राजनीति
इतिहास के चुनिंदा लोगों का महिमामंडन... भारत की आजादी के बहाने जगदीप धनखड़ ने किस पर साधा निशाना
2 Dec, 2024 01:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इतिहास में कुछ लोगों के योगदान को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने और कई स्वतंत्रता सेनानियों को भुला देने पर निराशा जताई। धनखड़ रविवार को दिल्ली के भारत मंडपम में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह की 138वीं जयंती पर पहुंचे थे। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने राजा महेन्द्र प्रताप सिंह की तारीफ करते हुए उन्हें एक कुशल राजनीतिज्ञ,दूरदर्शी और राष्ट्रवादी बताया। उन्होंने किसानों के कल्याण और 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के बीच संबंध पर भी प्रकाश डाला।
'इतिहास में चुनिंदा लोगों का महिमांडन'
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में इतिहास के कुछ चुनिंदा लोगों के महिमामंडन पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इतिहास की किताबों में भारत की आजादी का श्रेय कुछ ही लोगों को दिया जाता है,जबकि कई अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को नजरअंदाज कर दिया जाता है।यह कार्यक्रम भारत मंडपम में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह की 138वीं जयंती के अवसर पर आयोजित किया गया था। धनखड़ ने इस अवसर पर 1915 में पहली भारत सरकार के गठन का भी जिक्र किया और ऐतिहासिक तथ्यों को सही ढंग से प्रस्तुत करने की आवश्यकता पर बल दिया।
हमारे नायकों के साथ अन्याय हुआ- धनखड़
जगदीप धनखड़ ने कहा कि हमारी इतिहास की किताबों ने हमारे नायकों के साथ अन्याय किया है। उन्होंने आगे कहा कि हमारा इतिहास तोड़ा-मरोड़ा गया है,जिससे कुछ लोगों का एकाधिकार बन गया है,जिन्हें हमें आजादी दिलाने का श्रेय दिया जाता है। यह हमारे विवेक पर एक असहनीय पीड़ा है। यह हमारी आत्मा और हृदय पर बोझ है। उन्होंने इतिहास के इस विकृत रूप पर निराशा जताई और ऐतिहासिक वृत्तांतों में महत्वपूर्ण बदलाव की मांग की। उन्होंने 1915 में पहली भारत सरकार के गठन का जिक्र करते हुए इसे इन मुद्दों पर विचार करने का एक उपयुक्त अवसर बताया।
'न्याय का मजाक है'
धनखड़ ने कहा कि कितना बड़ा अन्याय,कितनी बड़ी त्रासदी। अपनी आजादी के 75वें वर्ष में,हम राजा महेन्द्र प्रताप सिंह जैसे महापुरुषों के वीरतापूर्ण कारनामों को स्वीकार करने में विफल रहे हैं, बुरी तरह विफल रहे हैं। हमारे इतिहास ने उन्हें वह स्थान नहीं दिया जिसके वे हक़दार हैं। हमारी आजादी की नींव,उनके और अन्य गुमनाम या कम-ज्ञात नायकों के सर्वोच्च बलिदानों पर बनी है। उसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने इस उपेक्षा को न्याय का मजाक बताया और उन लोगों को उचित सम्मान देने के लिए ऐतिहासिक गलतफहमी को सुधारने के महत्व पर जोर दिया,जिन्होंने भारत की आजादी की नींव रखी।
किसानों की भी चर्चा
धनखड़ ने राष्ट्र की आर्थिक प्रगति में किसानों के कल्याण के महत्व पर भी बात की। उन्होंने किसानों की भलाई को 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य से जोड़ा और किसानों से बातचीत के माध्यम से अपने मुद्दों को हल करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमें याद रखना चाहिए कि आपस में न लड़ें या अपने ही लोगों को धोखा न दें,यही हम अपने दुश्मनों के लिए रखते हैं। हमारे लोगों को गले लगाया जाना चाहिए। जब तक किसानों के मुद्दे अनसुलझे रहेंगे,कोई कैसे आराम कर सकता है?
प्रधानमंत्री की सोच के अनुरूप देश के हर गांव में होनी चाहिए लखपति दीदी: सीतारमण
2 Dec, 2024 12:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि देश के हर गांव में लखपति दीदी होनी चाहिए। उसके लिए बैंको को जो काम करना है, वो कर रहे है। हर स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक सहायता और ट्रेनिंग दी जा रही है। बिहार के मधुबनी में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम के दौरान जनता को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि मेरा सभी से अनुरोध है कि बैंकों के जरिए जो योजनाएं भारत सरकार लायी है, वो उनका हिस्सा बनें और लाभ उठाएं जिससे सब लोग और सक्षम बन सकें। इस अवसर पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विभिन्न बैंकों द्वारा 50,294 लाभार्थियों को 1,121 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए।
मधुबनी में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम के दौरान 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के कुछ वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) कार्ड भी प्रदान किए गए। इससे पहले निर्मला सीतारमण ने बिहार के मधुबनी में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की उपस्थिति में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर संसद सदस्य संजय कुमार झा, रामप्रीत मंडल, अशोक कुमार यादव और फैयाज अहमद भी उपस्थित थेI
क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में संसद सदस्य रामप्रीत मंडल, संजय कुमार झा, डॉ. अशोक कुमार यादव और विधान सभा सदस्य विनोद नारायण झा, सुधांशु शेखर और घनश्याम ठाकुर भी शामिल हुए। इसके अलावा वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव एम. नागराजू, नाबार्ड के अध्यक्ष के.वी. शैजी; सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एमडी एम.वी. राव, सिडबी के सीएमडी मनोज मित्तल, डीएफएस के अतिरिक्त सचिव एम.पी. तंगिराला और एसबीआई के डीएमडी सुरिंदर राणा ने भी क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में भाग लिया। इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार के उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और राज्यसभा सदस्य संजय झा के साथ मधुबनी में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम के दौरान स्टालों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने उन स्टॉल मालिकों के साथ बातचीत की जिन्हें केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभ हुआ हैI
महायुति में फंसा पेंच : शिंदे बोले- महायुति में मतभेद नहीं, महाराष्ट्र का अगला सीएम आज तय होगा
2 Dec, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । महाराष्ट्र में नतीजे आए 8 दिन हो गए हैं लेकिन मुख्यमंत्री के चेहरे का आधिकारिक ऐलान बाकी है। इस बीच रविवार को एकनाथ शिंदे ने अपने गांव सातारा में प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि मैं अब ठीक हूं। व्यस्त चुनावी कार्यक्रम के बाद मैं यहां आराम करने आया था। महायुति में कोई मतभेद नहीं है। मेरा पूरा समर्थन है। सीएम पर फैसला पीएम मोदी और अमित शाह लेंगे। इस दौरान उनसे गृह मंत्रालय पर चल रही खींचतान को लेकर तीन बार सवाल किया गया। शिंदे ने कोई जवाब नहीं दिया। 3 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक होगी। हालांकि शिंदे ने कहा है कि 2 दिसंबर को सीएम तय हो जाएगा। महाराष्ट्र में अभी तक मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं हुआ है। इस बीच सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आ रही है जिसके मुताबिक, शिंदे गुट नई सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद और गृह विभाग समेत पिछली सरकार में खुद के पास रहे सभी 9 विभागों की मांग पर अड़ा है। कहा जा रहा है कि दिल्ली में अमित शाह के साथ सीएम शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार की जो बैठक हुई थी में सीएम के लिए किसी नाम की घोषणा या जानकारी नहीं दी गई। केवल यह संकेत दिया गया था कि सीएम भाजपा से होगा।
भाजपा के प्लान का इंतजार कर रही शिवसेना
सीएम शिंदे सरकार में शामिल होंगे या नहीं, इस पर विचार किया जा रहा है, लेकिन इंतजार इस बात का किया जा रहा है कि पहले भाजपा सीएम के चेहरे का ऐलान करे। दिल्ली में बैठक के बाद से शिंदे सतारा जिले में अपने पैतृक गांव चले गए थे और रविवार को मुंबई लौट आए हैं।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने लोकसंख्या शास्त्र का हवाला देकर कहा-कम से कम तीन बच्चे तो होना ही चाहिए
