देश
वसूली करने वाले 350 उग्रवादी दबोचे गए, सुरक्षाबलों का सख्त रुख
19 May, 2025 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मणिपुर में सुरक्षाबलों ने अब तक जबरन वसूली करने वाले 350 से अधिक उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। यह अभियान फरवरी के मध्य से चला था। ये वैवाहिक विवादों के समाधान तथा सरकारी टेंडर में हिस्सा मांगते थे।
प्रशासन द्वारा आम जनता को निर्देश जारी किया गया है कि वे किसी भी जबरन वसूली के प्रयास की सूचना पुलिस को दें। अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रपति शासन के बाद सुरक्षाबलों के दबाव का सामना कर रहे उग्रवादियों को फंडिंग नहीं हो रही है। इससे वे काफी परेशान हैं।
उग्रवादी सुलझाते हैं वैवाहिक विवाद
अधिकतर उग्रवादियों को इंफाल पूर्वी क्षेत्र से तथा इसके बाद इंफाल पश्चिमी क्षेत्र से पकड़ा गया है। अधिकारियों ने कहा कि वे व्यक्तिगत झगड़े, पारिवारिक झगड़े और यहां तक कि वैवाहिक विवाद भी सुलझाते हैं। हाल ही में मणिपुर पुलिस ने इंफाल पूर्वी से टाइगर नामक एक व्यक्ति को उस समय हिरासत में लिया, जब वह एक वैवाहिक विवाद को सुलझाने के काम में लगा था।
पुलिस ने बरामद किए लाखों रुपये और मोबाइल
बाद में उसकी पहचान प्रतिबंधित यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) से जुड़े लैशराम रमेश सिंह के रूप में हुई। उसने धमकियां देकर इंफाल और इसके आसपास के इलाकों में स्थित सरकारी अधिकारियों से जबरन वसूली की गतिविधियों में शामिल होने की बात कुबूल की है। उसके पास से दो मोबाइल और 21,50,000 रुपये की जबरन वसूली की रकम बरामद की गई।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य में जबरन वसूली मुख्य रूप से प्रतिबंधित यूएनएलएफ, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए), कांगलेई यावोल कानबा लुप (केवाईकेएल) और पीपुल्स रिवाल्यूशनरी पार्टी आफ कांगलेईपाक (पीआरईपीएके) के लोगों द्वारा की जा रही है। वर्तमान में यूएनएलएफ के सदस्यों की संख्या 530 है। इसके बाद पीएलए के 450 तथा केवाईकेएल के 25 सदस्य हैं। यूएनएलएफ अतीत में बड़े पैमाने पर जबरन वसूली में शामिल रहा है।
खुफिया जानकारी पर आधारित था 'ऑपरेशन सिंदूर', राष्ट्रीय सुरक्षा की बड़ी जीत
19 May, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा प्रणाली ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आपसी समन्वय की शक्ति और रणनीतिक दूरदृष्टि का प्रदर्शन किया है। इस ऑपरेशन में तीनों सेनाओं की संतुलित प्रतिक्रिया प्रदर्शित हुई, जिसमें सटीकता, पेशेवर अंदाज और उद्देश्य की झलक मिली।
ऑपरेशन सिंदूर पर प्रकाश डालते हुए रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पहलगाम हमले के जवाब में भारत की कार्रवाई 'सावधानीपूर्वक तैयार योजना और खुफिया जानकारी पर आधारित दृष्टिकोण' पर केंद्रित थी, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि ऑपरेशन न्यूनतम क्षति के साथ संचालित किया गया।
प्रभावी ढंग से निष्प्रभावी हुए हमले
इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने प्रमुख भारतीय वायु सैनिक अड्डों और साजो-सामान संबंधी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर हमले शुरू किए। मंत्रालय ने कहा कि हालांकि इन कोशिशों को भारत की व्यापक और बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली द्वारा प्रभावी ढंग से निष्प्रभावी कर दिया गया।
इस सफलता का मुख्य कारण एकीकृत कमान और नियंत्रण रणनीति (आईसीसीएस) थी, जिसने विभिन्न क्षेत्रों में वास्तविक समय में खतरे की पहचान, आकलन और रोकथाम को संभव बनाया। मंत्रालय ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के प्रत्येक क्षेत्र में सेनाओं के बीच प्रभावशाली तालमेल था और सरकार, एजेंसियों और विभागों द्वारा पूर्ण सहयोग दिया गया। यह आपरेशन भूमि, वायु और समुद्र में किया गया।
यह भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के बीच तालमेल का एक निर्बाध प्रदर्शन था। वायु सेना ने पाकिस्तान में आतंकवादी बुनियादी ढांचे के खिलाफ सटीक हमले करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वायु सेना ने नूर खान एयर बेस और रहीमयार खान एयर बेस जैसे लक्ष्यों पर उच्च प्रभाव वाले हवाई अभियान चलाए। वायु सेना का मजबूत वायु रक्षा तंत्र सीमा पार से ड्रोन और यूएवी हमलों के जवाब में भारतीय हवाई क्षेत्र की रक्षा करने में महत्वपूर्ण साबित हुआ।
गुलजार हाउस बना गैस चैंबर, शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने ली 17 जानें
19 May, 2025 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैदराबाद में रविवार सुबह एक गुलजार हाउस नामक इमारत भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग ने भयानक रूप ले लिया। इस घटना में 17 लोगों की जान चली गई है। मृतकों में 8 बच्चे भी शामिल हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, शॉर्ट सर्किट के कारण इस इमारत में आग लगी।
दरअसल, ये हादसा ऐसे समय पर हुआ जब इस बिल्डिंग में एक समारोह चल रहा था, जिसमें स्कूल और कॉलेज के बच्चे भी उपस्थित थे। गर्मियों की छुट्टियों के कारण लोग यहां पर एकत्र हुए थे। जैसे ही इस इमारत में आग लगी किसी को भी बचने का मौका नहीं मिला। बताया जा रहा है कि इस इमारत में केवल एक ही प्रवेश का रास्ता था, इस कारण इस भयावह स्थिति में वह निकलने के लिए नकाफी साबित हुआ।
हादसे में कैसे चली गई इतने लोगों की जान?
