देश
डंपर-ऑटो की टक्कर, 7 की मौत
3 Apr, 2024 09:21 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चित्रकूट। चित्रकूट में सुबह ऑटो और डंपर में आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसे में ऑटो सवार 7 की मौत हो गई, जबकि 1 की हालत गंभीर है। डंपर ड्राइवर मौके से फरार हो गया है। हादसा साढ़े 5 बजे कर्वी मुख्यालय से सटे अमानपुर गांव के पास हाईवे पर हुआ। दरअसल, ऑटो किसी गाड़ी को ओवरटेक कर रहा था, तभी सामने से आ रही डंपर से टकरा गया। दोनों की रफ्तार काफी तेज थी। हादसे के बाद ऑटो पिचक गया। कुछ लोग गाड़ी में फंस गए, तो कुछ छिटक कर हाईवे पर गिर गए। सभी खून से लथपथ थे। मौके पर राहगीरों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने हाईवे पर पड़े लोगों को अस्पताल भेजा। जबकि ऑटो में फंसे लोगों को क्रेन की मदद से निकाला गया। इस दौरान मौके पर ही 3 की मौत हो गई। जबकि 4 ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा।
मोदी सरकार की मजबूत बॉर्डर पॉलिसी ने चीन को परेशान कर दिया - किरेन रिजिजू
3 Apr, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारतीय क्षेत्र पर चीन के दावों के बीच केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने मोदी सरकार का रुख साफ किया है। रिजिजू ने कहा, नरेंद्र मोदी सरकार की मजबूत बॉर्डर पॉलिसी ने चीन को परेशान कर दिया है। इसलिए वह चिढ़कर ऐसे बयान दे रहा है।
चीन ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताकर वहां की 30 जगहों के नाम बदल दिए हैं। चीन की सिविल अफेयर मिनिस्ट्री ने इसे लेकर बयान भी जारी किया। एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में किरेन रिजिजू ने कहा, चीन के निराधार दावों से जमीनी हकीकत नहीं बदलेगी। भारत 1962 के समय वाला देश नहीं है। अब वह अपने क्षेत्र के हर इंच की रक्षा करेगा। हम कोई छोटे और कमज़ोर देश नहीं हैं, जिसे धमकाया जा सके।
उन्होंने कहा, अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है था और हमेशा रहेगा। अरुणाचल प्रदेश के लोग सभी मानकों और परिभाषाओं के अनुसार सर्वोच्च भारतीय देशभक्त हैं।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, अरुणाचल प्रदेश में सीमाई क्षेत्र में हो रहे भारतीय विकास से चीन घबरा गया है। कांग्रेस के शासन में बार्डर पर काम नहीं होता था। पीएम मोदी ने आकर कांग्रेस की नीति पलट दी है। अब अरुणाचल प्रदेश में काम हो रहा है। वहां एयरपोर्ट बना रहा है, बिजली, पीने का पानी, 4 जी नेटवर्क।। सब पहुंच चुका है। चीन को समझ जाना चाहिए कि यह नया भारत है।
रिजिजू ने कहा, मोदी सरकार कांग्रेस जैसी नहीं है। इसलिए चीन हमसे चिढ़ गए हैं, क्योंकि भारत के इस रुख के आदी नहीं हैं। चीन भारत की नम्र सरकार के साथ-साथ सीमावर्ती क्षेत्रों के प्रति शांतिवादी नीति के आदी थे। इसलिए इससे वे न सिर्फ भड़क गए हैं, बल्कि भारत सरकार से चिढ़े भी हुई हैं। लेकिन चीन को समझना होगा कि मोदी सरकार हमारे क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए किसी भी तरह की समझौतावादी नीति नहीं अपनाएंगे।
सीआर पाटिल ने क्षत्रीय समाज के लोगों से की अपील, कहा....
