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तिरूवनंतपुरम में इंडिगो विमान से टकराया पक्षी, यात्रियों की जान बची
25 Mar, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केरल के तिरूवनंतपुरम में एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया। तिरूवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इंडिगो की एक उड़ान से पक्षी टकराने की घटना सामने आई है। इस घटना के बाद फ्लाइट को रद्द कर दिया गया है। चिंता वाली बात ये भी थी कि जिस वक्त विमान से पक्षी टकराया तब विमान में कुल 179 यात्री सवार थे। आइए जानते हैं इस पूरी घटना के बारे में।
उड़ान भरने से ठीक पहले हुई घटना
विमान के साथ पक्षी टकराने का ये मामला केरल के तिरूवनंतपुरम में सोमवार की सुबह हुई है। अधिकारियों ने बताया है कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ये घटना उड़ान भरने से ठीक पहले हुई है। इस हादसे के वक्त विमान में 179 यात्री सवार थे। अधिकारियों के मुताबिक, तिरुवनंतपुरम से बेंगलुरु जा रही इंडिगो की एक उड़ान से एक पक्षी टकराने के बाद बेंगलुरु जाने वाली एक उड़ान रद्द कर दी गई।
जानें बर्ड हिट के बारे में
विमानों से पक्षियों के टकराने के मामले लगातार सामने आते रहते हैं। जब कोई विमान किसी पक्षी से टकराता है तो इस घटना को बर्ड हिट या बर्ड स्ट्राइक का नाम दिया जाता है। दुनियाभर में बर्ड हिट की सैकड़ों घटनाएं देखने को मिल चुकी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पक्षियों के टक्कर से विश्व भर में 250 से ज्यादा विमान नष्ट हो चुके हैं। बीते साल दिसंबर महीने दक्षिण कोरिया में बर्ड हिट का मामला सामने आया था। इस कारण विमान में सवार 124 लोगों की जान चली गई थी।
विमान को क्या नुकसान होता है?
आम तौर पर विमान से पक्षियों के टकराने की घटनाएं एयरपोर्ट के आसपास होती है जब विमान लैंडिंग करने वाला होता है या उड़ान भरने वाला होता है। ऐसे समय में विमान कम ऊंचाई पर होता है, लिहाजा पक्षी आकर अक्सर उससे टकरा जाते हैं। कई बार पक्षियों के टक्कर से विमान को कुछ नहीं होता लेकिन क बार ये घातक भी हो जाता है। पक्षी के टकराने से विमान का इंजन अचानक बंद हो सकता है। कई बार इंजन पूरी तरह फेल हो सकता और उसमें आग तक लग सकती है। पक्षियों की टक्कर से विमान के पंखे का ब्लेड क्षतिग्रस्त होने का डर होता है। इससे इंजन फेल होने या उसमें आग लगने की घटना होने की संभावना रहती है।
कुणाल कामरा ने शिंदे पर जोक विवाद पर दी पहली प्रतिक्रिया, कहा....
25 Mar, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर कटाक्ष करने को लेकर हुए विवाद पर स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सोमवार रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सिर्फ शक्तिशाली लोगों की सराहना करने तक सीमित नहीं होनी चाहिए। कामरा ने कहा कि सार्वजनिक व्यक्तियों पर चुटकुले बनाने का उनका अधिकार कभी भी बदलने वाला नहीं है। साथ ही उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने से भी इंकार कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी भी कानूनी कार्रवाई में पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
कामरा की टिप्पणी के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के उस स्टूडियो में तोड़फोड़ की, जहां उन्होंने अपना कॉमेडी शो रिकॉर्ड किया था। हमले से प्रभावित हैबिटेट कॉमेडी क्लब ने अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा की है। इस विवाद को लेकर कुणाल कामरा के खिलाफ पहले ही FIR दर्ज हो चुकी है।
हैबिटेट पर हमले के लिए जिम्मेदार भीड़ को लेकर कुणाल कामरा ने कहा, "एंटरटेनमेंट वेन्यू सिर्फ एक मंच है। यह हर प्रकार के शो के लिए एक जगह है। हैबिटेट (या कोई और वेन्यू) मेरी कॉमेडी के लिए जिम्मेदार नहीं है, न ही वह यह नियंत्रित कर सकता है कि मैं क्या कहूं या करूं, न ही कोई राजनीतिक पार्टी। एक कॉमेडियन के शब्दों पर हमले करना उतना ही बेवकूफी है, जितना कि टमाटर ले जाने वाली लॉरी को पलटना, क्योंकि आपको परोसा गया बटर चिकन पसंद नहीं आया।"
नेताओं की धमकी पर क्या कहा?
