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खुफिया एजेंसियों को मिली बड़ी सफलता, जम्मू-कश्मीर में स्लीपर सेल का नेटवर्क उजागर
11 May, 2025 05:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू-कश्मीर में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ अभियान तेज हो गया है. इस बीच राज्य जांच एजेंसी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने दक्षिण कश्मीर में 20 स्थानों पर छापेमारी कर स्लीपर सेल मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. इस दौरान भारी मात्रा में आपत्तिजनक चीजें बरामद की गई है. साथ ही कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.
राज्य जांच एजेंसी एसआईए ने एक विज्ञप्ति में बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस कश्मीर में काम कर रहे आतंकी सहयोगियों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGW) पर नजर रख रही है. तकनीकी खुफिया जानकारी से पता चला है कि कश्मीर में कई स्लीपर सेल पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के सीधे संपर्क में थे और सुरक्षा बलों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के बारे में संवेदनशील और रणनीतिक जानकारी को मैसेजिंग ऐप जैसे कि व्हाट्सएप, टेलीग्राम, सिग्नल आदि के जरिए पहुंचाने में शामिल थे. बताया जा रहा है कि ये आतंकी सहयोगी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी कमांडरों के इशारे पर ऑनलाइन कट्टरपंथी प्रचार में भी शामिल थे, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और अखंडता को खतरा था.
20 जगहों पर छापेमारी, आपत्तिजनक सामग्री जब्त
एसआईए ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के सभी जिलों में लगभग 20 स्थानों पर छापेमारी की है. छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है और संदिग्धों पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये संस्थाएं आतंकवादी साजिश में सक्रिय रूप से शामिल हैं और भारत विरोधी गतिविधियों का प्रचार और प्रसार कर रही हैं, जिसका मकसद न केवल भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती देना है, बल्कि असंतोष, सार्वजनिक अव्यवस्था और सांप्रदायिक घृणा को भड़काना भी है.
भारत ने लिया पहलगाम हमले का बदला
कश्मीर के पहलगाम में बीते 22 अप्रैल को आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए उनप हमला कर दिया था. इस आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी. दहशतगर्दों की इस कायराना हरकत ने देशभर को झकझोर कर रख दिया था. हर कोई आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा था. दिस के बाद भारत सरकार नेपाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया था और ऑपरेशन सिंदीर के तहत पाकिस्तान और पीओके में हमला कर 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था.
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चिंता! NYT का दावा - अमेरिका ने परमाणु आशंका के चलते भारत-पाक को रोका
11 May, 2025 02:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत-पाकिस्तान युद्ध पर अभी संशय बरकरार है. शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्तता के बाद भारत और पाकिस्तान ने सीजफायर यानी संघर्ष विराम का ऐलान किया था. अमेरिकी की मध्यस्तता के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने डोनाल्ड ट्रंप का शुक्रिया कहा था, इस सीजफायर को लेकर अमेरिका के प्रतिष्ठत न्यूज नेटवर्क न्यूर्याक टाईम्स (NYT) ने एक बड़ा दावा किया है.
NYT ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि शुरूआत में अमेरिका की भारत-पाकिस्तान युद्ध में को दिलचस्पी नहीं थी. जिसके तहत अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस कई न्यूज इटरव्यूज में स्पष्ट कर चुके थे कि उस लड़ाई में अमेरिका का कोई काम नहीं है. बस अमेरिका युद्ध रोकने के लिए दोनों को सुझाव दे सकता है और ये अमेरिकी की लड़ाई नहीं है, लेकिन उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के इस बयान के 24 घंटे के बाद भी दक्षिण एशिया में परमाणु विस्फोट की आंशका के चलते ट्रंप प्रशासन को इस युद्ध में मध्यस्तता के लिए उतरना पड़ा.
रावलपिंंडी एयरबेस पर हमले से ‘बिगड़ी बात’? यहीं पाक के परमाणु बम
NYT ने अपनी रिपाेर्ट में लिखा है कि भारत और पाकिस्तानी वायु सेना के बीच हवाई जंग शुरू हो गई थी. जिसके तहत पाकिस्तान ने अपनी हवाई ताकत का प्रदर्शन करने के लिए 300 से 400 ड्रोन भारतीय हवाई क्षेत्र में भेजे, लेकिन इस पूरे मामले में शुक्रवार को दिलचस्प मोड़ तब आया, जब पाकिस्तान के रावलपिंंडी स्थित नूरखान एयर बेस पर विस्फोट हुआ, जो इस्लामाबाद से सटा हुआ एक छावनी शहर है.
न्यूज नेटवर्क अपनी रिपोर्ट में लिखता है कि ये पाकिस्तान का महत्वपूर्ण एयरबेस है, जो पाकिस्तानी विमानों को फ्यूल सप्लाई करता है. तो वहीं ये क्षेत्र पाकिस्तान के उस सेंटर के पास भी स्थित है, जो परमाणु डिपो की देखरेख और सुरक्षा करता है, जिसमें लगभग 170 परमाणु बम होने का दावा न्यूज नेटवर्क ने किया है. नेटवर्क ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि इस घटना के बाद अमेरिकी प्रशासन को युद्ध में हस्तक्षेप करने के लिए प्रेरित किया.