बताया जा रहा है कि रविवार तड़के सुबह इस इमारत में आग लग गई। आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, इमारत में एक ही प्रवेश द्वार होने के कारण इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है। यही वजह है कि समय से आग्निशमन के कर्मचारी इमारत के भीतर नहीं दाखिल हो सके।
पुलिस के अनुसार, जब अग्निशमन के अधिकारी इस इमारत में पहुंचे तो उस वक्त तक कई लोग बेहोश हो चुके थे। बताया जा रहा है कि जहां पर ये आग लगी थी वहां पर केवल एक संकरा रास्ता था।
वोल्टेज के उतार चढ़ाव के कारण लगी आग?
कुछ स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि आग बुझाने के दौरान दमकल की गाड़ियों में पानी भी खत्म हो गया। हालांकि, इस बात का एक अधिकारी ने खंडन किया है। अधिकारी ने बताया कि हर दमकल की गाड़ी में 4500 लीटर के करीब पानी होता है।
दुकानदारों का कहना है कि आग लगने की मुख्य वजह वोल्टेज का उतार चढ़ाव है। गुलजार हाउस के ग्राउंड फ्लोर पर कई दुकानें हैं। एक दुकानदार ने बताया कि इससे पहले भी आग लगने की तीन घटनाएं हो चुकी हैं।
IMD का ताजा अपडेट: कई राज्यों में धूल भरी आंधी के साथ बारिश की संभावना
19 May, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केरल के तटीय हिस्से में मानसून की दस्तक से पहले पूरे देश का मौसम फिर से करवट लेने जा रहा है। दक्षिण में अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से नमीयुक्त हवाएं उत्तर की ओर तेजी से बढ़ रही हैं।
इसके असर से अगले एक से दो दिनों में उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी बारिश का नया दौर शुरू होगा। जिन स्थानों में बारिश नहीं होगी वहां के अधिकतम तापमान में तीन-चार डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है। अभी दक्षिण के राज्यों में जमकर बारिश हो रही है। उत्तर-पूर्वी राज्यों में प्री-मानसून का दौर जारी है।
कई राज्यों में प्री-मानसून ने दी दस्तक
मानसून से पहले देश के कई राज्य भीषण गर्मी की चपेट में है। हालांकि हरियाणा, पंजाब एवं जम्मू-कश्मीर में प्री-मानसून बारिश ने राहत दी है, जबकि उत्तर भारत में राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, तेलंगाना, झारखंड एवं गुजरात के कई जिलों में अधिकतम तापमान 42 से 45 डिग्री के बीच है। दिल्ली का हाल भी ऐसा ही है।
इन राज्यों में धूल भरी आंधी चलने का अनुमान
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने कई जिलों में लू की चेतावनी जारी की है। साथ ही राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में रविवार की शाम धूल भरी आंधी देखी गई है। हवा की दिशा के हिसाब से माना जा रहा है कि यह पूर्व की ओर बढ़ रही है, जो दिल्ली तक भी पहुंच सकती है। आईएमडी का अनुमान है कि अगले एक-दो दिनों के दौरान दिल्ली, पंजाब, हरियाणा एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी के साथ जहां-तहां बारिश की स्थितियां बन रही हैं।
सोमवार से उत्तर भारत में मौसम बदलने का भी अनुमान है। उत्तर की तुलना में दक्षिण एवं पूर्वोत्तर भारत के लोग राहत में हैं। असम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, सिक्किम एवं बंगाल में पिछले कुछ दिनों से बारिश का दौर जारी है।
इस बार समय से पहले दस्तक देगा मानसून
मौसम विज्ञानियों का मानना है कि मौसम की इस स्थिति के सहारे मानसून के तेजी से आगे बढ़ने में मदद मिल सकती है। आईएमडी ने केरल के तटीय हिस्से में 27 मई तक मानसून के आगमन का पूर्वानुमान जताया है। अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी में मौसम की हलचल को देखते हुए माना जा रहा है कि मानसून अनुमानित समय पर भारतीय महाद्वीप में प्रवेश करेगा।
पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान गई थी जासूस ज्योति, 'जट रंधावा' कनेक्शन से खुला बड़ा राज
18 May, 2025 04:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जासूसी के आरोप में पकड़ी गई हरियाणा के हिसार की ज्योति मल्होत्रा को लेकर अब तरह तरह के खुलासे हो रहे हैं। कोर्ट ने शनिवार को ही उसे पांच दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा और माना जा रहा था कि पूछताछ में कई तरह के खुलासे होंगे। इस कड़ी में अब एक नई बात सामने आ रही है। एसपी हिसार शशांक कुमार सावन ने बताया कि पाकिस्तान उसे एक एसेट की तरह विकसित कर रहा था। इसके अलावा ज्योति प्रायोजित यात्राओं पर पाकिस्तान जाती थी। वह पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान में थी। पूछताछ में पता चला है कि उसके साथ कुछ और लोग भी शामिल थे, जिसके बारे में पता किया जा रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद संदिग्धों की सूची में थी ज्योति
तीन बार पाकिस्तान जा चुकी ज्योति को पहलगाम आतंकी घटना और ऑपरेशन सिंदूर के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी आईबी ने संदिग्धों की सूची में शामिल किया था। देश की खुफिया सूचनाएं साझा करने का इनपुट मिलने के बाद से ज्योति के मोबाइल फोन और सोशल मीडिया अकाउंट ट्रैस किए जा रहे थे।
दानिश के कहने पर पाकिस्तान में मिली सुविधा
हिसार के डीएसपी कमलजीत ने बताया कि न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन कॉलोनी निवासी ज्योति ट्रैवल विद जो नाम से यू-ट्यूब चैनल चलाती है। जांच में पता चला है कि वह 2023 में वीजा लगवाने के लिए पाकिस्तान हाई कमीशन गई थी। वहां उसकी मुलाकात एहसान उर रहीम उर्फ दानिश से हुई। इसके बाद उसने दानिश से फोन पर संपर्क शुरू कर दिया और तीन बार पाकिस्तान की यात्रा की। पाकिस्तान में दानिश के कहने पर उसके जानकार अली अहवान से मिली। अली अहवान ने ज्योति के ठहरने व घूमने का प्रबंध करने के साथ उसकी मुलाकात पाकिस्तानी इंटेलीजेंस के अधिकारियों से कराई। ज्योति ने पुलिस को बताया कि दानिश के कहने पर वह पाकिस्तानी इंटेलीजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) के शाकिर उर्फ राणा शाहबाज से मिली और उसका मोबाइल नंबर भी लिया।
जट रंधावा के नाम से सेव किया शाकिर का नंबर
डीएसपी ने बताया कि किसी को पता नहीं चले इसलिए ज्योति ने शाकिर का फोन नंबर अपने मोबाइल में जट रंधावा नाम से सेव किया। भारत आने के बाद वह शाकिर सहित अन्य से व्हाटसएप, स्नैप चैट, टेलीग्राम के माध्यम से संपर्क में रहने लगी और देश विरोधी सूचनाएं उन तक पहुंचाने लगी। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने दानिश को जासूसी के आरोप में वांछित घोषित कर रखा है।
सोशल मीडिया एकाउंट पर रखी नजर
आईबी से इनपुट मिलने के बाद हिसार पुलिस ने ज्योति के सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर रखनी शुरू कर दी। उसके वीडियो, फोन कॉल भी खंगाले गए। शुक्रवार रात करीब दो बजे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार ज्योति ने भारतीय सैन्य ठिकानों से संबंधित संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेजी। पाकिस्तानी एजेंसियों ने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि दिखाने के लिए सक्रिय रूप से ज्योति का इस्तेमाल किया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ज्योति के पीआईओ के एक व्यक्ति के साथ नजदीकी संबंध हैं। ज्योति ने पाकिस्तान के अलावा इंडोनेशिया के बाली की भी यात्रा कर चुकी है।
पिता बोले- बेटी बेकसूर
ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा ने कहा कि उनकी बेटी बेकसूर है। वह पाकिस्तान गई थी, लेकिन उसने कोई गलत काम नहीं किया। वह पाकिस्तान सरकार से वीजा लेकर गई थी। उनकी बेटी को फंसाया जा रहा है। उनके घर कभी कोई पाकिस्तानी नहीं आया। न ही कभी किसी पाकिस्तानी ने फोन किया।
अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर की दिल्ली में गिरफ़्तारी, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर दी थी आलोचना
18 May, 2025 02:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Ashoka University professor arrested: अशोका यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को रविवार को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ी एक प्रेस कांफ्रेंस पर एक विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद हरियाणा महिला आयोग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा था।
सोनीपत के सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) अजीत सिंह ने बताया कि महमूदाबाद को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने अभी तक उन पर लगे आरोपों की पूरी जानकारी नहीं दी है, लेकिन खबरों के मुताबिक, भाजपा के एक नेता की शिकायत पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
12 मई को महिला आयोग ने महमूदाबाद की सोशल मीडिया पोस्ट का खुद संज्ञान लेते हुए उन्हें नोटिस भेजा था। इस पोस्ट में उन्होंने कहा था कि महिला अधिकारियों कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की प्रेस कांफ्रेंस की प्रस्तुति तो अच्छी है, लेकिन अगर यह हकीकत में नहीं बदली, तो यह ‘पाखंड’ (दिखावा) रहेगा। आयोग ने इस टिप्पणी को देश की सेना को बदनाम करने की कोशिश बताया।
