राजनीति
योगी का विरोधियों को जबाव, जीवन भर वीवीआईपी ट्रीटमेंट लेने वाले लोग आज महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार करने में जुटे
12 Feb, 2025 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । सीएम योगी ने महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार करने वालों पर भी करारा प्रहार किया। योगी ने कहा कि जीवन भर वीवीआईपी ट्रीटमेंट लेने वाले लोग आज महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार करने में जुटे हैं। पंडित उपाध्याय के आदर्शों को याद कर मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति का कल्याण और विकास पंडित उपाध्याय जी का सपना था। आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की डबल इंजन सरकार उपाध्याय जी के सपनों को पूरा करने के लिए जी-जान से जुटी है। पंडित उपाध्याय का यह मत था कि किसी भी देश की प्रगति का मापदंड ऊंचे पायदान पर खड़े व्यक्ति की समृद्धि से नहीं बल्कि सबसे अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के जीवन स्तर से होना चाहिए। उनकी इसी सोच को केंद्र में रखकर प्रधानमंत्री मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा दिया।
सीएम योगी ने कहा कि बीती सरकारों ने गरीबी हटाने के बड़े-बड़े नारे दिए, लेकिन गरीबों की संख्या लगातार बढ़ती रही। वहीं, मोदी सरकार ने पिछले 11 वर्षों में गरीबों को सशक्त बनाने का कार्य किया। इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, शौचालय निर्माण, जल जीवन मिशन और आयुष्मान भारत जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं की चर्चा की। उन्होंने बताया कि अब तक 4 करोड़ गरीबों को मकान मिले हैं, 12 करोड़ शौचालय बने हैं, 10 करोड़ लोगों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। ये सभी योजनाएं अंत्योदय के मंत्र को साकार कर रही हैं। मुख्यमंत्री योगी ने विपक्ष द्वारा महाकुंभ को लेकर किए जा रहे दुष्प्रचार पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में 29 दिन में 45 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई है, जो एक ऐतिहासिक घटना है। भारत और चीन के बाद दुनिया के किसी देश की आबादी 45 करोड़ नहीं है, एक अस्थायी शहर में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आकर डुबकी लगाए इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस वीआईपी स्नान से जोड़कर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सच यह है कि महाकुंभ समरसता और आस्था का संगम है, जहां जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र के भेदभाव को खत्म करके सभी श्रद्धालु एक साथ जुड़ते हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने जीवन भर सरकार से वीवीआईपी ट्रीटमेंट लिया है और अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए एक रास्ता खोलने का प्रयास किया था।
सीएम योगी ने विकास कार्यों में बाधा पहुंचाने वाले लोगों पर भी तंज कर कहा कि जब भी कोई नई योजना शुरू होती है, तब कुछ लोगों को केवल कमियां दिखाने लगाती है। उन्होंने कहा कि ‘जब पाइपलाइन बिछाई जाती है, तब सड़क खुदाई के कारण खराब हो जाती हैं, लेकिन जब वह कार्य पूरा होता है, तब लोगों को सुविधा मिलती है।’
किरोड़ी लाल मीना पर नाराज बीजेपी, नोटिस देकर दो दिन में मांगा जबाव
12 Feb, 2025 10:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जयपुर। भाजपा की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष मदन राठौर ने राज्य मंत्री किरोड़ी लाल मीना को उनके फोन टैपिंग का आरोप लगाकर भजनलाल सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए कारण बताओ नोटिस दे दिया है। हालांकि, मीना ने इस बारे में अनभिज्ञता का दावा कर कहा कि वह पार्टी के अनुशासित सिपाही हैं और नोटिस मिलने के बाद निर्धारित समय के भीतर अपना जवाब भेज दूंगा। पार्टी की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि मीणा ने सार्वजनिक रूप से यह आरोप लगाकर भजनलाल सरकार की ‘‘छवि धूमिल’’ की है कि उनका फोन टैप हो रहा है। पार्टी ने इस बयान को अनुशासनहीनता मानकर मीणा को तीन दिन के भीतर जवाब देने को कह दिया है।नोटिस में कहा गया है, ‘‘आप (किरोडी लाल मीणा) भाजपा के सदस्य हैं और पार्टी टिकट पर सवाई माधोपुर क्षेत्र से विधायक बने हैं। आप (मीणा) राजस्थान सरकार में मंत्री भी हैं। हाल में आपने मंत्रिपरिषद से अपने इस्तीफे की खबर अखबार में छपने के लिए दी थी। आपने सार्वजनिक बयान देकर भाजपा सरकार पर फोन टैप कराने का आरोप भी लगाया, जो कि बिल्कुल असत्य है।’