पाकिस्तान को भारत की चेतावनी ?
NYT अपनी रिपोर्ट पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम से परिचित एक पूर्व अधिकारी के हवाले से लिखता है कि नूर खान एयरबेस पर मिसाइल अटैक को चेतावनी के तौर पर देखा जा सकता है कि भारत ऐसा कर सकता है. वहीं पूर्व अधिकारी ने कहा कि वहीं पाकिस्तान को अपने परमाणु कमान प्राधिकरण के कमजोर होने का भी डर है. वहीं न्यूज नेटवर्क ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि इसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नेशनल कमांड अथॉरिटी की बैठक बुलाई थी, जो परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कैसे और कब करना है, इस बारे में निर्णय लेने वाला छोटा समूह है. इसके नाममात्र के अध्यक्ष पाकिस्तान के पीएम होते हैं.
ट्रंप ने वेंस से करवाया पीएम मोदी को फोन
NYT की रिपोर्ट के अनुसार इस पूरे मामले के बाद अमेरिकी प्रशासन ने संभावित परमाणु शक्तियों के टकराव को कम करने की कोशिश की. साथ ही पेंटागन ने पाया कि संघर्ष विराम के लिए सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के हस्तक्षेप का बहुत कम प्रभाव पड़ा था. तो वहींट्रंप प्रशासन भी चिंतित था कि तनाव कम करने के संदेश दोनों पक्षों के शीर्ष अधिकारियों तक नहीं पहुंच रहे थे.
ऐसे में ट्रंप प्रशासन ने फैसला लिया कि उपराष्ट्रपति जेंडी वेंस (उनकी पत्नी उषा के माता-पिता भारतीय अप्रवासी हैं, जो अपनी पत्नी के साथ भारत की यात्रा से कुछ हफ़्ते पहले लौटे थे) को सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करना चाहिए. इस पर वेंस ने फोन कर पीएम मोदी से फोन पर बातचीत पर हमलों के विकप्लों पर विचार करने का अनुरोध किया था. साथ ही उन्होंने कहा कि इसका विकल्प एक संभावित ऑफ रैम्प भी शामिल है, जो पाकिस्तान को स्वीकार्य होगा. न्यूज नेटवर्क लिखता है कि पीएम मोदी ने उनकी बात सुनी, लेकिन किसी भी विचार पर अपनी प्रतिबद्धता नहीं जताई.
पद्म श्री से सम्मानित ICAR के पूर्व डीजी कावेरी नदी में मृत पाए गए, हत्या या आत्महत्या
11 May, 2025 02:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कर्नाटक के श्रीरंगपटना, मांड्या के पास कावेरी नदी में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के पूर्व महानिदेशक और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित सुब्बन्ना अय्यप्पन का शव मिला है. पुलिस ने बताया कि लोगों ने शनिवार को उनका शव नदी में तैरता हुआ देखा और उसे बाहर निकाल लिया. 70 वर्षीय सुब्बन्ना अय्यप्पन एक कृषि और मत्स्य पालन (Aquaculture) वैज्ञानिक थे.
सुब्बन्ना अय्यप्पन ICAR का नेतृत्व करने वाले पहले गैर-फसल वैज्ञानिक थे. पुलिस के मुताबिक उनका स्कूटर भी नदी के किनारे मिला है. पुलिस ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है और उनकी मौत की क्या वजह थी. इसका पता लगाने की कोशिश कर रही है.सुब्बन्ना अय्यप्पन मैसूर के विश्वेश्वर नगर औद्योगिक क्षेत्र के रहने वाले थे.
‘नीली क्रांति’ में निभा चुके अहम भूमिका
सुब्बन्ना अय्यप्पन के परिवार वालों ने मैसूर के विद्यारण्यपुरम पुलिस स्टेशन में उनको लेकर शिकायत दर्ज कराई थी कि वह 7 मई से लापता हैं. पुलिस ने बताया कि वह श्रीरंगपटना में कावेरी नदी के तट पर स्थित साईं बाबा आश्रम में अक्सर ध्यान किया करते थे. भारत की ‘नीली क्रांति’ में अहम भूमिका निभाने वाले सुब्बन्ना अय्यप्पन के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं., जिनका उनकी मौत के बाद रो-रोकर बुरा हाल है.
आत्महत्या की आशंका जताई जा रही
जहां पर सुब्बन्ना अय्यप्पन का शव मिला. वह मैसूर से करीबन 200 मीटर दूर है. अब पुलिस उनकी मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच में जुटी है. पुलिस श्रीरंगपटना में भी उनकी लोकेशन ट्रैक करके ही पहुंची थी. सुब्बन्ना अय्यप्पन के शव को अब पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. शुरुआती तौर पर कहा जा रहा है कि सुब्बन्ना अय्यप्पन ने नदी में छलांग लगाई होगी और आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है.
