राजनीति
AIMIM ने दिया BJP की सरकार रोकने का शानदार फार्मूला
25 Nov, 2024 04:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की जीत किसी के गले नहीं उतर रही है। वहीं भाजपा भी अपना सीएम बनाने की फिराक में है। ऐसे में एआइएमआइएम के नेता और प्रवक्ता सैयद असीम वकार ने महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने से रोकने के लिए एक नया फॉर्मूला तैयार कर लिया है और उन्होंने राहुल गांधी, उद्धव ठाकरे तथा शरद पवार से इस बात की अपील की है कि अगर महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के सरकार रोकना चाहते हैं तो उनको उनके द्वारा सजाए गए इस फार्मूले पर काम करना चाहिए। उनकी इस पहल में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी का भी सहयोग मिलेगा।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के वरिष्ठ नेता सैयद असीम वकार ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपनी कुर्सी छोड़ने नहीं चाहते हैं और भारतीय जनता पार्टी अपने मुख्यमंत्री को कुर्सी पर बैठने की कोशिश कर रही है। ऐसे में विपक्षी गठबंधन के पास यह मौका है कि एकनाथ शिंदे की महत्वाकांक्षा को शांत करने के लिए एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी वाला ही फार्मूला इस्तेमाल किया जाए। भाजपा के नेताओं को उनकी भाषा में जवाब दे दिया जाए।
सैयद असीम वकार ने कहा कि एकनाथ शिंदे के पास 57 विधायक है और अजित पवार वाले गुट के पास 41 विधायक हैं। इस तरह से दोनों को मिलाकर 98 विधायक हो जाती है। अगर कांग्रेस पार्टी, उद्धव ठाकरे और शरद पवार गुट के विधायकों की संख्या देखें तो इनको मिलाकर कुल 48 विधायक हो जाते हैं। जो सरकार बनाने के लिए पर्याप्त हैं।
इस फार्मूले को सफल बनाने के लिए शरद पवार को अपने भतीजे अजित पवार से बात करनी होगी और राहुल गांधी तथा उद्धव ठाकरे एकनाथ शिंदे को अपने साथ लेकर मनाने में कामयाब हो जाते हैं, तो भारतीय जनता पार्टी का खेल बिगड़ा जा सकता है और महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर रखा जा सकता है।
हालांकि सैयद असीम वकार ने कहा कि अब यह सब राहुल गांधी, उद्धव ठाकरे और शरद पवार के हाथ में है। इन लोगों के पास समय बहुत कम है। जल्दी से जल्दी इस फार्मूले पर सोचने और काम करने की जरूरत है। अगर भारतीय जनता पार्टी अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है तो इस मौके को लपक लेना चाहिए और भारतीय जनता पार्टी को उसी के अंदाज में जवाब देने की कोशिश करनी चाहिए।
अजित पवार की राकांपा ने युगेंद्र को उनके चाचा अजित के खिलाफ मैदान में उतारने के लिए सुप्रिया सुले से माफी की मांग की
25 Nov, 2024 11:34 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने बारामती विधानसभा सीट पर युगेंद्र पवार को उनके चाचा एवं उपमुख्यमंत्री अजित पवार के खिलाफ मैदान में उतारने के लिए सुप्रिया सुले से माफी की मांग की है।अजित पवार ने अपने भतीजे युगेंद्र पवार को बारामती सीट पर एक लाख से अधिक मतों से हराया। अजित पवार ने पुणे जिले में स्थित अपने पारिवारिक गढ़ बारामती से आठवीं बार चुनाव लड़ा और उन्हें 1,81,132 वोट मिले जबकि युगेंद्र पवार को 80,233 वोट हासिल हुए। इस तरह अजित पवार ने अपने छोटे भाई के बेटे युगेंद्र को 1,00,899 के अंतर से हरा दिया।
युगेंद्र को उनके चाचा के खिलाफ मैदान में उतारने के लिए माफी मांगनी चाहिए
इस बेहद अहम मुकाबले को 65 वर्षीय नेता और उनके चाचा शरद पवार (83) के बीच लड़ाई के रूप में देखा जा रहा था। राकांपा प्रवक्ता अमोल मिटकरी ने संवाददाताओं से कहा कि राकांपा (एसपी) नेता सुले को युगेंद्र को उनके चाचा के खिलाफ मैदान में उतारने के लिए ठीक उसी तरह माफी मांगनी चाहिए, जैसे अजित पवार ने इस साल के शुरू में लोकसभा चुनाव में अपनी पत्नी सुनेत्रा को उनके खिलाफ मैदान में उतारने के लिए खेद व्यक्त किया था।मिटकरी ने जिक्र किया कि राकांपा (एसपी) विधायक रोहित पवार ने कर्जत जामखेड विधानसभा सीट पर बहुत कम अंतर से जीत हासिल की। रोहित पवार ने भाजपा के राम शिंदे को मात्र 1,243 मतों से हराया। उन्होंने दावा किया कि राकांपा (एसपी) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल शनिवार को चुनाव परिणामों से इतने निराश थे कि वह अधिकारियों से अपना प्रमाणपत्र लेने के लिए समारोह में शामिल नहीं हुए।
फडणवीस ने महाराष्ट्र की जनता के नाम खुला पत्र जारी कर कहा - जीत केवल महायुति नहीं, महाराष्ट्र के हर नागरिक के भरोसे की जीत
25 Nov, 2024 10:42 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन की जीत पर देवेन्द्र फडणवीस ने जनता को धन्यवाद दिया है। राज्य के निवर्तमान उप मुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता फडणवीस ने महाराष्ट्र की जनता के नाम एक खुला पत्र जारी कर कहा है कि, महायुति की शानदार जीत केवल भाजपा-महायुति की नहीं बल्कि महाराष्ट्र के हर नागरिक के भरोसे की जीत है। महाराष्ट्र के लोगों को संबोधित इस पत्र में देवेंद्र फडणवीस ने कहा, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में महायुति की शानदार जीत केवल भाजपा-महायुति की नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के हर नागरिक के विश्वास की जीत है। आपने जो भरोसा दिखाया है और जो प्यार दिया है, उसके लिए मैं महाराष्ट्र की जनता को नमन करता हूं।
