देश
14 राज्यों में आंधी-तूफान का अलर्ट
20 Apr, 2025 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। देश के अलग-अलग क्षेत्रों में मौसम के कई रूप देखने को मिले। लखनऊ में शनिवार सुबह 3 बजे तूफान आया। इससे सैकड़ों पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। इसके चलते रास्ते बंद हो गए। मौसम विभाग ने रविवार को राजस्थान-मध्य प्रदेश में तेज लू (हीटवेव) की आशंका जताई है। महाराष्ट्र में भी तेज गर्मी रहेगी। इसके अलावा बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, नॉर्थ ईस्ट समेत 14 राज्यों में आंधी-तूफान की चेतावनी है। बारिश के साथ यहां तेज आंधी और बिजली का भी अलर्ट है। राजस्थान और गुजरात से आई गर्म हवाओं के असर से पूरा मध्य प्रदेश तप रहा है।
अमित शाह नहीं लेते कोई दवा या इंसुलिन! क्या है उनकी फिटनेस का राज...?
20 Apr, 2025 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: हर साल 19 अप्रैल को लिवर डे मनाया जाता है. इस दिन को मनाने की शुरुआत 1996 में यूरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ द लिवर ने की. लिवर अगर एक बार खराब हो जाए तो उसका इलाज मुश्किल और महंगा हो सकता है. विश्व लिवर दिवस से जागरूकता फैलायी जाती है कि जीवन शैली में एक छोटा सा बदलाव करके स्वस्थ रह सकते हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शनिवार को विश्व लिवर दिवस के अवसर पर आईएलबीएस (लिवर और पित्त विज्ञान संस्थान) कार्यक्रम में शामिल हुए.
अमित शाह ने स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के अपने व्यक्तिगत अनुभव को साझा करते हुए अपने बेहतर स्वास्थ्य का श्रेय नियमित व्यायाम, उचित नींद और आहार को दिया. युवाओं से बेहतर भविष्य के लिए शारीरिक गतिविधि और आराम को प्राथमिकता देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि मई 2020 से लेकर आज तक अपने जीवन में बहुत बड़ा बदलाव किया. आवश्यक मात्रा में नींद, पानी, आहार और नियमित व्यायाम ने उनको बहुत कुछ दिया है. अमित शाह ने कहा कि आज भी वो किसी भी तरह की दवा और इंसुलिन नहीं लेते हैं.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, "आज लिवर दिवस के अवसर पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हमारा पूरा देश स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए तैयार रहे और किसी को भी स्वास्थ्य सुविधाएं पाने के लिए संघर्ष न करना पड़े... यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि भारत में, विशेष रूप से दिल्ली में, उचित स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा उपलब्ध हो." गुप्ता ने कहा, "हमारी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सिर्फ दिल्ली के लोगों के इलाज के लिए नहीं है. पूरे देश और दुनिया से लोग यहां आते हैं."
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने स्वास्थ्य सेवा पर नई दिल्ली सरकार के फोकस पर प्रकाश डाला. साथ ही स्वास्थ्य सेवा वितरण में दिल्ली के पिछड़ने के लिए पिछली नीतियों की आलोचना की.
सक्सेना ने कहा, "आईएलबीएस एकमात्र ऐसा संस्थान है जिसने देश और विदेश में अपनी पहचान बनाई है. आईएलबीएस को एक दशक से अधिक समय से विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा लिवर रोगों के लिए सहयोगात्मक केंद्र के रूप में मान्यता दी गई है. फैटी लिवर रोग अब न केवल दिल्ली जैसे महानगर में बल्कि भारत के अन्य शहरों में भी एक मूक महामारी के रूप में बढ़ रहा है."
11 साल में तीसरी बार सऊदी अरब जाएंगे पीएम मोदी, बढ़ेगी भारत की रणनीतिक पकड़
19 Apr, 2025 05:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते सऊदी अरब की यात्रा पर जाने वाले हैं. पीएम मोदी का ये दौरा 2 दिन का रहने वाला है. पीएम का यह दौरा सऊदी अरब किंगडम के पीएम एवं क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के इनवाइट के बाद तय हुआ है. पीएम मोदी का 11 साल के कार्यकाल में ये तीसरा सऊदी दौरा है. इससे पहले वे साल 2016 और 2019 में सऊदी अरब के दौरे पर गए थे. साऊदी दौरे से पहले पीएम मोदी श्रीलंका दौरे पर गए थे.
पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय मुद्दे पर चर्चा होगी. इसमें India-Middle East-Europe Economic Corridor (IMEEC), व्यापार और निवेश बढ़ाने के अवसर, रक्षा-सुरक्षा सहयोग और इनोवेशन-स्टार्टअप जैसे मुद्दे शामिल हो सकते हैं
भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार
सऊदी क्राउन प्रिंस भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है, जबकि खाड़ी देश भारती का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है. 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार 42.98 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा, जिसमें भारतीय निर्यात 11.56 बिलियन अमरीकी डॉलर और आयात 31.42 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा. हाल के सालों में सऊदी अरब में भारतीय निवेश में भी बढ़ोतरी हुई है, जो अगस्त 2023 में लगभग 3 बिलियन अमरीकी डॉलर के आंकड़े तक पहुंच गया.
