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मौसम विभाग की चेतावनी: उत्तर भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी के आसार
16 May, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली एनसीआर से लेकर यूपी तक गर्मी से बुरा हाल है। लू के चलते घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। हालांकि दिल्ली में शाम को आई आंधी से थोड़ी सी राहत जरूर मिली। लेकिन धूल भरी आंधी ने काफी परेशान किया। आसमान में फैली धूल की चादर ने न केवल सूरज की रोशनी को ढक दिया, बल्कि सांस लेना भी कठिन बना दिया। मौसम विभाग ने दिल्ली में आज भी आंधी और हल्की बारिश की संभावना जताई है।
कई राज्यों में गर्मी का सितम देखने को मिलेगा
मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों तक कई राज्यों में गर्मी का सितम देखने को मिलेगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को बताया कि आने वाले दिनों में तापमान में बढ़ोतरी देखने मिलेगी। इसके अलावा कई राज्यों में लू चलने की संभावना है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान में अगले कुछ दिनों तक लू की संभावना है।
यूपी-बिहार में पड़ेगी भीषण गर्मी
यूपी-बिहार में गर्मी से राहत के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। यूपी में तापमान 40 के पार चला गया है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लू के साथ भीषण गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने 17 मई को बारिश की संभावना जताई है। लू के चलते मौसम विभाग ने लोगों को घर में ही रहने की सलाह जारी की है। बिहार में लू चलेगी और अभी तीन से चार दिन बारिश की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है।
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यूपी में ऑरेंज अलर्ट जारी
उन्होंने कहा कि हम पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ दिनों तक लू चलने की उम्मीद कर रहे हैं, हमने वहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। दिल्ली-एनसीआर में तापमान सामान्य से अधिक रहेगा और 16-17 मई को हल्की बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है।
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उत्तराखंड में हल्की बारिश के आसार
राजस्थान में इस महीने में तापमान 45 डिग्री तक जा सकता है। राजस्थान में आज आंधी का अनुमान है। हालांकि मध्य प्रदेश में बेमौसम बारिश से राहत मिली है। उत्तराखंड में तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया है, वहीं उत्तराखंड की कई इलाकों में हल्की बारिश के आसार हैं साथ ही मैदानी इलाकों में गर्मी बढ़ेगी।
जयशंकर का बयान – पाकिस्तान ने चेतावनी नहीं मानी, भारत को देना पड़ा जवाब
15 May, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में TRF आतंकी संगठन के खिलाफ सबूत पेश करने का फैसला किया है। भारत की मांग है कि इस आतंकी संगठन पर बैन लगाया जाए। TRF पर बैन लगाने के मामले पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "इस मामले पर वास्तव में भारत को अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिल रहा है। संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों ने साफ तौर पर कहा है पहलगाम हमले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।"
विदेश मंत्री ने भारत-पाकिस्तान सैन्य कार्रवाई पर कहा कि दुनिया ने देखा कि पाकिस्तान ने भारत पर हमला करने के लिए चीनी ड्रोन का इस्तेमाल किया। हालांकि, ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत को अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिल रहा है।
वहीं, जयशंकर ने एक बार फिर अमेरिका को इशारों-इशारों में बता दिया कि कश्मीर का मुद्दा द्विपक्षीय है। इस मामले पर किसी भी तीसरे देश का दखल सही नहीं है।
हमारी सेना ने पाकिस्तान का जबरदस्त नुकसान किया: जयशंकर
ऑपरेशन सिंदूर पर जयशंकर ने कहा,"हमने आतंकवादी ढांचे को नष्ट किया। हमने पाकिस्तान को अगाह किया था कि हम आतंकवादी ढांचे पर हमला करने जा रहे हैं, न कि सेना पर और सेना के पास यह विकल्प है कि वह इस ऑपरेशन में हस्तक्षेप न करे। उन्होंने इस सलाह को न मानने का फैसला किया। पाकिस्तान ने भारत पर हमले किया। इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई की। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि हमने पाकिस्तान का कितना नुकसान किया और उन्होंने कितना कम नुकसान किया।"
सीजफायर को लेकर जयशंकर ने पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह स्पष्ट है कि कौन गोलीबारी बंद करना चाहता था।
पाकिस्तान को गुलाम कश्मीर लौटाना ही होगा: विदेश मंत्री
पहलगाम हमले के बाद भारत ने सिंधु जल समझौते को भी स्थगित कर दिया है। इस मामले पर विदेश मंत्री ने कहा,"सिंधु जल संधि स्थगित है और तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से नहीं रोका जाता।
विदेश मंत्री ने आगे कहा,"कश्मीर पर चर्चा के लिए केवल एक ही बात बची है, वह है पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करना; हम इस चर्चा के लिए तैयार हैं।"
