महाराष्ट्र
राम कदम ने महाराष्ट्र सरकार पर सुशांत सिंह राजपूत मामले में अहम सबूत नष्ट करने का आरोप लगाया
26 Mar, 2025 06:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक राम कदम ने बुधवार को तत्कालीन उद्धव ठाकरे सरकार पर फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में अहम सबूत नष्ट करने का आरोप लगाया, साथ ही यह भी मांग की कि उनकी मैनेजर रहीं दिशा सालियान की मौत की जांच कर रही एसआईटी को राजपूत मामले की भी जांच करनी चाहिए.
बीजेपी नेता कदम ने महाराष्ट्र विधानसभा में यह मांग तब की जब पिछले हफ्ते केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने फिल्म अभिनेता की कथित खुदकुशी मामले में कोर्ट के समक्ष क्लोजर रिपोर्ट पेश की. कदम ने कहा कि सुशांत सिंह की मौत के 68 दिन बाद मामला सीबीआई को सौंप दिया गया था.
क्या सबूत मिटाए गएः राम कदम
उन्होंने यह भी दावा किया कि सुशांत सिंह की मौत के संबंध में केस दर्ज करने वाली बिहार पुलिस की टीम को जांच करने तक की अनुमति नहीं दी गई. उन्होंने यह भी कहा, “सुशांत सिंह के घर से सबूत नष्ट करने के बाद उसे मकान मालिक को सौंप दिया गया और सारे फर्नीचर तक हटा दिए गए. घर की रंगाई-पुताई तक करवा दी गई. इस बात की जांच होनी चाहिए कि क्या यह सब कुछ सबूत नष्ट करने के लिए किया गया था. आखिर ऐसा क्यों हुआ.”
कई हिट फिल्में देने वाले युवा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (34) कोरोना के दौर में 14 जून, 2020 को उपनगरीय बांद्रा में अपने अपार्टमेंट की छत से लटके पाए गए थे. इससे 6 दिन पहले, उनकी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान (28) की भी मलाड इलाके में एक आवासीय इमारत की 14वीं मंजिल से गिरने की वजह से मौत हो गई थी.
उद्धव की भूमिका की जांच होः कदम
बीजेपी नेता राम कदम ने यह मांग भी की कि सबूत नष्ट करने में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, जो तब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हुआ करते थे कि कथित भूमिका की भी जांच होनी चाहिए. साथ में एक्टर और सुशांत सिंह की प्रेमिका रिया चक्रवर्ती की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए क्योंकि दिशा सालियान केस में गठित विशेष जांच दल (SIT) अभी भी काम कर रहा है.
एसआईटी को दोनों मामलों की मिलाकर जांच कराने की बात करते हुए राम कदम ने कहा कि एसआईटी को दोनों मामलों को एक साथ कर देना चाहिए. हालांकि कांग्रेस विधायक नाना पटोले ने बीजेपी नेता की इस मांग पर आश्चर्य जताया कि जब सदन में संविधान के 75 साल पूरे होने पर चर्चा हो रही हो तो ऐसे मुद्दे कैसे उठाए जा सकते हैं.
दिशा के पिता ने की जांच की मांग
विपक्ष के विरोध में वॉकआउट करने पर पूर्व स्पीकर पटोले ने कहा कि विधानसभा को तय मानदंडों के अनुसार काम करना चाहिए. सरकार की ओर से बोलते हुए मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि उन्होंने पहले ही साफ कर दिया था कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. मंत्री देसाई ने कहा कि दिशा के पिता सतीश सालियान ने पुलिस को जो भी जानकारी दी है, एसआईटी उसकी जांच करेगी.
एसआईटी पहले से ही दिशा सालियान की मौत की जांच कर रही है, लेकिन उसके पिता सतीश सालियान ने पिछले मंगलवार को मुंबई में संयुक्त पुलिस आयुक्त को एक शिकायत सौंपी, जिसमें मामले में शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे और अन्य के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की गई है. पिता सतीश ने नए सिरे से जांच की मांग करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट का भी रुख किया है.
कॉमेडियन के समर्थन में राउत बोले- कामरा नहीं झुकेंगे, BJP ने किया पलटवार
26 Mar, 2025 03:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई के स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर कटाक्ष के बाद बवाल मचा हुआ है. सत्ता पक्ष के नेता और शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कामरा से माफी मांगने की मांग की है, हालांकि कॉमेडियन ने साफ कर दिया है कि वो किसी भी हाल में माफी नहीं मांगेंगे. इस बीच शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत का बयान सामने आया है. उन्होंने कामरा को एक योद्धा बताते हुए कहा कि कुणाल कामरा किसी के सामने नहीं झुकेंगे.
मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए सांसद ने कहा ‘मैं कामरा को जानता हूं, उनका और मेरा डीएनए एक जैसा है. वह एक योद्धा हैं और वह माफी नहीं मांगेंगे. अगर आपको उनके खिलाफ कार्रवाई करनी है, तो आपको कानूनी कदम उठाने होंगे’.
‘दोनों का DNA एक होगा क्योंकि…’
वहीं शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत के इस बयान पर महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम पलटवार किया है. उन्होंने कहा ‘कामरा और राउत का डीएनए एक जैसा हो सकता है, दोनों ही एक जैसे हैं. वहीं बीजेपी ने राउत पर तंज करते हुए कहा कि ‘उनका डीएनए एक जैसा होगा क्योंकि बदमाशों का डीएनए एक जैसा होता है’.
‘नेताओं का मजाक उड़ाना कोई अपराध नहीं’
दरअसल बीते दिन ही स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने कहा था कि वो शिंदे के बारे में अपनी विवादास्पद टिप्पणियों के लिए माफी नहीं मांगेंगे. उन्होंने कहा था कि नेताओं का मजाक उड़ाना कोई अपराध नहीं है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया था. जिसमें उन्होंने कहा था ‘मुझे सबक सिखाने की धमकी देने वाले नेता ध्यान रखें कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के हमारे अधिकार का उपयोग केवल शक्तिशाली और अमीर लोगों की चापलूसी करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए. आपकी असमर्थता मेरे अधिकार की प्रकृति को नहीं बदलती है. जहां तक मुझे पता है, हमारे नेताओं और हमारी राजनीतिक व्यवस्था के सर्कस का मजाक उड़ाना कानून के खिलाफ नहीं है.
