व्यापार
मजबूती के साथ खुला शेयर बाजार ; सेंसेक्स 200 अंक चढ़ा, निफ्टी 21600 के पार
13 Feb, 2024 03:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वैश्विक बाजार से मिले-जुले संकेतों के बीच मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 200 अंकों से ज्यादा की तेजी दिखी, जबकि निफ्टी 50 अंकों से अधिक का उछाल आया। सुबह 10 बजकर आठ पर सेंसेक्स 317.10 (0.44%) अंकों की मजबूती के साथ 71,377.08 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। निफ्टी 60.41 (0.28%) अंक उछलकर 21,686.45 के लेवल पर करोबार करता दिखा।
पेटीएम के टारगेट में ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी ने की कटौती
पेटीएम के शेयर में मंगलवार (13 फरवरी) को एक बार फिर भारी गिरावट के साथ कारोबार शुरू हुआ। इस दौरान स्टॉक 7 फीसदी से ज्यादा टूट गए। बीते पांच कारोबारी सेशन में कंपनी के शेयरों में 15 से 20 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है। स्टॉक को लेकर ग्लोबल ब्रोकरेज मैक्वायरी ने नकारात्मक दृष्टिकोण साझा किया है। ब्रोकरेज फर्म ने पेटीएम की रेटिंग को डाउनग्रेड करते हुए और टारगेट में कटौती की है। ब्रोकरेज ने कंपनी के टारगेट में 58 फीसदी की भारी कटौती की है। पेटीएम पर किसी भी ब्रोकरेज फर्म की ओर से दिया गया यह अब तक का सबसे कम लक्ष्य है।
Infosys के को-फाउंटर नारायण मूर्ति ने अपने शुरुआती साथियों को लेकर दिया बड़ा बयान
13 Feb, 2024 02:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंफोसिस के सह संस्थापक अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। फिर चाहे उनका हफ्ते में 70 घंटे काम करने वाला बयान हो या फिर अपनी पत्नी सुधा मूर्ति को इंफोसिस के साथ नहीं जुड़ने देने का बयान। एक बार फिर नारायण मूर्ति का इंफोसिस के कर्मचारियों को लेकर दिया बयान चर्चा में है।
नारायण मूर्ति ने कहा कि 'मुझे अतीत में इंफोसिस के कर्मचारियों को उनकी मेहनत और योगदान के अनुरूप पर्याप्त रूप से पुरस्कृत नहीं करने का मलाल है। उनका योगदान मेरे जितना ही या उससे भी ज्यादा का रहा है।' मूर्ति ने ये बातें अपनी पुस्तक के विमोचन के बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहीं।
मूर्ति ने कहा, 'मुझे इस बात का अफसोस है कि हम कर्मचारियों को उतना नहीं दे सके जितना हम देना चाहते थे। उस समय, कंपनी की प्राथमिकता बाजार में टिकना और दीर्घकालिक वृद्धि हासिल करना था।' उन्होंने माना कि कंपनी ने शुरुआती दौर में पूंजी संरक्षण और विस्तार पर अधिक ध्यान दिया, जिसका अर्थ था कि कर्मचारियों को मिलने वाला पैसा उतना नहीं था जितना वह हो सकता था।
नारायण मूर्ति ने साथ ही कहा कि उन्हें इसके बारे में 'बहुत सावधानी से' सोचना चाहिए था। उन्होंने कहा कि उन असाधारण लोगों को भी लाभ मिला होता।
1981 में पुणे में इंफोसिस की स्थापना
इंफोसिस की स्थापना जुलाई 1981 में पुणे में हुई थी जो कि अब बेंगलुरु स्थित कंपनी बन गई है। इसकी सह-स्थापना मूर्ति सहित सात इंजीनियरों ने की थी। अन्य सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि, क्रिस गोपालकृष्णन, एसडी शिबूलाल, के दिनेश, एनएस राघवन और अशोक अरोड़ा शामिल हैं।
पिछले महीने ही मूर्ति ने 'अफसोस' व्यक्त किया था कि उन्होंने अपनी पत्नी सुधा मूर्ति को इंफोसिस में शामिल होने नहीं दिया। सुधा मूर्ति ने ही इंफोसिस की स्थापना के लिए अपने पति को 10,000 रुपये की प्रारंभिक पूंजी प्रदान की थी।
नारायण मूर्ति ने यह भी बताया कि उनके समय में इंफोसिस में किसी भी फैसले पर पहुंचने से पहले सभी की राय ली जाती थी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में तेजी देखने को मिली, देश की पहली कंपनी बनी...
13 Feb, 2024 01:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्टॉक में तेजी जारी है। बता दें कि भारतीय शेयर बाजार में वह पहली कंपनी है जिसका एम-कैप 20 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
कंपनी के शेयर बीएसई पर 1.89 फीसदी की तेजी के साथ 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। खबर लिखते वक्त रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 45.30 अंक की तेजी के साथ 2,950.00 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था।
पिछले दो सप्ताह से शेयर में तेजी
पिछले दो कारोबारी हफ्तों से रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में तेजी देखने को मिली है। इस तेजी के बाद कंपनी के बाजार पूंजीकरण में 1 लाख करोड़ रुपये बढ़ गए हैं।
वहीं, 29 जनवरी 2024 को कंपनी का एम-कैप 19 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया था। इस कारोबारी साल में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में लगभग 14 फीसदी की तेजी आई है।
बता दें कि वर्ष 2005 में रिलायंस इंडस्ट्रीज का एम-कैप 1 लाख करोड़ रुपये हो गया था। वहीं 2019 में आरआईएल का बाजार पूंजीकरण 10 लाख करोड़ रुपये हो गए थे।
20 लाख करोड़ रुपये के बाजार मूल्यांकन के साथ अब रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की टॉप फर्म बन गई है। वहीं, दूसरे नंबर पर टीसीएस है। इसका बाजार पूंजीकरण 15 लाख करोड़ रुपये था। एचडीएफसी बैंक का एम-कैप 10.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजे
आरआईएल ने अपने दिसंबर तिमाही के नतीजों में बताया था कि उनका नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 11 फीसदी बढ़कर 19,641 करोड़ रुपये हो गया है। यह पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 17,706 करोड़ रुपये था। वहीं कंपनी की नेट इनकम 2,48,160 करोड़ रुपये हो गई है जो कि एक साल पहले के इसी अवधि में 2,40,532 करोड़ रुपये थी।
RBI ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को बैन करने का लिया फैसला
13 Feb, 2024 01:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश में कई लोग ऑनलाइन पेमेंट के लिए पेटीएम का इस्तेमाल करते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी 2024 को पेटीएम पेमेंट्स बैंक को बैन करने का फैसला लिया।
इस फैसले के बाद कई यूजर्स इस बात को लेकर काफी चिंतित है कि अब उनके पेटीएम वॉलेट से ट्रांजेक्शन कैसे पूरा होगा।
बता दें कि आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को बैन करने का फैसला लिया है। इसका असर पेटीएम वॉलेट पर नहीं पड़ेगा। हालांकि अगर फिर भी आप पेटीएम वॉलेट का इस्तेमाल करने से डर रहे हैं तो आप कुछ रणनीति अपना सकते हैं। इसके जरिये आप आसानी से बिना कोई टेंशन के पेटीएम वॉलेट का इस्तेमाल कर पाएंगे।
29 फरवरी के बाद भी कर सकते हैं पेटीएम वॉलेट का इस्तेमाल
आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को बंद करने की एक समयसीम तय की है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक 29 फरवरी के बाद से बंद हो जाएगा। इससे पहले यह सुचारू रूप से चलेगा। 29 फरवरी के बाद ग्राहक ऑनबोर्डिंग नहीं करवा पाएंगे।
इसके अलावा पेमेंट्स बैंक में कोई भी डिपॉजिट नहीं हो पाएगा। इसका मतलब कि 29 फरवरी 2024 के बाद पेमेंट्स बैंक के अकाउंट में डिपॉजिट की अनुमति नहीं होगी यानि कि कोई पैसा नहीं आ सकेगा।
हालांकि, इसका असर पेटीएम वॉलेट पर नहीं पड़ेगा। आप आसानी से पेटीएम वॉलेट से ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। इसके अलावा आप इसमें राशि भी ले सकते हैं।
पेटीएम वॉलेट खाली करें
अगर आपको लग रहा है कि कहीं पेटीएम वॉलेट भी काम करना बंद कर देगा तो आप पेटीएम वॉलेट को खाली कर सकते हैं। पेटीएम वॉलेट में मौजूदा राशि को आप किसी बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके अलावा आप पेटीएम वॉलेट में मौजूदा राशि को खर्च करके भी खाली कर सकते हैं।
पेटीएम वॉलेट में ट्रांजेक्शन को एक्सेप्ट ना करें
अगर आप पेटीएम वॉलेट में पैसे जोड़ने से डर रहे हैं तो आप पेटीएम वॉलेट में कोई ट्रांजेक्शन ना लें। आप इसकी जगह पर अपने बैंक अकाउंट में पैसे ले सकते हैं। इसके अलावा पेटीएम वॉलेट का इस्तेमाल आप केवल ट्रांजेक्शन के लिए कर सकते हैं।
तेल कंपनियो ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम
13 Feb, 2024 01:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी तेल कंपनियों ने मंगलवार यानी 13 फरवरी के लिए पेट्रोल और डीजल की ताजा कीमतें जारी कर दी हैं।
मालूम हो कि लंबे समय से पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। इसी कड़ी में आज भी देश के घरेलू बाजारों के लिए तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
बता दें, सरकारी तेल कंपनियां घरेलू बाजारों के लिए रोजाना सुबह 6 बजे पेट्रोल- डीजल की नई कीमतें जारी करती हैं। यही वजह है कि पेट्रोल और डीजल को लेकर रोजाना ताजा अपडेट जारी होता है-
महानगरोंमें पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमतें
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये और डीजल की कीमत 89.62 रुपये प्रति लीटर है।
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल की कीमत 106.31 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 94.27 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 106.03 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.76 रुपये प्रति लीटर बनी हुई है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 102.63 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 94.24 रुपये प्रति लीटर बनी हुई है।
स्पाइसजेट 1,000 कर्मचारियों की छंटनी करेगी
12 Feb, 2024 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । वित्तीय संकट का सामना कर रही विमानन कंपनी स्पाइसजेट आने वाले दिनों में कम से कम 1,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी कर रही है। एयरलाइन ने लागत में कमी लाने और अपने कम होते विमान बेड़े के संचालन को सुव्यवस्थित करने की दिशा में आगे बढ़ते हुए यह फैसला किया है। मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि वित्तीय संकट, कानूनी लड़ाई तथा अन्य प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए वाहक अधिक कर्मचारियों को छोड़ने के लिए कह सकता है क्योंकि अभी जितने विमान सेवा में हैं उनकी तुलना में कर्मचारी अधिक हैं। अधिकारी ने बताया कि एयरलाइन में करीब 9,000 कर्मचारी हैं। कर्मचारियों की संख्या 10-15 प्रतिशत कम करने पर विचार किया जा रहा है। कुल लागत को कम करने के लिए छंटनी आवश्यक है और वार्षिक बचत 100 करोड़ रुपये तक हो सकती है। 15 प्रतिशत की कटौती का मतलब होगा कि करीब 1,350 लोग अपनी नौकरियां खो देंगे। हालांकि, छंटनी को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
कारोबार अलग-अलग करने की प्रक्रिया 9-12 महीने में होगी पूरी: वेदांता
