मध्य प्रदेश
MP BUDGET 2025: बजट सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग पर अड़ी कांग्रेस, विधानसभा को घेरा
10 Mar, 2025 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस ने बजट सत्र से पहले विधानसभा को घेर लिया है. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार अपने 10 सवालों के साथ पहुंचे तो वहीं पूर्व मंत्री और विधायक सचिन यादव ने किसानों के मुद्दे पर एमपी की बीजेपी सरकार को घेरा। विधानसभा परिसर के बाहर कांग्रेस विधायक हाथों में तख्तियां लिए नजर आए। दरअसल, मध्य प्रदेश की मोहन सरकार का यह दूसरा बजट है. इस बजट सत्र को अब तक का सबसे छोटा यानी सबसे कम दिनों का बजट माना जा रहा है। 9 बैठकों में पूरा होने जा रहे इस बजट सत्र को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा को घेर लिया है। कांग्रेस का कहना है कि कोई भी बजट सत्र इतना छोटा कैसे हो सकता है? कांग्रेस की मांग है कि बजट सत्र का समय बढ़ाया जाना चाहिए।
सुबह से ही घेराव
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सुबह 10 बजे से ही विधानसभा को घेर लिया. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश की मोहन सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार (MP BJP) इस तरह बजट सत्र को छोटा करके अपना चेहरा नहीं छिपा सकती। सरकार को बजट सत्र बढ़ाना होगा, ताकि हर विधायक को अपनी बात रखने का मौका मिले।
पूर्व मंत्री सचिन यादव भी सरकार पर हमलावर
इतना ही नहीं, पूर्व मंत्री सचिन यादव ने भी भाजपा की मोहन सरकार को घेरा। सचिन यादव ने किसानों के मुद्दे पर सरकार पर सवाल उठाए कि सरकार बनने से पहले किसानों से कई वादे किए गए थे, लेकिन सरकार बनने के बाद एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। पूर्व मंत्री ने कहा कि किसान बहुत दुखी हैं कि खाद का संकट अभी भी बना हुआ है। उन्होंने कहा- हमने पिछले दिनों देखा कि किसानों के लिए खाद का बहुत बड़ा संकट है। हाल ही में हमने देखा कि किस तरह हमारे किसान खाद के संकट से जूझ रहे हैं। किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है।
किसानों से किए गए वादो का क्या हुआ?
कांग्रेस लंबे समय से यह लड़ाई लड़ रही है। सरकार बनने से पहले बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में लिखा था कि सरकार बनने के बाद किसानों का धान 3100 रुपए में खरीदा जाएगा. लेकिन सरकार बनने के बाद भी किसानों से किए गए वादे पूरे नहीं हुए हैं. किसान बिजली के संकट से भी जूझ रहे हैं। सरकार कह रही है कि वो किसानों को 10 घंटे बिजली दे रही है, जबकि ये झूठ है। किसानों को सिर्फ 6-7 घंटे ही बिजली मिल रही है और वो भी रात 2 बजे के शेड्यूल पर। बता दें कि इस दौरान कांग्रेस विधायक हाथों में तख्तियां लेकर आए थे, वो सरकार के बजट सत्र की अवधि बढ़ाने के लिए नारे लगाते नजर आए। वहीं कई विधायकों ने काला मास्क पहनकर अपना विरोध जताया।
CM मोहन का एलान, महाकाल की तर्ज पर होगा ओंकारेश्वर लोक निर्माण... जगमगाएगा उज्जैन
10 Mar, 2025 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
खंडवा: ओंकारेश्वर लोक को उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर बनाया जाएगा। निर्माणाधीन एकात्म धाम के काम में तेजी लाई जाएगी। नर्मदा परिक्रमा यात्रियों से जुड़े क्षेत्रों का विकास किया जाएगा। घाटों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। ओंकारेश्वर पहुंचे सीएम डॉ. मोहन यादव ने रविवार को धर्मसभा में यह घोषणा की।
सीएम ने ब्रह्मपुरी घाट पर पत्नी के साथ की पूजा-अर्चना
इससे पहले सीएम ने पत्नी के साथ ब्रह्मपुरी घाट पर आयोजित अमृतस्य मां नर्मदा पद परिक्रमा कार्यक्रम में शामिल होकर पूजा-अर्चना की। एकात्म धाम में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। विकास संबंधी काम देख रही एजेंसियों और अधिकारियों से काम की प्रगति की जानकारी ली। संत समाज और ट्रस्ट पदाधिकारियों से चर्चा की। संत विवेक ने कहा, प्राचीन धार्मिक स्थलों की सुरक्षा करना सभी की जिम्मेदारी है। परिक्रमा स्थल को व्यवस्थित किया जाए, ताकि परिक्रमा यात्रियों को कोई परेशानी न हो। झाबुआ में पूर्व सांसद गुमान सिंह डामोर ने झाबुआ की अनास नदी को नर्मदा से जोड़ने की मांग की तो मुख्यमंत्री ने सर्वे कराकर इसे नदी जोड़ो अभियान में शामिल करने का आश्वासन दिया।
टीकमगढ़ पुलिस ने अफीम की खेती करने वाले आरोपी सहित अफीम के पौधे जब्त किए
10 Mar, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टीकमगढ़: टीकमगढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अफीम के पेड़ जब्त किए हैं. किसान द्वारा गेंहू की फसल के बीच अवैध रूप से अफीम की खेती की जा रही थी. पुलिस ने अफीम के पौधों को जब्त कर लिया है, जिनका वजन करीब 66 किलो 200 ग्राम है. जिसकी कीमती करीब 3 से 4 लाख रुपये बताई जा रही है. जतारा पुलिस ने मामला दर्ज कर अफीम की खेती करने वाले आरोपी पर्वत रैकवार को गिरफ्तार कर लिया है.
