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24 घंटे में पाकिस्तान के 26 हमलों का बदला, भारत ने उड़ाए 7 बेस
10 May, 2025 12:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान अपनी छुपकर हमला करने की हरकत से बाज नहीं आ रहा है. पिछले 24 घंटों के दौरान पाक की तरफ से भारत की 26 जगहों पर हमला करने की कोशिश की गई है. भारतीय सेना की तरफ से इसका मुंहतोड़ जवाब दिया गया. यही कारण है कि अब वह बुरी तरह फंसता नजर आ रहा है.
भारतीय सेना ने पाक के 7 ठिकानों का काम तमाम कर दिया है. इनमें 5 एयरबेस और 2 रडार बेस शामिल हैं. भारत के इस एक्शन के बाद पाकिस्तान डरा हुआ है. भारतीय सेना ने 5 एयरबेस और 2 रडार बेस को पूरी तरह से खत्म कर दिया है. इनमें नूर खान, रहमियार खान, रफीकुई, मुरीद, सियालकोट एयर बेस शामिल हैं. इसके अलावा 2 रडार बेस सिस्टम भी तबाह किए हैं. पाकिस्तान ने नागरिक विमानों की आड़ लेकर अंतरराष्ट्रीय एयर रूट का गलत इस्तेमाल किया है.
भारत की ये कार्रवाई पाकिस्तान के हमलों के बाद की गई है. भारत की तरफ से हुए हमले में पाकिस्तान का सियालकोट समेत 5 एयरबेस पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं.
ब्रह्मोस पूरी तरह सुरक्षित
भारतीय विदेश मंत्री ने जानकारी में बताया कि पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय विमान की आड़ का दुरुपयोग किया है. इसके साथ ही पाकिस्तान सीमा पर सैनिकों की बड़ी तैनाती कर रहा है. भारतीय अधिकारियों ने बताया कि S 400 , ब्रह्मोस के भंडार पूरी तरह सुरक्षित हैं. पाकिस्तान के सभी दावे झूठे हैं. पाकिस्तान इस तनाव भरे हालात में भी कई झूठे दावे कर रहा है.
विदेश सचिव ने बताया कि जम्मू-कश्मीर और पंजाब में सिविलयन मारे जा रहे हैं , इसके साथ ही इमारतें क्षतिग्रस्त हो रही हैं. जम्मू-कश्मीर में एक प्रशासनिक अधिकारी की मौत हुई है.
पाकिस्तान कर रहा झूठे दावे
भारत पाकिस्तान तनाव पर विदेश सचिव और रक्षा मंत्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेस की है. इसमें कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान लगातार भारत पर मिसाइल अटैक कर रहा है. उसने हाईस्पीड मिसाइल का यूज कर उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज एयरबेस में हमला किया, जिसमें हमें नुकसान पहुंचा है. विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने AFS सिरसा और AFS सूरतगढ़ के शनिवार सुबह के फोटो दिखाएं और कहा कि ये सभी पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
सुरक्षा चिंताओं के चलते 15 मई तक बंद रहेंगे कई एयरपोर्ट्स
10 May, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
श्रीनगर और चंडीगढ़ समेत देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में कम से कम 32 हवाई अड्डों को 15 मई तक नागरिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है। इससे पहले भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के मद्देनजर इन हवाई अड्डों को 10 मई तक नागरिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया था।
15 मई तक हवाई अड्डे के अस्थायी रूप से बंद
एयरलाइनों ने शुक्रवार को कहा कि 15 मई तक हवाई अड्डों के अस्थायी रूप से बंद होने के कारण उनकी उड़ानें रद कर दी गई हैं। सूत्रों ने कहा कि 15 मई की सुबह पांच बजकर 29 मिनट तक कम से कम 32 हवाई अड्डों को नागरिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है।
एअर इंडिया ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि कई हवाई अड्डों के बंद रहने के बारे में विमानन अधिकारियों की अधिसूचना के बाद जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, चंडीगढ़, भुज, जामनगर और राजकोट के लिए कंपनी की उड़ानें 15 मई को सुबह पांच बजकर 29 मिनट तक रद की जा रही हैं।
ग्राहकों को टिकट रद करने पर पूर्ण धन वापसी की पेशकश की जाएगी
इस अवधि के दौरान यात्रा के लिए वैध टिकट रखने वाले ग्राहकों को पुनर्निर्धारण शुल्क पर एक बार छूट दी जाएगी या टिकट रद करने पर पूर्ण धन वापसी की पेशकश की जाएगी।
इंडिगो ने पोस्ट किया कि अधिकारियों के नवीनतम निर्देशों के अनुसार, 15 मई को सुबह पांच बजकर 29 मिनट तक 10 गंतव्यों के लिए सभी उड़ानें रद रहेंगी, क्योंकि हवाई अड्डे अस्थायी रूप से बंद हैं।
पटना से चंडीगढ़ और गाजियाबाद के बीच शुक्रवार को भी विमानों का परिचालन नहीं हुआ। सुबह सवा नौ बजे आने वाली इंडिगो की विमान संख्या 6ई6394 चंडीगढ़ से उड़ान नहीं भर सकी।
फ्लाइट संख्या आइएक्स-1519 वहीं से रद कर दी गई
इसी फ्लाइट को पटना से भुवनेश्वर जाना था, फिर यह विमान वापस यहां आता। लिहाजा, पटना-भुवनेश्वर-पटना का परिचालन भी नहीं हो सका। इसी प्रकार अपराह्न 4:25 बजे गाजियाबाद से आने वाली एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट संख्या आइएक्स-1519 वहीं से रद कर दी गई।
हवाई अड्डों पर सुरक्षा बढ़ाई गई देशभर के हवाई अड्डों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और कुछ उड़ानें प्रभावित हुई हैं। एयरलाइनों ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी उड़ान के निर्धारित प्रस्थान से पहले ही हवाई अड्डों पर पहुंच जाएं।
उड़ानों के कार्यक्रम और सुरक्षा जांच समय पर असर पड़ा
राष्ट्रीय राजधानी में देश के सबसे बड़े और व्यस्ततम हवाई अड्डे आइजीआइए ने शुक्रवार को कहा कि परिचालन सामान्य है। हालांकि, हवाई क्षेत्र की बदलती परिस्थितियों और सुरक्षा उपायों के कारण कुछ उड़ानों के कार्यक्रम और सुरक्षा जांच समय पर असर पड़ा है।
इन हवाई अड्डों को नागरिक उड़ानों के लिए बंद किया गया
प्रभावित हवाई अड्डों में आदमपुर, अंबाला, अमृतसर, अवंतीपुर, बठिंडा, भुज, बीकानेर, चंडीगढ़, हलवारा, हिंडन, जम्मू, जैसलमेर, जामनगर, जोधपुर, कांडला, कांगड़ा (गग्गल), केशोद, किशनगढ़, कुल्लू मनाली (भुंतर) और लेह हैं।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के अनुसार, लुधियाना, मुंद्रा, नलिया, पठानकोट, पटियाला, पोरबंदर, राजकोट (हीरासर), सरसावा, शिमला, श्रीनगर, थोइस और उत्तरलाई को भी नागरिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है।
सीमा पर तनाव: पाकिस्तान का हमला, भारत के कई गांव प्रभावित, तीन की जान गई
10 May, 2025 09:54 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी कि अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के पास कुल 26 स्थानों पर ड्रोन गतिविधि देखी गई है। इन स्थानों में बारामुला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कच्छ का कुवरबेट और लखी नाला शामिल हैं।
India-Pakistan War: भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार के बाद शुक्रवार देर रात एक बार फिर पाकिस्तान ने कई आबादी वाले भारतीय क्षेत्रों को निशाना बनाते हुए ड्रोन हमले किए। इसके अलावा पाकिस्तान की गोलाबारी से राजौरी के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर (ADC) राज कुमार थापा और दो अन्य नागरिकों की मौत हो गई।
थापा के आवास पर गिरा गोला
राजौरी में रातभर भारी गोलाबारी हुई। इस दौरान एक गोला डीसी कॉलोनी स्थित थापा के आवास पर गिरा, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। कुछ घंटों बाद उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। शनिवार सुबह जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने थप्पा के निधन पर शोक व्यक्त किया।
इन इलाकों में पाकिस्तान ने किए ड्रोन हमले
रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को जानकारी दी कि अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (LOC) के पास कुल 26 स्थानों पर ड्रोन गतिविधि देखी गई है। मंत्रालय के बयान में कहा, “इन स्थानों में बारामुला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कच्छ का कुवरबेट और लखी नाला शामिल हैं।” रक्षा मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि इन ड्रोन में से कई संदिग्ध रूप से हथियारबंद थे, जो नागरिक आबादी और सैन्य ठिकानों के लिए गंभीर खतरा बन सकते थे। एक ड्रोन द्वारा किए गए हमले में एक स्थानीय आवासीय क्षेत्र को निशाना बनाया गया, जिससे एक परिवार का सदस्य घायल हो गया।
हवाई खतरों पर नजर रखी जा रही है
बयान में कहा गया, “भारतीय सशस्त्र बल उच्चतम सतर्कता की स्थिति में हैं और सभी ऐसे हवाई खतरों पर नजर रखी जा रही है तथा उन्हें काउंटर-ड्रोन सिस्टम के माध्यम से निष्क्रिय किया जा रहा है। नागरिकों, खास तौर पर सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वालों को सलाह दी जाती है कि वे घर के अंदर ही रहें, अनावश्यक आवाजाही सीमित रखें और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों का सख्ती से पालन करें। हालांकि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता और एहतियात बरतना जरूरी है।”
शुक्रवार शाम को श्रीनगर के हवाई अड्डा क्षेत्र, सांबा, जम्मू शहर, बारामुला , पठानकोट और फिरोजपुर तथा बाड़मेर में विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं। शुक्रवार को सीमावर्ती क्षेत्रों में बिजली की कटौती (ब्लैकआउट) भी देखी गई।
आपात स्थिति में देश कैसे रहेगा सुरक्षित? जानिए मोदी सरकार की रणनीति
10 May, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत और पाकिस्तान के बीच बनी हुई तनाव की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह कमर कस ली है। विपरीत परिस्थितियों में भी आम जनजीवन पर उसका सीधा असर न पड़े, यही सरकार की चिंता है।
इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को विभिन्न मंत्रालयों के सचिवों के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। उसके बाद तैयारियों की मंत्रालयवार कमान सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों ने संभाल ली है। शुक्रवार को अलग-अलग मंत्रालयों की सिलसिलेवार बैठकें चलती रहीं।
हर मोर्चे पर तैयारी पूरी
यूं तो सरकार हर मोर्चे पर तैयारी में जुटी है, लेकिन उन मंत्रालयों की व्यवस्थाओं और तैयारियों पर विशेष जोर है, जिनका सीधा प्रभाव आम जनजीवन पर पड़ता है।
जन सुरक्षा को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने सीआईएसएफ, बीएसएफ और ब्यूरो आफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी के महानिदेशकों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की।
उन्होंने पाकिस्तान से सटे क्षेत्रों, हवाई अड्डों और प्रमुख प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की।
चिकित्सा आपूर्ति की पर्याप्त उपलब्धता
