राजनीति
यूपी मंत्री की बयानबाज़ी से सियासत गरम, ममता और केजरीवाल पर तीखे शब्दबाण
16 Apr, 2025 10:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मंत्री रघुराज सिंह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि हम ताड़का की तरह ममता बनर्जी को खत्म कर देंगे. उन्होंने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी विवादित टिप्पणी की. रघुराज सिंह ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली के रावण बन गए थे. अब दिल्ली का रावण खत्म हो गया है.
ममता बनर्जी और केजरीवाल पर बोलते हुए रघुराज सिंह ने कहा, ‘ऐसे लोग मुगल काल में भी गद्दार थे और अब जब हम सत्ता में हैं, तब भी वे गद्दार हैं. ममता बनर्जी खुद को हिंदू कहती हैं, लेकिन कभी किसी हिंदू मंदिर में पूजा करने नहीं गईं. हमारे लोगों ने दिल्ली के रावण का नाश किया है. केजरीवाल दिल्ली के रावण बन गए थे. उन्होंने कहा था कि मैं ही दिल्ली का सीएम बनूंगा, इसलिए दिल्ली का रावण अब खत्म हो गया है. अब ताड़का (रामायण में खलनायक) को मारना है. इसलिए हम ताड़का की तरह ममता बनर्जी को खत्म कर देंगे. हम उन्हें चुनावों में हराएंगे.’
पहले भी दिया था विवादित बयान
रघुराज सिंह वहीं नेता हैं जिन्होंने होली पर विवादित बयान दिया था. अलीगढ़ के रघुराज सिंह ने कहा था कि होली पर सफेद टोपी वाले घर से बाहर तिरपाल का हिजाब पहनकर निकलें. उन्होंने कहा कि रमजान के दौरान जुमे की नमाज और होली त्योहार एकसाथ पड़ रहे हैं.
रघुराज सिंह उत्तर प्रदेश में योगी सरकार में राज्य श्रम एवं रोजगार मंत्री हैं. उन्होंने कहा था कि मैं अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में राम मंदिर बनवाने के लिए पूरी संपत्ति लगा दूंगा. यहां पर मंदिर बनने के बाद मैं पहली ईंट रखूंगा.
तेजस्वी यादव की कांग्रेस के साथ बैठक, विकास और रोजगार पर हुई चर्चा
16 Apr, 2025 10:26 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को कहा कि बिहार की जनता बदलाव के लिए तैयार है और उसने आगामी चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को सत्ता से बाहर करने का संकल्प लिया है. पटना में कांग्रेस नेताओं के साथ संयुक्त बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने कांग्रेस के साथियों के साथ बैठक की है. इस दौरान इस बात पर चर्चा हुई कि बिहार की जनता को बेरोजगारी से कैसे मुक्त किया जाए, उन्हें अपराध से कैसे मुक्त किया जाए, बिहार में पलायन को कैसे रोका जाए और हमारा विजन क्या होगा.
उन्होंने आगे कहा कि एक बात तो तय है कि जनता एनडीए से छुटकारा पाने का मन बना चुकी है. आरजेडी और कांग्रेस इंडिया गठबंधन में प्रमुख भागीदार हैं, जिसका लक्ष्य बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को चुनौती देने के लिए एकजुट मोर्चा पेश करना है.
गठबंधन सहयोगियों के साथ कल बैठक
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि विपक्षी गठबंधन एकजुट है और बिहार को आगे ले जाने के लिए पूरी तरह तैयार है. मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि गठबंधन सहयोगियों के साथ एक और बैठक 17 अप्रैल को पटना में होगी. इसके अलावा, एनडीए पर निशाना साधते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 20 साल के शासन के बाद भी बिहार सबसे गरीब राज्य बना हुआ है, जहां प्रति व्यक्ति और किसानों की आय सबसे कम है और पलायन दर सबसे अधिक है.
20 साल बाद भी बिहार सबसे गरीब राज्य
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई. हम 17 अप्रैल को पटना में अन्य गठबंधन दलों के साथ फिर बैठक करेंगे. हम पूरी तरह तैयार हैं और बिहार को आगे ले जाना चाहते हैं. राज्य में एनडीए की सरकार के 20 साल बाद भी बिहार सबसे गरीब राज्य है, जहां प्रति व्यक्ति आय और किसानों की आय सबसे कम है और पलायन सबसे ज्यादा है.
बिहार में सरकार नहीं बनाएगा एनडीए
उन्होंने कहा कि हम मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. सरकार की कमियों को उजागर करना हम सभी का कर्तव्य है. मुख्यमंत्री के चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सर्वसम्मति से तय किया जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि एनडीए इस समय बिहार में सरकार नहीं बनाएगा. आरजेडी नेता ने कहा कि हम चर्चा करेंगे और सर्वसम्मति से सीएम का चेहरा तय करेंगे.
