उत्तर प्रदेश
धनबाद में पति ने पत्नी की हत्या के बाद झूठी लापता होने की बनाई कहानी
10 Jan, 2025 12:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
धनबाद: धनबाद जिले में एक पति ने अपनी ही पत्नी के साथ हैवानियत की सारी हदों को पार कर दी. इंसान से हैवान बने पति ने पहले अपनी पत्नी को एक महीने तक भूखा रखा. पत्नी की मौत होने के बाद उसके शव को नदी के किनारे फेंक दिया. वहीं उसके बाद वो पत्नी के लापता होने की झूठी कहानी बनाने लगा.
यह घटना झारखंड की कोयला नगरी धनबाद जिला के मधुबन थाना क्षेत्र में हुई. मधुबन थाना क्षेत्र के रहने वाले नीरज झा पर अपनी ही पत्नी अपराजिता को तड़पा-तड़पा कर मारने और उसके शव को सुनियोजित षड्यंत्र के तहत नदी के किनारे पुल के नीचे फेंकने का आरोप है. पूरी घटना को अंजाम देने के बाद षड्यंत्र के तहत पति नीरज झा ने पत्नी अपराजिता के लापता होने की झूठी कहानी रचकर सबको गुमराह करने की कोशिश करने लगा.
2022 में हुई थी शादी
हालांकि अपराजिता के माता-पिता को उसके पति नीरज झा और उसके ससुराल वालों पर शक हुआ. इसके बाद उन लोगों ने धनबाद जिला के मधुबन थाना में अपराजिता के अपहरण और दहेज प्रताड़ना से संबंधित एक मामला दर्ज कराया. मामला दर्ज होने के बाद मधुबन थाना की पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई. इसी क्रम में पुलिस को यह जानकारी मिली कि अपराजिता की शादी वर्ष 2022 में हुई थी.
परिजनों ने लगाया प्रताड़ित करने का आरोप
शादी के बाद से ही उसके पति नीरज और ससुराल के लोग दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करने लगे थे. शक होने के बाद पुलिस ने घंटा से नीरज झा और उसके परिजनों से पूछताछ शुरू की. वहीं मृतक अपराजिता का शव धनबाद जिले के राजगंज थाना क्षेत्र के कतरी नदी के पुल के नीचे से बरामद किया गया. पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मृतक अपराजिता के पति नीरज झा,उसकी सास शोभा देवी समेत चार लोग शामिल हैं. मृतक अपराजिता के परिजनों के मुताबिक, दहेज में कार नहीं मिलने के कारण ससुराल के लोग हैवान बन बैठे. अक्सर बेटी के साथ मारपीट और प्रताड़ित करते थे.
केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने रांची में 5G केस टेस्ट लैब का किया उद्घाटन
10 Jan, 2025 12:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: नए साल में रांची को केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने कई सौगात दी हैं. इनमें 5G टेक्नोलॉजी से युक्त 5G केस टेस्ट लैब, प्रशिक्षण प्रयोगशाला शामिल हैं. यह देश का पहला कोयले के लिए हाईटेक डिजिटल प्रयोगशाला है. उन्होंने रांची के कांके रोड स्थित गांधीनगर में सुरक्षा प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया. साथ ही कर्मचारियों के लिए बनने वाली 4 मल्टीलेवल आवासीय परिसर की भी आधारशिला रखी. सीसीएल कर्मियों के लिए आठ मंजिल वाली चार टावर बनाई जाएगी, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रहेगी.
केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि यह देश का पहला कोयले के लिए हाईटेक डिजिटल प्रयोगशाला है. यह 5G टेक्नोलॉजी वाली प्रयोगशाला के उपयोग से मौसम बिगड़ने के बावजूद माइनिंग की स्थिति, माइनिंग के समय वेदर की जानकारी और गाड़ियों के मूवमेंट आदि गतिविधियों पर नजर रखने में सहायक होगा.
कई सुविधाओं से है लैस है लैब
माइनिंग के क्षेत्र में नई-नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. जिसमें 5G टेक्नोलॉजी की मदद से मुख्यालय में बैठकर अब माइनिंग क्षेत्र की स्थिति, वाहनों के मूवमेंट पर बेहद आसानी से नजर रखी जाएगी. यह कोल मिनिस्ट्री में पहला प्रयोग है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मौसम बिगड़ने के कारण कई बार खदानों के अंदर मजदूरों के फंसे होने की शिकायत प्राप्त होती थी. ऐसी स्थिति में उनको बाहर लाने में यह 5G यूज केस टेस्ट लैब अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होने के कारण कोयला क्षेत्र में काम करने में काफी सहूलियत देगा.
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की रखेंगे नींव
केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, जहां उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने केंद्रीय कोयला मंत्री से फिर एक बार खनिज रॉयल्टी के झारखंड के सरकार और केंद्रीय कंपनियों पर बकाया 1.36 लाख करोड़ के भुगतान की मांग रखी. 10 जनवरी यानी आज केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड द्वारा रांची के कांके थाना क्षेत्र अंतर्गत सुकुहुतु स्थित रिनपास की जमीन पर बनने वाली प्रस्तावित 200 बेड वाली सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की नींव रखेंगे. वह जगन्नाथपुर में आईबीएम भवन का भी उद्घाटन करेंगे.
