राजनीति
गुजरात में आप के भविष्य को लेकर उठे सवाल, अब किसके नाम पर मांगेंगी वोट?
9 Feb, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद| दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की हार के बाद अब उसके भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं| गुजरात समेत कई राज्यों में संघर्ष कर रही आप अब किसके नाम पर वोट मांगेगी| दिल्ली आप का गढ़ था, जिसमें सेंध लगाने में भाजपा आखिरकार सफल हो गई है| दिल्ली में हार के बाद अब गुजरात में आप के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है| गुजरात विधानसभा के गत चुनाव में 5 सीटें जीतने वाली आप के 2 विधायक पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं| गत लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने का दावा करनेवाले आप अपना दिल्ली का गढ़ जीत नहीं पाई| आप के चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी अपनी सीट से चुनाव हार चुके हैं| केजरीवाल ही नहीं आप के कई मंत्री और बड़े चेहरे भी अपनी सीट नहीं बचा पाए| जो अपने गढ़ में जीत पाया, उसका भविष्य कैसा होगा? इसे लेकर सवाल उठने लगे हैं| पहले आप गुजरात में अरविंद केजरीवाल के नाम से वोट मांगती थी और कहती थी कि दिल्ली में जैसा केजरीवाल का शासन है, वैसा ही गुजरात में होगा| लेकिन दिल्ली में अरविंद केजरीवाल का जादू नहीं चला और आप को हार का सामना करना पड़ा है| दिल्ली में अरविंद केजरीवाल यमुना की सफाई, शिक्षा और स्वास्थ्य के नाम पर वोट मांगे थे| लेकिन दिल्ली के जनता ने केजरीवाल पर भरोसा करने के बजाए भाजपा की वोट से झोली भर दी| गुजरात की एक और खास बात यह है कि यहां की जनता ने कभी तीसरे मोर्चे को ज्यादा तवज्जो नहीं दी| दिल्ली में केजरीवाल की हार के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि अब प्रदेश प्रमुख इसुदान गढ़वी और पार्टी नेता गोपाल इटालिया किसका नाम लेकर जनता के बीच जाएंगे और वोट मांगेंगे? क्योंकि दिल्ली में केवल आप ही नहीं हारी बल्कि उसके संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी चुनाव हार गए हैं| जिसे देखते हुए अब गुजरात में आप के भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं|
दिल्ली चुनाव पर प्रियंका गांधी का रिएक्शन, AAP पर साधा निशाना; कहा- 'लोग तंग आ चुके हैं'
8 Feb, 2025 08:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं. भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल किया है. वहीं, आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है और उसका 10 साल का शासन खत्म हो गया है. वहीं, कांग्रेस एक बार फिर चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई है. अब इस चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा का पहला बयान सामने आया है. प्रियंका ने आम आदमी पार्टी पर बड़ा कटाक्ष किया है.
लोग बदलाव चाहते थे- प्रियंका गांधी
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा- " "मुझे लगता है कि दिल्ली में हमारी सभी बैठकों और जिन लोगों से मैं मिल रही थी, उनसे यह बिल्कुल साफ था कि लोग बदलाव चाहते थे और वे उन चीजों से तंग आ चुके थे. उन्होंने बदलाव के लिए वोट दिया है, जीतने वालों को बधाई. हमें और मेहनत करनी होगी, हम लोगों के मुद्दे उठाते रहेंगे।''
किसको कितनी सीटें मिलीं?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 48 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर सिमटती दिख रही है। वहीं, कांग्रेस को लगातार तीसरी बार दिल्ली चुनाव में 0 सीटें मिली हैं। हालांकि, कई सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने आम आदमी पार्टी के वोट काटे हैं और बड़ा नुकसान पहुंचाया है।
हार के बाद क्या बोले केजरीवाल?
अरविंद केजरीवाल ने जीत के लिए भाजपा को बधाई दी और जनादेश स्वीकार किया। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि दिल्ली की जनता की उम्मीदें पूरी होंगी। केजरीवाल ने कहा कि वह सत्ता के लिए राजनीति में नहीं आए हैं। उनकी पार्टी का मानना है कि राजनीति सेवा का जरिया है और आम आदमी पार्टी सत्ता से बाहर रहकर भी लोगों की सेवा कर सकती है। केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा, ''आपने बहुत अच्छा चुनाव लड़ा। इस दौरान आपको बहुत कुछ सहना पड़ा, लेकिन आपने पूरी मेहनत के साथ अच्छा चुनाव लड़ा। इसके लिए बधाई।''
PM मोदी- 'दिल्ली ने दिल खोलकर प्यार दिया': भाजपा मुख्यालय में प्रधानमंत्री मोदी
