उत्तर प्रदेश
नवादा में महिला के साथ बदमाशों ने की छेड़खानी, बचने आए परिवार पर चाकू-लाठी से हमला
7 Feb, 2025 03:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नवादा: बिहार के नवादा जिले से बड़ी खबर आ रही है, जहां छेड़खानी का विरोध करने पर महिला को बदमाशों ने चाकू मार कर जख्मी कर दिया है. यही नहीं महिला को बचाने गए उसके बेटे अमन को भी बदमाशों ने चाकू के वार से जख्मी कर दिया. नेमदारगंज थाना क्षेत्र के बालमपुर गांव की यह घटना है. महिला के साथ छेड़खानी होने पर उसे बचाने गए उसके परिवार के सदस्यों को भी मार कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया.
बेटा को चाकू मारकर किया जख्मी
महिला के अनुसार बदमाशों ने उनकी बेटी का हाथ तोड़ दिया, दो देवर और का सिर फोड़ दिया और सास को भी मार कर बुरी तरह से अधमरा कर दिया. पीड़ित ने बताया कि वह रात में घर के ही समीप शौच करने के लिए गई हुई थी. इतने ही देर में गांव कहीं बबलू यादव नशे में धुत आया और उसके साथ छेड़खानी करने लगा. जब महिला ने चिल्लाया तो उसे बचाने के लिए उसका बेटा गया, जिसे चाकू मारकर जख्मी कर दिया गया.
लाठी-डंडे से किया हमला
इस दौरान जब परिवार के अन्य सदस्य पहुंचे तो उन्हें भी मारा पीटा गया. लाठी डंडे के वार से उनका सिर फोड़ दिया गया और बेटी का हाथ तोड़ दिया. इस घटना के बाद सभी बदमाश फरार हो गए. आनन फानन की स्थिति में सभी जख्मी को नवादा सदर अस्पताल लाया गया, जहां सभी का इलाज जारी है. फिलहाल इस घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को भी दे दी गई है. वहीं इस मामले में अभी तक किसी भी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
मुजफ्फरपुर में नशे में स्कूल पहुंचे हेड मास्टर, विरोध करने पर कहा- "मैं छुट्टी पर हूं"
7 Feb, 2025 03:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुजफ्फरपुर: बिहार में कहने को तो शराबबंदी लागू है, लेकिन राज्य में आज भी बड़ी आसानी से शराब मिल जाते हैं. हालांकि पुलिस की कार्रवाई भी लगातार जारी है. इसके बावजूद शराब की तस्करी बंद नहीं हो रही है. ऐसा ही मामला मुजफ्फरपुर जिला के औराई प्रखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय विशुनपुर जगदीश से आया है, जहां स्कूल के हेडमास्टर साहब नशे में झूम रहे हैं. मास्टर जी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह एक सरकारी स्कूल के हेड मास्टर साहब नशे में टल्ली हैं. ऐसे में हेड मास्टर साहब के नशे में होने की सूचना जैसे ही लोगों को मिला कुछ लोग हेड मास्टर साहब के पास पहुंच गए और उनसे शराब पीने को लेकर जब सवाल किया गया तो हेड मास्टर साहब ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मैं तो छुट्टी पर हूं.
आरोपी शिक्षक हो गया है फरार
लोगो ने पुलिस को सूचना दिया. पुलिस के पहुंचते ही आरोपी शिक्षक स्कूल से फरार हो गए. स्थानीय लोगों का आरोप है कि आरोपी शिक्षक विद्यालय में प्रत्येक दिन शराब पीकर आते हैं. शराब के नशे में बच्चों को परेशान करते हैं. विद्यालय की व्यवस्था को पूरी तरह खराब कर रखा है. मामले को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय सिंह ने बताया कि जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
शराब बेचना और पीना दोनों है गैर कानूनी
बिहार में पूर्ण शराबबंदी है बिहार में शराब बेचना और पीना दोनों गैर कानूनी है. अब इस वीडियो के वायरल होने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इस हेड मास्टर के भरोसे बच्चे को अच्छा शिक्षा प्रदान हो पाएगा. इससे पहले मीनापुर प्रखंड के धरमपुर पूर्वी इलाके स्थित मिडिल स्कूल में 26 जनवरी को नशे की हालत में तिरंगा फहराने प्रिंसिपल जा रहे थे. सूचना मिलते ही पुलिस ने प्रिंसिपल संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया था.
पटना में एक और रंगदारी की वारदात: एक करोड़ रुपए की मांग, कारोबारी और बेटे को जान से मारने की धमकी
7 Feb, 2025 03:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार: बिहार में अपराधियों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहा है. आए दिन यहां किसी अपराधिक मामले दर्ज हो रहे हैं. इसी कड़ी में ताजा मामला पटना से सामने आया है. जहां खुलेआम एक कारोबारी को जान से मारने की धमकी दी गई है. बताया जा रहा है कि अपराधियों द्वारा फोन कर पहले रंगदारी मांगी गई. उसके बाद 15 दिनों के अंदर पैसे नहीं दिए जाने पर जान से मारने की धमकी दे दी है. जिसके बाद से कारोबारी के परिजनों में डर का माहौल बना हुआ है. जानकारी के मुताबिक, अजय कुमार नाम के कपड़ा कारोबारी को यह धमकी दी गई है.
