राजनीति
पनामा से शशि थरूर का पाक को संदेश: गांधी का देश अब सहन नहीं करेगा
29 May, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पनामा में बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ रुख को एक बार फिर दोहराया। उन्होंने कहा कि हमारा देश अब दूसरा गाल आगे नहीं बढ़ाएगा। हमारा देश किसी भी हमले का करारा जवाब देगा। भारतीय दूतावास की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए थरूर ने महात्मा गांधी की बिना किसी डर के जीने के संदेश का भी जिक्र किया।
'नापाक लोगों के बुरे हमलों के खिलाफ लड़ना है, जिसे दुनिया आतंकवादी कहती है'
थरूर ने कहा, 'महात्मा गांधी ने आजादी के लिए हमारे संघर्ष में अपने साहसी नेतृत्व में हमें यह भी सिखाया कि हमें हमेशा अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना चाहिए। हमें हमेशा उन मूल्यों के लिए खड़ा होना चाहिए, जिन पर हम विश्वास करते हैं। हमें बिना किसी डर के जीना चाहिए। डर से निजात ही वह चीज है, जिसके लिए हमें भारत में इन दिनों लड़ना पड़ रहा है। हमें उन दुष्ट लोगों के खिलाफ लड़ना है, हमें ऐसे नापाक लोगों के बुरे हमलों के खिलाफ लड़ना है, जिसे दुनिया आतंकवादी कहती है।'
'...कोई भी स्वाभिमानी देश झुकेगा'
उन्होंने कहा, 'ऐसे दुष्ट लोग मानते हैं कि हमारे देश में आकर निर्दोष लोगों को मारकर और फिर से भागकर वे बच जाएंगे। उन्हें लगता है कि इस तरह की हरकत करके वे किसी तरह किसी बड़े राजनीतिक या धार्मिक मकसद को हासिल कर लेंगे।' थरूर ने कहा, 'यह ऐसा कुछ नहीं है, जिसके आगे कोई भी स्वाभिमानी देश झुकेगा। यहां तक कि महात्मा गांधी की भूमि भी ऐसा होने पर दूसरा गाल नहीं आगे बढ़ाएगी, हम जवाब देंगे।'
'आप उन लोगों के लिए शोक नहीं मनाते, जिन्हें आप नहीं जानते'
'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में आगे बोलते हुए शशि थरूर ने भारत के ऑपरेशन के दौरान मारे गए आतंकवादियों के जनाजे में पाकिस्तानी झंडे, सैन्य अधिकारी और नेताओं की उपस्थिति के लिए पड़ोसी की आलोचना की। उन्होंने कहा, 'जब हमने आतंकी मुख्यालय पर हमला किया तो कई खूंखार आतंकी मारे गए। निश्चित रूप से उनका अंतिम संस्कार भी किया गया। उस अंतिम संस्कार में कुछ बहुत ही प्रमुख लोग शामिल हुए। कम से कम एक व्यक्ति ऐसा था, जिसका नाम संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति की ओर से सूचीबद्ध किया गया था। वे पाकिस्तानी सेना और पुलिस के लिए सबसे खतरनाक क्षेत्रों से वर्दीधारी लोग थे, जो नामित आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शोक मना रहे थे। यह वह देश है, जो अब कहता है कि हम निर्दोष हैं। हमने ऐसा नहीं किया। आप उन लोगों के लिए शोक नहीं मनाते, जिन्हें आप नहीं जानते।'
'भारत को कमजोर करना और जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को कमजोर करना था मकसद'
शशि थरूर ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कहा कि इसका उद्देश्य भारत को कमजोर करना और जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को कमजोर करना था। यह आतंकी हरकत उन निंदनीय मकसदों के लिए थी, जो दुर्भाग्य से केवल पाकिस्तानी सेना ही हमारे देश को कमजोर करने, कश्मीरी अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए हासिल करना चाहती है। देश और जम्मू-कश्मीर पर्यटन के साथ फल-फूल रही थी। मुझे मेरे मित्र, वाशिंगटन में भारतीय राजदूत ने बताया कि पहलगाम में कश्मीर के इस स्थान पर कोलोराडो के एस्पेन की तुलना में अधिक पर्यटक थे।
राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो से मुलाकात
इससे पहले दिन में शशि थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में पनामा गणराज्य के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो से मुलाकात की। थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में शांभवी चौधरी (लोक जनशक्ति पार्टी), सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जीएम हरीश बलयागी (तेलुगु देशम पार्टी), शशांक मणि त्रिपाठी, तेजस्वी सूर्या, भुवनेश्वर कलिता (भाजपा से), मिलिंद देवड़ा (शिवसेना) और अमेरिका में पूर्व भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू शामिल हैं।
राज्यसभा जाएंगे अभिनेता कमल हासन
29 May, 2025 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चेन्नई। अभिनेता कमल हासन तमिलनाडु से राज्यसभा चुनाव में दावेदारी पेश करेंगे। उनकी पार्टी एमएनएम ने इसका एलान किया। इससे पहले तमिलनाडु की सत्तारूढ़ द्रमुक ने बुधवार को घोषणा की कि वह 19 जून को होने वाले द्विवार्षिक राज्यसभा चुनावों के लिए राज्य की छह में से चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी। द्रमुक ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और एक सीट सहयोगी अभिनेता-राजनेता कमल हासन के नेतृत्व वाली मक्कल निधि मय्यम को दी। द्रविड़ पार्टी ने उच्च सदन में अपने मौजूदा सदस्य वरिष्ठ अधिवक्ता पी. विल्सन को फिर से नामित किया। इसके अलावा सलेम के नेता एसआर शिवलिंगम को भी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया। इसके साथ ही कवि, लेखक और पार्टी पदाधिकारी रुकय्या मलिक उर्फ कविगनर सलमा को भी टिकट दिया गया।
27 साल बाद सत्ता में आई बीजेपी ने दिल्ली चुनाव में 57.65 करोड़ रुपये खर्च किए, कांग्रेस 46.19 करोड़ रुपये खर्च कर जीरो रही
29 May, 2025 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। 27 साल बाद सत्ता में आई बीजेपी ने दिल्ली चुनाव में कुल 57.65 करोड़ रुपये खर्च किए तो वहीं आप ने 14.51 करोड़ रुपये खर्च किए. कांग्रेस ने उम्मीदवारों खूब पैसे लुटाए. वह इस मामले में बीजेपी से चंद कदम दूर रही. कांग्रेस ने दिल्ली चुनाव में कुल 46.19 करोड़ रुपये खर्च किए. दरअसल, चुनाव आयोग को सौंपी गई व्यय रिपोर्ट से ये जानकारी सामने आई है.
