छत्तीसगढ़ (ऑर्काइव)
सीएम भूपेश बघेल ने बेरोजगारी भत्ते की पहली किस्त आनलाइन की जारी
30 Apr, 2023 12:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज 30 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के 70 हजार युवाओं को बड़ी सौगात दी। सीएम बघेल ने युवाओं को बेरोजगारी भत्ते की पहली किस्त 17.50 करोड़ रूपए की राशि आनलाइन जारी किया।इस मौके पर सीएम बघेल ने कहा, बेरोजगार युवाओं को सरकार की तरफ से यह छोटी सी मदद है। इससे युवाओं को पढ़ाई के दौरान आने वाले खर्च में मदद मिलेगी। कार्यक्रम के दौरान युवाओं की सरकारी नौकरी में भर्ती शुरू करने की मांग पर मुख्यमंत्री ने राजभवन में लंबित आरक्षण संशोधन विधेयक का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, आरक्षण विधेयक पिछले पांच महीने से राजभवन में अटका हुआ है, जिससे भर्ती रूकी हुई है।
इस मौके पर सीएम ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, पिछली सरकार में युवाओं को दिए गए बेरोजगारी भत्ते ऊंट के मुंह में जीरा के समान थे। इससे पहले मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में सुबह 11 बजे आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बघेल ने बेरोजगारी भत्ता के लिए चयनित युवाओं से चर्चा की। युवाओं ने भी बेरोजगारी भत्ता शुरू करने पर सरकार की सराहना की।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ में 1 अप्रैल 2023 को बेरोजगारी भत्ता योजना का शुभारंभ किया गया है। योजना के तहत अब तक 70 हजार युवाओं का बेरोजगारी भत्ता स्वीकृत किया जा चुका है। बेरोजगारी भत्ता के पोर्टल पर एक लाख 27 हजार लोगों द्वारा आवेदन किया जा चुका है। बेरोजगारी भत्ता योजना के लिए आवेदन करने की कोई अंतिम तिथि निर्धारित नहीं है और पोर्टल सभी दिनों के लिए 24 घंटे खुला है, आवेदक इस पोर्टल पर अपनी सुविधा अनुसार कभी भी आवेदन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री बघेल की घोषणा के अनुरूप बेरोजगारी भत्ते की राशि 2,500 रूपए सीधे आवेदकों के बैंक खाते में डीबीटी द्वारा ट्रांसफर की जाएगी। योजना का उद्देश्य प्रदेश के बेरोजगारों को प्रतिमाह 2,500 रूपए का भत्ता देने के साथ-साथ उन्हें कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार योग्य बनाना है। बेरोजगारी भत्ता योजना के आवेदक को छत्तीसगढ़ का मूल निवासी होना आवश्यक है। योजना के लिए आवेदन किए जाने वाले वर्ष के 1 अप्रैल को आवेदक की उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
इसके अलावा आवेदक मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम हायर सेकेण्डरी यानी 12वीं कक्षा पास हो। साथ ही छत्तीसगढ़ के किसी भी जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र में पंजीकृत हो और आवेदन के वर्ष की 1 अप्रैल की स्थिति में हायर सेकेण्डरी या उससे अधिक योग्यता से उसका रोजगार पंजीयन न्यूनतम दो वर्ष पुराना हो। आवेदक की स्वयं का आय का कोई स्रोत न हो और आवेदक के परिवार के सभी स्रोतों से वार्षिक आय 2.50 लाख रूपए से अधिक न हो। पारिवारिक आय हेतु तहसीलदार या उससे उच्च राजस्व अधिकारी द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र बेरोजगारी भत्ता की आवेदन तिथि से 1 वर्ष के अंदर ही बना हो।
बेमौसम बारिश से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त
30 Apr, 2023 10:53 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों के साथ ही गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में भी बीते सप्ताह भर से अधिक समय से बेमौसम बरसात हुई। आज भी सुबह से तेज हवाओं के साथ मौसम में बदलाव हुआ। आसमान में छाए काले बादलों की वजह से दिन रात जैसा लगने लगा। तेज हवाओं के साथ जिले में बेमौसम बारिश का सिलसिला जारी हो गया है।जिले में पिछले 10 दिनों से लगातार बारिश हो रही है। झमाझम बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज हुई है।
वहीं, लगातार हो रही बारिश के चलते बिजली की भी आंख मिचौली जारी है। पेंड्रा गौरेला मरवाही सहित अमरकंटक में भी तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के साथ तेज हवाओं के चलते कई स्थानों पर पेड़ गिरने की भी सूचना है। बेमौसम बारिश के चलते शहरी इलाकों में कई जगहों पर जलजमाव के चलते लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।बता दें कि पिछले 10 दिनों से इलाके में हर रोज दोपहर बाद तेज हवाओं के साथ बारिश का सिलसिला जारी है। कल शनिवार दोपहर बाद से शुरू हुई बारिश रात भर रुक रुक कर जारी रही। वहीं, इस बेमौसम बारिश से तापमान में जरूर गिरावट दर्ज की गई है ।
नक्सलियों ने एक साथ लगाए थे तीन IED, पहली बार रची ऐसी साजिश