2 Apr, 2024 04:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीते कुछ दिनों से राजकोट के भाजपा उम्मीदवार परषोत्तम रूपाला से क्षत्रीय समाज खासा नाराज चल रहा है। क्षत्रीय समाज के संगठनों ने भाजपा को उम्मीदवार बदलने की चेतावनी दी है। गौरतलब है कि एक चुनावी सभा के दौरान परषोत्तम रूपाला ने क्षत्रीय समाज के पूर्व शासकों पर टिप्पणी की थी, हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांग ली थी। बावजूद इसके क्षत्रीय समाज अपनी जिद पर अड़ा है। इस बीच, मंगलवार को गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने क्षत्रीय समाज के सदस्यों ने अपील की है कि वे केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला को उनके बयान के लिए माफ कर दें।
भाजपा मामले को शांत करने में जुटी
सीआर पाटिल ने क्षत्रीय समाज के सदस्यों को शांत करने का समाधान खोजने के लिए सीएम भूपेंद्र पटेल की मौजूदगी में पार्टी के कई नेताओं के साथ बैठक की, जो टिप्पणियों को लेकर रूपाला से नाराज हैं। बैठक के बाद, सीआर पाटिल ने क्षत्रीय समाज से रूपाला को माफ करने का आग्रह करते हुए कहा कि वह पहले ही इस मामले पर तीन बार माफी मांग चुके हैं।
बुधवार को फिर होगी समाज से जुड़े लोगों के साथ बैठक
लगभग ढाई घंटे तक चली बैठक के बाद पाटिल ने अपने गांधीनगर आवास पर पत्रकारों से कहा कि स्थायी समाधान खोजने के लिए, भाजपा नेता बुधवार दोपहर 3 बजे समुदाय की समन्वय समिति के सदस्यों से मिलेंगे। पाटिल ने कहा कि रूपाला पहले ही माफी मांग चुके हैं, उन्हें माफ कर देना चाहिए। पाटिल ने कहा, बैठक के दौरान पार्टी से जुड़े वरिष्ठ राजपूत नेताओं को समुदाय तक पहुंचने और उन्हें शांत करने के लिए कहा गया है।
रूपाला के बयान से नाराज चल रहा क्षत्रीय समुदाय
गौरतलब है कि चुनावी सभा के दौरान रूपाला ने कहा था कि कई क्षत्रीय शासकों ने अतीत में अंग्रेजों का साथ दिया था। इस बयान से समुदाय के सदस्य आक्रोशित हो गए और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से उनकी उम्मीदवारी वापस लेने का अनुरोध किया, अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो भाजपा हार के लिए तैयार रहे।
'आप' के संस्थापक सदस्य दिनेश वाघेला का 73 साल की उम्र में हुआ निधन
2 Apr, 2024 04:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आम आदमी पार्टी (AAP) के संस्थापक सदस्य दिनेश वाघेला का लंबी बीमारी के बाद गोवा में निधन हो गया। आम आदमी पार्टी के नेता ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
दिनेश वाघेला ने 73 साल की उम्र में ली अंतिम सास
AAP के गोवा के उपाध्यक्ष वाल्मिकी नाइक ने दिनेश वाघेला के निधन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 73 वर्षीय दिनेश वाघेला का सोमवार रात पणजी में उनके आवास पर निधन हो गया।
AAP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य थे वाघेला
AAP की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, दिनेश वाघेला आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य थे और इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन के बाद पार्टी में शामिल होने वाले सदस्यों में से एक थे।
सेंट इनेज श्मशान घाट में होगा अंतिम संस्कार
दिनेश वाघेला मूल रूप से गुजरात के रहने वाले थे और वह गोवा में रहते थे। AAP की वेबसाइट के अनुसार, उन्होंने AAP की अनुशासन समिति का नेतृत्व किया था। नाइक ने कहा कि वाघेला का अंतिम संस्कार पणजी के पास सेंट इनेज श्मशान में होगा।
पायलटों की कमी के कारण विस्तारा की उड़ानें हुई कम
2 Apr, 2024 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विस्तारा एयरलाइंस संकट का सामना कर रही है। पायलटों की अनुपलब्धता के कारण अस्थायी रूप से उड़ान संचालन कम कर दी है। सोमवार को लगभग 50 उड़ानें रद कर दी गईं। सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को अधिक संख्या में उड़ानें रद होने की संभावना है और यह संख्या 70 तक जा सकती है।
प्रवक्ता ने कही ये बात
विस्तारा के एक प्रवक्ता ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से पायलटों की अनुपलब्धता सहित विभिन्न कारणों से एयरलाइन को बड़ी संख्या में उड़ानें रद करनी पड़ीं और देरी हुई। प्रवक्ता ने कहा कि हमने अपने नेटवर्क में पर्याप्त कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए उड़ानों की संख्या को अस्थायी रूप से कम करने का फैसला किया है।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि अधिक संख्या में ग्राहकों को समायोजित करने के लिए चुनिंदा घरेलू मार्गों पर अपने बी787-9 ड्रीमलाइनर और ए 321 नियो जैसे बड़े विमान भी तैनात किए हैं।
एयरलाइंस ने ग्राहकों को हुई असुविधा के लिए माफी भी मांगी
