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IMD ने जारी किया मौसम अपडेट: पहाड़ी इलाकों में भीषण बर्फबारी और बारिश से ठंडक बढ़ी
5 Mar, 2025 12:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देशभर में इस वक्त तेजी से मौसम का मिजाज बदल रहा है। उत्तर भारत के तमाम राज्यों को तेज हवाओं का सामना करना पड़ रहा है, पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने से पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भीषण बर्फबारी और बारिश होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिससे एक बार फिर कड़ाके की सर्दी का एहसास हो रहा है।
वहीं IMD ने मौसम को लेकर लेटेस्ट अपडेट जारी किया है। मैदानी इलाके हरियाणा-पंजाब, दिल्ली-एनसीआर में बादलों की आवाजाही हो सकती है। मैदानी इलाकों में 5 से 8 मार्च 2025 तक मौसम साफ बना रहेगा।
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के मैदानी इलाकों में पहले ही मौसम सुहावना हो गया है। पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश के कारण दिल्ली-एनसीआर समेत मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएं चल रही हैं।
यूपी में कैसा रहेगा मौसम
बात करें अगर यूपी के मौसम की तो यूपी में ठंड और कोहरा लगभग खत्म हो चुका है। अब दिन में तेज धूप से गर्मी महसूस हो रही है,लेकिन शाम को ठंडी हवाएं मौसम को सुहाना बना रही हैं। आज 20-30 किमी/घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है।
बिहार में बढ़ रही गर्मी
बिहार में अब ठंड पूरी तरह खत्म हो चुकी है। कई जिलों में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। आज वहां बड़े बदलाव की संभवना नहीं है। 8-9 मार्च को कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन गर्मी का असर जारी रहेगा।
इस सप्ताह के दौरान उत्तर भारत में मौसम की स्थिति बदलने की संभावना है। निचले स्तरों पर तेज हवाएं चलेंगी। अगले 3 दिनों तक अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट होने की संभावना है। 8 और 9 मार्च के आसपास एक ताजा मौसम प्रणाली के आगमन के साथ, प्रचलित हवा का पैटर्न एक बार फिर बदल जाएगा और निचले स्तर पर अशांत हो जाएगा।
राजस्थान में ठंडी हवाओं का असर
राजस्थान में मौसम लगातार बदल रहा है। दिन में धूप का प्रकोप तेज रहता है, लेकिन रात में ठंडी हवाएं चल रही हैं, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। 6 मार्च तक ठंडी हवाओं का असर रहेगा, लेकिन 7 मार्च के बाद तापमान तेजी से बढ़ सकता है।
पीएम मोदी ने वनतारा में एशियाई शेर के शावकों के साथ बाँटा प्यार, दूध पिलाकर किया वन्यजीव संरक्षण का समर्थन
5 Mar, 2025 12:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वन्यजीव संरक्षण, बचाव और पुनर्वास की अनूठी पहल 'वनतारा' को सराहा है। उन्होंने रविवार को गुजरात के जामनगर जिले में पशु बचाव, संरक्षण और पुनर्वास केंद्र 'वनतारा' का उद्घाटन किया और एशियाई शेर के शावकों को दुलारा। उन्होंने शावकों को दूध भी पिलाया।
पीएम ने अनंत अंबानी को बधाई दी
पीएम मोदी ने कई लुप्तप्राय जानवरों के साथ वक्त बिताया। उन्होंने 'वनतारा' में किए जा रहे अद्भुत काम के लिए अनंत अंबानी को बधाई दी और विश्व स्तरीय बचाव और पुनर्वास केंद्र स्थापित करने के उनके प्रयासों की प्रशंसा की। पीएम ने वनतारा में विभिन्न सुविधाओं के बारे में जाना। वह 'वनतारा' में वन्यजीव अस्पताल भी गए और पशु चिकित्सा सुविधाओं को देखा जो एमआरआइ, सीटी स्कैन, आइसीयू और अन्य सुविधाओं से लैस हैं।
तीन हजार एकड़ क्षेत्र में फैला वनतारा
प्रधानमंत्री ने अपने इस दौरे से जुड़ी कई तस्वीरें भी साझा कीं। करीब तीन हजार एकड़ क्षेत्र में फैला वनतारा, रिलायंस इंडस्ट्रीज के जामनगर रिफाइनरी कांप्लेक्स में है। यह दो हजार से अधिक प्रजातियों और 1.5 लाख से अधिक बचाए गए लुप्तप्राय और संकटग्रस्त जानवरों का घर है।
'वनतारा' नामक अनूठी वन्यजीव संरक्षण
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, 'वनतारा' नामक अनूठी वन्यजीव संरक्षण, बचाव और पुनर्वास पहल का उद्घाटन किया, जो पारिस्थितिकी स्थिरता और वन्यजीव कल्याण को बढ़ावा देती है। मैं इस प्रयास के लिए अनंत अंबानी और उनकी पूरी टीम की सराहना करता हूं। वनतारा जैसा प्रयास वाकई सराहनीय है, यह हमारे सदियों पुराने लोकाचार का जीवंत उदाहरण है कि हम उन जीव-जंतुओं की भी रक्षा करते हैं, जो इस पृथ्वी पर हमारे साथ रहते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि 'वनतारा' में उन्होंने एक हाथी को देखा, जो तेजाब हमले का शिकार हुआ था। उन्होंने कहा, हाथी का इलाज किया जा रहा था। अन्य हाथी भी थे, जिन्हें उनके महावतों ने अंधा कर दिया था। एक अन्य हाथी को तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी थी।
जानवरों की देखभाल के लिए बधाई देता हूं