30 Apr, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में हुए नक्सली हमले को लेकर नई जानकारी सामने आई है। नक्सलियों ने इस पूरी वारदात को अंजाम देने सुनियोजित तरीके से तगड़ी तैयारी कर रखी थी। दरअसल, नक्सलियों ने जवानों की गाड़ी को उड़ाने के लिए एक नहीं, बल्कि तीन आईईडी का इस्तेमाल किया था। घटनास्थल से मिले साक्ष्य इसी ओर इशारा कर रहे है।नक्सलियों ने नकुलनार से अरनपुर होते हुए जगरगुंडा को जोड़ने वाले स्टेट हाईवे पर सुरंग बनाकर तीन आईईडी प्लांट की थी। तीनों आईईडी का कनेक्शन एक ही वायर से जुड़ा था और जब विस्फोट हुआ तो तीनों आईईडी एक साथ फटे और जवानों की गाड़ी के परखच्चे उड़ गए।
बताया जा रहा है कि सात मीटर चौड़ी सड़क पर बीस-बीस किलो की तीन आइईडी नक्सलियों ने लगा रखी थी। दो आइईडी सड़क के किनारे और एक बीच में प्लांट की गई थी। सड़क की चौड़ाई अधिक होने की वजह से नक्सलियों ने ऐसा पहली बार किया।आईईडी प्लांट करने के लिये नक्सलियों ने सड़क को कहीं भी नहीं काटा, बल्कि सड़क किनारे से सुरंग बनाकर आईईडी प्लांट किया था। करीब चार फीट व्यास वाली सुरंग का निर्माण नक्सलियों ने आईईडी प्लांट करने के लिये किया था।
कल कांग्रेस रायपुर के 20 वार्डों में निकालेगी रैली
30 Apr, 2023 10:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर | देश की जनता के लिये प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' बोझिल और उबाऊ है। लोग प्रधानमंत्री के मन की बात सुनना नहीं चाहते। मन की बात सुनाने के लिये बीजेपी को पंडाल लगाने पड़ रहे हैं। उसके लिए अभियान चला रही है। जगह-जगह लोगों को एकत्रित करने जा रही है। इसका मतलब है कि प्रधानमंत्री के मन की बात को देश के लोग सुनना नहीं चाहते। प्रधानमंत्री ने 99 एपिसोड तक जो भी मन की बात को कहा है, वह जनता की मन की बात नहीं है, सिर्फ उनके मन की बात है। ये बातें छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहीं।
उन्होंने कहा कि जनता जानना चाहती है जो वादे किये थे 100 दिन में महंगाई कम करेंगे, उसके बारे में कभी मन की बात नहीं की। हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देना नौ साल में लगभग 18, करोड़ युवाओं को रोजगार मिलना था आबादी के अनुसार छत्तीसगढ़ के 37 लाख युवाओं को रोजगार मिलना था अपने मन की बात में इसके बारे में कुछ नही कहते। 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने की बात की थी 2023 के 4 महीने पूरे हो गये किसानों की आय के बारे प्रधानमंत्री कुछ नही कहते जनता अपने मन की बात उनके मुंह से सुनना चाहती है। प्रधानमंत्री सिर्फ अपनी मन की बात थोपना चाहते है और लोग इसलिये इसे सुनना नही चाहते।
भाजपा को प्रधानमंत्री की इज्जत बचाने के लिये दस हजार से अधिक तैयारी करके उनकी मन की बात सुनाने की नौटंकी कर रही है।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को जुमलेबाजी और देश की जनता के साथ झाँसेबाजी करार देते हुए कहा है कि पिछले 9 साल से लगातार बढ़ रही बेरोजगारी मोदी सरकार की नीतियों का नतीजा है। इस दौरान सवा करोड़ से ज्यादा युवा बेरोजगार बढ़ गए, निराश हताश युवाओं ने नौकरी की उम्मीद ही छोड़ दी है, 95 फीसदी बेरोजगार युवा हैं, ग्रेजुएट बेरोजगार युवाओं की संख्या 1 करोड़ 18 लाख से अधिक है, इस पर मोदी के मन में कोई स्थान नहीं है कि इन युवाओं को रोजगार दिया जाय।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजधानी रायपुर स्थित होटल सायाजी में आयोजित सारबोन यूनिवर्सिटी ऑफ पेरिस, फ्रांस के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे
29 Apr, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : अरोबिंदो योग एंड नॉलेज फाउंडेशन से आये संस्थान के डायरेक्टर डॉ समरेंद्र घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के बारे में आज जानकारी मिली कि आज पता चला कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के घर में एक छोटी सी लायब्ररी है।
इसमें विवेकानंद और अरबिंदो जैसे विचारकों की किताबें हैं। उनमें ये गहरी रुचि रखते हैं।
मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विकास के लिए नरवा जैसे नवाचार लाये हैं जो ग्रासरूट लेवल पर लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं।
सर्कुलर इकॉनमी का कांसेप्ट बताते हुए उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की उद्यमिता को बढ़ाते हुए और वो भी स्थानीय संसाधनों से इसे बढ़ाते हुए वो अच्छा काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि फ्रांस की प्रतिष्ठित सोरबोन यूनिर्विसिटी ने छत्तीसगढ़ शासन के विकास कार्यक्रमों को सराहा है, और मुझे आज डॉक्टरेट की मानद उपाधि से नवाजा है, इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को फ्रांस की यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा
29 Apr, 2023 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को विश्वप्रसिद्ध सोरबोन यूनिवर्सिटी द्वारा छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सीमित एवं स्थानीय संसाधनों की उपयोगिता के साथ आगे बढ़ाने की विशिष्ट पहल के लिए डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा गया। मुख्यमंत्री बघेल आज अरोबिंदो फाउंडेशन द्वारा राजधानी रायपुर स्थित होटल सायाजी में आयोजित सोरबोन यूनिवर्सिटी ऑफ पेरिस, फ्रांस के कार्यक्रम ’ग्लोबल अवार्ड्स 2023’ में शामिल हुए। इस अवसर पर इसरो के पूर्व वैज्ञानिक सुरेश कुमार, सोरबोन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. विवेक, अरोबिंदो योग एवं नॉलेज फाउंडेशन के डायरेक्टर डॉ. समरेन्द्र घोष, डॉ. बी.के. स्थापक, डॉ. संदीप मारवाह, डॉ. विनय अग्रवाल भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की धर्मपत्नी मुक्तेश्वरी बघेल एवं उनके परिवार के लोग भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की धर्मपत्नी मुक्तेश्वरी बघेल एवं उनके परिवार के लोग भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की धर्मपत्नी मुक्तेश्वरी बघेल एवं उनके परिवार के लोग भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि फ्रांस की प्रतिष्ठित सोरबोन यूनिर्विसिटी ने छत्तीसगढ़ शासन के विकास कार्यक्रमों को सराहा है और मुझे आज डॉक्टरेट की मानद उपाधि से नवाजा है, इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। जब काम करना शुरू किया तो बस ये चाह थी कि अच्छा काम करते रहना है। काम करते गए और रास्ता निकलता गया। ये उपाधि जरूर मुझे मिली है लेकिन इसके पीछे योगदान मेरे परिवार वालों का है। जनप्रतिनिधियों का है अधिकारी-कर्मचारियों का है। यह सम्मान छत्तीसगढ़ के सभी मेहनतकश लोगों का सम्मान है जिन्होंने अपने श्रम से छत्तीसगढ़ को खड़ा किया।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज मेरा परिवार भी साथ है। सबसे अच्छी बात है कि मेरा पोता भी साथ है। मेरे घर में एक किताब विनोबा जी की है। उसमें उन्होंने लिखा है कि भारत में महात्मा गांधी, रविन्द्र नाथ, रामकृष्ण परमहंस जैसी विभूति रही हैं और उनका योगदान हमारी मनीषा को बनाने में है। बिना अस्त्र के लड़ाई की कल्पना संभव है क्या, महात्मा गांधी ने इसे साकार किया। अरोबिंदो के योगदान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जब आप निर्लिप्त भाव से कर्म करेंगे तो द्वेष रहित होकर काम करेंगे। जो लोग नैतिकता को प्रधानता देते हैं। वे धन से दूर होते हैं। माँ ने कहा कि नैतिक लोगों को धन से दूर नहीं होना चाहिए। उनके हाथ में धन होगा तो वे सार्थक उपयोग करेंगे।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा छत्तीसगढ़ भौगोलिक रूप से समृद्ध प्रदेश से हैं। हमारे पास जंगल है। हिमालय के बाद सबसे अधिक नाले हमारे यहां हैं। हमारे यहां खनिज संसाधन पर्याप्त है। दुनिया भर में बैटरी गाड़ी की डिमांड हो रही है और हमारे यहां लिथियम है। आरबीआई के सर्वे के मुताबिक हमारे यहां गरीबी रेखा के नीचे बड़ी आबादी है। उद्योग भी है फिर भी गरीबी है। देश के आकांक्षी जिलों में 10 हमारे यहां है, दंतेवाड़ा और कोरबा में प्लांट भी हैं फिर भी इन जिलों में गरीबी है। यह सब देखते हुए एक नए समाधान की दिशा में काम करने की जरूरत थी। इन संसाधनों का प्रभावी उपयोग जरूरी था और हम सबने इसके लिए नीति बनाई। केवल उद्योग धंधों को बढ़ाने से बात नहीं बनती इसलिए हमने प्रकृति को सहेजते हुए विकास कार्य करने का निश्चय किया।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा 13 हजार नाले हमने ट्रीट किये लेकिन एक इंच जमीन भी नहीं डूबी, यह नवाचार है। एक-एक बूंद बचा भी ली और किसानों को कष्ट भी नहीं हुआ। जमीन की हमने डिटेल स्टडी की। 13 प्रकार के डिटेल लिए। वाटर रिचार्जिंग काम किया। कहीं भी स्टॉप डैम नहीं बनाया न ही सैंडी साइल में काम किया, क्योंकि इसका कोई लाभ नहीं होता। सही जगह पर नरवा योजना लाने से लाभ यह हुआ कि 7 सेमी से 70 सेमी तक जल स्तर बढ़ गया। गौठान के माध्यम से डेढ़ लाख हेक्टेयर जमीन हमने ग्रामीण विकास के लिए आरक्षित कर ली। पशुधन को गौठान से जोड़ा। वहां चारे की व्यवस्था की। कोरोना के 2 साल कठिन रहे, फिर भी गौठान व्यवस्थित हो गए। गोधन न्याय योजना से सबसे ज्यादा उन लोगों को लाभ हुआ जो गरीबी रेखा के नीचे थे। उनकी आय की निश्चित व्यवस्था हो गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 50 यूनिट स्थापित कर 50 हजार लीटर गोबर पेंट बनाये हैं। शासकीय भवनों में पुताई इससे ही हो रही है। जगदलपुर में गोबर से हम बिजली बना रहे हैं। हम कार्बन उत्सर्जन नहीं कर रहे, ग्लोबल वार्मिंग से लड़ने के लिए कार्य कर रहे हैं। जो प्रकृति से लिया है वही प्रकृति को लौटा रहे हैं यही तो हमारे वेदों का संदेश है। हमारी योजनाओं से जो ग्रामीण विकास से संबंधित हैं, एक लाख 66 हजार महिलाओं को इससे रोजगार मिला है। काजू का ही उदाहरण लें, इसे प्रसंस्कृत कर ये लोग लाभ ले रहे हैं। अबूझमाड़ में फुलझाडू के लिए प्रशिक्षण दिया और पिछले तीन सालों से दिल्ली में इसकी सप्लाई छत्तीसगढ़ की महिलाएं कर रही हैं। तीखुर हमारे यहां स्वादिष्ट वनोपज है। बहुत तरलता देता है। इसकी खरीदी की वैल्यू एडिशन की कोई योजना नहीं थी, हमने इसे किया। मिलेट्स के लिए हम लोग काम कर रहे हैं, पूरे प्रदेश भर में मिलेट कैफ़े हैं। 75 हजार से अधिक ट्रैक्टर 4 साल में बिके हैं। यह किसानों के मजबूत होने की निशानी है। बड़े परिवर्तन गाँधी, अरबिंदो के रास्ते पर चलकर किये जा सकते हैं। हमारा यही रास्ता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पूरे संबोधन को सुनने के बाद इसरो के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. टी. एन. सुरेश ने कहा कि मुख्यमंत्री जी आप केवल चीफ मिनिस्टर नहीं हैं। आप साइंटिफिक चीफ मिनिस्टर हैं। आपका सम्बोधन सुनकर बहुत अच्छा लगा। आपका संबोधन हमको प्रेरित करता है कि अपने परिवेश के बारे में सही समझ और वैज्ञानिक चेतना से हम बहुत आगे बढ़ सकते हैं। अरोबिंदो योग एंड नॉलेज फाउंडेशन से आये संस्थान के डायरेक्टर डॉ समरेंद्र घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के बारे में आज पता चला कि उनके घर में एक छोटी सी लाइब्रेरी है। इसमें विवेकानंद और अरबिंदो जैसे विचारकों की किताबें हैं। उनमें ये गहरी रुचि रखते हैं। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विकास के लिए नरवा जैसे नवाचार लाये हैं जो ग्रासरूट लेवल पर लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं। सर्कुलर इकॉनमी का कांसेप्ट बताते हुए उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की उद्यमिता को बढ़ाते हुए और वो भी स्थानीय संसाधनों से इसे बढ़ाते हुए वो अच्छा काम कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि सोरबोन यूनिवर्सिटी का वैश्विक शैक्षणिक परिदृश्य में बड़ा स्थान है। यहां से निकले छात्र छात्राओं को 33 नोबेल पुरस्कार मिल चुके हैं। इस यूनिवर्सिटी ने मुख्यमंत्री बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी एवं सुराजी ग्राम योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी कार्यक्रम के संचालन की सराहना भी की है। मुख्यमंत्री द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास को आगे बढ़ाने के लिए जो उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं, उन पर यूनिवर्सिटी के शोधार्थी एवं प्रोफेसर रिसर्च पेपर भी तैयार कर रहे हैं, जिसे यूनिवर्सिटी के विश्वप्रसिद्ध रिसर्च जनरल पर प्रकाशित किया जाएगा।
संवरेगा रायगढ़ स्टेडियम ताकि खिलाड़ी खेलें, बढ़ें, जीतें
29 Apr, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायगढ़ : रायगढ़ में खेल प्रतिभाओं को उच्च स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने शहर के सबसे बड़े स्टेडियम को संवारने की कवायद कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा की पहल पर शुरू कर दी गई है। इसमें खेल के लिए मैदान और कोर्ट को विकसित करने के साथ पहले से मौजूद सुविधाओं को बेहतर करने का काम किया जा रहा है। ताकि रायगढ़ के साथ साथ जिले के खिलाड़ी खेलें, बढ़ें, निखरे और प्रदेश के साथ राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक अपनी प्रतिभा दिखा सकें।
कलेक्टर सिन्हा ने सीएसआर के तहत इसकी जिम्मेदारी जिंदल समूह को दी है। पिछले दिनों निर्माण कार्यों का भूमिपूजन भी किया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत रायगढ़ स्टेडियम के जिम, बैडमिंटन और बास्केटबाल कोर्ट, स्विमिंग पूल, टेबल टेनिस हाल में सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। मुख्य गैलरी और पेवेलियन की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। स्टेडियम में संपूर्ण जिम का काया-कल्प किया जाएगा। जिनमें उपकरणों की व्यवस्था, जिम के फर्श पर मैटिंग का कार्य, रंगाई-पुताई, महिलाओं हेतु पृथक से वॉशरुम व चेंजिंग रुम का निर्माण होगा। नए उपकरणों की व्यवस्था के साथ पुराने उपकरणों के मरम्मत का कार्य निर्धारित है।
बैडमिंटन-दोनों कोर्ट बैडमिंटन कोर्ट का विश्व स्तरीय वुडन कोर्ट व संपूर्ण हॉल का जीर्णोद्धार किया जाएगा। जिसके तहत वुडन कोर्ट में हाई क्लास 5 एमएम मैटिंग बिछाया जायेगा, सुविधाओं का विस्तार करते हुए हॉल के अंदर वॉशरुम व चेंजिंग रूम, रिसेप्शन कंपार्टमेंट व प्रवेश द्वार की मरम्मत की जाएगी।
बास्केट बॉल- रायगढ़ स्टेडियम में वर्तमान में एक बास्केट बॉल कोर्ट है। उसके जीर्णोद्धार के साथ ही एक नया बास्केटबाल कोर्ट भी बनाया जायेगा। इसके साथ ही दोनों कोर्ट के बाहर जाली दार फेंसिंग व लाईटिंग की व्यवस्था किया जाएगा। जिससे डे और नाइट में खिलाड़ी अभ्यास कर सकें।
