उत्तर प्रदेश
मुजफ्फरपुर में युवक ने पत्नी को घर से निकाला, मां ने दामाद के खिलाफ दर्ज कराया केस
27 Dec, 2024 12:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. मुजफ्फरपुर के रामपुर केश उर्फ मलाही पंचायत के खरिहानी गांव में एक युवक ने अपनी पत्नी को घसीटकर घर से बाहर निकाल दिया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो के बाद SSP ने थानेदार को मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया है. महिला के पिता ने दामाद पर FIR दर्ज करने के लिए पारु थाना में आवेदन दिया है.
महिला के पिता ने पुलिस को बताया कि बुधवार को जब पूजा अपने मायके वालों के साथ ससुराल लौटी तो उसके पति संजय राय ने उसे धक्का देकर फर्श पर गिरा दिया. इसके बाद घसीटते हुए घर से बाहर निकाल दिया और उसका सारा सामान भी गेट के बाहर सड़क पर फेंक दिया. उन्होंने बताया कि इस दौरान महिला फुट फुट कर रोने लगी, लेकिन पति को थोड़ा भी दिल नही पसीजा और गेट बंद कर दिया. मौके पर मौजूद किसी ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
पुलिस ने FIR दर्ज कर आरोपी पति के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. जगन्नाथ पुर निवासी महिला के पिता अवधेश ने बताया कि उसकी पुत्री पूजा कुमारी की शादी 2013 में संजय से हुई थी. चार साल तक सबकुछ ठीक रहा, लेकिन इसके बाद दामाद संजय व ससुराल के अन्य लोगो ने पूजा के साथ मारपीट करने लगा. ऐसे में लगातार प्रताड़ित होता और बेटी के साथ मारपीट की वजह से अवधेश अपनी पुत्री को घर लेकर चले गए. जब भी पूजा घर आती तो उसके साथ मारपीट की जाती थी.
महिला के पिता अवधेश ने बताया कि बुधवार को पूजा को लेकर मायके वाले संजय के घर पहुंचे तो उसने उसे धक्का देकर फर्श पर गिरा दिया और फिर घसीटते हुए घर से बाहर कर दिया. साथ ही उसका सारा सामान घर से बाहर फेंक दिया. पूजा एक बेटी को लेकर दर दर की ठोकर खा रही है. पीड़ित की मां ने बताया की शादी के 12 साल हो गए हैं, शुरुआती 4 सालों तक सब कुछ ठीक-ठाक था. हालांकि उसके बाद से दामाद ने बेटी के साथ मारपीट शुरू कर दी और बेटी को घर में रखने के लिए तैयार नहीं थे. जब भी पूजा ससुराल जाती थी तो दामाद बेटी के साथ मारपीट करता है. पूजा कहती है कि वह अपने पति के साथ ही रहेगी लेकिन दामाद तैयार नहीं हो रहा है. साथ ही वह ऐसा करने की वजह भी नहीं बता रहा है.
झारखंड के गुमला में जादू टोना के शक में बुजुर्ग की जिंदा जलाकर हत्या
27 Dec, 2024 12:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुमला: गुमला जिले के सदर थाना क्षेत्र के तहत आने वाले कोराम्बी गांव की एक बुजुर्ग महिला मंगरी उरांव कुएं में नहाने गई थी. इसी दौरान पैर फिसलने के कारण वह कुएं में गिर गई और डूब कर उसकी मौत हो गई. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पहले पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. साथ ही पोस्टमार्टम के बाद महिला के शव को परिवार को सौंप दिया था. परिवार वाले महिला के शव को गांव में ले आए थे.
जादू टोना के शक में पिटाई
महिला के शव को शाम के समय अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाया जा रहा था. इसी दौरान गांव का ही रहने वाला लगभग 60 वर्षीय बुद्धेश्वर उरांव भी मृतक महिला के अंतिम संस्कार में जा रहा था. जहां एकाएक बुद्धेश्वर उरांव पर नजर पड़ते ही मृतक महिला का बेटा कर्मपाल और पति झड़ी उरांव सहित अन्य लोगों ने बुद्धेश्वर उरांव को ओझा गुनी और जादू टोना करने का आरोप लगाते हुए उसकी पिटाई शुरू कर दी.
पिटाई के बाद जलती चिता पर फेंका गया
मामले का खुलासा तब हुआ जब देर रात जब वृद्ध बुद्धेश्वर उरांव घर नहीं लौटे, तो उनका बेटा संदीप उन्हें ढूंढते हुए गांव में निकला. इसी दौरान उसे जानकारी मिली कि गांव के ही कुछ लोगों ने पहले उसके पिता की बेरहमी से पिटाई की और बाद में उसे जलती हुई चिता पर फेंक दिया, जिसमें जिंदा जलने से उनकी मौत हो गई है. मामले की सूचना मिलते ही सदर थाना की पुलिस कोराम्बी गांव पहुंची और मामले की जांच में जुट गई.
काला जादू करने का शक था
इसके साथ ही जांच के लिए रांची से FSL की टीम को भी घटनास्थल पर बुलाया गया. पुलिस ने बुजुर्ग की हत्या करने वाले आरोपी झाड़ी उरांव को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं दूसरा आरोपी झाड़ी उरांव का बेटा करमपाल उरांव फरार है. पुलिस का कहना है कि वह इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है. गांववालों के मुताबिक बुद्धेश्वर उरांव पहले ओझा गुनी का काम किया करते थे, जिसके कारण ही उन पर मृतक महिला मंगरी उरांव के परिजनों को शंका था कि उसी ने काला जादू किया है. इसी शक में पहले आरोपियों ने बुद्धेश्वर की जमकर पिटाई की थी और बाद में उसे चिता पर फेंक दिया था, जिसमें जिंदा जलने से उसकी मौत हो गई. हालांकि पुलिस फिलहाल हत्या के कारणों को स्पष्ट नहीं कर सकी है, लेकिन हत्या के विभिन्न पहलुओं को लेकर जांच में जुट गई है.
