छत्तीसगढ़ (ऑर्काइव)
छत्तीसगढ़ में कोरोना की रफ्तार हुई कम, बीते 24 घंटे में मिले 160 नए मरीज मिले
4 May, 2023 02:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर | छत्तीसगढ़ में कोरोना की रफ्तार में थोड़ा लगाम लगा है। पिछले कुछ दिनों से कोरोना संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 160 नए कोरोना मरीज की पहचान हुई है। जिसमें से सर्वाधिक 29 केस बलौदाबाजार जिले से है। वहीं राज्य में आज 15 मरीज कोरोना से पूरी तरह स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हुए है।विभाग के अनुसार आज 4097 सैम्पलों की जांच हुई। प्रदेश में कोरोना औसत पॉजिटिविटी दर घटकर 3.91 फीसदी रह गया है। बुलेटिन के अनुसार रायपुर और धमतरी में दो कोविड मरीजों की मौत हुई है। मरीज कोविड के अलावा कई अन्य समस्याओं से भी ग्रसित थे।
आज से कई ट्रेनें होंगी रद्द, आटोमेटिक रिफंड होगा ई-टिकट का पैसा
4 May, 2023 02:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। रेलवे से यात्रा करने वाले लोगों के लिए बुरी खबर है। गुरुवार से कई ट्रेनों के पहिए थम जाएंगे। दरअसल, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल के रायपुर- रायपुर आरवी ब्लाक हट के बीच दूसरी रेललाइन एवं रायपुर यार्ड का आधुनिकरण का कार्य चार से 10 मई के बीच प्रस्तावित है। इसके लिए 20 ट्रेनों को रद्द किया गया है, जबकि 65 गाड़ियों को परिवर्तित मार्ग से चलाया जाएगा।उत्तरप्रदेश की ओर जाने वाली गाड़ियां जबलपुर-कटनी मार्ग से चलेगी, जबकि अनूपपुर होकर भोपाल की ओर जाने वाली गाड़ियों का अस्थायी ठहराव सरोना और उरकुरा में किया जाएगा। 25 गाड़ियां विलंब से रवाना होंगी। रेलवे के ब्लाक के दौरान आवश्यक जानकारी के लिए यात्रियों के लिए रायपुर रेल मंडल द्वारा हेल्पलाइन नंबर 138 एवं 0771-2252500 भी जारी किया गया है। उरकुरा और रायपुर स्टेशन के बीच यात्रियों के आने-जाने की सुविधा के लिए बस की व्यवस्था रहेगी। रेलवे प्रबंधन का कहना है कि ई-टिकट कैंसिल करवाने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। ट्रेन रद्द होने पर ई-टिकट का पैसा आटोमेटिक रिफंड हो जाएगा।
भीषण सड़क हादसे में 11 लोगो की हुई मौत
4 May, 2023 11:36 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर | छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में भीषण सड़क हादसा हुआ है। इसमें 11 लोगो की मौत हो गई है। घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। बताया जाता है कि बालोद जिले के जगतारा के पास यह बड़ा सड़क हादसा हुआ है। मृतकों में पांच महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं।बताते हैं कि ट्रक और बोलेरो में आमने-सामने भिड़ंत हुई है। इससे बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। बोलेरो में सवार तकरीबन 10 लोगों की मौत हो गई है। वही एक बच्चा गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है। सभी लोग धमतरी जिले के सोरम भटगांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं।सभी बराती शादी समारोह में शरीक होने कांकेर जिले के मरकाटोला गए थे।
वापसी के दौरान बालोद जिले की जगतरा के पास ये घटना घटी। पुलिस मौके पर पहुंची है। मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।सभी लोग एक ही परिवार के रहने वाले थे। हादसे में केवल बच्चा बचा है, जो गंभीर रूप से घायल है। घायल बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि परिवार सोरम से मरकाटोला में शादी कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा था ।बालोद के एसपी जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि बालोद जिले के जगतरा के पास ट्रक और कार की टक्कर में 10 लोगों की मौत हो गई और एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया है। घायल को बेहतर इलाज के लिए रायपुर रेफर किया गया है। ट्रक चालक की तलाश की जा रही है।