12 Feb, 2024 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारसुगुड़ा । वेदांता एल्युमीनियम सहित अपने प्रमुख कारोबार को अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियों में विभाजित करने के लिए काम कर रही है। यह प्रक्रिया अगले नौ से 12 महीने में पूरी होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। अरबपति अनिल अग्रवाल के स्वामित्व वाली वेदांता लिमिटेड ने अपने धातु, बिजली, एल्यूमीनियम और तेल व गैस व्यवसायों को अलग-अलग करके स्वतंत्र कार्यक्षेत्र बनाने की पिछले साल घोषणा की थी। वेदांता के एल्युमीनियम कारोबार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम एल्युमीनियम व्यवसाय के विभाजन को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यवसायों को अलग-अलग करने की प्रक्रिया अभी जारी है और विभिन्न प्राधिकरणों से कई अनुमोदनों के अधीन है। उन्होंने कहा कि अलग की जाने वाली विभिन्न संस्थाओं में ऋण के आवंटन में वर्तमान ऋणदाताओं से भी अनुमति लेने की जरूरत है। यह प्रक्रिया जारी है। यह प्रत्यक्ष तौर पर हमारे हाथ में नहीं है। इसलिए दुर्भाग्य से मैं आपको स्पष्ट रूप से यह बताने की स्थिति में नहीं हूं कि यह कब होगा। हमें विश्वास है कि अगले नौ से 12 महीने में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह वेदांता के एल्युमीनियम व्यवसाय के लिए एक विकासात्मक कदम साबित होगा क्योंकि इससे वेदांता एल्युमीनियम को अपना रास्ता तय करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि वेदांता की सिजिमाली बॉक्साइट खदान में उत्पादन अगले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में शुरू हो जाएगा। इसके अलावा कंपनी की कुरलोई, राधिकापुर, घोघरपल्ली स्थित अन्य तीन कोयला खदानों में करीब नौ से 18 महीने में उत्पादन शुरू होगा।
गोल्ड प्लस ग्लास ने सेबी के पास जमा किए आईपीओ दस्तावेज
12 Feb, 2024 03:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । गोल्ड प्लस ग्लास इंडस्ट्री लिमिटेड ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए राशि एकत्रित करने के लिए शुरुआती दस्तावेज जमा कर दिए हैं। दस्तावेजों के मुताबिक फ्लोट ग्लास विनिर्माता कंपनी आईपीओ के तहत 500 करोड़ रुपये तक के नए शेयर जारी करेगी। इस के अलावा प्रवर्तक और निवेशक शेयरधारकों की ओर से 1.56 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी लाई जाएगी। ओएफएस में शेयर बेचने वालों में सुरेश त्यागी, जिमी त्यागी, पीआई अपॉर्चुनिटीज फंड-एक और कोटक स्पेशल सिचुएशंस फंड शामिल हैं। दिल्ली की यह कंपनी 100 करोड़ रुपये के आईपीओ पूर्व नियोजन पर भी विचार कर सकती है। ऐसा होने पर निर्गम का आकार घट जाएगा। कंपनी आईपीओ से प्राप्त राशि में से 400 करोड़ रुपये का उपयोग कर्ज का भुगतातन करने में करेगी। इसके एक हिस्से का इस्तेमाल सामान्य कंपनी कामकाज में किया जाएगा। गोल्ड प्लस देश की प्रमुख फ्लोट ग्लास विनिर्माताओं में से है। सितंबर, 2023 तक विनिर्माण क्षमता में इसकी हिस्सेदारी 22 प्रतिशत थी।
एआई से उत्पन्न होने वाले खतरों से सचेत रहें बैंक: आरबीआई के डिप्टी गवर्नर
12 Feb, 2024 02:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र और इससे जुड़े लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से उत्पन्न होने वाले कानूनी, साइबर जोखिमों और कौशल की कमी जैसे जोखिमों के प्रति सचेत रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि एआई और जेनएआई को अपनाने के साथ कानूनों को फिर से परिभाषित किया जाना है। उद्योग को यह ध्यान देना चाहिए कि डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण (डीपीडीपी) अधिनियम के नियम जल्द ही आने वाले हैं और हो सकता है कि बैंक इनमें से कुछ का उल्लंघन कर दें। इसलिए तैयारी महत्वपूर्ण है। उन्होंने मुंबई में भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के द्वारा आयोजित 19वें वार्षिक बैंकिंग प्रौद्योगिकी सम्मेलन में कहा कि बैंकों को ग्राहक सुविधा के बारे में सोचने और उसके अनुसार सेवाएं देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम जब नियम बनाते हैं, तो हमें इसे ग्राहकों के लिए सुविधाजनक बनाने के बारे में सोचना चाहिए और इसमें लगातार सुधार करना चाहिए। डिप्टी गवर्नर शंकर ने कहा कि हर नई तकनीक ने कुछ नौकरियां खत्म की हैं लेकिन नई नौकरियां पैदा भी की हैं। ऐसे में कार्यबल को प्रशिक्षित करने की जरूरत है।