दो दिवसीय झारखंड दौरे पर हैं केंद्रीय कोयला मंत्री
बता दे कि केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी अपने दो दिवसीय दौरे पर झारखंड की राजधानी रांची पहुंचे हैं. रांची पहुंचने के साथ ही केंद्रीय कोयला मंत्री पहले सेंट्रल माइनिंग प्लैनिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट (CMPDI) में 5G यूज केस टेस्ट लैब का उद्घाटन किया. इस विशेष रूप से कोयला खनन उद्योग में सहायता करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह प्रयोगशाला 5G रेडियो और कोर प्रौद्योगिकी को 5G सक्षम उपकरणों के साथ-साथ एक प्रशिक्षण और विकास केंद्र के रूप में कार्य करेगी.
महाकुंभ में कल्पवास में रहेंगी दुनिया की सबसे अमीर महिला लॉरेन पॉवल
10 Jan, 2025 11:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज। दुनिया की सबसे अमीर महिलाओं में से एक, लॉरेन पॉवल जॉब्स महाकुंभ मेले में भाग लेंगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक लॉरेन 13 जनवरी से 29 जनवरी तक प्रयागराज में रहेंगी और कल्पवास में रहते हुए साधुओं के साथ सादगीपूर्ण जीवन बिताएंगी। उन्होंने निरंजनी अखाड़े में रहने का फैसला लिया है, जहां वे गंगा स्नान और आध्यात्मिक गतिविधियों में शामिल होंगी।
लॉरेन को हिंदू और बौद्ध धर्म से विशेष लगाव है, जो उनके दिवंगत पति स्टीव जॉब्स के जीवन का हिस्सा रहा है। स्टीव जॉब्स बाबा नीब करौली और परमहंस योगानंद की शिक्षाओं से प्रभावित थे और हमेशा योगी की आत्मकथा नामक पुस्तक अपने साथ रखते थे। लॉरेन भी इन्हीं परंपराओं को आगे बढ़ाते हुए महाकुंभ में भाग लेंगी। उनकी शादी भी बौद्ध तरीके से संपन्न हुई थी।
लॉरेन पॉवल जिनकी उम्र 61 साल है, महाकुंभ के दौरान साधु-संतों के बीच रहकर आध्यात्मिक अनुभव का आनंद लेंगी। लॉरेन अपने सादगीपूर्ण जीवन के लिए मशहूर हैं। कल्पवास का अर्थ गहन आध्यात्मिक अनुशासन है, जो प्राचीन हिंदू परंपराओं से प्रेरित है। यह एक महीने की अवधि में होता है, जिसमें भक्त गंगा में स्नान, संतों के प्रवचन और भजन-कीर्तन करते हैं। कल्पवास का उद्देश्य सांसारिक जीवन से ऊपर उठकर आत्मचिंतन और ईश्वर से जुड़ने की प्रक्रिया है। लॉरेन इस परंपरा का पालन करते हुए साधुओं के शिविर में ठहरेंगी। लॉरेन जैसी हस्ती के महाकुंभ में आने से आयोजन को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल रही है। यूपी सरकार और महाकुंभ प्रशासन लॉरेन की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए विशेष इंतजाम कर रहे हैं। उनके आगमन से महाकुंभ में आध्यात्मिकता और वैश्विक संस्कृति का अद्भुत समागम देखने को मिलेगा।
13 साल की राखी बनेगी साध्वी, माता-पिता ने बेटी को जूना अखाड़े को किया दान
10 Jan, 2025 09:13 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज। महाकुंभ मेला 13 जनवरी से प्रयागराज में शुरू होने जा रहा है, और इस मौके पर एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया है। दरअसल आगरा से आए एक दंपती ने अपनी 13 साल की बेटी को जूना अखाड़े को दान कर दिया, ताकि वह साध्वी बन सके। राखी सिंह, जो आगरा के स्प्रिंग फील्ड इंटर कॉलेज में कक्षा 9 की छात्रा है, ने साध्वी बनने की इच्छा जाहिर की थी, उसकी इच्छा को उसके माता-पिता ने पूरी किया।
राखी की इच्छा का सम्मान करते हुए उसके माता-पिता ने राखी को जूना अखाड़े को दान करने का फैसला लिया। गंगा स्नान के बाद, जूना अखाड़े के संत कौशल गिरि ने राखी को वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच शिविर में प्रवेश कराया और उसका नया नाम गौरी रखा। अब गौरी का पिंडदान 19 जनवरी को किया जाएगा, और उसके बाद वह जूना अखाड़े के गुरु परिवार का हिस्सा बनेगी।
राखी के पिता, संदीप सिंह ने बताया कि वह और उनकी पत्नी संत कौशल गिरि से पिछले चार वर्षों से जुड़े हुए हैं। संत गिरि ने उनके मोहल्ले में भागवत कथा कराई थी, जिसके बाद उनके परिवार के मन में भक्ति की गहरी भावना पैदा हुई। तभी राखी ने साध्वी बनने की इच्छा जाहिर की थी। संदीप सिंह ने बताया कि परिवार ने अपनी बेटी की इच्छा का सम्मान करते हुए राखी को साध्वी बनने का मार्ग दिखाया।