कई क्षेत्रों में हल्की बारिश के आसार के साथ-साथ बिजली गिरने की भी संभावना
4 May, 2023 11:01 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदलने की वजह से तेज गर्मी के रूप में जाना जाने वाला मई माह के तीन दिन बीत चुके है और मौसम में ठंडकता बनी हुई है। रोजाना हो रही बारिश के चलते रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट आ गई है। साथ ही मौसम में ठंडकता भी बढ़ गई है। बुधवार को रायपुर का अधिकतम तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जो सामान्य से 12 डिग्री सेल्सियस नीचे है। इसी प्रकार न्यूनतम तापमान 20.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जो सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस नीचे है।
मौसम विभाग का कहना है कि गुरुवार को भी प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अंधड़ चलने व बिजली गिरने की संभावना है। इसके साथ ही हल्की वर्षा के भी आसार है।बुधवार सुबह से ही रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रहे। इसके साथ ही रुक रुक हर हल्की वर्षा भी हुई। रुक रुक कर हुई हल्की वर्षा से मौसम में ठंडकता भी बढ़ गई। ऐसा पिछले 25 वर्षों में पहली बार देखा गया है कि मई का पहला सप्ताह बिल्कुल ठंडा जा रहा है और लगातार बारिश भी हो रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आने वाले दो दिन भी मौसम का मिजाज इस प्रकार ही बना रहने की संभावना है।
शासन के महत्वपूर्ण अंग हैं कोटवार, पटेल और होमगार्ड: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
3 May, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने आज प्रदेश भर से आए कोटवार, होमगार्ड के जवान और ग्राम पटेलों स्वावलंबी गौठान समिति के अध्यक्ष-सदस्यों ने खुलकर अपने दिल की बात रखी और मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को गज माला पहनाकर उनका सम्मान किया। सभी ने कहा कि बघेल ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने हमारे तकलीफ को समझा और मानदेय बढ़ाकर हमें बड़ी सौगात दी है।
कार्यक्रम में गौठान संचालन समिति के अध्यक्ष और सदस्यों ने भी मानदेय मिलने की शुरुआत होने पर खुशी जताई और गोबर पेंट से बनी मुख्यमंत्री की पेंटिंग भेंटकर और खुमरी पहनाकर उनका आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में स्वावलंबी गौठान संचालन समिति के अध्यक्ष-सदस्यों को 01 करोड़ 56 लाख रूपए की राशि और गोधन न्याय योजना के तहत गोबर 09 करोड़ 80 लाख रूपए की राशि अंतरित की, इसमें गोबर विक्रेताओं के लिए 3 करोड़ 80 लाख तथा गौठान समिति एवं स्व-सहायता समूहों के लिए 6 करोड़ रूपए शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रयास किया जाए कि गांवों में निरंतर गोबर की खरीदी हो और गांवों में एकत्रित होने वाले गोबर में से 50 प्रतिशत गोबर की खरीदी हो, इससे हमारे पशुपालक समृद्ध होंगे और गोबर पेंट और बिजली बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में गोबर उपलब्ध हो। जिन गौठानों में प्रतिदिन 5 क्विंटल की खरीदी होगी, वहां पर उद्योगपतियों को गोबर से बिजली बनाने का संयंत्र लगाने की सुविधा मिल सकेगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम शासन के महत्वपूर्ण अंग पटेल, कोटवार, होम गार्ड और गौठान समिति के अध्यक्ष-सदस्यों से भी रू-ब-रू हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनके बिना सुचारू रूप से प्रशासन के संचालन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। अब एक नये संगठन के रूप में गौठान समिति की बड़ी भूमिका भी सामने आई है, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोटवार, पटेल शासन के आंख और कान है। गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने में वे पुलिस और प्रशासन का सहयोग करते हैं। गांव और शासन-प्रशासन के मध्य एक कड़ी के रूप में कार्य करते हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमारी सरकार बनी, तो उस