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1 मार्च को खुल जाएगा अबू धाबी का हिंदू मंदिर, सभी धर्मों के लोग जा सकेंगे
29 Feb, 2024 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अबू धाबी । यूएई की राजधानी अबू धाबी में बना हिंदू मंदिर 1 मार्च को दर्शनों के लिए खोल दिया जाएगा। इसमें सभी धर्मों के लोग जा सकेंगे। यहां पत्थर के बने पहले हिंदू मंदिर का फरवरी की शुरुआत में पीएम मोदी ने उद्घाटन किया था। अब इस मंदिर को जनता को पूरी तरह से खोलने का फैसला लिया गया है। मंदिर के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक 1 मार्च को यह जनता के लिए खुल जाएगा। 700 करोड़ रुपये की लागत से बना यह मंदिर सप्ताह में छह दिन, सोमवार को छोड़कर, सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक जनता के लिए खुला रहेगा। बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था की ओर से इसे बनाया गया है। यह मंदिर 27 एकड़ में फैला हुआ है। पीएम मोदी ने 14 फरवरी को भव्य मंदिर का उद्घाटन किया था, जिसमें 5000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया।
जानकारी के अनुसार 15 फरवरी से 29 फरवरी तक वीआईपी मेहमानों के साथ अग्रिम पंजीकरण कराने वाले विदेशी भक्तों को मंदिर में जाने की इजाजत दी गई थी। मंदिर को बनाने में 18 लाख ईंटों और 1.8 लाख घन मीटर बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया गया। यह मंदिर अयोध्या के राम मंदिर की तरह नागर शैली की वास्तुकला से बना है। बीएपीएस हिंदू मंदिर वर्तमान में पूरे खाड़ी क्षेत्र में सबसे बड़ा मंदिर बताया जा रहा है। यह मंदिर सभी धर्मों के लोगों के लिए खुला है। मंदिर के लिए किसी तरह का टिकट नहीं है। लेकिन एप पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
धरती के करीब से गुजरा स्टेडियम के आकार का विशाल उल्कापिंड
29 Feb, 2024 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । हाल ही में एक स्टेडियम के आकार का उल्कापिंड धरती के करीब से गुजरा है। यदि यह टकरा जाता तो महाप्रलय निश्चित ही था। इसे नासा के शक्तिशाली रडार सिस्टम ने देखा है जिसकी तस्वीरें जारी की गई हैं। यह एस्टेरॉयड 2008 ओएस7 है जो दो फरवरी को 29 लाख किमी की सुरक्षित दूरी से पृथ्वी के पास से गुजरा। यह पृथ्वी और चंद्रमा की दूरी से लगभग 7.5 गुना ज्यादा है। इस विशालकाय अंतरिक्ष चट्टान से हमारे ग्रह को नुकसान पहुंचने का कोई खतरा नहीं था। नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के वैज्ञानिकों ने एस्टेरॉयड की तस्वीरों की एक शृंखला बनाने के लिए गोल्डस्टोन सोलर सिस्टम रडार का इस्तेमाल किया। इस नए अवलोकन ने उल्कापिंड के आकार को समझने में मदद की। इस महीने करीब आने से पहले यह काफी दूर था, जिस कारण ज्यादातर ग्रहीय राडार प्रणालियों के लिए इसकी तस्वीर बनाना बेहद मुश्किल था।
बताया जाता है कि उल्कापिंड 2008 ओएस7 हर 2.6 साल में सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करता है। यह सूर्य के सबसे निकट शुक्र की कक्षा के भीतर से गुजरता है और सबसे दूर मंगल की कक्षा से बाहर निकलता है। जेपीएल ने नए अवलोकनों के बाद एक बयान में कहा कि 2008 ओएस7 को इसके आकार और पृथ्वी के करीब से गुजरने के कारण संभावित रूप से खतरनाक की श्रेणी में रखा गया है। लेकिन अब यह अगले 200 साल तक हमारे ग्रह के इतने करीब नहीं आएगा। पृथ्वी के करीब की वस्तुओं की नियमित खोज के दौरान 2008 में इसे देखा गया था। तब वैज्ञानिकों का अनुमान था कि यह उल्कापिंड लगभग 200 से 500 मीटर चौड़ा होगा। हालांकि नए अवलोकन में इसकी सटीक जानकारी सामने आ गई है।