गेहूं की आड़ में अफीम की खेती
दरअसल, यह पूरा मामला टीकमगढ़ जिले के जतारा थाना क्षेत्र के बैरवार गांव का है. एसडीओपी जतारा अभिषेक गौतम ने बताया कि, ''गांव के पर्वत रैकवार द्वारा अपने खेत में गेहूं की फसल के बीच में अवैध रूप से अफीम की खेती की जा रही थी. सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी पर्वत रैकवार को गिरफ्तार कर उसके खेत पर गेंहू की फसल के बीच में लगे अफीम के पेड़ जप्त किये. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.''
गेहूं को गायब करने के मामले में तीन पर FIR
मैहर में एक तरफ ईओडब्ल्यू की टीम ने समितियों पर शिकंजा कसना शुरू किया तो दूसरी ओर थानों में भी दनादन एफआईआर दर्ज होनी प्रारंभ हो गई. जिले की सेवा सहकारी बैंक के कर्मचारियों पर 4203 क्विंटल से अधिक धान गायब के आरोप लगे थे. जिसके बाद पुलिस ने सेवा सहकारी बैंक के प्रबंधक सहित तीन लोगों पर प्रकरण दर्ज कर लिया है. नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक पंकज बोरसे की शिकायत पर आरोपी दीपेंद्र सिंह, खरीदी प्रभारी संजीव तिवारी तथा ऑपरेटर अनिल कुमार दहायत के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
23 फरवरी को हुआ था फर्जीवाड़े का खुलासा
खरीफ फसल धान के उपार्जन में हुए फर्जीवाड़े के संबंध में सबसे पहले ईटीवी भारत ने 23 फरवरी को धान फर्जीवाड़े का खुलासा किया था. जिसके बाद मामले की जांच के लिए अधिकारी पहुंचे थे. जांच में करीब 4203.60 क्विंटल की शार्टेज प्रमाणित की गई थी. जिसके बाद जिला प्रबंधक ने केन्द्र प्रभारी को एफआईआर कराने का आदेश जारी किया गया था. अपने पत्र में समिति प्रबंधक दीपेंद्र सिंह, खरीदी प्रभारी संजीव तिवारी और ऑपरेटर अनिल कुमार दहायत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को कहा गया है. लगभग 15 दिन बीतने के बाद केस दर्ज किया गया.
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में दर्दनाक घटना,नहर में डूबीं 4 बच्चियां
10 Mar, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कटनी: मध्य प्रदेश के कटनी जिले के उमरियापान के पास नर्मदा नहर में चार बच्चियों के डूबने की दर्दनाक घटना सामने आई है. इस घटना में दो बच्चियों की मौत हो चुकी है, जबकि एक बच्ची सुरक्षित है और चौथी बच्ची की तलाश जारी है. यह हादसा उस वक्त घटित हुई, जब चारों बच्चियां नहर में नहाने गई थीं. मृतक बच्चियों की पहचान सिद्धि पटेल 12 वर्ष, कक्षा आठवीं व अंशिका पटेल 14 वर्ष कक्षा नवमीं के रूप में हुई है. वही जिस बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला गया है उसका नाम अन्नया पटेल 12 वर्ष है. जबकि मृत सिद्धि की छोटी बहन मानवी पटेल 8 वर्ष अब भी लापता है.
नहर में डूबीं तीन बच्चियां
एसपी अभिजीत रंजन ने बताया कि "परसवारा गांव की चार बच्चियां उमरियापान के पास नर्मदा नहर में नहाने के लिए गई थीं. नहर का पानी गहरा होने के कारण बच्चियां उसमें डूबने लगीं. आस-पास कोई मौजूद नहीं था, जिससे उन्हें तुरंत बचाया नहीं जा सका. कुछ देर बाद जब स्थानीय लोगों को इस घटना की जानकारी मिली, तो उन्होंने प्रशासन को सूचित किया और बच्चियों की तलाश शुरू की गई. बचाव कार्य में लगे स्थानीय गोताखोरों और पुलिस दल ने सिद्धि पटेल और अंशिका पटेल के शव बरामद कर लिए हैं.
2 बच्चियां की मौत, 1 सुरक्षित, 1 की तलाश
वहीं एक बच्ची अन्नया पटेल 12 वर्ष को सुरक्षित बचा लिया गया है, लेकिन 8 वर्षीय मानवी पटेल अब भी लापता है. गोताखोर और प्रशासनिक अधिकारी उसकी तलाश में जुटे हुए हैं, लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण खोज अभियान में कठिनाइयां आ रही हैं." जैसे ही यह खबर गांव में फैली, चारों ओर शोक की लहर दौड़ गई. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. सिद्धि और अंशिका की मौत ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है. मृतक बच्चियों के माता-पिता को सांत्वना देने के लिए आस-पास के गांवों के लोग भी बड़ी संख्या में जुट गए हैं.
हर बार नहर में नहाने जातीं थी बच्चियां
परिजनों के मुताबिक, यह पहली बार नहीं था, जब ये बच्चियां नहर में नहाने गई थीं, लेकिन इस बार यह हादसा हो गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस नहर के किनारे चेतावनी बोर्ड लगाने चाहिए थे और बच्चों को नहर में जाने से रोकने के लिए उचित प्रबंध करने चाहिए थे. इस घटना की सूचना मिलते ही उमरियापान थाना प्रभारी और तहसीलदार मौके पर पहुंचे. पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने गोताखोरों की मदद से तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया.
बहाव तेज होने से रेस्क्यू में आ रही परेशान
कुछ ही घंटों में दो बच्चियों के शव बरामद कर लिए गए. वही एक बच्ची को सुरक्षित बचाया गया, लेकिन चौथी बच्ची अब भी लापता है. प्रशासन ने स्थानीय गोताखोरों और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीम को भी खोज अभियान में शामिल किया है. नहर में पानी का प्रवाह तेज होने के कारण खोज अभियान में मुश्किलें आ रही हैं, लेकिन प्रयास जारी है.
चैंपियंस ट्रॉफी के जश्न के दौरान भिड़े दो पक्ष, मकान- दुकान, वाहनों में लगाई आग
10 Mar, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महू : एक ओर जहां आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की शानादार जीत का पूरे देश ने जश्न मनाया, तो वहीं एमपी के महू में फाइनल मैच के बाद हालात बिगड़ गए. दरअसल, महू में भारत की जीत के बाद मनाए जा रहे जश्न के दौरान दो पक्षों में जमकर विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई.इस दौरान कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए और आगजनी की घटना से क्षेत्र में दहशत फैल गई. घटना की सूचना लगते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को संभालने का प्रयास किया.
झड़प के बाद पत्थरबाजी, विवाद ने लिया उग्र रूप
दरअसल, आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी मैं भारत की जीत के बाद महू में जश्न मनाया जा रहा था. इस दौरान शहर की जामा मस्जिद के पास दो पक्षों में झड़प हो गई. देखते-देखते झड़प के दौरान हाथापाई होने लगी और विवाद ने उग्र रूप ले लिया. इसके बाद पत्थरबाजी से क्षेत्र मे दर्जनों वाहन व दुकानों का क्षति हुई. इस दौरान असामाजिक तत्वों ने सड़क पर रखे हाथ ठेले को आग लगा दी.
पुलिस ने संभाला मोर्चा, एक पक्ष ने पढ़ी हनुमान चालीसा
दो पक्षों में हुई झड़प और हिंसा के बाद क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. घटना की जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक हितिका वासल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रूपेश द्विवेदी मौके पर पहुंचे. आला अधिकारियों सहित कई थाने का फोर्स तैनात किया गया है. बताया जा रहा है की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया है. वहीं सोशल मीडिया पर घटना के बाद का एक वीडियो भी सामने आ रहा है. जहां एक पक्ष घटना के बाद हनुमान चालीसा पढ़ता नजर आ रहा है.
जुलूस पर पत्थरबाजी के आरोप
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक भारत-न्यूजीलैंड फाइनल में भारत की जीत के बाद क्षेत्र के लोग विजयी जुलूस निकाल रहे थे, इसी दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने जुलूस पर पत्थर चला दिए, जिससे दो पक्षों के बीच विवाद हो गया. कोतवाली थाना प्रभारी राहुल शर्मा के मुताबिक, '' दो पक्षों में टकराव के बाद ये घटना घटी है. स्थिति नियंत्रण में है और जल्द ही उपद्रव करने वालों को चिन्हित कर उनपर कार्रवाई की जाएगी.''
माँ नर्मदा के संपूर्ण परिक्रमा पथ को पवित्रता के साथ उसके मूल स्वरूप में स्थापित करने के लिए सरकार है दृढ़ संकल्पित : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
9 Mar, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को ओंकारेश्वर में ब्रह्मपुरी घाट पर आयोजित अमृतस्य मां नर्मदा पद परिक्रमा कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने ब्रह्मपुरी घाट पर माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ओंकारेश्वर में भव्य ज्योतिर्लिंग मंदिर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मार्च माह के बाद चिंहित तीर्थ स्थलों पर शराब की दुकानों को बंद किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन के लिए जल महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जैसे जल संरचना नदी-तालाब के दर्शन मात्र से ही मन प्रसन्न हो जाता है। मानव शरीर में जिस प्रकार धमनियों में रक्त का प्रवाह होता है उसी प्रकार धरती पर नदियाँ बहती हैं इसलिए उन्हें पवित्र रखना ज़रूरी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि माँ नर्मदा के संपूर्ण परिक्रमा पथ को पवित्रता के साथ उसके मूल स्वरूप में स्थापित करने के लिए सरकार दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा यात्रियों की सुविधा के लिए बेहतर व्यवस्था की जाएगी। प्रदेश में जहां भी नर्मदा तट हैं वहाँ आयोजनों के लिए घाट निर्माण किया जाएगा एवं यात्रियों की सुविधा के लिए साईनऐप लगायें जाएँगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश नदियों का मायका है, जिसमें माँ नर्मदा का स्थान सभी नदियों में सबसे अलग है। उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार स्वच्छता के माध्यम से विकास के कार्य को भी नए मुकाम तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि केमिकल युक्त खेती करने से फसल का उत्पादन तो होता है, लेकिन जीवन में अनेक बीमारियां भी होती है, इससे बचने के लिए एक अभियान संचालित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्राकृतिक व जैविक खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए गौ-माता