'कोई भी व्यापार सौदा परस्पर लाभकारी होना चाहिए'
भारत-अमेरिका के बीच चल रहे ट्रेड एग्रीमेंट पर भी विदेश मंत्री जयशंकर ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता चल रही है। ये जटिल वार्ताएं हैं। जब तक सब कुछ तय नहीं हो जाता, तब तक कुछ भी तय नहीं होता।
विदेश मंत्री ने आगे कहा कि कोई भी व्यापार सौदा परस्पर लाभकारी होना चाहिए; इसे दोनों देशों के लिए कारगर होना चाहिए। व्यापार सौदे से हमारी यही अपेक्षा होगी। जब तक ऐसा नहीं हो जाता, इस पर कोई भी निर्णय जल्दबाजी होगी।
सीपी सिंह का तीखा बयान: पाकिस्तान को भीख मांगने की आदत, सिंधु जल संधि पर भारत का रुख सख्त
15 May, 2025 04:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। भाजपा विधायक सीपी सिंह ने गुरुवार को सिंधु जल संधि पर पाकिस्तान की ओर से भारत से लगाई जा रही गुहार पर कहा कि पाकिस्तान का काम भीख मांगना है और वह फिर घुटने के बल भारत के सामने गिड़गिड़ा रहा है। लेकिन, पीएम मोदी के नेतृत्व में यह भारत उस पर रहम नहीं करेगा।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा विधायक ने कहा कि पहलगाम में आंतकी हमले के बाद भारत सरकार ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए। जिसमें सिंधु जल संधि भी शामिल है, जो फिलहाल निलंबित है। एयरबेस, सोशल मीडिया हैंडल सहित कई अन्य गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक बेहद ही बेशर्म और बुजदिल देश है। भारत से बार-बार झटके खाने के बावजूद पाकिस्तान कभी भी अपना व्यवहार नहीं बदलता। कुछ होते हैं जो मार खाने के बाद सुधरते हैं, लेकिन पाकिस्तान कभी भी सुधर नहीं सकता है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को वर्तमान में अभी भारत के हाथों ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत मार खानी पड़ी। पूर्व में भी उसे कई बार मार पड़ी है। लेकिन, वह मार खाने के बाद हर बार की तरह घुटनों के बल भारत से भीख मांगने लगता है। लेकिन अब गिड़गिड़ाने से क्या होगा।
भारत ने जिस प्रकार पाकिस्तान को इस बार सबक सिखाया है। पाकिस्तानी सरकार को समझ नहीं आ रहा है कि वह कैसे अपनी आवाम के सामने इज्जत बचाए। इसीलिए, आवाम के सामने झूठे दावे पेश करने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक बात सिंधु जल संधि की है तो यह स्थगित ही रहनी चाहिए। मुझे विश्वास है कि पीएम मोदी पाकिस्तान पर रहम नहीं करेंगे बल्कि कड़ाई करेंगे।
भाजपा विधायक ने कहा कि भारत-पाक के सीजफायर के बाद पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन में कहा था कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते हैं। पीएम मोदी ने बिल्कुल सही बात कही थी। टेरर ऑर टॉक साथ-साथ नहीं हो सकते हैं। इसीलिए, पाकिस्तान को सबक सिखाना ही चाहिए। क्योंकि, पाकिस्तान का इतिहास रहा है वह कभी नहीं सुधर सकता है।
PM मोदी की अध्यक्षता में मत्स्य पालन पर हाईलेवल मीटिंग, तटीय क्षेत्रों को मिलेगा लाभ
15 May, 2025 03:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्र सरकार मत्स्य पालन के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को मत्स्य पालन की प्रगति और भविष्य की योजनाओं की समीक्षा को लेकर एक अहम बैठक की. बैठक का मकसद गहरे समुद्र में मछली पकड़ने और समुद्री खाद्य निर्यात पर ध्यान केंद्रित करते हुए मत्स्य पालन क्षेत्र को देश को आगे बढ़ाना है.
मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत मत्स्य पालन विभाग ने पिछले महीने 28 अप्रैल को मुंबई में 255 करोड़ रुपये की मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन किया था. इसके लिए, मंत्रालय ने “कोस्टल स्टेटस फिशरीज मीटः 2025” का आयोजन किया, जहां केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत 255.30 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ 7 तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए प्रमुख प्रोजेक्टस का उद्घाटन और शिलान्यास किया.
ग्रामीण आजीविका के लिए मत्स्य पालन बेहद अहम
ये प्रोजेक्टस भारत के तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मत्स्य पालन क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. देश में मत्स्य पालन क्षेत्र ग्रामीण आजीविका के मामले में और देश की राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के मामले में योगदान के अपने लिहाज से अहम भूमिका निभाता है.
समुद्री मत्स्य पालन क्षेत्र में भारत की अहम क्षमता
देश की विशाल तटरेखा और करीब 2.02 मिलियन वर्ग किलोमीटर में फैले एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन (EEZ) के साथ, भारत समृद्ध समुद्री संसाधनों का दावा करता है. भारत के पास समुद्री मत्स्य पालन क्षेत्र में अहम क्षमता है, जिसका अनुमान 5.31 मिलियन टन है. तटीय राज्य और केंद्र शासित प्रदेश, जहां करीब 3,477 तटीय मछली पकड़ने वाले गांव शामिल हैं, जो देश के कुल मछली उत्पादन का करीब 72 फीसदी उत्पादन करते हैं और भारत के कुल समुद्री खाद्य निर्यात का 76 फीसदी हिस्सा हैं.