भारत और सऊदी अरब ने 1947 में राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे. 2010 में द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में बदल दिया गया.
इन मुद्दों पर हो सकती हैं दोनों देशों में बातचीत
पिछले 10 सालों में सऊदी अरब के साथ भारत के संबंध मजबूत और स्थायी साझेदारी में बदल गए हैं. पीएम मोदी की इस यात्रा पर सबकी निगाहें रहने वाली हैं. इस यात्रा में व्यापार समझौतों और स्मार्ट सिटी, बुनियादी ढांचे, कृषि और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होने की उम्मीद है. पीएम मोदी की ये यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा से पहले हो रही है. अगले महीने ट्रंप भी सऊदी दौरे पर रहने वाले हैं.
केदारनाथ में मंदिर समिति ने संभाला मोर्चा, 2 मई से भक्त कर सकेंगे दर्शन
19 Apr, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की अग्रिम टीम श्री केदारनाथ धाम पहुंच गई है। श्री बद्रीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट आधिकारिक तौर पर 2 मई को फिर से खुलेंगे। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे। इस बीच, श्री मद्महेश्वर मंदिर (द्वितीय केदार) के कपाट 21 मई को खुलेंगे, और तीसरे केदार, श्री तुंगनाथ मंदिर भी 2 मई को फिर से खुलेंगे।
इससे पहले, बीकेटीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने सोमवार को श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ में श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट खोलने की तिथि को अंतिम रूप देने के लिए एक बैठक में भाग लिया। मंगलवार को बीकेटीसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने मंदिर समिति के मां बाराही मंदिर, संसारी, मस्त नारायण कोटि, श्री त्रियुगीनारायण मंदिर, गौरीमाता मंदिर, गौरीकुंड, सोन प्रयाग में मंदिर समिति विश्राम गृह और शोणितपुर (गुप्तकाशी) में संस्कृत महाविद्यालय का स्थल निरीक्षण किया।
यमुनोत्री से शुरू होती है चार धाम यात्रा
चार धाम यात्रा सबसे महत्वपूर्ण हिंदू तीर्थों में से एक है। इसमें चार पवित्र हिमालयी मंदिरों की यात्रा शामिल है। यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ। हिंदी में 'चार' का अर्थ चार और 'धाम' धार्मिक स्थलों को दर्शाता है। ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति को चार धाम यात्रा दक्षिणावर्त दिशा में पूरी करनी चाहिए। इसलिए, तीर्थयात्रा यमुनोत्री से शुरू होती है, गंगोत्री, फिर केदारनाथ और अंत में बद्रीनाथ में समाप्त होती है।
सीएम धामी बोले- तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे
10 अप्रैल को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार चार धाम यात्रा के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि यह तीर्थयात्रा राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है। सीएम धामी ने कहा "चार धाम यात्रा की तैयारियां चल रही हैं। मैंने यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता भी की। हम अपने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। चार धाम यात्रा हमारे राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए जीवन रेखा है।
अफगानिस्तान में भूकंप, भारत में भी असर—कश्मीर और असम में महसूस हुए झटके
19 Apr, 2025 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जोरदार भूकंप से आज 2 बार भारत की धरती दहल गई। सुबह असम में भूकंप के झटके लगे थे और दोपहर में करीब 12:20 बजे पुंछ इलाके में जोरदार भूकंप आया। कश्मीर घाटी में आज बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है। इस बीच आए भूकंप ने लोगों में दहशत फैला दी है। कश्मीर घाटी में आए जोरदार भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.9 मापी गई है। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान बॉर्डर पर धरती के नीचे 86KM की गहराई में मिला।
कश्मीर घाटी में आए भूकंप के झटके दिल्ली-NCR तक महसूस किए गए। भारत के साथ-साथ पड़ोसी देश पाकिस्तान और उसके पड़ोसी देश अफगानिस्तान की धरती भी भूकंप से दहली है। हालांकि तीनों देशों में भूकंप से किसी तरह के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन कश्मीर घाटी में खराब मौसम के बीच भूकंप से लोग सहमे हुए हैं। अफगानिस्तान में आए भूकंप का केंद्र धरती के नीचे 130 किलोमीटर की गहराई में मिला है।
असम में भी आया था भूकंप
बता दें कि आज सुबह करीब 7 बजकर 38 मिनट पर असम के नागांव (Nagaon) में भूकंप के झटके लगे थे। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.9 मापी गई। भूकंप के झटके नागांव समेत कई गांवों में महसूस किए गए। तीव्रता कम होने से किसी तरह का जान माल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन भूकंप के झटके लगते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए थे। बता दें कि असम और पूर्वोत्तर भारत Seismic Zone में आता है, इसलिए यहां अकसर भूकंप के झटके लगते रहते हैं।