2022 में पद्मश्री से किया गया था सम्मानित
अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. इसके बाद मौत के असल कारण का पता चल सकेगा. उन्होंने ICAR में 2016 तक काम किया था. इस दौरान साल 2013 में उन्हें राज्योत्सव अवॉर्ड से भी नवाजा गया था. इसके बाद तीन साल पहले साल 2022 में उन्हें पद्मश्री से भी भारत सरकार ने सम्मानित किया था.
सीजफायर के बाद PM मोदी की हाईलेवल मीटिंग
11 May, 2025 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत-पाकिस्तान के बीच शनिवार को हुए सीजफायर के बाद रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आवास पर हाईलेवल मीटिंग ले रहे हैं। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस अनिल चौहान, तीनों सेनाओं के प्रमुख, एनएसए अजीत डोभाल साथ ही आईबी और रॉ के चीफ मौजूद हैं।
उधर, बॉर्डर से लगे राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर में रविवार सुबह हालात सामान्य दिखाई दिए। सरकार ने जम्मू-कश्मीर के रामबन में बगलिहार और सालार डैम के गेट खोल दिए।
पाकिस्तान ने शनिवार शाम 5 बजे सीजफायर लागू होने के 3 घंटे बाद ही इसे तोड़ दिया था। जम्मू-कश्मीर, गुजरात, राजस्थान और पंजाब में ड्रोन अटैक किए, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। ये जानकारी विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने रात 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने सीजफायर पर सहमति के बाद फिर इसका उल्लंघन किया। भारतीय सेना को इस पर सख्त और ठोस कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
कुछ समय बाद पाकिस्तान की ओर से फायरिंग और ड्रोन अटैक रोक दिया गया। जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, पंजाब के पाकिस्तान बॉर्डर से सटे कई इलाकों में अभी भी रेड अलर्ट है। कई जिलों में रातभर ब्लैकआउट रहा।
पहलगाम हमले के दिन 22 अप्रैल से 10 मई तक पाकिस्तान की गोलीबारी में 5 जवान शहीद हो चुके हैं, जबकि 60 घायल हैं। इसके अलावा 25 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से ज्यादा घायल हैं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर महिला ने शेयर किया विवादित पोस्ट, मुंबई पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
11 May, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । मुंबई पुलिस ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की आलोचना करने पर एक महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। साथ ही पुलिस ने महिला को नोटिस भी भेजा है।
मुंबई पुलिस के मुताबिक, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की आलोचना करने पर मुंबई के मालवणी पुलिस स्टेशन ने एक महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मालवणी पुलिस ने महिला सलमा रफीक खान (उम्र 40) के खिलाफ मामला दर्ज किया है और उसे नोटिस भी भेजा है।
बता दें कि महिला सलमा रफीक खान मुंबई के मलाड इलाके में स्थित मालवणी में ब्यूटी पार्लर भी चलाती है। महिला पर आरोप है कि उसने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से संबंधित विवादित पोस्ट शेयर की थी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर विवादित पोस्ट शेयर करते हुए महिला ने लिखा था कि जब सरकारें बिना सोचे-समझे फैसले लेती हैं, तो दोनों तरफ के निर्दोष लोगों को इसकी कीमत चुकानी पड़ती है। इस पोस्ट में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में एक अश्लील शब्द का भी जिक्र किया गया था।
इस विवादित पोस्ट की जानकारी मिलने पर मालवणी पुलिस ने महिला के खिलाफ कार्रवाई की। मालवणी पुलिस ने महिला के खिलाफ बीएनएस की धारा 353 और आईटी एक्ट के तहत संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर हमलों कर उन्हें तबाह कर दिया था।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने ऑपरेशन को लेकर बताया था, “पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया गया था। 9 आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया गया। पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से आतंकवादी इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा था, जो पाकिस्तान और पीओके दोनों में फैला हुआ है। पीओजेके में पहला लक्ष्य मुजफ्फराबाद में सवाई नाला कैंप था, जो नियंत्रण रेखा से 30 किलोमीटर दूर है। यह लश्कर-ए-तैयबा का प्रशिक्षण केंद्र था। 20 अक्टूबर 2024 को सोनमर्ग, 24 अक्टूबर 2024 को गुलमर्ग और 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए हमलों में शामिल आतंकवादियों ने यहीं से प्रशिक्षण प्राप्त किया था।”
भारत-पाक ने मिलकर लिया युद्ध विराम का फैसला; 12 मई को फिर होगी दोनों देशों के बीच बातचीत
10 May, 2025 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने का फैसला सीधे तौर पर दोनों देशों के बीच हुआ है। भारत-पाकिस्तान ने मिलकर संघर्ष विराम का फैसला किया है। अब 12 मई को दोनों देश एक बार फिर इस मुद्दे पर बात करेंगे।
दोनों देशों के DGMO के बीच बातचीत
भारत ने बताया कि शनिवार दोपहर को पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) ने फोन कॉल की पहल की। इसके बाद चर्चा और सहमति बनी। पाकिस्तान के DGMO ने भारत के DGMO से बात की है।
तत्काल प्रभाव से रोका गया संघर्ष विराम
बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच चल रहा संघर्ष तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है। विदेश मंत्रालय ने भी कहा कि शनिवार शाम 5 बजे के बाद दोनों देशों के बीच कोई लड़ाई नहीं होगी।
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया
इस बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान भी सामने आया है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि भारत और पाकिस्तान आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमत हो गए हैं। भारत ने लगातार आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ कड़ा और अटल रुख अपनाया है। वह ऐसा करना जारी रखेगा।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने क्या कहा?