समय महसूस किया कि गांव में कृषि यंत्रों के उपयोग से लागत बढ़ रही थी, रकबा कम हो रहा था। पशुओं के अनियंत्रित चराई की समस्या से भी हमारे गांव जूझ रहे थे। तब हमने गौठान की संकल्पना की शुरूआत की, ताकि गांव में पशु एक-दूसरे के खेतों में प्रवेश न करें और उनका सदुपयोग हो। उन्होंने कहा कि इसके लिए गांवों में उन्हीं भूमि का चयन किया गया, जो अविवादित थी। हमने पंचायतों में गौठान बनाना शुरू किया। आज 10 हजार से अधिक गौठान बन गए हैं, जिसमें 5 हजार से अधिक गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं। इन गौठानों में गोबर खरीदी हो रही है। वर्मी कम्पोस्ट बन रहे है और साथ ही अन्य गतिविधियों के साथ यहां गोबर पेंट और बिजली बनाने के काम हो रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि होमगार्ड के जवानों के लिए 6300 रूपए से बढ़ाकर 6420 रूपए प्रति माह वृद्धि की है। साथ ही कोटवार, पटेल के मानदेय में भी बढ़ोत्तरी की है। प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण की दृष्टि से भी शासन ने महत्वपूर्ण निर्णय लिये। अब राज्य में 33 जिले और 112 अनुविभाग और 233 तहसील हो गए हैं। इससे हम प्रशासनिक सुदृढ़ीकरण की ओर आगे बढ़ रहे हैं। साथ ही शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन भी तेजी से हो रहा है। कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि हमने छत्तीसगढ की 98 प्रतिशत जनता को सम्मान करने के लिए 01 मई को बोरे-बासी दिवस मनाया। उन्होंने कहा कि हमने पटेल और कोटवारों को सम्मान दिया है और गांव के समितियों में पटेल को शामिल करने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
कार्यक्रम में विधायक सत्यनारायण शर्मा, कुलदीप जुनेजा, महापौर एजाज ढेबर, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़, पूर्व सांसद नंदकुमार साय, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा सहित अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
आभार सम्मेलन : साइंस कॉलेज मैदान, रायपुर
3 May, 2023 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : सरकार द्वारा किये गए कार्यों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया अधिकारियों ने- सरकार ने 10 हजार 7 सौ गौठान स्वीकृत किए गए थे, जिसमें 10 हजार एक गौठान बनाए जा चुके हैं।- कोटवार और पटेल गांव में प्रथम कड़ी के रूप में कार्य करते रहे हैं, जनगणना जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में भी कोटवार और पटेलों के सहभागिता रही।
कानून व्यवस्था के संबंध में भी गांव से संबंधित महत्वपूर्ण सूचना कोटवारों और पटेल के माध्यम से प्राप्त होती रही है।
कोटवारों के मानदेय के लिए 56 करोड़ से अधिक की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गौठान के माध्यम से आर्थिक तरक्की की राह को आसान बनाने वाले गौठान प्रबंधन समिति के सदस्यों के मानदेय वितरण का शुभारंभ किया।
अशासकीय सदस्यों और अध्यक्षों के मानदेय की राशि वितरण का हुआ शुभारंभ।
निलजा गौठान समिति के अध्यक्ष घनश्याम वर्मा ने कहा कि गौठान बनने से हमारे गौवंशीय गौठान में सुरक्षित हैं और वे अब फसलों को नुकसान भी नहीं पहुंचा रहे हैं।
आज गौठान में किसान गोबर और गोमूत्र को बेचकर स्वावलंबी हो रहे हैं। महिला स्व सहायता समूह आज वहां बाड़ी, वर्मी खाद, मुर्गी पालन , मछली पालन और अन्य गतिविधि का संचालन कर रहे हैं।
महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा आज हमारे गौठान में 18 सौ क्विंटल वर्मी खाद का उत्पादन हो चुका है और पूरा 18 सौ क्विंटल खाद की बिक्री हो चुकी है।
21 सौ लीटर गोमूत्र की खरीदी हुई है, 900 लीटर ब्रह्मास्त्र बना कर हमने बिक्री कर चुके जिससे हमारे स्व-सहायता समूह को ₹6 लाख रुपए की आमदनी हुई।
गौठान में आयमूलक गतिविधियों के संचालन से हुई आठ लाख रुपए की आय