स्पाइसजेट की आर्थिक स्थिति काफी खराब: 1000 कर्मचारियों की छंटनी करने की कर रहा प्लानिंग
12 Feb, 2024 01:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
स्पाइसजेट की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई है। ऐसे में एयरलाइन कम से कम 1,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की प्लानिंग कर रहा है। दरअसल, एयरलाइन लागत को कम करने और विमान बेड़ें को संचालन को सुव्यवस्थित करने के लिए काम कर रही है।
स्पाइसजेट वित्तीय संकट, कानूनी लड़ाई और अन्य बाधाओं का सामना कर रही है। ऐसे में एयरलाइन के पास विमानों की संख्या की तुलना में अब अतिरिक्त जनशक्ति है। इस वजह से कंपनी छंटनी का फैसला ले सकती है। इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि छंटनी की मात्रा पर इस सप्ताह अंतिम फैसला होने की उम्मीद है।
स्पाइसजेट के अधिकारी के अनुसार एयरलाइन में लगभग 9,000 कर्मचारी हैं और अब कर्मचारियों की संख्या 10-15 प्रतिशत कम करने पर विचार कर रही है। एयरलाइन कुल लागत को कम करने के लिए छंटनी कर रही है। इस छंटनी से वह कंपनी 100 करोड़ रुपये तक की बचत कर सकती है।
15 फीसदी की कटौती का मतलब है कि लगभग 1,350 लोग अपनी नौकरियाँ खो देंगे।
किस विभाग में होगी सबसे ज्यादा छंटनी
स्पाइसजेट के अधिकारी ने कहा कि सभी विभागों में छंटनी की आशंका है। एयरलाइन फाइनल लिस्ट तैयार कर रही है। मैनेजमेंट और कंसल्टेंसी के कर्मचारियों को छुट्टी देने की रूपरेखा तैयार करने पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने सभी विभागों को अपने इनपुट देने के लिए कहा है।
फिलहाल, छंटनी को लेकर स्पाइसजेट की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है।
वर्तमान में क्या है स्पाइसजेट की आर्थिक स्थिति
वर्तमान में स्पाइसजेट के पास वेट लीज पर लिए गए 10 विमानों के अलावा 30 से अधिक विमानों का बेड़ा है। पिछले महीने एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक के दौरान, स्पाइसजेट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने विवेकपूर्ण खर्च के महत्व पर जोर दिया और कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से सभी प्रमुख खर्चों की निगरानी करेंगे।
स्पाइसजेट, जिसकी स्थापना के बाद से कई स्वामित्व परिवर्तन हुए हैं और वर्तमान में अजय सिंह द्वारा संचालित है, विभिन्न निवेशकों से धन जुटाने की प्रक्रिया में है। एयरलाइन ने 26 जनवरी को बताया कि उन्होंने 744 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
एयरलाइन ने सरकार की आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) के तहत लगभग 1,000 करोड़ रुपये का फंड भी लिया है और सिंह ने 500 करोड़ रुपये लगाने की प्रतिबद्धता जताई है। हाल के दिनों में, स्पाइसजेट ने बकाया भुगतान न करने के कारण पट्टादाताओं को अपने पट्टे पर लिए गए विमान वापस लेने के लिए कानूनी सहारा लेते देखा है।
भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते नागरिक उड्डयन बाजारों में से एक है और घरेलू हवाई यातायात ऊपर की ओर बढ़ रहा है। हालाँकि, स्पाइसजेट पिछले कुछ समय से संघर्ष कर रही है। 2023 में, वाहक ने 83.90 लाख यात्रियों को उड़ाया और घरेलू बाजार में इसकी हिस्सेदारी 5.5 प्रतिशत थी।
10 हजार रुपए से कम में मिल रहा सेमसंग का 5जी फोन
