छत्तीसगढ़
अभनपुर-रायपुर मेमू ट्रेन का शुभारंभ, पीएम मोदी दिखाएंगे हरी झंडी
29 Mar, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर: नए कलर लुक में तैयार की गई ये ट्रेन रायपुर से अभनपुर के बीच चलेगी। सिर्फ 10 रुपए की टिकट में ये ट्रेन लोगों को आधे घंटे में रायपुर से नवा रायपुर और अभनपुर पहुंचा देगी। इस ट्रेन को 30 मार्च के दिन PM नरेंद्र मोदी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। तय कार्यक्रम के मुताबिक, PM मोदी 30 मार्च की दोपहर रायपुर आएंगे। यहां से बिलासपुर के मोहभाठा में सभा लेंगे। इस कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के लिए 33 हजार 700 करोड़ के प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और भूमिपूजन करेंगे, इसी कड़ी में इस रेलवे के प्रोजेक्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगा।
रायपुर से नवा रायपुर 32 मिनट में
इस ट्रेन से रायपुर रेलवे स्टेशन से नवा रायपुर के CBD रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के लिए यात्रियों को 32 मिनट लगेगा। आगे ये ट्रेन आगे केंद्री और अभनपुर स्टेशन भी जाएगी। नई रेल सेवा के तहत रायपुर से अभनपुर के बीच ये मेमू ट्रेन चलाई जाएगी, जिसमें रायपुर आरवी ब्लॉक हाट, मंदिर हसौद, उद्योग नगर, सीबीडी, मेला ग्राउंड केंद्री और अभनपुर जैसे प्रमुख स्टेशनों पर ठहराव होगा।
ऐसा है नवा रायपुर का रेलवे स्टेशन
75 करोड़ रुपए की लागत से सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट एरिया (CBD) रेलवे स्टेशन बनकर तैयार है। यह छत्तीसगढ़ का पहला रेलवे स्टेशन है, जिसमें शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाया गया है। यानि स्टेशन के ऊपरी हिस्से में बाजार सजेगा और नीचे पटरियों पर ट्रेन दौड़ेगी। स्टेशन का उद्घाटन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कर चुके हैं। बता दें कि नवा रायपुर में CBD के अलावा नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (NRDA) 4 रेलवे स्टेशन का निर्माण कर रहा है। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अभनपुर से रायपुर तक निरीक्षण वैन से यात्रा कर रेलवे ट्रैक और अन्य सुविधाओं की पूरी तरह से जांच की। कार्यक्रम स्थल का दौरा कर तैयारियों का भी जायजा लिया। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर लोगों के बैठने की व्यवस्था, पेयजल सहित अन्य सुविधाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक (रायपुर) दयानंद ने कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए अधिनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस नई रेल सेवा के शुरू होने से यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी। एसएसपी डॉ लाल उम्मेद सिंह ने कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रखने के लिये पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया है।
ये हैं ट्रेन का स्टॉपेज
नई रेल सेवा के तहत रायपुर से अभनपुर के बीच मेमू ट्रेन चलाई जाएगी। ट्रेन रायपुर आरवी ब्लॉक हाट से शुरू होकर , मंदिर हसौद, उद्योग नगर, सीबीडी, मेला ग्राउंड केंद्री और अभनपुर रेलवे स्टेशन तक जायेगी। इस सिलसिले में नया रायपुर अटल नगर में तैयार किए गए सीबीडी रेलवे स्टेशन में यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।
स्टेशन के आसपास ये सुविधाएं
इस स्टेशन के आस-पास 5.3 किलोमीटर में स्मार्ट सड़क, दूसरे इन्फ्रास्ट्रक्चर 35.25 करोड़ की लागत से तैयार किए गए हैं। इसके अलावा 100 बस, 148 कार, टैक्सी और लगभग 250 दोपहिया गाड़ियों की पार्किंग की सुविधा 23.12 करोड़ की लागत से डेवलप की गई है।
वर्चुअली उद्घाटन करेंगे PM मोदी
बिलासपुर से प्रधानमंत्री वर्चुअली रायपुर के रेलवे प्रोजेक्ट लॉन्च करेंगे। जानकारी के मुताबिक करीब 3.30 बजे PM मोदी ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। यहां PM 108 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली 7 रेलवे परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। वहीं, 2,690 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली 111 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली तीन रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। छत्तीसगढ़ में भारतीय रेलवे के रेल नेटवर्क के 100% विद्युतीकरण को भी समर्पित करेंगे।
कलेक्टर SSP इंस्पेक्शन ट्रेन में हुए सवार
शुक्रवार को कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह और SSP लाल उमेद सिंह ने रेलवे के सीनियर अधिकारियों के साथ अभनपुर से रायपुर तक इंस्पेक्शन वैन से यात्रा की। अफसरों ने स्टेशन पर लोगों के बैठने की व्यवस्था, पेयजल सहित अन्य सुविधाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक (रायपुर) दयानंद ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि इस नई रेल सेवा के शुरू होने से यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी।
रायपुर से नवा रायपुर 32 मिनट में