म्यांमार में रोज आ रहा भूकंप
28-29 मार्च को म्यांमार में 7 से ज्यादा की तीव्रता का भयानक भूकंप आया था। भूकंप ने देश में भीषण तबाही मचाई थी। करीब 4000 लोगों की जान ले ली थी। उसके बाद से अब तक हर रोज म्यांमार में भूकंप आ रहा है। शुक्रवार (18 अप्रैल) की रात भी म्यांमार में भूकंप आया। म्यांमार में शुक्रवार रात 11 बजकर 4 मिनट पर 3.6 की तीव्रता वाला भूकंप आया। 11 बजकर 31 मिनट पर 3.7 की तीव्रता पर भूकंप आया था। भूकंप के झटके सहते हुए लोग दहशत के साये में जिंदगी बिता रहे हैं।
कर्नाटक में धार्मिक प्रतीकों को लेकर परीक्षा केंद्रों पर सख्ती, जांच के आदेश
19 Apr, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवमोगा: कर्नाटक के शिवमोगा जिले में CET परीक्षा के दौरान छात्रों से जनेऊ और रक्षा सूत्र (कलावा) उतरवाने के मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए एग्जाम अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। शिवमोगा जिले के शरावतिनगर में आदिचुंचनगिरी स्कूल में सीईटी परीक्षा के दौरान यह घटना सामने आई थी। कर्नाटक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) में शामिल होने वाले छात्रों से कथित तौर पर उनके जनेऊ और रक्षा सूत्र (कलावा) उतारने के लिए कहा गया था।
बीएनएस की धाराओं में मुकदमा दर्ज
पुलिस के मुताबिक नटराज भगवत नामक व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर बीएनएस, 2023 की धारा 115(2), 299, 351(1) और 352 के साथ धारा 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि किन परिस्थितियों में छात्रों को कथित तौर पर धार्मिक प्रतीकों को उतारने के निर्देश दिए गए थे।
वहीं इस घटना पर कर्नाटक के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. एमसी सुधाकर का रिएक्शन भी सामने आया है। उन्होंने इसे "बहुत दुर्भाग्यपूर्ण" बताया और पुष्टि की कि बीदर के एक परीक्षा केंद्र से भी ऐसी शिकायतें मिली हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य भर के अधिकांश अन्य केंद्रों पर परीक्षा प्रक्रिया सुचारू रूप से चली।
बीदर में भी हुई ऐसी घटना
उन्होंने कहा, "यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह केवल शिवमोग्गा में ही नहीं बल्कि बीदर में भी हुआ। दो केंद्रों को छोड़कर बाकी सभी जगहों पर प्रक्रिया सुचारू रूप से चली। किसी भी गैजेट की जांच या तलाशी के लिए जिम्मेदार लोगों या यहां तक कि जो भी प्रोटोकॉल का पालन किया गया था, उन्हें कभी भी ऐसी वस्तुओं की जांच या हटाने का निर्देश नहीं दिया गया था।"
उन्होंने कहा, "परीक्षा के दौरान इन चीजों को हटाने का उल्लेख नहीं किया गया था। हम सभी धर्मों, उनकी आस्था और उनके कार्यों का सम्मान करते हैं। हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते और हम कार्रवाई करने जा रहे हैं।
दरअसल, CET की परीक्षा देने पहुंचे तीन छात्रों को इसीलिए रोक लिया गया क्योंकि उन्होंने जनेऊ और हाथों में रक्षा सूत्र (कलावा) पहना हुआ था। गेट पर मौजूद गार्ड ने 2 लड़कों ने जनेऊ और रक्षा सूत्र (कलावा) खुलवा दिया, जबकि एक छात्र जनेऊ न खोलने पर अड़ गया। जिसके चलते उस 15 मिनट तक गेट पर ही रोक लिया गया। इसके बाद उसके हाथों में बंधे रक्षा सूत्र को उतरवा लिया गया, लेकिन जनेऊ के साथ उसे परीक्षा देने को दी गई।
15 मिनट तक गेट के बाहर बैठाया गया
पीड़ित छात्र अभिज्ञान के मामा ने कहा, 'मेरा भांजा CET के लिए आदि चुनचुनगिरी पीयू कॉलेज गया था। वहां गार्ड ने टी शर्ट के अंदर पहने जनेऊ और हाथों में पहने कलावा को उतारने को कहा। भांजे ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया। भांजे ने कहा कि वो भले ही परीक्षा न दे लेकिन जनेऊ नहीं उतारेगा। इसके बाद 15 मिनट तक उसे बाहर बैठाया गया।' पीड़ित छात्र के मामा ने बताया कि बाद में उसे जनेऊ के साथ परीक्षा देने की अनुमति दी गई लेकिन उसके हाथों से कलावा निकालकर उसे डस्टबिन में डाल दिया गया।
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया। संस्थान के गेट पर ब्राह्मण संगठन के लोग पहुंच गए और गार्ड से सवाल जवाब करने लगे। सूचना मिलते ही पुलिस भी वहां पहुंच गई और विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को किसी तरह समझा बुझाकर वहां से भेज दिया गया।
बस स्टॉप पर छात्रा को सीने में मारी गोली, कनाडा में दिल दहला देने वाली वारदात
19 Apr, 2025 12:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कनाडा में एक भारतीय छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। छात्रा की उम्र 21 साल थी। वो घर से निकली और बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान छात्रा के सामने से एक कार गुजरी, जिसमें बैठे शख्स ने उस पर गोली चला दी। मृतक छात्रा का नाम हरसिमरत रंधावा है, जो कनाडा के ओंटारियों में स्थित मेहॉक कॉलेज में पढ़ाई कर रही थीं। हैमिल्टन पुलिस इस हत्या की जांच कर रही है।
क्या है हत्या की वजह?