विस्तारा एयरलाइंस ने कहा कि वे उड़ानों की संख्या कम करने से प्रभावित ग्राहकों को वैकल्पिक उड़ान या रिफंड भी दे रहे हैं। एयरलाइंस ने ग्राहकों को हुई असुविधा के लिए माफी भी मांगी है। उन्होंने कहा कि हम स्थिति को सामान्य करने की दिशा में काम कर रहे हैं और जल्द ही अपनी नियमित क्षमता का संचालन फिर से शुरू करेंगे।
इस साल भारत में पड़ेगी भीषण गर्मी, देश का 85% हिस्सा होगा हीटवेव की चपेट में
2 Apr, 2024 11:35 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आने वाले दिनों में आपको भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक 2024 के गर्मियों के मौसम (अप्रैल से जून) के दौरान, देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। वहीं न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ज्यादा रहेगा।
अप्रैल महीने में दक्षिण प्रायद्वीप के अधिकांश हिस्सों, मध्य भारत, पूर्वी भारत और उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हीटवेव चलने की संभावना जताई गई है।
हाल ही में साइंस एडवांस जर्नल में छपे एक शोध के मुताबिक जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया भर में हीट वेव के दिनों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। ऐसे में आने वाले दिनों में लोगों को ज्यादा दिनों तक भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।
2016 के बाद से बढ़ी हीटवेव
रिपोर्ट के मुताबिक 1979 से 1983 तक, पूरी दुनिया में हीट वेव की लहरें औसतन आठ दिनों तक चलती थीं, लेकिन 2016 से 2020 तक यह 12 दिनों तक बढ़ गई हैं।
भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार को पूर्वानुमान जताया है कि अप्रैल से जून तक देश का 85% हिस्सा हीटवेव (जबरदस्त गर्मी) के कई दौर देखेगा। इससे तापमान सामान्य से 5 डिग्री या इससे भी ज्यादा रह सकता है। 2023 में यह आंकड़ा 60% तक था। अगले हफ्ते से ही तापमान 2 से 5 डिग्री तक बढ़ सकता है।
सबसे ज्यादा असर राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में नजर आएगा। इस दौरान लू का एक दौर भी लगातार 20 दिन चल सकता है। सामान्यतः इन महीनों में 4 से 8 दिन लू चलती है, पर इस बार 23 राज्य 10 से 20 दिन का दौर देखेंगे। इससे पहले लू का सबसे लंबा दौर 31 मई से 20 जून 2023 को बना था तब पूर्वी उप्र, ओडिशा, झारखंड में लगातार 21 दिन लू चली थी।
200 से अधिक शहरों ने बनाया एक्शन प्लान
इस बार का पूर्वानुमान कई मॉडल के विश्लेषण पर तैयार हुआ है। ऐसा भी हो सकता है कि लू का कोई एक दौर ही पिछला रिकॉर्ड तोड़ दे। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की हीटवेव गाइडलाइन के अनुरूप 23 राज्यों और 200 से अधिक शहरों ने एक्शन प्लान पहले से ही बना लिया है।
मौसम विभाग के मुताबिक 2024 के गर्मियों के मौसम (अप्रैल से जून) के दौरान, देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। वहीं न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ज्यादा रहेगा।
अप्रैल महीने में दक्षिण प्रायद्वीप के अधिकांश हिस्सों, मध्य भारत, पूर्वी भारत और उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हीटवेव चलने की संभावना जताई गई है।
हाल ही में साइंस एडवांस जर्नल में छपे एक शोध के मुताबिक जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया भर में हीट वेव के दिनों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। ऐसे में आने वाले दिनों में लोगों को ज्यादा दिनों तक भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक 1979 से 1983 तक, पूरी दुनिया में हीट वेव की लहरें औसतन आठ दिनों तक चलती थीं, लेकिन 2016 से 2020 तक यह 12 दिनों तक बढ़ गई हैं।
मध्य, पश्चिमी प्रायद्वीपीय भारत में भी पड़ेगी हीटवेव का बुरा असर
IMD के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि देश के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने और मध्य, पश्चिमी प्रायद्वीपीय भारत में इसका सबसे बुरा असर पड़ने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी हिमालय क्षेत्र, पूर्वोत्तर राज्यों और उत्तरी ओडिशा के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य या सामान्य से नीचे रहने की संभावना है।
महापात्र के अनुसार, इस अवधि के दौरान मैदानी इलाकों के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्म हवा चलने की संभावना है। देश के विभिन्न हिस्सों में अमूमन 4 से 8 दिनों की तुलना में 10 से 20 दिन तक लू चलने का अनुमान है।
IMD के डायरेक्टर जनरल ने कहा कि गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तरी छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में गर्मी का सबसे बुरा असर पड़ सकता है।
अप्रैल में देश के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने, जबकि मध्य दक्षिण भारत में इसकी ज्यादा संभावना है। अप्रैल में पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य या सामान्य से नीचे रहने का अनुमान है।
इस बार होगी कम बारिश?