मालदीव से रवाना हुआ चीन का जासूसी जहाज
29 Feb, 2024 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
माले । चीन का रिसर्च जहाज मालदीव से रवाना हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले हफ्ते चीन का 4500 टन वाला हाई टेक रिसर्च जहाज मालदीव पहुंचा था, जो बुधवार को वहां से रवाना हुआ।
इस लेकर आधिकारिक तौर पर कहा गया कि चीनी जहाज जियांग यांग होंग 3 अपने कर्मियों के रोटेशन और पुनःपूर्ति के लिए एक पोर्ट कॉल करने के लिए मालदीव आया था। जानकारी में बताया कि 22 फरवरी को माले में डॉकिंग के बाद जियांग यांग होंग 03 मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्र की सीमा पर लौट आया है। हालांकि, माले बंदरगाह से जाने करने के बावजूद ट्रैकिंग साइटों ने दो दिन पहले हुलहुमाले के पास जहाज का आखिरी संकेत दिखाया है। हुलहुमाले माले से लगभग 10 किमी उत्तर पूर्व में है। जहाज 23 फरवरी को माले के पश्चिम में लगभग 7.5 किमी दूर थिलाफुशी में ठहरा हुआ था। रिपोट्स के मुताबिक, ऐसी संभावना जताई जा रही है कि जहाज ने 22 जनवरी को माले के रास्ते में ट्रैकिंग सिस्टम को बंद दिया होगा।
जियांग यांग होंग 03 को साल 2016 में चीन के राज्य महासागरीय प्रशासन के बेड़े में शामिल किया गया था। इस जहाज की लंबाई 100 मीटर और वर्तमान में इसका वजह 4,500 टन है। चीन 2019 से इस जहाज का इस्तेमाल डिस्टेंट वाटर और डीप सी सर्वे के लिए करता है। इससे पहले 5 जनवरी को श्रीलंका ने चीनी जहाज को अपने जल क्षेत्र में दाखिल नहीं होने दिया था।
ट्रंप से पिछड़ रहे बाइडन, अब मिशेल ओबामा के नाम पर चर्चा
28 Feb, 2024 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । अमेरिका में इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले रिपब्लिकन नेता और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बढ़ती लोकप्रियता के बीच डेमोक्रेटिक पार्टी जो बाइडन के विकल्पों पर भी विचार कर रही है। ताजा सर्वे में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल अब काफी बुजुर्ग (81) हो चुके बाइडन की जगह लेने के मामले में सबसे उम्मीदवार पसंदीदा बनकर उभरी हैं। सर्वे में 20 फीसदी डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रशंसकों ने मिशेल ओबामा को वोट दिया है। यह सर्वे उस समय पर आया है जब ट्रंप के विजय रथ का घोड़ा तेजी से दौड़ रहा है और वह कभी भी रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित किए जा सकते हैं।
हालिया पोल के अनुसार, पूर्व अमेरिकी प्रथम महिला मिशेल ओबामा 2024 के चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति जो बाइडन को बदलने के लिए डेमोक्रेटिक मतदाताओं की पहली पसंद हैं। सर्वेक्षण से पता चला कि 48 प्रतिशत डेमोक्रेटिक मतदाताओं ने नवंबर चुनाव से पहले पार्टी के लिए एक और उम्मीदवार खोजने की इच्छा व्यक्त की, जबकि 38 फीसदी असहमत थे। हालांकि, केवल 33 प्रतिशत का मानना था कि मतपत्र में बदलाव की संभावना है। बाइडन को बदलने के विकल्पों में मिशेल ओबामा को सबसे अधिक वोट मिले, जिन्होंने 20 प्रतिशत वोट हासिल किए।
मिशेल के पति बराक ओबामा ने 2009 से 2017 तक अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया है। मिशेल को कई बार राजनीति में प्रवेश करने और राष्ट्रपति पद के लिए दौड़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। हाल ही में एक साक्षात्कार में मिशेल ने आगामी 2024 राष्ट्रपति चुनाव के बारे में चिंता व्यक्त की थी और लोकतंत्र को हल्के में नहीं लेने के महत्व पर जोर दिया था। साल 2024 के चुनाव में संभावित रूप से बाइडन और ट्रंप के बीच फिर से मुकाबला होने की उम्मीद है, क्योंकि बाइडन ने अपनी उम्र को लेकर चिंताओं के बावजूद फिर से चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की है, जबकि कानूनी चुनौतियों के बावजूद ट्रंप की लोकप्रियता काफी ज्यादा बनी हुई है।