राजनीतिक नेताओं द्वारा दी जा रही धमकियों पर उन्होंने कहा, "हमारे बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार केवल अमीर और शक्तिशाली लोगों की तारीफ करने के लिए नहीं होना चाहिए, हालांकि आजकल का मीडिया यही सिखाने की कोशिश कर रहा है। एक शक्तिशाली सार्वजनिक व्यक्ति की कीमत पर मजाक को बर्दाश्त न कर पाने की आपकी अक्षमता मेरे अधिकार की प्रकृति को नहीं बदलती। जितना मैं जानता हूं, नेताओं और हमारे राजनीतिक तंत्र के इस तमाशे पर मजाक उड़ाना कानून के खिलाफ नहीं है।"
तोड़फोड़ करने वालों पर होगी कार्रवाई?
कुणाल कामरा ने यह भी दोहराया कि वह पुलिस और अदालतों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन यह सवाल उठाया कि क्या कानून उन लोगों के खिलाफ समान रूप से लागू किया जाएगा, जिन्होंने तोड़फोड़ की है। उन्होंने यह भी बताया कि गैर-निर्वाचित बीएमसी अधिकारियों ने बिना किसी पूर्व सूचना के हैबिटेट के कुछ हिस्सों को ध्वस्त कर दिया।
"अगली बार उस वेन्यू को चुनूंगा, जिसे ध्वस्त करने की जरूरत हो"
उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, "अगली बार जब मैं नया वेन्यू चुनूंगा, तो शायद एल्फिंस्टोन ब्रिज या मुंबई के किसी अन्य ढांचे को चुन लूंगा, जिसे जल्दी से ध्वस्त करने की जरूरत हो।"
नंबर लीक करने और परेशान करने वालों को जवाब
उनके नंबर लीक करने और लगातार परेशान करने वालों को लेकर कामरा ने कहा, "जो लोग मेरा नंबर लीक कर रहे हैं या मुझे लगातार कॉल कर रहे हैं, मुझे यकीन है कि अब तक आपने समझ लिया होगा कि सारे अनजान कॉल मेरी वॉयसमेल पर जाते हैं, जहां आप उस गाने का सामना करेंगे, जिससे आप नफरत करते हैं।"
क्या है मामला?
दरअसल, कुणाल कामरा ने एक स्टैंड-अप शो के दौरान एकनाथ शिंदे पर पाला बदलने को लेकर जोक किया था। उन्होंने शिंदे पर तंज कसते हुए 'गद्दार' कह दिया। इससे शिंदे की पार्टी शिवसेना के कार्यकर्ता नाराज हो गए और स्टूडियों में तोड़फोड़ की।
डीजीसीए ने एयरलाइंस को 27 मार्च तक लागू करने की दी डेडलाइन
25 Mar, 2025 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने यात्रियों की सुविधा के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। डीजीसीए ने सभी एयरलाइनों को निर्देश दिया गया है कि वे टिकट बुक होने के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय पर उपलब्ध यात्री चार्टर का ऑनलाइन लिंक यात्री को (एसएमएस/वाट्सएप) मैसेज के रूप में भेजें ताकि यात्रियों को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी मिल सके।
इस लिंक में यात्रियों के अधिकारों, नियमों और शिकायत निवारण की पूरी जानकारी होगी, जिससे उन्हें किसी भी समस्या के समाधान में आसानी हो। यह जानकारी एयरलाइन की वेबसाइट और टिकट पर भी प्रमुखता से होनी चाहिए।
27 मार्च तक लागू करने को कहा
विमानन नियामक ने विमान सेवा देने वाली कंपनियों को यात्रियों से जुड़े नियमों और ग्राहकों के अधिकारों से संबंधित प्रविधानों का प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया है। डीजीसीए ने इस संबंध में सात मार्च को सभी एयरलाइंस को पत्र भेजा और इसे 27 मार्च 2025 तक लागू करने की बात कही गई है।
डीजीसीए के आदेश के बाद सभी एयरलाइन कंपनियों ने अपने सिस्टम में बदलाव करना शुरू कर दिए है। स्पाइसजेट ने इस प्रक्रिया को लागू कर दिया है और यात्रियों को उनके अधिकारों की जानकारी टिकट बुकिंग के साथ भेजी जा रही है।
मैदानी इलाकों में गर्मी से परेशानी बढ़ेगी, तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ेगा
25 Mar, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जैसे-जैसे मार्च का महीना अपनी समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, मौसम में गर्मी बढ़ती जा रही है। अभी भले ही देश के कुछ स्थानों पर बारिश और तेज हवाएं चलती दिख रही हैं, लेकिन 30 मार्च तक बारिश का नामोनिशान खत्म हो जाएगा। मौसम विभाग ने भयंकर गर्मी का अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आने वाले कुछ दिनों में पहाड़ों पर बारिश देखने को मिल सकती है। लेकिन मैदानी इलाकों और खासकर उत्तर प्रदेश में गर्मी का प्रकोप लोगों के पसीने निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
कहीं बारिश, तो कहीं गिरे ओले
बीते 24 घंटे की बात करें, तो आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश हुई। वहीं पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और तेलंगाना में ओलावृष्टि देखने को मिली। इस दौरान ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में तेज हवाएं भी चलीं।
गुजरात के सुरेंद्रनगर में देश का सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान दर्ज किया गया, जो 41 डिग्री रहा। 24 मार्च को प्रायद्वीपीय भारत के ज्यादातर हिस्सों में मेघगर्जन के साथ-साथ वज्रपात की स्थिति रही।
दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय
इस वक्त दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हैं। पहला पश्चिमी विक्षोभ झारखंड और बिहार के ऊपर बना हुआ है, जबकि दूसरा पश्चिमी विक्षोभ कतर के पास सक्रिय है। इनके कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 27 मार्च तक फिर से बारिश शुरू होने की संभावना है।