इस मुद्दे पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार का बयान सामने आया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर डार ने कहा, 'पाकिस्तान और भारत तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम पर सहमत हो गए हैं। पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है।'
राष्ट्रीय सुरक्षा के तहत यूट्यूब ने बांग्लादेशी चैनलों पर कसा शिकंजा
10 May, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ढाका। भारत सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित चिंताओं का हवाला देते हुए किए गए अनुरोध के बाद यूट्यूब ने भारत में कम से कम छह बांग्लादेशी टेलीविजन चैनलों की पहुंच को प्रतिबंधित कर दिया है। भारत में जिन छह बांग्लादेशी टेलीविजन समाचार चैनलों को ब्लॉक किया गया है, वे हैं जमुना टीवी, एकत्तोर टीवी, डीबीसी न्यूज, समय टीवी, बांग्ला विजन न्यूज और मोहना टीवी।
चैनलों पर प्रतिबंध की प्रक्रिया
शुक्रवार को चार चैनल अवरुद्ध हो गए थे, जबकि शनिवार को डीबीसी न्यूज और समय टीवी को ब्लॉक सूची में जोड़ा गया। जियो-ब्लॉकिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका उपयोग उपयोगकर्ता के भौगोलिक स्थान के आधार पर ऑनलाइन सामग्री को प्रतिबंधित करने के लिए किया जाता है।
अन्य देशों के खिलाफ कार्रवाई
बांग्लादेशी टीवी समाचार चैनल वैश्विक रूप से उपलब्ध हैं। भारत सरकार ने पहले भी पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों के खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई की है, जो कथित रूप से उत्तेजक या भ्रामक सामग्री फैला रहे थे। इस बीच, बांग्लादेशी प्रेस अंतरिम सरकार के तहत व्यवस्थित और संगठित दमन का सामना कर रहा है, जिसका नेतृत्व मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस कर रहे हैं।
भारत ने बदली रणनीति, आतंकी हमलों को युद्ध घोषित करने की नीति अपनाई
10 May, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान की ओर से लगातार मिसाइलें और ड्रोन दागी जा रही है। भारतीय सेना लगातार दुश्मन देश को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। बुधवार रात से ही पाकिस्तान लगातार ड्रोन हमले कर रहा है।
इसी बीच भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि भविष्य में किसी भी आतंकी हमले को भारत के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा और उसी के अनुसार जवाब दिया जाएगा।
PMO में लगातार चल रही हाईलेवल मीटिंग
पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में लगातार हाईलेवल मीटिंग चल रही है। शनिवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल बैठक बुलाई है। 7 लोक कल्याण मार्ग पर हुई इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, CDS समेत तीनों सेनाओं के अध्यक्ष मौजूद थे।
भारत के प्रहार से डर गया पाकिस्तान
भारत के हमलों से पाकिस्तान पूरी तरह पस्त हो चुका है। भारतीय सैन्य कार्रवाई से पाकिस्तान सेना का मनोबल टूट चुका है। पाकिस्तान ने शनिवार को कहा कि अगर भारत आगे के हमले बंद कर दे तो वह तनाव कम करने पर विचार करेगा।
विदेश मंत्री इशाक डार ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात करने के बाद कहा, "अगर भारत आगे के हमले बंद कर दे तो पाकिस्तान तनाव कम करने पर विचार करेगा। हालांकि, अगर भारत आगे कोई हमला करता है, तो हम भी जवाब देंगे।"
भारत-पाक तनाव के बीच सरकार सतर्क, मीडिया को सायरन के प्रसारण से रोका
10 May, 2025 04:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष के कारण बढ़े तनाव के बीच सरकार ने शनिवार को सभी मीडिया चैनलों को सलाह दी है कि वे सामुदायिक जागरूकता अभियान के अलावा अन्य कार्यक्रमों में नागरिक सुरक्षा हवाई हमले के सायरन की आवाज का इस्तेमाल करने न करें।
सरकार ने क्या निर्देश दिए?