जूना अखाड़े के महंत गिरि ने फैसले का स्वागत कर कहा कि यदि राखी भविष्य में और पढ़ाई करना चाहती है, तब गौरी को आध्यात्मिक शिक्षा दी जाएगी। यह घटना एक नई परंपरा को जन्म देती है, जिसमें एक परिवार ने अपनी बेटी को साध्वी बनने की प्रेरणा दी। यह साबित करता है कि आजकल के युवा अपनी इच्छाओं के मुताबिक जीवन को नई दिशा देने के लिए तैयार हैं।
कोहरे में हाईवे पर 6 गाडिय़ां भिड़ीं
10 Jan, 2025 08:09 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुरादाबाद। यूपी के 36 जिलों में कोहरा छाया है। सहारनपुर समेत कई शहरों में विजिबिलिटी 50 मीटर तक पहुंच गई। मुरादाबाद में कोहरे से 6 गाडिय़ां आपस में टकरा गईं। दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर कार पीछे से बस में घुस गई, फिर पीछे से पुलिस की गाड़ी समेत चार वाहन और टकरा गए। हादसे में 15 लोग घायल हुए हैं। हादसा मुरादाबाद बाईपास के जीरो पॉइंट पर हुआ। बरेली में भी तेज रफ्तार कार नहर में गिर गई। शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। पुलिस को बुलाया। कार सवार 4 युवकों को शीशा तोडक़र बाहर निकाला गया।
महाकुंभ-2025 सुरक्षा का खास जिम्मा, अमेरिकन और इंग्लैंड ब्रीड घोड़ों पर
9 Jan, 2025 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज। महाकुंभ-2025 की सुरक्षा व्यवस्था में हॉर्स पावर यानी अश्व-शक्ति लगाई गई है। ये घोड़े कोई आम धोड़ा नहीं, बल्कि पूरी तरह वेल ट्रेंड हैं। इशारों पर कदमताल करते हुए रास्ता बनाते हैं। जमीन के साथ-साथ पानी में भी दौड़ सकते हैं। कुंभा मेला में क्राउड कंट्रोल के लिए यूपी की ट्रेंड माउंटेड पुलिस इन घोड़ों के साथ तैनात है। 130 घोड़ों के साथ जवान जब अलग-अलग ग्रुप में पेट्रोलिंग पर निकलते हैं, तब लोग इन्हें देखते रह जाते हैं। घुड़सवारों के दस्ते में भारतीय ब्रीड के अलावा अमेरिकन और इंग्लैंड ब्रीड के घोड़े भी शामिल हैं। इनकी कीमत 50 लाख से ढाई करोड़ तक है। इतना ही नहीं सभी घोड़ों की गर्दन में एक स्पेशल डिवाइस लगी है।
इस ग्रुप का मुखिया दारा सबसे समझदार है कुंभ क्षेत्र में माउंटेड पुलिस कैंप के पास ही घोड़ों के लिए अस्तबल है। दारा सबसे समझदार है। वहां अमेरिकन ब्रीड का घोड़ा है। दारा का जन्म आर्मी हिसार छावनी में 2020 में हुआ था। इसका पिता गोल्डन काइट है, जो अमेरिका से लाया गया था। गोल्डन काइट के चलते दारा के थाई में जीके टैग लगा है। मेले में 40 घोड़े अमेरिकन ब्रीड के हैं, जो बहुत माइंडेड हैं। कुंभ मेला की सुरक्षा में तैनात सभी घोड़ों की गर्दन में खास तरह की डिवाइस लगाई है। ऑपरेशन कर इलेक्ट्रॉनिक चिप को लगाया गया है। इसमें घोड़ों का पूरा डेटा है। घोड़े की 7 पीढ़ियों का डेटा।
रोहतास में हत्या के मामले में 17 साल बाद जिंदा पाया गया व्यक्ति, चचेरे भाइयों को हुई थी जेल
9 Jan, 2025 02:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रोहतास: बिहार के रोहतास से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां जिस शख्स की हत्या में चचेरे भाइयों ने जेल काटी, वह शख्स 17 साल बाद जिंदा मिला। इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस भी हैरान है और इलाके में चर्चाओं का दौर जारी है। दरअसल 17 सितंबर 2008 को नथुनी अचानक लापता हो गया था। तब मामा बाबूलाल पाल ने आरोप लगाया था कि चाचा और उनके बेटों ने उसका अपहरण कर हत्या कर दी। इस मामले में विमलेश, भगवान, और सतेंद्र को सात-आठ महीने जेल में रहना पड़ा। अब रोहतास पुलिस के अनुसार, नथुनी यूपी के झांसी स्थित बरुआसागर थाने के अंतर्गत गांव धवारा में मिला। अकोढ़ी गोला थाना अध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि नथुनी को लाने के लिए टीम भेजी गई है। ये घटना अकोढ़ी गोला थाना क्षेत्र के देवरिया गांव की है।
हत्या का मामला था दर्ज