2 Dec, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नागपुर । संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में इस बात की वकालत की कि एक परिवार में कम से कम तीन बच्चे तो होना ही चाहिए। इसके लिए उन्होंने लोकसंख्या शास्त्र का हवाला दिया। संघ प्रमुख ने कहा कि जनसंख्या में गिरावट चिंता का विषय है। आधुनिक जनसंख्या विज्ञान कहता है कि जब किसी समाज की जनसंख्या (प्रजनन दर) 2.1 से नीचे चली जाती है, तो वह समाज धरती से लुप्त हो जाता है। इस तरह से कई भाषाएं और समाज नष्ट हो गए। जनसंख्या 2.1 से नीचे नहीं जानी चाहिए। हमारे देश की जनसंख्या नीति 1998 या 2002 में तय की गई थी। इसमें यह भी कहा गया है कि किसी समाज की जनसंख्या 2.1 से नीचे नहीं जानी चाहिए। हमें दो या तीन से अधिक की आवश्यकता है, यह संख्या महत्वपूर्ण है क्योंकि समाज को जीवित रहना चाहिए। मोहन भागवत ने आगे कहा कि हमारे देश की जनसंख्या नीति वर्ष 1998 या 2002 में तय की गई थी। इसमें यह भी कहा गया है कि जनसंख्या वृद्धि दर 2.1 से नीचे नहीं होनी चाहिए। इसलिए यदि हम 2.1 की जनसंख्या वृद्धि दर चाहते हैं, तो हमें दो से अधिक बच्चों की जरूरत है। फिर भागवत ने ये भी कहा कि तीन तो होने ही चाहिए। ऐसा ही जनसंख्या विज्ञान भी कहता है। संख्या महत्वपूर्ण है क्योंकि समाज का बने रहना जरूरी है।
क्या 2.1 प्रजनन दर
भारत में आदर्श प्रजनन दर 2.1 है, जिसका अर्थ है कि एक महिला को अपने जीवनकाल में औसतन 2.1 बच्चे यानि 2 से अधिक होने चाहिए। यह आंकड़ा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित किया गया है और यह एक देश की जनसंख्या को स्थिर रखने के लिए आवश्यक प्रजनन दर है। अगर ऐसा नहीं होता है तो उस समाज में जनसंख्या असंतुलन होने का खतरा मंडरा जाता है। प्रजनन दर (फर्टिलिटी रेट) एक देश या क्षेत्र में प्रति महिला औसत बच्चों की संख्या को दर्शाता है। यह आंकड़ा आमतौर पर प्रति महिला 15 से 49 वर्ष की आयु वर्ग में औसत बच्चों की संख्या के रूप में व्यक्त किया जाता है।
संघ पहले भी करता रहा है ऐसी वकालत
इसके पहले भी कई मौकों पर आरएसएस यह कहता रहा है कि देश की एक समान जनसांख्यिकीय योजना न होने के चलते देश पर आबादी के असंतुलन का खतरा मंडरा रहा है जो भारतीय लोकतंत्र के लिए खतरे का संकेत है। दरअसल जनसंख्याविदों मानते हैं किइस सदी के अंत तक भारत की आबादी गिरकर एक अरब 10 करोड़ रह जायेगी। वर्ष 2030 तक भारत के सबसे ज़्यादा युवा जनसंख्या वाला देश बने रहने की संभावना है। उसके बाद भारत में युवा कम होते जाएंगे। शायद यही कारण है कि जनसंख्या नियंत्रण के संबंध में चल रही सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में केंद्र ने कहा था कि परिवार नियोजन को अनिवार्य बनाने के कानून बनाने के पक्ष में सरकार नहीं है।
भाजपा ने नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख और समय की घोषणा कर शिंदे के दवाब तंत्र को ख़ारिज किया
2 Dec, 2024 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद सरकार बनाने को लेकर एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की काफी खींचतान चली। हालांकि, मुख्यमंत्री पद समेत महत्वपूर्ण विभागों को लेकर अभी भी महायुति में दरार बनी हुई है। अब चर्चा है कि भाजपा ने नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख और समय की घोषणा कर एकनाथ शिंदे द्वारा अपनाई गई दबाव तंत्र को खारिज कर दिया है। क्योंकि चर्चा यही थी कि गुरुवार को दिल्ली में अमित शाह के साथ बैठक करने के बाद एकनाथ शिंदे उसी रात अकेले मुंबई पहुंचे और दूसरे दिन मुंबई की बैठकें रद्द कर सतारा स्थित अपने गांव जाने का फैसला लेकर दबाव तंत्र का इस्तेमाल किया।दरअसल 288 विधानसभा सीटों में से 137 सीट पर भाजपा पहुंच गई है। सरकार बनाने के लिए 144 सदस्यों की आवश्यकता रहती है। उधर अजित पवार ने भी बीजेपी को समर्थन दिया हुआ है। सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे के दबाव तंत्र को देखते हुए भाजपा ने भी शपथ ग्रहण समारोह के तारीख और समय की घोषणा कर शिंदे को सांकेतिक चेतावनी दे दी। शायद बीजेपी ने शिंदे को यह संदेश दे दिया है कि पार्टी उनके दबाव में नहीं आएगी? इसलिए रविवार को अपने गांव से मुंबई पहुंचे एकनाथ शिंदे ने बीजेपी द्वारा मुख्यमंत्री पद की घोषणा किए बिना शपथ ग्रहण समारोह की तारीख घोषित करने के मुद्दे पर सधी हुई प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण की तारीख तय हो चुकी है, लेकिन मंत्री पद का बंटवारा दिल्ली बैठक के बाद ही किया जाएगा। बहरहाल अब देखने वाली बात ये होगी कि अब जब बीजेपी ने शिंदे के दबाव को खारिज करते हुए शपथ ग्रहण समारोह की तारीख की घोषणा कर दी है, तो क्या शिंदे को सम्मानजनक मंत्री पद मिलेगा?