एकजुट होकर सरकार से लड़ेंगे
तेजस्वी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार तो हाईजैक हो चुके हैं. एनडीए इस बार बिहार में सरकार नहीं बना रहा है. बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि बैठक बहुत ही सहज और सहज तरीके से हुई. राजेश कुमार ने कहा कि सभी निर्णय अलग-अलग तिथियों पर लिए जाएंगे. हम एकजुट होकर एनडीए सरकार से लड़ेंगे. कई मुद्दों पर चर्चा हुई और आगे बढ़ते हुए हम बिंदुवार आगे बढ़ेंगे.
बंगाल बनता जा रहा 'मिनी बांग्लादेश': समिक भट्टाचार्य का ममता सरकार पर हमला
15 Apr, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता, 15 अप्रैल । पश्चिम बंगाल के कई जिलों में वक्फ संशोधन कानून के दौरान हुई हिंसा के लिए भाजपा सांसद समिक भट्टाचार्य ने सीएम ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि बंगाल की अस्मिता और हिंदू संस्कृति पर लगातार हमले हो रहे हैं और ममता सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से मंगलवार को बंगला नववर्ष के अवसर पर बात करते हुए समिक भट्टाचार्य ने कहा कि बंगाल और बंगाली के रग-रग में यह नववर्ष जुड़ा हुआ है, लेकिन इस बार का नववर्ष एक शोक में बदल गया है। हमारी हिंदू मां-बहनों को लक्ष्मी मैया की पूजा छोड़कर घर-द्वार से भागना पड़ रहा है। उनका उत्पीड़न हो रहा है, बच्चों को मारा गया है, घर फूंक दिए गए हैं, दुकानों को लूट लिया गया है। ऐसे माहौल में हम नववर्ष कैसे मनाएं? अगर हम आज नहीं जागे तो पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश बन जाएगा। हमें एकजुट होकर इस स्थिति का मुकाबला करना होगा।
भांगड़ में हाल ही में हुई आगजनी और हिंसा पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि आज बंगालियों के लिए नववर्ष अशुभ बन गया है और इसकी जिम्मेदार तृणमूल कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति है। सरकार उपद्रवियों का खुलकर समर्थन कर रही है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौलानाओं से प्रस्तावित मुलाकात पर भी समिक भट्टाचार्य ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ममता दीदी के पास हिंदुओं से मिलने का समय नहीं है, जिनको बांग्लादेशी घुसपैठिए और रोहिंग्या समेत कट्टरपंथी मुसलमानों ने नुकसान पहुंचाया है। वह ये सब 30 फीसदी मुस्लिम वोट के लिए कर रही हैं। ममता बनर्जी की राजनीति ‘विभाजन और धार्मिक ध्रुवीकरण’ पर आधारित है। ईद के दिन उनके मंच से दिया गया उकसाने वाला बयान ही इन घटनाओं की जड़ में है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के हालिया बयानों पर कटाक्ष करते हुए भट्टाचार्य ने कहा कि दिल्ली की गर्मी से उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। मेरी सलाह है कि वह मट्ठा पीकर, थोड़ा आराम करें। एक नहीं, दो गिलास मट्ठा पीजिए और चैन की नींद सोइए।
गुजरात दौरे पर राहुल गांधी, जिला कांग्रेस कमेटियों के सशक्तिकरण पर चर्चा
15 Apr, 2025 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को गुजरात के मोडासा में संगठन सृजन अभियान के तहत जिला कांग्रेस कमेटियों को सशक्त बनाने के लिए पहली बैठक का शुभारंभ करेंगे। बैठक से पहले एआईसीसी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि इसका उद्देश्य जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) और उनके अध्यक्षों को सशक्त बनाकर और जवाबदेही की एक नई प्रणाली शुरू करके पार्टी संगठन को मजबूत करना है।
उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि 2025 संगठनात्मक सुधारों का वर्ष है और राहुल गांधी इस प्रक्रिया को शुरू करने के लिए गुजरात जा रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने गुजरात से शुरू होने वाले डीसीसी अध्यक्षों के चयन के लिए 43 एआईसीसी पर्यवेक्षकों और 183 पीसीसी पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है और उनकी पहली बैठक मोडासा शहर में हो रही है। एआईसीसी पर्यवेक्षकों को डीसीसी के अध्यक्षों के चयन और नियुक्ति की प्रक्रिया की देखरेख का काम सौंपा गया है।
बता दें अहमदाबाद में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन सत्र में डीसीसी अध्यक्षों की नियुक्ति का फैसला लिया गया था। इस अधिवेशन में खड़गे ने कहा था कि डीसीसी अध्यक्षों को सशक्त और जवाबदेह बनाया जाएगा और पार्टी उम्मीदवारों के चयन में भी उनकी भूमिका होगी। राहुल गांधी ने कहा था कि वे डीसीसी और उनके प्रमुखों को कांग्रेस पार्टी की नींव बना रहे हैं।
रामजी लाल सुमन एक बार फिर से विवादों में, मुसलमानो के पक्ष में करणी सेना पर साधा निशाना
15 Apr, 2025 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यूपी में अखिलेश यादव के एक सांसद बार-बार ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे प्रदेश का माहौल खराब हो सकता है। राणा सांगा पर बयान के बाद सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने एक और नया विवादित बयान दिया है। अंबेडकर जयंती पर एक कार्यक्रम के दौरान रामजी लाल सुमन ने कहा, 'अगर आप कहते हैं कि हर मस्जिद के नीचे मंदिर है तो हमें कहना पड़ेगा कि हर मंदिर के नीचे बौद्ध मठ है। अगर आप पुरानी कब्र खोदेंगे तो यह महंगा पड़ेगा।' उन्होंने पूछा कि अगर मुसलमानों में बाबर का डीएनए है तो आपके पास किसका डीएनए है?
करणी सेना को दी चुनौती
सपा सांसद ने करणी सेना को भी चुनौती देते हुए कहा कि वे देश को चीन से बचाएं, जिसने हमारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। उन्होंने कहा कि अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उनसे ज्यादा नकली कोई नहीं है।
योगी के मंत्री ने सपा को घेरा
इस बीच योगी सरकार में मंत्री जयवीर सिंह ने समाजवादी पार्टी को घेरा है। जयवीर सिंह ने कहा कि रामजी लाल सुमन दलित हैं इसलिए सपा ने उन्हें आगे किया है। लेकिन लोगों को याद है कि दलितों पर सबसे ज्यादा अत्याचार सपा सरकार में हुए थे। बयान सिर्फ वोट बैंक के लिए दिए जा रहे हैं।
क्या है ये पूरा विवाद?
बता दें कि रामजी लाल सुमन के राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान पर करणी सेना ने मोर्चा खोल दिया है। राजस्थान और यूपी के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए। दरअसल, ये पूरा विवाद राणा सांगा को लेकर दिए गए एक बयान के बाद शुरू हुआ। लोकसभा में सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा था कि राणा सांगा ने बाबर को भारत आने का न्योता दिया था। अगर मुसलमान बाबर के वंशज हैं तो आप देशद्रोही राणा सांगा के वंशज हैं। इस बात का फैसला अब हिंदुस्तान में होना चाहिए। बाबर की आलोचना होती है लेकिन राणा सांगा की आलोचना क्यों नहीं करते?
RJD-कांग्रेस की बैठक, तेजस्वी-राहुल और खरगे ने की मुलाकात बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तैयार हो रही रणनीति
15 Apr, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर बैठकों का दौर जारी है. तीन दिन पहले पटना में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की बैठक हुई थी। सोमवार को दरभंगा में NDA के सभी बड़े नेता एकजुट हुए. आज दिल्ली में राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के बीच बैठक हो रही है. इसमें सीट शेयरिंग समेत कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है. नेता प्रतिपक्ष और लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से बात कर रहे हैं. तेजस्वी यादव के साथ राजद के वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं।
सीट शेयरिंग समेत कई मुद्दों पर बातचीत
राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन पूरी तरह तैयार है. आज की बैठक में आगामी चुनाव में सीट शेयरिंग समेत कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है। यह महज औपचारिक बैठक है. राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के बीच लंबे समय से रिश्ता रहा है। अब चुनाव में करीब छह-सात महीने बचे हैं. सूत्र बता रहे हैं कि इस बार भी कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही है। हालांकि, 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटों पर जीत मिली थी। लेफ्ट भी अपने स्ट्राइक रेट को देखते हुए ज्यादा सीटों की मांग कर रही है। वहीं, आरजेडी किसी भी हाल में 150 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ना चाहती है। इसकी वजह यह है कि पिछले विधानसभा चुनाव में बिहार में सबसे ज्यादा विधायक आरजेडी के टिकट पर जीते थे। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भविष्य में किसी विवाद से बचने के लिए आरजेडी आज ही इस मुद्दे पर बात करेगी। क्योंकि आरजेडी पहले ही तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर चुकी है।
कांग्रेस का रुख इस बार अलग
कांग्रेस का अंदाज इस बार काफी बदला हुआ नजर आ रहा है। हाल ही में कांग्रेस ने अपने प्रदेश अध्यक्ष को बदला। सवर्ण समाज से आने वाले अखिलेश सिंह की जगह दलित समाज के राजेश कुमार को बिहार की कमान सौंपी गई। कई जिला अध्यक्ष बदले गए। इसके बाद कन्हैया कुमार ने अपने नेतृत्व में पदयात्रा निकाली। इसमें राहुल गांधी भी शामिल हुए। उन्होंने कांग्रेस की भूमिका भी बताई। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को क्षेत्र में जाकर मेहनत करने का निर्देश भी दिया। इन सब बातों से यह स्पष्ट है कि कांग्रेस बिहार में फिर से बेहतर स्थिति चाहती है।
राजद-कांग्रेस की मुलाकात पर जदयू का वार, कहा– ‘तेजस्वी अब भी वेटिंग लिस्ट में’
15 Apr, 2025 05:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना, 15 अप्रैल । दिल्ली में मंगलवार को राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मुलाकात के बाद बिहार में सत्ताधारी जदयू के प्रवक्ता नीरज यादव ने यहां कहा कि कांग्रेस ने एक बार फिर तेजस्वी यादव को वेटिंग लिस्ट में रख दिया है।
बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने तैयारी शुरू कर दी है। महागठबंधन में भी इस चुनाव को लेकर रणनीति बननी शुरू हो गई है। इस बीच, राजद के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मंगलवार को दिल्ली पहुंचे और सहयोगी दल कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कई अन्य नेताओं से मुलाकात की।
नीरज कुमार ने कहा कि दिल्ली में चिरप्रतीक्षित बैठक हो गई। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राजद के तेजस्वी यादव, कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम सहित अन्य नेताओं की उपस्थिति रही। उन्होंने कहा, “राजद इस बात के लिए प्रतीक्षारत था कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार उन्हें (तेजस्वी यादव को) घोषित कर दिया जाए। लेकिन कांग्रेस ने तेजस्वी यादव को ‘वेटिंग लिस्ट’ में डाल दिया। राजनीति का जमीर कहां गया?”