टी.टी.हॉल-टी.टी.हॉल को जाने वाली सीढिय़ों को नये स्वरुप व डिजाईन में बनाया जाना, टी.टी.हॉल में टाईल्स, बाथरूम का जीर्णोद्धार खिड़कियों एवं दरवाजों को नवीनीकरण व कुलिंग की व्यवस्था का कार्य किया जाएगा।
स्विमिंगपुल-स्विमिंगपुल में स्थित दोनों गैलरियों में सीढिय़ों एवं शैड का निर्माण, फिल्टर प्लांट में सिलिका सेंड को बदले जाने का कार्य स्विमिंग पुल में 8 नग लैन लेने का कार्य, स्विमिंग पुल के गार्डन में घांस एवं पौधे लगाने का कार्य, पुल के चारों और अभिभावकों के बैठने हेतु शेड निर्माण कार्य किया जाना प्रस्तावित है।
पेवेलियन एवं मुख्य गैलरी- रायगढ़ स्टेडियम मैदान के अंदर का मुख्य पेवेलियन जो कि पुराना व जीर्ण हो चुका है। इसका भी जीर्णोद्धार करने का प्रस्ताव है। जिसके तहत स्कोरिंग सेक्शन, रेलिंग और टॉयलेट की मरम्मत व रंगाई-पोताई किया जाएगा। इसके साथ ही मुख्य गैलरी के लिए शेड का निर्माण भी किया जाएगा।
हाई मास्ट फ्लैग पोस्ट-रायगढ़ स्टेडियम परिसर में फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के द्वारा जिंदल समूह की ओर से 72 फिट उंचाई का हाई मास्ट फ्लैग पोस्ट का निर्माण किया जा चुका है। उक्त फ्लैग पोस्ट का लोकार्पण भी किया जाना है।
मोमोस और पिज्जा से ज्यादा स्वादिष्ट और सेहदमंद है चावल का बोरे बासी
29 Apr, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : बोरे बासी का नाम जुबां पर आते ही छत्तीसगढ़ के लोगों के जेहन में बोरे बासी के साथ आम की चटनी अर्थात अथान की चटनी, भाजी, दही और बड़ी-बिजौड़ी की सौंधी-सौंधी खुशबू से मन आनंदित हो जाता है। मुंह में पानी और चेहरे में बोरे बासी खाने की लालसा और ललक स्पष्ट दिखाई देती हैं। एक मई श्रमिक दिवस को पूरा छत्तीसगढ़ बोरे बासी तिहार के रूप में मनाया जाएगा। बोरे बासी तिहार का यह दूसरा वर्ष है।
छत्तीसगढ़ में पहली बार वर्ष 2022 में एक मई मजदूर दिवस को बोरे बासी तिहार के रूप में मनाया गया। पहले वर्ष ही बोरे बासी तिहार को राज्य के हर वर्ग ने अपने मन से मनाया है। इस वर्ष भी पूरा राज्य बोरे बासी तिहार का इंतजार कर रहा है। युवाओं में लोकप्रिय व्यंजन मोमोस और पिज्जा से ज्यादा स्वादिष्ट और सेहदमंद है। बोरे-बासी तिहार से नई पीढ़ी के लोगों को भी छत्तीसगढ़ की परंपरा और संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलेगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहचान पूरे देश में वैसे तो राज्य के जनकल्याणकारी और राज्य की कला-संस्कृति, को बढ़ावा देने के लिए अभिनव पहल के लिए जाने जाते हैं। मुख्यमंत्री के द्वारा लोककल्याण और राज्य की मूल संस्कृति और रीति-रिवाजों को संरक्षण एवं संवर्धन की दृष्टि से शुरू की गई। सभी योजनाओं और कार्यक्रमों को राज्य के सभी वर्ग के लोगों से पूरा समर्थन भी मिलते आया है। बोरे-बासी भी मुख्यमंत्री बघेल के अभिनव पहल में एक है, जिसें लोगों का पूरा-पूरा सहयोग मिल रहा है।
छत्तीसगढ़ में बोरे बासी प्रमुख व्यंजनों में से एक है। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में वैसे तो बोरे बासी भी अलग-अलग बनाई जाती है। राज्य के मैदानी क्षेत्रों में चावल के गरम पका भोजन को रात के समय ठंडा होने के बाद पानी में डूबा कर बनाया जाता है, जिसे सुबह नास्ता और भरपेट भोजन के रूप में खाया जाता है। इसी प्रकार बोरे-बासी लघुधान्य फसल जैसे कोदो, कुटगी, रागी और कुल्थी की भी बनाई जाती है। बोरे-बासी के इन सभी प्रकारों में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, फ्राइबर, एनर्जी और विटामिन्स, मुख्य रूप से विटामिन बी-12, खनिज लवण जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। बोरे बासी, पिज्जा और मोमोस जैसे खाद्य पदार्थों से ज्यादा पौष्टिक,स्वादिष्ट और सेहदमंद है। लघु धान्य रागी 100 ग्राम में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाया जाता है, जिसे इस तरह समझा जा सकता है। प्रोटिन सौ ग्राम में 7.3 ग्राम, फैट 1.3 ग्राम, एनर्जी 328 ग्राम, फ्राईबर 3.6 ग्राम, मिनिरल्स 2.7 ग्राम, कैल्सियम 344 ग्राम, आयरन 3.9 ग्राम मिलता है।
राज्य सरकार ने प्रदेश के किसानों के आय में वृद्धि करने के उदे्श्य से लधु धान्य कोदो, कुटकी, रागी का समर्थन मूल्य भी तय किया है। सरकारी तौर पर इन फसलों की खरीदी की शुरूआत होने से किसानों को उचित दाम मिल रहा है, जिससे कृषकों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है।
भाजपा-कांग्रेस का नहीं, शिव का हूं स्टार प्रचारक : पंडित प्रदीप मिश्रा
29 Apr, 2023 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजनीति में नही जाउंगा, सीएम भूपेश बघेल के गोधन की जमकर प्रशंसा