15 दिन में रकम नहीं देने पर हत्या
पटना में एक बार फिर अपराधियों ने कारोबारी को अपना निशाना बनाया है. जानकारी के मुताबिक, कारोबारी से एक करोड रुपए रंगदारी की डिमांड की है. पीरबहोर थाना अंतर्गत स्थित सुपर खेतान मार्केट में कपड़े का कारोबार करने वाले कारोबारी अजय कुमार मोर से रजिस्ट्री डाक के माध्यम से पत्र भेजकर एक करोड रुपए की रंगदारी मांगी गई है. वहीं रंगदारी की रकम 15 दिनों में नहीं देने पर कारोबारी और उनके बेटे को जान से मारने की धमकी भी दी गई है. यह धमकी उन्हें रजिस्ट्री डाक से उनके पते पर भेजा गया है.
रजिस्ट्री के लिफाफे में भेजे गए धमकी पत्र
बताया जा रहा है कि रजिस्ट्री के लिफाफे के ऊपर भेजने वाले का नाम दानापुर के रहने वाले राजीव कुमार लिखा है. साथ ही लिफाफे पर दो मोबाइल नंबर लिखा हुआ है. धमकी भरे पत्र में यह भी लिखा है कि अगर ज्यादा चालाकी किया तो मेरा आदमी हत्या कर देगा. इस धमकी के बाद पीड़ित कपड़ा कारोबारी अजय कुमार मोर ने पीरबहोर थाने में इसकी जानकारी दी है. जानकारी मिलने के बाद पीरबहोर थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और मामले की जांच में जुट गई है. हालांकि मामले की जानकारी देते हुए पीरबहोर थानाध्यक्ष अब्दुल हलीम ने बताया कि कारोबारी के दिए गए आवेदन पर FIR दर्ज कर लिया गया है. पुलिस के द्वारा जांच की जा रही है. जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर पुलिस के द्वारा सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
झारखंड हाईकोर्ट का आदेश: रांची में अवैध 32 रूफटॉप बार के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश, बिना नक्शा स्वीकृति के चल रहे बार
7 Feb, 2025 01:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। झारखंड में रूफटॉप बार एवं रेस्टोरेंट मालिकों के लिए एक बड़ी खबर है। झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एमएस रामचंद्र राव और जस्टिस दीपक रोशन की खंडपीठ ने रांची में रूफटॉप बार एवं रेस्टोरेंट के खिलाफ दाखिल जनहित याचिका पर गुरुवार को सुनवाई की। सुनवाई के बाद अदालत ने रांची में बिना नक्शा स्वीकृति के चल रहे रूफटॉप बार के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। अदालत ने नगर निगम को कार्रवाई के बाद प्रगति रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
27 फरवरी को होगी अगली सुनवाई
इस मामले में अगली सुनवाई 27 फरवरी को होगी। अदालत ने मौखिक रूप से कहा कि अगर अवैध तरीके से रूफटॉप बार का संचालन हो रहा है, तो उसे हटाया जाना चाहिए। इससे पहले सुनवाई के दौरान रांची नगर निगम की ओर से अधिवक्ता एलसीएन शाहदेव ने बताया कि रांची शहर में 34 रूफटॉप बार एवं रेस्टोरेंट चल रहे हैं। इसमें सिर्फ दो का व्यवसायिक नक्शा स्वीकृत है। बिना नक्शा स्वीकृति के संचालित होने वाले रूफटॉप बार एवं रेस्टोरेंट संचालकों को नोटिस जारी किया गया है। ऐसे रूफटॉप बार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो रूफटॉप बार एवं रेस्टोरेंट को सील भी किया जाएगा।
किराए के मकान में चल रहा संचालन
सभी रूफटॉप बार एवं रेस्टोरेंट का संचालन किराए के मकान में हो रहा है। यह उनकी आजीविका साधन है। इसके संचालन के संबंध में नियमावली बनाकर सरकार को भेजा गया है। नगर निगम के इस जवाब पर अदालत ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अवैध तरीके से चल रहे रूफटॉप बार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए प्रगति रिपोर्ट पेश करें। पूर्व में भी हाईकोर्ट ने निगम को अवैध ढंग से चल रहे रूफ टॉप बार एवं रेस्टोरेंट पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया था। इन पर निगरानी रखने और उनके खुलने और बंद होने के समय निर्धारित करने पर उचित कदम उठाने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने सरकार के स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) के तहत बार एवं रेस्टोरेंट पर नियंत्रण लगाने और मादक पदार्थों की बिक्री पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इसी मामले में अदालत मादक पदार्थों की बिक्री पर रोकथाम लगाने को लेकर भी सुनवाई कर रही है।
कामेश्वर चौपाल का निधन, राम जन्मभूमि मंदिर के लिए रखी थी पहली 'राम शिला'
7 Feb, 2025 11:57 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सुपौल: राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी और और पूर्व बिहार विधान परिषद के सदस्य कामेश्वर चौपाल का निधन हो गया है. दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में 68 साल की उम्र में कामेश्वर चौपाल ने अंतिम सांस ली है. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. संघ की तरफ से उन्हें प्रथम कार सेवक का दर्जा दिया था. उन्होंने ही राम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखी थी.
