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कर्नाटक समेत कुछ राज्यों में हीटवेव का खतरा, तापमान में बढ़ोतरी की उम्मीद
3 Mar, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीते 2-3 दिनों से मौसम का मिजाज थोड़ा बदला-बदला है। पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तमिलनाडु, असम व मेघालय समेत देश के कई हिस्सों में हो रही बारिश ने मौसम में ठंडक की वापसी करा दी है। दिल्ली में भी तापमान में 2.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई।
हालांकि अगले 24 घंटे में उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में 2 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। लेकिन इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान फिर से 2 से 4 डिग्री तक नीचे आ सकता है। मध्य भारत और महाराष्ट्र रीजन में अगले 2 दिन तापमान पहले जैसा बना रहेगा, लेकिन उसके बाद इसमें भी गिरावट देखने को मिलेगी।
जम्मू-हिमाचल में गरजेंगे बादल
मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू क्षेत्र और हिमाचल प्रदेश में सोमवार को गरज के साथ आंधी-तूफान आने के संभावना है। इन इलाकों में अगले 24 घंटे में भयंकर बारिश हो सकती है। वहीं पंजाब में ओले गिरने की भी संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने जम्मू, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड में भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और नगालैंड समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश का अलर्ट है।
विदर्भ में सबसे अधिक तापमान
बीते 24 घंटे में मध्य यूपी, पूर्वी राजस्थान, सौराष्ट्र, कच्छ, पश्चिमी मध्य प्रदेश, असम और मेघालय में अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। मैदानी इलाकों की बात करें, तो महाराष्ट्र के विदर्भ के अकोला में अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सबसे ज्यादा था।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण देश के कई हिस्सों में सोमवार को भारी बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी हिमालयी रीजन में 4 मार्च तक भारी बर्फबारी भी देखने को मिल सकती है। वहीं कोस्टल कर्नाटक के कुछ स्थानों पर अगले 24 घंटे में हीटवेव की स्थिति बन सकती है।
बीमार कर रहा बदलता मौसम
बीते कुछ समय में मौसम तेजी से बदल रहा है। दोपहर में धूप के कारण तापमान ज्यादा हो जा रहा है, तो वहीं सुबह और शाम को ठंडक बनी रह रही है। मौसम में इतनी तेजी से हो रहे बदलाव के कारण बीमारियां भी बढ़ने लगी हैं। अस्पतालों में हर रोज सर्दी, खांसी और बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं।
ऐसे मौसम में शरीर में पानी की कमी भी हो जाती है, जिससे डिहाइड्रेशन, सिर दर्द और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे मौसम में तली-भुनी चीजों से परहेज करना चाहिए। शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए खूब पानी पीना चाहिए और लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
तेलंगाना में सुरंग हादसे में 9 दिन बीत जाने के बाद भी बचाव कार्य में रुकावट
3 Mar, 2025 11:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नगरकुरनूल। तेलंगाना सुरंग हादसे में पिछले नौ दिनों से फंसे आठ लोगों को अभी तक सुरक्षित निकालना संभव नहीं हो पाया है। घटनास्थल से गाद हटाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं और बचाव कर्मियों एवं उपकरणों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
बचाव कार्य अंतिम चरण में है, लेकिन लगातार पानी का रिसाव एक बड़ी बाधा बना हुआ है। मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे लोगों के सटीक स्थान की अभी तक कोई जानकारी नहीं है। सरकार बचाव अभियान में तेजी लाने के प्रयास कर रही है।
जल्द ठीक होगी कन्वेयर बेल्ट
रविवार को उन्होंने दुर्घटना स्थल का दौरा किया। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त कन्वेयर बेल्ट की मरम्मत के बाद बचाव अभियान में तेजी आएगी। गाद ले जाने में मदद करने वाली कन्वेयर बेल्ट के सोमवार तक ठीक हो जाने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, 'बचाव कर्मी इस बात को पूरी तरह से समझ नहीं पाए हैं कि सुरंग के अंदर लोग और मशीन कहां फंसी हैं। उनके पास प्रारंभिक अनुमान है, लेकिन पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है।' सरकार ने बचाव अभियान का नेतृत्व करने वाले अधिकारियों को सुझाव दिया है कि यदि आवश्यक हो, तो बचाव कर्मियों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए सुरंग के अंदर रोबोट का उपयोग करें। सरकार पीड़ित परिवारों की सहायता करने के लिए तैयार है।