हरसिमरत रंधावा की हत्या की जानकारी साझा करते हुए टोरंटो स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने बताया कि हैमिल्टन के ओंटारियो में भारतीय छात्रा हरसिमरत रंधावा की मौत से हमें काफी दुख हुआ है। स्थानीय पुलिस का कहना है कि हरसिमरत निर्दोष थीं, वो एक गैंगवॉर का शिकार हो गईं।
ऐसे लगी गोली
स्थानीय पुलिस के अनुसार हरसिमरत जिस बस स्टेशन पर खड़ी बस का इंतराजर कर रही थीं, वहां अचानक दो गुटों में गोलीबारी शुरू हो गई। दो गाड़ियां एक-दूसरे पर गोली चलाने की कोशिश कर रही थीं और गलती से यह गोली हरसिमरत को जा लगी।
भारतीय दूतावास ने दी जानकारी
हरसिमरत रंधावा अंजाने में इस घटना का शिकार हुईं और उनकी मौत हो गई। मामले की जांच जारी है। टोरंटो स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि हरसिमरत के परिवार के साथ संपर्क में बना हुआ है। उनकी सभी जरूरतों का ध्यान रखा जा रहा है। इस मुश्किल समय में हम उनके परिवार के साथ हैं।
कब हुई वारदात?
हैमिल्टन पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि शाम को तकरीबन 7:30 बजे हमें इस हत्याकांड की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा हरसिमरत रंधावा बेसुध हालत में थीं और गोली उनके सीने में लगी थी। उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
जांच कर रही पुलिस
पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक की, जिसमें पता चला कि काली कार में बैठे किसी शख्स ने हरसमिरत पर गोली चलाई और मौके से फरार हो गया। इस घटना में किसी और के हताहत होने की खबर नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जनरल पांडे का आत्मनिर्भरता पर ज़ोर, बोले– रक्षा क्षेत्र को चाहिए तेज़ रफ्तार
19 Apr, 2025 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पूर्व सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा है कि आधुनिकीकरण के लिए तेज गति से काम करने की जरूरत होती है, जबकि स्वदेशीकरण में समय लगेगा। अत: इस विरोधाभास के बीच संतुलन बैठाना अहम है। जनरल पांडे ने इस बात पर भी जोर दिया कि रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अब धीरे-धीरे कदम उठाने के बजाय छलांग लगाने का समय आ गया है।
अग्निपथ योजना के रूप में एक महत्वपूर्ण सुधार
मानेकशॉ सेंटर में आयोजित ''द वीक डिफेंस कान्क्लेव'' में अपने विशेष संबोधन में उन्होंने यह भी कहा कि सेनाओं में अग्निपथ योजना के रूप में एक महत्वपूर्ण सुधार लागू किया गया है। इसे बनाने, नियोजन और क्रियान्वयन में व्यापक अंतर-मंत्रालयी और अंतर-विभागीय परामर्श तथा अत्यंत जटिल प्रकृति के समन्वय की आवश्यकता थी।
आगे बोले कि मेरा मानना है कि इस योजना को और अधिक सुदृढ़ और परिष्कृत बनाने के लिए यह प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए। उन्होंने इस क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों और परिवर्तन के बीच मुख्य अंतर को भी स्पष्ट किया। मौजूदा और भविष्य के सुधारों को गति देने के लिए सरकार ने 2025 को रक्षा मंत्रालय में 'सुधारों का वर्ष' घोषित किया है। इसका उद्देश्य सशस्त्र बलों को एकीकृत संचालन में सक्षम तकनीकी रूप से उन्नत सेना में बदलना है।
जनरल पांडे ने आधुनिकीकरण को लेकर कही ये बात
अपने संबोधन में जनरल पांडे ने आधुनिकीकरण की दिशा में काम करते हुए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के पहलू पर भी प्रकाश डाला।
जनरल पांडे ने 29वें सेना प्रमुख के रूप में सेवाएं दी हैं
उन्होंने कहा कि आधुनिकीकरण के लिए गति की आवश्यकता होती है और यह समय की मांग है, लेकिन स्वदेशीकरण में समय लगेगा। मेरी राय में इस विरोधाभास में संतुलन बैठाना महत्वपूर्ण है। जनरल पांडे ने 29वें सेना प्रमुख के रूप में सेवाएं दी हैं। वह जून 2024 में सेवानिवृत्त हुए थे।
मुंबई हमले पर तहव्वुर राणा का दावा – 'मैं नहीं, हेडली है मास्टरमाइंड'
19 Apr, 2025 11:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा ने एनआईए की कस्टडी में बड़ा खुलासा किया है. सूत्रों का कहना है कि तहव्वुर राणा 26/11 के हमले में खुद की भूमिका से इनकार कर रहा है. उसने हेडली को हमले का मास्टरमाइंड बताया है. उसने जांच एजेंसी से कहा है कि हमले में उसकी कोई भूमिका नहीं है. हेडली जिम्मेदार है.