बीजेपी की व्यय रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी के केंद्रीय मुख्यालय को चुनाव प्रक्रिया के दौरान 87.79 करोड़ रुपये प्राप्त हुए. बीजेपी द्वारा खर्च किए गए कुल 57.65 करोड़ रुपये में से कुल 39.15 करोड़ रुपये पार्टी के प्रचार पर और 18.51 करोड़ रुपये पार्टी उम्मीदवारों पर खर्च किए गए. वहीं, 10 साल के शासन के बाद सत्ता से बाहर हुई आप को चुनाव के दौरान कुल 16.10 करोड़ रुपये प्राप्त हुए.
आम आदमी पार्टी ने कुल मिलाकर 14.51 करोड़ रुपये खर्च किए, इनमें पार्टी प्रचार पर 12.12 करोड़ रुपये और 2.39 करोड़ रुपये उम्मीदवारों पर खर्च किए. उधर, लगातार दूसरी बार शून्य पर रही कांग्रेस नेकुल 46.19 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें से 40.13 करोड़ रुपये पार्टी ने प्रचार पर सामान्य व्यय के रूप में और 6.06 करोड़ रुपये पार्टी उम्मीदवारों पर खर्च किए.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटों पर अपना परचम लहराया. वहीं, आम आदमी पार्टी को 22 सीटों पर जीत मिली. इसके अलावा कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली.
‘राहुल गांधी नासिक आए तो अंजाम भुगतेंगे’, उद्धव समर्थकों की तीखी प्रतिक्रिया
28 May, 2025 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी से उद्धव ठाकरे की पार्टी के एक नेता भड़क गए हैं। शिवसेना (यूबीटी) की नासिक शहर इकाई के प्रमुख बाला दराडे ने बुधवार को कहा कि वह राहुल गांधी के मुंह पर कालिख पोत देंगे और अगर उनका काफिला नासिक में घुसा तो पत्थरबाजी होगी। बता दें कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन में शिवसेना (UBT) और कांग्रेस साझेदार हैं।
राहुल गांधी की टिप्पणी घोर निंदनीय
दराड ने सावरकर पर टिप्पणी के लिए राहुल गांधी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हम स्वातंत्रय वीर सावरकर की जन्मस्थली में रहते हैं। राहुल गांधी की टिप्पणी घोर निंदनीय है। एक मराठी न्यूज चैनल से बातचीत में दराडे ने यह प्रतिक्रिया दी। दराडे ने कहा कि अगर राहुल गांधी नासिक आते हैं तो उनके चेहरे पर कालिख पोत दी जाएगी। अगर ऐसा नहीं कर पाए तो उनके काफिले पर पत्थर बरसाएंगे।
कांग्रेसी बोले- हम हर खतरे से निपटने में सक्षम
शिवसेना (यूबीटी) की प्रवक्ता सुषमा अंधरे ने दराड के बयान से पार्टी को अलग किया है। उन्होंने कहा कि यह दराड का निजी मत है। पार्टी इसका समर्थन नहीं करती। उधर, कांग्रेस ने दराड के बयान का विरोध किया है। उसका कहना है कि कांग्रेस कार्यकर्ता इतने सक्षम हैं कि ऐसे खतरों से निपट सकें।
राहुल ने कोई टिप्पणी नहीं की – कांग्रेस
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख हर्षवर्धन सपकल ने कहा कि देश की एकता के लिए राहुल गांधी के पिता स्वर्गीय राजीव गांधी और उनकी दादी स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने बड़ी कुर्बानी दी है। राहुल गांधी ने सावरकर पर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की है। पूर्व मंत्री यशेमती ठाकुर ने भी राहुल का पक्ष लिया और कहा कि कांग्रेस नेता ने वही कहा जो इतिहास में दर्ज है।
राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज
इस बीच नासिक के एक निवासी देवेंद्र भटूदा ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस भी दायर किया है। उनका दावा है कि लोकसभा में नेता विपक्ष के सावरकर के खिलाफ बयान से उनकी भावना आहत हुई है।
मणिपुर में फिर सत्ता की जंग? बीजेपी विधायकों की राज्यपाल से मुलाकात, 10 विधायक पहुंचे राजभवन!
28 May, 2025 05:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंफाल: मणिपुर में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन सकती है. यहां बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है. राज्यपाल से आज 10 विधायकों ने मुलाकात की है. इस मुलाकात के बाद मणिपुर में राष्ट्रपति शासन के खत्म होने की उम्मीद जगी है. जिन 10 विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात की है उनमे बीजेपी के 8, एनपीपी के 1 और 1 निर्दलीय विधायक शामिल हैं. इन विधायकों ने इंफाल के राजभवन में मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की.