साथ ही मंत्रालय ने समुद्री मत्स्य पालन को मजबूत करने और सतत विकास को बढ़ावा देने के मकसद से कई प्रमुख पहलों की शुरुआत की, जिसमें मैरिन फिशरिज सेनसस ऑपरेशंस, टरटल एक्सक्लूडर डिवाइस (TED) प्रोजेक्ट तथा वेसल कम्युनिकेशन एंड सपोर्ट सिस्टम के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर जारी करना शामिल है.
सीजफायर के बाद राहत, सभी 32 सीमावर्ती एयरपोर्ट से उड़ानें फिर शुरू
15 May, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारती ने पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई कर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया था। इसके बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी हमला करने की कोशिश की थी, जिसके भारतीय सेना और डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया था।
सभी 32 हवाई अड्डों से परिचालन शुरू
हालांकि, पाकिस्तान की तरफ से लगातार दागे जा रहे ड्रोन्स और मिसाइल की वजह से भारत ने सीमा से सटे 32 हवाई अड्डों को बंद कर दिया था। लेकिन अब स्थिति सामान्य होने के बाद भारत सरकार ने वापस से सभी एयरपोर्ट्स को खोल दिया है।
पांच दिनों के बाद इन हवाई अड्डों से फिर से उड़ाने शुरू हो गई हैं। भारतीय विमानापत्तन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 15 मई 2025 के सुबह 5.29 बजे तक नागरिक विमान परिचालन के लिए 32 हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद करने के लिए सूचना जारी की गई थी।
अब यह सूचित किया जाता है ये हवाई अड्डे अब तत्काल प्रभाव से नागरिक विमान परिचालन के लिए उपलब्ध हैं। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे सीधे एयरलाइनों से उड़ान की स्थिति की जांच करें और नियमित अपडेट के लिए एयरलाइन की वेबसाइट पर जाकर जानकारी लें।
केंद्रीय मंत्री ने श्रीनगर एयरपोर्ट का किया दौरा
इसके साथ ही भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडु किंजरापु ने श्रीनगर हवाई अड्डे पर सुविधाओं की समीक्षा की और शहर का दौरा भी किया। उन्होंने कहा, "श्रीनगर हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन फिर से शुरू हो गया है। मैंने यहां स्थानीय लोगों से मुलाकात की जिन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।"
ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा,"ऑपरेशन सिंदूर के साथ, हमने एक स्पष्ट संदेश दिया है कि हम आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता रखते हैं।"
सिर्फ ₹50,000 में हेयर ट्रांसप्लांट का लालच: कानपुर में दो युवकों की मौत से उजागर हुआ फर्जी चिकित्सा का जाल
15 May, 2025 02:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक डेंटिस्ट लोगों का हेयर ट्रांसप्लांट भी कर रही थी. डॉक्टर का नाम अनुष्का है. वो कानपुर के रावतपुर क्षेत्र में अपने क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कर रही थी, लेकिन डॉक्टर अनुष्का की लापरवाही से एक नहीं बल्कि दो मौतें हो गईं. बताया जा रहा है कि, अनुष्का ने फरीदाबाद की यूनिवर्सिटी से बीडीएस की पढ़ाई की है. डॉक्टर के पति भी डेंटिस्ट है. डॉक्टर के पति ने कानपुर के किसी मेडिकल कॉलेज से बीडीएस किया है. डॉक्टर अनुष्का के पति का नाम सौरभ है. जिन लोगों की डेंटिस्ट से हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद मौत हुई, उनके नाम मयंक और विनीत दूबे बताए गए. विनीत दूबे बिजली विभाग में इंजिनियर थे. आरोप है कि डॉक्टर अनुष्का के क्लिनिक में वीनीत ने मार्च में हेयर ट्रांसप्लांट कराया था. इसके बाद उनका चेहरा बहुत सूज गया था. इलाज के दौरान 15 मार्च को विनीत की मौत हो गई थी.
ये है दूसरा मामला
अनुष्का क्लिनिक बंद कर फरार हैं. उनका फोन भी बंद है. इस मामले में पुलिस ने कुछ दिन पहले ही आरोपी डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. दूसरा मामला मंयक की मौत का है. फर्रुखाबाद की एक महिला ने बताया कि उनके बेटे मयंक (32) ने 18 नवंबर 2024 को हेयर ट्रांसप्लांट डॉक्टर से कराया. आधी रात से ही मयंक को दर्द होने लगा. फोन पर डॉ. अनुष्का ने कभी इंजेक्शन लगवाने के लिए कहा. कभी डॉक्टर ने कहा कि पट्टी ढीली कर लो.
