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अमेरिका ने गुआम में तैनात किया महाशक्तिशाली ब्रह्मास्त्र थाड
1 Jan, 2024 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । गुआम में छह और थाड एयर डिफेंस सिस्टम तैनात करने का फैसला अमेरिका ने लिया है। चीन और उत्तर कोरिया की ओर से संभावित खतरों को देखते हुए अमेरिका ने पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र को मजबूत करने के लिए ये कदम उठाया है। गुआम में तैनात टास्क फोर्स टैलोन के कमांडर कर्नल जोनाथन स्टैफोर्ड ने कहा कि ये सिस्टम विभिन्न मिसाइल-रक्षा सुविधाओं में सबसे अधिक विकसित है। कमांडर ने स्टैफोर्ड ने बताया है कि छह टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस के साथ-साथ लॉन्चर्स, रडार, कमांड, कम्युनिकेशन गियर और दर्जनों बख्तरबंद वाहन भी तैनात किए हैं। गुआम में अमेरिका की ओर से ये कदम चीन और उत्तर कोरिया जैसे संभावित विरोधियों से खतरों के चलते उठाया गया है, जिसमें बैलिस्टिक, क्रूज और हाइपरसोनिक मिसाइलों सहित विभिन्न प्रकार की मिसाइलें शामिल हैं। मिसाइल डिफेंस एजेंसी का अनुमान है कि ये पूरी प्रणाली, जिसमें द्वीप में 20 साइटें शामिल हैं, 2027 तक चालू हो जाएंगी।
बता दें कि वर्तमान में साइट एक्सकैलिबर में तैनात सैनिक पुनर्निर्मित शिपिंग कंटेनरों के भीतर काम करते हैं। कर्नल स्टैफोर्ड ने इस बात पर जोर दिया कि यहां टास्क फोर्स टैलोन के लिए दीर्घकालिक आधार के रूप में काम किया जाएगा, जिसमें मोटर पूल और मुख्यालय भवन जैसी आवश्यक सुविधाओं की योजना चल रही है। अमेरिका के लिए पिछले दो दशकों में गुआम उसकी रणनीति की धुरी के रूप में उभरा है। चीन की सैन्य क्षमताओं और महत्वाकांक्षाओं के विस्तार के कारण इसका महत्व बढ़ गया है। रक्षा अधिकारी दक्षिण चीन सागर के निकटतम अमेरिकी क्षेत्र गुआम को शक्ति प्रदर्शन और क्षेत्र की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में देखते हैं।
वहीं ओकिनावा, उत्तरी फिलीपींस और ताइवान को शामिल करने वाली पहली द्वीप श्रृंखला के भीतर गुआम एक महत्वपूर्ण और अपरिहार्य केंद्र बना हुआ है। अमेरिका के थाड मिसाइल सिस्टम बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने के लिए डिजाइन किया गया है। इस सिस्टम में शामिल मिसाइलों में सिंगल स्टेज रॉकेट इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। सिस्टम बैलिस्टिक मिसाइलों को उनकी उड़ान के शुरुआती दौर में ही गिराने में सक्षम है। यह सिस्टम हिट टू किल तकनीक पर काम करता है, मतलब यह मिसाइलों को रोकने और भटकाने के बजाय उनको नष्ट कर देता है। इसी वजह से इसे तैनात किया गया है।
जॉर्जिया मेलोनी को मिले मैन ऑफ द ईयर ने पैदा किया नया विवाद
1 Jan, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रोम। इटली की पहली महिला प्रधान मंत्री जॉर्जिया मेलोनी को इटली के एक अखबार ने मैन ऑफ द ईयर चुना है। हालांकि पदवीं मिलने के बाद लोगों ने उनसे इसे वापस लौटाने का अनुरौध किया है। इससे नया विवाद पैदा हो गया है। अखबार ने पीएम मेलोनी की तारीफ में लिखा है कि उन्होंने दुनिया में छिड़े युद्ध के बीच एक ऐसे देश में लड़ाई जीती है, जहां पुरुष प्रधान समाज पर हावी है। हालांकि अखबार द्वारा पीएम मेलोनी को यह पदवीं दी जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं का आरोप है कि यह पदवीं खुद पुरुष श्रेष्ठता दर्शाती है। कइयों ने पीएम से सोशल मीडिया के जरिए अनुरोध किया है कि वह इस उपाधि को अस्वीकार कर दें। बता दें कि मेलोनी दो महीने पहले तब चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने अपने पति एंड्रिया जियाम्ब्रुनो से 10 साल पुराना रिश्ता तोड़ दिया था। दरअसल, एड्रिया ने एक टीवी चैनल से बातचीत में महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
इटली के एक अखबार ने अपने संपादकीय में पीएम जॉर्जिया मेलोनी को साल 2023 की मैन ऑफ द ईयर के लिए चुना है। ब्रदर ऑफ इटली पार्टी की नेता जॉर्जिया मेलोनी ने पूर्व पीएम मारियो द्रागी को बड़े अंतर से मात देकर सितंबर 2022 में पीएम पद का चुनाव जीता था। इसी के साथ इटली में दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार दक्षिण पंथी सरकार सत्ता के शीर्ष पर पहुंची। मेलोनी को पूर्व तानाशाह मुसोलिनी का समर्थक माना जाता है। वह खुद कई बार मुसोलिनी को अपना आइडल कह चुकी हैं। इटली में दक्षिणपंथी समर्थन करने वाले एक अखबार ने मेलोनी को मैन ऑफ द ईयर के लिए चुना है। महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और कई महिला राजनेताओं ने इसे पुरुष प्रधान सोच कहकर निंदा की है। एलेन्ज़ा वर्डी ई सिनिस्ट्रा के एक सांसद एलिसबेटा पिकोलोटी ने फेसबुक पर लिखा कि मेलोनी को इस उपाधि को अस्वीकार कर देना चाहिए क्योंकि यह केवल पुरुष प्रधान सोच को दिखाता है।
अखबार ने मेलोनी की तारीफ में लिखा है कि युद्ध के इस समय में, हमने एक ऐसी नेता को चुना है, जिसने दिखाया कि वह लड़ाई लड़ना जानती हैं। हमारे लिए जॉर्जिया मेलोनी मैन ऑफ द ईयर हैं क्योंकि उन्होंने अलग सोच अपनाकर लिंग भेद की लड़ाई जीती है। उन्होंने पुरुष सोच वालों का अहंकार तोड़ा और महिलाओं की पराजय वाली भावना को खत्म किया है। बता दें कि दो महीने पहले भी मेलोनी चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने अपने पति ए़ंड्रिया जियाम्ब्रुनो से दस साल पुराने रिश्ते को तोड़ने की घोषणा की थी।