उत्तर प्रदेश
मथुरा-बरेली हाइवे पर गूगल मैप के कारण कार दुर्घटना, कई लोग घायल
28 Dec, 2024 01:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में गूगल मैप पर भरोसा करके एक बार फिर कुछ लोग भटककर गलत रास्ते पर चले गए। उनकी कार दुघर्टनाग्रस्त हो गई और उनकी जान जोखिम में पड़ गई। मथुरा-बरेली निर्माणाधीन हाईवे पर मिट्टी के अवरोध से टकराकर कार क्षतिग्रस्त हो गई। कार में सवार लोग चोटिल हो गए। हादसे की सूचना पर पहुंची इलाका पुलिस ने सभी को कार से निकलवाया। कार सवार लोग बरेली से मथुरा वृंदावन बांके बिहारी मंदिर दर्शन करने के लिए निकले थे। रास्ता देखने के लिए उन्होंने गूगल मैप का सहारा लिया, लेकिन हाईवे पर पहुंचने के बाद ही गूगल मैप पर दिखा रहा रास्ता खत्म हो गया और उनकी कार मिट्टी के अवरोध से टकरा गई और दुर्घटना का शिकार हो गई।
गूगल मैप की गलती से हादसा
घायलों को देख मौके पर लोगों को भीड़ लग गई पुलिस को सूचना दी गई और इलाज के लिए अस्पाल पहुंचाया गया है। बताया जा रहा है कि गूगल मैप पर बरेली मथुरा हाईवे की सड़क चालू दिख रही है। वास्तव में अभी भी यह निर्माणाधीन है और जगह-जगह मिट्टी के अवरोधक लगे हुए हैं, जिसके कारण यह हादसा हो गया। इस हादसे में बरेली के रहने वाले विमलेश श्रीवास्तव और केशव गुरुवार को अपनी कार से बरेली से मथुरा की ओर जा रहे थे। मथुरा वृंदावन जाने के लिए उन्होंने गूगल मैप का सहारा लिया और हाईवे पर चढ़ गए। निर्माणाधीन मथुरा-बरेली हाईवे पर हाथरस जंक्शन थाना इलाके पर रोड पर कोई भी डाइवर्जन का बोर्ड नहीं था। इसकी वजह से उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
बगैर रिफ्लेक्टिंग बोर्ड के अवरोध
हाथरस जिले की सीमा में सिकंदराराऊ से मथुरा को आते हुए बरेली-मथुरा हाईवे पर रास्ते से पहले फ्लाईओवर के पास एक छोटा सा बोर्ड लगा है। इसमें लिखा है कि हाईवे बंद है। लेकिन हाईवे की सर्विस लेन खुली होने के कारण वाहन आ जा रहे हैं। उसके बाद ये वाहन बिना किसी अवरोध के दो फ्लाईओवर पार करके हाईवे पर आ जाते हैं। निर्माण कम्पनी ने हाईवे पर कई जगह बगैर रिफ्लेक्टिंग बोर्ड के मिट्टी डालकर रास्ते बंद कर रखे हैं। ग्रामीणों के अनुसार इस जगह पर अब तक करीब दो दर्जन से अधिक वाहन टकरा चुके हैं।
बिजली के निजीकरण के विरोध में 1 जनवरी 2025 को बिजली कर्मी मनाएंगे काला दिवस
28 Dec, 2024 01:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण के खिलाफ अभियंता और बिजली कर्मी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. शुक्रवार को गोरखपुर में आयोजित बिजली पंचायत में आंदोलन को जारी रखने का ऐलान किया गया. इसके तहत एक जनवरी को पूरे प्रदेश में बिजली कर्मचारी काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे और इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
बिजली व्यवस्था पर कोई असर नहीं
बिजली कर्मियों ने यह भी सुनिश्चित किया है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान बिजली व्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े. ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी नियमित रूप से अपना काम करते रहेंगे. संघर्ष समिति के पदाधिकारियों शैलेन्द्र दुबे, जितेन्द्र सिंह गुर्जर और महेन्द्र राय का आरोप है कि पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन निजीकरण की प्रक्रिया को एकतरफा तरीके से लागू करने की कोशिश कर रहा है, जिससे ऊर्जा निगमों में अशांति का माहौल बन रहा है.
बिजली पंचायतों का आयोजन जारी
29 दिसंबर को झांसी में और 5 जनवरी को प्रयागराज में भी बिजली पंचायत आयोजित की जाएगी. गोरखपुर पंचायत में प्रस्ताव पारित किया गया है कि जब तक निजीकरण का प्रस्ताव खारिज नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा. पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले में हस्तक्षेप करने और एक कमेटी बनाकर जांच कराने की मांग की है. उन्होंने निगमों के प्रबंध निदेशकों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए तत्काल कार्रवाई की अपील की है.
संघर्ष का उद्देश्य
एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि बिजली कंपनियों का प्रबंधन निजीकरण के दबाव में काम कर रहा है. अभियंताओं को अनावश्यक रूप से निशाना बनाया जा रहा है, जिससे उद्योगों में अशांति बढ़ सकती है.