14 मई को मीडिया से बात करते हुए महमूदाबाद ने कहा कि उनके बयान को गलत समझा गया है। उन्होंने दावा किया कि महिला आयोग को इस मामले में कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि समन में यह नहीं बताया गया कि उनकी पोस्ट महिलाओं के अधिकारों या कानून के खिलाफ कैसे है। उन्होंने साफ किया कि उन्होंने पोस्ट में महिला अधिकारियों की तारीफ़ की थी कि प्रेस कांफ्रेंस के लिए उन्हें चुना गया, जो देश की विविधता और एकता को दिखाता है।
महमूदाबाद ने महिला आयोग की कार्रवाई को “नई तरह की सेंसरशिप (बोलने की आज़ादी पर रोक) और उत्पीड़न” कहा। उन्होंने कहा कि उन्हें कानून पर भरोसा है और उम्मीद है कि उनके अधिकारों की रक्षा होगी।
इस मामले को लेकर देशभर के कई शिक्षाविदों और नागरिकों ने महिला आयोग के खिलाफ पत्र लिखने का अभियान शुरू किया है। वे चाहते हैं कि आयोग महमूदाबाद को भेजा गया समन वापस ले और उनसे माफी मांगे। अब तक 1,200 से ज़्यादा लोगों जिनमें प्रोफेसर, छात्र, पत्रकार, कलाकार और राजनीतिक दलों के सदस्य शामिल हैं ने इस अभियान का समर्थन किया है।
अशोका यूनिवर्सिटी ने भी एक बयान जारी कर कहा है कि प्रोफेसर महमूदाबाद की सोशल मीडिया पोस्ट उनकी निजी राय है, और यूनिवर्सिटी का उससे कोई संबंध नहीं है।
हैदराबाद में चारमीनार के पास गुलजार हाउस में भीषण आग, 17 की मौत
18 May, 2025 01:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Hyderabad Fire Incident: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया। हैदराबाद में ऐतिहासिक चारमीनार इलाके में एक बिल्डिंग में भीषण आग लग गई। इस घटना में अब तक 17 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए। आग लगने की सूचना मिलते ही 11 दमकल गाड़ियां पहुंच पहुंची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुलजार हाउस घटना पर दुख जताया और अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है।
तीनी मंजिला इमारत के भूतल पर लगी थी भीषण आग
एक वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी ने मीडिया को बताया कि करीब नौ लोग झुलस गए और बाकी की मौत दम घुटने से हुई। चारमीनार के पास एक आभूषण की दुकान में आग लग गई। अग्निशमन अधिकारियों के अनुसार, आग तीन मंजिला इमारत के भूतल पर लगी, जिसमें आभूषण की दुकान थी।
पीएम मोदी ने घटना पर दुख जताया
इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया। पीएम मोदी ने कहा है कि आग में लोगों की मौत से वह बहुत दुखी हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया गया है।
इस घटना से बेहद स्तब्ध और दुखी हूं- टी रामा राव
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत राष्ट्र समिति के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव ने लिखा, बेहद स्तब्ध और दुखी हूं!! पुराने शहर में गुलजार हाउस में आग लगने की घटना के बारे में जो विवरण सामने आ रहे हैं, वे बहुत दुखद हैं। इस त्रासदी के पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। उम्मीद और प्रार्थना करता हूं कि इस आग पर जल्द ही काबू पा लिया जाएगा।
मृतकों के नाम
पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान हो गई है।
—राजेंद्र कुमार (67)
—अभिषेक मोदी (30)
—सुमित्रा (65)
—मुन्नीबाई (72)
—आरुषि जैन (17)
—शीतल जैन (37)
—इराज (2)
—अरशदी गुप्ता (7)
—रजनी अग्रवाल
—आन्या मोदी
—पंकज मोदी
—वर्षा मोदी
—इद्दिकी मोदी
—ऋषभ
—प्रथम अग्रवाल
—प्रांशु अगरवा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने दावा किया कि आग लगने की घटनाओं में इसलिए वृद्धि हुई क्योंकि दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर देर से पहुंचीं। हालांकि, वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारियों के अनुसार, घटना की सूचना मिलने के 15 मिनट के भीतर ही दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंच गई थीं।
भारत की जासूसी में जुटा चीन, अपने अनुसंधान जहाज को बना रहा ढाल
18 May, 2025 12:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैदराबाद । भारत-पाकिस्तान टेंशन के बीच एक तथाकथित चीनी अनुसंधान जहाज भारतीय सीमा की ओर बढ़ रहा है। इस बीच चीन के तथाकथित अनुसंधान जहाज के भारत की ओर बढ़ना इस्लामाबाद और बीजिंग के बीच के गठजोड़ की कहानी से जुड़ा है।
इस चीनी जहाज को लेकर विशेषज्ञ डेमियन साइमन ने लिखा है कि चीन का एक तथाकथित अनुसंधान जहाज, दा यांग यी हाओ भारत की सीमा की ओर बढ़ रहा है। उधर भारतीय एजेंसियां भी जहाज को लेकर सक्रिय हैं, और मूवमेंट पर नजर रख रही हैं।