ट्रेन से रायपुर रेलवे स्टेशन से नवा रायपुर के CBD रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के लिए यात्रियों को 32 मिनट लगेगा। आगे ये ट्रेन आगे केंद्री और अभनपुर स्टेशन भी जाएगी। नई रेल सेवा के तहत रायपुर से अभनपुर के बीच ये मेमू ट्रेन चलाई जाएगी। इसमें रायपुर आरवी ब्लॉक हाट, मंदिर हसौद, उद्योग नगर, सीबीडी, मेला ग्राउंड केंद्री और अभनपुर जैसे प्रमुख स्टेशनों पर ठहराव होगा।
ऐसा है नवा रायपुर का रेलवे स्टेशन
75 करोड़ रुपए की लागत से सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट एरिया (CBD) रेलवे स्टेशन बनकर तैयार है। यह छत्तीसगढ़ का पहला रेलवे स्टेशन है, जिसमें शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाया गया है। यानी स्टेशन के ऊपरी हिस्से में बाजार सजेगा और नीचे पटरियों पर ट्रेन दौड़ेगी। स्टेशन का उद्घाटन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कर चुके हैं। इसे नवा रायपुर में CBD के अलावा नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (NRDA) 4 रेलवे स्टेशन का निर्माण कर रहा है।
ऐसा होगा ट्रेन का शैड्यूल
30 मार्च को गाड़ी संख्या 08835 अभनपुर – रायपुर इनॉग्रल मेमू पैसेंजर स्पेशल 8 कोच के साथ अभनपुर से 15:30 बजे रवाना होगी। केंद्री, 15:38 बजे, सीबीडी 15:52 बजे, मंदिर हसौद 16:10 बजे, रायपुर 16.55 बजे पहुंचेगी। 31 मार्च से रायपुर अभनपुर रायपुर के बीच सुबह और शाम को 2 मेमो स्पेशल ट्रेनों की सुविधा यात्रियों को मिलेगी।
(1) 68760/ 68761 रायपुर अभनपुर रायपुर मेमू पैसेंजर
गाड़ी संख्या 68760 रायपुर अभनपुर मेमू पैसेंजर रायपुर से 9:00 बजे रवाना होकर 9:18 बजे मंदिर हसोद 9:32 बजे सीबीडी 9:50 बजे केंद्रीय 10:10 बजे अभनपुर पहुंचेगी।
यह गाड़ी वापसी में गाड़ी संख्या 68761 अभनपुर रायपुर पैसेंजर अभनपुर से 10:20 बजे रवाना होकर केंद्री 10:28 बजे सीबीडी, 10:42 बजे मंदिर हसौद 11:00 बजे रायपुर 11:45 बजे पहुंचेगी।
(2) 68762/68763 रायपुर अभनपुर रायपुर मेमू पैसेंजर
गाड़ी संख्या 68762 रायपुर अभनपुर मेमू पैसेंजर रायपुर से 16:20 बजे रवाना होकर 16:38 बजे मंदिर हसौद,16.52 बजे सीबीडी, 17:10 बजे केंद्री, 17:30 बजे अभनपुर पहुंचेगी।
गाड़ी संख्या 68763 अभनपुर रायपुर मेमू पैसेंजर अभनपुर से 18:10 बजे रवाना होकर 18:18 केंद्री, 18:32 बजे सीबीडी, 18:45 बजे मंदिर हसौद, 19:20 बजे रायपुर पहुंचेगी।
सौगात-ए-मोदी के तहत CM साय ने मुस्लिम बहनों के बीच बांटी खुशियां, जरूरतमंद महिलाओं को मिले ये उपहार
29 Mar, 2025 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय की जरूरतमंद बहनों को उपहार भेंट कर सामाजिक समरसता का संदेश दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल "सौगात-ए-मोदी" के तहत मुख्यमंत्री साय ने गरीब महिलाओं को उपहार पैकेट वितरित किए, जिसमें लेडीज सूट का कपड़ा, सेंवई, खजूर और मिठाई शामिल थी। मुख्यमंत्री साय ने सभी को ईद की बधाई दी और कहा कि ईद का त्यौहार प्रेम, सौहार्द और एकता का प्रतीक है।
डॉ. सलीम राज ने बताया कि इससे पहले रायपुर में अल्पसंख्यक मोर्चा और छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में 500 महिलाओं को उपहार पैकेट वितरित किए गए। इस अवसर पर अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज, प्रदेश अध्यक्ष शकील अहमद, एम. इकबाल, संजय श्रीवास्तव, शाहिद खान, रजिया खान, आबिदा खान सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे।
भीषण गर्मी के चलते आंगनबाड़ी केंद्रों के समय में बदलाव, 1 अप्रैल से होगी ये समय सारणी
29 Mar, 2025 03:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर: प्रदेश में बढ़ती गर्मी को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ शासन ने आंगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन समय में अस्थायी परिवर्तन किया है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जारी निर्देशानुसार 1 अप्रैल 2025 से 30 जून 2025 तक आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन प्रातः 7:00 बजे से प्रातः 11:00 बजे तक किया जाएगा। इस अवधि में केन्द्रों का संचालन 6 घंटे के स्थान पर 4 घंटे किया जाएगा। ताकि बच्चों को भीषण गर्मी से बचाया जा सके। महिला एवं बाल विकास विभाग के सरगुजा जिला कार्यक्रम अधिकारी अतुल परिहार ने बताया कि गर्मी समाप्त होने के पश्चात 1 जुलाई 2025 से पूर्व निर्धारित समयानुसार पुनः आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन प्रातः 9:30 बजे से अपरान्ह 3:30 बजे तक 6 घंटे के लिए किया जाएगा। बच्चों के स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं गर्मी के दुष्प्रभावों से बचाव के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन में परिवर्तन किया गया है।
भगवती महामाया देवी मंदिर रायपुर: सिद्ध शक्ति पीठ और तंत्र पीठ का महत्व
29 Mar, 2025 12:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुरः चैत्र नवरात्रि नजदीक आते ही राजधानी रायपुर के देवी मंदिरों में तैयारियां जोरों पर हैं. भक्तों की आस्था और भक्ति के चलते इस बार मंदिर प्रबंधन ने बड़े स्तर पर ज्योति कलश स्थापना की प्लान बनाई है. राजधानी के ऐतिहासिक महामाया मंदिर में 11,000 ज्योति कलश, काली मंदिर में 4,001, कंकाली मंदिर में 1,100, और दंतेश्वरी मंदिर में 1,500 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित करने का लक्ष्य रखा गया है.