लोकप्रिय सरकार का गठन-निशिकांत सिंह
राज्यपाल से मुलाकात के बाद निर्दलीय विधायक सपाम निशिकांत सिंह ने कहा, "लोग एक लोकप्रिय सरकार चाहते हैं और यही कारण है कि हम राज्यपाल से मिलने यहां आए हैं. हमने अन्य बातों पर भी चर्चा की, जैसे कि लोकप्रिय सरकार के गठन के बाद राष्ट्रपति शासन का कामकाज पहले जैसा नहीं रह सकता है. मुख्य रूप से और मूल रूप से, मुख्य मुद्दा एक लोकप्रिय सरकार का गठन था. राज्यपाल की प्रतिक्रिया भी अच्छी थी. बता दें कि इसी साल 13 फरवरी को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन वीरे सिंह ने इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया. मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू हुए करीब 103 दिन बीत चुके हैं. इसके बाद आज बीजेपी की ओर से फिर से नई सरकार बनाने का दावा पेश किया गया. मणिपुर में यह सियासी हलचल ऐसे समय पर हुई है जब पीएम मोदी 29 मई को सिक्किम के भारत में शामिल होने की वर्षगांठ के अवसर आयोजित होने वाले जुबली समारोह में हिस्सा लेने के लिए नॉर्थ ईस्ट का दौरा करनेवाले हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री का 'जेड-प्लस' दर्जा बरकरार
इस बीच मणिपुर प्रशासन ने बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की सुरक्षा में कटौती के दावों का खंडन करते हुए स्पष्ट किया कि उनके साथ तैनात केवल अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को वापस बुलाया गया है. उन्होंने कहा कि सिंह को 'जेड-प्लस' सुरक्षा कवर मिलना जारी है. इस सुरक्षा के तहत घर पर स्थिर गार्ड के अलावा एक पायलट और पीछे एक सुरक्षा वाहन काफिले में शामिल होते है. अधिकारियों के अनुसार, सिंह को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) द्वारा चौबीसों घंटे सुरक्षा दी जाती है, जो एक विशिष्ट केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है जो पूरे भारत में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और हाई-प्रोफाइल लोगों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है.
कानपुर में CM योगी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल, हेलिकॉप्टर लैंडिंग में हुई भारी गलती
28 May, 2025 04:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कानपुर: कानपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के दौरान एक बड़ी चूक सामने आई है. सीएम योगी का हेलिकॉप्टर उस हेलिपैड पर उतार दिया गया, जो उनके लिए आरक्षित नहीं था. प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, ऐसा इसलिए हुए क्योंकि एक ही परिसर में कई हेलीपैड बनाए गए है. ऐसे में शायद पायलट को कन्फ्यूजन हुआ होगा और उसने हेलीकॉप्टर दूसरे हेलीपैड पर उतार दिया. यह घटना उस समय हुई, जब सीएम योगी, पीएम मोदी के प्रस्तावित दौरे की तैयारियों की समीक्षा के लिए कानपुर पहुंचे थे.
सूत्रों के अनुसार, सीएसए यूनिवर्सिटी मैदान में कुल पांच हेलीपैड बनाए गए हैं. मैदान के तीन सेक्शन हैं, जिसमें दो सेक्शन में दो दो हेलीपैड और एक सेक्शन में एक हेलीपैड बनाया गया है. पहला हेलिपैड प्रधानमंत्री मोदी के लिए और दूसरा मुख्यमंत्री व अन्य वीआईपी के लिए निर्धारित था. बुधवार सुबह करीब 11:30 बजे सीएम योगी लखनऊ से हेलिकॉप्टर द्वारा कानपुर पहुंचे. उनका हेलिकॉप्टर चार नंबर हेलीपैड पर उतरना था, लेकिन पायलट ने चूकवश हेलिकॉप्टर को दूसरे नंबर पर उतार दिया. उस समय वहां एयरफोर्स का लैंडिंग ट्रायल चल रहा था.
CM योगी की सुरक्षा में कैसे हुई चूक?
इस घटना से प्रशासन में हड़कंप मच गया. अधिकारी जो सीएम का स्वागत करने दूसरे हेलिपैड पर मौजूद थे, उन्हें तुरंत दूसरे हेलिपैड पर दौड़कर पहुंचना पड़ा. वहां सीएम योगी का औपचारिक स्वागत किया गया. हालांकि यह चूक कैसे हुई, इसका अभी तक कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है. यह पहली बार नहीं है, जब सीएम योगी के हेलिकॉप्टर को लेकर कोई समस्या सामने आई हो. इससे पहले 20 अप्रैल को भी तेज हवाओं के कारण उनका हेलिकॉप्टर अस्थिर हो गया था.
30 मई को कानपुर दौरे पर आ रहे PM मोदी
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को कानपुर दौरे पर आ रहे हैं. वे पावर प्लांट और मेट्रो विस्तार परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. सीएम योगी इसी कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कानपुर पहुंचे थे. उन्होंने सीएसए ग्राउंड में होने वाली जनसभा स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि ट्रैफिक, सफाई और पार्किंग व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त हो, ताकि जनसभा में शामिल होने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो.