दा यांग यी हाओ उन कई जहाजों में शामिल है, जिन्हें चीन अनुसंधान जहाज कहता है, लेकिन भारत और अन्य देश उन्हें जासूसी जहाज मानते हैं। इन जहाजों में नागरिक और सैन्य अनुप्रयोगों के साथ दोहरे उद्देश्य वाली वैज्ञानिक क्षमताएं हैं। वे समुद्र तल का नक्शा बना सकते हैं। मिसाइलों को ट्रैक कर सकते हैं। पनडुब्बियों की रीडिंग सहित कई चीजों पर नजर रख सकते हैं। वे समुद्र विज्ञान संबंधी वैज्ञानिक अभियानों, जैसे गहरे समुद्र की खोज और समुद्री संसाधन सर्वेक्षण की आड़ में ऐसी गतिविधियां करते हैं।
दरअसल चीन के पास अनुसंधान पोतों का एक विशाल बेड़ा है। साथ ही उसके पास दुनिया का सबसे बड़ा नागरिक अनुसंधान पोत बेड़ा है। ये बेड़ा अक्सर सैन्य उद्देश्यों के लिए सुर्खियों में रहता है। वहीं भारत ने हिंद महासागर में चीनी अनुसंधान को सीमित करने की कोशिश की है। वहीं अमेरिका का मानना है कि कई जहाजों का इस्तेमाल जासूसी के लिए होता है।
बात दें कि चीन अपने तथाकथित चीन समुद्री अनुसंधान पोतों की संख्या में विस्तार कर रहा है। यह 2012 में स्थापित एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण बेड़ा है। अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन के डेटाबेस के मुताबिक, 1990 में या उसके बाद निर्मित 64 पंजीकृत चीनी सर्वेक्षण पोत हैं, जो अमेरिका के 44 और जापान के 23 से अधिक हैं। चीन ने 2019 से श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड और पश्चिमी, दक्षिणी और पूर्वी हिंद महासागर क्षेत्र के करीब जासूसी पोत तैनात किए। जिन्हें वह महासागर अनुसंधान पोत बताता है। इन सबका उद्देश्य क्षेत्र में भारत की संपत्तियों की निगरानी करना और समुद्र तल में खनिजों पर अनुसंधान करना है। 2023 में, चीन ने हिंद महासागर क्षेत्र में 25 शोध और ट्रैकिंग जहाजों को तैनात करने की सूचना दी थी।
सुप्रीम कोर्ट से एमपी ई-टेंडरिंग प्रकरण में ईडी का प्रकरण खारिज: तेलंगाना हाई कोर्ट पहले ही कर चुका है रद्द, गोपाल रेड्डी और एमएस राजू को बड़ी राहत
18 May, 2025 11:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश के ई-टेंडरिंग मामले में तेलंगाना हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की स्पेशल लीव पेटीशन खारिज कर दी है। तेलंगाना हाईकोर्ट ने 8 सितंबर 2023 के अपने फैसले में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव गोपाल रेड्डी और मंटेना ग्रुप के एमएस राजू के खिलाफ ईडी के प्रकरण को रद्द कर दिया था। तेलंगाना हाईकोर्ट ने ही अगस्त 2023 में ई-टेंडरिंग मामले में संबंधित कंपनी मैक्स मंटेना के प्रबंध निदेशक (एमडी) एम.एस. राजू के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के प्रकरण को भी खारिज कर दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने तेलंगाना हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका (स्पेशल लीव पेटीशन) पर 13 मई 2025 को सुनवाई करते हुए यह आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि उन्हें कोई कारण नजर नहीं आता कि तेलंगाना हाईकोर्ट के निर्णय (सीआरएलपी क्र. 845/2021) में हस्तक्षेप करने की कोई आवश्यकता है। माननीय जस्टिस एमएम सुंदरेश और जस्टिस राजेश बिंदल ने आदेश में कहा कि स्पेशल लीव पिटीशन को निरस्त किया जाता है, अगर कोई आवेदन इस बारे में लंबित भी हो तो उसे भी खत्म किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि अगस्त 2023 में तेलंगाना हाईकोर्ट ने मंटेना ग्रुप के प्रमोटर एम.एस राजू के खिलाफ ईडी के प्रकरण को खारिज कर दिया था और सितंंबर 2023 में गोपाल रेड्डी के खिलाफ ईडी के प्रकरण को भी खारिज कर दिया था। कोर्ट ने एमएस राजू के प्रकरण में अपने अगस्त 2023 के अपने फैसले में कहा था कि जो भी टैंपरिंग के आरोप थे, उन्हें साबित नहीं किया जा सका। कंपनी ने मध्य प्रदेश के सिंचाई विभाग के टेंडरों में 1030 करोड़ के लिए बोली लगाई थी। उस समय उन पर ई-टेंडरिंग में गड़बड़ियों के आरोप लगाए गए थे। पहले ईओडब्ल्यू ने एफआईआर की थी और बाद में ईडी ने प्रकरण दर्ज किया था। अगस्त 2023 के फैसले में तेलंगाना हाईकोर्ट ने स्पष्ट कहा था कि केवल संदेहों को कारण नहीं बनाया जा सकता, कुछ सबूत भी होने चाहिए। निर्णय में साफ लिखा गया था कि ईडी ने यह प्रकरण ईओडब्ल्यू की एफआईआर के आधार पर दर्ज किया था। लेकिन ईओडब्ल्यू ने जिन लोगों को टैंपरिंग का आरोपी बनाया था, उन्हें ट्रायल कोर्ट ने ही सबूत नहीं होने के कारण बरी कर दिया था।
"ओवैसी ने भागवत के बयान को 'बेतुका' बताया, कहा- मुसलमानों को भारत में रहने की अनुमति देने वाले आप कौन?"