सूत्रों ने ये भी बताया कि तहव्वुर राणा को अपने परिवार की चिंता सता रही है. वो परिवार से बातचीत करना चाहता है. उसनेभाई से बात करने के बारे में जांच एजेंसी से प्रक्रिया पूछ रहा है.NIA की हिरासत में राणा पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है. वो नॉनवेज खाना चाहता है लेकिन उसे नियमों के आधार पर ही खाना दिया जा रहा है.
26/11 हमले के सबूत दिखाकर राणा से हो रही पूछताछ
तहव्वुर राणा का स्वास्थ्य फिलहाल ठीक है. उसका समय पर मेडिकल हो रहा है. जांच एजेंसी तहव्वुर राणा को 26/11 हमले में मिले सबूतों को दिखाकर पूछताछ रही है. सूत्रों का ये भी कहना है कि तहव्वुर राणा, जिसे सेंट्रलाइज्ड एसी बिल्डिंग में रखा गया है, वो दिल्ली की गर्मी से परेशान है.
अपने भाई से बात करना चाहता है राणा
राणा का कहना है कि यहां बहुत ज्यादा गर्मी है. वो कनाडा में रहने वाले अपने छोटे भाई से बात करना चाहता है. राणा पूछताछ के दौरान अधिकारियों से भारत की न्यायिक प्रक्रिया के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिशें कर रहा है. वो अपने खिलाफ लगे सेक्शन में कानून की धाराओं के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहा है.
विदेश मंत्रालय की ओर से गुरुवार को मुंबई हमले में तहव्वुर राणा और पाकिस्तान के कनेक्शन पर बड़ा बयान आया था. मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था, पाकिस्तान लाख कोशिशें कर ले लेकिन वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में उसकी पहचान बनी ही रहेगी. तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है कि उसे मुंबई हमलों के अन्य अपराधियों को कटघरे में लाना होगा.
'हॉक' फाइटर जेट्स की गड़गड़ाहट से गूंजेगी राजधानी, सूर्यकिरण टीम तैयार
19 Apr, 2025 11:02 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड की राजधानी रांची में 19 और 20 अप्रैल को भारतीय वायु सेना का दो-दिवसीय वर्ल्ड क्लास एयर शो आयोजित किया जा रहा है. भारतीय वायु सेना की सूर्यकिरण एयरोबेटिक टीम की तरफ से पहली बार ये एयर शो होने जा रही है. इस इवेंट को देखते हुए नामकुम में 200 मीटर का नो-फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है और कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं.
इस शो में एक साथ रांची के आसमान में इंडियन एयर फोर्स के सूर्य किरण टीम के 9 “हॉक” फाइटर विमान हैरतअंगेज कर्तव्य दिखाएंगे और भारतीय वायु सेना के अदम्य साहस से परिचय राजधानी रांची समेत पूरे झारखंड के लोगों को कराएंगे.
कैसी रहने वाली है इस शो की टाइमिंग?
इस शो को लेकर लोगों में गजब का एक्साइटमेंट है, ऐसा इसलिए क्योंकि रांची में ये पहली बार होने जा रहा है. झारखंड की राजधानी रांची में होने वाला दो दिवसीय एयर शो की टाइमिंग सुबह 9:30 से 10:30 रहेगी. अगर आप भी इस शो में शामिल होने जा रहे हैं तो समय से पहले पहुंच जाइयेगा, क्योंकि यहां आपको 9 बजे तक ही अंदर जाने दिया जाएगा. अगर आप लेट होते हैं तो आपको बाहर से शो को देखना पड़ेगा.
नो फ्लाइंग जोन घोषित
वायु सेवा के होने वाले दो दिवसीय एयर शो को लेकर खास तैयारी की गई हैं. रांची जिला प्रशासन ने एहतियातन नामकुम खोजा टोली आर्मी ग्राउंड के 200 मीटर के क्षेत्र को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया है, 17.4.2025 (17 अप्रैल) की सुबह 6:00 से 20 4.25 (20 अप्रैल) की रात 11:00 तक के लिए ये क्षेत्र नो फ्लाइंग जोन घोषित किया है. इस दौरान संबंधित क्षेत्र में ड्रोन, पैराग्लाइडिंग ,हॉट एयर बैलून सहित अन्य गतिविधियों पर पूरी तरीके से रोक रहेगी. कार्यक्रम स्थल पर तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था रहेगी.