नवरात्रि के पावन पर्व को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसरों में विशेष सफाई और रंग-रोगन का कार्य किया जा रहा है. भक्तों की सुविधा के लिए नए स्थान तैयार किए जा रहे हैं, जहां अधिक संख्या में ज्योति कलश स्थापित किए जा सकें. श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में मंदिरों में पंजीयन कराने पहुंच रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि इस वर्ष भक्तों की भागीदारी पहले से अधिक होगी.
सदियों से चली आ रही परंपरा
पंडित मनोज शुक्ला ने बताया कि भगवती महामाया देवी मंदिर रायपुर का एक सिद्ध शक्ति पीठ और तंत्र पीठ है. यहां सदियों से चली आ रही परंपराओं का पालन आज भी किया जाता है. खासकर प्रधान राज ज्योत को प्रज्वलित करने की अनूठी विधि मंदिर की विशेषता है. यह ज्योत चकमक पत्थर की चिंगारी से प्रज्वलित की जाती है, जो तंत्र साधना की एक विशेष परंपरा का हिस्सा है. प्रधान राज ज्योत प्रज्वलित करने से पहले 2 से 10 वर्ष की कन्या की विशेष पूजा की जाती है. विधि-विधान से पूजन के बाद उसी कन्या के हाथों से यह ज्योत प्रज्वलित कराई जाती है. इसके बाद मां दुर्गा की आरती होती है और आम श्रद्धालुओं के लिए मनोकामना ज्योत प्रज्वलन की प्रक्रिया शुरू होती है.
विदेशों तक फैली मां महामाया की आस्था
मां महामाया की कृपा केवल रायपुर या छत्तीसगढ़ तक सीमित नहीं है, बल्कि विदेशों तक फैली हुई है. पंडित शुक्ला ने बताया कि हाल ही में उनके पास मस्कट, ओमान से एक श्रद्धालु ने फोन पर मनोकामना ज्योत प्रज्वलन के लिए पंजीयन कराया. इससे स्पष्ट है कि भक्तों की श्रद्धा समय और दूरी की सीमा को पार कर चुकी है. इस वर्ष पहले की तुलना में ज्योति कलश स्थापना के लिए 10% अधिक पंजीयन हो चुके हैं और नवरात्रि शुरू होते-होते यह संख्या और भी बढ़ने की संभावना है. मान्यता है कि मां महामाया उनके सभी दुखों को हरकर जीवन में सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं.
रोमा हल्दी की खेती छत्तीसगढ़ में फायदेमंद: कृषि विज्ञान केंद्र रायपुर
29 Mar, 2025 12:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़, जिसे धान का कटोरा कहा जाता है. अब यहां की खेती सिर्फ धान तक सीमित नहीं रह गया है. राज्य के किसान अब अन्य फसलों की ओर भी रुख कर रहे हैं. जिससे उनकी आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, हल्दी की खेती यहां के किसानों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन सकती है. खासतौर पर रोमा वैरायटी की हल्दी को छत्तीसगढ़ के जलवायु के अनुसार काफी उपयुक्त माना जा रहा है.
कृषि विज्ञान केंद्र रायपुर के कर्मचारी अनिल बंजारे के अनुसार, छत्तीसगढ़ के मौसम के लिहाज से रोमा हल्दी की खेती बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है. यह हल्दी न केवल सुगंधित होती है, बल्कि इसका रंग भी आकर्षक लाल-भूरा होता है. स्वाद में भी यह अन्य किस्मों से बेहतर मानी जाती है. यह हल्दी जून-जुलाई में बोई जाती है और मार्च-अप्रैल तक फसल तैयार हो जाती है. यानी करीब 8-9 महीनों में पूरी तरह से तैयार हो जाने वाली फसल है.
रोमा हल्दी की खासियत
अनिल बंजारे बताते हैं कि एक एकड़ जमीन में 50-60 क्विंटल तक हल्दी का उत्पादन संभव है. इस समय बाजार में कच्ची हल्दी की कीमत 60 रुपए प्रति किलोग्राम है. जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा हो सकता है. अगर किसान प्रोसेसिंग कर इसे सुखाकर बाजार में बेचते हैं, तो इसका मूल्य और अधिक बढ़ सकता है. कृषि विज्ञान केंद्र रायपुर भी किसानों को अधिक से अधिक हल्दी की खेती के लिए प्रेरित कर रहा है. उन्हें सही तकनीक से खेती करने की सलाह दे रहा है.
