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30 मई को कानपुर दौरे पर पीएम मोदी, पहलगाम आतंकी हमले के शुभम द्विवेदी के परिजनों से करेंगे मुलाकात
23 May, 2025 04:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कानपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 मई को सवा दो घंटा शहर में रहेंगे. पहलगाम आतंकी घटना के कारण 24 अप्रैल को उनके रद हुए कार्यक्रम के अनुरूप ही फिलहाल प्रशासन तैयारी में जुट गया है. आतंकी घटना में जान गंवाने वाले शुभम द्विवेदी के स्वजन को भी पीएम से मिलाने की तैयारी है. इसके लिए सांसद रमेश अवस्थी ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को पत्र लिखकर उनका ब्योरा भेजा है. वहीं, सीएसए मैदान में फिर पंडाल सजने लगा है. अफसरों की इस पर पैनी निगाह है.
मेट्रो रूट भ्रमण भी हो सकता है शामिल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 24 अप्रैल के शहर में कार्यक्रम में नयागंज से रावतपुर मेट्रो स्टेशन तक भ्रमण का जिक्र नहीं था. इस बार इसमें बदलाव हो सकता है. बाकी अभी तक प्रधानमंत्री के पहले की ही तरह 30 मई को अपराह्न 2:40 बजे चकेरी एयरपोर्ट पर पहुंचने की बात कही जा रही है. वह 2:45 बजे एयरपोर्ट से प्रस्थान करेंगे. 3:05 बजे सीएसए स्थित हेलीपैड पर पहुंचेंगे. 3:15 बजे कार्यक्रम स्थल पर आएंगे, जहां 4:15 बजे तक यानी एक घंटा संबोधन समेत अन्य कार्य करेंगे. 4:30 बजे सीएसए हेलीपैड प्रस्थान करके 4:50 बजे चकेरी एयरपोर्ट आएंगे. वहां से 4:55 बजे विशेष विमान से प्रस्थान करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय से कार्यक्रम या समय में कोई भी बदलाव अभी संभव है. एसपीजी के भी एक से दो दिन में पहुंचने की उम्मीद है. 20,656 करोड़ रुपये की मेट्रो, पावर प्लांट, दक्षिण में अस्पताल समेत दूसरी 11 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास पहले से तय हैं, जबकि कुछ नई योजनाएं जोड़ी जा सकती हैं.
पीएम मोदी को सांसद ने लिखा भावुक पत्र
सांसद रमेश अवस्थी ने पीएम मोदी को भेजे पत्र में कहा है कि पहलगाम आतंकी हमले में हाथीपुर के रघुवीर नगर के शुभम द्विवेदी को आतंकियों ने मार दिया था. आपरेशन सिंदूर के तहत उसका बदला भी लिया जा चुका है. इससे व्यथित परिवार को कुछ सुकून मिला है. आपके अमूल्य समय से कुछ पल उन्हें मिलने से संबल मिलेगा. सांसद ने पत्र में शुभम की पत्नी एशान्या द्विवेदी, पिता संजय द्विवेदी, मां सीमा द्विवेदी, बहन आरती, चाचा मनोज कुमार द्विवेदी व भाई सौरभ द्विवेदी के नाम भेजे हैं. अनुरोध किया है कि सभी लोग कार्यक्रम स्थल पर आपसे भेंट करना चाहते हैं.
पहले की ही तरह फिर अफसरों को जिम्मा
जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह 24 अप्रैल के कार्यक्रम जैसे ही फिर से अफसरों को जिम्मा दिया है. इसमें मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, मुख्य चिकित्साधिकारी डा.हरिदत्त नेमी, एडीएम सिटी डा. राजेश कुमार, एडीएम न्यायिक चंद्रशेखर, एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार, एसीएम प्रथम राजेश कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी शिल्पी सिंह, जिला युवा कल्याण अधिकारी आरती जयसवाल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत कुमार सिंह, जिला पंचायतीराज अधिकारी मनोज कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश प्रताप सिंह व घाटमपुर, बिल्हौर, नर्वल व सदर तहसील के एसडीएम समेत अन्य अफसर पीएम के कार्यक्रम की जिम्मेदारी संभालेंगे.
आंध्र प्रदेश में कोरोना को लेकर चेतावनी, बुजुर्ग और प्रेग्नेंट महिलाएं रहें सावधान
23 May, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पूरे देश में एक बार फिर कोविड-19 का संकट मंडरा रहा है. इसी के चलते आंध्र प्रदेश सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच एक एडवाइजरी जारी की है. सरकार ने बुजुर्गों (60 वर्ष से अधिक आयु के) और गर्भवती महिलाओं को सख्ती से घर के अंदर रहने की सलाह दी है.
साथ ही संक्रमण न फैले और जिन हालातों का देश ने पहले सामना किया था वो फिर से पैदा न हो जाए इसी के चलते सरकार ने एडवाइजरी जारी की है कि प्रार्थना सभा, सामाजिक समारोह, पार्टियां, समारोह वगैरह जैसे सभी सामूहिक समारोहों को रोकें. रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और एयरपोर्ट जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर सभी लोग कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करें.
बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को सलाह
कोविड-19 के समय बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को इससे अधिक बचने की जरूरत है. इसी के चलते एडवाइजरी में कहा गया, बुजुर्गों (60 वर्ष से अधिक) और गर्भवती महिलाओं को सख्ती से घर के अंदर रहने की सलाह दी जाती है. नियमित रूप से हाथ धोएं, खांसते/छींकते समय मुंह ढंकें और अपने चेहरे को छूने से बचें. ज्यादा वायरल फैलने वाले इलाकों में मास्क पहनें. अगर आप भीड़भाड़ वाले या खराब हवादार स्थान पर हैं, तो मास्क पहनने से वायरस के प्रसार को कम करने में मदद मिल सकती है.