कम पैसों में करती थी हेयर ट्रांसप्लांट
महिला ने बताया कि रात भर में उनके बेटे मयंक के चेहरे पर काफी सूजन बढ़ गई. 19 नवंबर को उसकी मौत हो गई. उन्होंने कानपुर पहुंचकर पुलिस को शिकायत दी है. वहीं इस मामले में एसपी अभिषेक पांडेय ने बताया कि आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी की कोशिशें जारी हैं. साथ ही मामले की जांच भी जारी है. बता दें कि आमतौर पर हेयर ट्रांसप्लांट में डेढ़ से 2 लाख रुपये खर्च होता है. डॉ अनुष्का 50 से 80 हजार रुपये में हेयर ट्रांसप्लांट काम करती थी.
तेलंगाना में अग्निकांड का कहर, रोबो और 6 दमकल गाड़ियां मौके पर तैनात
15 May, 2025 01:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेलंगाना। तेलंगाना में हैदराबाद के महाराजगंज बेगम बाजार से तीन मंजिला इमारत में भीषण आग लगने की खबर सामने आई है। आग बुझाने के लिए अग्निशमन अभियान जारी है।
अग्निशमन कर्मियों ने एक महिला को बचाया है। इस मामले में एक अग्निशमन अधिकारी ने कहा, 'अभी तक हम आग लगने का कारण नहीं बता सकते। हमें संदेह है कि यह शॉर्ट सर्किट हो सकता है। यह आग इमारत की पहली मंजिल पर लगी थी।
अग्निशमन अधिकारी ने आगे कहा, यह एक G+3 मंजिल की इमारत है। इसलिए, पूरी इमारत में आग लगी है। अग्निशमन अभियान चल रहा है। बताया जा रहा है रोबो सहित छह दमकल गाड़ियां यहां हैं जब हम इमारत में पहुंचे, तो इमारत में 8 लोग थे। हमने उन्हें अपनी सीढ़ियों से बचाया।
8 में से 2 नाबालिग थे। उन्हें इलाज के लिए पास के अस्पतालों में भेज दिया गया है। मुझे लगता है कि वे अब स्थिर हैं।
नई CJI गवई बेंच के सामने संवैधानिक परीक्षा, राष्ट्रपति ने उठाए 14 मुद्दे
15 May, 2025 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विधेयकों पर मंजूरी के बारे में समय सीमा तय करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को रेफरेंस भेजकर राय भी मांगी है। राष्ट्रपति ने 14 सवालों पर सुप्रीम कोर्ट से राय मांगी है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने आठ अप्रैल को तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा विधेयकों को लंबे समय तक रोके रखने के मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। राज्य के विधेयकों पर मंजूरी के लिए राज्यपाल और राष्ट्रपति के लिए समय सीमा तय कर दी थी। यह ऐतिहासिक फैसला न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और आर महादेवन की पीठ ने सुनाया था।
'क्या SC राष्ट्रपति के लिए समय सीमा तय कर सकता है'
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद से ही बहस छिड़ गई थी कि क्या सुप्रीम कोर्ट राष्ट्रपति के लिए समय सीमा तय कर सकता है। जब संविधान में राष्ट्रपति के लिए समय सीमा तय नहीं है तो क्या सुप्रीम कोर्ट न्यायिक आदेश के जरिए समय सीमा तय कर सकता है। अब इन सवालों का जवाब राष्ट्रपति ने स्वयं संविधान के अनुच्छेद 143(1) के तहत प्राप्त शक्तियों में सुप्रीम कोर्ट को रेफरेंस (राष्ट्रपति प्रपत्र) भेज कर राय मांगी है। तय संवैधानिक व्यवस्था के मुताबिक राष्ट्रपति द्वारा भेजे गए रेफरेंस पर सुप्रीम कोर्ट की पांच न्यायाधीशों की पीठ सुनवाई करती है और अपनी राय राष्ट्रपति को देती है।
राष्ट्रपति की ओर से सुप्रीम कोर्ट को भेजे गए रेफरेंस में लगभग सभी सवाल संविधान के अनुच्छेद 200 और 201 से संबंधित हैं, जो राज्य विधानमंडल से पास विधेयकों पर राज्यपाल और राष्ट्रपति की मंजूरी के बारे में हैं।
जब राज्यपाल के समक्ष अनुच्च्छेद 200 के तहत कोई विधेयक मंजूरी के लिए पेश किया जाता है तो उनके पास क्या-क्या संवैधानिक विकल्प होते हैं।
क्या राज्यपाल मंजूरी के लिए पेश किये गए विधेयकों में संविधान के तहत उपलब्ध सभी विकल्पों का प्रयोग करते समय मंत्रिपरिषद द्वारा दी गई सलाह और सहायता से बंधें हैं।
क्या राज्यपाल द्वारा अनुच्छेद 200 के तहत संवैधानिक विवेकाधिकार का प्रयोग करना न्यायोचित है।
क्या संविधान का अनुच्छेद 361, राज्यपालों द्वारा अनुच्छेद 200 के तहत किये गए कार्यों के संबंध में न्यायिक समीक्षा पर पूर्ण प्रतिबंध लगाता है।
जब राज्यपाल द्वारा अनुच्छेद 200 की शक्तियों के इस्तेमाल के बारे में संविधान में कोई समय सीमा और तरीके निर्धारित नहीं हैं तो क्या न्यायिक आदेश की समय सीमा और तरीके तय किये जा सकते हैं।
क्या राष्ट्रपति द्वारा अनुच्छेद 201 के तहत संवैधानिक विवेकाधिकार का प्रयोग करना न्यायोचित है।
जब संविधान में राष्ट्रपति के लिए अनुच्छेद 201 में कार्य करने के लिए प्रक्रिया और समय सीमा तय नहीं है तो क्या न्यायिक आदेश के जरिए शक्तियों के इस्तेमाल के तरीके और समय सीमा तय की जा सकती है।
जब राज्यपाल ने विधेयक को राष्ट्रपति की सहमति के लिए सुरक्षित रख लिया हो या अन्यथा, तो क्या राष्ट्रपति की शक्तियों को नियंत्रित करने वाली योजना के आलोक में राष्ट्रपति को संविधान के अनुच्छेद 143 के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट से सलाह लेनी चाहिए।
क्या संविधान के अनुच्छेद 200 और 201 के तहत राज्यपाल और राष्ट्रपति के निर्णय, कानून के लागू होने के पहले के चरण में न्यायोचित हैं?
