवाही करने पर मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के जूनियर इंजीनियर नितेश पलारिया को सस्पेंड कर दिया गया, जबकि कंपनी के भोपाल वृत्त के डीजीएम (उप महाप्रबंधक) भेरुंदा राजेश अग्रवाल, ललरिया वितरण केंद्र के मैनेजर सुशील वर्मा और लाड़कुई वितरण केन्द्र के जूनियर इंजीनियर पंकज कटियार को कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया। यह कार्रवाई यह कार्रवाई भोपाल ग्रामीण वृत्त की समीक्षा बैठक के दौरान मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक (एमडी) क्षितिज सिंघल ने की।
‘किसानों को स्थाई पंप कनेक्शन ज्यादा से ज्यादा किसानों को दें’
कंपनी के एमपी सिंघल ने समीक्षा बैठक के दौरान स्पष्ट संदेश दिया की बिलिंग एफिशिएंसी (दक्षता) तथा कलेक्शन एफिशिएंसी में कमी को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, खराब तथा जले मीटर बदलें और उपभोक्ताओं को दी जा रही बिजली की प्रत्येक यूनिट बिक्रित यूनिट में परिवर्तित होना चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने किसानों को 5 रुपए में दिए जा रहे स्थाई पंप कनेक्शन के बारे में कहा कि इसके अंतर्गत अधिक से अधिक किसानों को कनेक्शन प्रदान करें और जहां नियमित कनेक्शन देने की कार्रवाई में अड़चन आ रही है, वहां अस्थायी कनेक्शनन दें।
मार्च में ग्रामीण वितरण केंद्रों में 15 प्रतिशत नए कनेक्शन दिए जाएं
कंपनी के प्रबंध संचालक सिंघल ने अधिकारियों के लिए मार्च माह का टारगेट तय किया। उन्होंने कहा कि मार्च माह में ग्रामीण वितरण केन्द्रों में कम से कम कुल उपभोक्ताओं की तुलना में 15 प्रतिशत नए कनेक्शन देकर नए उपभोक्ताओं को विद्युत प्रणाली से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा, सकल तकनीकी एवं वाणिज्यक हानियों को न्यूनतम स्तर पर लाने के लिए मीटरिंग, बिलिंग और कलेक्शन को बढ़ाया जाए। कंपनी के एमडी सिंघल ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष के बाद अप्रैल माह में भोपाल ग्रामीण वृत्त में कार्यरत बिजली कार्मिकों की परफॉर्मेंस की समीक्षा कर उनकी पदस्थापनाएं की जाएंगी। इसलिए जो बेहतर कार्य करने वाले कार्मिकों को पुरस्कृत किया जाएगा वहीं नॉन परफॉर्मर कार्मिकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
साइबर ठगों से ऐशबाग पुलिस की सांठगांठ: फर्जी कॉल सेंटर मामले में आरोपी को बचाने के लिए ASI और BJP पार्षद के बीच हुई थी 5 लाख की डील, केस दर्ज
7 Mar, 2025 01:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: भोपाल में फर्जी कॉल सेंटर मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है। इस मामले में पुलिस हिरासत में मौजूद आरोपी एएसआई पवन रघुवंशी अब लापता है। वहीं, रिश्वत देने आया टीकमगढ़ निवासी अंशुल जैन भाजपा पार्षद निकला। अंशुल फर्जी कॉल सेंटर के मास्टरमाइंड अफजल खान के साले मुईन खान का करीबी बताया जा रहा है।
भाजपा पार्षद रिश्वत देते रंगे हाथ पकड़ा गया
भाजपा पार्षद अंशुल जैन ने आरोपी एएसआई पवन रघुवंशी को 5 लाख रुपए की रिश्वत देने की कोशिश की थी। हालांकि, अंशुल जैन को रिश्वत देते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। यह घटना पुलिस कार्रवाई के दौरान हुई, जब अंशुल ने आरोपी को बचाने के लिए रिश्वत देने की कोशिश की। इस मामले में अंशुल जैन के साथ-साथ कई अन्य आरोपियों की भूमिका भी सामने आई है।
पार्षद अंशुल जैन की भूमिका
अंशुल जैन टीकमगढ़ में राइस मिल चलाता है। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने भाजपा से बगावत कर निर्दलीय पार्षद का चुनाव लड़ा और जीतने के बाद फिर से भाजपा में शामिल हो गए। इस मामले में उन पर रिश्वत देने का आरोप है। बताया जा रहा है कि आरोपियों को बचाने के लिए 25 लाख रुपए की डील तय हुई थी।
मुईन खान का कनेक्शन