साथ ही कोरोना के लक्षण होने पर तुरंत जांच करवाने की सलाह दी गई है. एडवाइजरी में कोविड-19 के टेस्ट की अहमियत बताते हुए कहा गया है कि कोविड-19 मामलों की जल्द पहचान करने और उन्हें अलग करने में जांच एक महत्वपूर्ण कदम है. कोविड प्रभावित देशों की यात्रा करने वाले व्यक्ति को जांच करवानी चाहिए.
कोरोना के लक्षण
साथ ही एडवाइजरी में कोरोना के लक्षण भी बताए गए हैं. कोरोना के लक्षण व्यक्ति के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं. बुखार या ठंड लगना, खांसी, थकान, गले में खराश, स्वाद या स्मैल का न होना, सिरदर्द, मांसपेशियों या शरीर में दर्द, बहती नाक या नाक बंद होना, उल्टी या दस्त शामिल है. अगर बताए गए लक्षण आपको अपने शरीर में दिखाई दें तो इसकी पुष्टि करने और इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य सुविधा पर जाएं. अगर आप बीमार हैं तो घर पर रहें-अगर आप अस्वस्थ महसूस करते हैं, तो घर पर आराम करके और संपर्क से बचकर दूसरों की सुरक्षा करें.
कोविड से निपटने के लिए तैयारी तेज
कोविड-19 अगर देश में बढ़ता है तो हालातों से निपटने के लिए अभी से तैयारी की जा रही है, स्वास्थ्य विभाग ने सभी स्वास्थ्य सुविधाओं को मास्क, पीपीई किट और ट्रिपल-लेयर मास्क की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखने का निर्देश दिया है. हाल ही में, भारत सहित कई एशियाई देशों ने कोविड-19 मामलों में की सूचना दी है, लेकिन अधिकारियों ने कहा है कि देश में हालात नियंत्रण में है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है.
19 मई, 2025 तक, भारत में सक्रिय COVID-19 मामलों की संख्या 257 थी. सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय हालात पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं.
इलाहाबाद HC में दोपहर होगी सुनवाई, श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद पर टिकी निगाहें
23 May, 2025 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इलाहाबाद हाई कोर्ट में मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद पर आज दोपहर दो बजे सुनवाई होगी. 6 मई को हुई सुनवाई में मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में लंबित याचिकाओं का हवाला देते हुए स्थगन की मांग की, जबकि हिंदू पक्ष ने इसका विरोध किया था. हिंदू पक्ष की 18 याचिकाओं पर सुनवाई जारी है, जिसमें मस्जिद को विवादित ढांचा घोषित करने की मांग भी शामिल है. जस्टिस राम मनोहर नारायण मिश्रा की एकल पीठ मामले की सुनवाई कर रही है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट में इस समय हिंदू पक्ष की तरफ से दायर की गई 18 याचिकाओं पर सुनवाई की जा रही है. इन्हीं याचिकाओं में एक एक याचिका में शाही ईदगाह मस्जिद को विवादित ढांचा घोषित करने की मांग की गई है. जिसका मुस्लिम पक्ष ने विरोध किया है.
इसके अलावा इस मामले में राधा रानी को पक्षकार बनाए जाने की मांग पर भी सुनवाई की जाएगी. हिंदू पक्ष ने राधा रानी को मामले में पक्षकार बनाने की मांग के लिए एप्लीकेशन दिया है. कहा है कि राधा रानी को पक्षकार बनाए मामले की सुनवाई अधूरी है. यह विवाद मथुरा में मुगल बादशाह औरंगजेब के समय की शाही ईदगाह मस्जिद से जुड़ा है, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसे भगवान कृष्ण के जन्मस्थान पर स्थित मंदिर को तोड़कर बनाया गया था.
सुप्रीम कोर्ट में 28 अप्रैल को हुई थी सुनवाई
मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद का मामला भले ही इलाहाबाद हाईकोर्ट में चल रहा हो, लेकिन पिछले दिनो एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की गई थी. उस दोरान sc ने हाईाकोर्ट के फैसले को सही ठहराया था. इस याचिका में हिंदू पक्ष को अपनी याचिका में संशोधन करने और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को मामले में पक्षकार के रूप में जोड़ने की अनुमति दी गई थी.
उस दौरान पीठ ने कहा था कि एक बात स्पष्ट है, हिंदू वादियों द्वारा मूल याचिका में संशोधन की अनुमति दी जानी चाहिए. हिंदू पक्ष ने एक नया दावा करते हुए हाई कोर्ट का रुख किया था कि विवादित ढांचा एएसआई के तहत एक संरक्षित स्मारक है और पूजा स्थल संरक्षण अधिनियम भी ऐसे स्मारक पर लागू नहीं होगा.
ISRO प्रमुख का ऐलान: 2027 की पहली तिमाही में मानव अंतरिक्ष उड़ान का लक्ष्य
23 May, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने वर्ष 2025 को भारत के लिए 'गगनयान वर्ष' घोषित किया है। इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने कहा कि अब तक 7200 अंतरिक्ष मिशन पूरे हो चुके हैं और भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा 3 हजार अन्य परीक्षण अभी भी लंबित हैं।
'क्या है गगनयान वर्ष'
कोलकाता में एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए वी. नारायणन ने कहा, "यह वर्ष हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण वर्ष है और इसे हमने गगनयान वर्ष घोषित किया है। मनुष्यों को अंतरिक्ष में भेजने से पहले हमने तीन मानवरहित मिशनों की योजना बनाई है और इस वर्ष पहला मानवरहित मिशन की योजना है।"
इसरो प्रमुख ने कहा, "6 जनवरी को हमने आदित्य L1 अंतरिक्ष यान द्वारा एकत्र किए गए एक साल के वैज्ञानिक डाटा को जारी किया था। आप सभी जानते हैं कि आदित्य L1 अपने आप में एक अनूठा सैटेलाइट है और भारत उन चार देशों में से एक है जिसने सूर्य के अध्ययन के लिए सैटेलाइट स्थापित किया है।"
क्या है स्पैडेक्स मिशन?
वी. नारायणन ने स्पैडेक्स मिशन के पूरा होने पर खुशी जाहिर की और कहा कि इस मिशन को पूरा करने के लिए दस किलो ईंधन का प्रबंध किया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि 2025 में कई मिशनों की योजना बनाई गई है, जिसमें नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार सैटेलाइट भी शामिल है, जिसे भारत के अपने प्रक्षेपण यान द्वारा लॉन्च किया जाएगा।
इसरो की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, स्पैडेक्स मिशन के तहत अंतरिक्ष में डॉकिंग को प्रदर्शित करने के लिए PSLV द्वारा लॉन्च किए गए दो छोटे स्पेसशिप का उपयोग करता है। वी. नारायणन ने कहा कि इसरो द्वारा दिसंबर 2025 तक 'व्योममित्र' नामक रोबोट के साथ पहला मानव रहित मिशन लॉन्च किया जाएगा, जिसके बाद दो और मानव रहित मिशन होंगे।
इस दिन अंतरिक्ष में इंसान भेजेगा ISRO
इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने बताया कि इसरो ने साल 2027 की पहली तिमाही तक पहली मानव अतंरिक्ष उड़ान का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष लगभग हर महीने एक प्रक्षेपण निर्धाति है।
227 यात्रियों की जान पर बना संकट, लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने नहीं दी एंट्री
23 May, 2025 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो फ्लाइट बुधवार को खराब मौसम के चपेट में आ गई। विमान में बैठे यात्रियों ने इस दौरान टर्बुलेंस का सामना किया। विमान के भीतर का दृश्य देखकर सभी हैरान हो गए। इसके बाद पायलट ने श्रीनगर में एयर ट्रैफिक कंट्रोल को इमरजेंसी की सूचना दी। बाद में इस विमान की सुरक्षित लैंडिंग की गई। इस विमान में 227 से अधिक यात्री सवार थे। सभी यात्री सुरक्षित हैं।
रिपोर्ट ने सूत्रों के हवाले से बताया कि खराब मौसम के दौरान विमान के पायलट ने लाहौर एअर फिक कंट्रोल से पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति मांगी। हालांकि, इसके पाकिस्तान की ओर से इनकार कर दिया गया।
मामले की हो रही जांच
सूत्रों ने दावा किया कि उड़ान 6E 2142 में गंभीर टर्बुलेंस का सामना करने की घटना की नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा जांच की जा रही है। बता दें कि इस विमान में 200 से अधिक यात्री सवार थे। दिल्ली से श्रीनगर जा रहे विमान को अचानक ओलावृष्टि का सामना करना पड़ा। इसके बाद तुरंत पायलट ने इस बात की जानकारी एटीसी को दी, जिसके बाद विमान की सुरक्षित लैंडिंग हो सकी।
लाहौर एटीसी ने नहीं दी पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से गुजरने की अनुमति
बताया जाता है कि जिस समय यह इंडिगो का विमान अमृतसर के ऊपर से उड़ रहा था, उसी समय मौसम में बदलाव महसूस किए गए। जिसके बाद पायलट ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से गुजरने के लिए लाहौर एअर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से अनुमति मांगी। सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि पायल के इस अनुरोध को लाहौर एटीसी ने अस्वीकार कर दिया। जिसके बाद विमान को टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा और यात्रियो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
पाकिस्तान ने अपना एअरस्पेस भारतीय विमानों के लिए किया है बंद
दरअसल, 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से अपना एअरस्पेस भारत के लिए बंद कर दिया गया है। ठीक इसी तरीके से भारत ने भी पाकिस्तानी एअरलाइनों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए थे।
एअरलाइन कंपनी का बयान आया सामने
उधर, गुरुवार को इस संबंध में विमान कंपनी इंडिगो की ओर से एक बयान जारी किया गया। विमान कंपनी ने अपने बयान में कहा कि 21 मई, 2025 को दिल्ली से श्रीनगर के लिए उड़ान भरने वाली उसकी उड़ान 6E 2142 अचानक ओलावृष्टि से बचती हुई श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतरी।
एअरलाइन कंपनी ने कहा कि उतरने पर सभी ग्राहकों की देखभाल की गई और किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। विमान वर्तमान में श्रीनगर में आवश्यक निरीक्षण और रखरखाव से गुजर रहा है और सभी मंजूरी मिलने के बाद परिचालन फिर से शुरू होगा।