भिलाई। इस्पात नगरी की पावन धरा पर देवाधिदेव महादेव की कथा सुनाने पहुंचे अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने छत्तीसगढ़ में लागू गोधन न्याय योजना की सराहना की। शनिवार को पंडित प्रदीप मिश्रा ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान एक सवाल के जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गोधन न्याय योजना के माध्यम से भला काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रायपुर में कथा के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री जी ने बताया कि वे नंदी को गोठान में सुरक्षित रख रहे हैं। संसार में कोई भी यदि जीव हित का काम करता है वह सराहनीय कार्य होता है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जो भी धर्म के साथ जीव की रक्षा करता है वह श्रेष्ठ काम होता है।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने अपने कथा जीवन की शुरुआत के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने सबसे पहले 1999 में कथा की थी और उसके बाद यह क्रम निरंतर जारी है। प्रेसवार्ता के दौरान शिवतत्व पर उन्होंने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि हम सभी में शिव तत्व मौजूद है। वर्तमान समय में शिव भक्ति व धर्म के प्रति आस्था जगी है जो आने वाले समय के लिए अच्छा है। कोरोना के समय में लोगों में सेवा का भाव जगा है। लोगों में आध्यात्म के प्रति जागरुकता आई है और इसका परिणाम है कि कथा स्थल पर लोग लाखों की संख्या में पहुंचते हैं। कथा स्थल पर आने वाले लोगों को बुलाया नहीं जाता बल्कि वे स्वयं के खर्च पर कथा स्थल पहुंचते हैं और शिव तत्व में सम्मिलित हो जाते हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कुबेरेश्वर धाम को लेकर भी बातें कही। उन्होंने बताया कि कुबरेश्वर में रोज हजारों श्रद्धालुओं के लिए भोजन बनाया जाता है जो कि नि:शुल्क है। धाम में आने वाले भक्तों के रहने की व्यवस्था भी की जाती है। यहां के गोशाला में गोवंश की सेवा की जाती है। उन्होंने बताया कि समिति द्वारा नि:शुल्क एंबुलेंस चलाया जाता है। यहां चिकित्सालय हैं जहां नि:शुल्क इलाज किया जाता है ओर दवाइयां भी मुफ्त में दिया जाता है। गोशाला में उतनी ही गायों को रखा जाता है जितने की सेवा की जा सके। कुबेरेश्वर धाम से कुछ दूरी पर बड़ी गोशाला का निर्माण किया जा रहा है।
पंडित प्रदीप मिश्रान इस दौरान धर्मांतरण पर भी बात की। उन्होंने कि देश में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण हो रहा है जो चिंता जनक है। यदि कोई धर्मांतरण करता है इसमें हमारी भी उतनी ही गलती है। जरूरत है हमें संगठित होने की और दूसरों के प्रति सेवा भाव रखने की। आप यदि सनातन धर्म के हैं तो अपने धर्म को श्रेष्ठ मानें। पैसे लेकर कथा करने के आरोपों पर प्रदीप मिश्रा ने कहा कि उन्होंने कभी कथा के लिए रुपए नहीं मांगे। पंडित मिश्रा ने टोटकों को लेकर किए गए सवाल पर कहा कि वे जो भी बताते हैं उनका वर्णन शिव पुराण है। शिवलिंग को बेलपत्र अर्पण करना, बेल पत्र में शहद लगाना यह कोई टोटका नहीं है।
औषधि का काम कर रहा है बेलपत्र
पंडित मिश्रा ने कहा कि समस्या ग्रस्त लोगों को वे उपाय बताते हैं और वह वैज्ञानिक आधार पर होता है। आज मंदिरों में जो बेलपत्र चढ़ाते हैं वे पहले फेंक देते थे। आज उसे औषधि की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। बेलपत्र में ऐसा तत्व छिपा है जिससे बीपी, शुगर व थाईराइड जैसी बीमारियों का निवारण हो रहा है। कथा स्थल पर महंगे समान की बिक्री पर उन्होंने कहा कि जो भी धर्म की जगह पर ऊंची कीमतों पर बेचते हैं तो वह गलत करते हैं। यहां लिया गया पैसा कहीं न कहीं व्यर्थ ही होगा।
संविधान बदलने कभी नहीं कहा
पंडित मिश्रा ने अपने भजनों में संविधान बदलने की बात कही है और उस पर हुए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे कभी यह नहीं कहते कि संविधान बदलना चाहिए। वह शब्ध केवल उनके भजन का हिस्सा है और उसे कहने का तात्पर्य भी अलग है। हमारे व्यास पीठ से यह कभी नहीं कहा गया कि संविधान बदलिए। हमारे भजन की लाइन है संविधान को बदलो, हमें हिन्दू राष्ट्र बनाना है। यदि कोई भजन की लाइन को कैच करता है तो यह सही नहीं है। हिन्दू राष्ट्र को लेकर भी पंडित मिश्रा ने कहा कि भारत देश हमेशा हिन्दू राष्ट्र रहा है और आगे भी रहेगा। यहां रहने वाले हर धर्म के लोग हिन्दू राष्ट्र का ही हिस्सा हैं।
गुलामी देने के लिए बने हैं कॉन्वेंट स्कूल
पंडित मिश्रा ने बच्चों को स्कूल न भेजने के सवाल पर कहा कि वे कॉन्वेंट स्कूल के खिलाफ हैं। अंग्रेजों ने जो कान्वेंट स्कूल बनाएं हैं वे गुलाम बनाने के लिए हैं। भारत में गुरुकुल होते हैं जो राज सिंहासन पर बैठाना सिखाते हैं। राजगादी तक पहुंचाने का रास्ता हमारे गुरुकुल हैं। छत्तीसगढ़ की नक्सल समस्या को लेकर उन्होंने कहा कि यह लोग जो काम कर रहे हैं वह तोडऩे का काम है। हमारे सैनिक व पुलिस कर्मी यदि इनके निशाने पर हैं तो इनके पीछे पूरा परिवार है तो इसका खामियाजा भुगतता है। यही प्रयास करना चाहिए कि अपने जीवन को अच्छा बनाएं।
