व्यापार
कंपनियों के तिमाही परिणामों का शेयर बाजार पर रहेगा असर
13 Oct, 2024 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । बीते सप्ताह मध्य-पश्चिम संघर्ष को लेकर वैश्विक बाजार के कमजोर रुख के दबाव में स्थानीय स्तर पर हुई बिकवाली से गिरावट में रहे घरेलू शेयर बाजार पर इस सप्ताह रिलायंस, इंफोसिस, विप्रो, एचसीएल टेक, नेस्ले इंडिया और एक्सिस बैंक समेत कई दिग्गज कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के जारी होने वाले परिणाम का असर रहेगा। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 307.09 अंक की गिरावट लेकर सप्ताहांत पर 81381.36 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 50.35 अंक उतरकर 24964.25 अंक पर रहा। वहीं समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों के विपरीत मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में लिवाली हुई। इससे मिडकैप 530.12 अंक की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 48436.86 अंक और स्मॉलकैप 654.78 अंक उछलकर 56600.09 अंक पर पहुंच गया। विश्लेषकों के अनुसार बीते सप्ताह विश्व बाजार का रुझान कमजोर रहा। भारतीय बाजार वर्तमान में प्रीमियम मूल्यांकन और दूसरी तिमाही के सुस्त नतीजों के कारण सुदृढीकरण के चरण में है। इसके विपरीत विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) चीन के प्रोत्साहन उपायों और कम मूल्यांकन से चीनी बाजारों में आर्बिट्रेज अवसरों का लाभ उठा रहे हैं। साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरों को यथावत रखा तथा उसके निर्णयों से निकट भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की संभावना का संकेत नहीं मिलता है। इस बीच हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीद से अधिक बेहतर प्रदर्शन से घरेलू बाजार में आशा की लहर दौड़ गई। इससे सेंसेक्स ने कुछ लचीलापन दिखाया और वापस उछलने का प्रयास किया तथा निफ्टी 50 सूचकांक को 24,800 अंक के स्तर पर समर्थन मिला। हालांकि यह समर्थन अस्थायी बना हुआ है, जिससे इसके मध्यवर्ती स्तर पर होने का जोखिम बना हुआ है। बीते सप्ताह बाजार अपनी तेजी को बरकरार नहीं रख सका और निफ्टी50 25,000 अंक से नीचे बंद हुआ। अमेरिकी मुद्रास्फीति में अप्रत्याशित वृद्धि और जारी भू-राजनीतिक चुनौतियों के कारण अमेरिका में 10 वर्षीय ट्रेजरी यील्ड में हाल में हुई वृद्धि ने एफआईआई को अधिक सस्ते बाजारों की ओर रुख करने के लिए प्रेरित किया है। इस प्रवृत्ति से अल्प अवधि में इक्विटी परिसंपत्ति का प्रदर्शन प्रभावित होने की उम्मीद है। इस सप्ताह निवेशकों की वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के परिणामों पर पैनी नजर रहेगी। दूसरी तिमाही के परिणाम के तिमाही-दर-तिमाही आधार पर कमजोर प्रदर्शन रहने का अनुमान है। गिरावट का जोखिम बढ़ रहा है, जिससे अल्प से मध्यम अवधि में भारत का प्रीमियम मूल्यांकन कम हो सकता है। इस सप्ताह रिलायंस, इंफोसिस, विप्रो, एचसीएल टेक, नेस्ले इंडिया, एक्सिस बैंक, महाराष्ट्र बैंक, सीआईएल, बजाज ऑटो और क्रिसिल समेत कई दिग्गज कंपनियों की दूसरी तिमाही के परिणाम जारी होने वाले हैं। बीते सप्ताह शेयर बाजार में दो दिन तेजी जबकि दिन दिन गिरावट रही। इजराइल-ईरान तनाव और चीन के प्रोत्साहन पैकेज के दबाव में स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली से सोमवार को सेंसेक्स 638.45 अंक का गोता लगाकर करीब डेढ़ माह के निचले स्तर 81,050.00 अंक पर आ गया। इसी तरह निफ्टी 218.85 अंक की गिरावट लेकर 24,795.75 अंक पर बंद हुआ। मध्य-पश्चिम संघर्ष को लेकर विश्व बाजार में गिरावट रहने के बावजूद स्थानीय स्तर पर दिग्गज कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में मजबूत परिणाम रहने की उम्मीद में हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत मंगलवार को सेंसेक्स 584.81 अंक उछलकर 81,634.81 अंक और निफ्टी 217.40 अंक की छलांग लगाकर 25,013.15 अंक पर पहुंच गया। आरबीआई से ब्याज दर में कटौती किए जाने की उम्मीद लगाए निवेशकों को लगातार दसवीं बार निराशा हाथ लगने का असर बुधवार को शेयर बाजार में बिकवाली के रूप में दिखा। इससे निराश निवेशकों की ऊर्जा, एफएमसीजी और तेल एवं गैस समेत चार समूहों में हुई बिकवाली से सेंसेक्स 167.71 अंक की गिरावट लेकर 81,467.10 अंक और निफ्टी 31.20 अंक फिसलकर 24,981.95 अंक पर बंद हुआ। गुरुवार को सेंसेक्स 144.31 अंक की छलांग लगाकर 81,611.41 अंक और निफ्टी 16.50 अंक की बढ़त लेकर 24,998.45 अंक हो गया। विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की दिग्गज कंपनी टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेज़ (टीसीएस) के चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के परिणाम उम्मीद से कमजोर रहने से टीसीएस, महिंद्रा एंड महिंद्रा आईसीआईसीआई बैंक और मारुति समेत चौदह कंपनियों में हुई बिकवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स 230.05 अंक की गिरावट लेकर 81,381.36 अंक और निफ्टी 34.20 अंक फिसलकर 24,964.25 अंक पर बंद हुआ।
विमानन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी बोइंग में होगी छंटनी