मीणा को कारण बताओ नोटिस की जानकारी नहीं
उधर मंत्री मीणा ने कहा कि उन्हें कारण बताओ नोटिस की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे कारण बताओ नोटिस के बारे में जानकारी नहीं है। मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं। जैसे ही मुझे नोटिस मिलेगा, मैं तय समय सीमा के भीतर पार्टी नेतृत्व को अपना जवाब भेज दूंगा। लोकसभा चुनाव में राजस्थान में पार्टी के अपेक्षाकृत निराशाजनक प्रदर्शन के बाद मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
किरोड़ी लाल मीना ने दिया था मंत्री पद से इस्तीफा
उन्होंने कहा था कि उन्होंने पिछले साल जून में ही मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा भेज दिया था, लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ। हालांकि, मीणा मंत्री के तौर पर विभागीय फाइलों का काम करते रहे, लेकिन वह मंत्रिमंडल की बैठकों में शामिल नहीं हुए। उनके इस्तीफे को लेकर भाजपा ने हमेशा यही कहा कि वह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और सरकार में मंत्री के तौर पर काम कर रहे हैं।
संविधान निर्माताओं के हस्ताक्षर वाला संविधान, जिसमें संसद द्वारा संशोधन के साथ 22 लघुचित्र शामिल, ही प्रामाणिक - जगदीप धनखड़
12 Feb, 2025 09:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि संविधान निर्माताओं द्वारा हस्ताक्षरित संविधान, जिसमें संसद द्वारा संशोधन के साथ 22 लघुचित्र शामिल हैं, ही एकमात्र प्रामाणिक संविधान है जिसे प्रख्यापित किया जाना चाहिए और किसी भी तरह के उल्लंघन को गंभीरता से लिया जाना चाहिए तथा उससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए।
उन्होंने सदन में यह बात तब कही जब भाजपा सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने देश में आज बिकने वाली संविधान की अधिकांश प्रतियों में 22 चित्र गायब होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने मूल चित्र शामिल करने की मांग की, जिसे उन्होंने असंवैधानिक तरीके से हटाए जाने का आरोप लगाया। इस मुद्दे पर सदन में तीखी बहस हुई और कांग्रेस ने सदन से बहिर्गमन किया।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को इस मुद्दे पर अपनी बात पूरी नहीं करने दी गई। मुझे कोई संदेह नहीं है और मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि संविधान के संस्थापकों द्वारा हस्ताक्षरित संविधान, जिसमें 22 लघु प्रतियाँ हैं, एकमात्र प्रामाणिक संविधान है और इसमें संसद द्वारा संशोधन शामिल हो सकते हैं। यदि न्यायपालिका या किसी संस्था द्वारा कोई परिवर्तन किया जाता है, तो यह इस सदन को स्वीकार्य नहीं है।
सभापति ने सदन में कहा मैं सदन के नेता से अपील करूँगा कि वे सुनिश्चित करें कि देश में केवल भारतीय संविधान का प्रामाणिक संस्करण ही लागू किया जाए। इसके किसी भी उल्लंघन को सरकार द्वारा काफी गंभीरता से लिया जाना चाहिए और कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस मुद्दे पर सबसे पहले खड़गे को बोलने का मौका दिया गया, जिन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विवाद पैदा करने के लिए अनावश्यक रूप से इस मुद्दे को उठा रही है। वे अनावश्यक रूप से इस मुद्दे को उठा रहे हैं और अंबेडकर के संविधान पर विवाद पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने अंबेडकर, पटेल और अन्य लोगों के जीवित रहते हुए इस मुद्दे को कभी नहीं उठाया...अब वे नए मुद्दे ला रहे हैं। यह विवाद पैदा करने और अंबेडकर को बदनाम करने का प्रयास है।
खड़गे ने आरोप लगाया कि यह गलत है। जब खड़गे ने आगे बोलना चाहा तो अध्यक्ष ने सदन के नेता जे पी नड्डा को बोलने का मौका दिया, जिन्होंने खड़गे द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया। इस पर कांग्रेस सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। नड्डा ने आश्चर्य जताया कि इस मुद्दे पर कांग्रेस को क्या आपत्ति है और उन्हें इसका समर्थन करना चाहिए था और सरकार से कार्रवाई करने का आग्रह करना चाहिए था।
उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस नेता इस मुद्दे को राजनीतिक बनाकर इसका फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि अंबेडकर को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है और इसे हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रकाशकों को संविधान निर्माताओं की भावना को ध्यान में रखते हुए संविधान प्रकाशित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे सभी अंबेडकर का सम्मान करते हैं।
नड्डा ने कहा कि प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित संविधान की प्रतियों में अग्रवाल द्वारा बताए गए चित्र नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि प्रकाशक संविधान की भावना को दर्शाने वाली प्रतियां प्रकाशित करें और केवल वही बाजार में उपलब्ध हों। बाद में चेयरमैन ने कहा कि यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है क्योंकि 22 चित्रों में भारत की 5,000 साल पुरानी परंपरा और विरासत का चित्रण है।
मणिपुर विधानसभा का प्रस्तावित सत्र रद्द होने पर भड़की कांग्रेस
12 Feb, 2025 08:41 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । कांग्रेस ने कहा है कि मणिपुर विधानसभा का प्रस्तावित सत्र रद्द कर दिया गया क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नया मुख्यमंत्री तय नहीं कर सकी। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह सवाल भी किया कि राज्यपाल अजय कुमार भल्ला विधानसभा का सत्र नहीं बुलाकर अनुच्छेद 174(1) का उल्लंघन क्यों कर रहे हैं?
जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मणिपुर विधानसभा के सत्र की संवैधानिक रूप से अनिवार्य बैठक का आज आखिरी दिन है। भारत के संविधान के अनुच्छेद 174 (1) में प्रावधान है कि विधानसभा सत्र की अंतिम बैठक और अगले विधानसभा सत्र की पहली बैठक के बीच छह महीने से अधिक का अंतर नहीं हो सकता है।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘मणिपुर के राज्यपाल अपने संवैधानिक रूप से अनिवार्य विधानसभा सत्र के लिए मणिपुर विधानसभा की बैठक को न बुलाकर अनुच्छेद 174(1) का उल्लंघन क्यों कर रहे हैं?’’
जयराम रमेश ने दावा किया कि सत्र को अमान्य घोषित कर दिया गया क्योंकि भाजपा मुख्यमंत्री के उत्तराधिकारी की नियुक्ति नहीं कर सकी जिसके खिलाफ कांग्रेस कल अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली थी, जिसके कारण रविवार रात मुख्यमंत्री को इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मोदी सरकार के समर्थन में उतरे शशि थरूर, बोले- पाक से बात बेहद मुश्किल
11 Feb, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ अब बिना किसी बाधा के बातचीत संभव ही नहीं है। उन्होंने कहा कि 26/11 के मुंबई हमले जैसे घावों को भुलाया नहीं जा सकता। अब यह जताना कि जैसे कुछ हुआ ही नहीं है, बेहद मुश्किल है। वहीं जब सरकार ने पाकिस्तान से बात करने का मन बनाया भी था तो मुंबई में आतंकी हमला हो गया। ऐसे में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सही ही कहा था कि पाकिस्तान के साथ अब साधारण तरीके से बात नहीं हो सकती है।
संसदीय समिति की एक पुरानी रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अगर आप पाकिस्तान में भारत की छवि अच्छी करना चाहते हैं तो ज्यादा लोगों को वीजा देना होगा। हम लोगों ने ही कहा था कि रणनीतिक स्तर पर पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता लेकिन पीपल टु पीपल रिलेशन को मजबूत करना जरूरी है। अगर भारत ऐसा करता है तो पाकिस्तान में भी भारत का समर्थन बढ़ेगा और शांति की मांग को लेकर वहां की आवाम आगे आएगी। शशि थरूर ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के लोगों के साथ पीपल टु पीपल इंटरैक्शन बढ़ाना चाहिए। पाकिस्तानियों को ज्यादा से ज्यादा वीजा देना चाहिए। थरूर ने कहा कि जो भी लोग पाकिस्तान से भारत आते हैं, उन्हें हमारे देश से प्यार हो जाता है। फॉरेन करेस्पॉडेंट्स क्लब में एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर शशि थरूर ने कहा कि बातचीत बंद कर देना भी नीति नहीं है। वहीं पाकिस्तान ने पठानकोट और मुंबई में जो छुरा घोंपा है उसे भी कभी नहीं भुलाया जा सकता है।