700 कर्मचारी बचाव कार्य में जुटे
रविवार को एक अधिकारी ने कहा कि सुरंग ढहने से क्षतिग्रस्त कन्वेयर बेल्ट की सोमवार तक मरम्मत होने की उम्मीद है। एक बार मरम्मत हो जाने के बाद सुरंग से कीचड़ और मलबे को हटाना आसान हो जाएगा।
केंद्र और राज्य सरकार की 18 एजेंसियों के करीब 700 कर्मचारी बचाव कार्य में लगे हुए हैं। प्रत्येक शिफ्ट में कम से कम 120 कर्मचारी बचाव कार्य कर रहे हैं। उधर, भाजपा के कुछ विधायकों ने भी स्थिति का आकलन करने के लिए दुर्घटनास्थल का दौरा किया है।
पार्टी विधायक महेश्वर रेड्डी ने कहा कि यह दुर्घटना मौजूदा और पिछली राज्य सरकारों के कुप्रबंधन के कारण हुई है। उनकी लापरवाही के कारण ही यह आपदा आई है। राज्य सरकार ने कई मुद्दों की उपेक्षा की है, जिसके कारण अब आठ श्रमिकों का जीवन दांव पर लग गया है।
नेतृत्व परिवर्तन के बीच उठी अटकलें, कांग्रेस विधायक का दावा- शिवकुमार दिसंबर तक मुख्यमंत्री
3 Mar, 2025 10:33 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उडुप्पी। कर्नाटक में सत्तारुढ़ कांग्रेस में अंदरुनी विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। साल के अंत में होने वाले नेतृत्व परिवर्तन को लेकर लगातार अटकलें लगाई जा रही हैं। इस बीच कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं ने डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाने के समर्थन किया है।
विधायक बसवराजू वी शिवगंगा ने रविवार को दावा किया कि उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार दिसंबर तक राज्य के मुख्यमंत्री बन जाएंगे। शिवगंगा ने जोर देकर कहा कि शिवकुमार इस साल दिसंबर से अगले 7.5 साल तक राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में काम करेंगे, क्योंकि पार्टी यहां अगला विधानसभा चुनाव भी जीतने जा रही है।
वीरप्पा मोइली ने भी किया समर्थन
उन्होंने कहा कि आप लोग इसे लिख लीजिए, यह दिसंबर तक हो जाएगा। अगर आप चाहें तो मैं आपको खून से भी लिखकर दे सकता हूं कि शिवकुमार दिसंबर तक मुख्यमंत्री बन जाएंगे।
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने कहा कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को राज्य का मुख्यमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता, क्योंकि यह एक सुलझा हुआ मामला है। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि शिवकुमार का सीएम पद संभालना केवल समय की बात है, क्योंकि ऐसा होना तय है।
एम्स के अध्ययन में पता चला: जिला अस्पतालों के एसएनसीयू में 3.2% शिशु सेप्सिस से पीड़ित, मौत की दर 36.6%
3 Mar, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश के जिला अस्पतालों में बहु दवा प्रतिरोधी (एमडीआर) जीवाणुओं का संक्रमण शिशुओं में सेप्सिस का बड़ा कारण बन रहा है। एम्स द्वारा किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि जिला अस्तपालों के एसएनसीयू (स्पेशल नियोनेटल न्यू बार्ड केयर यूनिट) में भर्ती 3.2 प्रतिशत शिशु सेप्सिस संक्रमण से पीड़ित होते हैं। 36.6 प्रतिशत शिशुओं की मौत हो जाती है।
सेप्सिस होने का बड़ा कारण (एमडीआर) जीवाणुओं का संक्रमण है, जिसके इलाज में एंटीबायोटिक दवाएं भी बेअसर पाई गईं। सेप्सिस एक जानलेवा स्थिति है।
जिला अस्पतालों में हुआ अध्ययन
यह अध्ययन अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जर्नल द लांसेट ग्लोबल हेल्थ में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन में शामिल डॉक्टरों ने जिला अस्पतालों में दवा प्रतिरोधी संक्रमण की रोकथाम के उपाय करने और एंटीबायोटिक दवाओं का सही इस्तेमाल को बढ़ावा दिए जाने की सिफारिश की है।
एम्स के पीडियाट्रिक विभाग के नियोनेटोलॉजी के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. ने बताया कि बड़े अस्पतालों में शिशुओं में सेप्सिस संक्रमण को लेकर पहले अध्ययन हुए हैं लेकिन जिला अस्पतालों में इस तरह का अध्ययन नहीं हुआ था।
50 प्रतिशत बच्चों में सेप्सिस के लक्षण
जिला अस्पतालों में शिशुओं में सेप्सिस संक्रमण की दर पता लाने के लिए यह अध्ययन किया गया। इसलिए देश के अलग-अलग हिस्सों के पांच जिला अस्पतालों में भर्ती 6,612 नवजात शिशुओं के ब्लड सैंपल लेकर बड़े अस्पतालों में ब्लड कल्चर जांच कराई गई। इनमें तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश व असम के अस्पताल शामिल थे।
