राजनीति
मऊ की अदालत का बड़ा फैसला, विधायक अब्बास अंसारी हेट स्पीच केस में दोषी
31 May, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मऊ: माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ सदर सीट से विधायक अब्बास अंसारी के हेट स्पीच मामले में आज मऊ के जिला एवं सत्र न्यायालय में फैसला सुनाया जाना है. विधायक अब्बास अंसारी को कोर्ट ने हेट स्पीच मामले में दोषी करार दिया गया है. थोड़ी देर में सजा का ऐलान किया जाएगा. कोर्ट के फैसले पर सबकी निगहों टिकी हुई हैं. सज़ा होने के बाद अब्बास अंसारी की विधायकी जा सकती है.
साल 2022 में चुनाव के दौरान हेट स्पीच के मामले में अब्बास अंसारी और उमर अंसारी के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज किया गया था. कड़ी सुरक्षा के बीच एमपी एमएलए कोर्ट अब्बास और उमर हाजिर हुए. अदालत के आज के फैसले से यह स्पष्ट होगा कि अब्बास अंसारी की विधानसभा सदस्यता बनी रहेगी या रद्द हो जाएगी. मामले को देखते हुए कोर्ट परिसर के चारों ओर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बढ़ा दी गई है. बता दें, सीजेएम डॉ. केपी सिंह ने मामले में पक्षकारों की बहस सुनने के बाद फैसले के लिए 31 मई की तारीख तय की थी.
मामला शहर कोतवाली क्षेत्र
मामले में अभियोजन के अनुसार एसआई गंगाराम बिंद की तहरीर पर शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज हुई. इसमें सदर विधायक अब्बास अंसारी और अन्य को आरोपी बनाया गया. आरोप था कि 3 मार्च 2022 को विधानसभा चुनाव के दौरान सदर विधानसभा सीट से सुभासपा के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे अब्बास अंसारी ने नगर क्षेत्र के पहाड़पुर मैदान में जनसभा के दौरान कहा कि जनपद मऊ के प्रशासन को चुनाव के बाद रोककर हिसाब किताब करने व इसके बाद सबक सिखाने की धमकी मंच से दी गई थी. जिसके विरुद्ध मऊ कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
क्या RJD में खत्म होगा परिवारवाद? क्या लालू के बाद कोई बाहरी बनेगा राष्ट्रीय अध्यक्ष?
31 May, 2025 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Bihar Election: बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले है। चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को मजबूत किया जा रहा है। प्राथमिक इकाई और पंचायत इकाई के चुनाव सम्पन्न होने के साथ ही आरजेडी के सांगठनिक चुनाव का पहला चरण पूरा हो गया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव की तारीख का ऐलान
दूसरे चरण में 31 मई से शुरू हो गया है। इसमें प्रखंड कमेटियों का चुनाव हो रहा है। इसके बाद 5 जून से शुरू होने वाले तीसरे चरण में जिला कमेटियों का चुनाव होने वाला है। 14 जून से प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 24 को राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों की सूची के अंतिम जारी होने के बाद शुरू होगी। पांच जुलाई को राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव संपन्न होगा।
क्या आरजेडी परिवारवाद की छवि तोड़ने की कोशिश करेगी
बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीति दुरुस्त करने में जुटे हैं। ऐसे में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पर एक बार फिर “परिवारवाद” का आरोप चर्चा में है। लालू प्रसाद यादव वर्षों से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और अब स्वास्थ्य कारणों से सक्रिय राजनीति से लगभग दूर हैं। सवाल यह उठता है कि क्या आरजेडी इस बार नेतृत्व में कोई नया चेहरा लाकर परिवारवाद की छवि तोड़ने की कोशिश करेगी?
कौन बनेगा आरजेडी का नया अध्यक्ष?
हालांकि, मौजूदा हालातों को देखते हुए इसकी संभावना कम ही नजर आती है। पार्टी में तेजस्वी यादव ही फिलहाल स्पष्ट उत्तराधिकारी के रूप में उभरे हैं और उन्हें ही सीएम पद का चेहरा माना जा रहा है। आरजेडी का संगठन भी काफी हद तक परिवार-केंद्रित बना हुआ है, जिसमें राबड़ी देवी, मीसा भारती और तेज प्रताप यादव की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।
पार्टी नेतृत्व में कोई बड़ा बदलाव फिलहाल संभव नहीं
अगर आरजेडी वाकई में अपनी पारंपरिक छवि से बाहर निकलना चाहती है, तो उसे संगठनात्मक ढांचे में बदलाव कर योग्य नेताओं को अवसर देना होगा। लेकिन आगामी चुनाव को देखते हुए पार्टी नेतृत्व में कोई बड़ा बदलाव फिलहाल संभव नहीं दिखता, और लालू परिवार ही मुख्य केंद्र बना रहेगा।
लालू प्रसाद यादव कब से हैं आरजेडी के अध्यक्ष
लालू प्रसाद यादव ने 5 जुलाई 1997 को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की स्थापना की थी और तभी से वे इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने जनता दल से अलग होकर यह पार्टी बनाई थी, और तब से लेकर अब तक वे लगातार पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। अक्टूबर 2022 में उन्हें 12वीं बार निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी में उनका नेतृत्व निर्विवाद और स्थायी रहा है।
पार्टी के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया पूरी
हालांकि, 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों से पहले आरजेडी में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा जोरों पर है। पार्टी के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, और अब तेजस्वी यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना प्रबल हो गई है। तेजस्वी पहले से ही पार्टी का चेहरा बने हुए हैं, और अब उनके संगठनात्मक रूप से भी राष्ट्रीय नेतृत्व संभालने के आसार हैं।
जानिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की राय
हालांकि, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि लालू प्रसाद यादव का अनुभव और मार्गदर्शन अभी भी पार्टी के लिए अनमोल है। इसलिए, यह संभव है कि वे संरक्षक की भूमिका में रहें, जबकि तेजस्वी यादव संगठनात्मक जिम्मेदारियां संभालें। इस प्रकार, आरजेडी में नेतृत्व का यह संभावित परिवर्तन पार्टी को नई दिशा देने के साथ-साथ लालू यादव के अनुभव का लाभ उठाने की रणनीति हो सकती है।
थंथई पेरियार को जातिवादी बताने पर भड़के विजय, कहा- 'यह निंदनीय और आपत्तिजनक है'
30 May, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चेन्नई: तमिझग विदुथलै काची (TVK) के प्रमुख और अभिनेता से राजनेता बने विजय ने केंद्र सरकार द्वारा आयोजित एक सरकारी सेवा परीक्षा में थंथई पेरियार को जातिवादी के रूप में प्रस्तुत करने की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने इसे बेहद आपत्तिजनक और निंदनीय बताया है. विजय ने यह बात TVK द्वारा आयोजित 'तीसरे वार्षिक शैक्षणिक पुरस्कार समारोह' के दौरान चेन्नई के पास पुंचेरी में कही.