प्रायद्वपीय भारत के कई स्थानों पर 25 मार्च को गरज के साथ 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है। 26 और 27 मार्च को जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश और 28 मार्च को अरुणाचल प्रदेश के लिए भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है।
गर्मी से निकलेगा दम
उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी स्थानों में कई जगहों पर अगले 2 दिनों के दौरान तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। हालांकि उत्तर प्रदेश में काफी गर्मी पड़ने वाली है। यहां अगले 4 दिनों में तापमान में 4 से 6 डिग्री की वृद्धि हो सकती है।
पश्चिम भारत और पूर्वोत्तर भारत में भी अगले 4-5 दिमों में तापमान में 4 से 6 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। मध्य भारत और महाराष्ट्र में 4 से 5 दिनों में तापमान 2 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है। वहीं गुजरात में अगले 24 घंटे में तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा।
भारतीय सेना को मिलेगी अत्याधुनिक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल
25 Mar, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय थलसेना और वायु सेना को जल्द ही 800 किमी से अधिक की दूरी पर स्थित लक्ष्यों को भेदने में सक्षम ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें मिलेंगी। घातक क्षमता वाली इन अत्याधुनिक मिसाइलों से रक्षा बलों की ताकत में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी। रक्षा सूत्रों ने बताया कि इनमें से करीब 250 मिसाइलों के अधिग्रहण के प्रस्ताव को रक्षा अधिग्रहण परिषद ने मंजूरी दे दी है। अब इसे अंतिम मंजूरी के लिए सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति के पास ले जाया जाएगा।
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में किया जाएगा तैनात
उन्होंने कहा कि इन मिसाइलों को रेगिस्तान और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। पहले इन मिसाइलों की मारक क्षमता 300 किलोमीटर के आसपास हुआ करती थी, लेकिन अब इनकी क्षमता में काफी वृद्धि की गई है और ये 800 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकती हैं।
सूत्रों ने कहा कि ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों के लिए दोनों सेनाओं की ओर से दिया गया प्रस्ताव भारतीय नौसेना को मिलने वाली मिसाइलों का ही एक दोहरा ऑर्डर है। गौरतलब है कि ब्रह्मोस भारतीय शस्त्र निर्माण उद्योग में सबसे सफल संयुक्त उपक्रमों में से एक रहा है, भले ही इसका अधिकांश हिस्सा रूस द्वारा निर्मित किया जाता है।
भारतीय पक्ष शस्त्र प्रणाली के प्रमुख भागों के स्वदेशीकरण की दिशा में काम कर रहा है और निजी क्षेत्र के उद्योग के समर्थन से कुछ क्षेत्रों में सफलता भी हासिल की है। रूसी समर्थन से इस मिसाइल को फिलीपींस को सफलतापूर्वक निर्यात किया जा रहा है और अधिक देश इसमें रुचि दिखा रहे हैं।
दहला लद्दाख! 3.6 तीव्रता वाला भूकंप, राजधानी लेह में सहमे लोग
24 Mar, 2025 04:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली एक बार फिर भारत में भूकंप आया है। भूकंप के झटकों से भारत की धरती कांप उठी। आपके जागने से पहले ही सुबह-सुबह धरती डोल उठी। उसके बाद लोग गिरते-पड़ते घरों से भागकर बाहर निकले। दरअसल आज (24 मार्च) सुबह-सुबह लद्दाख में 3.6 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। इस भूकंप का केंद्र लद्दाख की राजधानी लेह में 34.35 उत्तरी अक्षांश और 78.06 पूर्वी देशांतर पर 10 किमी गहराई में था।
नेशनल सीस्मोलॉजी सेंटर (NCS) के मुताबिक, यह भूकंप सुबह 4 बजकर 32 मिनट 58 सेकंड पर आया। जैसे ही भूकंप के झटके महसूस हुए, लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि भूकंप के झटकों से ही उनकी नींद खुली और फिर वो घरों से बाहर निकल आए। हालांकि इस भूकंप के किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
बता दें कि लद्दाख हिमालय पर्वत के पास स्थित है, इसी वजह से भूकंप के लिहाज से यह संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यहां छोटे-छोटे भूकंप का आना सामान्य बात है, लेकिन बड़े भूकंप का खतरा भी बना रहता है। इस बार जो भूकंप आया है, वो सामान्य है। इस बार भी जो भूकंप आया है, उसकी रिक्टर स्केल पर 3.6 तीव्रता मापी गई है। ऐसे भूकंप से नुकसान की संभावना कम रहती है।
होली के दिन सुबह-सुबह कांपी थी लद्दाख की धरती
बता दें कि लद्दाख और जम्मू-कश्मीर की धरती होली के दिन भी कांपी थी। लद्दाख और जम्मू-कश्मीर पर रात 2.50 पर और अरुणाचल प्रदेश में सुबह 6 बजे भूकंप के झटके महसूस हुए। लद्दाख के कारगिल में 5.2 तीव्रता का भूकंप आया। वहीं अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग इलाके में 4.0 तीव्रता का भूकंप मांपा गया था।
राज्यसभा में कर्नाटक मुस्लिम आरक्षण पर विवाद, BJP ने उठाया धर्म आधारित आरक्षण का विरोध!