क्या भाजपा नेता लाल किला, ताजमहल, कुतुब मीनार को ध्वस्त करेंगे, जिनका निर्माण मुसलमानों ने किया - मल्लिकार्जुन खड़गे
2 Dec, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूछा कि क्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता लाल किला, ताजमहल, कुतुब मीनार या चार मीनार जैसी संरचनाओं को ध्वस्त करेंगे, जिनका निर्माण मुसलमानों ने किया था। दिल्ली के रामलीला मैदान में दलितों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के महासंघ द्वारा आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश की हर मस्जिद में सर्वेक्षणों की अनुमति देकर लोगों को एकजुट या सुरक्षित नहीं रहने देने का आरोप लगाया। खड़गे की टिप्पणी उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के मद्देनजर आई है, जहां एक मस्जिद में सर्वेक्षण किया जा रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वहां सालों पहले कोई मंदिर था या नहीं। खड़गे ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर देश की हर मस्जिद में सर्वेक्षण कराकर समाज को बांटने का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसा करके भगवा पार्टी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की सलाह की अवहेलना कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने दलितों, अल्पसंख्यकों और ओबीसी समुदायों से एकजुट रहने का आह्वान किया, क्योंकि तभी वे संविधान, लोकतंत्र और अपने अधिकारों की रक्षा के अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया, हमें हर कीमत पर एकजुट रहना होगा। मोदीजी इस एकता को नुकसान पहुंचाने और समाज और यहां तक कि जातियों को विभाजित करने की कोशिश में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।दलितों के बीच एकता का आह्वान करते हुए खड़गे ने आरोप लगाया कि मोदी आम लोगों के खिलाफ हैं क्योंकि वह उनसे नफरत करते हैं। उन्होंने कहा, हमारी लड़ाई उस नफरत के खिलाफ है और इसलिए राजनीतिक शक्ति महत्वपूर्ण है। कांग्रेस प्रमुख ने कहा, एक (अदालत) फैसला दिया गया, जिसने देश में भानुमती का पिटारा खोल दिया है। अब हर जगह सर्वेक्षण किए जा रहे हैं, जिसमें मस्जिदों के नीचे मंदिर पाए जा रहे हैं। इस संबंध में आवाजें उठ रही हैं। लेकिन 2023 में आरएसएस नेता मोहन भागवत ने कहा था कि हमारा उद्देश्य राम मंदिर बनाना है और हमें हर मस्जिद के नीचे शिवालय नहीं मिलना चाहिए।
सर्वेक्षण के नाम पर विवाद क्यों पैदा किया जा रहा
उन्होंने कहा कि देश में धार्मिक स्थलों के चरित्र को बनाए रखने के लिए 1991 में एक कानून बनाया गया था और आश्चर्य जताया कि भाजपा इसका उल्लंघन क्यों कर रही है। खड़गे ने कहा, हम सब एक हैं और यही आप चाहते हैं। नरेंद्र मोदी कहते हैं एक है तो सुरक्षित है, लेकिन वे किसी को भी सुरक्षित नहीं रहने दे रहे हैं। सच्चाई यह है कि आप ही हमें बांट रहे हैं। आपके नेता कह रहे हैं कि अब जब राम मंदिर बन गया है, तो हर मस्जिद में शिवालय खोजने की जरूरत नहीं है। मोदी और (केंद्रीय गृह मंत्री अमित) शाह अपने ही नेता की बात नहीं सुन रहे हैं, जिनके समर्थन से उन्हें सत्ता मिली है... मुझे लगता है कि मोहन भागवत सार्वजनिक रूप से कुछ बातें कहते हैं, लेकिन भाजपा नेताओं से कुछ नहीं कहते। इसलिए मुझे लगता है कि वे दोहरे चरित्र वाले हैं।उन्होंने कहा, जब भाजपा-आरएसएस से जुड़े लोग ऐसी बातें कह रहे हैं, तो सर्वेक्षण के नाम पर विवाद क्यों पैदा किया जा रहा है? खड़गे ने आरोप लगाया कि भाजपा नैतिकता की बात करती है, लेकिन बार-बार अनैतिक गतिविधियों में लिप्त रहती है।
नडडा ने की मध्य प्रदेश बीजेपी संगठन की तारीफ, विजयपुर उपचुनाव में हार के बाद तारीफ
1 Dec, 2024 10:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश बीजेपी संगठन की भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तारीफ की है। ये तारीफ बूथों के 100 प्रतिशत डिजिटलाइजेशन को लेकर की है। हाल ही में विजयपुर उपचुनाव में हार के बाद तारीफ के सियासी गलियारों में कई मायने निकल रहे हैं। बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने लिखा है कि संगठन पर्व के तहत एमपी बीजेपी संगठन ने सदस्यता अभियान में बूथ समिति निर्माण के साथ 100 प्रतिशत बूथों का डिजिटलाइजेशन कर नई उपलब्धि हासिल की है।
उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में संचालित यह अभियान मंडल, जिला और राष्ट्रीय स्तर तक नए आयाम स्थापित कर रहा है। निश्चित रूप से संगठन पर्व हमारे कोटिश: कार्यकर्ताओं के परिश्रम से विकसित भारत निर्माण के संकल्प की सिद्धि में सहायक सिद्ध हो रहा है। उन्होंने उपलब्धि के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश के सभी बूथ कार्यकर्ताओं को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
माना जा रहा था कि विजयपुर में मंत्री रामनिवास रावत के हारने और बुधनी में प्रदर्शन में गिरावट को लेकर हाईकमान एक्शन ले सकता है। विजयपुर की हार को मुख्यमंत्री मोहन यादव की साख से जोड़ा जा रहा था। हालांकि इन सबके बावजूद यूं संगठन की तारीफ और सीएम और प्रदेश अध्यक्ष की बढ़ाई से इन अटकलों पर विराम लगने की संभावना है। मध्य प्रदेश में रविवार से भाजपा के मंडल अध्यक्षों का चुनाव शुरू हो रहा है।
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री को लेकर पिक्चर अभी बाकी...........