अग्निशमन सेवा, नागरिक सुरक्षा और होम गार्ड महानिदेशालय ने एक परामर्श में कहा कि नागरिक सुरक्षा अधिनियम, 1968 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, सभी मीडिया चैनलों से अनुरोध किया जाता है कि वे लोगों को जागरूक करने के अलावा अपने कार्यक्रमों में नागरिक सुरक्षा हवाई हमलों के सायरन की आवाज का उपयोग करने से बचें।
इसमें कहा गया है कि सायरन के नियमित उपयोग से हवाई हमलों के सायरन के प्रति नागरिकों की संवेदनशीलता कम हो सकती है और नागरिक इसे मीडिया चैनलों द्वारा वास्तविक हवाई हमलों के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली नियमित बात समझ सकते हैं।
सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकियों की लिस्ट की जारी
इस बीच सरकार ने पाकिस्तान और पीओके में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए आतंकियों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में कई कुख्यात अपराधियों के नाम शामिल हैं, जिनकी मौत भारतीय सेना के हमले में हुई है।
ऑपरेशन सिंदूर
बता दें, पहलगाम नरंसहार के ठीक 15वें दिन मंगलवार रात करीब 1:44 बजे भारत ने पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। भारत ने इसे ‘आपरेशन सिंदूर’ नाम दिया था।
भारत ने पाकिस्तानी पंजाब के बहावलपुर में मसूद अजहर के ठिकाने अलावा गुलाम जम्मू-कश्मीर के कोटली और मुजफ्फराबाद समेत नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया। हमले के बाद भारतीय सेना ने कहा कि पड़ोसी मुल्क से संघर्ष हमारा मकसद नहीं है। पाकिस्तान के सैन्य ठिकाने हमारे लक्ष्य नहीं थे।
पाकिस्तान के मंसूबों का पर्दाफाश, विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने खोली पोल
10 May, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान के ड्रोन हमलों के बाद कड़ा जवाब देते हुए भारत ने रफीकी, मुरीद, चकलाला और रहीम यार खान में पाकिस्तानी वायुसेना के ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए हैं। सुक्कुर और चुनिया में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों, पसरूर में रडार साइट और सियालकोट विमानन बेस को भी निशाना बनाया गया।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी और कर्नल सोफिया कुरैशी के साथ एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान भारत की पश्चिमी सीमा पर आक्रामक कार्रवाइयों के जरिए उकसावे वाले कार्य कर रहा है।
पाक नागरिक क्षेत्रों को बना रहा है निशाना
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने नागरिक क्षेत्रों और सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के लिए नागरिक विमानों, लंबी दूरी के हथियारों और लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया।
विंग कमांडर ने कहा, "भारतीय सशस्त्र बलों ने इन खतरों सफलतापूर्वक बेअसर कर दिया। हालांकि, उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज में भारतीय वायु सेना के स्टेशनों पर उपकरणों और कर्मियों को सीमित नुकसान हुआ है।" उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने कायरतापूर्ण कृत्य करते हुए एक चिकित्सा केंद्र और स्कूल परिसर सहित नागरिक क्षेत्रों पर हमला किया है।
भारतीय वायुसेना ने चिन्हित जगहों पर किए हमले
विंग कमांडर सिंह ने कहा, "एक त्वरित और सुनियोजित प्रतिक्रिया में भारतीय वायुसेना ने केवल चिन्हित सैन्य लक्ष्यों पर ही सटीक हमले किए। रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनिया में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हमारे लड़ाकू विमानों से हवा में दागे गए सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया गया।"
उन्होंने बताया कि पसरूर और सियालकोट विमानन बेस पर रडार स्थल को भी सटीक हथियारों का इस्तेमाल करके निशाना बनाया गया। इन जवाबी कार्रवाइयों को अंजाम देते समय भारत ने न्यूनतम क्षति सुनिश्चित की।"
पाकिस्तान के झूठ को किया बेनकाब
पाकिस्तान के दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार अभियान को चिह्नित करते हुए वायुसेना अधिकारी ने आदमपुर में भारत की एस-400 वायु रक्षा प्रणाली, सूरतगढ़ और सिरसा में हवाई अड्डों, नगरोटा में ब्रह्मोस बेस और चंडीगढ़ में अग्रिम गोला-बारूद डिपो को नष्ट करने जैसे दावों को फर्जी बताया।