ट्रैफिक का हाल भी जान लीजिए
शो को लेकर ट्रैफिक में भी बड़ा बदलाव किया गया है, कार्यक्रम स्थल जाने वाले मार्ग पर बड़े वाहन और बिना पास धारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा. इसके साथ ही प्रशासन के द्वारा कार्यक्रम स्थल पर किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ लेकर जाने की मनाही है, ऐसा इसलिए क्योंकि खाद्य पदार्थ से पक्षी आकर्षित होते हैं जो एयर शो में खलल डाल सकते हैं. यही कारण है कि खाने पीने के सामान पर रोक लगाई गई है. इस कार्यक्रम का मकसद युवाओं को सेना के शौर्य और पराक्रम से रूबरू कराना है.
भारत ने पाक को दिखाया आईना, कहा – 'कश्मीर तुम्हारी नस नहीं, हमारी धड़कन है'
19 Apr, 2025 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है, वो समय-समय पर भारत और कश्मीर को लेकर बयानबाजी करता रहता है. बीते दिनों पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने एक बार फिर कश्मीर को लेकर एक बयान दिया और एक बार फिर अपनी बेइज्जती करा ली. मुनीर ने कश्मीर को अपने गले की नस था और रहेगा. इस पर भारत की तरफ से भी पलटवार किया गया है. भारत ने सीधे जवाब में कहा, “कोई भी विदेशी चीज कैसे जुगुलर वेन यानी गले की नश हो सकती है?
जनरल मुनीर के बयान के बाद भारत ने भी पलटवार किया और पाकिस्तान को अपनी हद में रहने की बात कही है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि कोई विदेशी चीज गले की नस में कैसे फंस सकती है? यह भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है. इसका पाकिस्तान के साथ एकमात्र संबंध उस देश की तरफ अवैध रूप से कब्जाए गए क्षेत्रों को खाली करना है. जायसवाल के बयान से साफ है कि भारत PoK को लेकर किसी भी हालत में छोड़ने वाला नहीं
भारत ने मुनीर के बयान पर पलटवार में साफ कर दिया कि PoK भारत का हिस्सा है और जिस हिस्से पर पाकिस्तान कब्जा किए हुए है, उसे खाली करना पड़ेगा. यही अच्छा रहेगा.
क्या बोले थे जनरल असीम मुनीर?
इस्लामाबाद में ओवरसीज पाकिस्तानी कन्वेंशन को संबोधित करते हुए जनरल मुनीर ने कहा था कि हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है, यह हमारी गले की नस थी, यह हमारी गले की नस रहेगी, हम इसे नहीं भूलेंगे. हम अपने कश्मीरी भाइयों को उनके वीरतापूर्ण संघर्ष में नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि देश में जो भी थोड़ा-बहुत आतंकवाद हो रहा है और जो लोग प्रोपेगैंडा फैला रहे हैं कि इससे पाकिस्तान में कोई निवेश नहीं आएगा.
पाक सेना प्रमुख जनरल मुनीर ने कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान और भारत दो अलग-अलग देश हैं. यह अंतर न केवल धर्म बल्कि रीति-रिवाज, संस्कृति बल्कि सोच और महत्वाकांक्षाओं में झलकता भी है. मुनीर ने 1947 के विभाजन के पीछे दो-राष्ट्र सिद्धांत का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का निर्माण दो-राष्ट्र के सिद्धांत पर आधारित था और यही विचार आगे भी कायम रहेगा.
BECIL लोन फ्रॉड केस: जार्ज कुरुविला को CBI ने मुंबई से पकड़ा
19 Apr, 2025 10:03 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की मुंबई इकाई ने शुक्रवार को ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (BECIL) के पूर्व अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (CMD) जार्ज कुरुविला को गिरफ्तार किया है. BECIL के सीएमडी पर पुणे नागरिक परियोजना के लिए एक निजी फर्म को धोखाधड़ी से 50 करोड़ रुपए लोन देने का आरोप है. सीबीआई के अनुसार, लोन की वसूली नहीं करने से भारत सरकार को 58 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
सीबीआई ने इस मामले में जार्ज कुरुविला के अलावा BECIL के पूर्व जनरल मैनेजर डब्ल्यूबी प्रसाद को भी गिरफ्तार किया है. दोनों को गिरफ्तार करने के बाद मुंबई की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया. जहां से दोनों आरोपियों को कोर्ट ने 4 दिन की सीबीआई कस्टडी में भेज दिया है. सीबीआई का आरोप है कि दोनों ने 3 करोड़ रुपए की रिश्वत लेकर एक फर्म के मालिक को धोखाधड़ी से 50 करोड़ रुपए का लोन दिया गया था.