इसके पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मिशिगन प्राइमरी चुनाव में जीत हासिल की है। बाइडन ने मिनेसोटा से डीन फिलिप्स को हराया, जो डेमोक्रेटिक प्राइमरी में उन्हें टक्कर दे रहे थे। वहीं ट्रंप ने मिशिगन प्राइमरी में जीत के साथ ही अब तक पांच प्राइमरी चुनाव में जीत दर्ज की है। मिशिगन में उनका मुकाबला संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली से था।
1 से 3 मार्च तक बारिश व ओलावृष्टि की भी संभावना
28 Feb, 2024 05:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा।पश्चिमी विक्षोभ के असर से मंगलवार को प्रदेश में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई थी। इसके अलावा ज्यादातर हिस्सों में दिन भर बादल छाए रहे। बूंदाबांदी व बादलवाही के कारण प्रदेश के औसत अधिकतम तापमान में 1.4 डिग्री की गिरावट आई। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि बुधवार सुबह तक पश्चिमी विक्षोभ आगे गुजर गया है।डॉ. चंद्रमोहन ने कहा कि इसके बाद अब 29 फरवरी की रात एक मध्यम श्रेणी का पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से प्रदेश में 1 से 3 मार्च के दौरान तेज हवाओं के साथ बारिश और कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना भी रहेगी। इसे लेकर भारतीय मौसम विभाग ने 1 मार्च को येलो और 2 मार्च को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि इस माह 7 से 8 पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे, जिससे तापमान में उतार-चढ़ाव होता रहेगा। 29 फरवरी की रात सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के लौटने के बाद फिर से ठंड बढ़ेगी और धुंध भी लौटेगी। इस विक्षोभ के तुरंत बाद 5 मार्च को एक और विक्षोभ आएगा, जिससे मौसम परिवर्तनशील रहेगा।
खुदाई में मिले दो नर कंकाल,मध्ययुगीन नजर आते हैं दोनों कंकाल
28 Feb, 2024 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । इटली के प्रेसारो उरबिनो प्रांत के तटीय शहर फानो में एक चौराहे पर नवीनीकरण का काम चल रहा था। वहां सड़क बनाई जानी थी, तभी खुदाई के दौरान श्रमिकों को धरती के नीचे से खट-खट की आवाज सुनाई दी। पहले तो उन्हें लगा कि शायद कोई पत्थर टकरा गया हो। लेकिन अंदर ऐसी चीज मिली कि देखकर सबकी आंखें फटी की फटी रह गईं। धरती के अंदर 2 कंकाल मिले।
पुरातत्वविद् इलारिया वेनानज़ोनी के अनुसार, दोनों कंकाल मध्ययुगीन नजर आते हैं। इसमें से एक वयस्क का है और दूसरा बच्चे का है। शुरुआती जांच से पता चला कि एक कंकाल मादा का है और ऐसा लग रहा है कि कोई मां अपने बच्चे को गोद में लिए जैसे कब्र में समा गई हो। वेनानज़ोनी ने कहा, यह संभव है कि परिवार का कोई सदस्य बच्चे को गोद में लिए हुए है। ऐसा लगता है कि बच्चा अनंत नींद में सो गया है, और मां उसकी के साथ है, जिसकी नजर अपने बच्चे पर है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, दोनों कंकालों के डीएनए विश्लेषण से यह पता चलेगा कि क्या सच में यह महिला उस बच्चे की मां है या नहीं। लेकिन जिस तरह वह बच्चे को गोद में लेकर सो रही है, ऐसा लग रहा कि सच में वह मां ही होगी। हो सकता है कि यहां कोई घर पहले रहा हो, और घर के अंदर ही इन्हें दफन किया गया हो। अब तक की छानबीन से हमें पता चला कि मध्यकाल के दौरान वहां कॉन्वेंट से जुड़ा एक चर्च बनाया गया था। पिछले महीने, यूक्रेन के एक कब्रिस्तान में अंधकार युग के कंकालों की खोज की गई थी, जिनके पैरों में लकड़ी की बाल्टियाँ थीं और उनके गले में छल्ले थे। कीव के पास 1,000 साल पुराने कब्रिस्तान में 100 से अधिक कंकाल भी मिले हैं। साइंटिस्ट को उम्मीद है कि इसका डीएनए विश्लेषण होगा तो काफी कुछ चौंकाने वाला निकलेगा। जो मानव सभ्यता के विकास के बारे में हमें नई राह देगा।