1 Dec, 2024 06:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री को लेकर फिक्चर अभी बाकी है। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने ऐलान किया है कि नई सरकार का शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को होगा। महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बावनकुले ने बताया, महाराष्ट्र में महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार, 5 दिसंबर, 2024 को शाम 5 बजे मुंबई के आजाद मैदान में होगा। प्रधानमंत्री मोदी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने वाले है। यह घोषणा तब की गई है, जब कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महायुति के सहयोगियों के साथ बैठक रद्द करके के बाद अपने गांव में मौजूद हैं। राज्य के सीएम के चयन को लेकर एकनाथ शिंदे, भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी नेता अजित पवार ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी लेकिन तस्वीर अभी तक साफ नहीं हो सकी है।
इस शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन के शीर्ष नेता और भाजपा शासित राज्यों के तमाम मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की संभावना है। इस बीच प्रशासन ने नई सरकार के गठन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। राज्य विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 16 से 24 दिसंबर तक होने की संभावना है। बीते दिनों महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर कहा कि सरकार बनाने में हमारी तरफ से कोई अड़चन नहीं है। आप निर्णय लीजिए, भाजपा जो निर्णय लेगी, उस निर्णय को मना जाएगा।
महाराष्ट्र में एनडीए की बड़ी जीत के बाद नागपुर में देवेंद्र फडणवीस को अगला सीएम बनाए जाने के पोस्टर लगे थे। वहीं इससे पहले बारामती में कुछ पोस्टर्स में प्रदेश के अगले सीएम के तौर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष अजित पवार को दिखाया गया था। वहीं शिवसेना के नेता और कार्यकर्ता एकनाथ शिंदे को दोबारा मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। इसके बाद महायुति में सीएम पद को लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है।
भाजपा से ही होगा महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री: अजित पवार
1 Dec, 2024 11:27 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। महाराष्ट्र में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? महायुति की तरफ से अभी तक इस सबाल का उत्तर नहीं मिल सका है। इसी बीच राज्य में नई सरकार के गठन को लेकर एनसीपी चीफ अजित पवार ने पुणे में मीडिया से बात करते हुए बड़ी जानकारी साझा की है। वहीं राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने बताया कि नई महायुति सरकार 5 दिसंबर की शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में शपथ लेगी।
एनसीपी चीफ अजित पवार ने कहा कि महायुति नेताओं की दिल्ली में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि महायुति भाजपा के मुख्यमंत्री के साथ सरकार बनाएगी और शेष दो दलों के उपमुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब देरी हुई है। 1999 में सरकार गठन में एक महीने का समय लगा था।
महायुति, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं। जिसने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज की। सीटों के मामले में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जबकि शिवसेना और राकांपा ने क्रमशः 57 और 41 सीटें जीतीं।
हालांकि, सरकार गठन में देरी हो रही है और अगले मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस जारी है। यह पूछे जाने पर कि राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा, पवार ने कहा, “राज्य में भाजपा से एक मुख्यमंत्री और महायुति के अन्य दो दलों से दो उप मुख्यमंत्री होंगे। संभावित रूप से, शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को होगा। हमने एक मजबूत दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है।
हालांकि अभी तक इस बात की घोषणा नहीं हुई है कि मुख्यमंत्री कौन होगा, लेकिन भाजपा सूत्रों ने बताया कि देवेंद्र फडणवीस, जो दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और पिछली एकनाथ शिंदे नीत सरकार में उपमुख्यमंत्री थे, शीर्ष पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में अजित पवार भी उपमुख्यमंत्री थे।
दिल्ली सीएम आतिशी का भाजपा नेता को दिया चौकाने वाला प्रस्ताव
1 Dec, 2024 10:25 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी गहमागहमी और बयानबाजी अपने चरम पर है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री आतिशी ने विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता को एक चौंकाने वाला प्रस्ताव दिया। विधानसभा में बस मार्शलों को नियमित करने की बहस के दौरान, आतिशी ने विजेंद्र गुप्ता से कहा कि यदि वह इस प्रस्ताव को उपराज्यपाल से मंजूरी दिलवा दें, तो आम आदमी पार्टी (आप) उनके खिलाफ अगले चुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारेगी। इतना ही नहीं, आतिशी ने कहा कि वह खुद उनके पक्ष में प्रचार करने के लिए तैयार हैं।
क्या है बस मार्शलों का मुद्दा?