BECIL को 58 करोड़ रुपए का हुआ नुकसान
सीबीआई ने दोनों आरोपी कुरुविल्ला और प्रसाद को उनके आधिकारिक कर्तव्यों के निष्पादन के दौरान कथित कदाचार, चूक और कमीशन के आधार पर गिरफ्तार किया. सीबीआई के अनुसार, लोन की वसूली नहीं की गई और इसके बजाय इसे डायवर्ट कर दिया गया, जिससे बेसिल को 58 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. सूत्रों ने बताया कि जांच में किए गए खुलासे के अनुसार, कुरुविल्ला पर लोन देते समय लाभ प्राप्त करने का आरोप है.
अदालत ने अपने फैसले क्या कुछ कहा?
वहीं, इस मामले के सह-आरोपी प्रतीक कनकिया को 24 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. वह तब से न्यायिक हिरासत में था. सीबीआई ने कुरुविल्ला और प्रसाद के साथ कनकिया को शनिवार तक हिरासत में ले लिया है. सीबीआई को उनकी हिरासत देते हुए, अदालत ने कहा, ‘दोनों पक्षों के वकीलों को सुना. यह मामला सरकारी कर्मचारियों से जुड़ी गंभीर धोखाधड़ी से जुड़ा था. केस डायरी के जांच पर, पर्याप्त आधार हैं जो आरोपियों से हिरासत में पूछताछ की गारंटी देते हैं.’
रामदेव का पलटवार – नाम न लेने पर भी रूह अफजा ने क्यों माना खुद को निशाने पर?
18 Apr, 2025 06:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
योग गुरु बाबा रामदेव शुक्रवार को वृंदावन के मलूक पीठ आश्रम पहुंचे. मलूक जयंती के अवसर पर कार्यक्रम में रामदेव ने बड़े बयान दिए. उन्होंने कहा, मैंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन रूह अफजा वालों ने इसे ‘शरबत जिहाद’ मान लिया. इसका मतलब है कि वो ये ‘जिहाद’ कर रहे हैं. अगर वो इस्लाम के प्रति समर्पित हैं और मस्जिद और मदरसे बना रहे हैं तो उन्हें खुश होना चाहिए. हालांकि, सनातनियों को समझना चाहिए. अगर किसी को इससे दिक्कत है तो उसे होने दें.
बाबा रामदेव ने कहा, पूरा देश आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक और सांस्कृतिक आतंकवाद के दौर से गुजर से गुजर रहा है. आज चारों तरफ सनातन का गौरव है और सनातन विरोधी कई तरह के षड्यंत्र कर रहे हैं. हमको ऐसा काम करना चाहिए जिससे कि हमारे सनातन विरोधियों को परास्त कर सकें. बाबा रामदेव संतों की नगरी वृंदावन में सुबह पहुंचे थे. सुबह 9 बजे मलूक पीठ आश्रम पहुंचे. व्यास पीठ से कथा कर रहे राजेंद्र दास महाराज के साथ-साथ व्यास पीठ का पूजन किया और कार्यक्रम में शामिल हुए.
हमको उनसे डरना नहीं चाहिए
करीब 3 से 4 घंटे बाबा रामदेव कथा में शामिल रहे. फिर पत्रकारों से बात की. इस दौरान कहा कि भारत में ज्ञानी और तपस्वी संत लोग मौजूद हैं. आज मैं मलूक पीठ में इसलिए आया हूं क्योंकि यहां पर मलूक जयंती महोत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. इस कार्यक्रम में शामिल हुआ हूं और मैं सनातनियों से कहना चाहता हूं आज चारों तरफ सनातनियों का गौरव है. कुछ सनातन विरोधी लोग इसके प्रति षड्यंत्र रच रहे हैं लेकिन हमको उनसे डरना नहीं चाहिए.
रामदेव ने क्या कहा था?
वृंदावन के बंसीवट मलूक पीठ आश्रम में चल रहे मलूक जयंती महोत्सव के मौके पर ब्रज के तमाम संत मौजूद रहे. बता दें कि बाबा रामदेव ने बीते दिनों फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया था. इसमें उन्होंने शरबत जिहाद शब्द का इस्तेमाल किया था. उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर हलचल तेज कर दी. रामदेव का कहना था कि एक प्रसिद्ध शरबत बनाने वाली कंपनी मुनाफे से मस्जिदें और मदरसे बना रही है. उन्होंने लोगों से कहा कि वो पतंजलि का गुलाब शरबत खरीदें.