12 Feb, 2024 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सैमसंग का सेमसंग गैलेक्स एम15 5जी फोन अमेजन इंडिया पर 14 फरवरी तक चलने वाले फैब फोन्स फेस्ट में 10 हजार रुपये से कम में मिल रहा है। अमेजन पर फोन का 4जीबी रैम और 128जीबी इंटरनल स्टोरेज वाला वेरिएंट 10,990 रुपये के कीमत के साथ लिस्ट है। फोन पर 1 हजार रुपये तक का बैंक डिस्काउंट दिया जा रहा है। बैंक डिस्काउंट के साथ यह फोन 9,990 रुपये में आपका हो सकता है। फोन 533 रुपये की शुरुआती ईएमआई पर भी उपलब्ध है। एक्सचेंज ऑफर में आप इस 5जी हैंडसेट की कीमत को और कम कर सकते हैं। सैमसंग गैलेक्सी में 2408 गुणित 1080 पिक्सल रेजॉलूशन के साथ 6.6 इंच का फुल एचडी प्लस डिस्प्ले दिया गया है। फोन में दिया गया यह डिस्प्ले 90 एचजेड के रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करता है। डिस्प्ले प्रोटेक्शन के लिए फोन में कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 5 भी मौजूद है। सैमसंग का यह फोन 6जीबी तक की रैम और 128जीबी तक के इंटरनल स्टोरेज ऑप्शन में उपलब्ध है।
गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 40 अंक ऊपर, निफ्टी 21800 के करीब
12 Feb, 2024 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार में सपाट शुरुआत के बाद बिकवाली दिख रही है। सोमवार की सुबह 9 बजकर 57 मिनट तक सेंसेक्स 170.89 (-0.23%) अंकों की गिरावट के साथ 71,424.60 के स्तर पर जबकि निफ्टी 55.21 (0.25%) अंक टूटकर 21,727.30 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। शुरुआती कारोबार में टाटा पावर के शेयरों में 4% जबकि हीरो मोटो कॉर्प के शेयरों में 3% की गिरावट दर्ज की गई।
ईरान के सेब ने गिराए हिमाचली सेब के भाव
12 Feb, 2024 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिमला । अवैध रूप से भारत पहुंच रहे ईरान के सेब ने हिमाचली सेब के दाम गिरा दिए हैं। विदेशी सेब सस्ता होने के कारण हिमाचल को अच्छे दाम नहीं मिल पा रहे हैं। हालात यह है कि जुलाई-अगस्त में सीजन के दौरान जो सेब 2000 रुपये बॉक्स बिका था, वह सेब कोल्ड स्टोर से निकालने के बाद अब 1500 रुपये पेटी बिक रहा है। दाम गिरने से बागवानों को प्रति पेटी करीब 800 रुपये का नुकसान हो रहा है। बता दें कि सेब को स्टोर रखने का करीब 300 रुपये प्रति बॉक्स खर्च देना पड़ता है। हर साल हिमाचल का करीब एक करोड़ पेटी सेब स्टोर होता है। ईरानी सेब अफगानिस्तान के रास्ते अवैध रूप से भारत पहुंच रहा है। साफ्ता (साउथ एशियन फ्री ट्रेड एरिया) के चलते बिना शुल्क चुकाए ईरानी सेब भारत पहुंच रहा है। खर्चा कम होने के कारण यह सस्ता है। जानकारी के मुताबिक ईरानी सेब का एक बॉक्स 1,000 से 1,200 रुपये में बिक रहा है। सस्ता होने के कारण हिमाचली सेब को उचित दाम नहीं मिल रहे। दिल्ली की आजादपुर मंडी में रोज ईरानी सेब के 15 से 20 एसी कंटेनर पहुंच रहे हैं। दक्षिण भारत की मंडियों में भी ईरानी सेब की आमद बहुत अधिक है। खरीदारों को ईरानी सेब सस्ता मिल रहा है। हालांकि, मंडियों में निजी कंपनियों के प्रीमियम सेब को अच्छे दाम मिल रहे हैं। अदाणी, बीजा, देवभूमि सहित अन्य कंपनियों ने सीजन में बागवानों से प्रीमियम सेब की किलो के हिसाब से खरीद की थी। अब सेब के अच्छे दाम मिल रहे हैं। बिना आयात शुल्क चुकाए अवैध रूप से कम खर्चे में ईरानी सेब भारत पहुंच रहा है। ईरानी सेब का अवैध आयात बंद करने की मांग केंद्र सरकार से पहले भी कई बार की है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यूरोपियन देशों में ईरानी सेब प्रतिबंधित है।
पेटीएम ने एम दामोदरन की अगुवाई में बनाई ग्रुप एडवाइजरी कमेटी
11 Feb, 2024 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । पेटीएम का संचालन करने वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने अपनी सहयोगी इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर की गई कार्रवाई के बीच सेबी के पूर्व चेयरमैन एम दामोदरन की अध्यक्षता में एक ग्रुप एडवाइजरी कमिटी का गठन करने की घोषणा की। वन97 कम्युनिकेशंस ने शेयर बाजार को दी गई सूचना में कहा कि यह कमेटी रेगुलेटरी मामलों पर कंपनी को सलाह देगी।सेबी के पूर्व प्रमुख दामोदरन इस समिति के प्रमुख बनाए गए हैं। इसमें इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष एमएम चितले और आंध्रा बैंक के पूर्व चेयरमैम और मैनेजिंग डायरेक्टर आर रामचंद्रन भी शामिल हैं। कंपनी ने कहा कि ग्रुप एडवाइजरी कमेटी निदेशक मंडल के साथ मिलकर काम करेगी और जरूरत होने पर अतिरिक्त सदस्यों को शामिल करने का फैसला करेगी। इस समिति की स्थापना ऐसे समय में हुई है जब पेटीएम के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा के स्वामित्व वाला पेटीएम पेमेंट्स बैंक आरबीआई की जांच के दायरे में आ गया है। रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को एक निर्देश में पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी के बाद ग्राहक अकाउंट्स, वॉलेट, फास्टैग और अन्य इंस्ट्रूमेंट में जमा या टॉप-अप स्वीकार करना बंद करने को कहा था।
सेंसेक्स की प्रमुख 10 में से चार कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2.18 लाख करोड़ बढ़ा
11 Feb, 2024 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । पिछले सप्ताह सेंसेक्स की प्रमुख 10 मूल्यवान कंपनियों में से चार के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में सामूहिक रूप से 2.18 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। सबसे अधिक लाभ भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को हुआ। प्रमुख 10 कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एलआईसी और एसबीआई के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी हुई। इन कंपनियों का बाजार मूल्यांकन 2,18,598.29 करोड़ रुपये बढ़ गया। वहीं एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी के बाजार मूल्यांकन में सामूहिक रूप से 1,06,631.39 करोड़ रुपये की गिरावट आई। समीक्षाधीन सप्ताह में एलआईसी का बाजार मूल्यांकन 86,146.47 करोड़ रुपये बढ़कर ,83,637.38 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान एसबीआई की बाजार हैसियत 65,908.26 करोड़ रुपये बढ़कर 6,46,365.02 करोड़ रुपये हो गई। टीसीएस का बाजार मूल्यांकन 61,435.47 करोड़ रुपये बढ़कर 15,12,743.31 करोड़ रुपये और रिलायंस इंडस्ट्रीज का 5,108.09 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 19,77,136.54 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस रुख के विपरीत एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 32,963.94 करोड़ रुपये घटकर 10,65,808.71 करोड़ रुपये रह गया। आईटीसी का मूल्यांकन 30,698.62 करोड़ रुपये घटकर 5,18,632.02 करोड़ रुपये पर आ गया। भारती एयरटेल की बाजार हैसियत 16,132.15 करोड़ रुपये घटकर 6,31,044.50 करोड़ रुपये रह गई। इन्फोसिस का मूल्यांकन 10,044.09 करोड़ रुपये कम होकर 6,92,980.35 करोड़ रुपये रह गया। आईसीआईसीआई बैंक के मूल्यांकन में 9,779.06 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह 7,09,254.77 करोड़ रुपये पर आ गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार पूंजीकरण 7,013.53 करोड़ रुपये घटकर 5,69,587.91 करोड़ रुपये रह गया। प्रमुख 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर बरकरार रही। इसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, एलआईसी, भारतीय स्टेट बैंक, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी का स्थान रहा।