8 Feb, 2025 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करके भाजपा ने 27 साल का सूखा खत्म कर दिया है। भारी बहुमत से चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। जीत के जश्न में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो रहे हैं। वे भाजपा मुख्यालय पहुंच गए हैं। वे यहां कार्यकर्ताओं और दिल्ली की जनता को जीत की बधाई दे रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आज दिल्ली के लोगों में उत्साह और सुकून भी है। मैंने हर दिल्ली से प्रार्थना की थी भाजपा को सेवा का अवसर दीजिए है। दिल्ली के हर परिवारीजन को मोदी को गारंटी पर भरोसा करने के लिए नमन करता हूं। दिल्ली की जनता ने दिल खोलकर प्यार दिया। दिल्ली के लोगों का यह प्यार और विश्वास हम पर कर्ज है। इसे अब दिल्ली की डबल इंजन सरकार तेजी से विकास करके चुकाएगी। आज की यह ऐतहासिक विजय सामान्य विजय नहीं है। दिल्ली के लोगों ने आपदा को बाहर कर दिया। एक दशक की आपदा से दिल्ली मुक्त हुई। दिल्ली में विकास, विजन और विश्वास की जीत हुई। आंडबर, अराजकता, अहंकार और आपदा की हार हुई है। इस नतीजे में भाजपा कार्यकर्ताओं की दिन रात की मेहनत, परिश्रम विजय को चारचांद लगाता है। सभी कार्यकर्ता विजय के हकदार हैं। सभी को विजय की बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने साफ किया कि दिल्ली की असली मालिक जनता है। जिनको दिल्ली का मालिक होने का घमंड था, उनका सच से सामना हुआ है। दिल्ली के जनादेश से ये भी साफ है कि राजनीति में शॉर्टकट, झूठ-फरेब के लिए कोई जगह नहीं है। जनता ने शॉर्टकट वाली राजनीति का शॉर्ट सर्किट कर दिया। लोकसभा चुनाव में भी दिल्ली ने निराश नहीं किया। तीन चुनावों में दिल्ली लोगों ने भाजपा को सात सीटों पर विजयी बनाया। पीएम मोदी ने कहा कि कार्यकर्ताओं के मन में दिल्ली की पूरी तरह से सेवा न कर पाने की टीस थी। आज वह टीस खत्म हुई। अब युवा पहली बार दिल्ली में भाजपा का सुशासन देखेंगे। नतीजों से साफ है कि लोगों में भाजपा की डबल इंजन सरकार के प्रति भरोसा है।
उन्होंने कहा कि हमने पहले हरियाणा, फिर महाराष्ट्र और अब दिल्ली में नया इतिहास रचा है। हमारा दिल्ली अब एक शहर नहीं है, ये दिल्ली मिनी हिंदुस्तान है, लघु भारत है। दिल्ली एक भारत-श्रेष्ठ भारत के विचार को जी जान से जीती है। दिल्ली में पूरे देश के लोग हैं। दिल्ली विविधताओं से भरे भारत का लघुरूप है। आज दिल्ली ने भाजपा को प्रचंड जनादेश का आशीर्वाद दिया है। दिल्ली में हर जगह कमल खिला है। हर भाषा और राज्य के लोगों ने कमल पर मुहर लगाई। इस चुनाव में मैं जहां भी गया वहां मैं गर्व से कहता था कि मैं तो पूर्वांचल से सांसद हूं। पूर्वांचल से मेरा अपनेपन का रिश्ता है। पूर्वांचल के लोगों ने रिश्ते को प्यार, विश्वास की नई ऊर्जा दी है।
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि ऐतिहासिक जीत पर कार्यकर्ताओं की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन करता हूं। पीएम मोदी के नेतृत्व में एक के बाद एक पार्टी ने जीत हासिल की है। मैं दिल्ली की जनता को बधाई देता हूं। दिन रात मेहनत करने वाले पार्टी के कार्यकर्ताओं को साधुवाद। यह चुनाव और इससे पहले लोकसभा चुनाव में दिल्ली की जनता ने स्पष्ट संदेश दिया कि दिल्ली के दिल में मोदी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 10 साल में राजनीतिक संस्कृति में परिवर्तन किया। विकासवाद, गरीब, दलित की चिंता और काम किया, उस पर नतीजों ने मुहर लगाई है। एक समय में राजनीति में लोकलुभावने भाषण दिए जाते थे। पीएम मोदी ने रिपोर्ट कार्ड की राजनीति को जन्म दिया। उन्होंने जो कहा वो किया और जो नहीं कहा वह भी किया। यह बात जन-तन के जुबान पर चढ़ गई कि मोदी की गारंटी पूरी होती है।
उन्होंने कहा कि चुनाव का संदेश कट्टर बेईमान नेता और कट्टर बेईमान पार्टी को मुंहतोड़ जवाब है। उन्होंने दिल्ली को कूड़ादान बना दिया था। उन्होंने घर-घर के आगे कूड़ों का ढेर लगा दिया। शुद्ध पानी की जगह जनता को गंदा पानी पीने को मजबूर किया। दिल्ली के बच्चों को विज्ञान की पढ़ाई से दूर रखा। लोगों को गड्ढों वाली सड़कों से दूर रखा। दिल्ली की जनता ने उनको घर बिठाया। आपदा आम आदमी पार्टी झूठ बोलने की फैक्टरी है। झूठ की संपदा है। भ्रष्टाचार के नए-नए तरीके निकालने वाली फैक्टरी है। कट्टर ईमानदार कट्टर भ्रष्टाचारी निकले। वे जेल की हवा खाकर आए। उनकी हार से स्पष्ट है कि दिल्ली की जनता ने उनके जेल जाने पर मुहर लगाई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता को एक बार फिर बधाई देता हूं। एक और पार्टी है, जो अपने स्कोर पर बनी हुई है। हर चुनाव में नतीजे उनके जीरो रहेंगे।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करने शाम सात बजे भाजपा मुख्यालय आएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों ने पीएम मोदी पर भरोसा जताया है। यह हमारी और दिल्ली की जनता की बड़ी जीत है।
विकास जीता, सुशासन जीता: पीएम मोदी:
दिल्ली चुनाव के नतीजों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि जनशक्ति सर्वोपरि! विकास जीता, सुशासन जीता। दिल्ली के अपने सभी भाई-बहनों को भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाने के लिए मेरा वंदन और अभिनंदन! आपने जो भरपूर आशीर्वाद और स्नेह दिया है, उसके लिए आप सभी का हृदय से बहुत-बहुत आभार। दिल्ली के चौतरफा विकास और यहां के लोगों का जीवन उत्तम बनाने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे, यह हमारी गारंटी है। इसके साथ ही हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि विकसित भारत के निर्माण में दिल्ली की अहम भूमिका हो। मुझे भाजपा के अपने सभी कार्यकर्ताओं पर बहुत गर्व है, जिन्होंने इस प्रचंड जनादेश के लिए दिन-रात एक कर दिया। अब हम और भी अधिक मजबूती से अपने दिल्लीवासियों की सेवा में समर्पित रहेंगे।
बेहतर विपक्ष की भूमिका निभाएंगे : केजरीवाल
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार पूर्व मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जनता का फैसला स्वीकार करते हैं। जनता की सेवा करते रहेंगे। भाजपा को जीत की बधाई देता हूं। 10 साल में हमने बहुत काम किया। हम आगे भी सुख-दुख में लोगों के काम आएंगे। बेहतर विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।
दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री की दौड़ पर सस्पेंस तेज, आखिर किसको मिलेगी कुर्सी
8 Feb, 2025 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली चुनाव: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बड़ा उलटफेर करते हुए 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के ये नतीजे काफी हद तक एग्जिट पोल की तर्ज पर ही आए हैं। लेकिन खुद अरविंद केजरीवाल का भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा से चुनाव हारना बेहद चौंकाने वाला नतीजा रहा है। इस जीत के बाद अगला सवाल यह है कि अब दिल्ली में भाजपा का मुख्यमंत्री कौन होगा? भाजपा में इस अहम पद के लिए दावेदारों की कमी नहीं है। नई पीढ़ी के नेता प्रवेश वर्मा, मनोज तिवारी और कपिल मिश्रा से लेकर विजय गोयल जैसे पुराने दिग्गजों तक कई नाम चर्चा में हैं। लेकिन आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनाव में हराने के बाद प्रवेश वर्मा की दावेदारी फिलहाल सबसे मजबूत नजर आ रही है।
क्या प्रवेश वर्मा होंगे दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री?
पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा इस समय दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के संभावित दावेदारों की कतार में सबसे आगे हैं। दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के लिए सबसे बड़ा नाम प्रवेश वर्मा का सामने आ रहा है। प्रवेश वर्मा न सिर्फ दिल्ली के प्रमुख युवा चेहरों में से एक हैं, बल्कि जाट समुदाय में भी उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। मौजूदा विधानसभा चुनाव में उनकी भूमिका काफी अहम रही है और उन्होंने कई सीटों पर पार्टी को मजबूत किया है। अगर बीजेपी प्रवेश वर्मा को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाती है तो इससे पड़ोसी हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट बहुल इलाकों में भी अच्छा संदेश जाएगा। प्रवेश वर्मा के अलावा बीजेपी के कई अन्य दिग्गज नेता भी दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हो सकते हैं।
वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में जीत
दिल्ली में बीजेपी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को भी 27 साल बाद सत्ता में वापसी का श्रेय जरूर मिलेगा। यही वजह है कि विधानसभा चुनाव न लड़ने के बावजूद उनकी नवभारत भी मुख्यमंत्री पद के संभावित दावेदारों की सूची में शामिल है। सचदेवा ने कहा है कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री का नाम तय करेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को चुना है, क्योंकि उन्हें उनका विकास मॉडल पसंद है।
मनोज तिवारी का नाम भी चर्चा में
उत्तर-पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी का नाम भी दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के संभावित दावेदारों की सूची में शामिल है। भले ही उन्होंने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा हो। भोजपुरी गायक और फिल्म स्टार से राजनेता बने मनोज तिवारी दिल्ली में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के मतदाताओं के बीच उन्हें काफी लोकप्रिय माना जाता है।
कपिल मिश्रा भी हो सकते हैं दावेदार
कभी आम आदमी पार्टी में रहे कपिल मिश्रा ने भी पिछले कुछ सालों में दिल्ली भाजपा की राजनीति में अपनी अलग जगह बनाई है। कपिल मिश्रा अपने आक्रामक और हिंदुत्ववादी तेवर के लिए जाने जाते हैं। अगर उन्हें मौका दिया जाता है तो इसका मतलब यह निकाला जाएगा कि भाजपा दिल्ली में हिंदुत्व के एजेंडे को और तेजी से आगे बढ़ाना चाहती है।
क्या विजय गोयल की वरिष्ठता काम आएगी?