अधिकारियों ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा तैयारियों की वर्तमान स्थिति पर रिपोर्ट दी। एंबुलेंस की तैनाती, उपकरण, दवाइयों आदि की आपूर्ति सहित चिकित्सा आपूर्ति की पर्याप्त उपलब्धता के बारे में बताया। स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिया कि सभी राज्य सरकारों से विशेषकर जिला स्तर पर, सीमावर्ती राज्यों के साथ जमीनी स्तर पर संपर्क प्रभावी ढंग से स्थापित किए जाएं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर तत्काल आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित की जा सके।
प्रभावित नहीं होंगी बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं
वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकिंग सेक्टर और साइबर सुरक्षा की तैयारियों के संबंध में उच्चस्तरीय बैठक की। डिजिटल एप्लीकेशन, यूपीआई आदि पर चर्चा की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं प्रभावित न हों।
अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक
आपातकालीन स्थिति में इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा तथा सड़क यातायात सुनिश्चित हो, इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं सीमावर्ती राज्यों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
सुरक्षा एजेंसियों के साथ संपर्क में रहने के निर्देश
गडकरी ने सभी अधिकारियों को सतर्क रहने के साथ जरूरी प्रबंधन, राज्य सरकारों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ संपर्क में रहने के निर्देश दिए। इसी तरह केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और ग्रामीण विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
बैठक के बाद आश्वस्त किया कि अधिकारियों से फसल बुआई, खाद्यान्न, फल-सब्जी उत्पादन तथा उपलब्धता की जानकारी ली गई है। मौजूदा परिस्थितियों में किसानों को कहीं-कोई दिक्कत नहीं आने देने के संबंध में दिशा-निर्देश दिए गए हैं। देश में गेहूं, चावल व अन्य अनाज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
उत्तर भारत में मौसम का बदला मिजाज, आंधी-तूफान और बारिश की संभावना
10 May, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने शुक्रवार को कहा कि शनिवार से पूर्वी भारत में एक नई लू की लहर शुरू हो सकती है, जबकि देश के उत्तर-पश्चिम और मध्य भागों में अगले चार से पांच दिनों तक बारिश और आंधी-तूफान जारी रहने के आसार हैं।
बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में लू
मौसम कार्यालय ने शनिवार से 13 मई तक उत्तर-पूर्वी भारत में भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी भी दी है। आइएमडी ने बताया कि 11-12 मई के दौरान हिमालय के उप-क्षेत्रों बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बनने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश में भी लू चलेगी
इसके अलावा, 10-14 मई के बीच गंगा के किनारे वाले बंगाल, 11 से 14 मई के बीच बिहार और ओडिशा, 12 से 14 मई के दौरान झारखंड और 14-15 मई को पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी लू की स्थिति का अनुमान है।
इस महीने की शुरुआत में आइएमडी ने कहा था कि भारत के अधिकांश हिस्सों में मई में सामान्य से अधिक तापमान देखने को मिल सकता है, लेकिन आंधी-तूफान गर्मी की तीव्रता को कम कर सकते हैं।
देश के अधिकांश हिस्सों में ज्यादा वर्षा होने की संभावना
आइएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा था कि देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से ज्यादा वर्षा होने की संभावना है, सिवाय कुछ क्षेत्रों के जो उत्तर-पश्चिम, मध्य और उत्तर-पूर्व में हैं। महापात्रा ने बताया कि अप्रैल में राजस्थान, गुजरात और पूर्वी मध्य प्रदेश में सामान्य से अधिक हीटवेव-डे दर्ज किए गए।
कर्नल सोफिया कुरैशी: पाकिस्तानी सेना नागरिकों को बना रही ढाल
9 May, 2025 07:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि जब पाकिस्तान ने गुरुवार रात जब यह हमला किया तो उस समय कराची और लाहौर जैसे बड़े शहरों में पैसेंजर प्लेन उड़ान भर रहे थे जिससे आम नागरिकों की जान जोखिम में डाली गई। यह इंटरनेशनल फ्लाइट्स समेत सभी उड़ानों में ट्रैवल करने वाले नागरिकों के लिए खतरनाक था। भारत ने जवाबी कार्रवाई में संयम बरता।
सैन्य कार्रवाई के बीच आम जनता को ढाल बना रही PAK सेना: भारत सरकार।
एएनआई, नई दिल्ली। पाकिस्तान की ओर से गुरुवार देर रात भारत के 36 ठिकानों पर करीब 400 ड्रोन से हमले किया गया। हालांकि, भारतीय डिफेंस सिस्टम एस-400 की वजह से पाकिस्तान के सारे हमले नाकाम हो गए। इसी बीच विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि किस तरह पाकिस्तानी सेना अपने नागरिकों को ढाल बना रही है।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि दोनों तरफ से जब हमले हो रहे थे तो उस समय पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र बंद नहीं किया, बल्कि उसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल किया है। पाकिस्तान ने गुरुवार रात जब यह हमला किया तो उस समय कराची और लाहौर जैसे बड़े शहरों में पैसेंजर प्लेन उड़ान भर रहे थे, जिससे आम नागरिकों की जान जोखिम में डाली गई। यह इंटरनेशनल फ्लाइट्स समेत सभी उड़ानों में ट्रैवल करने वाले नागरिकों के लिए खतरनाक था।
पूरी कार्रवाई के दौरान भारतीय सुरक्षाबलों ने संयम बरता