24 Mar, 2025 12:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राज्यसभा में सोमवार को भारी हंगामा देखने को मिला, जब केंद्रीय संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू ने कर्नाटका के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के मुस्लिम आरक्षण को लेकर दिए गए बयान का मुद्दा उठाया। हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। रिजिजू ने कहा कि डीके शिवकुमार ने संविधान में बदलाव की बात की है, जो कि संवैधानिक प्रावधानों के खिलाफ है।
धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं: नड्डा
राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जो संविधान की रक्षक बनती है। बाबा साहब ने स्पष्ट कहा है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने साउथ में मुस्लिम धर्म के लिए कॉन्ट्रैक्ट में चार फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया है। जेपी नड्डा ने इसे ऑथेंटिकेट किया और कहा कि कर्नाटक के डिप्टी सीएम ने वहां के सदन में कहा है कि जरूरत पड़ी तो हम संविधान को बदलेंगे और ये लोग संविधान के बड़े रक्षक बनते हैं। वहां संविधान की धज्जियां उड़ाने का काम किया गया है। विपक्ष के नेता को इसका जवाब देना चाहिए।
संविधान बदलने जा रहे: खरगे
इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जवाब देते हुए कहा कि बाबा साहब ने देश का संविधान बनाया। उसे कोई बदल नहीं सकता। इसकी रक्षा के लिए हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली है। किसने कह दिया कि हम संविधान बदलने जा रहे हैं।
रिजिजू ने डीके शिवकुमार का वक्तव्य भी सुनाया
इस पर किरण रिजिजू ने कहा कि मुस्लिम लीग की पॉलिसी को जिसे बाबा साहब ने रिजेक्ट कर दिया था, उसे लागू कर कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहब की इज्जत को मिट्टी में मिलाने का काम किया है। किरण रिजिजू ने कर्नाटक के डिप्टी सीएम का सदन में दिया वक्तव्य भी सुनाया और कांग्रेस अध्यक्ष को कार्रवाई करने की चुनौती दी।
कुणाल कामरा का एकनाथ शिंदे पर तंज, शिवसैनिकों का विरोध
24 Mar, 2025 12:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई: स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा के एक शो को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. रविवार को खार इलाके में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने एक होटल में जमकर हंगामा किया. यह वही जगह थी जहां कामरा का शो शूट किया गया था. विवाद की जड़ बना कामरा का वीडियो, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तंज कसा था. वीडियो में “गद्दार” शब्द का इस्तेमाल किया गया, जिससे शिवसैनिक भड़क गए.
होटल में शिवसैनिकों का कोहराम
कामरा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद शिवसेना कार्यकर्ता होटल यूनिकॉन्टिनेंटल में पहुंचे और तोड़फोड़ मचाई. उन्होंने मांग की कि कामरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो. एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, जैसे ही यह वीडियो सामने आया, पार्टी कार्यकर्ताओं ने होटल के ऑडिटोरियम में जाकर हंगामा किया.
“भारत से भागना पड़ेगा!”
शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने सीधे तौर पर कुणाल कामरा को धमकी दी. उन्होंने कहा, “शिवसेना कार्यकर्ता पूरे देश में तुम्हारा पीछा करेंगे. तुम्हें भारत से भागना पड़ेगा.” म्हस्के ने यह भी आरोप लगाया कि कामरा, उद्धव ठाकरे से पैसे लेकर एकनाथ शिंदे को निशाना बना रहे हैं. उनका कहना था कि शिंदे की आलोचना करने के गंभीर नतीजे होंगे.