पाकिस्तान की वैश्विक मुहिम नाकाम, थरूर और ओवैसी ने दी सख्त चेतावनी
28 May, 2025 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Operation Sindoor: भारत के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने की उम्मीद में तुर्किए से ईरान पहुंचे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को कड़ा झटका लगा है। ऑपरेशन सिंदूर में करारी शिकस्त के बाद शरीफ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने तेहरान में ईरानी नेतृत्व से मुलाकात की। कश्मीर का राग अलापने और भारत के खिलाफ बयानबाजी की पाक नेतृत्व की कोशिशों के बीच ईरान ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि वह भारत-पाक संघर्ष का समाधान शांति और संवाद से चाहता है।
ईरान से खाली हाथ लौटे शहबाज
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने शहबाज की बातों पर तटस्थ प्रतिक्रिया देते हुए केवल इतना कहा कि उन्हें खुशी है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष समाप्त हुआ और आशा है कि दोनों देशों के मतभेद सुलझेंगे। यह प्रतिक्रिया पाकिस्तान के लिए निराशाजनक रही, जिसने कश्मीर का मुद्दा जोर-शोर से उठाने की कोशिश की थी। ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने भी संयुक्त प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि ईरान क्षेत्रीय शांति का समर्थक है और भारत-पाक के बीच वार्ता को प्राथमिकता देता है। इस पर मजबूर होकर शहबाज को सार्वजनिक रूप से कहना पड़ा कि कश्मीर, जल-बंटवारे और व्यापार समेत दीर्घकालिक समस्याओं के समाधान खोजने के लिए पाकिस्तान भारत के साथ बातचीत को तैयार है।
भारत को दुनिया भर से समर्थन
दूसरी ओर, दुनिया के कई देशों ने भारत के आतंकवाद विरोधी रुख का समर्थन किया है। जहां-जहां भारतीय सांसदों और राजनेताओं के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दौरा कर रहे हैं, उन सभी राष्ट्रों ने आतंकवाद को लेकर भारत की जीरो-टॉलरेंस नीति का समर्थन किया है। पाकिस्तान के बार-बार भारत पर आरोप लगाने की कोशिशें अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कमजोर पड़ रही हैं। भारत की विदेश नीति और जवाबी कार्रवाई को वैश्विक स्तर पर गंभीरता से लिया जा रहा है, जबकि पाकिस्तान को लगातार अलग-थलग महसूस करना पड़ रहा है।
ये बेवकूफ जोकर… इनके पास अकल भी नहींः ओवैसी
कुवैत में ओवैसी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, ‘कल पाक सेना प्रमुख ने पाक पीएम शहबाज शरीफ को एक फोटो भेंट की। ये बेवकूफ जोकर भारत के साथ प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं। उन्होंने 2019 की चीनी सेना की ड्रिल की एक तस्वीर दी थी और भारत पर जीत का दावा किया था।… नकल करने के लिए अकल भी चाहिए। इनके पास अकल भी नहीं है।’ ओवैसी ने कहा, ‘पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में लाना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आइएमएफ द्वारा दिया जा रहा 2 बिलियन डॉलर का ऋण पाकिस्तानी सेना द्वारा उपयोग किया जाएगा। पाकिस्तान इस मुद्दे (धर्म) को नहीं उठा सकता और कह सकता है कि वे मुसलमान हैं। भारत में मुसलमानों की आबादी बड़ी है और हम (भारतीय मुसलमान) उनसे (पाकिस्तान) अधिक ईमानदार हैं।’
फिर से हमला हुआ तो और खतरनाक जवाबः थरूर
गुयाना में शशि थरूर ने पाक को चेतावनी देते हुए कहा, अगर वे हम पर फिर से हमला करेंगे, तो हम इसका बदला और भी खतरनाक तरीके से लेंगे। उन्होंने कहा, हम ये नहीं मानते हैं कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई सिर्फ हमारी है। यह एक ऐसी लड़ाई है जिसमें पूरी दुनिया शामिल है। हमारी शांति में यकीन करते हैं अपनी मजबूती की वजह से, डर के कारण नहीं। भारत का प्रत्येक हमला जवाबी कार्रवाई थी। हर कार्रवाई पाकिस्तान के जवाब में थी। आतंकवादियों ने सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश की, लेकिन भारत एकजुट रहा।
बड़बोले नेताओं पर लगाम कसेंगे शाह-नड्डा, BJP सांसद-विधायकों की लगेगी क्लास
28 May, 2025 09:47 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
MP News: भाजपा ने एक बार फिर अपने सांसद और विधायकों को प्रशिक्षण देने की तैयारी पूरी कर ली है। 14 जून से तीन दिवसीय प्रशिक्षण सत्र एमपी के पचमढ़ी में आयोजित होगा। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह खासतौर पर सांसद-विधायकों की क्लास लेंगे। शुभारंभ में नड्ड्डा संगठनात्मक बारीकियों को लेकर संवाद करेंगे। 16 जून को समापन पर केंद्रीय मंत्री शाह गुड गवर्नेंस पर चर्चा करेंगे। सूत्रों के मुताबिक सत्र को एक थीम पर आयोजित करने की तैयारी की जा रही है।
प्रशिक्षण का उद्देश्य
प्रशिक्षण सत्र का मूल उद्देश्य सांसद- विधायकों को सत्ता-संगठन में समन्वय, जनता से संवाद और पार्टी की रीति- नीति के अनुरूप कार्यशैली सिखाना होगा। इस दौरान कैंप में अन्य केंद्रीय नेता जैसे राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष सहित कुछ चुनिंदा केंद्रीय मंत्री भी अलग-अलग सत्रों को संबोधित कर सकते हैं।
बड़बोले नेताओं को मिलेगी सख्त हिदायत
भाजपा के कुछ बड़बोले नेता लगातार सत्ता और संगठन के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। इनमें मंत्री विजय शाह ने तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की किरकिरी करवाई है। ऐसे नेताओं को खासतौर पर पार्टी लाइन में रहकर संवाद करने की नसीहत दी जाएगी। इसके अलावा असंतुष्ट विधायकों को भी पार्टी फोरम में रहकर बात रखने का सलीका और संवाद का तरीका बताया जाएगा।
पीएम मोदी कर चुके हैं संवाद
प्रधानमंत्री मोदी फरवरी में प्रदेश के दौरे पर आए थे। उन्होंने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में पार्टी सांसद- विधायकों के साथ संगठन के चुनिंदा पदाधिकारियों के साथ करीब दो घंटे संवाद किया था। पीएम ने सवाल-जवाब भी किए थे। जनप्रतिनिधियों को जमीन से जुड़े रहने औरविकास के कार्य लगातार करते रहने की सलाह दी थी।
विपक्षी नेता कहीं अधिक मजबूती से दुनिया के सामने भारतीय पक्ष रख रहे - कांग्रेस