चारामा से आए सरजू प्रसाद ने बताया कि उनका गौठान 2020 में शुरू हुआ, जो गांव से तीन किलोमीटर की दूरी पर है, जहां मुर्गी पालन, अंडा उत्पादन और गोबर से पेंट बनाने का कार्य किया जा रहा है।
इन सभी गतिविधियों से आठ लाख रुपए की आमदनी हुई है। मिनी राइस मिल और ऐश ब्रिक निर्माण का भी कार्य शुरू किया जा रहा है।
किसानों को स्वावलंबी बनाने के लिए ये योजनाएं बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे गरीब किसान, कर्मचारी, व्यापारी सभी वर्ग को ऐसे मुख्यमंत्री मिले हैं जो सभी के हितों का ध्यान रखते हैं।
पशुओं को सुरक्षा मिल रही है, आमदनी का रास्ता भी खुला
गौठान समिति रवेली के अध्यक्ष बृजराज वर्मा ने बताया कि गौठान योजना लागू होने से पहले आवारा पशु सड़कों पर घूमते थे। गोबर का उचित संग्रहण नहीं हो पा रहा था, परंतु इस योजना से न केवल पशुओं को सुरक्षा मिल रही है बल्कि आमदनी का रास्ता भी खुला है। वर्मा ने योजना को महत्वपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री का आभार जताया।
प्रत्येक वर्गों से मिलकर, उनकी समस्याओं का करते हैं निराकरण
कोटवारों संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रेम किशोर बाघ ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गौठानों के माध्यम से गोबर एवं पशुपालकों का मान बढ़ाया है।
बाघ ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रत्येक विधानसभा में जाकर भेंट-मुलाकात करते हैं और वहां के प्रत्येक वर्गों से मिलकर, उनकी समस्याओं को जानकर उनका निराकरण करते हैं। नरवा, गरवा, घुरूवा, बाड़ी से उन्होंने प्रदेश को पहचान दिलायी है। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार जताया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 18वें छत्तीसगढ़ यंग साइंटिस्ट कांग्रेस 2023 के शुभारंभ समारोह में हुए शामिल
3 May, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री बघेल ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया राजधानी रायपुर के पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित है कार्यक्रम छत्तीसगढ़ काउंसिल आफ साइंस एंड टेक्नोलाजी और पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी रायपुर के तत्वाधान में आयोजन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का छत्तीसगढ़ यंग साइंटिस्ट कांग्रेस 2023 में संबोधन
3 May, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि बिना वैज्ञानिक सोच के समाज आगे नहीं बढ़ सकता
आज जिसके पास परमाणु बम है वह पूरी दुनिया में राज कर रहा है
यदि पूरे इतिहास पर नजर डालें तो पिछले 200- 300 साल बहुत महत्त्वपूर्ण है जिसमें बिजली की खोज जैसी महत्वपूर्ण खोज हुये
बिना वैज्ञानिक सोच के इंसान आगे नहीं बढ़ सकता है
समय समय पर नई खोजों ने समाज को आज इस स्थिति में पहुंचाया है
हमारे लिए महत्वपूर्ण ये है कि हम सोचें और समस्याओं का पता लगाएं जैसे न्यूटन ने सेव के पेड़ से गिरने पर सोचा था
जो व्यक्ति सवाल नहीं करता और समाधान नहीं खोजता वो समाज में पीछे रह जाता है
राजा राममोहन राय ने अंग्रेजी और विज्ञान के लिए आंदोलन चलाया था
आज देश के विद्यार्थी देश और दुनिया में अपना स्थान बना पाए हैं
पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू की सोच वैज्ञानिक थी, उनके पास विज्ञान की भी डिग्री थी
जब उन्हें अवसर मिले तो उन्होंने देश को आईआईटी और आईआईएम दिया
यदि नेहरू जी आधारभूत संरचनाएं निर्मित नहीं करते तो हम भी अपने पड़ोसी देशों की तरफ होते
लेकिन आज हम दुनिया से आंख में आंख मिलाकर बात कर पा रहे हैं
पहले टीवी और मोबाइल के नाम पर भी लोग हंसते थे
लेकिन आज वैज्ञानिक सोच की वजह से मोबाइल में ही लोग टीवी देख रहे हैं
पहले मौसम वैज्ञानिक से जानकारी लेनी पड़ती थी, आज मोबाइल में ही सब कुछ है
लेकिन हम संसाधनों का सही से इस्तेमाल न करें तो इसका दुरूपयोग भी होता है
जितना शोध हमारे ऋषि मुनियों ने किया है उतने शोध पूरी दुनिया में कहीं नहीं हुए हैं
वर्तमान समस्याओं को पुराने शोध के आधार पर खोजेंगे तो नए शोध समाज में कैसे आएंगे