18 May, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैदराबाद. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिम (एआईएमआईएम) के नेता और हैदराबाद सीट से सांसद असदुद्दीन ओवैसी अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। भारत-पाक तनाव के बीच उनके बयानों ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। पूरे भारत में उन्होंने एक तरह से अपनी नई छवि पेश की। हालांकि, अब उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के बयानों को लेकर प्रतिक्रिया दी है जिसकी चर्चा जोरों पर है। उन्होंने संघ प्रमुख के मुसलमानों के प्रति दिए बयान को “बेतुका” बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि आरएसएस और मुसलमान समंदर के दो किनारे हैं जो कभी नहीं मिल सकते।
भागवत ने कहा था हिंदुओं और मुसलमानों का ‘डीएनए’ एक
ओवैसी से भागवत की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी कि हिंदुओं और मुसलमानों का ‘डीएनए’ एक है और हर मस्जिद के नीचे शिवलिंग नहीं ढूंढना चाहिए। भागवत ने यह बयान देश की स्वतंत्रता से पहले की, मुगल-काल की या उससे भी पहले की मस्जिदों को लेकर उपजे विवादों को लेकर दिया था। कुछ हिंदुओं का मानना है कि ये मस्जिदें, मंदिरों को नष्ट करके बनाई गई थीं।
हैदराबाद से पांच बार के सांसद और संसद में अपनी पार्टी के एकमात्र प्रतिनिधि ओवैसी ने कहा, ‘क्या ये सभी लोग जो अदालतों में जा रहे हैं और वाद दायर कर रहे हैं (मस्जिदों की उत्पत्ति की जांच की मांग कर रहे हैं) मोहन भागवत के समर्थक नहीं हैं?’
ओवैसी ने यह भी कहा कि आरएसएस भारत की विविधता को नष्ट करना चाहता है। उन्होंने शनिवार (17 मई,2025) को ‘पीटीआई वीडियो’ को दिए साक्षात्कार में कहा, “आप भले ही नजदीकी बताने वाली बातें कर रहे हों, लेकिन ये आपके ही लोग हैं जो यह (मुस्लिम विरोधी) तमाशा कर रहे हैं। अगर आपको लगता है कि वे गलत हैं, तो आप उन्हें क्यों नहीं रोक रहे।”
उनके ही आदेश पर हो रहा सबकुछ- ओवैसी
ओवैसी से जब पूछा गया कि शायद भागवत इन्हीं लोगों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा, ‘खीर का स्वाद खाने पर ही पता चलता है। उन्हें रोकिए। इसका मतलब है कि वे आपकी बात नहीं सुन रहे हैं। क्या आप उन्हें रोकने में असमर्थ हैं? नहीं, ऐसा भी नहीं है। यह आपके नियंत्रण में है। यह आपके आदेश पर हो रहा है। यह आपकी सहमति से हो रहा है।’
भागवत के बयान पर संघ ने पेश की सफाई
उन्होंने कहा कि भागवत की टिप्पणी के तुरंत बाद आरएसएस के एक अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी ने बयान जारी कर कहा कि भागवत ने जो कहा, उसका मतलब वह नहीं था। ओवैसी ने कहा, ‘यह आरएसएस का भ्रम का सिद्धांत है। भागवत के बयान पाखंडपूर्ण हैं। यह सिर्फ बेतुकी बातें हैं, फिजूल की बातें हैं, जिनका उद्देश्य अमेरिका या खाड़ी क्षेत्र के मुस्लिम देशों को संदेश देना है।’
केदारनाथ में एयर एंबुलेंस हेलिकॉप्टर क्रैश, सभी यात्री सुरक्षित
18 May, 2025 08:09 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड के केदारनाथ में शनिवार को एक बड़ा हादसा उस वक्त टल गया जब एक एयर एंबुलेंस हेलिकॉप्टर लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गया। हादसे के वक्त हेलिकॉप्टर में तीन लोग सवार थे—पायलट, एक डॉक्टर और एक नर्स। गनीमत रही कि सभी पूरी तरह सुरक्षित हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हेलिकॉप्टर ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से एक मरीज को लेने के लिए केदारनाथ पहुंचा था। लैंडिंग के समय हेलिकॉप्टर असंतुलित होकर अचानक जमीन से टकरा गया। शुरुआती जांच में बताया गया कि दुर्घटना हेलिकॉप्टर के पिछले हिस्से (टेल बूम) के टूटने से हुई।
एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि यह संजीवनी एयर एंबुलेंस सेवा का हेलिकॉप्टर था, जिसे एक मरीज को एयरलिफ्ट कर अस्पताल लाना था। हालांकि, तकनीकी खराबी के चलते हेलीपैड से कुछ ही दूरी पर उसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई।
रुद्रप्रयाग के जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने कहा कि पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। लैंडिंग के दौरान एयर एंबुलेंस का पिछला हिस्सा टूट गया, जिससे हेलिकॉप्टर अचानक जमीन पर गिरा। हालांकि, पायलट ने समय रहते नियंत्रण बनाए रखा, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। हेलिकॉप्टर हादसे के कारणों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। डीजीसीए और राज्य सरकार की टीमें मौके पर पहुंचकर हादसे की विस्तृत जांच करेंगी।
गौरतलब है कि महज नौ दिन पहले उत्तरकाशी में एक हेलिकॉप्टर क्रैश में छह लोगों की जान चली गई थी। ऐसे में यह हादसा फिर से सुरक्षा मानकों और हेलिकॉप्टर संचालन व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।
उत्तरी कश्मीर में कई जगह पुलिस के छापे
18 May, 2025 07:55 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी सेंट्रल और नॉर्थ कश्मीर के सोपोर, बारामुला, हंदवाड़ा, गांदरबल और श्रीनगर समेत कई इलाकों में छापेमारी कर रही है। यह कार्रवाई आतंक से जुड़े मामलों की जांच के सिलसिले में की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार देर रात एजेंसी को संदिग्ध आतंकी मूवमेंट की जानकारी मिली थी, जिसके बाद यह कार्रवाई शुरू की गई। वहीं, सांबा जिले के एक गांव में टेरर एक्टिविटी दिखने के बाद सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया है।
जयपुर में बोले मोहन भागवत: भारत की भूमिका विश्व में 'बड़े भाई' की, शक्ति के बिना संभव नहीं, शक्ति हो तो ही दुनिया सुनती है प्रेम की भाषा
17 May, 2025 05:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जयपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा है कि भारत विश्व का सबसे प्राचीन देश है और उसकी भूमिका बड़े भाई की है. भारत विश्व में शांति, सौहार्द और धर्म का प्रचार करने वाला राष्ट्र है. इसके साथ-साथ संघ प्रमुख ने पाकिस्तान पर हालिया एक्शन का जिक्र करते हुए कहा कि भारत के शक्ति संपन्न होना बहुत जरूरी है. वे शनिवार को जयपुर के हरमाड़ा स्थित रविनाथ आश्रम में आयोजित एक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे. डॉ. भागवत ने कहा कि भारत में त्याग की परंपरा रही है. हम भगवान श्रीराम से लेकर भामाशाह तक उन सभी महापुरुषों को पूजते हैं जिन्होंने समाज के लिए अपना सर्वस्व अर्पित किया. उन्होंने जोर देकर कहा कि धर्म और शांति का संदेश देने के लिए भी शक्ति आवश्यक है.
शक्ति के बिना प्रेम की भाषा नहीं समझता विश्व
पाकिस्तान पर हुई हालिया सैन्य कार्रवाई का जिक्र करते हुए डॉ. भागवत ने कहा, भारत किसी से द्वेष नहीं रखता है, लेकिन दुनिया प्रेम और मंगल की भाषा तब ही सुनती है जब आपके पास शक्ति हो. यह इस दुनिया का स्वभाव है, जिसे बदला नहीं जा सकता. इसलिए विश्व कल्याण के लिए भारत को शक्ति संपन्न होना जरूरी है. हमारी ताकत को अब विश्व देख चुका है.
हिंदू धर्म का कर्तव्य है विश्व कल्याण
उन्होंने आगे कहा कि विश्व कल्याण हमारा धर्म है. विशेषकर हिंदू धर्म का तो यह पक्का कर्तव्य है. यह हमारी ऋषि परंपरा रही है, जिसे आज संत समाज आगे बढ़ा रहा है. कार्यक्रम के दौरान डॉ. भागवत ने संत रविनाथ महाराज के साथ अपने अनुभव साझा किए और कहा कि उनकी करुणा और प्रेरणा से संघ के स्वयंसेवकों को अच्छे कार्यों के लिए मार्गदर्शन मिलता है.