13 Oct, 2024 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फ्रांसिस्को । विमानन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी बोइंग अपने कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। कंपनी अपने वर्कफोर्स के करीब 10 प्रतिशत भाग यानि 17,000 लोगों को इस छंटनी का हिस्सा बनाएगी। इसका मुख्य कारण वित्तीय संकट बताया जा रहा है। बोइंग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कर्मचारियों को ईमेल भेजकर इस फैसले की घोषणा की। यह छंटनी आने वाले महीनों में होगी और इसमें अधिकारी, प्रबंधक और कर्मचारी शामिल होंगे। कंपनी ने कहा कि हमारा व्यवसाय मुश्किल स्थिति में है और हम सभी के सामने आने वाली चुनौतियों को बढ़ा-चढ़ा कर बताना मुश्किल है। मौजूदा माहौल से निपटने के अलावा हमें अपनी कंपनी को फिर से खड़ा करने के लिए कड़े फैसले लेने होंगे। इसके लिए कंपनी को संरचनात्मक बदलाव करने होंगे ताकि हम प्रतिस्पर्धी बने रह सकें और लंबे समय तक अपने ग्राहकों को सेवाएं दे सकें। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब कंपनी एक मुश्किल वर्ष का सामना कर रही है। सितंबर के मध्य से बोइंग फैक्ट्री के 30,000 से अधिक कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कंपनी के सीईओ ने कहा कि उन्हें हमें अपनी वित्तीय स्थिति का वर्कफोर्स से तालमेल बिठाने के लिए ऐसा करना पड़ेगा ताकि हम अपनी अन्य प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें। सीईओ ने कहा कि आने वाले महीनों में हम अपने वर्कफोर्स को लगभग 10 प्रतिशत तक कम करने की योजना बना रहे हैं। इस छंटनी में अधिकारी, प्रबंधक और कर्मचारी शामिल होंगे। अगले सप्ताह आपकी नेतृत्व टीम इस बारे में अधिक जानकारी साझा करेगी। इस फैसले के आधार पर हम आने वाली छुट्टियां भी आगे प्रॉसेस नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा ऑर्डर पूरा करने के बाद, बोइंग वाणिज्यिक 767 मालवाहक विमानों का प्रोडक्शन भी 2027 तक बंद कर देगी।
प्रमुख कंपनियों का मार्केट कैप 1.22 लाख करोड़ घटा
13 Oct, 2024 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। बीते सप्ताह सेंसेक्स की प्रमुख 10 मूल्यवान कंपनियों में से सात का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) संयुक्त रूप से 1,22,107.11 करोड़ रुपये घट गया। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और रिलायंस इंडस्ट्रीज को हुआ। शेयर बाजार में कमजोर रुख के अनुरूप प्रमुख कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई। देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का बाजार मूल्यांकन 35,638.16 करोड़ रुपये कम होकर 15,01,723.41 करोड़ रुपये रहा। रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 21,351.71 करोड़ रुपये घटकर 18,55,366.53 करोड़ रुपये पर रहा। वहीं आईटीसी का मूल्यांकन 18,761.4 करोड़ रुपये घटकर 6,10,933.66 करोड़ रुपये जबकि हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड का बाजार पूंजीकरण 16,047.71 करोड़ रुपये घटकर 6,53,315.60 करोड़ रुपये रहा। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) 13,946.62 करोड़ रुपये घटकर 6,00,179.03 करोड़ रुपये और आईसीआईसीआई बैंक का एमकैप 11,363.35 करोड़ रुपये घटकर 8,61,696.24 करोड़ रुपये रहा। साथ ही एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 4,998.16 करोड़ रुपये घटकर 12,59,269.19 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, भारती एयरटेल का बाजार मूल्यांकन 26,330.84 करोड़ रुपये बढ़कर 9,60,435.16 करोड़ रुपये पहुंच गया। वहीं इन्फोसिस का एमकैप 6,913.33 करोड़ रुपये बढ़कर 8,03,440.41 करोड़ रुपये और भारतीय स्टेट बैंक का बाजार पूंजीकरण 3,034.36 करोड़ रुपये बढ़कर 7,13,968.95 करोड़ रुपये रहा। बाजार पूंजीकरण के लिहाज से रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे मूल्यवान घरेलू कंपनी रही। इसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, भारतीय स्टेट बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी और एलआईसी का स्थान रहा।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर
13 Oct, 2024 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट जारी रहने के बावजूद घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल के भाव रविवार को भी स्थिर रहे, जिससे दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल 87.62 रुपये प्रति लीटर पर पड़े रहे। तेल विपणन करने वाली प्रमुख कंपनी हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन की वेबसाइट पर जारी दरों के अनुसार देश में रविवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली में इनकी कीमतों के यथावत रहने के साथ ही मुंबई में पेट्रोल 104.21 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 92.15 रुपये प्रति लीटर पर रहा।वैश्विक स्तर पर साप्ताहांत पर अमेरिकी क्रूड 0.47 प्रतिशत की गिरावट लेकर 75.49 डॉलर प्रति बैरल पर और लंदन ब्रेंट क्रूड 0.32 प्रतिशत लुढ़ककर 78.79 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। वहीं नई दिल्ली में पेट्रोली 94.72 प्रति लीटर, डीजल 87.62 प्रति लीटर, मुंबई में पेट्रोल 104.21 प्रति लीटर, डीजल 92.15 रुपए प्रति लीटर, चेन्नई में पेट्रोल 100.75 रुपए प्रति लीटर, डीजल 92.34 रुपए प्रति लीटर एवं कोलकाता में पेट्रोल 103.94 रुपए प्रति लीटर, डीजल 90.76 रुपए प्रति लीटर है।
स्वास्थ्य बीमा लेते समय किन बातों का रखें ध्यान? यहां जानिए पूरी जानकारी
12 Oct, 2024 04:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत में गरीबी की एक बड़ी वजह बीमारियों पर होने वाला खर्च है। यहां मिडल क्लास फैमिली तक के बारे में कहा जाता है कि वे गरीब होने से बस एक बीमारी दूर हैं। इस जोखिम को कम करने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
हालांकि, आज भी जागरूकता के अभाव में लोग मेडिक्लेम या हेल्थ इंश्योरेंस को पैसे की बर्बादी मानते हैं। लेकिन, किसी बड़ी बीमारी या दुर्घटना के वक्त आपको इस अहमियत पता चलती है। आइए जानते हैं कि हेल्थ इंश्योरेंस लेना क्यों जरूरी है, इसे लेने के क्या फायदे हैं और बीमा कराते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
हेल्थ इंश्योरेंस जरूरी क्यों?
केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग का डेटा बताता है कि 80 फीसदी मेडिकल इमरजेंसी में पैसों की दिक्कत के चलते मरीज की हालत बिगड़ जाती है। अस्पताल से छुट्टी के बाद भी दवाओं पर खर्च जारी रहता है। कई बार इलाज में भारी खर्च के चलते लोग गहने, जमीन और घर तक बेचने को मजबूर हो जाते हैं। कर्ज के जाल में भी फंस जाते हैं, जो ताउम्र उनका पीछा नहीं छोड़ता। हेल्थ इंश्योरेंस आपको इन सभी परेशानियों से बचा सकता है।
हेल्थ इंश्योरेंस के फायदे
हेल्थ इंश्योरेंस का सबसे बड़ा फायदा है कि आप बिना किसी आर्थिक तनाव के अपना बेहतर तरीके से इलाज कर सकते हैं। आपको अपनी बचत और घरेलू खर्चों से कोई समझौता नहीं करना पड़ेगा। न ही आपको किसी के आगे हाथ फैलाना पड़ेगा। गहने या फिर जमीन-जायदाद बेचने की नौबत भी नहीं आएगी। इंश्योरेंस में अस्पताल में भर्ती होने का खर्च, सर्जरी, दवाएं, डॉक्टर की फीस जैसी चीजें कवर होती हैं। कैशलेस इलाज की सुविधा मिलती है। टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है।
हेल्थ इंश्योरेंस लेने से पहले किन बातों का रखें ध्यान?
हेल्थ इंश्योरेंस में आपको कवरेज रकम का सबसे अधिक ध्यान रखना चाहिए।
इंश्योरेंस प्रीमियम की दर और भुगतान की शर्तों को सावधानी से पढ़ना चाहिए।
कवर की जाने वाली चीजों का ध्यान रखें, जैसे कि सर्जरी, दवाएं, अस्पताल की फीस।
नेटवर्क अस्पतालों की सूची भी देखें, जहां आप कैशलेस इलाज करा सकते हैं।
आपको पहले से कोई बीमारी है, तो पॉलिसी में इसके लिए कवरेज का ध्यान रखें।
वेटिंग पीरियड का ध्यान रखें, जिसमें कुछ बीमारियों के लिए कवरेज नहीं मिलता है।
अपनी पॉलिसी की समीक्षा करते रहें और जरूरत के हिसाब से बदलाव भी करें।
IPO मार्केट में हलचल, हुंडई और दो अन्य कंपनियां जल्द करेंगी एंट्री, जाने पूरी डिटेल
12 Oct, 2024 04:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आईपीओ मार्केट में सोमवार (14 अक्टूबर) से शुरू हो रहे नए हफ्ते में काफी सरगर्मी देखने को मिलेगी। हालांकि, इस दौरान सिर्फ तीन ही आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेंगे। लेकिन, इनमें हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ भी रहेगा, जो देश का सबसे बड़ा आईपीओ होना वाला है। बाकी दो आईपीओ SME सेगमेंट के रहेंगे।
अपकमिंग मेनबोर्ड और एसएमआई पब्लिक ऑफरिंग के जरिए 27,995 करोड़ रुपये जुटाएंगे। इसमें एसएमई सेगमेंट वाले दोनों इश्यू का कुल साइज 125 करोड़ है। आइए जानते हैं तीनों आईपीओ की डिटेल।
हुंडई मोटर इंडिया आईपीओ डिटेल
हुंडई मोटर मंगलवार यानी 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। आईपीओ का साइज 27,870.16 करोड़ है और यह देश में अब तक सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इसका प्राइस बैंड 1865 से 1960 रुपये प्रति शेयर तय किया है। एक लॉट में 7 शेयर रहेंगे। इसका मतलब कि रिटेल इन्वेस्टर्स को अपर प्राइस बैंड के हिसाब से कम से कम 13,720 रुपये का निवेश करना पड़ेगा।
इस इश्यू में एंप्लॉयीज कोटा भी होगा और हुंडई के निवेशकों को 186 रुपये डिस्काउंट पर आईपीओ सब्सक्राइब करने का मौका मिलेगा। शेयरों का अलॉटमेंट 18 अक्टूबर को होगा। वहीं, हुंडई की BSE और NSE पर लिस्टिंग 22 अक्टूबर को हो सकती है।
एसएमई सेगमेंट में लक्ष्य पॉवरटेक का आईपीओ 16 से 18 अक्टूबर तक के लिए खुलेगा। इस इश्यू का साइज 50 करोड़ रुपये है। हुंडई के उलट इस आईपीओ में 49.91 करोड़ रुपये की 27.72 लाख फ्रेश इश्यू शेयर जारी किए जाएंगे। इसका प्राइस बैंड 171 से 180 रुपये प्रति इक्विटी शेयर रहेगा। अलॉटमेंट 21 अक्टूबर को होगा।
लक्ष्य पॉवरटेक एक इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी फर्म है। इसकी कुशलता मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल सर्विसेज में है। इस आईपीओ में भी एंप्लॉयी कोट रहेगा। कर्मचारी 72,000 शेयरों को इश्यू प्राइस से 15 रुपये के डिस्काउंट पर खरीद पाएंगे।
फ्रेशारा एग्रो का आईपीओ 17 अक्टूबर को खुलेगा। यह कंपनी आईपीओ में 75.39 करोड़ रुपये मूल्य की फ्रेश इक्विटी जारी करेगी। प्राइस बैंड 110 से 116 रुपये प्रति इक्विटी शेयर रहेगा। इस आईपीओ को निवेशक 17 से 21 अक्टूबर तक सब्सक्राइ कर सकेंगे। इसका अलॉटमेंट 22 अक्टूबर को फाइनल हो सकता है। फ्रेशारा एग्रो एक्सपोर्ट्स भारत से दुनियाभर में संरक्षित घेरकिंस और अन्य अचारित सामग्री की खरीद, प्रोसेसिंग और एक्सपोर्ट करती है।
दशहरा के दिन सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव, जानें गोल्ड का रेट
12 Oct, 2024 03:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आज के दिन सोना और चांदी में कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. पिछले दिन भारत में 22 कैरेट सोने का भाव 71,100 रुपये प्रति 10 ग्राम था. वहीं, भारत में आज 22 कैरेट सोने का भाव 71,110 रुपये प्रति 10 ग्राम है. वहीं, 24 कैरेट सोने की कीमत 77,560 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जो कि पिछले दिन 77,550 रुपये थी. ऐसे में मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि आने वाले दिनों में सोने के भाव बढ़ सकते हैं.
आज के दिन 22 कैरेट सोना की कीमत ₹7,111 प्रति ग्राम है और 24 कैरेट सोना का रेट ₹7,756 प्रति ग्राम है. चलिए जानते हैं अलग-अलग शहरों में सोना-चांदी का भाव कितना है.
लखनऊ
22 कैरेट: ₹70,390 प्रति 10 ग्राम
24 कैरेट: ₹77,560 प्रति 10 ग्राम
गाजियाबाद
22 कैरेट: ₹71,110 प्रति 10 ग्राम
24 कैरेट: ₹77,560 प्रति 10 ग्राम
नोएडा, मेरठ, आगरा, अयोध्या, कानपुर
सभी जगह 22 कैरेट: ₹71,110
24 कैरेट: ₹77,560
चांदी की कीमत
कल लखनऊ में चांदी का भाव 96,000 रुपये था. वहीं, आज चांदी का भाव आज 96,100 रुपये प्रति किलो है. इस प्रकार चांदी की कीमतों में भी हल्का बदलाव देखने को मिला है.
इन बातों का रखें ध्यान
सोने की खरीदारी करते समय हॉलमार्क का निशान देखना न भूलें. यह सोने की quality की सरकारी गारंटी होती है. भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) हॉलमार्क का निर्धारण करती है, जो ग्राहकों को सही जानकारी और सुरक्षा प्रदान करता है.
दशहरा के दिन फ्यूल की कीमत में हुए बदलाव, जानें आपके शहर में रेट
12 Oct, 2024 03:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
12 अक्टूबर 2024 को उत्तर प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें थोड़ी भिन्नता के साथ निर्धारित की गई हैं. प्रदेश के कई शहरों में ईंधन की दरें रोजाना की तरह सुबह 6 बजे निर्धारित की जाती हैं जो कि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों और विदेशी मुद्रा दरों के आधार पर बदलती हैं. यूपी में आज पेट्रोल की औसत कीमत 94.56 रुपये प्रति लीटर है, जबकि डीजल की कीमत 87.66 रुपये प्रति लीटर है. यह कीमतें अलग-अलग शहरों में थोड़ा फर्क हो सकता है. लखनऊ में पेट्रोल 94.56 रुपये और डीजल 87.66 रुपये बिक रहा है जबकि कानपुर में ये 94.54 और 87.63 रुपये हैं.
पेट्रोल-डीजल का दाम
लखनऊ: पेट्रोल 94.56 रुपये, डीजल 87.66 रुपये
कानपुर: पेट्रोल 94.54 रुपये, डीजल 87.63 रुपये
प्रयागराज: पेट्रोल 94.72 रुपये, डीजल 87.86 रुपये
मथुरा: पेट्रोल 94.30 रुपये, डीजल 87.32 रुपये
आगरा: पेट्रोल 94.70 रुपये, डीजल 87.79 रुपये
वाराणसी: पेट्रोल 94.92 रुपये, डीजल 88.08 रुपये
मेरठ: पेट्रोल 94.36 रुपये, डीजल 87.41 रुपये
नोएडा: पेट्रोल 94.72 रुपये, डीजल 87.83 रुपये
गाजियाबाद: पेट्रोल 94.65 रुपये, डीजल 87.75 रुपये
गोरखपुर: पेट्रोल 94.46 रुपये, डीजल 87.54 रुपये
अलीगढ़: पेट्रोल 95.00 रुपये, डीजल 88.13 रुपये
बुलंदशहर: पेट्रोल 95.13 रुपये, डीजल 88.25 रुपये
मिर्जापुर: पेट्रोल 95.13 रुपये, डीजल 88.30 रुपये
मुरादाबाद: पेट्रोल 95.03 रुपये, डीजल 88.19 रुपये
रायबरेली: पेट्रोल 94.75 रुपये, डीजल 87.88 रुपये
रामपुर: पेट्रोल 94.96 रुपये, डीजल 88.12 रुपये
कीमतों में बदलाव के कारण
भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करती हैं. इसके साथ ही, रुपये की डॉलर के मुकाबले कीमत भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इसलिए, वैश्विक स्तर पर होने वाले परिवर्तनों का सीधा असर भारतीय बाजार पर देखने को मिलता है. आपके शहर में आज के पेट्रोल-डीजल के रेट जानकर आप अपनी यात्रा की योजना बेहतर तरीके से बना सकते हैं. समय-समय पर ईंधन की कीमतों की समीक्षा करके ही सही जानकारी प्राप्त करें और अपनी जरूरतों के अनुसार योजना बनाएं.
Tesla: टेस्ला की सेल्फ-ड्राइविंग कार पेश, एलन मस्क का फ्यूचरिस्टिक कॉन्सेप्ट
11 Oct, 2024 03:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Tesla: टेस्ला की सेल्फ-ड्राइविंग कार पेश, एलन मस्क का फ्यूचरिस्टिक कॉन्सेप्ट। सेल्फ-ड्राइविंग वाहन भविष्य की सबसे अनुकूल तकनीकों में से एक है। ये नए जमाने के वाहन अपने आस-पास की परिस्थितियों को समझते हैं, जिसमें यातायात, पैदल यात्री और शारीरिक खतरे शामिल हैं, और नियंत्रण में मानवीय हस्तक्षेप के बिना अपने मार्ग और गति को समायोजित कर सकते हैं।
एलन मस्क टेस्ला “वी, रोबोट” इवेंट
गुरुवार की शाम को, एलन मस्क की टेस्ला ने “वी-रोबोट” इवेंट में इस उन्नत एज तकनीक को दिखाया। उन्होंने इवेंट में टेस्ला की भविष्य की अवधारणा “रोबोटैक्सी” नामक सेल्फ-ड्राइविंग कारों का अनावरण किया। इस कार्यक्रम में रोबोटैक्सी और रोबोवैन का प्रदर्शन किया गया, जो एक चालक रहित वाहन है जिसे अधिक लोगों या सामान को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
एलन मस्क ने कंपनी की भविष्य की स्वयं संचालित कारों की अवधारणा, रोबोटैक्सी, साइबरकैब का अनावरण किया है, जिनकी लागत 30,000 अमेरिकी डॉलर से कम होगी, तथा अगले वर्ष तक कैलिफोर्निया और टेक्सास में अपनी मॉडल 3 और मॉडल वाई कारों में स्वचालित ड्राइविंग लाने की योजना की घोषणा की है।
स्वचालित कारों का भविष्य
घोषणा से पहले, विश्लेषकों को संदेह था कि टेस्ला अपना वादा पूरा करेगी, क्योंकि पूरी तरह से स्वायत्त वाहनों की आयु नौ साल और रोबोटैक्सिस की आयु पांच साल तक कम कर दी गई थी। मस्क ने कहा कि जिस कार्यक्रम में वे शामिल हुए थे, वहां 20 और साइबरकैब थे, और टेस्ला द्वारा कार्यक्रम के लिए सुरक्षित किए गए 20 एकड़ के स्थान पर उपस्थित लोगों के लिए 50 पूरी तरह से स्वायत्त वाहन थे।
मस्क ने कहा कि साइबरकैब में कोई स्टीयरिंग व्हील या पैडल नहीं होगा और प्लग के बजाय इंडक्टिव चार्जिंग होगी।उन्होंने कहा कि टेस्ला ने वाहनों में कंप्यूटरों को “ओवरस्पेक” किया है, जिसे उन्होंने कंप्यूटिंग की अमेज़ॅन वेब सर्विसेज शैली कहा है – जहां इसे कारों के नेटवर्क में वितरित किया जा सकता है। ‘वी, रोबोट’ कार्यक्रम कैलिफोर्निया के बरबैंक स्थित वार्नर ब्रदर्स स्टूडियो में आयोजित किया गया।
ग्राहकों के लिए नई सुविधाओं के साथ रिलायंस ने लॉन्च किया जियोफाइनेंस ऐप
11 Oct, 2024 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (जेएफएसएल) ने पहले से बेहतर वित्तीय सेवाएं देने के लिए अपना पूर्णतया विकसित जियोफाइनेंस एप लॉन्च कर दिया है। जियोफाइनेंस एप का बीटा संस्करण करीब 4 माह पहले 30 मई, 2024 को लॉन्च किया गया था। तब से अब तक इसे 60 लाख उपभोक्ता डाउनलोड कर चुके हैं।
कंपनी का दावा है कि ग्राहकों के फीडबैक के आधार पर नया एप तैयार किया गया है। नया एप गूगल प्ले स्टोर, एप्पल एप स्टोर और माईजियो से डाउनलोड किया जा सकेगा। कंपनी ने अपने फाइनेंशियल प्रोडक्ट चेन में कई नई सेवाएं जोड़ी है। इनमें म्यूचुअल फंड पर लोन, संपत्ति पर लोन, होम लोन और होम लोन बैलेंस ट्रांसफर शामिल हैं। वित्तीय बाजार में पैर जमाने के लिए कंपनी प्रतिस्पर्धी दरों पर लोन उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है।
कंपनी के मुताबिक जियो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (जेपीबीएल) में करीब 15 लाख ग्राहक बचत खाता खुलवा चुके हैं। बैंक में बचत खाता सिर्फ 5 मिनट में डिजिटल तरीके से खोला जा सकता है। खाते के साथ डेबिट कार्ड भी मिलेगा और बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के कारण बचत खाता अधिक सुरक्षित भी होगा। इसके अतिरिक्त, यूपीआई पेमेंट, मोबाइल रिचार्ज और क्रेडिट कार्ड बिलों के भुगतान जैसी सेवाएं भी ग्राहकों के लिए उपलब्ध होंगी।
जेएफएसएल के प्रबंध निदेशक और सीईओ हितेश सेठिया ने कहा, "जेएफएसएल में हमारा मिशन तकनीक का लाभ उठाकर निर्बाध और सुविधाजनक वित्तीय सेवाएं लोगों तक पहुंचाना है। नया जियोफाइनेंस एप भारत में बना है, और जल्द ही कई नए फीचर्स के साथ, हम भारत के लोगों के लिए एक भरोसेमंद वित्तीय सहयोगी बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।"
शेयर बाजार में फिर आई बिकवाली; सेंसेक्स 180 अंक गिरा, निफ्टी 31 अंक नीचे आया
11 Oct, 2024 01:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शुक्रवार को शेयर बाजार सपाट खुला, उसके बाद शुरुआती कारोबारी घंटों के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में बड़ी गिरावट देखी गई। बेंचमार्क सेंसेक्स 185.20 अंकों की गिरावट के साथ 81,426.21 पर खुला, जबकि निफ्टी 51.30 अंकों की गिरावट के साथ 24,947.15 पर खुला।
निफ्टी 50 कंपनियों में से 18 शेयरों में तेजी आई जबकि 32 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। एचसीएल टेक्नोलॉजीज, हिंडाल्को, जेएसडब्ल्यू स्टील, विप्रो और बजाज ऑटो के शेयरों में खरीदारी दिखी। दूसरी ओर, सिप्ला, ट्रेंट, एशियन पेंट्स, टीसीएस और पावर ग्रिड के शेयरों में गिरावट दिखी।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने बाजार में निकट अवधि में अस्थिरता रहने की बात कही। उन्होंने कहा, "बाजार निकट अवधि में एफआईआई की बिक्री और डीआईआई की खरीद के बीच उतार-चढ़ाव के साथ अस्थिर रह सकता है।"
डॉलर के कमजोर होने के बीच शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दो पैसे बढ़कर 83.96 पर पहुंच गया। हालांकि, विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि और लगातार एफआईआई निकासी ने घरेलू मुद्रा में आगे की बढ़त को सीमित कर दिया।
उन्होंने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में दिन की कमजोर शुरुआत ने भी स्थानीय मुद्रा को आगे बढ़ने से रोक दिया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.97 पर खुला, जो पिछले दिन के बंद भाव से 1 पैसे अधिक है। इसके बाद रुपया 83.96 पर पहुंच गया। गुरुवार को रुपया 83.98 पर बंद हुआ था।
डीमैट खाते के नियमों में देरी का असर, इक्विटी म्यूचुअल फंड में 10% की कमी
11 Oct, 2024 01:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने निवेशकों के डीमैट खातों में प्रतिभूतियों के सीधे भुगतान को जरूरी बनाने से जुड़े दिशानिर्देशों को लागू करने की समयसीमा 11 नवंबर तक बढ़ा दी। यह नियम मूल रूप से 14 अक्तूबर से प्रभावी होना था।
इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश 10% घटा
इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं में सितंबर में 34,419 करोड़ रुपये निवेश आया, जो अगस्त की तुलना में 10 फीसदी कम है। एम्फी मुताबिक, सितंबर में इक्विटी कोषों में शुद्ध प्रवाह का लगातार 43वां महीना रहा है।
त्योहारों से पहले केंद्र ने राज्यों को दिए 1,78,173 करोड़ रुपये, यूपी को सबसे अधिक
केंद्र सरकार ने आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकारों को 1,78,173 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इसमें अक्तूबर 2024 में देय नियमित किस्त के अलावा एक अग्रिम किस्त भी शामिल है। इससे राज्यों के पूंजीगत व्यय में तेजी आएगी और उनके विकास,कल्याण संबंधी खर्च में मदद होगी। केंद्र की ओर से सबसे अधिक उत्तर प्रदेश को 31,962 करोड़ रुपये दिये गए। इसके बाद बिहार को 17,921 करोड़ रुपये, मध्य प्रदेश को 13,987 करोड़ रुपये और पश्चिम बंगाल को 13,404 करोड़ रुपये जारी किये गए। यह हस्तांतरण राज्यों को वित्तीय संसाधनों का निरंतर प्रवाह बनाए रखने पर केंद्र सरकार के फोकस को दर्शाता है। मंत्रालय का यह निर्णय वित्त सचिव और आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद लिया गया है। पूर्वोत्तर राज्यों में मेघालय को 1,367 करोड़ रुपये, त्रिपुरा को 1,261 करोड़ रुपये और मणिपुर को 1,276 करोड़ रुपये मिले। चूंकि भारत वैश्विक आर्थिक गतिशीलता की जटिलताओं से जूझ रहा है, इसलिए राज्यों को वित्तीय सहायता प्रदान करने पर केंद्र सरकार का ध्यान महत्वपूर्ण है।
टाटा समूह के शेयरों में 10 फीसदी तक तेजी, केमिकल्स में सर्वाधिक
टाटा समूह की कंपनियों के शेयर में बृहस्पतिवार को दिन के कारोबार में 10 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली। टाटा केमिकल्स और टाटा टेलीसर्विसेज के शेयरों ने सबसे अधिक बढ़त दर्ज की। हालांकि, बाद में बढ़त कम हो गई। बीएसई पर टाटा इन्वेस्टमेंट्स का शेयर 5.71 फीसदी चढ़कर 6,924.40 पर बंद हुआ। टाटा केमिकल्स 4.07 फीसदी, टाटा टेक्नोलॉजीज 1.49 फीसदी और टाटा स्टील 0.41 फीसदी बढ़त में बंद हुए। टीसीएस 0.56 फीसदी गिरकर 4,228.4 पर बंद हुआ।
यूपीआई का बाजार में दबदबा, पहली छमाही में लेनदेन की संख्या 52 फीसदी बढ़कर 78.9 अरब
देश में यूपीआई के जरिये होने वाले लेनदेन की संख्या इस साल के पहले छह महीनों (जनवरी-जून) में सालाना आधार पर 52 फीसदी बढ़कर 78.97 अरब पहुंच गई है। 2023 की समान छमाही में यह आंकड़ा 51.9 अरब डॉलर था। वर्ल्डलाइन की ओर से बृहस्पतिवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-जून, 2024 के दौरान देश में यूपीआई के जरिये कुल 116.63 लाख करोड़ रुपये के लेनदेन हुए। यह आंकड़ा एक साल पहले की समान अवधि में किए गए 83.16 लाख करोड़ रुपये के लेनदेन से 40 फीसदी ज्यादा है।
टिकट साइज में 8% गिरावट
इस साल की पहली छमाही में यूपीआई लेनदेन के औसत टिकट आकार (प्रति लेनदेन मूल्य) में 8 फीसदी की गिरावट देखी गई। औसत टिकट आकार पिछले साल की पहली छमाही में 1,603 रुपये था, जबकि जनवरी-जून, 2024 में घटकर 1,478 रुपये रह गया। फोनपे अग्रणी मंच, गूगलपे दूसरे स्थान पर ः यूपीआई लेनदेन की संख्या और मूल्य दोनों के लिहाज से फोनपे अग्रणी यूपीआई मंच के तौर पर सामने आया है। गूगलपे दूसरे और पेटीएम तीसरे स्थान पर रहा।
ये हैं शीर्ष-5 लाभार्थी बैंक
रिपोर्ट के मुताबिक, यूपीआई लेनदेन के जरिये जिन पांच बैंकों में सर्वाधिक पैसा आया, उनमें यस बैंक, एसबीआई, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक व आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं।
बैंक छुट्टियों का कैलेंडर: क्या दशहरा और दुर्गा पूजा पर रहेंगे बंद?
11 Oct, 2024 10:55 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस महीने यानी अक्टूबर 2024 में बैंक कुल 15 दिन बंद रहेंगे। बैंक दूसरे व चौथे शनिवार के साथ हर रविवार को बंद रहते हैं। लेकिन, इस महीने कई महत्वपूर्ण त्योहार और दिवस भी हैं। गांधी जयंती बुधवार, 2 अक्टूबर को मनाई गई थी। वहीं, नवरात्रि, दुर्गा पूजा और राज्य-विशिष्ट त्यौहार जैसे कई क्षेत्रीय अवकाशों के कारण भी बैंकों की अतिरिक्त बंदी होगी।
क्या 11 अक्टूबर (शुक्रवार) को बैंक बंद रहेंगे?
11 अक्टूबर को दशहरा (महाष्टमी/महानवमी) है। यह त्योहार देश के ज्यादातर हिस्सों में बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह दिन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की आधिकारिक छुट्टियों की लिस्ट रहते हैं। इसलिए 11 अक्टूबर को बैंकों में कामकाज बंद रहेगा। बैंकिंग रेगुलेटर RBI ही छुट्टियों के शेड्यूल की देखरेख करता है। इसमें रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) अवकाश और खाता बंद करने के प्रतिबंध शामिल हैं, जो सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्र के बैंकों पर लागू होते हैं।
हालांकि, बैंकों की फिजिकल ब्रांच बंद होने के बावजूद ऑनलाइन और डिजिटल बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि ग्राहक बिना किसी परेशानी के लेनदेन कर सकें।
अक्टूबर 2024 में प्रमुख बैंक अवकाश
11 अक्टूबर: दशहरा (महाष्टमी/महानवमी)/आयुध पूजा/दुर्गा पूजा/दुर्गा अष्टमी
12 अक्टूबर: दूसरा शनिवार/दशहरा/दशहरा (महानवमी/विजयदशमी)/दुर्गा पूजा (दसैन)
13 अक्टूबर: रविवार
14 अक्टूबर: दुर्गा पूजा (दसैन) (गंगटोक में बैंक बंद रहेंगे)
17 अक्टूबर, 2024 (गुरुवार): महर्षि वाल्मीकि जयंती/कटी बिहू - कर्नाटक, असम और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में मनाई जाती है।
26 अक्टूबर, 2024 (शनिवार): परिग्रहण दिवस - जम्मू और कश्मीर में मनाया जाता है।
31 अक्टूबर, 2024 (गुरुवार): दिवाली (दीपावली) - देश भर में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार, विशेष रूप से गुजरात और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में। इस दिन सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती भी है।
इसके अलावा, बैंक दूसरे और चौथे शनिवार (12 और 26 अक्टूबर) के साथ-साथ महीने के हर रविवार को वैधानिक रूप से बंद रहेंगे।
राज्यों के हिसाब से बैंक अवकाश
अक्टूबर के महीने में अलग-अलग राज्यों में कुछ खास त्योहार मनाए जाएंगे, जिनके चलते बैंकों में अवकाश रहेगा। उदाहरण के लिए, असम 17 अक्टूबर को कटि बिहू मनाएगा, जबकि जम्मू और कश्मीर 26 अक्टूबर को परिग्रहण दिवस मनाएगा। इसी तरह, कई राज्य अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में अलग-अलग तिथियों पर दुर्गा पूजा और दशहरा मनाएंगे।
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड का आईपीओ, भारत में बेसब्री से इंतज़ार
10 Oct, 2024 05:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दुनिया की बड़ी ऑटो मेकर कंपनी हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) के IPO का इंतजार भारत में बेसब्री हो रहा है. इस IPO को कई मायनों में काफी अहम माना जा रहा है. एक तो ये है कि मारुति सुसुकी के बाद पहली ऐसी कंपनी है जिसका IPO शेयर बाजार में आ रहा है. दूसरा इस IPO देश का सबसे बड़ा IPO भी कहा जा रहा है. तीसरी बात ये है कि हुंडई अपने देश के अलावा पहली बार किसी दूसरे देश में अपना IPO लेकर आ रही है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर इस IPO लेकर किस तरह की अपडेट सामने आई है.
हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड का इश्यू साइज 27,870 करोड़ रुपए (लगभग 3.3 अरब डॉलर) का है. ये IPO आम लोगों के लिए 15 अक्टूबर को खुलेगा. IPO के लिए प्राइस बैंड 1,865-1,960 रुपए प्रति शेयर तय किया गया है. दक्षिण कोरियाई कंपनी हुंडई की भारतीय यूनिट एचएमआईएल ने बुधवार को अपने प्रस्तावित IPO की रूपरेखा पेश की. यह IPO 17 अक्टूबर को बंद होगा जबकि एंकर यानी प्रमुख निवेशक 14 अक्टूबर को शेयरों के लिए बोली लगा सकेंगे. कंपनी ने कहा कि प्रस्तावित IPO पूरी तरह प्रवर्तक कंपनी हुंदै मोटर की तरफ से 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) पर आधारित है.
भारतीय बाजार का सबसे बड़ा आईपीओ बनने की ओर
यह भारतीय बाजार का सबसे बड़ा IPO होगा. इससे पहले पब्लिक सेक्टर की इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के IPO का आकार 21,000 करोड़ रुपए था. इनके अलावा, भारत में पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस नवंबर, 2021 में 18,300 करोड़ रुपये का IPO लेकर आई थी. इसके अलावा कोल इंडिया लिमिटेड ने अक्टूबर, 2010 में 15,199 करोड़ रुपये का IPO पेश किया था. रिलायंस पावर ने जनवरी, 2008 में 11,563 करोड़ रुपये का IPO पेश किया और जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया अक्टूबर, 2017 में 11,176 करोड़ रुपये का IPO लेकर आई थी.
त्योहारी सत्र में कारों की मांग में वृद्धि की उम्मीद
हुंदै मोटर इंडिया ने अपने IPO के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक रोडशो कार्यक्रम भी आयोजित किया. इस दौरान एचएमआईएल के मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) तरुण गर्ग ने कहा कि कंपनी को चालू त्योहारी सत्र में कारों की मांग में बहुत अच्छी वृद्धि की उम्मीद है और वह वाहन उद्योग के समक्ष वैश्विक चुनौतियों को लेकर चिंतित नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत वृद्धि के लिए एक बहुत मजबूत बाजार है, जो लगातार बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि किसी तरह की नरमी और उतार-चढ़ाव हमेशा होता रहेगा. वैसे भी, हमने हमेशा जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर के महीनों को गर्मी और अन्य कारणों से देखा है. लेकिन अब हम त्यौहारों के मौसम में प्रवेश कर चुके हैं.
1996 से भारत में परिचालन कर रही कंपनी का महत्वपूर्ण कदम
एचएमआईएल ने 1996 में भारत में परिचालन शुरू किया था और यह विभिन्न खंडों में 13 मॉडल बेच रही है. यह IPO भारतीय उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दो दशक के बाद कोई वाहन विनिर्माता कंपनी अपना IPO ला रही है. इससे पहले जापान की ऑटो मेकर कंपनी मारुति सुजुकी 2003 में IPO लाई थी. मूल कंपनी हुंदै ओएफएस रूट के जरिये अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच रही है. चूंकि यह पब्लिक इश्यू पूरी तरह से ओएफएस पर आधारित है, लिहाजा इस IPO से एचएमआईएल को कोई राशि नहीं मिलेगी. ऊपरी मूल्य दायरे पर IPO का आकार 27,870 करोड़ रुपए और कंपनी का बाजार मूल्यांकन इश्यू के बाद लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये (लगभग 19 अरब डॉलर) रहने का अनुमान जताया गया है.
इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या में उछाल, दूरसंचार कंपनियों को 8% ज्यादा कमाई
10 Oct, 2024 05:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश में इंटरनेट ग्राहकों की संख्या चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून अवधि में तिमाही आधार पर 1.59 फीसदी बढ़कर 96.96 करोड़ पहुंच गई। जनवरी-मार्च तिमाही में देश में 95.44 करोड़ इंटरनेट ग्राहक थे। कुल 96.96 करोड़ ग्राहकों में 4.20 करोड़ लोग वायर के जरिये इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, जबकि वायरलेस इंटरनेट सब्सक्राइबर्स की संख्या 92.75 करोड़ पहुंच गई है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की ओर से ‘इंडिया टेलीकॉम सर्विसेज परफॉर्मेंस इंडिकेटर’ रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल-जून तिमाही के दौरान मोबाइल सेवाओं के लिए हर ग्राहक से दूरसंचार कंपनियों को होने वाली कमाई सालाना आधार पर 8.11 फीसदी बढ़कर 157.45 रुपये पहुंच गई है। मासिक आधार पर इन कंपनियों का प्रति उपयोगकर्ता औसत मासिक राजस्व (एआरपीयू) जनवरी-मार्च तिमाही के 153.54 रुपये की तुलना में 2.55 फीसदी बढ़ा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही में दूरसंचार सेवा क्षेत्र का समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) बढ़कर 70,555 करोड़ रुपये पहुंच गया है। इसमें तिमाही आधार पर 0.13 फीसदी और सालाना आधार पर 7.51 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
ब्रॉडबैंड से 94 करोड़ लोग चलाते हैं इंटरनेट
रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रॉडबैंड के जरिये इंटरनेट चलाने वालों की संख्या अप्रैल-जून तिमाही में 1.81 फीसदी बढ़कर 94.07 करोड़ पहुंच गई। जनवरी-मार्च तिमाही में इनकी संख्या 92.40 करोड़ थी। हालांकि, नैरोबैंड इंटरनेट सब्सक्राइबर्स की संख्या 3.03 करोड़ से घटकर 2.88 करोड़ रह गई।
टेलीफोन ग्राहक : 120.56 करोड़
देश में टेलीफोन ग्राहकों की संख्या अप्रैल-जून तिमाही में बढ़कर 120.56 करोड़ हो गई। इसमें जनवरी-मार्च की तुलना में 0.53 फीसदी और सालाना आधार पर 2.70 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
शहरी इलाकों में टेलीफोन ग्राहकों की संख्या 66.53 करोड़ से बढ़कर 66.71 करोड़ पहुंच गई। ग्रामीण इलाकों में भी यह संख्या 53.85 करोड़ है, जो तिमाही आधार पर अधिक है।
117 करोड़ वायरलेस ग्राहक
देश में वायरलेस ग्राहकों की संख्या शुद्ध रूप से 50.4 लाख बढ़कर अप्रैल-जून में 117.05 करोड़ पहुंच गई है। मासिक आधार पर संख्या 0.43 फीसदी और सालाना आधार पर 2.36 फीसदी बढ़ी है। इस दौरान वायरलाइन ग्राहकों की संख्या मासिक आधार पर 3.90 फीसदी और सालाना आधार पर 15.81 फीसदी बढ़कर 3.51 करोड़ पहुंच गई।
दूरसंचार घनत्व बढ़कर 85.95 फीसदी
रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कुल दूरसंचार घनत्व तिमाही आधार पर 85.69 फीसदी से बढ़कर 85.95 फीसदी पहुंच गया। ग्रामीण इलाकों में यह 59.19 फीसदी से बढ़कर 59.65 फीसदी पहुंच गया, जबकि शहरी दूरसंचार घनत्व 133.72 फीसदी से घटकर 133.46 फीसदी रह गया। वायरलेस दूरसंचार घनत्व 83.27 फीसदी से बढ़कर 83.45 फीसदी पहुंच गया है।
हर 100 दूरसंचार सब्सक्राइबर्स को प्रति महीने सात या उससे कम समस्याओं का सामना करना पड़ा।
ग्रामीण व पहाड़ी इलाकों की 75 फीसदी और उससे ज्यादा दूरसंचार संबंधी शिकायतें अगले दिन ही सुलझा ली गईं। वहीं, सात दिन के भीतर 100 फीसदी समस्याओं का निपटान कर दिया गया।
ग्रामीण व पहाड़ी क्षेत्रों में, दूरंसचार सब्सक्राइबर्स की कॉल सेंटर/कस्टमर केयर तक पहुंच 95 फीसदी से ज्यादा।
90 सेकंड के भीतर दूरसंचार ऑपरेटर ने 95 फीसदी से ज्यादा कॉल (वॉयस टु वॉयस) के जवाब दिए।