अमेरिका को गाजा युद्धविराम की उम्मीद
28 Feb, 2024 11:22 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। अमेरिका को लग रहा है कि इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग अगले माह से खत्म हो जाएगी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो वाइडेन ने इस आशय के संकेत भी दिए हैं। बाइडेन ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायली बंधकों को मुक्त कराने के लिए बातचीत के समापन पर चार मार्च तक गाजा में युद्धविराम प्रभावी हो जाएगा। पत्रकारों ने उनसे पूछा कि उन्हें कब संघर्ष विराम की उम्मीद है, तो उन्होंने कहा, सप्ताहांत तक, मेरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मुझसे कहते हैं कि हम इसके करीब हैं। मुझे उम्मीद है कि अगले सोमवार तक संघर्ष विराम हो जाएगा। बाइडेन न्यूयॉर्क में थे और उन्होंने एक आइसक्रीम स्टोर पर रुकते हुए ये टिप्पणी की। इजरायली वार्ताकार मिस्र और कतर के मध्यस्थों के साथ बंधक वार्ता के लिए दोहा में हैं। इजरायली युद्ध कैबिनेट ने पिछले सप्ताहांत छह सप्ताह के संघर्ष विराम के बदले में 40 बंधकों की रिहाई को मंजूरी दे दी, जो रमजान की शुरुआत में प्रभावी हो सकता है।
चीन का घातक प्लान.....अमेरिकी युवाओं को चीन बुलाकर उनका ब्रेन वॉश कर रहा
28 Feb, 2024 10:21 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग । चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अमेरिका के खिलाफ नए प्लान का खुलासा हुआ है। जिनपिंग अमेरिकी युवाओं को सीसीपी के एजेंट बनाने की तैयारी के तहत उनका चीन बुला कर ब्रेन वॉश किया जा रहा है। इस गुप्त योजना के तहत करीब पांच अमेरिकी छात्र समूहों ने जनवरी में बीजिंग की यात्राएं पूरी कीं, जो अगले पांच वर्षों में विनिमय और अध्ययन कार्यक्रमों के लिए 50,000 युवा अमेरिकियों को चीन में आमंत्रित करने की चीनी नेता जिनपिंग की योजना की शुरुआत का प्रतीक है। जिनपिंग ने पिछले साल सैन फ्रांसिस्को की अपनी यात्रा के दौरान चीन-अमेरिका संबंधों को बढ़ाने के महत्व पर जोर देकर इस युवा मित्रता योजना की घोषणा की थी। अमेरिका में विद्वान चिंता व्यक्त कर रहे हैं कि ये विनिमय कार्यक्रम एक अधिक भयावह उद्देश्य की पूर्ति कर रहे हैं, जो प्रभावी रूप से अमेरिकी युवाओं को सीसीसीपी के अनजाने एजेंटों में बदल रहे हैं। जैसा कि चीन के सिटीजन पावर इनिशिएटिव्स के रिसर्च फेलो जेनेट टोंग और राइट स्टेट यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले अर्थशास्त्री इवान ओसबोर्न के एक टिप्पणी लेख में उल्लिखित है, इन यात्राओं के कार्यक्रम में प्राचीन चीनी संस्कृति और व्यंजनों का नियमित अनुभव, आधुनिक लोगों का दौरा शामिल है।