दिल्ली में भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शुमार विजय गोयल को मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर नहीं माना जा सकता। पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोयल संगठन के कद्दावर नेता हैं। अगर पार्टी नेतृत्व किसी अनुभवी नेता को मौका देना चाहे तो विजय गोयल की दावेदारी मजबूत हो सकती है।
दिल्ली चुनाव 2025: ज़बरदस्त मतों से CM आतिशी की जीत
8 Feb, 2025 01:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली चुनाव: CM आतिशी की हुई जीत. प्रतिद्वंद्वी रमेश बिधूड़ी को पछाड़ा। 2738 वोटो का मिला साथ
दिल्ली: 600 वोटों से हारे मनीष सिसोदिया, केजरीवाल की हुई हार
8 Feb, 2025 12:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जंगपुरा चुनाव परिणाम दिल्ली: आम आदमी पार्टी मनीष सिसोदिया भारत के चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार जंगपुरा सीट पर सिर्फ 600 वोटों से हार गए हैं। बता दे CM आतिशी पीछे चल रही है वही केजरीवाल की हुई हार, प्रदेश वर्मा से हारे। 4025 वोटो से हारे केजरीवाल।
एनडीए के उपाध्यक्ष बनना चाहते थे एन चंद्रबाबू नायडू :देवगौड़ा
7 Feb, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली,। पूर्व पीएम और जेडीएस अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने दावा किया कि आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद एनडीए के उपाध्यक्ष बनना चाहते थे, लेकिन पीएम मोदी ने उनका यह प्रस्ताव ठुकरा दिया। देवगौड़ा ने यह दावा राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा ।
उन्होंने कहा कि 2024 में जब नरेंद्र मोदी को 240 सीटें मिलीं तब चंद्रबाबू नायडू और उनके सांसद एनडीए के सभी दलों द्वारा बनाई गई समिति के उपाध्यक्ष या अध्यक्ष बनना चाहते थे, लेकिन मोदी ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं होगा। उन्हें प्रशासन चलाने का अनुभव है, वे देश को बिना किसी उथल-पुथल के चला सकते हैं और वे देश के एकमात्र सबसे बड़े नेता हैं जो इसका नेतृत्व कर सकते हैं।
देवगौड़ा के इस बयान के बाद राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को इस मुद्दे पर संक्षिप्त बयान देने को कहा। नड्डा ने देवगौड़ा के दावे को खारिज करते हुए कहा कि देवगौड़ा जो एनडीए के साझेदार हैं और पूर्व पीएम भी हैं उन्होंने पीएम मोदी द्वारा नेतृत्व किए गए सरकार के बारे में एक मुद्दा उठाया है। मैं पार्टी के अध्यक्ष के रूप में इस मामले को साफ कर देना चाहता हूं। एनडीए में ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई थी और सभी ने पीएम मोदी के नेतृत्व में अपनी ताकत लगाने का फैसला किया है। बता दें जेडी (एस) एनडीए का हिस्सा है, जिसके लोकसभा में दो सांसद हैं। देवगौड़ा के बेटे एचडी कुमारस्वामी केंद्रीय भारी उद्योग और इस्पात मंत्री हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ी
7 Feb, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । दिल्ली विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ी है। होली से पहले चुनाव आयोग की टीम बिहार का दौरा करेगी। सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग की टीम बिहार में दो दिनों तक रहेगी। टीम पहले डीएम के साथ पहली समीक्षा बैठक करेगी। इसके बाद मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ बैठक होगी है। इसमें इनकम टैक्स, उत्पाद विभाग सहित अन्य एजेंसियों के अधिकारी शामिल होने वाले है। सूत्रों के मुताबिक, इस बार मतदान नवंबर में हो सकता है, क्योंकि दिवाली और छठ पर्व अक्टूबर में है। आयोग पर्व के बाद ही वोटिंग करा सकता है। चुनाव की तारीखों का ऐलान सितंबर के अंतिम सप्ताह में में हो सकता है।
बिहार दौरे पर चुनाव आयोग की टीम 3 काम करेगी…
टीम ईवीएम की एफएलसी यानी फर्स्ट लेवल चेकिंग की जांच करेगी। ईवीएम की भी चेकिंग करेंगी। यह सब मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की मौजूदगी में होगा। मतदान की प्रक्रिया में प्रयोग होने वाला ईवीएम और वीवीपेट की रैंडमली जांच होगी। पटना में टीम अधिकारियों के साथ बैठक के अलावा फील्ड का भी जायजा लेगी। भागलपुर, मुजफ्फरपुर जैसे जिले का दौरा कर वहां समीक्षा करेगी।
आज जनता ने राहुल, अखिलेश और केजरीवाल को नकार दिया
7 Feb, 2025 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को पीएम मोदी को व्यापक विचार रखने वाला बताया। उन्होंने कहा कि देश का मान बढ़ाने के साथ पीएम मोदी आगे बढ़ रहे हैं। गिरिराज ने कहा कि पीएम मोदी भारत को सर्वश्रेष्ठ बनाने की दिशा में तत्पर हैं। उनके पास राष्ट्र को सर्वश्रेष्ठ बनाने का विचार है, जिसे वे जमीन पर उतारने का काम कर रहे हैं।।
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने सांसद राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अखिलेश हो या राहुल या फिर केजरीवाल इन लोगों को जनता ने नकार दिया है। इन लोगों को देश की जनता अब पसंद नहीं करती है।
वहीं, मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में धांधली के आरोप पर उन्होंने कहा कि जनता अखिलेश यादव को नकार चुकी है, इसलिए उनके मन में खीज है। अखिलेश को जनता ने पहले भी नकारा और अब भी नकारा है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर भी निशाने साधते हुए कहा कि उन्हें इस चुनाव में 16 सीटें भी नहीं मिल रही हैं। दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने हमारे 16 उम्मीदवारों को फोन किया है। हमारे विधायकों से कहा गया है कि आप हमारे साथ आ जाएं, हम आपको मंत्री बना देंगे।
केजरीवाल ने कहा-एग्जिट पोल के सर्वे फर्जी उनके सहारे माहौल बनाकर उम्मीदवारों को तोड़ा जा रहा
7 Feb, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव की काउंटिंग से पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने सभी 70 उम्मीदवारों को लेकर अहम बैठक बुलाई है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बताया जा रहा है कि यह बैठक शुक्रवार होगी। बैठक ऑपरेशन लोटस के आरोपों के बीच बुलाई गई है। बता दें कि शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे।
आप के सांसद संजय सिंह ने वोटों की गिनती से पहले बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में नतीजों से पहले ऑपरेशन लोटस शुरू हो गया है। आप के सात विधायकों को 15-15 करोड़ की पेशकश की जा रही है। इसके लिए फोन आने लगे हैं। वहीं केजरीवाल ने एग्जिट पोल पर सवाल उठाते हुए कहा कि कुछ एजेंसी दिखा रही हैं कि गाली-गलौज पार्टी की 55 से ज्यादा सीट आ रही हैं। केजरीवाल ने दावा किया कि दो घंटे में उनके 16 उम्मीदवारों के पास फोन आ चुके हैं और पार्टी छोड़कर आने पर मंत्री बनाने के साथ 15-15 करोड़ रुपए के ऑफर दिए जा रहे हैं। केजरीवाल ने एक्स पर लिखा कि अगर इनकी पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रहीं हैं, तो हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है? केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि एग्जिट पोल के सर्वे फर्जी हैं और उनके सहारे माहौल बनाकर उम्मीदवारों को तोड़ा जा रहा है।
बता दें कि दिल्ली चुनाव की शनिवार को मतगणना को लेकर चुनाव आयोग और प्रशासन सुरक्षा को लेकर पूरी तरह मुस्तैद है। ईवीएम को स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया है। राजधानी की 19 जगहों पर हर एक विधानसभा क्षेत्र के लिए कुल 70 स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा के लिए प्रोटोकॉल के मुताबिक सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं। इनमें 24 घंटे तीन स्तरीय सुरक्षा की जा रही है।
सेल्वन का दावा, कहा-पूर्ण बहुमत से बनाएगी दिल्ली में बीजेपी सरकार
7 Feb, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। दिल्ली विधानसभा मतदान संपन्न होने के बाद आए एग्जिट पोल के रुझानों के बाद महाराष्ट्र के बीजेपी नेता आर तमिल सेल्वन ने अरविंद केजरीवाल को लेकर बड़ा दावा किया है उन्होंने कहा कि केजरीवाल चुनाव नहीं जीतेंगे और वह दोबारा जेल जाएंगे। सेल्वन ने कहा कि सभी एग्जिट पोल बता रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल चुनाव हार रहे हैं, क्योंकि उन्होंने झूठे वादे कर दो बार तो चुनाव जीता, लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा और वह फिर से जेल जाएंगे। बीजेपी दिल्ली में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। एग्जिट पोल में कांग्रेस के कमजोर नजर आने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ दिल्ली में ही नहीं, पूरे देश से खत्म हो रही है। हरियाणा के विधानसभा चुनाव में हार मिली। महाराष्ट्र में बीजेपी ने 132 सीटों पर जीत हासिल की। यहां कांग्रेस को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा। धीरे-धीरे हर राज्य कांग्रेस मुक्त हो रहा है।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कांग्रेस एक-दो प्रदेशों में ही रह जाएगी। फिर सोनिया गांधी वापस इटली जाएंगी। राहुल गांधी किधर जाएंगे पता नहीं। उन्होंने कहा कि एक कारण यह भी है कि 2014 में पीएम मोदी के आने के बाद लोगों के विकास के लिए योजनाएं लाई गईं जिसमें आयुष्मान योजना, आवास योजना। बीजेपी ने 10 साल में वह कार्य किए हैं, जो कांग्रेस 60 साल में भी नहीं कर पाई। इसलिए बीजेपी पर जनता का विश्वास बढ़ा है।
तिरुपति बालाजी मंदिर में गैर-हिंदुओं की सेवा समाप्त करने पर सेल्वन ने कहा कि तिरुपति देवस्थानम बोर्ड का कहना है कि किसी भी धर्म का कोई भी व्यक्ति बालाजी मंदिर में दर्शन के लिए आ सकता है। हालांकि उन्हें देवस्थानम के नियम और कानून के बारे में पूछना चाहिए कि क्या गैर-हिंदू उनकी समिति में हो सकते हैं। हिन्दुओं की एकजुटता पर आरएसएस प्रमुख के बयान पर सेल्वन ने कहा कि मोहन भागवत ने सही कहा है और इस मामले में पीएम मोदी ने भी एक हैं तो सुरक्षित हैं का उल्लेख किया है।