उन्होंने कहा कि “राजनीतिक रूप से अपंग हो चुके” राजद अध्यक्ष लालू यादव ने अपने पुत्र की ताजपोशी के लिए बेटे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए आग्रह कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस तिल-तिलकर राजनीति में परेशान कर रही है। राजद राजनीतिक आत्मसमर्पण कर अपमान झेल रही है। वैसे, वेटिंग लिस्ट बरकरार है।
इधर, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने भी इस मुलाकात को लेकर कटाक्ष किया है। पार्टी के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “बिहार में पुनः जंगलराज कैसे स्थापित किया जाए, उसको लेकर दिल्ली में बैठक चल रही है। मैं इंडी गठबंधन वालों को बता दूं कि बिहार की जनता को सुशासन की सरकार में 24 घंटे बिजली के बीच, भययुक्त वातावरण में अच्छी सड़क पर फर्राटे भरकर चलने का शौक चढ़ चुका है, अब कोई उन्हें बरगला नहीं सकता। ‘बिहार में एनडीए तय है’।”
पशुपति पारस का बड़ा राजनीतिक फैसला, NDA छोड़ थामा महागठबंधन का दामन
15 Apr, 2025 03:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: बिहार चुनाव से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस NDA का साथ छोड़ आज महागठबंधन में शामिल हो गए. सोमवार को उन्होंने केंद्र और बिहार में सत्तारूढ़ NDA से अलग होने की घोषणा की थी. आज उन्होंने महागठबंधन का दामन थाम लिया. NDA छोड़ने का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा था कि 'हमारी पार्टी बिहार में 243 विधानसभा सीटों पर अपनी पार्टी को मजबूत करेगी'.
पशुपति पारस NDA छोड़ महागठबंधन में शामिल
रालोजपा और दलित सेना की ओर से सोमवार को पटना में आयोजित अंबेडकर जयंती के मौके पर आयोजित संकल्प महासम्मेलन के दौरान पशुपति पारस ने कहा कि उनकी पार्टी का अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से कोई नाता नहीं रहेगा. उन्होंने कहा, "हम अब एक नया बिहार बनाएंगे और राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर पार्टी को मजबूत करेंगे. चुनाव के समय तय किया जाएगा कि किस गठबंधन के साथ जाएंगे." हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जो गठबंधन उचित सम्मान देगा, वहां जाएंगे.
'हमारे साथ अन्याय हुआ'
सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान पशुपति पारस ने कहा, "हम लोग NDA गठबंधन के वफादार और ईमानदार साथी थे. लोकसभा चुनाव के समय NDA के लोगों ने हमारी पार्टी के साथ नाइंसाफी की. इसके बावजूद राष्ट्रहित में हमारी पार्टी NDA के साथ रही. लोकसभा चुनाव गुजरने के छह महीने बाद जब कभी NDA की बैठक हुई, तब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के एक बयान में NDA के पांच पांडव की बात कही गई. इसमें हमारी पार्टी का कहीं नाम नहीं रहा. हमारे साथ अन्याय किया गया."
हम गांव-गांव जा रहे, सदस्यता अभियान चला रहे
उन्होंने कहा था कि रालोजपा 'चलो गांव की ओर' के तहत पिछले चार महीने से गांव-गांव जा रही है और सदस्यता अभियान भी चला रही है. पार्टी की सहमति से आगे कदम बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा था कि हम लोग सभी 243 सीटों पर तैयारी कर रहे हैं. अब तक मैंने 22 जिलों का दौरा किया है, अब सिर्फ 16 जिले शेष हैं. अधिकतर जिलों में जनता सरकार बदलने के मूड में है. पार्टी जनआंदोलन की तैयारी में है, और दलितों, पिछड़ों, और समाज के वंचित वर्गों के हितों के लिए संघर्ष जारी रहेगा.