बारिश-ओलों के साथ बदलेगा मौसम, उत्तर भारत में राहत तो कहीं आफत
23 May, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली एनसीआर, हरियाणा समेत उत्तर प्रदेश में बुधवार रात यकायक मौसम के बदले रुख ने जमकर तबाही मचाई। भीषण आंधी के साथ तेज वर्षा ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। सैकड़ों पेड़ और बिजली के खंभे धराशायी हो गए। कच्चे मकानों की दीवारें ढह गईं। टीन शेड उड़ गए और कई स्थानों पर रास्ते पूरी तरह अवरुद्ध हो गए।
आज दिल्ली एनसीआर में तेज धूप निकलेगी
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटे के दौरान उत्तर भारत और पूर्वोत्तर में भी मौसमी गतिविधियां देखने को मिलेंगी। आईएमडी का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में रविवार तक आंधी और बारिश की संभावना बनी हुई है। हालांकि आज दिल्ली एनसीआर में तेज धूप निकलेगी।
इन राज्यों में बारिश की संभावना
यूपी, बिहार और राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों में आंधी और बारिश के साथ ओले गिरने की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, केरल, कर्नाटक में भी भारी बारिश की संभावना है।
पंजाब में आज हीट वेव का येलो, कल ऑरेंज अलर्ट
पंजाब के कई जिलों में शुक्रवार को हीट वेव का येलो अलर्ट और शनिवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान धूल भरी आंधी चलने की संभावना है। गुरुवार को जिला बठिंडा और फाजिल्का में दिन का तापमान सबसे अधिक 42.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
राजस्थान में तापमान पहुंचा 47 डिग्री सेल्सियस
राजस्थान इन दिनों लू की चपेट में है। गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 47.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। बीकानेर में 46.6, चूरू में 46.1, जैसलमेर में 46 डिग्री और पिलानी में 46.3 डिग्री सेल्सियस अधितम तापमान दर्ज किया गया है।
जोधपुर के जिलों में भीषण गर्मी
मौसम विभाग ने अगले तीन दिन बीकानेर और जोधपुर के जिलों में भीषण गर्मी और लू की चेतावनी जारी की है। दोनों जिलों में अधिकतम तापमान 46 से 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
वज्रपात से 21 लोग मरे
सबसे अधिक मौतें कानपुर और आसपास के जिलों में कानपुर और आसपास के जिलों में वज्रपात व अन्य मौसम जनित दुर्घटनाओं में सर्वाधिक 21 लोगों की मौत हो गई। ब्रज क्षेत्र व इससे सटे जिलों में आंधीजनित दुर्घटनाओं में 15 लोगों की जान गई। गाजियाबाद में दो, मेरठ और आसपास के क्षेत्र में सात लोगों की मौत की सूचना है।
अमरोहा में छत से गिरकर एक युवक की मृत्यु हुई
अमरोहा में छत से गिरकर एक युवक की मृत्यु हुई है। आंबेडकरनगर व आजमगढ़ में वज्रपात की चपेट में आने से एक-एक की मौत हो गई। एक व्यक्ति की मौत अमेठी में हो गई। इसी तरह मुरादाबाद में चार, बरेली में एक और झांसी में दो लोगों की मौत की खबर है।
विदेश मंत्रालय की चेतावनी: संबंध सुधारने हैं तो तुर्की को बदलना होगा रुख
22 May, 2025 09:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
India Turkey relations: पाकिस्तान का समर्थन करने वाले तुर्की को भारत ने कड़ा संदेश दिया है। भारत ने कहा कि वो पाकिस्तान से कहे कि आतंकवाद का समर्थन करना बंद कर दे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि तुर्की पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन बंद करने और दशकों से उसके द्वारा पोषित आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र के खिलाफ विश्वसनीय और सत्यापन योग्य कार्रवाई करने का पुरजोर आग्रह करेगा।
ट्रंप की टिप्पणी पर क्या बोले जायसवाल
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत और तुर्की के रिश्तों को लेकर कहा कि रिश्ते एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशीलता के आधार बनते हैं। रणधीर जायसवाल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोलान्ड ट्रंप की टिप्पणी पर कहा कि पीओके पर हम किसी तीसरे देश की मध्यस्थता नहीं लेने वाले है। भारत और पाकिस्तान के बीच केवल आपस में ही इस मुद्दे पर बात होगी। किसी तीसरे देश की इसमें जरूरत नहीं है। लेकिन बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते है।
‘खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता’
रणधीर जायसवाल ने सिंधु जल संधि को निलंबित किए जाने पर कहा कि यह संधि तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बंद नहीं कर देता। खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता।
पाकिस्तान को तुर्की ने उपलब्ध कराए हथियार
बता दें कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान की सैन्य कार्रवाई में तुर्किये में निर्मित ड्रोनों का इस्तेमाल किया था। इसके अलावा पाकिस्तान को वैचारिक और नैतिक समर्थन के अलावा तुर्की ने हथियार भी मुहैया कराए।
तुर्की पाकिस्तान का करता रहा है समर्थन
इससे पहले सरकार ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि तुर्की निर्मित ड्रोन का इस्तेमाल लद्दाख के लेह से लेकर गुजरात के सर क्रीक तक पूरी पश्चिमी सीमा पर 36 जगहों पर भारतीय हवाई क्षेत्र में कई बार घुसपैठ और उल्लंघन करने के लिए किया गया था। बता दें कि तुर्की लंबे समय से जम्मू-कश्मीर में भारतीय क्षेत्र पर आक्रमण और अवैध कब्जे में पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है।