फर्जी कॉल सेंटर मामले में आरोपी न बनाने की डील करने वाले मुईन खान ने 2022 में भाजपा के टिकट पर पार्षद का चुनाव लड़ा है। मुईन क्रशर संचालक है और उसके खिलाफ टीकमगढ़ कोतवाली में 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस जांच
इस मामले की जांच एसीपी हबीबगंज निहित उपाध्याय को सौंपी गई है। पुलिस ने आरोपियों की संपत्ति की जांच शुरू कर दी है। निलंबित एएसआई मनोज और हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र भी फिलहाल लापता हैं। टीआई जितेंद्र गढ़वाल ने दावा किया कि पवन रघुवंशी को उनकी शिकायत पर लाइन अटैच किया गया था, इसलिए उन्होंने जानबूझकर उनका नाम लिया।
मास्टरमाइंड अफजल की रिमांड बढ़ी
फर्जी कॉल सेंटर के मास्टरमाइंड अफजल खान की तीन दिन की रिमांड पूरी होने के बाद पुलिस उसे ऑटो से कोर्ट ले गई। कोर्ट ने अफजल की रिमांड एक दिन और बढ़ा दी है। पुलिस ने 5 लाख रुपए की रिश्वत लेने वाले पवन रघुवंशी और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के लिए विशेष न्यायाधीश रामप्रताप मिश्रा की कोर्ट में एफआईआर दर्ज कराई है।
मध्य प्रदेश में नक्सलवाद खत्म करने के लिए सीएम यादव ने की उच्चस्तरीय बैठक
7 Mar, 2025 11:53 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को प्रदेश में नक्सल उन्मूलन अभियान पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यों की नियमित समीक्षा की जाए और नक्सल गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए जिला स्तर, पुलिस मुख्यालय और राज्य शासन के स्तर पर निरंतर निगरानी रखी जाए। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2026 तक नक्सलियों का पूरी तरह खात्मा करने के संकल्प की पूर्ति के लिए मध्य प्रदेश की सक्रिय भूमिका की बात की। उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण, दूरसंचार साधनों का विस्तार और आवश्यक जवानों की तैनाती से नक्सलियों पर नियंत्रण पाने में सफलता मिल रही है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि विकास कार्य निरंतर जारी रखें और आधुनिक उपकरणों के उपयोग और क्षेत्र की निरंतर निगरानी से नक्सली तत्वों के खात्मे के लिए प्रयासों को तेज किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नक्सलवाद के पैर किसी भी कीमत पर जमने नहीं दिए जाएंगे। नक्सलवाद के समूल नाश के लिए कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने स्पेशल डीजी पंकज श्रीवास्तव को हर 15 दिन में नक्सल उन्मूलन अभियान की समीक्षा के निर्देश दिए।
चार नक्सलियों को मार गिराने पर दी बधाई
मुख्यमंत्री ने बालाघाट और निकटवर्ती क्षेत्र में पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ में चार नक्सलियों के मारे जाने की कार्रवाई की प्रशंसा की और पुलिस अधिकारियों को बधाई दी। बैठक में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्यों द्वारा संयुक्त अभियान के माध्यम से नक्सलवादियों के खात्मे के संकल्प पर भी चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री के निर्देश
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों की आर्थिक और सामाजिक प्रगति के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को समन्वित किया जाए।
संचार सुविधाओं को बढ़ाने के लिए मोबाइल टावरों की स्थापना को प्राथमिकता से पूरा किया जाए।
नए सुरक्षा कैंपों की स्थापना के लिए हॉक फोर्स बल में वृद्धि की स्वीकृति दी जाए।
प्रदेश से माओवादी समस्या का उन्मूलन सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए समवेत प्रयास किए जाएं।
नक्सल प्रभावित जिलों के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के निवासियों के आवागमन को आसान बनाने के लिए निर्माणाधीन सड़क निर्माण कार्य जल्द पूरा किया जाए।
मध्य प्रदेश में ठंडी हवाओं का असर, अगले दो-तीन दिन तक रहेगा शीतलहर
7 Mar, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में लगातार ठंड का असर देखने को मिल रहा है। जहां रातें ठंड हो रही हैं, वहीं दिन में भी उत्तरी हवाओं की वजह से ठंड महसूस हो रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले एक-दो दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा 9 मार्च से नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा जिसके असर से तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार भोपाल और जबलपुर में मार्च की ठंड ने पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इन शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे पहुंच गया। राजगढ़, उमरिया-खजुराहो समेत 13 शहरों में तापमान 6 से 9.8 डिग्री तक रहा।
मार्च में कोल्ड वेव की स्थिति
मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि अगले 3 दिन प्रदेश में हल्की ठंड रहेगी। इसके बाद पारे में बढ़ोतरी होगी और दिन-रात गर्मी का असर देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि पिछले 2-3 दिन से उत्तरी हवा आने से प्रदेश में ठंड का असर देखने को मिल रहा है। कई शहरों में तो पारा 6 डिग्री तक पहुंचा है। इससे कोल्ड वेव की स्थिति भी बनी रही। अब हवा की रफ्तार कम हुई है। वहीं, दिशा भी बदलेगी। ऐसे में ठंड का असर कम होने लगेगा। 15 मार्च के बाद कुछ शहरों में दिन का पारा 40 डिग्री और रात में 18 डिग्री से अधिक पहुंच सकता है। उन्होंने बताया कि इस सप्ताह प्रदेश में कहीं भी बारिश होने के आसार नहीं है। आसमान साफ रहेगा और तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
शाजापुर-शहडोल सबसे ठंडा, पारा 6 डिग्री
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार-गुरुवार की रात में प्रदेश के कई शहर कंपकंपा उठे। सबसे ज्यादा ठंडे शाजापुर और शहडोल रहा। यहां रात का तापमान 6 डिग्री तक पहुंच गया। बड़वानी के तालुन में 7.5 डिग्री, सीहोर में 7.8 डिग्री, मंडला-नौगांव में 8 डिग्री, मलाजखंड में 8.1 डिग्री, उमरिया में 8.2 डिग्री, राजगढ़ में 8.4 डिग्री और खजुराहो में पारा 9 डिग्री दर्ज किया गया।बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 9.8 डिग्री, उज्जैन में 9, जबलपुर 9.6, इंदौर 10.8 और ग्वालियर में पारा 11.6 डिग्री दर्ज किया गया। इधर, गुरुवार को दिन के तापमान में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली। हालांकि, ठंडी हवाओं का असर जारी रहा।
अगले 2 दिन ऐसा मौसम
7 मार्च: भोपाल में आसमान साफ रहेगा, लेकिन हवा की वजह से दिन का पारा 30 डिग्री के आसपास ही रहेगा। रात के पारे में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। ऐसा ही मौसम प्रदेश के अन्य शहरों में भी देखा जा सकता है।
8 मार्च: दिन और रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी होगी। बारिश होने के आसार नहीं है।
कमर्शियल प्लॉटों को ‘गांव की जमीन’ बताकर बेचा, गड़बड़ी से सरकार को लगा 13 करोड़ का राजस्व नुकसान
6 Mar, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंदौर: एमपी के इंदौर शहर में बायपास पर एक कॉलोनी के नौ व्यावसायिक भूखंडों को गांव का स्थान बताकर रजिस्ट्री करने के मामले की जांच शुरू हो गई है। इसमें कई सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि रजिस्ट्री करने से पहले सब रजिस्ट्रार को स्थान देखना होता है, लेकिन यहां इसकी अनदेखी की गई। बड़ी रजिस्ट्री होने के बावजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने भी ध्यान नहीं दिया? इस अनियमितता के कारण सरकार को 13 करोड़ का राजस्व नुकसान हुआ है।
13 करोड़ रुपये का नुकसान
