व्यापार
अदाणी समूह की सीमेंट कंपनी 1000 करोड़ का करेगी निवेश
24 Feb, 2024 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । अदाणी समूह की सीमेंट कंपनी अंबुजा ने अपनी सहायक कंपनी एसीसी लिमिटेड के साथ हाल ही में सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड का अधिग्रहण किया है, जिसकी देश भर में 18 एकीकृत सीमेंट विनिर्माण संयंत्रों और 14 सीमेंट पीसने वाली इकाइयों के साथ 74.6 एमटीपीए की क्षमता है। अंबुजा सीमेंट्स झारखंड में 6 एमटीपीए की संयुक्त क्षमता के साथ दो सीमेंट प्लांट संचालित करती है। अंबुजा सीमेंट्स ने कहा कि उसने झारखंड के गोड्डा जिले में सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट स्थापित करने के लिए 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है। अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड (एसीएल) ने कहा कि नई 4 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई आवश्यक मंजूरी के बाद स्थापित की जाएगी। यह परियोजना पर्यावरण की दृष्टि से सुरक्षित तरीके से फ्लाई ऐश के निपटान और सर्कुलर अर्थव्यवस्था में योगदान करने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण के हिस्से के रूप में अदानी पावर (झारखंड) लिमिटेड के नजदीक में योजना बनाई गई है। इसमें 2,500 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है। अंबुजा सीमेंट्स झारखंड में 6 एमटीपीए की संयुक्त क्षमता के साथ दो सीमेंट संयंत्र संचालित करता है। कंपनी ने कहा कि झारखंड में संसाधनों, बुनियादी ढांचे और कुशल जनशक्ति के मामले में अपार संभावनाएं हैं, जो इसे इस परियोजना के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है। हम इस परियोजना के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए राज्य के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।
फिनटेक संस्थान के लिए ऋण देगा एडीबी
24 Feb, 2024 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट) में फिनटेक शिक्षा, शोध एवं नवाचार तक पहुंच बढ़ाने के लिए 2.3 करोड़ डॉलर का ऋण मंजूर किया है। यह परियोजना गिफ्ट सिटी के अंदर एक अंतरराष्ट्रीय फिनटेक इंस्टीट्यूट(आईएफआई) की स्थापना से जुड़ी हुई है। यह आईएफआई उद्योग और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप फिनटेक प्रशिक्षण कार्यक्रम मुहैया कराएगा। एडीबी में एक अर्थशास्त्री ने कहा कि एडीबी के ऋण से देश की फिनटेक शिक्षा में यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि डिजिटल और वित्तीय सेवाएं भविष्य में ज्यादा किफायती और सुलभ हों। उन्होंने कहा कि भारत के वित्तीय प्रौद्योगिकी उद्योग के विकास ने लोगों के व्यापार करने के तरीके को बदल दिया है, आर्थिक वृद्धि में योगदान दिया है और देश को भविष्य के लिए तैयार किया है।
बायजू के ईजीएम में शामिल नहीं होंगे सीईओ रवींद्रन
23 Feb, 2024 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । बायजू के एक प्रवक्ता ने कहा कि बायजू रवींद्रन या कोई अन्य बोर्ड सदस्य इस अमान्य ईजीएम में शामिल नहीं होंगे। यानी कि अभी बुलाए जाने पर भी ईजीएम में जरूरी कोरम नहीं होगा और एजेंडा पर चर्चा या मतदान को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है। बायजू की मूल शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रवींद्रन बायजू के साथ-साथ निदेशक मंडल के सदस्य भी कंपनी के चुनिंदा निवेशकों द्वारा बुलाई गई असाधारण आम बैठक (ईजीएम) में शामिल नहीं होंगे। बायजू के शेयरधारक कथित कुप्रबंधन और विफलताओं को लेकर संस्थापक सीईओ बायजू रवींद्रन और उनके परिवार के सदस्यों को बाहर करने के लिए कुछ निवेशकों द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर शुक्रवार को मतदान करेंगे।