मोदी जी के नेतृत्व पर दिखाया गया भरोसा ही इस जीत के असली सूत्रधार
पत्र में फडणवीस ने लिखा, कड़ी मेहनत, एकता, मेरी प्यारी बहनों का आशीर्वाद और महाराष्ट्र की पूरी जनता द्वारा माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व पर दिखाया गया भरोसा ही इस जीत के असली सूत्रधार हैं। मैं महायुति के सभी घटक दलों के नेताओं, पदाधिकारियों, मित्रों और हर समर्पित कार्यकर्ता का हमेशा ऋणी रहूंगा जो पिछले कुछ दिनों से समय और स्थान देखे बिना मतदाताओं तक पहुंचने का प्रयास करते रहे।निवर्तमान उप मुख्यमंत्री ने लिखा है कि, महायुति की इस जीत ने आप सभी के सहयोग से ही नई दिशा दी है। यह सफलता हमारे महाराष्ट्र को सम्मान के साथ एक प्रगतिशील और समावेशी भविष्य देगी। आप हमें मोदी जी के नेतृत्व में विकसित भारत और विकसित महाराष्ट्र के सपने को साकार करने के लिए प्रेरित करते रहें।अंत में उन्होंने लिखा है कि, एक बार फिर, मेरा हृदय से आभार। आपका विश्वास और प्यार हमेशा बना रहे। यही मेरी ईश्वर से प्रार्थना है।
महाराष्ट्र में सीएम का शपथ ग्रहण आज ? सीएम पद के लिए भाजपा का पलड़ा भारी
25 Nov, 2024 09:47 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । महाराष्ट्र में चुनावी नतीजे सामने आने के बाद महायुति सरकार का शपथ समारोह आज आयोजित होने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि केवल मुख्यमंत्री और उनके डिप्टी बनने वालों के शपथ लेने की संभावना है। कैबिनेट में और कौन शामिल होगा, इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने रविवार को कहा कि महायुति नेता और भाजपा नेतृत्व यह तय करेंगे कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। सूत्रों की मानें तो 132 सदस्यों वाली भाजपा सीएम पद की दावेदार है। भाजपा का पलड़ा भारी है। शिंदे-पवार की पार्टियों को डिप्टी सीएम से संतोष करना पड़ सकता है। हालांकि दोनों सीएम की दौड़ में शामिल हैं।
चुनाव में 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी
महायुति गठबंधन ने 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी। चुनाव परिणाम शनिवार को घोषित किये गए। महायुति गठबंधन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) भी शामिल है। देखा जाए तो महाराष्ट्र में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। ऐसे में भाजपा के कार्यकर्ता और नेता चाहते हैं कि देवेंद्र फडणवीस ही सीएम बनें। वहीं एकनाथ शिंदे अपनी पार्टी में से किसी नेता को डिप्टी सीएम का पद दे दे सकते हैं। वजह ये है कि वे वर्तमान में सीएम पद पर मौजूद हैं। ऐसे में वे चाहेंगे कि उनकी पार्टी का कोई नेता डिप्टी सीएम बने। अजित पवार नई सरकार में डिप्टी सीएम बन सकते हैं। विपक्षी महा विकास आघाड़ी सिर्फ 49 सीट ही जीत सका। बीजेपी नेता बावनकुले ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में समाज के सभी वर्गों ने भाजपा का समर्थन किया। राज्य के अगले मुख्यमंत्री को लेकर उन्होंने कहा कि महायुति नेता और भाजपा नेतृत्व इस पर फैसला करेगा। उन्होंने कहा आज नवनिर्वाचित विधायकों के साथ मीटिंग हुई है। हालांकि, मुख्यमंत्री कौन बनेगा उसे लेकर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है।
शिंदे के विधायकों ने शिंदे के लिए सीएम पद की मांग की
25 Nov, 2024 08:31 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । शिवसेना शिंदे गट के विधायकों ने एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है। राज्य मंत्री और पार्टी नेता दीपक केसरकर ने राज्य विधानसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल करने के एक दिन बाद मुंबई में शिंदे के आवास पर उनसे मुलाकात के बाद यह बात कही।
महायुति ने बहुत अच्छा काम किया और चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया
केसरकर ने संवाददाताओं से कहा, शिवसेना विधायकों का मानना है कि शिंदे को पद पर बने रहना चाहिए, क्योंकि उनके नेतृत्व में महायुति ने बहुत अच्छा काम किया और चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि, उन्होंने कहा कि शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (भाजपा) और अजित पवार (राकांपा) मुख्यमंत्री के मुद्दे पर सर्वसम्मति से निर्णय लेंगे।
केसरकर ने कहा, जो भी निर्णय होगा, वह महाराष्ट्र के हित में होगा