31 तक पूरा होगा महाकुंभ के लिए भूमि आवंटन, 10 हजार संस्थाओं के आने की है संभावना
27 Dec, 2024 11:54 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाकु्म्भनगर । सनातन आस्था के सबसे बड़े समागम महाकुंभ 2025 को अब चंद दिन शेष रह गए हैं और मेला क्षेत्र में गितिविधियां तेजी से बढ़ गई हैं। महाकुंभ का सबसे बड़ा आकर्षण अखाड़ों की स्थापना का कार्य भी प्रगति पर है और दो से तीन अखाड़ों का छावनी प्रवेश भी हो चुका है। मेला प्राधिकरण की ओर से अखाड़ा समेत ज्यादातर संस्थाओं को भूमि आवंटन का कार्य भी पूरा किया जा चुका है, जबकि शेष संस्थाओं समेत नई संस्थाओं को भूमि आवंटन का कार्य प्रगति पर है और इसे 31 दिसंबर तक पूर्ण किए जाने का लक्ष्य है।
उल्लेखनीय है कि सीएम योगी ने अपनी दौरे के दौरान भूमि आवंटन के कार्य में तेजी लाते हुए 31 दिसंबर तक इसे पूर्ण करने के निर्देश दिए थे। सीएम योगी के निर्देश के बाद त्वरित गति से संस्थाओं को भूमि आवंटन का कार्य किया जा रहा है। अब तक चार हजार से ज्यादा संस्थाओं को भूमि आवंटित कर दी गई है। महाकुंभ में 8 हजार से 10 हजार के बीच संस्थाओं के आने का अनुमान है।
मेला प्राधिकरण के अनुसार, अब तक समस्त अखाड़ों, उनके अनुगामी अखाड़ों के साथ महामंडलेश्वर, खालसा, दंडीवाड़ा, आचार्यवाड़ा, खाकचौक का भूमि आवंटन पूरा कर लिया गया है, जबकि प्रयागवाल और नई संस्थाओं को भूमि आवंटन 31 तक पूर्ण किया जाना है। सीएम योगी के समक्ष हुई समीक्षा बैठक के दौरान उन्हें बताया गया था कि कुल 4268 संस्थाओं को भूमि आवंटित कर दी गई है। इसमें अखाड़ों और उनके अनुगामी अखाड़ों को 19, महामंडलेश्वर को 460, खालसा को 750, दंडीवाड़ा को 203, आचार्यवाड़ा को 300, खाकचौक को 300 और अन्य को 1766 भूमि आवंटन का कार्य पूरा किया जा चुका है। वहीं, प्रयागवाल को अब तक 450 भूमि आवंटन किए जा चुके हैं। प्रयागवाल को भूमि आवंटन का कार्य 12 दिसंबर से शुरू हुआ है, जो 31 दिसंबर तक चलेगा। इसी तरह, नई संस्थाओं को भूमि आवंटन का कार्य भी 16 दिसंबर से शुरू हो गया है, जिसे 31 तक पूरा कर लिया जाएगा।
अखाड़ों समेत जिन-जिन संस्थाओं को भूमि आवंटन हो चुका है, उनके टेंटेज का कार्य भी पूरी तेजी से आगे बढ़ रहा है। झूंसी क्षेत्र में अखाड़ों, महामंडलेश्वर, खालसा, दंडीवाड़ा, आचार्यवाड़ा, खाकचौक समेत अनेक संस्थाओं के लोग अपनी परंपरा और संस्कृति के अनुरूप टेंट और सजावट के कार्य में जुटे हैं। प्रशासन की ओर से यहां चेकर्ड प्लेटें बिछा दी गई हैं और साइनेज भी तेजी से लगाए जा रहे हैं, ताकि आने वाले लोग अपनी संस्थाओं तक आसानी से पहुंच सकें। इसके अलावा लाइटिंग समेत अन्य आवश्यक कार्य भी पूरी गति से किए जा रहे हैं। जूना अखाड़ा और आवाहन अखाड़े का छावनी प्रवेश भी हो चुका है, जबकि गुरुवार को ही अग्नि अखाड़े का भी छावनी प्रवेश हुआ है। इस तरह, सभी अखाड़ों और संस्थाओं में गतिविधियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं और एक जनवरी तक यह क्षेत्र पूरी तरह सज संवर कर तैयार हो जाएगा।
सिख-हिंदू एक दूसरे के पूरक, लड़ाने वालों से सावधान रहेंःयोगी
27 Dec, 2024 10:53 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । सिख गुरुओं के त्याग और बलिदान को नमन करते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सिख-हिंदू एक दूसरे के पूरक हैं, जो इन्हें लड़ाते हैं, उनसे बचना होगा। मुख्यमंत्री आवास पर गुरुवार को वीर बाल दिवस (साहिबजादा दिवस) का मुख्य आयोजन किया गया। इस दौरान ऐतिहासिक समागम व 11,000 सहज पाठ का भी शुभारंभ हुआ। मुख्यमंत्री ने गुरु तेग बहादुर के श्लोकों पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया।
उन्होंने कहा कि देश के इस जुझारू व समृद्ध कौम ने सामर्थ्य, पुरुषार्थ व परिश्रम से मिसाल प्रस्तुत की है। कभी बड़ी संख्या में फौज में जाकर सिखों ने भारत की सुरक्षा के लिए खुद को समर्पित किया, लेकिन वे कौन दुश्मन हैं, जो उनके परिश्रम व पुरुषार्थ को कुंद करने की साजिश कर रहे हैं। युवा पीढ़ी को ड्रग की चपेट में लाने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। इन्हें पहचानने और उनसे सावधान रहने की आवश्यकता है। सिख-हिंदू एक दूसरे के पूरक हैं, जो इन्हें लड़ाते हैं, उनसे बचना होगा। गुरु महाराज हमें मित्र-शत्रु पहचानने की ताकत दें।