रोहतास जिले के अकोढ़ी गोला थाना क्षेत्र के देवरिया गांव निवासी 50 वर्षीय नथुनी पाल झांसी के गांव धवारा में एक किसान के घर पिछले छह महीनों से रह रहा था। वह किसान धर्मदास अहिरवार के साथ काम कर रहा था। सोमवार को बरुआसागर थाने के धमना चौकी प्रभारी नवाब सिंह ने गश्त के दौरान उसे संदिग्ध स्थिति में देखा। पूछताछ में नथुनी ने अपने गांव का पता बताया, जिसके बाद चौकी प्रभारी ने बिहार के अकोढ़ी गोला थाने से संपर्क किया। बिहार पुलिस ने बताया कि नथुनी पाल 17 सितंबर 2008 से लापता था और उसकी हत्या का मामला दर्ज किया गया था। नथुनी पाल के लापता होने के बाद उसके मामा बाबूलाल पाल ने चाचा रती पाल और उनके चार बेटों विमलेश पाल, भगवान पाल, सत्येंद्र पाल और जितेंद्र पाल पर हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने इन सभी को गिरफ्तार किया, और उन्हें 7-8 महीने जेल में रहना पड़ा। इस घटना के बाद चचेरे भाइयों का पूरा परिवार कानूनी पचड़ों में उलझ गया। इस दौरान रती पाल की मौत भी हो गई।
जेल की सजा और पिता की मौत की
नथुनी पाल के जिंदा मिलने की खबर सुनकर हत्या के आरोपित उसके चचेरे भाई झांसी पहुंचे। नथुनी को देखकर वे भावुक हो गए और फूट-फूटकर रोने लगे। उन्होंने कहा, 'हमने जेल की सजा भुगती और हमारे पिता ने इस घटना की तकलीफ में जान गंवा दी। जिसे हमने पाला, वह आज जिंदा मिला।' बरुआसागर थाना प्रभारी ने बताया कि नथुनी पाल को झांसी में बरामद कर लिया गया है। बिहार से आई पुलिस टीम अब उसे वापस लाने की तैयारी कर रही है। अकोढ़ी गोला थाना अध्यक्ष ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
क्या था लापता होने का सच?
नथुनी पाल के पिता रामचंद्र पाल की मृत्यु के बाद उसकी देखभाल चाचा रती पाल ने की थी। चाचा के परिवार के साथ उसका अच्छा रिश्ता था, लेकिन 2008 में उसके लापता होने के बाद रिश्तों में खटास आ गई। मामा द्वारा लगाए गए आरोपों ने परिवार को झकझोर कर रख दिया। 17 साल बाद नथुनी का इस तरह जिंदा मिलना और झांसी में रहना कई सवाल खड़े करता है। उसने इतने सालों तक अपने परिवार से संपर्क क्यों नहीं किया? क्या वह अपनी मर्जी से लापता हुआ था या इसके पीछे कोई अन्य कारण है? पुलिस अब इन सवालों के जवाब तलाश रही है। यह घटना न केवल रोहतास जिले के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए चर्चा का विषय बन गई है। नथुनी का जिंदा मिलना जहां उसके परिवार के लिए खुशी की बात है, वहीं यह मामला न्याय और सच्चाई की परिभाषा पर भी सवाल खड़े करता है।
गोपालगंज के रामचंद्रपुर स्कूल हेडमास्टर पर शिक्षकों से 500 रुपये रिश्वत मांगने का आरोप
9 Jan, 2025 01:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गोपालगंज: गोपालगंज के एक विद्यालय में संपत्ति का ब्योरा विभाग को भेजने के नाम पर हेडमास्टर पर शिक्षकों ने 500- 500 सौ रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। शिक्षकों ने रिश्वत देने से इंकार कर दिया तो प्रधानाध्यापक और शिक्षकों में बहस होने लगी। इसके बाद हेडमास्टर ने विरोध कर रहे सभी शिक्षकों को अपने कार्यालय में बंद कर दिया और बाहर से ताला लगा कर चले गये। मामला थावे प्रखंड के मध्य विद्यालय रामचंद्रपुर का है।
शिक्षकों ने बताया कि हेडमास्टर के सभी शिक्षकों को अपने कार्यालय में बंद कर चले जाने के बाद कमरे में बंद शिक्षक शोर मचाने लगे। शोर सुनकर ग्रामीण पहुंच गए। लगभग आधा घंटा तक यह ड्रामा चला. इसके बाद कमरा खुला और सभी शिक्षक बाहर आये। इस दौरान कमरे में बंद शिक्षकों ने घटना का वीडियो बना लिया और DPO को भेज दिया। अब वह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। मामले की जानकारी मिलने के बाद से शिक्षा विभाग एक्शन में आ गया दोषी शिक्षक पर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है। इस मामले पर शिक्षा विभाग के स्थापना के DPO मो. जमालुद्दीन ने बताया कि हेडमास्टर संजीव कुमार पर पहले भी कई गंभीर आरोप लगे हैं। इस मामले में थावे के BEO को जांच के आदेश दिए गये हैं। जांच रिपोर्ट आने पर अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी।
धनबाद में मंईयां सम्मान योजना की राशि न मिलने पर महिलाओं ने किया विरोध, पोस्टर जलाए