उन्होंने कहा, "भारत पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे इन झूठे दावों को स्पष्ट रूप से खारिज करता है।" अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी कर रहा है और नागरिक इलाकों को निशाना बना रहा है।
पाकिस्तानी गोलाबारी में राजौरी के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट की शहादत, उमर अब्दुल्ला का बयान
10 May, 2025 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू: शनिवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलाबारी में एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी की मौत हो गई। यह अधिकारी राजौरी के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट थे।
इस दुखद खबर की पुष्टि खुद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने की। उन्होंने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट में लिखा, “राजौरी से दुखद समाचार मिला है। हमने जम्मू-कश्मीर प्रशासन के एक समर्पित अधिकारी को खो दिया। कल ही वे उपमुख्यमंत्री के साथ जिले का दौरा कर रहे थे और मेरी अध्यक्षता में ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए थे। आज उनके घर पर पाकिस्तान की गोलाबारी हुई जिसमें उनकी जान चली गई। इस दुखद घटना पर दुख जताने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।” पिछले तीन दिनों से पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में ड्रोन हमले कर रहा था, जिनमें से ज्यादातर ड्रोन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने नष्ट कर दिए।
जानकारी के अनुसार, शनिवार सुबह श्रीनगर में दो जोरदार धमाके हुए, वहीं जम्मू के अखनूर कस्बे में तीन बड़े धमाकों की आवाज सुनाई दी। पुंछ में भी इस तरह के धमाके सुने गए। गोलाबारी से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है और हजारों लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। पुंछ में बाजार बंद हैं और जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों के स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं। शुक्रवार शाम को जम्मू शहर में पूरी तरह ब्लैकआउट कर दिया गया। जम्मू-कश्मीर में सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद कर दिए गए हैं। स्थिति की समीक्षा 12 मई को की जाएगी।
भारतीय वायुसेना ने श्रीनगर एयरपोर्ट का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है और वहां से सभी नागरिक उड़ानें रोक दी गई हैं। पिछले तीन दिनों से श्रीनगर से सऊदी अरब के लिए हज उड़ानें भी बंद हैं। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी, जिसके बाद पाकिस्तान बौखलाहट में भारत में सैन्य और नागरिक ठिकानों पर हमले कर रहा है।
24 घंटे में पाकिस्तान के 26 हमलों का बदला, भारत ने उड़ाए 7 बेस
10 May, 2025 12:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान अपनी छुपकर हमला करने की हरकत से बाज नहीं आ रहा है. पिछले 24 घंटों के दौरान पाक की तरफ से भारत की 26 जगहों पर हमला करने की कोशिश की गई है. भारतीय सेना की तरफ से इसका मुंहतोड़ जवाब दिया गया. यही कारण है कि अब वह बुरी तरह फंसता नजर आ रहा है.
भारतीय सेना ने पाक के 7 ठिकानों का काम तमाम कर दिया है. इनमें 5 एयरबेस और 2 रडार बेस शामिल हैं. भारत के इस एक्शन के बाद पाकिस्तान डरा हुआ है. भारतीय सेना ने 5 एयरबेस और 2 रडार बेस को पूरी तरह से खत्म कर दिया है. इनमें नूर खान, रहमियार खान, रफीकुई, मुरीद, सियालकोट एयर बेस शामिल हैं. इसके अलावा 2 रडार बेस सिस्टम भी तबाह किए हैं. पाकिस्तान ने नागरिक विमानों की आड़ लेकर अंतरराष्ट्रीय एयर रूट का गलत इस्तेमाल किया है.
भारत की ये कार्रवाई पाकिस्तान के हमलों के बाद की गई है. भारत की तरफ से हुए हमले में पाकिस्तान का सियालकोट समेत 5 एयरबेस पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं.
ब्रह्मोस पूरी तरह सुरक्षित
भारतीय विदेश मंत्री ने जानकारी में बताया कि पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय विमान की आड़ का दुरुपयोग किया है. इसके साथ ही पाकिस्तान सीमा पर सैनिकों की बड़ी तैनाती कर रहा है. भारतीय अधिकारियों ने बताया कि S 400 , ब्रह्मोस के भंडार पूरी तरह सुरक्षित हैं. पाकिस्तान के सभी दावे झूठे हैं. पाकिस्तान इस तनाव भरे हालात में भी कई झूठे दावे कर रहा है.
विदेश सचिव ने बताया कि जम्मू-कश्मीर और पंजाब में सिविलयन मारे जा रहे हैं , इसके साथ ही इमारतें क्षतिग्रस्त हो रही हैं. जम्मू-कश्मीर में एक प्रशासनिक अधिकारी की मौत हुई है.