छात्रों को संबोधित करते हुए दिया स्पष्ट संदेश
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विजय ने पहले दिव्यांग छात्रों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उन्हें प्रोत्साहित किया, फिर मंच से सभी सफल विद्यार्थियों को बधाई दी. अपने भाषण की शुरुआत में उन्होंने कहा, मेरे प्यारे युवा नेताओं और अभिभावकों, नीट परीक्षा ही सब कुछ नहीं है. जीवन में इसके परे भी बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है. विजय ने अभिभावकों से अपने बच्चों पर करियर को लेकर दबाव न डालने का आग्रह किया. उन्होंने तकनीकी शिक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए युवाओं से मेहनत करने और अपने पसंदीदा क्षेत्र में आगे बढ़ने की अपील की.
जातिवाद और सांप्रदायिकता से दूरी रखने का आह्वान
विजय ने अपने भाषण में जातिवाद और सांप्रदायिकता के खतरों पर जोर दिया. उन्होंने कहा, हमें उन लोगों से दूर रहना चाहिए जो जाति और धर्म के नाम पर समाज को बांटते हैं. जाति और धर्म को उसी तरह अलग रखा जाना चाहिए जैसे नशे को, क्योंकि ये भी समाज को बर्बाद करते हैं. किसान और मजदूर जब कुछ बनाते हैं, तो वह किसी जाति या धर्म को नहीं देखता. उन्होंने थंथई पेरियार पर हुए विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि एक समाज सुधारक को जाति से जोड़ना एक सुनियोजित प्रयास है और यह कतई स्वीकार्य नहीं है.
राजनीतिक चेतना और मतदान की अहमियत पर जोर
अपने भाषण के अंतिम हिस्से में विजय ने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने माता-पिता से लोकतांत्रिक कर्तव्यों को समझने और निभाने के लिए कहें. उन्होंने आगामी 2026 के चुनावों में भारी मात्रा में काले धन के इस्तेमाल की चेतावनी दी. उन्होंने कहा वे लोग आपके ही पैसे का इस्तेमाल करेंगे आपको भ्रमित करने के लिए. आपको समझना होगा कि सही निर्णय क्या है. ईमानदार और गैर-भ्रष्ट प्रतिनिधियों को चुनना आपकी जिम्मेदारी है.
कानपूर में ऑपरेशन सिंदूर पर बोले CM योगी, ''सेना ने दिखाई मेक इन इंडिया की ताकत''
30 May, 2025 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कानपुर: कानपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'देश की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए पहले सर्जिकल स्ट्राइक, फिर एयरस्ट्राइक और अब ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दुश्मनों को उनकी भाषा में ही जवाब दिया गया है. पीएम मोदी के मार्गदर्शन में भारतीय सेनाओं के पराक्रम के कारण आज पूरा विश्व भारत की ताकत और सामर्थ्य का लोहा मान रहा है.
सेना ने अपने पराक्रम का दिया परिचय
सीएम योगी ने कहा कि भारत की नई रक्षा नीति के तहत दुश्मन देश पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त किया गया. भारतीय सेनाओं ने अपने पराक्रम का परिचय दिया और भारत की रक्षा को मजबूत किया. इससे दुनिया को पीएम मोदी द्वारा 10 साल पहले शुरू किए गए मेक इन इंडिया की ताकत का भी अहसास हुआ.
भारत की ताकत को पूरी दुनिया ने देखा
सीएम योगी ने कहा कि भारत की ताकत को इस बार ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पूरी दुनिया ने देखा है. यह आत्मनिर्भर भारत का बेहतरीन उदाहरण है. पीएम का यह कहना कि ऑपरेशन सिंदूर न्याय की शपथ है, हर भारतीय की भावनाओं और देश के दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करता है.
घर में घुसकर मचाई गई तबाही
वहीं, दूसरी ओर कानपुर में पीएम मोदी ने भी ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए मेक इन इंडिया की बात दोहराई है. पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया ने भारत के स्वदेशी हथियारों और मेक इन इंडिया की ताकत भी देखी है. हमारे भारतीय हथियारों ने और ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मन के घर में घुसकर तबाही मचाई है. जहां टारगेट तय किया, वहां धमाके किए गए.