पीएम ने कहा, लोग इतने लापरवाह और क्रूर कैसे हो सकते हैं? आइए हम इस तरह की गैरजिम्मेदारी को खत्म करें और जानवरों के प्रति दया का भाव रखें। मैं वनतारा की टीम को ऐसे कई जानवरों की देखभाल के लिए बधाई देता हूं।
अरावली ग्रीन वाल के पहले चरण में 8 लाख हेक्टेयर पर हरित बफर क्षेत्र विकसित करने का बड़ा कदम
5 Mar, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्र ने अपनी महत्वाकांक्षी अरावली ग्रीन वाल परियोजना के पहले चरण में आठ लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बिगड़े हुए इकोसिस्टम को सुधारने की योजना बनाई है। इस परियोजना के तहत उत्तर पश्चिम भारत में अरावली पर्वत श्रृंखला के चारों ओर हरित बफर क्षेत्र विकसित करना है। यह पहल भारत के जलवायु लक्ष्य को हासिल करने में अहम होगी।
सरकार अनुमानित 16,053 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है
अरावली जीर्णोद्धार की कार्ययोजना के अनुसार सरकार पहले चरण में सरकार अनुमानित 16,053 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है। इस परियोजना का उद्देश्य भूक्षरण और थार रेगिस्तान के पूर्व की ओर विस्तार को नियंत्रित करना है।
गुजरात से दिल्ली तक 700 किलोमीटर तक फैली अरावली पर्वतमाला मरुस्थलीकरण के विरुद्ध प्राकृतिक अवरोध का काम करती है, जो थार रेगिस्तान के विस्तार को रोकती है तथा दिल्ली, जयपुर और गुरुग्राम जैसे शहरों की रक्षा करती है।
भारत की सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखला अरावली
भारत की सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखला अरावली, चंबल, साबरमती और लूनी जैसी महत्वपूर्ण नदियों का स्त्रोत है। इसके जंगल, घास के मैदान और आर्द्रभूमि लुप्तप्राय पौधों और जानवरों की प्रजातियों को आश्रय देते हैं।
हालांकि, वनों की कटाई, खनन और अतिक्रमण के कारण मरुस्थलीकरण की स्थिति भयावह होती जा रही है, भूजल को नुकसान पहुंच रहा है, झीलें सूख रही हैं तथा वन्यजीवों को जीवित रखने की इस क्षेत्र की क्षमता कम हो रही है।
2023 में 'अरावली ग्रीन वॉल' पहल शुरू
इन समस्याओं से निपटने के लिए सरकार ने मार्च 2023 में 'अरावली ग्रीन वॉल' पहल शुरू की। इस परियोजना का उद्देश्य गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में 64.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में पांच किलोमीटर चौड़ी पट्टी के रूप में हरित पट्टी बफर जोन स्थापित करना है।
इस बफर जोन के अंतर्गत आने वाली करीब 42 प्रतिशत (27 लाख हेक्टेयर) जमीन क्षरित है। इसके मुताबिक कुल क्षरित भूमि का 81 प्रतिशत राजस्थान में, 15.8 प्रतिशत गुजरात में, 1.7 प्रतिशत हरियाणा में तथा 1.6 प्रतिशत दिल्ली में है। भूमि क्षरण ऐसी प्रक्रिया है जिसमें भूमि की उत्पादक क्षमता कम हो जाती है।
2.6 करोड़ हेक्टेयर बंजर भूमि को उपजाऊ बनाया जाएगा
परियोजना के पहले चरण में 8,16,732 हेक्टेयर दर्ज वन क्षेत्र को बहाल किया जाएगा। इसमें दिल्ली में 3,010 हेक्टेयर, गुजरात में 5,677 हेक्टेयर, हरियाणा में 3,812 हेक्टेयर और राजस्थान में 99,952 हेक्टेयर शामिल हैं। इसके तहत 2.5 से 3 अरब टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर अतिरिक्त अवशोषण क्षमता का विकास होगा तथा 2030 तक 2.6 करोड़ हेक्टेयर बंजर भूमि को पुन: उपजाऊ बनाया जाएगा।
चीन और अमेरिका ने भारत को बनाया अपने निशाने पर, सीमा पर बढ़े हमले
4 Mar, 2025 06:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंडियन एविएशन की फ्लाइट्स न केवल साइबर थ्रेट्स का लगातार सामना कर रही है, बल्कि चीन-अमेरिका सहित कई देशों के निशाने पर है. शायद यही वजह है कि इंडियन एविएशन इकोसिस्टम को रोजाना औसतन 900 साइबर हमलों का सामना करना पड़ रहा है. यह चौंकाने वाला खुलासा बीते दिनों साइबर पीस नाम ऑर्गेनाइजेशन के रिसर्च रिपोर्ट से हुआ है. साइबर पीस की रिपोर्ट ‘एक्सप्लोरिंग साइबर थ्रेट्स एण्ड डिजिटल रिस्क इन द इंडियन एविएशन इकोसिस्टम’ में यह खुलासा जून 2024 से अगस्त 2024 के बीच एकत्र किए गए डेटा के आधार पर किया गया है. यह रिपोर्ट रियल टाइम सिमुलेशन और थ्रेट्स के गहन विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई है. इस रिपोर्ट में एविएशन स्ट्रक्चर की साइबर सिक्योरिटी को अधिक बेहतर बनाए जाने की बात पर जोर दिया गया है.
तीन महीनों में 80,588 साइबर हमले
रिपोर्ट में पाया गया कि जून 2024 से अगस्त 2024 के बीच इंडियन एविएशन नेटवर्क में 80,588 से अधिक साइबर हमले हुए हैं, जो वास्तविक एविएशन सिस्टम के लिए एक बड़ा खतरा हैं. साइबर हमला करने वालों ने मुख्य तार पर कम्युनिकेशन और डेटाबेस प्रोटोकॉल को अपना निशाना बनाया. उन्होंने टेलनेट पर 64,104, MySQL पर 15,629, HTTP पर 512 और FTP पर 217 हमले किए. इसके अलावा, 296 अलग-अलग यूज़रनेम और 15,928 अलग-अलग पासवर्ड का उपयोग करते हुए ऑटोमेटेड ब्रूट-फोर्स हमले देखे गए, जिससे ऑथेंटिकेशन मैकेनिज्म में मौजूद खामियां के बारे में पता चला.