पाकिस्तान कर रहा झूठे दावे
भारत पाकिस्तान तनाव पर विदेश सचिव और रक्षा मंत्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेस की है. इसमें कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान लगातार भारत पर मिसाइल अटैक कर रहा है. उसने हाईस्पीड मिसाइल का यूज कर उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज एयरबेस में हमला किया, जिसमें हमें नुकसान पहुंचा है. विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने AFS सिरसा और AFS सूरतगढ़ के शनिवार सुबह के फोटो दिखाएं और कहा कि ये सभी पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
सुरक्षा चिंताओं के चलते 15 मई तक बंद रहेंगे कई एयरपोर्ट्स
10 May, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
श्रीनगर और चंडीगढ़ समेत देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में कम से कम 32 हवाई अड्डों को 15 मई तक नागरिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है। इससे पहले भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के मद्देनजर इन हवाई अड्डों को 10 मई तक नागरिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया था।
15 मई तक हवाई अड्डे के अस्थायी रूप से बंद
एयरलाइनों ने शुक्रवार को कहा कि 15 मई तक हवाई अड्डों के अस्थायी रूप से बंद होने के कारण उनकी उड़ानें रद कर दी गई हैं। सूत्रों ने कहा कि 15 मई की सुबह पांच बजकर 29 मिनट तक कम से कम 32 हवाई अड्डों को नागरिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है।
एअर इंडिया ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि कई हवाई अड्डों के बंद रहने के बारे में विमानन अधिकारियों की अधिसूचना के बाद जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, चंडीगढ़, भुज, जामनगर और राजकोट के लिए कंपनी की उड़ानें 15 मई को सुबह पांच बजकर 29 मिनट तक रद की जा रही हैं।
ग्राहकों को टिकट रद करने पर पूर्ण धन वापसी की पेशकश की जाएगी
इस अवधि के दौरान यात्रा के लिए वैध टिकट रखने वाले ग्राहकों को पुनर्निर्धारण शुल्क पर एक बार छूट दी जाएगी या टिकट रद करने पर पूर्ण धन वापसी की पेशकश की जाएगी।
इंडिगो ने पोस्ट किया कि अधिकारियों के नवीनतम निर्देशों के अनुसार, 15 मई को सुबह पांच बजकर 29 मिनट तक 10 गंतव्यों के लिए सभी उड़ानें रद रहेंगी, क्योंकि हवाई अड्डे अस्थायी रूप से बंद हैं।
पटना से चंडीगढ़ और गाजियाबाद के बीच शुक्रवार को भी विमानों का परिचालन नहीं हुआ। सुबह सवा नौ बजे आने वाली इंडिगो की विमान संख्या 6ई6394 चंडीगढ़ से उड़ान नहीं भर सकी।
फ्लाइट संख्या आइएक्स-1519 वहीं से रद कर दी गई
इसी फ्लाइट को पटना से भुवनेश्वर जाना था, फिर यह विमान वापस यहां आता। लिहाजा, पटना-भुवनेश्वर-पटना का परिचालन भी नहीं हो सका। इसी प्रकार अपराह्न 4:25 बजे गाजियाबाद से आने वाली एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट संख्या आइएक्स-1519 वहीं से रद कर दी गई।
हवाई अड्डों पर सुरक्षा बढ़ाई गई देशभर के हवाई अड्डों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और कुछ उड़ानें प्रभावित हुई हैं। एयरलाइनों ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी उड़ान के निर्धारित प्रस्थान से पहले ही हवाई अड्डों पर पहुंच जाएं।
उड़ानों के कार्यक्रम और सुरक्षा जांच समय पर असर पड़ा
राष्ट्रीय राजधानी में देश के सबसे बड़े और व्यस्ततम हवाई अड्डे आइजीआइए ने शुक्रवार को कहा कि परिचालन सामान्य है। हालांकि, हवाई क्षेत्र की बदलती परिस्थितियों और सुरक्षा उपायों के कारण कुछ उड़ानों के कार्यक्रम और सुरक्षा जांच समय पर असर पड़ा है।
इन हवाई अड्डों को नागरिक उड़ानों के लिए बंद किया गया
प्रभावित हवाई अड्डों में आदमपुर, अंबाला, अमृतसर, अवंतीपुर, बठिंडा, भुज, बीकानेर, चंडीगढ़, हलवारा, हिंडन, जम्मू, जैसलमेर, जामनगर, जोधपुर, कांडला, कांगड़ा (गग्गल), केशोद, किशनगढ़, कुल्लू मनाली (भुंतर) और लेह हैं।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के अनुसार, लुधियाना, मुंद्रा, नलिया, पठानकोट, पटियाला, पोरबंदर, राजकोट (हीरासर), सरसावा, शिमला, श्रीनगर, थोइस और उत्तरलाई को भी नागरिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है।
सीमा पर तनाव: पाकिस्तान का हमला, भारत के कई गांव प्रभावित, तीन की जान गई
10 May, 2025 09:54 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी कि अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के पास कुल 26 स्थानों पर ड्रोन गतिविधि देखी गई है। इन स्थानों में बारामुला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कच्छ का कुवरबेट और लखी नाला शामिल हैं।
India-Pakistan War: भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार के बाद शुक्रवार देर रात एक बार फिर पाकिस्तान ने कई आबादी वाले भारतीय क्षेत्रों को निशाना बनाते हुए ड्रोन हमले किए। इसके अलावा पाकिस्तान की गोलाबारी से राजौरी के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर (ADC) राज कुमार थापा और दो अन्य नागरिकों की मौत हो गई।
थापा के आवास पर गिरा गोला
राजौरी में रातभर भारी गोलाबारी हुई। इस दौरान एक गोला डीसी कॉलोनी स्थित थापा के आवास पर गिरा, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। कुछ घंटों बाद उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। शनिवार सुबह जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने थप्पा के निधन पर शोक व्यक्त किया।