रिपोर्ट के अनुसार कथित तौर पर मेजबान चीनी छात्रों के साथ बातचीत के माध्यम से, अमेरिकी प्रतिभागी तेजी से जुड़े और उन्हें विवादास्पद चीनी सोशल मीडिया ऐप, वीचैट डाउनलोड करने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया। अमेरिका के विद्वानों को डर है कि सीसीपी का अंतिम लक्ष्य समर्थकों की एक ऐसी पीढ़ी तैयार करना है जो वैश्विक प्रभुत्व के लिए जिनपिंग के दृष्टिकोण के साथ वैचारिक रूप से जुड़े हों। उन्होंने चेतावनी दी है कि इन कार्यक्रमों का उद्देश्य निर्दोष अमेरिकी युवाओं में लाल जीन पैदा करना है, जिससे उन्हें सीसीपी के सत्तावादी मॉडल के लिए अनजाने उपकरण में बदल दिया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया कि यह रणनीति अफ्रीकी देशों के भीतर सीसीपी के लिए नए एजेंटों को तैयार करने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन और यौन प्रलोभन दोनों का इस्तेमाल करती है।वर्तमान में, पांच साल के भीतर 50,000 अमेरिकी युवाओं को चीन का अनुभव कराने की शी की योजना का उद्देश्य युवाओं से शुरुआत करना है, जो अमेरिका में सीसीपी एजेंटों की पहचान करना और उन्हें विकसित करना है।
उन्होंने अमेरिकी जनता से आग्रह किया कि वे इस बारे में बेहद सतर्क रहें और सीसीपी के धोखे को अपने बच्चों की आंखों पर पट्टी न बांधने दें और उनके दिलों में जहर न भरने दें।उन्होंने कहा कि सीसीपी अफ्रीकी देशों से कई युवा छात्रों को चीन लाने में भारी निवेश कर रही है। इन व्यक्तियों को उदार जीवन-यापन भत्ते प्रदान किए जाते हैं।
नदी में बचाव अभियान पर निकले के दो पुलिस अधिकारियों की मौत
28 Feb, 2024 09:19 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लीमा । पेरू के दक्षिणी अरेक्विपा क्षेत्र में माजेस नदी में बचाव अभियान पर निकले पेरू राष्ट्रीय पुलिस दल दो सदस्यों की नाव पलटने से मौत हो गई। देश के आंतरिक मंत्रालय ने बताया सात अधिकारी नाव पर सवार थे और उन तीन खनिकों में से एक की तलाश कर रहे थे जो कुछ दिन पहले नदी के किनारे गायब हो गए थे। अन्य पांचों को मामूली चोटों के कारण स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। नाव पलटने के कुछ घंटों बाद पर्सी कोरोनेल कोंडोरी और जॉर्ज मार्केज़ मार्टिनेज के शव पाए गए।
गाजा में कब रुकेगी लड़ाई! बाइडन ने बता दी तारीख
28 Feb, 2024 08:19 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उम्मीद जाहिर है कि गाजा में अगले सप्ताह की शुरुआत में संघर्ष विराम शुरू हो सकता है। मिस्र, कतर, अमेरिका, फ्रांस और अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने फिलिस्तीनी क्षेत्र में बिगड़ते मानवीय संकट के दौरान इजरायल और हमास के लिए मध्यस्थ के रूप में काम किया है, शत्रुता को समाप्त करने और हिरासत में लिए गए इजरायली बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने का प्रयास किया है। न्यूयॉर्क की यात्रा के दौरान जब राष्ट्रपति बाइडेन से पूछा गया कि ऐसा समझौता कब शुरू हो सकता है, तब उन्होंने जवाब दिया कि मेरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मुझसे कहते हैं कि हम करीब हैं, हम करीब हैं, हम अभी तक पूरा नहीं हुए हैं। बाइडेन ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि अगले सोमवार तक हम युद्धविराम कर लेने वाले हैं। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा जेक सुलिवन ने बताया कि सप्ताहांत में पेरिस में बैठक में कई दलों के प्रतिनिधियों गाजा में सत्तारूढ़ समूह हमास को छोड़कर इस बात पर सहमति बनी कि अस्थायी युद्धविराम के लिए बंधक समझौते की मूल रूपरेखा कैसी होगी।
न्यूजीलैंड की नई सरकार ने तंबाकू-सिगरेट पर लगे प्रतिबंध को हटाने की घोषणा की
27 Feb, 2024 03:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
न्यूजीलैंड की नई सरकार तंबाकू की बिक्री पर लगे प्रतिबंध को हटाने जा रहा है। रिसर्चर और प्रचारकों द्वारा सरकार को तंबाकू से होने वाले मौतों के बारे में दी गई चेतावनी के बावजूद मंगलवार को सरकार ने इस पर लगे प्रतिबंध को हटाने की घोषणा की है।
ये इसी साल जुलाई से लागू हो जाएगा। इसके साथ ही स्मोक्ड तंबाकू उत्पादों में निकोटीन सामग्री में कटौती की जाएगी और तंबाकू खुदरा विक्रेताओं की संख्या 90% से अधिक कम हो जाएगी।
धूम्रपान को कम करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
अक्टूबर में चुनी गई नई गठबंधन सरकार ने पुष्टि की कि मंगलवार को तत्काल कार्रवाई की जाएगी। इस बीच सहयोगी स्वास्थ्य मंत्री केसी कॉस्टेलो ने कहा कि गठबंधन सरकार धूम्रपान को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इस आदत को हतोत्साहित करने और इससे होने वाले नुकसान को कम करने के लिए एक अलग नियामक दृष्टिकोण अपना रही है।
कॉस्टेलो ने कहा, 'मैं लोगों को धूम्रपान छोड़ने में मदद करने के लिए उपलब्ध उपकरणों को बढ़ाने के लिए जल्द ही कैबिनेट में उपायों का एक पैकेज लाऊंगी।' उन्होंने कहा कि युवा लोगों के वेपिंग करने को लेकर भी नियमों को कड़ा किया जाएगा।
इस फैसले की हो रही आलोचना
न्यूजीलैंड में स्वास्थ्य परिणामों पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर इस फैसले की भारी आलोचना हुई है। साथ ही इसका माओरी और पसिफिका आबादी पर अधिक प्रभाव पड़ सकता है,क्योंकि यह उच्च धूम्रपान दर वाले समूह हैं।
धूम्रपान कम करने के तरीकों का अध्ययन करने वाले एक समूह के सह-निदेशक होक ने कहा 'बड़े पैमाने पर किए गए परीक्षणों से पता चलता है कि इससे धूम्रपान करने वालों के बीच धूम्रपान छोड़ने की दर तेजी से बढ़ेगी और युवा लोगों के लिए धूम्रपान करना कठिन हो जाएगा।'
अंटार्कटिक क्षेत्र में एवियन इन्फ्लुएंजा मामलों की पुष्टि, वैज्ञानिकों ने कहा......
27 Feb, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिका पर अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (HPAIV) की उपस्थिति की पुष्टि की है, और पारिस्थितिक आपदा की आशंका जताई है। वैज्ञानिकों ने कहा कि पहली बार अंटार्कटिका की मुख्य भूमि पर घातक प्रकार के बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, जो दक्षिणी क्षेत्र की विशाल पेंगुइन कॉलोनियों के लिए संभावित खतरा है।
अर्जेंटीना के हायर काउंसिल फॉर साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन (सीएसआईसी) ने रविवार को कहा, "यह खोज पहली बार दर्शाती है कि अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लुएंजा वायरस दूरी और प्राकृतिक बाधाओं के बावजूद अंटार्कटिका तक पहुंच गया है जो इसे अन्य महाद्वीपों से अलग करते हैं।"
सीएसआईसी ने कहा कि 24 फरवरी को मृत स्कुआ समुद्री पक्षियों के नमूनों में वायरस की मौजूदगी की पुष्टि की गई थी, जो अर्जेंटीना के वैज्ञानिकों को अंटार्कटिक बेस प्रिमावेरा के पास पाए गए थे। जेंटू पेंगुइन सहित आसपास के द्वीपों पर मामलों के बाद अंटार्कटिक प्रायद्वीप पर पुष्टि किए गए मामले ने क्षेत्र में H5N1 एवियन फ्लू के खतरे को उजागर किया है, जिसने हाल के महीनों में दुनिया भर में पक्षियों की आबादी को नष्ट कर दिया है।
सीएसआईसी ने एक बयान में कहा, "विश्लेषण से निर्णायक रूप से पता चला है कि पक्षी एवियन इन्फ्लूएंजा के एच5 उपप्रकार से संक्रमित थे और मृत पक्षियों में से कम से कम एक में अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस था।"
अंटार्कटिक महाद्वीप और आस-पास के द्वीपों पर सैकड़ों-हजारों पेंगुइन कसकर भरी कॉलोनियों में इकट्ठा होते हैं, जिससे घातक वायरस आसानी से फैल सकता है। अंटार्कटिक अनुसंधान पर वैज्ञानिक समिति के डेटा ने अनुसंधान आधार पर एक अब पुष्टि किए गए मामले को भी दिखाया।
ऋषि सुनक ने पार्टी के खिलाफ इस्लामोफोबिया के आरोपों को किया खारिज, कहा......
27 Feb, 2024 10:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को सोमवार को इस्लामोफोबिया के आरोपों के खिलाफ कंजर्वेटिव पार्टी के लोगों का बचाव करने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस्लामोफोबिया से आशय इस्लाम और मुस्लिमों से भय और उनके प्रति घृणा से है। लंदन के मेयर सादिक खान के खिलाफ एक टोरी सांसद की टिप्पणी के बाद से विवाद बढ़ गया है।
सुनक से एक साक्षात्कार के दौरान पूछा गया कि क्या कंजर्वेटिव पार्टी में इस्लामोफोबिक प्रवृत्ति है, क्योंकि सांसद ली एंडरसन को पिछले सप्ताह टोरी पार्टी से यह कहने के लिए निलंबित कर दिया गया था कि इस्लाम समर्थकों ने पाकिस्तानी मूल के खान पर नियंत्रण हासिल कर लिया है।
खान विपक्षी लेबर पार्टी के सदस्य हैं, जिन्होंने एंडरसन की टिप्पणी को इस्लामोफोबिक, नस्लवादी और इस्लाम विरोधी करार दिया था।
इस्लामोफोबिया पर खुलकर बोले सुनक
सुनक पर इस मुद्दे पर ध्यान देने और पूर्व पार्टी सहयोगी की टिप्पणियों की निंदा करने का दबाव बढ़ रहा था। जब उनसे पूछा गया कि क्या कंजर्वेटिव पार्टी में इस्लामोफोबिया की समस्या है, इस पर उन्होंने कहा कि नहीं, बिल्कुल नहीं। मेरा विचार है कि हम सभी पर, खासतौर पर संसद में चुनकर आए लोगों पर जिम्मेदारी है कि अपनी बहस को इस दिशा में नहीं बढ़ाएं जो दूसरों के लिए नुकसान पहुंचाने वाली हो।
ली एंडरसन के विवादास्पद बयान के बारे में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ली के बयान स्वीकार्य नहीं थे। वे गलत थे और इसलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया।
इजरायली सेना ने गाजा में बड़े हमले करते हुए 40 फलस्तीनी लड़ाकों को मार गिराया, प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफा
27 Feb, 2024 10:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा में सोमवार को इजरायली सेना ने बड़े हमले करते हुए गाजा सिटी में 30 से ज्यादा फलस्तीनी लड़ाकों को मार गिराया जबकि खान यूनिस शहर में 10 से ज्यादा लड़ाके मारे गए हैं।
पट्टी के विभिन्न इलाकों में जारी इजरायली कार्रवाई में सोमवार को कुल 90 लोग मारे गए हैं। इस बीच गाजा को लेकर पड़ रहे दबाव से क्षुब्ध फलस्तीनी प्राधिकार (PA) के प्रधानमंत्री मुहम्मद शतायेह ने इस्तीफा दे दिया है।
अमेरिकी नेताओं की पीए के राष्ट्रपति से कई बार हुई बात
गाजा पट्टी की सत्ता से हमास को दूर करने के लिए अमेरिका ने कई हफ्ते पहले से रूपरेखा बनानी शुरू कर दी है। अमेरिका चाहता है कि गाजा में युद्ध के बाद पीए वहां पर नरमपंथी सरकार बनाए और इसका इजरायल के साथ टकराव न हो। इस सिलसिले में अमेरिकी नेताओं की पीए के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से कई बार बात हुई है।
पीए बीते कई वर्षों से फलस्तीनी आबादी की बहुलता वाले वेस्ट बैंक की सत्ता में है। लेकिन पीए के प्रधानमंत्री शतायेह अमेरिकी योजना से सहमत नहीं थे और सोमवार को उन्होंने इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया है और उन्हें कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करने के लिए कहा है।
फलस्तीनी लड़ाके और हथियारों का जखीरा किया बरामद
इस बीच इजरायली सेना ने गाजा के खान यूनिस शहर के सबसे बड़े नासेर अस्पताल का कब्जा छोड़ दिया है। सेना ने बताया है कि वहां से उसने करीब 200 फलस्तीनी लड़ाके गिरफ्तार किए हैं और हथियारों का जखीरा बरामद किया है।
जब्त किए गए हथियार दवाओं के बॉक्स में छिपाकर लाए गए थे और उन्हें उन्हीं में रखा गया था। इजरायली सेना ने बताया कि उसकी कार्रवाई के दौरान अस्पताल में पूरे समय चिकित्सा संबंधी गतिविधियां जारी रहीं।
इजरायल का लेबनान में मध्य में हमला
इजरायल ने सोमवार को लेबनान के मध्य में हवाई हमला किया। इस हमले में ईरान समर्थित सशस्त्र संगठन हिजबुल्ला के दो लड़ाके मारे गए हैं। अक्टूबर 2023 से हिजबुल्ला के साथ जारी झड़पों में इजरायल का लेबनान में यह सबसे लंबी दूरी का हमला है।
इजरायल ने यह हमला तब किया जब उसके एक हमलावर ड्रोन को हिजबुल्ला लड़ाकों ने मार गिराया। इजरायली सेना ने कहा है कि उसके लड़ाकू विमानों ने लेबनान की बेका घाटी में हिजबुल्ला के एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाकर उन्हें बर्बाद कर दिया।
खुद को आग लगाकर अमेरिकी सैनिक ने किया गाजा नरसंहार का विरोध
26 Feb, 2024 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेल अवीव । एक सैनिक ने वॉशिंगटन स्थित इजरायली दूतावास के बाहर खुद को आग लगाकर गाजा में हो रहे नरसंहार का विरोध किया है। मिली जानकारी के अनुसार यहां एक अमेरिकी एयरफोर्स के सैनिक ने खुद को आग लगा दी। वह बार-बार यही कह रहा था कि मैं गाजा में हो रहे नरसंहार का हिस्सा नहीं बनूंगा। फिलिस्तीन को आजाद किया जाना चाहिए। फ्री फिलिस्तीन। उसने बताया कि वह अमेरिकी एयरफोर्स का जवान है और कैमरे के सामने आत्मदाह करने जा रहा है। वह गाजा में हो रहे अत्याचार को बर्दाश्त नहीं कर सकता। एक रिपोर्ट के मुताबिक आत्मदाह करने वाले शख्स का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है। आत्मदाह के बाद तत्काल वहां मौजूद सुरक्षाबलों ने आग बुझाने की कोशिश की। हालांकि शख्स बुरी तरह झुलस गया और उसकी हालत गंभीर बताई गई है। रिपोर्ट के मुताबिक शख्स जब आत्मदाह करने के लिए दूतावास के सामने पहुंचा तो वहां मौजूद सुरक्षाबलों ने उससे बात करने की कोशिश की। सुरक्षाबलों ने मदद करने की भी बात कही, लेकिन इतने में ही उसने खुद को आग लगा ली।
इस दौरान सैनिक ने आत्मदाह करते हुए खुद ही वीडियो भी बनाया जिसे बाद में सोशल मीडिया से हटा दिया गया। जिसे ट्वीच नाम के सोशल मीडिया अकाऊंट से आत्महाद की लाइव स्ट्रीमिंग की थी। अभी तक यह नहीं स्पष्ट हो पाया है कि वह वास्तव में वह सैनिक था या नहीं। अगर था तो अब भी सेवा में है या फिर रिटायर हो चुका है। यहां गौरतलब है कि वैसे तो अमेरिका गाजा में सीजफायर की वकालत करता रहा लेकिन 20 फरवरी को यूएनएससी की बैठक में उसने गाजा में तुरंत सीजफायर के प्रस्ताव को खारिज कर दिया।