1989 में अयोध्या में पहली 'राम शिला' रखी
कामेश्वर चौपाल लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे. कामेश्वर चौपाल वह शख्स थे, जिन्होंने 9 नवंबर 1989 को अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के लिए नींव की पहली राम शिला (ईंट) रखी थी. उन्होंने राम मंदिर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. कामेश्वर चौपाल का जन्म सुपौल जिले कमरैल गांव में हुआ था. उनकी शिक्षा मधुबनी से हीं हुई है. स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही वे संघ के प्रति पूरी तरह से समर्पित हो चुके थे. इसके बाद उन्हें मधुबनी जिले का जिला प्रचारक बना दिया गया था. स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही वे संघ के प्रति पूरी तरह से समर्पित हो चुके थे. इसके बाद उन्हें मधुबनी जिले का जिला प्रचारक बना दिया गया था.
बिहार बीजेपी ने दी श्रद्धांजलि
कामेश्वर चौपाल राजनीति में भी लंबे समय तक सक्रिय रहे. 2004 से लेकर 2014 तक वो MLC रहे. हालांकि इस दौरान कई बार उन्होंने चुनाव भी लड़ा लेकिन खास सफलता नहीं मिल पाई. यहां तक की उन्होंने दिवंगत नेता रामविलास पासवान के खिलाफ भी चुनाव लड़ा था. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ता है. कामेश्वर चौपाल के निधन पर भारतीय जनता पार्टी बिहार ने गहरा दुख व्यक्त किया है. श्रद्धांजलि देते हुए बिहार BJP के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा कि कामेश्वर चौपाल राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले, पूर्व विधान पार्षद, दलित नेता, श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के स्थाई सदस्य, विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रहे.
रांची में सेना के जवान ने यूनिट से चुराई AK-47, जमीनी विवाद में की दो हत्याएं
7 Feb, 2025 11:51 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: रांची में सरस्वती पूजा के मूर्ति विसर्जन को लेकर गाजे बाजे के साथ जुलूस निकाला जा रहा था. उसी दौरान एके-47 हथियार से ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए डबल मर्डर की खौफनाक घटना को अंजाम दिया था. भारतीय सेना के जवान मनोहर टोपनो ने अपने सहयोगी और सुनील के साथ मिलकर. रांची के नगड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत कतरपा गांव के रहने वाले बुधराम मुंडा और मनोज कच्छप की हत्या की थी. वहीं अब इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
सरस्वती पूजा के विसर्जन के दौरान की हत्या
जानकारी के मुताबिक, जिन दो लोगों की हत्या की गई थी वो सेना के जवान के रिश्ते में चाचा और भतीजा थे. दोनों को सरस्वती पूजा के विसर्जन के दौरान ही गोलियों से भून दिया गया था. वहीं इस हत्याकांड की घटना से प्रशासनिक महाकमे में हड़कंप मच गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए रांची के एसएसपी के निर्देश पर रांची के ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में एक SIT टीम का गठन किया गया था. गठित SIT में ग्रामीण एसपी के साथ-साथ डीएसपी मुख्यालय टू अरविंद कुमार सहित रातू, नगड़ी थाना के साथ-साथ दलादली ओपी की पुलिस को शामिल किया गया था.
SIT ने 30 घंटे में किया गिरफ्तार
रांची एसएसपी की अध्यक्षता में गठित SIT टीम ने विभिन्न तकनीकी पहलुओं और विभिन्न बिंदुओं की जांच करते हुए घटना के महज 30 घंटे के अंदर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. भारतीय सेना के जवान मनोहर टोपनो भी शामिल है. भारतीय सेवा के जवान मनोहर टोपनो के द्वारा अपनी ही आर्मी यूनिट से एक एके-47 चुराई गई थी. जिसे उसने चुरा कर अपने सहयोगी सुनील कच्छप की सहायता से कुपवाड़ा से रांची लाया था. वहीं चोरी की गई एके-47 हथियार से डबल मर्डर की घटना को अंजाम दिया गया.
जमीनी विवाद था हत्या का कारण
रांची के एसएसपी ने बताया कि दोहरे हत्याकांड की घटना को भारतीय सेवा के जवान मनोहर टोपनो ने सेना की यूनिट से ही चोरी की गई एके-47 हथियार से अंजाम दिया गया था. इस मामले में उसे सहयोग करने वाले सुनील कच्छप को भी गिरफ्तार किया गया. डबल मर्डर की घटना के पीछे जमीन का विवाद था. इसके साथ ही एके-47 हथियार और एके-47 की 6 जिंदा गोलियां भी बरामद की है. वहीं एक वैगन आर कार भी जब्त किया है.