इन इलाकों में पाकिस्तान ने किए ड्रोन हमले
रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को जानकारी दी कि अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (LOC) के पास कुल 26 स्थानों पर ड्रोन गतिविधि देखी गई है। मंत्रालय के बयान में कहा, “इन स्थानों में बारामुला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कच्छ का कुवरबेट और लखी नाला शामिल हैं।” रक्षा मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि इन ड्रोन में से कई संदिग्ध रूप से हथियारबंद थे, जो नागरिक आबादी और सैन्य ठिकानों के लिए गंभीर खतरा बन सकते थे। एक ड्रोन द्वारा किए गए हमले में एक स्थानीय आवासीय क्षेत्र को निशाना बनाया गया, जिससे एक परिवार का सदस्य घायल हो गया।
हवाई खतरों पर नजर रखी जा रही है
बयान में कहा गया, “भारतीय सशस्त्र बल उच्चतम सतर्कता की स्थिति में हैं और सभी ऐसे हवाई खतरों पर नजर रखी जा रही है तथा उन्हें काउंटर-ड्रोन सिस्टम के माध्यम से निष्क्रिय किया जा रहा है। नागरिकों, खास तौर पर सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वालों को सलाह दी जाती है कि वे घर के अंदर ही रहें, अनावश्यक आवाजाही सीमित रखें और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों का सख्ती से पालन करें। हालांकि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता और एहतियात बरतना जरूरी है।”
शुक्रवार शाम को श्रीनगर के हवाई अड्डा क्षेत्र, सांबा, जम्मू शहर, बारामुला , पठानकोट और फिरोजपुर तथा बाड़मेर में विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं। शुक्रवार को सीमावर्ती क्षेत्रों में बिजली की कटौती (ब्लैकआउट) भी देखी गई।
आपात स्थिति में देश कैसे रहेगा सुरक्षित? जानिए मोदी सरकार की रणनीति
10 May, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत और पाकिस्तान के बीच बनी हुई तनाव की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह कमर कस ली है। विपरीत परिस्थितियों में भी आम जनजीवन पर उसका सीधा असर न पड़े, यही सरकार की चिंता है।
इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को विभिन्न मंत्रालयों के सचिवों के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। उसके बाद तैयारियों की मंत्रालयवार कमान सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों ने संभाल ली है। शुक्रवार को अलग-अलग मंत्रालयों की सिलसिलेवार बैठकें चलती रहीं।
हर मोर्चे पर तैयारी पूरी
यूं तो सरकार हर मोर्चे पर तैयारी में जुटी है, लेकिन उन मंत्रालयों की व्यवस्थाओं और तैयारियों पर विशेष जोर है, जिनका सीधा प्रभाव आम जनजीवन पर पड़ता है।
जन सुरक्षा को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने सीआईएसएफ, बीएसएफ और ब्यूरो आफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी के महानिदेशकों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की।
उन्होंने पाकिस्तान से सटे क्षेत्रों, हवाई अड्डों और प्रमुख प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की।
चिकित्सा आपूर्ति की पर्याप्त उपलब्धता
अधिकारियों ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा तैयारियों की वर्तमान स्थिति पर रिपोर्ट दी। एंबुलेंस की तैनाती, उपकरण, दवाइयों आदि की आपूर्ति सहित चिकित्सा आपूर्ति की पर्याप्त उपलब्धता के बारे में बताया। स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिया कि सभी राज्य सरकारों से विशेषकर जिला स्तर पर, सीमावर्ती राज्यों के साथ जमीनी स्तर पर संपर्क प्रभावी ढंग से स्थापित किए जाएं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर तत्काल आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित की जा सके।
प्रभावित नहीं होंगी बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं
वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकिंग सेक्टर और साइबर सुरक्षा की तैयारियों के संबंध में उच्चस्तरीय बैठक की। डिजिटल एप्लीकेशन, यूपीआई आदि पर चर्चा की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं प्रभावित न हों।
अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक
आपातकालीन स्थिति में इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा तथा सड़क यातायात सुनिश्चित हो, इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं सीमावर्ती राज्यों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
सुरक्षा एजेंसियों के साथ संपर्क में रहने के निर्देश
गडकरी ने सभी अधिकारियों को सतर्क रहने के साथ जरूरी प्रबंधन, राज्य सरकारों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ संपर्क में रहने के निर्देश दिए। इसी तरह केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और ग्रामीण विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
बैठक के बाद आश्वस्त किया कि अधिकारियों से फसल बुआई, खाद्यान्न, फल-सब्जी उत्पादन तथा उपलब्धता की जानकारी ली गई है। मौजूदा परिस्थितियों में किसानों को कहीं-कोई दिक्कत नहीं आने देने के संबंध में दिशा-निर्देश दिए गए हैं। देश में गेहूं, चावल व अन्य अनाज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।