संघ का योगदान: केवल स्वयं नहीं, समाज की भलाई भी
15 Apr, 2025 11:09 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कानपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने सोमवार को नवनिर्मित संघ भवन और भीमराव अंबेडकर सभागार का उद्घाटन किया। इस दौरान लोगों को संबोधित कर उन्होंने कहा कि हम आपसी मतभेदों में उलझे और इसका विदेशी आक्रांताओं ने इसका फायदा उठाया। भागवत ने कहा, संघ केवल अपने लिए नहीं बल्कि समाज के लिए काम करता है, देश के प्रत्येक व्यक्ति के लिए संघ हमेशा काम करता है। संघ प्रमुख भागवत ने विशाल जनसमूह की ओर देकर कहा, यहां उत्सव का वातावरण कई बार आया, लेकिन इतनी भीड़ कभी नहीं देखी।
उन्होंने कहा कि अपने समाज में लोग बीते दो हजार वर्षों से आपसी स्वार्थों में लगे रहे, आपसी मतभेद भी रहे। इसके कारण विदेशी आक्रांताओं ने हमें पीटा और फायदा भी उठाया।
संघ प्रमुख भागवत ने कहा कि बाबा साहेब को जीवन में बड़ी विषमताओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने बचपन से ही विषमता को देखा। उन्होंने जीवन भर समाज को एकजुट करने का काम किया। संघ प्रमुख की 15 तथा 16 अप्रैल को संघ के छह आयाम में से एक सेवा विभाग के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक होगी। इसमें पर्यावरण, सामाजिक समरसता के प्रांत स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ अलग-अलग समय पर बैठक होगी।
वे 15 अप्रैल को कानपुर के पूर्व भाग कोयला नगर और 16 अप्रैल को निराला नगर की शाखा में जाने वाले है। इसके बाद 17 अप्रैल को संघ की प्रांत कार्यकारिणी के साथ, संघ शताब्दी वर्ष में संघ के पंच परिवर्तन, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली, सामाजिक समरसता, पारिवारिक मूल्य, स्वबोध जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे और प्रांत में उस दिशा में बढ़ रहे कार्यों की समीक्षा की जाएगी।
इस दौरान संघ प्रमख को बताया गया कि नवनिर्मित चार मंजिल के संघ भवन को काफी अच्छे ढंग से बनाया गया है। भवन के बेसमेंट में पार्किंग के अलावा एक बड़ी लाइब्रेरी की स्थापना भी की गई है। पूरी बिल्डिंग में वेंटिलेशन का ध्यान रखा गया है। जगह-जगह खिड़कियां बनाई गई हैं। दिन में बिल्डिंग में लाइट जलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
जातिगत जनगणना और कर्नाटकी राजनीति: क्या कांग्रेस ने अपनी ही राजनीति पर कुल्हाड़ी मारी?
15 Apr, 2025 10:05 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेंगलुरु। कर्नाटक में जातिगत जनगणना की रिपोर्ट सार्वजनिक होने से पहले ही प्रदेश की सियासत में जबरदस्त हलचल शुरु हो गई है। रिपोर्ट के कुछ आंकड़ों के लीक होते ही राज्य की दो प्रमुख जातियों वोक्कालिगा और लिंगायत में बैचेनी दिख रही है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 17 अप्रैल को रिपोर्ट पर विशेष कैबिनेट बैठक बुलाई है, लेकिन यह अब महज प्रशासनिक मामला नहीं रहा, बल्कि कांग्रेस सरकार के लिए एक बड़े राजनीतिक मोड़ में बदल गया है। रिपोर्ट के अनुसार, राज्य की सबसे बड़ी आबादी मुस्लिम समुदाय की है, इसके बाद अनुसूचित जातियां और जनजातियां हैं। वहीं, अब तक सत्ता संतुलन में अहम भूमिका निभाने वाली वोक्कालिगा और लिंगायत जातियों की जनसंख्या अपेक्षाकृत कम दिखाई गई है। इसकारण इन जातियों में असंतोष तेजी से उभर रहा है और कांग्रेस के भीतर भी मतभेद होने लगे हैं।
डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, जो खुद वोक्कालिगा जाति से आते हैं, इस रिपोर्ट को लेकर असहज दिख रहे हैं। वहीं, लिंगायत समुदाय से आने वाले उद्योग मंत्री एमबी पाटिल ने आंकड़ों को खारिज कर दावा किया है कि उनकी जाति की संख्या एक करोड़ से अधिक है, जबकि रिपोर्ट में यह आंकड़ा काफी कम है। रिपोर्ट में आरक्षण को 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 73.5 प्रतिशत करने का प्रस्ताव रखा गया है, जिसमें एसी के लिए 15 प्रतिशत और एसटी के लिए 7.5 प्रतिशत शामिल हैं। वोक्कालिगा और लिंगायत समुदायों को अलग-अलग श्रेणियों में क्रमश: 7 और 8 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है, लेकिन वर्गीकरण को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