मिर्जापुर में 108 ओवरलोड ट्रकों सीज, 19 ट्रक पुलिस से लेकर फरार खनन माफिया
28 Dec, 2024 01:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मिर्जापुर: मिर्जापुर में खनन माफियाओं का हौसला इस कदर बुलंद है कि पुलिस की निगरानी में खड़ी सीज ट्रकों को उठा ले गए. पुलिस खनन माफियों को रोक नहीं पाई. सीज ट्रकों को ले जाने से पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया. पुलिस ने खनन माफियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर ट्रकों के तलाश में जुट गई है. अदलहाट थाना क्षेत्र एकेएस बालू गिट्टी मंडी में बिना परमिट और ओवरलोड के 108 ट्रकों को सीज कर खड़ा कराया गया था. 108 ट्रकों में से 19 ट्रक खनन माफिया बिना पुलिस से अनुमति लिए पुलिस के सामने जबरन लेकर चले गए. जबकि पुलिस सीज ट्रकों की निगरानी में लगी हुई थी. खनन माफिया के द्वारा ट्रक लेकर चले जाने से पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया. जब पुलिस ने खनन माफिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया तो 7 ट्रकों को खनन माफिया फिर से ट्रक लाकर मंडी में खड़ा कर दिया 12 ट्रकों की पुलिस अभी भी तलाश कर रही है.
बिना परमिट और ओवरलोड के पकड़े गए थे 108 ट्रक
दरअसल SDM, खान अधिकारी, ARTO और अहरौरा अदलहाट पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार की रात खनिज सामग्री ले जाने वाले ट्रकों के परमिट की चेकिंग की थी. टीम ने 108 ट्रकों को ओवरलोड होने और परमिट की अवधि समाप्त होने पर सीज कर बालू गिट्टी मंडी में पुलिस की निगरानी में खड़े कराए थे. बृहस्पतिवार की रात को खनन माफिया 19 ट्रकों को पुलिस के सामने लेकर भाग गए. शुक्रवार की देर शाम पुलिस ने खनन माफिया के खिलाफ जब मुकदमा दर्ज किया तो 7 ट्रक खनन माफिया दोबारा लाकर मंडी में खड़ा कर फरार हो गए.
ट्रक ले जाने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एसडीएम चुनार, खनन विभाग के साथ पुलिस की टीम ने चेकिंग कर बिना परमिट और ओवरलोड के मामले में 108 ट्रकों को पड़कर सीज किया था और मंडी में खड़ा करवाया था. बिना पुलिस की अनुमति से 19 ट्रक मंडी के मुंशी नमो नारायण के मिली भगत से ले जाने के मामले में संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज उप निरीक्षक मुनीम गुप्ता हेड कांस्टेबल सोम्मर सिंह यादव तहरीर देकर कराया है. पुलिस ने 19 ट्रकों में से 7 ट्रकों को पकड़ कर खड़ा कराया लिया है. 12 ट्रकों की तलाश की जा रही है. पकड़े जाने पर सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
झांसी में अतिक्रमण अभियान के तहत बुलडोजर से सब्जियां कुचली गईं, यूपी सरकार ने लिया एक्शन
28 Dec, 2024 12:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झांसी: उत्तर प्रदेश में बुलडोजर एक्शन पर योगी सरकार का एक्शन हुआ है. झांसी में अतिक्रमण अभियान के नाम पर बुलडोजर से सब्जियों को कुचल दिया गया. नगर निगम की इस कार्रवाई से फड़ लगाकर सब्जी बेचने वाले गरीब दुकानदारों को हजारों रुपयों का नुकसान हो गया. ये मामला जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. तो यूपी सरकार में नगर विकास मंत्री ने अतिक्रमण हटाओं दस्ते के प्रभारी और एक संविदा कर्मचारी पर कार्रवाई की है.
विभागीय जांच के आदेश
झांसी नगर निगम ने सीपरी बाजार रेलवे अंडर ब्रिज के पास फुटपाथ पर सब्जी बेच रहे पीड़ित दुकानदारों को उनके नुकसान का मुआवजा दिया है. बुलडोजर द्वारा सब्जी को कुचलते हुए वीडियो और फोटो वायरल होने पर सरकार ने एक्शन लिया है. प्रभारी बृजेश वर्मा को हटाया गया है, साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं. वहीं संविदा कर्मचारी को नौकरी से बर्खास्त किया गया है.
सब्जियों पर चला दिया बुलडोजर
झांसी नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में सीपरी बाजार रेलवे अंडर ब्रिज के पास फुटपाथ पर सब्जी बेच रहे दुकानदारों को वहां से हटाया जाने लगा. इस बीच नगर निगम की टीम ने सब्जी विक्रताओं की दुकानों को बुलडोजर से हटाना शुरू कर दिया. कार्रवाई को लेकर मौके पर खूब हंगामा हुआ. गरीब दुकानदारों ने बुलडोजर एक्शन के खिलाफ विरोध जताया, लेकिन वह नहीं रुका और सब्जियों को कुचल दिया गया.