का पालन करना होगा, जिससे दूध के उत्पादन के साथ किसानों की आय भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जनजातीय त्यौहार भी शासकीय तौर पर मनाये जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग महादेव के दर्शन कर जलाभिषेक किया। उन्होंने ओंकारेश्वर महादेव से प्रदेश की समृद्धि, विकास और कल्याण की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव पैदल पुल से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने पहुंचे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग ट्रस्ट के ट्रस्टी राव देवेंद्र सिंह चौहान सहित अन्य ट्रस्टी ने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग की प्रतिकृति प्रतीक चिन्ह स्वरूप भेंट की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कन्याओं एवं बटुकों को फल की टोकरी भेंट की। साथ ही उनके साथ बैठकर भोजन भी किया।
कार्यक्रम में श्रद्धेय गुरुदेव विवेक जी, जोड़ गणपति हनुमान मंदिर ओंकारेश्वर के महंत मंगलदास जी त्यागी, महानिर्वाणी अखाड़ा ओंकारेश्वर के महंत कैलाश भारती, मार्कण्डेय संन्यास आश्रम ओंकारेश्वर के महंत प्रणवानंद जी सरस्वती एवं निजानंद धाम खाचरोद के पूज्य ब्रह्मचारी जी महाराज, खण्डवा विधायक कंचन तनवे, पंधाना विधायक छाया मोरे, मान्धाता विधायक नारायण पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
इंदौर शहर को सिग्नल-लैस शहर बनाने की योजना पर कार्य
9 Mar, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : नगरीय विकास एवं आवास विभाग इंदौर को सिग्नल-लैस शहर बनाने की योजना पर कार्य कर रहा है। इसका उद्देश्य शहर में यातायात को निर्बाध रूप से संचालित करना है। योजना के तहत फ्लाई-ओवर, बाय-लेन, अंडर पास और इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम जैसी पहल लागू की जा रही हैं। योजना के पूरा होने पर इंदौर शहर में नागरिकों का यात्रा समय कम होगा और ट्रैफिक सुचारु रहेगा। सिग्नल-लैस योजना तेजी से बढ़ते शहरी यातायात को सुविधाजनक बनाने और यात्रा समय को कम करने में मदद करेगी।
ऑर्टीफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग यातायात प्रबंधन को अधिक स्मॉर्ट और कुशल बनाने में भी किया जा रहा है। इस तकनीक से दुघर्टनाओं में कमी भी आयेगी।
शहरी लोक परिवहन
विभाग द्वारा प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में 1330 बसों का संचालन शहरी मार्गों पर किया जा रहा है। शहरी क्षेत्रों में पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने की दृष्टि से पीएम ई-बस सेवा में 552 ई-बसों का प्रस्ताव केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय को भेजा गया है। बस डिपो अधोसंरचना के प्राक्कलन भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन एवं सागर के स्वीकृत किये गये हैं। इसी के साथ चार्जिंग अधोसंरचना के प्राक्कलन भोपाल, जबलपुर, उज्जैन एवं सागर की स्वीकृत किये गये हैं। प्रदेश के 3 शहरों भोपाल, इंदौर एवं जबलपुर में इलेक्ट्रिक वाहनों के संचालन को बढ़ावा देने के लिये 217 ई-चार्जिंग अधोसंरचना विकास का कार्य विभाग द्वारा किया जा रहा है।
जब नैतिक मूल्यों की गिरावट होती है, तो सख्ती से कानून की ओर जाना पड़ता है : मंत्री पटेल
9 Mar, 2025 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : पंचायत एवं ग्रामीण विकास, श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि देवलिया जी के परिजनों का ह्रदय से आभार करता हूँ, क्योंकि उन्होंने उनकी स्वाध्याय की; लेखन की; शिक्षा,ज्ञान बांटने की परंपरा का, उनके मन में जो आत्मभाव था,उसे पारितोषक के रूप में इस आयोजन के रूप में सतत बनाए रखा है। मंत्री पटेल आज भोपाल में माधवराव सप्रे समाचार पत्र संग्रहालय एवम शोध संस्थान में राज्य स्तरीय अलंकरण एवं देवलिया स्मृति व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मंत्री पटेल ने इस वर्ष के राज्य स्तरीय भुवनभूषण देवलिया पत्रकारिता सम्मान से वरिष्ठ पत्रकार राजेश पांडेय को उनकी सुदीर्घ पत्रकारिता के लिए प्रदान किया। समिति के इस 14वें वार्षिक आयोजन के अंतर्गत उन्हें सम्मान स्वरूप 11 हजार रुपए एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया।
मंत्री पटेल ने कहा कि जब 'एक देश-एक कानून' की बात होती है, तो मेरा स्वयं का जो सार्वजनिक जीवन है, वो कम से कम चार दशक का है। उन्होंने कहा कि जो संविधान में लिखा हुआ है कि इस पर विचार करना चाहिए। मैं भी इस बात का हिमायती हूं कि संविधान आपको क्लिष्ट लग सकता है, लेकिन संविधान सभा की बहस; हमारे मन में जो प्रश्न पैदा होते हैं, इन प्रश्नों के उत्तर के समान है और रोचक भी है।
मंत्री पटेल ने कहा कि आत्मा की व्यवस्था है मोक्ष। इसे सरल तरीके से समझा जा सकता है। अगर हम 'एक देश-एक कानून' की बात करते हैं, तो ये समाज की व्यवस्था है। जब नैतिक मूल्यों की गिरावट होती है, तो हमें सख्ती से समाज की ओर जाना पड़ता है, कानून की ओर जाना पड़ता है। हम तो तीसरी सीढ़ी की शुरुआत कर रहे हैं।