सावंतवाड़ी निर्वाचन क्षेत्र से एक और कार्यकाल जीतने वाले केसरकर ने कहा, जो भी निर्णय होगा, वह महाराष्ट्र के हित में होगा। राज्य विधानसभा चुनाव में फडणवीस के नेतृत्व वाली भाजपा ने 288 में से सर्वाधिक 132 सीटें जीतीं, जिसके बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलें लगाई जाने लगीं। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को 57 सीटें मिलीं।फडणवीस ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी विवाद से इनकार करते हुए कहा कि महायुति के नेता मिलकर इस मुद्दे पर फैसला लेंगे। रविवार को राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने फडणवीस की बात दोहराई। उन्होंने कहा, सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के नेता और भाजपा नेतृत्व तय करेंगे कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।
मायूस शिंदे, उत्साहित देवेंद्र और संशय में अजित: कल तय हो सकता है किसके हाथ होगी महाराष्ट्र की बागडोर
24 Nov, 2024 05:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। महाराष्ट्र का महासंग्राम महायुति ने जीत लिया है। राज्य की बागडोर किसके हाथ में होगी इसको लेकर संशय की स्थित है। यहां तीन बड़े दिग्गज नेता है एक देवेंद्र फडणवीस दूसरे एकनाथ शिंदे और तीसरे अजित पवार। तीनों ही सीएम की कुर्सी के लिए लालायत हैं। राज्य में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे एकनाथ शिंदे को लगता है कि ये कुर्सी बनी रहना चाहिए जबकि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लंबे समय से सीएम की कुर्सी का इंतजार कर रहे हैं। उनके चेहरे के आवभाव बताते हैं कि उन्हे लगने लगा है कि वे ही राज्य की बागडोर संभालेंगे,जबकि शिंदे मायूस हैं और अजित पवार को मुख्यमंत्री बनने का सपना फिलहाल अधूरा लगता है। आगे क्या होगा इसका पर्दाफाश कल यानी 25 नवंबर को हो सकता है।
मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कुर्सी को लेकर संशय बरकरार है। भाजपा ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी शिंदे के पास ही रहेगी या नहीं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में कहा कि मुख्यमंत्री पद का फैसला तीनों पार्टियों के शीर्ष नेता करेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अंतिम निर्णय भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लेंगे, जिससे यह संकेत मिलता है कि भाजपा मुख्यमंत्री पद अपने पास रखना चाहती है।
288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत के लिए 145 सीटों की जरूरत होती है। अधिकांश एग्जिट पोल ने बुधवार को महायुति गठबंधन की जीत का अनुमान लगाया था, हालांकि कुछ ने महा विकास अघाड़ी को मामूली बढ़त दी थी। पांच महीने पहले लोकसभा चुनावों में महायुति को महाराष्ट्र की 48 सीटों में से सिर्फ 17 सीटें ही मिल पाई थीं। यह प्रदर्शन भाजपा के लिए केंद्र स्तर पर भी नुकसानदायक साबित हुआ था, जिससे विपक्ष को विधानसभा चुनाव में जीत की उम्मीदें बढ़ गई थीं। हालांकि, हरियाणा विधानसभा चुनाव और अब महाराष्ट्र के नतीजों से साफ हो गया है कि भाजपा जोरदार वापसी कर चुकी है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा नीत महायुति गठबंधन ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 288 सदस्यीय विधानसभा में 230 सीटों पर कब्जा जमाया। कांग्रेस नीत महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन केवल 46 सीटों पर सिमटकर रह गया। निर्वाचन आयोग के अनुसार, भाजपा ने 132 सीटें जीतीं, शिवसेना ने 57 और राकांपा ने 41 सीटें हासिल कीं। वहीं, एमवीए के तहत राकांपा (शरद पवार) के उम्मीदवारों को 10, कांग्रेस को 16 और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) को 20 सीटें मिलीं। महायुति की इस भारी जीत ने महाराष्ट्र में सत्ता की राजनीति का नया अध्याय लिख दिया है, जबकि विपक्षी महा विकास अघाड़ी को बड़ा झटका लगा है।
संसद के शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने के आसार
24 Nov, 2024 04:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होने जा रहा है। सत्र से पहले रविवार को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें विपक्ष ने कई मुद्दों को उठाने की तैयारी दिखाई है। कांग्रेस ने अडानी मामले पर सदन में चर्चा की मांग रखी है। बैठक उपरांत केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार संसद में किसी भी विषय पर चर्चा के लिए तैयार है। इसी के साथ उन्होंने सदन को शांतिपूर्ण तरीके से चलाने की अपील की।सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने गौतम अडानी पर रिश्वतखोरी मामले के साथ ही अडानी समूह पर लगे आरोपों और मणिपुर हिंसा को लेकर चर्चा की मांग की। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने अडानी समूह के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग के आरोपों का हवाला देते हुए इस पर विस्तृत चर्चा का आग्रह किया है। साथ ही मणिपुर में जातीय हिंसा और मुख्यमंत्री बीरेन सिंह की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए चर्चा की मांग रख दी है। इसके साथ ही विपक्ष ने बढ़ते प्रदूषण और हालिया रेल दुर्घटनाओं के मामले पर भी चर्चा की मांग की है। किरण रिजिजू ने बैठक बाद कहा कि सरकार सत्र के दौरान हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, कि हमारा उद्देश्य सत्र शांति और उत्पादकता के साथ पूरा हो। सदन में सार्थक चर्चा हो और सभी सदस्य अपनी भागीदारी निभाएं। महाराष्ट्र के चुनाव नतीजों से भाजपा आत्मविश्वास से भरी हुई है, लेकिन विपक्ष के आक्रामक रुख को देखते हुए कहा जा रहा है कि संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहने वाला है।
संविधान दिवस पर होगा विशेष आयोजन
26 नवंबर को संविधान दिवस के उपलक्ष्य में संसद का कोई सत्र नहीं होगा। इस दिन संविधान भवन में विशेष समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि होंगी। इस मौके पर संविधान निर्माण की प्रक्रियाओं और ऐतिहासिक तथ्यों को जनता तक पहुंचाने के उद्देश्य से विशेष दस्तावेज और पुस्तकें जारी की जाएंगी।
एकजूट होकर हम ऊंची उड़ान भरेंगे
24 Nov, 2024 11:47 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । महाराष्ट्र में बीजेपी गठबंधन सत्ता में वापसी की है। महाराष्ट्र की प्रचंड जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला बयान आया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा कि एकजुट होकर हम और भी ऊंची उड़ान भरेंगे! एनडीए को ऐतिहासिक जनादेश देने के लिए महाराष्ट्र के भाइयों-बहनों, खासकर युवाओं और महिलाओं का दिल से आभार…। मैं लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि हमारा गठबंधन महाराष्ट्र की प्रगति के लिए काम करता रहेगा। मोदी यहीं नहीं रुके उन्होंने झारखंड के चुनावी नतीजों पर कहा कि मैं झारखंड के लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। हम लोगों के मुद्दों को उठाने और राज्य के लिए काम करने में हमेशा सबसे आगे रहेंगे। मैं राज्य में बेहतर प्रदर्शन के लिए झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन को भी बधाई देता हूं।
बिहार में अपनी ही सीटें नहीं बचा सका महागठबंधन..........लालू के लाल की दावेदारी पर खड़े हुए सवाल
24 Nov, 2024 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले चार सीटों पर उपचुनाव हुए। चार सीटों के उपचुनाव विधानसभा चुनाव से पहले बिहार का सेमीफाइनल माना जा रहा था। इन उपचुनावों में विपक्षी महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है। सूबे की सभी चार सीटों पर चुनावी रण जीतकर सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने क्लीन स्वीप कर दिया है। ऐसा तब है जब इन चार में से तीन सीटों पर 2020 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की अगुवाई वाले महागठबंधन के उम्मीदवार जीते थे।
उपचुनाव में महागठबंधन के हाथ से रामगढ़, तरारी और बेलागंज सीट निकल गई है। गया जिले की इमामगंज सीट पर जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (लोकतांत्रिक) ने अपने पास रखी है। आरा जिले की तरारी विधानसभा सीट से 2020 के चुनाव में लेफ्ट पार्टी के सुदामा प्रसाद जीते थे। उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तरारी विधानसभा सीट से पूर्व विधायक सुनील पांडे के बेटे विशाल को उम्मीदवार बनाया था। विशाल के सामने लेफ्ट से राजू यादव की चुनौती थी। विशाल ने राजू की चुनौती ध्वस्त कर तरारी में कमल खिला दिया है।
बेलागंज विधानसभा सीट से आरजेडी ने विधायक से सांसद बन चुके सुरेंद्र यादव के पुत्र विश्वनाथ को टिकट दिया था। सीट पर विश्वनाथ को नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जनता दल (यूनाइटेड) की प्रत्याशी मनोरमा देवी ने मात दे दी। कैमूर जिले की रामगढ़ विधानसभा सीट पर जगदानंद सिंह के बेटे अजीत सिंह चुनाव हार गए हैं। जगदानंद सिंह का मजबूत गढ़ रही सीट पर उपचुनाव से पहले राजद के पास थी। जगदानंद सिंह के ही बेटे सुधाकर सिंह ने 2020 के चुनाव में रामगढ़ से जीत हासिल की थी। सुधाकर सिंह हालिया आम चुनाव में बक्सर सीट से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे।
वहीं रामगढ़ सीट पर उपचुनाव में बीजेपी के अशोक सिंह ने जीत हासिल की है। बीजेपी के अशोक का मुकाबला बीएसपी उम्मीवार से हुआ। इमामगंज सीट पर मांझी की बहू दीपा मांझी ने जीत हासिल की है। इमामगंज सीट पर आरजेडी के रोशन मांझी को हार का मुंह देखना पड़ा है। चार सीटों के उपचुनाव में महागठबंधन अपनी तीन सीटें भी नहीं बचा पाया। उपचुनाव नतीजों को बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले तेजस्वी यादव, आरजेडी और महागठबंधन के लिए खतरे की घंटी बताए जा रहे हैं।