आतंकवाद पर भारत का तुर्की को दो-टूक संदेश: पाकिस्तान पर दबाव डाले
22 May, 2025 06:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच कई दिनों से चल रहे तनाव में तुर्की ने खुलकर इस्लामाबाद का साथ दिया था, जिसके बाद अब भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। तुर्की को खरी-खोटी सुनाते हुए भारत ने कहा है कि उसे पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद करने और दशकों से पोषित आतंकवादी पारिस्थितिकी तंत्र के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के लिए कहना चाहिए। तुर्की के मामले में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमें उम्मीद है कि तुर्की पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद करने और दशकों से पोषित आतंकवादी पारिस्थितिकी तंत्र के खिलाफ विश्वसनीय और सत्यापन योग्य कार्रवाई करने का आग्रह करेगा।
संबंध एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशीलता के आधार पर बनते हैं।" इसके अलावा सेलेबी मामले में विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस बारे में तुर्की दूतावास से चर्चा की गई है। उन्होंने कहा, "लेकिन मैं समझता हूं कि यह विशेष निर्णय नागरिक उड्डयन सुरक्षा द्वारा लिया गया था।" एक महीने पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया और पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
इस दौरान कई दिनों तक दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात रहे। चीन और तुर्की ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया। तुर्की ने तो पाकिस्तान को साढ़े तीन सौ से ज़्यादा ड्रोन भी दिए और उन्हें ऑपरेट करने के लिए ऑपरेटिव भी भेजे। पाकिस्तान ने कई दिनों तक जम्मू से लेकर गुजरात तक इन ड्रोन से भारत पर हमला करने की कोशिश की, जिसे नाकाम कर दिया गया। इसके बाद से पाकिस्तान के साथ-साथ तुर्की के साथ भी भारत के रिश्तों में दरार आने लगी है।
जम्मू-कश्मीर: किश्तवाड़ के जंगलों में मुठभेड़, सेना ने दो आतंकियों को किया ढेर
22 May, 2025 05:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
किश्तवाड़: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार सुबह से चल रही मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है. मुठभेड़ सुबह करीब सात बजे शुरू हुई जब सेना की 11 राष्ट्रीय राइफल्स (11आरआर), 2 पैरा स्पेशल फोर्स, 7वीं असम राइफल्स और किश्तवाड़ एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की संयुक्त टीम ने सिंहपोरा चतरू के जंगलों में तलाशी अभियान शुरू किया. तलाशी के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में मुठभेड़ शुरू हो गई. शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक मुठभेड़ स्थल पर तीन से चार आतंकियों के छिपे होने की आशंका है. इनमें से एक की पहचान कुख्यात आतंकी सैफुल्लाह के रूप में हुई है. मुठभेड़ अभी जारी है और अन्य आतंकियों की तलाश के लिए इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. सभी रास्तों को सील कर दिया गया है ताकि आतंकी किसी भी तरह से भाग न सकें।
इस मुठभेड़ से एक हफ्ते पहले ही सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके के नादिर गांव में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को मार गिराया था. इनकी पहचान आसिफ अहमद शेख, आमिर नीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में हुई है। ये सभी पुलवामा के रहने वाले थे। इसके अलावा 13 अप्रैल को शोपियां के जिनपाथर केलर इलाके में एक अन्य मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी मारे गए थे, जिनमें से दो की पहचान शाहिद कुट्टे और अदनान शफी के रूप में हुई थी।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए कई बड़े ऑपरेशन शुरू किए हैं। आतंकवाद के खिलाफ इस व्यापक अभियान के तहत जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आतंकियों से जुड़े लोगों की संपत्तियों को भी ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए यह कदम उठाया गया है ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति आतंकी गतिविधियों में शामिल होने से पहले दो बार सोचे।
ऑपरेशन सिंदूर भारत का जवाब: भारतीय राजनयिक अनुपमा सिंह ने आतंक पर पाकिस्तान को घेरा
22 May, 2025 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: आतंकवाद का शिकार होने का दावा करने वाले पाकिस्तान को भारत ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में करारा जवाब दिया है। भारत ने पड़ोसी देश को पाकिस्तान का 'जन्मदाता' बताया है। साथ ही कहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद का शिकार होने का दिखावा नहीं कर सकता। जवाब देते हुए IFS (भारतीय विदेश सेवा) अधिकारी अनुपमा सिंह का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
भारत ने क्या कहा:
भारतीय राजनयिक अनुपमा सिंह ने कहा, 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आतंकवाद के प्रायोजक और आयोजक पाकिस्तान की धरती से काम करते हैं। इसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। जो सटीक था और पाकिस्तान के अंदर बने आतंकी ढांचे को निशाना बना रहा था।' उन्होंने यह भी कहा, 'पाकिस्तान सिंधु जल संधि को लेकर भी झूठी कहानियां गढ़ रहा है और मामले को उलझाने की कोशिश कर रहा है।'
