छत्तीसगढ़
जशपुर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार से झारखंड के लोगों को भी लाभ
27 Mar, 2025 11:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के हो रहे विस्तार का लाभ पड़ोसी राज्य झारखंड को भी मिल रहा है। जशपुर जिला मुख्यालय से लगभग 26 किलोमीटर दूर जशपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत लोदाम झारखंड बॉर्डर के समीप है। यहां पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोदाम में झारखंड के आसपास के गांवों के लोग अपना इलाज कराने आते हैं। इसके साथ ही उनका आयुष्मान कार्ड भी यहां पर बन रहा है।
लोदाम सीएचसी की बीपीएम इसमहिमा तिग्गा के अनुसार झारखंड के मांझा टोली, रायडीह, तुरुमा सहित अन्य ग्राम पंचायतों के लोग यहां की बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण इलाज के लिए आते हैं। पिछले 01 साल में यहां 62 झारखंड निवासियों की सामान्य प्रसव सफलतापूर्वक कराई गई है। इसके साथ ही 58 टाइफाइड मरीजों का उपचार किया गया है। इसके अलावा अन्य बीमारियों के इलाज के लिए भी लोग यहां आते हैं। लोदाम सीएचसी में एक्सरे, ब्लड टेस्ट, सामान्य प्रसव, आयुष्मान कार्ड जैसी सेवाओं सहित अन्य बीमारियों के इलाज की भी सुविधा है।
मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। इसी के तहत इस बार के बजट में कुनकुरी में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के प्रावधान किए गए हैं। इसके साथ ही इस बजट में जशपुर में नवीन शासकीय नर्सिंग कॉलेज की स्थापना, शासकीय फिजियोथेरेपी कॉलेज खोलने का निर्णय,जशपुर में प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र की स्थापना का प्रावधान किया गया है।
29वां भोरमदेव महोत्सव : दीप प्रज्ज्वलित और मंत्रोचार के बीच भगवान भोरमदेव की पूजा अर्चना के साथ हुई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत
27 Mar, 2025 11:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कवर्धा : सतपुड़ा पर्वत की मैकल पहाड़ी श्रृंखलाओं से घिरे सुरम्य और ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर के प्रांगण में 29वां दो दिवसीय भोरमदेव महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। महोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर और मंत्रोचार के बीच भगवान भोरमदेव की पूजा अर्चना के साथ हुई। महोत्सव का उद्घाटन प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, राजस्व एवं खेल मंत्री टंकराम वर्मा, सांसद संतोष पाण्डेय और पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने दीप जलाकर और विधिवत रूप से पूजा अर्चना कर किया। इस मौके पर प्रदेशभर से आए श्रद्धालुओं और दर्शकों की भारी भीड़ ने आयोजन में भाग लिया, जिससे माहौल भक्तिमय और उत्सवमय हो गया। उद्घाटन समारोह के पहले दिन, प्रख्यात भजन गायक हंसराज रघुवंशी ने भव्य प्रस्तुति दी। उनकी भक्ति भावना से ओत-प्रोत भजनों ने न केवल श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया, बल्कि महोत्सव के महत्व को और बढ़ा दिया। हंसराज रघुवंशी ने “बाबा भोरमदेव“ और “भोलेनाथ बाबा“ के भजनों से मंदिर परिसर में भक्तिरस की लहर दौड़ा दी। भोरमदेव महोत्सव जो वर्षों से इस मंदिर में आयोजित किया जा रहा है, इस बार भी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव बनकर उभरा।
भोरमदेव महोत्सव के उद्घाटन समारोह में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि भोरमदेव महोत्सव छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। ऐसे आयोजनों से न केवल राज्य की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को मजबूती मिलती है, बल्कि यह प्रदेशवासियों को अपनी समृद्ध परंपराओं से जुड़ने का भी एक अद्भुत अवसर प्रदान करता है। उप मुख्यमंत्री शर्मा ने आज पवित्र तिथि तेरस में भोरमदेव महोत्सव के शुभ अवसर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के अंतर्गत आज भोरमदेव मंदिर परिसर सहित आसपास के ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण, संवर्धन और सुरक्षा के लिए 146 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। उन्होंने कहा कि भोरमदेव मंदिर, रामचुआ, मड़वा महल, छेरकी महल और सरोधा जैसे ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व के स्थलों को विकसित करने के लिए इस राशि का उपयोग किया जाएगा। इस योजना के तहत भोरमदेव क्षेत्र के धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन दृष्टिकोण से महत्व को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए जाएंगे। उन्होंने इस महत्वपूर्ण योजना को स्वीकृति प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी का आभार व्यक्त किया।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि 146 करोड़ रूपए से भोरमदेव मंदिर परिसर का विस्तार और उन्नयन, मंदिर की ऐतिहासिक संरचना को मजबूत किया जाएगा और इसकी सुंदरता को बढ़ाने के लिए विशेष कार्य किए जाएंगे। मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बेहतर की जाएंगी कांवड़ियों के ठहरने के लिए विशेष शेड का निर्माण किया जाएगा। हर साल हजारों की संख्या में कांवड़ यात्री भोरमदेव आते हैं, उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए ठहरने के लिए आधुनिक शेड बनाए जाएंगे। शेड में पेयजल, स्वच्छता, बैठने और आराम करने की उचित व्यवस्था होगी। मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण एवं संरचनात्मक सुधार कार्य, मंदिर के चारों ओर के खुले क्षेत्रों को हरा-भरा और आकर्षक बनाया जाएगा। पैदल पथों, बैठने की जगहों और परिक्रमा मार्ग को बेहतर किया जाएगा। मंदिर के तालाब का सौंदर्यीकरण, तालाब की सफाई, किनारों को व्यवस्थित करने के साथ-साथ इसे एक सुंदर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के पूर्ण होने के बाद भोरमदेव क्षेत्र को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धार्मिक पर्यटन के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा। इससे न केवल स्थानीय व्यापार और रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी, बल्कि क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर भी सुरक्षित रहेगी।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कवर्धा में भोरमदेव संस्था पीठ दिल्ली आईएएस कवर्धा के रूप में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निशुल्क उच्च स्तरीय कोचिंग शिक्षा प्रारंभ करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह योजना युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगी, जिससे उन्हें राज्य एवं केंद्र सरकार की परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन और संसाधन मिल सकेंगे। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले वर्षों में भोरमदेव महोत्सव को और अधिक भव्य एवं आकर्षक बनाया जाएगा, जिससे यह महोत्सव छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे देश में प्रसिद्ध धार्मिक आयोजन बन सके। उन्होंने इस महोत्सव को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक एकता और समृद्धि का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक धरोहर का प्रचार-प्रसार करने का एक अद्वितीय अवसर है। इस आयोजन से न केवल राज्य की सांस्कृतिक पहचान को मजबूती मिलती है, बल्कि यहां पर्यटन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण वृद्धि होती है। हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक महोत्सव में शामिल होते हैं।
राजस्व एवं खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि यह उनका भोरमदेव महोत्सव में शामिल होने का पहला अवसर है। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह द्वारा प्रदेश के विकास के साथ-साथ संस्कृति के संवर्धन हेतु किए गए प्रयासों की सराहना की। मंत्री वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्राचीन मल्हार महोत्सव, तातापानी महोत्सव और चक्रधर समारोह जैसे सांस्कृतिक आयोजनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इन आयोजनों के माध्यम से प्रदेश सरकार ने न केवल लोक संस्कृति को सम्मानित किया है, बल्कि सभी संस्कृतियों को संजोने का महत्वपूर्ण कार्य भी किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में पूर्व संकल्पों को पूरा करते हुए कला और संस्कृति के संरक्षण हेतु महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने इस दिशा में सार्थक पहल के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद दिया। उन्होंने भोरमदेव महोत्सव की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन प्रदेशवासियों को एकजुट करते हैं और धार्मिक, सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा देते हैं। भोरमदेव महोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी उजागर करता है। सांसद संतोष पाण्डेय और विधायक भावना बोहरा ने भी इस आयोजन को ऐतिहासिक और राज्य की सांस्कृतिक धरोहर के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया। इस अवसर पर विशेष रूप से पधारे राजीव लोचन जी महाराज, साजा विधायक ईश्वर साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी साहू, राजेन्द्र चंद्रवंशी, पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, मोतीराम चंद्रवंशी, पूर्व विधायक अशोक साहू, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी, बोड़ला जनपद अध्यक्ष बालका रामकिंकर वर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, बोड़ला नगर पंचायत अध्यक्ष विजय पाटिल, जिला पंचायत सदस्य गंगा लोकचंद साहू, जनपद सदस्य नेमीचंद पटेल, ग्राम पंचायत चौरा के सरपंच दुर्गा लांझे उपस्थित थें।
होली के बाद कृष्णपक्ष के तेरस और चौदस को महोत्सव मानाने की परम्परा
महोत्सव के दौरान कलेक्टर गोपाल वर्मा ने भोरमदेव महोत्सव की आरंभ से लेकर वर्तमान दौर तक पूरी विस्तार से जानकारी दी। भोरमदेव मंदिर छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक, पुरातात्विक, पर्यटन और जन आस्था के रूप में ऐतिहासिक महत्व का स्थल है। इस मंदिर की ख्याति देश के अलग-अलग राज्यों तक फैली हुई है। यहां साल भर विदेशी, देशी तथा घरेलु पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं के रूप में आना होता है। बाबा भोरमदेव मंदिर में प्रत्येक वर्ष होली के बाद कृष्णपक्ष के तेरस और चौदस को महोत्सव मानाने की यहां परम्परा रही है। साथ में सावन मास में मंदिर में विशेष पूजा अर्चना भी की जाती है। यहां सावन माह में मेले का आयोजन भी होता है। जिसमें देशी तथा घरेलु पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं के रूप में शामिल होते है। इस दौरान ऐतिहासिक महत्व स्थल भोरमदेव मंदिर की भव्यता और उसके महत्व को बनाए रखने के लिए किए जा रहे प्रयासों की पूरी जानकारी भी दी।
ऐसा डमरू बजाया भोले नाथ रे...सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया...
27 Mar, 2025 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कवर्धा : भोरमदेव महोत्सव का शुभारंभ इस बार एक अद्वितीय और भक्तिमय प्रस्तुति के साथ हुआ, जब अंतर्राष्ट्रीय भजन गायक हंसराज रघुवंशी ने अपनी मधुर आवाज़ और भक्ति गीतों से मंदिर परिसर को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके बाबा भोरमदेव और भोलेनाथ बाबा भजनों ने न केवल भक्तों के दिलों में श्रद्धा और आस्था को और मजबूत किया, बल्कि महोत्सव का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी और बढ़ा दिया। मेरा भोला है भंडारी.........., ऐसा डमरू बजाया भोले नाथ रे........, शिव समा रहे मुझमें और मैं शुन्य हो रहा हू....., पार्वती बोले शंकर से........., युग राम राज का आ गया........ सहित अनेक भजनों ने भोरमदेव महोत्सव के वातावरण को एक दिव्य आभा से भर दिया, जिससे श्रद्धालुओं को एक गहरी आध्यात्मिक अनुभूति हुई। रघुवंशी के भक्ति गीतों ने श्रद्धालुओं को शांति और आस्था से भर दिया, और भव्य आयोजन का अहसास कराया। महोत्सव का वातावरण अब भक्तिमय, उल्लासपूर्ण और एक नई ऊर्जा से भरपूर था, जिसमें हर कोने में भक्ति की तरंगें गूंज रही थीं। श्रद्धालु और भक्तगण एक साथ मिलकर इस महोत्सव का आनंद ले रहे थे, जो भक्ति, शांति और समर्पण का सजीव उदाहरण बन चुका था।
भोरमदेव महोत्सव में छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक अनुराग शर्मा ने भी अपने संगीत से माहौल को और भी शानदार बनाया। उनका गायन और संगीत छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति के प्रति लोगों की श्रद्धा और प्रेम को और गहरा कर गया। भोरमदेव महोत्सव में बैगा नृत्य, फाग गीत, छत्तीसगढ़ी लोककला के साथ स्कूली बच्चों ने दी मनमोहक प्रस्तुति भी दी। महोत्सव में छत्तीसगढ़ की पारंपरिक कला और संस्कृति का अद्भुत संगम भी देखने को मिला। महोत्सव में स्थानीय स्कूलों के विद्यार्थियों द्वारा भी मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई, जो युवाओं की कला और संस्कृति के प्रति समर्पण का प्रतीक बनी। इसके अलावा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति ने दर्शकों को छत्तीसगढ़ की विविधता से परिचित कराया। इस मौके पर प्रसिद्ध कलाकारों ने अपनी कला से मंच को सजा दिया। बसंताबाई और साथी ने बैगा नृत्य, सुगितिका बांसुरीली ने बांसुरी वादन, सुईशिका गिरी और रितीलाल ने कत्थक नृत्य, गोपा शान्याल ने संगीत गायन, प्रभंजन चतुर्वेदी ने भजन गायन, संगीता चौबे ने भरत नाट्यम, और प्रमोद सेन और उनके साथी ने छत्तीसगढ़ लोक कला मंच गहना गाठी की शानदार प्रस्तुति दी। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से दर्शकों को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विविधता, पारंपरिक नृत्य और संगीत का अद्भुत अनुभव हुआ।
महोत्सव के इस पहले दिन का आयोजन केवल एक मनोरंजन का अवसर नहीं था, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत करने और आने वाली पीढ़ियों को इससे परिचित कराने का एक महत्वपूर्ण प्रयास भी साबित हुआ। भोरमदेव महोत्सव का यह अद्भुत आयोजन न केवल भक्तिरस में डूबे हुए था, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का भी महत्वपूर्ण कदम था। यह आयोजन हर वर्ष एक नई ऊर्जा और उमंग लेकर आता है, और आने वाले दिनों में भी इस महोत्सव की महिमा और लोकप्रियता में निरंतर वृद्धि हो रही है। भोरमदेव महोत्सव ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के उत्सव के रूप में उभरा। उद्घाटन के पहले दिन प्रदेशभर से आए श्रद्धालुओं और दर्शकों की भारी भीड़ ने आयोजन में भाग लिया, जिससे आयोजन स्थल पर एक उत्सवमय और भक्तिमय वातावरण बन गया। मंदिर परिसर में भक्ति की यह अलौकिक लहर इस महोत्सव की प्रमुख विशेषता बन गई।
पदोन्नति में बीएड अनिवार्य: आदेश जारी करने पर हाई कोर्ट की रोक
27 Mar, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिलासपुर: हाईकोर्ट ने प्रदेश में प्राचार्यों की पदोन्नति के आदेश जारी करने पर आगामी आदेश तक रोक लगा दी है। सभी पक्षों को सुनने के बाद चीफ जस्टिस ने कहा कि सभी पक्षकार आवश्यक जानकारी के साथ अपना पक्ष (रिज्वाइंडर) प्रस्तुत करें। अगली सुनवाई 16 अप्रैल को निर्धारित की गई है। बुधवार को चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा, जस्टिस रवींद्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच में मामले की सुनवाई हुई। याचिकाकर्ता अखिलेश कुमार त्रिपाठी के अधिवक्ता और हस्तक्षेपकर्ता अधिवक्ता आलोक बशी ने प्राचार्य पद पर पदोन्नति के लिए बीएड डिग्री अनिवार्य की जाए या नहीं, इस पर अपना पक्ष रखा। शासन की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता यशवंत ठाकुर ने अपना पक्ष रखा।
यह है मामला
याचिकाकर्ता व्ययता अखिलेश त्रिपाठी ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दायर कर व्याख्याता से प्राचार्य पद पर पदोन्नति के लिए बीएड डिग्री अनिवार्य करने और बीएड डिग्रीधारी व्याख्याताओं को ही प्राचार्य पद पर पदोन्नति देने की मांग की है। इस याचिका के बाद व्ययता लूणकरण ठाकुर ने प्राचार्य पदोन्नति मंच की ओर से अपने अधिवक्ता के माध्यम से हस्तक्षेप याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट ने हस्तक्षेप याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है। हस्तक्षेप याचिका में कहा गया है कि प्राचार्य प्रशासनिक पद है, जबकि व्ययिता शैक्षणिक पद है।
छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड अधिकारियों के तबादले, लिस्ट जारी
27 Mar, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से लगातार अफसरों के तबादले हो रहे हैं. हाल ही में वित्त विभाग के 16 अफसरों के तबादले और प्रमोशन के बाद अब हाउसिंग बोर्ड के अफसरों का तबादला आदेश जारी किया गया है. लिस्ट में पांच अपर आयुक्तों के तबादले आदेश जारी किए गए हैं. इससे पहले आज रायपुर में एसआई-एएसआई समेत 121 पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया है।