उपचुनावों में आरजेडी और महागठबंधन का खाता भी नहीं खुल सका और अब तेजस्वी के नेतृत्व पर भी सवाल उठने लगे है। उपचुनाव वाली चार सीटों में से दो सीटें बेलागंज और रामगढ़ आरजेडी के ही पास थी। आरजेडी अपनी दोनों सीटें हार गई। आरजेडी ने दो सीटों पर जो उम्मीदवार दिए, वे पार्टी के बड़े नेताओं के बेटे थे। परिवारवाद के आरोप के बीच आरजेडी के यह उम्मीदवार जीत नहीं सके। आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह के सांसद बनने के बाद रामगढ़ सीट पर उपचुनाव हुआ, तब उनके दूसरे बेटे अजीत सिंह को आरजेडी ने मैदान में उतारा, लेकिन वोटर्स ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया। यही हाल बेलागंज में सुरेंद्र यादव के बेटे का हुआ। जहानाबाद से सांसद बनने के बाद यादव ने अपनी बेलागंज सीट पर बेटे विश्वनाथ को उम्मीदवार बनवाया था लेकिन यहां भी पार्टी को झटका लग गया।
तेजस्वी के लिए सबसे बड़ी चिंता तरारी विधानसभा सीट पर हुई। इस पूरे इलाके में लेफ्ट के साथ आरजेडी के गठबंधन ने पिछले दो चुनाव में तेजस्वी को काफी फायदा पहुंचाया था लेकिन अब अगर तरारी सीट पर लेफ्ट उम्मीदवार की हार हुई है, तब यह बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा है।
इमामगंज में चला मांझी फैक्टर
इमामगंज सीट पर सबसे बड़ा फैक्टर मांझी और पासवान जाति के वोटर रहे। मांझी की बहू दीपा मांझी को उम्मीदवार बनाने की रणनीति एनडीए के लिए कारगर साबित हुई। इमामगंज सीट पर जन सुराज के उम्मीदवार जितेंद्र पासवान ने अच्छे खासे वोट हासिल किए। यह माना जा रहा है कि अगर जन सुराज का उम्मीदवार नहीं होता, तब आरजेडी के रोशन मांझी को भी जीत मिल सकती थी। वहीं बेलागंज सीट पर लड़ाई इलाके के बाहुबली रहे बिंदी यादव की पत्नी मनोरमा और सुरेंद्र यादव के पुत्र विश्वनाथ के बीच थी। सीट पर यादव मतदाता भी मनोरमा देवी के साथ गए। वहीं जन सुराज और ओवैसी की पार्टी के मुस्लिम उम्मीदवारों के मैदान में होने से भी आरजेडी के वोटों का बिखराव हुआ।
माझी लड़की बहिन योजना ने लिखी महायुति की जीत की पठकथा
24 Nov, 2024 09:37 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को मिले भारी बहुमत की चर्चा चारों ओर हो रही है। लोग चर्चा कर रहे हैं कि आखिर महायुति को इतनी बड़ी जीत कैसे मिली। निश्चित रूप से महायुति गठबंधन ने महा विकास अघाड़ी की राजनीतिक जमीन को बहुत हद तक खत्म कर दिया है। लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद जिस तरह एमवीए ने राज्य में सरकार बनाने के दावे किए थे, वह दावे चुनाव नतीजे आने के बाद ध्वस्त हो गए। महायुति की जीत में बीजेपी की बड़ी भूमिका है। महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए 145 विधायक चाहिए। महायुति 220 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने जा रही है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर वह कौन सी बड़ी घोषणायें रही जिन्होंने महाराष्ट्र चुनाव में महायुति को प्रचंड जीत दिलाई। इसके पीछे महायुति में शामिल दलों का बेहतर तालमेल के साथ चुनाव लड़ना, उम्मीदवारों का बेहतर चयन करना और एमवीए की ओर से किए गए हमलों का जोरदार जवाब देना भी शामिल है, लेकिन महायुति की जीत का सबसे बड़ा क्रेडिट माझी लड़की बहिन योजना को दिया जा रहा है। चुनाव नतीजों के बाद खुद उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस बात को स्वीकार किया है कि यह योजना चुनाव में उनके लिए निर्णायक साबित हुई है। यह जानना जरूरी है कि माझी लड़की बहिन योजना क्या है और महाराष्ट्र की राजनीति में महिला मतदाताओं की क्या भूमिका है। महाराष्ट्र में एक बड़ा वोट बैंक महिलाओं का भी है और महायुति और एमवीए दोनों ने ही महिलाओं के वोट हासिल करने की पूरी कोशिश की थी। महायुति ने जहां लड़की बहिन योजना के तहत दी जाने वाली राशि को सत्ता में फिर से लौटने पर बढ़ाने का वादा किया था, वहीं एमवीए ने सरकार बनने पर महायुति से भी ज्यादा राशि देने का वादा किया था।
चुनाव से पहले माझी लड़की बहिन योजना की घोषणा
महाराष्ट्र में कुल 9.53 करोड़ मतदाता हैं। इनमें से 4.9 करोड़ पुरुष जबकि 4.6 करोड़ महिला वोटर हैं। महायुति की सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले माझी लड़की बहिन योजना को लागू किया था। शिंदे सरकार का कहना है कि इस योजना की वजह से महाराष्ट्र में कम से कम 2.26 करोड़ महिलाओं को फायदा मिला है। इस योजना के तहत 21 से 65 साल की महिलाओं को सरकार की ओर से 1500 रुपए दिए जाते हैं। इसमें शर्त यह है कि ऐसे परिवारों की सालाना आय ढाई लाख रुपए से कम हो। इस योजना के तहत महिलाओं को उनके बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं।
संसद का शीत सत्र, विपक्ष को 10 साल में पहली बार सबसे ज्यादा आक्रामक होने का मुद्दा मिला