आज मौसम में बदलाव हो रहा है, ये क्यों हो रहा है इसके आधार में नहीं जाएंगे तो पता कैसे चलेगा
हमने नरवा गरूआ घुरूआ बारी योजना की शुरूआत की है
छत्तीसगढ़ सरकार दुनिया की पहली सरकार है जो गोबर खरीद रही है
इसके लिए लोगों ने मजाक भी बनाया और योजना की सफलता पर सवाल उठाए
अब गोबर से वर्मी कंपोस्ट बन रहा है, पराली को जला नहीं रहे गौठानों में पहुंचा रहे हैं
जितना हम धरती से ले रहे हैं उतना हमें धरती को वापस भी करना है
इस योजना से धरती उर्वर हो रही है, उत्पादन बेहतर हो रहा है
प्रकृति ने छत्तीसगढ़ में हमें बहुत कुछ दिया है, इसका इस्तेमाल कर हम रोजगार भी उत्पन्न कर रहे हैं
गोबर से कई उत्पाद बन रहे हैं, खाद बना रहे हैं, प्राकृतिक पेंट बना रहे हैं, गोबर से बिजली उत्पादन कर रहे हैं
गांव की महिलाएं बहने गोबर से बिजली उत्पादन कर रही हैं
बिना फिटनेस और टैक्स के अब टोल से गुजरना पड़ेगा महंगा
3 May, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार अब बिना फिटनेस , टैक्स और बिना दस्तावेज के चलने वाले वाहनों पर सख्ती करने की तैयारी में हैं। प्रदेश के सभी नेशनल हाईवे में अब ई-डिटेक्शन सिस्टम शुरू किया जा रहा है , जिससे कि बिना फिटनेस और बिना टैक्स वाले वाहनों के टोल से गुजरने पर ऑटोमैटिक चालान होगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप तथा परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश में परिवहन सुविधाओं का सुचारू रूप से क्रियान्वयन हो रहा हैं। मुख्यमंत्री महोदय ने सड़क दुर्घटना में होने वाले मृत्यु के आँकड़ो को देख कर प्रदेश में रोड एक्सीडेंट कम करने हेतु कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे । सड़क दुर्घटना का एक प्रमुख कारण बिना फ़िटनेस के चलने वाले हैवी गाड़िया है । अनफिट गाड़ियो से होने वाली सड़क दुर्घटना कम करने के लिए प्रदेश में परिवहन विभाग की पहल पर राष्ट्रीय राजमार्गों में ई-डिटेक्शन सिस्टम शुरू किए जा रहे है , जो बिना फिटनेस के वाहनों को डिटेक्ट कर ऑटोमैटिक चालानी कार्यवाही करेगा।
परिवहन विभाग द्वारा ऑटोमैटिक चालान की व्यवस्था
परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्गों पर चलने वाले ऐसे वाहनों का पता लगाने के लिए परिवहन विभाग ने एनआईसी उड़ीसा के सहयोग से ई-डिटेक्शन पोर्टल विकसित किया है।
परिवहन विभाग द्वारा ऑटोमैटिक चालान की व्यवस्था
ई-डिटेक्शन पोर्टल का उद्देश्य राष्ट्रीय राजमार्गों पर विभिन्न टोल नाकों से गुजरने वाले वाहनों का डेटा एकत्र करना है। पहले चरण में एनएच पर टोल गेट्स को ई डिटेक्शन पोर्टल से जोड़ा गया है। बाद में खनन और औद्योगिक क्षेत्रों से भी एएनपीआर कैमरे के मदद से डेटा एकत्र किया जाएगा। इस हेतु भी कार्यवाही शुरू कर दी गई है ।
परिवहन विभाग द्वारा ऑटोमैटिक चालान की व्यवस्था
गाड़ियों की जानकारी को फास्टैग के माध्यम से प्राप्त किए गए डेटा से एकत्र किया जाएगा और जब कोई वाहन टोल गेट से गुजरेगा तो उसकी तस्वीरें ली जाएंगी। जिस वाहन के पास कानूनी रूप से आवश्यक वैध दस्तावेज नहीं होंगे उसका ई-डिटेक्शन पोर्टल द्वारा स्वचालित रूप से चालान किया जाएगा। चालान एसएमएस के माध्यम से वाहन स्वामी के मोबाइल में भेज दिया जाएगा और जब तक वाहन स्वामी के द्वारा उस चालान का भुगतान नहीं कर दिया जायेगा तब तक उस गाड़ी से संबंधित समस्त कार्य सभी आरटीओ में प्रतिबंधित रहेंगे।
परिवहन विभाग द्वारा ऑटोमैटिक चालान की व्यवस्था
परिवहन सचिव एस प्रकाश द्वारा वाहन मालिकों से अपील की गई है कि सड़क में वाहन चलाने से पहले गाड़ी के समूर्ण आवश्यक दस्तावेज को अप-टू-डेट करा ले। सभी दस्तावेज पूर्ण होना स्वय और सड़क में चलने वाले अन्य सभी लोगो के सुरक्षा के लिये आवश्यक है।