28 May, 2025 08:54 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । कांग्रेस ने दावा किया कि मौजूदा समय में विभिन्न देशों के दौरे पर गए प्रतिनिधिमंडलों में शामिल विपक्षी नेता सत्तापक्ष के नेताओं की तुलना में कहीं अधिक मजबूती से दुनिया के सामने भारतीय पक्ष रख रहे हैं।
पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह आरोप लगाया कि केंद्र सरकार को ‘ट्रोल’ चला रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी ‘ट्रोल’ की जुबान में बातें कर रहे हैं, जो चिंता की बात है।
BJP की कड़ी कार्रवाई: कर्नाटक के दो विधायक 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित
27 May, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कर्नाटक में बीजेपी केंद्रीय अनुशासन समिति ने दो विधायकों पर बड़ी कार्रवाई की है। समिति ने विधायक एसटी सोमशेखर और ए शिवराम हेब्बार को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी ने यह फैसला “पार्टी अनुशासन के बार-बार उल्लंघन” के मद्देनजर लिया है। कर्नाटक BJP अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने कहा कि यह निर्णय पार्टी हाईकमान द्वारा लंबी चर्चा के बाद लिया गया। दोनों विधायकों को सुधार के लिए कई मौके दिए गए, लेकिन उन्होंने चेतावनियों को नजरअंदाज किया।
नोटिस के जवाब को पाया असंतोषजनक
केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने 25 मार्च 2025 को जारी शो-कॉज नोटिस के जवाब को असंतोषजनक पाया, जिसके बाद निष्कासन का फैसला लिया गया।
निष्कासित करने पर क्या बोले शिवराम हेब्बार
विधायक शिवराम हेब्बार ने कहा कि उन्होंने हमेशा राजनीति से ऊपर अपने निर्वाचन क्षेत्र और अपने लोगों को प्राथमिकता दी है। उन्होंने आगे कहा कि मेरे समर्थकों को कोई संदेह नहीं है। उन्हें लगता है हमारे नेता ने अच्छे समय और चुनौतियों दोनों में हमारा साथ दिया है। जब विकास की बात आती है तो वे कभी पीछे नहीं हटे हैं और न ही कभी पीछे हटेंगे।
राजनीतिक निर्णय जल्दी नहीं लिए जाते-हेब्बार
वहीं आगे की राजनीति पर हेब्बार ने कहा कि राजनीतिक निर्णय रातों-रात नहीं लिए जाते। राजनीति के लिए समय, विचार और हमारे समर्थकों की भागीदारी की आवश्यकता होती है।
सही समय पर लेंगे निर्णय
विधायक हेब्बार ने कहा कि वह कोई भी राजनीतिक निर्णय “सही समय पर और सही तरीके से” लेंगे। उन्होंने कहा कि यह बताना मेरा काम नहीं है कि चीजें इस तरह क्यों हुईं। यह जिम्मेदारी भाजपा की है। उनके कार्य उनके निर्णयों को दर्शाते हैं। मैं केवल वही बोलूंगा जो मुझे सही और सत्य लगता है।
डिप्टी सीएम ने कसा तंज
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने BJP की कार्रवाई पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी ने गंभीर आरोपों वाले अन्य नेताओं के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया, जबकि सोमशेखर और हेब्बर को निशाना बनाया गया।
कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में की थी वोटिंग
बता दें कि सोमशेखर ने फरवरी 2024 के राज्यसभा चुनाव में पार्टी व्हिप के खिलाफ जाकर कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन के पक्ष में क्रॉस-वोटिंग की थी। हेब्बर ने इस चुनाव में वोटिंग से दूरी बनाई थी।
राज्यसभा में विपक्ष को बढ़त के संकेत, राजनीतिक समीकरणों में हलचल
27 May, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। अगले माह 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में तमिलनाडु की 6 सीटों के लिए मतदान होना है तो वहीं असम की दो सीटों के लिए भी वोटिंग होनी है। ये सीटों राज्यसभा सदस्यों के रिटायरमेंट के चलते खाली हो रही हैं। तमिलनाडु के 6 सदस्य जुलाई में रिटायर होंगे, जबकि असम के दो सदस्यों का जून महीने में कार्यकाल समाप्त हो रहा है। तमिलनाडु में जिन 6 सीटों पर इलेक्श होना है, उनमें से तीन पर अब तक डीएमके के सदस्य थे। इसके अलावा तीन सीटों पर पीएमके, एआईएडीएमके और एमडीएमके के मेंबर सांसद थे। इससे संभावना है कि विपक्ष की सीटें बढ़ सकती हैं।
फिलहाल तमिलनाडु विधानसभा का जो समीकरण है, उसके हिसाब से डीएमके का नंबर तीन से 4 हो सकता है। इसके अलावा यदि कांग्रेस के साथ सहमति बनी तो फिर डीएमके एक सीट उसे भी दे सकती है। ऐसा होने पर भी विपक्षी गठबंधन के खाते में ही एक और सीट जाएगी। इसी तरह असम के आंकड़ों को देखते हुए भी विपक्ष के खाते में एक सीट का इजाफा हो सकता है। फिलहाल जो मेंबर रिटायर हो रहे हैं, वे भाजपा और असम गण परिषद के सदस्य हैं। लेकिन विधानसभा का जो समीकरण है, उस लिहाज से चुनाव की स्थिति में एक सीट भाजपा को मिलेगी तो वहीं एक अन्य सीट कांग्रेस या फिर उसके सहयोगी को मिल सकती है।
इस तरह चुनाव के बाद राज्यसभा में विपक्ष की सीटें 91 हो सकती हैं, जो अभी 89 ही हैं। इसके अलावा एनडीए की सीटें जो फिलहाल 128 हैं, वे घटकर 126 ही रह सकती हैं। बता दें कि हरियाणा, दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों में चुनावी हार के बाद विपक्ष के लिए यह राहत भरी खबर होगी। दरअसल कई राज्यों के चुनावों में लगातार कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को मात झेलनी पड़ी है। झारखंड को इसमें अपवाद के तौर पर देखा जा सकता है, जहां झामुमो की लीडरशिप में विपक्षी गठबंधन की सरकार बनी है।
तेजस्वी यादव के घर खुशखबरी: लालू यादव बने दादा, ममता बनर्जी बधाई देने पहुंचीं अस्पताल
27 May, 2025 05:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव दादा बन गए हैं. उनके छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव अपने दूसरे बच्चे के पिता बने हैं. इस मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें और तेजस्वी यादव को बधाई दी. उन्होंने कोलकाता के एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचकर यादव परिवार से मुलाकात भी की. उन्होंने कहा, "तेजस्वी यादव और राजश्री यादव के घर एक सुंदर बच्चे के आगमन की खुशी में शामिल होकर मुझे बहुत खुशी हो रही है. मेरी ओर से उन्हें, लालू जी को और पूरे परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं और आशीर्वाद. आज उनसे मिलकर बहुत खुशी हुई. मां और बच्चे दोनों को स्वस्थ देखकर बहुत खुशी हुई."