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय सुरक्षाबलों ने इस पूरी कार्रवाई के दौरान संयम बरता और जवाबी हमले को सीमित रखा, ताकि आम नागरिकों को नुकसान न हो इस रक्षात्मक और संवेदनशील रुख की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना की जा रही है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने ड्रोन हमले की असफल कोशिश करने के बावजूद अपने नागरिक हवाई क्षेत्र को बंद नहीं किया, जो कि एक खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना कदम है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है, जिससे न केवल पाकिस्तान बल्कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई है।
विदेश मंत्रालय का खुलासा: पाकिस्तान ने 36 स्थानों को बनाया निशाना
9 May, 2025 06:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली, 9 मई । विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान ने एलओसी पर भारी गोलीबारी और घुसपैठ की कोशिश की, जिसके जवाब में भारत ने संयम के साथ सटीक कार्रवाई की है।
विदेश मंत्रालय की ओर से आयोजित प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी ने जानकारी दी कि तंगधार, उरी और उधमपुर जैसे सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की ओर से 36 स्थानों को निशाना बनाने का प्रयास किया गया। पाकिस्तान ने करीब 300 से 400 ड्रोन्स से हमला किया था।
उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि इस हमले में तुर्की में निर्मित ड्रोन का इस्तेमाल हुआ है। भारतीय वायुसेना ने तत्काल जवाबी कार्रवाई करते हुए एक ड्रोन काउंटर अटैक में पाकिस्तान की सर्विलांस रडार प्रणाली को पूरी तरह से तबाह कर दिया।
कर्नल कुरैशी ने स्पष्ट किया कि इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने अत्यधिक संयम बरतते हुए आम नागरिकों को कोई नुकसान न हो, इसका विशेष ध्यान रखा। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने के बजाय नागरिक विमानों की आड़ में सैन्य हमले किए, जो अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के विपरीत है।
ब्रीफिंग के दौरान यह बताया गया कि हमले के समय कराची और लाहौर जैसे बड़े शहरों में यात्री विमान उड़ान भर रहे थे, जिससे कई निर्दोष जानें खतरे में पड़ गई थीं।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान की इस कार्रवाई को “उकसावे वाली सैन्य रणनीति” करार देते हुए कहा कि तंगधार, उरी, पुंछ, राजौरी, अखनूर और उधमपुर में की गई गोलाबारी में भारतीय सुरक्षाबलों को कुछ नुकसान पहुंचा, लेकिन भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को भारी सैन्य क्षति उठानी पड़ी है।
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान द्वारा ड्रोन हमले की असफल कोशिशों के बावजूद अपने हवाई क्षेत्र को खुला रखना न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा भी है। उन्होंने पाकिस्तान पर नागरिक विमानों को सैन्य ढाल की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन बताया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हमले का मकसद भारतीय रक्षा प्रणाली के बारे में जानकारी इकट्ठा करना था, जिसे नाकाम कर दिया गया।
अब्बास नकवी का बड़ा बयान: 'भारत एक घंटे में लाहौर पर कब्जा कर सकता है'
9 May, 2025 06:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद तनाव अब बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान लगातार भारत से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइल से हमला कर रहा है। जम्मू-कश्मीर, राजस्थान समेत कई राज्यों के जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इस पर अंजुमन-ए-हैदरी के महासचिव सैयद बहादुर अब्बास नकवी ने शुक्रवार को कहा कि भारत में इतनी क्षमता है कि चाहे तो अगले एक घंटे में हम लाहौर पर कब्जा कर सकते हैं। सैयद बहादुर अब्बास नकवी ने कहा कि भारत ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की अभी शुरुआत की है। अभी हमारी सरकार सब्र से काम ले रही है। पाकिस्तान में अभी आतंक का आका अजहर मसूद और हाफिज सईद जिंदा है। अगर उनके कुछ लोग मारे गए तो कैसे कह सकते हैं कि आतंक खत्म हो गया है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि पाकिस्तान से आतंक का समूल नाश करे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में बलूचों और सिखों को टारगेट किया जा रहा है। गुरुद्वारे को निशाना बनाया जा रहा है। पाकिस्तान आम लोगों और आबादी वाली जगहों को अपना निशाना बनता है। वह बेगुनाह लोग पर जुल्म करता है, उन्हें परेशान करता है। उन्होंने कहा पाकिस्तान पर अब तक की गई कार्रवाई पर्याप्त नहीं है। पहलगाम में आतंकियों ने धर्म पूछकर इसलिए मारा कि भारत में आंतरिक माहौल खराब किया जा सके। हमारे देश के लोगों ने इसको सिरे से नकारकर एकजुटता का परिचय दिया।
भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान की ओर से पश्चिमी सीमा और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर ड्रोन और मिसाइल हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया। भारतीय सेना के अनुसार, 8 और 9 मई की मध्य रात्रि को पाकिस्तान ने कई हमले किए, जिन्हें भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक नाकाम किया। भारतीय सेना के अतिरिक्त महानिदेशालय-सार्वजनिक सूचना ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर यह जानकारी दी और राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। पोस्ट में लिखा गया है, “भारतीय सेना राष्ट्र की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सभी नापाक इरादों का बलपूर्वक जवाब दिया जाएगा।”