मौसम विभाग के मुताबिक, पूरे देश में अप्रैल 2024 में औसत बारिश सामान्य (एलपीए का 88-112 फीसदी) होने की संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों और मध्य भारत के कई हिस्सों, उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत, पूर्व और उत्तर पूर्व भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। जबकि पूर्वी और पश्चिमी तटों, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों और पश्चिम मध्य भारत में सामान्य से कम बारिश होने की आशंका जताई है।
कमजोर पड़ रहा अल नीनो
मौसम विभाग के मुताबिक, साल की शुरुआत से ही अल नीनो की स्थिति कमजोर हो गई है। वर्तमान में भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में मध्यम अल नीनो की स्थिति बनी हुई है। अधिकांश भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) सामान्य से अधिक गर्म है।
भोपाल सहित 40 से ज्यादा जिले में होगी भयंकर गर्मी
मध्य प्रदेश में भी इस बार अप्रैल, मई में भीषण गर्मी पड़ने के आसार जताए गए हैं। ग्वालियर, चंबल, विंध्य, बुंदेलखंड, निमाड़ के अलावा भोपाल संभाग और मालवा के इलाके भी खूब तप सकते हैं। इन इलाकों के 40 से ज्यादा जिलों में गर्मी पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ सकती है। अप्रैल के अलावा मई में कई जगह एक-दो बार पारा 47 से 48 डिग्री तक भी पहुंच सकता है।
कहां-कहां चलेगी लू
अप्रैल में पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और उत्तरपूर्वी राज्यों के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। अप्रैल में मध्य भारत के कई इलाकों और उत्तरी मैदानी इलाकों और दक्षिण भारत के आसपास के इलाकों में सामान्य से अधिक गर्मी वाले दिन रहने की संभावना है। महापात्र के अनुसार, इन क्षेत्रों में सामान्यतः एक से तीन दिनों की तुलना में दो से आठ दिनों तक लू चलने की आशंका है।
फोन टैपिंग मामले में गिरफ्तार अधिकारी के खुलासों ने चौंकाया
2 Apr, 2024 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेलंगाना फोन टैपिंग मामले में पिछले दिनों बड़ी कार्रवाई हुई है। हैदराबाद में फोन टैपिंग और कुछ कंप्यूटर सिस्टम और आधिकारिक डेटा को नष्ट करने के आरोपित पूर्व पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) से बीते गुरुवार को पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि राव शहर टास्क फोर्स में पुलिस उपायुक्त थे। अगस्त 2020 में सेवानिवृत्त होने पर वह तीन-तीन साल के लिए दो एक्सटेंशन पाने में सफल रहें।
गिरफ्तार पुलिस अधिकारी में से एक राधाकृष्ण राव ने कई खुलासे किए। तेलंगाना जासूसी मामले में राधाकृष्ण राव ने जो दावे किए हैं बताया जा रहा है कि उससे अगले महीने के लोकसभा चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बन सकता है। राधाकृष्ण राव ने दावा किया कि साल 2018 और 2023 के विधानसभा चुनावों में आधिकारिक वाहनों में नकदी ले जाई गई थी।
BRS तेलंगाना की सत्ता में बनी रहे इसलिए...
पुलिस द्वारा दायर रिमांड रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तार पुलिस अधिकारी ने कहा कि भुजंगा राव, प्रणीत राव, तिरुपतन्ना और वेणुगोपाल राव ने तत्कालीन राज्य खुफिया ब्यूरो प्रमुख टी प्रभाकर राव के नेतृत्व में साजिश रची थी। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बीआरएस तेलंगाना में सत्ता में बनी रहे। राधाकृष्ण राव ने उदाहरण के तौर पर दुब्बक और मुनुगोडे उपचुनाव का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि बाद के चुनाव से पहले कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी से जुड़े लोगों से ₹ 3.5 करोड़ जब्त किए गए थे।
इंटरसेप्टेड कॉल के आधार पर जब्त किए 1 करोड़
साल 2020 में डबक उपचुनाव में भाजपा के रघुनंदन राव ने बीआरएस के सोलिपेटा रेड्डी को हराया था। राधाकृष्ण राव के मुताबिक, इंटरसेप्टेड कॉल के आधार पर बीजेपी नेता से जुड़ी चिटफंड कंपनी चलाने वाले एक व्यक्ति से ₹1 करोड़ जब्त किए गए। साल 2023 में वह बीआरएस के कोठा प्रभाकर रेड्डी से सीट हार गए।
आपको मालूम हो कि मामले की जांच के दौरान पुलिस ने हाल ही में पूर्व एसआइबी प्रमुख टी प्रभाकर राव और कमिश्नर टास्क फोर्स के तत्कालीन पुलिस उपायुक्त पी राधाकृष्ण और एक तेलुगु टीवी चैनल के एक वरिष्ठ कार्यकारी के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) भी जारी किया था।
एंगेजमेंट और तलाक की अंगूठी पहनने का नया ट्रेंड
1 Apr, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । अमेरिका में विवाह टूटने के बाद अब एक नया ट्रेंड शुरू हो गया है। तलाकशुदा महिलाएं अब तलाक छिपाने के बजाय इसको उजागर करते हुए, समाज एवं दोस्तों के बीच रहना सीख लिया है। पहले तलाक को नकारात्मक तौर से देखा जाता था। अब अमेरिका में विवाह का टूटना अर्थात एक दूसरे के साथ के साथ रहने में यदि कोई समझौता नहीं हो पा रहा है। तो दोनों स्वतंत्रता के साथ रहते हुए, अपने संबंधों को आगे बढ़ा सकते हैं। यह नया ट्रेंड अमेरिका में शुरू हो गया है। एंगेजमेंट रिंग के साथ अब डिवोर्स रिंग साथ साथ में लेने का चलन बढ़ गया है।
तलाकशुदा महिलाएं अब डिवोर्स रिंग भी पहनने लगी है। पुराने रिश्ते के साथ नए रिश्ते को बताने में अब उन्हें कोई झिझक महसूस नहीं हो रही है। दोनों अंगूठियां एक ही हाथ की दो उंगलियों में पहनी जाती हैं। तलाकशुदा महिलाएं इसे एक सकारात्मक संदेश के रूप में देख रही हैं। वैवाहिक जीवन समाप्त हो जाने के बाद भी दोस्त के रूप में अपने पुराने संबंधों का आदर करती हैं। इससे तलाकशुदा महिलाओं का कॉन्फिडेंस भी हमेशा बना रहता है।
एल्विश यादव के खिलाफ सबूत जुटा रही पुलिस
1 Apr, 2024 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नोएडा । पार्टियों में सांप और उनके जहर से नशे के मामले में एल्विश यादव के खिलाफ सबूत जुटा रही है। एल्विश यादव समेत 6 लोगों के खिलाफ यह केस 3 नवंबर को यहां सेक्टर-49 थाने में दर्ज हुआ था। 5 सपेरे पहले दिन ही जहर के साथ पकड़े गए थे। इसके बाद केस की जांच सेक्टर-20 थाने ट्रांसफर हुई थी। 17 मार्च को पूछताछ के बाद पुलिस ने एल्विश यादव को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उसके दो करीबी भी गिरफ्तार हुए। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट की 6 धाराएं भी केस में बढ़ाई। इनमें से 2 धाराएं केस में कमजोर पड़ी। फिर भी एल्विश यादव को कई दिन जेल में गुजारने पड़े। जमानत के बाद गुड़गांव पुलिस उसे प्रोडक्शन वॉरंट पर लेकर गई जहां जमानत पाकर वह बाहर निकला।