इन देशों से हुए भारत में साइबर हमले
इस रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन एविएशन सेक्टर के लिए खतरा पैदा करने वाले देशों में चीन, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और ताइवान के नाम शामिल हैं. इसके अलावा, कुछ साइबर हमले भारत के भीतर से भी हुए हैं. साइबरपीस के ग्लोबल प्रेसिडेंट मेजर विनीत के अनुसार, इस रिपोर्ट के रिजल्ट भारतीय एविएश इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी चेतावनी है. साइबर सिक्योरिटी अब कोई विकल्प नहीं, बल्कि एविएशन सिक्योरिटी की मजबूती का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. लिहाजा, एविएशन इंडस्ट्री से जुड़ी सभी एजेंसीज को अहम कदम उठाने की जरूरत है.
बॉटनेट गतिविधियों और डेटा चोरी का खतरा
आपको बता दें कि रिपोर्ट में बॉटनेट गतिविधियों, ओपेन लॉगिन क्रेडेंशियल्स और फाइनेंसियल डेटा लीक के मामलों को भी उजागर किया गया है, जिससे आइडेंटिटी थेप्ट और धोखाधड़ी के खतरे बढ़ रहे हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एविएशन सेक्टर की सुरक्षा के लिए मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे, सक्रिय जोखिम प्रबंधन और लगातार निगरानी की आवश्यकता है.
साइबर सिक्योरिटी के लिए क्या करने की जरूरत
साइबरपीस की रिपोर्ट में एविएशन सेक्टर से जुड़ी एजेंसी और स्टेक होल्डर्स को कुछ एहतियाती कदम उठाने की सलाह भी दी गई है. जिसमें निम्नलिखित महत्वपूर्ण बातें शामिल हैं.
नेटवर्क सिस्टम को सार्वजनिक पहुंच से अलग करने के साथ नियमित सुरक्षा ऑडिट कराने की सलाह दी गई है.
मल्टी-फैक्टर सर्टिफिकेशन और की-बेस एप्रोज लागू करने के लिए कहा गया है.
रियल टाइम में साइबर थ्रेट का पता लगाने के लिए रिस्पॉन्स मैकेनिज्म को मजबूत करना की सलाह दी गई है.
एविएशन स्टाफ के लिए नियमित सुरक्षा ड्रिल और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा गया है.
मिल सकता है पीएम मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट मैनेज करने का मौका, पीएम मोदी खुद सौंपेंगे, कुछ महिलाए हो सकती है भाग्यशाली
4 Mar, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर देश की चुनिंदा महिलाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट संभालने का मौका मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह महिला दिवस के अवसर पर एक दिन के लिए अपने सोशल मीडिया अकाउंट महिलाओं को सौंपेंगे। पीएम की इस घोषणा के बाद समाज में महत्वपूर्ण प्रभाव रखने वाली महिलाओं ने जबरदस्त प्रतिक्रिया दी है और अपनी जीवन की कहानियां बता रही हैं।
मैं देख रहा हूं कि बहुत ही प्रेरक जीवन यात्राएं साझा की जा रही हैं'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक पोस्ट में कहा कि नमो ऐप ओपन फोरम पर कई जीवन यात्राओं का साझा होना प्रेरणादायक है। प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कुछ चुनिंदा महिलाओं को एक दिन के लिए उनके डिजिटल सोशल मीडिया अकाउंट को संभालने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा, 'मैं नमो ऐप ओपन फोरम पर बहुत ही प्रेरक जीवन यात्राएं साझा होते हुए देख रहा हूं, जिनमें से 8 मार्च को महिला दिवस पर मेरे डिजिटल सोशल मीडिया अकाउंट को संभालने के लिए कुछ महिलाओं का चयन किया जाएगा। मैं ऐसी और जीवन यात्राओं को साझा करने का अनुरोध करता हूं।'
2020 में 7 महिलाओं को मिला था मौका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसी और भी प्रेरणादायक जीवन यात्राएं साझा करने का आग्रह किया। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने 'मन की बात' के 119वें एपिसोड में खास तौर पर इसका ऐलान किया था। वह दुनिया में सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले नेताओं में से एक हैं। इससे पहले 2020 में भी पीएम मोदी ने इसी तरह 7 प्रेरणादायक महिलाओं को अपना अकाउंट सौंपा था। हालांकि, इस बार पीएम मोदी की अपील पर पूरे देश की महिलाओं में उत्साह देखा जा रहा है और वे नमो ऐप पर अपनी कहानियां साझा कर रही हैं।
किसी को ‘मियां-तियां’ और पाकिस्तानी’ बोलना कोइ अपराध की श्रेणी में नहीं - कोर्ट
4 Mar, 2025 02:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम टिप्पणी करते हुए कहा कि 'मियां-तियान' या 'पाकिस्तानी' कहना गलत हो सकता है, लेकिन धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना कोई अपराध नहीं है। जस्टिस बीवी नागरत्ना और सतीश चंद्र शर्मा की बेंच ने एक सरकारी कर्मचारी को 'पाकिस्तानी' कहने के आरोपी व्यक्ति के खिलाफ केस बंद करते हुए यह अहम फैसला सुनाया।
उर्दू अनुवादक ने दर्ज कराया था मामला
झारखंड के एक उर्दू अनुवादक और एक कार्यकारी क्लर्क ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता के मुताबिक, जब वह सूचना के अधिकार (आरटीआई) आवेदन के बारे में जानकारी देने के लिए आरोपी से मिलने गया, तो उसके धर्म का हवाला देकर उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया और सरकारी काम करने से रोका गया।
आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज
उस व्यक्ति पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 298 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान करना) और 353 (सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) के तहत मामला दर्ज किया गया।
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज किया
झारखंड हाई कोर्ट के आदेश को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आरोपी की ओर से ऐसा कोई काम नहीं किया गया जिससे शांति भंग हो। "अपीलकर्ता पर मुखबिर को 'मियां-तियान' और 'पाकिस्तानी' कहकर उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है। निस्संदेह, दिए गए बयान खराब स्वाद वाले हैं। हालांकि, यह मुखबिर की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के बराबर नहीं है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने वाइल्डलाइफ डे के मौके पर रिवर डॉल्फिनों की गिनती की पहली रिपोर्ट जारी की
4 Mar, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जितनी खूबसूरत दुनिया जमीन पर मौजूद है, उतनी ही अलग और सुंदर दुनिया नदी और समुद्रों में भी है. भारत में कुदरत का हर तरह का नजारा देखने को मिलता है. यहां पहाड़, नदियां और कई तरह के जानवर हैं तो नदियों और समुद्रों की भी अलग ही दुनिया मौजूद है. इस नदियों और समुद्री दुनिया में कई तरह की मछली और प्रजातियां पाई जाती हैं.
हाल में 3 मार्च को वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे मनाया गया है, इस मौके पर सामने आया कि भारत में 6 हजार 327 रिवर डॉल्फिन मछली हैं. सबसे ज्यादा डॉल्फिन उत्तर प्रदेश में हैं, वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे कम पंजाब में हैं.
कहां पर कितनी डॉल्फिन
देश में पहली बार इस बात को लेकर रिपोर्ट तैयार की गई है कि कितनी रिवर डॉल्फिन हैं. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को डॉल्फिन की संख्या के अनुमान को लेकर पहले आंकड़े जारी किए. भारत में 6,327 नदी डॉल्फिन हैं और उनमें से लगभग 90 प्रतिशत गंगा या उसकी सहायक नदियों में रहती हैं.
भारत 6,327
उत्तर प्रदेश 2,397
बिहार 2,220
पश्चिम बंगाल 815
असम 635
झारखंड 162
रिवर डॉल्फिन की जनसंख्या के अनुमान से पता चलता है कि उनमें से ज्यादातर लगभग 90 प्रतिशत या तो गंगा नदी या ब्रह्मपुत्र नदी में रहती है. सिर्फ तीन ही ब्यास नदी में पाई गई हैं. गंगा में 3,275 डॉल्फिन हैं, वहीं, गंगा की सहायक नदियों में 2,414, ब्रह्मपुत्र में 584, ब्रह्मपुत्र की सहायक नदियों में 51 और ब्यास नदी में 3 डॉल्फिन रहती हैं. इन डॉल्फिन की संख्या का आंकड़ा प्रोजेक्ट डॉल्फिन के तहत सामने आया है. प्रोजेक्ट डॉल्फिन इन प्रजाति को बचाने के लिए शुरू किया गया है.
किस चीज से तादाद होती है प्रभावित
रिवर डॉल्फिन का यह पहला आंकड़ा है. हालांकि, भारतीय वन्यजीव संस्थान के वैज्ञानिकों ने 2018 में एक अध्ययन किया था. इस अध्ययन के मुताबिक 19वीं सदी के बाद से डॉल्फिन की प्रजातियों की संख्या में कम से कम 50-65% की गिरावट दर्ज की गई है. डॉल्फिन मानवजनित और प्राकृतिक खतरों से प्रभावित होती हैं, नदी में प्रदूषण के चलते भी इन्हें नुकसान पहुंचता है.
प्रधानमंत्री ने गुजरात के गिर में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद प्रोजेक्ट डॉल्फिन की रिपोर्ट जारी की. क्षेत्रों में स्थानीय आबादी और ग्रामीणों की भागीदारी से डॉल्फिन संरक्षण पर जागरूकता के महत्व पर जोर देते हुए, पीएम ने वन अधिकारियों को डॉल्फिन आवास क्षेत्रों में स्कूली बच्चों की एक्सपोजर विजिट आयोजित करने की सलाह दी.
गुजरात में वांतारा केंद्र का उद्धाटन
जहां पीएम मोदी ने डॉल्फिन को लेकर पूरे देश को आगाह किया और उनकी तादाद को लेकर रिपोर्ट सामने रखी. वहीं, पीएम ने गुजरात में वांतारा वन्यजीव बचाव, पुनर्वास और संरक्षण केंद्र का भी उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने वांतारा का दौरा भी किया. इस केंद्र में 2,000 से अधिक प्रजातियां और 1.5 लाख से अधिक बचाए गए जानवर रहते हैं. साथ ही जानवरों के लिए अस्पताल भी हैं और कई तरह की सुविधाएं मौजूद हैं.
नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय, पहाड़ी इलाकों में 4 मार्च को बर्फबारी की चेतावनी
4 Mar, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रिकॉर्ड तोड़ गर्मी वाली फरवरी के बाद मार्च का महीना भी पिछले कुछ साल के मुकाबले ज्यादा गर्म होने का अनुमान को मौसम विभाग ने पहले ही जता दिया था। लेकिन बीते कुछ समय से पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हो रही बारिश से तापमान में गिरावट देखने को मिली है।
मौसम विभाग के मुताबिक, एक नया पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो रहा है, जो आने वाले दिनों में अपना प्रभाव दिखा सकता है। विभाग ने अनुमान जताया है कि 9 मार्च के लगभग पश्चिमी विक्षोभ का असर पश्चिमी हिमालयी रीजन में देखने को मिल सकता है।
बारिश और बर्फबारी की चेतावनी
पश्चिमी विक्षोभ के कारण 4 मार्च को पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी देखने को मिल सकती है। वहीं मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना भी जताई गई है। राजस्थान में अगले 3 दिनों में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट देखने को मिलेगी।
हालांकि इसके बाद तापमान में फिर से वृद्धि होगी। गुजरात के इलाकों में अगले 24 घंटे तक तापमान सामान्य बना रहेगा, लेकिन इसके बाद यहां भी तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। देश के अन्य हिस्सों में फिलहाल 4-5 दिनों तक तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा।
विदर्भ में सबसे अधिक तापमान दर्ज
4 मार्च को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। कोंकण क्षेत्र और कोस्टल कर्नाटक के लिए तापमान काफी अधिक हो सकता है। बता दें कि पिछले 24 घंटे में जम्मू क्षेत्र और अरुणाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी देखने को मिली है।
तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में भी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है। महाराष्ट्र के विदर्भ के ब्रह्मपुरी में देश का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया। यहां अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस था।
कुछ दिन पहले मौसम विभाग के सीनियर साइंटिस्ट डीएस पाई ने बताया था कि मार्च के महीने में देश के ज्यादातर हिस्सों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान औसत से ऊपर रहने वाला है। इससे सर्दियों में बोई जाने वाली गेहूं, चना और रेपसीड जैसी फसलों को नुकसान हो सकता है।
शमा मोहम्मद के सोशल मीडिया पोस्ट ने छेड़ा हड़कंप, रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों के खिलाफ टिपण्णियाँ
4 Mar, 2025 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा पर विवादित टिप्पणी की। उन्होंने रोहित को 'मोटा खिलाड़ी' कहा। उनके इस टिप्पणी के बाद नया विवाद खड़ा होगा। कांग्रेस ने इससे खुद को अलग कर लिया।
ये कोई पहला मौका नहीं है, जब शमा मोहम्मद ने किसी क्रिकेटर पर विवादित टिप्पणी की हो। इससे पहले भी उनका विवादों से नाता रहा है। रोहित शर्मा पर की गई टिप्पणी के बाद उनका एक पुराना सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में उन्होंने क्रिकेटर विराट कोहली को भला-बुरा कहा था।
विराट पर की थी टिप्पणी
बता दें कि सोशल मीडिया कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद का एक पुराना सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हो रहा है। ये पोस्ट साल 2018 का बताया जा रहा है। उस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता ने तत्कालीन भारतीय कप्तान विराट कोहली की आलोचना की थी। अपने एक पोस्ट में शमा ने विराट कोहली को उनके 'जो लोग अंग्रेजी और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पसंद करते हैं उन्हें भारत में नहीं रहना चाहिए' टिप्पणी के लिए भला बुरा कहा था।
जानिए क्या था मामला
दरअसल, नवंबर 2018 में विराट कोहली ने प्रशंसकों द्वारा भेजे गए संदेशों को पढ़ा उनका जवाब दिया। अपने जवाब के कारण वह विवादों में आ गए। विराट कोहली को भेजे गए एक मैसेज में प्रशंसक ने कहा था कि मुझे इन भारतीय बल्लेबाजों से ज़्यादा इंग्लिश और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को देखना पसंद है। इसके साथ ही प्रशंसक ने कोहली को ओवर-रेटेड बल्लेबाज भी कहा था।
विराट कोहली ने इसको लेकर कहा था कि मुझे नहीं लगता कि आपको भारत में रहना चाहिए, कहीं और जाकर रहना चाहिए। आप हमारे देश में क्यों रह रहे हैं और दूसरे देशों से प्यार क्यों कर रहे हैं? मुझे इससे कोई परेशानी नहीं कि आप मुझे पसंद नहीं करते, लेकिन मुझे नहीं लगता कि आपको हमारे देश में रहकर दूसरी चीजों को पसंद करना चाहिए। अपनी प्राथमिकताएं सही रखें।
शमा मोहम्मद ने दिया था जवाब
विराट कोहली की इस टिप्पणी पर शमा मोहम्मद ने उन्हें आड़े हाथों लिया था। एक पोस्ट में शमा ने कहा था कि विराट कोहली ब्रिटिश आविष्कृत खेल खेलते हैं, विदेशी ब्रांडों के विज्ञापन से करोड़ों कमाते हैं, इटली में शादी करते हैं, हर्शेल गिब्स को अपना पसंदीदा क्रिकेटर और एंजेलिक कर्बर को सर्वश्रेष्ठ टेनिस खिलाड़ी बताते हैं, लेकिन विदेशी बल्लेबाजों को पसंद करने वालों को भारत छोड़ने के लिए कहते हैं।
शमा मोहम्मद का ये 6 साल पुरान पोस्ट एक बार फिर से वायरल होने लगा है। बतां दें कि उन्होंने गत भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा को लेकर विवादित टिप्पणी की थी और उनको मोटा कहा था।
भारत सरकार ने पासपोर्ट बनवाने के लिए नई शर्त रखी, अब अनिवार्य बर्थ सर्टिफिकेट दिखाना होगा
4 Mar, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पासपोर्ट को एक महत्वपूर्ण दस्तावेज के तौर पर माना जाता है। पासपोर्ट के होने से किसी भी शख्स की आसानी से पहचान हो जाती है, इसके साथ ही उसकी नागरिकता भी साबित होती है।
पासपोर्ट किसी भी अन्य देश की यात्रा करने के लिए सबसे मुख्य दस्तावेज में आता है। इसकी मदद से कोई भी शख्स किसी दूसरे देश में घूमने, पढ़ने या नौकरी-पेशा के लिए आसानी से जाता है। इस बीच भारत सरकार ने पासपोर्ट को लेकर नियमों में बदलाव किया है। इसके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।
भारत सरकार ने बदले नियम
केंद्र सरकार ने पासपोर्ट बनवाने के नियमों में बदलाव किया है। नए नियम के तहत अब पासपोर्ट बनवाने के लिए बर्थ सर्टिफिकेट प्रस्तुत करना जरूरी होगी। केवल जन्म प्रमाण पत्र ही जन्मतिथि के लिए वैध प्रमाण होगा।
हालांकि, यहां ध्यान देने वाली बात है कि ये नियम सभी लोगों पर लागू नहीं होगा। ये नए नियम केवल उन लोगों पर ही लागू होंगे जो 01 अक्टूबर 2023 या उसके बाद पैदा हुए हैं। इससे पहले बर्थ सर्टिफिकेट की जगह मार्कशीट या स्कूल छोड़ने का प्रमाणपत्र, ड्राइविंग लाइसेंस भी प्रयोग कर लिया जाता था।
इन लोगों पर नहीं लागू होगा नियम
ध्यान देने वाली बात है कि पासपोर्ट बनवाने के लिए बर्थ सर्टिफिकेट उन लोगों के लिए आवश्यक नहीं हैं, जिनका जन्म इस तिथि से पहले हुआ है। वे पहले के जैसे ही ड्राइविंग लाइसेंस, स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र जैसे अन्य डॉक्यूमेंट देकर पासपोर्ट बनवा सकते हैं।
इन नियमों में भी हुए बदलाव
बता दें कि अब पासपोर्ट के आखिरी पन्ने पर आवासीय पते नहीं छापे जा सकेंगे। आव्रजन अधिकारी अब बारकोड स्कैन कर जानकारी प्राप्त कर पाएंगे। वहीं, पासपोर्ट के अंतिम पन्ने पर से माता-पिता के नाम को भी नहीं छापा जाएगा। इस नियम से एकल अभिभावक या अलग-थलग परिवारों के बच्चों को राहत मिलेगी।
कैसे बनवाएं पासपोर्ट?