बीजेपी ने रिपोर्ट को कांग्रेस की तुष्टीकरण नीति करार देकर आरोप लगाया है कि मुस्लिमों को बहुसंख्यक बताकर वोट बैंक साधने की कोशिश हो रही है। वोक्कालिगा संघ और वीरशैव महासभा जैसे संगठनों ने रिपोर्ट जारी होने पर विरोध की चेतावनी दी है। 16 अप्रैल को मठ प्रमुखों की बैठक में अगली रणनीति तय की जाएगी। कांग्रेस एक तरफ सामाजिक न्याय के नाम पर नए वोट बैंक को साधना चाहती है, तो दूसरी ओर पुराने समर्थकों को नाराज करने का खतरा भी मोल ले रही है।
हालांकि, इन आंकड़ों में स्पष्टता की कमी और समुदायों के विभाजन के तरीके ने आरक्षण नीति को एक और जटिल मोड़ पा ला दिया है। ये आंकड़े जहां कुछ समुदायों के लिए बहुत बड़ी राहत लेकर आए हैं, वहीं प्रभावशाली जातियों में असंतोष और राजनीतिक बेचैनी बढ़ा रहे हैं। विपक्ष के नेता आर अशोक ने संख्याओं की हेराफेरी’ बताकर कहा कि मुसलमानों को ‘बहुसंख्यक’ बताने की कोशिश सीधे-सीधे कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण की राजनीति का नतीजा है। बीजेपी पहले ही कांग्रेस पर मुस्लिम समुदाय को सरकारी टेंडरों में आरक्षण देने के फैसले को लेकर बवाल मचा रही थी, अब यह नया मुद्दा और धार दे रहा है।
ममता बनर्जी और कोलकाता मेयर के बयान पर भाजपा का तीव्र विरोध, कहा- भड़काने वाला
15 Apr, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने सोशल मीडिया मंच पर दो पोस्ट करते हुए बंगाल की हिंसा के मामले में ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला है। अमित मालवीय ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर दो पोस्ट किए। इसमें एक पोस्ट में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का वीडियो बयान है तो दूसरे में कोलकाता के मेयर और ममता सरकार के पूर्व मंत्री फिरहाद हकीम का बयान है।
ममता बनर्जी का वीडियो बयान पोस्ट करते हुए अमित मालवीय ने लिखा, पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा पूर्व नियोजित और राज्य प्रायोजित है। 18 फरवरी, 2025 को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में बोलते हुए एक खास धार्मिक समूह को सीधे तौर पर विरोध-प्रदर्शन के लिए उकसाया। अमित मालवीय ने लिखा- ममता बनर्जी ने बेहद गैरजिम्मेदाराना और भड़काऊ टिप्पणी में कहा, “अगर वे आंदोलन का आह्वान करते हैं, तो क्या आप खुद को नियंत्रित कर पाएंगे?”
भाजपा नेता ने बताया कि यह बयान सीधे तौर पर उकसावे के समान था, जिससे हिंसक विरोध को बढ़ावा मिला, जिससे आम नागरिकों को नुकसान और व्यापक व्यवधान हो सकता था। ममता बनर्जी के नेतृत्व में ही पश्चिम बंगाल में इस तरह की अशांति और विनाश फैलने लगा है।
अपने दूसरे पोस्ट में अमित मालवीय ने कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम का एक बयान शेयर किया है। जिसमें फिरहाद हकीम मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद वहां से हो रहे पलायन को उचित ठहरा रहे हैं। अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- यह किसी विडंबना से कम नहीं है कि सांप्रदायिक और भड़काऊ बयानबाजी के लिए चर्चित फिरहाद हकीम कोलकाता के मेयर हैं। सुभाष चंद्र बोस, देशबंधु चित्तरंजन दास जैसे दिग्गज लोग जिस कोलकाता में कभी मेयर थे, उसी पद फिरहाद हकीम का काबिज होना परिष्कृत भद्रलोक संवेदनाओं के क्षरण का प्रतीक है।
अमित मालवीय ने लिखा कि यह चिंताजनक है कि वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री और ममता बनर्जी के भरोसेमंद फिरहाद हकीम मुर्शिदाबाद से हिंदुओं के विस्थापन को न केवल उचित ठहरा रहे हैं, बल्कि उस पर संतोष भी व्यक्त कर रहे हैं। भाजपा नेता ने मुर्शिदाबाद से हो रहे पलायन को कश्मीरी पंडितों के पलायन से जोड़ते हुए लिखा कि बंगाली हिंदू कश्मीरी पंडितों की तरह अपनी ही मातृभूमि में शरणार्थी बनकर रह गए हैं, जिन्हें धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए कश्मीर से भागकर जम्मू और शेष भारत में शरण लेनी पड़ी थी।
फिर उन्होंने फिहाद हकीम के उस विवाद का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कोलकाता के एक हिस्से को “मिनी पाकिस्तान” कहा था। अमित मालवीय ने आगे लिखा कि अगर ममता बनर्जी अपनी चुप्पी जारी रखती हैं, तो वह एक ऐसे व्यक्ति को सशक्त बनाने का जोखिम उठाती हैं, जिसकी वैचारिक महत्वाकांक्षाएं अंततः उनके नेतृत्व को चुनौती दे सकती हैं और बंगाल के इस्लामीकरण की दिशा में एक गहरा धक्का दे सकती हैं।
वक्फ संपत्ति पर नज़र डालने पर सांसद ने दी गंभीर चेतावनी, 'आंखें निकाल ली जाएंगी'