इन अफसरों का हुआ तबादला
छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड ने प्रशासनिक सुविधा के तहत लंबे समय से एक ही जगह पदस्थ अफसरों का तबादला किया है. आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी के आदेश पर यह तबादला जारी किया गया है. जिन पांच कमिश्नरों का तबादला किया गया है उनमें एचके जोशी, अजीत सिंह पटेल, एमडी पनारिया, एसके भगत, एचके वर्मा के नाम शामिल हैं।
शहर के पुराने और कुख्यात सटोरिए फिर से सक्रिय, आईपीएल मैचों पर जमकर सट्टा लगवा रहे
27 Mar, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिलासपुर: आईपीएल शुरू होते ही शहर में सट्टेबाजों का नेटवर्क फिर से सक्रिय हो गया है। इनके गुर्गे हर गली-मोहल्ले में घूमकर क्रिकेट मैच पर सट्टा लगवा रहे हैं। खास बात यह है कि पुलिस और एसीसीयू (एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट) की टीम इससे बेखबर नजर आ रही है, जिससे सट्टेबाजों का मनोबल बढ़ गया है। आईपीएल शुरू होते ही शहर के पुराने और कुख्यात सट्टेबाज फिर से सक्रिय हो गए हैं। लेकिन, उन्होंने खुद सामने आने की बजाय अपने गुर्गों को मैदान में उतार दिया है। तोरवा पुरानी बस्ती, देवरीखुर्द, विनोबा नगर, राजकिशोर नगर और सिंधी कॉलोनी में ऐसे कई पुराने सट्टेबाज हैं, जो आईपीएल शुरू होते ही भूमिगत हो गए हैं। अब वे मोबाइल पर अपना नेटवर्क संचालित कर रहे हैं। वे मोबाइल और ऑनलाइन माध्यमों से लोगों को सट्टे के जाल में फंसा रहे हैं। हर साल आईपीएल के दौरान सट्टेबाज करोड़ों रुपए का खेल खेलते हैं। यह सट्टा सिर्फ बड़े सट्टेबाजों के जरिए ही नहीं बल्कि उनके छोटे-छोटे एजेंटों के जरिए भी चलता है।
कई इलाकों में बनाए गए हैं बुकिंग के अड्डे
सट्टेबाजी के लिए शहर के कई इलाकों में नाके बनाए गए हैं। जानकारी के अनुसार प्रतिदिन लाखों रुपए का सट्टा लगाया जा रहा है और इसमें कई स्थानीय युवक भी शामिल हैं। सट्टेबाजी का यह खेल ऑन कॉल चल रहा है, जिसमें तय सिस्टम के तहत पैसों का लेन-देन हो रहा है। गली-मोहल्लों में बैठे छोटे-छोटे गुर्गे सट्टे में घुसकर मोटी रकम बुकी तक पहुंचा रहे हैं।
लंबे समय से नहीं हुई कार्रवाई
बिलासपुर के अलग-अलग इलाकों में सट्टेबाज सक्रिय हैं। शहर के प्रमुख स्थानों पर पुराने सट्टेबाजों के गुर्गे अपना धंधा चला रहे हैं। इसके बाद भी पुलिस सट्टेबाजों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पा रही है। लंबे समय से पुलिस की ओर से ऑनलाइन सट्टा चलाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ऊपर से आदेश मिलने पर सट्टेबाजों के गुर्गे पकड़े जा रहे हैं और औपचारिकता पूरी की जा रही है।
पुलिस और एसीसीयू की सेटिंग से चल रहा है खेल
शहर में बढ़ते सट्टे के इस खेल को लेकर पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। आमतौर पर आईपीएल के दौरान पुलिस सक्रियता दिखाती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है। इसके चलते सट्टेबाज बेखौफ होकर अपना कारोबार चला रहे हैं। सट्टेबाजों की सक्रियता के चलते पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि पुलिस और एसीसीयू के कुछ लोगों से सेटिंग करके ऑनलाइन सट्टेबाज सक्रिय हैं। ऑनलाइन सट्टेबाजों के ठिकानों की जानकारी साइबर सेल से ही निकलवाई जा सकती है।
छत्तीसगढ़ में आस्था को मिला नया संबल : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का किया शुभारंभ
27 Mar, 2025 07:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर रेलवे स्टेशन से पहली विशेष तीर्थ यात्रा ट्रेन को तिरुपति, मदुरै और रामेश्वरम के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस पहली तीर्थ यात्रा ट्रेन में रायपुर और बलौदाबाजार-भाटापारा जिलों के 780 श्रद्धालु बुजुर्ग सम्मिलित हुए, जिनके लिए यह यात्रा केवल धार्मिक अनुभव नहीं, बल्कि सम्मान और स्नेह का प्रतीक बन गई। प्रदेश के बुजुर्गों की वर्षों पुरानी अभिलाषा आज पूरी हो गई जब मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का विधिवत शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री साय ने तीर्थयात्रा पर जा रहे बुजुर्गों से आत्मीय चर्चा करते हुए कहा कि आप सभी के चेहरे पर जो खुशी है, वही मेरा संतोष है। उन्होंने कहा कि रामेश्वरम में आप लोग पवित्र रामसेतु देख सकेंगे, ज्योतिर्लिंग का दर्शन कर सकेंगे। आप लोग मदुरै तीर्थ का भी दर्शन करेंगे जहां मीनाक्षी मंदिर है। तिरुपति में बालाजी का दर्शन करेंगे। दक्षिण भारत के तीर्थ स्थलों को देखने का यह सुंदर अवसर है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री रामलला (अयोध्या दर्शन) योजना अंतर्गत अब तक 22 हजार से अधिक श्रद्धालु अयोध्या में रामलला के दर्शन कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रयागराज में 144 वर्षों उपरांत महाकुंभ का आयोजन हुआ। छत्तीसगढ़ के तीर्थयात्रियों ने भी बड़ी संख्या में कुंभ में हिस्सा लिया। छत्तीसगढ़ के तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए और उनकी सुविधा का ध्यान रखने के लिए हमने प्रयागराज मेला क्षेत्र में छत्तीसगढ़ पवैलियन तैयार किया था। यहां लगभग साढ़े चार एकड़ में तीर्थयात्रियों के रूकने के इंतजाम थे। यह हमारा सौभाग्य है कि हम गंगा जी में स्नान करने पहुंचे प्रदेश के लाखों श्रद्धालुओं की सेवा कर सके।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि अब श्रद्धालुओं की यात्रा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अंतर्गत निरन्तर होती रहेगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए हमने 15 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया है। इस योजना में उज्जैन, पुरी, द्वारिका, वैष्णो देवी, मथुरा, वृंदावन जैसे अनेक तीर्थ स्थलों को जोड़ा गया है, जिनकी निःशुल्क यात्रा कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि हमारे बुज़ुर्गों की तीर्थ यात्रा की इच्छा अक्सर आर्थिक कठिनाइयों के चलते अधूरी रह जाती थी। उन्होंने कहा कि हमें संतोष है कि हम उनकी इस इच्छा को साकार कर पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि योजना में विधवा और परित्यक्त महिलाओं को भी शामिल किया गया है, जिससे उन्हें भी धार्मिक स्थलों के दर्शन का गौरव प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार युवाओं, किसानों, महिलाओं और आदिवासी समुदाय सहित समाज के प्रत्येक वर्ग के उत्थान के लिए पूरी तरह समर्पित है और इसी दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।
यह केवल यात्रा नहीं, संस्कृति और श्रद्धा का संगम है – मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े
समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना केवल तीर्थ यात्रा नहीं, बल्कि हमारी सनातन संस्कृति, परंपराओं और धार्मिक आस्था का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत उन श्रद्धालुओं को यह अवसर प्राप्त होगा, जो अब तक आर्थिक सीमाओं के कारण तीर्थ यात्रा से वंचित रहे हैं। सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए पूर्ण सुविधायुक्त पैकेज तैयार किया है जिसमें ट्रेन यात्रा, यात्रियों के ठहरने, भोजन, मंदिर दर्शन, सुरक्षा और चिकित्सा जैसी सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ शामिल हैं। स्पेशल ट्रेन में टूर एस्कॉर्ट, पुलिस बल और चिकित्सकों की टीम भी उनके साथ यात्रा कर रही है ताकि श्रद्धालुओं को हर क्षण सुरक्षा और सुविधा का अहसास हो। योजना के तहत देशभर के 19 प्रमुख तीर्थ क्षेत्रों को शामिल किया गया है, जिनमें उज्जैन, ओंकारेश्वर, पुरी, हरिद्वार, काशी, शिरडी, वैष्णोदेवी, अमृतसर, द्वारका, बोधगया, कामाख्या मंदिर, सबरीमाला जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल सम्मिलित हैं।
समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में 4 दिसंबर 2012 को की गई थी। 15 जनवरी 2013 से 10 जून 2019 के मध्य इस योजना के अंतर्गत कुल 272 तीर्थ यात्राओं के माध्यम से 2,46,983 श्रद्धालुओं को लाभान्वित किया गया था। पूर्व सरकार के कार्यकाल के दौरान यह योजना 5 साल तक संचालन में नहीं थी। डॉ. रमन सिंह की सरकार के दौरान संचालित इस योजना को, जिसे उसके बाद आने वाली सरकार ने बंद कर दिया था, अब पुनः प्रारंभ कर वर्तमान सरकार ने छत्तीसगढ़ में बुजुर्गों की श्रद्धा, आस्था और वर्षों से संजोए गए तीर्थ यात्रा के सपने को पूर्ण करने के लिए एक बार फिर पहल की है।
इस अवसर पर विधायकगण पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, समाज कल्याण आयुक्त भुवनेश यादव, संचालक रोक्तिमा यादव, रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, नगर निगम आयुक्त विश्वदीप, रायपुर डीआरएम दयानंद, समाज कल्याण और रेलवे विभाग के अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विधायक गुरु खुशवंत साहेब को दी जन्मदिन की बधाई
27 Mar, 2025 07:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज उनके निवास कार्यालय में आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री साय ने गुरु खुशवंत को आज उनके जन्मदिन के अवसर पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने गुरु खुशवंत साहेब के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर गुरु बालदास साहेब भी उपस्थित रहे।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव सामूहिक विवाह में हुए शामिल, नवविवाहितों को बधाई और शुभकामनाएं दीं
27 Mar, 2025 07:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना के तहत आज मुंगेली जिला मुख्यालय में आयोजित सामूहिक विवाह में 192 जोड़े पारंपरिक रीति-रिवाजों से दाम्पत्य बंधन में बंधे। मुंगेली के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में बेहद उत्साहपूर्ण माहौल में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में बाजे-गाजे के साथ बारात निकाली गई और कार्यक्रम स्थल पहुँचने पर सभी दूल्हों का भव्य स्वागत किया गया। उप मुख्यमंत्री अरुण साव अपनी धर्मपत्नी मीना साव के साथ सामूहिक विवाह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने सभी नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और उनके सुखी दाम्पत्य जीवन की कामना की। सभी नवविवाहित जोड़ों को राज्य शासन की ओर से 35-35 हजार रुपए के चेक एवं उपहार भेंट किए गए। विधायक पुन्नूलाल मोहले भी आयोजन में शामिल हुए।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार गरीब परिवारों की आर्थिक परेशानियों को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। विवाह और इलाज दो ऐसे बड़े खर्च हैं जिन्हें अब सरकार उठा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार ने गरीब परिवारों के लिए कन्या विवाह योजना को सशक्त बनाया है। उन्होंने 192 जोड़ों के विवाह के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन को बधाई दी और कहा कि सरकार आगे भी इसी तरह जरूरतमंदों की मदद करती रहेगी।
विधायक पुन्नूलाल मोहले ने नवविवाहित जोड़ों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रत्येक जोड़े को 35-35 हजार रुपए का चेक और 15 हजार रुपए के उपहार दिए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की और कहा कि सरकार आवास, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, बिजली एवं अन्य बुनियादी जरूरतों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएँ चला रही हैं। कलेक्टर राहुल देव, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, वनमंडलाधिकारी संजय यादव, जिला पंचायत के सीईओ प्रभाकर पाण्डेय, जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीकांत पाण्डेय और उपाध्यक्ष शांति देवचरण भास्कर सहित जनप्रतिनिधि, वर-वधू के परिजन और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।
अधिक से अधिक श्रमिकों को मिले योजनाओं का लाभ: श्रम मंत्री देवांगन
27 Mar, 2025 07:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : श्रम मंत्री सह अध्यक्ष लखन लाल देवांगन ने कहा है कि श्रम विभाग की योजनाओं से अधिक से अधिक श्रमिकों को लाभान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि श्रमिक कल्याण हमारी सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा है कि श्रमिकों के बच्चे भी समाज के अन्य वर्गों के बच्चों की तरह उन्हें भी आगे बढ़ने का अवसर मिले। इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। श्रम मंत्री देवांगन आज नवा रायपुर स्थित छत्तीसगढ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के संचालक मण्डल की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन की अध्यक्षता में हुए संचालक मंडल की बैठक में निर्माण श्रमिकों के योजनाओ का लाभ वित्तीय वर्ष 2025-26 में सुचारू रूप से प्रदाय के लिए 580 करोड़ 11 लाख रूपए का बजट का अनुमोदन किया गया। देवांगन ने अधिकारियों को ई श्रम पोर्टल में अधिक से अधिक निर्माणी श्रमिक का पंजीयन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्माणी श्रमिकों के पंजीयन नवीनीकरण हेतु लंबित प्रकरण को शीघ्रता से परीक्षण कर नवीनीकरण किया जाए। बैठक में शहीद वीरनारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत् प्रदेश के समस्त जिलों मे भोजन केन्द्र प्रांरभ किये जाने के निर्देश दिए गए। वर्तमान में यह योजना प्रदेश के 13 जिला एवं 41 भोजन केन्द्र संचालित है।
गौरतलब है कि श्रम मंत्री देवांगन द्वारा छत्तीसगढ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के 1 लाख 14 हजार 902 श्रमिकों को 53 करोड़ 43 लाख 74 हजार 915 रूपए एवं छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य समाजिक सुरक्षा मंडल के 13 हजार 889 श्रमिको के 21 करोड़ 39 हजार 500 रूपए इस प्रकार कुल 1 लाख 28 हजार 791 श्रमिकों को राशि 74 करोड़ 44 लाख 14 हजार 415 रूपए डीबीटी जरिए वितरण किया गया है।
बैठक में श्रम विभाग की सचिव अलरमेलमंगई डी, अपर श्रमायुक्त द्वय सविता मिश्रा और एस.एल.जांगडे, उप श्रमायुक्त एस.एस.पैकरा, भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय केे प्रतिनिधि डी.के.सिंह, वित्त विभाग के प्रतिनिधि सीताराम तिवारी, जल संसाधन विभाग के प्रतिनिधि एस.एल.देवांगन, नगरीय प्रशासन विभाग के प्रतिनिधि दुलेश्वर सोनभ्रद एवं मण्डल के सचिव गिरीश रामटेके उपस्थिति थे।
रायगढ़ मेडिकल कॉलेज बना राज्य का पहला फ्री वाई-फाई सुविधा युक्त शासकीय मेडिकल कॉलेज
27 Mar, 2025 07:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में नागरिकों की सुविधाओं को डिजिटल और स्मार्ट सेवाओं से जोड़ने की दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में रायगढ़ स्थित स्व. लखीराम अग्रवाल स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में ओपीडी पंजीयन काउंटर के पब्लिक एरिया (वेटिंग हॉल सहित) को फ्री वाई-फाई ज़ोन में तब्दील किया गया है। यह सुविधा राज्य के किसी भी शासकीय मेडिकल कॉलेज में पहली बार प्रारंभ की गई है। इस अभिनव पहल को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल एवं वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी के सतत मार्गदर्शन में, अधिष्ठाता डॉ. विनीत जैन एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ. एम. के. मिंज के निर्देशन में क्रियान्वित किया गया है।
डिजिटल हेल्थ को बढ़ावा देने की दिशा में ठोस कदम
फ्री वाई-फाई सुविधा का उद्देश्य ओपीडी में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को आभा एप के माध्यम से डिजिटल पंजीयन में आने वाली समस्याओं को दूर करना है। एम.आर.डी. विभाग के अंतर्गत आने वाले इस क्षेत्र में अब मरीज अपने मोबाइल फोन से सीधे आभा एप के माध्यम से पंजीयन टोकन प्राप्त कर सकेंगे, जिससे पर्ची कटवाने की प्रक्रिया अधिक सरल, तेज और पारदर्शी हो गई है।
डॉ. एम. के. मिंज ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन को यह जानकारी मिली थी कि कई मरीजों को मोबाइल नेटवर्क की समस्या के कारण आभा एप से पंजीयन में कठिनाई हो रही थी। विशेषकर, मेडिकल कॉलेज पहाड़ी क्षेत्र में स्थित होने के कारण यह समस्या लगातार बनी हुई है। इन तकनीकी बाधाओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि ओपीडी पंजीयन क्षेत्र में फ्री वाई-फाई सुविधा प्रदान की जाए। इस सुविधा से मरीज और उनके परिजन अब बिना किसी नेटवर्क बाधा के आसानी से आभा एप से पंजीयन कर सकते हैं, जिससे न केवल सुविधा में वृद्धि होगी, बल्कि समय की भी बचत होगी।
उल्लेखनीय है कि नेशनल मेडिकल कमिशन (NMC) द्वारा 4 जून 2024 को जारी निर्देशानुसार, सभी मेडिकल कॉलेजों को यह सुनिश्चित करना है कि ओपीडी/आईपीडी/आपातकालीन सेवाओं के लिए आने वाले मरीजों का पंजीकरण आभा आईडी के माध्यम से ही किया जाए। इस दिशा-निर्देश के अनुपालन हेतु आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा, छत्तीसगढ़ द्वारा भी स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं कि मेडिकल कॉलेज की मान्यता सुनिश्चित करने के लिए सभी मरीजों का पंजीयन आभा एप के माध्यम से ही किया जाए।
इन्हीं दिशानिर्देशों और मरीजों की सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में फ्री वाई-फाई सुविधा आज से औपचारिक रूप से ओपीडी क्षेत्र में प्रारंभ की गई है। यह पहल रायगढ़ मेडिकल कॉलेज को छत्तीसगढ़ में तकनीकी समावेशन वाले चिकित्सा संस्थानों की अग्रिम पंक्ति में खड़ा करती है और यह निश्चित रूप से डिजिटल हेल्थ मिशन की दिशा में एक सराहनीय और अनुकरणीय कदम है।
श्रम मंत्री देवांगन ने एक लाख 14 हजार से अधिक श्रमिकों के बैंक खाते में 53.43 करोड़ रूपए अंतरित किए
27 Mar, 2025 07:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा श्रमिकों एवं उनके परिजनों की बेहतरी के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योेजनाओं के माध्यम से श्रमिकों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति के बेहतर बनाने के लिए लगातार आर्थिक मदद दी जा रही है। इसी सिलसिलें में श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने आज नवा रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मकार मंडल कार्यालय में एक लाख 14 हजार 902 श्रमिकों के बैंक खाते में 53 करोड़ 43 लाख 74 हजार 915 रूपए डीबीटी के माध्यम से अंतरित की।
श्रम मंत्री देवांगन ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव की सरकार में प्रदेश के श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों को लगातार योजनाओं का लाभ तेजी से मिल रहा है। श्रम विभाग के तीनों मंडल-छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मकार मंडल, संगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल एवं श्रम कल्याण मंडल के माध्यम से योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो रहा है। इसी का परिणाम है कि बीते सवा साल में श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लगभग 500 करोड़ रूपए अंतरित किये जा चुके हैं।
श्रम मंत्री देवांगन ने दीदी-ई रिक्शा सहायता योजना के अंतर्गत 42 हितग्राहियों को 42 लाख रूपए, निर्माण श्रमिकों के बच्चे हेतु गणवेश एवं पुस्तक कॉपी सहायता योजना के अंतर्गत 41 हजार 170 श्रमिकों को 5 करोड़ 52 लाख 12 हजार रूपए मिनीमाता महातारी जतन योजना के अंतर्गत 5222 श्रमिकों को 10 करोड़ 44 लाख 40 हजार रूपए, मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर सुरक्षा उपकरण सहायता योजना के तहत् 9462 श्रमिकों को 1 करोड़ 41 लाख 93 हजार रूपए। मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना 378 हितग्राहियों को 3 करोड़ 82 लाख रूपए, मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के तहत् 706 श्रमिकों के बच्चों को 1 करोड़ 26 लाख 30 हजार 24 रूपए, मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना के अंतर्गत 7029 श्रमिकों को 14 करोड़ 5 लाख 80 हजार रूपए, मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना के तहत् 33506 श्रमिकों के बच्चे को 7 करोड़ 13 लाख 10 हजार 500 रूपए, मुख्यमंत्री श्रमिक औजार सहायता योजना के अंतर्गत 9224 श्रमिकों को 3 करोड़ 20 लाख 89 हजार 668 रूपए, मुख्यमंत्री श्रमिक सियान सहायता योजना के तहत् 1546 हितग्राहियों को 3 करोड़ 9 लाख 20 हजार रूपए, मुख्यमंत्री सायकल सहायता योजना के अंतर्गत 5495 श्रमिकों को 2 करोड़ 38 लाख 74 हजार 523 रूपए, निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु उत्कृष्ट खेल प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 4 हितग्राहियों को 1 लाख 55 हजार रूपए, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना 58 हितग्राहियों को 58 लाख रूपए, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक दीर्घायु सहायता योजना 4 श्रमिकों को 80 हजार रूपए, मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता योजना 83 श्रमिकों को 6 लाख 55 हजार 7 सौ रूपए, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक पेंशन सहायता योजना 23 हितग्राहियों को 34 हजार 5 सौ रूपए डीबीटी के माध्यम से अंतरित किए गए। इस अवसर पर सचिव सह श्रमायुक्त अलरमेल मंगई डी छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मकार मंडल के सचिव गिरिश कुमार रामटेके अपर आयुक्त श्रम द्वय एस. एल. जांगड़े एवं सविता मिश्रा सहित श्रमिक उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान श्रम मंत्री देवांगन ने मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के अंतर्गत कुशालपुर रायपुर निवासी मनीष मरकाम एवं खमतरई निवासी मंग्लीन साहू को एक-एक लाख रूपए की सहायता राशि का चेक, मुख्यमंत्री नोनी सक्तिकरण सहायता योजना के तहत रायपुर निवासी अनीता नाग एवं रायपुर निवासी संगीता ढीमर को 20-20 हजार रूपए का चेक, की चेक प्रदाय किया गया।
मुख्यमंत्री श्रमिक सियान सहायता योजना के अंतर्गत चंगोरा भाठा निवासी बिहारी लाल देवांगन एवं भवानी नगर कोटा रायपुर निवासी राही साहू को 20-20 हजार रूपए का चेक, मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना तहत कुशालपुर निवासी लक्ष्मी सोनकर को 8 हजार रूपए, मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के तहत शैल सार्वे को 5 हजार का चेक प्रदान किया।
जशपुर के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ की ख्याति देश विदेश तक पहुंची ... पंडित प्रदीप मिश्रा
27 Mar, 2025 07:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जशपुरनगर : कुनकुरी मयाली में सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ के पास 21 से 27 मार्च तक आयोजित महाशिवपुराण का भव्य समापन किया गया। प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने शिव भक्तों को 7 दिन तक कथा का श्रवण कराया और सभी को भव्य आयोजन के लिए अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी उन्होंने कहा की महाशिवपुराण कथा का श्रवण करने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी आए थे। साथ ही पूरे भारत वर्ष के लगभग 272 देशों के लोगों ने विभिन्न सोशल मीडिया, चौनल के माध्यम से कथा को सुना जशपुर में सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ की ख्याति भारत देश के साथ देश विदेश तक पहुंच चुकी है।
और इसका पूरा श्रेय जशपुर वासियों को जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री कौशल्या साय, राजपरिवार ,कलेक्टर रोहित व्यास एस एस पी शशि मोहन सिंह जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक कुमार सहित जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के अधिकारी कर्मचारीयों पत्रकारों, भोजन , पेयजल की व्यस्था नगर पालिका अधिकारी, कर्मचारियों को और आयोजन समिति के साथ प्रत्यक्ष
अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी लोगों, जशपुर के शिव भक्तों का हृदय से धन्यवाद दिया की आपके सहयोग से शिवमहापुराण कथा सफल हो सका
प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के सातवें दिन सुबह 8 बजे 11 बजे तक कथा का श्रवण कराया उन्होंने कहा कि भोला ... कहां... मिलेगा... भोले ...एक.. एक.. कण.. कण .. मिलेंगे भक्तों के हृदय में भोले मिल जाएंगे बाबा ने मनुष्यों को अपने कर्म से महान बनने का संदेश दिया इसके लिए भूखे को खाना खिलाने प्यासे को पानी पिलाया पीपल के नीचे चींटियों को आटा खिलाओ, इस भंडारे के समान ही पुण्य मिलता है। आप भंडारे नहीं कर सकते कोई बात नहीं जितनी शक्ति उतनी भक्ती पंडित मिश्रा ने कहा कि अपने छत पर पक्षियों के लिए चारा पानी की व्यवस्था करें मटका में पानी भरकर रखें गौमाता को घास रोटी पानी पिलाएं यह सब कार्य भंडारे से कम नहीं है। जहां जहां अच्छा कार्य वहां भोले जरूर मिलेंगे। शिव भक्तों को भोले बाबा को एक लोटा जल अवश्य चढ़ाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि जो तुम्हें जल चढ़ाने को मना करते तुम उन्हें छोड़ दो जशपुर के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ का यह शिव धाम विधी विधान से कलश यात्रा के साथ सात दिन शिव महापुराण कथा से हर हर महादेव से गुंजने लगा है।
मुख्यमंत्री की पत्नी कौशल्या साय ने महाशिवपुराण की कथा के समापन के अवसर पर पंडित प्रदीप मिश्रा और उनके साथ आए सभी लोगों का धन्यवाद दिया। जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, स्वास्थ्य विभाग, पेयजल विभाग, स्वच्छ भारत मिशन, नगरीय निकाय के साथ सभी का सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है।
भूपेश बघेल के तीन मोबाइल फोन सीबीआई ने जब्त, 14 घंटे लंबी चली छापेमारी खत्म, छापेमारी के बाद बोले पूर्व सीएम 'सब साजिश'
27 Mar, 2025 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास और कार्यालय पर सीबीआई ने 14 घंटे तक छापेमारी की। छापेमारी रविवार सुबह शुरू हुई और देर रात खत्म हुई। इस दौरान आवास के बाहर बड़ी संख्या में उनके कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे।
राजनीतिक साजिश का आरोप
छापे के बाद मीडिया से बात करते हुए भूपेश बघेल ने कहा, "यह पूरी कार्रवाई एक राजनीतिक साजिश है। असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए मुझे निशाना बनाया जा रहा है।" उन्होंने कहा कि 15 दिन पहले ईडी ने भी उनके आवास पर छापेमारी की थी।महादेव सट्टा ऐप के मामले में भूपेश बघेल ने कहा, "हमने इस ऐप पर सबसे ज्यादा कार्रवाई की है। केंद्र सरकार से लुकआउट सर्कुलर जारी करने की अपील की, लेकिन सौरभ चंद्राकर को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।"
मोदी के दौरे से जुड़े आरोप
घेल ने इस छापेमारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी दौरे से जोड़ा। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री 30 तारीख को आ रहे हैं। उनके भाषण के लिए कोई मुद्दा चाहिए, इसलिए यह कार्रवाई की गई।"
सीबीआई ने मोबाइल फोन जब्त किए
सीबीआई ने छापेमारी के दौरान बघेल के तीन मोबाइल फोन जब्त किए। उन्होंने कहा, "अगर मेरे आवास में कुछ भी मिलता है, तो इसकी जिम्मेदारी मेरी नहीं है। यह कार्रवाई सिर्फ मुझे परेशान करने के लिए की जा रही है।"
केंद्र सरकार पर हमला
भूपेश बघेल ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस की मजबूती भाजपा को परेशान कर रही है। उन्होंने कहा, "पंजाब में हालात उनके खिलाफ जा रहे हैं। इसलिए मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है।" छापे के दौरान बघेल के कार्यकर्ता उनके आवास के बाहर खड़े रहे। छापेमारी के बाद बघेल बाहर आए और कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया।
छत्तीसगढ़ राज्य श्रमिकों के लिए बड़ी सौगात: बैंक खातों में DBT के माध्यम से पहुंचेगी 40 करोड़ 48 लाख रुपये की आर्थिक सहायता
27 Mar, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के श्रमिकों को बड़ी राहत देने का फैसला किया है। श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन आज 86,462 श्रमिकों के बैंक खातों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से 40 करोड़ 48 लाख रुपए की आर्थिक सहायता जारी करेंगे। श्रम मंत्री देवांगन आज 27 मार्च को दोपहर 12 बजे नवा रायपुर स्थित बीओसी भवन में छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल की बैठक लेंगे (तीर्थ दर्शन योजना 2025)। बैठक के बाद दोपहर 1 बजे श्रमिकों के खातों में सीधे राशि ट्रांसफर की जाएगी।
किन श्रमिकों को मिलेगा लाभ?
यह आर्थिक सहायता राज्य के पंजीकृत श्रमिकों (तीर्थ दर्शन योजना 2025) को प्रदान की जाएगी। डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ अंतरण) प्रणाली के तहत राशि सीधे श्रमिकों के बैंक खातों में पहुंचेगी। इस योजना का उद्देश्य श्रमिकों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना और उनके कल्याण को बढ़ावा देना है।
सरकार की श्रमिक हितैषी योजनाएं
छत्तीसगढ़ सरकार श्रमिकों के हित में लगातार कल्याणकारी योजनाएं (तीर्थ दर्शन योजना 2025) क्रियान्वित कर रही है। इससे पहले भी राज्य सरकार ने श्रमिकों को बीमा योजना, शिक्षा सहायता और स्वास्थ्य लाभ जैसी सुविधाएं प्रदान की हैं।