नगर विकास मंत्री ने लिया एक्शन
बुलडोजर से सब्जी कुचलने की बात नगर विकास मंत्री एके शर्मा के पास पहुंची. उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए अतिक्रमण हटाओ दस्ते के प्रभारी बृजेश कुमार को हटा दिया और उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए. इनके अलावा संविदा कर्मचारी सुदेश सिंह की सेवाएं समाप्त कर दी गईं. नगर विकास मंत्री ने कहा कि पटरी दुकानदारों के हितों का पूरा सम्मान रखा जाएगा. झांसी नगर निगम के नगर आयुक्त सत्य प्रकाश ने बताया कि दस्ता प्रभारी को जार्च से हटा दिया गया है और उनके खिलाफ जार्ज सीट शासन को भेज दी है. संविदा कर्मचारी को भी नौकरी से बर्खास्त किया गया हैं.
महाकुंभ 2025: होटल में ठहरने पहुंचे पीड़ित से फ्रॉड, पुलिस ने 4आरोपियों को किया गिरफ्तार
28 Dec, 2024 12:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज: प्रयागराज में अगले महीने महाकुंभ 2025 का आयोजन होना है। एक महीने तक चलने वाले इस मेले में करोड़ों लोगों को शामिल होने की उम्मीद है। मेले के लिए प्रशासन की तैयारियां अभी भी पूरी नहीं हुई हैं, लेकिन साइबर ठगों ने पूरी तैयारी कर ली है। प्रयागराज में होटल की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी का मामला सामने आया है। यहां चार दोस्तों ने मिलकर एक होटल के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाई और रूम किराए पर भी दे दिए। जब पीड़ित वहां रुकने पहुंचा तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।
साइबर सेल ने 4 आरोपियों को पकड़ा
ठगों ने शहर के नामी होटल कान्हा श्याम की डुप्लीकेट वेबसाइट बना कर ठगी शुरू की थी। इनकी वेबसाइट से रूम बुक करने वाला एक व्यक्ति जब होटल पहुंचा तो उसे ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद प्रयागराज की साइबर सेल यूनिट ने जांच शुरू की और दबिश देकर अलग अलग जगहों से चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। ये लोग महाकुम्भ को टारगेट करके होटल और टेंट बुकिंग के नाम पर फ्रॉड कर रहे थे।
बिहार-यूपी के हैं आरोपी
पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पहला आरोपी पंकज कुमार बिहार का है। वहीं, यश चौबे और अंकित कुमार बनारस के रहने वाले हैं। चौथा आरोपी अमन कुमार आजमगढ़ का है। ये चारों काफी हाई टेक ठग हैं। इन लोगों ने पहले प्रयागराज में होटलों का बारीकी से निरीक्षण किया उनकी वेबसाइट खंगाली फिर उसमें कुछ बदलाव करके डोमेन रजिस्टर किया। इसके बाद होटल और टेंट कॉटेज कंपनी की सेम वेब साइट तैयार करा ली और ऑफर देकर बुकिंग शुरू कर दी।
मोबाइल और लैपटॉप बरामद
इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब इनके जाल में फंसा एक शख्स होटल बुक करके उसमें रुकने के लिए पहुंच गया। होटल पहुंचने के बाद पीड़ित को पता चला की उन्होंने फर्जी वेबसाइट पर पेमेंट करके होटल बुक किया है। पुलिस को पूरा मामला समझाया गया तो जांच शुरू हुई और अब चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। इनके पास से लैपटॉप, मोबाइल और एटीएम कार्ड भी बरामद हुआ है।
संभल में हिंसा के बाद जामा मस्जिद के सामने बनेगी पुलिस चौकी
28 Dec, 2024 12:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में बीते दिनों बड़े स्तर पर हिंसा की खबर सामने आई थी। दरअसल, कोर्ट के आदेश पर ASI की टीम संभल की जामा मस्जिद का सर्वे करने गई थी। हालांकि, सर्वे के दौरान उपद्रवियों की ओर से बड़े स्तर पर हिंसा की गई। इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं बड़ी संख्या में पुलिस वाले भी घायल हुए थे। अब इस हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाया है। यूपी पुलिस अब संभल के कोट पूर्वी मोहल्ले में स्थित जामा मस्जिद के ठीक सामने पुलिस चौकी का निर्माण करने जा रही है। यूपी पुलिस ने इस कदम का कारण भी बताया है।
संभल में जामा मस्जिद के ठीक सामने पुलिस चौकी बनाई जाएगी। यहां 24 घंटे पुलिस तैनात रहेगी। पुलिस की ओर से अपनी चौकी के निर्माण के लिए संबंधित जगह पर चूना डालकर निशान भी बना दिए हैं। इस कदम पर यूपी पुलिस ने अपना पक्ष भी रखा है। पुलिस ने कहा है कि उन्हें यहां फोर्स की जरूरत रहती है। इस कारण से चौकी का निर्माण किया जाएगा।