9 Jan, 2025 01:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
धनबाद। मुख्यमंत्री ने मंईयां सम्मान योजना के तहत दिसंबर माह की बढ़ी हुई ढाई हजार रुपये की राशि महिलाओं के बैंक खाते में 6 जनवरी को ऑनलाइन हस्तांतरित की। कुल 1,415 करोड़ 44 लाख 77 हजार 500 रुपये हस्तांतरित हुए। प्रदेश की 56,61,791 महिला लाभुकों के खाते में राशि पहुंची। वहीं कई महिलाएं ऐसी भी हैं, जिनके खाते में मंईयां सम्मान योजना की राशि नहीं पहुंची है। योजना का लाभ नहीं मिलने के विरोध में महिलाओं ने बुधवार को प्रदर्शन किया।
आग के हवाले किए पोस्टर
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की राशि नहीं मिलने से नाराज सैकड़ों महिलाओं ने बुधवार को अंचल कार्यालय के समक्ष जमकर बवाल किया। आक्रोशित महिलाओं ने रणधीर वर्मा चौक के पास मनईटांड़ और भूदा से जोड़ने वाली मुख्य सड़क को जाम कर दिया। यही नहीं, अंचल कार्यालय में लगाए गए सरकार की मंइयां सम्मान योजना के पोस्टर को भी आग के हवाले कर दिया।
पुलिस ने महिलाओं को समझाया
आक्रोशित महिलाओं के सड़क पर उतरने के कारण चिरागोड़ा से लेकर विनोद नगर तक वाहनों की लंबी लाइन लग गई। धनबाद पुलिस ने आक्रोशित महिलाओं को समझाकर जाम को हटाया।
अंचल कार्यालय बंद होने से परेशान
आक्रोशित महिलाओं में विनोद नगर की सुमन देवी ने बताया कि तकरीबन चार दिनों से अंचल कार्यालय का वे चक्कर लगा रही हैं, लेकिन यहां आने के बाद कार्यालय में ताला लटका मिल रहा है, यही हाल आज भी है। कार्यालय में न तो को साहब हैं और ना ही कोई अन्य कर्मचारी। कोई यह भी बताने वाला नहीं है कि आखिर योजना की राशि अब तक हमारे खाते में क्यों नहीं पहुंची।
फार्म में गलती की वजह से नहीं मिला लाभ
सुमन देवी ने बताया कि कुछ लोगों का कहना है कि फार्म भरते समय ही कुछ त्रुटि हुई होगी। इसे लेकर हम तमाम महिलाएं उपायुक्त कार्यालय भी गए थे, पर वहां के अधिकारियों ने हमें अंचल कार्यालय भेज दिया। कहा कि त्रुटि की जांच अंचल कार्यालय में ही होगी। यहां तो पिछले चार दिनों से तालाबंदी चल रही है, ऐसे में हमारी समस्या का निदान कौन करेगा। हीरापुर की सुनंदा देवी ने बताया कि सुबह आठ बजे से ही अंचल कार्यालय में महिलाओं का जुटना शुरू हो गया था। तकरीबन दस बजे के आसपास अंचल कार्यालय में लगभग 300 के बीच महिलाओं की भीड़ जम गई।
सरकार को दी चेतावनी
सभी अधिकारियों के आने का इंतजार कर रही थीं। जब 11 बजे तक कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचे तो सभी महिलाओं ने अपना आपा खो दिया और महिलाएं सड़क पर उतर गईं। उन्होंने बताया कि कई महिलाएं ऐसी हैं जिनको अब तक एक माह की भी किस्त नहीं मिली है। किसी को सिर्फ दो माह ही पैसे मिले हैं। आशा देवी का कहना है कि सरकार इस योजना के लिए यदि सक्षम नहीं है तो वह इस योजना को पूरी तरह बंद कर दे। किसी को राशि देना और किसी को राशि नहीं देना भेदभाव है। उन्होंने कहा कि आज तो महिलाओं ने पोस्टर जलाया है, सरकार ज्यादा परेशान करेगी तो आंदोलन और भी उग्र होगा।
सिंहभूम में बालू माफियाओं ने थानाध्यक्ष को घेरा, जान से मारने की दी धमकी
9 Jan, 2025 01:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सिंहभूम। बालू माफिया को सादे लिबास में पकड़ने गए तांतनगर थाना प्रभारी मेघनाथ मंडल को बालू माफियाओं ने घेर लिया। इस दौरान बालू माफियाओं ने थाना प्रभारी को धमकी भी दी कि दूसरी बार दिखाई देने पर पूरी तरह गायब कर दिए जाओगे। इसके बाद जैसे-जैसे थाना प्रभारी व एक अन्य पुलिसकर्मी वहां से निकल पाए। बालू माफिया द्वारा थाना प्रभारी को धमकी देने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
सिविल ड्रेस में पहुंचे थाना प्रभारी
घटना बुधवार की सुबह की है। तांतनगर के संगम नदी बालू घाट पर अवैध बालू निकालने की सूचना पर तांतनगर थाना प्रभारी मेघनाथ मंडल अपने एक सहयोगी पुलिसकर्मी के साथ सिविल ड्रेस में ही घाट पर पहुंच गए। इस दौरान वहां दर्जनों ट्रैक्टरों में बालू नदी से लोड किया जा रहा था। थाना प्रभारी को देखते ही बालू माफिया वहां पर एकजुट हो गए।