एटीआर में सुनाई देगी सूरजपुर के बाघिन की दहाड़
29 Apr, 2023 02:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिलासपुर। सूरजपुर क्षेत्र से पकड़ी गई बाघिन की दहाड़ अचानकमार टाइगर रिजर्व में सुनाई देगी। दरअसल यह कवायद एटीआर में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। सूरजपुर से बाघिन को रेस्क्यू किया गया था। इस दौरान वह घायल थी। बाघिन का इलाज रायपुर के सुंदरवन में रखकर किया जा रहा था। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गई है। लिहाजा उसे एटीआर में छोड़ने का निर्णय लिया गया है। बाघिन को रेडियो कालर भी लगाया गया है, ताकि उसके पल-पल की गतिविधियों की जानकारी मिल सके।
बाघिन को एक महीने पहले सूरजपुर के उड़गी ब्लाक के काला मंजन गांव के नजदीक के जंगल से पकड़ा गया था। दरअसल बाघिन ने दो ग्रामीणों को घायल कर दिया था। लिहाजा रेस्क्यू कर बाघिन को पकड़ा गया। रेस्क्यू टीम में कानन पेंडारी के वन्य प्राणी चिकित्सक पीके चंदन भी शामिल थे। ट्रैंक्यूलाइजर गन लगने के बाद जैसे ही बाघिन बेहोश हुई, उस पिंजरे में डालकर जंगल सफारी के लिए रवाना कर दिया गया। हालांकि जंगल सफारी लेकर जाने का पहला उददेश्य बाघिन का उपचार था। दरअसल वह पूरी तरह जख्मी थी।
जब बाघिन पूरी तरह स्वस्थ हो गई, तब मुख्यालय के अफसरों के बीच उसे छोड़ा जाए, इसे लेकर चर्चा हुई। इसमें इस निर्णय पर सहमति बनी कि अचानकमार टाइगर रिजर्व से बेहतर कोई दूसरा सुरक्षित जगह नहीं है। वैसे भी टाइगर रिजर्व में दूसरे टाइगर रिजर्व से बाघ लाकर छोड़ने की योजना है। इससे की यहां संख्या बढ़ सके। इस बाघिन के आने से उम्मीद है कि अचानकमार में बाघों की संख्या बढ़ेगी। सुरक्षा को लेकर भी खास इंतजाम किए गए हैं। बाघिन को रेडियो कालर लगाकर छोड़ने की योजना है, ताकि यह पता चल सके कि वह कहां है। इससे बाघिन पूरी तरह सुरक्षित रहेगी।
छत्तीसगढ़ में जवाहर नवोदय प्रवेश परीक्षा आज, 11552 बच्चे पंजीकृत
29 Apr, 2023 02:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ में नवोदय स्कूल में एडमिशन के लिए शनिवार को प्रवेश परीक्षा हो रही है। इस परीक्षा के लिए कबीरधाम जिले में 24 केंद्र बनाए गए है। परीक्षा के लिए 11552 बच्चों ने पंजीकरण कराया था। परीक्षा की मेरिट अनुसार कक्षा 6वीं में दाखिला मिलेगा। जिले में एकमात्र जवाहर नवोदय विद्यालय ग्राम उड़ियाकला में है। परीक्षा दो घंटे की है और दोपहर 1.30 बजे तक चलेगी। इस दौरान 100 अंकों का पेपर होगा। विद्यालय के प्राचार्य प्रभाकर झा ने बताया कि, जिस विद्यार्थी ने कक्षा 5वीं में जनवरी/फरवरी वर्ष 2023 में जवाहर नवोदय विद्यालय कक्षा छठवीं में प्रवेश के लिए फॉर्म भरे थे।
वे आज आयोजित होने वाले परीक्षा में शामिल हुए हैं। परीक्षा सुबह 11.30 बजे से शुरू हो चुकी है और ऑफलाइन हो रही है। किसी भी प्रकार की सहायता के लिए सभी केंद्र में हेल्प डेस्क बनाई गई है।प्रदेश में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस बार भी सभी केंद्र में कोरोना गाइडलाइन अनिवार्य की गई है। बच्चों को मास्क पहनकर ही प्रवेश दिया गया है। प्रवेश परीक्षा में कुल 80 सवाल पूछे जाएंगे। 100 अंकों की परीक्षा होगी। मानसिक योग्यता से जुड़े कुल 40 सवाल होंगे। गणित और भाषा से 20-20 सवाल पूछे जाएंगे। निगेटिव मार्किंग नहीं है।
नदी और तालाबों में वीड हार्वेस्टिग मशीन से होगी सफाई
29 Apr, 2023 01:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिलासपुर। न्यायधानी की नदी और तालाबों समेत सभी जलस्रोतों से जलकुंभी की सफाई वीड हार्वेस्टिग मशीन से की जाएगी। शुक्रवार दोपहर यह मशीन अरपा छठघाट पहुंच गई है। शनिवार को मेयर रामशरण यादव मशीन की पूजा-अर्चना सफाई कार्य का शुभारंभ करेंगे।शहर के तालाबों और नदी से जलकुंभी की सफाई करने के लिए नगर निगम प्रशासन से दिल्ली की कंपनी मेसर्स क्लीन टेक इंफ्रा को एक साल के लिए ठेका मिला है। कंपनी ने ठेका मिलने के बाद 4० फीट लंबी और 15 फीट चौड़ी एक्वा वीड हार्वेस्टर मशीन को पुणे से एक बड़े वाहन में शहर भेजा है। इस मशीन से पहले अरपा छठघाठ को जलकुंभी से मुक्त किया जाएगा। बता दें कि छठ पूजा के दौरान घाठ और तालाबों की सफाई के लिए निगम स्थानीय संसाधान की मदद हर साल लेता था, लेकिन अब मशीन किराए पर लेने के बाद निगम को स्थानीय संसाधन की मदद नहीं लेनी होगी। यहां यह बताना लाजिमी है कि शहर के जलस्रोतों में पनप रही जलकुंभी को साफ करने के लिए मेयर श्री यादव ने सुध ली थी। उन्होंने मशीन से जलस्रोतों को जलकुंभी से मुक्त कराने के लिए एमआईसी में मशीन किराए में लेने के लिए प्रस्ताव पास किया था।
सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रमुख सचिव की याचिका खारिज