हल्दी की खेती करना ज्यादा कठिन नहीं
हल्दी की खेती करना ज्यादा कठिन नहीं है. लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जहां हल्दी की खेती हो रही हो.अगर खेत में ज्यादा समय तक पानी जमा रहता है, तो हल्दी की फसल सड़ सकती है. जिससे किसानों को भारी नुकसान हो सकता है. इसलिए जल निकासी की व्यवस्था सही होनी चाहिए. हल्दी की मांग देशभर में लगातार बनी हुई है, खासकर आयुर्वेदिक और मसाला उद्योग में इसका उपयोग अधिक होता है. छत्तीसगढ़ के किसान इस मौके का फायदा उठाकर अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकते हैं. हल्दी न सिर्फ मसालों में उपयोग होती है. बल्कि इसका प्रयोग दवाइयों और सौंदर्य प्रसाधनों में भी किया जाता है.कृषि विज्ञान केंद्र समय – समय पर किसानों को नई तकनीकों और उन्नत किस्मों की जानकारी देते रहते हैं. सरकार भी किसानों को हल्दी की खेती को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सहायता प्रदान कर रही है.
सुकमा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, 16 नक्सलियों के शव बरामद
29 Mar, 2025 10:33 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छतीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की खबर आ रही है. गोगुंडा की पहाड़ी पर उपमपल्ली में दोनों तरफ से लगातार फायरिंग हो रही है. डीआरजी और सीआरपीएफ के जवान नक्सलियों का सामना कर रहे हैं. 30 से 40 की संख्या में सशस्त्र वर्दीधारी नक्सलियों के होने की संभावना जताई गई है. मुठभेड़ में जवानों ने 16 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं. मुठभेड़ में दो जवान को हल्की चोट आई हैं.
जिला सुकमा के थाना केरलापाल क्षेत्र में नक्सलियों के होने की सूचना पर 28 मार्च डीआरजी और सीआरपीएफ की संयुक्त पुलिस पार्टी नक्सल विरोधी सर्च अभियान में रवाना हुए थे. अभियान के दौरान आज शनिवार की सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के मुठभेड़ हो गई. गोलीबारी की आवाज से पूरा इलाका गूंज गया. इस बीच रूक-रूक कर मुठभेड़ होती रही. मुठभेड़ स्थल व आस-पास क्षेत्रों की सुरक्षा बलों द्वारा सघन सर्चिंग जारी है. मुठभेड़ में जवानों ने करीब 16 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं. मुठभेड़ में दो जवान को मामूली चोट आई हैं. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है.
बीजापुर में मारे गए थे 30 नक्सली
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस पार्टी द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है. 20 मार्च को भी पुलिस की संयुक्त टीम का सामना नक्सलियों से हुआ था. मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली थी. गंगालूर पीएस लीमिट के पास बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा पर हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 30 नक्सलियों को ढेर किया था. बीजापुर पुलिस के मुताबिक, इलाके में करीब 45 नक्सली मौजूद थे, जिन्हें सुरक्षाबलों ने घेर लिया. तलाशी अभियान के दौरान उनके पास बड़ी संख्या में हथियार बरामद हुए थे. इस मुठभेड़ मेंबीजापुर DRG का एक जवान भी शहीद हुआ था.
अमित शाह ने कहा- 31 मार्च 2026 से पहले देश होगा नक्सलमुक्त
20 मार्च को नक्सलियों से हुई मुठभेड़ के बाद देश के गृह मंत्री अमित शाह ने इसे नक्सलमुक्त भारत अभियान कहा. उन्होंने एक्स पर लिखा था,नक्सलमुक्त भारत अभियान की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है. छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में हमारे सुरक्षा बलों के 2 अलग-अलग ऑपरेशन्स में 22 नक्सली मारे गए. मोदी सरकार नक्सलियों के विरुद्ध रुथलेस अप्रोच से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की तमाम सुविधाओं के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है. अगले साल 31 मार्च से पहले देश नक्सलमुक्त होने वाला है.
छत्तीसगढ़: महिला ने पुलिस अधिकारी पर रेप का आरोप, एफआईआर दर्ज
29 Mar, 2025 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक महिला ने एक पुलिस अधिकारी पर रेप का आरोप लगाया है. महिला की शिकायत पर अधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. इस संबंध में अफसर के खिलाफ जांच शुरू हो गई है. जिस अधिकारी पर ये आरोप लगा है, वो पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) हैं. अधिकारी का नाम विनोद मिंज है.
पीड़िता का आरोप है कि डीएसपी विनोद ने शादी का झांसा देकर रेप किया. पीड़िता ने बताया कि पति की पहले ही मौत हो चुकी है. विनोद दुर्ग के अजाक में पदस्थ हैं. महिला ने आरोप लगाया कि अधिकारी ने शारीरिक और मानसिक तौर पर उसे खूब प्रताड़ित किया. अफसर ने उसके साथ मारपीट भी की और धमकियां भी दीं.
अफसर से कैसे मिली पीड़िता?
इस मामले में पीड़िता ने पद्मनाभपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है. डीएसपी मिंज पहले से शादीशुदा और दो बच्चों के पिता हैं. पीड़ता का आरोप है कि विनोद ने खुद को कुंवारा बताया था. दोनों की मुलाकात ट्रेन में हुई थी. इस दौरान अधिकारी ने उसे कहा था कि उसकी शादी नहीं हुई है.