थानाध्यक्ष को घेरा
बेलचा, कुदाली समेत अन्य सामग्री लेकर सभी ने थानाध्यक्ष को घेर लिया। इस दौरान बाल माफिया सीधे तौर पर धमकी देने लगे कि हम थाने में मंथली पैसा देते हैं, माइनिंग विभाग को पैसा देते हैं। इसके बावजूद हमें कारोबार करने से क्यों रोका जा रहा है। दूसरी बार बालू घाट पर नजर आये तो ऐसा गायब करेंगे कि पता ही नहीं चलेगा।
जान बचाकर निकले पुलिस अधिकारी
इसके बाद पुलिसकर्मी ने माहौल को भांपते हुए कहा कि एक आदमी को आपका लीडर बना रहे हैं, पूरा मामला यही देख लेंगे। यहां दूसरी बार कोई नहीं आएगा, यही सब मामला देख लेगा। इसके बाद जैसे-तैसे वहां से पुलिस पदाधिकारी निकल पाए।
नहीं रुक रहा बालू का अवैध कारोबार
बता दें कि तांतनगर का इलीगड़ा व संगम नदी बालू घाट साल भर बालू माफिया के कब्जे में रहता है। दिन हो या रात बेधड़क बालू माफिया कारोबार अवैध रुप से करते हैं। पुलिस व माइनिंग विभाग लगातार कार्रवाई करते हुए अवैध बालू के साथ ट्रेक्टर को जब्त करती है, इसके बावजूद अवैध कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
बालू माफियाओं के हौसले बुलंद
बुधवार को तांतनगर थाना प्रभारी मेघनाथ मंडल के साथ हुई घटना बालू माफियाओं के हौसले को दिखा रही है कि एक पुलिस पदाधिकारी भी बालू माफियाओं के आगे कुछ नहीं है। अगर यही हाल रहा तो बालू घाट में बड़ी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
पटना हाईकोर्ट ने दरभंगा के कलेक्टर, CO और SHO को कोर्ट में पेश होने का दिया आदेश
9 Jan, 2025 01:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना हाईकोर्ट ने अदालती आदेश की अवमानना से संबंधित मामले में दरभंगा के कलेक्टर, सीओ दरभंगा ऐवं सिमरी थाना के एसएचओ से जवाब तलब किया है। न्यायाधीश संदीप कुमार की एकलपीठ ने मधुरेश कुमार वर्मा ऐवं अन्य की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए इन अधिकारियों से यह बताने को कहा है कि क्यों नहीं इनके विरुद्ध अवमानना का वाद चलाया जाये?. कोर्ट ने सभी अधिकारियों को अगली कोर्ट में उपस्थित होने का भी निर्देश दिया है । उल्लेखनीय है कि कोर्ट ने 28 मार्च 2024 को इस मामले पर सुनवाई करते हुए दरभंगा के सरवारा में अवैध रूप से बन रहे पंचायत भवन के निर्माण पर रोक लगाया था।
अधिवक्ता अमरेंद्र नाथ वर्मा ने कोर्ट को बताया कि याचिकाकर्ताओं ने उक्त भूमि अस्पताल निर्माण के लिए दान किया था जिस पर अवैध रूप से पंचायत भवन का निर्माण हो रहा है। कोर्ट ने राज्य सरकार को बताने को कहा था कि याचिकाकर्ताओं द्वारा अस्पताल निर्माण के लिए दिये गये भूमि पर पंचायत भवन क्यों बनाया जा रहा है?
कोर्ट ने दरभंगा के कलेक्टर को स्थिति स्पष्ट करते हुए हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि यदि दरभंगा के कलेक्टर द्वारा जवाब नहीं दायर करने की स्थिति में अगली सुनवाई में उन्हें कोर्ट के समक्ष उपस्थित होना होगा। याचिकाकर्ताओं के अधिवक्ता ने बताया कि कोर्ट के आदेश का उल्लंघन कर हाईकोर्ट में क्रिस्मस की छुट्टी के दौरान पंचायत भवन का निर्माण दिन रात और तेजी से किया जा रहा है। कोर्ट ने दरभंगा के जिला जज को निर्माण स्थल का मुआईना कर दस दिनों में कोर्ट के समक्ष इस सम्बन्ध में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। कोर्ट ने दरभंगा के जिलाधिकारी को पंचायत भवन निर्माण पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। इस मामले की अगली सुनवाई 17 जनवरी को होगी।
बिहार में 6 टीचर्स की फर्जी नौकरी का पर्दाफाश, शिक्षा विभाग ने की कार्रवाई
9 Jan, 2025 01:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में शिक्षा विभाग का अजब-गजब कारनामा देखने को मिला है. यहां 3 फर्जी टीचर आराम से नौकरी कर रहे थे. लेकिन शिक्षा विभाग को इसकी भनक तक नहीं थी. बाद में जब फर्जी शिक्षकों को पकड़ने का अभियान चलाया गया तब ये बात सामने आई. जब तीनों के दस्तावेज चेक हुए तो पता चला अनु कुमारी के नाम से 6 टीचर नौकरी कर रहे हैं. इसके बाद से पूरे शिक्षा महकमें में खलबली मची हुई है.