शिशुओं का औसत वजन ढाई किलोग्राम था। 50 प्रतिशत बच्चों में सेप्सिस के लक्षण पाए गए। लेकिन कल्चर जांच में 3.2 प्रतिशत शिशुओं में यह संक्रमण पाया गया। इससे पीडि़त शिशुओं में मृत्यु दर 36.6 प्रतिशत रही। सेप्सिस के संक्रमण का कारण मुख्य रूप से तीन जीवाणु पाए गए।
22.9 प्रतिशत शिशु क्लेबसिएला निमोनिया, 14.8 शिशु ई.कोलाई और 11.7 प्रतिशत शिशुओं को एंटोरोबैक्टर का संक्रमण था। 75 से 88 प्रतिशत एमडीआर जीवाणु से संक्रमित थे। कल्चर जांच में तीन तरह की एंटीबायोटिक दवाओं सेफालोस्पोरिन, कार्बापेनम और अमिनोग्लाइकोसाइड्स के प्रति प्रतिरोधकता पाई गई।
जिला अस्पतालों में ब्लड कल्चर जांच की सुविधा नहीं
ये दवाएं इलाज में बेअसर पाई गईं। अध्ययन में कहा गया है कि सेप्सिस के संक्रमण से हर वर्ष दुनिया भर में पांच लाख 50 हजार शिशुओं की मौत हो जाती है। इसमें से एक चौथाई मौतें भारत में होती हैं। देश भर के जिला अस्पतालों में मौजूद 979 एसएनसीयू में हर वर्ष दस लाख से अधिक शिशु भर्ती होते हैं।
एसएनसीयू में भर्ती होने वाले करीब 40 प्रतिशत शिशुओं को एंटीबायोटिक दवाएं दी जाती है। एसएनसीयू की सुविधा से संपन्न ज्यादातर जिला अस्पतालों में ब्लड कल्चर जांच की सुविधा नहीं होती। इस वजह से बिना ब्लड कल्चर जांच के ही सेप्सिस के संदेह व लक्षण के आधार पर एंटीबायोटिक दवाएं शुरू कर दी जाती है। इसलिए जिला अस्पतालों में एंटीबायोटिक के सही इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
रंगारेड्डी जिले में 4 बदमाशों ने एटीएम काटा, 30 लाख रुपये लेकर हो गए फरार
3 Mar, 2025 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेलंगाना में एटीएम से लूट की ऐसी घटना सामने आई है, जिसके बारे में सुनकर हर कोई हैरान है। यहां एटीएम लूटने के लिए घुसे नकाबपोश बदमाश महज 4 मिनट के अंदर 30 लाख रुपये लेकर फरार हो गए।
पुलिस को शक है कि आरोपियों ने पहले भी किसी एटीएम को निशाना बनाने की कोशिश की है। अब उनकी तलाश की जा रही है। लेकिन पैसे लूटने की स्पीड ने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
सिक्योरिटी सिस्टम के तार काटे
घटना तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले की है। यहां स्टेट बैंक के एटीएम में तीन नकाबपोश बदमाश घुसे। इसमें से एक ने पहले सीसीटीवी कैमरे पर स्प्रे किया, जिससे घटना कैद न हो पाए। इसके बाद उन्होंने एटीएम के सिक्योरिटी सिस्टम के तार काट दिए।
घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि देर रात 1:56 बजे बदमाश एटीएम के अंदर दाखिल होते हैं। इसके बाद वह गैस कटर और आयरन रॉड से एटीएम को काटना शुरू करते हैं।
4 मिनट में खाली कर दिया एटीएम
इस दौरान एक व्यक्ति एटीएम के बाहर खड़ा होकर पहरा दे रहा होता है। वीडयो में देखा जा सकता है कि महज 4 मिनट के अंदर वे पूरे एटीएम को काटकर अलग कर देते हैं और उसमें रखे 30 लाख रुपये लेकर फरार हो जाते हैं।
पुलिस को शक है कि ये गैंग हरियाणा का हो सकता है। उन्होंने कहा कि कुल 5 लोग वारदात में शामिल हैं। तीन ने मिलकर एटीएम काटा, एक व्यक्ति बाहर पहरा दे रहा था और एक व्यक्ति कार में उनका इंतजार कर रहा था। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
गृहमंत्री अमित शाह के गुजरात दौरे में पिलवई गांव में शैक्षिक एवं सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन
3 Mar, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि मोदी सरकार उन मादक पदार्थ तस्करों को दंडित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, जो पैसे के लालच में युवाओं को नशे की अंधेरी खाई में धकेल रहे हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार नशा मुक्त भारत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार मादक पदार्थों के खतरे से लड़ना जारी रखेगी। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में शाह के हवाले से कहा गया है कि रणनीति के साथ की गई गहन व पूर्ण जांच के परिणामस्वरूप देशभर में 12 विभिन्न मामलों में अदालतों ने 29 मादक पदार्थ तस्करों को दोषी ठहराया है।
भारत को नशा मुक्त बनाने का प्रयास
बयान में कहा गया कि यह सफलता सरकार द्वारा अपनाए गए सख्त रवैये का प्रमाण है। मोदी सरकार की मादक पदार्थों के खिलाफ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति के तहत नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने यह महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। ये दोषसिद्धियां अदालतों में दायर मामलों में सफल अभियोजन सुनिश्चित करने के लिए एनसीबी के समर्पण का उदाहरण हैं। गृह मंत्रालय ने कहा है कि शाह के मार्गदर्शन में एनसीबी 2047 तक नशा मुक्त भारत के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है।
गृहमंत्री अमित शाह ने दो इमारतों का किया स्वागत
गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को गुजरात के मेहसाणा जिले के पिलवई गांव में एक स्कूल ट्रस्ट के विद्या भवन और सांस्कृतिक भवन का उद्घाटन किया और एक धार्मिक समारोह में भी भाग लिया। उन्होंने सुंदरलाल मंगलदास शाह सांस्कृतिक भवन और अनिलचंद्र गोकलदास शाह विद्या भवन का उद्घाटन किया, जिसे सेठ गिरधरलाल चुन्नीलाल हाई स्कूल ट्रस्ट द्वारा पूर्व छात्रों की स्मृति में बनाया गया है।
छात्रों से भी गृहमंत्री ने की बात
गृहमंत्री अमित शाह ने इसके बाद विद्या भवन में एक कक्षा, कंप्यूटर लैब आदि का दौरा किया और छात्रों के साथ बातचीत की। इसके बाद ट्रस्ट द्वारा उनका अभिनंदन किया गया। गृह मंत्री ने अपने बेटे एवं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष जय शाह और अन्य स्वजन के साथ पिलवई स्थित भगवान गोवर्धननाथजी के मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। शाह और उनके स्वजन नवनिर्मित मंदिर में भगवान गोवर्धननाथजी की मूर्ति स्थापित किए जाने के अवसर पर आयोजित धार्मिक समारोह में मौजूद थे।
चमोली जिले में हिमस्खलन: चार मज़दूरों की मौत, चार अन्य लापता
2 Mar, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चमोली । उत्तराखंड के चमोली जिले में भयंकर हिमस्खलन की घटना में अब तक चार मज़दूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि चार अन्य अब भी लापता हैं। रेस्क्यू कार्यवाहियों में 46 मज़दूरों को सुरक्षित निकाला गया है, लेकिन चार मज़दूर गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में भर्ती किए गए हैं। सेना, आईटीबीपी और बीआरओ की टीमें भी लगातार रेस्क्यू कार्यों में जुटी हैं। इस दुर्घटना ने पूरे राज्य में खतरे की गंभीरता को सामने लाया है, और प्रशासन ने सभी पर्वतीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया है। दिल्ली से भी सहायता की जा रही है ताकि लापता श्रमिकों की मदद की जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस दुर्घटना के संदर्भ में सभी राजनीतिक और कार्यक्षेत्र की जानकारी ली है और राहत कार्यों में मदद करने का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना स्थल का दौरा किया और बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने सुरक्षित निकाले गए श्रमिकों की कुशलक्षेम पूछी और अधिकारियों से जानकारी ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस अभियान पर नजर बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार से बात की और राहत कार्यों के लिए केंद्र सरकार से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। बर्फबारी और हिमस्खलन के खतरे को देखते हुए राज्य के सभी पर्वतीय जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। सभी जिलों के डीएम को स्थिति पर नजर रखने और अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी तरह से जारी है और बचाव कार्य में सेना, आईटीबीपी और प्रशासन की टीमें लगातार जुटी हुई हैं।
भारत-बांग्लादेश सीमा पर तनाव के बीच हुई झड़प में बीएसएफ जवान घायल
2 Mar, 2025 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सिपाहीजाला। भारत-बांग्लादेश सीमा पर हालात बिगड़ते जा रहे हैं। त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले में 28 फरवरी को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और घुसपैठियों के बीच झड़प हुई, जिसमें एक बीएसएफ जवान और एक बांग्लादेशी नागरिक घायल हो गया। जानकारी अनुसार घटना शाम 7:30 बजे की है, जब करीब 20 से 25 बांग्लादेशी घुसपैठियों ने बीओपी पुटिया क्षेत्र के पास सीमा स्तंभ (बीपी) 2050/7-एस से भारतीय सीमा में प्रवेश किया। ये घुसपैठिए तस्करी गतिविधियों में शामिल थे। बीएसएफ गश्ती दल ने घुसपैठ रोकने की कोशिश की, लेकिन बदमाशों ने हथियार छीनने की कोशिश की और हमला कर दिया। हालात बेकाबू होते देख, एक बीएसएफ जवान ने आत्मरक्षा में गैर-घातक पंप एक्शन गन (पीएजी) से गोली चलाई। गोली लगने से एक बांग्लादेशी नागरिक घायल हो गया। इस बीच हुई झड़प में बीएसएफ का एक जवान भी घायल हो गया। दोनों ही घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, और अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी।
मुंबई में भी बांग्लादेशी घुसपैठियों पर कार्रवाई
इसी बीच, मुंबई पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों पर शिकंजा कसा। डीसीपी डॉ. प्रवीण मुंधे के नेतृत्व में मानखुर्द, वाशी नाका, कलंबोली, पनवेल, ठाणे, कल्याण और मुंब्रा में विशेष तलाशी अभियान चलाया गया। 16 अवैध बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार किए गए। जिनके खिलाफ पहले रिकॉर्ड नहीं था, उन पर नए केस दर्ज किए गए, जबकि पुराने अपराधियों के मामलों में नए आरोप जोड़े गए।
जम्मू कश्मीर में भारी बारिश और बर्फबारी से प्रदेश प्रभावित
2 Mar, 2025 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू । जम्मू कश्मीर में इस वार्षिक सत्र में भारी बारिश और बर्फबारी का दौर चल रहा है और इससे प्रदेश का जनजीवन प्रभावित हो रहा है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन की वजह से हाईवे बंद हो गया है और सरकार ने शीतकालीन जोन के स्कूलों में छुट्टियों को छह मार्च तक बढ़ा दिया है। यह निर्णय कश्मीर और जम्मू संभाग के विद्यालयों के छात्रों और कर्मचारियों के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। जम्मू कश्मीर में 27 मार्च को पूरी रात बारिश का जोर रहा और शुक्रवार को भी बारिश का सिलसिला चलता रहा जिससे नदिया व दरिया उफान पर हैं। तवी नदी का जलस्तर भी काफी हद तक बढ़ गया है, जिससे प्रशासन ने आम जनता को जलस्तर के बढ़ने के कारण नदी के आसपास न जाने की सलाह दी है। इसे देखते हुए सड़क, रेल और हवाई यातायात में भी कई दिक्कतें आ रही हैं। जम्मू कश्मीर में हो रही बारिश और बर्फबारी से साधना दर्रा, राजधान दर्रा, सोनमर्ग-जोजिला-गुमरी अक्ष, मुगल रोड, सिंथन दर्रा और कई प्रमुख सड़कें प्रभावित हो रही हैं। तवी नदी के आसपास भी आपदा के बढ़ने के संदेश को लेकर सरकार ने अधिक सतर्कता जताई है। मौसम विभाग के अनुसार अब प्रदेश में ठंडकी जल्दी होने की संभावना है, लेकिन ऊंचे इलाकों में भूस्खलन और हिमस्खलन की संभावना बनी रहेगी।
बारिश और भूस्खलन के चलते ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे बंद, गंगोत्री में भी हुई तबाही
2 Mar, 2025 09:44 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दहरादून। उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते भू स्खलन और हिम स्खलन से जमकर तबाही हुई है। गंगोत्री हाईवे पर हिमस्खलन का वीडियो भी सामने आया है। हिमस्खलन के कारण मलबे के साथ बर्फ सड़कों पर आ गई है। इससे रास्ते जाम हो गए हैं और कई जगहों पर सड़क भी टूट गई है। मलबा हटाने और सड़कों को खोलने का काम जारी है।
हर्षिल के पास गंगोत्री हाईवे पर भारी बर्फबारी के कारण हिमस्खलन हुआ है। बर्फ, मलबा और बोल्डर हाईवे और भागीरथी नदी में गिरे। हालांकि, हाईवे पर आवाजाही बंद थी, जिससे कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई। हाइवे पर हिमस्खलन शुक्रवार दोपहर बाद हुआ था।शनिवार सुबह भारतीय सेना ने हिमस्खलन वाली जगह से 14 नागरिकों को रेस्क्यू किया है। पिछले 24 घंटे से सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। शनिवार के दिन मौसम शांत होने से रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आई है। भारतीय सेना ने किराए पर लिए गए सिविल हेलीकॉप्टरों के जरिए तीन घायल कर्मियों को इलाज के लिए माना से जोशीमठ शिफ्ट किया है। ये मजदूर सेना के लिए नियमित रूप से बर्फ हटाने का काम करते हैं और हिमस्खलन की चपेट में आकर मलबे में दब गए थे।
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा, वहां पर मौसम लगातार खराब चल रहा है। मुख्यमंत्री लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने दो बार कंट्रोल रूम का भ्रमण किया। उन्होंने हर चीज पर विस्तृत जानकारी ली। बचाव और राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। कल तक 55 में से 33 लोगों को बचाया गया। शेष 22 लोगों के लिए बचाव और राहत कार्य चल रहा है। 200 से ज्यादा लोगों को मौके पर (बचाव कार्य के लिए) भेजने की तैयारी है। चार हेलीकॉप्टर काम कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर और सुविधाएं ली जाएंगी। भारतीय वायुसेना का एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर स्टैंडबाय पर है, मौसम साफ होते ही यह यहां पहुंच जाएगा।विनोद कुमार ने कहा जोशीमठ में मौसम साफ हो रहा है। हम माणा के पास एक हेलीपैड बना रहे हैं, क्योंकि हमारा हेलीपैड बर्फ से ढका हुआ है। बर्फ हटाने का काम जारी है। हमें उम्मीद है कि हेलीपैड तैयार होने के बाद बचाव और राहत कार्य में और तेजी आएगी। लगातार बर्फबारी के कारण रात में बचाव कार्य रोक दिया गया था। बचाव और राहत दलों को कोई खतरा न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए रात में ऑपरेशन रोक दिया गया था। शनिवार सुबह से ही काम फिर से शुरू हो गया है। जोशीमठ में हमारी मेडिकल टीम तैयार है।
चमोली हिमस्खलन में फंसे श्रमिकों में से 47 को बचाया गया, 8 अभी भी हैं फंसे
2 Mar, 2025 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले में आए हिमस्खलन को 26 घंटे से अधिक समय हो चुका है। इस आपदा में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन प्रोजेक्ट में काम कर रहे 57 श्रमिक प्रभावित हुए थे, जिनमें से दो छुट्टी पर थे। अब तक 47 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि 8 को निकाले जाने की कोशिशें की जा रही हैं।बचाव अभियान में सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमें लगातार प्रयासरत हैं। खराब मौसम रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा डाल रहा है, लेकिन सेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर स्टैंडबाय पर रखा गया है। जैसे ही मौसम में सुधार होगा, बचाव अभियान तेज कर दिया जाएगा।
सीएम धामी पहुंचे ग्राउंड जीरो
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चमोली के ग्राउंड जीरो पर पहुंच गए हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मांड़ा के निकट हुए हिमस्खलन में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। शनिवार सुबह 14 श्रमिकों को बचाया गया, जबकि 3 गंभीर रूप से घायल श्रमिकों को जोशीमठ स्थित आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि बचाव अभियान लगातार जारी है और जल्द ही सभी फंसे हुए श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी सूची के अनुसार, फंसे हुए श्रमिक बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर सहित अन्य राज्यों के हैं। बचाव कार्य में लगी टीमें पूरी मुस्तैदी से जुटी हुई हैं और उम्मीद की जा रही है कि शेष श्रमिकों को भी जल्द सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश बीजेपी को मार्च में मिलेगा नया प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले बदलाव
1 Mar, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मार्च में अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करेगी। बीजेपी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव राज्य इकाइयों द्वारा अपने-अपने चुनाव संपन्न कराने के बाद होगा।
दरअसल, बीजेपी को अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया को जनवरी में पूरा करना था, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव और कई राज्य इकाइयों में लंबित चुनावों के कारण नए अध्यक्ष के चयन में देरी हो रही है।
क्या कहता है बीजेपी का संविधान?
जानकारी के अनुसार बीजेपी का संविधान कहता है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए कम से कम 50 प्रतिशत राज्य इकाइयों द्वारा अपने-अपने अध्यक्षों का चुनाव कर लिया जाना आवश्यक है। इसलिए, राज्य स्तर पर चुनाव प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है।
क्या होती है प्रक्रिया?
बीजेपी में प्रदेश अध्यक्षों के साथ-साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए निर्वाचक मंडल के सदस्यों का भी चयन होता है। वर्तमान में 36 राज्यों में से सिर्फ 12 में ही चुनाव संपन्न हुए हैं। ऐसे में कम से कम छह और राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों के लिए चुनाव कराए जाने की जरूरत है।
एक हफ्ते में यूपी बीजेपी को मिलेगा नया प्रदेश अध्यक्ष
उधर, बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और हरियाणा जैसे प्रमुख राज्यों में अगले एक-दस दिन में प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव पूरे हो जाने की उम्मीद है। बिहार में मौजूदा अध्यक्ष के बने रहने की संभावना है। उसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा।
माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में जिला अध्यक्षों का चुनाव अगले तीन-चार दिनों में पूरा हो जाएगा, जिसके बाद उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का चुनाव होगा। उम्मीद है कि एक सप्ताह या दस दिन के भीतर उत्तर प्रदेश को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा।
जेपी नड्डा का बढ़ा था कार्यकाल