यूपी के संभल में जामा मस्जिद के ठीक सामने पुलिस चौकी बनाए जाने के कदम पर अब मस्जिद पक्ष का बयान भी सामने आया है। संभल की मस्जिद कमेटी के लोगों का दावा है कि जहां पुलिस की ओर से चौकी बनाने की बात की जा रही है वो आधी जमीन वक्फ बोर्ड की है। बाकी की जमीन निजी संपत्ति है। मस्जिद कमेटी के लोगों ने कहा कि हमें अचानक बताया गया है कि यहां पुलिस चौकी का निर्माण किया जाएगा। बीते 24 नवंबर को उत्तर प्रदेश के संभल में शाही मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में 40 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी की है। संभल की नई पुलिस चौकी का नाम क्या होगा इसे लेकर अब तक पुलिस ने जानकारी नहीं दी है।
सासाराम में बर्थडे पार्टी के दौरान पुलिस और युवकों के बीच गोलीबारी, तीन युवक घायल, एक की मौत
28 Dec, 2024 12:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सासाराम: नगर थाना क्षेत्र के करगहर मोड़ के नजदीक रामजानकी मंदिर के पास स्थित एक परिसर में शुक्रवार की देर रात बर्थडे पार्टी मना रहे युवकों व पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद चली गोली से एक युवक की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक युवक 32 वर्षीय राणा ओमप्रकाश सिंह उर्फ बादल के सीने में गोली लगने से मौत हो गई। मृतक युवक शिवसागर थाना क्षेत्र के सिलारी गांव निवासी अशोक सिंह का पुत्र था। वहीं पुलिस के साथ हुई झड़प के दौरान दो युवक अतुल कुमार व विनोद कुमार के घायल होने की बात बताई जा रही है। मृतक युवक के चाचा संजीव सिंह अनुसार बादल अपने दोस्तों के साथ पार्टी मना रहा था, उसी दौरान सासाराम ट्रैफिक DSP अपने पुलिस टीम के साथ वहां पहुंच गए। वहीं मौत की सूचना मिलते ही परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। किसी को नहीं पता था कि बर्थ डे पार्टी मौत वाली पार्टी में बदल जाएगी।
ट्रैफिक DSP के साथ हुई भिड़ंत, पुलिस ने की फायरिंग
रात के समय पार्टी में हो रहे शोरगुल या किसी अन्य बात को ले पुलिस व युवकों के बीच धक्का-मुक्की झड़प होने लगी। जानकारी के अनुसार बात इतनी बढ़ गई की पुलिस वालों ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के दौरान एक गोली युवक बादल को लग गई, जिसकी अस्पताल ले जाने से पहले ही मौत हो गई। मृतक युवक के शव का सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद घर वालों को सौंप दिया गया है। मृतक के घर वाले ट्रैफिक DSP पर गोली मार हत्या करने का आरोप लगा रहे है। सदर अस्पताल परिसर में पोस्टमार्टम के दौरान आक्रोशित लोगों ने ट्रैफिक DSP के खिलाफ नारेबाजी भी की।
लोगों से शांति बनाए रखने की अपील
SP रौशन कुमार के अनुसार पूरे मामले की जांच चल रही है। जांच के दौरान जो भी दोषी होगा उस पर पुलिस निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई करेगी। घटना को ले बढ़ी संवेदनशीलता को देखते हुए शहर में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और हर स्तर से जांच का भरोसा दिया है। हालांकि, लोग अभी भी आक्रोशित नजर आ रहे हैं। वहीं, आसपास के इलाके में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।
बिहार में कोसी नदी में कटाव, 2 एकड़ जमीन जलमग्न
28 Dec, 2024 12:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भागलपुर: बिहार का शोक कही जाने वाली कोसी नदी में बेवक्त कटाव होने से गांववाले काफी दहशत में हैं. भागलपुर के नवगछिया जहांगीरपुर बैसी में भीषण कटाव जारी है. असमय कटाव से ग्रामीण सहमे हुए हैं. कोसी नदी की धारा गांव से कुछ दूरी कब्रिस्तान के समीप मुड़ गई है. 2 एकड़ हिस्से में तेजी से कटाव होने लगा है. जहां कटावरोधी कार्य हुआ है, वहां भी कटाव का असर दिख रहा है. देखते ही देखते 10-20 फिट तक जमीन कटकर कोसी की धारा में विलीन हो रही है.
ग्रामीण रात-रात भर कर रहे हैं रतजगा
इससे पहले सहरसा में महिषी प्रखंड क्षेत्र के नहरवार पंचायत के बघौड़ गांव में कोसी नदी का कटाव हुआ था. स्थिति यह है कि लोग रतजगा करने को विवश हैं, यदि कटाव इसी तरह चलता रहा और 15 फीट और कटाव हुआ तो लोगों को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है. ग्रामीणों ने बताया था कि नदी के जलस्तर में कमी आते ही कटाव शुरू हो गया था. कुछ दिनों से कटाव स्थल पर ग्रामीणों द्वारा बांस, पेड़ डाला गया था तो कुछ कमी आई थी, लेकिन नदी अंदर ही अंदर कटाव करने लगा तो फिर कटाव में तेजी आ गया है.