क्या किसी विधेयक के कानून बनने से पहले उसकी विषय वस्तु पर न्यायिक निर्णय लेने की अनुमति न्यायालयों को है। क्या संवैधानिक शक्तियों के प्रयोग में राष्ट्रपति और राज्यपाल के आदेशों को संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत किसी तरह प्रस्स्थापित (सब्टीट्यूट) किया जा सकता है।
क्या राज्य विधान मंडल द्वारा बनाया गया कानून संविधान के अनुच्छेद 200 के तहत राज्यपाल की सहमति के बिना लागू कानून है।
क्या संविधान के अनुच्छेद 145 (3) के प्रविधान को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट की किसी भी पीठ के लिए यह जरूरी नहीं है कि वह पहले यह तय करे कि उसके समक्ष विचाराधीन मुद्दे में संविधान की व्याख्या का महत्वपूर्ण प्रश्न शामिल है और उसे विचार के लिए कम से कम पांच न्यायाधीशों की पीठ को भेजा जाना चाहिए।
क्या सुप्रीम कोर्ट को संविधान के अनुच्छेद 142 में प्राप्त शक्तियां प्रक्रियात्मक कानून के मामलों तक सीमित हैं या 142 की शक्तियां संविधान या लागू कानून के मौजूदा प्रविधानों से असंगत या विपरीत आदेश पारित करने तक विस्तारित हैं।
क्या सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के बीच विवादों को हल करने के लिए अनुच्छेद 131 के तहत मुकदमे के अलावा किसी अन्य अधिकार क्षेत्र में विचार नहीं कर सकता। यानी क्या सुप्रीम कोर्ट को केंद्र और राज्य के विवादों को सिर्फ 131 के तहत दाखिल मुकदमे में ही सुनवाई का अधिकार है।
पांच जजों की बेंच करेगी सुनवाई
तय व्यवस्था के मुताबिक राष्ट्रपति ने सुप्रीम कोर्ट को जो रेफरेंस भेजा है और राय मांगी है उस पर सुप्रीम कोर्ट की पांच न्यायाधीशों की पीठ सुनवाई करेगी और अपनी राय देगी।
विजय शाह के खिलाफ एफआईआर पर सुप्रीम कोर्ट ने नहीं लगाई रोक, न्यायालय ने दी सलाह: 'बोलने से पहले विचार करें'
15 May, 2025 01:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मंत्री कुंवर विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ की गई विवादित टिप्पणी के मामले में सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगा। हालांकि, कोर्ट ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री कुंवर विजय शाह ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के एफआईआर वाले आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। उन्होंने अपनी याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने विजय शाह की याचिका को शुक्रवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि मेरे बयान को गलत समझा गया, जबकि मैंने इसके लिए माफी मांग ली है। मीडिया ने ओवरहाइप कर दिया है। विजय शाह के वकील ने कहा कि हाई कोर्ट ने ऑर्डर पास करने से पहले हमें नहीं सुना। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप एक मंत्री हैं, ऐसे संवेदनशील समय में एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को सोच-समझकर बोलना चाहिए। बता दें कि कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए विवादित बयान को लेकर मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने विजय शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था, जिसके बाद मंत्री शाह पर एफआईआर दर्ज की गई। उन्होंने इस मामले को लेकर ही सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए त्वरित सुनवाई की गुहार लगाई है।
सोमवार को इंदौर जिले के एक ग्रामीण क्षेत्र में सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मंत्री विजय शाह ने कुरैशी का नाम लिए बिना विवादित बयान दिया था। शाह ने कर्नल कुरैशी की ओर स्पष्ट इशारा करते हुए कहा था, “जिन लोगों ने हमारी बेटियों को विधवा बनाया, हमने उन्हें सबक सिखाने के लिए उनकी अपनी बहन को भेजा।” बयान सामने आने के बाद मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कहा था कि हर हाल में इस मामले पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री कुंवर विजय शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक मिनट 13 सेकंड का वीडियो जारी कर कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ अपनी विवादित टिप्पणी के लिए माफी मांगी।
फैक्ट्री में सीवेज टैंक ब्लास्ट से मची तबाही, मकानों को भी नुकसान
15 May, 2025 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तमिलनाडु: तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले के मुधुनगर के पास स्थित कुडीकाडु इलाके में एक दुखद घटना सामने आई है. कल देर रात एक फैक्ट्री के सीवेज टैंक में हुए भीषण विस्फोट में कम से कम 20 लोग घायल हो गए. पुलिस के अनुसार, घायलों को तत्काल इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
आसपास के आवासीय क्षेत्रों को भी नुकसान
यह विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इसने न केवल फैक्ट्री परिसर को भारी नुकसान पहुंचाया, बल्कि आसपास के आवासीय क्षेत्रों को भी अपनी चपेट में ले लिया. अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के कारण टैंक से जहरीला पानी लीक हो गया, जिससे आसपास के घरों में पानी भर गया और गांव की संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा. इस घटना ने निस्संदेह इलाके में रहने वाले लोगों के जीवन पर गंभीर प्रभाव डाला है.