सिंह ने कहा, 'हमने यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए हैं कि कोई भी नागरिक निशाना न बने या घायल न हो और केवल पाकिस्तान में प्रशिक्षित आतंकवादियों और उनके ठिकानों को ही निशाना बनाया जाए।' उन्होंने कहा, 'आतंकवाद को जन्म देने वाला देश पीड़ित होने का दिखावा नहीं कर सकता।'
कौन हैं अनुपमा सिंह:
अनुपमा सिंह 9 साल तक IFS में रहीं और इससे पहले वे 2012 से 2014 तक KPMG कंपनी में थीं। उन्होंने कंपनी में बतौर कंसल्टेंट शुरुआत की और बाद में सीनियर कंसल्टेंट बन गईं। उन्होंने 2014 में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी से अपनी ट्रेनिंग पूरी की। उन्होंने 2008 से 2011 तक CFA प्रोग्राम में भी हिस्सा लिया।
सिंह ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से फाइनेंस में MBA किया है और उन्हें कॉरपोरेट फाइनेंस, वैल्यूएशन और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट में विशेषज्ञता हासिल है। खास बात यह है कि उन्होंने MANIT यानी मौलाना आज़ाद नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी से B.Tech की डिग्री भी हासिल की है।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पीएम मोदी ने 103 स्टेशनों का किया उद्घाटन, MP को 6 और छत्तीसगढ़ को 5 स्टेशनों की सौगात
22 May, 2025 03:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार, 22 मई को देशभर के 103 पुनर्विकसित अमृत भारत रेलवे स्टेशनों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया। इनमें मध्यप्रदेश के 6 और छत्तीसगढ़ के 5 स्टेशन भी शामिल हैं। उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपने रेलवे नेटवर्क को आधुनिक बना रहा है और वंदे भारत, अमृत भारत, और नमो भारत जैसी ट्रेनें देश की प्रगति और गति की प्रतीक बन चुकी हैं। इस मौके पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने नर्मदापुरम, और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अंबिकापुर से कार्यक्रम में भाग लिया।
मध्यप्रदेश को 6 अत्याधुनिक स्टेशन मिले
अमृत भारत स्टेशन योजना (ABSS) के अंतर्गत मध्यप्रदेश में निम्न 6 रेलवे स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से पुनर्विकसित किया गया है:
नर्मदापुरम
शाजापुर
कटनी
ओरछा
सिवनी
श्रीधाम
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि जल्द ही भोपाल स्थित बीएचईएल में वंदे भारत और मेट्रो कोच का निर्माण शुरू होगा। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों की तुलना में वर्तमान केंद्र सरकार की सक्रियता की सराहना करते हुए कहा, "अब सांसदों को संघर्ष नहीं करना पड़ता, केंद्र खुद पहल करता है।"
यादव ने स्वामी विवेकानंद के कथन — "21वीं सदी भारत की होगी" — को स्मरण करते हुए कहा कि आज यह भविष्यवाणी साकार होती दिख रही है। उन्होंने हाल की पहलगाम आतंकी घटना का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पाकिस्तान को सख्त जवाब दिया गया, जिससे अब विपक्ष भी राष्ट्रहित में स्वर मिला रहा है। कार्यक्रम में भूतपूर्व सैनिकों का विशेष सम्मान भी किया गया।
छत्तीसगढ़ को 5 अमृत स्टेशन की सौगात
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री और रेल मंत्री का धन्यवाद देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ को निम्न 5 स्टेशनों का उन्नत रूप प्राप्त हुआ है:
डोंगरगढ़
भानुप्रतापपुर
भिलाई
उरकुरा
अंबिकापुर
उन्होंने कहा कि इन स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं, स्थानीय वास्तुकला, और संस्कृतिक विरासत को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। इससे यात्रियों को बेहतर सुविधा, सुरक्षा और एक नया अनुभव मिलेगा।
देशभर में हो रहा रेलवे का कायाकल्प
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1300 से अधिक स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। इन स्टेशनों को न केवल तकनीकी रूप से सशक्त किया जा रहा है, बल्कि भारतीय संस्कृति, स्थानीय पहचान, और विरासत को भी उनके डिज़ाइन में समाहित किया जा रहा है।
किश्तवाड़ में एनकाउंटर: आतंकियों से भिड़े सुरक्षाबल, इलाके में हाई अलर्ट
22 May, 2025 09:06 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के अंतर्गत किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, किश्तवाड़ के चटरू के अंतर्गत सिंहपोरा इलाके में सुरक्षाबलों का सामना आतंकियों के साथ हुआ है। मौजूदा समय में दोनों ओर से फायरिंग जारी है।उधर, राजौरी जिले के मेंढर सेक्टर में हाल ही में संघर्ष विराम उल्लंघन और सीमा पार से गोलाबारी के बाद भारतीय सेना ने सीमावर्ती गांवों में प्रभावित नागरिकों की सहायता के लिए डोर-टू-डोर मानवीय राहत अभियान शुरू किया।युद्ध के मैदान से परे राष्ट्रीय सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए सेना के जवानों ने व्यवधान से प्रभावित परिवारों को खाद्य आपूर्ति, दवाइयां और चिकित्सा सहायता सहित आवश्यक सहायता प्रदान की।
एलओसी के पास वाले इलाकों में पहुंचे जवान