3 शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई
फिलहाल जिन 3 शिक्षकों को फर्जीवाड़े में पकड़ा गया है, उनके खिलाफ कार्रवाई का पत्र जारी कर दिया है. बाकी के खिलाफ भी जल्द ही एक्शन लिया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, जमुई जिले के बरहट प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय नगदेवा के तीन शिक्षकों के खिलाफ विभाग ने कार्रवाई का पत्र जारी किया है. ये तीनों शिक्षक एक ही विद्यालय में फर्जी सर्टिफिकेट पर कार्यरत थे. शिक्षा विभाग ने नगदेवा में पदस्थापित शिक्षिका अनु कुमारी, शिक्षक रवींद्र कुमार रवि तथा गोपाल कुमार के खिलाफ कार्रवाई का पत्र जारी किया है. जारी पत्र में यह बताया गया है कि वर्ष 2015 में प्राथमिक विद्यालय कैरीबांक में शिक्षिका अनु कुमारी पिता अशोक साह, शिक्षक रवींद्र कुमार पिता वासुदेव दास तथा शिक्षक गोपाल कुमार पिता उपेंद्र प्रसाद को पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव के द्वारा बहाल किया गया था. तकरीबन 8 से 9 साल तक इन शिक्षकों ने विभाग की आंख में धूल झोंक कर करीब लाखों रुपए का वेतन उठाया. जब इन सभी शिक्षकों का सर्टिफिकेट ऑनलाइन किया गया, तब यह पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया है.
ऑनलाइन डॉक्यूमेंट से सामने आया फर्जीवाडा
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग सभी शिक्षकों के डॉक्यूमेंट को ऑनलाइन कर रही है. जिनमें इन शिक्षकों के डॉक्यूमेंट को भी ऑनलाइन अपलोड करने को कहा गया था. जब इनका डॉक्युमेंट ऑनलाइन अपलोड किया गया, तब इनका साक्षमता प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया. विभाग ने इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग करते हुए जवाब देने को कहा, किंतु कोई भी शिक्षक ना तो शिक्षा विभाग के सामने उपस्थित हुए और ना ही उन्होंने कोई जवाब दिया. जिसके बाद शिक्षा विभाग ने इन पर विधिसम्मत कार्रवाई करने की बात कही है.
अनु कुमारी के नाम की 6 टीचर
जिन शिक्षकों के नाम पर यह तीनों शिक्षक नौकरी कर रहे थे उनमें से एक गोपाल कुमार बख्तियारपुर में शिक्षक हैं, जबकि रवींद्र कुमार रवि शेखपुरा में कार्यरत हैं. जबकि शिक्षिका अनु कुमारी के नाम पर कुल 6 शिक्षिका शिक्षा विभाग में काम कर रही थीं. इस पूरे मामले को लेकर नियोजन इकाई के अध्यक्ष श्रवण कुमार पांडेय ने कहा कि विभागीय पत्र मिलने के बाद इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण देने को कहा गया है. 17 जनवरी को इसे लेकर पंचायत समिति व शिक्षा समिति की बैठक रखी गई है, जिसमें निर्णय लेकर विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
पटना के गांधी मैदान में 15 दिनों के लिए पाबंदी, आम लोगों की एंट्री पर बैन
9 Jan, 2025 12:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना में मौजूद गांधी मैदान में अगर आप भी मॉर्निंग वॉक और इवनिंग के लिए जाते हैं, तो अब इस पर पाबंदी लगा दी गई है. हालांकि ये पाबंदी 15 दिनों के लिए लगी है, लेकिन इस दौरान किसी को भी इस गांधी मैदान में जाने की इजाजत नहीं है. पटना के गांधी मैदान मे लोग खेलने के लिए भी आते हैं. वह भी अब इस मैदान में 15 दिनों तक नहीं आ पाएंगे. पटना आयुक्त कार्यालय की ओर नोटिस जारी करते हुए कहा गया है कि आम लोगों की एंट्री पर बैन रहेगा.
नोटिस में साफतौर पर लिखा गया है कि मॉर्निंग वॉक और इवनिंग वॉक गांधी मैदान पूरी तरह बंद रहेगा. इस पाबंदी का फैसला गांधी मैदान में परेड को देखते हुए लिया गया है. क्योंकि 11 जनवरी से यहां पर परेड की रिहर्सल होगी. हालांकि बार ये रिहर्सल ऑफिस में ही होती थी, लेकिन इस गांधी मैदान में होगी. इसके लिए सुरक्षा को लेकर भी ये निर्देश जारी किए गए हैं. इसके अलावा खासतौर पर इस मैदान पर पाबंदी गणतंत्र दिवस को देखते हुए लगाई गई है.
10 से 15 जनवरी रहेगी पाबंदी
पटना के गांधी मैदान में 15 दिनों के लिए ये पाबंदी लगाई गई, जो 10 जनवरी से 25 जनवरी तक रहेगी. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का राजकीय समारोह बड़े लेवल पर मैदान में मनाया जाएगा. इस दौरान बिहार सरकार की ओर से अलग-अलग विभागों की कई खूबसूरत झांकियां निकाली जाएंगी. इसी के लिए मैदान में तैयारियां भी की जाएगी. ऐसे में सभी चीजों को देखते हुए आम लोगों के लिए मैदान में एंट्री पर बैन का नोटिस जारी किया गया है.
गणतंत्रत दिवस पर बड़ी तैयारियां
जिन 15 दिनों के लिए गांधी मैदान में आम लोगों के लिए बैन हैं. उन दिनों मैदान में सिर्फ गणतंत्र दिवस पर होने वाले आयोजनों की तैयारियों से जुड़े कर्मी ही जा सकेंगे. उनके लिए भी सिर्फ एक-दो गेट ही खोले जाएंगे और बाकी सभी गेट को बंद रखा जाएगा. हालांकि इसके बाद 26 जनवरी से ही फिर से गांधी मैदान सभी के लिए दोबारा से खोल दिया जाएगा. हर साल गांधी मैदान में गणतंत्रत दिवस के मौके पर बड़ी तैयारियां की जाती हैं.
खाद्य तेलों में मिलावट, असुरक्षित पाए गए नमूने
9 Jan, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फिरोजाबाद, सहायक आयुक्त (खाद्य) चन्दन पाण्डेय द्वारा चलाए गए खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ अभियान के दौरान कई खाद्य तेलों के नमूने लिए थे जो जांच में असुरक्षित पाए गए हैं। इन नमूनों की जांच में मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तत्व पाए गए, जिनसे गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता है।
दिवाली के त्योहार के मौके पर खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच हेतु 26 अक्टूबर 2024 को सुहाग नगर, फिरोजाबाद में तेल विक्रेता राजेश कुमार से रिफाइन्ड सोयाबीन का नमूना लिया गया, जिसमें रैन्सिडिटी और एसिड वैल्यू अधिक पाई गई। यह नमूना असुरक्षित पाया गया और लगभग 198 लीटर खाद्य तेल को सीज किया गया।
इसी तरह सुहाग नगर में दीपक गुप्ता से रिफाइन्ड सोयाबीन ऑयल और सरसों के तेल का नमूना लिया गया, जिसमें बटर यलो रंग (प्रतिबंधित) पाया गया। दोनों नमूने असुरक्षित पाए गए और 52,000 रुपये का खाद्य तेल सीज किया गया।
इसके अलावा, कठफोरी सिरसागंज में काजू का नमूना भी असुरक्षित पाया गया। 27 अक्टूबर 2024 को शिकोहाबाद में शिवम गुप्ता से लिया गया सरसों का तेल नमूना अधोमानक पाया गया। सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा चन्दन पाण्डेय ने बताया कि जनपद में खाद्य तेलों में मिलावट की समस्या गंभीर रूप ले चुकी है, जिससे अल्सर जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं। इसके चलते, खाद्य तेल की आपूर्ति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और मिलावटी तेल विक्रेताओं के खिलाफ गोपनीय टीम गठित कर कार्यवाही की जाएगी।
जिन कारोबारियों के नमूने असुरक्षित पाए गए हैं, उनके लाइसेंस निलंबित करने की प्रक्रिया चल रही है और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है, जिसमें आजीवन कारावास और 10 लाख रुपये तक जुर्माना लगाया जा सकता है।
महोबा में बालू खदान धंसने पर एक की मौत -एक अन्य घायल
9 Jan, 2025 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महोबा। उत्तर प्रदेश में महोबा जिले के पनवाड़ी क्षेत्र में आज अवैध खनन के दौरान मोरंग की एक खदान धंस जाने से बालू में दबकर एक युवक की मौत हो गई और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया.
पुलिस उप अधीक्षक हर्षिता गंगवार ने बताया की स्योढी गाँव के सिलालपुरा मोज़े में यह घटना उस समय हुयी ज़ब बालू चोरी करने के लिए कुछ लोग ट्रेक्टर लेकर एक खदान में पहुंचे थे. बताया गया है की एक टीले की नीचे से खुदाई करते समय बालू भरभरा कर धंस गयी जिससे वहां खुदाई कर रहा शिशुपाल नामक मजदूर उसमे दब गया और मौत की गोद में समा गया. एक अन्य ट्रेक्टर चालक युवक गोविन्द की बालू में दब जाने से कमर टूट गयी. सूचना मिलने पर मोके पर पहुंचे ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाला और उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया.
पुलिस उप अधीक्षक ने बताया की गोविन्द की हालत नाजुक होने के कारण चिकित्सकों ने उसे झांसी मेडिकल कालेज रिफर किया है. घटना स्थल स्योढी के किसान कुंअर पाल का खेत बताया गया है. यहां पूर्व में निजी भूमि के पट्टे वाली दर्जनों खदान संचालित होती रही है जिसमे बालू का खनन किया जाता रहा है. लेकिन इन दिनों यहां स्योढ़ी, सिलालपुरा, समेत पूरे क्षेत्र में निजी भूमि के पट्टे वाली खदान रिक्त होने से खनन कार्य बंद चल रहा है. ग्रामीण चोरी छिपे अवैधानिक तरीके से खनन कर रहे है.