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सिख परंपरा काफी समृद्ध है। इन्होंने विपरीत परिस्थितियों में लड़ते हुए न केवल अपनी परंपरा को सुरक्षित-संरक्षित रखा, बल्कि देश व धर्म के लिए भी बलिदान देकर नई प्रेरणा प्रदान की। एक तरफ इनका गौरवशाली इतिहास है तो दूसरी तरफ सुनते हैं कि काबुल में सिखों के दो, चार-दस परिवार ही बचे हैं। जब बांग्लादेश की घटना व पाकिस्तान के अंदर अत्याचार के बारे में सुनते हैं, तब सिख गुरुओं के त्याग-बलिदान का स्मरण होता है। सिख गुरुओं के आदर्श हमें आगे बढ़ने की ऊर्जा देंगे। उनका आशीर्वाद हमारी प्रेरणा है। उस प्रेरणा से आगे बढ़ेंगे, तब काबुल-बांग्लादेश होने से बच पाएंगे, तब किसी ननकाना साहिब के लिए आंदोलन-संघर्ष की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि वह हमें स्वतस्फूर्त भाव से प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि 2019 में गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर मुख्यमंत्री आवास पर शबद-कीर्तन कार्यक्रम हुआ था। उसके उपरांत 2020 से अनवरत वीर बाल दिवस का आयोजन मुख्यमंत्री आवास पर हो रहा है। अब यह पूरे देश का आयोजन हो गया है। आज की तिथि पर गुरु गोबिंद सिंह के दो साहिबजादे (बाबा जोरावर सिंह-फतेह सिंह) वजीर खां के हाथों दीवार में चुने गए थे। चमकौर के युद्ध में दो बड़े साहिबजादे (बाबा अजीत सिंह-जुझार सिंह) शहादत को प्राप्त हुए। मां गुजरी इसे बहुत अधिक समय तक बर्दाश्त नहीं कर पाईं। इन लोगों पर उस समय क्या बीता होगा, यह दर्द कोई महसूस नहीं कर सकता, फिर भी एक ही लक्ष्य था कि देश व धर्म पर आंच नहीं आने देंगे। इसके लिए गुरु गोबिंद सिंह के चारों साहिबजादों ने शहादत देकर देश व धर्म की रक्षा की पक्की नींव खड़ी की। जिस पर न केवल आज भी सिख पंथ, बल्कि पूरा देश गौरव की अनुभूति करता है।
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती में शुरू हुआ डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन और फिजिकल टेस्ट
27 Dec, 2024 09:51 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस रिक्रूटमेंट एंड प्रमोशन बोर्ड ने गुरुवार सेयूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन और फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट शुरू कर दिया है। ये डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन और फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट प्रक्रिया राज्य के सभी 75 जिलों में आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए प्रत्येक जिलों में कमेटी गठित कर दी गई है। याद रहे कि यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा में एक लाख से अधिक उम्मीदवार पास हुए थे।
युवाओं का पुलिस लाइन में सभी 75 जिलों में के पुलिस लाइन में टेस्ट होगा। इस प्रक्रिया में 1.74 लाख उम्मीदवारों के भाग लेने की उम्मीद है। भर्ती के लिए जनरल, ओबीसी और एससी कैटेगरी वाले आवेदकों की न्यूनतम लंबाई 168 सेमी होनी चाहिए। पुरुष उम्मीदवारों का सीना बिना फुलाए 79 सेमी और फुलाकर 84 सेमी होना चाहिए। एसटी वर्ग के उम्मीदवारों की न्यूनतम लंबाई 160 सेमी और सीना बिना फुलाए 77 सेमी और फुलाकर 82 सेमी होना चाहिए। जनरल, ओबीसी और एससी महिला उम्मीदवारों के न्यूनतम लंबाई 152 सेमी होनी चाहिए। वहीं एसटी कैटेगरी के महिलाओं की न्यूनतम लंबाई 147 सेमी होनी चाहिए। साथ ही सभी कैटेगरी की महिलाओं का वजन कम से कम 40 किलोग्राम होना ही चाहिए। बोर्ड ने पहले ही उम्मीदवारों को निर्देश दिया हुआ है कि अगर कोई उम्मीदवार फिजिकल टेस्ट के संतुष्ट नहीं है तो वह उसी दिन अपनी आपत्ति दर्ज कराएगा। इन अपीलों के लिए बोर्ड हर जगह एएसपी को नामित करेगा। इसके साथ ही उम्मीदवारों का फिजिकल टेस्ट दोबारा से एएसपी के सामने कराया जाएगा। अगर उम्मीदवार दोबारा कराए टेस्ट में भी पास नहीं हो पाया तो वह कहीं भी आगे अपील नहीं कर सकेंगे।
महाकुंभ 2025-विश्व के सबसे बड़े अलौकिक महामृत्युंजय यंत्र का भूमि पूजन
27 Dec, 2024 08:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज । पूर्ण महाकुंभ 2025 मेला क्षेत्र संगम विहार सेक्टर 22 झूंसी प्रयागराज में विश्व के सबसे बड़े महामृत्युंजय यंत्र का भूमि पूजन गुरुवार को पूरे विधि विधान से किया गया। पूजन में विधान परिषद अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, चेयरपर्सन सिद्ध महामृत्युंजय यंत्र संस्थान परम पूज्य सद्गुरु मां उषा जी, परम पूज्य स्वामी सहजानंद सरस्वती पीठाधीश्वर सिद्ध महामृत्युंजय यंत्र संस्थान, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज, महामंडलेश्वर परम पूज्य रामेश्वरानंद जी महाराज, सहित सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे।