15 Apr, 2025 08:02 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता । पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून को लेकर हुई हिंसा के बाद भी तनाव का माहौल बना हुआ है। ऊपर से राजनेता के विवादित बयान आग में घी का काम कर रहे हैं। टीएमसी सांसद बापी हलदर ने विवादित बयान देकर कहा कि अगर कोई भी वक्फ की संपत्ति पर नजर उठाकर भी देखता हैं तब उसकी आंखें निकल ली जाएगी, और हडड़ी तोड़ दी जाएगी। अब बीजेपी ने सांसद पर पलटवार कर गिरफ्तारी की मांग की है। सांसद हलदर ने कहा, जब तक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं, तब तक आपके पूर्वजनों की अमानत को बचाने की जिम्मेदारी हमारी है। यह किसी के बाप की संपत्ति नहीं है। बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सवाल किया है कि आखिर राज्य की पुलिस हलदर के खिलाफ क्या कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद से हिंदुओं को पलायन करना पड़ रहा है। यहां कट्टरपंथी चाहते हैं कि हिंदुओं का अस्तित्व मिट जाए। बता दें कि मुर्शिदाबाद के सूती, धुलियान, समसेरगंज और जंगीपुरा में हुई हिंसा में कम से कम 3 लोगों की जान चली गई थी। शुक्रवार के बाद से ताजा हिंसा की कोई खबर नहीं है। मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित इलाकों, खासतौर पर सुती, शमशेरगंज, धुलियान और जंगीपुर में सोमवार को स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में रही। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। हिंसा प्रभावित इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। इसके चलते संबंधित क्षेत्रों में सड़कें सुनसान दिखीं और दुकानें बंद रहीं। प्रभावित इलाकों में इंटरनेट बंद है, जबकि सुरक्षाबल मुख्य सड़कों पर वाहनों की जांच कर रहे हैं।
बैठकों का दौर शुरू, आगामी बिहार चुनाव के लिए दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे और गठबंधन पर होगी चर्चा
14 Apr, 2025 08:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर अब बैठकों का दौर शुरू हो गया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करेंगे, जिसमें आगामी बिहार चुनाव के लिए दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे और गठबंधन पर चर्चा होगी। राजद सांसद मनोज झा ने सोमवार को यह जानकारी दी।
20 अप्रैल को बक्सर में खड़गे की रैली
बिहार विधानसभा चुनाव करीब छह महीने में होने की उम्मीद है। इसलिए सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। बिहार में कांग्रेस की सबसे पुरानी सहयोगी कही जाने वाली राजद भी इंडिया ब्लॉक का हिस्सा है। खड़गे के आवास पर राजद-कांग्रेस की बैठक होने की उम्मीद है। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के 20 अप्रैल को बिहार के बक्सर जिले में एक जनसभा को संबोधित करने की भी उम्मीद है।
कांग्रेस की पुरानी सहयोगी पार्टी राजद
राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने दिल्ली में समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, 'यह एक औपचारिक बैठक है। कांग्रेस पार्टी के सहयोगियों पर नजर डालें तो राजद आज तक की सबसे पुरानी सहयोगी रही है। इस औपचारिक बैठक में पूरे परिदृश्य पर चर्चा की जाएगी।'
6-8 महीने बाद होने वाले चुनाव
बैठक में बिहार के पूरे संदर्भ पर चर्चा के बारे में बोलते हुए झा ने कहा, 'यह बैठक बिहार के पूरे संदर्भ को ध्यान में रखते हुए निर्धारित की गई है। करीब 6-8 महीने बाद चुनाव होने हैं। इसलिए इस पर चर्चा की जाएगी।'
बिहार में कन्हैया ने निकाली 'नौकरी दो' रैली
बता दें कि कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने बिहार में पलायन का मुद्दा उठाया है। पलायन रोकने और युवाओं के लिए रोजगार सृजन की सुविधा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार से आग्रह करने के लिए 'नौकरी दो' रैली निकाली गई है। 7 अप्रैल को बेगूसराय में यात्रा के लिए कन्हैया कुमार के साथ राहुल गांधी भी शामिल हुए।
अमित शाह ने लालू यादव पर साधा निशाना
इससे पहले 30 मार्च को बिहार में पार्टी के लिए चुनावी बिगुल बजाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव पर 1990-2005 के बीच 'जंगल राज' और भ्रष्टाचार का नेतृत्व करने का आरोप लगाया था।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को लेकर बड़ी खबर! मिल सकता है बड़ा पद