परिवहन आयुक्त दीपांशु काबरा द्वारा वाहन स्वामियों से अपील की गई है कि वे फिटनेस, टैक्स, बीमा और पीयूसी के जुर्माने से बचने के लिए वाहन के दस्तावेज अप-टू-डेट रखें। छत्तीसगढ़ के ई-डिटेक्शन पोर्टल विकसित करने में एनआईसी उड़ीसा के वरिष्ठ तकनीकी निदेशक प्रशांत कुमार नायक, एनआईसी छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ तकनीकी निदेशक निवास राव और साइंटिस्ट अमित देवांगन का विशेष योगदान रहा।
सड़क सुरक्षा पर सुप्रीम कोर्ट की समिति (एससीसीओआरएस) की सिफारिश के बाद सरकार ने ई डिटेक्शन के क्रियान्वयन का नीतिगत निर्णय लिया है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट समिति के सचिव संजय मित्तल ने कुछ जिलों का दौरा किया था और राज्य में सड़क हादसों को कम करने के लिए शुरू किए गए सुधारात्मक उपायों की समीक्षा की थी। उन्होंने बिना फिटनेस और इंश्योरेंस के चल रहे वाहनों पर लगाम लगाने के लिए निर्देश दिये थे।
ज्ञात हो कि किसी वाहन को सड़क पर चलाने के लिए टैक्स पटाना , पंजीकरण प्रमाण पत्र, फिटनेस प्रमाण पत्र, परमिट (यदि परिवहन वाहन है तो), बीमा और सभी वाहनों के लिए प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसीसी) जैसे वैध दस्तावेज होने अनिवार्य है तथा सभी वाहन चालकों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस अनिवार्य है। पर्सनल वाहनों के लिए फिटनेस और परमिट की आवश्यकता नहीं होती है।
राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल गेटों से एकत्र किए गए नमूना आंकड़ों के अनुसार, यह देखा गया है कि बहुत से वाहन बिना वैध दस्तावेजों के चल रहे हैं। खासतौर से हेवी माल यान जिसमें फिटनेस अनिवार्य है, ऐसे वाहन भी बिना फिटनेस और बिना टैक्स के चलते पाये जाते है। ऐसे वाहनो से सड़क दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है और इंश्योरेंस क्लेम में भी समस्या उत्पन्न होती है ।
मई महीने में सबसे कम रहा तापमान, 8 मई से फिर बढ़ेगी गर्मी
3 May, 2023 04:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर । छत्तीसगढ़ में अप्रैल का महीना ठंडा बीता, एक भी दिन लू नहीं चला। इसके बाद मई माह की शुरुआत में ही बादल ऐसे बरसे की प्रदेश में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री तक पहुंच गया है। बीते 10 सालों में मई महीने में तापमान इतना कम कभी नहीं हुआ था।इधर बारिश ने भी कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 1 से 3 मई के बीच सबसे ज्यादा 160.7 मिलीमीटर बारिश बालोद जिले में रिकॉर्ड की गई है, हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि कल से बारिश कम होने लगेगी और फिर 8 मई से गर्मी बढ़नी शुरू होगी।
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि उपरी हवा का एक चक्रवाती घेरा दक्षिण छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित है। एक द्रोणिका दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश से तमिलनाडु तक 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैली हुई है। इसके असर से प्रदेश में कई जगह हल्की बारिश होने और गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। वहीं प्रदेश के एक-दो स्थानों में अंधड़ चलने और ओले गिरने की आशंका भी बनी हुई है।प्रदेश में 1 से 3 मई के बीच जमकर बारिश हुई है। मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा बारिश बालोद जिले में दर्ज की गयी है। इसके दक्षिण और मध्य छत्तीसगढ़ में ज्यादा बारिश हुई है।
8 मई से गर्मी पड़नी शुरू होगी
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा का कहना है कि 3 मई के बाद प्रदेश में बारिश कम होने लगेगी और फिर धीरे-धीरे 8 मई से तापमान बढ़ना शुरू होगा और फिर गर्मी बढ़ने की संभावना है। छत्तीसगढ़ में इस साल कम गर्मी पड़ने से अप्रैल का महीना राहत भरा रहा और मई की शुरुआत में ही बारिश की वजह से फिलहाल दो से तीन दिनों तक तेज गर्मी की आशंका कम ही है। लेकिन साल 2022 में मई महीने में सबसे ज्यादा तापमान 44.6 डिग्री दर्ज किया गया था। वहीं बीते 10 सालों में साल 2013 में मई माह में 46.6 डिग्री तापमान सबसे ज्यादा रिकॉर्ड किया गया था। हांलाकि अप्रैल महीने में ही इससे ज्यादा गर्मी पड़ चुकी थी लेकिन इस साल अप्रैल महीना लोगों के लिए कूल-कूल रहा है।