गंगा-यमुना अदृश्य सरस्वती की पावन धरा पर स्थापित होने वाले विश्व का प्रथम भव्य महामृत्युंजय यंत्र विश्व में अपनी तरह का पहला अलौकिक यंत्र है। शिव महामृत्युंजय मंत्र के 52 अक्षरों के आधार पर इसका आकर बनाया गया है। इस यंत्र की चौड़ाई 52 फीट तथा लंबाई 52 फुट होने के साथ-साथ इसकी ऊंचाई भी 52 फुट रखी गई है। जबकि 151 प्रकांड पंडितों द्वारा 8,00,000 महामृत्युंजय मंत्रों से अभिमंत्रित यह यंत्र पूरे विश्व में सकारात्मक वातावरण का संचार करेगा। सिद्ध महामृत्युंजय यंत्र संस्थान की चेयरपर्सन परम पूज्य सद्गुरु मां उषा जी व परम पूज्य स्वामी सहजानंद सरस्वती पीठाधीश्वर सिद्ध महामृत्युंजय संस्थान द्वारा बताया गया कि अभी तक महामृत्युंजय यंत्र 2-डी स्वरूप में मिलता है वर्तमान में 3-डी महामृत्युंजय यंत्र की विधि अनुसार स्थापना की जा रही है। वह स्वरूप सिद्ध महामृत्युंजय अंतर्राष्ट्रीय योग एवं ज्योतिष अनुसंधान केंद्र ने वर्षों के अनुसंधान के बाद तैयार किया है। अनुसंधान केंद्र द्वारा तैयार महामृत्युंजय यंत्र के वर्तमान में 3-डी स्वरूप पर हर तरह के आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक पक्ष को ध्यान में रखा गया है।
महाकुम्भ-2025 को लेकर तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। उत्तर प्रदेश अग्निशमन व आपात सेवा विभाग एडवांस्ड फीचर्स युक्त 4 आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (एडब्ल्यूटी) का भी मेला क्षेत्र को इस्तेमाल करेगी। इन आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर को मेला क्षेत्र में टेंट सिटी और बड़ी टेंट सेटअप के दृष्टिगत डिप्लॉय किया गया है। यह वीडियो और थर्मल इमेजिनिंग सिस्टम समेत कई आधुनिक फीचर्स से लैस हैं और इनके जरिए मेला क्षेत्र में अग्नि जनित घटनाओं की रोकथाम के साथ ही दमकलकर्मियों के जीवन रक्षण में भी मदद मिलेगी। यह जोखिम से भरे फायर ऑपरेशंस को अंजाम देने के साथ ही अग्निरक्षकों की सुरक्षा के लिए भी कवच के तौर पर कार्य कार करने में सक्षम होगा।
महाकुम्भ के नोडल/मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (एडब्ल्यूटी) एक आधुनिक अग्निशमन वाहन है। मुख्यतरू इसका प्रयोग बहुमंजिलीय एवं ध्यान ऊंचाई के टेन्ट और भवन की आग बुझाने में किया जाता है। चार बूम से निर्मित ए.डब्ल्यू.टी 35 मी. की ऊंचाई तथा 30 मी. की क्षैतिज दूरी की पहुंच तक अग्निशमन कार्य को संचालित कर सकते हैं। यह कई प्रकार के आधुनिक फीचर्स से लैस है तथा वीडियो तथा थर्मल इमेजिंग कैमरे से युक्त होने के कारण इसकी उपयोगिता और बढ़ जाती है। यही कारण है कि यह न केवल रेस्क्यू ऑपरेशंस को अंजाम देकर जान-माल की रक्षा करने में सक्षम हैं बल्कि अग्निरक्षकों के जीवनरक्षण और उनकी सुरक्षा में कवच का कार्य भी करते हैं।
डिप्टी डायरेक्टर अमन शर्मा ने बताया कि महाकुम्भ को अग्नि दुर्घटना रहित क्षेत्र बनाने के लिए विभाग को 66.75 करोड़ का बजट आवंटित हुआ है, जबकि विभागीय बजट 64.73 करोड़ है। इस प्रकार, कुल 131.48 करोड़ रुपए की लागत से वाहन व उपकरणों को महाकुम्भ मेला में अग्नि जनित दुर्घटनाओं से सुरक्षा के लिए डिप्लॉय किया जा रहा है। इनको पूरी तरह से मेला क्षेत्र में डिप्लॉय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी के विजन अनुसार, इस बार महाकुम्भ में अलग-अलग प्रकार के 351 से अधिक अग्निशमन वाहन, 2000 से अधिक ट्रेन्ड मैनपावर, 50 से अधिक अग्निशमन केंद्र व 20 फायर पोस्ट बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक अखाड़ों के टेंट्स को फायर फाइटिंग इक्विप्मेंट्स से भी लैस किया जा रहा है।
लखीसराय में शराब तस्कर ने शरीर में बनवाया तहखाना, घर-घर पहुंचाई जा रही थी शराब
26 Dec, 2024 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखीसराय: बिहार में शराबंदी कानून लागू है, लेकिन शराब तस्कर राज्य में मदिरा की एंट्री करवा लेते हैं. शराब तस्करी का तरीका आपने बहुत सारे देखें होंगे. मगर, जो तरीका लखीसराय में पुलिस ने खुलासा किया है, शायद ही आपने देखा होगा. लखीसराय में एक शराब तस्कर ने गजब का दिमाग लगाया और शराब को घर-घर पहुंचाने लगा, लेकिन 25 दिसंबर, 2024 दिन बुधवार को वह पुलिस के हत्थ चढ़ गया.