प्रशासन से तत्काल मदद की गुहार
अमूमन बाढ़ के समय जुलाई और अगस्त महीने में जलस्तर बढ़ने या जलस्तर घटने पर कटाव होता है. इस बार दिसम्बर में हो रहे कटाव से परेशान ग्रामीण कटावरोधी कार्य के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं. इस साल हुई जोरदार बारिश ने बिहार में काफी कहर बरपाया था. 1968 के बाद कोसी बराज से 6 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया था. पानी के दबाव को देखते हुए बराज के सभी 56 फाटक खोलने पड़े थे. करीब एक हफ्ते बाद पानी घटा था. एक सप्ताह तक स्थानीय लोगों की जान अटकी रही थी.
पूर्णिया में 12 साल की बच्ची से 3 महीने तक दुष्कर्म, गर्भवती होने पर हुआ खुलासा
28 Dec, 2024 11:58 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पूर्णिया: पूर्णिया जिले में बार-बार पेट दर्द की शिकायत के बाद जब 12 साल की एक बच्ची को डॉक्टर के पास लाया गया, तो परिजनों सहित डॉक्टर के भी होश उड़ गए. डॉक्टर की जांच में सामने आया है कि बच्ची एक महीने की प्रेग्नेंट है. इस बात की जानकारी होते ही बच्ची के परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई. नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाला गांव का ही 48 साल का एक अधेड़ व्यक्ति है, जो अब फरार है.
जांच से हुआ गर्भवती होने का खुलासा
पूर्णिया जिले के सरसी थाने क्षेत्र में एक 12 की लड़की अपने मां-पिता और दादी के साथ रहती हैं. बच्ची के पिता दिनभर टेम्पो चलाते है. वहीं मां दुसरों के खेतों में मजदूरी करती है. बच्ची कई दिनों से पेट दर्द की शिकायत से परेशान थी. बच्ची की मां डॉक्टरों से कभी पेट दर्द तो कभी गैस की दवा लाकर खिला देती थी. कुछ दिन ठीक रहने के बाद बच्ची को फिर से पेट दर्द शुरू हो जाता था. जिसके बाद बच्ची की दादी बच्ची को लेकर बनमनखी अनुमंडलीय अस्पताल पहुंची. यहां बच्ची के पेट में हो रहे बार-बार दर्द की जानकारी दी. डॉक्टर ने कई जांच सहित अल्ट्रासाउंड जांच भी लिखी. जांच रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर भी सकते में पड़ गए. डॉक्टर ने जांच में पाया कि बच्ची एक माह की गर्भवती है. इसके बाद डॉक्टरों ने एक बार फिर से बच्ची की जांच की, जिसमें फिर गर्भवती होने की पुष्टि हुई. मामले की जानकारी होते ही बच्ची की दादी परेशान हो गई.
मेला और पैसे का झांसा दिया
दादी बच्ची को लेकर तुरंत घर पहुंची और परिवार को मामले की जानकारी दी. परिवार ने बच्ची से गलत करने वाले के बारे पूछा, तो उसने गांव के ही एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति के बारे में जानकारी दी. बच्ची ने बताया कि जब उसके माता-पिता काम पर चले जाते थे, तो अधेड़ घर आकर गलत काम करता था. उसके लिए कुछ सामान भी खरीदकर लाता था. वहीं बच्ची को मेला देखने और खर्च के लिए पैसे भी देता था.
आरोपी ने शादी का दिया प्रस्ताव
बच्ची ने बताया कि करीब 3 महीने से आरोपी उसके साथ लगातार गलत काम कर रहा था. घटना के बाद सभी परिजन आक्रोशित होकर जब आरोपी के घर पहुंचे तो वह परिवार को पैसा लेकर चुप रहने के लिए कहने लगा. लेकिन जब परिवार नहीं मानें तो वह कहने लगा कि मैं अपने बेटे की शादी बच्ची से करवा दूंगा. परिवार वाले जब अगले दिन जब तक आरोपी के घर पहुंचे तब तक वह गायब हो गया था. इसके बाद परिवार ने बनमनखी SDOP से मिलकर सारी बात बताई. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.
धनबाद के लखनपुर में खेत से युवक का मिला शव, हत्या का मामला अवैध संबंधों से जुड़ा
28 Dec, 2024 11:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
धनबाद: धनबाद में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक युवक की हत्या उसके ही सबसे अच्छे दोस्त ने कर दी. युवक दोस्त के घर पर करीब 4 महीने से रह रहा था और 7 दिनों से लापता था और उसकी तलाश की जा रही थी. मृतक की पहचान 35 वर्षीय टीकला सिंह के रूप में हुई है. टीकला करीब 4 महीने से अपने जिगरी दोस्त कपिल के घर पर रह रहा था. पुलिस ने जब कपिल से पूछताछ की, तो यह खुलासा हुआ कि 6 दिन पहले कपिल ने अपनी दोस्त की हत्या कर दी थी और शव को मंदिर के पास एक खेत में दफना दिया.