29 Apr, 2023 12:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर । सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को भाजपा नेता और छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के पूर्व प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह और उनकी पत्नी की ओर से दायर उस अर्जी पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया जिसमें उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले को सीबीआई को हस्तांतरित करने का अनुरोध किया गया है।मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने अपने फैसले में कहा कि यह हस्तांतरण के लिहाज से उपयुक्त मामला नहीं है। पीठ के सदस्य न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा ने कहा कि हम देख रहे हैं कि दिन प्रतिदिन राजनीति किसी न किसी रूप में अदालत में लाई जाती है। ऐसा नहीं है कि हम देख नहीं सकते और समझ नहीं सकते। इस मामले में आप के पास अपने उपाय हैं।
सिंह की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता ए सुंदरम ने कहा कि राज्य के अधिकारियों द्वारा दंपति के जीवन को नरक बना दिया गया है और खुद मुख्यमंत्री ने लिखा है कि मामले की जांच राज्य पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि मेरा उत्पीड़न किया जा रहा है। कथक नृत्यांगना मेरी पत्नी को भी उन लोगों ने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया है। अब कोई भी उनके साथ नृत्य नहीं करना चाहता। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हमें दस्तावेज दिखाए जिसमें राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ व्हाट्सऐप चैट का ब्योरा था कि कैसे उन्होंने हमारे लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं।
वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी ने सिंह दंपति की ओर से कहा कि उनके खिलाफ अतार्किक जांच जारी है। लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और वकील सुमीर सोढ़ी ने आरोपों को दुर्भावनापूर्ण बताया।दंपति को झटका देते हुए शीर्ष अदालत ने इसके पहले भी छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के उस फैसले को दरकिनार कर दिया था जिसमें उनके खिलाफ प्राथमिकी को रद्द किया गया था।
आकाशीय बिजली गिरने से मजदूर की हुई मौत
29 Apr, 2023 11:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जगदलपुर के दरभा थाना क्षेत्र के गांव पंचायत छिन्दावाड़ा क्रमांक एक मेंदाभाटा में शनिवार की सुबह जंगल में लकड़ी तोड़ने गए दो मजदूरों के ऊपर गाज गिर गई। इस हादसे में जहां एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं दूसरा झुलस गया।मामले के बारे में जानकारी देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि संपत नाग 26 वर्ष अपने एक मित्र सतू नाग 22 वर्ष को लेकर शनिवार की सुबह अपने ग्राम पंचायत छिन्दावाड़ा क्रमांक एक के मेंदाभाटा पारा से करीब चार किमी दूर जंगल में लकड़ी लेने के लिए गया हुआ था। वापस आने के दौरान करीब 8.30 बजे के लगभग कालासुरी के पास पहुंचते ही दोनों के ऊपर गाज गिर गई। इस हादसे में जहां संपत की मौत हो गई, वहीं सतू झुलस गया। बताया जा रहा है की मृतक की दो वर्ष पहले ही शादी हुई थी। वह दो भाइयों में बड़ा था। घटना के तत्काल बाद सतू ने घटना की जानकारी परिजनों को दी। जिसके बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया।
सीआरपीएफ जवान ने खुद को मारी गोली, CRPF प्रोटोकॉल के तहत गांव में हुआ अन्तिम संस्कार
29 Apr, 2023 11:27 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बालोद जिले के गहिरा नवागांव में रहने वाले सीआरपीएफ के जवान ने अपने ड्यूटी के दौरान हैदराबाद कैंप में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पार्थिव शरीर आज उनके गृहग्राम लाया गया। मिली जानकारी के अनुसार स्वयं के राइफल से गोली मारकर जवान ने आत्महत्या की है सीआरपीएफ का जवान गहिरा नवागांव का रहने वाला है। मृतक दो भाई व एक बहन हैं मृतक जवान को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के द्वारा अंतिम सलामी दी गई। घटना सिकंदराबाद के बेगमपेट के चिकोटी गार्डन में गुरुवार सुबह हुई।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक देवेंद्र कुमार पिता सोनू राम भूआर्य उम्र 25 वर्ष 18 माह से हैदराबाद के सीआरपीएफ कैंप में पदस्थ था। ग्रामीण प्रेमेंद्र ठाकुर ने बताया कि देवेंद्र सीधा-साधा तथा होनहार युवक था। वह अपने परिवार का दुलारा था। उसी परिवार में सभी स्नेह करते थे। देवेंद्र ठाकुर ने आत्महत्या क्यों की यह रहस्य बना हुआ है। मृतक के पिता सोनू राम भूआर्य ने बताया कि देवेंद्र कुमार से लगातार बातचीत हो रही थी लेकिन उसमें अपनी परेशानी के बारे में कभी नहीं बताया।