जेएफएसएल का मार्केट कैप 2 लाख करोड़ के पार
23 Feb, 2024 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिडेट (जेएफएसएल) का मार्केट कैप पहली बार 2 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। शुक्रवार को जेएफएसएल के शेयर ने 14.50 फीसदी की तेजी के साथ 347 रुपए का सार्वकालिक उच्च स्तर बनाया। हालांकि, दोपहर 12 बजे के बाद अपने हाई से थोड़ा नीचे आकर शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में 9.62 फीसदी की तेजी के साथ 332.20 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इस प्राइस पर कंपनी का मार्केट कैप 2.11 लाख करोड़ है। वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज भी 2,989 रुपए का सार्वकालिक उच्च स्तर बनाया है। 6 महीने पहले जियो फाइनेंशियल अपनी मूल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड से अलग हुई थी। डीमर्जर के बाद प्राइस डिस्कवरी मैकेनिज्म के तहत जियो फाइनेंशियल के शेयर का भाव 261.85 रुपए तय हुआ था। इसके बाद 21 अगस्त 2023 को बीएसई पर कंपनी का शेयर 265 रुपए पर लिस्ट हुआ था। वहीं एनएसई पर शेयर 262 रुपए पर लिस्ट हुआ था। शेयर बाजार में फिलहाल 39 कंपनियां दो लाख करोड़ रुपए से अधिक के मार्केट कैप के साथ कारोबार कर रही हैं। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज 20.05 लाख करोड़ रुपए के मार्केट कैप के साथ सबसे बड़ी कंपनी है। इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एचडीएफसी बैंक क्रमशः 14.78 लाख करोड़ रुपए और 10.78 लाख करोड़ रुपए के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
भारत ने रूसी तेल से बने पेट्रोलियम उत्पाद निर्यात किए
23 Feb, 2024 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । जी7 देशों को भारत की तरफ से निर्यात किए जाने वाले एक तिहाई पेट्रोलियम उत्पाद लगभग 6.65 अरब डॉलर रूसी कच्चे तेल से निकाले गए थे। एक यूरोपीय थिंक टैंक ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया है कि कैसे जी7 देशों ने प्रतिबंध लगाकर रूसी कच्चे तेल को खरीदने से परहेज किया, लेकिन तीसरे देश को उससे निकाले जाने वाले उत्पादों के निर्यात की अनुमति दे दी। रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद उसको दंडित करने के लिहाज से तेल खरीद पर प्रतिबंध के साथ ही विकसित देशों ने मूल्य सीमा जैसे कदम उठाए थे। फिनलैंड की सेंटर फार रिसर्च आन एनर्जी एंड क्लीन एयर ने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों का सबसे ज्यादा निर्यात रिलायंस इंडस्ट्रीज की जामनगर रिफाइनरी से किया गया। यहां से यूरोपीय देशों को 5.2 अरब डॉलर के पेट्रोलियम उत्पाद निर्यात किए गए। भारत ने पेट्रोलियम उत्पादों को निकालने के लिए 3.02 अरब यूरो का रूसी कच्चा तेल आयात किया। अकेले अमेरिका को 1.2 अरब यूरो के पेट्रोलियम उत्पादों का आयात किया। इन पेट्रोलियम उत्पादों को बनाने के लिए 73.3 करोड़ डॉलर का रूसी कच्चा तेल आयात किया गया।
गन्ने का एफआरपी बढ़ाने के बाद चीनी कंपनियों के शेयरों में गिरावट
23 Feb, 2024 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केंद्र सरकार के 2024-25 सत्र के लिए गन्ने का उचित व लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 25 रुपये बढ़ाकर 340 रुपये प्रति क्विंटल करने के एक दिन बाद गुरुवार को शुरुआती कारोबार में चीनी कंपनियों के शेयर में तीन प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई। बीएसई पर सूचीबद्ध राणा शुगर्स का शेयर 3.21 प्रतिशत गिरकर 25.35 रुपये पर, मवाना शुगर्स का शेयर 2.81 प्रतिशत गिरकर 101.70 रुपये पर, राजश्री शुगर्स एंड केमिकल्स का शेयर 2.50 प्रतिशत गिरकर 72.62 रुपये पर, श्री रेणुका शुगर्स का शेयर 2.41 प्रतिशत गिरकर 48.50 रुपये पर, केसीपी शुगर एंड इंडस्ट्रीज का शेयर 2.20 प्रतिशत गिरकर 40.87 रुपये पर और ईआईडी पैरी (इंडिया) का शेयर 1.57 प्रतिशत गिरकर 629.20 रुपये पर आ गया। डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज का शेयर 1.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 403.15 रुपये प्रति शेयर पर, बलरामपुर चीनी मिल्स का शेयर 1.12 प्रतिशत गिरकर 376.50 रुपये पर, धामपुर शुगर मिल्स 0.96 प्रतिशत की गिरावट के साथ 248 रुपये पर और त्रिवेणी इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रीज 0.76 प्रतिशत की गिरावट के साथ 347.80 रुपये प्रति शेयर पर आ गया। सरकार ने बुधवार को 2024-25 सत्र के लिए गन्ने का उचित व लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 25 रुपये बढ़ाकर 340 रुपये प्रति क्विंटल करने की मंजूरी दे दी थी दी। गन्ने का नया सत्र अक्टूबर से शुरू होता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के 2014 में सत्ता में आने के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी एफआरपी है।
ब्राजील से किया 3 हजार टन उड़द का अतिरिक्त आयात, भाव कम हुए
23 Feb, 2024 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जयपुर । उड़द के भाव कम हो गए हैं। इसकी वजह ब्राजील से उड़द का अतिरिक्त आयात होना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार जयपुर मंडी में दिवाली से पूर्व साबुत उड़द का भाव 108 रुपए प्रति किलो था, जो कि वर्तमान में घटकर 95 रुपए प्रति किलो के आसपास रह गया है। सियाराम ब्रोकर्स के कांति कुमार ने बताया कि उड़द मोगर 115 से 125 रुपए तथा उड़द छिलका दाल 118 रुपए प्रति किलो थोक में बेची जा रही है। बताया जा रहा है कि केन्द्र सरकार ने ब्राजील से 3 हजार टन अतिरिक्त उड़द का आयात किया है। यह मात्रा पहले से इंपोर्ट की जा रही 20 हजार टन उड़द के अतिरिक्त है। आपको बता दें कि देश में उत्पादन में गिरावट आने की आशंका के मद्देनजर सरकार ने बीते नवंबर माह के दौरान ब्राजील के किसानों और कारोबारियों से अरहर एवं उड़द ज्यादा उगाने का अनुरोध किया था। ताकि उत्पादन के स्रोतों में बढ़ोतरी हो सके। इस बीच ब्राजील से 3 हजार टन उड़द भारत पहुंच चुका है। इसके अतिरिक्त आयात किए जाने वाला 20 हजार टन उड़द इस साल भारत पहुंच जाएगा।
हालांकि केन्द्र सरकार ब्राजील से इंपोर्ट बढ़ाने पर भी विचार कर रही है। भारत ने पिछले साल 3.1 मिलियन टन दालों का आयात किया था। इसमें आधे से ज्यादा मात्रा मसूर दाल की थी। बता दें कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दाल उत्पादक देश है। इसके बावजूद खपत अधिक होने के कारण भारत को अरहर, मसूर और उड़द दाल का आस्ट्रेलिया, कनाड़ा, रूस, म्यांमार, मोजाम्बिक, तंजानिया, सूडान एवं मालावी से आयात करना पड़ता है। हालांकि भारत में वर्ष 2011 से डिमांड और सप्लाई के अंतर में कुछ सुधार आया है। मगर इसके बावजूद हर साल करीब तीन मिलियन टन दालों का आयात करना पड़ता है।
भारत में गूगल जल्द करेगा पिक्सल फोन का उत्पादन
23 Feb, 2024 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । मोबाइल विनिर्माण में एक और बड़ी खबर आ रही हैं। भारत में गूगल जल्द ही पिक्सल फोन का उत्पादन शुरू करने की तैयारी में हैं। रिपोर्ट के अनुसार, गूगल अगली तिमाही में भारत में पिक्सल स्मार्टफोन का उत्पादन शुरू कर देगा। इस कदम से कंपनी की भारत में निर्मित योजनाओं को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। पिछले साल अक्टूबर में, ‘गूगल फार इंडिया में भी कंपनी ने घोषणा की थी कि वे भारत में पिक्सल 8 सीरीज का उत्पादन शुरू करेगा। उन्होंने वादा किया कि पहला भारत-निर्मित पिक्सेल फोन 2024 से उपलब्ध होगा। नया विकास पिछले साल की गई घोषणाओं के अनुरूप है।
रिपोर्ट से पता चलता है कि गूगन जल्द ही दक्षिण भारत में अपने शीर्ष स्तरीय पिक्सल 8 प्रो स्मार्टफोन के लिए एक फैक्ट्री स्थापित करने की तैयारी में है, सूत्रों का कहना है कि अप्रैल और जून के बीच फोन बनाना शुरू करने की योजना है। इसके बाद, कंपनी इस साल के अंत में उत्तर भारत में पिक्सल 8 मॉडल का निर्माण भी शुरू कर देगी। इस कदम का उद्देश्य चीन पर निर्भरता कम करना और विशाल और बढ़ते भारतीय स्मार्टफोन बाजार में प्रवेश करना है। 2023 में, गूगल ने लगभग 10 मिलियन पिक्सेल इकाइयाँ भेजीं और इस वर्ष उस संख्या के बराबर या उससे अधिक करने का लक्ष्य है।
यह रणनीतिक बदलाव तब आया है जब गूगल अमेरिका और चीन के बीच चल रहे तकनीकी तनाव के बीच आपूर्ति श्रृंखला के लचीलेपन को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। गूगल की पहल तकनीकी विनिर्माण केंद्र बनने के लिए भारत सरकार के आक्रामक प्रयास, प्रोत्साहन की पेशकश और तकनीकी दिग्गजों को आकर्षित करने के लिए सख्त आयात प्रतिबंधों पर विचार करने की प्रतिक्रिया को भी दर्शाती है। रिपोर्ट में सूत्रों का हवाला देकर कहा गया है, गूगल एकमात्र तकनीकी कंपनी नहीं है जिसने ‘चीन+2’ रणनीति की तलाश शुरू की है। इसका मतलब है कि चीन से दूर किसी अन्य स्थान पर विविधता लाना पर्याप्त नहीं है, बल्कि आपूर्तिकर्ताओं के पास कई गैर-चीन विकल्प होने चाहिए। स्मार्टफोन बाजार में वैश्विक मंदी के बावजूद, 2023 में 4.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ, भारतीय बाजार ने विकास दिखाया, जिससे गूगल जैसी कंपनियों के लिए एक आकर्षक बाजार के रूप में इसकी क्षमता उजागर हुई।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम
23 Feb, 2024 11:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के रेट अपडेट कर दिये हैं।बता दें कि रोजाना सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल के रेट अपडेट होते हैं। पिछली बार राष्ट्रीय स्तर पर मई 2022 में पेट्रोल-डीजल के रेट में बदलाव हुआ था। आज भी इनकी कीमत स्थिर बनी हुई है। अगर आप भी गाड़ी की टंकी फुल करवाने वाले हैं तो आपको अपने शहर के लेटेस्ट रेट जरूर चेक करना चाहिए।
फोन से कैसे चेक करें लेटेस्ट रेट
आप इंडियन ऑयल ऐप के जरिये लेटेस्ट रेट चेक कर सकते हैं। इसके अलावा 92249 92249 नंबर पर RSP Dealer Code of Petrol Pump टाइप कर मैसेज करके आप लेटेस्ट रेट भी जान सकते हैं।
मजबूती के साथ खुला शेयर बाजार,सेंसेक्स 100 अंक उछला, निफ्टी 22220 के पार
23 Feb, 2024 11:07 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वैश्विक साथियों से लाभ को ट्रैक करते हुए, भारतीय बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स शुक्रवार को उच्च स्तर पर खुले। इस दौरान निफ्टी 50 लगातार पांचवें सत्र में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। सुबह 9.20 बजे बीएसई सेंसेक्स 114 अंक या 0.16% बढ़कर 73,273 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। वहीं, निफ्टी50 41 अंक या 0.18% की बढ़त के साथ 22,258 पर कारोबार करता दिखा।सेंसेक्स की कंपनियों में टाइटन, एचडीएफसी बैंक, टेक महिंद्रा, विप्रो और रिलायंस इंडस्ट्रीज लाभ में रहे, जबकि भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, एशियन पेंट्स, एक्सिस बैंक और मारुति की शेयर बाजार में कटौती हुई।
ईडी ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन के आरोप में हीरानंदानी समूह के परिसरों की ली तलाशी
22 Feb, 2024 04:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी मिली है कि प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन के आरोप में गुरुवार को प्रमुख रियल एस्टेट समूह हीरानंदानी के परिसरों की तलाशी ली।
बताया गया कि मुंबई और उसके आसपास के लगभग चार-पांच परिसरों को कवर किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो जांच विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के कथित उल्लंघन से संबंधित है।
हीरानंदानी समूह पर ED का छापा
सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत उल्लंघन के आरोप के तहत से कदम उठाया है। इस रिपोर्ट को दाखिल करने के समय समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपों के बारे में सटीक विवरण सामने नहीं आए है।
आपको बता दें कि हीरानंदानी समूह भारत में सबसे प्रीमियम रियल एस्टेट डेवलपर में से एक रहा है, जिसे इस व्यवसाय में 40 से अधिक वर्षों के अनुभव है। निरंजन हीरानंदानी हीरानंदानी ग्रुप ऑफ कंपनीज के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक हैं।
बायजूज के लिए अच्छी खबर, 1,650 करोड़ रुपये का राइट्स इश्यू पूरा हुआ सब्सक्राइब
22 Feb, 2024 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । परेशानियों से घिरी एडटेक कंपनी बायजूज के लिए राहत की खबर है। कंपनी का 1,650 करोड़ रुपये का राइट्स इश्यू पूरी तरह से सब्सक्राइब हो चुका है। इस बारे में कंपनी के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन ने शेयरहोल्डरों को इसकी जानकारी दी। बता दें, कंपनी ने राइट इश्यू अपने पीक वैल्यूएशन से करीब 99 फीसदी कम भाव पर जारी किया था। बता दें, इसी हफ्ते के आखिर में कंपनी के शेयरधारकों की एक एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (ईजीएम) होनी है। इस मीटिंग को बायजू के कुछ सबसे बड़े निवेशकों ने कंपनी के नेतृत्व को हटाने और इसके बोर्ड को रिस्ट्रक्चर करने के लिए 23 फरवरी को बुलाया है। सूत्रों ने कहा कि ये ‘असहमत’ शेयरधारक 29 फरवरी तक इश्यू में भाग ले सकते हैं, या अपनी हिस्सेदारी बड़े पैमाने पर कम कर सकते है।
फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन ने निवेशकों को पत्र लिखकर कहा, हमारे राइट्स इश्यू को पूरी तरह से सब्सक्राइब किया गया है और शेयरधारकों के प्रति मेरी कृतज्ञता बरकरार है। लेकिन मेरी सफलता का मानदंड राइट्स इश्यू में सभी शेयरधारकों की भागीदारी है।
अपने बचत खाते में रख सकते हैं सिर्फ इतने पैसे
22 Feb, 2024 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । ज्यादात्तर लोग अपनी बचत के पैसों को सुरक्षित रखने के लिए बैंक खाते में पैसा जमा कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप अपने सेविंग्स अकाउंट में कितना पैसा जमा रख सकते हैं। एक वित्त वर्ष में आपके सेविंग्स अकाउंट में कितना पैसा होना चाहिए?
आयकर विभाग के अनुसार एक वित्त वर्ष के दौरान सेविंग अकाउंट में कैश जमा करने की सीमा 10 लाख रुपये है। सभी बैंकों या वित्तीय संस्थानों को इनकम टैक्स अधिनियम 1962 की धारा 114 बी के अनुसार बड़ा कैश जमा करने पर इनकम टैक्स विभाग को बताना होता है। विभाग हर एक सेविंग अकाउंट पर नजर रखता है कि जमा किया गया पैसा तय लिमिट से अधिक है या नहीं। एक वित्त वर्ष में जमा कैश का कैलकुलेशन व्यक्ति के सभी खातों को ध्यान में रखकर किया जाता है। नियमों के मुताबिक, अगर आप अपने सेविगंस अकाउंट में तय सीमा से ज्यादा रकम रखते हैं तो इनकम टैक्स की नजर में आएंगे।
डीबी रियल्टी बड़ा फंड जुटाने की तैयारी में
22 Feb, 2024 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । रियल्टी सेक्टर की अग्रणी कंपनी डीबी रियल्टी बड़ा फंड जुटाने की तैयारी में है। सूत्रों ने बताया कि कंपनी करीब 1500 से 2000 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने की कोशिश कर रही है। फंड के लिए कंपनी क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल निवेशकों को शेयर जारी करने का प्लान कर रही है।
जानकारी के मुताबिक मार्केट सेंटिमेंट के हिसाब से आने वाले कुछ हफ्तों में यह फंड जुटाया जा सकता है। कंपनी की इस योजना का शेयरों पर सकारात्मक असर दिख रहा है।
बता दें, उस समय परेशानी में आई जब कंपनी के प्रमोटर्स शाहिद बलवा और विनोद गोएनका का नाम 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में सामने आया था। तथ्यों के अभाव में दिसंबर 2017 में सीबीआई की विशेष अदालत ने उन्हें बरी कर दिया लेकिन इसका खामियाजा कंपनी को भुगतना पड़ा। लंबी कानूनी लड़ाई के चलते देरी से हुए प्रोजेक्ट्स और लेंडर्स के हाथ खींचने से कंपनी दबाव में आई। अब यह कालिफाईड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स को शेयर जारी कर पैसे जुटाने की कोशिश में है। इसकी जिम्मेदारी इनवेस्टमेंट बैंकों जेएम फाइनेंशियल और डीएएम कैपिटल को दी गई है।
1,544 करोड़ रुपये जुटाए, जिसका इस्तेमाल कर्ज चुकाने में हुआ। इस बार भी जो फंड जुटाया जाएगा, उसका इस्तेमाल कर्ज चुकाने में होगा। इसके अलावा नए और मौजूदा प्रोजेक्ट्स में निवेश किया जाएगा।
आरबीआई के डर से पेटीएम ने की 2 बैंकों से हाथ मिलाने की तैयारी
22 Feb, 2024 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की कड़ी कार्रवाई के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक अब दो बैंकों से हाथ मिलाने की तैयारी में जुट गई है। हालांकि, अभी अपने यूजर्स के खातों को वैकल्पिक बैंकों में ट्रांसफर करने में लगभग 3 से 6 महीने का समय लग सकता है। एक रिपोर्ट से यह पता चला है कि आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 15 मार्च तक अपने लेनदेन और जमा को रोकने की समय अवधि दी है। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि सभी मौजूदा पेटीएम ग्राहकों के अकाउंट्स अन्य बैंकों में ट्रांसफर होने में लगभग 6 महीने लग सकते हैं। हालांकि, यह समय अवधि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के लिए लेनदेन रोकने के लिए आरबीआई द्वारा निर्धारित टाइम लिमिट से काफी ज्यादा है। इस मामले में सूत्रों ने कहा कि पेटीएम मौजूदा संकट के बीच नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनसीपीआई) से थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर लाइसेंस के लिए आवेदन करना चाहता है।
जानकार बता रहे हैं कि इस लाइसेंस के मिलने से पेटीएम यह सुनिश्चित कर सकेगा कि ग्राहक ऐप के जरिए यूपीआई भुगतान कर पाएंगे। एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि यह इस बात पर निर्भर करता है कि आरबीआई पूरी प्रक्रिया के बारे में कैसे सोच रहा है। यह बदलाव रातों रात या कुछ दिनों में नहीं होता है। सभी पेटीएम ग्राहकों को दूसरे भुगतान सेवा प्रदाता (पीएसपी) में ट्रांसफर करने की प्रोसेस में 3 से 6 महीने का समय लग सकता है, क्योंकि पेटीएम के पास बड़ी संख्या में ग्राहक हैं। इस बीच पेटीएम अपने यूपीआई पेमेंट्स के लिए एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के साथ साझेदारी को लेकर बातचीत कर रहा है।