शराब पार्टी के बाद चाकू से की हत्या
पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि टीकला की हत्या अवैध संबंधों के कारण की गई थी. घटना का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने कपिल से सख्ती से पूछताछ की. कपिल ने बताया कि उसने टीकला को शराब की पार्टी के बाद चाकू से हत्या कर दी और शव को पास के खेत में दफना दिया. हत्या के बाद, पुलिस ने कपिल की निशानदेही पर शव को उस खेत से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा. इस हत्या में अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोशिश कर रही है.
टीकला का आपराधिक इतिहास
टीकला का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. वह 4 महीने पहले बेल पर जेल से बाहर आया था और तब से वह कपिल के साथ रह रहा था. टीकला पर हत्या, रंगदारी जैसे कई मामले दर्ज थे. 2015 में गोमो में मकसूद नामक व्यक्ति को गोली मारकर उसकी हत्या करने का आरोप भी उस पर था. टीकला की हत्या में उसके अपने गैंग के कुछ लोग भी शामिल हो सकते है.
यूपी में 70 आईपीएस अफसर होंगे प्रमोट, नए साल का सरकार ने दिया तोहफा
27 Dec, 2024 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ। यूपी सरकार ने नए साल पहले पुलिस के 70 आईपीएस अफसरों को प्रमोशन का तोहफा दिया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई डीपीसी बैठक में यह फैसला लिया गया। 31 दिसंबर को डीजी सीबीसीआईडी एसएन साबत के रिटायर होते ही एडीजी अभियोजन दीपेश जुनेजा डीजी संभालेंगे। इसके साथ ही 2000 बैच के तीन आईपीएस ऑफिसर जिसमें नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, आईजी रेंज लखनऊ प्रशांत कुमार और आईजी एटीएस नीलाब्जा चौधरी एडीजी के पद पर प्रमोट किए गए हैं।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में 70 आईपीएस अफसरों की डीपीसी पूरी कर ली गई है। अब आदेश जारी होते ही आईपीएस ऑफिसर प्रमोट किए जाएंगे। इसके साथ ही 2007 बैच के 10 आईपीएस अफसर को आईजी पद पर प्रमोट करने पर सहमति बनी है, जिसमें डीआईजी देवी पाटन मंडल अमित पाठक, कानपुर आईजी रेंज जोगिंदर कुमार डीजीपी मुख्यालय में तैनात रवि शंकर छवि, डीआईजी सुरक्षा विनोद कुमार सिंह, कानपुर पुलिस कमिश्नर रेट में डीआईजी विपिन कुमार मिश्रा, पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में तैनात डीआईजी भारती सिंह, पुलिस अकादमी मुरादाबाद में डीआईजी बाबूराम, डीआईजी मिर्जापुर रेंज राकेश प्रकाश सिंह, डीआईजी 1090 योगेश सिंह और डीआईजी अभियोजन गीता सिंह एक जनवरी 2025 से आईजी पद पर प्रमोट कर दिए जाएंगे।
इसके साथ ही 2010 और 2011 बैच के आईपीएस अफसर डीआईजी पद पर प्रमोट किए जाएंगे। डीआईजी बनने वालों में शैलेश पांडे, अजय कुमार, अभिषेक सिंह, अजय पाल शर्मा, राजेश एस, आलोक प्रियदर्शी, सुधा सिंह, हेमंत कुटियाल, शालिनी, स्वप्निल ममगाईं, डॉ. प्रदीप कुमार, अरुण कुमार श्रीवास्तव, विकास कुमार वैद्य, राजेश कुमार सक्सेना, डॉक्टर अरविंद चतुर्वेदी, सुनीता सिंह, दिनेश सिंह, कमला प्रसाद यादव, अरविंद कुमार मौर्य शामिल हैं। इसके अलावा 2012 बैच के 15 आईपीएस अफसर एसपी से एसएसपी बनाए जाएंगे। वहीं 20 आईपीएस अफसर को एएसपी से एसपी पद पर भी प्रमोट किया जाएगा।
मुजफ्फरपुर में दारोगा बनने के बाद युवक ने शादी से किया इनकार, युवती ने महिला थाने में दर्ज कराई शिकायत
27 Dec, 2024 02:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर में प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने के दौरान एक लड़का का एक लड़की से प्रेम हुआ। प्रेम प्रसंग के दौरान शादी का वादा किया। फिर दोनों लिव इन रिलेशन में रहने लगे। इस बीच युवती को राजस्व कर्मी के पद पर नौकरी लग गई और युवक भी दारोगा बन गया। लेकिन दारोगा बनते ही युवक अब शादी से इनकार कर दिया। अब युवती ने महिला थाने में आरोपी दारोगा के खिलाफ शिकायत की है। दोनों पूर्वी चंपारण जिले के रहने वाले हैं।
किया था शादी का वादा, दारोगा बनते ही बदल गया