24 Nov, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू हो रहा है। यह पिछले 10 साल में सबसे आक्रामक हो सकता है। क्योंकि विपक्ष के पास मुद्दों की भरमार है। अडाणी मुद्दे पर कांग्रेस जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की मांग उठा चुकी है। मणिपुर में फिर हिंसा भडक़ने और वहां पीएम के नहीं जाने से सरकार पहले से ही बचाव की मुद्रा में है। वक्फ विधेयक जैसे संवेदनशील मुद्दे से पार पाना सरकार के लिए चुनौती है, क्योंकि इस पर सहयोगी दलों के विचार एक नहीं हैं। वहीं इसी साल हुए आम चुनाव में नई सरकार के गठन के बाद इस पहले शीतकालीन सत्र में सरकार कुछ पेंडिंग विधेयक पारित कराने की तैयारी में है तो वहीं कुछ नए विधेयकों भी कार्यसूची में हैं। शीतकालीन सत्र के लिए जो कार्यसूची सामने आई है, उसमें नए-पुराने कुल 16 विधेयकों के नाम हैं। इस लिस्ट में सबसे चर्चित विधेयक हैं वक्फ संशोधन विधेयक और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक 2024। यह विधेयक संसद के मॉनसून सत्र के दौरान ही लोकसभा में पेश किए गए थे। विपक्षी दलों के विरोध और हंगामे के बीच अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने वक्फ संशोधन विधेयक और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक लोकसभा में पेश किया था।
संसद में पेश होते ही इन विधेयकों को बगैर किसी चर्चा के संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को भेज दिया गया था। जेपीसी की अगुवाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ सांसद जगदंबिका पाल कर रहे हैं। जेपीसी गठन के साथ ही यह तय हो गया था कि वह अपनी रिपोर्ट अगले सत्र के पहले हफ्ते के अंतिम दिन संसद में पेश करेगी। इस हिसाब से देखें तो जेपीसी अपनी रिपोर्ट 29 नवंबर को पेश करेगी। जेपीसी की अगुवाई कर रहे जगदंबिका पाल ने कहा भी है कि हमारी रिपोर्ट तैयार है। हालांकि, विपक्षी दलों के सांसद जेपीसी का कार्यकाल बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। वक्फ संशोधन विधेयक के साथ ही मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक भी जेपीसी को भेजा गया था। यह बिल भी जेपीसी की रिपोर्ट संसद में पेश होने के बाद चर्चा और पारित कराए जाने के लिए वापस लाया जाएगा।
कार्यसूची में हैं ये विधेयक
संसद के शीतकालीन सत्र के लिए कार्यसूची में जो 16 विधेयक शामिल हैं, उनमें पांच नए विधेयक हैं। बाकी 11 बिल ऐसे हैं जो पहले से ही लोकसभा या राज्यसभा में पेंडिंग हैं। इन लंबित विधेयकों के साथ नए विधेयकों की लिस्ट में सहकारिता विश्वविद्यालय से जुड़ा विधेयक भी है। संसद सत्र के दौरान वक्फ बिल और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक के अलावा राष्ट्रीय सहकारी विश्वविद्यालय की स्थापना से जुड़े एक विधेयक समेत कुल पांच नए विधेयक चर्चा और पारित करने के लिए पेश किए जाने हैं। शीतकालीन सत्र के दौरान अनुदान की पूरक मांगों के पहले बैच पर भी चर्चा होगी। पंजाब न्यायालय (संशोधन) विधेयक, मर्चेंट शिपिंग बिल, कोस्टल शिपिंग बिल भी संसद के आगामी सत्र में पेश किए जाएंगे। इन विधेयकों के अलावा आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, गोवा विधानसभा में अनुसूचित जनजाति के प्रतिनिधित्व का समायोजन करने से संबंधित विधेयक, रेलवे (संशोधन) विधेयक और बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक पहले से ही पेंडिंग हैं।
गौरतलब है कि किरेन रिजिजू ने वन नेशन, वन इलेक्शन से संबंधित बिल इसी सत्र में लाए जाने की तैयारी के संकेत दिए थे। रामनाथ कोविंद कमेटी इसे लेकर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप चुकी है और उस रिपोर्ट को कैबिनेट मंजूरी भी मिल चुकी है लेकिन 16 विधेयकों की लिस्ट में इससे संबंधित विधेयक का जिक्र नहीं है। बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू हो रहा है। सत्र की कार्यवाही 20 दिसंबर तक चलनी है।
लोकसभा, विधानसभा उपचुनाव परिणाम : कौन जीता या कौन है आगे देखें पूरी लिस्ट
23 Nov, 2024 11:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। महाराष्ट्र और झारखंड प्रदेश के विधानसभा चुनाव के साथ ही 15 राज्यों की 46 विधानसभा और दो लोकसभा सीटों के नतीजे जारी हो गये हैं। इनमें प्रमुख रुप से वायनाड लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी ने रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की है, जबकि नांदेड़ लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी डॉ. संतुक हंबार्डे जीते हैं।
विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों की बात करें तो मध्य प्रदेश की विजयपुर सीट पर कांग्रेस से भाजपा में आए वन मंत्री रामनिवास रावत हार गए हैं वहीं बुधनी विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव 13,901 मतों से जीत गए हैं। यहां बताते चलें कि बुधनी विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 5 बार विधायक रहे और उनके सांसद बनने पर यह सीट खाली हुई थी।
लोकसभा उपचुनाव परिणाम 2024
सीट
जीते
हारे
वायनाड (केरल)
प्रियंका गांधी (कांग्रेस)
नव्या हरिदास (बीजेपी)
नांदेड़ (महाराष्ट्र)
डॉ. संतुक हंबार्डे (भाजपा)
34 हजार वोटों से आगे
15 राज्यों की 46 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के परिणाम
राज्य सीट (जिला) जीत
आसाम की कुल 5 सीटें जीते हुए उम्मीदवार
बेहाली (सोनितपुर) दिगंत घाटोवाल (भाजपा)
ढोलाई (कछार) नीहार रंजन दास (भाजपा)
बोंगाईगांव (बोंगाईगांव) दीप्तिमयी चौधरी (असम गण परिषद)
सिदली (चिरांग) निर्मल कुमार ब्रह्म (यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी)