यूपी सरकार ने दी नई आबकारी नीति को मंजूरी, शराब की दुकानों पर मिलेंगे देसी-विदेशी ब्रांड्स
6 Feb, 2025 02:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश: मंत्रिमंडल ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए नई आबकारी नीति को मंजूरी दे दी है। नई नीति के तहत अब राज्य में ई-लॉटरी के जरिए ही शराब की सभी दुकानों का व्यवस्थापन किया जाएगा। प्रदेश के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने बुधवार शाम हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए इस फैसले की जानकारी देते हुए गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि प्रदेश मंत्रिमंडल ने वित्त वर्ष 2025-26 की आबकारी नीति को मंजूरी दे दी है।
एक आवेदक को नहीं मिलेंगी 2 से ज्यादा दुकानें
इस नीति में सबसे बड़ा फैसला ये लिया गया है कि इस साल ई-लॉटरी के जरिए प्रदेश की सभी देसी शराब की दुकानों, कंपोजिट दुकानों, मॉडल शॉप्स और भांग की दुकानों के व्यवस्थापन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लॉटरी सिस्टम में एक आवेदक को सिर्फ एक ही बार आवेदन करने का मौका मिलेगा और राज्य में एक आवेदक को 2 से ज्यादा दुकानें आवंटित नहीं की जाएंगी।
5 कैटेगरी में बांटी गई प्रोसेसिंग फीस
अग्रवाल ने बताया कि लॉटरी सिस्टम लागू किया जा रहा है, इसलिए प्रोसेसिंग फीस को भी 5 अलग-अलग कैटेगरी में बांटा गया है। पहली कैटेगरी में गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, लखनऊ, आगरा, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर और कानपुर के नगर निगम एरिया और उनके चारों तरफ 3 किलोमीटर का एरिया शामिल होगा। प्रोसेसिंग फीस के तौर पर देसी शराब की दुकान के लिए 65 हजार रुपये, कंपोजिट दुकान के लिये 90 हजार रुपये, मॉडल शॉप्स के लिए 1 लाख रुपये और भांग की दुकान के लिए 25 हजार रुपये की फीस तय की गई है।
उन्होंने बताया कि दूसरी कैटगरी में पहली कैटेगरी में शामिल शहरों को छोड़कर बाकी जो बड़े शहर बचते हैं उनमें और उनके चारों तरफ 3 किलोमीटर में शराब की दुकानों (देसी शराब, कंपोजिट दुकान, मॉडल शॉप्स और भांग की दुकान) के लिए क्रमश: 60 हजार रुपये, 85 हजार रुपये, 90 हजार रुपये और 25 हजार रुपये प्रोसेसिंग फीस तय की गई है।
तीसरी कैटेगरी में सभी नगर पालिका क्षेत्रों और उनके चारों तरफ 3 किलोमीटर के इलाकों को शामिल किया गया है। इनमें देसी शराब, कंपोजिट दुकान, मॉडल शॉप्स और भांग की दुकान के लिए क्रमश: 50 हजार रुपये, 75 हजार, 80 हजार और 25 हजार रुपये प्रोसेसिंग फीस तय की गई है। आबकारी मंत्री ने बताया कि चौथी कैटेगरी में नगर पंचायत की सीमा और उसके चारों तरफ तीन किलोमीटर के इलाकों को शामिल किया गया है। इनमें प्रोसेसिंग फीस क्रमश: 45 हजार रुपये, 65 हजार रुपये, 70 हजार रुपये और 25 हजार रुपये रखी गई है।
पांचवीं कैटेगरी में ग्रामीण क्षेत्रों को शामिल किया गया है। यहां देसी शराब, कंपोजिट दुकान, मॉडल शॉप्स और भांग की दुकान के लिए प्रोसेसिंग फीस क्रमश: 40 हजार रुपये, 55 हजार रुपये, 60 हजार रुपये और 25 हजार रुपये तय की गई है। उन्होंने बताया कि नई नीति में कंपोजिट दुकान के रूप में एक नया मॉडल पेश किया गया है। कम्पोजिट दुकान का मतलब ये है कि अलग-अलग प्रकार की बियर और बाकी तरह की शराब की दुकानों को मिलाकर एक दुकान का स्वरूप दिया जाएगा।
एक ही दुकान पर मिलेंगी सभी शराब
ऐसा होने से ग्राहकों को एक ही दुकान पर सारी चीजें उपलब्ध हो जाएंगी। अग्रवाल ने बताया कि कंपोजिट दुकानों में एक व्यवस्था ये भी की गई है कि अगर कहीं पर बियर की दुकान और विदेशी शराब की दुकान अगल-बगल हैं तो उन्हें एक साथ जोड़कर एक ही दुकान बना दी जाएगी। उन्होंने बताया कि नई नीति में ये भी तय किया गया है कि उत्तर प्रदेश के जिन किसानों से फल खरीदकर शराब बनाई जा रही है, उनकी हर जिला मुख्यालय पर एक शराब की दुकान व्यवस्थित कराई जाएगी, जिससे वे प्रोत्साहित हों।
60 मिलीलीटर और 90 मिलीलीटर के पैक में भी उपलब्ध होंगी प्रीमियम शराब
मंडल मुख्यालयों पर ऐसी दुकानों की लाइसेंस फीस 50 हजार रुपये और बाकी जिला मुख्यालयों पर 30 हजार रुपये तय की गई है। अग्रवाल ने बताया कि इस बार एक नई व्यवस्था के तहत रेगुलर कैटेगरी की विदेशी शराब की 90 मिलीलीटर का पैक भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा प्रीमियम कैटेगरी की विदेशी शराब के 60 मिलीलीटर और 90 मिलीलीटर के पैक भी उपलब्ध होंगे। साथ ही ये भी फैसला लिया गया है कि शीशे की बोतल में आने वाली देशी शराब को अब टेट्रा पैक में उपलब्ध कराया जाएगा, क्योंकि टेट्रा पैक में मिलावट की संभावना ना के बराबर होती है।
देशी शराब के मिनिमम गारंटी कोटा मे 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी
उन्होंने बताया कि देशी शराब के मिनिमम गारंटी कोटा में पिछली बार की तरह इस बार भी 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। साथ ही वित्त वर्ष 2025-26 में लाइसेंस फीस 254 रुपये प्रति ‘बल्क’ लीटर थी। उसे बढ़ाकर 260 रुपये प्रति ‘बल्क’ लीटर किया जा रहा है। इसके साथ-साथ ये भी फैसला हुआ है कि शराब की दुकान के खुले रहने का समय सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक रहेगा।
बिहार में राहुल गांधी का कार्यक्रम फ्लॉप, स्व. जगलाल चौधरी की जयंती पर तीन बार कहा 'जगत चौधरी'
6 Feb, 2025 12:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बुधवार 05 फरवरी को पटना दौरे पर आए थे. 20 दिनों के अंदर यह राहुल गांधी का दूसरा बिहार दौरा था. प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए कांग्रेस नेता का दौरा काफी अहम है. हालांकि, सियासी गलियारों में राहुल गांधी का यह दौरा फ्लॉप बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि पटना में राहुल गांधी के कार्यक्रम से कांग्रेस की भारी फजीहत हो गयी है. दरअसल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने दिग्गज नेता रहे स्व. जगलाल चौधरी की जयंती पर पटना श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में एक कार्यक्रम रखा था. इसी कार्यक्रम में राहुल गांधी भी आए थे. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी को सुनने के लिए 2 हजार लोग भी नहीं पहुंचे थे.
