महाराष्ट्र
पृथ्वीराज चव्हाण ने बजट पर साधा निशाना, किसानों के कर्जमाफी की उम्मीदें टूटीं
11 Mar, 2025 11:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने बजट को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, अर्थसंकल्प पेश किया गया है, जो देश की आगे की आर्थिक दिशा तय करेगा. उस समय विशेष रूप से किसानों को कर्जमाफी की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
पूर्व सीएम ने कहा कि आज हर दिन राज्य में सात किसान आत्महत्या करते हैं. सरकार का कहना है कि वह क्या करना चाहती है, लेकिन किसानों को सोयाबीन 31 रुपये बेचना पड़ता है. एक ओर कहा जाता है विकसित भारत, विकसित महाराष्ट्र, लेकिन देश अमीर होता जा रहा है और लोग गरीब होते जा रहे हैं.
पूर्व सीएम ने और क्या कहा?
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, सरकार ने 2017 तक एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है, लेकिन झूठे दिवाली के सपने दिखाकर घोषणाएं करना गलत है. चव्हाण ने कहा कि आय में महाराष्ट्र देश में सबसे आगे था, लेकिन अब पीछे है, क्या सरकार इस सच को नकारेगी? आज गुजरात, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्य आगे बढ़ गए हैं और महाराष्ट्र से अधिक विकसित हो गए हैं. बजट में केवल पैसे बढ़ाने से विकास नहीं होता, बल्कि वास्तविकता में पैसे बढ़ने चाहिए. पूर्व सीएम ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार केवल स्मारक, सड़कें, महामार्ग और प्रतिमा स्थापित करने में कमीशन लेने पर जोर दे रही है.
महाराष्ट्र में बजट सोमवार को पेश हुआ. वित्त वर्ष 2025-26 के लिए सरकार का बजट पेश किया गया. उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने बजट पेश किया.
लाडकी बहिन योजना के लिए इतने रुपये
7,00,020 करोड़ रुपये के बजट में लाडकी बहिन योजना के लिए 36,000 करोड़ रुपये आवंटित किए, लेकिन भत्ता राशि में बढ़ोतरी की कोई घोषणा नहीं की. हालांकि, बजट में योजना के लाभार्थियों को दिए जाने वाले भत्ते को 1,500 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपये करने की चुनावी घोषणा के अनुरूप कोई उल्लेख नहीं किया गया है. इसके साथ ही सीएनजी और एलपीजी वाहनों पर मोटर वाहन कर में एक प्रतिशत की वृद्धि का भी प्रस्ताव रखा गया.
रोहित पवार ने राज ठाकरे के बयान पर जताई आपत्ति, गंगा नदी के प्रदूषण पर किया शोध
10 Mar, 2025 02:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रोहित पवार: महाराष्ट्र में एनसीपी-एससीपी विधायक रोहित पवार ने राज ठाकरे के नदी के प्रदूषित होने वाले बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि धार्मिकता बहुत जरूरी है. मैं महाकुंभ में गया था, पवित्र डुबकी लगाई. उन्होंने कहा कि महाकुंभ से मैं हजारों लीटर जल अपने लोगों के लिए लाया था. वहां पर जाने के बाद जाने के बाद मुझे ताकत और प्रेरणा भी मिली, लेकिन राजनीति में होने के कारण हम थोड़ी पढ़ाई और रिसर्च की भी जानकारी रखते हैं.
रिसर्च में पता चला कि गंगा नदी की सफाई के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च किए हैं. लेकिन वहां जाने के बाद जब हमने पानी का प्रदूषण स्तर देखा, तो निश्चित रूप से यह ज्यादा था. ऐसे में राज ठाकरे जी वहां के प्रदूषण की बात कर रहे हैं. क्योंकि मैं हजारों लीटर पानी वहां से लेकर आया मुझे उसे साफ करना पड़ा, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि किसी की धार्मिक भावनाएं आहत नहीं होनी चाहिए. सभी नेताओं को इस बारे में सोच-समझकर बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि उस जल में इतनी ताकत है कि उसमें से हमने प्रदूषण के कण निकाले फिर भी उसकी ताकत किसी भी तरीके से कम नहीं होती है. प्रदूषण को कम करने के बाद मैंने उसे अपने पहचान के लोगों के बीच बांट दिया.
प्रदूषण से गंगा की शक्ति कम नहीं हो जाती
गंगा में प्रदूषण काफी ज्यादा था, क्योंकि इसकी वजह से उसके पानी का कलर भी चेंज हो गया था. उन्होंने कहा कि कई बार गंगाजल को घर में मौजूद कुछ लोग पीते हैं और बच्चों को भी इससे स्नान कराया जाता है, ऐसे में किसी तरह की दिक्कत न हो इसलिए मैंने उसे फिल्टर कराया था. इसके इतर गंगा जी की शक्ति विचारों और पानी में है. जय भवानी और जय श्री राम जय हनुमान जी, जय मराठा ये तो हम सभी के विचार हैं. किसी पार्टी ने एक नारा दे दिया, किसी दूसरी पार्टी ने दूसरा नारा दे दिया, लेकिन ये सब तो हमारे ही विचार हैं, इसपर किसी का कोई अधिकार नहीं है. अब इसमें देखने वाली बात है कि आप नारे के पीछे धार्मिकता लेकर जा रहे हो या फिर धर्मांधता. बीजेपी जिस तरह की राजनीति करती है वो निश्चित तौर पर धर्मांधता की ओर आगे बढ़ रही है.
राज ठाकरे ने महाकुंभ में गंगा के पानी को लेकर बयान दिया था कि वो इतनी प्रदूषित है कि मैं कभी ये पानी नहीं छुऊंगा. देश में कोई भी नदी साफ नहीं है.
फडणवीस ने कहा, हम सबको लगता है कि औरंगजेब की कब्र ढहानी चाहिए, लेकिन कानून के बाद ही संभव
10 Mar, 2025 02:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देवेंद्र फडणवीस : समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी की ओर से मुगल बादशाह औरंगजेब को महान बताए जाने के बाद से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि हम सभी लोगों को लगता है कि छत्रपति संभाजी नगर पूर्व में औरंगाबाद से मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को ढहा दिया जाए. हालांकि ऐसा करना केवल कानून का पालन करने के बाद ही संभव है.
सीएम फडणवीस का कहना है कि औरंगजेब की कब्र भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के तहत एक संरक्षित स्मारक है. कांग्रेस के कार्यकाल में औरंगजेब की कब्र को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का संरक्षण दिया गया. छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को ढहाने की मांग बीजेपी के सतारा सांसद उदयनराजे भोसले ने की थी, जिसका जवाब फडणवीस ने दिया है. मुख्यमंत्री ने सिख धर्म की स्थापना करने वाले दस गुरुओं में से नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर की 350वीं शहादत वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित ‘गुरमत समागम’ से इतर कहा, हम सभी एक ही बात मानते हैं, लेकिन कानून के तहत कुछ किया जाना चाहिए.