आरोप है कि डीएसपी ने शादी का झांसा देकर विधवा के साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाया. पीड़ित ने जब शादी की बात कही तो डीएसपी मुकर गया. जब फिर शादी की बात कही तोरॉब दिखाते हुए पहले धमकाया और शादी से साफ इनकार कर दिया. इतना ही नहीं, उसके साथ मारपीट भी की. पीड़िता ने पुलिस अफसरों से विनोद मिंज के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
महिला का आरोप- मिल रही धमकियां
पीड़िता के मुताबिक, वह दहशत में है. उसके साथ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है. उसे अधिकारी की ओर से लगातार धमकियां मिल रही हैं. उसकी जान को खतरा है. पीड़िता ने अधिकारियों से गुहार लगाई है कि डीएसपी विनोद मिंज के खिलाफ विभागीय जांच भी होनी चाहिए. वहीं, अधिकारियों ने भी महिला को भरोसा दिया है कि उसके साथ न्याय होगा.
सी.आई.डी.सी. में संविलियित - विघटित परिवहन निगम के कर्मचारियों को मिलेगा भत्ता और गृह भाड़ा
28 Mar, 2025 11:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप की अध्यक्षता में आज यहां नवा रायपुर, अटल नगर स्थित मंत्रालय (महानदी भवन) में छत्तीसगढ़ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पाेरेशन (सी.आई.डी.सी.) की 45वीं बैठक आयोजित की गई। संचालक मंडल की बैठक में सर्वप्रथम पूर्व में लिये गए निर्णयों पर प्रबंध संचालक द्वारा पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जिसके पश्चात् संचालक मंडल ने विगत वर्षों के वित्तीय गतिविधियों पर चर्चा की।
सी.आई.डी.सी. के बैठक विभिन्न योजनाओं और संकल्पों पर चर्चा के उपरांत महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए। बैठक में सी.आई.डी.सी. में संविलियित विघटित परिवहन निगम के कर्मचारियों को राज्य शासन द्वारा जारी आदेशों के अनुरुप 22 प्रतिशत, 20 प्रतिशत, 33 प्रतिशत, 30 प्रतिशत, 42 प्रतिशत, 40 प्रतिशत, 60 प्रतिशत एवं 53 प्रतिशत महंगाई भत्ते का लाभ देने हेतु अध्यक्ष द्वारा प्रदत्ता अनुमोदन की पुष्टि करने तथा भविष्य में महंगाई भत्तों का लाभ देने हेतु प्रबंध संचालक को अधिकृत करने का निर्णय लिया गया है।
इसके साथ ही संचालक मण्डल, सी.आई.डी.सी. में संविलियित विघटित परिवहन निगम के कर्मचारियों को राज्य शासन के आदेशानुसार अगस्त, 2023 से गृह गाढ़ा भत्ते का लाभ देने हेतु मंत्री केदार कश्यप द्वारा प्रदत्त अनुमोदन का पुष्टि किया गया है।
बैठक में राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, सचिव ऊर्जा विभाग रोहित यादव, सचिव सह आयुक्त परिवहन एस. प्रकाश, सचिव राजस्व विभाग अविनाश चम्पावत, सचिव जल संसाधन विभाग राजेश सुकुमार टोप्पो, सचिव लोक निर्माण विभाग डॉ. कमलप्रीत सिंह, संजय कुमार ओझा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बस्तर की लोक संस्कृति को मिल रही है नई पहचान: वन मंत्री केदार कश्यप
28 Mar, 2025 11:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : वन एवं जलवायु परिर्वतन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य की चहुमुखी विकास हो रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य के आदिवासी संस्कृकति लोक कलाओं एवं लोक परंपराओं सहित बस्तर की संस्कृति को संरक्षण और संवर्धन करने की दिशा में बेहतर काम कर रही है इससे बस्तर की लोक संस्कृति को देश और दुनिया में एक नई पहचान मिली है। मंत्री कश्यप ने जिला कोण्डागांव में आयाजित ‘बस्तर पंडुम’ प्रतियोगिता के शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। इस आयोजन में जिले के पांचों विकासखंडों से आए लोक कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से जनजातीय संस्कृति को जीवंत बना दिया। वहीं जनजातीय व्यंजन, आभुषण, वेशभूषा और शिल्पकला का भव्य प्रदर्शनी लोगों में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
वन मंत्री कश्यप ने कहा कि बस्तर की जीवनशैली में जनजातीय गीत-संगीत, नृत्य और खानपान अनूठी पहचान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में इस विलुप्त होती लोकसंस्कृति को ‘बस्तर पंडुम’ के माध्यम से संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के चलते छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से मुक्ति की ओर बढ़ रहा है, जिससे विकास के नए द्वार खुलेंगे और बस्तर की समृद्ध संस्कृति को देश-दुनिया में पहचान मिलेगी।
उन्होंने कहा कि बस्तर के कोदो, कुटकी और रागी जैसे पोषक अनाजों को अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनाया जा रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि ‘बस्तर पंडुम’ नई पीढ़ी को अपनी समृद्ध संस्कृति को समझने और अपनाने का अवसर देगा।
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने जानकारी दी कि जिला स्तरीय आयोजन में विकासखंड स्तर पर चुने गए आठ विधाओं के विजेता प्रतिभागी शामिल हुए हैं। यहां से चयनित प्रतिभागी संभाग स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की इस पहल से बस्तर की संस्कृति को नई पहचान मिल रही है।
सर्जरी के बाद नन्ही सिद्धि पूरी तरह स्वस्थ, आयुष्मान योजना बनी जीवन संवारने वाली संजीवनी
28 Mar, 2025 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महासमुंद : महासमुंद ब्लॉक के ग्राम बरोंडाबाजार में 11 जनवरी 2024 को श्री कार्तिक ध्रुव के घर नन्ही सी प्यारी बच्ची सिद्धि का जन्म हुआ। उनके आगमन से पूरे परिवार में अपार हर्ष और उल्लास का वातावरण छा गया। लेकिन जन्म के तुरंत बाद ही परिजनों ने सिद्धि के सिर पर असामान्य सूजन देखी, जिससे सभी चिंतित हो गए।