मैंने मिलने का किया था वादा
सीएम बनर्जी ने आगे कहा, "मुझे कुछ समय से पता था कि राजश्री कोलकाता में हैं और तेजस्वी ने कल शाम मुझे बच्चे के आगमन की खबर दी थी. मैंने वादा किया था कि मैं उनसे मिलूंगी और आज मैं उनसे मिलने गई, मेरे दिल में स्नेह और आशीर्वाद है. यह नन्हा बच्चा परिवार के लिए सौभाग्य और आशा का अग्रदूत बने."
तेजस्वी यादव दूसरी बार बने पिता
बिहार के दिग्गज नेता लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव और उनकी पत्नी राजश्री ने आज मंगलवार (27 मई, 2025) सुबह बेटे को जन्म दिया. उनका पहला बच्चा, बेटी कात्यायनी का जन्म 2023 में हुआ था. तेजस्वी यादव ने आज सुबह एक ऑनलाइन पोस्ट में जानकारी दी थी कि नन्हे बेटे का आगमन हुआ है. उन्होंने अस्पताल से अपनी और बच्चे की एक तस्वीर शेयर की थी. उनकी बहन रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई देते हुए कहा, परिवार के आंगन में 'बाल गोपाल जूनियर तेजस्वी' का आगमन हुआ है.
दिल्ली बीजेपी में बड़ा संगठनात्मक बदलाव, 14 नए जिला अध्यक्ष घोषित
27 May, 2025 04:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली: दिल्ली की सत्ता और सियासत पूरी तरह से बीजेपी अपने नाम कर चुकी है. दिल्ली के सीएम पद से लेकर मेयर की कुर्सी पर विराजमान होने के बाद बीजेपी ने अपनी राजनीतिक जड़े जमाने के लिए संगठन को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है. बीजेपी ने सोमवार को दिल्ली जिला अध्यक्ष की नियुक्ति के साथ-साथ संसदीय प्रदेश परिषद के सदस्यों के नाम का ऐलान कर दिया है. बीजेपी ने दिल्ली में अपने 14 जिला अध्यक्षों के नाम का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने 14 में से 11 जिलों के अध्यक्ष बदल दिए हैं और उनकी जगह नए चेहरों को कमान सौंपी है. बीजेपी ने अपने तीन पुराने चेहरों पर भरोसा जताया है. ऐसे ही दिल्ली की संसदीय परिषद में 105 सदस्यों को नियुक्त किया है, जिसमें मौजूदा 48 विधायकों में से 15 विधायक को ही जगह दी गई. संसदीय परिषद में बीजेपी ने दूसरे दलों से आए नेताओं को खास तवज्जो दी है.
बीजेपी ने बदले जिला अध्यक्ष
दिल्ली के 14 जिला अध्यक्षों की घोषणा बीजेपी ने कर दी है, जिसमें मयूर विहार, शाहदरा और पश्चिमी दिल्ली के जिला अध्यक्ष अपनी कुर्सी बचाए रख सके हैं. जबकि बाकी जिला अध्यक्ष बदल दिए हैं. बीजेपी ने 11 जिला अध्यक्षों को बदल दिया है, उनकी जगह पर नए चेहरे या पूर्व में इस पद पर रह चुके अनुभवी नेताओं को जिम्मा सौंपा है. इस तरह से प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने अपनी एक मजबूत टीम बनाई है.
बीजेपी के जिला अध्यक्ष की फेहरिश्त
शाहदरा जिला का अध्यक्ष दीपक गाबा को बनाया गया तो मयूर विहार की कमान विजेंद्र धामा, चांदनी चौक का अरविंद गर्ग, करोल बाग का वीरेंद्र बब्बर, महरौली का रवीन्द्र सोलंकी, न्यू शाहदरा का मास्टर विनोद, नार्थ ईस्ट जिला अध्यक्ष यू के चौधरी को बनाया है. केशवपुरम का अजय खटाना और उत्तर पश्चिम का विनोद सहरावत, नई दिल्ली का रविंद्र चौधरी, बाहरी दिल्ली का रामचंद्र चावरिया, दक्षिण दिल्ली का माया बिष्ट, पश्चिमी जिले की कमान चंद्रपाल बख्शी और नजफगढ़ का जिला अध्यक्ष राज शर्मा गौतम को बनाया है. घोषित जिला अध्यक्षों में विजेंद्र धामा मयूर विहार, दीपक गाबा शाहदरा एवं चंद्रपाल बख्शी पश्चिमी दिल्ली वर्तमान में भी जिला अध्यक्ष हैं. पहली बार दो महिलाओं, नजफगढ़ से राज शर्मा गौतम और दक्षिणी दिल्ली से माया बिष्ट को जिला अध्यक्ष का दायित्व दिया गया है. अरविंद गर्ग, विनोद सहरावत, वीरेंद्र बब्बर एवं मास्टर बिनोद कुमार पूर्व में भी इन्हीं जिलों के अध्यक्ष रह चुके हैं. इस तरह पुराने और नए नेताओं का संतुलन बनाने की कोशिश की है.