स्थानीय निवासियों में दहशत
इस घटना के बाद स्थानीय निवासियों में डर और दहशत का माहौल है. धमाके की आवाज और उसके बाद हुई क्षति ने लोगों को भयभीत कर दिया है. आपातकालीन सेवाओं ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और रात भर बचाव अभियान चलाया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी घायल लोगों को सहायता मिले और प्रभावित क्षेत्रों को सुरक्षित किया जा सके.
जांच जारी, सुरक्षा पर सवाल
स्थानीय अधिकारी वर्तमान में नुकसान की सीमा का आकलन कर रहे हैं और स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं. इस घटना ने फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. स्थानीय निवासियों ने न केवल अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है, बल्कि पर्यावरण पर भी इसके गंभीर प्रभाव को लेकर चिंतित हैं.
विस्फोट का सही कारण अभी भी जांच के दायरे में है. अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है और फैक्ट्री प्रबंधन से जवाब मांगा गया है. इस घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है..
भारतीय वेबसाइटों पर साइबर हमला विफल, साइबर वॉर में भारत सतर्क
15 May, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान से चार दिनों तक चले सैन्य टकराव के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी ड्रोनों के झुंडों को नाकाम किया और साइबर योद्धाओं ने डिजिटल घुसपैठ का सफलतापूर्वक मुकाबला किया।
भारतीय वेबसाइटें साइबर हमलों का शिकार बनीं
सात मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी शिविरों को नष्ट करने से पहले कई भारतीय वेबसाइटें साइबर हमलों का शिकार बनीं। पहलगाम हमले के बाद जालंधर स्थित आर्मी नर्सिंग कॉलेज की वेबसाइट को हैक किया गया।
भारतीय सशस्त्र बलों के खिलाफ गलत अभियान चलाया गया
हाल ही में, चार आर्मी पब्लिक स्कूलों को भी हैकर्स ने निशाना बनाया। इसके साथ ही भारत और भारतीय सशस्त्र बलों के खिलाफ इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर गलत सूचनाओं का अभियान चलाया गया।
भारतीय वायुसेना के एयर आपरेशंस के महानिदेशक, एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि आठ मई को कई पाकिस्तानी ड्रोन ने भारतीय ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया लेकिन सभी हमलों को नाकाम कर दिया गया।
साइबर विशेषज्ञों ने अफवाहों का खंडन किया
भारत ने सात मई की रात को बराक-8 मिसाइल और एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम का उपयोग किया। साइबर विशेषज्ञों ने अफवाहों का खंडन किया और पाकिस्तान के दावों की तथ्य-जांच की। सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो ने भी कई झूठे दावों का खंडन किया।
स्वदेशी तकनीक ने दुश्मन को हराया
इस ऑपरेशन में भारत की तीनों सेनाओं ने एक साथ मिलकर दुश्मन को धूल चटाई है। लंबी दूरी के ड्रोन से लेकर लक्ष्य भेदी हथियारों तक भारत के आधुनिक और स्वदेशी तकनीक के इस्तेमाल से हमले काफी प्रभावी रहे। चीन द्वारा पाकिस्तान को दी गई एअर डिफेंस सिस्टम को जाम कर 23 मिनट में मिशन पूरा कर लिया गया।
पाकिस्तान भारत के एअर डिफेंस को नहीं भेद पाया
चीन में बनी पीएल 15 मिसाइलें, तुर्किए की यीहा, लंबी रेंज के रॉकेट, क्वाडकॉप्टर और कॉमर्शियल ड्रोन को एअरफोर्स ने ध्वस्त तो किया ही, उनके सबूत पेश कर आतंकियों के मददगारों को आईना भी दिखाया। अपने आकाओं से हथियार लेकर भी पाकिस्तान भारत के एअर डिफेंस को नहीं भेद पाया।
संयुक्त राष्ट्र में भारत ने उठाई आवाज, TRF को घोषित करें वैश्विक आतंकी संगठन
15 May, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत ने पहलगाम हमले को अंजाम देने में कथित संलिप्तता के लिए लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटे द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) को संयुक्त राष्ट्र द्वारा सूचीबद्ध आतंकी संगठन के रूप में नामित करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, एक भारतीय तकनीकी टीम न्यूयार्क में है और 1267 प्रतिबंध समिति की निगरानी टीम एवं संयुक्त राष्ट्र में अन्य भागीदार देशों के साथ बातचीत कर रही है।
टीआरएफ के बारे में यूएनएससी को दी जानकारी