रेवंत रेड्डी के राफेल बयान पर भाजपा नेता अब्बास नकवी का पलटवार, 'कुछ लोग देश की जीत पर नकारात्मकता फैलाते हैं '
30 May, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ऑपरेशन सिंदूर के बाद कांग्रेस के कई नेता लगातार भारतीय सेना पर सवाल उठा रहे है. इसी कड़ी में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी राफेल पर बयान देकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी ने सीएम रेड्डी के बयान पर जोरदार पलटवार किया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी के रहते संभव है कि कांग्रेस पार्टी के चार टुकड़े हो जाएं. बता दे कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेड्डी ने भारतीय सेना पर सवाल उठाते हुए कहा था कि बयान कितने राफेल नष्ट किए गए.
राहुल गांधी के रहते कांग्रेस के हो जाएंगे चार टुकड़े
बीजेपी नेता नकवली ने कहा कि बहुत जल्द पीओके भारत में शामिल हो जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के रहते पीओके का तो पता नहीं, उनकी पार्टी के ही चार टुकड़े हो जाएंगे. मुख्यमंत्री रेड्डी के बयान पर पलटवार करते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कुछ लोगों को देश की जीत पर भ्रम पैदा करने और नकारात्मकता फैलाने की आदत हो गई है. वैसे लोग देश की सफलता पर दुर्भावना के गीत गाते हैं.
आतंकवादी रो रहे हैं, उनके आंसू पोंछ रहे हैं नेता
बीजेपी नेता ने कहा कि ऐसे लोग अच्छी तरह जानते हैं कि हमारी सेना ने किस तरह आतंकवादियों को नष्ट किया है और बहादुरी और पराक्रम का परिचय दिया है. आतंकवादी रो रहे हैं और उनके नेता उनके आंसू पोंछ रहे हैं. उनकी असहिष्णुता पीएम मोदी की सफलता के खिलाफ हो सकती है, लेकिन देश की सफलता के प्रति असहिष्णुता और नकारात्मकता उनके हित में नहीं है.
शशि थरूर को लेकर कही ये बात
शशि थरूर पर बोलते हुए नकवी ने कहा कि वे कभी कांग्रेस पार्टी के चहेते थे. लेकिन, आज वे पार्टी की आंख की किरकिरी बन गए हैं. इसकी वजह यह है कि वह राष्ट्रहित में बोल रहे हैं, आतंकवाद को खत्म करने के लिए मजबूती से खड़े हैं. कांग्रेस पर हमला बोलते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि थरूर कांग्रेस की नकारात्मक मानसिकता से सहमत नहीं हैं और इसलिए उनके लिए परेशानी का सबब बन गए हैं.
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने की मोदी सरकार की तारीफ, कहा- अनुच्छेद 370 हटाने से जम्मू-कश्मीर की बड़ी समस्या खत्म
30 May, 2025 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ऑपरेशन सिंदूर के बाद वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कई देशों की यात्रा पर हैं. ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच मिशन पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद इस समय इंडोनेशिया के दौरे पर हैं. सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में इंडोनेशियाई थिंक टैंक और शिक्षाविदों के सदस्यों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को खत्म करने से जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद की लंबे समय से चली आ रही समस्या खत्म हो गई है.
'एक बड़ी समस्या का अंत हुआ'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि कश्मीर में लंबे समय से एक बड़ी समस्या थी. इसका बहुत कुछ संविधान के अनुच्छेद 370 नामक सरकार की सोच में परिलक्षित होता था, जिससे किसी तरह यह आभास होता था कि यह देश के बाकी हिस्सों से अलग है. लेकिन अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया और आखिरकार इसे खत्म कर दिया गया.
ऑर्टिकल 370 के समाप्त होने से कश्मीर में प्रगति का माहौल
बता दें कि जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ सलमान खुर्शीद ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में निरस्तीकरण के बाद के माहौल में प्रगति हुई है. इस दौरान उन्होंने बाद के चुनावों में 65 प्रतिशत मतदाताओं के मतदान और केंद्र शासित प्रदेश में एक निर्वाचित सरकार के गठन का हवाला दिया. खुर्शीद ने कहा कि इसके बाद, 65 प्रतिशत भागीदारी के साथ चुनाव हुआ. आज कश्मीर में एक निर्वाचित सरकार है, और इसलिए, लोगों के लिए कश्मीर में समृद्धि लाने वाली हर चीज को खत्म करना उचित नहीं होगा.
साल 2019 में धारा 370 हुआ समाप्त
गौरतलब है कि संविधान के अनुच्छेद 370 ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिया था, जिसे 5 अगस्त, 2019 को भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा निरस्त कर दिया गया था. निरस्तीकरण के बाद, राज्य को जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया था. दोनों को केंद्र शासित प्रदेशों में बदल दिया गया.
चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा कदम, उच्च जातियों के विकास के लिए आयोग गठन
30 May, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार: बिहार में भले ही साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, लेकिन यहां सियासी तैयारी अभी से शुरू हो चुकी है. सीएम नीतीश सत्ता में काबिज रहना चाहते हैं. यही कारण है कि वे चुनावी साल को देखते हुए कई बड़े फैसले ले रहे हैं. इसके साथ ही वे सभी वर्गो को साधने की कोशिश में लगे हुए हैं. अब एक बार फिर बिहार में चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.
सीएम नीतीश कुमार ने सवर्ण जातियों के विकास के लिए आयोग का गठन किया है. बीजेपी नेता महाचंद्र सिंह को आयोग का अध्यक्ष और जेडीयू नेता राजीव रंजन प्रसाद को उपाध्यक्ष बनाया गया है. इसके एक दिन पहले ही जेडीयू नेता गुलाम रसूल को बिहार का अल्पसंख्यक आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था. खास बात ये है सीएम का ये फैसला पीएम मोदी के दौरे के ठीक बाद हुआ है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार के काराकाट में जनसभा थी. इस जनसभा के बाद ही इस आयोग को लेकर अधिसूचना जारी की गई है.