व्याख्यान में मुख्य वक्ता पत्रकार प्रो. हर्षवर्धन त्रिपाठी, नई दिल्ली ने भी विचार व्यक्त किए। समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार पद्मविजयदत्त श्रीधर ने की। विषय प्रवर्तन वरिष्ठ पत्रकार एवं माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के एडजंक्ट प्रोफेसर शिवकुमार विवेक थे। समारोह में मंच सूत्रधार वरिष्ठ पत्रकार, उद्घोषक एवं कला समीक्षक विनय उपाध्याय, भुवनभूषण देवलिया स्मृति व्याख्यानमाला समिति के सदस्य एवं साहित्यकार अशोक मनवानी और प्रबुद्धजन मौजूद थे।
भगोरिया की मस्ती में झूमते-नाचते टोलियों को देखकर पाँव अपने आप लगते हैं थिरकने : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
9 Mar, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि झाबुआ जिले की सांस्कृतिक विविधता एवं महत्व को परिलक्षित करते भगोरिया हाट में सम्मिलित होकर बहुत आनंद आया है। फागुन का रंग चढ़ रहा है। भगोरिया में मदमस्त टोलियों ने एक नए उत्साह का संचार किया है, मन प्रफुल्लित हुआ है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव कार्यक्रम स्थल पर ढोल-मांदल लिये नृत्य करते हुए दलों के साथ भगोरिया की मस्ती में झूम उठे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भील महासम्मेलन का भारत माता, क्रांतिसूर्य टंट्या भील, राणा पुंजा एवं शबरी माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन के साथ शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगोरिया में मस्ती में झूमते-नाचते टोलियों को देखकर पाँव अपने आप थिरकने लगते हैं। उन्होंने कहा कि झाबुआ में हजारों वर्षों से फागुन के माह में ढोल-मांदल की थाप पर भगोरिया उत्सव मनाया जाता रहा है, जो कि इसकी पहचान बन गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आप अपने पूर्वजों का अभिनंदन करें और संस्कृति और विरासत को बनाये रखें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जनजातीय समाज के विकास के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में हमारी सरकार तत्परता से कार्य कर रही है। अब रोजगार के लिये युवाओं को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकार प्रत्येक क्षेत्र में रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने के लिये प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय विद्यार्थियों के लिये मेडिकल कॉलेज सहित अन्य प्रोफेशनल कोर्स की नि:शुल्क कोचिंग शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज खोलने की नीति में बदलाव किया गया है। इसमें सबसे पहले जनजातीय बहुल अंचल में मेडिकल कॉलेज खोले जायेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सोलर पम्प योजना के तहत नि:शुल्क बिजली देकर हर खेत तक पानी पहुंचायेंगे। उद्योगों की स्थापना के लिये अनुदान नीति बनायी गयी है। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिये नि:शुल्क एयर एम्बुलेंस सेवा की व्यवस्था की गयी है और दूध उत्पादकों को दूध उत्पादन पर 5 प्रतिशत बोनस तथा गाय खरीदने पर अनुदान दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने झाबुआ जिले में जल प्रदाय के लिये अनास नदी को नर्मदा नदी से जोड़ने की योजना के परीक्षण के निर्देश दिये। उन्होंने ओंकारेश्वर, उज्जैन और झाबुआ में धर्मशाला निर्माण के लिये भूमि उपलब्ध कराने की घोषणा की। इसी तरह झाबुआ में कालका मंदिर से एम-2 होटल तक सड़क निर्माण की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने झाबुआ कलेक्टर को निर्देश दिये कि कच्चे मकानों की सूची तैयार कर पीएम आवास योजना के तहत सर्वे करायें, जिससे सभी को पीएम आवास योजना में पक्के मकान उपलब्ध कराये जा सकें।
दिलीप गेट पर स्थित पूर्व सांसद स्व. भूरिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने झाबुआ में दिलीप गेट पर पूर्व सांसद स्व. दिलीप सिंह भूरिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्होंने जनजातीय अंचल के विकास में उनके योगदान को याद किया।
दिलीप क्लब पर भव्य स्वागत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का दिलीप क्लब में भगोरिया पर्व पर महिला एवं बाल विकास मंत्री सुनिर्मला भूरिया ने जनजातीय अंचल की झुलड़ी एवं साफा पहनाकर स्वागत किया। साथ ही जनजातीय अस्मिता के प्रतीक तीर-कमान भेंट कर अभिनन्दन किया।
भगोरिया गैर
मुख्यमंत्री डॉ. यादव भगोरिया गैर में शामिल हुए। इसमें 250 से अधिक ढोल-माँदल की टोलियॉं शामिल हुईं। ये सभी सांस्कृतिक नृत्य करते हुए कार्यक्रम स्थल की ओर रवाना हुए। भगोरिया गैर का आनन्द देखते ही बनता था। जनजातीय समाज के लोग हर ओर मस्ती में झूमते, नृत्य करते हुए मुख्यमंत्री का स्वागत एवं अभिनन्दन कर रहे थे।
महिला एवं बाल विकास मंत्री सुनिर्मला भूरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव का झाबुआ जिले में स्वागत है। उन्होंने बताया कि अंचल में उनके पिताजी एवं पूर्व सांसद स्व. भूरिया के प्रयासों से पेसा एक्ट को अधिनियमित किया गया, जिससे जनजातीय क्षेत्र में ग्राम सभाएँ सशक्त हुई हैं। आज अंचल में विभिन्न कार्यों से विकास की गंगा बह रही है।
पूर्व सांसद गुमान सिंह डामोर ने कहा कि भील सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. यादव की उपस्थिति से अंचल की सांस्कृतिक विरासत भगोरिया का आनंद और अधिक बढ़ गया है। उन्होंने भील समाज के उत्थान के लिए किये गये प्रयासों से अवगत कराया। कार्यक्रम में कलसिंह भाबर, राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री कनकमल कटारा और जनजातीय समाज के बंधु उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ओंकारेश्वर में माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की समृद्धि की कामना की
9 Mar, 2025 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को ओंकारेश्वर के ब्रह्मपुरी घाट पर माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना की। उन्होंने "अमृतस्य माँ नर्मदा पद परिक्रमा" कार्यक्रम में सपरिवार सम्मिलित होकर जीवनदायिनी माँ नर्मदा का आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेशवासियों के सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर कहा कि उन्होंने पुण्य सलिला नर्मदा मैया से मध्यप्रदेश पर कृपा बनाये रखने की प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेशवासियों से माँ नर्मदा के संरक्षण और संवर्धन के लिए संकल्प लेने का आह्वान भी किया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ओंकारेश्वर में बनने वाले शिव पंचायतन मंदिर के निर्माण स्थल का किया निरीक्षण
9 Mar, 2025 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को मान्धाता पर्वत पर स्थापित आचार्य शंकराचार्य की 108 फ़ीट ऊँची बहुधातु की प्रतिमा के दर्शन करने एकात्म धाम पहुँचे। आगमन पर बटुकों ने मंत्रोच्चार के साथ मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आचार्य शंकराचार्य की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें प्रणाम किया। उन्होंने एकात्म धाम ओंकारेश्वर में बनने वाले शिव पंचायतन मंदिर के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने एकात्म धाम के चरणबद्ध विकास पर आधारित प्रेजेंटेशन भी देखा।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष पिंकी वानखेड़े, महापौर अमृता यादव, संभागायुक्त दीपक सिंह, आईजी अनुराग कुमार, कलेक्टर ऋषव गुप्ता, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
जीआईएस-भोपाल से स्पीड-अप होने लगा ईवी और ऑटोमोबाइल सेक्टर : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
9 Mar, 2025 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जीआईएस भोपाल के शुभारंभ पर प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों के पंजीकरण की बढ़ती संख्या को मध्यप्रदेश में ईवी क्रांति की बढ़ती स्वीकार्यता और निवेशकों के लिए इसमें अपार संभावनाओं को रेखांकित किया था। मध्यप्रदेश ऑटोमोबाइल और ईवी के क्षेत्र में न केवल निर्माण बल्कि नवाचार और अनुसंधान के हब के रूप में उभर रहा है। सरकार निवेशकों को हरसंभव सुविधाएं प्रदान कर रही है। मध्यप्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) और ऑटोमोबाइल सेक्टर को जबरदस्त गति मिल रही है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) भोपाल के मंच से मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश को इस क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई।
प्रदेश में स्थापित होंगे ईवी और ऑटोमोबाइल विकास के नए आयाम
जीआईएस-भोपाल में देश-विदेश की प्रमुख ऑटोमोबाइल और ईवी कंपनियों ने हिस्सा लिया। वर्तमान में प्रदेश में 30 से अधिक मूल उपकरण निर्माता कंपनियां कार्यरत हैं और 200 से अधिक कंपनियां वाहन कल-पुर्जों का निर्माण कर रही हैं। वाणिज्यिक वाहन निर्माण में मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है, जबकि बस और ट्रैक्टर निर्माण में यह दूसरे स्थान पर है।
जीआईएस- भोपाल में ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान इलेक्ट्रो-ग्रेफाइट (एचईजी) ने 1,800 करोड़ रुपये के निवेश का करार किया। देवास में बनने वाले इस संयंत्र में ग्रेफाइट एनोड का उत्पादन होगा, जिससे ईवी बैटरियों की लागत में कमी आएगी और उद्योग को नया प्रोत्साहन मिलेगा।
पीथमपुर बन रहा भारत का 'डेट्रॉयट'
मध्यप्रदेश का पीथमपुर ऑटो-क्लस्टर लगभग 4,500 हेक्टेयर में फैला हुआ है और यह देश के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल केंद्रों में से एक बन चुका है। यहां फोर्स मोटर्स, आयशर मोटर्स, एवीटीएसी मोटर्स, काइनेटिक मोटर्स जैसी दिग्गज कंपनियां कार्यरत हैं। साथ ही, 60 से अधिक ऑटो कल-पुर्जा निर्माता कंपनियां यहां अपने उत्पाद बना रही हैं। पीथमपुर में स्थित एशिया का सबसे लंबा हाई-स्पीड टेस्टिंग ट्रैक ‘नैट्रैक्स’ (11 किमी) वाहन परीक्षण के लिए अत्याधुनिक तकनीक से लैस है, जो इसे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाता है।
एमपी मोबिलिटी एक्सपो 2025: नवाचार और निवेश का केंद्र
जीआईएस समिट में एमपी मोबिलिटी एक्सपो-2025 का आयोजन किया गया, जिसमें ब्रिजस्टोन, ज़ेडएफ स्टीयरिंग, मदरसन गेबियल, आनंद इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियों ने भाग लिया। एक्सपो में सुपर कार और सुपर बाइक प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। विभिन्न स्टार्ट-अप्स ने अपने नवाचार प्रस्तुत किए, जिससे प्रदेश में नई तकनीकों के समावेश को बढ़ावा मिला।
ईवी और सस्टेनेबल मोबिलिटी की दिशा में कदम
मध्यप्रदेश ईवी बैटरी निर्माण, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और हाइड्रोजन फ्यूल इनोवेशन में तेजी से निवेश आकर्षित कर रहा है। स्वच्छ और सस्टेनेबल ऑटोमोबाइल निर्माण को बढ़ावा देने के लिय राज्य सरकार विशेष नीतियां लागू कर रही है।
प्रदेश में निवेश के लिये ऑटोमोबाइल और ईवी निवेशकों में उत्साह
मध्यप्रदेश सरकार ऑटोमोबाइल सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए कर-प्रोत्साहन, शीघ्र अनुमोदन प्रक्रिया और उत्कृष्ट लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधा दे रही है। वित्त वर्ष 2023-24 में प्रदेश के ऑटोमोबाइल और वाहन कल-पुर्जा क्षेत्र ने 19.2 करोड़ डॉलर मूल्य का निर्यात किया। इससे प्रदेश को राजस्व प्राप्त हुआ और हजारों नए रोजगार के अवसर सृजित हुए।
प्रमुख कंपनियों की भागीदारी
जीआईएस-भोपाल में ऑटो मोबाइल और इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर में काम कर रही प्रमुख कंपनियों ने हिस्सेदारी की। ऑटो-एक्सपो में ब्रिजस्टोन, जेडएफ स्टीयरिंग, बाडवे इंजीनियरिंग, मदरसन गेबियल, पिस्टल देवास, आनंद इंडस्ट्रीज, झालानी इंजीनियर्स, एसडी एक्सेल प्रा. लिमिटेड, जगतजीत इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड, टैफे मोटर्स एंड ट्रैक्टर्स लिमिटेड, वी.ई. कमर्शियल व्हीकल्स लिमिटेड और पिनेकल इंडस्ट्रीज शामिल थीं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा किईवी-मोबिलिटी के विस्तार से मध्यप्रदेश में कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन नीति को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे राज्य न केवल आर्थिक समृद्धि की ओर अग्रसर होगा, बल्कि हरित ऊर्जा और सतत् विकास की दिशा में भी मिसाल कायम करेगा।
राज्यपाल पटेल ने अंगदान जनजागृति कार रैली को राजभवन से हरी झंडी दिखा किया रवाना
9 Mar, 2025 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने ऑर्गन डोनेशन कार रैली को हरी झंडी दिखाकर राजभवन से रवाना किया। रैली का आयोजन जी.एम.सी एल्यूमनी एसोसिएशन और किरण फाऊंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। राज्यपाल पटेल ने राजभवन में अंगदाताओं के परिजनों को सम्मानित किया। इस अवसर पर सांसद आलोक शर्मा मौजूद थे।
राज्यपाल पटेल ने राजभवन के गेट नंबर एक से वाहन रैली को रवाना किया। उन्होंने देहदानी डॉ. एस.आर. मोघे, देहदानी, नेत्रदानी मीरा गोहिया, नेत्रदानी गणेश कुमार पटेल, नेत्रदानी, देहदानी राम कृपाल सिंह, नेत्रदानी आशा देवी लोकवानी, नेत्रदानी चंद्र भूषण सिंह और नेत्रदानी, देहदानी राधेश्याम पटेल के परिजनों को सम्मानित किया।
करेली में फिल्मी अंदाज में पहुंचे शराब ठेकेदार के गुंडे, लोगों को घरों से निकालकर पीटा
9 Mar, 2025 12:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नरसिंहपुर: करेली कस्बे में शराब ठेकेदार के गुंडो ने जमकर आतंक मचाया. फिल्मी अंदाज में गुंडे कई गाड़ियों में बैठकर शहर के राजेंद्र वार्ड में पहुंचे. बदमाशों ने पहले फायरिंग की और उसके बाद लोगों को घरों से निकालकर मारना शुरू कर दिया. इस घटना में 3 लोग घायल हुए हैं. शहर के स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पूरा विवाद शराब के अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
करेली में शराब माफिया का आतंक
करेली तहसील में बीती रात जमकर गुंडागर्दी हुई. लगभग एक दर्जन वाहनों में शराब ठेकेदार के गुंडे हथियारों के साथ करेली कस्बे के राजेंद्र वार्ड में पहुंचे और इन लोगों ने यहां जमकर आतंक मचाया. कई लोगों के साथ मारपीट की. कई युवकों को घर से निकालकर मारा. लोगों को डराने धमकाने के लिए हवाई फायर भी किए.इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी मनोहर ठाकुर ने बताया कि "रात को अचानक 20 से 25 लोग कई वाहनों में सवार होकर एक साथ पहुंचे. सभी लोग हथियारों और लाठी-डंडों से लैस थे. इन गुंडों का सरगना आशीष महाराज हाथ में बंदूक लिए था और उसने 4 राउंड फायर किए. घटना में कई लोगों को चोटें आई हैं."
अवैध शराब से जुड़ा है मामला
इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत है. स्थानीय निवासी आशीष नेमा ने बताया कि "यह विवाद शराब के अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ है. राजेंद्र वार्ड में कुछ जगहों पर कच्ची शराब बनाई जाती है. आशीष महाराज करेली में अंग्रेजी शराब दुकान का ठेकेदार है. इसी कारण यहां लोगों से मारपीट की गई."
मामला दर्ज कर जांच जारी
एडिशनल एसपी संदीप भूरिया ने बताया कि "इस घटना में 3 लोग घायल हुए हैं. जिसमें 2 लोगों के सिर पर चोट है. मौके पर जो सीसीटीवी फुटेज मिला है उसमें 8 गाड़ियां नजर आ रही हैं. इन गाड़ियों से लगभग 50 से ज्यादा लड़के डंडे लेकर देर रात पहुंचे हैं. इन लोगों ने राजेंद्र वार्ड में आतंक मचाया है. घायल लोगों के अनुसार आशीष महाराज के खिलाफ बलवा और धारा 307 के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है."