परिवार ने तुरंत स्थानीय मितानिन और चिरायु टीम महासमुंद से संपर्क किया। डॉ. रूही नाज और सहयोगी डॉक्टर ने स्थिति को गंभीर मानते हुए बिना समय गंवाए उन्हें रायपुर के हायर सेंटर रेफर किया। रायपुर के डीकेएस अस्पताल में जांच के दौरान पता चला कि सिद्धि न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट और ऑब्स्ट्रक्टिव हाइड्रोसिफ़ेलस नामक गंभीर समस्या से ग्रसित है। डॉक्टरों ने तुरंत सर्जरी करने का निर्णय लिया और उनके स्कल में स्टंट डालकर ऑपरेशन किया गया।
सर्जरी अत्यंत संवेदनशील थी, लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टरों की कड़ी मेहनत और सही इलाज से यह पूरी तरह सफल रही। इस पूरे इलाज में 1.50 लाख रुपये का खर्च आया, जिसमें आयुष्मान योजना के तहत 1.20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता ने परिवार को राहत प्रदान की।
सर्जरी के बाद सिद्धि जब अपने घर लौटी, तो भी उनकी नियमित देखभाल जारी रही। चिरायु टीम महासमुंद, सीएमएचओ डॉ. कुदेशिया और आरबीएसके कंसल्टेंट अनुपम शर्मा के मार्गदर्शन में उनका सही इलाज हुआ। डॉक्टर अनिरुद्ध कसार की निगरानी में सिद्धि की सेहत में लगातार सुधार आता गया। आज सिद्धि पूरी तरह स्वस्थ है। वह हंसती, खेलती और अपनी मासूमियत से सभी को आनंदित कर रही है। माता-पिता की आँखों में संतोष और खुशी झलक रही है। आयुष्मान योजना ने जीवन संवारने वाली योजना को चरितार्थ कर दिया।
उम्मीद और पुनर्जीवन का प्रतीक : मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना
28 Mar, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सक्ती : छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के अंतर्गत तहसील डभरा के निवासी 50 वर्षीय आशा पटेल, पति स्वर्गीय सुरेश चन्द्र पटेल जो एक गृहणी हैं और अपने बच्चों के साथ रहती हैं। उनका जीवन कठिनाइयों से भरा रहा है। कुछ समय पहले, आशा पटेल को कैंसर से संबंधित बीमारी हो गई। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह इलाज करवाने में असमर्थ थी। यह समस्या उनके लिए जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष जैसी थी। उनकी बीमारी न केवल उनके शरीर को कमजोर कर रही थी बल्कि उनके परिवार की उम्मीदों को भी धूमिल कर रही थी। इसी दौरान, आशा पटेल को मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने तुरंत इस योजना के अंतर्गत आवेदन किया और योजना के तहत उन्हें सहायता राशि स्वीकृत की गई। इस आर्थिक सहायता से आशा पटेल ने ब्रेस्ट कैंसर का इलाज करवाया। इलाज सफल रहा, और आज आशा पटेल पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनका कहना है कि यदि यह योजना नहीं होती, तो मैं अपना इलाज नहीं करवा पाती। मेरी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि मैं इतने बड़े खर्च को वहन कर सकती। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना ने न केवल मेरी जान बचाई, बल्कि मुझे और मेरे परिवार को नई जिंदगी दी है। आज आशा पटेल अपने जीवन को नए सिरे से जी रही हैं। उनकी कहानी अन्य जरूरतमंद लोगों के लिए प्रेरणा है, जो यह संदेश देती है कि सही समय पर मिली सरकारी सहायता से जीवन में कठिन से कठिन परिस्थिति का समाधान संभव है।
आशा पटेल कहती है उम्मीद और पुनर्जीवन का प्रतीक मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना ने न केवल उनके जीवन को बचाया, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि सरकार की योजनाएँ जरूरतमंदों के जीवन को बेहतर बना सकती हैं। आशा पटेल ने उनके जीवन में आए इस कठिन समय में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उन्हें इस योजना के माध्यम से सहयोग प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का हृदय से आभार व्यक्त किया है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने तथा दुर्लभ बीमारियों के इलाज में होने वाले व्यय से बचाने हेतु राज्य शासन द्वारा संजीवनी सहायता कोष का विस्तार करते हुये मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना प्रारंम्भ करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत चिन्हित दुर्लभ बीमारियों के ईलाज के लिए राज्य के पात्र परिवारों को अधिकतम 25 लाख रूपए तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। छत्तीसगढ़ ऐसा पहला राज्य है, जो इतनी बड़ी राशि राज्य के नागरिकों के इलाज हेतु प्रदान कर रही है, जिससे नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं तथा स्वस्थ और बेहतर छत्तीसगढ़ का निर्माण किया जा रहा है।
वन आधारित आजीविका को मजबूत कर जनजातीय समाज की आय बढ़ाने के लिए प्रयासरत है हमारी सरकार : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