चुनौतीपूर्ण इलाके और आगे की शत्रुता के लगातार खतरे के बावजूद, सैनिक नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब स्थित दूरदराज के इलाकों में पहुंचे।स्थानीय नागरिक प्रशासन के समन्वय में चलाए गए राहत अभियान में विशेष रूप से बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए स्वास्थ्य जांच और मनोवैज्ञानिक सहायता भी शामिल थी। सेना की चिकित्सा टीमों ने घायलों और कमजोर लोगों की समय पर देखभाल सुनिश्चित की उन्हें उपचार और आराम दोनों प्रदान किए।हर घर में वर्दीधारी सैनिकों ने व्यक्तिगत रूप से जाकर न केवल आपूर्ति की, बल्कि उन्हें आश्वासन और सहानुभूति भी दी। उनकी मौजूदगी ने तनाव में जी रहे समुदायों में सुरक्षा और एकजुटता की भावना पैदा की।यह पहल जम्मू - कश्मीर के संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में नागरिकों की सहायता करने के लिए सेना के व्यापक प्रयास का हिस्सा है। अस्थायी चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं। निरंतर सहायता सुनिश्चित करने के लिए प्रभावित परिवारों की निरंतर निगरानी की जा रही है।
तेज आंधी और बारिश से एनसीआर में तबाही, गाजियाबाद-नोएडा में 4 लोगों की जान गई
22 May, 2025 08:10 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नोएडा। बुधवार रात 8.30 बजे आई तेज आंधी और ओलावृष्टि ने व्यापक तबाही मचाई। गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और हापुड़ में दर्जनों पेड़ उखड़ गए, जिससे बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई। रात 12 बजे तक बिजली बहाल नहीं हो सकी।
सड़क पर गिरे पेड़ और बिजली के खंभों ने यातायात को प्रभावित किया। इस आपदा में चार लोगों की जान गई, जिनमें से दो गाजियाबाद और दो गौतमबुद्धनगर में थे। कई राहगीरों के घायल होने की भी सूचना है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित आयरिश पर्ल सोसायटी के क्लब हाउस में लगा कांच का गेट तेज आंधी में टूट गया।
सोसायटी में ऊपरी मंजिल पर लगे शॉफ्ट का शीशा टूटा
गौर सिटी-1 के एवेन्यू-5 सोसायटी में ऊपरी मंजिल पर लगे शॉफ्ट का शीशा भी तेज आंधी में टूट गया। समृद्धि ग्रैंड एवेन्य सोसायटी के टावर-सी की लाबी का गेट तेज आंधी से टूट गया। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर जीटा एक में एसोटेक स्प्रिंग फील्ड सोसायटी की चारदीवारी गिर गई, जबकि अन्य स्थानों पर दीवारें और खिड़कियों के शीशे टूट गए। नोएडा में भी दर्जनों पेड़ गिरे, जिससे यातायात ठप हो गया।सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र में मिग्सन अल्टीमो सोसायटी में 50 वर्षीय महिला सुनीता का सिर ग्रिल गिरने से धड़ से अलग हो गया। एनटीपीसी दादरी में एक शिक्षक रामकिशन सिंह की भी मौत हो गई। खोड़ा थाना क्षेत्र में बीएमआर पब्लिक स्कूल की दीवार गिरने से पानू देवी की मौत हुई।वहीं मधुबन बापूधाम में मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र में हापुड़ रोड पर तेज आधी में पेड़ गिर गया। पेड़ के नीचे दबकर बाइक सवार रसूलपुर सिकरोड़ गांव निवासी 40 वर्षीय मुजम्मिल की मौत हो गई। हापुड़ और बुलंदशहर में भी पेड़ व घरों की दीवारें गिरने की सूचना है। यहां भी घायल होकर लोग सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचे हैं।
रेलवे में बड़ा बदलाव: एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं से लैस होंगे स्टेशन, 22 मई को PM करेंगे उद्घाटन
21 May, 2025 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय रेलवे अब एयरपोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस होने की ओर बढ़ रहा है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश के करीब 1300 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक पहल के पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को राजस्थान के बीकानेर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 103 पुनर्विकसित स्टेशनों का उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दिन भारतीय रेल के इतिहास में अविस्मरणीय और ऐतिहासिक होने वाला है। इन स्टेशनों के उन्नयन से यात्रियों को पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक, साफ-सुथरी और व्यवस्थित यात्रा का अनुभव मिलेगा।
क्या-क्या बदलेंगे स्टेशन पर?
अमृत भारत योजना के तहत स्टेशनों को न सिर्फ अत्याधुनिक बनाया जा रहा है, बल्कि उन्हें स्थानीय संस्कृति और विरासत से भी जोड़ा जा रहा है।
प्रमुख बदलावों में शामिल हैं:
रूप प्लाज़ा, पार्सल हब, बेहतर शहरी कनेक्टिविटी और हरियाली युक्त ग्रीन ज़ोन।
वेटिंग एरिया में कैफेटेरिया, एक्जीक्यूटिव लॉन्ज, छोटे स्टॉल्स और मीटिंग ज़ोन।
फ्री वाई-फाई, एलईडी डिस्प्ले बोर्ड और डिजिटल अनाउंसमेंट सिस्टम।
प्लेटफॉर्म होंगे 760–840 मिमी ऊंचे और 600 मीटर लंबे।
विशेष सुविधाएं दिव्यांगजन, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए – जैसे रैम्प, ब्रेल साइन, विशेष शौचालय, एस्केलेटर।
पुरानी इमारतों को हटाकर न्यूनतम रखरखाव वाली, धूल-प्रतिरोधी और टिकाऊ सामग्रियों से नए निर्माण।
हर स्टेशन को मिलेगा सांस्कृतिक स्पर्श
इस योजना की खास बात यह है कि हर स्टेशन को स्थानीय पहचान और परंपरा के अनुरूप डिजाइन किया जा रहा है।
अहमदाबाद स्टेशन– सूर्य मंदिर (मोटेरा) से प्रेरित
गुरुग्राम स्टेशन– आईटी हब थीम
बालेश्वर स्टेशन (ओडिशा) – जगन्नाथ मंदिर से प्रेरणा
तमिलनाडु के स्टेशन – चोल कला की झलक
राज्यवार कितने स्टेशन होंगे विकसित?