शराब तस्कर ने अपने शरीर के अंदर ही तहखाना बना रखा था. जब कबैया पुलिस ने इसकी तलाश ली तो वो भी देखकर दंग रह गई. इसके बाद पुलिस ने तस्कर के शरीर से एक-एक कर सारे कपड़े उतरवाए. कबैया पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी किऊल थाना क्षेत्र के खगौर निवासी बिक्की कुमार बंगाल के चितरंजन से शराब की खेप लाकर होम डिलीवरी करने संतर मोहल्ला जा रहा है. पुलिस ने गुप्त सूचना पर सादे लिबास में स्टेशन के पास से इसे धर दबोचा.
पुलिस ने जब इसकी तलाशी ली तो पुलिस भी भौचक रह गई. इसने अपने शरीर में तहखाना बना रखा था और उपर से शर्ट पहने हुए था. जब पुलिस ने इसकी तलाशी ली तो बड़ी मात्रा में शराब बरामद किया. पूछताछ में इसने बताया कि बंगाल के चितरंजन से शराब की खेप लाकर उसकी होम डिलीवरी करता है. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार पूछताछ कर रही है.
लालू यादव ने BPSC छात्रों लाठीचार्ज की आलोचना पर कहा- 'यह गलत है'
26 Dec, 2024 01:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना में BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर नौ दिनों से प्रदर्शन जारी है। विपक्षी नेता भी बिहार सरकार और बिहार लोक सेवा आयोग पर लगातार हमला बोल रहे हैं। इधर, बुधवार को BPSC अभ्यर्थियों पर पुलिस के लाठीचार्ज मामले पर सियासत गरमा गई है। राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि यह गलत है। ऐसा नहीं होना चाहिए। छात्रों पर लाठीचार्ज करना गलत है।
नीतीश कुमार और NDA नेताओं का दोहरा चेहरा
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर लाठीचार्ज का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि चंद माह पूर्व तक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेता नीतीश कुमार को किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित बता उन्हें मानसिक रूप से अस्वस्थ बताते नहीं थकते थे। अब वही BJP-LJP-HAM के नेता उनके तानाशाही निर्णयों को शिरोधार्य कर BPSC परीक्षार्थियों को पुलिस से पिटवा इस गुंडागर्दी को उचित ठहरा रहे है। तेजस्वी यादव ने आगे लिखा कि नीतीश कुमार खुद को जेपी का स्वयंघोषित चेला बताते हैं। लेकिन छात्रों के लोकतांत्रिक विरोध से नफ़रत है। समस्त स्वार्थी NDA नेताओं का यही हाल है। तेजस्वी यादव ने आगे लिखा कि मानसिक रूप से बीमार लोग प्रदेश चला रहे है। उन्हें खोज-खबर ही नहीं बिहार में क्या हो रहा है?BJP ने प्रदेश में गुंडागर्दी की सीमा पार कर दी है। गुंडों की सरकार ने छात्राओं को भी नहीं बख्शा है।
'छात्रों पर लाठीचार्ज अन्याय'
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव गर्दनीबाग धरनास्थल पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हाईकोर्ट की बेंच इस मामले की जांच करे। छात्रों पर लाठियां बरसाई गई है। यह अन्याय है। जब जब छात्रों पर लाठी गोली चलेगी पप्पू यादव उनके लिए सर्वस्व न्योछावर कर लड़ेगा। हर क़ीमत पर छात्रों की भावनाओं के साथ हैं। हमारी मांग है कि BPSC की परीक्षा कैंसिल करे और दुबारा परीक्षा ले। पप्पू यादव ने पूछा कि आखिर BPSC अभ्यर्थियों से बिहार सरकार को ऐसी क्या दुश्मनी है? उनके साथ आतंकवादियों, क्रूर अपराधियों सा व्यवहार क्यों किया जा रहा है।
मंत्री संजय यादव की घोषणा: झारखंड में जल्द होगी जातिगत जनगणना, जाति प्रमाण पत्र और नौकरी में मिलेगी मदद
26 Dec, 2024 01:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
संजय यादव: श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं उद्योग मंत्री संजय यादव ने कहा है कि मैं नई उद्योग नीति बनाने जा रहा हूं। यहां विदेशी उद्यमी आएंगे, लोगों को रोजगार मिलेगा। झारखंड में आज गरीबों का राज है, इसलिए मुख्यमंत्री के पीछे ED और CBI लगी है। कल्पना सोरेन देवी दुर्गा का स्वरूप हैं जिसके कहने पर राज्य की मां बहनों ने महागठबंधन को गद्दी पर बिठाया। उन्होंने आज केंद्र सरकार 1 लाख 36 हजार करोड़ बाकी नहीं दे रही है, जिसके लिए सरकार कानून का सहारा लेगी। हम अपनी रॉयल्टी अवश्य लेंगे। मंत्री बुधवार को आदित्यपुर में आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यकर्ताओं ने इस दौरान मंत्री के अलावा बिहार राजद की स्टार प्रचारक सीमा कुशवाहा का स्वागत किया।
गरीबों के बच्चों को जेल में डालने का काम करती है BJP
मंत्री संजय यादव ने कहा कि समय-समय पर BJP का चाल, चरित्र व चेहरा उजागर होता रहा है। जब भी कोई गरीब का बच्चा आगे बढ़ने लगता है। तो उस पर झूठा आरोप लगाकर जेल में डालने का काम किया जाता है। इसका मैं भी भुक्तभोगी हूं। हमारी पार्टी गरीब शोषित के लिए संघर्ष के लिए जानी जाती है। मैं लालू का शिष्य हूं, कभी BJP को पसंद नहीं करूंगा। मैं जात की नहीं, जमात की राजनीति करता हूं। यही वजह है कि मैं गोड्डा से तीसरी बार जीता हूं।
जातिगत जनगणना से नौकरी में मिलेगी मदद
उन्होंने आगे कहा, मैं सदैव गरीबों, दलितों के लिए कार्य करूंगा यह मेरा वादा है। लालू यादव, तेजस्वी यादव, हेमंत सोरेन, शिबू सोरेन, राहुल गांघी और सोनिया गांधी के सिद्धांतों का आदर करता हूं। मेरा फोकस राज्य के मजदूर, किसान भाई हैं, जिनके लिए मैं अच्छी योजना बनाऊंगा, यह मेरा वादा है, जो जिम्मेदारी मुझे दी गई है उसका अक्षरसः निर्वहन करूंगा। सबों को हक दिलाऊंगा। इधर, बुधवार की ही शाम बिष्टुपुर स्थित माइकल जान सभागार में आयोजित वार्षिक आमसभा सह अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि झारखंड में जल्द ही हमारी सरकार जातिगत जनगणना कराएगी, ताकि स्पष्ट हो सके कि किसकी कितनी आबादी है। इससे जाति प्रमाण पत्र बनने के साथ नौकरी में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि आज भी लोग नौकरी पाने के लिए अपने नाम में अपनी जाति नहीं लिखते, मैंने भी अपने बेटा-बेटी के नाम पर जाति नहीं लिखी है। कई अपने नाम के साथ गौर और गोप लगाते हैं, इससे स्पष्ट नहीं हो पाता है कि उनकी जाति क्या है। लेकिन मेरा सभी से अपील है कि जो लिखना हैं लिखे, लेकिन अपने नाम के साथ अपनी जाति जरूर लिखें।
उद्योगों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर देने की घोषणा
श्रम सह उद्योग मंत्री ने बुधवार की ही सुबह सर्किट हाउस में श्रम विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। लगभग एक घंटे तक चली बैठक में बीते एक वर्ष में विभाग द्वारा किए गए कार्यों का तुलनात्मक अध्ययन किया गया। स्पष्ट आदेश दिया कि नए उद्योग लगाने, निवेशकों को आमंत्रित करने से लेकर संचालित उद्योगों के लिए विकासोन्मुख रोडमैप तैयार करें। नए उद्योगों की स्थापना के लिए जमीन सहित सभी इंफ्रास्ट्रक्चर सरकार देने को तैयार हैं। जिले व राज्य का विकास किस तरह से होगा, इसके लिए लिखित में सुझाव दें
झारखंड के गुमला में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए IED की चपेट में आई 5 साल की बच्ची
26 Dec, 2024 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुमला। बीते बुधवार को झारखंड के गुमला जिले के नक्सल प्रभावित कुरुमगढ थाना क्षेत्र के सकरा पानी गांव स्थित जंगल में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए IED की चपेट में आने से लकड़ी चुनने गई एक 5 वर्षीय मासूम बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना के बाद परिजन उसे CHC चैनपुर लेकर गए। गंभीर स्थिति को देख चिकित्सक ने गुमला रेफर कर दिया। इसके बाद परिजनों ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती नहीं कराया। उसे शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में लेकर चले गए। अस्पताल में डॉक्टरों ने बच्ची की हालत को देखकर बताया कि उसके पेट से आंत बाहर आ गई है। रक्तस्राव भी हो रहा है। चिकित्सक ने बेहतर इलाज के लिए रांची के रिम्स अस्पताल में रेफर कर दिया।
IED विस्फोट के बाद गुप्त तरीके से कराया गया इलाज
पुलिस और परिजन इसके बाद उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स लेकर पहुंच गए। मासूम के साथ उसकी मां बिरसो देवी भी साथ थीं। बीते मंगलवार को मासूम जंगल मे लकड़ी चुनने गई थी। इसी दौरान, जंगल मे नक्सलियों द्वारा बिछाया गया एक IED विस्फोट हो गया। इस विस्फोट में मासूम गंभीर रूप से जख्मी हो गई। सूचना मिलते ही कुरुमगड़ थाना की पुलिस मौके पर पहुंचकर घायल मासूम को गुप्त तरीके से इलाज के लिए चैनपुर CHC लेकर पहुंची। जहां से उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। हालांकि, मासूम को सदर अस्पताल नहीं लाकर मीडिया से बचने के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया। गुमला जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में ऐसी कई घटनाएं पहले भी हो चुकी है।
भोजपुर में पुलिस ने वर्दी और बैच के साथ गिरफ्तार किया फर्जी दरोगा
26 Dec, 2024 12:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोजपुर: भोजपुर जिले में पुलिस ने फर्जी दरोगा बनकर घूम रहे एक शख्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने एक ऐसे शख्स को हिरासत में लिया है, जो फर्जी दारोगा बनकर थाने में घुसकर पुलिसकर्मियों को फटकार लगा रहा था. शक होने के बाद जब जांच शुरू की गई तो फर्जी दरोगा की पोल खुल गई. वहीं पुलिस ने फर्जी दारोगा को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के अनुसार भोजपुर जिले के बिहिया थाना पुलिस टीम ने एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने फर्जी दारोगा के पास से वर्दी, बेल्ट, बैच और टोपी भी बरामद की है. गिरफ्तार फर्जी दरोगा गड़हनी थाना क्षेत्र के मदुरा गांव निवासी अनिल सिंह का पुत्र राकेश कुमार सिंह है. वह करीब डेढ़ वर्षो से रोहतास जिले के काराकाट थाना क्षेत्र के जमुआ गांव में अपना डेरा जमाए हुए था. वहीं करीब डेढ़ वर्षो से फर्जी दरोगा बनकर भोजपुर, रोहतास सहित अन्य जिलों में जाकर अपनी धौंस दिखाकर लोगों को मूर्ख बनाता था. लोगों के सामने रौब झाड़ता था. वहीं पुलिस ने अब इस फर्जी दरोगा को गिरफ्तार कर लिया है.
थाने पहुंचा फर्जी दरोगा
बिहिया थानाध्यक्ष ने जानकारी देते हुए कहा कि फर्जी दारोगा कुछ दिन पहले ही बिहिया थाने में फर्जी दारोगा बनकर पहुंचा था. थाने में पहुंचने के बाद उसने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों से एक केस में जांच करने की बात कही. साथ ही यह भी कहा कि उसे कुछ जानकारी चाहिए. इतना कहकर वह थाने से चला गया.
पुलिस ने किया अरेस्ट
फर्जी दारोगा के थाने से चले जाने के बाद बिहिया थाना पुलिस को उस पर शक हुआ. जिसके बाद इसकी जांच शुरू की गई. जांच के दौरान सामने आया कि वह एक फर्जी दारोगा है. जिसके बाद पुलिस उसकी गिरफ्तारी में जुट गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस अब उसके द्वारा किए गए कामों का लेखा जोखा निकालने में जुटी हुई है.
वैशाली में प्रेमिका के साथ प्रेमी ने की आत्महत्या, आम के पेड़ पर लटके मेले शव
26 Dec, 2024 12:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वैशाली: वैशाली जिले के महुआ थाना क्षेत्र के बिशनपुर बेझा गांव में परिजनों के शादी से इंकार करने पर प्रेमी और प्रेमिका ने एक साथ आम के बगीचे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर गांव वालों की भीड़ जुट गई. गांव वाले दोनों के शवों को फंदे से उतारकर आनन-फानन में महुआ अनुमंडल अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया.
दो साल का इंतजार, एक पल में खत्म
परिवार के शादी कराने से इंकार करने पर प्रेमी-प्रेमिका के आम के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या करने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. घटना के बाद परिजन दोनों के शवों को अंतिम संस्कार कराने जा रहे थे कि अचानक से मौके पर पुलिस पहुंच गई. पुलिस ने दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल भेज दिया है. जानकारी के अनुसार मृतक प्रेमी की पहचान महुआ थाना क्षेत्र के बिशनपुर बेझा गांव के रहने वाले रतन कुमार के तौर पर हुई है.
परिवार की मनाही बनी मौत का कारण
प्रेमिका की पहचान बिशनपुर कन्हौली गांव की रहने वाले चांदनी कुमारी के तौर पर हुई है. रतन और चांदनी के पिछले दो सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों के बीच के प्रेम प्रसंग की जानकारी दोनों के परिजनों को भी थी, लेकिन गांव का मामला होने के कारण लड़के की शादी कहीं और तय कर दी गई थी. इसी बात से नाराज होकर और परेशान होकर दोनों प्रेमी-प्रेमिका ने एक साथ आम के बगीचे में पहुंचे और गले मे फंदा डालकर एक साथ आत्महत्या कर ली.
परिजनों ने छुपाए शव
पुलिस के मुताबिक बिशनपुर बेझा गांव में प्रेम प्रसंग में एक युवक और एक युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. परिजनों ने दोनों शव को छुपा दिया था और बिना पोस्टमार्टम कराए हुए अंतिम संस्कार की तैयारी करने में जुटे थे. पुलिस ने दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल भेज दिया और घटना की जांच में जुट गई है.
महाकुम्भ में वीआईपी और वीवीआईपी अतिथियों के लिए होगी विशेष व्यवस्था
26 Dec, 2024 11:04 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाकुम्भ नगर । यूपी की संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं के साथ ही बड़ी संख्या में विशिष्ट और अति विशिष्ट अतिथियों के आने की संभावना को देखते हुए प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने विशेष प्रबंध किए हैं। अधिकारियों ने कहा कि मेले में आने वाले विशिष्ट और अति विशिष्ट अतिथियों को महाकुम्भ मेला की सुखद अनुभूति का अहसास कराने एवं उनके रुकने तथा अन्य प्रोटोकॉल की सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी की गई है।
मेला प्राधिकरण से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, “महाकुम्भ के दौरान देश-विदेश के तीर्थयात्री, पर्यटक, विशिष्ट एवं अति विशिष्ट व्यक्तियों के अलावा उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के न्यायमूर्तियों का भी आगमन होगा। मेला क्षेत्र में विशिष्ट-अतिविशिष्ट महानुभावों के आगमन के दौरान सुविधा के लिए चौबीसों घंटे और सातों दिन सक्रिय रहने वाला कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसमें अधिकारी-कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है।” उन्होंने बताया कि मेले में आने वाले महानुभावों की प्रोटोकॉल व्यवस्था के लिए शासन स्तर से तीन अपर जिलाधिकारी, तीन उप जिलाधिकारी, तीन नायब तहसीलदार एवं चार लेखपाल तैनात किए गए है। इसके साथ ही, सभी 25 सेक्टरों में डिप्टी कलेक्टर स्तर के अधिकारी सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात हैं, जो अपने अपने सेक्टर में प्रोटोकॉल की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
महाकुम्भ मेला 2025, 13 जनवरी को प्रथम मुख्य स्नान पर्व (पौष पूर्णिमा) 2025 से प्रारम्भ होकर अंतिम मुख्य स्नान पर्व (महाशिवरात्रि) 26 फरवरी तक कुल 45 दिनों की अवधि में सम्पन्न होगा। अधिकारियों के मुताबिक, विशिष्ट/अतिविशिष्ट महानुभावों की प्रोटोकॉल व्यवस्था के तहत महाकुम्भ-2025 के दौरान 50 टूरिस्ट गाइड और अन्य सहायक कर्मचारियों की भी तैनाती सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस मेले में आने वाले महानुभावों को ठहरने की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में पांच स्थलों पर 250 टेंट की क्षमता के सर्किट हाउस की व्यवस्था की गई है। साथ ही पर्यटन विभाग के निर्देशन में पर्यटन विकास निगम द्वारा 110 काटेज की टेंट सिटी और सेवा प्रदाताओं के माध्यम से 2200 काटेज की टेंट सिटी विकसित की जा रही है जिसकी बुकिंग प्रयागराज मेला प्राधिकरण की वेबसाइट के माध्यम से की जा सकती है। उन्होंने बताया कि स्नान के लिए घाट तैयार करने के अलावा नदी में जेटी एवं मोटर बोट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार के कुल 15 विभागों ने अपने शिविर स्थापित किए हैं जिनमें विभागीय अधिकारियों को ठहरने की सुविधा होगी। इसी तरह, मेला क्षेत्र में उत्तर प्रदेश सरकार के कुल 21 विभागों द्वारा अपने शिविर लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, जिला प्रशासन प्रयागराज के अधीन उपलब्ध 21 अतिथि गृहों में कुल 314 कक्षों की व्यवस्था विशिष्ट और अति विशिष्ट अतिथियों के लिए की गई है।
नए साल से पांच फीसदी महंगी हो जाएगी वाहनों की प्रदूषण जांच
26 Dec, 2024 10:01 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । आगामी नये वर्ष 2025 से वाहनों की प्रदूषण जांच महंगी हो जाएंगी। सभी तरह के वाहनों की प्रदूषण जांच के शुल्क में पांच प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की जा रही है। नई दरों का आदेश अपर परिवहन आयुक्त पुष्पसेन सत्यार्थी की ओर से जारी कर दिया गया है। यह आदेश एक जनवरी, 2025 से लागू हो जाएगा।
जारी आदेश के मुताबिक पेट्रोल चालित दो पहिया वाहन के लिए 65 रुपये, तिपहिया वाहन (पेट्रोल-एलपीजी-सीएनजी) के लिए 85 रुपये और चौपहिया वाहनों (पेट्रोल-एलपीजी-सीएनजी) के लिए भी 85 रुपये प्रदूषण जांच के लिए देने होंगे। डीजल से चलने वाले तिपहिया व चौपहिया वाहनों के प्रदूषण की जांच के लिए 115 रुपये देने होंगे। इस संबंध में परिवहन आयुक्त की तरफ से सभी आरटीओ व एआरटीओ को आदेश भेज दिया गया है। वाहनों की प्रदूषण की जांच न होने पर 10 हजार रुपये का चालान हो सकता है। डीजल, पेट्रोल, सीएनजी व एलपीजी से चलने वाले वाहनों को हर छह महीने में प्रदूषण की जांच कराना अनिवार्य होता है। लखनऊ में प्रदूषण की जांच के लिए 210 से अधिक केंद्र हैं। अभी तक पेट्रोल वाले दो पहिया वाहनों के लिए 60 रुपये, डीजल वाहनों के लिए 110 रुपये और पेट्रोल, सीएनजी और एलपीजी से चलने वाले तिपहिया और चार पहिया वाहनों के लिए 80 रुपये देने पड़ते थे।
महाकुंभ के लिए लखनऊ से प्रयागराज के बीच चलेंगी 10 मेमू ट्रेनें
26 Dec, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ। महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल लखनऊ और प्रयागराज के बीच 10 मेमू ट्रेन का संचालन करेगा। इन ट्रेनों का संचालन 10 जनवरी से 28 फरवरी तक किया जाएगा। मेमू ट्रेनों में कम किराए में श्रद्धालुओं को आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी। लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी के मुताबिक मेमू ट्रेनों का संचालन दो से तीन सप्ताह पहले से शुरू कर दिया जाएगा, जिससे कि इन ट्रेनों का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार हो सके। इन ट्रेनों को नियमित भी चलाया जाएगा।स्पेशल ट्रेनों की समय सारिणी और स्टेशनों पर स्टापेज का प्लान तैयार कर लिया गया है। लखनऊ से प्रयागराज के बीच पड़ने वाले सभी स्टेशनों पर सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। महाकुंभ में स्नान पौष पूर्णिमा से 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक चलेगा। इस दौरान छह शाही स्नान होंगे। 10 मेमू के रेक के साथ 25 नेशनल रेक (आईसीएफ) की मांग की है। इसके जरिये महाकुंभ के दौरान मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।