महाराष्ट्र
शरद पवार की बेटी VS अजीत पवार की पत्नी में से जनता किसे चुनेंगी?
2 May, 2024 04:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। तीन दशक से अधिक समय तक शरद पवार के परिवार का गढ़ रहा बारामती क्षेत्र इस बार परिवार की ही जंग में फंसा दिखाई दे रहा है। न सिर्फ पूरा पवार परिवार इस चुनावी जंग का हिस्सा बन गया है, बल्कि बारामती के घर-घर में दो गुट बने दिख रहे हैं। 50-55 से ऊपर की उम्र के ज्यादातर बुजुर्ग शरद पवार और उनकी पुत्री सुप्रिया सुले के साथ दिखाई दे रहे हैं, तो उससे नीचे के मतदाता अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के साथ। शरद पवार द्वारा स्थापित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में पिछले वर्ष हुई बड़ी टूट के बाद करीब-करीब तीन चौथाई विधायक टूटकर उनके भतीजे अजीत पवार के साथ चले गए थ। तभी तय हो गया था कि शरद पवार का मजबूत गढ़ अब दरक चुका है। जिस बारामती संसदीय सीट पर अब तक शरद पवार के विरोधियों की दाल नहीं गली थी, वहां लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के पहले ही इस बार अजीत पवार ने अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को चुनाव लड़ाने के संकेत दे दिए थे।
'सुप्रिया सुले सिर्फ पर्चा भरने क्षेत्र में आती'
15 वर्ष से इसी सीट से उनकी चचेरी बहन एवं शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले सांसद हैं, जबकि अजीत पवार इस संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाले बारामती विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं। वह कहते हैं कि अब तक तो सुप्रिया सुले सिर्फ पर्चा भरने क्षेत्र में आती थीं, बाकी उन्हें चुनाव जिताने से लेकर पूरे संसदीय क्षेत्र में काम करने तक का जिम्मा मेरा होता था। काफी हद तक ये बात सही भी है। सुप्रिया सुले 2019 का लोकसभा चुनाव 1,55,774 मतों से जीती थीं। इसमें 1,30,000 से अधिक की बढ़त तो उन्हें अजीत पवार के बारामती विधानसभा क्षेत्र से ही मिली थी। इस बार भी बारामती की पड़ोसी इंदापुर विधानसभा सीट के विधायक दत्तात्रेय भरणे तो अजीत पवार के साथ हैं ही, इस संसदीय सीट के अंतर्गत आनेवाली दो विधानसभा सीटें दौंड और खड़कवासला अजीत पवार की सहयोगी भाजपा के पास हैं। यानी सुप्रिया के सामने मुश्किलें बड़ी हैं।
विकास VS बड़े साहब में किसे मिलेगा लाभ?
उनके एक समर्थक संदीप गूजर कहते हैं कि बारामती के लोगों की सहानुभूति बड़े साहब (शरद पवार) के साथ है। इसका लाभ सुप्रिया को मिलेगा, जबकि अजीत पवार के एक सहयोगी सचिन सातव बारामती के विकास की कहानी बताते हुए कहते हैं कि ये सारा विकास कार्य अजीत पवार का किया हुआ है। उन्हें खुद एक-एक चीज को गढ़ते, उसका निरीक्षण करते बारामतीवासियों ने देखा है। वे जानते हैं कि सुनेत्रा पवार के चुनकर आने सेविकास की गति और तेज होगी। इसलिए सहानुभूति यहां कोई मुद्दा नहीं है। सुप्रिया सुले अक्सर अपनी जनसभाओं में यह सवाल पूछकर अपनी भाभी सुनेत्रा पवार को कमतर दिखाने की कोशिश करती हैं कि आपको संसद में आपकी आवाज उठाने वाला जनप्रतिनिधि चाहिए या प्रधानमंत्री के पीछे बैठकर मेजें थपथपानेवाला जनप्रतिनिधि। ऐसा कहकर वह सुनेत्रा को घरेलू महिला साबित करना चाहती हैं, लेकिन सचिन इसका भी जवाब देते हुए कहते हैं कि सुनेत्रा अब तक राजनीतिक रूप स भले सक्रिय न रही हों, लेकिन सामाजिक गतिविधियां उनकी भी कम नहीं हैं। बारामती के टेक्सटाइल पार्क में काम करने वाली हजारों महिलाओं के संगठन से लेकर और भी कई महिला एवं सामाजिक संगठनों में उनकी सक्रियता, उनका मृदु स्वभाव उन्हें लाभ पहुंचाएगा। राजनीतिक समीकरणों की बात की जाए तो 1991 से इस सीट से पवार परिवार ही जीतता रहा है, लेकिन जमीनी कामकाज अजीत ही देखते रहे हैं। इसका लाभ भी उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार को मिलेगा।
जो रचेगा, वही बचेगा
बारामती क्षेत्र में धनगर समाज भी जीत-हार में बड़ी भूमिका निभाता है। इस समाज के करीब पांच लाख मतदाता यहां हैं। 2014 में भाजपा ने इसी को ध्यान में रखते हुए अपने सहयोगी दल राष्ट्रीय समाज पक्ष के नेता महादेव जानकर को यहां से उतारा था। वह सिर्फ 69,719 मतों से सुप्रिया सुले से पीछे रह गए थे। इस बार जानकर को शरद पवार पड़ोस की माढा सीट से उतार कर बारामती के समीकरण साधना चाहते थे, लेकिन भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस एवं अजीत पवार ने उन्हें परभणी लोकसभा सीट देकर अपने पक्ष में कर लिया। परभणी में मतदान हो चुका है। अब जानकर बारामती में सुनेत्रा पवार के लिए काम कर रहे हैं। सुनेत्रा पवार को इसका लाभ भी अवश्य मिलेगा। कुल मिलाकर बारामती की लड़ाई रोचक हो चली है। ननद-भौजाई और चाचा-भतीजे की इस लड़ाई में जो रचेगा, वही बचेगा। दूसरे की राजनीति खत्म समझिए।
मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे पर टायर फटने से चलती बस में लगी आग,
27 Apr, 2024 02:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। वडगांव के पास मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर 35 यात्रियों को ले जा रही एक निजी बस में टायर फटने के बाद आग लग गई। समय रहते सभी यात्रियों को बाहर निकाल लिया गया। जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ।
इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें बस के आगे के हिस्से में खिड़की से आग की लपटे बाहर आती दिख रही है। वहीं, बस में लगी आग को दमकलर्मी बुझाता हुआ देखा जा सकता है।
एक अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि यह घटना पुणे जिले के मावल तालुका के आधे गांव में सुबह करीब सात बजे हुई।
अधिकारी ने कहा,
बस मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर पुणे की ओर जा रही थी। जब यह मावल के आधे गांव पहुंची तो बस का टायर फट गया और उसमें आग लग गई। उन्होंने बताया कि सभी 35 यात्रियों और बस चालक को समय रहते बस से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और किसी को कोई चोट नहीं आई।
आग से बस का बड़ा हिस्सा जलकर खाक हो गया। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। वडगांव यातायात पुलिस विभाग के साथ आईआरबी गश्त, डेल्टा फोर्स की टीमों ने आग पर काबू पाया।
Maharashtra Lok Sabha Election 2024 : 8 सीटों पर वोटिंग जारी....
26 Apr, 2024 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। Maharashtra Lok Sabha Election 2024 महाराष्ट्र में आज लोकसभा के दूसरे चरण के तहत सुबह सात बजे से 8 सीटों पर वोटिंग शुरू हो गई है। वहीं, आज देश के विभिन्न राज्यों में 88 सीटों पर वोटिंंग है। इसके पहले प्रथम चरण में 5 सीटों पर मतदान हो चुका है। वहीं देशभर में पहले चरण में 102 सीटों पर मतदान हो चुका है।
महाराष्ट्र की आठ सीटों में पश्चिमी विदर्भ की बुलढाणा, अकोला अमरावती, वर्धा और यवतमाल-वाशिम सीटें शामिल हैं। वहीं, मराठवाड़ा की हिंगोली, नांदेड़ और परभणी सीटों पर मतदान है। इन सभी सीटों के लिए कुल 16, 589 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। यहां शाम 6 बजे तक मतदान होगा। सुबह 9 बजे तक राज्य में 7.45% मतदान हो चुका है। दो घंटे के अंतराल में यहां मतदान थोड़ा ही बढ़ा है। 11 बजे तक मतदान प्रतिशत बढ़कर 18.83 हो गया है।
MNC कंपनी की सेवानिवृत्त निदेशक से फ्रॉड
25 Apr, 2024 03:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। मुंबई में रहने वाली एक MNC कंपनी के एक सेवानिवृत्त निदेशक को साइबर जालसाजों ने ठग लिया। बता दें कि ठगों ने एक महिला से लगभग 25 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया है। ठगों ने खुद को पुलिस और सीबीआई अधिकारी बताया और उन्हें यह कहकर डराया कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच की जा रही है। इस घटना की जानकारी अधिकारियों ने गुरुवार को दी।
पुलिस का कहना है कि यह हाल के दिनों में शहर में किसी व्यक्ति को निशाना बनाकर किए गए सबसे बड़े साइबर धोखाधड़ी मामलों में से एक है।
उनके अनुसार, पीड़िता ने घोटालेबाजों को पैसे देने के लिए अपने और अपनी मां के शेयर और म्यूचुअल फंड निवेश बेच दिए और यहां तक कि गोल्ड लोन भी ले लिया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह घटना इस साल 6 फरवरी से शुरू होने वाली दो महीने की अवधि के दौरान हुई।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ता, जो पश्चिमी उपनगर में रहती हैं, को एक व्हाट्सएप कॉल आया, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को दूरसंचार विभाग का अधिकारी बताया, जिसने उन्हें बताया कि उसके तीन मोबाइल नंबर निष्क्रिय कर दिए जाएंगे। जब पीड़िता, जो एक वरिष्ठ नागरिक हैं, ने कारण जानना चाहा, तो कॉल करने वाले ने उसे बताया कि वह एक पुलिस अधिकारी को कॉल कनेक्ट कर रहा है।
उसके बाद, एक अन्य व्यक्ति ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए बोलना शुरू किया और कहा कि उन्हें उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत मिली है और उसके मोबाइल नंबर और आधार कार्ड मामले से जुड़े हुए पाए गए हैं।
कॉल करने वाले ने कॉल को किसी अन्य व्यक्ति को ट्रांसफर कर दिया, जिसने खुद को सीबीआई अधिकारी के रूप में पेश किया और उसे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसाने की धमकी दी।
पुलिस अधिकारी ने कहा, फोन करने वाले ने उससे कहा कि अगर वह मामले से बाहर निकलना चाहती हैं, तो उसे उसके द्वारा दिए गए बैंक खातों में पैसे जमा करने चाहिए और आश्वासन दिया कि उसे उसके पैसे वापस मिल जाएंगे।
उन्होंने कहा, जालसाजों ने पीड़िता के नाम पर एक चालू खाता भी खोला और उसे वहां पैसे जमा करने के लिए कहा। उन्होंने उससे कहा कि उसका पैसा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को भेज दिया जाएगा।
फोन करने वाले ने उसे स्थानीय पुलिस स्टेशन से भुगतान की रसीद लेने के लिए भी कहा।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि महिला ने खाते में लगभग 25 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए, लेकिन इसे वापस पाने में असफल रही, जिसके बाद उसने मुंबई पुलिस से संपर्क किया और अज्ञात धोखेबाजों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
उन्होंने कहा कि मुंबई अपराध शाखा के साइबर पुलिस स्टेशन ने मामले की जांच शुरू की और अब तक 31 बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं।
DRI ने अमेरिकी मुद्रा के साथ तस्करी का सोना और चांदी किया जब्त
24 Apr, 2024 02:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के माध्यम से अफ्रीका से तस्करी किए गए सोने को विदेशी चिह्नों को हटाने के लिए पिघलने की सुविधा पर संसाधित किया जा रहा था और स्थानीय बाजार में ले जाया जा रहा था। इस मामले में डीआरआई टीम ने 22 अप्रैल को कार्रवाई शुरू की थी।
ऑपरेशन के दौरान 9.67 किलोग्राम तस्करी का सोना, 18.48 किलोग्राम चांदी, भारतीय मुद्रा में 1.92 करोड़ और USD 190000, कुल 10.48 करोड़ रुपये जब्त किए गए।
दो वाहक, भर्तीकर्ता और पिघलाने वाले सहित चार लोगों ने भारत में सोने की तस्करी में शामिल होने की बात स्वीकार की और इसलिए, उन्हें सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसकी जानकारी DRI ने दी है।
गिरफ्तारी के डर से देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना में फूट डाली
23 Apr, 2024 03:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। शिव सेना (UBT) नेता संजय राउत ने मंगलवार को बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि कथित फोन टैपिंग मामले में गिरफ्तारी के डर से महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शिव सेना में फूट डाल दी है।
राउत ने कहा कि लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार हार जाएगी। उन्होंने कहा कि नई सरकार भाजपा नेताओं और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ बंद किए मामलों की जांच करेगी।
2019-2022 तक इनके खिलाफ हुई थी जांच
राउत ने कहा कि जब 2019-2022 तक उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सत्ता में थी, तब भाजपा नेताओं प्रवीण दरेकर, प्रसाद लाड, आशीष शेलार, गिरीश महाजन के खिलाफ विभिन्न मामलों में जांच चल रही थी।
राउत ने दावा किया 'आप हमारे नेताओं को गिरफ्तार कर सकते हैं, तो क्या हम आपके राजनीतिक दल के नेताओं को नहीं छू सकते। देवेंद्र फडणवीस पर विरोधियों के फोन टैप करने का गंभीर आरोप लगा है। इस डर से कि उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है और सजा का सामना करना पड़ सकता है, उन्होंने शिवसेना में विभाजन की योजना बनाई।'
2022 में शिवसेना का हुआ विभाजन
उल्लेखनीय है कि जून 2022 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में पार्टी के अधिकांश विधायकों द्वारा पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह करने के बाद शिवसेना विभाजित हो गई। पिछले साल, चुनाव आयोग के साथ-साथ राज्य विधानसभा अध्यक्ष ने शिंदे गुट को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी और धनुष और तीर का प्रतीक आवंटित किया।
फडणवीस 2014-2019 तक मुख्यमंत्री थे। तत्कालीन राज्य खुफिया विभाग (एसआईडी) प्रमुख रश्मि शुक्ला पर विपक्षी नेताओं के फोन अवैध रूप से टैप करने का आरोप लगाया गया था और उन पर आरोप भी लगे थे। पिछले साल सितंबर में, बॉम्बे हाई कोर्ट ने शुक्ला के खिलाफ दो एफआईआर रद्द कर दीं, जो अब राज्य के पुलिस महानिदेशक हैं।
क्या संजय निरुपम भाजपा में होंगे शामिल? पढ़ें इंटरव्यू की खास बातें.....
22 Apr, 2024 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रबल मोदी लहर के बावजूद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण नांदेड़ से स्वयं एवं इसके बगल की हिंगोली सीट से राहुल गांधी के भरोसेमंद रहे कांग्रेस नेता राजीव सातव को जितवाकर लाए थे। अब अशोक चव्हाण भाजपा में हैं। शनिवार को नांदेड़ में भाजपा प्रत्याशी के लिए हुई चुनावी सभा में वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मंच पर थे।
2019 में भाजपा यह सीट अशोक चव्हाण को ही हराकर जीती थी। अब खुद चव्हाण के साथ आ जाने से भाजपा और सहज महसूस कर रही है, क्योंकि चव्हाण खुद अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी एवं भाजपा उम्मीदवार प्रतापराव चिखलीकर को जिताने के लिए भरपूर मेहनत कर रहे हैं। प्रस्तुत है दैनिक जागरण के मुंबई ब्यूरो प्रमुख ओमप्रकाश तिवारी से अशोक चव्हाण की संक्षिप्त बातचीत के प्रमुख अंश...
इस बार आप अपनी पुरानी पार्टी छोड़कर एक नई पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं। नया क्या दिख रहा है नांदेड़ में ?
जवाब: अच्छा है। मुझे चाहने वाले लोग बहुत हैं यहां। उनमें से बहुत से लोग तो भाजपा में आ चुके हैं। उनका कहना है जिकड़े तुम्हीं, तिकड़े हमी (जहां तुम, वहां हम)। इसलिए यहां ज्यादा कोई दिक्कत नहीं लग रही है मुझे। कुछ क्षेत्रों में थोड़ा-बहुत असंतोष है। वह भी ठीक कर लेंगे।
मराठा बनाम अन्य का जो मुद्दा चल रहा है इस समय, वह क्या असर डालेगा इस बार के लोकसभा चुनाव में ?
जवाब: यह बात सही नहीं है। मराठा बनाम अन्य का कोई मुद्दा नहीं है। मराठा आंदोलन से यह क्षेत्र कुछ प्रभावित जरूर था। खासतौर से मराठवाड़ा का क्षेत्र, लेकिन हम लोगों के बीच जाकर ठीक से बता रहे हैं, उसके बारे में तो लोग समझ रहे हैं। हम लोगों को बता रहे हैं कि सरकार ने मराठा समुदाय को 10 प्रतिशत आरक्षण दे दिया है।
सगे-संबंधियों को भी उसमें शामिल करने के लिए सरकार ने शासनादेश जारी किया है। उस पर आपत्तियां आई हैं, उस पर सुनवाई होगी। ये सारे विषय सुलझने वाले ही हैं। वो हो जाएंगे। लोग ये बात समझ रहे हैं।
आपके कांग्रेस छोड़ देने के बाद उसके नेता आप पर हमलावर हैं। उनसे कैसे निपटेंगे ?
जवाब: ये तो हमेशा होता है। हर पांच साल में मुझ पर लोग हमला करते ही हैं। मुझ पर हमला किए बिना उनका प्रचार ही नहीं होता।
आपकी नई पार्टी (भाजपा) में वहां का निचले स्तर का कार्यकर्ता आपको अपने बीच कैसे समायोजित कर पा रहा है ?
जवाब: वो खुश हैं। भाजपा में जितने लोग अभी आ रहे हैं, उतने कभी नहीं आए थे। इसलिए वो खुश हैं।
आपके भाजपा में आने के बाद उसको उम्मीद है कि पूरा मराठवाड़ा आप उसकी झोली में डालेंगे। ये उम्मीद कहां तक पूरी होगी ?
जवाब: सच कहूं तो मराठवाड़ा की कोई विशेष जिम्मेदारी तो नहीं दी गई है। मैं नांदेड़ तो देख ही रहा हूं। ये सीट लाना मेरी जिम्मेदारी है। इसके अलावा अभी मैं विदर्भ भी जाकर आया।
आप इतने वर्ष कांग्रेस में रहे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कहां फेल होते दिख रहे हैं ?
जवाब: राहुल गांधी ने महाराष्ट्र का नेतृत्व जिनको दिया है, उनकी क्षमता नहीं है। उन्होंने पार्टी में इतना गड़बड़ करके रखा है कि कांग्रेस की कई अच्छी सीटें उसके हाथ से निकल गईं। भिवंडी, सांगली जैसी सीटें उसके हाथ से चली गईं। धुले और भंडारा- गोंदिया के प्रत्याशी को भी कोई नहीं जानता।
मुंबई में भी कायदे से देखें तो एक ही सीट मिली है। दूसरी उत्तर मुंबई की सीट पर तो जीतने का सवाल ही नहीं उठता। सीटें भी सिर्फ 17 ले पाएं हैं गठबंधन में। इसलिए कांग्रेस में अंदरूनी नाराजगी बहुत है।
मराठवाड़ा में शिवसेना का भी अच्छा प्रभाव रहा है। आप इतना घूम रहे हैं। क्या उद्धव ठाकरे के प्रति कोई सहानुभूति लहर दिखाई देती है?
जवाब: इस बार का चुनाव उनके लिए ‘पहला टेस्ट’ केस होगा। शिवसेना (यूबीटी) व राकांपा (शपा) के लिए अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। चुनाव के बाद ही समझ में आएगा कि लोगों का रुझान किसकी ओर है।
संजय निरुपम आपके करीबी रहे हैं। क्या वह भी भाजपा या राजग के किसी और दल का हिस्सा बनेंगे?
जवाब: आएं तो अच्छा रहेगा। उत्तर भारतीय नेता हैं। तेजतर्रार हैं। उन पर अन्याय हुआ है। वह आते हैं तो स्वागत है, लेकिन बात ये है कि किसी को लेना है, तो उसको कुछ देना भी पड़ता है ना। ये फैसला तो पार्टी के वरिष्ठ लोग ही करेंगे। बाकी तो संजय निरुपम के आने से मुंबई में फायदा ही होगा।
विवाहेतर संबंध तलाक का आधार हो सकता है
20 Apr, 2024 01:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। एक नौ वर्षीय बालिका की कस्टडी उसकी मां को सौंपते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा है कि विवाहेतर संबंध तलाक का आधार हो सकता है, लेकिन बच्चे की कस्टडी प्रदान करने का नहीं। जस्टिस राजेश पाटिल की एकल पीठ ने 12 अप्रैल को एक महिला पूर्व विधायक के पुत्र की याचिका को खारिज कर दिया जिसमें परिवार अदालत के फरवरी, 2023 के फैसले को चुनौती दी गई थी।
क्या है पूरा मामला?
परिवार अदालत ने भी बालिका की कस्टडी उसकी मां को सौंपी थी। इस मामले में युगल का विवाह 2010 में हुआ था और उनकी पुत्री 2015 में जन्मी थी। पेशे से डॉक्टर महिला ने दावा किया था कि 2019 में उसे घर से निकाल दिया गया था, जबकि याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी अपनी इच्छा से चली गई थी।
याचिकाकर्ता की वकील इंदिरा जयसिंह ने अदालत में दलील दी कि महिला के कई विवाहेतर संबंध हैं, लिहाजा बालिका की कस्टडी उसे सौंपना उचित नहीं होगा। अदालत ने कहा,
एक अच्छी पत्नी नहीं होने का मतलब यह नहीं कि वह एक अच्छी मां नहीं है।
याचिका में क्या कुछ कहा गया?
याचिकाकर्ता ने याचिका में दावा किया कि उसकी बेटी अपनी मां के साथ खुश नहीं थी और उसे व्यवहार में कुछ परिवर्तन आए हैं। लिहाजा बेटी के हित में उसे उसके व उसके माता-पिता के साथ रहने की अनुमति दी जाए। जयसिंह ने अदालत से कहा कि बालिका के स्कूल ने भी याचिकाकर्ता की मां को ई-मेल लिखे थे जिसमें उसके व्यवहार को लेकर चिंता जताई गई थी, लेकिन हाई कोर्ट ने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
'पिता को कस्टडी देने का कोई कारण नहीं'
न्यायाधीश ने कहा कि स्कूल प्रशासन के पास बालिका से जुड़े मुद्दे के बारे में उसकी राजनीतिज्ञ दादी को सूचित करने का कोई कारण नहीं था, जबकि बालिका के माता-पिता सुशिक्षित हैं और उसकी मां तो डॉक्टर है। जस्टिस पाटिल ने कहा,
बालिका नौ वर्ष की है, जो युवावस्था से पहले की उम्र है और कस्टडी के ऐसे मामलों में अदालत को बच्चे हित को सर्वोपरि रखना चाहिए। बालिका की देखभाल उसकी नानी कर रही थी और मां की कस्टडी में रहने के दौरान उसका अकादमिक रिकॉर्ड भी अच्छा था। लिहाजा बालिका की कस्टडी मां से छीनकर पिता को देने का कोई कारण नहीं है।
अदालत ने याचिकाकर्ता को 21 अप्रैल तक बालिका की कस्टडी उसकी मां को सौंपने का आदेश दिया। बालिका जब अपने पिता से एक वीकेंड पर मिलने आई थी तो पिता ने उसे वापस मां के पास भेजने से इनकार कर दिया था। इस मामले में 2020 में महिला ने अपने पति और सास-ससुर के विरुद्ध पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी जिसमें उसने उत्पीड़न करने, हमला करने, डराने-धमकाने व बेटी को छीनने का आरोप लगाया था। महिला ने मजिस्ट्रेट कोर्ट में घरेलू हिंसा की शिकायत और परिवार अदालत में बेटी की कस्टडी मांगने की अर्जी भी दाखिल की थी।
बैंक धोखाधड़ी मामले में मिली जमानत...
19 Apr, 2024 06:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर को मुंबई की एक विशेष अदालत ने शुक्रवार को बड़ी राहत दी। बता दें कि कोर्ट ने 466 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी मामले में राणा कपूर को जमानत दे दी। इसी के साथ ही राणा कपूर के चार साल बाद जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया।
कब हुई थी गिरफ्तारी?
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राणा कपूर को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मार्च 2020 में गिरफ्तार किया था और उन पर बैंक धोखाधड़ी से संबंधित आठ मामलों में केस दर्ज किया गया था। फिलहाल, राणा कपूर को सभी मामलों में जमानत मिल गई है।
वकील ने क्या कुछ कहा?
राणा कपूर के वकील राहुल अग्रवाल ने कहा कि वे उनकी रिहाई को जल्द से जल्द सुनिश्चित करने के लिए जमानत की औपचारिकताएं पूरी करने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि कोर्ट ने राणा कपूर को उनके और अवंता समूह के प्रमोटर गौतम थापर के खिलाफ कथित तौर पर 466.51 करोड़ रुपये के सार्वजनिक धन दुरुपयोग मामले में जमानत दे दी है।
हम शिंदे सरकार के इस फैसले की सराहना करते हैं
17 Apr, 2024 03:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए सेना के एक मेजर के परिवार को वित्तीय लाभ देने का फैसला किया है। राज्य सरकार ने बुधवार को बॉम्बे हाई कोर्ट को इसकी जानकारी दी। दरअसल, शहीद अनुज सूद की पत्नी आकृति सूद ने 2019 और 2020 के दो सरकारी प्रस्तावों के तहत पूर्व सैनिकों के लिए लाभ (मौद्रिक) की मांग करते हुए उच्च न्यायालय का रुख किया था।
राज्य सरकार ने पहले किया था इनकार
याचिका में तर्क दिया गया कि उनके दिवंगत पति की इच्छा के अनुसार परिवार पिछले 15 वर्षों से महाराष्ट्र में रह रहा है। उन्होंने कहा कि सूद हमेशा महाराष्ट्र के पुणे में रहने का इरादा रखते थे। इस दौरान राज्य सरकार ने शुरू में कहा था कि सूद का परिवार लाभ और भत्ते के लिए पात्र नहीं है क्योंकि संकल्प केवल उन लोगों के लिए थे जो महाराष्ट्र में पैदा हुए थे या जो 15 वर्षों से लगातार यहां रह रहे हैं। आकृति सूद ने अपनी याचिका में 26 अगस्त, 2020 को सरकार के फैसले को चुनौती दी थी।
राज्य सरकार को लगाई थी फटकार
इस पर न्यायमूर्ति गिरीश कुलकर्णी और न्यायमूर्ति फिरदोश पूनीवाला की खंडपीठ ने पहले सरकार को फटकार लगाई थी और सूद के मामले को विशेष और असाधारण मामले के रूप में मानने और लाभ देने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि अगर सरकार ऐसा नहीं कर सकती तो कोर्ट उचित आदेश पारित करेगा।
बुधवार को महाधिवक्ता बीरेंद्र सराफ ने पीठ को बताया कि सरकार ने विशेष मामले के तौर पर सूद के परिवार को लाभ देने का फैसला किया है। सरकार ने आकृति को एक करोड़ रुपये (आकृति को 60 लाख रुपये और सूद के पिता को 40 लाख रुपये) और 9,000 रुपये मासिक भुगतान देने का फैसला किया है।
एकनाथ शिंदे सरकार की कोर्ट ने की सराहना
पीठ ने सरकार के फैसले की सराहना की और कहा कि सरकार ने कठिन परिस्थिति का सम्मान किया है। अदालत ने कहा, 'ये वास्तविक मानवीय पीड़ाएं हैं। हमेशा एक अपवाद होता है। यह एक विशेष मामला है। अदालत ने कहा, 'हम याचिकाकर्ता के मामले को विशेष मामला मानने और लाभ देने में मुख्यमंत्री और राज्य सरकार द्वारा अपनाए गए रुख की अत्यधिक सराहना करते हैं।'
पीठ ने यह कहते हुए याचिका का निपटारा कर दिया कि राशि यथाशीघ्र वितरित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि मेजर सूद ने 2 मई, 2020 को अपनी जान गंवा दी, जब वह नागरिक बंधकों को आतंकवादी ठिकानों से बचा रहे थे। उन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया।
लॉरेंस बिश्नोई को खत्म कर देंगे' 'गैंगवार की इजाजत नहीं
16 Apr, 2024 07:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। Mumbai Eknath Shinde Met Salman Khan: बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग होने के कुछ दिनों बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उनसे मिलने उनके घर गैलक्सी आपर्टमेंट पहुंचे। सीएम एकनाथ ने सलमान खान के साथ-साथ उनके पिता सलीम खान से भी मुलाकात की और घटना पर जानकारी ली। मुख्यमंत्री के पहुंचते ही एक्टर के घर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई।
सलमान खान से मिलने के बाद एकनाथ शिंदे ने पत्रकारों से कहा 'मैंने सलमान खान से कहा है कि सरकार आपके साथ है, दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे पूछताछ की जाएगी। हम मामले की तह तक जाएंगे। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। किसी को भी इस तरह से निशाना नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी गैंगवार की इजाजत नहीं दी जाएगी। हम ऐसा नहीं होने देंगे। हम लॉरेंस बिश्नोई को खत्म कर देंगे।'
रविवार को हुई थी घटना
बता दें कि रविवार को बाइक पर आए दो लोगों ने सलमान खान के घर के बाहर चार राउंड फायर की थी। गैलेक्सी अपार्टमेंट में सलमान के अलावा उनका पूरा परिवार रहता है। इस फायरिंग की जिम्मेदारी खुद लॉरेंस बिश्वोई ने ली थी।
हालांकि, मुंबई पुलिस ने इस मामले में दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ की जा रही है। कोर्ट ने भी 10 दिन की रिमांड पर आरोपियों को भेज दिया है। दोनों की गिरफ्तारी गुजरात के भुज से हुई थी। मंगलवार को दोनों को मुंबई लाया गया और किला कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर आरोपियों की जानकारी साझा की। पुलिस ने बताया कि आरोपी विक्की गुप्ता और सागर पाल है।
सरकारी कॉन्ट्रैक्टर ने लगाए आरोप
15 Apr, 2024 02:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ सरकारी काॅन्ट्रैक्टर से कथित रूप से 10.8 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में एफआईआर दर्ज की है। इन सभी पर बिजनेस के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कर डील करने का आरोप है।
श्रीनगर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा कि मामले में धारा 406 (आपराधिक विश्वास हनन), 420 (धोखाधड़ी) और आईपीसी की अन्य संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है। आरोपियों में एक दंपती (कंपनी के डायरेक्टर) और दो अन्य शामिल हैं।
'इलेक्ट्रिकल गुड्स फैक्ट्री फर्जी दस्तावेज पर बेची'
शिकायतकर्ता का आरोप है कि आरोपी दंपती ने उन्हें अंधेरी एमआईडीसी और पालघर में इलेक्ट्रिकल सामान बनाने वाली फैक्ट्री बेचने की इच्छा जताई और सभी दस्तावेज दिखाए। इसके बाद उन्होंने दोनों जगहों का दौरा भी किया था।
अधिकारी ने कहा,
शिकायतकर्ता ने दोनों फैक्ट्री यूनिट्स को खरीदने के लिए 5.82 करोड़ रुपये का भुगतान किया और उन्होंने कुछ दिनों बाद दस्तावेजों की जांच की तो देखा कि वो नकली थे।
अधिकारी ने कहा कि आरोपियों ने कथित तौर पर मूल दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए और शिकायतकर्ता के नाम पर शेयर हस्तांतरित करने से मना कर दिया। साथ ही बताया कि आरोपी दंपती ने कथित तौर पर ठाणे में अपना कार्यालय भी बंद कर दिया।
उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता को 10.8 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है, जिसमें कारखानों को खरीदने के लिए भुगतान की गई राशि और इकाइयों में उनके निवेश से हुई कमाई शामिल थी।
NCP शरद पवार गुट का भाजपा पर हमला
14 Apr, 2024 01:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नागपुर। डॉ. बीआर अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर एनसीपी-एससीपी नेता अनिल देशमुख ने कहा है कि यहां हर एक व्यक्ति कह रहा है कि वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को संविधान बदलने की अनुमति नहीं देंगे।
डॉ. बी.आर. अंबेडकर की 134वीं जयंती के मौके पर देशमुख ने कहा कि बीजेपी 400 सीटें हासिल करने पर संविधान बदलने की बात कर रही है। उन्होंने कहा,
आज डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की 134वीं जयंती है और 400 पार के बाद संविधान बदलने की बात हर जगह चल रही है। सुब्रमण्यम स्वामी, निर्मला सीतारमण जैसे बीजेपी नेता... कहते हैं कि अगर उन्हें 400 से ज्यादा सीटें मिलेंगी तो वे संविधान बदल देंगे।
बाबा साहब ने महिलाओं और वंचितों के लिए काम किया
14 अप्रैल, 1891 को जन्मे बीआर अम्बेडकर एक भारतीय न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। उन्होंने वंचितों के प्रति सामाजिक भेदभाव के खिलाफ अभियान चलाया और महिलाओं और श्रमिकों के अधिकारों का समर्थन किया।
वह भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति के अध्यक्ष थे। 1990 में उन्हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। 6 दिसंबर 1956 को नई दिल्ली में उनका अपने घर पर निधन हो गया था।
बाबा साहब के अनुयायियों के बीच 'दीक्षाभूमि' का एक खास महत्व है। इसलिए आज उनकी 134वीं जयंती पर कई लोग दीक्षाभूमि पर एकत्र हुए। नागपुर में स्थित यह स्थान भारत में बौद्ध धर्म का तीर्थस्थल माना जाता है। डॉ. बी.आर. 14 अक्टूबर, 1956 को दीक्षाभूमि में अम्बेडकर ने 5,00,000 से अधिक अनुयायियों के साथ अशोक विजयादशमी पर बौद्ध धर्म अपनाया था।
सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग, बाइक से आए दो शूटर्स ने चलाई गोलियां
14 Apr, 2024 11:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। आज सुबह बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के मुंबई स्थित आवास के बाहर गोलियों की आवाज सुनी गई। आज सुबह 5 बजे, मोटरसाइकिल पर एक अज्ञात व्यक्ति ने बांद्रा में सलमान खान के घर के बाहर हवा में कई राउंड फायरिंग की और घटनास्थल से भाग गया। मुंबई पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और गोली चलाने वाले व्यक्ति का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
पुलिस जांच में लगी हुई है कि आखिर यह फायरिंग क्यों करवाई गई है। मुंबई पुलिस ने मामले को काफी गंभीरता से लिया हुआ है। पुलिस का कहाना है कि भले ही लॉरेंस बिश्नोई जेल में है, लेकिन उनका गैंग बाहर है और गोल्डी बराड़ भी बाहर है। ऐसे में पुलिस का मानना है कि इसी गैंग ने अभिनेता के घर के बाहर फायरिंग करवाई है। इस मामले के बाद अब उम्मीद जताई जा रही है कि अभिनेता की सुरक्षा और बढ़ाई जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 2-3 राउंड फायरिंग हुई है। वहीं, मुंबई क्राइम ब्रांच और ATS की टीम मौके पर पहुंच रही है। सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर तीन राउंड फायरिंग की गई है। इस घटना में फिलहाल किसी के घायल होने की खबर नहीं है। मालूम हो कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई कई बार सलमान खान को जान से मारने की धमकी दे चुका है। अभिनेता सलमान खान के बांद्रा स्थित आवास के बाहर फायरिंग पर शिव सेना (यूबीटी) नेता आनंद दुबे का कहना है, ''चाहे सलमान खान हों या कोई आम आदमी, मुंबई और महाराष्ट्र में कोई भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। आपने देखा होगा कि हाल ही में मुंबई में गोलीबारी हुई थी और डोंबिवली में एक विधायक पर फायरिंग हुई। आज सुबह सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग हुई। ये कैसी कानून व्यवस्था है? गृह मंत्री, मुख्यमंत्री जी आप कहां हैं?... अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं मंत्री और गृह मंत्री को इस घटना का संज्ञान लेना चाहिए।
मुंबई पुलिस के इस काम की हर कोई कर रहा तारीफ
13 Apr, 2024 07:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। आजकल क्यूआर कोड (QR Code) सभी लोगों के स्मार्टफोन में है, लोग इसका इस्तेमाल पेमेंट करने के लिए लगभग रोजाना ही करते हैं। मगर, क्यूआर कोड का पहली बार इस्तेमाल एक बच्चे को उसके मां-बाप से मिलवाने के लिए किया गया है। यह सराहनीय कार्य मुंबई की कोलाबा पुलिस ने किया है।
कोलाबा पुलिस ने गुम हो गए एक 12 साल के विक्षिप्त बच्चे को उसको घर पहुंचने में मदद की। विक्षिप्त बच्चे ने किसी बात को लेकर अपना घर छोड़ दिया था और वर्ली से बस लेकर कोलाबा पहुंच गया। पूछने पर वह अपने परिवार और घर के बारे में कुछ भी बताने में असमर्थ था।
बस कंडक्टर बच्चे को पुलिस स्टेशन लेकर पहुंचा
कोलाबा पुलिस के मुताबिक, गुरुवार को एक बस कंडक्टर बच्चे को पुलिस स्टेशन लेकर पहुंचा। कंडक्टर ने पुलिस को बताया कि बच्चे को अपने मां-बाप और उसे कहां जाना है यह भी बताने में असमर्थ है। कंडक्टर ने कहा कि हमें ऐसा लगा कि बच्चा बौद्धिक रूप से विक्षिप्त है। इसपर पुलिस अधिकारियों ने बच्चे के गले में एक धागे में लॉकेट बंधा देखा।
पुलिस अधिकारियों ने क्यूआर कोड को स्कैन किया
इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने फौरन क्यूआर कोड को स्कैन किया। स्कैन करने के बाद पुलिस को एक नंबर मिला, जो वर्ली में रहने वाले बच्चे के परिवार का था। पुलिस ने नंबर पर फोन करके उसके पिता को सारी जानकारी दी।
कोबाला पुलिस स्टेशन पहुंचे माता-पिता
उधर बच्चे के परेशान माता-पिता अपने बेटे को ढूंढ रहे थे। जानकारी होने के बाद बच्चे के माता-पिता कोबाला पुलिस स्टेशन पहुंचे। उन्होंने बताया कि बच्चा घर से खेलने की बात कहकर निकला था, लेकिन उसके बाद से वह गायब हो गया। पुलिस स्टेशन में अपने बच्चे को सही सलामत देखकर पिता ने पुलिस को धन्यवाद दिया। बच्चे के पिता एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं।
इस तरह से पुलिस ने बच्चे को क्यूआर कोड की मदद से बच्चे को उसके परिवार से मिला दिया।