पासपोर्ट बनवाने के लिए नियम काफी आसान हैं। इसके लिए आपको कुछ स्टेप्स को फॉलो करना होगा।
सबसे पहले आपको ऑनलाइन रजिस्टर करना होगा या पहले से बने अपने अकाउंट पर लॉग इन करें।
नए पासपोर्ट/ पासपोर्ट को फिर से जारी करने के लिए आवेदन पर क्लिक करें।
इसके बाद जरूरी जानकारी को भरें और सबमिट करें।
इसके आगे भुगतान करें और अपॉइंटमेंट को बुक करने के लिए शेड्यूल लिंक पर क्लिक करें।
इसके बाद अपना अपॉइंटमेंट चुने।
इसके बाद आप अपने चुने गए अपॉइंटमेंट के समय पासपोर्ट सेवा केंद्र में जाएं।
ध्यान रहे कि अपॉइंटमेंट के समय जरूरी दस्तावेज को साथ में रखें।
इसके बाद आपका पुलिस वेरिफिकेशन होगा, फिर आपका पासपोर्ट आपको मिल जाएगा।
PM मोदी की अगुवाई में तीन वेबिनार, जहां उद्योग, व्यापार और ऊर्जा रणनीतियों पर होगी गहन चर्चा
4 Mar, 2025 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बजट बाद होने वाले तीन वेबिनार में शामिल होंगे। वेबिनार के विषयों में एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) और कारोबारी सुगमता शामिल है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान में कहा दोपहर लगभग 12:30 बजे होने वाला वेबिनार एमएसएमई विकास के इंजन, विनिर्माण, निर्यात और परमाणु ऊर्जा मिशन, नियामक, निवेश और कारोबार सुगमता विषय पर आयोजित किया जा रहा है।
कई रणनीतियों पर होगा विचार-विमर्श
इसमें कहा गया है कि वेबिनार सरकारी अधिकारियों, उद्योगपतियों और व्यापार विशेषज्ञों को भारत की औद्योगिक, व्यापार और ऊर्जा रणनीतियों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा।
चर्चा नीति लागू करना, निवेश सुविधा और प्रौद्योगिकी अपनाने पर केंद्रित होगी, जिससे बजट के परिवर्तनकारी उपायों का निर्बाध रूप से लागू करना सुनिश्चित होगा।
इसमें कहा गया है कि बजट घोषणाओं के प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए वेबिनार में प्राइवेट क्षेत्र के विशेषज्ञों, उद्योग प्रतिनिधियों और विषय विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा।
गोवा में लागू नए आपराधिक कानूनों की स्थिति पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दी गहन समीक्षा
4 Mar, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि तीन नए आपराधिक कानून को असरदार ढंग से लागू करने में गोवा को एक मानक स्थापित करना चाहिए और एक आदर्श राज्य बनना चाहिए।
तीन नए आपराधिक कानूनों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए शाह ने तेजी से न्याय प्रदान करने के लक्ष्य का सख्ती से पालन करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने आपराधिक मामलों में सात वर्ष से अधिक की सजा के प्रविधान वाले 90 प्रतिशत दोषसिद्धि की दर पाने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।
प्रविधानों के दुरुपयोग रोकने को कहा
उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे संबंधित प्रविधानों के दुरुपयोग को रोकने के लिए संगठित अपराध, आतंकवाद और भीड़ द्वारा हत्या से संबंधित मामलों की नियमित निगरानी करें।
गृह मंत्री ने इन धाराओं के तहत मामले दर्ज करने से पूर्व पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी की अनुमति लेने के साथ निर्देश दिए कि नए कानूनों के प्रविधानों के अनुसार अपराधियों से बरामद संपत्ति उसके सही मालिकों को वापस की जाए।
उन्होंने 100 प्रतिशत फोरेंसिक नमूना परीक्षण हासिल करने की जरूरत पर जोर देते हुए इस लक्ष्य का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए।
1 जुलाई को लागू हुए थे नये कानून
दरअसल, भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम ने क्रमश: अंग्रेजों के समय की भारतीय दंड संहिता, दंड प्रक्रिया संहिता और 1872 के भारतीय साक्ष्य अधिनियम का स्थान लिया है।