वर्तमान में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हैं। उन्हें पहली बार 17 जून, 2019 को भाजपा का कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया था और वे 20 जनवरी, 2020 तक इस पद पर रहे। इसके बाद 20 जनवरी, 2020 को उन्हें औपचारिक रूप से पार्टी का 11वां राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया और तब से वे इस पद पर हैं
नड्डा के नेतृत्व में बीजेपी ने जीते कई चुनाव
ध्यान देने वाली बात है कि जेपी नड्डा के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने 35 राज्यों में चुनाव लड़ा और 16 राज्यों में जीत हासिल की। इसी तरह लोकसभा चुनाव में भी पार्टी ने जीत हासिल की और सत्ता में वापसी की।
360 किमी पूरा, बाकी कार्य तेज रफ्तार से जारी – बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर अपडेट
1 Mar, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद। देश की पहली बुलेट ट्रेन अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली है। देशवासियों को काफी समय से इस ट्रेन का इंतजार है। इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुलेट ट्रेन को लेकर अपडेट दिया है। रेल मंत्री ने बताया कि 360 किलोमीटर का काम लगभग पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि इसे पूरा करने में ढाई वर्षों की देरी महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने की वजह से हुई है।
इस बीच, केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने शनिवार को "पहली बार" मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल परियोजना का निरीक्षण किया और भारत के बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में इस पहल की सराहना की।
'ये पीएम मोदी का विजन है'
रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधुनिक रेलवे नेटवर्क के दृष्टिकोण का हिस्सा है, जिसने लगभग एक लाख लोगों को रोजगार दिया है। मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय रेल राज्य मंत्री ने परियोजना के कार्यान्वयन के लिए प्रशंसा व्यक्त की। उन्होंने कहा "मैं यहां पहली बार आया हूं। ये पीएम मोदी का विजन है। उनका जो आइडिया है वो बहुत अच्छा है और उन्होंने जो विजन बनाया है वो बहुत अच्छा है। एक लाख लोगों को रोजगार मिला है। ये बहुत अच्छा प्रोजेक्ट है।"
13 नदियों पर बनाए गए पुल
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन देश का पहला हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर है। यह कॉरिडोर 508 किलोमीटर लंबा है। इस परियोजना की लागत करीब 1.08 लाख करोड़ रुपये है, लेकिन परियोजना में हो रही देरी की वजह से इसकी लागत बढ़ती जा रही है। मुंबई से अहमदाबाद तक चलने वाली बुलेट ट्रेन के रेल मार्ग पर 13 नदियां पड़ रही हैं, जिनके ऊपर पुल बनाए गए हैं। पांच स्टील पुल और दो पीएसएसी पुल के माध्यम से कई रेलवे लाइनों और राजमार्ग को पार किया गया है। गुजरात में ट्रैक निर्माण कार्य तेजी से आग बढ़ चुका है।
लगाए गए नॉइज बैरियर
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत 11 जनवरी 2025 तक 253 किमी वायाडक्ट, 290 किमी गर्डर कास्टिंग के अलावा 358 किमी पियर का काम पूरा हो चुका है। इस रेल मार्ग पर लगभग 112 किमी के हिस्से में नॉइज बैरियर लगाए गए हैं। महाराष्ट्र में बीकेसी और ठाणे के बीच 21 किमी का सुरंग का काम निर्माणाधीन है। एनएटीएम के माध्यम से महाराष्ट्र के पालघर जिले में सात पर्वतीय सुरंगों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। गुजरात के वलसाड में एक पर्वतीय सुरंग बनकर तैयार है।
कब शुरू होगी बुलेट ट्रेन?
साल 2026 में बुलेट ट्रेन का ट्रायल रन शुरू होने की संभावना है। गुजरात के सूरत और अहमदाबाद बुलेट ट्रेन स्टेशन का काम एडवांस स्थिति में पहुंच चुका है। इसके साथ ही साबरमती मल्टीमॉडल ट्रांजिट हब भी बनकर तैयार है। बता दें, मुंबई-अहमदाबाद के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन की हाई स्पीड 350 किमी प्रति घंटे की होगी। बुलेट ट्रेन 12 स्टेशनों पर रुकते हुए 508 किमी का सफर तय करेगी, जिसमें सिर्फ 3 घंटे का समय लगेगा।
तेलंगाना: किराने की दुकान में लगी आग, दम घुटने से तीन की मौत
1 Mar, 2025 12:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रंगारेड्डी (तेलंगाना)। रंगारेड्डी के पुप्पलगुडा में उस्मान किराना दुकान में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई और दो घायल हो गए हैं। इसकी जानकारी पीएस नरसिंगी के SHO हरि कृष्ण ने दी है।
पुलिस के अनुसार, घटना 28 फरवरी को शाम करीब 5:30 बजे हुई जब शॉर्ट सर्किट के कारण किराना दुकान के अंदर एक रेफ्रिजरेटर फट गया, जिससे आग लग गई, जो तेजी से तीन मंजिला इमारत की ऊपरी मंजिलों तक फैल गई।
ग्राउंड फ्लोर से उठी आग की लपटें
पुलिस ने कहा कि उन्हें गांधीपेट मंडल के निवासी तमीज़ खान से एक शिकायत मिली, जिसमें कहा गया कि उनके चचेरे भाई उस्मान खान की दुकान पुप्पलगुडा के पाशा कॉलोनी में जी +2 इमारत के भूतल पर स्थित है।
आग लगने की जानकारी मिलने पर शिकायतकर्ता घटनास्थल पर पहुंचा और पाया कि आग की लपटें पहली मंजिल तक बढ़ गई थीं, जहां उस्मान खान के परिवार के सदस्य मौजूद थे।
पहली मंजिल पर मौजूद 3 लोगों की हुई मौत
शिकायत में कहा गया है कि घटना के समय उस्मान खान के परिवार के सदस्य जमीला खातून (65), शहाना खानम (30) और सिदरा फातिमा (6) पहली मंजिल पर मौजूद थे और अधिक धुएं के कारण उनकी मौत हो गई।
इस बीच, दूसरी मंजिल पर रहने वाले यूनिस खान (44) और उनकी पत्नी आसिया खातून (36) आग से बचने की कोशिश में इमारत से कूदने के बाद घायल हो गए।
आईएमडी का पूर्वानुमान: अगले तीन महीने तक ऐसा रहेगा मौसम
1 Mar, 2025 11:01 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में मौसम ने पलटी मार ली है। कई राज्यों में बारिश के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। आज सुबह होते ही राजधानी में तेज बारिश होने लगी, जिससे ठंडक फिर महसूस होने लगी है।
वहीं, पहाड़ों में भी तेज बारिश और बर्फबारी ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। कई राज्यों में तो आफत की बरसात हो रही है।
दिल्लीवालों वीकेंड हुआ सुहावना
दिल्ली-एनसीआर में बारिश के चलते तापमान में गिरावट आई है। कई दिनों से तापमान बढ़ने के चलते फरवरी में ही गर्मी का अहसास होने लगा था, लेकिन आज बारिश के आते ही ठंडी हवाएं चलने लगी हैं।
यूपी-बिहार में भी बदला मौसम
यूपी में भी मौसम का मिजाज बदल चुका है। हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश ने यूपी के मौसम पर असर छोड़ा है। ज्यादातर इलाकों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, अभी अगले दो दिन तक आसमान में छिटपुट बादल जमे रहेंगे। पश्चिमी यूपी में जोरदार बारिश होगी।
आज नोएडा, मेरठ, गाजियाबाद व आसपास के जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई।
वहीं, बिहार में भी आंशिक रूप से बादल छाए रहे। इसके साथ ही मौसम विभाग ने कुछ जगहों पर यलो अलर्ट भी जारी किया है। कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर व नवादा जिले के एक या दो स्थानों पर बादल गरजने के साथ बिजली गिरने की संभावना है।
पहाड़ों पर बर्फ का गिरना जारी, हिमाचल में बादल फटा
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी और बारिश के कारण कर्फ्यू जैसी स्थित हो गई है। बर्फबारी के चलते कई मार्ग बंद हो गए हैं। सड़कों पर कई किमी तक बर्फ ही बर्फ पसरी हुई है। जिससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शनिवार को भी मौसम विभाग ने पूरे दिन भारी बर्फबारी की चेतावनी जारी की है।
चंबा के पांगी घाटी के कोकरोलू गांव में हिमस्खलन से एक व्यक्ति बर्फ में दब गया था, जिसे ग्रामीणों ने सुरक्षित निकाला।
वहीं, कांगड़ा के बड़ा भंगाल घाटी के लुहारड़ी में बादल फटने से ऊहल नदी का जलस्तर बढ़ गया और इसके कारण बरोट बांध के गेट खोलने पड़े। रोहतांग में छह फीट, अटल टनल रोहतांग में साढ़े चार फीट,कोठह में चार फीट, किन्नौर में करीब डेढ़ फीट ताजा हिमपात हुआ है।
ला-नीना से मौसम प्रभावित
आइएमडी ने मौसम में इस व्यापक बदलाव को ला-नीना का असर बताया है, जो प्रशांत महासागर के सतही जल के सामान्य से ज्यादा गर्म हो जाने के चलते बनता है और भारतीय महाद्वीप के मौसम को गहरे रूप से प्रभावित करता है।
ला-नीना के चलते ही इस बार दिसंबर-जनवरी में ठंड भी ज्यादा नहीं पड़ी। फरवरी के पहले हफ्ते से ही मौसम ने करवट ले ली है और अप्रत्याशित रूप से तापमान बढ़ना शुरू हो गया।
अगले तीन महीने का मौसम पूर्वानुमान
भारत मौसम विभाग (आइएमडी) ने शुक्रवार को अगले तीन महीने का अनुमान जारी करते हुए कहा है कि गर्मी के मौसम में इस बार सामान्य से अधिक तापमान रह सकता है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में दिन के समय हीट वेव (लू) भी चल सकती है।
साथ ही लू चलने के दिन पिछले कुछ वर्षों की तुलना में अधिक रह सकते हैं। तापमान में तीव्रता मार्च के दूसरे सप्ताह से शुरू हो सकती है। ऐसी स्थिति में रबी एवं गर्मा फसलों को नुकसान हो सकता है।