14 Apr, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस महासचिव और केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी को पार्टी बड़ा पद देने पर विचार कर रही है। सूत्रों की मानें तो प्रियंका गांधी वाड्रा ने पार्टी के जिला अध्यक्षों को सशक्त बनाने और उन्हें ज्यादा जिम्मेदारी देने के पायलट प्रोजेक्ट का खाका तैयार किया है। कांग्रेस पार्टी इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत गुजरात से करेगी, अगर यह सफल रहा तो इसे व्यापक स्तर पर लॉन्च करेगी।
उन्हें पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है- सूत्र
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाने समेत कई अन्य विकल्पों पर पार्टी में चर्चा चल रही है, हालांकि इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। आपको बता दें कि प्रियंका गांधी वाड्रा फिलहाल पार्टी की महासचिव हैं, लेकिन उनके पास अभी कोई प्रभार नहीं है। वह पर्दे के पीछे से अहम भूमिका निभा रही हैं, जिसका एक उदाहरण गुजरात में जिला अध्यक्षों को ज्यादा ताकत देने का पायलट प्रोजेक्ट है, जो गुजरात में सफल रहा तो इसे अन्य राज्यों में भी शुरू किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी अब संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यात्मक बदलावों पर ज्यादा जोर देगी और पार्टी अपने संगठन में कई और बदलाव करेगी, ताकि पार्टी के कामकाज में व्यापक सुधार हो सके।
बीजेपी ने साधा था निशाना
गौरतलब है कि हाल ही में गुजरात में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ था, इस अधिवेशन में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पहुंचे थे। लेकिन प्रियंका गांधी इस अधिवेशन से दूर रहीं, जिस पर बीजेपी ने भी हमला बोला था। बीजेपी ने कहा था कि प्रियंका का राष्ट्रीय अधिवेशन से नदारद रहना गांधी भाई-बहन के अंदरूनी मामलों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। यह पहली बार नहीं है। एक और हाई प्रोफाइल इवेंट से उनकी गैरमौजूदगी साफ संदेश दे रही है कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है।
'BSF की मिलीभगत से हिंसा की योजना बनाई गई', कुणाल घोष ने साधा भजपा पर निशाना
14 Apr, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के बाद स्थिति काफी तनावपूर्ण है और भाजपा ने इस हिंसा के लिए ममता सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। मुर्शिदाबाद में स्थिति भयावह है और कई हिंदू परिवारों को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने कहा है कि कानून को हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले पर तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है।
टीएमसी का बड़ा आरोप
तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने कहा, "हमें कुछ इनपुट मिल रहे हैं कि मुर्शिदाबाद हिंसा की घटनाओं के पीछे एक बड़ी साजिश थी। इस साजिश में केंद्रीय एजेंसियों का एक हिस्सा, बीएसएफ का एक हिस्सा और दो-तीन राजनीतिक दलों का एक हिस्सा शामिल था। बीएसएफ की एक टुकड़ी की मदद से सीमा का उल्लंघन किया गया। कुछ उपद्रवी घुस आए, अराजकता फैलाई और उन्हें वापस जाने के लिए सुरक्षित रास्ता दिया गया। मैं 'सीमा' और 'बीएसएफ की एक टुकड़ी की मदद से' शब्दों का इस्तेमाल करता हूं; यह सच है या नहीं, इसकी उचित जांच की जरूरत है। घोष ने आगे कहा कि स्थानीय लोगों को कोई जाना-पहचाना चेहरा नहीं मिल पा रहा है। मास्टरमाइंड कौन हैं? पुलिस कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। लेकिन मुख्य मास्टरमाइंड कहां से आए और कहां चले गए? आरोप है कि पश्चिम बंगाल को बदनाम करने और बीएसएफ की मदद से उन इलाकों में कुछ पाप करने की गहरी साजिश है। ताकि भाजपा और विपक्ष उन पापों का अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर सकें।
हिंसा भड़काने की कोशिश कर रही भाजपा
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा, भाजपा के पास यहां कोई मुद्दा नहीं है। आप भाजपा की पोस्ट में देखिए, उन्होंने कुछ तस्वीरें इस्तेमाल की हैं। हमने बताया है कि ज्यादातर तस्वीरें दूसरे राज्यों की हैं और वे इसे मुर्शिदाबाद के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। वे बंगाल के लोगों को भड़काने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमारी राज्य सरकार और ममता बनर्जी के नेतृत्व में हमारी पार्टी इस साजिश का मुकाबला करने और इसे सामान्य बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रही है।