‘मैं माफी नहीं मांगूंगा…’
इसके आगे उन्होंने कहा था ‘जो लोग मेरा नंबर लीक करने या मुझे लगातार कॉल करने में लगे हैं, मुझे यकीन है कि अब तक उनको एहसास हो गया होगा कि सभी अनजान कॉल मेरे वॉयसमेल पर जाते हैं, जहां आपको वही गाना सुनाया जाएगा जिससे आप नफरत करते हैं. मैं माफी नहीं मांगूंगा. मैंने जो कहा वह बिल्कुल वैसा ही है जैसा कि अजित पवार ने एकनाथ शिंदे के बारे में कहा था.
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने स्टूडियो में की तोड़फोड़
कामरा ने मुंबई में उस स्थान पर तोड़फोड़ की भी आलोचना की जहां कॉमेडी शो की रिकॉर्डिंग की गई थी. रविवार की रात शिवसेना के सदस्यों ने खार स्थित हैबिटेट कॉमेडी क्लब में जमकर तोड़फोड़ की थी साथ ही उस होटल में भी तोड़फोड़ की जिसके परिसर में यह क्लब मौजूद है. सोमवार को पुलिस ने शिवसेना के कार्यकर्ता राहुल कनाल और 11 अन्य को तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया था, हालांकि स्थानीय कोर्ट ने उन्हें उसी दिन जमानत दे दी.
पुणे में कचरे के ढेर में 12 नवजात शिशुओं का शव मिला,अधिकारियों की नींद उड़ी,पुलिस ने शुरू की जांच
26 Mar, 2025 03:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र के पुणे स्थित एक कचरे के ढेर में दर्जन भर नवजात बच्चों के मिलने की खबर है. इस खबर से पुणे ही नहीं, पूरे महाराष्ट्र में हड़कंप मच गया है. इस खबर के बाद हरकत में आई पुलिस ने मामले की जांच कर खबर की आंशिक तौर पर पुष्टि की है. पुलिस ने दावा किया है कि केवल एक ही नवजात बच्चा मिला है, बाकी सभी कंटेनर में बॉयोमेडिकल वेस्ट भरा है. चौंकाने वाला यह मामला पुणे के दौंड में बोरावके नगर का है. पुलिस के मुताबिक मामले की जांच कराई जा रही है.
पुणे के डिप्टी एसपी बापुराव ददास ने बताया कि आज सुबह करीब साढ़े 9 बजे स्थानीय लोगों से पुलिस को सूचना मिली थी. इस सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और कचरे के ढेर से कुछ प्लास्टिक के जार बरामद किए हैं. इनमें से एक जार में नवजात बच्चे की बॉडी रखी गई थी. वहीं बाकी जार बॉयो मेडिकल वेस्ट से भरे थे. यह बॉयो मेडिकल वेस्ट गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों के शरीर से निकाले गए खराब बॉडी पार्ट्स हैं. उन्होंने बताया कि इनमें से कुछ बॉडी पार्ट्स की जांच स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराई गई है.
पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव
डीएसपी के मुताबिक केवल एक कंटेनर में नवजात बच्चे की बॉडी मिली, जिसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही इस बच्चे के संबंध में कुछ कहा जा सकता है. पुलिस यह पता करने की कोशिश कर रही है कि इस बच्चे की हत्या हुई है या फिर यह मरा हुआ ही पैदा हुआ था. इसी के साथ यह भी पता किया जा रहा है कि इस बच्चे की बॉडी को इस प्रकार से किसने, कब और क्यों यहां कचरे के ढेर में फेंक दिया. बता दें कि इस इलाके में कई प्रतिष्ठित हॉस्पिटल एवं नर्सिंग होम्स हैं.
सुप्रिया सुले ने खोला मोर्चा
आशंका है कि इन्हीं में से किसी हॉस्पिटल या नर्सिंग होम्स में से यह कंटेनर निकालकर यहां कचरे के ढेर में ठिकाने लगाया गया है. चूंकि बॉयो मेडिकल वेस्ट को खपाने के लिए विशेष व्यवस्था है, इसलिए यह भी जांच का विषय है कि इस तरह से गैर जिम्मेदाराना तरीके से बॉयोमेडिकल वेस्ट को किसने फेंका. इस संबंध में पुलिस ने बीएनएस की धारा 88 एवं 90 के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. इधर, इस घटना पर बारामती एमपी सुप्रिया सुले ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट करते हुए मामले की जांच कराने और आरोपी अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. इसी प्रकार राज्य महिला आयोग ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया है.
कुणाल कामरा को मुंबई पुलिस का समन, कॉमेडियन का जवाब- 'आज नहीं आ पाऊंगा'
25 Mar, 2025 02:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कॉमेडियन कुणाल कामरा की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. दरअसल, खार पुलिस ने कुणाल कामरा के घर समन भेजा है और उन्हें आज सुबह 11 बजे जांच अधिकारी के सामने पेश होने को कहा है. कुणाल अभी मुंबई में नहीं हैं. MIDC पुलिस ने स्टैंड-अप कॉमेडी शो के दौरान कुणाल कामरा के जोक को लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जिसे आगे की जांच के लिए खार पुलिस को सौंप दिया गया. पुलिस ने कामरा को वॉट्सऐप के जरिए समन भेजा है. उन्होंने पुलिस से कहा कि आज मुंबई नहीं आएंगे. वह तमिलनाडु में हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते दिन कामरा ने पुलिस से कहा था कि वह महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर अपने कटाक्ष के लिए ‘माफी नहीं मांगेंगे’, लेकिन उन्होंने कहा कि वह कानून का पालन करेंगे. कामरा ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वह जांच में सहयोग करेंगे, लेकिन फिलहाल वह मुंबई में नहीं हैं.
कैसे मचा वीडियो पर बवाल?
कुणाल कामरा के यूट्यूब और इंस्टाग्राम हैंडल पर अपलोड किए गए स्टैंड-अप शो ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के समर्थकों को नाराज कर दिया है, उन्होंने रविवार को मुंबई में उस जगह पर तोड़फोड़ की, जहां इस शो को शूट गया था और साथ ही उन्हें ‘स्वतंत्र रूप से घूमने’ की धमकी भी दी. शिंदे गुट के शिवसैनिकों ने जमकर तांडव मचाया था.