आप और बीजेपी के अपने जीत के दावे लेकिन दिल्ली में वोटिंग के बाद भी कॉन्फिडेंट क्यों नहीं कांग्रेस
7 Feb, 2025 12:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग के बाद अब इंतजार तो सिर्फ रिजल्ट का है। उससे तीन दिन पहले शाम को वोटिंग के बाद आए एग्जिट पोल के नतीजे भाजपा के पक्ष में जाते दिख रहे हैं। लगभग हर एग्जिट पोल के नतीजे यह बता रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी का दिल्ली में 27 साल का सूखा खत्म होने वाला है और वहां कमल खिलना तय है। आम आदमी पार्टी ने एग्जिट पोल को सिरे से खारिज करते हुए फिर से सरकार बनाने का दावा किया है जिसके मुखिया अरविंद केजरीवाल होंगे। अब यह तो 8 फरवरी को ही पता चलेगा,लेकिन रेस में तीसरी पार्टी कांग्रेस एग्जिट पोल के बाद भी पूरी तरह से कॉन्फिडेंट नहीं दिख रही है। एग्जिट पोल के नतीजे हालांकि कांग्रेस के लिए कुछ खास भी लेकर नहीं आए हैं और अमूमन हर पोल उसे ज्यादा से ज्यादा 2 या 0-1 सीटें देते दिख रहे हैं। आप और बीजेपी के उलट कांग्रेस ने हालांकि एग्जिट पोल को पूरी तरह से नहीं नकारा है। सवाल यह भी है कि आप और बीजेपी जहां एक ओर अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओरस कांग्रेस काफी सतर्कता से जवाब दे रही है। उसका कहना है कि हमें 8 फरवरी का इंतजार करना होगा। आइए कांग्रेस के इस रुख के पीछे की वजह क्या है? कांग्रेस के शीर्ष नेताओं जिनमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे शामिल हैं, ने किसी भी रैली में ऐसा विश्वास नहीं जताया या जनता के सामने विकल्प नहीं रखा जिससे लगे कि दिल्लीवालों को अब इन्हें वोट करना चाहिए। कांग्रेस के दिल्ली के नेताओं जैसे देवेंद्र यादव, नई दिल्ली से उम्मीदवार संदीप दीक्षित को भी यह अंदरखाने पता चल गया है कि यह लड़ाई उतनी आसान रही नहीं। राहुल और प्रियंका की रैलियों को ही ले लीजिए। राहुल गांधी ने सीलमपुर से दिल्ली के चुनावी रण का आगाज तो किया, पर उसके बाद जोश धीमा हो गया। दो बार तो तबीयत का बहाना बताकर रैलियां रद्द करनी पड़ीं। पहली रैली में केजरीवाल पर उतने हमलावर नहीं हुए, बाद में आप संयोजक के एक्स पोस्ट के बाद थोड़ी कहानी बदली। प्रियंका गांधी ने भी दिल्ली में अपने आपको काफी देर बाद उतारा, आम आदमी पार्टी और भाजपा पर हमलावर रहीं पर शायद थोड़ी कमी दिखी। कहते हैं न कि आपके पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश आपके शीर्ष नेता या हाईकमान ही भरता है, पर ऐसा लगा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने उस तरह से लड़ाई नहीं लड़ी। एग्जियट पोल से पहले भी कई राजनीतिक पंडितों ने हर मंच से आप और बीजेपी को ही रेस में आगे बताया था,जिसमें कई ने तो नेक टू नेक के अलावा बीजेपी या आप की सरकार बनवा रहे थे। कांग्रेस को तीसरे पर ही रखा था। कांग्रेस अपनी प्यारी दीदी योजना,महंगाई मुक्ति योजना, युवाओं के लिए 8500 रुपये और वृद्धजनों के लिए 5000 रुपये महीने जैसी कई स्कीम लेकर आई थी पर इन योजनाओं से वह लोगों के मन में उस तरह से जगह नहीं बना पाई जैसा आप और भाजपा करते आ रहे थे। 12 साल बाद भी कांग्रेस के नेताओं ने बार-बार शीला दीक्षित वाली दिल्ली की याद दिलाई। 12 साल बाद काफी कुछ बदला है। मतदाता के सामने आप अपने विजन को कम और 12 साल पहले की सरकार की याद दिलाएंगे तो शायद ही कोई जल्दी उसे याद करे। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस क्या एग्जिट पोल्स को गलत साबित कर कुछ करिश्मा कर पाएगी या फिर हाथ खाली रहेगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आएंगे
7 Feb, 2025 11:27 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। ऐसे में चुनावी नतीजों के पहले तमाम एग्जिट पोल में बीजेपी को बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। ऐसे में अगर आम आदमी पार्टी चुनाव जीतती है तो ये उसकी लगातार चौथी बार जीत होगी, वहीं अगर बीजेपी जीतती है तो उसका दिल्ली में सालों का वनवास खत्म हो जाएगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव के फाइनल नतीजे आठ फरवरी को आएंगे। सूबे की 70 सीट पर बुधवार को 60.44 फीसदी वोटिंग हुई है और 699 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम मशीन में कैद हो चुकी है। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आए ज्यादतर एग्जिट पोल में बीजेपी को बहुमत को बहुमत मिलता दिखाया गया है तो कुछ सर्वे आम आदमी पार्टी सरकार बनाती दिख रहे हैं। ऐसे में दिल्ली के सत्ता की असल तस्वीर शनिवार को नतीजे से साफ होगी। दिल्ली में वोटिंग खत्म होने के बाद से अब सभी की निगाहें इस बात पर लगी हैं कि दिल्ली में अबकि बार किसकी सरकार बनेगी। क्या दिल्ली की सत्ता में आम आदमी पार्टी का वर्चस्व बरकार रहेगा या फिर बीजेपी 27 साल के बाद सत्ता में वापसी करेगी। दिल्ली का चुनाव सिर्फ प्रदेश की सत्ता को नहीं तय करेगा बल्कि उसके सियासी इम्पैक्ट भी पढ़ेगा। बीजेपी और आम आदमी पार्टी के जीत और हार के अपने-अपने सियासी मायने हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी इस बार भी विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब रहती है तो दिल्ली में लगातार चौथी बार सरकार बनाने का इतिहास रच देगी। इस जीत का असर दिल्ली की सियासत पर ही नहीं बल्कि देश की राजनीति पर भी पड़ेगा। अरविंद केजरीवाल के सियासी कद में जबरदस्त इजाफा होगा और विपक्ष के सबसे बड़े नेता के तौर पर बन जाएगा, जो लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के चेहरे पर दिल्ली में बीजेपी को हराने वाले नेता की। इस बात का प्रचार अरविंद केजरीवाल देशभर में करेंगे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी जीत का चौका लगाते ही अरविंद केजरीवाल को अपनी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने के मकसद को मजबूती मिलेगी। गुजरात, पंजाब, दिल्ली के बाद केजरीवाल दूसरे राज्यों में अपने सियासी पैर पसारते नजर आ रहे हैं। इंडिया ब्लॉक के भीतर गैर कांग्रेसी दल फिर केजरीवाल के पक्ष में और मजबूती से जुड़ेंगे, जिसके चलते कांग्रेस के लिए अपनी सियासी जमीन बचाए रखना और भी मुश्किल हो जाएगा। दिल्ली में अगर आम आदमी पार्टी चुनाव जीतने में सफल नहीं रहती तो सिर्फ सत्ता ही बेदखल नहीं होगी बल्कि, केजरीवाल के लिए अपनी सियासत को बचाए रखना मुश्किल हो जाएगा। इसका असर यह है कि दिल्ली के विकास म़ॉडल को पूरे देश में केजरीवाल सर्वश्रेष्ठ बताते रहे हैं, उसी दिल्ली में अगर आम आदमी पार्टी की हार जाती है तो उनके विकास मॉडल पर भी सवाल खड़े होने लगेंगे। इस तरह केजरीवाल की राजनीति जिस विकास मॉडल पर खड़ी हुई है, वो विपक्ष के सवालिया निशाने पर आ जाएगी। दिल्ली की हार मिलती है तो केजरीवाल के लिए एक बड़ा व्यक्तिगत झटका होगा, जिससे राजनीति में उनके भविष्य को लेकर सवाल उठ सकते हैं। दिल्ली का असर पंजाब की सियासत पर भी पड़ेगा। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के विस्तार को लेकर अरविंद केजरीवाल की योजना को झटका लगेगा। इंडिया गठबंधन के जो दल कांग्रेस के बजाय आम आदमी पार्टी के साथ खड़े थे, वो फिर से दूरी बनाते नजर आएंगे।
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोरदार जवाब दिया
7 Feb, 2025 10:18 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । राज्यसभा में गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोरदार जवाब दिया। इस मौके पर पीएम मोदी ने हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट का जिक्र किया। पीएम मोदी ने राज्यसभा को संबोधित कर कहा कि यह बजट हमारे समाज के गरीब लोगों के हित में है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि हमने अपने देश की सीमाओं पर बसे गांवों के प्रति अपना नजरिया बदला। पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष के बजट में हमारी सरकार ने समाज के कई छोटे-छोटे क्षेत्रों को छुआ है, जैसे चमड़ा और फुटवियर कारोबार इसमें शामिल है। इससे हमारे समाज के गरीब लोगों को लाभ होगा। उदाहरण के लिए, खिलौना उद्योग में ज्यादातर गरीबों को रोजगार मिलता है। इससे बहुत बड़ा बदलाव आया है। पहले हम खिलौने आयात करते थे, लेकिन आज हम तीन गुना खिलौने निर्यात करने की स्थिति में हैं।
उन्होंने कहा कि देश भर में कई क्षेत्रों में पहले बहुत ज्यादा विकास नहीं हुआ था। दशकों तक हमारी सीमाओं पर बसे गांवों की अनदेखी हुई। हमारी सरकार ने उनके प्रति अपना नजरिया बदला। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने उन्हें पहले गांव के रूप में पहचाना और उनके विकास पर विशेष ध्यान दिया। हमारे पिछले कार्यकाल के दौरान कैबिनेट मंत्रियों को इन गांवों में भेजा गया और वे वहां कई दिनों तक रुकें और उनकी समस्याओं को समझें और उनका समाधान किया।
यूसीसी का जिक्र कर पीएम मोदी ने कहा कि हम अपने संविधान निर्माताओं से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ रहे हैं। जो लोग समान नागरिक संहिता पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हम सिर्फ अपने संविधान निर्माताओं के बताए रास्ते पर चल रहे हैं। कांग्रेस ने हमारे संविधान के काम और भावनाओं को नष्ट किया है।