बीजेपी के संसदीय परिषद सदस्य
दिल्ली बीजेपी ने संसदीय प्रदेश परिषद का भी गठन कर दिया है. 105 सदस्यों में मंत्री कपिल मिश्रा, विधायक पवन शर्मा, कैलाश गहलोत, करतार सिंह तंवर, प्रद्युम्न राजपूत, संदीप सहरावत, राजकुमार चौहान, नीरज बसोया, अनिल शर्मा, राजकुमार भाटिया, तिलक राम गुप्ता, पूनम भारद्वाज, जितेंद्र महाजन, कुलवंत राणा व शाम शर्मा, पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी, पूर्व महापौर सुभाष आर्य, प्रीति अग्रवाल व नरेंद्र चावला, प्रदेश पदाधिकारी सुनीता कांगड़ा, विनय रावत, नरेश कुमार ऐरन, सारिका जैन, डॉ. सुमित भसीन व प्रवीण शंकर कपूर शामिल हैं. बीजेपी की 105 सदस्यीय प्रदेश परिषद में पार्टी के मौजूदा 48 विधायकों में से केवल 15 को ही जगह दी गई है. बीजेपी ने अपने नेताओं की अपेक्षा उन नेताओं को प्राथमिकता दी है जो विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी या कांग्रेस छोड़कर पार्टी में आए हैं. प्रदेश परिषद में शामिल किए गए 15 विधायकों में से चार ऐसे हैं, जो पहले अन्य दलों से निर्वाचित हो चुके हैं. इनमें आम आदमी पार्टी से निर्वाचित रहे कपिल मिश्रा, कैलाश गहलोत, करतार सिंह तंवर, कांग्रेस से विधायक रहे राजकुमार चौहान और नीरज बसोया को तवज्जो दी गई है.
प्रदेश परिषद की सूची में सबसे चौंकाने वाला नाम दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा का है. दिल्ली सरकार के मंत्रियों में से उनको ही परिषद का सदस्य बनाया गया है. मिश्रा भी आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. इसी तरह केजरीवाल सरकार में मंत्री रह चुके और 2025 में बीजेपी टिकट पर पटेल नगर से विधानसभा चुनाव हार चुके राजकुमार आनंद को भी प्रदेश परिषद में शामिल किया गया है. दक्षिण दिल्ली से सांसद रहे रमेश बिधूड़ी को भी परिषद का सदस्य बनाया गया है.
दलबदलुओं को मिली तवज्जो
बीजेपी ने संसदीय परिषद में जिस तरह से दूसरे दलों आए नेताओं को तवज्जो दी है, उसके चलते पार्टी में असंतोष पनप सकता है. बीजेपी को अपनों की अनदेखी कर दूसरे दलों से आए नेताओं को अहमियत देना महंगा पड़ सकता है, क्योंकि भाजपा ने कई पुराने और सक्रिय नेताओं को सूची से बाहर रखा है. भाजपा की प्रदेश परिषद प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया में निर्णायक भूमिका निभाती है. चुनाव की स्थिति बने तो यही सदस्य मतदान करते हैं. दिल्ली की सत्ता में लौटने के बाद से बीजेपी दूसरे दलों से आए नेताओं पर खास मेहबान रही है.
लालू प्रसाद पर प्रशांत किशोर का तंज – परिवार संभालने में नाकाम, राज्य कैसे संभालेंगे?
27 May, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Prashant Kishor questions Lalu Prasad Yadav: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक आते ही राज्य की राजनीति में घमासान तेज हो गया है। एनडीए, महागठबंधन और अन्य क्षेत्रीय दल जहां अपनी चुनावी रणनीति में जुटे हैं, वहीं लालू यादव के बेटे और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेज प्रताप यादव के निजी जीवन का मामला अब राजनीतिक बहस का मुद्दा बन गया है।
एक तरफ जहां तेज प्रताप की पत्नी ऐश्वर्या राय ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए लालू परिवार पर कई गंभीर आरोप लगाए। वहीं अब इस पूरे विवाद पर जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भी चुटकी ली है। प्रशांत किशोर ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लालू पर कई सवाल दागे हैं और कहा है कि जो व्यक्ति ख़ुद का परिवार नहीं चला सकता उसके हाथ में बिहार के 13 करोड़ लोगों की जिंदगी नहीं दी जा सकती।
प्रशांत किशोर का लालू पर निशाना
पीके ने लिखा, ‘सवाल लालू जी आपसे है! आपने एक यादव परिवार की लड़की ऐश्वर्या का जीवन क्यों बर्बाद किया? साधू यादव को तेज प्रताप के बारे में पता था और आपको नहीं? 12 साल से आपका बेटा किसी और के साथ था फिर भी आपने एक यादव परिवार की बेटी की उससे शादी करवा दी। जाति-जाति कर सबसे वोट मांगते हैं और उसी समाज से आने वाली बच्ची के साथ आपके घर में ही मारपीट हुई। उसका फोन जबरन छीन लिया गया। उसके गहने रख लिए गए। और सच में अगर आपको नहीं पता था तो जो व्यक्ति ख़ुद का परिवार नहीं चला सकता उसके हाथ में बिहार के 13 करोड़ लोगों की जिंदगी नहीं दी जा सकती।’
तेज प्रताप ने गर्लफ्रेंड की तस्वीर शेयर की
बता दें तेज प्रताप यादव ने हाल ही में सोशल मीडिया पर अपनी कथित गर्लफ्रेंड के साथ एक तस्वीर साझा की, जिसके बाद लालू प्रसाद यादव ने कड़ा रुख अपनाते हुए उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया। साथ ही, उन्हें परिवार से भी बेदखल कर दिया गया।
ऐश्वर्या राय का आरोप
तेज प्रताप की पत्नी ऐश्वर्या राय ने मीडिया से बात करते हुए लालू परिवार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “अगर इन्हें पहले से सब पता था, तो फिर मेरी शादी तेज प्रताप से क्यों करवाई गई? मुझे पीटा गया, मेरे गहने और फोन छीन लिए गए। तलाक की जानकारी मुझे मीडिया से मिली। मेरा दोष क्या था?”