एकनाथ शिंद पर किए गए जोक को लेकर शिवसेना विधायक मुरजी पटेल ने कुणाल कामरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज रवाई थी, वहीं पश्चिमी मुंबई में खार पुलिस ने यूनिकॉन्टिनेंटल द हैबिटेट में तोड़फोड़ करने के आरोप में शिवसेना के राहुल कनाल और विभाग प्रमुख श्रीकांत सरमालकर को अन्य लोगों के साथ हिरासत में लिया.
कुणाल कामरा ने क्या किया था जोक?
कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र की राजनीति और वहां के चुनावों पर कटाक्ष करते हुए शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अलग हुए गुटों का जिक्र किया था और कहा कि ‘एक आदमी’ ने इस चलन की शुरुआत की और उस व्यक्ति के बारे में बात करते हुए ‘गद्दार’ शब्द का इस्तेमाल किया. कुणाल कामरा ने कहा, ‘जो इन्होनें महाराष्ट्र के चुनाव में किया है… बोलना पड़ेगा… पहले शिवसेना बीजेपी से बाहर आ गई, फिर शिवसेना शिवसेना से बाहर आ गई… एनसीपी एनसीपी से बाहर आ गई… एक वोटर को 9 बटन दे दीए… सब कन्फ्यूज हो गए. चालू एक जन ने किया था…वो मुंबई में बहुत बढ़िया एक जिला है थाने वहां से आते हैं.’
धारावी में आग की लपटों के बीच 13 सिलेंडर फटे, इलाके में मची अफरातफरी
25 Mar, 2025 01:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के धारावी इलाके में बड़ी आग लगी है. धरावी के बस डिपो के पास गैस सिलेंडर से लदे ट्रक में ये आग लगी है. एक के बाद एक 12 से 13 सिलेंडर फटे हैं. आग इतनी भयावह है कि आसपास के क्षेत्र में अफरातफरी मच गई है. फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का प्रयास कर रही हैं. अब तक किसी के हताहत होने की जानकारी सामने नहीं आई है. आग लगने के कारणों का पता भी अब तक नहीं चल पाया है. फायर ब्रिगेड की टीम आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही है.
स्थानीय विधायक बाबूराव माणे ने बताया कि धारावी नेचर पार्क के पास एक सिलेंडर से भरे ट्रक में आग लग गई. उन्होंने बताया कि अब तक 13 सिलेंडर फट चुके हैं. आसपास के घरों के लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने का प्रयास कर रही है. जल्द ही आग पर काबू पा लिया जाएगा.
मुंबईकरों की जिंदगी से खिलवाड़!
धारावी में नो पार्किंग जोन होने के बावजूद गैस सिलेंडर से भरे ट्रक को पार्क करना कहीं न कहीं लापरवाही को दर्शाता है. सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि इस तरह के खतरनाक ट्रक हमेशा यहां खड़े रहते हैं. यह मुंबईकरों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है. वर्षा गायकवाड़ ने पूछा कि नगर पालिका का इतना बड़ा बजट किस लिए है. इस सिलेंडर ब्लास्ट से पूरे धारावी इलाके में दहशत फैल गई है. वर्षा गायकवाड़ ने यह भी कहा है कि उन्हें नहीं पता कि ब्लास्ट में कोई घायल हुआ है या नहीं.
घटनास्थल के पास आने से बचें
घटनास्थल पर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंच गई है. सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि यहां पर हमेशा से ही कूड़ा ट्रक और सिलेंडर ट्रक अवैध रूप से खड़े रहते हैं. सांसद वर्षा गायकवाड़ ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई. ऐसा अनुमान है कि इस स्थान पर ट्रक में 30 से अधिक सिलेंडर हैं. स्थानीय विधायक ज्योति गायकवाड़ ने लोगों से घटनास्थल के पास जाने से बचने का आग्रह किया, क्योंकि ब्लास्ट की आवाज कई किलोमीटर तक सुनी जा सकती है.
बताया जा रहा है कि ट्रक में तरीबन 25 से 30 सिलेंडर रखे थे. आग लगने के बाद एक के बाद एक सिलेंडर ब्लास्ट करने लगे. इस दौरान आग की लपटें भी बढ़ गईं. तकरीबन तीन से चार किमी तक दिखाई दे रही थीं. आग पर काबू पाने के लिए 20 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुझाने में जुटी हैं. इस आगजनी में चार से पांच गाड़ियों के जलने की भी खबर है.
BMC ने लिया कड़ा एक्शन, कुणाल कामरा के शो के स्टूडियो में चला हथौड़ा
24 Mar, 2025 03:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई के जिस स्टूडियो में कॉमेडियन कुणाल कामरा का शो रिकॉर्ड हुआ था, वहां अब हथौड़ा चल गया है. बीएमसी ने द हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू कर दी है. इसी स्टूडियो में कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. कामरा ने शिंदे को गद्दार बताया था. साथ ही कॉमेडियन ने बिना शिंदे का नाम लिए उनके राजनीतिक जीवन का मजाक भी उड़ाया था. कॉमेडी शो के दौरान कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र की सियासत पर बात की. इस दौरान कॉमेडियन ने एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा. कामरा ने उस वाकये का जिक्र किया, जब शिंदे ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना तोड़ी थी. कुणाल कामरा ने कहा कि, शिवसेना पहले बीजेपी से बाहर आ गई. फिर शिवसेना, शिवसेना से बाहर आ गई. एनसीपी से एनसीपी बाहर गई. एक वोटर को 9 बटन दे दिए. ऐसे में सब कन्फ्यूज हो गए
कामरा के शो में क्या कहा, जिस पर मचा बवाल
कामरा ने शो के दौरान एक गीत भी गाया. जिसके बोल इस प्रकार हैं- ठाणे की रिक्शा, चेहरे पे दाढ़ी, आंखों पे चश्मा, हाय, एक झलक दिखलाए, कभी गुवाहाटी में छुप जाए. मेरी नजर से तुम देखो, गद्दार नजर को आएइसी को लेकर अब शिवसेना आक्रामक हो गई है. कामरा के शो के बाद शिंदे की शिवसेना ने स्टूडियो में जमकर तोड़फोड़ की.
शिंदे पर कामरा की टिप्पणी को लेकर बवाल
शिंदे पर कामरा की टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र की सियासत में बवाल मचा हुआ है. शिवसेना विधायक मुरजी पटेल ने कामरा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. पटेल की शिकायत के बाद मुंबई पुलिस ने बीएनएस की अलग-अलग धाराओं (धारा 353 (1) (बी) शरारती बयान और धारा 356 (2) मानहानि) के तहत कॉमेडियन कामरा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इसके अलावा स्टूडियो में तोड़फोड़ करने वाले शिवसैनिकों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. शिवसेना युवा सेना के नेता राहुल कनाल सहित पार्टी के 19 अन्य सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
मुश्किलों में घिरे कॉमेडियन कुणाल कामरा, ऐसा क्या किया जिससे भड़के शिवसैनिक?
24 Mar, 2025 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर कॉमेडियन कुणाल कामरा की टिप्पणी ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है. एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना ने जहां कॉमेडियन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, वहीं बीजेपी ने भी कुणाल कामरा के चेहरे पर कालिख पोतने की अपील की है. दरअसल, कॉमेडियन कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र की राजनीति और एकनाथ शिंदे के शिवसेना से अलग होने पर एक पैरोडी गाना बनाया है. इस गाने में उन्होंने शिंदे का नाम तो नहीं लिया है लेकिन उन्होंने देशद्रोही शब्द का इस्तेमाल किया है. उद्धव ठाकरे गुट शिंदे पर हमला करने के लिए देशद्रोही शब्द का इस्तेमाल करता रहा है. ऐसे में कुणाल कामरा की टिप्पणी शिंदे के लिए है. ऐसा संदेश देने के बाद शिवसेना ने कुणाल कामरा के कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ करने के बाद कार्रवाई की मांग की है।
क्या कहा था कुणाल कामरा ने?
कुणाल कामरा ने कहा था कि जज के आदेश में लिखा है कि महाराष्ट्र चुनाव में उन्होंने जो कुछ भी किया है, उसके बारे में उन्हें बोलना ही होगा. कामरा ने तब अपने शो में कहा था कि शिवसेना बीजेपी से निकली, फिर शिवसेना शिवसेना से निकली. एनसीपी से एनसीपी निकली. एक वोटर को नौ बटन दिए गए. सब कंफ्यूज हो गए. इसकी शुरुआत एक व्यक्ति ने की. ठाणे मुंबई का बहुत अच्छा जिला है, लोग वहीं से आते हैं. फिर इसके बाद कुणाल कामरा एक म्यूजिक की धुन पर गाना गाते हैं।
पैरोडी गाने में उन्होंने क्या कहा?
महाराष्ट्र की राजनीति पर टिप्पणी करने के बाद कुणाल कामरा अपने शो में गाना गाते हैं जिसमें वो कहते हैं कि ठाणे रिक्शा...ठाणे रिक्शा, चेहरे पर दाढ़ी, आंखों में चश्मा...ठाणे रिक्शा, चेहरे पर दाढ़ी, आंखों में चश्मा... झलक दिखाता है, कभी गुवाहाटी में छिप जाता है...मेरी आंखों से देखो तो देशद्रोही लगता है. ठाणे रिक्शा, चेहरे पर दाढ़ी, आंखों में चश्मा. वो मंत्री नहीं, दलबदलू हैं और क्या कहा जाए... जिस हाथ से खाते हैं, उसी हाथ से काटते हैं... उन्हें मंत्रालय से ज़्यादा फडणवीस की गोद में जगह मिलनी चाहिए... उनके पास धनुष-बाण है, यही मेरे पिता चाहते हैं... ठाणे रिक्शा... ठाणे रिक्शा, चेहरे पर दाढ़ी, आंखों में चश्मा... इस पैरोडी गाने पर शिवसेना ने तंज कसा है. राजनीति में आने से पहले एकनाथ शिंदे ठाणे में ऑटो रिक्शा चलाते थे।
सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत पर बवाल, नारायण राणे का बड़ा बयान
22 Mar, 2025 08:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत को लेकर महाराष्ट्र में इन दिनों बवाल मचा हुआ है. इस बीच केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सांसद नारायण राणे का बयान सामने आया है. उन्होंने दावा किया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में आदित्य ठाकरे का नाम न लेने के लिए उद्धव ठाकरे ने दो बार उनसे बात की थी. राणे ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने उन्हें दो बार कॉल किया था. यह बात उन्होंने शनिवार (22 मार्च) के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही.
दरअसल जब एक पत्रकार ने उनसे सवाल किया कि दिशा सालियान के पिता को हाई कोर्ट क्यों जाना पड़ा, तो इस सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिशा सालियान के पिता को उस समय पुलिस से न्याय नहीं मिला इसलिए आज कोर्ट गए हैं. दिशा सालियान की मौत 8 जून 2020 को हुई थी. मंत्री ने कहा कि दिशा के पिता को लगा कि उन्हें पुलिस से इंसाफ नहीं मिलेगा, इसलिए वो हाई कोर्ट गए.राणे ने कहा कि जब दिशा सालियान की घटना हुई थी, उस समय उद्धव ठाकरे के पीए नार्वेकर, जो अब शायद विधायक हैं ने उन्हें फोन किया था. राणे ने बताया कि वो उस समय घर जा रहे थे. इसी दौरान पीए ने उनसे कहा कि उद्धव ठाकरे मुझसे बात करना चाहते हैं. मैंने पूछा कि वो (उद्धव ठाकरे) कहां हैं और उन्हें फोन दें. मंत्री ने बताया कि जैसे ही उन्होंने (उद्धव ठाकरे) फोन रिसीव किया, मैंने कहा जय महाराष्ट्र.
‘उद्धव ने मुझसे आदित्य ठाकरे का नाम न लेने को कहा’
मंत्री ने बताया ‘उद्धव ठाकरे ने मुझसे पूछा कि क्या मैं अब भी जय महाराष्ट्र कहता हूं, तो मैंने कहा कि मैं मरते दम तक जय महाराष्ट्र कहता रहूंगा. जय महाराष्ट्र मातोश्री की संपत्ति नहीं है. ये छत्रपति शिवाजी महाराज की संपत्ति है’. राणे ने आगे बताया ‘उन्होंने (उद्धव ठाकरे) मुझसे कहा कि मैं उनके बेटे (आदित्य ठाकरे) का नाम प्रेस में न लूं. मैंने कहा कि मैंने किसी का नाम नहीं लिया है. मैंने प्रेस में कहा कि एक मंत्री शामिल हैं. वह (आदित्य ठाकरे) मंत्री थे जब सुशांत सिंह और दिशा सालियान की यह घटना हुई. हर कोई इसके बारे में जानता था और इसके सबूत भी थे’. राणे ने कहा कि ‘उद्धव ठाकरे ने मुझे कहा कि आपके भी बच्चे हैं, मेरे भी बच्चे हैं. आपके बेटे लगातार आदित्य ठाकरे का नाम ले रहे हैं, वो ना लिया करें.
दिशाके पिता ने केस की दोबारा जांच करने की मांग की
दरअसल दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान ने हाल ही में बॉम्बे हाई कोर्ट में रिट याचिका दाखिल कर केस की दोबारा जांच करने की मांग की है. उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर आदित्य ठाकरे समेत अन्य लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं और सीबीआई जांच की मांग की है. याचिका में आरोप लगाया गया है कि दिशा के साथ क्रूरतापूर्वक बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. साथ ही ये भी कहा गया है कि इस मामले में कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों को बचाने के लिए राजनीतिक रूप से साजिश रची गई.
‘मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही’
वहीं आदित्य ठाकरे ने इन आरोपों पर कहा कि पिछले 5 सालों में कई लोगों ने मुझे बदनाम करने की कोशिश की है.अगर मामला कोर्ट में है, तो हम कोर्ट में अपनी बात रखेंगे. उन्होंने कहा कि ये सब कुछ उन्हें बदनाम करने के लिए किया जा रहा है. उन्होंने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया.
14वीं मंजिल से गिरकर हुई थी दिशा की मौत
8 जून, 2020 को मुंबई के मलाड इलाके की 14वीं मंजिल से गिरकर दिशा सालियान की मौत हो गई थी. पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया था. उस समय दिशा के पिता ने जांच को संतोषजनक माना था. दिशा की मौत के कुछ दिन बाद एक वीडियो सामने आया था. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि वीडियो दिशा की मौत से एक घंटे पहले का था. वीडियो में दिशा अपने दोस्तों के साथ डांस करती नजर आ रही थी. इस दौरान दिशा के साथ उनके बॉयफ्रेंड रोहन भी थे. दावा किया गया था कि दिशा ने वीडियो 8 जून, 2020 की रात 11:48 बजे दोस्तों के वॉट्सऐप ग्रुप में पोस्ट किया था. करीब एक घंटे के बाद उन्होंने सुसाइड कर लिया था. ऐसे में सवाल उठने लगे थे कि जब दिशा इतनी खुश थीं तो उन्होंने सुसाइड क्यों किया. हालांकि वीडियो के बारे में किसी भी तरह की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई थी.
15 मिनट दो फिर देखो…सोशल मीडिया पर नागपुर को जलाने की धमकी, 15 मिनट में साजिश का हुआ पर्दाफाश
22 Mar, 2025 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नागपुर को जलाने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है. नागपुर साइबर पुलिस को जांच में कुछ ऐसे इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया पोस्ट मिला हैं, जिसमें हिंदुस्तान के खिलाफ और पाकिस्तान के पक्ष में लिखा गया है. कुछ ऐसे भड़काऊ भाषण के वीडियो भी हैं, जिसमें 15 मिनट दो फिर देखो हम क्या कर सकते हैं, मुसलमान जितनी जंग लड़े हैं सब जीते हैं, औरंगजेब जनाब पहले भी जिंदा थे, आज भी जिंदा है और कायामत तक जिंदा रहेंगे, 6 अप्रैल को रामनवमी है, हिंदूओं को रामनवमी तक के लिए अस्पताल भेजो जैसी भाषा लिखी गई है. इसके अलावा कुछ नई सीसीटीवी भी स्कैन की गई है, जिसमें 17 मार्च शाम 7 बजकर 57 मिनट से 8 बजकर 7 मिनट की है. इसमें पुलिस आने के बाद दंगाई पुलिस पर पथराव करते हैं. कब क्या करना है, पुलिस के आने के बाद क्या करना है, उसकी पुरी प्लानिंग इन दंगाइयों के पास मौजूद थी. अब तक 89 दंगाइयों को अरेस्ट किया गया है. इन @MNQUASMIMD ,@Millattimes ,बांग्लादेश के @nawazkhanpathan अकाउंट्स से पोस्ट किया है.
तमाम हैंडल्स को किया जा रहा है स्कैन
जांच में ये भी पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी फहीम खान ने हिन्दू धर्म के खिलाफ अपनी इंस्टाग्राम और फेसबुक पोस्ट में कई आपत्तिजनक पोस्ट पहले भी किया है. फहीम ने कांग्रेस नेताओं के कई पोस्ट को भी रिपोस्ट किया है. फहीम का किस किस के साथ कनेक्शन है. पिछले कुछ दिनों में उसने किस किस से बात की, उसके कनेक्शन में कोई कश्मीरी, बांग्लादेशी, पाकिस्तानी तो नहीं है. इसकी जांच के लिए उसके सोशल मीडिया के तमाम हैंडल्स को स्कैन किया जा रहा है और डिलीट मैसेज को रिट्रीव किया जा रहा है.
छह दिन बाद भी 9 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू
नागपुर में हिंसा की घटना के बाद आज छठे दिन भी शहर के नौ थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा है. सोमवार रात भड़के दंगों के बाद नागपुर शहर के 11 पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था. इनमें से दो थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू गुरुवार को नागपुर पुलिस कमिश्नर ने एक आदेश के जरिए हटा लिया. हालांकि, शेष नौ थाना क्षेत्रों में आज छठे दिन भी कर्फ्यू बरकरार रखा गया है. गणेशपेठ, कोतवाली, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, इमामवाड़ा और यशोधरानगर पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है.
साजिश के आरोप में हामिद इंगिन्या गिरफ्तार
नागपुर हिंसा की साजिश रचने के आरोप में पुलिस ने माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हामिद इंगिन्या और यूट्यूबर मोहम्मद शहजाद खान को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सोमवार को नागपुर में हुई हिंसा की योजना सुबह ही बना ली गई थी. ऐसी जानकारी मिली है. सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है.
जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा- फडणवीस
फडणवीस ने मंगलवार को कहा था कि नागपुर में हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने में किसी को बख्शा नहीं जाएगा. यह एक सुनियोजित घटना है. छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित फिल्म छावा वास्तविक इतिहास को दर्शाती है. लोगों की भावनाएं उमड़ रही हैं और वे औरंगजेब के खिलाफ गुस्सा दिखा रहे हैं. नागपुर में सोमवार को हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान किए गए पथराव में पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए थे.
उद्धव ठाकरे का दिशा सालियन मामले पर बयान, 'झूठे आरोपों का नतीजा उल्टा हो सकता है'
21 Mar, 2025 08:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिशा सालियान की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है. दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान ने हाईकोर्ट का रुख किया है. सतीश सालियान ने कोर्ट में याचिका दायर कर आदित्य ठाकरे समेत कई लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके बाद से ही महाराष्ट्र की सियासत में खूब गर्माहट देखने को मिल रही है. इस पूरे मामले पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि पांच साल से उनको बदनाम करने की भरपूर कोशिश हो रही है. ये भी कहा कि कोर्ट में अभी मामला है, इसलिए हम कोर्ट में ही बात करेंगे.
वहीं दूसरी तरफ शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को अपने बेटे आदित्य ठाकरे के ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि उनके परिवार का इस मामले से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि जो लोग उनके परिवार पर उनकी मौत में शामिल होने का आरोप लगाते हैं, उन्हें सबूतों के साथ सामने आना चाहिए.
पूरे मामले पर क्या बोले उद्धव?
मीडिया से बातचीत के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर आरोप लगाने वालों के पास सबूत हैं तो उन्हें अदालत में पेश करना चाहिए क्योंकि यह मामला अदालत में चल रहा है. मेरे परिवार की 6 से 7 पीढ़ियों ने लोगों के लिए काम किया है और हमारा इस मुद्दे से कोई संबंध नहीं है. अगर आप किसी पर झूठे आरोप लगा रहे हैं, तो यह आप पर भी उल्टा पड़ सकता है.
उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बीड के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या जैसे अन्य मामलों की जांच का क्या हुआ? उनकी बेटी न्याय की मांग कर रही है.
साल 2020 में हुई थी दिशा की मौत
8 जून 2020 को दिशा सालियान ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. इसके एक हफ्ते बाद 14 जून 2020 को सुशांत की मौत हुई थी. दिशा सालियान की मुंबई के मलाड (पश्चिम) में स्थित एक रिहायशी इमारत की 14वीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी. नियमों के तहत मामले में स्थानीय पुलिस ने जांच के बाद एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट (एडीआर) दाखिल की थी. बताया जाता है कि दिशा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी गलत चीज का पता नहीं लगा था.
पुणे में सैलरी कटने पर ड्राइवर का खौफनाक कदम, कंपनी की गाड़ी में आग लगाकर 4 कर्मचारियों की हत्या
21 Mar, 2025 07:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र के पुणे से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक कंपनी के बस ड्राइवर की सैलरी कटने पर उसने खौफनाक बदला ले डाला. ड्राइवर ने गुस्से में चलती बस में आग लगा दी. जिस वक्त घटना को अंजाम दिया गया, उस दौरान बस में कंपनी के 12 कर्मचारी मौजूद थे. आग लगाने के बाद ड्राइवर और उसके साथ बैठे अन्य लोग बस से कूद गए. पीछे बैठे कंपनी के कर्मचारी फस गए. इस घटना में 4 कर्मचारियों की जलकर मौत हो गई और 6 बुरी तरह झुलस गए. पुलिस ने आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार किया है.
आईटी कंपनी व्योम ग्राफिक्स के कर्मचारियों को ले जा रही मिनी बस में आग लगने की घटना में बड़ा खुलासा हुआ है. मिनी बस में लगी आग कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि ड्राइवर की सोची-समझी साजिश थी. ड्राइवर ने खुद बस में आग लगाई थी. इस हादसे में कंपनी के चार इंजीनियर की मौत हुई थी. पुलिस जांच में सामने आया है कि टैंपो ड्राइवर ने दिवाली बोनस कटने और वेतन में कटौती से नाराज होकर यह खौफनाक कदम उठाया.
आग लगाने के लिए खरीदा था बेंजीन केमिकल
पुलिस उपायुक्त ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि हादसे के बाद ड्राइवर और आगे बैठे कर्मचारी सुरक्षित बाहर निकल आए थे.जानकारी के अनुसार, पुणे के हिंजेवाड़ी स्थित आईटी कंपनी व्योम ग्राफिक्स के 12 कर्मचारी मिनी बस में सवार थे. हिंजेवाड़ी पुलिस के द्वारा जुटाए गए सबूत सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच में सामने आया कि आग जानबूझकर लगाई गई थी. आरोपी बीएस ड्राइवर जनार्दन हंबार्डिकर ने एक दिन पहले प्लास्टिक बनाने में इस्तेमाल होने वाला बेंजीन नामक ज्वलनशील रसायन लिया था. उस रसायन की एक बोतल को आरोपी ने ड्राइवर सीट के नीचे छिपाकर रखा था.
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
पुलिस उपायुक्त विशाल गायकवाड़ के अनुसार, घटना के दिन बस के हिंजेवाड़ी पहुंचने पर आरोपी जनार्दन ने कपड़े के टुकड़ों में माचिस से आग लगा दी. बोतल में बेंजीन रसायन होने के कारण मिनी बस में तेजी से आग फैल गई. कुछ ही देर में आग इतनी भीषण हो गई कि पूरी बस इसकी चपेट में आ गई. आग लगाने के बाद ड्राइवर और उसके पास आगे बैठे बाकी लोग बस से उतर कर भाग गए. मिनी बस में पीछे बैठे कंपनी के 12 कर्मचारी उसमें फंस गए. पीछे से बस का दरवाजा बंद था, वो खुल न सका. आग में जलने से कंपनी के चार कर्मचारी जलकर मर गए.
कंपनी में इंजीनियर थे चारों मृतक
चारों मृतक कंपनी में इंजीनियर थे. हादसे में 6 कर्मचारी झुलस गए. इस हादसे में जान गंवाने वाले इंजीनियरों की पहचान सुभाष भोसले (42), शंकर शिंदे (60), गुरुदास लोकरे (40) और राजू चव्हाण (40) के रूप में हुई है. पुलिस पूछताछ में आरोपी बस ड्राइवर जनार्दन हंबार्डिकर ने अपना गुनाह कुबूल किया है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है. इस घटना ने पुणे की आईटी सेक्टर में हड़कंप मचा दिया है, साथ ही कर्मचारियों ने सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
देवेंद्र फडणवीस का कड़ा रुख, गौ तस्करी के आरोपियों पर मकोका कानून के तहत होगी कार्रवाई
20 Mar, 2025 05:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में गौ तस्करी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का ऐलान किया है. महाराष्ट्र विधानसभा में गुरुवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसको लेकर एक अहम घोषणा की है. उन्होंने कहा कि गौ तस्करी के आरोपियों पर अब मकोका के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि मकोका जैसे सख्त कानून से गौ तस्करी के आरोपियों को कड़ी सजा मिलेगी.
विधानसभा में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अगर कोई आरोपी बार-बार गौ तस्करी के आरोप में पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार गौ तस्करी पर कड़ी नजर रख रही है. इस अपराध को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं. आपको बता दें कि पिछले साल ही महाराष्ट्र में गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया गया है.
महाराष्ट्र में गाय को राज्यमाता का दर्जा
सीएम ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति बार-बार गौ तस्करी में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ मकोका जैसे सख्त कानून का उपयोग किया जाएगा. ताकि उसे कठोर सजा मिल सके और वह समाज के लिए खतरे का कारण न बने. महाराष्ट्र में पिछले साल तत्कालीन एकनाथ शिंदे की सरकार में गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया गया था. शिंदे ने कहा था कि यह फैसला राज्य में देशी गाय की घटती संख्या को लेकर की गई है.
मूर्तिकार राम सुतार को महाराष्ट्र भूषण: CM
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने विधानसभा में बताया कि प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार को राज्य के सर्वोच्च नागरिक सम्मान महाराष्ट्र भूषण के लिए चुना गया है. पिछले महीने अपना 100वां जन्म दिन मनाने वाले सुतार को पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का डिजाइन तैयार किया है, जो 182 मीटर ऊंची दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है. ‘महाराष्ट्र भूषण’ के तहत 25 लाख रुपए और एक स्मृति चिह्न प्रदान किया जाता है.
दिशा सालियान केस: पिता की याचिका पर अदालत की प्रतिक्रिया, हत्या की संभावना पर विचार
20 Mar, 2025 03:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिशा सालियान की मौत के करीब पांच साल बाद उनके पिता ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. इसको लेकर एक बार फिर महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है. दिशा सालियान एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर थी. 8 जून 2020 को मुंबई के मलाड इलाके में 14वीं मंजिल से गिरकर उसकी मौत हो गई थी. पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया था.
अब पांच साल बाद दिशा के पिता ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई जांच की मांग और शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है. दिशा के पिता का कहना है कि इस केस में आदित्य ठाकरे की संलिप्तता है. सबूतों से छेड़छाड़ की गई. दिशा के पिता की इस याचिका के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में उबाल आ गया है. कई नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं.
यह एक दुर्घटना थी, हत्या नहीं- संजय राउत
दिशा सालियान के पिता की याचिका पर शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा है कि मैंने पुलिस जांच देखी है और यह एक दुर्घटना थी, हत्या नहीं. उसके पिता ने घटना के पांच साल बाद याचिका दायर की है. पूरा राज्य इस याचिका के पीछे की राजनीति जानता है. ये लोग औरंगजेब के मुद्दे पर पनप नहीं पाए, जिसका असर उनके खिलाफ हो गया. औरंगजेब के मुद्दे से अपना पल्ला झाड़ने के लिए वे दिशा सालियान मामले को हवा दे रहे हैं. यह गंदी राजनीति हमारे राज्य को नाम बदनाम कर रही है.
आदित्य ठाकरे का इससे कोई लेना-देना नहीं- रोहित पवार
वहीं, इस मामले में एनसीपी-एससीपी विधायक रोहित पवार ने कहा कि दिशा सालियान के पिता कोर्ट गए हैं. कोर्ट जो कहेगा उसे हमें मानना पड़ेगा. लेकिन हमें यकीन है कि आदित्य ठाकरे का इससे कोई लेना-देना नहीं है, हम उनके साथ हैं. भाजपा अब इस पर राजनीति करना शुरू कर देंगे. चार साल पहले सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की थी. आत्महत्या के तुरंत बाद बिहार में बैनर सिर्फ बिहार चुनाव के लिए लगाए गए थे. अब 4 साल बाद भाजपा इस मुद्दे को आगे ले जाएगी क्योंकि 4 महीने बाद बिहार में चुनाव हैं.
अदालत के आदेश का पालन किया जाएगा- गृह राज्य मंत्री
वहीं, महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने इस मामले पर कहा कि अदालत के आदेश का पालन किया जाएगा. मंत्री उदय सामंत ने कहा कि इस पर राजनीतिक टिप्पणी करना और राजनीति करना सही नहीं है.
यह सब अब एक साजिश का हिस्सा- अनिल देशमुख
एनसीपी-एससीपी नेता और राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि मैं दिशा सलीना के पिता द्वारा दायर याचिका पर जानकारी ले रहा हूं. यह सब अब एक साजिश का हिस्सा लग रहा है.
सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने क्या कहा?
दिशा सालियान मामले पर दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने कहा कि पहले दिशा सालियान के पिता ने कहा था वे कुछ नहीं जानते हैं आत्महत्या ही होगी. बाद में किस बात पर वे कह रह हे हैं कि ये आत्महत्या नहीं हत्या है ये मुझे नहीं पता. उन्होंने जो किया है ठीक किया है. इससे सुशांत का केस भी साफ हो जाएगा कि क्या हुआ था. पहले की सरकार और अब की सरकार में फर्क है. वर्तमान मुख्यमंत्री अपने स्तर पर जो भी करेंगे सही करेंगे.