हॉल के बाहर की कुर्सियां रही खाली
बताया जा रहा है कि पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल की क्षमता करीब 1700 सीट की है. सुरक्षा कारणों से कुछ सीटें खाली करायी गयी थी. करीब 100 सीटें मीडियाकर्मियों के लिए रिजर्व थीं. इसके बावजूद हॉल की कुछ कुर्सियां खाली पड़ी थीं. कुछ ऐसा ही नजारा श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल के बाहर दिखा. कांग्रेसियों को लगा था कि राहुल गांधी के नाम पर भारी भीड़ जुटेगी. सारे लोग हॉल में बैठ नहीं पायेंगे. लिहाजा, श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल के बाहर उसी परिसर में बड़ा एलईडी स्क्रीन लगाया गया था. स्क्रीन के सामने ढेर सारी कुर्सियां लगायी गयी थीं, जिस पर मंच पर चल रही गतिविधियों को दिखाया जा रहा था. लेकिन आलम ये था कि जब राहुल गांधी का भाषण चल रहा था जो उस स्क्रीन के सामने एक भी आदमी बैठा नहीं था. सारी कुर्सियां खाली पड़ी थीं.
तीन बार लिया गलत नाम
राहुल गांधी ने जगत चौधरी को श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया. अपने भाषण में उन्होंने स्व. जगलाल चौधरी को तीन बार जगत चौधरी कहा. राहुल गांधी की इस गलती को तो दो बार लोगों ने सुन लिया. लेकिन जब वे तीसरी बार भी जगत चौधरी के योगदान की चर्चा करने लगे तो हॉल में मौजूद लोगों को चिल्ला कर बोलना पड़ा कि जगत चौधरी नहीं जगलाल चौधरी की जयंती है. इसके बाद राहुल गांधी ने नाम सुधारा. इस तरह से स्व. जगलाल चौधरी जयंती समारोह में कांग्रेस की भद्द पिट गई. इससे बिहार में कांग्रेस की जमीनी हकीकत भी सामने आई.
मोतिहारी में मूर्ति विसर्जन के दौरान शराब के ड्रम में गिरने से 3 साल के बच्चे की मौत
6 Feb, 2025 12:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मोतिहारी: मोतिहारी के सुगौली थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. बुधवार 05 फरवरी की देर शाम एक ड्रम में गिरने से तीन साल के बच्चे की मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि ड्रम अर्धनिर्मित शराब से भरा था. इसमें डूबने से मासूम की मौत हो गई. घटना के बाद हड़कंप मच गया है. सरस्वती पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन में बच्चा सिकरहना नदी गया था. इस दौरान वो नदी किनारे छुपाकर रखे गए शराब के ड्रम में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई. मृतक की पहचान मोरेलाल सहनी के पुत्र सुजय कुमार के रूप में हुई है. घटना की सूचना मिलते ही सुगौली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
24 घंटे में जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश
घटना को लेकर एसपी स्वर्ण प्रभात ने मोतिहारी सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है. जांच करने का निर्देश दिया है. 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है. जांच रिपोर्ट आने के बाद शराब कारोबारी को चिह्नित कर हत्या का मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है.
मूर्ति विसर्जन जूलूस में गया था बच्चा
मृतक की मां ने बताया कि लोग भेड़ीयारी गांव से मूर्ति विसर्जन करने सिकरहना नदी गए थे. साथ में उनका बेटा सुजय भी चला गया था. इसकी उन्हें जानकारी नहीं थी. वहां नदी के किनारे अर्धनिर्मित शराब का 200 लीटर का एक बड़ा ड्रम रखा हुआ था. जिसमें उनका बच्चा डूब गया. एसपी ने बताया कि सुगौली थानाध्यक्ष से उन्हें जानकारी मिली है. प्रथम दृष्टया ड्रम में पुआल था, कोई लिक्विड नहीं था. कुछ दिन पहले इस क्षेत्र में छापेमारी भी हुई थी. पुलिस ने शराब की बात से इनकार कर रही है तो सवाल ये है कि अगर ड्रम में पुआल था तो बच्चा डूबा कैसे?