UNESCO ने दी भारत की सांस्कृतिक विरासत को मान्यता, गीता और नाट्यशास्त्र शामिल
18 Apr, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भगवद गीता और भरत मुनि के नाट्यशास्त्र को यूनेस्को के मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर में शामिल किया गया। इसे लेकर पीएम मोदी ने खुशी जताई। उन्होंने कहा, ये दुनिया भर में हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है।
यूनेस्को द्वारा गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, यूनेस्को (UNESCO) के विश्व स्मृति रजिस्टर में कुल 74 नई एंट्री की गईं, जिससे कुल अभिलेखित संग्रहों की संख्या 570 हो गई। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि दोनों धर्मग्रंथों को शामिल करना सदाबहार ज्ञान और समृद्ध संस्कृति की वैश्विक मान्यता है।
क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा-
दुनिया भर में हर भारतीय के लिए यह गर्व का क्षण है! यूनेस्को के मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर में गीता और नाट्यशास्त्र को शामिल करना हमारे ज्ञान और समृद्ध संस्कृति की वैश्विक मान्यता है। गीता और नाट्यशास्त्र ने सदियों से सभ्यता और चेतना का पोषण किया है। उनकी अंतर्दृष्टि दुनिया को प्रेरित करती रहती है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी इस बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भारत की सभ्यतागत विरासत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। शेखावत के अनुसार, गीता और नाट्यशास्त्र को शामिल करने के साथ ही अब यूनेस्को के रजिस्टर में कुल 14 अभिलेख हो गए हैं।
श्रीमद्भगवद्गीता और भरत मुनि के नाट्यशास्त्र को अब यूनेस्को के मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर में अंकित किया गया है। यह वैश्विक सम्मान भारत के शाश्वत ज्ञान और कलात्मक प्रतिभा का जश्न मनाता है।
'14 संग्रह वैज्ञानिक दस्तावेज विरासत से संबंधित'
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा- ये कालातीत रचनाएं साहित्यिक खजाने से कहीं अधिक हैं – वे दार्शनिक और सौंदर्यवादी आधार हैं, जिन्होंने भारत के विश्व दृष्टिकोण और हमारे सोचने, महसूस करने, जीने और अभिव्यक्त करने के तरीके को आकार दिया है।
यूनेस्को के अनुसार, नव-अंकित संग्रहों में से 14 संग्रह वैज्ञानिक दस्तावेजी विरासत से संबंधित हैं, इसके अतिरिक्त दासता की स्मृति से संबंधित संग्रह और प्रमुख ऐतिहासिक महिलाओं से संबंधित अभिलेख भी हैं।
हिन्दी को लेकर महाराष्ट्र में मचा सियासी घमासान, अजित पवार ने तोड़ी चुप्पी
18 Apr, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तमिलनाडु में छिड़ी भाषा की जंग का असर देश के कई राज्यों में देखने को मिल रहा है। सत्तापक्ष के लोग हिन्दी पढ़ाने का समर्थन कर रहे हैं, तो वहीं कई विपक्षी नेताओं ने हिन्दी भाषा के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। महाराष्ट्र में भी हिन्दी भाषा को स्कूलों में लागू करने की योजना बन रही है। इसी बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस पर चुप्पी तोड़ी है।
महाराष्ट्र सरकार स्कूलों में कक्षा 1-5 तक हिन्दी पढ़ाने पर जोर दे रही है। ऐसे में मराठी और अंग्रेजी के अलावा हिन्दी को तीसरी भाषा के रूप में लागू करने की योजना बन रही है। हालांकि कई पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं।
अजित पवार का बयान
महाराष्ट्र के स्कूलों में हिन्दी पढ़ाने पर बात करते हुए अजित पवार ने कहा कि मराठी हमारी मातृभाषा है और इसे हमेशा राज्य में पहला दर्जा प्राप्त रहेगा। इसी के साथ अजित पवार ने हिन्दी भाषा का विरोध करने वालों की आलोचना की है। उनका कहना है कि जो भी लोग हिन्दी का विरोध कर रहे हैं, उनके पास बोलने के लिए कोई मुद्दा नहीं है, तो वो इसे मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
हिन्दी का किया समर्थन
दरअसल अजित पवार ने पिंपरी छिंदवाड़ा में चापेकर बंधुओं को समर्पित राष्ट्रीय मेमोरियल के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लिया था। इस दौरान हिन्दी भाषा पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि कई लोग हिन्दी को लेकर विवाद खड़ा कर रहे हैं, क्योंकि उनके पास करने के लिए और कुछ है ही नहीं। अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल पूरे देश में होता है। इसी तरह कई राज्यों में हिन्दी भी बोली जाती है।
राज ठाकरे ने जताया विरोध
महाराष्ट्र सरकार ने कक्षा 1-5 तक में हिन्दी भाषा को अनिवार्य करने का फैसला लिया है। अब स्कूलों में मराठी और अंग्रेजी के अलावा हिन्दी भी पढ़ाई जाएगी। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना की है। उनका कहना है कि वो केंद्र के इन प्रयासों को सफल नहीं होने देंगे।
अजित पवार ने दिया जवाब
विपक्षी पार्टियों पर पलटवार करते हुए अजित पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया है। मराठी को शास्त्रीय भाषा में शामिल करने का फैसला पिछले कई सालों से केंद्र सरकार के लंबित था, NDA सरकार ने इसे पूरा करने की हिम्मत दिखाई। सरकार मुंबई में मराठी भाषा भवन बनाने की योजना बना रही है। नई शिक्षा नीति (NEP 2020) भी त्रिभाषाई शिक्षा फॉर्मूले का समर्थन करती है। तो इसे लागू करने में क्या परेशानी है?