सीएम योगी ने सपा पर बोला था हमला
समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र विधायक अबू आसिम आजमी को औरंगजेब की प्रशंसा करने के लिए पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. औरंगजेब की कब्र कथित तौर पर उस समय से महाराष्ट्र में एक राजनीतिक मुद्दा बनी हुई है, जब से विक्की कौशल अभिनीत फिल्म छावा रिलीज हुई है, जिसमें मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी महाराज को पकड़ने और उनकी हत्या को दर्शाया गया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अबू आजमी के बयान को लेकर सपा पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि उस कमबख्त को पार्टी से निकालो. अगर न हो पाए तो यूपी भेज दो, ठीक कर देंगे.
पुणे में जल्द बनेगा फाइव स्टार टॉयलेट, म्युनिसिपल कमिश्नर ने किया ऐलान
6 Mar, 2025 03:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र में पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (पीएमसी) का बजट पेश किया गया. इस बजट में लोगों के हित में कई ऐलान किए गए. इसमें म्युनिसिपल कमिश्नर राजेंद्र भोंसले का एक ऐलान बेहद दिलचस्प रहा. अभी तक आपने फाइव स्टार होटल का नाम सुना होगा, लेकिन उन्होंने अपने बजट भाषण के दौरान शहर में फाइव स्टार टॉयलेट बनवाने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि इस फाइव स्टार टॉयलेट के बन जाने के बाद बाहर से आने वाले लोगों को काफी सुविधाएं मिल सकेंगी. फिलहाल, उन्हें फ्रेश होने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है. कई मौकों पर उन्हें होटल में कमरा तक बुक करना पड़ता है. अब इस समस्या से लोगों को निजात मिल जाएगी.
नगरपालिका का बजट पेश करते हुए, राजेंद्र भोंसले ने कहा कि पुणे में बहुत से लोग घूमने के लिए आते हैं. इस दौरान उन्हें कपड़े बदलने, तरोताजा होने और खुद को कहीं जाने के लिए तैयार होने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस समस्या को काफी दिनों से देखा जा रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए, पीएमसी ने बेहतर सुविधाओं वाले शौचालय को बनाने की योजना बनाई है. ये शौचालय खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित होंगे, जो पुणे में काम के सिलसिले में आते हैं.
क्या-क्या मिलेगा?
पुणे नगरपालिका कमिश्नर राजेंद्र भोंसले ने कहा, ‘फाइव स्टार टॉयलेट में हम यात्रियों को फ्रेश होने के साथ-साथ क्लॉक रूम की भी सुविधा देंगे, ताकि वो अपने जरूरी सामान को उसमें रख सकें और निश्चिंत होकर फ्रेश हो सकें. हमारी कोशिश है कि लंबी यात्रा कर पुणे पहुंचने वाले लोगों को साफ और अच्छा रेस्टरूम मिले. इन शौचालयों में साफ-सफाई के साथ आवश्यक सुविधाएं भी मिलेंगी.’
कहां-कहां होंगे ये शौचालय?
नगरपालिका कमिश्नर के मुताबिक, इन शौचालयों का निर्माण शहर के हर एक एंट्री पॉइंट्स, अलग-अलग दिशाओं में जाने वाले रास्तों के बीच, खासकर सोलापुर हाईवे, अहमदनगर हाईवे पर किया जाएगा. इसके अलावा शहर अन्य प्रमुख जगहों पर भी इसे बनाया जाएगा. हर जगह शौचालय के साथ ही पार्किग की भी सुविधा दी जाएगी.
पहले से बने टॉयलेट्स की हालत खराब
सरकार भले ही शहर में फाइव स्टार टॉयलेट बनाने की बात कर रही हो, लेकिन पहले से बने ई-टॉयलेट्स की हालत बेहद खराब है. लोगों ने बताया कि इन ई-शौचालयों को बनाने पर 2 करोड़ रुपए खर्च किए गए लेकिन उनमें किसी प्रकार की सुविधा नहीं है. उनकी हालत बेहद खराब है.
सपा विधायक अबू आजमी पर गिरफ्तारी की सजा, योगी और फडणवीस ने किया विरोध
6 Mar, 2025 03:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान को कई महीने जेल में बिताने पड़े थी, वहीं अब पार्टी के एक अन्य विधायक पर गिरफ्तारी की तलवार लटकती दिख रही है. यह हैं सपा विधायक अबू आजमी, जिन्हें मुगल बादशाह औरंगजेब की तारीफ करनी भारी पड़ती दिख रही है. पहले तो उन्हें विधानसभा के बजट सत्र से सस्पेंड कर दिया गया. वहीं अब उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटकती दिख रही है. अबू आजमी ने औरंगजेब की तारीफ में बयान दिया था, जिसके बाद विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि जो भी छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
विधान परिषद में जब उद्धव गुट के नेता अंबादास दानवे ने सवाल किया कि अबू आजमी को कब जेल में डालेंगे? तो इस पर सीएम फडणवीस ने दो टूक जवाब दिया, 100% जेल में डालेंगे. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जब जितेंद्र आव्हाड ने छत्रपति शिवाजी महाराज की तुलना औरंगजेब से की थी और उसे विशाल व अच्छे कद-काठी का बताया था, तब किसी ने विरोध नहीं किया. विपक्ष निंदा करने में चयनात्मक नहीं हो सकता.फडणवीस ने आगे कहा कि नेहरू की किताब द डिस्कवरी ऑफ इंडिया में भी छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई है. क्या विपक्ष में हिम्मत है कि वे नेहरू की निंदा करें?
यूपी भेजो, सही इलाज होगा
अबू आजमी के बयान पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कड़ा बयान देते हुए कहा, उसे यूपी भेजो, हम जानते हैं कि उसका क्या इलाज करना है. ऐसे लोगों को भारत में रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए.
अबू आजमी की सफाई
अबू आजमी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने सिर्फ वही कहा है जो प्रोफेसर और अकादमिक लोग औरंगजेब के बारे में कहते हैं. मैंने कभी राज्य के महापुरुषों के खिलाफ कुछ नहीं कहा. हालांकि, विधानसभा में उनके बयान को लेकर नाराजगी बरकरार है और उनके निलंबन के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं.
अबू आजमी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग बढ़ रही है. महाराष्ट्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले को हल्के में नहीं लिया जाएगा. अब देखने वाली बात होगी कि अबू आजमी आगे क्या रुख अपनाते हैं और सरकार उन पर क्या कानूनी कार्रवाई करती है.