महिला थाना में अपने दिए गए आवेदन में पीड़िता युवती ने पुलिस को बताया है कि दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं। दोनों सरकारी नौकरी की तैयारी करने शहर आए थे।इस दौरान दोनों नगर थाना क्षेत्र के हरिसभा चौक के इलाके में एक कमरा लिया और इस क्रम में लगभग 14 वर्षों से युवक के साथ लिव इन रिलेशन में रहे। इस वर्ष लड़की की राजस्व विभाग में नौकरी लग गई। इसके बाद भी दोनों के बीच बात जारी रही। अब बहुत जल्द दोनों शादी करने वाले थे। इसी दौरान में युवक भी दारोगा बन गया और वर्तमान में युवक राजगीर के पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग कर रहा है, लेकिन अब वह शादी से इनकार कर रहा है। पीड़िता का कहना है कि शादी की बात करने पर अब वह बात भी करने से इनकार कर देता है।
डीआईजी कार्यालय में पदस्थापित महिला दारोगा से बढ़ी नजदीकी तो छोड़ा साथ
पीड़िता ने बताया कि नौकरी लग जाने के बाद कुछ दिन तक सब कुछ ठीक चल रहा था। इसी दौरान में मुझे पता चला कि डीआईजी के कार्यालय में कागज के सत्यापन के दौरान में वहीं पर कार्यरत एक सब इंस्पेक्टर युवती से उसकी नजदीकी बढ़ने लगी है। इसलिए हमारे बीच बात कम होने लगी और अब मेरा नंबर भी ब्लॉक कर दिया। इस दौरान जब लड़की युवक से मिलने राजगीर गई तो हंगामा करके मुझे वहां से निकाल दिया। अब महिला थाना पहुंचकर पुलिस से मदद की गुहार लगा रही है।
महिला थाना कर रही मामले की जांच
इस मामले में महिला थानाध्यक्ष ने बताया है कि एक युवती जो कि पूर्वी चंपारण जिले की रहने वाली है, ने उसी जिले के रहने वाले एक युवक के खिलाफ में कार्रवाई के लिए आवेदन दिया है। युवक सब इंस्पेक्टर के पद पर है, जिसकी जांच की जा रही है। पीड़िता से इस मामले में बात की गई है। मामले की जांच की जा रही है।
हेमंत सोरेन सरकार ने मंईयां सम्मान योजना की 5वीं किस्त के लिए 28 तारीख का किया चयन
27 Dec, 2024 01:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार 28 दिसंबर को मंईयां सम्मान योजना के तहत 5वीं किस्त जारी करने जा रही है. इसके साथ ही सरकार राज्य की 50 लाख से अधिक माताओं-बहनों को दी जाने वाली सहायता राशि को 1000 रुपए से बढ़ाकर 2500 रुपए प्रतिमाह करने जा रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस बढ़ी हुई राशि का तोहफा रांची के नामकुम स्थित खोजाटोली प्रशिक्षण मैदान से देने जा रहे हैं. 28 तारीख मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार के लिए भाग्यशाली है.
18 से 50 साल की महिलाओं को लाभ
खोजाटोली प्रशिक्षण मैदान वही मैदान है, जहां से 4 सितंबर 2024 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मंईयां सम्मान योजना कार्यक्रम का आयोजन किया था. उस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के पांच जिलों की तीन लाख से अधिक महिलाओं के बैंक खातों में एक-एक हजार रुपए ट्रांसफर किए थे. इसके साथ ही इसी मैदान से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़ा ऐलान करते हुए मंईयां सम्मान योजना के तहत 18 साल की उम्र से बेटियों को लाभ देने का ऐलान किया था. पहले मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत 21 से 50 साल की महिलाओं को इसका लाभ मिलता था. इस घोषणा के बाद 18 से 50 साल की महिलाओं को इसका लाभ मिलने लगा. वहीं मंईयां सम्मान योजना से लाभान्वित आधी आबादी के आशीर्वाद की बदौलत हेमंत सोरेन 56 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत के साथ झारखंड की सत्ता में लौटे हैं.
2+8 का योग हेमंत सोरेन का लकी फैक्टर
हेमंत सोरेन और उनकी सरकार हर कदम को खास बनाने के लिए लकी फैक्टर का खास ख्याल रख रही है. शायद यही वजह है कि मंईयां सम्मान योजना के तहत पांचवीं किस्त के तौर पर 50 लाख से ज्यादा महिलाओं को दिए जाने वाले तोहफे के लिए 28 तारीख का चयन किया गया. वैसे भी 2 और 8 का योग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए बेहद खास है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का जन्म 10 अगस्त 1975 को हुआ था.
तोहफा देने के लिए खोजाटोली मैदान चुना
यही वजह रही कि प्रचंड बहुमत मिलने के बाद हेमंत सोरेन और उनकी सरकार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ के लिए 28 नवंबर का दिन चुना. उस दिन सिर्फ हेमंत सोरेन ने शपथ ली. हालांकि, मंत्रिमंडल का विस्तार 5 दिसंबर को हुआ. वहीं, अब जिन माताओं-बहनों की बदौलत हेमंत सोरेन पूरी तरह सत्ता में लौटे हैं. उन्हें बड़ा तोहफा देने के लिए हेमंत सोरेन ने 28 तारीख चुनी है. यानी 28 दिसंबर को राजधानी रांची के नामकुम स्थित खोजा टोली आर्मी ट्रेनिंग ग्राउंड को चुना गया. यह वही मैदान है, जहां से पिछली बार हेमंत सोरेन ने मैया सम्मान योजना के तहत बड़ी सौगात दी थी.
