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महंगाई भत्ता में बढ़ोतरी का सैलरी पर क्या असर होगा? जानिए पूरा कैलकुलेशन
17 Oct, 2024 05:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्र सरकार ने दिवाली से ठीक पहले अपने 1 करोड़ से अधिक कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को बड़ा तोहफा दिया। उसने महंगाई भत्ते (DA) में 3 फीसदी का इजाफा किया है। इसका मतलब कि अब केंद्र के सरकारी कर्मचारियों को 53 फीसदी महंगाई भत्ता मिलेगा। आइए जानते हैं कि यह बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता कब से लागू माना जाएगा और इससे सैलरी में कितना इजाफा होगा।
कब से बढ़ेगा डीए
सरकार अमूमन साल में डीए में दो बार बदलाव करती है। एक साल की शुरुआत में, दूसरा पहली छमाही बीतने के बाद। ये 1 जनवरी और 1 जुलाई से लागू माने जाते हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने डीए बढ़ाने पर 16 अक्टूबर 2024 को मुहर लगाई है। लेकिन, यह बढ़ोतरी 1 जुलाई 2024 से ही लागू मानी जाएगी। इसका मतलब कि केंद्रीय कर्मचारियों को जुलाई से सितंबर तक यानी तीन महीने का एरियर भी मिलेगा। उन्हें अक्टूबर की सैलरी के साथ बढ़ा हुआ डीए मिलने लगेगा।
क्या होता है डीए
डीए (डियरनेस अलाउंस) कर्मचारियों की सैलरी का अहम हिस्सा होता है। यह उनके जरूरी खर्च को पूरा करने के लिए दिया जाता है। इसके बढ़ने से कर्मचारियों की सैलरी में भी इजाफा होता है। डीए की दरें सरकार तय करती है। इसे मुद्रास्फीति और जीवनशैली के बदलाव के आधार पर समय-समय पर अपडेट भी किया जाता है। इससे कर्मचारियों को अपने जरूरी खर्च को महंगाई के हिसाब से पूरा करने में मदद मिलती है और उनकी जीवनशैली में सुधार होता है।
कितनी बढ़ेगी सैलरी
यह पूरी तरह से कर्मचारी के मौजूदा वेतन पर निर्भर करता है। अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 50 हजार रुपये है, तो 3 फीसदी डीए बढ़ने से उसका मासिक वेतन 1,500 रुपये बढ़ जाएगा। इस हिसाब से अक्टूबर की सैलरी के साथ उसके खाते में 6000 रुपये अतिरिक्त आएंगे। इनमें 4,500 पिछले तीन महीने का एरियर होगा, वहीं 1,500 अक्टूबर का डीए। इसी तरह बेसिक पेंशन के हिसाब से पेंशनभोगियों को भी फायदा मिलेगा।
कितना बढ़ेगा बोझ
महंगाई भत्ते एवं महंगाई राहत बढ़ने से सरकारी कर्मचारियों को दिवाली से ठीक पहले अक्टूबर के वेतन के साथ तीन महीने का महंगाई भत्ता एरियर के रूप में मिल जाएगा। सरकार के इस फैसले से 49.18 लाख केंद्रीय कर्मचारी तो 64.89 लाख पेंशनर्स को लाभ मिलेगा। लेकिन खजाने पर सालाना 9,448.35 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार आएगा।
EPFO अकाउंट से पैसे निकालने के नियमों में हुआ बदलाव, जानें नए रूल्स
17 Oct, 2024 12:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अगर आप जॉब करते हैं तो आप हर महीने अपनी सैलरी का फिक्सड अमाउंट ईपीएफओ में जमा करते होंगे। वैसे तो ईपीएफओ में जमा राशि रिटायरमेंट के बाद मैच्योर होती है, लेकिन जरूरत के समय ईपीएफओ से पैसे निकाले जा सकते हैं।
जी हां, ईपीएफओ अपने सदस्यों को सुविधा देता है कि मेंबर जरूरत के समय ईपीएफ फंड से निकासी करें। हालांकि, आंशिकस निकासी की एक सीमा तय की गई है। अगर आप भी ईपीएफ अकाउंट से पैसे निकालने की सोच रहे हैं तो बता दें कि हाल ही में ईपीएफओ ने निकासी के नियमों में संशोधन किया है।
ईपीएफ निकासी नए नियम 2024
ईपीएफ से आंशिक निकासी के लिए ईपीएफ सदस्य को ऑनलाइन अप्लाई करना होगा। एजुकेशन, घर खरीद या निर्माण, शादी और इलाज के लिए ही निकासी की जा सकती है।
ईपीएफओ के निकासी नियमों के अनुसार ईपीएफ धारक रिटायरमेंट से 1 साल पहले 90 फीसदी तक की निकासी कर सकती है। 90 फीसदी की निकासी के लिए सदस्य की आयु 54 साल से ज्यादा होनी चाहिए।
आज के समय में कई कंपनी में छंटनी होती है। ऐसे में ईपीएफओ के नियमों के अनुसार अगर छंटनी होती है और कर्मचारी रिटायरमेंट से पहले बेरोजगार हो जाता है तो वह ईपीएफ फंड से पैसे निकाल सकते है।
कर्मचारी एक महीने के बेरोजगारी के बाद 75 फीसदी और लगातार 2 महीने बेरोजगार रहने पर पूर्ण निकासी कर सकता है। वहीं,नई जॉब लगने के बाद कर्मचारी बचे हुए 25 फीसदी फंड को नए ईपीएफ अकाउंट में ट्रांसफर कर सकता है।
अगर कोई कर्मचारी लगातार 5 साल तक ईपीएफ में योगदान करता है तो उसे निकासी के समय टैक्स बेनिफिट भी मिलता है। वहीं,मैच्योरिटी से पहले निकासी पर टीडीएस काटा जाएगा। हालांकि, 50,000 रुपये से कम की निकासी पर टीडीएस नहीं कटता है।
बता दें कि निकासी के लिए सदस्य में पैन कार्ड जमा किया है तो 10 फीसदी की टीडीएस कटौती होती है। वहीं, पैन कार्ड जमा न करने पर 30 फीसदी की कटौती होती है।
आंशिक निकासी के लिए कहां करें अप्लाई
आंशिक निकासी के लिए ईपीएफ मेंबर को ईपीएफ पोर्टल और उमंग ऐप पर आवेदन करना होगा। नियोक्ता से मंजूरी मिल जाने के बाद मेंबर के बैंक अकाउंट में पैसे आ जाते हैं। आंशिक निकासी के लिए आवेदन देने के बाद मेंबर स्टेटस भी चेक कर सकता है।
गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार; सेंसेक्स 100 अंक चढ़कर फिसला, निफ्टी 25000 के नीचे
17 Oct, 2024 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
घरेलू शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में गुरुवार को शुरुआती कारोबार में तेजी आई, लेकिन जल्द ही विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी से बाजार कमजोर पड़ गया है और सूचकांक गिरावट के साथ कारोबार करने लगे।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 280.04 अंक चढ़कर 81,781.40 अंक पर और एनएसई निफ्टी 58.2 अंक की बढ़त के साथ 25,029.50 अंक पर पहुंच गया। हालांकि, बाद में दोनों सूचकांक कमजोर पड़ गए और लाल निशान पर कारोबार करते दिखे।
सेंसेक्स 210.87 अंक की गिरावट के साथ 81,265.97 पर और निफ्टी 116.15 अंक फिसलकर 24,848.25 अंक पर पहुंच गया। सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से इंफोसिस, भारतीय स्टेट बैंक, लार्सन एंड टूब्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के शेयर सबसे अधिक फायदे में रहे। महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में बिकवाली दिखी।
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की 225 में गिरावट दिखी, जबकि चीन के शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग के हैंगसेंग में बढ़त दिखी। अमेरिकी बाजार बुधवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.43 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को शुद्ध बिकवाल (नेट सेलर) रहे और उन्होंने शुद्ध रूप से 3,435.94 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
17 Oct, 2024 11:49 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वर्ष 2017 से रोजाना सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल के दाम जारी होते हैं। इनके दाम तय करने और उसे रोज अपडेट करने की जिम्मेदारी देश की मुख्य सरकारी तेल कंपनियों की होती है। इस साल मार्च में फ्यूल प्राइस में कटौती की गई थी। उसके बाद से लगभग सभी शहरों में इनके दाम स्थिर बने हुए हैं।
चूंकि, सभी शहरों में इनके दाम अलग होते हैं। ऐसे में गाड़ीचालक को ताजा कीमत चेक करने के बाद ही तेल भरवाना चाहिए। आइए, जानते हैं कि आज आपके शहर में एक लीटर पेट्रोल-डीजल कितने रुपये में मिल रहा है।
महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर
कहां से चेक करें लेटेस्ट रेट