देशभर में 1300+ स्टेशनों को अमृत भारत योजना में शामिल किया गया है। प्रमुख राज्यों में यह आंकड़ा कुछ इस प्रकार है:
राज्य स्टेशन की संख्या
उत्तर प्रदेश- 157
महाराष्ट्र - 132
पश्चिम बंगाल - 101
बिहार - 98
गुजरात- 87
राजस्थान- 85
मध्य प्रदेश- 80
तमिलनाडु- 77
आंध्र प्रदेश- 73
कर्नाटक- 61
पूर्वोत्तर (असम सहित)- 60
ओडिशा- 59
झारखंड- 57
तेलंगाना- 40
हरियाणा- 34
छत्तीसगढ़- 32
पंजाब- 30
केरल- 35
उत्तराखंड- 11
दिल्ली- 13
हिमाचल प्रदेश- 4
जम्मू-कश्मीर- 4
गोवा- 3
पांडिचेरी- 3
चंडीगढ़- 1
अयोध्या धाम, गोमती नगर और चल्लापल्ली जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों का उद्घाटन पहले ही किया जा चुका है।
वक्फ कानून पर केंद्र का पक्ष: 1923 से 1995 तक मुस्लिमों को ही वक्फ का अधिकार, 2013 में बदला नियम
21 May, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: वक्फ एक्ट में संशोधन के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट लगातार दूसरे दिन (बुधवार) सुनवाई कर रहा है। दूसरे दिन केंद्र सरकार ने वक्फ एक्ट पर अपना पक्ष रखा है। केंद्र सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कानूनी पक्ष मजबूती से रखा है। एसजी तुषार मेहता ने कहा कि वक्फ एक्ट में संशोधन के लिए हमने 97 लाख लोगों से राय ली है। याचिकाकर्ता पूरे मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं। 1923 के वक्फ एक्ट से लेकर 1995 तक यह व्यवस्था थी कि सिर्फ मुस्लिम ही वक्फ कर सकते थे। 2013 में चुनाव से पहले कानून बना दिया गया कि कोई भी वक्फ कर सकता है। एसजी ने कहा कि 25 वक्फ बोर्डों से राय ली गई, जिनमें से कई ने व्यक्तिगत रूप से आकर अपनी बात रखी। इसके अलावा राज्य सरकारों से भी सलाह-मशविरा किया गया। तुषार मेहता ने कहा कि संशोधन के हर खंड पर विस्तार से चर्चा की गई। कुछ सुझाव स्वीकार किए गए, जबकि कुछ नहीं। सुनवाई के दौरान जस्टिस बीआर गवई ने सवाल उठाया कि उनका तर्क यह है कि इस मामले में सरकार अपना दावा खुद तय करेगी?
इस पर एसजी मेहता ने कहा, यह सही है कि सरकार अपना दावा खुद पुष्ट नहीं कर सकती। शुरुआती बिल में कहा गया था कि कलेक्टर फैसला करेंगे। आपत्ति यह थी कि कलेक्टर अपने मामले में जज होंगे। इसलिए जेपीसी ने सुझाव दिया कि कलेक्टर के अलावा किसी और को नामित अधिकारी बनाया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजस्व अधिकारी सिर्फ रिकॉर्ड के लिए फैसले लेते हैं, टाइटल का अंतिम निर्धारण नहीं करते। एसजी मेहता ने कहा, सरकार सभी नागरिकों के ट्रस्टी के तौर पर जमीन रखती है।
वक्फ उपयोग पर आधारित है- यानी जमीन किसी और की है, लेकिन इस्तेमाल करने वाला लंबे समय से इसका इस्तेमाल कर रहा है। ऐसे में जरूरी है कि यह या तो निजी संपत्ति है या सरकारी। अगर कोई इमारत सरकारी जमीन पर है, तो क्या सरकार यह जांच नहीं कर सकती कि संपत्ति उसकी है या नहीं? धारा 3(सी) के तहत भी यही प्रावधान किया गया है।
आपको बता दें कि इस मामले में मंगलवार को भी सुनवाई हुई थी। याचिकाकर्ताओं की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी और राजीव धवन ने दलीलें रखीं। आज एसजी तुषार मेहता ने केंद्र का पक्ष रखते हुए कहा कि 1923 से 1995 के कानून में यह प्रावधान था कि सिर्फ मुसलमान ही वक्फ कर सकते हैं, लेकिन साल 2013 में चुनाव से पहले कानून बना दिया गया कि कोई भी वक्फ कर सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसमें सुधार किया है और वक्फ करने के लिए कम से कम 5 साल तक इस्लाम का पालन करने की शर्त रखी गई है।
एसजी तुषार मेहता ने कहा, 'अगर कोई किसी जगह का इस्तेमाल कर रहा है, उसके पास उस जगह के कागज़ात नहीं हैं और वह दावा करता है कि यह उपयोगकर्ता द्वारा अपंजीकृत वक्फ है। अगर सरकारी रिकॉर्ड में संपत्ति सरकारी संपत्ति है, तो क्या इसकी जांच नहीं की जाएगी? याचिकाकर्ताओं ने कल सुनवाई में संपत्ति के पंजीकरण पर आपत्ति जताई थी और कहा था कि 100-200 साल पुराने वक्फ के कागजात कहां से आएंगे।
चीफ जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई के सवाल
एसजी तुषार मेहता की दलील पर चीफ जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई ने कहा कि लेकिन याचिकाकर्ताओं का कहना है कि सरकार खुद अपने दावे की जांच करेगी। तुषार मेहता ने कहा, 'राजस्व अधिकारी भूमि राजस्व रिकॉर्ड की जांच करेगा। वह कोई अंतिम स्वामित्व तय नहीं करेगा। प्रभावित पक्ष के पास कोर्ट जाने का विकल्प है।
केंद्र सरकार का जवाब
एसजी मेहता ने कहा कि कलेक्टर की जांच से लोगों को परेशानी थी, इसलिए दूसरे अधिकारी को नियुक्त किया गया। वह सिर्फ राजस्व रिकॉर्ड की जांच करेगा और संशोधन करेगा। सीजेआई ने एसजी से पूछा कि इसका मतलब है कि सिर्फ कागजों पर प्रविष्टियां होंगी। सीजेआई गवई के सवाल पर तुषार मेहता ने कहा, 'हां, अगर सरकार स्वामित्व चाहती है तो वह सिविल केस भी दायर करेगी।