राउत ने कहा – “कुणाल का कमाल”
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने इस मामले में कामरा का समर्थन किया. उन्होंने ‘एक्स’ (Twitter) पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा – “कुणाल का कमाल.” राउत ने कहा, “कामरा एक प्रसिद्ध स्टैंड-अप कॉमेडियन हैं. उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति पर एक पैरोडी बनाई, जिससे शिंदे गुट नाराज हो गया और स्टूडियो में तोड़फोड़ कर दी.”
अब एफआईआर की तैयारी
शिवसेना विधायक मुरजी पटेल ने कहा कि वह एमआईडीसी थाने में कुणाल कामरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे. दूसरी तरफ, शिवसेना नेता संजय राउत पर भी यह वीडियो शेयर करने के कारण निशाना साधा गया.
कर्नाटक में मुस्लिमों को 4% आरक्षण पर विवाद, विरोध तेज
24 Mar, 2025 11:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कर्नाटक सरकार की तरफ से मुस्लिमों को दिए गए 4 प्रतिशत आरक्षण को लेकर विरोध किया जा रहा है. तमाम संगठन इसे तुष्टिकरण की राजनीति बता रहे हैं. इन बयानों के बाद डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा था कि जरूरत पड़ी तो आने वाले समय में हम संविधान में भी संशोधन कर देंगे. यही कारण है कि अब इस बयान का जमकर विरोध हो रहा है.
जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि बहुत दुख के साथ कहना पड़ता है कि जिस तरीके से कांग्रेस पार्टी संविधान की रक्षक बनती है. संविधान के बारे में जिस तरीके से उन्होंने धज्जियां उड़ाने का प्रयास किया है. संविधान में बाबा साहेब ने साफ लिखा है कि आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि यह संविधान का स्थापित संविधान है. लेकिन दक्षिण में कांग्रेस की सरकार ने कॉन्ट्रैक्ट में 4 पर्सेंट के आरक्षण को पारित किया जाता है. कर्नाटक सरकार ने इसको लेकर बिल पास किया है. वहां के डेप्युटी चीफ मिनिस्टर में विधानसभा में बयान दिया है कि जरूरत पड़ी तो हम संविधान को भी बदलेंगे. कर्नाटक में मुस्लिमों को आरक्षण देने पर केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू ने खरगे से कांग्रेस का रुख साफ करने को कहा है.
जवाब में क्या बोली कांग्रेस?
नड्डा के सवाल पर जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि किसने कहा कि हम संविधान बदलने वाले हैं. कोई भी डॉ आंबेडकर का संविधान बदल नहीं सकता है. संविधान की रक्षा के लिए हमने कर्नाटका से कश्मीर तक भारत जोड़ो किया, लेकिन इन्होंने भारत तोड़ने का काम किया है. उन्होंने कहा कि संविधान को बचाने वाले हम हैं ना कि ये बीजेपी वाले हैं.
पीएम मोदी ने कृष्णा भारती के निधन पर जताया शोक, याद की उनके संघर्षों और योगदान को
24 Mar, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रसिद्ध गांधीवादी और सामाजिक कार्यकर्ता पासला कृष्णा भारती का रविवार को 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर अपनी अंतिम सांस ली। कृष्णा भारती के निधन से शोक की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी मृत्यु पर शोक जताया और सोशल मीडिया पर खास नोट लिख भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्हे वंचितों, विशेषकर दलितों के बीच शिक्षा को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों और शैक्षणिक संस्थानों में अपने उदार योगदान के लिए जाना जाता है।
कौन थीं कृष्ण भारती
कृष्णा भारती जन्म से ही सुर्खियों में रही हैं। आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले की रहने वाली उस महिला का जन्म जेल में हुआ था। उनकी माता का नाम अंजा लक्ष्मी था और पिता का नाम पासला कृष्ण मूर्ति जो स्वतंत्रता सेनानी थे। जानकारी के लिए बता दें कि कृष्णा भारती के माता-पिता भी स्वतंत्रता सेनानी थे जो स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान जेल में थे। वहीं कृष्णा भारती का जन्म हुआ। उन्होंने आजीवन अविवाहित रहने का प्रण किया और मरते दम तक सिर्फ देश के लिए सोचा। कृष्णा भारती के चार भाई और तीन बहनें थीं।
पीएम मोदी ने जताया दुख