उन्होंने यह भी कहा कि ‘तेज प्रताप का 12 साल पुराना अफेयर अब सामने आया है, और सारा दोष महिला पर डाल देना सबसे आसान रास्ता है।’ ऐश्वर्या ने यह भी सवाल उठाया कि जब उनके साथ मारपीट हुई, तब ‘सामाजिक न्याय’ की बात करने वाले नेता कहां थे? उन्होंने कहा, ‘मैं अपना संघर्ष जारी रखूंगी और न्याय की लड़ाई लड़ती रहूंगी।’
दिल्ली वाला बंगला रातोंरात खाली कर गईं मायावती, क्या है पीछे की वजह?
27 May, 2025 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Mayawati: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया और देश की प्रमुख दलित नेता मानी जाने वाली मायावती ने दिल्ली स्थित अपना सरकारी आवास 35, लोधी एस्टेट खाली कर दिया है। यह निर्णय उन्होंने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए लिया है। हालांकि बसपा की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 20 मई 2025 को मायावती ने यह बंगला खाली कर उसकी चाभी सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (CPWD) को सौंप दी है। यह बंगला उन्हें टाइप-7 श्रेणी में आवंटित किया गया था। जिसमें करीब दो दर्जन से अधिक कमरे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता इस पूरे घटनाक्रम पर चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं, एक हिन्दी अखबार से बातचीत में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव मेवा लाल ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
पहले भी दिया जा चुका है सुरक्षा का हवाला
यह पहली बार नहीं है। जब मायावती ने सुरक्षा कारणों से स्थानांतरण का निर्णय लिया है। करीब 10 साल पहले भी उन्होंने अपने तत्कालीन बंगले के पास स्थित बस स्टॉप को हटवाया था। ताकि सुरक्षा के लिहाज से किसी प्रकार की चूक न हो। ऐसे में यह कदम उनके पुराने रुख के अनुरूप ही देखा जा रहा है। मायावती ने दिल्ली में जो बंगला खाली किया है। वह 35, लोधी एस्टेट में स्थित है। बहुजन समाज पार्टी के 29, लोधी एस्टेट स्थित कार्यालय के ठीक पीछे स्थित होने के चलते यह बंगला बेहद खास माना जाता है। बंगले का पिछला गेट दोनों आवासों के बीच में जुड़ा हुआ है। बीते साल ही दोनों भवनों का समान डिज़ाइन में रिनोवेशन कराया गया था। जिससे वे एक जैसे दिखें और संगठनात्मक दृष्टि से काम में आसानी हो।
बंगले के पास स्कूल होने के चलते लिया गया फैसला
एक बसपा पदाधिकारी ने बताया कि बंगला खाली करने के पीछे मुख्य वजह सुरक्षा है। उन्होंने बताया “बंगले के पास की ही सड़क पर एक स्कूल स्थित है। जहां रोज कई स्कूल वैन और बच्चों को लेने-छोड़ने वाले अभिभावकों के वाहन खड़े रहते हैं। वहीं बंगले में तैनात सुरक्षाकर्मियों के वाहन भी उसी जगह खड़े होते हैं। जिससे न सिर्फ मयावती जी की सुरक्षा प्रभावित होती है। बल्कि बच्चों और उनके माता-पिता को भी परेशानी होती है।”दरअसल, मायावती को Z+ श्रेणी की सुरक्षा मिली है। ऐसे में जब भी वह दिल्ली स्थित अपने आवास पर मौजूद होती हैं। तब उनका सुरक्षा दल बम स्क्वॉड के साथ पूरे इलाके की तलाशी लेता है। जिससे स्कूल और आसपास के लोगों को असुविधा होती है। ऐसे में उनके नए स्थान पर शिफ्ट होने से सुरक्षा और जनसुविधा दोनों बेहतर तरीके से संतुलित हो पाएंगे।
दिल्ली पुलिस को सुरक्षा कारणों की जानकारी नहीं
इस मामले में दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि उन्हें मायावती के बंगले के बाहर किसी विशेष सुरक्षा खतरे की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन सुरक्षा बलों को बंगला खाली करने की सूचना दे दी गई थी। मौजूदा समय में बंगले के बाहर CPWD का एक गार्ड तैनात है और मयावती के सभी निजी सुरक्षाकर्मी गेट से हट चुके हैं। उन्हें अभी भी सुरक्षा दी जा रही है। मायावती को टाइप-VII 35, लोधी एस्टेट बंगला, सरकार द्वारा दिए जाने वाले आवास का दूसरा सबसे बड़ा प्रकार है। यह राष्ट्रीय पार्टियों के अध्यक्षों के लिए संपत्ति निदेशालय की जुलाई 2014 की नीति के अनुसार आवंटित किया गया था। 3 अप्रैल को लोकसभा में एक जवाब में केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने कहा कि उन्हें यह बंगला 15 फरवरी 2024 को सौंपा गया था।