सीएम भूपेश बघेल ने दिया अहम बयान, छत्तीसगढ़ में भी बैन होगा बजरंग दल
3 May, 2023 04:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश में बजरंग दल को लेकर सियासी पारा चढ़ने लगा है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए जारी अपने घोषणापत्र में कांग्रेस ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया है। कहा जा रहा है कि ऐसा ही कुछ वादा छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार भी कर सकती है।सीएम बघेल से छत्तीसगढ़ में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के विचार पर एक सवाल पूछा गया। इस पर बघेल ने कहा, यहां बजरंगियों ने जो गड़बड़ की है, उसको हम लोगों ने ठीक कर दिया है। जरूरत पड़ी तो छत्तीसगढ़ में भी बजरंग दल पर बैन लगाने का सोचेंगे। अभी कर्नाटक की समस्या के हिसाब से वहां बैन करने की बात कही गई है।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने मंगलवार को घोषणापत्र जारी करते हुए बजरंग दल की प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से तुलना की। कांग्रेस ने कहा कि सत्ता में आने पर इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। साथ ही वादा किया गया है कि प्रदेश में जाति एवं धर्म के आधार पर नफरत फैलाने वाले पीएफआई व ऐसे अन्य संगठनों के खिलाफ भी प्रतिबंध लगाने समेत निर्णायक कार्रवाई की जाएगी।
सीएम भूपेश बघेल- वैज्ञानिक सोच के बिना इंसान का आगे बढ़ पाना संभव नहीं
3 May, 2023 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। बिना वैज्ञानिक सोच के इंसान आगे नहीं बढ़ सकता है, समय समय पर नई खोजों ने समाज को आज वर्तमान की इस स्थिति में पहुंचाया है। आज के इस दौर में हर व्यक्ति में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का होना बहुत जरूरी है। इस बारे में सबसे पहले पंडित जवाहर लाल नेहरू जी ने सोचा। आजादी के बाद उन्होंने भारत को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लैस करने की मुहिम शुरू की। पंडित नेहरू जी की सोच थी कि जनप्रतिनिधि और वैज्ञानिक यदि तालमेल के साथ काम करें तो देश की हर समस्या का आसानी से हल हो सकता है। ये बातें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राजधानी रायपुर के डीडीयू आडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय 18वें छत्तीसगढ़ यंग साइंटिस्ट कांग्रेस 2023 के शुभारंभ के अवसर देश भर से आए युवा वैज्ञानिकों से कहीं।
युवा वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप में से बहुत से युवा ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं। आप लोग गांव की समस्याओं को और जरूरतों को बहुत अच्छी तरह समझते हैं। उन्होंने कहा कि आपकी प्रतिभा और ग्रामीणों के परंपरागत अनुभवों के मेल से देश में एक नये युग की शुरुआत हो सकती है। हम उस युग में प्रवेश कर सकते हैं, जिसका सपना महात्मा गांधी देखा करते थे। ग्रामीण भारत और ग्राम स्वराज का सपना हम साकार कर सकते हैं।
युवा वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें मौसम में हो रहे परिवर्तन को नियंत्रित करने की दिशा में शोध तेज करना होगा या फिर इस परिवर्तन के अनुकूल विकल्पों की तलाश करनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि हम संसाधनों का सही से इस्तेमाल न करें तो इसका दुरूपयोग भी होता है जिससे हमें बचकर रहना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समस्याओं को पुराने शोध के आधार पर खोजने से नए शोध समाज में नहीं आएंगे इसलिए शोध के नए नए तरीके युवा वैज्ञानिकों को सोचना चाहिए।
कोतवाली थाना क्षेत्र के जंगलों में मिला कंकाल मिलने से मचा हड़कंप