कृष्णा भारती के निधन पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक फोटो पोस्ट करते हुए खास नोट लिखा और कृष्णा भारती को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लिखा- पासला कृष्णा भारती जी के निधन से बहुत दुःख हुआ। वह गांधीवादी मूल्यों के प्रति समर्पित थीं और उन्होंने अपना जीवन बापू के आदर्शों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने अपने माता-पिता की विरासत को शानदार ढंग से आगे बढ़ाया, जो हमारे स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सक्रिय थे। मुझे याद है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी जताया दुख
पासला कृष्णा भारती के निधन पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने भी दुख जताया। उन्होंने लिखा- पश्चिम गोदावरी जिले के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी पासला कृष्णमूर्ति और अंजलक्ष्मी की बेटी कृष्णा भारती जीवन भर गांधीवादी रहीं। उन्होंने गांधीजी द्वारा सिखाए गए मूल्यों का पालन किया। उन्होंने निम्न वर्गों में शिक्षा फैलाने के लिए काम किया। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों और गौशालाओं को दान दिया। हमारे बीच ऐसे व्यक्ति का न होना बहुत बड़ी क्षति है।
भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने किया संयुक्त आह्वान
24 Mar, 2025 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने लोगों से भारत को क्षयरोग मुक्त बनाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में गुजरात सबसे आगे चल रहा है। जबकि मेघालय सरकार ने राज्य के 4500 क्षय रोग के मरीजों को गोद ले लिया है, ताकि सौ दिन के सघन अभियान में भारत को टीबी-मुक्त बनाया जाए।
विश्व क्षय रोग (टीबी) दिवस के लिए दिए अपने संदेश में राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि इस दिन का उद्देश्य जनता को क्षयरोग के वैश्विक प्रभाव के बारे में जागरूक करना, बीमारी को नियंत्रित करने संबंधी चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसे रोकने के प्रयासों का समर्थन करना है।
राष्ट्रपति ने की अपील
राष्ट्रपति ने कहा, 'यह दिन हमें क्षय रोग की शीघ्र पहचान, उपचार और रोकथाम के महत्व की भी याद दिलाता है। मैं सभी से भारत को क्षयरोग मुक्त बनाने के लिए मिलकर काम करने और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी प्रयास करने का आह्वान करती हूं।'
विश्व क्षय रोग दिवस हर साल 24 मार्च को क्षयरोग पर जन जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। डॉ. राबर्ट कोच ने 1882 में इसी दिन क्षयरोग का कारण बनने वाले जीवाणु की खोज की थी। इसी तरह, गुजरात ने नीति आयोग के टीबी के खात्मे के लक्ष्य को 95 प्रतिशत तक हासिल कर लिया है। वह इस लक्ष्य को साधने में अव्वल प्रदेश रहा है।
2025 तक खत्म करने का लक्ष्य
पीएम मोदी ने भारत में ट्यूबरकुलोसिस को वर्ष 2025 तक खत्म करने का लक्ष्य रखा है। वहीं, भारत सरकार ने सितंबर, 2022 में 'निक्षय मित्र' कार्यक्रम के तहत निजी स्तर पर, निजी संगठनों और सिविल सोसाइटी की मदद से ऐसे मरीजों को अंगीकार करना शुरू किया ताकि मरीजों को अतिरिक्त पोषण और इलाज के दौरान उचित देखभाल मिल सके।
लिहाजा, मेघालय ने टीबी के मरीजों का 'यूनिवर्सल निक्षय मित्र' बनकर राज्य के सभी टीबी मरीजों को अंगीकार कर लिया है। इसीतरह मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स में 33 वर्षीय रिडालिन शुलाई टीबी (एमडीआर-टीबी) से अपनी लड़ाई जीत चुकी हैं और स्वस्थ हैं। बीमारी की गंभीरता के कारण उनका बाईं तरफ का फेफड़ा बेकार हो चुका था। लेकिन अब वह केवल दाईं ओर के फेफड़े के दम पर जीवित हैं।
आंधी और गर्मी से पस्त होगा दक्षिण भारत, असम में चक्रवात की संभावना
24 Mar, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार समेत देश के कई हिस्सों में बीते दिनों चली आंधी और बारिश से मौसम भले सुहाना हो गया हो, लेकिन अब आने वाले दिनों में आसमान से आग बरसने वाली है।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले 2-3 दिनों में देश के कई हिस्सों में तापमान तेजी से बढ़ेगा। हालांकि कुछ राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है। बीते 24 घंटे में आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री दर्ज किया गया।
तीन चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय
अगर बीते 24 घंटे की बात करें, तो ओडिशा और केरल में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा देखने को मिली। इसके अलावा उत्तराखंड, झारखंड, ओडिशा, रायलसीमा, तेलंगाना और कर्नाटक के कुठ हिस्सों में ओलावृष्टि देखने को मिली।