बिहार में शराबंदी की खुल गई पोल
तीन साल के सुजय की मौत ने एक बार फिर बिहार में शराबबंदी कानून की पोल खोलकर रख दी है. बिहार में शराबंदी लागू होने के बावजूद अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, फिर भी शराब का धंधा रुक नहीं रहा है. शराब माफिया सुनसान इलाके में जाकर जमीन के अंदर ड्रम रखकर शराब छुपा रहे हैं.
मुजफ्फरपुर में पुलिस कस्टडी में युवक की संदिग्ध मौत, ग्रामीणों ने थाने में की तोड़फोड़
6 Feb, 2025 12:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर में थाना के हाजत में युवक की मौत पर बवाल हो गया है। ग्रामीणों ने पुलिस थाने में तोड़फोड़ की है। जानकारी के अनुसार, कांटी थाना के हाजत में युवक शिवम कुमार की संदिग्ध परिस्थियों में बुधवार को मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजन और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण थाना पर पहुंचकर हंगामा करने लगे।
पुलिस के सामने थाने में ग्रामीणों ने की तोड़फोड़
आक्रोश बढ़ता देख मौके पर डीएसपी दल के साथ पहुंच कर लोगों को समझाया। उग्र लोगों ने पुलिस के सामने थाने में तोड़-फोड़ शुरू कर दिया। लोग थाने से सामान उठाकर बाहर फेंकने लगे। जमकर हंगामा किया। मृतक के परिजन पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं।
पुलिस पर पिटाई का आरोप
परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से युवक की मौत हुई है। जबकि पुलिस ने दावा किया है कि आरोपी ने थाने में सुसाइड कर लिया। परिजनों ने बताया कि बाइक चोरी के शक में पुलिस ने दो दिन पहले शिवम को उठाया था। उसके कई दोस्त भी उठाए गए थे। पुलिस सभी से पूछताछ कर रही थी।
ग्रामीणों ने थाने में किया हंगामा
पुलिस हिरासत में युवक की मौत के बाद सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण थाने पहुंच गए। आक्रोशित लोगों ने थाने पर जमकर हंगामा किया। हालत बिगड़ देख सीनियर अधिकारी थाना पर पहुंचे और गुस्साए लोगों से कहा कि वह अपने स्तर से मामले की जांच कर रहे हैं। अगर कोई दोषी मिलता है तो कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने कहा कि मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में चोट की जांच होगी और पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की जाएगी। ग्रामीणों का कहना है कि थाने में संतरी के ड्यूटी के बावजूद कोई बंदी हाजत में आत्महत्या कैसे कर सकता है। वह भी फंदा लगाकर। आत्महत्या काफी मुश्किल है। हाजत में बंदी को रखने से पहले ऐसे सभी वस्तुओं को हटा दिया जाता है, जिससे वह फंदा न लगा सके।
प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0: बेघरों को मकान बनाने के लिए सरकार दे रही है 2.5 लाख रुपये
6 Feb, 2025 12:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: झारखंड में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 के तहत बेघरों को मकान बनने के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है. रांची में इस योजना के लिए आवेदन की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस योजना के तहत 300 वर्गफीट का मकान बनाने के लिए बेघरों को 2.5 लाख रुपए मिलेंगे. प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के लिए वो लोग आवेदन कर सकते हैं जिनके पास अपनी जमीन है. इसके लिए जमीन के कागज और कुछ दस्तावेज लगाए जाएंगे. रांची में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 के लिए ऑनलाइन आवेदन सीएससी सेंटर, प्रज्ञा केंद्र या खुद भी कर सकते हैं. इसमें जमीन के कागजों के प्रिंट के साथ अभी दस्तावेजों की कॉपी नगर निगम के प्रधानमंत्री सेल में जमा करनी होगी. जांच के बाद लाभार्थियों का चयन किया जाएगा. फिर चयनित लाभार्थियों को मकान बनाने के लिए 2.5 लाख रुपये मिलेंगे.
इनको मिलेगा योजना का लाभ
योजना के नियमों के मुताबिक, जिन लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजन का लाभ लिया है. उन्हें यह लाभ नहीं मिलेगा. आवेदक के परिवार में पत्नी और बच्चे शामिल होने चाहिए. जिस जमीन पर मकान बनना है. वह रांची नगर निगम इलाके में आती हो. योजना का लाभ लेने वाले आवेदन के अपना या परिवार के किसी सदस्य के पास पक्का मकान नहीं होना चाहिए. आवेदक की सालाना आय 3 लाख रुपये होनी चाहिए. अगर इससे ज्यादा आय हुई तो वह इस योजना का लाभ नहीं ले सकेगा.
आवेदन के लिए ये कागज हैं जरूरी
प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के लिए आवेदन करने के लिए आवेदक के जमीन के पेपर सही होने जरूरी हैं. आवेदक और उसके परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड और मोबाइल नंबर लिंक होना आवश्यक है. ऑनलाइन आवेदन के वक्तआधार, पैन, वोटर आईकार्ड की फोटोकॉपी होना जरूरी है. साथ ही आवेदक के माता-पिता, पत्नी और बच्चों के आधार कार्ड की फोटोकॉपी भी होना चाहिए. इसके अलावा जमीन का बंटवारानामा, अंचल कार्यालय से जारी आय प्रमाण पत्र, पक्का मकान नहीं है. इसका शपथ पत्र होना भी जरूरी है. आवेदक की बैंक पासबुक की फोटोकॉपी, फोटो और जहां मकान बनना है. उस जमीन पर संयुक्त परिवार का फोटो साथ लाना होगा.