गाड़ीचालक अपने मोबाइल से लेटेस्ट रेट चेक कर सकता है। सभी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां अपने वेबसाइट और ऐप पर लेटेस्ट रेट अपडेट करते हैं। इसके अलावा मोबाइल से मैसेज के जरिये भी ताजा कीमत चेक किया जा सकता है।
अलग क्यों है हर शहर में कीमत
वर्तमान में पेट्रोल-डीजल के दाम पर जीएसटी (GST) नहीं लगता है। इस पर राज्य सरकार द्वारा वैट लगाया जाता है, जिसकी दर हर राज्य में अलग होती है। यही कारण है कि सभी शहरों में फ्यूल प्राइस भी अलग होता है।
लाल निशान पर बंद हुआ शेयर बाजार; सेंसेक्स 318 अंक फिसला, निफ्टी 25000 से नीचे आया
16 Oct, 2024 04:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
घरेलू शेयर बाजार का मूड सुधरने का नाम ही नहीं ले रहा। लगातार दूसरे दिन प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर बंद हुए। बुधवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 318.76 (0.38%) टूटकर 81,501.36 पर पहुंच गया। दूसरी ओर, 50 शेयरों वाला व्यापक सूचकांक एनएसई निफ्टी 86.05 (0.34%) अंक फिसलकर 25000 के नीचे पहुंच गया और 24,971.30 पर बंद हुआ।
मोदी सरकार का बड़ा फैसला: गेहूं और चना की MSP में वृद्धि, किसानों को मिलेगी राहत
16 Oct, 2024 04:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आज केंद्र की कैबिनेट बैठक हुई। इस बैठक में किसानों के लिए कई फैसले लिये गए हैं। आज की बैठक में किसानों के लिए अहम फैसले लिये गए हैं। कैबिनेट ने रबी मार्केटिंग सीजन 2025-26 के लिए एमएसपी को लेकर भी फैसला लिया है। बता दें कि कैबिनेट ने 6 फसलों के लिए एमएसपी बढ़ाने की मंजूरी दी है।
इन फसलों की बढ़ी एमएसपी
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि फसलों की एमएसपी पर 300 रुपये प्रति क्विंटल तक का इजाफा किया गया है। वहीं फसलों की मार्जिन लागत में भी 50 फीसदी का इजाफा किया गया। आइए, जानते हैं कि कैबिनेट ने फसलों पर कितनी एमएसपी बढ़ाई-
फसल कितनी बढ़ी MSP
गेहूं 2425 रुपये प्रति क्विंटल
जौ 130 रुपये प्रति क्विंटल
चना 210 रुपये प्रति क्विंटल
मसूर 275 रुपये प्रति क्विंटल
सरसों 300 रुपये प्रति क्विंटल
कुसुंभ (Safflower) 140 रुपये प्रति क्विंटल
ATM से निकला खराब नोट? RBI की सलाह से करें समस्या का समाधान
16 Oct, 2024 04:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हम जब भी कैश लेते हैं तो एक बार हम नोट पर नजर जरूर डालते हैं कि कहीं वह कटा-फटा तो नहीं है। क्योंकि, दुकानदार भी इन नोटों को लेने से मना कर देता है। ऐसे में हम नोटों को लेकर काफी चौकना रहते हैं। अब ऐसे में सवाल आता है कि अगर एटीएम मशीन से कटा-फटा नोट मिले तब क्या करें। क्या खराब या फटे नोटों को बदला जा सकता है या नहीं। इस सवाल का जवाब केंद्र बैंक (RBI) ने खुद दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने कटे-फटे नोटों को लेकर नियम जारी किया है।
आरबीआई के नियम के अनुसार कटे-फटे नोट को बड़ी आसानी से बैंक या फिर आरबीआई दफ्तर में जाकर बदला सकता है। हालांकि, नोट को बदलने के लिए भी आरबीआई की अपनी कुछ गाइडलाइन्स है। हम आपको इस आर्टिकल में आरबीआई के इस नियम के बारे में विस्तार से बताएंगे।
ATM से कटे-फटे नोट का क्या करें?
अगर कभी एटीएम से कटे-फटे नोट मिले तो आप इसे आसानी से बदलवा सकते हैं। आपको उसी बैंक में जाना होगा जिसके एटीएम से यह नोट विड्रॉ हुआ है। अब बैंक में जाकर आपको एक एप्लिकेशन देना होगा जिसमें आप नोट विड्रॉ होने की तारीख, दिन और समय की जानकारी देंगे। इसके अलावा आपको एटीएम मशीन की लोकेशन और एड्रेस की भी जानकारी देनी होगी। यह सभी जानकारी देने के बाद आपको एटीएम से निकली स्लिप को भी अटैच करना है। अब एप्लीकेशन और नोट को जमा करने के बाद बैंक आपको उसी कीमत के दूसरे नोट दे देगा।
RBI का क्या नियम है?
भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार वह नोट ही खराब माना जाएगा जो नियमित इस्तेमाल होने की वजह से खराब हुआ है। अगर नोट पर दो टुकड़ें में हो गया है पर उस पर लिखी जरूरी जानकारी खराब या गायब नहीं हुई है तो ग्राहक आसानी से सरकारी बैंक, प्राइवेट बैंक, आरबीआई ऑफिस में जाकर बदलवा सकते हैं। इन सभी जगह नोट एक्सचेंज के लिए उन्हें किसी प्रकार के फॉर्म भरने की जरूरत नहीं होगी।
नहीं बदले जाएंगे ये नोट
भारतीय रिजर्व बैंक ने यह भी बताया कि कुछ स्थितियों में नोट को नहीं बदला जाएगा। नियमों के मुताबिक अगर कोई नोट 50 फीसदी से ज्यादा डैमेज्ड है तो वह नहीं बदला जाएगा। इसके अलावा अगर नोट जल गया है या फिर उसके कई टुकड़े हो गए हैं तब भी वह नहीं बदलेगा। वहीं, हर नोट पर एक नंबर होता है वो और गांधी जी का वॉटरमार्क स्पष्ट नहीं है तब भी नोट नहीं बदला जाएगा।
गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 150 अंक से ज्यादा फिसला
16 Oct, 2024 12:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शेयर बाजार में बुधवार को शुरुआती कारोबार में बिकवाली का दौर देखा गया। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 240.75 अंक गिरकर 81,579.37 अंक पर आ गया। वहीं एनएसई निफ्टी 62.7 अंक गिरकर 24,994.65 अंक पर आ गया। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, नेस्ले, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, कोटक महिन्द्रा बैंक और इंडसइंड बैंक सबसे अधिक पिछड़े।
विदेशी फंडों की निरंतर निकासी और वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार में घरेलू शेयर बाजार के बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई।
एचडीएफसी बैंक, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स और सन फार्मा लाभ में रहे। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, "बाजार में सतर्कता का माहौल रहा और विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में 63,900 करोड़ रुपये बेचे।"
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 1,748.71 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। एशियाई बाजारों में सियोल और टोक्यो में गिरावट दर्ज की गई, जबकि शंघाई और हांगकांग में सकारात्मक रुख रहा। मंगलवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.23 प्रतिशत बढ़कर 74.42 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। मंगलवार को बीएसई का बेंचमार्क इंडेक्स 152.93 अंक या 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 81,820.12 पर बंद हुआ था। निफ्टी 70.60 अंक या 0.28 फीसदी की गिरावट के साथ 25,057.35 पर बंद हुआ था।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
16 Oct, 2024 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश की तेल कंपनियां ने साल 2017 से रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल के दाम अपडेट करती है। तेल कंपनियों ने 16 अक्टूबर 2024 (बुधवार) यानी आज के लिए पेट्रोल-डीजल के दाम जारी कर दिये हैं। नए अपडेट के अनुसार आज भी इनकी कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बता दें कि मार्च 2024 में पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती की गई थी।
देश के सभी शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम अलग होते हैं। ऐसे में गाड़ीचालक को लेटेस्ट रेट चेक करने के बाद ही टंकी फुल करवानी चाहिए। आइए, जानते हैं कि आज आपके शहर में एक लीटर पेट्रोल-डीजल का क्या भाव है।
इंडियन ऑयल की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, अलग-अलग शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर
हर शहर में अलग क्यों है कीमत
पेट्रोल-डीजल के दाम पर जीएसटी (GST) नहीं लगता है। इस पर राज्य सरकार द्वारा वैट (VAT) लगाया जाता है।वैट की दरें हर शहर में अलग होती है। इसी वजह से सभी शहरों में इनके दाम अलग होते हैं।
बता दें कि पेट्रोल-डीजल के दाम वैश्विक बाजार में क्रू़ड ऑयल के कीमत के आधार पर तय किये जाते हैं। ऐसे में जब भी क्रूड ऑयल की कीमतों में नरमी आती है तो फ्यूल प्राइस में कटौती की उम्मीद होती है।
बैंकिंग सेवाओं पर ब्रेक; आज रहेगा अवकाश, जानिए वजह
16 Oct, 2024 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रिजर्व बैंक की लिस्ट के हिसाब से बुधवार यानी 16 अक्टूबर, 2024 को बैंक बंद रहने वाले हैं। इनमें पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के बैंक शामिल हैं। इसकी वजह है, 16 अक्टूबर को लक्ष्मी पूजन का त्योहार। इस दिन कोलकाता और त्रिपुरा में सभी बैंक बंद रहेंगे। हालांकि, देश के बाकी हिस्सों के बैंकों में सामान्य दिनों की तरह कामकाज होगा।
कोलकाता में होगा बुधवार को लक्ष्मी पूजन
पश्चिम बंगाल में लक्ष्मी पूजन का त्योहार काफी अहमियत रखता है। इसे हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार दुर्गा पूजा के कुछ दिनों बाद आता है। इसे धन समृद्धि और सौभाग्य की देवी लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन लोग अपने घर और दुकान सजाते हैं।
खासकर देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं और उनसे सुख-समृद्धि मांगते हैं। इस मौके पर कोलकाता में लक्ष्मी पूजा का भव्य आयोजन होता है। अगरतला में भी त्योहार काफी भव्यता के साथ मनाया जाता है। यही वजह है कि कोलकाता में 16 अक्टूबर 2024 को बैंकों में अवकाश रहेगा।
अक्टूबर 2024 में प्रमुख बैंकिंग अवकाश
16 अक्टूबर: लक्ष्मी पूजन (बुधवार) कोलकाता, अगरतला
17 अक्टूबर, 2024 (गुरुवार): महर्षि वाल्मीकि जयंती/कटि बिहू - कर्नाटक, असम और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में मनाई जाती है।
26 अक्टूबर, 2024 (शनिवार): परिग्रहण दिवस - जम्मू और कश्मीर में मनाया जाता है।
31 अक्टूबर, 2024 (गुरुवार): दिवाली (दीपावली) - देश भर में मनाया जाने वाला प्रमुख त्योहार।
साथ ही सभी सरकारी और प्राइवेट बैंक दूसरे और चौथे शनिवार (12 और 26 अक्टूबर) के साथ-साथ महीने के हर रविवार को बंद रहेंगे।
राज्यों के हिसाब से बैंकों में छुट्टी
अक्टूबर त्योहारों के हिसाब से काफी अहम होता है। इस महीने अलग-अलग राज्यों में कुछ खास त्योहार मनाए जाएंगे, जिनके चलते बैंकों में अवकाश रहेगा। मिसाल के लिए, असम 17 अक्टूबर को कटि बिहू मनाएगा, जबकि जम्मू और कश्मीर 26 अक्टूबर को परिग्रहण दिवस मनाएगा। कई राज्य अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में अलग-अलग तिथियों पर दुर्गा पूजा और दशहरा मना चुके हैं।
छुट्टी के दिन कैसे होता है लेनदेन
बैंकिंग रेगुलेटर RBI छुट्टियों के शेड्यूल की देखरेख करता है। आरबीआई के लिस्ट वाली छुट्टियों के दिन आप बैंक किसी फिजिकल ब्रांच में जाकर पैसे निकालने या जमा करने से जैेस काम नहीं कर सकते। यह चीज सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्र के बैंकों पर लागू होते हैं।
हालांकि, ऑनलाइन और डिजिटल बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध रहती हैं। इनकी मदद से आप बिना किसी परेशानी के लेनदेन कर सकते हैं।
शेयर बाजार में दिखी राहत, हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर बंद
14 Oct, 2024 06:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पिछले दो हफ्तों से बिकवाली का दबाव झेल रहे भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को राहत दिखी। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक हरे निशान पर बंद हुए। 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 591.69 अंक उछलकर 81,973.05 पर बंद हुआ। दूसरी ओर, एनएसई निफ्टी 163.70 अंक मजबूत होकर 25,127.95 पर पहुंच गया।
निफ्टी 50 शेयरों में विप्रो, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, एलएंडटी और एचडीएफसी बैंक में बढ़त आई। दूसरी ओर, ओएनजीसी, मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस और अल्ट्राटेक सीमेंट में गिरावट आई, जिससे बाजार की कुल बढ़त पर नियंत्रण लगा।
बाजार के अलग-अलग क्षेत्रों में दिखा मिश्रित प्रदर्शन
सेक्टर-वार, बाजार ने मिश्रित प्रदर्शन किया। मीडिया इंडेक्स सबसे ज्यादा 1.31 फीसदी गिरा, जबकि रियल्टी, आईटी और बैंकिंग जैसे सेक्टरों में क्रमशः 1.24 फीसदी, 1.20 फीसदी और 1.12 फीसदी की तेजी आई। वित्तीय सेवा क्षेत्र में भी 0.97 प्रतिशत की ठोस वृद्धि दर्ज की गई।
व्यापक बाजार में, निफ्टी मिडकैप 100 में 0.05 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की गई। निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.24 प्रतिशत का इजाफा हुआ। डेरिवेटिव्स के मोर्चे पर, निफ्टी के वीकली ऑप्शन में कॉल के लिए 26,000 स्ट्राइक मूल्य और पुट के लिए 25,000 पर सबसे ज्यादा ओपन इंटरेस्ट दिखा। इस तरह, यह व्यापारियों के लिए महत्वपूर्ण स्तर रहे।
चीन के प्रोत्साहन पैकेज का कम हो रहा असर
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "वैश्विक बाजार मिश्रित संकेत दिखा रहे हैं क्योंकि चीन के डिफ्लेशन और कमजोर आर्थिक आंकड़ों से वैश्विक आर्थिक विकास में संभावित मंदी के संकेत मिलते है। बाजार पर वैश्विक स्तर पर जारी भू-राजनीतिक तनावों का असर पहले से है। इसके अलावा, चीन की ओर से निवेशकों को आकर्षित करने के लिए घोषित प्रोत्साहन पैकेज का सकारात्मक प्रभाव अब कम होता दिख रहा है।"
भारतीय बाजार में लचीलापन दिख रहा है, दूसरी तिमाही में कंपनियों की आय की उम्मीदें कम होने और तेल की कीमतों में गिरावट के कारण ऐसा है। हाल ही में हुए सुधारों के बाद आईटी और वित्तीय क्षेत्र खरीदारी को आकर्षित कर रहे हैं। कच्चे तेल की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई। ब्रेंट फ्यूचर्स 78.07 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। इस दौरान, वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेतों के बावजूद, घरेलू बाजार खरीदारी दिखी।
थोक महंगाई में भारी उछाल, सब्जियों के बढ़ते दाम से आम जनता पर असर
14 Oct, 2024 03:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आम जनता को एक बार फिर महंगाई का झटका लगा है। सोमवार को जारी डेटा के मुताबिक, सितंबर में होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) 1.84 फीसदी हो गई। यह अगस्त में 1.31 फीसदी थी। पिछले साल की बात करें, तो (-)0.07 फीसदी थी। खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति पिछले महीने बढ़कर 11.53 प्रतिशत हो गई। अगस्त में यह 3.11 प्रतिशत थी। हालांकि, सितंबर में थोक महंगाई फिर भी एक्सपर्ट के अनुमान से कम रही। एक्सपर्ट का मानना था कि सितंबर में थोक महंगाई 1.92 फीसदी रह सकती है।
क्यों बढ़ रही थोक महंगाई
थोक महंगाई बढ़ने की सबसे बड़ी वजह है, सब्जियों के आसमान छूते दाम। आलू और प्याज की मुद्रास्फीति सितंबर में क्रमशः 78.13 प्रतिशत और 78.82 प्रतिशत पर उच्च स्तर पर बनी रही। ईंधन और बिजली श्रेणी में सितंबर में 4.05 प्रतिशत की अपस्फीति देखी गई, जबकि अगस्त में 0.67 प्रतिशत की अपस्फीति थी।
सरकार ने क्या कहा?
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "सितंबर 2024 में मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, खाद्य उत्पादों, अन्य विनिर्माण, मोटर वाहनों, ट्रेलरों और अर्ध-ट्रेलरों के निर्माण, मशीनरी और उपकरणों के निर्माण आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है।"
रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति तैयार करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति को ध्यान में रखता है। उसने इस महीने की शुरुआत में अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में बेंचमार्क ब्याज दर या रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर जस का तस रखा। खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े भी आज ही आएंगे।
दो तरह की महंगाई दर
भारत में इन्फ्लेशन दो तरीके होती है, एक रिटेल और होलसेल इन्फ्लेशन। रिटेल यानी खुदरा महंगाई दर उन कीमतों के आधार पर तय होती है, जो ग्राहक चुकाते हैं। जैसे कि आप सब्जी या कोई चीज खरीदी। इसे कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) भी कहते हैं। वहीं, होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) थोक बाजार में कारोबारियों के बीच आपस में लेन-देन वाली कीमतों से तय होता है।
कैसे तय होती है महंगाई दर?
महंगाई मापने के लिए अलग-अलग आइटम को शामिल किया जाता है। उनका वेटेज भी अलग-अलग होता है। थोक महंगाई में मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की हिस्सेदारी 63.75 फीसदी, प्राइमरी आर्टिकल जैसे फूड 22.62 फीसदी और फ्यूल एंड पावर 13.15 फीसदी होती है। वहीं, रिटेल महंगाई में फूड और प्रोडक्ट की भागीदारी 45.86 फीसदी और हाउसिंग की 10.07 फीसदी होती है। इसमें फ्यूल समेत अन्य आइटम्स की भी भागीदारी होती है।
UPI लाइट: RBI ने बढ़ाई लिमिट, जानें इसका उपयोग और किसे होगा फायदा
14 Oct, 2024 03:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रिजर्व बैंक ने डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशंस UPI लाइट की लिमिट बढ़ा दी है। अब इसे इस्तेमाल करना अधिक सुविधाजनक हो गया है। आइए जानते हैं कि यूपीआई लाइट क्या है, इसकी लिमिट कितनी बढ़ी है और लिमिट बढ़ने से किसे फायदा होगा।
क्या है यूपीआई लाइट?
यूपीआई लाइट UPI ऐप में एक ऑनलाइन वॉलेट है। इसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने पिन एंटर किए बिना पेमेंट करने की सुविधा के साथ पेश किया है। यूपीआई लाइट पेमेंट सिस्टम असल में बैंकिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल किए बगैर काम करता है। इसका इस्तेमाल अधिकतर लोग छोटी रकम की खरीदारी के लिए करते हैं। जैसे कि दूध, फल या फिर सब्जियां।
यूपीआई लाइट कैसे काम करता है
यूपीआई लाइट यूजर को सीधे अपने डिवाइस पर पैसे स्टोर करने की अनुमति देता है, जैसे कि आप जेब में पैसे लेकर घूमते हैं। इससे पेमेंट काफी आसान हो जाता है। साथ ही, हर ट्रांजैक्शन के लिए बैंक सर्वर तक पहुंचने की जरूरत नहीं रहती। इससे फीचर फोन यूजर को भी डिजिटल भुगतान सहूलियत मिलती है। साथ ही, यूपीआई लाइट वॉलेट यूज करने वालों के छोटी रकम का ट्रांजैक्शन सरल हो जाता है।
UPI लाइट वॉलेट में 5 हजार बैलेंस
यूपीआई लाइट वॉलेट में यूजर अब 5,000 रुपये तक का बैलेंस रख सकते हैं। यह सीमा पहले सिर्फ 2,000 रुपये थी। पहले प्रति ट्रांजैक्शन लिमिट भी काफी कम थी, सिर्फ 100 रुपये। लेकिन, अब इसे भी बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है। आप बैलेंस खत्म होने पर लिंक्ड बैंक अकाउंट से वॉलेट को दोबारा भर सकते हैं। इससे आपके वॉलेट के दुरुपयोग की आशंका भी नहीं रहेगी।
UPI123Pay पर पेमेंट लिमिट बढ़ी
आरबीआई ने यूपीआई123पे पर पेमेंट लिमिट बढ़ाकर 10 हजार रुपये कर दी है, जो पहले सिर्फ 5 हजार रुपये थी। इससे खासकर उन लोगों को सहूलियत होगी, जो स्मार्टफोन के बजाय फीचर फोन का इस्तेमाल करते हैं। ये लोग इंटरनेट कनेक्टिविटी न होने पर भी डिजिटल पेमेंट कर सकते हैं। उन्हें पेमेंट के लिए 4-6 अंकों का ट्रांजैक्शन पिन डालना होता है।
UPI123Pay से कैसे कर सकते हैं पेमेंट
यूपीआई 123पे को भारत के उन 40 करोड़ यूजर को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, जो फीचर फोन का इस्तेमाल करते हैं। इसके जरिए वे स्मार्टफोन या इंटरनेट कनेक्शन के बिना डिजिटल भुगतान कर सकते हैं। यूजर *99# डायल करके, अपना बैंक चुनकर, डेबिट कार्ड डिटेल दर्ज करके और यूपीआई पिन बनाकर यूपीआई 123पे सेट कर सकते हैं। इससे इंटरनेट एक्सेस के बिना भी सुरक्षित लेनदेन किया जा सकता है।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
14 Oct, 2024 12:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने सोमवार, 14 अक्टूबर के लिए पेट्रोल और डीजल का दाम अपडेट कर दिया है। इस अपडेट के मुताबिक, आज भी घरेलू बाजार में फ्यूल प्राइस में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। आप कमोबेश पुराने भाव पर पेट्रोल और डीजल भरवा सकते हैं।
रिटेल प्राइस कैसे होता है फाइनल
पेट्रोल और डीजल पर जीएसटी नहीं लगता है। इनका रिटेल सेलिंग प्राइस असल में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमिशन, वैट जुड़ने के बाद फाइनल होता है। अगर आप भी लंबे सफर पर निकल रहे हैं, तो गाड़ी की टंकी फुल कराने से लेटेस्ट फ्यूल प्राइस जरूर चेक करें। हम इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) की ऑफिशियल वेबसाइट के हिसाब से अलग-अलग महानगरों और शहरों में पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमत बता रहे हैं।
चार महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
देश के दूसरे शहरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर
पेट्रोल-डीजल के ताजा रेट्स कैसे करें चेक
आप अपने शहर में पेट्रोल और डीजल की लेटेस्ट प्राइस सिर्फ एक एसएमएस के जरिए भी जान सकते हैं। फोन पर RSP स्पेस पेट्रोल पंप का डीलर कोड टाइप कर 92249 92249 पर मैसेज भेज सकते हैं। उदाहरण के लिए, नई दिल्ली के लिए RSP 102072 टेक्स्ट को एंटर पर बताए गए नंबर पर मैसेज सेंड करके आप पेट्रोल और डीजल का लेटेस्ट प्राइस जान सकते हैं। अपने शहर के पेट्रोल पंप के डीलर कोड को इंडियन ऑयल की वेबसाइट से भी चेक कर सकते हैं।
हरे निशान पर खुला शेयर बाजार; सेंसेक्स 300 अंक चढ़ा, निफ्टी 25000 के पार
14 Oct, 2024 11:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान पर खुले। शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 300 अंकों से अधिक की बढ़त के साथ 81,697 पर पहुंच गया। दूसरी ओर, निफ्टी 94 अंक मजबूत होकर एक बार फिर 25000 के पार पहुंच गया।
सुबह 9 बजकर 43 मिनट पर सेंसेक्स 315.34 (0.38%) अंक चढ़कर 81,696.70 पर जबकि निफ्टी 93.71 (0.38%) अंक मजबूत होकर 25,057.95 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। हफ्ते की शुरुआती दिन निवेशकों की नजर रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचसीएल टेक जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाजी नतीजों पर रहेगी।
खुदरा महंगाई के आंकड़ों और कंपनियों के वित्तीय परिणामों पर निवेशकों की नजर
इसके अलावे, घरेलू बाजार में खुदरा महंगाई के आंकड़े भी जारी होने हैं, बहुत हद तक इससे भी बाजार की दिशा तय होगी। महंगाई के आंकड़ों से निवेशकों को यह अनुमान लगाने में आसानी होगी कि ब्याज दरों में संभावित कटौती कब शुरू होगी।
आज से शुरू हो रहे हफ्ते के दौरान बहुत हद तक बाजार की दिशा कंपनियों के वित्तीय परिणामों से तय होगी। इस दौरान देश की बड़ी कंपनियों जैसे रिलायंस, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और एचसीएल टेक के नतीजे आने हैं। निवेशकों ध्यान वैश्विक स्तर पर जारी भू-राजनीतिक तनाव, खासकर पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष का तेल की कीमतों पर असर के साथ-साथ वैश्विक निवेश के प्रवाह पर भी रहेगा। शुरुआती कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 4 पैसे की बढ़त के साथ 84.06 रुपये पर पहुंच गया।
निफ्टी के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स शेयर ये रहे
सोमवार को शुरुआती कारोबारी सत्र के दौरान एनएसई निफ्टी के सबसे अधिक मजबूती हासिल करने वाले शेयर श्रीराम फाइनेंस, विप्रो, एलएंडटी, एचडीएफसी बैंक, बीपीसीएल रहे। इनमें 2.10 प्रतिशत तक की बढ़त दिखी। दूसरी ओर, मारुति में सबसे अधिक 0.83% की गिरावट दर्ज की गई। अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, ब्रिटानिया और सिप्ला के शेयर भी लाल निशान पर कारोबार करते दिखे। निफ्टी के 30 शेयरों में 36 बढ़त के साथ जबकि 14 शेयर गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आए।
सेंसेक्स के 30 शेयरों का हाल
पिछले हफ्ते बाजार में विदेशी निवेशकों की बिकवाली लगातार जारी रही। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 4,162.66 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 3,730.87 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
इस महीने, 11 अक्टूबर तक, एफपीआई ने 58,710 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची है। हालांकि बड़े पैमाने पर हुई बिक्री का बाजार पर कोई गंभीर प्रभाव नहीं पड़ा है क्योंकि पूरे एफपीआई की ओर से हो रही बिकवाली की कमी डीआईआई की खरीदारी से भरपाई हो रही है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, "एफआईआई की बिकवाली और डीआईआई की खरीद का यह रुझान निकट भविष्य में जारी रहने की उम्मीद है, क्योंकि भारत में ऊंचे मूल्यांकन की तुलना में चीनी शेयर सस्ते बने हुए हैं।"
एशियाई बाजारों में, टोक्यो, शंघाई और सियोल हरे निशान में कारोबार कर करते दिखे, जबकि हांगकांग लाल निशान पर था। विजयकुमार ने कहा, "दूसरी तिमाही के अच्छे नतीजों की उम्मीद के चलते आईटी और बैंकिंग शेयरों में मजबूती बनी रहने की संभावना है। हालांकि, यहां से बाजार में तेजी आने की संभावना सीमित है।"
वॉल स्ट्रीट शुक्रवार को बढ़त के साथ बंद हुआ। विजयकुमार के अनुसार अगले महीने होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अनिश्चितता के साथ-साथ मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव का भी बाजार पर असर डाल सकता है।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 1.09 प्रतिशत गिरकर 78.18 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 230.05 अंक गिरकर 81,381.36 पर और एनएसई निफ्टी 34.20 अंक गिरकर 24,964.25 पर बंद हुआ था।