वहीं उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, असम और मेघालय में तेज हवा और आंधी से मौसम ने नरमी आई। मौसम विभाग के मुताबिक, केंद्रीय उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर असम और बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
तापमान में होगी बढ़ोतरी
मौसम विभाग के मुताबिक, इराक के आसपास एक नया पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो रहा है। हालांकि इसका असर फिलहाल देखने को नहीं मिलेगा। दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश स्थानों पर 24 मार्च को भीषण आंधी की संभावना जताई गई है।
देश के अधिकांश स्थानों पर अगले 3-4 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। उत्तर पश्चिमी भारत के कई स्थानों पर अधिकतम तापमान में 3-5 डिग्री की बढ़ोतरी होगी।
इन स्थानों पर वज्रपात की चेतावनी
मध्य भारत और आंतरिक महाराष्ट्र में अगले 4-5 दिनों में तापमान में 2 से 4 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा गुजरात में भी अगले 3 दिेनों के दौरान 2 से 3 डिग्री तापमान बढ़ सकता है।
24 मार्च को तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम, मेघायल, नगालैंड, ओडिशा, मणिपुर, त्रिपुरा में मेघगर्जन और वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है। 25 मार्च को तमिलनाडु और कर्नाटक में मेघगर्जन और वज्रपात की चेतावनी है। वहीं 26 मार्च को जम्मू-कश्मीर में बारिश का अलर्ट है।
निर्मला सीतारमण का दावा: तमिलनाडु की अर्थव्यवस्था को मिल रहा है PLI योजना से बड़ा फायदा
24 Mar, 2025 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि तमिलनाडु को पीएलआई (उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन) योजना से सबसे अधिक लाभ मिला है। राज्य इस योजना के सबसे बड़े लाभार्थियों में से एक है। इसको इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल क्षेत्रों में परियोजनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मिला है।
उधर, द्रमुक की उप महासचिव और थूथुकुडी की सांसद कनिमोरी करुणानिधि ने तमिलनाडु के लिए फंड मांगने पर सीतारमण की टिप्पणियों की निंदा की है। बहरहाल, चेन्नई सिटिजेंस फोरम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सीतारमण ने उन दावों को खारिज कर दिया कि केंद्र सरकार ने वित्त पोषण के मामले में तमिलनाडु की अनदेखी की है।
तमिलनाडु को बताया लाभार्थी
उन्होंने कहा कि कई बड़ी परियोजनाओं की घोषणा की गई है और राज्य भर में विभिन्न चरणों में प्रगति हो रही है। वित्त मंत्री ने कहा, 'इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स और ऑटोमोबाइल में पीएलआई योजना के तहत तमिलनाडु सबसे बड़ा लाभार्थी रहा है।'
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि तमिलनाडु ने इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स और ऑटोमोबाइल में इस योजना के तहत सबसे अधिक स्वीकृतियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा, 'केंद्र से मंजूरी पाने वाली 27 कंपनियों में से सात तमिलनाडु से बाहर स्थित हैं।'
सीतारमण के अनुसार, पीएलआई योजना से लाभान्वित होने वाली लगभग 25 प्रतिशत कंपनियां राज्य में स्थित हैं। दूसरी ओर, कनिमोरी करुणानिधि ने रविवार को तमिलनाडु की केंद्रीय फंड में उचित हिस्सेदारी की मांग पर सीतारमण की हालिया टिप्पणियों की कड़ी आलोचना की और उन्हें व्यंग्यात्मक और खारिज करने वाला बताया।
द्रमुक सांसद ने दी चेतावनी
कनिमोरी ने कहा कि सीतारमण की टिप्पणियों ने राज्य द्वारा उठाई गई वैध ¨चताओं को कमतर करके आंका है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, ''हम कई सालों से तमिलनाडु और यहां के लोगों का मजाक उड़ाए जाने के खिलाफ लड़ रहे हैं। आपको एक पल के लिए रुककर सोचना चाहिए कि तमिलों का मजाक उड़ाने वालों का क्या हश्र हुआ है। क्या आप वाकई मानते हैं कि तमिलों और अपने अधिकारों के लिए हमारी लड़ाई मजाक का विषय है?''
द्रमुक सांसद ने यह भी चेतावनी दी कि तमिलनाडु के लोग निर्णायक जवाब देंगे। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों के परिणाम की ओर इशारा करते हुए कहा कि भविष्य में विधानसभा के चुनावों में भी यही दोहराया जाएगा। लोकसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाला राजग राज्य में एक भी सीट जीतने में विफल रहा था।
पीएम मोदी के जी-7 में हिस्सा लेने पर संशय बरकरार, क्या कहता है कनाडा?
23 Mar, 2025 03:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन में बमुश्किल तीन महीने बचे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कार्यक्रम में भाग लेने पर सस्पेंस बरकरार है। मोदी 2019 से जी-7 में नियमित रूप से शामिल होते रहे हैं, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या इस साल के शिखर सम्मेलन में भारत को आमंत्रित किया जाएगा, इस पर मेजबान कनाडा ने मीडिया से कहा कि गेस्ट देशों की भागीदारी के बारे में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
कनाडा की मौजूदा जी-7 अध्यक्षता के तहत 15-17 जून को कनानसकीस (अलबर्टा) में शिखर सम्मेलन की मेजबानी की जाएगी। दूसरी तरफ भारत के साथ उसके द्विपक्षीय संबंध ठंडे बने हुए हैं। साथ ही कनाडा अमेरिका के साथ एक अभूतपूर्व संकट के बीच में है, जिसने भयानक टैरिफ युद्ध को जन्म दिया है। आर्थिक रूप से सबसे उन्नत देशों के समूह के विदेश मंत्रियों ने इस महीने की शुरुआत में चार्लेवोइक्स में एकता का प्रदर्शन किया।
इसके साथ ही उन्होंने यूक्रेन के लिए अपने अटूट समर्थन की पुष्टि की, लेकिन जी-7 ट्रम्प के सहयोगियों के साथ व्यवहार और रूस को उसकी आक्रामकता के लिए बुलाने की अनिच्छा के बारे में चिंताओं से भरा हुआ है। जी-7 मीडिया रिलेशन टीम के एक कनाडाई अधिकारी ने कहा कि इस समय शिखर सम्मेलन के निमंत्रण पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। अधिक जानकारी नियत समय में उपलब्ध कराई जाएगी।
कनाडा के लिए ट्रंप के दुस्साहस से निपटना प्रमुख काम
पता चला है कि खालिस्तान हत्याकांड की साजिश के प्रति अपने लापरवाह रवैये के कारण भारत के साथ संबंधों को खराब करने के लिए व्यापक रूप से दोषी ठहराए जाने वाले पूर्व कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने मेहमानों का चयन अपने उत्तराधिकारी पर छोड़ दिया है। नए कनाडाई पीएम मार्क कार्नी ने कहा है कि वह भारत के साथ संबंधों को फिर से बनाना चाहते हैं, लेकिन वर्तमान में उनके सामने ट्रंप के दुस्साहस से निपटने का कठिन काम है। कार्नी ने यह भी कहा है कि वह नए भागीदारों के साथ व्यापारिक संबंध बनाना चाहते हैं। साथ ही जी-7 में सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था का निर्माण करना चाहते हैं। जाहिर है, शिखर सम्मेलन स्थल पर सीमित स्थान भी बहुत कम या यहां तक कि कोई भी अतिथि नेता न होने का एक कारण हो सकता है।
निज्जर मामले से संबंधों में आई गिरावट
कार्नी अब तक खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर चुप रहे हैं। इसके कारण राजनयिक संबंधों में नाटकीय गिरावट आई है। भारत ने कहा है कि वह आपसी विश्वास और संवेदनशीलता के आधार पर संबंधों को फिर से बनाने की उम्मीद करता है, लेकिन संभवतः अगले चुनावों के परिणाम देखने के लिए इंतजार करेगा। आरसीएमपी, जिसने मामले की जांच की है, का कहना है कि ट्रूडो की स्थिति एजेंसी की तरफ से दी गई जानकारी के आधार पर थी।
पीएम मोदी और उनके पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह दोनों को पहले भी जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया जा चुका है। दरअसल, मोदी 2019 से नियमित रूप से वहां जाते रहे हैं, जब फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने उन्हें बियारिट्ज में बैठक के लिए आमंत्रित किया था। फिर ट्रंप प्रशासन ने भी उन्हें 2020 में कैंप डेविड शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया था। हालांकि बाद में कोविड-19 के कारण इसे रद्द कर दिया गया था।
चीन फिर करने लगा खुरापात, भारत ने सुनाई खरी-खरी
23 Mar, 2025 11:21 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लद्दाख। चीन ने एक बार फिर खुरापात शुरु कर दी है। उसने लद्दाख से सटे सीमावर्ती इलाके में दो नए जिलों की स्थापना का ऐलान किया है। चीन के इस ऐलान पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है। केंद्र सरकार ने संसद में जानकारी दी कि इस मुद्दे पर कूटनीतिक माध्यमों से चीन के खिलाफ औपचारिक विरोध दर्ज कराया गया है। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा, भारत सरकार ने कभी भी इस क्षेत्र में भारतीय भूभाग पर चीन के अवैध कब्जे को स्वीकार नहीं किया है।
इन नए जिलों का निर्माण भारत की संप्रभुता पर हमारे लंबे और स्पष्ट रुख को प्रभावित नहीं करेगा, न ही चीन के अवैध और जबरन कब्जे को कोई वैधता देगा।संसद में सरकार से यह सवाल पूछा गया था कि क्या उसे चीन द्वारा होटान प्रीफेक्चर में दो नए जिले बनाने की जानकारी है, जिसमें लद्दाख के भारतीय क्षेत्र का हिस्सा शामिल किया गया है। इसके अलावा, इस स्थिति से निपटने के लिए उठाए गए रणनीतिक और कूटनीतिक कदमों के बारे में भी जानकारी मांगी गई थी।
मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार इस घोषणा से पूरी तरह अवगत है और वह चीन की ओर से सीमावर्ती क्षेत्रों में किए जा रहे बुनियादी ढांचे के विकास पर नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा,भारत सरकार सीमा क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान देती है ताकि न केवल इन क्षेत्रों का आर्थिक विकास हो, बल्कि भारत की रणनीतिक और सुरक्षा आवश्यकताओं को भी पूरा किया जा सके।