नोएडा पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि केस की जांच में एल्विश का संबंध 2 नवंबर को सांप व उनके जहर के साथ पकड़े गए 5 सपेरों से साबित हुआ। इसके बाद डिब्बी में मिले 20 एमएल जहर की एफएसएल जांच में यह पुष्टि हुई कि यह सांप का जहर है। इसी आधार पर केस में एनडीपीएस एक्ट की धाराएं बढ़ाई गई थीं। एडीसीपी नोएडा मनीष मिश्रा ने बताया कि सामने आए तथ्यों पर पुलिस की जांच अभी जारी है। इसके साथ ही साक्ष्य संकलन भी पुलिस कर रही है।
प्रोफेसर पर यौन शोषण का आरोप
1 Apr, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता । कोलकाता में विश्वभारती यूनिवर्सिटी की तीन छात्राओं ने एक गेस्ट प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इनका आरोप है कि इस प्रोफेसर ने सेमेस्टर परीक्षा में पास कराने के बदले में शारीरिक संबंध बनाने की मांग की। यूनिवर्सिटी के फारसी, उर्दू और इस्लामिक स्टडी डिपार्टमेंट में पढऩे वाली तीनों स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया कि प्रोफेसर ने उन्हें वॉट्सएप पर अश्लील मैसेज भी भेजे और कई बार उन्हें गलत तरीके से छुआ। छात्राओं ने 28 मार्च को शांतिनिकेतन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि परीक्षा में फेल होने का डर दिखाकर उन्हें प्रताडि़त किया गया। छात्राएं सबूत लेकर थाने पहुंचीं। उन्होंने पुलिस को प्रोफेसर के भेजे मैसेज दिखाए। जिनमें उसने छात्राओं से अलग से मिलने और रात गुजारने की भी बात लिखी थी।
सुप्रीम कोर्ट के जज का नोटबंदी पर प्रहार
1 Apr, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली, केंद्र सरकार द्वारा 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 के नोट को तुरंत प्रचलन से बाहर कर दिया था। तब सरकार ने कहा था, 86 फ़ीसदी करंसी 500 और 1000 रुपए के नोट के रूप मे है। इसको बंद करने से काला धन समाप्त होगा। नक्सलवाद और आतंकवाद की समस्या उसका निराकरण होगा। सुप्रीम कोर्ट की वर्तमान जज बीवी नागरत्ना ने हाल ही में छात्रों को संबोधित करते हुए नोटबंदी को असंवैधानिक बताया है।
सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच ने नोटबंदी के फैसले को बहुमत के आधार पर सही ठहराया है। इस बैच में न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना भी शामिल थी। उन्होंने फैसले में अपनी सहमति न देते हुए उस समय भी अलग फैसला लिखा था। उनका मानना है, सरकार ने बिना किसी प्रक्रिया के पालन किये यह निर्णय लिया था। लोगों को काफी तकलीफ उठानी पड़ी। संसद में भी इस विषय पर चर्चा नहीं की गई। असंवैधानिक तरीके से लिए गए इस निर्णय का सरकार को कोई फायदा भी नहीं हुआ। 99 फ़ीसदी से ज्यादा करंसी रिजर्व बैंक में वापस आ गई। एक तरह से नोटबंदी का फायदा उन लोगों ने उठाया है। जिनके पास काला धन था। नोटबंदी के बाद उनका काला धन सफेद धन के रूप में परिवर्तित हो गया?सरकार ने 500 और ₹1000 के नोट बंद किए थे। उसके एवज में ₹2000 के नोट प्रचलन में लाये गए। उसे भी अब बंद कर दिया गया है।
राज्यपालों की संवैधानिक भूमिका?