रक्षा मंत्रालय का मीडिया को निर्देश – संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें
9 May, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत और पाकिस्तान की सीमा पर खराब हालात के चलते रक्षा मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है। सभी मीडिया चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म को लाइव कवरेज के लिए सावधानी बरतने के आदेश दिए गए हैं। रक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर यह सलाह दी है।
रक्षा मंत्रालय ने केबल टेलीविजन नेटवर्क्स (संशोधन) नियम 2021 के तहत यह आदेश जारी किया है। इसकी जानकारी एक्स प्लेटफॉर्म पर भी दी गई है।
रक्षा मंत्रालय ने किया पोस्ट
रक्षा मंत्रालय ने एक्स पर लिखा कि, "सभी मीडिया चैनलों, डिजिटल प्लेटफॉर्म और यूजर्स को सलाह दी जाकी है कि लाइव कवरेज या रियल टाइम रिपोर्टिंग के दौरान रक्षा ऑपरेशन और सेना के काफिले की मूवमेंट साझा न करें।"
रक्षा मंत्रालिय ने कहा-
सभी मीडिया चैनलों, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म और व्यक्तियों को रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की आवाजाही का लाइव कवरेज या वास्तविक समय की रिपोर्टिंग से परहेज करें। यह सलाह राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में दी गई है।
पहले भी हुई थी गलती
रक्षा मंत्रालय ने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा कि, "इस तरह की संवेदनशील और ऑपरेशनल जानकारी साझा करने से खतरा उत्पन्न हो सकता है। इससे ऑपरेशन पर बुरा असर पड़ेगा। पहले भी कारगिल युद्ध, 26/11 आतंकी हमले और कांधार हाईजैकके दौरान ऐसी रिपोर्टिंग से देश को नुकसान हुआ है।"
प्रेस ब्रीफिंग में दी गई जानकारी ही दिखाएं
गृह मंत्रालय ने आगे कहा कि, केबल टेलीविजन नेटवर्क्स (संशोधन) नियम 2021 के तहत अधिकारी प्रेस ब्रीफिंग के दौरान जो भी जानकारी साझा करेंगे, सिर्फ उन्हीं को दिखाने की इजाजत होगी। सभी से अपील है कि लाइव कवरेज के दौरान संवेदनशील जानकारी बिल्कुल न शेयर करें।
'मिनी वॉर' की संज्ञा दी नंद किशोर ने भारत-पाक के बीच के तनाव को
9 May, 2025 05:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भुवनेश्वर। ऑपरेशन सिंदूर और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर मौजूदा तनाव पर विंग कमांडर (सेवा निवृत्त) नंद किशोर ने शुक्रवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच के इस तनाव को मिनी वॉर कहा जा सकता है – एक ऐसी स्थिति जिसमें लक्षित, पूर्व-नियोजित कार्रवाइयों को सटीकता के साथ अंजाम दिया जा रहा है।
वायु सेना से सेवानिवृत्त विंग कमांडर नंद किशोर ने कहा कि सरकार ने जानबूझकर केवल उन लोगों पर हमला करने का फैसला किया है जिन्होंने देश को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचाया है। इस दौरान खास तौर पर उन शिविरों को निशाना बनाया गया है जो हाल की हत्याओं के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को पनाह देते हैं। उन्होंने कहा कि केवल एक शिविर को नष्ट करना पर्याप्त नहीं है। यह प्रक्रिया तब तक जारी रहनी चाहिए जब तक हम पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हो जाते कि नियंत्रण रेखा पर कोई और खतरा नहीं बचा है।
उन्होंने कहा कि स्थिति अब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के स्तर तक बढ़ गई है। यह अब सिर्फ सीमा पर झड़प नहीं रह गई है। यह अब युद्ध बन गया है। लेकिन भारतीय रक्षा प्रतिष्ठान पूरी तरह से तैयार हैं। हमने शांतिकाल का इस्तेमाल अपने सिस्टम को मजबूत करने के लिए प्रभावी ढंग से किया है। हमारी वायु रक्षा मजबूत है और किसी भी मिसाइल खतरे को बेअसर करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि हमारे लड़ाकू विमान पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों से बेहतर हैं और हमारी ऑपरेशनल तैयारी कहीं अधिक उन्नत है।
पूर्व सैन्य अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान में मनोबल अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। रिपोर्टों से पता चलता है कि पाकिस्तान का प्रशासनिक ढांचा ढहने की कगार पर है। विश्व समुदाय भारत के समर्थन में एकजुट है क्योंकि यह स्पष्ट रूप से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत के अंदर भी मुस्लिम समुदाय सरकार के साथ खड़ा है। वे समझते हैं कि सरकार की कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के उद्देश्य से है और सरकार तथा सेना द्वारा उठाए जा रहे कदमों का समर्थन कर रहे हैं।
सेना प्रमुख को मिला विशेषाधिकार, 1948 के नियमों के तहत कर सकेंगे तैनाती
9 May, 2025 05:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रक्षा मंत्रालय ने सेना प्रमुखों के अधिकार को लेकर अधिसूचना जारी की है. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेना प्रमुख को टेरिटोरियल आर्मी को तैनात करने का विशेष अधिकार है. सैन्य मामलों के विभाग ने टेरिटोरियल आर्मी नियम 1948 के नियम 33 के तहत थलसेना प्रमुख को यह अधिकार दे दिया है कि वे टेरिटोरियल आर्मी के सभी अधिकारियों और सैनिकों को आवश्यक सुरक्षा ड्यूटी या नियमित सेना के समर्थन में सक्रिय सेवा (एंबॉडीमेंट) में बुला सकते हैं.