28 Mar, 2025 07:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : जनजातीय समाज और वनों के मध्य गहरा संबंध है और दोनों एक दूसरे के पूरक के रूप में संरक्षित - संवर्धित हो रहे हैं। प्रकृति की गोद में ही जनजाति समाज का पीढ़ी दर पीढ़ी विकास हुआ है। यह कार्यशाला आदिवासियों और वनों के सहअस्तित्व को केंद्र में रखकर उनके उन्नति का मार्ग प्रशस्त करेगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज नवा रायपुर में आदिवासी समुदायों के लिए वन आधारित जीविकोपार्जन के अवसर विषय पर नीति आयोग तथा वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यशाला में सभी प्रबुद्धजनों, विषय विशेषज्ञों और अधिकारियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि जनजाति समाज को जीविकोपार्जन के समुचित अवसर उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी हम सभी पर है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 32 प्रतिशत जनजाति समुदाय निवासरत है और 44 प्रतिशत इलाका वन आच्छादित है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पिछले 35 वर्षों से अधिक के सार्वजनिक जीवन में मैने प्रदेश के जनजाति समुदाय और विशेष पिछड़ी जनजातियों के संघर्ष और पीड़ा को करीब से देखा है। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ के आदिवासियों की व्यथा को समझा और एक आदिवासी बहुल नए राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ अस्तित्व में आया। साय ने कहा कि अटल जी ने आदिवासियों के कल्याण के लिए पृथक मंत्रालय का भी गठन किया और आदिवासियों के कल्याण के लिए केंद्र सरकार द्वारा भेजी जा रही राशि का सही उपयोग हो पाया। अटल जी के प्रयासों से ही छत्तीसगढ़ में विकास के नए आयाम स्थापित हुए।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रदेश में कोई भी भूखा न रहे, इस उद्देश्य से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश में व्यापक स्तर पर पीडीएस सिस्टम लागू कर लोगो को सस्ते दर पर अनाज उपलब्ध कराया। उन्होंने समर्थन मूल्य पर वनोपज की खरीदी प्रारंभ की, जिसने आदिवासियों को आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम किया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लघु वनोपज पर्याप्त मात्रा में है। कुल 67 प्रकार के लघु वनोपजों का संग्रहण, प्रसंस्करण और विक्रय महिला स्वसहायता समूहों के माध्यम से किया जा रहा है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वनोपजों से जुड़ी प्रोत्साहक नीतियों का लाभ उठाकर स्व सहायता समूह की बहनें आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं।
मुख्यमंत्री साय ने विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह के आजीविका और उत्थान के लिए संचालित पीएम-जनमन योजना और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष रूप से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से अनुसूचित जनजाति बाहुल्य ग्रामों को लाभान्वित किया जा रहा है। इस मौके पर साय ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जनजाति समुदायों के उत्थान के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी साझा की।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि नीति आयोग और वन विभाग की इस संयुक्त कार्यशाला से जनजातीय समाज को तकनीक और नवाचार से जोड़ने के साथ ही आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि नीति आयोग के सहयोग से एक प्रासंगिक और महत्वपूर्ण विषय पर आज एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई है। वन मंत्री कश्यप ने कहा कि जनजातीय समुदाय के लिए संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन अब तेजी से हो रहा है और वनवासी क्षेत्रों में व्यवस्थाएं अब सुदृढ़ हुई है। उन्होंने पर्यावरण संतुलन के साथ वन संसाधनों के समुचित उपयोग पर जोर देने और रोजगार सृजन की बात कही।
कार्यशाला में नीति आयोग के सलाहकार सुरेंद्र मेहता, प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा और वन बल प्रमुख व्ही श्रीनिवास राव ने अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर एपीसीसीएफ शालिनी रैना, नीति आयोग के निदेशक अमित वर्मा, वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी गण और झारखंड, मध्यप्रदेश, ओडिशा, कर्नाटक सहित अन्य राज्यों से आए प्रबुद्धजन, विषय विशेषज्ञ और अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री साय ने वनोपज आधारित स्टालों का किया अवलोकन
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अरण्य भवन परिसर में वन उत्पादों पर आधारित स्टालों का भी अवलोकन किया। लीफ प्लेट टेक्नोलॉजी, हैदराबाद की टीम ने मुख्यमंत्री साय को लीफ से तैयार डिनर सेट भेंट किया। इस दौरान भोपालपट्टनम, बीजापुर जिले से आये बी. आर. राव ने मुख्यमंत्री साय को बताया कि वे पिछले 35 वर्षों से वनौषधीय पौधों के बीजों का संरक्षण कर रहे हैं। वे अपने 'गमलों से जंगल की ओर' अभियान के तहत निःशुल्क बीजों का वितरण भी करते आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने राव के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएँ दी। बलौदाबाजार जिले के अमरवा बांस प्रसंस्करण केन्द्र के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को बांस शिल्प से बना गुलदस्ता भेंट करते हुए केन्द्र में संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। साय ने लाख उत्पादक किसान समिति कांकेर, छत्तीसगढ़ हर्बल और जशप्योर एफपीसी जशपुर के स्टालों का अवलोकन कर समूह के सदस्यों के साथ चर्चा की।
200 जोड़ें दाम्पत्य बंधन में बंधे, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने दिया आशीर्वाद