बस मार्शल दिल्ली सरकार की बसों में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए नियुक्त किए जाते हैं। ये लोग लंबे समय से नियमित नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। हाल ही में, दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक में इन्हें अस्थायी रूप से चार महीने की नियुक्ति देने का प्रस्ताव पास किया गया था। लेकिन बस मार्शलों का कहना है कि यह चुनाव तक का अस्थायी उपाय है और उनकी स्थायी नियुक्ति की मांग को बार-बार टाला जा रहा है।
बीजेपी और आप के बीच विवाद
आम आदमी पार्टी का आरोप है कि बीजेपी इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है और मार्शलों को नियमित करने में बाधा डाल रही है। इसी परिप्रेक्ष्य में आतिशी का विजेंद्र गुप्ता को दिया गया प्रस्ताव एक नई रणनीति मानी जा रही है।
राजनीतिक बयानबाजी
यह घटना अक्टूबर में हुए एक विवाद की भी याद दिलाती है, जब आप नेता सौरभ भारद्वाज ने बस मार्शलों के मसले पर बीजेपी विधायकों को सचिवालय से भागने से रोकने का दावा किया था। आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे को चुनावी चर्चा का केंद्र बना दिया है, और इसे जनता के बीच ले जाने की योजना बना रही है।
अगले कदम
अगर विजेंद्र गुप्ता इस प्रस्ताव पर कोई सकारात्मक कदम उठाते हैं, तो यह ना सिर्फ बस मार्शलों के लिए राहत का कारण बन सकता है बल्कि आगामी चुनावों में राजनीतिक समीकरण भी बदल सकता है। फिलहाल, यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी इस प्रस्ताव पर कैसी प्रतिक्रिया देती है।
केजरीवाल का महिला कार्ड.........जल्द शुरु होगा पंजीकरण, खाते में आएंगें हर माह 1000 रुपये
1 Dec, 2024 09:23 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख और पूर्व् सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में महिलाओं को 1,000 रुपये मासिक मानदेय देने के लिए मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना के तहत पंजीकरण जल्द शुरू होगा। आप के पदयात्रा अभियान के दौरान योजना के बारे में केजरीवाल ने कहा कि आवेदक महिला दिल्ली की पंजीकृत मतदाता होनी चाहिए। मार्च में प्रस्तुत वित्त वर्ष 2024-25 के अपने बजट में आप नीत सरकार ने मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना की घोषणा की थी, जिसमें 2,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 18 वर्ष से अधिक आयु की प्रत्येक पात्र महिला को 1,000 रुपये प्रति माह भुगतान करने का वादा किया गया।
पदयात्रा में केजरीवाल ने महिलाओं से कहा, ‘‘मैं आपके लिए काम कर रहा हूं...जल्द ही आपके खातों में 1,000 रुपये (प्रति माह) जमा हो जाएंगे। योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया बहुत जल्द शुरू होगी। लेकिन केवल एक शर्त है।
आवेदक को दिल्ली में पंजीकृत मतदाता होना चाहिए। वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला करते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी की 22 राज्यों में सरकारें हैं, फिर भी यह इनमें से किसी भी राज्य में लोगों को मुफ्त और निर्बाध बिजली, अच्छे स्कूल या गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में असमर्थ है। केजरीवाल ने आप नीत सरकार द्वारा दी जा रही छह मुफ्त सुविधाओं पर केंद्रित किया है। इस मुद्दे पर भाजपा को घेरने की कोशिश करते हुए केजरीवाल ने कहा कि विपक्षी पार्टी जिसे ‘‘मुफ्त रेवड़ी’’ कह रही है, वह कुछ और नहीं बल्कि लोगों को उनके ही टैक्स के पैसे से दी जा रही मुफ्त सुविधाएं हैं।
केरल के वायनाड में राहुल गांधी बोले- देश में अडाणी के लिए कानून अलग
1 Dec, 2024 08:28 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वायनाड। प्रियंका गांधी सांसद बनने के बाद शनिवार को पहली बार केरल के वायनाड पहुंची। उनके साथ राहुल गांधी भी थे। राहुल ने यहां रैली को संबोधित करते हुए एक बार फिर अडाणी का मुद्दा उठाया। राहुल ने कहा कि संविधान कहता है कि सभी लोगों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि अडाणी के साथ हर दूसरे भारतीय से अलग व्यवहार किया जाएगा। प्रधानमंत्री कहते हैं कि भले अमेरिका में केस चले, भारत में हम उन पर केस दर्ज नहीं करेंगे।
राहुल के अलावा प्रियंका ने भी रैली को संबोधित किया। प्रियंका ने मलप्पुरम में भी रैली की। वहां उन्होंनें कहा- पिछले एक हफ्ते से संसद नहीं चल रही है क्योंकि वे (केंद्र सरकार) कुछ मुद्दों पर चर्चा करने से भी डरते हैं। वे इस देश की सारी शक्ति और संसाधन अपने दोस्तों को देते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि हम संसद में सिर्फ एक व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि उससे भी बढक़र हम वायनाड के लोगों के दिलों की भावनाओं को वहां रखते हैं। वायनाड के लोगों ने हम पर भरोसा किया है और माना है कि हम भारत की संसद में उनकी भावनाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। जब मैं वायनाड में किसी बच्चे को देखता हूँ, तो मुझे याद आता है कि उसके माता-पिता ने मुझे लोकसभा में भेजा है, और उनकी देखभाल करना मेरी जिम्मेदारी है। अगर मैं उनके चेहरों पर मुस्कान ला सकता हूँ, तो मुझे तुरंत ऐसा करना चाहिए।