जारी की गई अधिसूचना के अनुसार, मौजूदा 32 टेरिटोरियल आर्मी इन्फैंट्री बटालियनों में से 14 बटालियनों को देश के अलग-अलग सैन्य कमानों साउदर्न कमांड, ईस्टर्न कमांड, वेस्टर्न कमांड, सेंट्रल कमांड, नॉर्दर्न कमांड, साउथ-वेस्टर्न कमांड, अंडमान व निकोबार कमांड और आर्मी ट्रेनिंग कमांड (ARTRAC) में तैनात किया जाएगा.
दूसरे मंत्रालय के अनुरोध पर तैनात करने पर क्या प्रावधान?
एंबॉडीमेंट (तैनाती) केवल तभी की जाएगी जब इसके लिए बजट में धन उपलब्ध हो या आंतरिक बजट की बचत से इसे फिर से आवंटित किया गया हो. यदि टेरिटोरियल आर्मी की यूनिट किसी अन्य मंत्रालय के अनुरोध पर तैनात की जाती है, तो उसकी लागत संबंधित मंत्रालय के बजट से काटी जाएगी, न कि रक्षा मंत्रालय के बजट से.
टेरिटोरियल आर्मी का काम क्या है?
टेरिटोरियल आर्मी नियमित सेना का एक हिस्सा हैं और इसकी वर्तमान भूमिका नियमित सेना को स्टैटिक ड्यूटी से छूट देना और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में नागरिक प्रशासन की सहायता करना होता है. ऐसी स्थितियों में आवश्यक सेवाओं का रखरखाव करना है, जहां समुदायों का जीवन प्रभावित होता है या देश की सुरक्षा को खतरा होता है साथ ही जरूरत पड़ने पर नियमित सेना के लिए इकाइयां प्रदान करना है.
टेरिटोरियल आर्मी की यूनिट्स 1962, 1965 और 1971 के ऑपरेशनों में सक्रिय रूप से शामिल थीं. टेरियर्स ने श्रीलंका में ऑपरेशन पवन, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन रक्षक, उत्तर पूर्व में ऑपरेशन राइनो और ऑपरेशन बजरंग में भी सबसे सक्रिय तरीके से भाग लिया है.
देसी सिस्टम 'आकाश' ने दिखाया दम, पाकिस्तान को दिया करारा जवाब
9 May, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
8 और 9 मई की रात पाकिस्तान ने पश्चिमी सीमा और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LOC) पर ड्रोन हमला किया था, जिसे भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया।
पाकिस्तानी ड्रोन हमारे स्वदेशी रूप से विकसित सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल रक्षा प्रणाली आकाश (Akash Missile System) के सामने ढेर हो गए।
भारत के पास दो धांसू हवाई रक्षा सिस्टम हैं। एक है आकाश मिसाइल सिस्टम और दूसरा है S-400। इन्हीं दो उपकरणों ने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल को बेदम कर दिया और नाकाम कर जमीन में गिरा दिया।
आईए जानते हैं आकाश मिसाइल सिस्टम क्या है और यह कैसे काम करता है और कैसे इसने पाकिस्तानी ड्रोनों को ढेर किया...