यूपी में हेलमेट कानून में बदलाव, अब बच्चों के लिए भी जरूरी
6 Feb, 2025 12:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ:सड़क सुरक्षा पर बनी सहमति को लेकर सुप्रीम कोर्ट कमेटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे की अध्यक्षता में योजना भवन में बैठक की गई। इस दौरान कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मंथन करते हुए कई निर्देश दिए गए। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि वाहन चलाने और चार वर्ष से अधिक आयु के पीछे बैठने वाले को आइएसआइ मानक वाले हेलमेट न लगाने, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन/ईयरफोन का प्रयोग, उल्टी दिशा और शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरुद्ध सघन अभियान चलाया जाए। जो लोग आदेशों का पालन नहीं करेंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
लगातार बढ़ रही मृत्युदर
इस दौरान सड़क दुर्घटना में 18 से 25 वर्ष के युवाओं की मृत्युदर लगभग 25 प्रतिशत होने की बात सामने आयी। इसलिए यूपी बोर्ड की तरह सीबीएसई एवं आइसीएसई बोर्ड के कक्षा छह से इंटर तक के पाठ्यक्रम में अनिवार्य रूप से सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के पाठयक्रम को शामिल करने के निर्देश दिए गए।
हिंदी में बनवाए जाएं लाइसेंस
इसके साथ ही लाइसेंस बनाने के आवेदन हिन्दी में करवाने को भी कहा गया। इस दौरान अध्यक्ष ने कहा कि सभी सरकारी , अर्द्धसरकारी विभागों, बैंक, स्कूल व कॉलेज एवं निजी क्षेत्र के कार्यालयों और संस्थाओं में दोपहिया वाहनों से बिना हेल्मेट आने वाले कर्मचारियों को प्रवेश न दिया जाए।
जागरूकता को चलाया जाएगा अभियान
सड़क दुर्घटना में 31 प्रतिशत मृत्यु दो पहिया वाहन चालकों की हुई है। ऐसे में वाहन चलाने और चार वर्ष से अधिक आयु के पीछे बैठने वाले को आइएसआइ मानक वाले हेलमेट न लगाने, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन/ईयरफोन का प्रयोग, उल्टी दिशा और शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरुद्ध सघन अभियान चलाया जाए।
लगवाए जाएं सीसीटीवी कैमरे
सभी राष्ट्रीय राज्य मार्गों पर स्पीड कैमरा, एएनपीआर कैमरा, सीसीटीवी कैमरे लगाने की कार्रवाई समय से पूरी की जाएं। पुलिस मुख्यालय व जिला स्तरीय अधिकारियों को विश्वकर्मा एप से जोड़ा जाए। जिससे ब्लैक स्पॉट्स के चिन्हीकरण में लगने वाले समय को कम किया जा सके।
झारखंड के नए डीजीपी बने आईपीएस अनुराग गुप्ता, हेमंत सोरेन सरकार ने दी नियुक्ति
6 Feb, 2025 12:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अनुराग गुप्ता को झारखंड का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया है। सोमवार को जारी सरकारी अधिसूचना के अनुसार, अनुराग गुप्ता डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे। गृह, कारागार एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है, 'अपराध जांच विभाग के महानिदेशक अनुराग गुप्ता को पुलिस महानिदेशक का प्रभार दिया गया है। डीजीपी अजय कुमार सिंह को झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक का प्रभार दिया गया है।'
शपथ लेते ही सीएम ने बनाया था अतिरिक्त डीजीपी
सीएम हेमंत सोरेन के झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ घंटों बाद ही अनुराग गुप्ता को डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा था। राज्य में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में चुनाव हुए और झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 56 सीटें हासिल करते हुए शानदार जीत दर्ज की, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने 24 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल की।
चुनाव आयोग ने अनुराग गुप्ता पर की थी कार्रवाई
पिछले चुनावों में उनके 'चुनाव संबंधी कदाचार के इतिहास' के कारण उन्हें डीजीपी पद से हटा दिया गया था और चुनाव आयोग ने पिछले साल 21 अक्तूबर को 1989 बैच के झारखंड कैडर के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अजय कुमार सिंह को डीजीपी नियुक्त किया था।
झारखंड में विवादों में रहा डीजीपी का चयन
1990 बैच के आईपीएस अधिकारी अनुराग गुप्ता को इससे पहले जुलाई में 1989 बैच के अधिकारी एके सिंह की जगह कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था। इससे पहले एके सिंह को उनके पूर्ववर्ती नीरज सिन्हा की सेवानिवृत्ति के बाद फरवरी 2023 में राज्य के डीजीपी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। एके सिंह की 2023 में नियुक्ति ने राज्य के डीजीपी के चयन को लेकर विवाद को खत्म कर दिया था। सर्वोच्च न्यायालय ने जनवरी 2023 में झारखंड सरकार और पूर्व पुलिस प्रमुख नीरज सिन्हा के खिलाफ अवमानना याचिका का निपटारा किया था। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया था कि नीरज सिन्हा 31 जनवरी 2022 को सेवानिवृत्त होने के बाद भी डीजीपी के पद पर बने हुए हैं।