भारतीय अधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 प्रतिबंध समिति की निगरानी टीम को पहलगाम आतंकी हमले के पीछे के समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) 1267 प्रतिबंध समिति, संयुक्त राष्ट्र की एक सहायक संस्था है जिसका गठन 1999 में किया गया था। यह समिति आतंकवाद, विशेष रूप से आइएसआइएल (इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड द लेवेंट) और अल-कायदा से जुड़े आतंकवाद के विरुद्ध प्रतिबंधों को लागू करने और निगरानी के लिए जिम्मेदार है।
टीआरएफ से जुड़ी सामग्री भी जी जाएगी
सूत्रों ने बताया कि यह टीम संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद निरोधक कार्यालय और आतंकवाद निरोधक समिति कार्यकारी निदेशालय के साथ भी बैठक करेगी। ऐसा माना जा रहा है कि यह टीम हमले में टीआरएफ की कथित संलिप्तता पर संयुक्त राष्ट्र की संबंधित समितियों को कुछ सामग्री भी उपलब्ध कराएगी।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन टीआरएफ ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नृशंस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसमें 26 नागरिक मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए सैकड़ों आतंकी
हमले के बाद भारत ने आतंकवादियों और उनके समर्थकों पर कार्रवाई करने का संकल्प लिया था। सात मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया गया जिसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ जगहों पर आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया।
भारतीय सेना का करारा जवाब, पाकिस्तान में मिले चीनी और तुर्की हथियार
15 May, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की रक्षा शक्ति और तकनीकी कौशल में जबरदस्त वृद्धि को दर्शाया है, क्योंकि सेना ने सीमा पार किए बिना पाकिस्तान में सटीक हमले किए और आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। सभी हमले भारतीय हथियारों और प्रणालियों को कोई नुकसान पहुंचाए बिना किए गए।
दुश्मन की तकनीकों को नष्ट करने के मिले सबूत
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस अभियान में भारतीय प्रणालियों द्वारा दुश्मन की तकनीकों को नष्ट करने के ठोस सबूत भी मिले हैं, जिनमें चीनी मूल की पीएल-15 मिसाइल और तुर्की के 'यीहा' नामक यूएवी के टुकड़े शामिल हैं। 'ऑपरेशन सिंदूर' सैन्य अभियानों में तकनीकी आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक मील का पत्थर है।
पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर में आतंकी शिविरों पर 7 मई को किए गए हवाई हमलों का हवाला देते हुए मंत्रालय ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने चीन से प्राप्त पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियों को अवरुद्ध कर दिया था और मात्र 23 मिनट में ऑपरेशन पूरा कर लिया था, जो भारत की तकनीकी क्षमता में जबरदस्त वृद्धि को दर्शाता है।
भारत का स्वदेशी वायु रक्षा बेहतर हुए साबित
मंत्रालय ने कहा, "लंबी दूरी के रॉकेट, क्वाडकॉप्टर और वाणिज्यिक ड्रोन बरामद किए गए। इनकी पहचान से पता चला है कि पाकिस्तान ने विदेशों से हासिल किए गए उन्नत हथियारों का फायदा उठाने की कोशिश की, लेकिन भारत का स्वदेशी वायु रक्षा और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध नेटवर्क बेहतर साबित हुआ।"
इसमें कहा गया है कि थलसेना, नौसेना और वायुसेना की विभिन्न प्रणालियों से युक्त भारत की वायु रक्षा प्रणालियों ने असाधारण तालमेल के साथ काम किया और एक अभेद्य दीवार का निर्माण किया, जिसने पाकिस्तान की अधिकांश जवाबी कार्रवाइयों को विफल कर दिया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चाहे ड्रोन युद्ध हो या समतल वायु रक्षा या इलेक्ट्रॉनिक युद्ध, 'ऑपरेशन सिंदूर' सैन्य अभियानों में तकनीकी आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में भारत की यात्रा में एक मील का पत्थर है।
पाकिस्तानी एयरबेस पर निशाना सटिक
भारत ने महत्वपूर्ण पाकिस्तानी एयरबेस 'नूर खान और रहीमयार खान' को सटीकता से निशाना बनाया। 'आत्मघाती ड्रोन' सहित अन्य अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल विनाशकारी प्रभाव के लिए किया गया, जिनमें से प्रत्येक ने दुश्मन के रडार और मिसाइल प्रणालियों सहित महत्वपूर्ण लक्ष्यों को चुनिंदा रूप से नष्ट कर दिया।
मंत्रालय ने कहा कि दुश्मन का मुकाबला करने के लिए मानव रहित हवाई प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण और वायु रक्षा हथियारों के साथ-साथ कंधे से दागे जाने वाले हथियारों को तैनात किया गया था। बहुस्तरीय रक्षा प्रणाली ने 9-10 मई की रात को भारतीय एयरबेस और रसद प्रतिष्ठानों पर पाकिस्तानी वायु सेना के हमलों को विफल कर दिया।