सरकार की मंशा है कि इंदौर वित्तीय वर्ष 2024-25 में 3077 करोड़ रुपये राजस्व वसूली का लक्ष्य हासिल करे। फरवरी तक सरकारी कमाई का आंकड़ा 2100 करोड़ तक ही पहुंचा है। अब और अधिक राजस्व वसूली के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी बीच ढक्क्न वाला कुआं के कार्यालय की अनियमितता सामने आई, जिसमें जिम्मेदारों ने सरकार को 13 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया। यह अनियमितता बायपास स्थित डीएलएफ गार्डन सिटी कॉलोनी के नौ व्यावसायिक भूखंडों की रजिस्ट्री में हुई, जिसके लिए गांव की जमीन बताकर दस्तावेज तैयार किए गए थे। मामले की जांच शुरू हो गई है, जिसमें प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं। यह भी सामने आ रहा है कि सांवेर की रजिस्ट्री इंदौर में करने की क्या जरूरत थी, जबकि वहां भी कार्यालय है। उप पंजीयक ने रजिस्ट्री करने से पहले लोकेशन क्यों नहीं देखी? यह सभी बिंदु अफसरों की भूमिका पर संदेह पैदा कर रहे हैं। इस विषय पर कोई भी बात करने को तैयार नहीं है।
हर सप्ताह होती है समीक्षा
स्टॉप आईजी हर सप्ताह राजस्व वसूली की समीक्षा कर रहे हैं। इसमें सभी जिलों के मुख्य अफसरों से बात की जाती है। सवाल यह भी उठ रहा है कि बायपास के व्यावसायिक भूखंडों की महंगी रजिस्ट्री को लेकर इंदौर के वरिष्ठ अफसरों ने क्या समीक्षा की और अगर नहीं की तो क्यों नहीं की? रजिस्ट्री हुए पांच महीने हो गए, लेकिन उन्होंने इसकी जांच कर इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया? वरिष्ठ अफसर ने भी बड़ी रजिस्ट्री पर नजर नहीं रखी।
सौरभ शर्मा केस में पत्नी रडार पर, लोकयुक्त ने नामजद आरोपी बनाया
6 Mar, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: परिवहन विभाग के धनाढ्य पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा की आय से अधिक संपत्ति के मामले में लोकायुक्त ने शिकंजा कस दिया है। अब लोकायुक्त ने उनकी पत्नी दिव्या तिवारी को आरोपी बनाया है। सौरभ, राजदार चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल पहले से ही आरोपी हैं। दिव्या चौथी आरोपी हैं। दिव्या 4 कंपनियों अविरल इंटरप्राइजेज, शुभ्रा एनर्जी, स्काईलॉक सिस्टम और निर्माणाधीन जयपुरिया स्कूल की डायरेक्टर हैं। 22 दिसंबर 2017 को गठित लोकायुक्त ने दिव्या से पूछा कि इन कंपनियों को शुरू करने के लिए पैसा कहां से आया? इन कंपनियों में पैसा कहां से आया? लोकायुक्त ने यह भी पूछा कि उनके नाम पर करोड़ों की संपत्ति और जेवरात मिले हैं। ये कहां से आए? उन्होंने इन संपत्तियों और जेवरातों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। अब सौरभ की मां उमा शर्मा और शरद जायसवाल की मां कृष्णा जायसवाल लोकायुक्त के रडार पर हैं। कृष्णा भी अविरल इंटरप्राइजेज में डायरेक्टर हैं।
भोपाल में प्राइम लोकेशन पर दिव्या के नाम कई प्रॉपर्टी
सौरभ शाहपुरा में 20 हजार वर्ग फीट का स्कूल बनवा रहे थे। वे जयपुरिया ग्रुप से इसकी फ्रेंचाइजी लेने की योजना बना रहे थे। उन्होंने अपनी पत्नी दिव्या को स्कूल का डायरेक्टर बनाया। इसके अलावा सौरभ ने राजधानी के बावड़िया कलां में प्राइम लोकेशन पर अपनी पत्नी के नाम पर 30 हजार वर्ग फीट जमीन खरीदी। इसकी बाजार कीमत 9 करोड़ रुपए है। सौरभ ने रजिस्ट्री अपनी पत्नी के नाम पर कराई, लेकिन उसमें दिव्या शर्मा की जगह दिव्या तिवारी लिखा है। पति के नाम की जगह पिता सलिल तिवारी का नाम लिखा है।
सरनेम का खेल ताकि किसी को शक न हो
सौरभ की पत्नी दिव्या दस्तावेजों में सरनेम में शर्मा की जगह तिवारी लिखती हैं। वे पति के नाम की जगह पिता का नाम लिखती रहीं। बताया जा रहा है कि सरनेम बदलने के पीछे वजह यह थी कि दस्तावेजों से सौरभ की प्रॉपर्टी का पता न चले।
बहन को गिफ्ट कर दी
एजेंसियों की मानें तो दिव्या ने जमीन अपनी बहन रेखा तिवारी को गिफ्ट कर दी। 10 जुलाई 2023 को रेखा को भोपाल के मुगलिया कोट में 1.0120 हेक्टेयर जमीन में से 0.506 हेक्टेयर जमीन गिफ्ट कर दी गई।
यह है मामला