सामागुड़ी (नगांव) डिप्लूरंजन शर्मा(भाजपा)
बिहार की कुल 4 सीटों पर जीते हुए उम्मीदवार
तरारी (भोजपुर) विशाल प्रशांत (भाजपा)
रामगढ़ (कैमूर) अशोक कुमार सिंह (भाजपा)
बेलागंज (गया) मनोरमा देवी (जेडीयू)
इमामगंज (गया) दीपा कुमारी (हिंदुस्तान अवाम मोर्चा)
छत्तीसगढ़ की 1 सीट पर जीते हुए उम्मीदवार
रायपुर दक्षिण (रायपुर) सुनील कुमार सोनी (भाजपा)
गुजरात की 1 सीट पर जीते हुए उम्मीदवार
वाव (बनासकांठा) ठाकोर स्वरूप जी (भाजपा)
कर्नाटक की कुल 3 सीटों पर जीते हुए उम्मीदवार
शिग्गांव (हावेरी) पठान यासिर अहमद खान (कांग्रेस)
चन्नपटना (रामनगर) सीपी योगेश्वर (कांग्रेस)
संदूर (बेल्लारी) ई अन्नपूर्णा (कांग्रेस)
केरल की 2 सीटों पर जीते हुए उम्मीदवार
चेलाक्कारा (त्रिशूर) यूआर प्रदीप (सीपीआई-एम)
पलक्कड़ राहुल मामकूटथिल (कांग्रेस)
मध्य प्रदेश की कुल 2 सीटों पर जीते हुए उम्मीदवार
बुधनी (सीहोर) रमाकांत भार्गव (भाजपा)
विजयपुर (श्योपुर) मुकेश मल्होत्रा (कांग्रेस)
मेघालय की एक सीट पर जीते उम्मीदवार
गाम्बेग्रे (वेस्ट गारो हिल्स) मेहताब चांडी (नेशनल पीपुल्स पार्टी)
पंजाब की कुल 4 सीटों पर जीते उम्मीदवार
डेरा बाबा नानक (गुरदासपुर) गुरदीप सिंह रंधावा (आप)
चब्बेवाल (होशियारपुर) डॉ. ईशांक कुमार (आप)
गिद्दड़बाहा (मुक्तसर) हरदीप सिंह ढिल्लन (आप)
बरनाला (बरनाला) कुलदीप सिंह ढिल्लन (कांग्रेस)
राजस्थान की कुल 7 सीटों पर जीतने वाले उम्मीदवार
झुंझुनूं (झुंझुनू) राजेंद्र भांबू (भाजपा)
रामगढ़ (अलवर) सुखवंत सिंह (भाजपा)
दौसा (दौसा) दीनदयाल (कांग्रेस)
देवली उनियारा(टोंक) राजेंद्र गुर्जर (भाजपा)
सलुंबर (उदयपुर) शांता अमृतलाल मीणा (भाजपा)
चौरासी (डूंगरपुर) अनिल कुमार कटारा (भारत आदिवासी पार्टी)
खींवसर (नागौर) रेवंतराम दांगा (भाजपा)
सिक्किम की 2 सीटों पर जीते हुए उम्मीदवार
सोरंग चोकुंग आदित्य गोलाय (एसकेएम)
नामची सिंगथंग सतीश चंद्र रॉय (एसकेएम)
उत्तर प्रदेश की कुल 9 सीटों पर जीते हुए उम्मीदवार
मीरापुर (मुजफ्फरनगर) मिथलेश पाल (आरएलडी)
कुंदरकी (मुरादाबाद) रामवीर सिंह (भाजपा)
गाजियाबाद (गाजियाबाद) संजीव शर्मा (भाजपा)
खैर (अलीगढ़) सुरिंदर दिलेर (भाजपा)
करहल (मैनपुरी) तेज प्रताप सिंह (सपा)
सीसामऊ (कानपुर) नसीम सोलंकी (सपा)
कटेहरी (अंबेडकरनगर) धर्मराज निषाद (भाजपा)
फूलपुर (प्रयागराज) दीपक पटेल (भाजपा)
मझवां (मिर्जापुर) शुचिस्मिता मौर्य (भाजपा)
उत्तराखंड की एक सीट पर जीते हुए उम्मीदवार
केदारनाथ (रुद्रप्रयाग) आशा नौटियाल (भाजपा)
पश्चिम बंगाल की 6 सीटों पर जीते हुए उम्मीदवार
सिताई (कूचबिहार) संगीता रॉय (टीएमसी)
मदारीहाट (अलीपुरद्वार) जयप्रकाश टोप्पो (टीएमसी)
मेदिनीपुर (पश्चिम मेदिनीपुर) सुजॉय हजारा (टीएमसी)
नैहाटी (उत्तर 24 परगना) सनत डे (टीएमसी)
हारोआ (उत्तर 24 परगना) एसके रबीउल इस्लाम (टीएमसी)
तलडांगरा (बांकुड़ा) फाल्गुनी सिंहबाबू (टीएमसी)
मुझे रास्ता दिखाने और मेरी पीठ थपथपाने के लिए... वायनाड में शानदार जीत के बाद प्रियंका का भावुक पोस्ट
23 Nov, 2024 04:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने केरल की वायनाड संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में शानदार जीत दर्ज की है। प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर वायनाड की जनता का आभार जताया है। उन्होंने वायनाड की जनता को अपना बहुमूल्य वोट देने और उन पर भरोसा जताने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वह हमेशा लोगों की उम्मीदों और सपनों को समझेंगी और संसद में उनकी आवाज बनेंगी।
प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'वायनाड के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, आपने मुझ पर जो भरोसा दिखाया है, उसके लिए मैं आपकी आभारी हूं। मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि समय के साथ आपको वास्तव में यह महसूस हो कि यह जीत आपकी जीत है और आपने जिस व्यक्ति को अपना प्रतिनिधि चुना है, वह आपकी उम्मीदों और सपनों को समझता है और आपके लिए आपके ही लोगों में से एक के रूप में लड़ता है। मैं संसद में आपकी आवाज बनने के लिए उत्सुक हूं! मुझे यह सम्मान देने के लिए और उससे भी ज्यादा आपने मुझे जो प्यार दिया है, उसके लिए धन्यवाद।'
यूडीएफ सहयोगियों, कार्यकर्ताओं को दिया धन्यवाद
उन्होंने केरल के अपने यूडीएफ सहयोगियों, नेताओं, कार्यकर्ताओं और कार्यालय के सहयोगियों को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस अभियान में बहुत मेहनत की। उन्होंने लिखा, 'यूडीएफ में मेरे साथियों, नेताओं, कार्यकर्ताओं, केरल भर के स्वयंसेवकों और मेरे कार्यालय के सहकर्मियों ने इस अभियान में अविश्वसनीय रूप से कड़ी मेहनत की, आपके समर्थन के लिए धन्यवाद, मेरी 12 घंटे की कार यात्रा (बिना भोजन, बिना आराम) को सहन करने के लिए, और उन आदर्शों के लिए सच्चे सैनिकों की तरह लड़ने के लिए, जिन पर हम सभी विश्वास करते हैं।'
'मेरी माँ, रॉबर्ट और मेरे दो रत्न...'