आज पुष्कर जाएंगे संघ प्रमुख मोहन भागवत
इस अवसर पर भावनाथ महाराज द्वारा डॉ. मोहन भागवत को विशेष रूप से सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संघ के प्रचारक, संतजन और श्रद्धालु उपस्थित रहे. संघ प्रमुख आज पुष्कर भी पहुंचेंगे, जहां वो वरिष्ठ अधिवक्ता जेपी राणा के बेटे की शादी में शामिल होंगे. इस शादी समारोह में प्रदेश बीजेपी और संघ से जुड़े कार्यकर्ता भी मौजूद रहेंगे.
पाकिस्तान हाई कमीशन के संपर्क में थी यूट्यूबर ज्योति, देशद्रोह के आरोप में अरेस्ट
17 May, 2025 04:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा: हरियाणा की पॉपुलर यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. जानकारी की मानें तो ज्योति को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान हाई कमिशन में कार्यरत दानिश नाम के अधिकारी के संपर्क में थी और दानिश ने इसे पाकिस्तान भी भेजा था. ना सिर्फ ज्योति बल्कि अब तक पंजाब के मलेरकोटला और हरियाणा से कुल 6 पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया जा चुका है जो दानिश के संपर्क में थे.
क्या है पूरा मामला?
सूत्रों की मानें तो जानकारी है कि ज्योति पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों को संवेदनशील जानकारी देने का गंभीर आरोप है. साल 2023 में ज्योति को पाकिस्तान का वीजा मिल गया था और वो वहां गई थी. इस दौरान उनकी मुलाकात पाकिस्तान हाई कमीशन में काम करने वाले दानिश नाम के एक कर्मचारी से हुई और यहीं से दोनों के करीबी संबंध शुरू हुए. इसके बाद ज्योति के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से संपर्क भी शुरू हो गए.
भारतीय खुफिया एजेंसियों की नजर में थीं ज्योति
जानकारी है कि इंडिया आने के बाद भी लगातार ज्योकि पाक एजेंटों के संपर्क में रही और देश से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां साझा करती रही. हालांकि, जब से ज्योति पाकिस्तान से वापस आई थी, तबसे ही भारतीय खुफिया एजेंसियों की निगरानी में थी. इसके अलावा बीते कुछ टाइम से ज्योकि की हर एक एक्टिविटी पर भी नजर रखी जा रही है और अब सारे सबूत मिलने के बाद ही उन्हें पुलिस ने अरेस्ट किया है.
ज्योति से हो रही पूछताछ
बता दें कि अभी ज्योति से पूछताछ की जा रही है और ये पता लगाने की कोशिश चल रही है कि ज्योति के संपर्क में और कौन-कौन शामिल था. साथ ही ये भी जानने की कोशिश है कि उन्होंने क्यों ऐसा किया. ना सिर्फ ज्योति बल्कि इसके पहले स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट (SDU) की टीम ने मस्तगढ़ गांव के युवक देवेंद्र सिंह को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के लिए जासूसी करने के आरोप में अरेस्ट किया था.
इंडोनेशिया में छिपे थे आतंकी, मुंबई लौटते ही NIA ने किया अरेस्ट
17 May, 2025 02:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने महाराष्ट्र के पुणे में आईईडी के निर्माण और परीक्षण से संबंधित 2023 के मामले में प्रतबंधित ISIS आतंकवादी संगठन के स्लीपर मॉड्यूल के फरार दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
जांच एजेंसी ने शनिवार को बताया कि अब्दुल्ला फैयाज शेख उर्फ डायपरवाला और तल्हा खान के रूप में पहचाने गए दो लोगों को मुंबई के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 से इमिग्रेशन ब्यूरों ने उस वक्त गिरफ्तार किया जब वे इंडोनेशिया के जकार्ता से भारत वापस लौटने की कोशिश कर रहे थे।
जारी था गैर-जमानती वारंट
दोनों ही आरोपी पिछले दो सालों से फरार थे। दोनों को हिरासत में लेने के बाद एनआईए की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दोनों के खिलाफ NIA की विशेष अदालत ने गैर-जमानती वारंट भी जारी किया हुआ था। NIA ने दोनों आरोपियों के बारे में सूचना देने वालों पर 3-3 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
इन दोनों के खिलाफ आपराधिक साजिश से संबंधित मामला दर्ज है। इनके साथ ही पुणे स्लीपर मॉड्यूल के आठ अन्य सदस्य पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
किराए के घर पर इकट्ठा कर रहे थे IED
NIA ने कहा कि इन दोनों व्यक्तियों के खिलाफ पहले से ही गिरफ्तार अन्य आरोपियों के साथ आरोप पत्र दायर किया गया था। ये लोग पुणे के कोंढवा में अब्दुल्ला फैयाज शेख द्वारा किए पर लिए गए एक घर से आईईडी इकट्ठा करने में लगे हुए थे।
ये लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
अब्दुल्ला फैयाज शेख और तल्हा खान के अलावा, मामले में गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों की पहचान मोहम्मद इमरान खान, मोहम्मद यूनुस साकी, अब्दुल कादिर पठान, सिमाब नसीरुद्दीन काजी, जुल्फिकार अली बड़ौदावाला, शमील नाचन, आकिफ नाचन और शाहनवाज आलम के रूप में की गई है।