सरकार पर दबाव जरूर बनाएंगे
राहुल गांधी ने कहा कि मैं मुंडक्कई और चूरलमाला के पीडि़तों को श्रद्धांजलि देकर अपनी बात शुरू करना चाहूंगा। हम सभी उन लोगों के साथ खड़े हैं जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों, संपत्ति को खो दिया है और जो पीडि़त हैं। जब मैं यहां आ रहा था, तो हम इस बात पर चर्चा कर रहे थे कि हम उन लोगों के लिए क्या कर सकते हैं जो वायनाड लैंडस्लाइड के पीडि़त हैं। दुर्भाग्य से, चूंकि हम सरकार में नहीं हैं, इसलिए हम सत्तारूढ़ सरकार के समान कार्रवाई नहीं कर सकते। इसलिए, कांग्रेस पार्टी और यूडीएफ के प्रत्येक सदस्य को पीडि़तों की मदद के लिए सरकार पर दबाव डालना चाहिए।
निषाद पार्टी द्वारा संवैधानिक अधिकार रथयात्रा निकालने का आह्वान
1 Dec, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल “निषाद पार्टी” डॉ संजय कुमार निषाद द्वारा मछुआ समाज समेत अन्य वंचित और शोषित जातियो को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की लिए संवैधानिक अधिकार रथयात्रा निकालने का आह्वान किया गया है, उन्होंने बताया की यह यात्रा उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों से होते हुए दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में समापन की जाएगी, साथ ही यात्रा प्रदेश के 18 मण्डल को 03 चरणों में पूर्ण की जाएगी और प्रदेश 200 मछुआ समाज बाहुल्य सीट जहां पर 25 हज़ार से 01 लाख तक की आबादी है, उन विधानसभा में प्रमुखता से यात्रा को निकाला जायेगा। संजय कुमार निषाद ने रथ यात्रा के संकल्प को लेकर कहा कि दिल्ली और लखनऊ से बैठकर कभी भी विकास की मुख्यधारा से पिछड़ी जातियो का उत्थान नहीं किया जा सकता है, मा० मुख्यमंत्री के निर्देशन में इससे पूर्व भी वो उत्तर प्रदेश के 50 जनपद का भ्रमण किया था, जिसके अंतर्गत उन्होंने सरकारी योजनों के लाभ को आम जन, ग़रीब, पिछड़े तबके को प्राथमिकता पर देने के निर्देश भी दिये थे।
संजय कुमार निषाद ने रथ यात्रा निकालने की संकल्पना को लेकर बताया कि प्रदेश के निषाद, कश्यप समेत अन्य 17 पिछड़ी जातियों के उत्थान के लिया बनाई थी, क्योंकि पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा प्रदेश की निषाद, केवट, मल्लाह, बिंद, कश्यप समेत अन्य जातियों के साथ भेदभाव किया गया था, प्रदेश में निषाद समाज की दिशा-दशा अनुसूचित जातियों से भी बदतर थी, और पूर्ववर्ती सरकारों ने अपने समाज की जातियों को खुश करने के लिए निषाद समाज को फुटबॉल समझकर मछुआ समय को अनुसूचितजाति में होने का बाद भी कभी अनुसूचित जाति को मिलने वाले से वंचित रखा गया है और ऐसे में निषाद पार्टी के गठन से बाद से उत्तर प्रदेश की बहुसंख्यक आबादी को निषाद पार्टी के बैनर तले लामबंद करके, केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना का लाभ मछुआ समय को दिलवाने के लिए किया रहा है। इस रथ यात्रा के माध्यम से कश्यप-निषाद-मछुआ बाहुल्य ग्राम समाज को जोड़ने का काम किया जायेगा, साथ ही मत्स्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लाभ भी दिया जाएगा।
प्रथम दिवस संवैधानिक अधिकार रथ यात्रा कार्यक्रम विवरण
दिनांक- 30 नवम्बर 2024
स्थान- माँ शाकुम्भरी देवी शक्तिपीठ, सहारनपुर से नकुड तक
(बड़वाला ग्राम सभा में {जनसभा} से बेहट से गंदेवड से सढ़ौली-हथौली से तोड़रपुर से पथेड़ से चिलकाना से साल्हापुर से सारसवाँ{कश्यप समाज धर्मशाला में सभा} से नकुड़ यात्रा विश्राम
समय- प्रातः 11 बजे से साय 06 बजे तक
द्वितीय दिवस संवैधानिक अधिकार रथ यात्रा कार्यक्रम विवरण
दिनांक- 01, दिसंबर 2024
स्थान- नकुड से यात्रा जनपद मुज़फ़्फ़रनगर के लिये प्रस्थान करेगी
समय- प्रातः 09 बजे
वायनाड पहुंची प्रियंका गांधी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा- 'मैं यहां आपसे सीखने.....
30 Nov, 2024 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केरल के वायनाड से उपचुनाव जीतने वाली प्रियंका गांधी शनिवार को पहली बार अपने भाई और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ अपने संसदीय क्षेत्र पहुंची. इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. प्रियंका ने सबसे पहले अपनी जीत के लिए वायनाड के लोगों का शुक्रिया अदा किया और कहा कि वह यहां के लोगों के बेहतर भविष्य के लिए काम करेंगी.