28 Mar, 2025 07:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े आज सूरजपुर जिले के प्रवास पर रहीं। जहां उनके मुख्य आतिथ्य में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत रंगमंच प्रांगण में 200 जोड़ें परिणय सूत्र में बंधे। राजवाड़े ने सभी वर-वधुओं को दाम्पत्य सूत्र में बंधने पर बधाई दी और उनके सुखद जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि परिवार को साथ लेकर चलना है, अपने माता-पिता की तरह सास-ससुर को सम्मान देना है, परेशानियों एवं अभावों में संयम से रहना है और सुख-दुख में एक-दूसरे को साथ देना है। मंत्री राजवाड़े ने इस अवसर महिला एवं बाल विकास विभाग के पोषण जागरूकता आधारित पोषण संगोष्ठी पुस्तक का विमोचन किया। उन्होंने समारोह में उपस्थित सभी लोगों को बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने 18 वर्ष से कम उम्र के लड़कियों और 21 वर्ष से कम उम्र के लड़कों का विवाह नहीं कराने की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर सांसद चिंतामणि महाराज, विधायक भूलन सिंह मरावी , पूर्व गृह मंत्री और कुदरगढ़ ट्रस्ट के अध्यक्ष रामसेवक पैंकरा एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी तथा वर-वधु के परिजन उपस्थित थे।
रैम्पवॉक में महिलाओं ने दिखाई आत्मविश्वास की झलक
28 Mar, 2025 07:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ की महिलाएं अब न सिर्फ परिवार की रीढ़ हैं, बल्कि समाज और राज्य के विकास में भी अहम भूमिका निभा रही हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में राज्य सरकार महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन के लिए सतत प्रयास कर रही है। महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने आज अंबिकापुर में राजमोहिनी देवी भवन में आयोजित नारी सशक्तिकरण महाकुंभ रैम्पवॉकश् कार्यक्रम दौरान यह बातें कहीं।
मंत्री राजवाड़े ने महिलाओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा, यह कार्यक्रम नारी के सम्मान का प्रतीक है। महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कर रही हैं। राज्य सरकार महतारी वंदन योजना जैसी योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए संकल्पित है। उन्होंने सभी महिलाओं से अपने आत्मबल को और सशक्त करने, परिवार व समाज के प्रति अपने दायित्वों को निभाने तथा हर क्षेत्र में नेतृत्व भूमिका निभाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में अंबिकापुर नगर निगम की महापौर मंजूषा भगत, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं। डॉक्टर, शिक्षिका, खिलाड़ी, गृहिणी, किसान, पॉलिटिशियन, ब्यूटीशियन जैसे तमाम पेशों की महिलाओं ने रंग-बिरंगी पोशाकों में आत्मविश्वास के साथ रैम्प पर चलकर यह संदेश दिया कि वे अब किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।
यह रैम्पवॉक सिर्फ एक फैशन शो नहीं, बल्कि नारी शक्ति की झलक, उसकी भूमिका और उसकी पहचान को उजागर करने वाला मंच बन गया। यह आयोजन सरगुजा की धरती पर महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रभावशाली और प्रेरणादायक पहल के रूप में याद किया जाएगा।
सामूहिक विवाह सम्मेलन में शामिल हुए उपमुख्यमंत्री अरुण साव, नवदंपत्तियों को दीं बधाई
28 Mar, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर: मुख्यमंत्री कन्या समूह विवाह योजना के तहत आज मुंगेली जिला मुख्यालय में आयोजित सामूहिक विवाह में 192 जोड़े पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ परिणय सूत्र में बंधे। मुंगेली के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में बेहद उत्साहपूर्ण माहौल में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में धूमधाम से बारात निकाली गई और सभी दूल्हों का समारोह स्थल पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।
सामूहिक विवाह में उपमुख्यमंत्री अरुण साव अपनी धर्मपत्नी श्रीमती मीना साव के साथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने सभी नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और उनके सुखी वैवाहिक जीवन की कामना की। सभी नवविवाहित जोड़ों को राज्य सरकार की ओर से 35-35 हजार रुपए के चेक और उपहार प्रदान किए गए। कार्यक्रम में विधायक पुन्नूलाल मोहले भी शामिल हुए। सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि गरीब परिवारों की आर्थिक परेशानी कम करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
शादी और इलाज दो ऐसे बड़े खर्च हैं वहीं, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने गरीब परिवारों के लिए कन्या विवाह योजना को और मजबूत किया है। उन्होंने 192 जोड़ों का विवाह सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए जिला प्रशासन को बधाई दी और कहा कि सरकार भविष्य में भी इसी तरह जरूरतमंदों की मदद करती रहेगी। विधायक पुन्नूलाल मोहले ने नवविवाहित जोड़ों को बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कन्या समूह विवाह योजना के तहत प्रत्येक जोड़े को 35-35 हजार रुपए का चेक और 15-15 हजार रुपए के उपहार दिए जा रहे हैं।
उन्होंने लोगों से सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील करते हुए कहा कि सरकार आवास, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, बिजली और अन्य बुनियादी जरूरतों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। कार्यक्रम में कलेक्टर राहुल देव, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, वनमंडलाधिकारी संजय यादव, जिला पंचायत के सीईओ प्रभाकर पांडेय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकांत पांडेय और उपाध्यक्ष शांति देवचरण भास्कर सहित जनप्रतिनिधि, वर-वधू के परिजन और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।