हैदराबाद के ला छात्रों के बीच में न्यायमूर्ति नागरत्ना का उद्बोधन हुआ। उन्होंने कहा हाल ही में राज्यपालों की जो भूमिका देखने को मिल रही है। वह असंवैधानिक है। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में इस तरह के मामलों की बाढ़ आ गई है।राज्य सरकारों और राज्यपालों के बीच में जो विवाद सामने आए हैं। वह चिंता बढाने वाले हैं। उन्होंने कहा राज्यपाल का पद गंभीर संवैधानिक पद है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि समय आ गया है, संविधान के अनुरूप राज्यपाल किस तरह से काम करें, यह बताना जरूरी हो गया है।
जिस नोटबंदी के मुकदमे को समाप्त मान लिया गया था।पांच जजों की खंडपीठ में शामिल न्यायमूर्ति बीवी रत्ना द्वारा एक बार फिर इस मामले को तूल दे दिया है। आगे चलकर नोटबंदी का यह मामला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती के रूप में सामने आ सकता है। नोटबंदी के निर्णय के पश्चात केंद्र सरकार, रिज़र्व बैंक और आयकर की भूमिका पर यह विवाद अभी भी खड़ा हुआ है। आयकर विभाग ने उस समय जिन लोगों ने सीमा से अधिक पैसा जमा कराया था। आयकर की नियमों का पालन नहीं किया गया।उनके खिलाफ जांच की जानी चाहिए थी। इस तरह की जांच के कोई परिणाम अभी तक सामने नहीं आए हैं। इसमें आयकर विभाग और रिजर्व बैंक की भूमिका आज भी महत्वपूर्ण है।
सेना ने किया आकाश मिसाइल का सफल परीक्षण
1 Apr, 2024 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारतीय सेना की पश्चिमी कमान ने रविवार को सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल प्रणाली का सफल परीक्षण किया। सेना ने मिसाइल परीक्षण का एक वीडियो भी जारी किया है। इस परीक्षण के बाद जाहिर तौर पर चीन और पाकिस्तान की नींद उडऩे वाली है। आकाश मिसाइल प्रणाली को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी डीआरडीओ ने बनाया है।
रुसी दुल्हन दिलाने के नाम पर हरियाणा से युवाओं को ले जा रहे हैं रूस
1 Apr, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली, इमीग्रेशन एजेंट हरियाणा के युवाओं को रूस में शादी करने का प्रलोभन देकर, रूस में नौकरी के लिए लेकर जा रहे हैं। विदेशी महिला से शादी होने के लालच में हरियाणा के सैकड़ो युवाओं को रूस ले जाया गया है। इमीग्रेशन एजेंट द्वारा अवैध रूप से हरियाणा की युवाओं को रूस ले जाया गया। इसके लिए युवकों से लाखों रुपए भी लिए गए।
युवाओं को इमीग्रेशन एजेंट ने पहले बैंकॉक भेजा। उसके बाद जंगल के रास्ते से उन्हें बेलारूस ले जाया गया। उसके बाद उन्हें रूस में सेना मे नौकरी करने को कहा। जब इन युवाओं ने रूस की सेना में भर्ती होने और यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ने से इनकार किया। तो इन युवाओं को रूस के जेल में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में बंद करवा दिया। मास्को की जेल में इन युवाओं को भूखा प्यासा रखा गया।
जेल में बंद दो युवाओं ने एक वकील की मदद से 6 लाख रूपये खर्च करने के बाद भारत वापस लौटे हैं। करनाल में रहने वाले दो चचेरे भाइयों ने मास्को जाने और वहां से वापस आने की कथा कहानी सुनाई।
जब यह घोटाला उजागर हुआ। रूस में एजेंटों के माध्यम से सेना में जो भर्ती हो रही है। उसमें एजेंट को रूस की सरकार द्वारा 200000 रूपये का भुगतान किया जाता है।भारत से अवैध तरीके से सैकड़ों युवाओं को अवैध रूप से विदेश ले जाने का काम इमीग्रेशन एजेंटों द्वारा किया जा रहा है। उसमें विदेशी लड़कियों से शादी कराने का लालच देने से,युवा आकर्षित हो रहे हैं।इसका फायदा इमीग्रेशन एजेंट उठा रहे हैं।
मुख्तार का खौंफ: योगी को सुरक्षित निकालने के लिए हेलिकॉप्टर का उपयोग करना पड़ा
31 Mar, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। 2008 में योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से सांसद थे। उस वक्त मुख्तार अंसारी का खौंफ चारों तरफ चरम पर था। इस दौरान एक घटना के संबंध में बताया जाता है कि मुख्तार अंसारी के गैंग ने उनके काफिले पर जानलेवा हमला किया था। पहले पत्थर बरसाए गए। इसके बाद पेट्रोल बम से हमला और फिर गोलीबारी की गई। योगी की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी पायरिंग की। एक आईपीएस अधिकारी को स्थिति संभालने की जिम्मेदारी मिली। मुख्तार के खौफ का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि योगी आदित्यनाथ को सुरक्षित निकालने के लिए एक एके-47 और एक हेलिकॉप्टर दी गई।