राहुल और प्रियंका दो दिवसीय दौरे पर केरल पहुंचे हैं. जनता को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा ‘मैं यहां आपसे सीखने आई हूं. मैं यहां आपकी समस्याओं को गहराई से समझने के लिए हूं. बेशक मैं स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता के बारे में जानती हूं. यहां बेहतर शैक्षणिक संस्थानों की जरूरत है. मैं अब इन सबके लिए लड़ने के लिए, आपके साथ काम करने के लिए यहां आई हूं. मैं आपके घर आऊंगी आपसे मिलूंगी खुले हैं, मेरे कार्यालय के दरवाजे खुले हैं. मैं आपको निराश नहीं करूंगी’
वहीं राहुल गांधी ने भी जनता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि लोकसभा में हम राजनीतिक विचारधार से लड़ रहे हैं. हम भावनाओं, संवेदनाओं, स्नेह और प्रेम की बात करते हैं, लेकिन वो लोग नफरत, क्रोध, विभाजन और हिंसा को बढ़ावा देते हैं. हम लोगों की बात सुनने और विनम्रता के महत्व पर जोर देते हैं, जबकि वो अहंकारी व्यवहार करते हैं. राहुल ने कहा कि उच्च स्तर पर यह वैचारिक लड़ाई सामने आ रही है. संविधान में कहा गया है कि सभी लोगों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए.
‘हम बीजेपी की विचारधारा को हरा देंगे’
इसके आगे राहुल गांधी ने कहा भारतीय संविधान में सभी लोगों, क्षेत्रों और राज्यों के साथ निष्पक्ष व्यवहार करने का प्रावधान है. पीएम मोदी ने घोषणा की है कि वायनाड में जो त्रासदी हुई है, उसके बावजूद वो वह सहायता नहीं देंगे जिसके वे हकदार हैं. इस माहौल में लाखों लोगों की भावनाओं ने हमें वह आत्मविश्वास दिया है जो हमारी रक्षा करता है. राहुल ने कहा कि दिलचस्प बात यह है कि उनके पास मीडिया, पैसा, खुफिया एजेंसियां, सीबीआई, ईडी और आईटी समेत पूरी सरकार है और हमें लोगों का समर्थन भी है. मुझे पूरा भरोसा है कि हम बीजेपी की विचारधारा को हरा देंगे.
सिंधिया के कार्यक्रम में मधुमक्खियों का हमला
30 Nov, 2024 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवपुरी। शनिवार को माधव नेशनल पार्क में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यक्रम में मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। इस दौरान 12 से ज्यादा लोगों को मधुमक्खियों ने काट लिया। हालांकि सिंधिया के सुरक्षाकर्मी उन्हें बचाकर बाहर ले जाने में सफल रहे। सिंधिया यहां बनी चांदपाठा झील पर ड्रेजिंग मशीन का उद्घाटन करने पहुंचे थे, लेकिन मधुमक्खियों के हमला करने की वजह से वे बिना उद्घाटन किए ही लौट गए। हालांकि थोड़ी देर बाद उन्होंने वापस आकर मशीन का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के लिए चांदपाठा झील के पानी पर बने प्लेटफॉर्म पर सेलिंब क्लब बनाया गया था, जहां केंद्रीय मंत्री सिंधिया के साथ कुछ ही लोगों को जाने की अनुमति थी। सिंधिया जैसे ही ड्रेजिंग मशीन की ओर बढ़े तभी मधुमक्खियों ने हमला कर दिया और वहां मौजूद लोगों को काटना शुरू कर दिया।
सिंधिया को बचाकर ले गए सुरक्षाकर्मी
इस दौरान जैसे ही मधुमक्खी केंद्रीय मंत्री के बालों में घुसी उनके सुरक्षाकर्मी सक्रिय हो गए और उन्हें किसी तरह सुरक्षित बचाकर कार तक ले गए। इस दौरान मधुमक्खियों ने कई नेताओं, उनके समर्थकों और पुलिसकर्मियों को अपना निशाना बनाया। कुछ लोग उपचार के लिए अस्पताल भी पहुंचे। कार्यक्रम में सिंधिया के अलावा ऊर्जा मंत्री समेत कुछ ही लोगों को चांदपाठा झील के पानी पर बने प्लेटफार्म पर जाने की अनुमति थी। बाकी लोगों को सेलिंग क्लब पर ऊपर ही रोक दिया गया था। कार्यक्रम में शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन सहित भाजपा के कई नेता भी पहुंचे थे।
घटना के बाद वापस आए सिंधिया
घटना के दौरान मधुमक्खियों ने कुछ लोगों को काट लिया था। इसके चलते कुछ देर के लिए कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था। बाद में केंद्रीय मंत्री सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद दोबारा सेलिंग क्लब पहुंचे और यहां उन्होंने ड्रेजिंग मशीन का उद्घाटन किया। साथ ही झील से जलकुंभी को हटते हुए भी देखा।
1.2 करोड़ रुपए की नई मशीन लगी
उल्लेखनीय है कि शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क की चांदपाठा झील को रामसर साइट घोषित किया गया है। यहां झील में मौजूद जलकुंभी को हटाने के लिए 1 करोड़ 20 लाख की लागत से ड्रेजिंग मशीन लगाई गई है। इसी का उद्घाटन करने सिंधिया यहां पहुंचे थे। जलकुंभी की वजह से यहां नौका विहार बंद है। साथ ही पर्यटकों की संख्या भी लगातार घटती जा रही थी।