यह कानून बीते वर्ष 1 जुलाई से लागू हुए थे। इस मौके पर उपस्थित गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि इन कानूनों को असरदार ढंग से लागू करके गोवा एक राष्ट्रीय मानक स्थापित करेगा।
बैठक के बाद उन्होंने एक्स पोस्ट में कहा, 'मैं अपनी प्रतिबद्धता को फिर से पुष्टि करता हूं कि न्याय को बनाए रखने और हमारे नागरिकों के लिए कानूनी ढांचे को मजबूत करने के लिए दृढ़ विश्वास के साथ गोवा इन कानूनों को लागू करते हुए मिसाल पेश करेगा।'
एआई के इस्तेमाल से उपभोक्ता शिकायतों का समाधान, डिजिटल शिकायतों में हुई बढ़ोतरी
3 Mar, 2025 06:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दौर है। जहां एक तरफ यह लोगों की जिंदगी आसान कर रहा है तो वहीं विशेषज्ञ भविष्य में इसके खतरों को लेकर आगाह भी कर रहे हैं। भारत में भी बड़ी संख्या में एआई यूजर हैं। यहां अब एआई का इस्तेमाल लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए किया जा रहा है।
कस्टमर सर्विस से लेकर पब्लिक पॉलिसी तक एआई चैटबॉट कई पारंपरिक क्षेत्रों को स्मार्ट बना रहे हैं। सवाल कैसे? आइए उपभोक्ताओं की समस्याओं के आंकड़े से आपको बताते हैं। एआई के जरिये संचालित प्लेटफॉर्म ने शिकायतों की संख्या में दस गुना से अधिक बढ़ोतरी हुई है।
उपभोक्ता की समस्याएं सुलझाने वाले एआई चैटबॉट पर अब आईआईटी बॉम्बे और एनएलएसआईयू बेंगलुरु भी काम कर रहे हैं।
आईआईटी बॉम्बे और एनएलएसआईयू ने मेटा (फेसबुक) के लार्ज लैंग्वेज मॉडल लामा 3.1 की मदद से एक नया चैटबॉट 'ग्राहक न्याय' बनाया है।
जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जेन एआई) पर आधारित यह चैटबॉट शिकायत दर्ज कराने में मदद तो करता ही है। साथ ही यह शिकायतकर्ता के लिए कानूनी दस्तावेज, नोटिस और आवेदन तैयार कराने में भी मदद करता है।
कितने समय में तैयार हुआ?
उपभोक्ता मंत्रालय अभी उपभोक्ताओं की शिकायतें सुनने और उनको समाधान देने के लिए एआई का इस्तेमाल कर रहा है। इसका असर यह हुआ है कि डिजिटल शिकायतों की संख्या बढ़ गई। यह प्रोजेक्ट साल 2023 में पहली बार शुरू किया गया था।
किसने तैयार किया यह चैटबॉट?
आईआईटी बॉम्बे के कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में प्रोफेसर डॉ. पुष्पक भट्टाचार्य और उनकी की टीम ने यह चैटबॉट तैयार किया। वहीं एनएलएसआईयू बेंगलुरु के असिस्टेंट प्रोफेसर
डॉ. राहुल हेमराजानी और उनकी टीम ने कानूनी पहलुओं को जोड़ते हुए इस चैटबॉट को प्रशिक्षित किया। डॉ. पुष्पक भट्टाचार्य और डॉ. राहुल हेमराजानी के इस प्रोजेक्ट में उपभोक्ता मंत्रालय नॉलेज पार्टनर था।
एआई से उपभोक्ता समस्याओं में क्या बदला?
अब सवाल आता है कि आखिर उपभोक्ताओं की समस्याओं में एआई से क्या बदला? आइए आपको बताते हैं..
दिसंबर, 2015 देश में जहां 12,553 उपभोक्ताओं की शिकायत दर्ज होती थीं, वहीं अब यह संख्या बढ़कर 1,55, 138 हो गई।
साल 2023 में इन शिकायतों के समाधान देने में औसतन 66.26 दिन लते थे, जबकि 2024 में यह अवधि घटकर 48 दिन रह गई।
जिन कंपनियों के खिलाफ शिकायतें अधिक होती हैं, उनको 'कन्वर्जेंस पार्टनर' बनाया जाता है। 2017 में ऐसी कंपनियों की संख्या 263 थी, जो कि अब 1,038 हो गई हैं। एआई बेस प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद ये कंपनियां उपभोक्ताओं की समस्याओं को प्राथमिकता दे पा रही हैं।
देश में कितने लोग सरकारी पोर्टल यूज नहीं कर पाते?
कुछ सर्वे पर नजर डाले तो समझ आता है कि देश में 53 प्रतिशत से अधिक लोग ऐसे हैं, जो सरकारी पोर्टल का उपयोग नहीं कर पाते हैं। ऐसे में एआई चैटबॉट उनकी मदद करेगा। हाल ही में गपशप प्लेटफॉर्म ने उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के साथ मिलकर जागृति एआई चैटबॉट लॉन्च किया है।
बता दें कि कानून के क्षेत्र में एआई 'न्याय गुरु' देश का पहला एआई आधारित लीगल चैटबॉट है। यह लोगों को न सिर्फ ऑनलाइन कानूनी सलाह देता है, बल्कि कानूनी तौर पर उनके अधिकारों को समझने में मदद भी करता है।
ग्राहक न्याय' कैसे यूज करें?