इस मौके पर लता मंगेशकर, बलराज साहनी को याद कर पीएम मोदी ने कहा कि साहनी जैसे प्रसिद्ध अभिनेता और कवियों को सिर्फ इसलिए जेल में डाल दिया गया क्योंकि उन्होंने कांग्रेस सरकारों का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि लता के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने वीर सावरकर पर एक कविता लिखी थी और उस कविता को आकाशवाणी पर गाना चाहते थे। उन्हें आकाशवाणी से आजीवन प्रतिबंधित किया गया। जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री थे और मुंबई में मजदूरों की एक हड़ताल हुई थी। उसमें मशहूर गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी ने एक गीत गाया था। इस पर नेहरू जी ने सुल्तानपुरी को जेल में ठूंस दिया था।
उन्होंने कहा कि देश ने इमरजेंसी का भी दौर देखा है। अभिनेता देवानंद से आग्रह किया गया कि वे इमरजेंसी का समर्थन करें, लेकिन उन्होंने साफ-साफ इंकार कर दिया। इसलिए दूरदर्शन पर देवानंद की सभी फिल्मों को प्रतिबंधित किया गया। ये संविधान की बातें करने वाले लोगों ने सालों से उस संविधान को अपनी जेब में रखा है। किशोर कुमार ने कांग्रेस के लिए गाना गाने से मना किया, इस एक गुनाह के लिए आकाशवाणी पर उनके गानों को बैन किया गया। आपातकाल में जॉर्ज फर्नांडीस सहित देश के महानुभावों को हथकड़ियां पहनाई गई थी, जंजीरें पहनाई गई थीं। देश के गणमान्य लोगों को जंजीरों से बांधा गया था। उनके मुंह से संविधान शब्द शोभा नहीं देता है। शाही परिवार के अहंकार के लिए देश को जेलखाना बना दिया गया। जिसने निकलने के लिए बहुत लंबा संघर्ष चला।
कांग्रेस रंग बदलने में माहिर
7 Feb, 2025 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति ने विस्तार से चर्चा की है, देश को आगे की दिशा भी दिखाई है। राष्ट्रपति जी का अभिभाषण प्रेरक भी था, प्रभावी भी था और हम सबके लिए भविष्य के काम पर मार्गदर्शक भी था। इसे जिसने जैसा समझा, वैसे समझाया। उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास पर यहां बहुत कुछ कहा गया। इसमें कठिनाई क्या है। ये तो हम सबका दायित्व है। जहां तक कांग्रेस का सवाल है, उनसे इसके लिए कोई अपेक्षा करना बहुत बड़ी गलती हो जाएगी। ये उनकी सोच, समझ के बाहर है और रोडमैप में भी सूट नहीं करता। इतना बड़ा दल एक परिवार के लिए समर्पित हो गया है। उसके लिए ये संभव ही नहीं है।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस के मॉडल में फैमिली फस्र्ट सर्वोपरि रहा है। देश की जनता ने हमें तीसरी बार लगातार सेवा का मौका दिया। ये बताता है कि देश की जनता ने हमारे विकास के मॉडल को परखा है, समझा है और समर्थन दिया है। हमारा ये मॉडल एक शब्द में कहना हो तो कहूंगा- नेशन फस्र्ट। इसी उम्दा भावना के साथ वाणी-वर्तन, नीतियों में इसी एक बात को मानदंड मानकर सेवा करने का प्रयास किया है।
आदिवासी समाज के लिए पीएम जनमन योजना बनाई
कुछ समूह ऐसे हैं, जिनकी संख्या कम है। जो बिखरे हुए हैं। राष्ट्रपति से उनको विकास का गाइडेंस मिला। आदिवासी समाज में वंचित लोगों के लिए पीएम जनमन योजना बनाई, जिससे उनका विकास हो।
जिसको किसी ने नहीं पूछा, उसको मोदी पूजता है
गरीब, वंचित का कल्याण यह हमारी प्राथमिकता है। इस बार के बजट में हमने लैदर फुटवियर इंडस्ट्री को लाभ दिया है। इसका लाभ गरीब और वंचित समाज को मिलेगा। समाज के इस वर्ग के लोग ही टॉयज बनाते हैं, हमने उनको मदद की। आज हमारे टॉयज एक्सपोर्ट हो रहे हैं। इसका लाभ वंचितों को मिल रहा है। मछुआरा समुदाय के लिए अलग मिनिस्ट्री बनाई। साथ ही उनके लिए किसान क्रेडिट कार्ड के फायदे दिए। 40 हजार करोड़ रुपए से फिशरीज सेक्टर को बल दिया है। इससे हमारा मछली उत्पादन और एक्सपोर्ट दो गुना हुआ है। इसका लाभ मछुआरा समाज को हुआ है।
हमने बाबा साहेब की सोच को आगे बढ़ाया
एससी-एसटी समुदाय की आर्थिक लाचारी बाबा साहेब समाप्त करना चाहते थे। कांग्रेस ने उसे गहरा संकट बना दिया। 2014 में हमारी सरकार ने इस सोच को बदला। हमने स्किल डेवलपमेंट, इंडस्ट्रियल ग्रोथ पर जोर दिया। विश्वकर्मा योजना बनाकर पारंपरिक काम करने वालों की पहली बार चिंता की। हमने उन्हें ट्रेनिंग दिया, औजार दिया, डिजाइनिंग में मदद, आर्थिक सहायता और बाजार उपलब्ध कराया। हमने मुद्रा योजना से जिन लोगों को पहली बार उद्यम में आना था। उन्हें हमने बिना गारंटी का लोन दिया। स्टैंडअप योजना में 1 करोड़ रूपए का बिना गांरटी का लोन दिया। इसे बजट में डबल किया। इससे वंचित समाज को लाभ मिला।
कांग्रेस को मजबूरन जय भीम बोलना पड़ता है
इतिहास की ओर थोड़ी नजर डालें तो बाबा साहेब अंबेडकर के साथ कांग्रेस को कितनी नफरत रही थी, उनके प्रति कितना गुस्सा था, इसके सारे दस्तावेज मौजूद हैं। इस गुस्से को बाबा साहब को दो-दो बार चुनाव में पराजित करने के लिए क्या-क्या नहीं किया गया। कभी भी बाबा सहेब को भारत रत्न के योग्य नहीं समझा गया। इतना ही नहीं, इस देश के लोगों ने बाबा साहब की भावना का आदर किया। तब आज मजबूरन कांग्रेस को जय भीम बोलना पड़ रहा है, उनका मुंह सूख जाता है। कांग्रेस रंग बदलने में बड़ी माहिर है। इतनी तेजी से अपना नकाब बदल देते हैं। ये इसमें साफ-साफ नजर आ रहा है।