3 May, 2023 11:05 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बालोद कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत पर्रेगुड़ा गांव के भोला पठार के जंगल में एक नर कंकाल मिला है। जिसके बाद से क्षेत्र में हलचल मच गई गई है। नरकंकाल के पास बाल और चूड़ी मिलने के बाद आशंका जताई जा रही है कि कंकाल युवती का है फिलहाल पुलिस पुष्टि करने में जुटी हुई है।फॉरेंसिक टीम को भी सूचना दे दी गई है। माना जा रहा है कि किसी ने युवती की हत्या कर शव यहां फैंक दिया गया। वहीं मौके पर पुलिस की टीम भी पहुंच गई है पूरा मामला भोला पठार जंगल का है। अब यह कंकाल कितने दिन पुराना है यह फॉरेंसिक जांच के बाद पता चल पाएगा।मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह कंकाल को देखा गया है। देखते ही देखते यह बात आग की तरह फैल गई। फिलहाल मौके के लिए कोतवाली थाने की टीम रवाना हो चुकी है। पुलिस की जांच में ही स्पष्ट हो पाएगा कि युवती कौन है और किस वजह से उनकी मौत हुई है।
कांग्रेस नेता और IPS अफसर के बीच हुई हाथापाई, कार्यकर्ताओं का हंगामा जारी
3 May, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में मंगलवार को कांग्रेस नेता और ट्रेनी आईपीएस के बीच हाथापाई हो गई। इस दौरान थाने में जमकर थप्पड़ चले। इसका पता चलते ही बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता एकत्र हो गए और थाने में जमकर हंगामा किया। इसके बाद कार्यकर्ता एसपी दफ्तर के बाहर पहुंचकर नारेबाजी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि युवक कांग्रेस कार्यकर्ता किसी काम से बस्तर कोतवाली पहुंचे थे। इसी दौरान उनका ट्रेनी आईपीएस से विवाद हो गया। इसके बाद से अभी तक हंगामा जारी है।
जानकारी के मुताबिक, युवक कांग्रेस के एक नेता मंगलवार को किसी मामले के सिलसिले में सिटी कोतवाली पहुंचे थे। उनके साथ अन्य कार्यकर्ता भी थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर कांग्रेस नेता का प्रशिक्षु आईपीएस विकास कुमार से विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ी कि दोनों ओर से धक्कामुक्की होने लगी और बात मारपीट तक पहुंच गई। आरोप है कि अफसर ने कांग्रेस नेता को थप्पड़ मारे। वहीं जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में कांग्रेसी कोतवाली के अंदर घुस गए और हंगामा कर दिया।
एनआइटी के शोधार्थी ने तैयार किया विजन सेंसर माडल जिससे बिना ड्राइवर के चलेगी कार
3 May, 2023 10:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) रायपुर के शोधार्थी ने ऐसा कंप्यूटर विजन सेंसर माडल तैयार किया है, जिससे वाहन बिना चालक के सुरक्षित चल सकेगा।शोधार्थी दीपक कुमार देवांगन ने बताया कि कंप्यूटर विज़न तकनीकों के साथ कंवोल्यूशन न्यूरल नेटवर्क को डिजाइन और विकसित किया गया है। यह वाहन संचालन के दौरान सड़क और लेन मार्किंग, स्पीड ब्रेकर और सड़क के गड्ढों को पहचानेगा और फिर ड्राइविंग का उचित निर्णय लेना है।
इस माडल का मुख्य आकर्षण यह है कि यह केवल एक ही विज़न कैमरा का उपयोग करता है, जिसका खर्च हजारों में आएगा। जबकि सेल्फ ड्राइविंग कार बनाने वाली कंपनियां जैसे की टेस्ला और गूगल लिडार व रडार का उपयोग करते हैं। यह दो तकनीक वाहन संचालन के दौरान सड़क की स्थिति गड्ढों आदि का पता लगाते हैं और गाड़ी संचालन के दौरान संदेश देते है। जिसका 15 लाख रुपये तक या उससे अधिक आता है।आने वाले समय में बिना ड्राइव के संचालित वाहन के लिए यह तकनीक कम खर्च और बेहद कारगर साबित होगा।
शोधार्थी दीपक ने बताया कि उनका माडल कंप्यूटर विज़न और डीप-लर्निंग एल्गोरिदम पर काम करता है। सुरक्षित वाहन संचालन, सड़क दुर्घटना रोकने सहायक होगा।शोधार्थी दीपक ने बताया कि अप्रत्याशित यातायात स्थितियों के कारण भारत में अब तक पूरी तरह से चालक रहित कार को लांच नहीं किया गया है। इसलिए, विभिन्न स्मार्ट शहरों में ऐसे वाहन के विकास और अनुसंधान की संभावना बहुत महत्वपूर्ण लगती है। जो कैमरा-आधारित तकनीक का उपयोग करके न केवल कम खर्चीले है,बल्कि सड़क दुर्घटना को कम करने में भी मदद कर सकते है।