सीएम नीतीश पहले भी बना चुके ऐसा आयोग
सीएम नीतीश का ये फैसला सवर्ण वर्ग के हितों को साधने और उनकी आवाज़ को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा राजनीतिक कदम माना जा रहा है. आयोग का पहला अध्यक्ष BJP के वरिष्ठ नेता महाचंद्र सिंह को नियुक्त किया गया है, जबकि JDU के राजीव रंजन प्रसाद आयोग के उपाध्यक्ष बनेंगे. यह नियुक्ति आगामी चुनावों में दोनों पार्टियों की सहयोगात्मक रणनीति को दर्शाती है. सीएम नीतीश ने इससे पहले साल 2011 में सवर्ण आयोग बनाया था, हालांकि कुछ कारणों के चलते उसे बाद में निष्क्रिय कर दिया गया था.
क्या होगा इस आयोग का काम?
सीएम नीतीश ने जो आयोग बनाया है, उसका काम सवर्ण वर्ग के मुद्दों को उठाना और उनका समाधान होगा. सीएम नीतीश के इस फैसले के बाद राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं. राजनीतिक जानकारों की मानें तो ये सब चुनावी प्रयोग है. सीएम नीतीश हर वर्ग को अपनी ओर लाना चाहते हैं. इसी के तहत ये फैसला लिया गया है.
पुंछ पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह, पाकिस्तान की गोलीबारी से क्षतिग्रस्त गुरुद्वारे में टेका मत्था
30 May, 2025 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पुंछ: पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत के सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित उसके आतंकी संगठनों पर कार्रवाई की थी. आतंकियों पर हमले से बौखलाए पाकिस्तान ने इसके बाद जम्मू-कश्मीर में एलओसी और सीमा पर भारतीय नागरिकों ठिकानों पर हमले शुरू कर दिए थे जिसमें कई लोगों की मौत भी हो गई थी. पाकिस्तान के इस हमले में पुंछ में स्थित सिंह सभा गुरुद्वारे को भी निशाना बनाया था. पाकिस्तान द्वारा गुरुद्वारे पर किए गए इस कायराना हमले में 4 सिखों की मौत हो गई थी. अब शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ का दौरा किया है और सिंह सभा गुरुद्वारे जाकर वहां मत्था भी टेका है.
अमित शाह ने गुरुद्वारे और मंदिर का दौरा किया
केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पुंछ में सिंह सभा गुरुद्वारा का दौरा किया और वहां मत्था टेका. ये गुरुद्वारा पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से की गई गोलीबारी से प्रभावित हुआ था. इसके बाद अमित शाह ने पुंछ में गीता भवन मंदिर का दौरा किया और पूजा-अर्चना की तथा पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से गोलीबारी के कारण मंदिर को हुए नुकसान का निरीक्षण भी किया.
पुंछ के लोगों से क्या बोले अमित शाह?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुंछ में उन्होंने गोलाबारी से प्रभावित लोगों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने निर्दोष लोगों पर हमला किया. हमारे धार्मिक स्थानों पर हमला किया. इस कारण हमारे नागरिक हताहत हुए. अमित शाह ने कहा कि हम भारत के नागरिकों, सेना या भारत की सीमा पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण सहन नहीं करेंगे. अमित शाह ने पुंछ के लोगों से कहा कि आपके परिवार की जो क्षति हुई है, इसमें आपके साथ पूरा देश चट्टान की तरह खड़ा है.
कैसे हुआ था गुरुद्वारे पर हमला?
दरअसल, 22 अप्रैल को पाकिस्तान ने पहलगाम में आतंकी हमला करवाया. इसमें 26 लोगों की मौत हुई हो गई. इसके जवाब में भारत की सेनाओं ने 6-7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया और पाकिस्तान व पीओके के भीतक आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. इसमें 100 के करीब आतंकी मारे गए. इसके बाद पाकिस्तान ने सीमा के पास भारत के आम नागरिकों और ठिकानों पर गोलियां और तोप से हमला किया. इसी हमले के दौरान पाकिस्तान ने पुंछ में सिंह सभा गुरुद्वारा को भी निशाना बनाया. हालांकि, इसके बाद भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई की. पाकिस्तान के कई एयरबेस, लड़ाकू विमान एयर डिफेंस आदि को तबाह कर दिया गया. इसके बाद पाकिस्तान घुटनों पर आ गया और सीजफायर की मांग करने लगा. इसके बाद 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर हुआ.
जिनका नुकसान हुआ उन्हें कैसे मदद मिलेगी?
गृह मंत्री अमित शाह ने पुंछ के लोगों को संबोधित करते हुए कहा- "हम सभी को मालूम है कि मुआवजे, सरकारी नौकरी आदि से आपकी जिंदगी की क्षति की परिपूर्ति नहीं हो सकती है. पुंछ में कई लोगों के घरों की क्षति हुई है, कई व्यापारिक स्थानों की क्षति हुई है. एलजी साहब ने बताया कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने सहायता की है. हालांकि, व्यापारिक स्थानों के लिए भारत सरकार जल्द ही पैकेज लेकर आएगी."
ओवैसी का सऊदी से पाक पर वार, तिलमिला उठेगा इस्लामाबाद!