थरूर ने कहा कि ऐसा कोई भी पाकिस्तानी नहीं है जो भारत आया हो और उसे हमारे देश से प्यार ना हुआ हो। पर्यटक, गायक, संगीतकार और खिलाड़ी भी कहते हैं कि वे भारत आना चाहत् हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार भी यही कहती है कि आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकती। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा था कि पाकिस्तान के साथ विर्बाध वार्ता का समय खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार अगर सख्ती से इस मुद्दे को देखती है तो पाकिस्तान उसे वार्ता खत्म करने के लिए मजबूर कर देता है। उन्होंने कहा कि ऐसा भी नहीं हो सकता कि हमेशा के लिए बातचीत को खत्म करने का ऐलान कर दिया जाए। लेकिन पुराने मसलों को भुलाकर दोस्त की तरह बात करना भी संभव नहीं है।
युवा और समर्पित कार्यकर्ताओं को देगी तवज्जो, निष्क्रिय प्रकोष्ठों को करेगी सक्रिय
11 Feb, 2025 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगातार तीन बार से एक भी सीट हासिल नहीं करने वाली कांग्रेस जल्द ही दिल्ली में संगठन का पुनर्गठन करने वाली है। ब्लाक और जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक बदलाव किया जाएगा। वहीं, इस बदलाव में युवाओं व पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं को खास तवज्जो दी जाएगी। इसके अलावा पार्टी के तमाम निष्क्रिय प्रकोष्ठों को सक्रिय किया जाएगा।
दरअसल हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों पर गंभीरता से मंथन करने के बाद प्रदेश नेतृत्व अब पार्टी हित में कई कठोर फैसले लेने के पक्ष में है। इस दिशा में अनुशासन का दायरा बढ़ाते हुए पार्टी नेताओं की उस बयानबाजी पर भी रोक लगाई जाएगी, जिससे पार्टी की छवि खराब होती है। हाल ही में नई दिल्ली से कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित और चांदनी चौक से प्रत्याशी मुदित अग्रवाल की बयानबाजी पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई। इसके अलावा अगले चुनाव के लिए पार्टी बूथ स्तर पर भी अभी से मेहनत शुरू करने की रणनीति बना रही है।
बता दें पार्टी इस बार विधानसभा चुनाव के परिणाम में कई सकारात्मक पहलू देख रही है। पार्टी नेतृत्व का कहना है कि इस बार कांग्रेस ने मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया था। कई सीटों पर पार्टी का मत प्रतिशत काफी अच्छा रहा है। पार्टी का मानना है कि लोकसभा चुनाव में अल्पसंख्यक और मुस्लिमों का वोट जहां कांग्रेस को मिला था, वहीं इस बार आप के पास केवल इसलिए चला गया क्योंकि कांग्रेस उसको सरकार बनाने का भरोसा नहीं दिला पाई।
पार्टी को उम्मीद है कि अगले चुनाव में आप के कमजोर हो जाने पर इस वर्ग का पूरा वोट कांग्रेस के पास आएगा। तब कांग्रेस के खाते में सीटें भी आ जाएंगी। पार्टी में काजी निजामुद्दीन और दानिश अबरार ही नहीं बल्कि ऐसे प्रभारी-सह प्रभारी चाहिए जो संगठन की मजबूती के लिए भी कुछ काम करें। कट वितरण में किसी भी सीट पर पूर्व विधायक या उसके परिवार का अधिकार नहीं माना जाना चाहिए। ऐसा होने पर कार्यकर्ता काम ही करना छोड़ देंगे। वा दल को आरएसएस की तरह पार्टी के लिए काम करने वाली एक मजबूत शाखा बनाया जाना चाहिए।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि पार्टी में कई स्तरों पर मेहनत और सुधार करने की जरूरत है। इस बार हमने कमजोर होती पार्टी की नींव को मजबूत किया है। अब इस पर मजबूत इमारत खड़ी की जाएगी। आलाकमान से राय मशविरा कर पार्टी अपनी तमाम खामियों को दूर करते हुए अगले चुनाव में बीजेपी से सीधा मुकाबला करेगी और कई सीटें भी जीतेगी।
भाजपा का दावा कहा- दिल्ली की तरह पंजाब में भी केजरीवाल की होगी करारी हार