महाराष्ट्र के समाजवादी पार्टी विधायक अबू आजमी के बेटे फरहान पर गोवा पुलिस की कार्रवाई
5 Mar, 2025 12:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र के समाजवादी पार्टी विधायक अबू आसिम आजमी के बेटे अबू फरहान आजमी और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ नार्थ गोवा पुलिस ने पब्लिक प्लेस पर झगड़ा करने और शांति भंग करने के आरोप में मामला दर्ज किया है. यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब विधायक अबू आजमी स्वयं महाराष्ट्र में मुगल सम्राट औरंगजेब की प्रशंसा करने वाले अपने बयान को लेकर एफआईआर और आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं.
गोवा पुलिस के अनुसार, सोमवार रात करीब साढ़े 11 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को कैंडोलिम नार्थ गोवा में एक सुपरमार्केट के पास झगड़े की सूचना मिली. इस दौरान अबू फरहान आजमी ने स्थानीय लड़कों को बताया कि वह वैध लाइसेंसधारी हथियार लेकर चल रहा है. पुलिस के पहुंचने पर दोनों ग्रुप्स को कालनगुट पुलिस स्टेशन लाया गया. लेकिन दोनों पक्षों ने शिकायत दर्ज कराने से इनकार कर दिया. उनका मेडिकल चेकअप करवाने पुलिस दोनों पक्षो को जिला अस्पताल मापुसा ले जाना चाह रही थी लेकिन दोनों पक्ष नहीं गए.
पुलिस ने दर्ज किया केस
अबू फरहान आजमी ने वैध गन लाइसेंस और गोवा में हथियार ले जाने की अनुमति पुलिस को पेश की. कालनगुट पुलिस ने मंगलवार सुबह सभी आरोपियों के बयान दर्ज किए. सार्वजनिक स्थान पर झगड़ा करने, शांति भंग करने और विवाद करने के कारण, पुलिस उप निरीक्षक परेश सिनारी ने संज्ञान लेते हुए शिकायत दर्ज की. अबू फरहान आजमी, ज़िऑन फर्नांडीस, जोसेफ फर्नांडीस, श्याम और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 160 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने दोनों पक्षों के लोगों पर केस दर्ज किया है.
औरंगजेब की प्रशंसा करके मुश्किल में अबू आजमी
वहीं मुम्बई में फरहान के पिता विधायक अबू आजमी ने सोमवार को ही औरंगजेब को लेकर बयान दिया था. उन्होंने अपने बयान में औरंगजेब को क्रूर शासक मानने से इनकार किया. सपा नेता ने कहा कि उनके शासनकाल में भारत सोने की चिड़िया था और उन्होंने कई मंदिरों का निर्माण कराया था. इस बयान के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक विवाद बढ़ गया है, और शिवसेना (शिंदे गुट) के सांसद नरेश म्हास्के ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी में औरंगजेब की आत्मा घुस गई है. अबू आजमी के बयान के बाद, शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रवक्ता किरण पावसकर ने मुंबई में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की गई है.
मुंडे की जगह फडणवीस कैबिनेट में कौन होगा नया मंत्री? सत्ता संघर्ष तेज
5 Mar, 2025 12:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र की महायुति सरकार में अजित पवार कोटे से मंत्री रहे धनंजय मुंडे की फडणवीस कैबिनेट से छुट्टी हो गई है. बीड में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या मामले में एसआईटी ने धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मिक कराड को मास्टरमाइंड बताया है, जिसके चलते उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा है. ऐसे में अब सभी की निगाहें इस बात पर लगी हैं कि मुंडे की जगह फडणवीस कैबिनेट में कौन मंत्री बनेगा, लेकिन उससे बड़ी बात ये है कि अजित पवार कोटे से और मंत्री की कुर्सी पर सियासी तलवार लटक रही है? महाराष्ट्र की महायुति सरकार में बीजेपी के साथ एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल है, लेकिन सरकार का चेहरा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस है. ऐसे में सरकार की इमेज को लेकर सीएम फडणवीस काफी संजीदा हैं, जिसके चलते मुंडे से मंत्री पद का इस्तीफा ले लिया है. यह इस्तीफा अजित पवार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि मुंडे को उनका राइट हैंड माना जाता था. मुंडे के बाद मंत्री माणिकराव कोकाटे पर संकट गहरा गया है, जो एनसीपी कोटे से फडणवीस सरकार में मंत्री हैं. इसके अलावा मंत्री जयकुमार रावल की मुसीबत भी बढ़ सकती है.
धनंजय मुंडे की जगह कौन बनेगा मंत्री?
बीड जिले के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्याकांड का मुख्य आरोपी वाल्मिक कराड को बनाया गया है. कराड और उनके साथियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसके बाद ही महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने धनंजय मुंडे से इस्तीफा मांगा था. इसके लिए एनसीपी के प्रमुख अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल से बातचीत किया, जिसके बाद धनंजय मुंडे ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया. इस घटना के बाद महाराष्ट्र की सियासत पर असर पड़ने के साथ ही बीड जिले के सियासी समीकरण भी बदलेंगे, लेकिन उससे ज्यादा टेंशन अजित पवार की है. इस तरह धनंजय मुंडे की जगह अजित पवार कोटे से कई विधायक हैं, जो मंत्री बनने के लिए बेताब हैं. इस फेहरिस्त में छगन भुजबल से लेकर प्रकाश सालुंके सहित एनसीपी के तमाम नेताओं ने मंत्री बनने के लिए सियासी लॉबिंग शुरू कर दी है.
भुजबल और सालुंके में कौन बनेगा मंत्री?
धनंजय मुंडे के इस्तीफे के बाद अब मंत्री पद पर निगाहें हैं. मुंडे डिप्टी सीएम अजित पवार के कोटे से मंत्री थे और पार्टी के ओबीसी चेहरा माने जाते हैं. मराठवाड़ा इलाके से आते हैं. सीएम फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने से एनसीपी के दिग्गज नेता छगन भुजबल पहले से ही नाराज चल रहे हैं. मुंडे की तरह भुजबल भी ओबीसी समाज के बड़े नेता माने जाते हैं. 2023 में शरद पवार का साथ छोड़कर अजित पवार के साथ खड़े रहने वाले नेताओं में सबसे आगे थे.
शिंदे के अगुवाई वाली सरकार में छगन भुजबल पावरफुल मंत्री थे, लेकिन फडणवीस सरकार में उन्हें मंत्री पद नहीं मिला. इसके बाद से भुजबल ने मोर्चा खोल रखा है और ओबीसी का मुद्दा बना रहे हैं. ऐसे में अजित पवार क्या धनंजय मुंडे की जगह छगन भुजबल को मंत्री बनाने का कदम उठाएंगे? भुजबल के अलावा दूसरा नाम एनसीपी विधायक प्रकाश सालुंके का है, जो पार्टी के वरिष्ठ नेता और पांच बार के विधायक हैं. प्रकाश सालुंके उसी बीड जिले से आते हैं, जहां से धनंजय मुंडे हैं. बीड जिले के माजलगांव सीट से पांच बार के विधायक प्रकाश सालुंके हैं. सालुंके ने शरद पवार के करीबी होने के बावजूद 2023 में अजित पवार का साथ बगावत की राह पर कदम बढ़ाए थे. इसीलिए माना जा रहा है कि बीड जिले और मराठवाड़ा के सियासी समीकरण को साधे रखने के लिए अजित पवार क्या प्रकाश सालुंके को धनंजय मुंडे की जगह मंत्री बनाएंगे? एनसीपी प्रमुख अजित पवार अपने इन दोनों विधायकों को छोड़कर क्या शरद पवार खेमे में खड़े किसी विधायक को अपने साथ लाकर मंत्री बनाने का दांव तो नहीं चलेंगे?
एनसीपी के एक और मंत्री पर लटकी तलवार
धनंजय मुंडे के इस्तीफा देने के बाद अजित पवार कोटे से कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के इस्तीफा का दबाव बढ़ने लगा है. तीस साल पुराने एक मामले में उनका सियासी भविष्य दांव पर लगा है. 1995 में कोकाटे ने फर्जी दस्तावेज लगाकर सीएम कोटे से गरीबों के लिए बने सस्ते मकान को हासिल किया था. नासिक कोर्ट ने उन्हें दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा सुनाई थी. इस पर उन्होंने हाईकोर्ट में चुनौती दे रखी है, जिस पर बुधवार को सुनवाई होगी. कोर्ट अगर सजा को निलंबित नहीं करता है तो विधायकी और मंत्री पद दोनों से हाथ धोना पड़ जाएगा. कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का राजनीतिक भविष्य दांव पर लगा है. बजट सत्र से पहले ही माणिकराव कोकाटे के इस्तीफे की मांग जोर पकड़ रही थी और विपक्ष उनके इस्तीफे की मांग को लेकर विधान भवन परिसर में हंगामा कर रहा है. इस बीच धनंजय मुंडे के इस्तीफे के बाद कोर्ट के फैसले के बाद विपक्ष फिर आक्रामक नजर आ सकता है. इस तरह अजित पवार की सियासी टेंशन खत्म होने का नाम नहीं ले रही है क्योंकि धनंजय मुंडे के इस्तीफा से मराठवाड़ा का समीकरण गड़बड़ा रहा है, तो अब नासिक क्षेत्र से विधायक कोकाटे ने टेंशन बढ़ा दी है.
मंत्री जयकुमार रावल की बढ़ सकती है मुसीबत
महाराष्ट्र के पूर्व धनंजय मुंडे और माणिकराव कोकाटे के बाद मंत्री जयकुमार रावल की मुसीबत बढ़ सकती है. बीजेपी के नेता और मंत्री जयकुमार रावल पर पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की जमीन हड़पने के मामले में धुले जिला न्यायालय ने हड़पी गई जमीन को वापस करने का आदेश दिया है. धनंजय मुंडे और माणिकराव कोकाटे के बाद अब मंत्री जयकुमार रावल का नाम सामने आया है. पूर्व विधायक अनिल गोटे ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति को धोखा देने वाले मंत्री राज्य और शिंदखेड़ा निर्वाचन क्षेत्र के साथ क्या न्याय करेंगे? पिछले साल जिला अदालत ने रावल परिवार के खिलाफ फैसला सुनाया था. इस परिणाम की पूरे जिले में काफी चर्चा हुई थी. अनिल गोटे ने कहा कि देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को दोंडाईचा शिवरत में 38आर क्षेत्र समूह संख्या 403/1, 403/3 और 404 की 10 हेक्टेयर जमीन उनकी मौसी से मिली थी, जिसे रावल ने हड़प लिया था. कोर्ट के आदेश के बाद भी रावल जमीन वापस नहीं कर रहे हैं. इस तरह जयकुमार रावल पर भी दबाव बढ़ने लगा है.
अबू आजमी का विवादित बयान: औरंगजेब को बताया महान, सियासी हलचल मची
4 Mar, 2025 03:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
समाजवादी पार्टी के नेता और महाराष्ट्र विधानसभा में मानखुर्द शिवाजी नगर सीट से विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब को महान बताया, जिसके बाद सियासी बवंडर खड़ा हो गया. आखिरकार मंगलवार को अबू आजमी ने ट्वीट कर अपना बयान वापस ले लिया है. साथ ही साथ उन्होंने दावा किया है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज को लेकर कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है.
उन्होंने लिखा, मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है. औरंगजेब रहमतुल्लाह अलेह के बारे में मैंने वही कहा है जो इतिहासकारों और लेखकों ने कहा है. मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या अन्य किसी भी महापुरुषों के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन फिर भी मेरी इस बात से कोई आहत हुआ है तो मैं अपने शब्द, अपना स्टेटमेंट वापस लेता हूं. इस बात को राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है और इसकी वजह से महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र को बंद करना मैं समझता हूं कि यह महाराष्ट्र की जनता का नुकसान करना है.
एकनाथ शिंदे ने की थी माफी मांगने की मांग
वहीं, शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अबू आजमी से माफी मांगने की मांग की थी और उन पर देशद्रोह का मामला चलाने की मांग की थी. शिंदे ने मुंबई में कहा था, उनके (अबू आजमी) की ओर से दिया गया बयान बहुत गलत, अस्वीकार्य और निंदनीय है. औरंगजेब को एक अच्छा प्रशासक कहना पाप है. यह वही औरंगजेब है जिसने छत्रपति संभाजी महाराज को 40 दिनों तक प्रताड़ित किया था. अबू आजमी को तुरंत माफी मांगनी चाहिए. हमारे मुख्यमंत्री ने भी इसे बहुत गंभीरता से लिया है. मुझे लगता है कि राष्ट्रीय नायकों का अपमान करने के लिए आजमी पर देशद्रोह का आरोप लगाया जाना चाहिए. राष्ट्रीय नायकों के खिलाफ बोलने वालों को राष्ट्र-विरोधी कहा जाना चाहिए.
बीजेपी ने भी बोला हमला
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सपा नेता अबू आजमी और कांग्रेस पार्टी के नेता राशिद अल्वी के द्वारा अकारण अवांछित रूप से इतिहास के सबसे क्रूर और अत्याचारी शासकों में से एक औरंगजेब का महिमामडंन संपूर्ण भारतीय समाज के लिए बहुत अपमान की बात है. इससे यह बात साफ हो गई है कि ये लोग हिन्दू धर्म के संपूर्ण नाश के लिए किसी भी सीमा तक जाने को तैयार हैं. यह दर्शाता है कि ये लोग भारतीय संस्कृति और भारतीय परंपरा से कितनी नफरत करते हैं.
अबू आजमी ने क्या दिया था बयान?
दरअसल, मुंबई में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए आजमी ने कहा था कि फिल्म छावा में इतिहास का चित्रण पूरी तरह से सही नहीं है. औरंगजेब ने कई मंदिर बनवाए. मुझे नहीं लगता कि औरंगजेब एक क्रूर प्रशासक था. जब उनसे पूछा गया कि क्या संभाजी के प्रति उनका रवैया क्रूर था, तो आजमी ने कहा था कि यह सत्ता संघर्ष था, हिंदू और मुसलमानों के बीच संघर्ष नहीं.
धनंजय मुंडे ने कैबिनेट मंत्री पद से दिया इस्तीफा, मुख्यमंत्री फडणवीस ने स्वीकार किया
4 Mar, 2025 02:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे ने आखिरकार अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. धनंजय मुंडे का इस्तीफा उनके पीए प्रशांत जोशी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवास पर लेकर पहुंचे थे. बताया गया कि मुंडे की तबीयत खराब होने के कारण वे नहीं आ सके. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफे को लेकर कहा मैंने धनंजय मुंडे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और आगे की कार्रवाई के लिए राज्यपाल को भेज दिया है. धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में आरोपी बनाया गया है. इस दौरान की कुछ फोटोज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही थीं, जिसके कारण सरकार पर दबाव था. यही कारण है कि बीती रात बैठक में सीएम ने मुंडे को इस्तीफा देने के लिए कह दिया था.
शुरुआत से ही मंत्री की कुर्सी पर था संकट
राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री धनंजय मुंडे बीड जिले के परली से एनसीपी के विधायक हैं. इससे पहले वह बीड के संरक्षक मंत्री भी रह चुके हैं. महाराष्ट्र में जो मंत्री परिषद का पहला विस्तार हो रहा था तब भी सरपंच हत्याकांड का मुद्दा गर्मा गया था. ऐसा कहा जा रहा था कि उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाएगा, लेकिन उन्हें अजित पवार के कारण मंत्री बनाया गया. जो महज कुछ ही महीनों तक ही टिक पाया.
क्या था मामला जिसके कारण देना पड़ा इस्तीफा?
9 दिसंबर को मसजोग के सरपंच संतोष देशमुख का अपहरण कर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इससे पूरे प्रदेश में माहौल गरमा गया. इस मामले में पुलिस ने हाल ही में चार्जशीट दाखिल की है. जिसमें धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मिक कराड को आरोपी बनाया गया है. चार्जशीट के बाद से ही विपक्ष सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही थी. सरकार पर आरोपियो को शह देने के आरोप लग रहे थे. मुंंडे जो पहले ही हत्या के आरोपी को अपना करीबी बता चुके हैं. उसके कारण अजित पवार समेत पूरी महायुति सरकार की मुसीबत बढ़ गई. जिसके कारण इस्तीफा लिया गया है.
राजनीति बवाल के बीच सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे. जिसने सरकार को मुसीबत में डाल दिया. जिसके बाद ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी नेतृत्व से धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग की थी. जिसने सरकार को मुसीबत में डाल दिया. जिसके बाद ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी नेतृत्व से धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग की थी.
इस्तीफे पर क्या बोले धनंजय मुंडे?
धनंजय मुंडे इस्तीफा देने के बाद सामने तो नहीं आए पर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. कल जो तस्वीरें सामने आईं, उन्हें देखकर मैं काफी परेशान हो गया. इस मामले की जांच पूरी हो चुकी है और कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है. उन्होंने आगे लिखा कि मेरे सदस्य विवेक बुद्धि की सद्बुद्धि को याद करते हुए और चूंकि पिछले कुछ दिनों से मेरी हालत ठीक नहीं है, डॉक्टर ने मुझे अगले कुछ दिनों तक इलाज कराने की सलाह दी है, इसलिए मैंने चिकित्सा कारणों से भी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. इसे मुख्यमंत्री को दे दिया गया है.
गांव वालों का आरोप
हत्याकांड कोल लेकर गांव वालों का कहना है कि वाल्मीक कराड के इशारे पर संतोष देशमुख सरपंच को मारा गया, क्योंकि वो पवन चक्की प्रोजेक्ट में 2 करोड़ की फिरौती का विरोध कर रहे थे. इसके लिए वे सड़क पर आंदोलन कर रहे थे. बीड जिले के परली तहसील में ये पवन चक्की प्रोजेक्ट लगना था.
अजित के करीबी हैं धनंजय मुंडे
चाचा गोपीनाथ मुंडे की देखरेख में राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले धनंजय मुंडे बाद में शरद पवार के पाले में आ गए. 2014 में विधान परिषद के जरिए मुंडे सदन में आए. यहां पर वे नेता प्रतिपक्ष भी बनाए गए. 2019 में मुंडे पहली बार परली सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने. अजित ने जब सरकार गठन को लेकर बगावत किया, तो मुंडे अजित के साथ चले गए, लेकिन अजित की वापसी के बाद मुंडे को भी उद्धव कैबिनेट में शामिल किया गया. 2023 में एनसीपी की टूट के वक्त धनंजय अजित के साथ थे. अजित के साथ धनंजय भी मंत्री बने. 2024 में धनंजय की वजह से बीजेपी परली के मैदान में नहीं उतरी. 2024 में जब सरकार गठन हुआ तो धनंजय को भी एनसीपी कोटे से जगह मिली. धनंजय के पास खाद्य, उपभोक्ता एवं आपूर्ति विभाग है.
पालघर: 13 साल के लड़के ने अपनी छोटी बहन को हत्या कर दी
3 Mar, 2025 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र के पालघर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 13 साल के बच्चे ने अपनी ही 5 साल की मासूम बहन की हत्या कर दी. भाई से जब बहन की हत्या करने की वजह पूछी गई तो उसने कहा कि घर में सभी लोग सिर्फ उससे ही लाड-प्यार करते हैं और मुझसे कोई भी प्यार नहीं करता. इस बात से नाराज होकर बच्चे ने बहन की हत्या कर दी. ये घटना पालघर के नाला सोपारा में घटी. जहां 5 साल की बच्ची का शव रविवार सुबह 4 बजे जंगल में पड़ा मिला. सीसीटीवी कैमरे की मदद से हत्या की गुत्थी सुलझाई गई. पुलिस ने पेल्हार थाने में नाबालिग आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मृतक बच्ची का नाम शिद्रखातुन खान बताया जा रहा है. वह अपने परिवार के साथ नाला सोपारा पूर्व के श्रीराम नगर इलाके में रहती थी.
पहले देखी फिल्म फिर की हत्या
हत्या करने वाला भाई मृतक लड़की का चचेरा भाई है. उसने पहले बच्ची का गला घोंटा और फिर उसके सिर को पत्थर कुचल दिया. हत्या आरोपी भाई को लेकर पुलिस ने जानकारी दी कि उसने बच्ची की हत्या करने से पहले नवाजुद्दीन सिद्दीकी की सीरियल किलिंग हिंदी फिल्म रमन राघव 2.0 देखी थी. इसके बाद उनसे इस वारदात को अंजाम दिया. उसे अपनी चचेरी बहन से चिढ़ थी कि परिवार में सभी लोग छुटकी से इतना प्यार और परवाह करते हैं, जबकि उसे कोई प्यार नहीं करता और न ही उसकी कोई परवाह करता है.
खुद कबूल की हत्या की बात
पुलिस ने बताया कि एक मार्च को बच्ची घर से ही गायब हो गई थी, जिसके बाद उसकी तलाश शुरू की गई. परिवार वालों ने बच्ची के गुमशुदा होने की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने बच्ची की छानबीन शुरू की. आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, तो बच्ची अपने चचेरे भाई के साथ जाती नजर आई. इसके बाद भाई से पूछताछ की गई तो पहले उसने पुलिस को भटकाने की कोशिश की, हालांकि बाद में उसने बहन की हत्या की बात स्वीकार कर ली.
शिवसेना के एकनाथ शिंदे के समर्थकों पर आरोप, मंत्री रक्षा खडसे की बेटी के साथ छेड़छाड़
3 Mar, 2025 11:58 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जलगांव में केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे की बेटी और उसकी सहेलियों से छेड़छाड़ मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. बताया गया है कि मामले में सभी आरोपी एकनाथ शिंदे की शिवसेना से हैं. पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. केंद्रीय मंत्री ने खुद थाने जाकर इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थीं. रक्षा खडसे ने कहा कि आरोपियों ने न केवल मेरी बेटी और उसकी सहेलियों के साथ छेड़छाड़ की बल्कि पुलिसकर्मी के साथ भी बदसलूकी की और उस पर हमला भी किया. आरोपियों के खिलाफ मुक्ताई नगर पुलिस स्टेशन दो मामले दर्ज किए गए हैं. इसमें से एक मामला मंत्री खडसे की बेटी से छेड़छाड़ का है जबकि दूसरा पुलिसकर्मी पर हमला करने का है.
इस केस में 2 आरोपी अरेस्ट
रक्षा खडसे की बेटी और उसके सहेलियों के साथ हुए छेड़छाड़ और उनके बॉडीगार्ड के साथ हुए मारपीट के मामले में अब तक जलगांव पुलिस ने 2 आरोपियों को अरेस्ट किया है. गिरफ्तार आरोपियों में किरण माली और एक 17 साल का नाबालिग शामिल है. बॉडीगार्ड की एफआईआर में कुल 7 आरोपियों के नाम दर्ज है जबकि छेड़छाड़ केस में भी 7 आरोपियों के नाम हैं. इन सभी के खिलाफ बीएनएस और पोस्को एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है.
पूरे मामले पर रक्षा खडसे ने क्या कहा?
इस पूरे मामले में खडसे ने कहा कि मैं केंद्रीय मंत्री के तौर पर नहीं एक मां के तौर पर पुलिस स्टेशन गई थी. परसों रात मेरी बेटी और उसकी सहेलियों के साथ जो घटना हुई, वह निंदनीय है. ऐसी कई माताएं होंगी जो इससे पीड़ित हैं. उन्हें पुलिस स्टेशन जाकर शिकायत दर्ज करानी चाहिए. मेरी बेटी और उसकी सहेलियां महाशिवरात्रि के मेले में गई थीं, जहां कुछ लोगों ने उनके साथ छेड़छाड़ की. उन्होंने पुलिस गार्ड के साथ भी बदसलूकी की. पुलिसकर्मी की मौजूदगी में भी उनकी इतनी हिम्मत थी कि वे छेड़छाड़ कर रहे थे और वीडियो बना रहे थे. यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और इसीलिए मैंने FIR दर्ज कराई है. 30-40 लोग एकत्रित हुए और पुलिस के साथ बदतमीजी करने लगे. वे किसी भी घर में घुस सकते हैं और जो चाहें कर सकते हैं. मैंने पुलिस को सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
सभी आरोपी शिंदे की शिवसेना से?
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले का आरोपी अनिकेत भोई विधायक चंद्रकांत पाटिल के कट्टर समर्थक और रावेर लोकसभा क्षेत्र के शिवसेना शिंदे गुट के जिला प्रमुख छोटूभाई का भतीजा है. बताया गया है कि अनिकेत भोई के खिलाफ मुक्ताई नगर पुलिस स्टेशन में पहले से ही चार से पांच मामले दर्ज हैं. वहीं, इस पूरे मामले में जिन लोगों को अरेस्ट किया गया है, उनमें अनिकेत भोई, पीयूष मोरे, सोहम कोली, अनुज पाटिल, किरण माली, चेतन भोई, सचिन पालवे का नाम शामिल है.
पीयूष मोरे शिंदे गुट के पूर्व नगरसेवक हैं. सचिन पलावे शिवसेना शिंदे गुट चिकित्सा सहायता प्रकोष्ठ, मुक्ताई नगर शहर के प्रमुख हैं और किरण माली और सोहम कोली भी शिवसेना शिंदे गुट के पदाधिकारियों के रिश्तेदार हैं.
आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी- CM फडणवीस
रक्षा खडसे की बेटी और उसकी सहेलियों से छेड़छाड़ की घटना पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि इस घटना में एक राजनीतिक दल के सदस्य शामिल थे. जिन्होंने ऐसा किया है, यह एक घटिया हरकत है. पुलिस ने मामला दर्ज किया है और कुछ पर पहले ही मामला दर्ज किया जा चुका है. सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह का उत्पीड़न गलत है. उन्हें माफ नहीं किया जा सकता है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
नासिक में कैफे पर विधायक देवयानी फरांडे का छापा, पुलिस भी पहुंची!
2 Mar, 2025 12:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र के नासिक में एक कैफे में गलत काम हो रहे थे, जिसकी कई दिनों से शहर में चर्चा थी, लेकिन पुलिस ने इसे नजरअंदाज किया. इसके बाद जब कैफे की जानकारी विधायक देवयानी फरांडे को हुई तो वह कैफे पर छापा मारने पहुंचीं. उनके पीछे-पीछे पुलिस भी पहुंची. वहां कई लड़के-लड़कियां आपत्तिजनक हालत में मिले, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
नासिक जैसे सांस्कृतिक शहर के कैफे में गलत काम चल रहा था, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. हालांकि अब जब इस मामले की जानकारी भारतीय जनता पार्टी की विधायक देवयानी फरांडे को मिली और वह मौके पर पहुंची. उन्होंने खुद कैफे पहुंचकर वहां छापा मारा तो पुलिस भी पहुंच गई. विधायक देवयानी फरांडे कैफे में पहुंची और कैफे का आलम और वहां हो रहे काम को देखकर वो हैरान रह गईं.
हर घंटे के हिसाब से कमरे का चार्ज
राज्य के कई शहरों में कैफे खोले जा रहे हैं और वहां लड़के-लड़कियों को एंट्री दी जा रही है. ज्यादातर कैफे में हर घंटे के हिसाब से चार्ज लेकर लड़के-लड़कियों को कमरे दिए जा रहे हैं. कमरों में अंधेरा करने के लिए पर्दे लगाये जाते हैं. राज्य पुलिस प्रणाली इन सभी बातों को जानती है, लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया जाता है. विधायक देवयानी फरांडे को नासिक के ‘ए’ मोगली नाम के कैफे में अनियमितताओं की जानकारी मिली थी, जहां वह खुद पहुंची और छापा मारा.
100-200 रुपये में कमरे
देवयानी फरांडे को कैफे पहुंचने पर पता चला कि वहां युवा लड़के-लड़कियों को 100 से 200 रुपये में कमरे दिए जा रहे हैं. विधायक फरांडे के मौके पर पहुंचने पर पुलिस भी कैफे में पहुंच गई थी. पुलिस ने एक कैफे में अश्लील हरकतें करने के आरोप में कई लड़के-लड़कियों को हिरासत में लिया. अब हिरासत में लिए गए लड़के-लड़कियों के माता-पिता को थाने बुलाया जाएगा और समझाया जाएगा.
महाराष्ट्र के नासिक में एक कैफे में गलत काम हो रहे थे, जिसकी कई दिनों से शहर में चर्चा थी, लेकिन पुलिस ने इसे नजरअंदाज किया. इसके बाद जब कैफे की जानकारी विधायक देवयानी फरांडे को हुई तो वह कैफे पर छापा मारने पहुंचीं. उनके पीछे-पीछे पुलिस भी पहुंची. वहां कई लड़के-लड़कियां आपत्तिजनक हालत में मिले, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
नासिक जैसे सांस्कृतिक शहर के कैफे में गलत काम चल रहा था, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. हालांकि अब जब इस मामले की जानकारी भारतीय जनता पार्टी की विधायक देवयानी फरांडे को मिली और वह मौके पर पहुंची. उन्होंने खुद कैफे पहुंचकर वहां छापा मारा तो पुलिस भी पहुंच गई. विधायक देवयानी फरांडे कैफे में पहुंची और कैफे का आलम और वहां हो रहे काम को देखकर वो हैरान रह गईं.
हर घंटे के हिसाब से कमरे का चार्ज
राज्य के कई शहरों में कैफे खोले जा रहे हैं और वहां लड़के-लड़कियों को एंट्री दी जा रही है. ज्यादातर कैफे में हर घंटे के हिसाब से चार्ज लेकर लड़के-लड़कियों को कमरे दिए जा रहे हैं. कमरों में अंधेरा करने के लिए पर्दे लगाये जाते हैं. राज्य पुलिस प्रणाली इन सभी बातों को जानती है, लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया जाता है. विधायक देवयानी फरांडे को नासिक के ‘ए’ मोगली नाम के कैफे में अनियमितताओं की जानकारी मिली थी, जहां वह खुद पहुंची और छापा मारा.
100-200 रुपये में कमरे
देवयानी फरांडे को कैफे पहुंचने पर पता चला कि वहां युवा लड़के-लड़कियों को 100 से 200 रुपये में कमरे दिए जा रहे हैं. विधायक फरांडे के मौके पर पहुंचने पर पुलिस भी कैफे में पहुंच गई थी. पुलिस ने एक कैफे में अश्लील हरकतें करने के आरोप में कई लड़के-लड़कियों को हिरासत में लिया. अब हिरासत में लिए गए लड़के-लड़कियों के माता-पिता को थाने बुलाया जाएगा और समझाया जाएगा.
मुंबई में एक शब्द ने बदल दी महिला की जिंदगी, 'बदामी' से लौट आई याददाश्त!
2 Mar, 2025 09:27 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई में एक शब्द से महिला की जिंदगी बदल गई. सात साल पहले एक महिला मुंबई में लापता हो गई थी. तभी से महिला मुंबई की सड़कों पर भटक रही थी. उसकी याददाश्त चली गई थी. उसे कुछ भी याद नहीं था. वह कौन हैं? कहाँ से हैं? जैसे किसी भी सवाल का उसे कुछ भी नहीं पता था. हालांकि, इसी बीच अचानक महिला के मुंह से ‘बदामी’ शब्द निकलने से उसका जीवन बदल गया. उसकी याददाश्त वापस आ गई. यह कहानी किसी फिल्म की स्क्रिप्ट जैसी लगेगी, लेकिन यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है.
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के पाली में कस्तूरी पाटिल नाम की एक महिला दर-बदर भटक रही थी. वह अपनी याददाश्त बदल भूल गई थी. वह भीख मांगकर और कूड़े से उठाकर खाना खा रही थी. महिला की दयनीय स्थिति को देखते हुए कुछ स्थानीय लोगों ने सोशल एंड इवेंजेलिकल एसोसिएशन फॉर लव (SEAL) को महिला की जानकारी दी गई. सील एक सामाजिक संगठन है, जो बेघर लोगों की मदद करता है.
‘बदामी’ शब्द से बदली जिंदगी
संगठन के लोग महिला को अपने साथ ले गया था, जहां दिन-प्रतिदन उसकी हालत सुधर रही थी. इसी बीच एक दिन महिला ने ‘बदामी’ शब्द कहा. इस शब्द को सुनते ही SEAL के सदस्य ने शब्द पर ध्यान दिया. उन्होंने पता था कि बादामी कर्नाटक के बागलकोट जिले का एक शहर है. बदामी शब्द सुनते ही उन्होंने तुरंत बदामी पुलिस से संपर्क साधा और उनको महिला की तस्वीर भेजी. साथ ही लापता होने की जानकारी दी.
वापस आई याददाश्त
बादामी पुलिस ने फोटो मिलते ही महिला के परिवार की तलाश शुरू कर दी. पुलिस को पता चला कि सात साल पहले कस्तूरी की बेटी देवम्मा भिंगारी ने अपनी मां के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस ने यह जानकारी सील संस्था के सदस्यों को दी. मां के मिलने के जानकारी होते ही बेटी देवम्मा बहुत खुश हो गई. इसके बाद तुरंत मां से मिलने के लिए निकल गई. बेटी के लिए यह पल किसी चमत्कार से कम नहीं था. बेटी को देखते ही महिला की याददाश्त वापस आ गई.
क्यों छोड़ा था घर?
7 साल पहले लापता हुई मां के मिलने की उम्मीद बेटी ने खो दी थी. बेटी ने बताया कि पति ने दुसरी शादी कर ली थी. जिससे उन पर दुखों का पहाड़ टूट गया था. मां अपनी बहन के यहां रहने लगी थी, लेकिन बाद में वह वहां से बिना बताए चली गई थी.
मुंबई में एक शब्द से महिला की जिंदगी बदल गई. सात साल पहले एक महिला मुंबई में लापता हो गई थी. तभी से महिला मुंबई की सड़कों पर भटक रही थी. उसकी याददाश्त चली गई थी. उसे कुछ भी याद नहीं था. वह कौन हैं? कहाँ से हैं? जैसे किसी भी सवाल का उसे कुछ भी नहीं पता था. हालांकि, इसी बीच अचानक महिला के मुंह से ‘बदामी’ शब्द निकलने से उसका जीवन बदल गया. उसकी याददाश्त वापस आ गई. यह कहानी किसी फिल्म की स्क्रिप्ट जैसी लगेगी, लेकिन यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है.
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के पाली में कस्तूरी पाटिल नाम की एक महिला दर-बदर भटक रही थी. वह अपनी याददाश्त बदल भूल गई थी. वह भीख मांगकर और कूड़े से उठाकर खाना खा रही थी. महिला की दयनीय स्थिति को देखते हुए कुछ स्थानीय लोगों ने सोशल एंड इवेंजेलिकल एसोसिएशन फॉर लव (SEAL) को महिला की जानकारी दी गई. सील एक सामाजिक संगठन है, जो बेघर लोगों की मदद करता है.
महाराष्ट्र में बढ़ता बर्ड फ्लू का खतरा, 6,831 मुर्गियों की मौत
1 Mar, 2025 01:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र में एक बार फिर बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ता जा रहा है. यहां कारंजा तालुका के खेर्डा (जिरापुरे) गांव के एक पोल्ट्री फार्म में 8,000 में से 6,831 मुर्गियों की रहस्यमयी मौत के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है. 27 फरवरी को आई रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि यह मौतें बर्ड फ्लू संक्रमण के कारण हुई हैं. इसके बाद जिला प्रशासन ने तुरंत हाई अलर्ट जारी कर दिया है.
20 से 25 फरवरी के बीच पोल्ट्री फार्म में लगातार मुर्गियों की मौत हो रही थी. मृत मुर्गियों के सैंपल अकोला की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए थे. इसके बाद पुणे स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान और भोपाल की प्रयोगशाला में भी विस्तृत जांच हुई.27 फरवरी को रिपोर्ट में H5N1 वायरस (बर्ड फ्लू) की पुष्टि हुई.
मुर्गियों को किया जाएगा नष्ट
रिपोर्ट सामने आने के बाद प्रभावित क्षेत्र को सैनिटाइज करने का अभियान तेज कर दिया गया है. प्रशासन शेष मुर्गियों को नष्ट करने में लगा हुआ है. रिपोर्ट के बाद पोल्ट्री फार्म से मुर्गियों की आवाजाही और बिक्री पर रोक लगा दी गई है.हर तालुका में तहसीलदार की निगरानी में विशेष समितियां गठित की गई हैं. कलेक्टर और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बर्ड फ्लू के प्रसार के खिलाफ निवारक उपायों को लागू करने का आदेश जारी किया था.
तेजी से बढ़ रहा है बर्ड फ्लू
इस वायरस ने पिछले दो सालों में दुनिया के कई देशों में लाखों पक्षियों का सफाया किया है और सिर्फ पक्षी ही नहीं, कई जानवरों को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है जिनमें ऊदबिलाव, सील, हार्बर पोर्पस और लोमड़ी आदि शामिल है
संक्रमित पक्षियों के पास रहने से यह बीमारी तेजी से फैलती है. बर्ड फ्लू जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा के नाम से भी जाना जाता है. संक्रमित पक्षियों या उनकी गंदगी के डायरेक्टर कॉन्टैक्ट में आने से इंसानों में भी तेजी से फैलता है.
लोढ़ा परिवार के विवाद में बंबई हाईकोर्ट का हस्तक्षेप, दोनों भाइयों को सौहार्दपूर्ण समाधान की सलाह
28 Feb, 2025 01:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रियल एस्टेट के दिग्गज अभिनंदन और अभिषेक लोढ़ा के माता-पिता मंगल प्रभात लोढ़ा और मंजू लोढ़ा ने फैसला किया है कि इन दोनों का एक-दूसरे के कारोबार में किसी भी तरह का कोई अधिकार नहीं है. विवादों में उलझे दोनों भाइयों को 21 फरवरी को लिखे एक पत्र में, जो गुरुवार को सार्वजनिक रूप से सामने आया, मंजू ने दोनों भाइयों को सभी विवादों को खत्म करने और एक-दूसरे का सम्मान करने का निर्देश दिया.
यह पत्र बंबई हाईकोर्ट द्वारा दोनों भाइयों को अपने मतभेदों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने का निर्देश देने के कुछ ही हफ्ते के भीतर आया है. अभिषेक जो समूह का प्रमुख रियल्टी कारोबार को संभालते हैं, ने अभिनंदन लोढ़ा को अपने किसी भी उद्यम में लोढ़ा नाम का उपयोग करने से रोकने के लिए अदालत का रुख किया था.
व्यवसाय, संपत्ति या शेयरहोल्डिंग में अधिकार नहीं
मंजू के लिखे पत्र में कहा गया है कि अपने पति जो बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री हैं, के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की है. पत्र में कहा गया है कि हमारे परिवार के भीतर अंतिम व्यवस्था 31 मार्च, 2017 को हमारे संशोधित पारिवारिक समझौते में दर्ज की गई थी. हम पुष्टि करते हैं कि आप दोनों को दूसरे भाई के व्यवसाय या संपत्ति या शेयरहोल्डिंग में किसी भी तरह का कोई अधिकार नहीं है.
लोढ़ा ब्रांड को लेकर कानूनी लड़ाई
बता दें कि रियल एस्टेट अरबपति लोढ़ा बंधु लोढ़ा ब्रांड को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. बड़े भाई अभिषेक लोढ़ा की अगुवाई वाली बीएसई-लिस्टेड मैक्रोटेक डेवलपर्स ने बंबई हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाकर छोटे भाई अभिनंदन लोढ़ा की संस्थाओं को अपने कारोबार के लिए ब्रांड नाम का उपयोग करने से रोकने की मांग की है.
साख और प्रतिष्ठा हासिल
अदालती दस्तावेजों के अनुसार, हाईकोर्ट इस मामले की सुनवाई मंगलवार को करेगा. अपनी याचिका में मैक्रोटेक डेवलपर्स ने कहा कि लोढ़ा ब्रांड ने महत्वपूर्ण साख और प्रतिष्ठा हासिल की है, जैसा कि इस तथ्य से स्पष्ट है कि वित्त वर्ष 2014 और वित्त वर्ष 2024 के बीच, कंपनी ने लोढ़ा ब्रांड के तहत 91,000 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार किया. इसने विज्ञापनों और मार्केटिंग पर 1,700 करोड़ रुपए खर्च किए. इसने 1980 के दशक की शुरुआत से इसके पूर्व अपनाने और उपयोग के कारण लोढ़ा नाम और चिह्नों पर सामान्य कानूनी अधिकारों का भी दावा किया.