भारत में निर्मित सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल रक्षा प्रणाली आकाश का भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा भारतीय लक्ष्यों पर पाकिस्तानी हमलों को विफल करने में प्रभावी ढंग से उपयोग किया गया। भारतीय सेना और वायु सेना दोनों के पास पाकिस्तान सीमा पर मिसाइल प्रणाली है।
आकाश वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली एक मध्यम दूरी की, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है।
भारत का आकाश-1, 25 से 45 किमी दूरी और 18 किमी ऊंचाई तक निशाना लगा सकता है।
इसी तरह इसका अपग्रेडेड वर्जन आकाश-NG, 70-80 किमी तक मार करता है।
इसका सुपरसोनिक स्पीड लगभग 3,500 किमी/घंटा से दुश्मन को भेद देता है।
इस सिस्टम में स्मार्ट रडार लगे होते हैं,जो 150 किमी दूर तक 64 टारगेट्स को देख सकता है और एक साथ 12 मिसाइलों को गाइड कर सकता है।
मिसाइल में स्मार्ट गाइडेंस है,जो इसे आखिरी पल में भी टारगेट को लॉक करने में मदद करती है।
भारतीय सेना के एयर डिफेंस सिस्टम आकाश को कहीं भी लेकर जाया जा सकता है।
चाहे LoC हो या पंजाब की सीमा इसे ट्रक या टैंक जैसे वाहनों पर लादकर कहीं भी ले जाया जा सकता है।
आकाश का 82% हिस्सा भारत में बनता है और यह मेक इन इंडिया का सुपर स्टार है।
भारत का आकाश पाकिस्तान के JF-17 जैसे फाइटर जेट्स, तुर्की का TB2 या चीन का CH-4 जैसे ड्रोन और बाबर जैसी क्रूज मिसाइल को ढेर कर सकता है।
2020 में एक टेस्ट में आकाश ने 10 ड्रोनों को एक साथ उड़ा दिया था।
जारी है 'ऑपरेशन सिंदूर'
भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 और 8 मई की रात को उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले के पाकिस्तानी सेना के प्रयासों को भी सफलतापूर्वक विफल कर दिया और लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को भी निष्प्रभावी कर दिया था।
भारत-पाक तनाव पर बोले मोहन भागवत – एकजुट रहकर जवाब दें हर साजिश को
9 May, 2025 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत और पाकिस्तान के बीच हालात लगातार खराब हो रहे हैं। ऐसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भी सभी देशवासियों से एकजुट होने की अपील की है। RSS प्रमुख मोहन भागवत का कहना है कि इस चुनौतीपूर्ण समय में प्रशासन की सभी सूचनाओं का अनुपालन करें।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने बयान जारी करते हुए भारत के लोगों से अपील की है कि देश की एकता एवं समरसता को भंग करने के किसी भी षड्यंत्र को सफल न होने दें।
ऑपरेशन सिंदूर का किया जिक्र
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपने बयान में कहा कि, "पहलगाम की कायरतापूर्ण आतंकवादी घटना के पश्चात पाक प्रायोजित आतंकवादियों एवं उनके समर्थक पारितंत्र पर की जा रही निर्णायक कार्रवाई “ऑपरेशन सिंदूर” के लिए भारत सरकार के नेतृत्व और सैन्यबलों का हार्दिक अभिनंदन।"
मोहन भागवत का कहना है-
हिंदू यात्रियों के नृशंस हत्याकांड में आहत परिवारों को एवं समस्त देश को न्याय दिलाने हेतु हो रही इस कार्रवाई ने समूचे देश के स्वाभिमान एवं हिम्मत को बढ़ाया है।
लोगों से की एकजुट होने की अपील
मोहन भागवत ने पूरे देश से पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट खड़े रहने की अपील की है। मोहन भागवत ने कहा कि, "राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में संपूर्ण देश तन-मन-धन से देश की सरकार एवं सैन्य बलों के साथ खड़ा है। पाकिस्तानी सेना द्वारा भारत की सीमा पर धार्मिक स्थलों एवं नागरिक बस्ती क्षेत्र पर किए जा रहे हमलों की हम निंदा करते हैं और जो इन हमलों का शिकार हुए, उनके परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।"
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस चुनौतीपूर्ण अवसर पर समस्त देशवासियों से आह्वान करता है कि शासन एवं प्रशासन द्वारा दी जा रही सभी सूचनाओं का पूर्णतः अनुपालन सुनिश्चित करे। इसके साथ-साथ इस अवसर पर हम सबको अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वहन करते हुए यह भी सावधानी रखनी है कि राष्ट्र विरोधी शक्तियों के सामाजिक एकता एवं समरसता को भंग करने के किसी भी षड्यंत्र को सफल न होने दें।
हरसंभव सहयोग करें: मोहन भागवत
आखिर में मोहन भागवत कहते हैं कि, "समस्त देशवासियों से अनुरोध है कि अपनी देशभक्ति का परिचय देते हुए सेना एवं नागरी प्रशासन के लिए जहाँ भी, जैसी भी आवश्यकता हो, हरसंभव सहयोग के लिए तत्पर रहे और राष्ट्रीय एकता तथा सुरक्षा को बनाए रखने के सभी प्रयासों को बल प्रदान करे।"
सेना अभियानों की रिपोर्टिंग पर लगाम, मंत्रालय ने मीडिया को चेताया
9 May, 2025 02:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने शुक्रवार को सभी मीडिया चैनलों को रक्षा अभियानों की लाइव कवरेज को लेकर एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की गतिविधियों की लाइव कवरेज से बचने की हिदायत दी है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने आदेश में कहा है, “सभी मीडिया चैनलों को रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की आवाजाही के लाइव कवरेज को दिखाने से परहेज करने की सलाह दी जाती है। राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सभी मीडिया प्लेटफॉर्म, समाचार एजेंसियों और सोशल मीडिया यूजर्स से अनुरोध है कि वे रक्षा और अन्य सुरक्षा संबंधी अभियानों की रिपोर्टिंग करते समय अत्यंत जिम्मेदारी बरतें और मौजूदा कानूनों व नियमों का सख्ती से पालन करें।”