अपने परिवार को धन्यवाद देते हुए, प्रियंका गांधी ने लिखा, 'मेरी माँ, रॉबर्ट और मेरे दो रत्न - रेहान और मिराया, आपने मुझे जो प्यार और साहस दिया है, उसके लिए कोई आभार कभी भी पर्याप्त नहीं है। और मेरे भाई, राहुल, आप सबसे बहादुर हैं... मुझे रास्ता दिखाने और मेरी पीठ थपथपाने के लिए हमेशा धन्यवाद!'
संथाल परगना की हाट सीट बरहेट से हेमंत सोरेन की जीत, राजमहल पर फैसला बाकी
23 Nov, 2024 04:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। संथाल परगना की हाट सीट बरहेट से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जीत दर्ज कर चुके हैं। वहीं संताल की अधिकतर सीटों की तस्वीर साफ हो गई है। देवघर, गोड्डा और पाकुड़ जिले की सभी नौ सीटों पर आइएनडीए की जीत तय है। साहेबगंज की तीनों सीटों में से बरहेट और बीरियो से झामुमो ने जीत दर्ज की है। राजमहल पर फैसला आना बाकी है। वहीं दुमका जिले की चार सीटों में से एक झामुमो और तीन भाजपा के खाते में जा सकती है।
महेशपुर सीट से झामुमो के स्टीफन मरांडी 60565 और लिट्टीपाड़ा से झामुमो के हेमलाल मुर्मू जीते। आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। पौड़ेयाहाट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव भी जीत के करीब हैं। महागामा से कांग्रेस की दीपिका पांडेय सिंह 11वें राउंड में 122 मतों से बढ़त बना ली है। वह लगातार भाजपा के अशोक कुमार से पीछे चल रहीं थीं। पाकुड़ से कांग्रेस प्रत्याशी निशात आलम की भी जीत तय है। वहीं दुमका से भाजपा के सुनील सोरेन आगे चल रहे हैं।
UP By-Poll Election Result Today 2024 LIVE: यूपी उपचुनाव में जमकर गूंजा योगी का नाम, नहीं चली अखिलेश यादव की PDA
23 Nov, 2024 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यूपी खैर रिजल्ट LIVE: खैर में भाजपा का कब्जा बरकरार, सुरेंद्र दिलेर 38 हजार वोटों से जीते
अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट पर भी भाजपा ने कब्जा कर लिया है। यहां मतगणना के सभी 31 राउंड पूरे हो चुके हैं। भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र दिलेर ने सपा की चारू केन को 38251 वोटों से हराया। सुरेंद्र दिलेर को 99929 वोट मिले जबकि चारू केन को 61 हजार 788 वोट मिले।
यूपी कटेहरी रिजल्ट LIVE: सपा के गढ़ कटेहरी में भाजपा के धर्मराज निषाद जीते
अंबेडकर नगर की कटेहरी विधानसभा सीट पर भी भाजपा ने जीत दर्ज की है। पिछले दो विधानसभा चुनावों से यहां सपा जीतती आ रही थी। उपचुनाव में भाजपा के धर्मराज निषाद ने सपा प्रत्याशी शोभावती वर्मा को 25000 से ज्यादा वोटों से हराया। इसकी आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है।
यूपी करहल रिजल्ट LIVE: करहल सीट पर सपा के तेज प्रताप यादव ने जीत दर्ज की
समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर करहल विधानसभा सीट पर कब्जा जमा लिया है। सपा प्रत्याशी तेज प्रताप सिंह यादव 14704 वोटों से जीत गए हैं। उन्हें 1 लाख 4207 वोट मिले। दूसरे नंबर पर बीजेपी के अनुज प्रताप यादव रहे। उन्हें 89503 वोट मिले। इस तरह बीजेपी ने इस सीट पर सपा को कड़ी टक्कर दी है। बीएसपी के अविनाश कुमार शाक्य को 8402 वोट मिले।