गृह विभाग ने भ्रष्टाचार और अनियमितता के मामलों में दो अधिकारियों पर कार्रवाई की है। बीपीएससी पेपर लीक मामले में निलंबित डीएसपी रंजीत कुमार रजक को हाल ही में निलंबन मुक्त होने के बाद फिर से निलंबित कर दिया गया है। उन पर 2022 के पेपर लीक में संलिप्तता का आरोप है। इसके अतिरिक्त, रोहतास की पूर्व जिला समादेष्टा रश्मि के खिलाफ वित्तीय मामलों में घोर लापरवाही और मनमानेपन के आरोप में विभागीय कार्यवाही शुरू की जाएगी।  

राज्य ब्यूरो, पटना। गृह विभाग ने भ्रष्टाचार और अनियमितता के मामले में दो अधिकारियों पर कार्रवाई की है। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के पेपर लीक मामले में हाल ही में निलंबन मुक्त हुए डीएसपी रंजीत कुमार रजक को वापस निलंबित कर दिया गया है। उन्हें करीब तीन सालों के बाद पिछले माह मई में ही निलंबन मुक्त किया गया था मगर करीब एक माह में ही उन्हें फिर से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में रंजीत रजक बिहार पुलिस मुख्यालय के अधीन होंगे। इस दौरान उन्हें सिर्फ जीवन निर्वाह भत्ता ही देय होगा। बीपीएससी पेपर लीक की संलिप्तता के आरोपवर्ष 2022 में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-14 के डीएसपी रहते रंजीत कुमार रजक पर बीपीएससी पेपर लीक की संलिप्तता के आरोप लगे थे।

इस मामले में आर्थिक अपराध थाना में कांड दर्ज किया गया था, जिसके बाद जुलाई, 2022 में उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक हिरात में जेल भेज दिया गया था। मार्च, 2023 से रंजीत के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई संचालित की जा रही है। वहीं, गृह विभाग ने एक अन्य मामले में रोहतास की तत्कालीन जिला समादेष्टा और वर्तमान में प्रमंडलीय समादेष्टा, बिहार गृह रक्षा वाहिनी रश्मि के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही संचालित करने का निर्णय लिया है। रश्मि पर वित्तीय मामले में घोर लापरवाही और मनमानेपन का आरोप है, जिसके बाद उनके विरुद्ध आरोप पत्र क उपलब्ध कराते हुए अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी।