छत्तीसगढ़
पर्यटकों के लिए खुशखबरी, बिलासा ताल में बहुत जल्द बनेगा हैंगिंग ब्रिज
11 Jan, 2024 12:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिलासपुर। बिलासा ताल उद्यान पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है। यहां बहुत जल्द पर्यटक हैंगिंग ब्रिज का लुत्फ उठाएंगे। हैंगिंग को सस्पेंशन ब्रिज भी कहा जाता है। इसमें पानी के अंदर कोई भी पिलर या बेस नहीं होता है। इसे केबल की सहायता से तैयार किया जाता है।
बिलासा ताल का निर्माण अक्टूबर 2010 में हुआ था। मुरुम का अवैध उत्खनन रोकने के लिए इसकी योजना तैयार की गई। जिला प्रशासन की पहल पर बना इस उद्यान का निर्माण का जिम्मा वन विभाग को दिया गया। बाद में प्रशासन संचालन की जिम्मेदारी भी विभाग को सौंप दी। यहां चारों ओर हरियाली और बीच में बड़ा तालाब है। इसके अलावा खानपान के लिए गुमटियां और बच्चों के लिए झूले, फिसलपट्टी की सुविधाएं भी हैं। इसे सुंदर बनाने के लिए तालाब के ऊपर लगभग 500 फीट लंबा ब्रिज तैयार किया गया है।
प्राकृतिक स्वरूप देने के लिए लकड़ी का ब्रिज बनाया गया है। पर्यटक भी इसका लुत्फ उठाते थे। ब्रिज के बीच में एक गोल आकार दिया गया है जिससे की पर्यटक वहां खड़े होकर तालाब व हरियाली का मजा उठा सके। लेकिन, मेंटेनेंस के अभाव में ब्रिज जर्जर हो गया है। जहां से पर्यटक पैदल चलते थे उसके किनारे- किनारे की लकड़ी की घेराबंदी उखड़ने लगी। लगातार पानी के अंदर होने और दीमक लगने के कारण निचला हिस्सा पूरी तरह कमजोर गया था। लिहाजा सुरक्षा के मद्देनजर वन विभाग ने इसे ढहा दिया।
करीब पांच साल से यहां ब्रिज नहीं है। हालांकि बीच में योजना बनाई गई थी। लेकिन, विभागीय अड़चन व अफसरों के तबादले के बाद योजना ठंडे बस्ते में चली गई। पर्यटक इस ब्रिज की कमी महसूस कर रहे थे। पिछले दिनों नगर निगम के अफसरों ने यहां का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ही उन्होंने हैंगिंग ब्रिज बनाने के लिए कहा। साथ ही यह आश्वासन दिया कि ब्रिज बनाने में जो खर्च आएगा, उसे निगम देगा।
190 मीटर लंबा और आठ फीट होगा चौड़ा
निगम से बजट देने का आश्वासन मिलने के बाद वन विभाग ने सर्वे किया। इसके तहत यह निर्णय लिया गया कि हैंगिंग ब्रिज की लंबाई 190 मीटर होगी। वहीं इसकी चौड़ाई आठ फीट होगी। चौड़ाई इसलिए बढ़ाई गई है, ताकि इस ब्रिज से कम से कम आमने-सामने से दो- दो पर्यटक आसानी से गुजर सके। इस ब्रिज को बनाने का जिम्मा नागपुर की एक निजी कंपनी को दी जाएगी। वन विभाग ने इस संबंध में कंपनी से चर्चा भी कर ली है।
10 से 12 फीट गहरा है तालाब
बिलासा ताल का तालाब 10 से 12 फीट गहरा है। इसमें सालभर लबालब पानी भरा रहता है। इसलिए ब्रिज निर्माण के दौरान सुरक्षा के मापदंडों का पूरा ख्याल रखा जाएगा। ब्रिज के दोनों किनारे में लोहे की जालियों की दीवार रहेगी, ताकि पर्यटकों के गिरने का खतरा न रहे।
अगले तीन दिनों में बढ़ेगी ठंड, उत्तर से चलेगी ठंडी हवाएं और पांच डिग्री गिरेगा पारा
11 Jan, 2024 12:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज अब बदलने वाला है और अगले तीन दिनों में ठिठुरन बढ़ने वाली है। मौसम विभाग का कहना है कि गुरुवार 11 जनवरी से उत्तर से ठंडी व शुष्क हवाओं का आगमन शुरू हो रहा है। इसके कारण अगले तीन दिनों में प्रदेश के न्यूनतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आएगी। इसके साथ ही अधिकतम तापमान भी दो डिग्री सेल्सियस तक गिरेगा।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि प्रदेश में गुरुवार से ठंडी व शुष्क हवाओं के आने की संभावना है। इसके चलते न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना है और प्रदेश में ठिठुरन भी बढ़ेगी। बुधवार को रायपुर सहित प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहा और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से न्यूनतम तापमान में जबरदस्त बढ़ोतरी रही। ठंडी हवाओं का आगमन थोड़ा कम रहा, इसके चलते दोपहर को हल्की उमस भी रही।
इसके चलते रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर, पेंड्रा रोड, जगदलपुर सहित अन्य क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में तीन से छह डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी रही। इन दिनों ठंड कम पड़ने के कारण गर्म कपड़ों के कारोबार में भी गिरावट आइ है। कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने पर कारोबार की रफ्तार भी बढ़ने वाली है।
रायपुर का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री बढ़ने से उमस बढ़ी
बुधवार को रायपुर का न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। इसके साथ ही बिलासपुर में न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री रहा,जो सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। अंबिकापुर व पेंड्रा रोड का न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री और 14.8 डिग्री सेल्सियस रहा। दोनों ही क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री ज्यादा रहे।
छत्तीसगढ़ में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन मंदिरों में होगी विशेष पूजा-अर्चना, इस दिन मनेगा दीवाली जैसा उत्सव....
11 Jan, 2024 12:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन छत्तीसगढ़ के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। इस दिन दीवाली जैसा उत्सव मनेगा। प्रदेशभर के मंदिरों में पूजा-अर्चना और शाम को गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा।
22 जनवरी के ऐतिहासिक पल को यादगार बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के सभी जिलों और ब्लाक स्तर पर सभी प्रमुख मंदिरों में सुबह आरती और पूजा का आयोजन होगा। राज्य सरकार के संस्कृति विभाग ने इस दिशा में आला अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। साथ ही मठ-मंदिरों के प्रबंधन, ट्रस्टियों से भी उत्सव मनाने की अपील की गई है। संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आला अधिकारियों की बैठक ली।
उन्होंने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दिन राज्य के सभी शासकीय भवनों में आकर्षक रौशनी की व्यवस्था की जाए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को श्री रामलला दर्शन योजना में प्रदेशवासियों को अयोध्या ले जाने के लिए व्यवस्थित और सुविधापूर्ण कार्ययोजना भी तैयार करने कहा।
उज्जैन और बनारस की तर्ज पर राजिम
उज्जैन और बनारस में बनाएं गए भव्य कारीडोर की तर्ज पर राजिम मंदिर परिसर को विकसित करने के लिए कारीडोर निर्माण के बारे में संस्कृति मंत्री ने अधिकारियों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि राजिम मंदिर परिसर के कान्सेप्ट प्लान पर काम शीघ्र शुरू किया जाए। साथ ही राजिम कुंभ की तैयारियों को लेकर भी गंभीर रहे।
चारधाम की तर्ज पर विकसित किए जाएंगे शक्तिपीठ
छत्तीसगढ़ के पांच शक्तिपीठों को चारधाम की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। संस्कृति मंत्री ने कहा कि सूरजपुर के कुदरगढ़, चन्द्रपुर चन्द्रहासिनी मंदिर, रतनपुर महामाया मंदिर, डोंगरगढ़ में बम्लेश्वरी मंदिर और दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर में इस योजना के तहत विभिन्न सुविधाओं के विकास के लिए कार्ययोजना तैयार किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को गरियाबंद जिले के भूतेश्वर महादेव, जतमई घटारानी जलप्रपात, शिवमहापीठ, सिरकट्टी आश्रम और कोपरा के कोपेश्वर महादेव को ट्रायबल परिपथ के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए।
छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने अयोध्या दर्शन के लिए वार्षिक मुफ्त ट्रेन यात्रा योजना को दी मंजूरी
11 Jan, 2024 11:47 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार ने उन लोगों के लिए वार्षिक मुफ्त ट्रेन यात्रा योजना को मंजूरी दे दी है जो अयोध्या मंदिर में भगवान राम के दर्शन के लिए जाना चाहते हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि यह फैसला बुधवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साई की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2023 के विधानसभा चुनावों के दौरान जो वादा किया था, वह एक और गारंटी को पूरा कर रहा है।
इसमें कहा गया कि 20,000 लोगों को ट्रेन से वार्षिक तीर्थयात्रा पर अयोध्या ले जाया जाएगा। 18 वर्ष से 75 वर्ष की आयु के वे लोग जो चिकित्सकीय रूप से फिट हैं, इस योजना के तहत पात्र होंगे। प्रथम चरण में 55 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों का चयन किया जायेगा।
तीर्थयात्रियों के चयन के लिए प्रत्येक जिले में कलेक्टर के अधीन एक समिति गठित की जाएगी।
विज्ञप्ति में कहा गया है, यह योजना छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड द्वारा कार्यान्वित की जाएगी और राज्य पर्यटन विभाग द्वारा आवश्यक बजट प्रदान किया जाएगा।
इस योजना को लागू करने के लिए भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया जाएगा और एक साप्ताहिक विशेष ट्रेन की व्यवस्था की जाएगी।
विज्ञप्ति के अनुसार, लोग रायपुर, दुर्ग, रायगढ़ और अंबिकापुर स्टेशनों से विशेष ट्रेन में सवार हो सकते हैं। 900 किलोमीटर के दौरे का मुख्य गंतव्य अयोध्या होगा।
दौरे के दौरान, तीर्थयात्री वाराणसी में रात्रि विश्राम करेंगे जहां उन्हें काशी विश्वनाथ मंदिर ले जाया जाएगा और गंगा आरती में भाग लिया जाएगा।
विशेष रूप से, साई सरकार ने पिछले सप्ताह अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक को चिह्नित करने के लिए 22 जनवरी को "ड्राई डे" घोषित करने का निर्णय लिया था।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि एक अन्य निर्णय में, राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रफुल्ल भारत को नया महाधिवक्ता नियुक्त करने का भी निर्णय लिया है।
वह पूर्व एजी सतीश चंद्र वर्मा का स्थान लेंगे जिन्होंने दिसंबर में भाजपा के सत्ता में आने के बाद इस्तीफा दे दिया था।
24 घंटे में फिर बदलेगा मौसम, तेजी से गिरेगा तापमान, आज बारिश की संभावना
10 Jan, 2024 11:35 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से नम हवाओं के आने के कारण छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदला हुआ है और सुबह-सुबह और रात में ज्यादा ठंड पड़ रही है। हालांकि दोपहर के वक्त तेज धूप के चलते ठंड गायब हो गई है।
मौसम विभाग का कहना है कि 11 जनवरी से छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज फिर से बदलने वाला है और 14 जनवरी तक प्रदेश में न्यूनतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आएगी। इसके साथ ही बुधवार को कबीरधाम जिले व उससे लगे क्षेत्रों में हल्की वर्षा के भी आसार है। बुधवार को उत्तर व मध्य छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान में ब़ढ़ोतरी होगी। प्रदेश भर में मंगलवार को बलरामपुर सबसे ठंडा रहा, एआरजी बलरामपुर में न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मंगलवार को रायपुर सहित प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहा। न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी के कारण इन दिनों ठंड थोड़ी कम हुई है, लेकिन आने वाले दो दिनों में ही मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल जाएगा और प्रदेश में ठिठुरन में बढ़ोतरी होने वाली है। दिसंबर महीने में ठंड अच्छी पड़ने के कारण गर्म कपड़ों की बिक्री जबरदस्त रही है,हालांकि अभी गर्म कपड़ों की बिक्री घट गई है। कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने पर गर्म कपड़ों की बिक्री काफी ज्यादा बढ़ेगी।
न्यूनतम तापमान पांच डिग्री तक बढ़ा
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अभी रायपुर सहित प्रदेश भर में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है। रायपुर में न्यूनतम तापमान 16.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। इसी प्रकार जगदलपुर में न्यूनतम तापमान 16.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जो सामान्य से पांच डिग्री ज्यादा रहा। बिलासपुर में न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री रहा,जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा।
छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल का अंतिम संस्कार आज, गृह ग्राम कुरुदडीह में दोपहर तीन बजे होगी अंत्येष्टि
10 Jan, 2024 11:32 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल का गृह ग्राम कुरुदडीह में बुधवार दोपहर तीन बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता 89 वर्षीय नंदकुमार बघेल का सोमवार सुबह करीब छह बजे निधन हो गया था।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंगलवार को पाटन सदन पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता स्वर्गीय नंदकुमार बघेल के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री बघेल एवं उनके परिजनों से भेंटकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने ईश्वर से परिवारजनों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने भी स्वर्गीय नंदकुमार बघेल को श्रद्धांजलि दी।
अस्वस्थ होने की वजह से नंदकुमार बघेल का करीब तीन माह से मोवा स्थित श्रीबालाजी हास्पिटल में इलाज चल रहा था। उनका पार्थिव शरीर पाटन सदन में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। बेटी के विदेश से आने के बाद 10 जनवरी को गृहग्राम कुरुदडीह में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) की बैठक में शामिल होने के लिए रविवार की देर शाम भूपेश बघेल दिल्ली गए थे। पिता के निधन की जानकारी मिलते ही दोपहर में वापस लौट आए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दूरभाष पर भूपेश से चर्चा की और शोक प्रकट किया। नंदकुमार बघेल के निधन पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रियंका गांधी, नेता प्रतिपक्ष डा चरणदास महंत समेत भाजपा और कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने दुख जताया है।
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल इस बार नहीं लेगा 10वीं और 12वीं की प्री बोर्ड परीक्षा
10 Jan, 2024 11:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल इस बार 10वीं और 12वीं की प्री बोर्ड परीक्षा नहीं लेगा। स्कूलों में इस साल वीकली और मंथली टेस्ट लिया ही जा रहा है। समय के अभाव के चलते माशिमं ने यह फैसला लिया है। बता दें कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं एक मार्च से शुरू हो रही है। अधिकारियों का कहना है कि अभी हाल में हुई अर्द्धवार्षिक परीक्षा की समीक्षा की गई है, जो कि 80 प्रतिशत कोर्स से परीक्षा ली गई थी। इसका परिणाम अच्छा रहा। ऐसे में विद्यार्थियों पर ज्यादा बोझ न हो, इसे ध्यान में रखते हुए प्री बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि कई स्कूल अपने स्तर पर प्री बोर्ड परीक्षा आयोजित कर सकते हैं।
इस साल अर्द्धवार्षिक परीक्षा के लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने सेंट्रलाइज प्रश्न पेपर जारी किया था। इसका यह असर रहा कि प्री बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की आवश्यकता ही नहीं पड़ी। हालांकि जिन स्कूलों की अर्द्धवार्षिक परीक्षा का परिणाम अच्छा नहीं आया है, उनमें अतिरिक्त कक्षा लगाने की तैयारी कर ली गई है।
स्कूलों में प्रायोगिक परीक्षा 10 जनवरी से
माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं की प्रायोगिक परीक्षाएं 10 जनवरी से शुरू हो रही है, जो 31 जनवरी तक चलेगी। इस बार परीक्षा में विद्यार्थियों को केवल एक अवसर मिलेगा। इसके लिए पहले निर्देश जारी कर चुके हैं। दूसरी ओर, प्रायोगिक परीक्षा के लिए स्कूल खुद अपने केंद्राध्यक्ष का चयन नहीं कर सकते। इस साल केंद्राध्यक्ष बोर्ड से स्कूलों में भेजा रहा है।अधिकारियों का कहना है कि प्रायोगिक परीक्षा में किसी भी तरह की गलती स्वीकार नहीं जाएगी।
बता दें कि प्रायोगिक परीक्षा के रिकार्ड को स्कूल प्रशासन को छह माह तक रखना होगा। इसके लिए निर्देश जारी किया जा चुका है। कई स्कूल प्रायोगिक परीक्षा की जानकारी समय पर बोर्ड कार्यालय को नहीं भेज पाते हैं, जिससे परिणाम बनाने में दिक्कत आती है। इन बातों को देखते हुए छह माह तक प्रायोगिक परीक्षा के रिकार्ड को सुरक्षित रखने को कहा गया है।
सड़क हादसा : तीर्थयात्रियों से भरी बस अनियंत्रित होकर पलटी, आठ को सामान्य चोट
10 Jan, 2024 11:10 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अंबिकापुर-बनारस मार्ग पर वाड्रफनगर के खरहरा नाला के पास तीर्थयात्रियों की बस अनियंत्रित होकर पलट गई। दुर्घटना में आठ तीर्थयात्रियों को हल्की चोटें आई हैं शेष सभी 34 तीर्थयात्री पूरी तरह से सुरक्षित हैं। सभी तीर्थयात्रियों के लिए वाड्रफनगर के सामुदायिक भवन में ठहराया गया है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल से लेकर अस्पताल तक सक्रिय हैं।
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के दुर्ग, बालोद जिले से 42 श्रद्धालु टूरिस्ट बस से तीर्थयात्रा पर निकले थे। इन सभी को बनारस,अयोध्या, वृंदावन जाना था। बुधवार की सुबह बस वाड्रफनगर के खरहरा नाला के समीप पहुंची थी। उसी दौरान तेज गति की पिकअप सामने से आ गई। टक्कर से बचने के प्रयास में बस पर से चालक का नियंत्रण हट गया। बस मोड़ पर पलट गई। दुर्घटना के समय बस की गति धीमी थी इसलिए ज्यादा गंभीर चोट नहीं है। बस धीरे -धीरे सड़क किनारे लुढ़क गई थी।
दुर्घटना के बाद यात्रियों में कोहराम मच गया। सभी दुर्घटनाकारित बस से बाहर निकले। इधर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी भी घटनास्थल पहुंचे। सभी को सुरक्षित तरीक़े से वाड्रफनगर लाया गया। जिन आठ यात्रियों को चोट आई थी उन्हें सिविल अस्पताल वाड्रफनगर में भर्ती किया गया है। शेष सभी यात्री सुरक्षित है।
सामुदायिक भवन में सभी के रुकने की व्यवस्था की गई है। बता दें कि अंबिकापुर-बनारस मार्ग पर वाड्रफनगर के खरहरा नाला के पास लगातार सड़क हादसे हो रहे है। यहां सड़क सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। खतरनाक मोड़ के कारण थोड़ी सी असावधानी से वाहनें अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाती हैं।
11 से ठंड में होगी बढ़ोतरी, कुछ हिस्सों में आज हो सकती है हल्की बारिश
9 Jan, 2024 12:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रदेश में 11 जनवरी से न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू हो जाएगा। मौसम विभाग का कहना है कि न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है। इससे ठिठुरन बढ़ जाएगी।
सोमवार को प्रदेश भर में नारायणपुर सबसे ठंडा रहा। एडब्ल्यूएस नारायणपुर का न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मंगलवार को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की वर्षा हो सकती है। आने वाले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा, लेकिन इसके बाद न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
सोमवार को भी रायपुर सहित प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहा। अभी पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से न्यूनतम तापमान बढ़ा है, लेकिन रात और सुबह के समय ठंड बनी हुई है। इस महीने रायपुर का न्यूनतम तापमान 15 डिग्री से नीचे नहीं आया है। दिसंबर माह में अधिक ठंड पड़ने के कारण गर्म कपड़ों की बिक्री अच्छी रही।
न्यूनतम तापमान चार डिग्री तक बढ़ा
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से रायपुर सहित प्रदेशभर में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रायपुर का न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। इसी प्रकार बिलासपुर में न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा।
सिविल इंजीनियर को चिटफंड कंपनी में पैसा निवेश करने का झांसा देकर ठगे 44 लाख रुपये , मामला दर्ज
9 Jan, 2024 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजधानी के एक सिविल इंजीनियर को चिटफंड कंपनी में पैसा निवेश करने का झांसा देकर 44 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। ठगी के शिकार इंजीनियर की शिकायत पर डीडीनगर थाना पुलिस ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के सात ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
डीडीनगर पुलिस थाना प्रभारी ने बताया कि मिराज ट्री हाउस मकान नंबर बी/81, सेक्टर सात-ए कमल विहार निवासी राजेश कुमार देवांगन (39) पेशे से सिविल इंजीनियर हैं। वर्ष 2016 में वे महादेवनगर न्यू चंगोराभाठा में निवासरत थे। उसी दौरान उनकी पहचान मूलत: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बरहपुर निवासी सुभाजीत सिंघा से इंडिगो मेरीना कार खरीदने के दौरान हुई थी। उसने अपनी कंपनी में पैसा निवेश करने पर लाखों रुपये का फायदा कराने का झांसा दिया।
राजेश ने पत्नी मीनाक्षा देवांगन और बहन सुनीता देवांगन से कई किस्तों में कुल 44 लाख रुपये लेकर पैरियो फाइनेंशियल एवं एडवाइजरी सर्विसेस लिमिटेड कोलकाता (पश्चिम बंगाल) के खाते में जमा करा दिए। शुरुआत में विश्वास जमाने के लिए सुभाजीत सिंघा, इंद्रजीत सिंघा समेत कंपनी के डायरेक्टर सुप्रतिम पांडेय, शांतनु सरकार, जौयनल आलबेदीन, प्रियोब्रता मंडल और अमृता मंडल ने उन्हें लाभांश भी दिया।
कंपनी का डायरेक्टर फरार
इसके बाद वर्ष 2019 से लाभांश देना बंद किया, तब राजेश को ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने कई बार कंपनी के डायरेक्टरों को पत्र लिखकर पैसा लौटाने को कहा, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस बीच कंपनी का डायरेक्टर जौयनल आलबेदीन फरार हो गया। अन्य डायरेक्टर उसकी तलाश कर रहे हैं। इसी दौरान राजेश कुमार ने सुभाजीत सिंघा और इंद्रजीत सिंघा से फिर से पैसे लौटाने को कहा तो उन्होंने फोन पर जान से मारने की धमकी देकर कहा कि जो करना है कर लो, पैसा वापस नहीं मिलेगा। परेशान होकर सोमवार को पीड़ित ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
छत्तीसगढ़ की कनकलता ने उत्तराखंड की सबसे ऊंची चोटी पर पहुंचकर कामयाबी की हासिल, 12500 फीट की ऊंचाई पर लहराया तिरंगा
9 Jan, 2024 12:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कहते हैं जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का, फिर देखना फिजूल है कद आसमान का... कुछ ऐसे ही मजबूत इरादों के साथ निकली गरियाबंद की कनकलता ने उत्तराखंड में सबसे ऊंची चोटी को फतह करने में कामयाबी हासिल की है। कनकलता और उनके छह साथियों ने माउंटेन क्लाइम्बिंग (Mountain Climbing) के क्षेत्र में अपना लोहा मनवाते हुए उत्तराखंड केदारकंठा ट्रेक (Kedarkantha Trek) पर 12,500 फुट की ऊंचाई पर तिरंगा लहराया है। साथ ही हमर संस्कृति हमर पहचान छत्तीसगढ़ के मान सम्मान हसदेव के जंगलों को बचाने की अपील भी की।
कनकलता ने कहा कि मेरी यात्रा 29 दिसंबर से शुरू हुई थई। 29 दिसंबर को मैं रायपुर से देहरादून के लिए ट्रेन से रवाना हुई। फिर देहरादून से साकरी के लिए गाड़ी में रवाना हुई। साकरी से मेरी पदयात्रा चालू हुई। जिसमें एक तारीख से चार तारीख तक और चार तारीख की रात 2 बजे सममिट के लिए निकले रास्ते में बहुत सारी कठिनाइयां आई।
उन्होंने आगे बताया कि जैसे-जैसे हम ऊपर चढ़ते जा रहे थे। वैसे वैसे ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा था। हमारे साथ भी ऐसा ही हुआ। 12,500 फीट ऊपर हमें चढ़ाई करनी थी। रास्ता बहुत ही कठिन था। तीन दिन हमारी यात्रा लगातार चलती रही। रात में आराम करने का समय मिलता था। अगल-बगल खाई और बीच में रास्ता वह भी पूरी बर्फ से ढका था। जिससे बहुत मुश्किल था। साथ ही साथ ब्लैक आइस भी पूरी रास्ते में मिली।
जिससे पैर स्लिप हो रहा था। फिर भी हम संभल संभल कर अपनी मंजिल तक पहुंचे। टोटल 20 किलोमीटर का रास्ता तय करना था। जो हमारे लिए बहुत ही मुश्किल और चैलेंजिंग था। रात में हमें अपने टेंट पर रहने के लिए स्लीपिंग बैग देते थे। क्योंकि तापमान -17 से -18 चला जाता था। जिससे कि हम सुरक्षित रहें। सफर का अनुभव बहुत ही अच्छा रहा और आगे ऐसे ही माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने की तैयारी रहेगी।
आगे बताया कि हमारे पूरे क्रू मेंबर और उनके सपोर्ट से आज मैं उत्तराखंड में तिरंगा लहरा सकी हूं। इस यात्रा में हम छह लोग थे। जिसमें छत्तीसगढ़ गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश से शामिल हुए। छत्तीसगढ़ से भारत की पैदल यात्रा करने वाले बलौदा बाजार निवासी सौरभ देवांगन और मैं शामिल थी। सौरभ देवांगन पिता लुकेश देवांगन ,ग्राम पंचायत ज़ारा ,खाना पलारी जिला बलौदाबाजार अपने मित्र अजीतेश शर्मा पर्यावरण बचाओ का संदेश लेकर भारत यात्रा कर रहे हैं। जो 07.08.2021 से अपनी यात्रा शुरू करके 14 राज्यों की यात्रा कर देहरादून उत्तराखंड पहुचें। फिर वहां से हम सभी ने मिलकर केदारकंठ ट्रेक पूरा किया।
सीआरपीएफ और जिला बल के जवानों ने बरामद किया 15 किलो IED
9 Jan, 2024 12:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पोटकापल्ली के पास नक्सलियों द्वारा लगाया गया 15 किलो का आईईडी बरामद किया गया है। यह आईईडी 212 बटालियन सीआरपीएफ और जिला बल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाया गया था।
बता दें कि 212 बटालियन सीआरपीएफ और जिला बल के जवान किस्टाराम थाना क्षेत्र के कैंप पोटाकपल्ली से संयुक्त अभियान पर निकले थे। एरिया डोमिनेशन के दौरान जवानों ने मौके पर ही आईईडी को डिफ्यूज कर दिया।
संयुक्त कार्यवाही से नष्ट किया आईईडी
अभियान के दौरान के 8 जनवरी को सुरक्षाबलों द्वारा कैम्प पोटकपल्ली से 1 किलोमीटर दूरी के पास 15 किलोग्राम वजनी आईईडी को बरामद किया गया। सुरक्षाबलों द्वारा सुझ-बुझ और सर्तकता से आईईडी को सुरक्षित तरीके से मौके पर ही नष्ट कर दिया गया है। इसमें 212वाहिनी सीआरपीएफ और जिला बलों की संयुक्त कार्यवाही रही।
शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा राम को सनातनियों का अवतार मानकर प्राण प्रतिष्ठा की जानी चाहिए
9 Jan, 2024 11:05 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर । गोवर्धन मठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में आ गए हैं। स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने राम मंदिर और अयोध्या में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर पीएम मोदी और सीएम योगी पर नाराजगी जाहिर की है। स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने राम मंदिर पर कहा कि मूर्ति का शास्त्र विधि विधान से प्रतिष्ठा होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विधि विधान से कार्यक्रम होने से मूर्ति में भगवान का प्रवेश हो सकता है। अन्यथा मूर्ति में भूत-पिशाच का प्रवेश हो जाता है। शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि शास्त्र विधि से प्रतिष्ठा ना होने से यह हलचल मचा देगा। जगन्नाथ पुरी मठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि भगवान राम पूजनीय है, और राम जी को सेकुलर मानकर प्रतिष्ठा नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह कोई अंबेडकर की मूर्ति की प्रतिष्ठा नहीं हो रही है। राम को सनातनियों का अवतार मानकर प्राण प्रतिष्ठा की जानी चाहिए। साथ उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी पर हमला करते हुए कहा कि मोदी और योगी मूर्ती के साथ खिलवाड़ ना करें। शंकराचार्य ने सवाल करते हुए कहा कि क्या प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का यही दायित्व है। क्या यह हमें चुनौती देने के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बने हैं? शंकराचार्य ने कहा कि मेरे साथ 33 करोड़ देवी- देवता हैं, मै अकेला नहीं हूं।
नहीं जाऊंगा अयोध्या- शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती
बतादें कि बीते दिनों शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने 22 जनवरी को होने वाली अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर कहा था कि वह कार्यक्रम में नहीं जाएंगे। जिसके बाद उन्होंने नहीं जाने की वजह बताते हुए यह कहा था कि मोदी मूर्ती को स्पर्श करेंगे तो क्या मै तालियां बजा कर जयकारा लगाऊंगा। मेरे पद की अलग मर्यादा है, और मैं उस मर्यादा को ध्यान रखते हुए अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं जाऊंगा।
पक्के घर और उज्जवला गैस से बदल रही जीवन शैली
8 Jan, 2024 11:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ में चलाई जा रही विकसित भारत संकल्प यात्रा में केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं से बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हो रहे हैं। गांवों गरीब परिवारों को पक्के घर और उज्जवला गैस के साथ ही बुनियादी सुविधाओं की पहुंच से ग्रामीणों की जीवन शैली मंें बदलाव आ रहा है।
सरगुजा संभाग के कोरिया जिले में लगाए जा रहे विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत बैकुण्ठपुर विकासखंड ग्राम आमी में लगाए गए शिविर में भारत सरकार के संयुक्त सचिव और जिले के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी अनुपम मिश्रा भी शामिल हुए। शिविर में 70 वर्षीय महिला ने पारंपरिक सुवागीत ‘चल झूला झूल..गोंदा के फूल’ गीत गाकर शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। इस दौरान मिश्रा ने शिविर में लाभान्वित होने वाले हितग्राहियों से चर्चा भी की। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि योजनाओं का लाभ जिनकों मिले हैं, उन्हें बहुत बधाई लेकिन उनकी जिम्मेदारी यह भी है कि वे अपने परिचितों तथा आसपड़ोस को भी इन योजनाओं से जुड़ने, उनसे मिलने वाले लाभ के बारे में बताएं ताकि हर ग्रामीण सशक्त हो और सरकार की मंशा पूरा हो। ज्यादा से ज्यादा हितग्राहियों को लाभ मिले इसलिए योजनाओं के बारे में जानकारी दें ताकि दूरस्थ अंचल में रहने वाले लोगों को भी इसका फायदा मिल सके।
विकसित भारत संकल्प यात्रा
गांवों में पहुंच रही बैंकिंग सुविधाएं
भारत सरकार के संयुक्त सचिव अनुपम मिश्रा को बैंकिंग कॉरेस्पांडेंट (बीसी) सखी से जुड़ी मती कांति प्रजापति ने बताया कि अब 15 से 20 हजार रूपए तक पारिश्रमिक मिलने से घर की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है। बता दें बीसी सखी का मुख्य कार्य ग्रामीणों तक बैंकिंग सेवाओं को पहुंचाना है, इससे हर तरह के आर्थिक लेनदेन, बैंक खातों में जमा व निकासी, नए खाते खोलने की सुविधा पहुंचाना है। मिश्रा ने सहायता समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें बहुत आगे बढ़ने तथा ज्यादा से ज्यादा बचत के महत्व तथा बैंक खाता प्रारंभ करने के बारे जानकारी देने कहा।
खाना पकाना हुआ अब सुविधाजनक