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
होमपेज पर चैटबॉट का आइकन दिखाई देगा। इस पर क्लिक करें।
एआई चैटबॉट के निर्देशों का पालन कर अपनी शिकायत दर्ज करें। आवश्यक विवरण भरें।
चैटबॉट आपकी शिकायत के आधार पर कानूनी दस्तावेज, नोटिस या आवेदन तैयार करने में सहायता करेगा।
अपनी शिकायत की स्थिति जानने और समाधान प्राप्त करने के लिए पोर्टल पर लॉगिन कर चेक करें।
'ग्राहक न्याय' का उद्देश्य उपभोक्ताओं को सशक्त बनाना और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान प्रदान करना है।
पीएम मोदी तीन दिवसीय गुजरात दौरे पर, 'गिर राष्ट्रीय उद्यान' का किया दौरा
3 Mar, 2025 03:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुजरात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं। इस बीच, पीएम मोदी विश्व वन्यजीव दिवस के मौके पर सोमवार सुबह जूनागढ़ जिले के गिर राष्ट्रीय उद्यान पहुंचे। जहां उन्होंने जंगल सफारी का लुत्फ उठाया। आपको बता दें कि पीएम मोदी रविवार को सोमनाथ मंदिर पहुंचे थे। जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की। सोमनाथ से वे सीधे सासन पहुंचे। जहां उन्होंने वन अतिथि गृह 'सिंह सदन' में रात्रि विश्राम किया।
पीएम मोदी ने जंगल सफारी का लुत्फ उठाया
सोमवार को पीएम मोदी 'सिंह सदन' से गिर राष्ट्रीय उद्यान में जंगल सफारी पर गए। इस दौरान पीएम मोदी के साथ कई मंत्री और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने गिर वन्यजीव अभयारण्य के मुख्यालय सासन गिर में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (एनबीडब्ल्यूएल) की सातवीं बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक के बाद पीएम मोदी ने महिला वन कर्मचारियों से भी बातचीत की।
पीएम मोदी ने सासन को दिलाई पहचान
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने सासन को दुनिया के सबसे बड़े पर्यटन स्थलों में से एक के रूप में स्थान दिलाया था। गुजरात का गिर नेशनल पार्क शेरों के लिए मशहूर है। जहां एशियाई मूल के शेर पाए जाते हैं। इसके साथ ही भारत के सबसे बड़े हिरण, सांभर, चीतल, नीलगाय, चिंकारा और बारहसिंघा भी गिर नेशनल पार्क में पाए जाते हैं।
ये हैं गिर नेशनल पार्क की खूबियां
बता दें कि गिर नेशनल पार्क दुनिया का एकमात्र ऐसा पार्क है जहां एशियाई शेर खुले जंगल में घूमते हैं। यहां 600 से ज्यादा शेर रहते हैं। इनके अलावा इस नेशनल पार्क में तेंदुआ, चीतल, सांभर, लोमड़ी, लकड़बग्घा, मगरमच्छ और कई अन्य जीव भी पाए जाते हैं। इतना ही नहीं पक्षी प्रेमियों के लिए भी यह जगह बेहद खास है।
गिर में पक्षियों की कई प्रजातियां पाई जाती हैं
गिर नेशनल पार्क में 300 से अधिक प्रजातियों के पक्षी निवास करते हैं। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने एशियाई शेरों के संरक्षण के लिए 'प्रोजेक्ट लॉयन' के तहत 2,900 करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्वीकृत की है।
कर्नाटक समेत कुछ राज्यों में हीटवेव का खतरा, तापमान में बढ़ोतरी की उम्मीद
3 Mar, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीते 2-3 दिनों से मौसम का मिजाज थोड़ा बदला-बदला है। पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तमिलनाडु, असम व मेघालय समेत देश के कई हिस्सों में हो रही बारिश ने मौसम में ठंडक की वापसी करा दी है। दिल्ली में भी तापमान में 2.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई।
हालांकि अगले 24 घंटे में उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में 2 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। लेकिन इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान फिर से 2 से 4 डिग्री तक नीचे आ सकता है। मध्य भारत और महाराष्ट्र रीजन में अगले 2 दिन तापमान पहले जैसा बना रहेगा, लेकिन उसके बाद इसमें भी गिरावट देखने को मिलेगी।
जम्मू-हिमाचल में गरजेंगे बादल
मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू क्षेत्र और हिमाचल प्रदेश में सोमवार को गरज के साथ आंधी-तूफान आने के संभावना है। इन इलाकों में अगले 24 घंटे में भयंकर बारिश हो सकती है। वहीं पंजाब में ओले गिरने की भी संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने जम्मू, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड में भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और नगालैंड समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश का अलर्ट है।
विदर्भ में सबसे अधिक तापमान
बीते 24 घंटे में मध्य यूपी, पूर्वी राजस्थान, सौराष्ट्र, कच्छ, पश्चिमी मध्य प्रदेश, असम और मेघालय में अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। मैदानी इलाकों की बात करें, तो महाराष्ट्र के विदर्भ के अकोला में अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सबसे ज्यादा था।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण देश के कई हिस्सों में सोमवार को भारी बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी हिमालयी रीजन में 4 मार्च तक भारी बर्फबारी भी देखने को मिल सकती है। वहीं कोस्टल कर्नाटक के कुछ स्थानों पर अगले 24 घंटे में हीटवेव की स्थिति बन सकती है।
बीमार कर रहा बदलता मौसम
बीते कुछ समय में मौसम तेजी से बदल रहा है। दोपहर में धूप के कारण तापमान ज्यादा हो जा रहा है, तो वहीं सुबह और शाम को ठंडक बनी रह रही है। मौसम में इतनी तेजी से हो रहे बदलाव के कारण बीमारियां भी बढ़ने लगी हैं। अस्पतालों में हर रोज सर्दी, खांसी और बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं।
ऐसे मौसम में शरीर में पानी की कमी भी हो जाती है, जिससे डिहाइड्रेशन, सिर दर्द और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे मौसम में तली-भुनी चीजों से परहेज करना चाहिए। शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए खूब पानी पीना चाहिए और लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें।