व्यापार
अंबानी को पछाड़ भारत के सबसे धनी कारोबारी बने गौतम अडानी
6 Jan, 2024 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । देश के दिग्गज उद्योगपति गौतम अडानी फिर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी को पछाड़ भारत के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। इसका खुलासा ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स 2024 में जारी दुनिया के 500 सबसे धनवानों की जारी लिस्ट से हुआ है। इसके मुताबिक, 5 जनवरी 2024 को मुकेश अंबानी की टोटल नेटवर्थ 97 अरब डॉलर रिकॉर्ड किया गया, वहीं गौतम अडानी की कुल नेटवर्थ 97.60 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गई। इस लिस्ट में गौतम अडानी को जहां 12वां स्थान मिला है, वहीं मुकेश 13वें नंबर पर हैं। अडानी समूह के मुखिया नेटवर्थ में हालिया वृद्धि के साथ एशिया के भी सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। दुनिया के सबसे अमीर शख्स का ताज एक बार फिर टेस्ला प्रमुख एलन मस्क के नाम रहा। उनका टोटल नेटवर्थ 220 अरब डॉलर दर्ज किया गया। टॉप-10 अमीरों में नौ अमीर शख्सियत अमेरिका के हैं और ज्यादातर टेक्नोलॉजी कंपनियों के प्रमुख हैं।
इस लिस्ट में माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स 138 अरब डॉलर के टोटल नेटवर्थ के साथ चौथे नंबर पर रहे। इसी तरह, फेसबुक के प्रमुख मार्क जकरबर्ग 138 अरब डॉलर के टोटल नेटवर्थ के साथ छठे नंबर पर अपनी जगह बनाई। वॉरेन बफे 122 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ आंठवें नंबर पर रहे। अली बाबा के जैक मा 29 अरब डॉलर के टोटल नेटवर्थ के साथ 50वें नंबर पर रहे।
दुनिया के अमीरों की इस लिस्ट में टॉप-50 में सिर्फ चार शख्सियत अपनी जगह बना पाने में सफल रहे। अडानी और अंबानी के अलावा 38वें नंबर पर शपूर मिस्त्री रहे। इनका टोटल नेट वर्थ 34.6 अरब डॉलर रहा। इसके अलावा 45वें नंबर पर शिव नादर ने जगह बनाई। इनकी कुल नेटवर्थ 33 अरब डॉलर दर्ज किया गया। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स दुनिया के सबसे अमीर लोगों की डेली रैंकिंग है।
हरे निशान पर बंद हुआ शेयर बाजार; सेंसेक्स 178 अंक चढ़ा, निफ्टी 21700 पार
5 Jan, 2024 04:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बाद हरे निशान पर क्लोजिंग हुई। शुक्रवार के कारोबारी सेशन के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान पर शुरू हुए पर बिकवाली कारण बाजार पर दबाव बढ़ा और कुछ समय के लिए यह लाल निशान पर आ गया। हालांकि, आखिरकार शेयर बाजार में खरीदारी लौटी और बेंचमार्क इंडेक्स हरे निशान पर बंद होने में सफल रहे।शुक्रवार के कारोबारी सेशन के बाद सेंसेक्स 178.58 (0.24%) अंकों की बढ़त के साथ 72,026.15 अंकों के लेवल पर जबकि निफ्टी 52.21 (0.24%) अंकों की मजबूती के साथ 21,710.80 के स्तर पर बंद हुआ।
इस साल इन क्षेत्रों में रहेगी भर्तियों की मांग, नई नियुक्तियों में 8.3 फीसदी वृद्धि की है उम्मीद.
5 Jan, 2024 02:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Vacancy: नई नियुक्तियों में इस साल 8.3 फीसदी वृद्धि की उम्मीद है। सबसे ज्यादा मांग विनिर्माण, बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं व बीमा, वाहन, खुदरा और यात्रा क्षेत्र में रहेगी। दिसंबर में करीब दो फीसदी सुधार के बाद इस साल भर्तियों में तेजी की उम्मीद है। भर्तियों में बंगलूरू में सबसे ज्यादा 11 फीसदी वृद्धि हो सकती है। अर्थव्यवस्था ने 2023 के अंत में एक बदलाव का अनुभव किया। नौकरी बाजार में भी परिवर्तन हुआ, जहां नौकरी छोड़ने और भर्ती करने की दर स्थिर रही। रिपोर्ट में कहा गया है, नौकरी के कम अवसरों के बावजूद नई नौकरियों व भर्तियों के बीच असंतुलन के कारण सही प्रतिभा खोजने में भी कंपनियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
समुद्री और शिपिंग में 28 फीसदी की तेजी
समुद्री-शिपिंग उद्योग में 2023 में नियुक्तियों में 28 फीसदी वृद्धि रही। कंपनियों ने बढ़ते वैश्विक व्यापार का लाभ उठाया। आपूर्ति शृंखला व्यवधानों का अच्छे से प्रबंधन किया। खुदरा, यात्रा और पर्यटन क्षेत्रों में 25 फीसदी तेजी रही। विज्ञापन, बाजार रिसर्च व जनसंपर्क क्षेत्र में 18 फीसदी वृद्धि रही। इस साल एआई क्षेत्र में भी लोगों की मांग बढ़ेगी।
नारायण मूर्ति को है अफसोस पत्नी को सुधा मूर्ति इंफोसिस में शामिल नहीं करने का, बताया ये कारण
5 Jan, 2024 01:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नारायण मूर्ति ने अपने बारे में एक बड़ा खुलासा किया है। मीडिया से एक बातचीत में उन्होंने कहा है कि अपनी पत्नी सुधा मूर्ति को इंफोसिस से दूर रखना उनका एक गलत फैसला था। उन्होंने कहा कि सुधा उस समय इंफोसिस में मौजूद खुद उनके और अन्य छह लोगों की तुलना में 'अधिक योग्य' थीं।
अरबपति व्यवसायी ने बताया, "मुझे लगता है कि अच्छे कॉरपोरेट गवर्नेंस का मतलब परिवार को इसमें नहीं शामिल करना है। उन दिनों, केवल परिवार के शासन का चलन था, परिवार के बच्चे आते थे और कंपनी चलाते थे और इससे कानूनों का उल्लंघन होता था।"
हालांकि इन्फोसिस के पूर्व सीईओ ने स्वीकार किया कि सुधा मूर्ति को देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी में शामिल नहीं होने देकर उन्होंने गलत किया। यहां गौर करने वाली बात यह है कि सुधा मूर्ति ही वह शख्स थीं जिन्होंने नारायण मूर्ति को इन्फोसिस (नंदन नीलेकणि, क्रिस गोपालकृष्णन, एसडी शिबूलाल, के दिनेश, एनएस राघवन और अशोक अरोड़ा के साथ) की स्थापना के लिए 10,000 रुपये की शुरुआती पूंजी दी थी।
इस बीच, मूर्ति ने इंफोसिस के पूर्व उपाध्यक्ष रोहन के लिए भविष्य में इंफोसिस में संभावित भूमिका को जोरदार तरीके से नकारा। उन्होंने कहा कि रोहन के बाद पास अब सोरोको नामक अपना एआई उद्यम है। नारायण मूर्ति ने कहा, "मुझे लगता है कि वह इन विचारों (परिवार के सदस्यों को अपनी कंपनी में शामिल होने की अनुमति नहीं देने) में मुझसे भी अधिक सख्त हैं। हालांकि वह ऐसा कभी नहीं कहेंगे। कभी नहीं, कभी नहीं।"
नारायणमूर्ति और सुधा मूर्ति की एक बेटी भी हैं अक्षता जिन्होंने कभी अपने पिता की कंपनी में काम नहीं किया है और कंपनी में उनकी 0.93% हिस्सेदारी है। उनके पति ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक हैं।
गौतम अदाणी पहुंचे अमीरों की टॉप लिस्ट में 12वें स्थान पर, कुल संपत्ति में मुकेश अंबानी को छोड़ पीछे
5 Jan, 2024 01:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स ने भारत के अमीरों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में गौतम अदाणी के पायदान में बढ़ोतरी हुई है। अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी की कुल संपत्ति में तेजी देखने को मिली है। इस तेजी के बाद वह दुनिया के टॉप अमीरों की लिस्ट में 12वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
ऐसे में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी 13 वें स्थान पर पहुंच गए हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि गौतम अदाणी ने कुल संपत्ति में मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ दिया है।
गौतम अदाणी और मुकेश अंबानी की संपत्ति में तेजी देखने को मिली है। इस तेजी के बाद वह दोनों ही दुनिया के अमीरों की लिस्ट में एक पायदान ऊपर चढ़ें हैं।
दिसंबर में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार भारत के अरबपति की लिस्ट में गौतम अदाणी 15वें स्थान पर था। वहीं अंबानी 14वें स्थान पर थे।
गौतम अदाणी की कुल संपत्ति
वर्तमान में गौतम अदाणी दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में 12वें नंबर पर आते हैं। वहीं, एशिया और भारत में सबसे अमीर व्यक्तियों में टॉप पर गौतम अदाणी है। उनकी नेट वर्थ पिछले लिस्ट के मुकाबले इस लिस्ट में 7.67 बिलियन डॉलर की बढ़त हुई है। वहीं साल-दर-साल में उनकी नेटवर्थ 13.3 बिलियन डॉलर बढ़ा है।
जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद गौतम अदाणी की नेट वर्थ में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट की वजह से दुनिया के अमीरों की लिस्ट में टॉप-20 से बाहर हो गए थे।
हिंडनबर्ग ने गौतम अदाणी पर लगाया आरोप
हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा जारी रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप पर शेयर की हेरफेर और अकाउंटिंग में अनिश्चितिता जैसे कई आरोप लगाए गए हैं। अदाणी ग्रुप ने इस सभी आरोपों को गलत ठहराया है। इन आरोपों के बाद कंपनी के शेयर में 60 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है।
इस गिरावट का असर गौतम अदाणी की संपत्ति पर भी पड़ा है। गौतम अदाणी की संपत्ति में लगभग 69 बिलियन डॉलर से ज्यादा की गिरावट आई है।
यूनियन बजट 1 फरवरी को किया जायेगा पेश, आखिर क्या है इसकी वजह..
5 Jan, 2024 01:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
1 फरवरी 2024 को केंद्रीय वित्त मंत्री यूनियन बजट पेश करेगी। इस साल निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2024-25 को लेकर सरकार की प्लानिंग के बारे में बताएंगी। इस साल यह मौजूदा केंद्र सरकार का आखिरी बजट है।
इस वजह से इस बजट में कोई बड़ा एलान नहीं किया जाएगा। दरअसल, इस साल लोक सभा के चुनाव होने वाले हैं। लोक सभा चुनाव के बाद देश में नई सरकार या फिर से बीजेपी शासन की सरकार बन सकती है।
क्या आप जानते हैं कि पहले यूनियन बजट फरवरी के आखिरी में पेश किया जाता था। 2017 से यूनियन बजट 1 फरवरी को पेश किया जाने लगा। ऐसे में अब सवाल आता है कि आखिर किस वजह से इसकी डेट को बदला गया है।
दरअसल, 2017 के तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस बात की घोषणा की थी कि अब से 1 फरवरी को यूनियन बजट पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद औपनिवेशिक युग का अंत हो जाएगा। अब जानते हैं कि आखिर अरुण जेटली ने यह फैसला क्यों लिया?
इस वजह से बदली यूनियन बजट की तारीख
दरअसल, जब फरवरी महीने के अंत में बजट पेश किया जाता था तब अप्रैल तक उसे लागू करने में दिक्कत होती थी। इस वजह से यूनियन बजट की तारीख को बदला गया। जब कोई नियम या योजना लागू की जाती है तो उसे संसद में पेश किया जाता है। संसद से अप्रूव होने के बाद राष्ट्रपति के अनुमति के बाद ही उसे लागू किया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में काफी समय लग जाता है।
बजट की तिथि को बदलने के साथ अरुण जेटली ने रेलवे बजट को भी केंद्रीय बजट में शामिल करने का एलान किया था।
बजट की तारीख बदलने के पीछे की कहानी
वर्ष 1999 तक केंद्रीय बजट फरवरी महीने की आखिरी तारीख को शाम 5 बजे पेश किया जाता थाो। यह एक ब्रिटिश परंपरा थी। स्वतंत्रता के बाद भी ब्रटिश परंपरा को फॉलो किया जा रहा था। दरअसल, ब्रिटिश में सुबह के 11 बजे बजट पेश किया जाता है, जो भारत के समय के अनुसार शाम 5 बजे होता था। इस वजह से वर्ष 1999 तक यूनियन बजट फरवरी महीने के शाम 5 बजे तक पेश किया जाता था।
वर्ष 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी में देश में एनडीए सरकार थी। उस समय के तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने सुझाव दिया था कि केंद्रीय बजट सुबह 11 बजे पेश किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे में बेहतर विश्लेषण और नियमों को समय पर लागू किया जा सकता है।
इस सुझाव पर सबकी स्वीकृति के बाद ही पहली बार वर्ष 1999 में केंद्रीय बजट सुबह 11 बजे पेश किया गया। इसके बाद हर साल सुबह 11 बजे यूनियन बजट पेश किया जाने लगा।
भारतीय रिजर्व बैंक ने किया एक सर्कुलर जारी, इन लोगों को अब नहीं देना पड़ेगा मिनिमम बैलेंस चार्ज
5 Jan, 2024 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक सर्कुलर जारी किया है। इस सर्कुलर में बैंक ने एक नए नियम के बारे में बताया है। इस नियम के अनुसार बैंक अब मिनिमम बैलेंस मेंटेन पर कोई और पेनल्टी नहीं लगा सकते हैं। यह नियम में वो सभी बैंक अकाउंट शामिल है जो पिछले 2 साल से एक्टिव नहीं हैं।
यह नियम अगले वित्त वर्ष 2024-25 से लागू होगा। इसका मतलब कि इस साल अप्रैल से यह नियम लागू हो जाएगा।
आरबीआई के नए नियम में क्या शामिल है
बैंक स्कॉलरशिप या डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर वाले जो अकाउंट ओपन हुए हैं उसे इन-एक्टिव रूप से क्लासिफाई नहीं कर सकते हैं। अगर यह अकाउंट दो साल से ज्यादा समय तक एक्टिव नहीं है फिर भी इसे इन-एक्टिव नहीं किया जाएगा।
केंद्रीय बैंक ने इन-एक्टिव अकाउंट को लेकर बैंक को निर्देश दिया है। आरबीआई के सर्कुलर में दिए गए निर्देशों के बाद बैंकिंग सिस्टम में अनक्लेम्ड डिपॉजिट कम होगा साथ ही यह राशि सही दावेदार तक पहुंच जाएगी।
इसके लिए बैंक इन दावेदारों से संपर्क करें। वह एसएमएस, मेल या फिर लेटर के जरिये संपर्क कर सकते हैं। इसमें बैंक कस्टमर या अकाउंटधारक को उसके अकाउंट के इन-एक्टिव होने की जानकारी देगा।
अकाउंट एक्टिव के लिए नहीं देना होगा चार्ज
अगर कोई बैंकधारक अपने निष्क्रिय अकाउंट को दोबारा शुरू करना चाहता है तो वह आसानी से एक्टिव करवा सकता है। इसके लिए एक्टिव चार्ज नहीं देना होगा।
आरबीआई द्वारा जारी एकलरिपोर्ट के अनुसार पिछले साल मार्च 2023 तक अनक्लेम्ड डिपॉजिट में 28 फीसदी की तेजी हुई थी। बैंक ने बताया था कि लगभग 42,272 करोड़ रुपये अनक्लेम्ड डिपॉजिट हैं।
इन अनक्लेम्ड डिपॉजिट पर 10 वर्ष तक किसी ने कोई दावा नहीं किया है। इस डिपॉजिट की राशि सभी बैंकों ने आरबीआई के डिपॉजिटर और एजुकेशन अवेयरनेस फंड में ट्रांसफर करेंगे।
सोने , चांदी की कीमतें घटीं
4 Jan, 2024 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । घरेलू बाजार में बुधवार को सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट आई है। सोने के वायदा भाव की आज मिश्रित शुरुआत हुई। सोने के वायदा भाव में जहां बढ़त रही, वहीं चांदी के वायदा भाव में कमजोरी रही। आज सुबह चांदी के वायदा भाव 74 रुपये से नीचे खुलने के बाद 74 हजार रुपये से ऊपर कारोबार कर रहे हैं। वहीं सोने के वायदा भाव 63,300 रुपये के करीब कारोबार कर रहे हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने-चांदी के वायदा भाव में भी कमी आई।
इसके अलावा मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने का बेंचमार्क फरवरी अनुबंध आज एक रुपये की बढ़त के साथ 63,258 रुपये के भाव पर खुला। यह 63,331 रुपये के भाव पर दिन के उच्च स्तर और 63,257 रुपये के भाव पर दिन के निचले स्तर पर आया। वहीं पिछले साल दिसंबर महीने में ही सोने के वायदा भाव 64,063 रुपये के शीर्ष स्तर पर पहुंचे थे। चांदी के वायदा भाव की शुरूआत आज कमजोर रही। एमसीएक्स पर चांदी का बेंचमार्क मार्च अनुबंध 124 रुपये की गिरावट के साथ 73,971 रुपये के भाव पर खुला। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने-चांदी के वायदा भाव की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। कोमेक्स पर सोना 2,067.89 डॉलर प्रति औंस के भाव पर खुला। वहीं कोमेक्स पर चांदी के वायदा भाव 23.88 डॉलर के भाव पर खुले।
पिछले साल 35 से 40 रुपये किलो बिकने वाले गुड़ 45 से 50 रुपये प्रति किलो,वहीं तिल के दाम 200 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गए
4 Jan, 2024 03:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदिशा । संक्रांति के मौके पर घर-घर में लड्डू बनाए जाते हैं, लेकिन इस साल लड्डू बनाने वाली किराना सामग्री के दाम कई गुना बढ़ गए हैं जिसके चलते लोग पिछले साल की अपेक्षा कम ही किराना खरीद रहे हैं। पिछले साल 35 से 40 रुपये किलो बिकने वाले गुड़ के दाम 45 से 50 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। वहीं तिल के दाम 200 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गए है। बता दें कि तीज-त्योहार आते ही खासकर किराना आदि खाद्य सामग्रियों के दामों में तेजी आने लगती है। संक्रांति आते ही शहर में गुड़ के दामों में 10 रुपये प्रति किलो तक की तेजी आ गई है। हालांकि व्यापारियों का कहना है कि गन्ना लगाने से लेकर गुड़ बनाने तक की लागत अधिक आने के कारण गुड़ के दामों में तेजी आई है। गुड़ विक्रेता यशवंत शर्मा ने बताया कि पिछले साल गुड़ के दाम 35 से 40 रुपये प्रति किलो रहे थे, लेकिन उन्हें इस साल गुड़ महंगा मिला है जिसके चलते उन्हें 45 से 50 रुपये प्रति किलो में गुड़ विक्रय करना पड़ रहा है। बाजार में 40, 45 और 50 रुपये प्रति किलो में गुड़ बेचा जा रहा है।
चिरोंजी के दाम भी बढ़े
चिरोंजी के दामों में एक हजार रुपये तक की आई है तेजी फुटकर किराना व्यापारी राकेश साहू का कहना है कि चिरोंजी पिछले साल 1400 रुपये प्रति किलो थीं, इस साल दाम बढ़कर 2400 रुपये प्रति किलो हो गए हैं।
यानि चिरोंजी के दामों में एक हजार रुपये तक की तेजी आई है। तिल जो पिछले साल 150 से 160 रुपये प्रति किलो में आसानी से मिल रही थी, इस साल 200 रुपये प्रति किलो बिक रही है। वहीं राजगिर के दामों में भी प्रति किलो 70 रुपये की तेजी आई है।
घरों में अब कम ही बनते हैं लड्डू
बेसन में 20 रुपये प्रति किलो की वृद्धि के साथ 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा हे। मैदा के दामों में भी 8 से 10 रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई है। रेडीमेड लड्डुओं की बड़ी मांग संक्रांति पर लड्डू बनाने की पहले घर-घर में महीनों पहले से तैयारियां शुरू हो जाती थीं और बड़ी संख्या में बेसन, मैदा, चावल, राजगिर आदि के लड़ड़ू बनाए जाते थे, लेकिन अब घरों में कम ही लड्डू बनाए जाते हैं।
लोग रेडीमेड लड्डू खरीदने लगे हैं। व्यापारियों का कहना है कि 15 नवंबर के बाद किराना सामग्री की बिक्री शुरू हो जाती थी जो 15 जनवरी तक चलती थी, लेकिन अब जनवरी में 10 से 15 दिन की ही ग्राहकी होती है। ज्यादातर लोग रेडीमेड लड्डू खरीदकर ले जाते हैं।
देश में कछ जगहों पर तेल की कीमतें बढ़ी , कुछ जगहों पर घटीं
4 Jan, 2024 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । घरेलू बाजार में पैट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव आया है। गुजरात और पंजाब में इसकी कीमतें बढ़ी हैं। वहीं महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में कीमतें घटी हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में मिलाजुला रुख दर्ज किया गया। सुबह डब्ल्यूटी आई क्रूड हल्की बढ़त के साथ 70.50 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। वहीं, ब्रेंट क्रू़ड गिरावट के साथ 75.89 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
गुजरात में पेट्रोल की कीमतों में 84 पैसे की बढ़त हुई है। वहीं डीजल की कीमतें पहले की ही तरह हैं। वहीं पंजाब में पेट्रोल की कीमतें 51 पैसे और डीजल की 48 पैसे बढ़ी हैं। वहीं मध्य प्रदेश, झारखण्ड और गोवा में भी पेट्रोल-डीजल की कीमत में हल्की बढ़त आई है। महाराष्ट्र में पेट्रोल 11 पैसे और डीजल 12 पैसे कम हुआ है। वहीं जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भी पेट्रोल-डीजल की कीमत में कमी आई है। नोएडा में पेट्रोल 96.65 रुपये और डीजल 89.82 रुपये प्रति लीटर हो गया है. वहीं गाजियाबाद में 96.58 रुपये और डीजल 89.75 रुपये प्रति लीटर हो गया है। लखनऊ में पेट्रोल 96.47 रुपये और डीजल 89.66 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
चारों महानगरों की बात करें तो दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 90.08 रुपये प्रति लीटर वहीं मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर जबकि चेन्नई में पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर पर है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले 12 प्रतिशत तक चढ़े अडानी के शेयर1```
4 Jan, 2024 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले बुधवार को अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में 12 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है। बीएसई पर शुरुआती कारोबार में अदाणी ग्रुप की प्रमुख कंपनी अदानी एंटरप्राइजेज के शेयर लगभग 6 प्रतिशत उछल गए, जबकि अदानी पोर्ट्स के शेयर लगभग 4 प्रतिशत बढ़कर अपने 52-सप्ताह के हाई लेवल 1,117.10 रुपये पर पहुंच गए। अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयरों में 12 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, जबकि अदानी पावर के शेयरों में 5 प्रतिशत का ऊपरी सर्किट लग गया और कंपनी का शेयर 544.65 रुपये पर पहुंच गया। इधर अंबुजा सीमेंट्स के शेयर लगभग 2 प्रतिशत बढ़कर 52-सप्ताह के हाई लेवल 541.45 रुपये पर पहुंच गए, जबकि एसीसी के शेयर भी लगभग 2 प्रतिशत चढ़ गए। मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ चार याचिकाओं पर सुबह 10:30 बजे फैसला सुनाएगी। हालांकि जनहित याचिकाओं पर फैसला 24 नवंबर, 2023 को सुरक्षित रखा गया था। कोर्ट में दी गई दलीलों में दावा किया गया था कि मोदी सरकार के करीबी माने जाने वाले अदाणी समूह ने अपने शेयरों की कीमतें बढ़ा दीं थी। जाहिर है कि शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से ही ग्रुप की कंपनियों में बड़ी गिरावट देखी गई थी।
मार्क जुकरबर्ग ने मेटा के बेचे शेयर, आधा अरब डॉलर की थी कीमत.
4 Jan, 2024 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Meta: मार्क जुकरबर्ग ने दो साल के बाद 2023 के अंतिम दो महीनों में मेटा प्लेटफॉर्म्स के लगभग आधा अरब डॉलर के शेयर बेचे, इस दौरान कंपनी के शेयर की कीमत सात साल में सबसे कम हो गई। मंगलवार को शेयर बाजार को दी गई जानकारी के अनुसार, मेटा के मुख्य कार्यकारी ने 1 नवंबर से साल के अंत के बीच हर कारोबारी दिन शेयर बेचे, इस दौरान लगभग 42.8 करोड़ डॉलर में लगभग 1.28 मिलियन शेयर बेचे गए।
औसतन, प्रत्येक बिक्री में $10.4 मिलियन डॉलर के शेयर बिके, जिसमें 28 दिसंबर को सबसे अधिक 17.1 मिलियन डॉलर के शेयर बेचे गए। इससे पहले जुकरबर्ग ने नवंबर 2021 से मेटा के शेयर नहीं बेचे थे। कंपनी के शेयर की कीमत 2022 के अंत में सात साल के निचले स्तर से पिछले साल 194% बढ़ी थी। मेटा शेयरों ने पिछले साल एनवीडिया कॉर्प को छोड़कर हर अन्य प्रमुख तकनीकी दिग्गज से बेहतर प्रदर्शन किया और अब यह सितंबर 2021 के रिकॉर्ड उच्च स्तर के करीब है।
39 वर्षीय जुकरबर्ग मेटा के लगभग 13% शेयरों के मालिक हैं और उनकी कुल संपत्ति लगभग 125 बिलियन डॉलर है, जिससे वह दुनिया के सातवें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। जुकरबर्ग की ओर से मेटा के शेयरों की बिक्री पर टिप्पणी के अनुरोध का कंपनी की ओर से जवाब नहीं दिया। टेक जगत में जुकरबर्ग के समकक्ष मार्क बेनिओफ ने भी 2023 की दूसरी छमाही में लगभग हर दिन शेयर बेचे। सेल्सफोर्स के सह-संस्थापक ने इस अवधि के दौरान 475 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के शेयर बेचे। इस दौरान हर दिन लगभग 15,000 शेयर बेचे गए जिनका मुल्य लगभग 3 मिलियन डॉलर था।
गीतिका मेहता को निविया इंडिया ने नियुक्त किया नया प्रबंध निदेशक
4 Jan, 2024 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । गीतिका मेहता को त्वचा देखभाल के उत्पाद बनाने वाले ब्रांड निविया इंडिया ने अपना नया प्रबंध निदेशक नियुक्त किया है। निविया इंडिया ने जारी बयान में कहा कि एफएमसीजी क्षेत्र में दो दशक से अधिक का अनुभव रखने वाली मेहता देश में ब्रांड का नेतृत्व करेंगी। अपनी नई भूमिका पर टिप्पणी करते हुए मेहता ने कहा कि जैसा कि हम लगातार विकसित हो रहे त्वचा देखभाल परिदृश्य को देखा करते हैं, मेरा ध्यान नवाचार को आगे बढ़ाने, ग्राहक अनुभव को बढ़ाने और लाखों भारतीयों की पसंद के त्वचा देखभाल ब्रांड के रूप में निविया की स्थिति को और मजबूत करने पर होगा।’ बता दें कि निविया का स्वामित्व जर्मनी की बहुराष्ट्रीय कंपनी बीयर्सडोर्फ एजी के पास है, जो त्वचा देखभाल उत्पादों की अग्रणी कंपनी है।
इसी तरह किया इंडिया ने ऐलान किया कि वह तत्काल प्रभाव से ग्वांगगु ली को प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी नियुक्त कर रही है। वह ताए जिन पार्क की जगह लेंगे, जो पिछले चार साल से दक्षिण कोरिया की कार निर्माता के भारतीय परिचालन के प्रमुख रहे हैं। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि पार्क किया के साथ 36 साल के लंबे सफर के बाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इधर एयरटेल अफ्रीका ने मुख्य कार्याधिकारी ओलुसेगुन ‘सेगुन’ ओगुनसान्या के 1 जुलाई से सेवानिवृत्त होने और उनकी जगह सुनील तलदार को देने की घोषणा की। तलदार अक्टूबर, 2023 में निदेशक (बदलाव) के रूप में एयरटेल अफ्रीका का हिस्सा बने थे। वह ओगुनसान्या के साथ मिलकर काम करते हुए सीईओ की भूमिका के लिए खुद को तैयार करेंगे।
EPFO ने एक अपडेट किया जारी, कर्मचारियों को उच्च पेंशन का दिया ऑप्शन, इस तरह भरें फॉर्म
4 Jan, 2024 12:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ईपीएफओ ने कर्मचारियों को उच्च पेंशन का ऑप्शन दिया है। इसमें कर्मचारी आसानी से उच्च पेंशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। वह इसके लिए आवेदन ऑनलाइन दे सकते हैं। ईपीएफओ ने पहले इसकी डेडलाइन 31 दिसंबर 2023 तय की थी। इस तारीख तक सभी नियोक्ताओं को कर्मचारी के सैलरी की डिटेल्स देनी थी।
अब ईपीएफओ ने इसकी डेडलाइन को करीब पांच महीने के लिए बढ़ा दिया है। इसको लेकर ईपीएफओ ने एक्स पर पोस्ट भी किया है, एवं श्रम मंत्रालय द्वारा एक बयान जारी किया गया है।
ईपीएफओ ने सभी कर्मचारियों को उच्च पेंशन का लाभ उठाने के लिए मौका दिया था। इसके लिए ईपीएफओ ने 23 फरवरी 2023 से इसका प्रोसेस शुरू किया था। इसके बाद इसकी समयसीमा को कई बार बढ़ाया गया है। अब आप अगर इस सुविधा का लाभ उठाना चाहते हैं तो आप 31 मई 2024 तक इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
इतने कर्मचारियों ने किया आवेदन
ईपीएफओ द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार 11 जुलाई 2023 तक लगभग 17.49 लाख कर्मचारियों ने आवेदन किया है। वहीं, ईपीएफओ के मुताबिक लगभग 3.6 लाख स ज्यादा आवेदन को वेरिफाई करना बाकी रह गया है। अब जहा ईपीएफओ ने उच्च पेंशन के आवेदन की समय-सीमा को बढ़ा दी है। इस समय विस्तार के प्रस्ताव पर श्रम मंत्रालय द्वारा मंजूरी दे दी है।
कैसे करें आवेदन
आपको ई-सेवा पोर्टल पर https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface/ पर जाना है।
इसके बाद "Pension on higher salary: Exercise of joint option" पर के ऑप्शन को सेलेक्ट करें।
अब आप "Application form for joint options - Joint options" पर क्लिक करें।
इसके बाद आपको यूएएन, नाम, जन्मतिथि, आधार नंबर, आधार लिंक मोबाइल नंबर और कैप्चा दर्ज करना है।
अब आपको "Get OTP" को सेलेक्ट करें।
इसके बाद आप ओटीपी दर्ज करें और वैलिडेट पर क्लिक करें।
अब आप सबमिट को सेलेक्ट करें।
इसके बाद आपकी एप्लीकेशन नंबर जनरेट हो जाएगा।
देश में 31 दिसंबर तक 8.18 करोड़ लोगों ने भरा आयकर रिटर्न
3 Jan, 2024 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । करदाताओं ने आयकर रिटर्न भरने के मामले में रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भारत में 31 दिसंबर तक आयकर रिटर्न दाखिल करने की संख्या में रिकॉर्ड 9 फीसदी का उछाल देखा जा रहा है। पिछले वर्ष 2022 के 31 दिसंबर तक दाखिल किए गए 7.51 करोड़ रिटर्न की तुलना में इस बार यह संख्या 8.18 करोड़ तक पहुंच गई। इस अवधि के दौरान कुल 1.60 करोड़ ऑडिट रिपोर्ट और अन्य फॉर्म दाखिल किए गए हैं। जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1.43 करोड़ ऑडिट रिपोर्ट और फॉर्म दाखिल किए गए थे। 31 दिसंबर अपडेटेड रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख थी। इस तारीख तक करदाता स्वयं या आयकर विभाग द्वारा चिह्नित किसी भी जानकारी में सुधार कर सकते थे। साथ ही विलंब शुल्क के साथ बिलेटेड आईटीआर फाइल करने की आखिरी तारीख भी 31 दिसंबर थी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि बड़ी संख्या में करदाताओं ने अपने एनुअल इन्फॉर्मेशन स्टेटमेंट (एआईएस) और टैक्सपेयर इन्फॉर्मेशन समरी (टीआईएस) को देखकर अपने वित्तीय लेनदेन के डेटा की तुलना की। इस वित्त वर्ष के दौरान आयकर विभाग ने एक डिजिटल ई-भुगतान कर भुगतान प्रणाली शुरू की है, जो ई-भुगतान के लिए यूजर-फ्रेंडली विकल्प जैसे इंटरनेट बैंकिंग, एनईएफटी, डेबिट कार्ड, भुगतान गेटवे और यूपीआई को सक्षम बनाता है।