भारतीय सेना ने रखा ये ख्याल
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इन प्रणालियों ने यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई कि दुश्मन के जवाबी हमलों के दौरान पूरे भारत में नागरिक और सैन्य बुनियादी ढांचे को कोई बड़ा नुकसान न पहुंचे। सभी हमले भारतीय हथियारों और प्रणालियों को कोई नुकसान पहुंचाए बिना किए गए, जो देश की प्रभावशीलता को रेखांकित करता है।
भारत-म्यांमार सीमा पर मुठभेड़, असम राइफल्स ने चलाया सफल अभियान
15 May, 2025 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंफाल। मणिपुर के चंदेल जिले में असम राइफल्स की एक इकाई के साथ बुधवार को हुई मुठभेड़ में कम से कम 10 उग्रवादी मारे गए। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अभियान अभी भी जारी है।
असम राइफल्स इकाई ने कल अभियान शुरू किया था
सेना की पूर्वी कमान ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भारत-म्यांमार सीमा के पास चंदेल जिले के खेंगजॉय तहसील के न्यू समतल गांव के पास सशस्त्र कैडरों की आवाजाही की विशेष खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए, स्पीयर कोर के तहत असम राइफल्स इकाई ने 14 मई को एक अभियान शुरू किया।
संदिग्ध कैडरों द्वारा सैनिकों पर गोलीबारी की गई
अभियान के दौरान, संदिग्ध कैडरों द्वारा सैनिकों पर गोलीबारी की गई, जिस पर उन्होंने तुरंत प्रतिक्रिया दी, फिर से तैनात हुए और एक संतुलित और मापा तरीके से जवाबी कार्रवाई की। इसके बाद हुई गोलीबारी में, 10 संदिग्धों को मार गिराया गया और बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया।
केरल, कर्नाटक, आंध्र और महाराष्ट्र में तेज़ बारिश का अनुमान
15 May, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देशभर में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। कई राज्यों में बारिश के बाद आज फिर तेज धूप निकल गई है। दिल्ली NCR समेत कई राज्यों में आज सुबह से ही धूल भरी आंधी चल रही है। वहीं बताया जा रहा है आने वाले दिनों में दिल्ली में तापमान 42 डिग्री तक पहुंच सकता है।
मौसम रोजाना करवट ले रहा है, मौसम विभाग का अनुमान है कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र के कई इलाकों में अगले 4 दिन तक गरज चमक के साथ बारिश भी हो सकती है।
यूपी में कैसा रहेगा मौसम?
साथ ही बात करें यूपी के मौसम की तो यूपी में तेज धूप और गर्म हवाओं के चलते अधिकतम तापमान में निरंतर बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। लू यानी 15 मई तक देश के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों में भी फैल सकती है। वहीं 16 से 20 मई तक यूपी में बारिश का अनुमान है।
उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में तेज धूप निकलने के कारण उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया है। हालांकि, पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश का क्रम जारी है। पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। चमोली, रुद्रप्रयाग सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश होने से गर्मी से राहत मिली है, जबकि मैदानी जिले तप रहे हैं।
बिहार में लगातार बदल रहा मौसम का मिजाज
वहीं बात करें बिहार के मौसम की तो बिहार में कई जगहों पर भीषण गर्मी पड़ रही है, तो कुछ जगहों पर बारिश हो रही है। बिहार के 33 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में तेज हवा और बिजली गिरने की संभवना है।
राजस्थान के कई जगहों में लू का अलर्ट
साथ ही राजस्थान के कई इलाकों में भीषण गर्मी का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी दिनों में जोधपुर, बीकानेर संभाग के सीमावर्ती क्षेत्रों में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही धूल भरी हवाएं चलने की संभावना है।
राजस्थान के कई जिले में 15 से 17 मई तक पारा 44-45 डिग्री सेल्सियस और कहीं- कहीं पर लू का नया दौर शुरू होने की संभावना है।
संगरूर में 42 डिग्री पहुंचा तापमान,पंजाब में हीटवेव का अलर्ट जारी; कब मिलेगी राहत?
इन जगहों पर होगी बारिश
वहीं अगले 3-5 दिनों के दौरान आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र केरल और तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है।