एमपी में घोड़ी चढ़ने से पहले पुलिस में आवेदन दे रहे दलित, दूल्हे को कस्टडी चाहिए
9 Mar, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: तो क्या मध्य प्रदेश में अब दलित नौजवान को दूल्हा ही नहीं बनना चाहिए? दलित समाज में ये फिक्र उठने लगी है. वजह है लगातार दलितो दूल्हों के साथ हो रही बदसलूकी और उनकी बारात रोकने की घटनाएं. मुरैना के ताज़ा मामले में दलितों की बारात में उन्हे डीजे बजाने से रोक दिया गया. मुद्दा बस इतना था कि बारात सवर्णों के दरवाजे से निकल रही थी.ये पहली बारात नहीं है. मध्य प्रदेश में बुंदेलखंड हो निमाड़ या ग्वालियर- चंबल दलितों को घोड़ी से उतारे जाने से लेकर बारात के साथ बदसलूकी के मामले तेजी से बढ़े हैं... क्या वजह है कि बारातें लौट रही हैं और दूल्हे घोड़ी से उतारे जा रहे हैं? जिस समय समाज में भेदभाव की लकीर मिट जानी चाहिए थी, क्या वजह है कि ये दरार और गहरी होती जा रही है. स्थिति ये है कि शादी की तारीख बाद में निकाली जाती है पहले पुलिस में आवेदन दिया जाता है कि बारात को कस्टडी चाहिए.
डीजे क्यों बजाया इस बात पर पिटे बाराती
राजवीर के भी अरमान थे कि वे अपने बेटे की धूमधाम से शादी करें. किसी पिता के लिए बहुत बड़ा दिन होता है जब उसके बेटे के सिर सेहरा बंधता है. मुरैना के अम्बाह के रहने वाले राजवीर अपने बेटे वेदप्रकाश की बारात लेकर पोरसा गांव पहुंचे थे. लेकिन वे नहीं जानते थे कि जहां से बारात जा रही है वह सवर्ण परिवार का घर है. दूल्हा घोड़ी पर चढ़ा और डीजे बजना शुरू हुआ. बारात जैसे ही एक सवर्ण परिवार के घर के सामने से गुजरी.
नाराज परिवार ने बारातियों की लाठी डंडे से पिटाई शुरू कर दी. इस मामले में पोरसा थाना पुलिस ने दूल्हे के पिता राजवीर सखवार की रिपोर्ट पर चार नामजद आरोपियों तहसीलदार सिंह तोमर, करू सिंह तोमर, छोटू उर्फ आशीष तोमर और मोनू तोमर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. एसडीओपी रवी भदौरिया ने बताया कि बारात में डीजे बजाने को लेकर झगड़ा हो गया था. खबर लगते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी. चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
पुलिस कस्टडी मे निकालनी पड़ी बारात, ऐसा भी हुआ
आगर मालवा में तो पीड़ित दिनेश ने शादी के पहले ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी और कहा कि उनकी दोनो बहनों की बारात रलायती गांव में आएगी. लेकिन उन्हे सवर्णों से धमकियां मिल रही हैं कि घोड़ी पर बारात नहीं निकलेगी. पुलिस में शिकायत से ये हुआ कि थाने से पंद्रह बीस आरक्षक भेजे गए. पुलिस कर्मियों की कस्टडी में बारात पूरे शहर में घूमी. दोनों दलित दूल्हों की ये बारात धूमधाम से निकल पाई तो केवल पुलिस सुरक्षा की वजह से. परिवार ने पहले भीम आर्मी जिलाध्यक्ष को चिट्ठी लिखी और उसके बाद बारात निकल पाई.
मामले जब जब दलित दूल्हे घोड़ी से उतारे गए
छतरपु में एक दूल्हे को केवल इसलिए घोड़ी से उतार दिया गया क्यंकि वह दलित समाज से था. सवर्ण समाज ने उसे रोका. नीमच में कमोबेश यही तस्वीर बनी यहां भी सारसी गांव में दलित दूल्हे को घोड़ी से उतार दिया गया तो पुलिस की कस्टडी में बारात निकालनी पड़ी. एक ऐसा भी मामला आया जिसमें दलित दूल्हे को सवर्णों के डर से हेलमेट पहन कर घोड़ी पर चढ़ना पड़ा. मध्य प्रदेश का तीन महीने का आंकड़ा ये कहता है कि प्रदेश में दलित दूल्हों को घोड़ी से चढ़ने से रोकने की 38 घटनाएं हुई हैं.
अब पहले हमें चिट्ठी देते हैं फिर शादी तय होती है
भीम आर्मी के सदस्य सुनील अस्ते कहते हैं "अब ये स्थिति हो गई है कि मध्य प्रदेश का नीमच, रतलाम, मंदसौर हो मुरैना, भिंड हो या फिर बुंदेलखंड का छतरपुर दलित परिवार पहले हमारे पास आवेदन देते हैं कि मदद चाहिए. फिर हम पुलिस के पास जाते हैं और आवेदन देते हैं. उसके बाद तय होता है कि शादी किस तारीख को करनी है. दूल्हे को घोड़ी पर सिर्फ इसलिए नहीं चढ़ने दिया जाता क्योंकि उनका ये मानना है कि यह राजशाही है."
"हमारे समाज का दूल्हा घोड़ी पर कैसे चढ़ सकता है. इतना नहीं है उज्जैन में तो रविदास जयंती का जुलूस रोक दिया गया. इदौर में एक सरकारी जमीन पर अम्बेडकर जी और रविदास जी की प्रतिमा लगाई गई तो ये कहा गया कि इससे हमारी कॉलोनी के रेट गिर जाएंगे."