19 दिसंबर 2024 को लोकायुक्त ने अरेरा कॉलोनी में सौरभ शर्मा के घर पर छापा मारा। 7.98 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई। फिर उसी रात आयकर विभाग ने मेंडोरी में चेतन की कार से 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए नकद जब्त किए। इस मामले में सौरभ, चेतन और शरद जायसवाल को गिरफ्तार किया गया। लोकायुक्त और ईडी ने तीनों से पूछताछ की, लेकिन उन्होंने हर बार इस संपत्ति के मालिकाना हक से इनकार किया।
सौरभ की मां भी रडार पर
सौरभ की मां उमा शर्मा से भी लोकायुक्त कई बार पूछताछ कर चुका है। उमा ने खुद को पेंशनर बताया है। एजेंसियों को मिले दस्तावेजों में मिली संपत्तियों को उन्होंने पुश्तैनी बताया है। उमा ने कहा है कि ये संपत्तियां उनके पति ने नौकरी के दौरान बनाई थीं। लोकायुक्त पुलिस अब इसकी जांच कर रही है। लोकायुक्त अधिकारियों का कहना है कि अगर वह दस्तावेजों में मिली संपत्तियों के बारे में सही जवाब नहीं देते हैं तो उन्हें भी आरोपी बनाया जाएगा। बता दें कि इस मामले में 20 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की जा रही है।
अब नहीं अटका सकेंगे फाइल सरकारी बाबू, कार्यालयों में न्यू E-office system लागू, बाबूगिरी दिखाइ तो होगी कार्यवाही
6 Mar, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: सरकारी दफ्तरों में पारदर्शिता बढ़ाने और कामकाज को डिजिटल बनाने के उद्देश्य से ई-ऑफिस प्रणाली लागू की जा रही है। इसके तहत अब अफसरों को एक क्लिक पर पता चल जाएगा कि फाइल कहां और क्यों अटकी है। पन्ना के संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन के सभी विभागों में इस आधुनिक प्रणाली को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है।
संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन में लागू हुआ पहला चरण
संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन के सभी सरकारी विभागों में ई-ऑफिस प्रणाली का पहला चरण शुरू कर दिया गया है। इस प्रणाली के सफल संचालन के लिए ई-दक्ष केंद्र में अफसरों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण 4 मार्च से शुरू किया गया है, जिसमें सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे और दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक कर्मचारियों को विभागवार प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
अब बाबू फाइलों को अटका नहीं पाएंगे
ई-ऑफिस लागू होने के बाद दफ्तरों में फाइलों की स्थिति को ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकेगा। अफसरों को तुरंत जानकारी मिल जाएगी कि फाइल कब तैयार हुई, किस अफसर के पास गई और कहां अटकी है। इससे कर्मचारियों की जवाबदेही तय होगी और लिपिकीय कार्यों के कारण फाइलों को लंबित रखने की प्रवृत्ति पर रोक लगेगी।
कागजी फाइलों से मुक्ति
ई-ऑफिस प्रणाली लागू होने से सरकारी विभागों में फाइलों का ढेर खत्म हो जाएगा। अब दस्तावेज डिजिटल फॉर्म में स्टोर किए जाएंगे, जिससे रिकॉर्ड हमेशा सुरक्षित रहेगा। इससे फाइल खोने या चोरी होने की समस्या से भी निजात मिलेगी।
पहले चरण में इन विभागों के कर्मचारियों को मिल रही ट्रेनिंग
ई-ऑफिस ट्रेनिंग के पहले चरण में कलेक्टर कार्यालय अधीक्षक, भू-अर्जन, निर्वाचन, वित्त, शिकायत, आवक, नकल, नजूल, रीडर एवं स्टेशनरी शाखा, लाइसेंस, धर्मार्थ, राहत, स्थापना, सामान्य शासकीय अधिवक्ता, स्वागत, विधि, नजारत, जावक एवं रीडर शाखा तथा रीडर फौजदारी न्यायालय के कर्मचारियों को शामिल किया गया है।
सरकारी कामकाज में पारदर्शिता बढ़ेगी
इस प्रणाली के लागू होने से सरकारी कामकाज में पारदर्शिता आएगी। अधिकारी जब चाहें किसी भी मामले की पूरी जानकारी अपने कंप्यूटर पर देख सकेंगे। इससे आम जनता को भी लाभ होगा, क्योंकि अब उन्हें फाइलों के अटकने या देरी होने की समस्या से मुक्ति मिलेगी। ई-ऑफिस प्रणाली के इस महत्वपूर्ण कदम से पन्ना के सरकारी दफ्तरों में प्रशासनिक दक्षता और जवाबदेही में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।