कहानी, मेरी जुबानी के तहत मती काजल देवांगन, सुमती चक्रधारी, रजवंती बाई ने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेण्डर मिलने पर मोदी सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब आंखों में आंसू आना बंद होगा। आनी निवासी किसान प्रदीप शुक्ला ने किसान सम्मान निधि से हुए लाभ के बारे में बताया। उजाला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ को बढ़ावा देते हुए बहुत ही समुधर गीत ‘बेटी हूं, लिखूंगी, पढ़ूंगी, मेहनत करूंगी, उजाला लाऊंगी’ सुनाया।
पक्के मकान से बदल रहा जीवन स्तर
ग्राम आनी के ही मती रमनिया सिंह ने प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण) प्राप्त होने पर प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया, उन्होंने बताया कि कच्चा मकान से छुटकारा मिला अब पक्का मकान मिलने से पानी टपकने की तकलीफ भी दूर हुआ। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से पथरी बीमारी के इलाज होने पर मोदी सरकार को धन्यवाद देते हुए मती बेला बाई ने बताया कि गरीब परिवार के लिए यह आयुष्मान कार्ड संजीवनी की तरह है। घर में इलाज के लिए पैसे नहीं था, ऐसे में आयुष्मान कार्ड से पूरा इलाज हुआ।
विकसित भारत संकल्प यात्रा में प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री ग्राम आवास योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, प्रधानमंत्री पेंशन योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, केसीसी कार्ड, मृदा परीक्षण, प्रधानमंत्री पोषण आहार योजना, सिकल सेल परीक्षण, श्रमिक पंजीयन कार्ड, प्रधानमंत्री जन-धन खाता जैसे योजनाओं के स्टॉल लगाए जा रहे हैं।
स्कूली बच्चों को संस्कारित करने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका : राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा
8 Jan, 2024 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि स्कूली बच्चों को संस्कारित करने शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। वे आज जिला मुख्यालय बलौदाबाजार-भाटापारा में मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में नवाचारी रचनात्मक प्रयोग हेतु जिले के 18 शिक्षकों को शिक्षादूत एवं ज्ञानदीप पुरुस्कार से सम्मानित किया गया। इनमें शिक्षादूत के लिए 15 एवं ज्ञानदीप के 3 शिक्षक शामिल हैं। कार्यक्रम में नगर पालिका परिषद अध्यक्ष चित्तावर जायसवाल, पूर्व अध्यक्ष नंदकुमार साहू विशिष्ट अतिथि के रूप मंे शामिल हुए।
राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों को बच्चों को ज्ञानरूपी संस्कार देकर गढ़ने का काम पूरी ईमानदारी और मेहनत से करना चाहिए। यही बच्चे आने वाले दिनों में देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि देश में ऐसे अनेक उदाहरण है जब शिक्षकों ने समाज और देश को नई दिशा दी है। उन्होंने शिक्षकों की मेहनत और लगन को प्रोत्साहित करने के लिए तत्कालीन शिक्षा मंत्री केदार कश्यप के प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि उनकी पहल पर यह पुरस्कार शुरू किया गया था। कार्यक्रम को विजय केसरवानी, चित्तावर जायसवाल, पूर्व अध्यक्ष नंदकुमार साहू ने भी संबोधित किया।
शिक्षादूत से सम्मानित शिक्षकों को 5 हजार रूपए प्रोत्साहन राशि सहित प्रतीक चिन्ह, फल एवं साल भेंट की गई है। इसी तरह ज्ञानदीप के लिए सम्मानित शिक्षकों को 7 हजार रूपए प्रोत्साहन राशि सहित प्रतीक चिन्ह, फल एवं साल मुख्य अतिथि के द्वारा भेंट की गई हैं। सम्मानित शिक्षकों में प्रधानपाठक भुनेश्वर प्रसाद चन्द्रा, मती प्रणिता वर्मा और परमानंद साहू तथा सहायक शिक्षकों में मती शालिनी कश्यप, मती सीमा जायसवाल, विजय सिंह पैकरा, तेजनाथ साहू, मती सुनीता जायसवाल, घनश्याम प्रसाद वर्मा, मती संध्या पैकरा, तानसेन कुर्रे, सु क्षिप्रा अग्रवाल, मती मेघा वर्मा, मती पीयूष रामपुरीक, संजू राम निर्मलकर शामिल हैं। इसी तरह ज्ञानदीप से सम्मानित हुए शिक्षकों में शिक्षक मती कुसुम बागड़े, हेम कुमार देवांगन और रमाशंकर साहू शामिल हैं।
इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी बी.एल. देवांगन, जिला मिशन समन्वयक एम.एल. ब्राम्हणी, राव, सहायक संचालक के.एस. मेरावी, बी.आर.पटेल, के.के. गुप्ता सहायक कार्यक्रम समन्वयक मनहरण लाल साहू, जहीर अब्बास, खिलावन वर्मा एवं अरूण वर्मा सहित शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।