उन्होंने आगे बताया, “विशेष रूप से रक्षा अभियानों या सुरक्षा बलों की गतिविधियों से संबंधित रीयल-टाइम कवरेज, विजुअल का प्रसार या सूत्र आधारित जानकारी की रिपोर्टिंग नहीं की जानी चाहिए। संवेदनशील जानकारी का समयपूर्व खुलासा अनजाने में शत्रु तत्वों की मदद कर सकता है और अभियान की प्रभावशीलता तथा कर्मियों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है। पिछली घटनाओं ने जिम्मेदार रिपोर्टिंग के महत्व को रेखांकित किया है। कारगिल युद्ध, मुंबई आतंकी हमले (26/11) और कंधार अपहरण जैसे मामलों में अनियंत्रित कवरेज से राष्ट्रीय हितों पर प्रभाव पड़ा था। मीडिया, डिजिटल प्लेटफॉर्म और व्यक्ति राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कानूनी दायित्वों के अलावा, यह हमारा साझा नैतिक उत्तरदायित्व है कि हमारे सामूहिक कार्य चल रहे अभियानों या हमारी सेनाओं की सुरक्षा को खतरे में न डालें।”
इस आदेश में बताया गया कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पहले ही सभी टीवी चैनलों को केबल टेलीविजन नेटवर्क (संशोधन) नियम, 2021 के नियम 6(1)(पी) का पालन करने के लिए परामर्श जारी किया है। नियम 6(1)(पी) में कहा गया है कि केबल सेवा में कोई भी कार्यक्रम प्रसारित नहीं किया जाना चाहिए, जिसमें सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवाद विरोधी अभियान की लाइव कवरेज हो, ऐसी मीडिया कवरेज केवल उपयुक्त सरकार द्वारा नामित अधिकारी की ओर से समय-समय पर दी गई जानकारी तक सीमित होगी, जब तक कि वह अभियान समाप्त न हो जाए।
उन्होंने बताया, “ऐसा प्रसारण केबल टेलीविजन नेटवर्क (संशोधन) नियम, 2021 का उल्लंघन है और इसके तहत कार्रवाई की जा सकती है। इसलिए, सभी टीवी चैनलों को सलाह दी जाती है कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में आतंकवाद विरोधी अभियानों और सुरक्षा बलों की गतिविधियों की लाइव कवरेज प्रसारित न करें। सभी हितधारकों से अनुरोध है कि वे कवरेज में सतर्कता, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी बरतते रहें और राष्ट्र की सेवा में उच्चतम मानकों का पालन करें। यह आदेश मंत्रालय के सक्षम प्राधिकारी के अनुमोदन के साथ जारी किया गया है।”
रक्षा मंत्रालय ने भी अपने एक्स अकाउंट पर इस आदेश को शेयर करते हुए अपील की है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “सभी मीडिया चैनलों, डिजिटल प्लेटफॉर्मों और व्यक्तियों से अनुरोध है कि वे रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की गतिविधियों की लाइव कवरेज या रीयल-टाइम रिपोर्टिंग से बचें। ऐसी संवेदनशील या स्रोत-आधारित जानकारी का खुलासा करने से अभियान खतरे में पड़ सकता है और लोगों की जान को जोखिम हो सकता है।”
'कुंठित मानसिकता' का आरोप: ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अशोक चौधरी का पलटवार
9 May, 2025 01:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कांग्रेस नेता उदित राज और पृथ्वीराज चव्हाण के उस बयान को कुंठित मानसिकता करार दिया है। जिसमें कांग्रेस के इन दोनों नेताओं ने विवादित टिप्पणी करते हुए ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर सवाल खड़े किए थे। पृथ्वीराज चव्हाण ने जहां केंद्र सरकार पर इसका भावनात्मक लाभ लेने का आरोप लगाया तो उदित राज ने कहा था कि सिंदूर की जगह कोई और नाम भी हो सकता था। इन नेताओं के बयान पर बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
शुक्रवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान अशोक चौधरी ने कहा कि ये घटिया मानसिकता रखने वाले लोग हैं। इन्हें ऑपरेशन सिंदूर से परेशानी होती है। हमारी बहन-बेटियों का सिंदूर छीना गया। इसीलिए, ऑपरेशन का नाम सिंदूर रखा गया। ऑपरेशन सिंदूर चलाकर हमने पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। अगर इन्हें सिंदूर नाम से दिक्कत है तो वे प्रदेश और देश में अपनी सरकार बना लें। इसके बाद जो मन आए वह नाम रखें। देश में सरकार प्रधानमंत्री मोदी की है तो निर्णय भी वहीं लेंगे। जनता की रक्षा करने का दायित्व उनके कंधे पर है और वह इसे निभा रहे हैं।
अशोक चौधरी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के लिए हम पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं को धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। भारत ने इस ऑपरेशन से दिखा दिया कि अगर भारत के आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाई गई तो इसका करारा जवाब दिया जाएगा। यह नया भारत है और इसे जवाब देना बहुत अच्छे से आता है। लेकिन, उदित राज और पृथ्वीराज चव्हाण जैसे लोग इसमें भी हिन्दू-मुस्लिम देख रहे हैं, जबकि, देश पर हमला होता है तो सभी धर्मों के लोग एकजुट होते हैं। कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि आज जो कश्मीर में हुआ, उसके इतिहास में जाएंगे तो कांग्रेस का हाथ भी इसमें शामिल है।
बिहार में आपदा विभाग से जुड़े लोगों की छुट्टियां रद्द और पूर्णिया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वपूर्ण बैठक पर उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है और पूरे देश को अलर्ट पर रहना चाहिए। देश में हर किसी को अपनी जिम्मेदारी संभालनी होगी। नीतीश कुमार बॉर्डर से सटे इलाकों का दौरा करेंगे।