नागपुर हिंसा: फडणवीस ने कहा, 'हम अपराधियों को कब्र से भी बाहर निकालेंगे
19 Mar, 2025 09:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नागपुर में हुई हिंसा पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र विधानसभा में दो टूक कहा है कि जिन्होंने पुलिस पर हमला किया है उन्हें हम कब्र में से भी खोदकर बाहर निकालेंगे. नागपुर अभी शांत है. 1992 के बाद भी कभी दंगे नहीं हुए. कुछ लोगों ने जानबूझकर ये सब किया. कोई भी आयत लिखी चादर नहीं जलाई गई. जानबूझकर अफवाह फैलाई गई कि आयत जलाई गई. कानून व्यवसथा के मुद्दे पर काफी चुनौतियां हैं, जिनसे हम निपटेंगे.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में राज्य की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर पूछे गए सवालों के जवाब में कहा, नागपुर सीपी ने कहा कि हम अभी जांच कर रहे हैं और अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं. इसलिए मेरे और सीपी के बयान में कोई अंतर नहीं है.जब तक इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हो जाती, चैन से नहीं बैठेंगे.
अन्य मामलों में तो आरोपियों को माफी मिल जाएगी
मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा,मैंने नागपुर मामले पर पुलिस कमिश्नर से चर्चा की है. हम पुलिस पर हमला करने वालों को कब्र से ढूंढ़ निकालेंगे. अन्य मामलों में तो आरोपियों को माफी मिल जाएगी लेकिन पुलिस पर हमले के मामले में कोई माफी नहीं मिलेगी. नागपुर शहर शांतिपूर्ण है. यहां हमेशा शांति रहती है.
छापेमारी में पुलिस को कई हथियार मिले
इससे पहले मंगलवार को सीएम ने विधानसभा में बताया था, छापेमारी में पुलिस को कई हथियार मिले हैं. कई जगह छतों पर पत्थर छिपाकर रखे गए थे. पूरा प्लान करके हमला किया गया था. 17 मार्च को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने औरंगजेब की कब्र तोड़ने को लेकर आंदोलन किया था. इस दौरान प्रतीकात्मक कब्र बनाई थी और औरंगजेब की कब्र हटाओ जैसे नारे लगाए गए थे और उसे जलाया गया था. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया था.
सीएम ने बताया था, ये घटना करीब 3 बजे हुई थी. इस दौरान नमाज खत्म करने के बाद करीब 200 से 300 लोग वहां जमा हो गए. इसी बीच अफवाह फैलाई गई कि जलाई गई प्रतीकात्मक कब्र पर जो हरे रंग का कपड़ा था, उस पर धार्मिक मजकूर लिखा हुआ था. इसके बाद भीड़ उग्र हो गई, नारेबाजी करने लगी और हिंसा हुई.
नागपुर में हुए दंगे के पीछे आतंकवादियों का हाथ, एटीएस ने शुरू की जांच
19 Mar, 2025 05:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र के सबसे शांत शहर माने जाने वाले नागपुर की हिस्सा में टेररिस्ट कनेक्शन का एंगल मिला है. दरअसल यह पूरा बवाल कश्मीर की तर्ज पर हुआ है. कश्मीर की तरह ही इस बवाल में भी अचानक भीड़ जुटी. इस भीड़ में शामिल सभी दंगाई रुमाल से अपना चेहरा ढंके हुए थे. पत्थरबाजी का पैटर्न भी कश्मीर वाला ही था. इसके अलावा पुलिस ने इस दंगे से जुड़े 66 ऐसे वीडियो ट्रैस किए हैं, जिनसे देखकर पता चलता है कि कैसे भीड़ को उकसाया गया.
इस इनपुट के बाद महाराष्ट्र एंटी टेररिस्ट स्क्वायड दंगे की जांच में जुट गई है. इस टीम में शामिल अधिकारियों का मानना है कि दंगे का मास्टर माइंड फहीम तो मोहरा भर है. इस दंगे को नियंत्रित कोई और कर रहा था. आशंका है कि दंगे की रूपरेखा किसी टेररिस्ट आर्गनाइजेशन ने तैयार की थी और इसे स्लीपर सेल के जरिए अंजाम दिया गया. इसमें भीड़ जुटाने के लिए विधिवत सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया गया.
कश्मीर पैटर्न पर हुआ दंगा
अधिकारियों के मुताबिक दंगाइयों ने कश्मीर पैटर्न को फॉलो करते हुए पुलिस को ही मुख्य निशाने पर रखा था. पुलिस अब तक इस मामले में फहीम और उसकी पार्टी के 10 लोगों को अरेस्ट कर लिया है. इन आरोपियों को कभी आमने सामने बैठाकर तो कभी अलग अलग पूछताछ की जा रही है. चूंकि फहीम के बुलावे पर इतनी भीड़ नहीं आ सकती. ऐसे में पता किया जा रहा है कि फहीम के पीछे किसी आर्गनाइजेशन का हाथ है.
इन बिंदुओं पर हो रही है जांच
मामले की जांच से जुड़ी विभिन्न एजेंसियों के मुताबिक दंगे की जांच में पहला पॉइंट फंडिंग है. यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि इसके लिए फंडिंग कहां से हुई और किसने की. इसके अलावा भीड़ जुटाने के लिए कब और कैसे इंतजाम किया गया. यह भी पता किया जा रहा है कि भीड़ को पैसा किसने बांटा. इसके अलावा टूलकिट और अफवाह फैलाने की रणनीति की भी जांच कराई जा रही है. पुलिस के मुताबिक आशंका है कि 17 मार्च को हुए इस दंगे की योजना किसी मदरसे में बैठकर कुछ दिन पहले ही बनाई गई थी. माना जा रहा है कि इस दंगे की साजिश में कोई धर्मगुरु भी शामिल था.
सीसीटीवी और वीडियो खंगाल रही पुलिस
जांच एजेंसियों के मुताबिक देखा जा रहा है कि दंगे के बाद आरोपियों को भागने और छिपने में किन किन लोगों ने मदद की. इस मामले में पुलिस ने अब तक 50 से अधिक लोगों को अरेस्ट किया है. इसके अलावा अन्य आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरे और सोशल मीडिया में वायरल वीडियो भी खंगाले जा रहे हैं. पुलिस कमिश्नर रविंदर सिंघल ने बताया कि हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने पत्थरबाजी, आगजनी और पुलिस पर हमले किए. वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी हिंसा को साजिश करार दिया है.