कार्यक्रम के लिए यातायात में खास बदलाव
अब एक बार फिर 5वीं किस्त के तौर पर इसी मैदान से 50 लाख से ज्यादा महिलाओं को 2500 रुपए की सौगात दी जाने वाली है. 28 दिसंबर को होने वाले भव्य और शानदार कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए झारखंड के 24 जिलों से लाभार्थियों को रांची लाने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए यातायात में खास बदलाव किए जा रहे हैं. 28 दिसंबर को सुबह 9:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक कई मार्गों पर बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा.
मोतिहारी में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में घोटाला, भ्रष्ट अधिकारियों और दलालों का गठजोड़
27 Dec, 2024 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मोतिहारी: मोतिहारी के कोटवा प्रखंड में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में फर्जी भुगतान के कई सुबूत मिले हैं. अगर विभाग द्वारा जांच की जाए तो यह घोटाला करोड़ों में जा सकता है. बता दें कि मोतिहारी सहित पूरे बिहार में श्रम विभाग के द्वारा निर्माण कार्य से जुड़े मजदूरों का लेवर कार्ड बनाया जाता है. उसी लेबर कार्ड के तहत श्रम विभाग में निबंधित मजदूरों को दो बेटियों की शादी के लिए श्रम विभाग के तहत 50000-50000 रूपये का अनुदान दिया जाता है.
अब मोतिहारी में कई प्रखंडों के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी इसी का लाभ उठाते हुए लाभुक के साथ मिलकर 50 फीसदी के मोटी कमीशन पर इसका लाभ बिना जरूरतमंद को अथवा बिना सही जांच किए भी दे देते हैं. मोतिहारी के कोटवा प्रखंड में कई मामला सामने आया है. ग्राम रोहुआ पोस्ट मच्छरगांवा प्रखंड कोटवा निवासी गुड्डू ने अपने बेटी के शादी में श्रम विभाग से 50000 का अनुदान लिया है. लेकिन उनके आवेदन में साफ लिखा है उसकी पत्नी का उम्र वर्तमान में 21 साल है फिर क्या यह संभव है कि 21 साल की महिला 18 साल की बेटी की मां हो सकती है?
इसके अलावा ग्राम कररिया प्रखंड कोटवा निवासी स्व०सुनील की पत्नी ऊषा देवी ने अंचल कार्यालय के द्वारा जारी अपने वंशावली में जानकारी दी है कि उनको बेटी नहीं है, सिर्फ 4 पुत्र ही हैं फिर उनको श्रम विभाग ने बेटी की शादी के लिए 50000 का अनुदान दे दिया. ग्राम पुरानीडीह प्रखंड कोटवा निवासी राजकुमार ने भी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत श्रम विभाग से 50000 का अनुदान प्राप्त किया है. लेकिन इनके आवेदन में भी इनकी पत्नी सुनीता देवी की उम्र सिर्फ 25 साल ही है. यानी 25 साल की महिला 18 साल की बेटी की मां बन गई?
सूत्रों की माने तो केवल कोटवा प्रखंड में ही काफी संख्या में एलईओ द्वारा फर्जी लाभुको के बीच मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का फर्जी भुगतान किया गया है. जबकि हरसिद्धि प्रखंड के सिर्फ एक पंचायत मानिकपुर हसुआहा में करीब 400 लोगों को अनुदान मिला है, जिसमें अगर जांच हो तो अधिकतर फर्जी निकल जाएगा. जिला श्रम अधीक्षक का दावा है कि कही 3 मामले आये है जिसकै बाद रिकवरी की गई है. वहीं आगे मामले आने पर जांच की जायेगी.
राष्ट्रीय शोक के बीच नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा स्थगित
27 Dec, 2024 12:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रगति यात्रा: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। 26 दिसंबर की रात AIIMS दिल्ली में उन्होंने अंतिम सांस ली। उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। इस दुखद घटना के बाद देश में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है।
डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर देशभर में शोक की लहर है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित कई बड़े नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। केंद्र सरकार ने 7 दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। इस दौरान सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डॉ मनमोहन सिंह के निधन से बेहद दुखी हैं। उन्होंने अपनी 'प्रगति यात्रा' को फिलहाल स्थगित कर दिया है। 27 और 28 दिसंबर को होने वाली यात्रा अब नहीं होगी।
बता दें कि नीतीश कुमार आज मुजफ्फरपुर जाने वाले थे। वहां उन्हें एक बड़े आश्रय गृह का उद्घाटन करना था। साथ ही, मुजफ्फरपुर के लिए कई और योजनाओं की शुरुआत भी होनी थी। लेकिन अब राजकीय शोक के कारण यह यात्रा स्थगित कर दी गई है। नई तारीखों का ऐलान बाद में किया जाएगा।