झारखंड में शराब दुकानदारों की मनमानी पर मंत्री का एक्शन, MRP से अधिक कीमत बिक्री पर 5000 रुपये जुर्माना
6 Feb, 2025 12:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। झारखंड में एक बार फिर अधिकतम मूल्य (MRP) से ज्यादा कीमत पर शराब की बिक्री की शिकायतें मिल रही है। इसमें उत्पाद अधिकारियों की मिलीभगत की भी सूचनाएं आ रही है। विभागीय मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने पदभार ग्रहण के बाद इसपर रोक लगाई थी। शराब दुकानों में औचक निरीक्षण, प्लेसमेंट एजेंसियों, जिलों के अधिकारियों पर उनकी सख्ती व कार्रवाई से अधिक वसूली बंद हो गई थी।
दुकानदारों ने अधिक कीमत लेना आरंभ कर दिया
अब दुकानदारों ने फिर से अधिक कीमत लेना आरंभ कर दिया है। पलामू से सूचना है कि वहां शराब की प्रति बोतल बिक्री पर 20, 40 व 70 रुपये तक अधिक वसूले जा रहे हैं। हजारीबाग में भी ऐसी ही स्थिति है। रांची में भी प्रमुख अधिकारियों की नाक के नीचे शराब दुकानदार MRP से अधिक पैसे वसूल रहे हैं।
विभागीय मंत्री ने दी एक्शन लेने की चेतावनी
विभागीय मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि उन्हें भी इसकी शिकायतें मिलीं हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि MRP से अधिक वसूली बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वे तत्काल इसपर रोक लगाएं। ऐसा नहीं होने पर उनके विरुद्ध भी जांच होगी। MRP से अधिक वसूली नहीं रुका तो संबंधित दुकानदार के साथ-साथ उत्पाद अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी।
अधिक कीमत पर बिक्री पर 5000 रुपये जुर्माना
जुर्माना भी लगा, कार्रवाई भी हुई उत्पाद विभाग ने गत वर्ष नवंबर 2024 में एक आदेश जारी किया था कि MRP से अधिक कीमत पर शराब की बिक्री हुई तो दुकान के कर्मचारी पर 5000 रुपये व प्लेसमेंट एजेंसी पर एक लाख रुपये जुर्माना लगेगा। इसके लिए उत्पाद विभाग ने वाट्सएप नंबर, ई-मेल आइडी भी जारी किया था। उक्त आदेश के आलोक में जुर्माना भी लगा, कार्रवाई भी हुई। इससे दुकानदारों में भय हुआ। कुछ दिनों तक अनियमितता रूकी, लेकिन फिर से वसूली शुरू हो गई।
बहराइच में तेंदुए का आतंक बढ़ा, तीन पर हुआ हमला
6 Feb, 2025 12:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उतार प्रदेश:कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के निशानगाड़ा रेंज में गुरुवार को गन्ने के खेत से निकलकर आबादी में एक तेंदुआ घुस आया। इस दौरान तेंदुए ने तीन ग्रामीणों पर हमला कर दिया। तेंदुए के हमले से वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान मौके पर लोगों की भीड़ जुटी रही।घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। जानकारी के बाद वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद है। आपको बता दें कि निशानगाड़ा रेंज के भठ्ठा बरगदहा ग्राम पंचायत कारीकोट में गांव निवासी श्रीकिशन के खेत में कुछ ग्रामीणों ने तेंदुए को चहलकदमी करते हुए देखा।
जानकारी के बाद देखते ही देखते गांव में सैकड़ों लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। भीड़ को देखकर तेंदुआ गन्ने के खेत से निकल कर गांव निवासी संदीप के घर में घुस गया। घटना के बाद से गांव में अफरा तफरी का माहौल हो गया। लोग तेंदुए को घर में बंद करने के लिए घेराबंदी करने का प्रयास करने लगे।
तेंदुए ने तीन ग्रामीणों पर किया हमला
इस दौरान तेंदुए ने संदीप समेत रमाकांत, इंद्र दयाल पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। सूचना पर निशानगाड़ा वन क्षेत्राधिकारी सुरेन्द्र श्रीवास्तव, वन दारोगा इसरार अहमद, वन कर्मी राजेश कौशल किशोर मौके पर पहुंचे। वनकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद हाका लगाकर तेंदुए को भगाया।
मौके पर तैनात हैं वन कर्मी
इसके बाद सभी घायलों को आनन फानन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुजौली पहुंचाया गया। जहां चिकित्सको ने सभी घायलों को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोतीपुर रेफर कर दिया। डीएफओ कतर्नियाघाट बी. शिव शंकर ने बताया कि मौके पर वनकर्मियों की टीम को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
वन विभाग की टीम ने अजगर का किया रेस्क्यू
कतर्नियाघाट रेंज सदर बीट के कुरकुरी कुआं गांव में पूर्व प्रधान जाहिद खान के मुर्गी फॉर्म में अजगर निकल आया। अजगर देख परिवार के लोग सहम गए। सूचना पर वनरक्षक अब्दुल सलाम मौके पर पहुंचे और टीम के साथ मिलकर अजगर का रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया।इस दौरान अफरा तफरी का माहौल रहा। ग्रामीण बालक राम व रामचंद्र ने बताया कि उन्होंने अजगर को मुर्गी फॉर्म में देखा। ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। रेस्क्यू में वॉचर नबी अहमद और संजय भी शामिल रहे। वनरक्षक ने बताया कि अजगर का वजन लगभग 20 किलो व लंबाई करीब आठ फिट है।