रिपोर्ट में रिटायर आईपीएस अधिकारी बृज लाल के हवाले से 7 सितंबर 2008 को आजमगढ़ में योगी आदित्यनाथ के काफिले पर हुए हमले की पूरी कहानी बताई है। इस ऑपरेशन में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। छह लोग घायल हो गए थे। 1977 बैच के अधिकारी ने कहा कि उन्हें एके-47 राइफल के साथ हेलिकॉप्टर से एयरड्रॉप करना पड़ा। इससे पहले 2005 में मऊ में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे थे। बृज लाल ने कहा, इस दौरान पांच बार के विधायक और माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी को खुली जीप से एके-47 लहराते देखा गया। योगी आदित्यनाथ उस समय गोरखपुर के सांसद थे। वह स्वयं मऊ के लिए रवाना हुए। लेकिन उन्हें जिले में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। दोहरीघाट पर उन्हें रोककर वापस गोरखपुर भेज दिया गया। तब समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री थे।2008 में योगी आदित्यनाथ ने मुख्तार अंसारी को चुनौती देते हुए कहा था कि वह मऊ दंगे के पीड़ितों को न्याय दिलाएंगे। बृज लाल ने बताया, योगी आदित्यनाथ ने हिंदू युवा वाहिनी के नेतृत्व में आज़मगढ़ में आतंकवाद के खिलाफ एक रैली की घोषणा की थी। 7 सितंबर 2008 को डीएवी कॉलेज मैदान को रैली के लिए स्थान के रूप में चुना गया था।
योगी आदित्यनाथ एक लाल एसयूवी में यात्रा कर रहे थे। उनके साथ करीब 40 वाहनों का काफिला चल रहा था। काफिले के आजमगढ़ पहुंचने से ठीक पहले उस पर पथराव हुआ। पेट्रोल बम फेंके गए और गोलीबारी हुई। बृज लाल ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के गनर ने भी गोलियां चलाईं। उन्होंने कहा, यह महज संयोग की बात थी कि उन्होंने आखिरी समय में गाड़ी बदल ली और अपनी लाल एसयूवी छोड़ दी, जिससे उनकी जान बच गई। यह एक सुनियोजित हमला था।
पूर्व आईपीएस ने आगे बताया, जैसे ही उन्हें हमले के बारे में पता चला वह एक हेलिकॉप्टर लेकर आजमगढ़ के लिए रवाना हो गए और सिविल लाइंस में उतरे। चूंकि अन्य सभी अधिकारी पहले से ही काम में लगे हुए थे, इसलिए मैंने एक एके-47 लिया और तत्कालीन संभागीय आयुक्त को प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए कहा। मुझे एके-47 के साथ आजमगढ़ की गलियों में घूमना याद है। हमने लगातार छापेमारी की और हिंसा में शामिल कई लोगों पर मामला दर्ज किया।
2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने राज्य के कुछ हिस्सों में माफिया संस्कृति से तेजी से निपटाया। साथ ही गिरोहों और उनकी गतिविधियों पर नकेल कसी। उन्होंने कहा, “आज माफिया डॉन और पेशेवर अपराधी अपनी जान की भीख मांग रहे हैं। यूपी में किसी भी माफिया डॉन या अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है।
रुस भारत के साथ मिलकर आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध
31 Mar, 2024 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। रुस की राजधानी मास्को के कॉन्सर्ट हॉल में पिछले दिनों हुए आतंकी हमले कई लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। इस हमले की कड़ी निंदा की गई थी। हमले को लेकर रुसी राजदूत ने साफ कहा कि वह भारत के साथ मिलकर आतंक का पूरी तरह से खात्मा करेंगे।
भारत में रूसी राजदूत ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि रूस, भारत और दुनिया के अन्य देशों के साथ मिलकर आतंकवाद के खतरे से निपटने और उसे जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत के पीएम नरेंद्र मोदी, मंत्रियों, राजनीतिक दलों के नेताओं और सार्वजनिक कार्यकर्ताओं ने रूस पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए आतंकवाद को अस्वीकार करने के मजबूत बयान दिए।
रुसी राजदूत ने भारत समेत कई देशों के लोगों द्वारा आतंक से पीड़ितों, उनके परिजनों और रूसी सरकार के लिए उनकी दिखाई गई भावनाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि दूतावास को 22 मार्च को मॉस्को के पास घातक आतंकवादी हमले की निंदा और जानमाल के भारी नुकसान पर सहानुभूति वाले संदेश आज भी मिल रहे हैं। रुस पर आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी ने रूस के लोगों के प्रति अपनी एकजुटता दिखाते हुए जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं। दुःख की इस घड़ी में भारत रूस की सरकार और लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है।