30 May, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सऊदी अरब के रियाद में भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल एक के सदस्यों ने सऊदी अधिकारियों से मुलाकात की। जिसमें AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल थे।
हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सरकार की ओर से बनाए गए ऑल पार्टी डेलिगेशन में से एक का हिस्सा हैं। असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों पाकिस्तान के खिलाफ भारत का पक्ष रखने के लिए सऊदी अरब के दौरे पर है। यहां उन्होंने सऊदी अधिकारियों से बैठक की। ओवैसी ने इस दौरान पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला। ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और भारतीय नागरिकों को निशाना बना रहा है। ओवैसी ने साफ शब्दों में कहा कि पाकिस्तान को फिर से एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डाला जाना चाहिए। ओवैसी ने याद दिलाया कि 2018 में सऊदी अरब ने भारत का समर्थन किया था। ओवैसी ने बताया कि सऊदी अरब ने बैठक में उनसे पूछा कि भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत का क्या रास्ता हो सकता है। इस पर ओवैसी ने कहा कि भारत ने पहले भी 26/11 मुंबई हमले और पठानकोट हमले के बाद पाकिस्तान से बातचीत की थी, लेकिन उसका कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकला, उल्टा भारत को नुकसान ही हुआ।
PAK के प्रति नरमी पर शशि थरूर का कोलंबिया को करारा जवाब, बोले- 'निराशाजनक'
30 May, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान में मारे गए लोगों के लिए कोलंबिया की संवेदना पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने निराशा जताई है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे शशि थरूर ने कहा कि आतंकवादियों को मारने वालों और खुद की रक्षा करने वालों के बीच कोई समानता नहीं हो सकती। शशि थरूर सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत के दृढ़ संकल्प को व्यक्त करने के लिए सरकार के वैश्विक आउटरीच के हिस्से के रूप में कोलंबिया में हैं। उन्होंने कहा, 'हम कोलंबियाई सरकार की प्रतिक्रिया से थोड़े निराश हैं, जिसने आतंकवाद के पीड़ितों के प्रति सहानुभूति दिखाने के बजाय भारतीय हमलों के बाद पाकिस्तान में जान गंवाने वालों पर संवेदना व्यक्त की।' तिरुवनंतपुरम के सांसद ने दोहराया कि नई दिल्ली के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के पीछे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का हाथ था। हमले में आतंकियों ने 26 नागरिकों की हत्या कर दी थी। उन्होंने कहा, 'हम केवल आत्मरक्षा के अपने अधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। हम परिस्थितियों के बारे में कोलंबिया से विस्तार से बात करके बहुत खुश हैं। जिस तरह कोलंबिया ने कई आतंकी हमलों को झेला है, उसी तरह भारत में भी हमने झेला है। हमने लगभग चार दशकों में बहुत बड़ी संख्या में हमलों को झेला है।'
'पाकिस्तान के सभी रक्षा उपकरणों का 81 प्रतिशत चीन से मिले'
थरूर ने यह भी माना कि पाकिस्तान के सभी रक्षा उपकरणों का 81 प्रतिशत चीन आपूर्ति करता है। साथ ही उन्होंने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'रक्षा एक विनम्र शब्द है, पाकिस्तानी सैन्य उपकरणों में से अधिकांश रक्षा के लिए नहीं, बल्कि हमले के लिए हैं। हमारी लड़ाई हमारे खिलाफ आतंक फैलाने वालों से है।'
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन?
प्रतिनिधिमंडल में सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जीएम हरीश बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी), शशांक मणि त्रिपाठी (भाजपा), भुवनेश्वर कलिता (भाजपा), मिलिंद देवड़ा (शिवसेना), तेजस्वी सूर्या (भाजपा) और अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू शामिल हैं। यह समूह उन सात बहुपक्षीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है, जिन्हें भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंचने के लिए 33 वैश्विक राजधानियों का दौरा करने का काम सौंपा है।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। आतंकियों ने 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। भारत ने 6-7 मई की दरम्यानी रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकी ढांचों पर सटीक हमले किए। इसके बाद पाकिस्तान ने कायराना हरकत कर भारत को उकसाने की कोशिश की। भारतीय सशस्त्र बलों ने भी पाकिस्तानी कार्रवाइयों का कड़ा जवाब दिया। 10 मई को दोनों पक्षों के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों के बीच वार्ता के बाद सैन्य कार्रवाइयों को रोकने का फैसला किया।
ममता बनर्जी की तीखी टिप्पणी: "मोदी सरकार घर-घर सिंदूर पहुंचाएगी"
29 May, 2025 08:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ऐसे बात कर रहे हैं, जैसे हर महिला के पति हों। वे अपनी पत्नी को सिंदूर क्यों नहीं देते? हालांकि मैं इस संबंध में बात नहीं करना चाहती, लेकिन आपने मुझे बोलने के लिए मजबूर कर दिया।
ममता बनर्जी ने कहा-
सिंदूर का संबंध हर महिला से है। सिंदूर को पवित्र माना जाता है। महिलाएं इसे अपने पति के लिए लगाती हैं। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर मैं कोई कमेंट नहीं करना चाहती। हर महिला का सम्मान होता है।
दरअसल, PM मोदी ने गुरुवार को ही पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में करीब 32 मिनट का संबोधन दिया। इसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर, पाकिस्तान, ममता सरकार के भ्रष्टाचार और केंद्र की नीतियों का जिक्र किया था।
ममता बनर्जी की 2 बड़ी बातें...
1. मोदी को आमने-सामने बहस करने की चुनौती दी CM ममता ने कहा कि पीएम मोदी को मैं आमने-सामने बहस करने की चुनौती देती हूं। इसमें कोई स्क्रिप्ट नहीं होगी और सवालों के जवाब तुरंत देने होंगे। आप चाहें तो अपना टेलीप्रॉम्प्टर भी लेकर आएं।
ममता ने PM मोदी से कहा कि आप मीडिया को कंट्रोल करते हैं और राजस्थान, बांग्लादेश और अन्य जगहों पर हुई घटनाओं का गलत इस्तेमाल करते हैं। वे बंगाल की फेक न्यूज फैलाते हैं। हर प्रदर्शन आपके नाम पर ही होता है। आप सेना के लिए कोई प्रोजेक्ट क्यों नहीं शुरू करते? आपको सिर्फ प्रचार चाहिए।
2. क्या ऑपरेशन सिंदूर की तरह 'ऑपरेशन बंगाल' भी करेंगे CM बनर्जी ने कहा कि कहा कि पीएम मोदी ने आज जो कहा, उससे हम न केवल स्तब्ध हैं, बल्कि यह सुनना दुर्भाग्यपूर्ण भी हैं। पूरा विपक्ष दुनिया के सामने देश का प्रतिनिधित्व कर रहा है। उन्होंने देश के राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए एक साहसिक कदम उठाया है, लेकिन क्या पीएम मोदी और उनके नेताओं के लिए यह कहने का समय आ गया है कि वे 'ऑपरेशन सिंदूर' की तरह 'ऑपरेशन बंगाल' भी करेंगे।
मैं उन्हें चुनौती देती हूं कि अगर उनमें हिम्मत है तो कल चुनाव लड़ें। मोदी तब पश्चिम बंगाल की आलोचना कर रहे हैं जब हम आतंकवाद के खिलाफ केंद्र का समर्थन कर रहे हैं।
दरअसल, PM मोदी की सभा में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ‘ऑपरेशन बांग्ला’ को ऑपरेशन सिंदूर के समान बताते हुए राज्य से तृणमूल सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया था।
मोदी सरकार 9 जून से घर-घर सिंदूर पहुंचाएगी
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को मोदी सरकार घर-घर तक पहुंचाने की तैयारी कर रही है। इसके तहत महिलाओं को उपहार के रूप में सिंदूर दिया जाएगा। भाजपा के सीनियर लीडर ने बताया कि 9 जून से इसकी शुरुआत होगी। इसी दिन नरेंद्र मोदी ने बतौर पीएम तीसरी बार शपथ ली थी यानी मोदी 3.0 की शुरुआत हुई थी।
अभियान का मूल मकसद मोदी 3.0 सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाना है। इसके लिए जनसंपर्क के दौरान महिलाओं को सिंदूर भी भेंट किया जाएगा। साथ ही, ऑपरेशन सिंदूर को हाईलाइट करने वाले पैम्फलेट भी बांटे जाएंगे। पूरी खबर पढ़ें ...
तेजप्रताप के समर्थन में बोलना पड़ा महंगा, आकाश यादव को RLJP ने 6 साल के लिए निष्कासित
29 May, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेजप्रताप के साथ अनुष्का यादव की फोटो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के मुखिया पशुपति नाथ पारस ने एक बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने अनुष्का के भाई आकाश यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निष्काषित कर दिया. आकाश यादव RLJP के यूथ विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. तेज प्रताप और अनुष्का यादव का मामला सामने आने के बाद आकाश यादव ने बयान दिया था. राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की तरफ से जारी एक पत्र में इस कार्रवाई की पुष्टि की गई है. RLJP के इस पत्र में कहा गया, 'वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस के निर्देशानुसार आकाश गौरव यादव को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (यूथ विंग) के पद से तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए निष्कासित किया जाता है.'
कब शुरू हुआ विवाद?
यह पूरा विवाद 24 मई को शुरू हुआ. तेज प्रताप यादव के ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट में दावा किया गया कि वह 12 साल से अनुष्का यादव के साथ रिलेशनशिप में हैं. हालांकि, बाद में तेज प्रताप ने दावा किया कि उनका अकाउंट हैक हो गया था. सफाई देने के बाद भी इस पोस्ट से सियासी बवाल शुरू हो गया. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से छह साल के लिए निष्कासित करने का सख्त कदम उठाया.
आकाश यादव ने मीडिया से क्या कहा?
वायरल पोस्ट के बाद आकाश यादव तेज प्रताप यादव के समर्थन में खुलकर सामने आए और लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की आलोचना की. उन्होंने मीडिया से कहा, 'जो कुछ भी हुआ है, उसे देखते हुए मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि यह निजता का मामला है. यह एक पुरुष और एक महिला का मामला है. बेहतर होगा कि वे दोनों इस बारे में बात करें. मेरी बहन का चरित्र हनन कुछ लोगों द्वारा किया जा रहा था, इसलिए मुझे उनका जवाब देना होगा. मैं लालू प्रसाद यादव से कहना चाहूंगा कि किसी बाहरी व्यक्ति के बहकावे में आकर अपने परिवार को बर्बाद न करें. बाहरी लोग आपके घर में घुस आए हैं और आपके परिवार को खत्म करने का काम कर रहे हैं. नतीजा आपके सामने है. जो आदमी अपने भाई को सीएम बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा था, उसे अब पार्टी से निकाल दिया गया है.'
थरूर के बयान से भड़के कांग्रेसी, मोदी को लेकर दिए गए बयान पर उठाए सवाल
29 May, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और पाकिस्तान के आतंक के चेहरे को बेनकाब करने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को दुनिया के कई देशों में भेजा है। इस दल में कांग्रेस नेता शशि थरूर भी शामिल हैं।
पिछले दिनों पनामा में एक बहुपक्षीय कार्यक्रम के दौरान, थरूर ने बयान दिया कि “बीजेपी सरकार में पहली बार क्रॉस-बॉर्डर सर्जिकल स्ट्राइक” की गई थी। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी दलों और खुद कांग्रेस के कुछ नेताओं ने इस पर सवाल उठाए हैं कि क्या थरूर का यह बयान पार्टी लाइन के खिलाफ है, या उन्होंने जानबूझकर सरकार के दावे को स्वीकार किया है।
उनके इस बयान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कांग्रेस नेता उदित राज ने थरूर को भाजपा का सुपर प्रवक्ता बनाने की बात कही थी। अब इसपर शशि थरूर ने कहा कहा है कि आलोचक और ट्रोल सभी का स्वागत है।
शशि थरूर ने एक्स पर लिखा, “पनामा में एक लंबे और सफल दिन के बाद मुझे आधी रात को यहां से निकलकर छह घंटे बाद बोगोटा, कोलंबिया के लिए निकलना है। इसलिए मेरे पास वास्तव में इसके लिए समय नहीं है। मेरी तरफ से उन कट्टरपंथियों के लिए संदेश है, जो नियंत्रण रेखा के पार भारतीय वीरता के बारे में मेरी कथित बात को लेकर भड़के हुए हैं। मेरा बयान अतीत के युद्धों पर नहीं था, बल्कि हाल के वर्षों में हुई घटनाओं पर केंद्रित था। हालांकि, हमेशा की तरह आलोचकों और ट्रोल्स को मेरे विचारों और शब्दों को तोड़-मरोड़ के पेश करने का स्वागत है। जैसा वे उचित समझें। मेरे पास वास्तव में करने को बेहतर काम हैं। गुड नाइट।”
थरूर ने पनामा में एक वक्तव्य में पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (POK) पर भारत की सैन्य कार्रवाई का जोरदार तरीके से बचाव करते हुए कहा कि यह भारत की वर्तमान सरकार ही है जिसके समय में पाकिस्तान की शह पर काम करने वाले आतंकियों के खिलाफ सर्जिक्रल स्ट्राइक की गयी है। उन्होंने कहा कि भारत का यह मिशन एक जरूरी और नपी-तुली कार्रवाई थी और यह युद्ध का आह्वान नहीं थी।
ऑपरेशन सिंदूर के कारण और उसके संदर्भों आदि के बारे में भारत का दृष्टिकोण समझाने के लिए पक्ष-विपक्ष के विभिन्न दलों के सांसद और सदस्यों के कई दल दुनिया के अलग-अलग देशों और क्षेत्रों में भेजे गए है। इनमें एक दल का नेतृत्व थरूर कर रहे हैं। थरूर पर कटाक्ष करते हुए उदित राज ने उन्हें “भाजपा का प्रवक्ता” कह डाला। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, “काश! मैं पीएम मोदी को आपको भाजपा का सुपर प्रवक्ता घोषित करने के लिए मना लेता, यहां तक कि भारत आने से पहले विदेश मंत्री घोषित कर देता।”
गत 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा पहलगाम में हुई दर्दनाक घटना का हवाला देते हुए थरूर ने कहा, “भारत की प्रतिक्रिया सावधानीपूर्वक, सटीक तरीके से और सोच-समझकर आतंकवादी ठिकानों पर हमला करना था- यह हमला नागरिक, सैन्य या सरकारी ठिकानों को पूरी तरह से टालते हुए किया गया था।” उन्होंने कहा, “ये आतंकवादी आए और उनके माथे से सिंदूर मिटा दिया। वास्तव में कुछ महिलाएं थीं जो रोते हुए आतंकवादियों से कह रही थीं कि ‘मुझे भी मार दो’ और उन्होंने कहा कि नहीं! वापस जाओ और बताओ कि तुम्हारे साथ क्या हुआ।”
सिंदूर के रंग और आतंकवादियों के खून के बीच एक समानता को दर्शाते हुए थरूर ने कहा, “हमने उस चीख को सुना और भारत ने फैसला किया कि सिंदूर का रंग, हमारी महिलाओं के माथे पर सिंदूर का रंग भी हत्यारों, अपराधियों, हमलावरों के खून के रंग से मेल खाता है।”
संयम के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए थरूर ने कहा, “हमारी सरकार ने बहुत स्पष्ट रूप से कहा था, बिना किसी संदेह के हम संघर्ष बढ़ाना नहीं चाहते हैं।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी पाकिस्तानी सैन्य, सरकारी या नागरिक लक्ष्य पर हमला नहीं किया गया।
कांग्रेस नेता उदित राज ने थरूर से सोशल मीडिया के जरिए पूछा कि वह ‘यह कहकर कांग्रेस की गौरवशाली विरासत को कैसे खारिज कर सकते हैं कि पीएम मोदी से पहले भारत ने कभी एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पार नहीं किया।’ राज ने कहा, “1965 में भारतीय सेना ने कई जगहों पर पाकिस्तान में प्रवेश किया, जिससे लाहौर सेक्टर में पाकिस्तानियों को पूरी तरह से आश्चर्य हुआ। 1971 में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान कई सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी, लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए ढोल नहीं पीटा गया। जिस पार्टी ने आपको इतना कुछ दिया, उसके साथ आप इतने बेईमान कैसे हो सकते हैं?”
इससे पहले भारतीय दल के पनामा पहुंचने पर राजदूत डॉ. सुमित सेठ और वहां भारतीय मिशन के अन्य अधिकारियों ने हवाई अड्डे पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रतिनिधिमंडल ने पनामा की संसद की अध्यक्ष डाना कास्टानेडा से भी मुलाकात की, जिनके साथ संसद के वरिष्ठ सदस्य एडविन वर्गारा और जूलियो डे ला गार्डिया भी थे। थरूर ने उन्हें अपने दल की इस यात्रा के प्रयोजन के बारे में बताया। पनामा के नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को समझा और इसमें भारत को पूरा समर्थन देने का मजबूत आश्वासन दिया।
उदित राज ने शशि थरूर पर कसा तंज, कहा ‘पीएम मोदी की फर्जी सर्जिकल स्ट्राइक का महिमामंडन कर रहे हो’
29 May, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस सांसद डॉ. शशि थरूर पर दिए गए अपने बयान पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि आप मेरे और मेरी पार्टी के रुख में अंतर क्यों कर रहे हैं? जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने भी कल जो कहा था, उसे ही रीपोस्ट किया है. जब उनसे पूछा गया कि क्या डॉ. थरूर को पार्टी से निलंबित किया जाना चाहिए, तो उन्होंने कहा कि यह कार्यसमिति, राष्ट्रीय अध्यक्ष और राहुल गांधी पर निर्भर करता है. अगर वह गलत बयान देते हैं और कांग्रेस के इतिहास को मिटाने की कोशिश करते हैं, तो मैं कांग्रेस के साथ खड़ा हूं. उन्होंने कहा कि मुझे निजी लाभ की चिंता नहीं है, मैं खुद को कुर्बान करने के लिए तैयार हूं. वह यह कहकर कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं कि पार्टी ने कुछ नहीं किया. आप पीएम मोदी की फर्जी सर्जिकल स्ट्राइक का महिमामंडन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शशि थरूर जी का ये कहना कि सुरक्षा में चूक हर जगह होती है, यह एक अपराध है.
ये सिक्योरिटी लैप्स को डिफेंड कर रहे हैं
उदित राज ने कहा कि जहां तीन टियर की सिक्योरिटी होनी चाहिए वहां 2-3 घंटे तक किसी का नहीं पहुंचना और इस घटना में 26 लोगों की हत्या कर दी गई आप इसे भी डिफेंड कर रहे हैं सिक्योरिटी लैप्स को डिफेंड कर रहे हैं. क्या ये देश हित में है? ये ना तो आजादी से पहले न ही आजादी के बाद देश के साथ थे. हर चीज में ये लोग मोदी-मोदी कर रहे हैं. इसका श्रेय सेना को मिलना चाहिए. सेना को जो श्रेय मिलना चाहिए, वो सरकार ले रही है.
जिस पार्टी ने इतना कुछ दिया उसके लिए बेईमान कैसे?
उदित राज ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि काश! मैं प्रधानमंत्री मोदी को मना सकता था कि वे आपको बीजेपी का सुपर प्रवक्ता घोषित कर दें. यहां तक कि भारत आने से पहले ही विदेश मंत्री घोषित कर दें. आप कांग्रेस के स्वर्णिम इतिहास को यह कहकर कैसे बदनाम कर सकते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी से पहले भारत ने कभी भी LoC और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार नहीं की. 1965 में भारतीय सेना ने कई जगहों पर पाकिस्तान में प्रवेश किया, जिससे लाहौर सेक्टर में पाकिस्तानियों को पूरी तरह से आश्चर्य हुआ. 1971 में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए और UPA सरकार के दौरान कई सर्जिकल स्ट्राइक की गईं, लेकिन राजनीतिक रूप से इसका ढोल नहीं पीटा गया. जिस पार्टी ने आपको इतना कुछ दिया, उसके प्रति आप इतने बेईमान कैसे हो सकते हैं?
बीजेपी अध्यक्ष: जून में होगा बड़ा फैसला, जेपी नड्डा के बाद कौन?
29 May, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) में संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया एक नए मोड़ पर पहुंच गई है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव जून के तीसरे या चौथे हफ्ते में संपन्न हो सकता है. इसके लिए जरूरी चुनावी प्रक्रिया जून के दूसरे हफ्ते से शुरू होने की संभावना है. लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद अब पार्टी संगठन के पुनर्गठन की कवायद तेज होती दिख रही है. वर्तमान में जेपी नड्डा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जिनका कार्यकाल पहले ही एक बार बढ़ाया जा चुका है. नड्डा जनवरी 2020 में अध्यक्ष बने थे और 2023 में उनका कार्यकाल लोकसभा चुनाव तक के लिए बढ़ाया गया था. अब जबकि आम चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं, पार्टी नेतृत्व में संभावित बदलाव को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज है.
सूत्रों का कहना है कि भाजपा जून के दूसरे सप्ताह में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की जा सकती है. इसके तहत विभिन्न राज्यों में संगठनात्मक चुनाव संपन्न किए जाएंगे, जिसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव संपन्न होगा. चुनाव की प्रक्रिया पार्टी के संविधान के अनुरूप होगी, जिसमें नामांकन, स्क्रूटनी और मतदान की पूरी प्रक्रिया शामिल होगी.
नए अध्यक्ष के सामने होंगे ये काम
भाजपा संगठन के जानकारों के अनुसार, चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए केंद्रीय चुनाव समिति गठित की जाएगी. इस समिति की देखरेख में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि नड्डा फिर से उम्मीदवार होंगे या कोई नया चेहरा सामने आएगा. विशेषज्ञों का मानना है कि नया अध्यक्ष पार्टी के आगामी मिशनों, विशेष रूप से 2026 के राज्य विधानसभा चुनावों और 2029 के आम चुनाव की रणनीति तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. ऐसे में यह चुनाव महज एक औपचारिकता न होकर, पार्टी की भविष्य की दिशा तय करने वाला कदम माना जा रहा है.
नेता से लेकर कार्यकर्ता तक की नजर
संगठनात्मक चुनाव के माध्यम से न केवल पार्टी का ढांचा और अधिक मजबूत किया जाएगा, बल्कि कार्यकर्ताओं को नेतृत्व परिवर्तन की प्रक्रिया में शामिल कर पार्टी की जमीनी पकड़ को और सुदृढ़ किया जाएगा. हालांकि, अब तक पार्टी की ओर से आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन जिस तरह से आंतरिक तैयारियां हो रही हैं. उससे यह स्पष्ट है कि BJP नेतृत्व इस बार समय पर चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने के मूड में है. BJP के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर अन्य दलों की भी नजर बनी हुई है, क्योंकि इससे पार्टी की नीति, संगठनात्मक प्राथमिकताओं और भावी रणनीतियों का संकेत मिलेगा. फिलहाल पार्टी कार्यकर्ता और नेता दोनों ही संभावित बदलाव को लेकर उत्सुक हैं. जून का महीना BJP के लिए राजनीतिक रूप से बेहद अहम साबित हो सकता है.