11 Feb, 2025 08:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल सहित उनकी पार्टी की हार के बाद भाजपा सांसदों ने दावा किया है कि दिल्ली की तरह पंजाब में भी आम आदमी पार्टी के करारी होगी। दिल्ली में आदमी पार्टी की हार और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की पंजाब के मंत्रियों के साथ बैठक को लेकर भाजपा सांसदों ने दावा किया कि आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी को दिल्ली की तरह हार का सामना करना पड़ेगा। भाजपा सांसद भगवत कराड ने कहा, दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के चुनाव हारने के बाद वो अब पंजाब की बैठक कर रहे हैं। लेकिन पंजाब के विधायकों के साथ मीटिंग करके उनको कुछ मिलने वाला नहीं है। उनको जनता में विश्वास जगाना पड़ेगा और जनता के बीच में जाकर काम करना होगा। मुझे पूरा विश्वास है कि जैसे दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार हुई है, वैसे ही आगामी पंजाब चुनाव में भी उनकी हार होगी।दिल्ली चुनाव में आप और कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद विपक्षी अलायंस इंडिया ब्लॉक को लेकर उठ रहे सवाल पर भाजपा नेता अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, इंडी अलायंस सिर्फ और सिर्फ भाजपा के खिलाफ बना था। उनके पास कोई विचार नहीं है। अब ये गठबंधन ज्यादा दिन नहीं टिकने वाला है। अरविंद केजरीवाल की पंजाब कैबिनेट के साथ बैठक को लेकर भाजपा सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा, उन्होंने दिल्ली का सत्यानाश किया। उन्होंने जनता को गंदा पानी पिलाया और बार-बार झूठ बोला। अब जब दिल्ली की जनता ने उनको विदा कर दिया तो वो पंजाब की तरफ रुख कर गए हैं।
आप नेताओं की दो टूक, पंजाब में मान ही सीएम
11 Feb, 2025 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली के कपूरथला हाउस में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपनी कैबिनेट, विधायकों और सांसदों के साथ आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। बैठक में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल हुए। बैठक का मकसद पंजाब में सरकार के कार्यों की समीक्षा और आगामी चुनावों की रणनीति तैयार करना था। बैठक के बाद सीएम मान ने बताया कि पंजाब सरकार जनता के हित में लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा, पंजाब में हमारी सरकार ने बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्रों में अभूतपूर्व काम किए हैं। हमें इन प्रयासों को और तेज करने वाले है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने 10 सालों में जितना विकास किया, उतना पिछले 75 वर्षों में किसी सरकार के कार्यकाल में नहीं हुआ। हम पंजाब को एक मॉडल राज्य बनाएंगे, इस मॉडल को पूरा देश देखेगा। मान ने कहा कि बड़ी कंपनियां पंजाब में निवेश कर रही हैं, इसमें ग्रासिम और टाटा स्टील जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं।
वहीं कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया कि आप के 30 विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं। इस पर मान ने पलटवार कर कहा, बाजवा बीते तीन साल से यही दावा कर रहे हैं। उन्हें आप विधायकों की बजाय कांग्रेस के विधायकों की संख्या गिननी चाहिए। उनपर नजर रखनी चाहिए।
वहीं, भाजपा नेता तरुण चुघ और नए विधायक मजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि केजरीवाल मान को मुख्यमंत्री पद से हटाने की योजना बना रहे हैं। इस पर आप नेता गुरमीत सिंह मीत और अमन अरोड़ा ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि आप पूरी तरह से एकजुट है और पंजाब में मान ही मुख्यमंत्री हैं।
बैठक के दिल्ली में होने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि पंजाब सरकार को मान नहीं, बल्कि दिल्ली से केजरीवाल चला रहे हैं। वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दिल्ली में हार के बाद केजरीवाल को खुद पंजाब जाकर विधायकों से मिलना चाहिए था।
वहीं आप की पंजाब इकाई अब 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुअ गई है। पार्टी का मानना है कि दिल्ली के अनुभव का लाभ उठाकर पंजाब को नई ऊंचाइयों तक पहुंच सकते है। हालांकि, विपक्षी दलों ने सरकार की विफलताओं को उजागर कर मान सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है।
शीशमहल का विस्तार चार सरकारी संपत्तियों को मिलाकर किया गया :विजेंदर गुप्ता
11 Feb, 2025 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक विजेंदर गुप्ता ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से शीशमहल में मिलाई गई संपत्तियों को अलग करने की मांग कर दी है। उन्होंने कहा कि कई ऐसी प्रापर्टी थीं जो अधिकारियों और बाकी लोगों के रहने के लिए थी। केजरीवाल ने 6 फ्लैग स्टाफ रोड को 10 से 50 हजार गज बनाने के लिए इसमें मर्ज (मिला) कर लिया था। बीजेपी विधायक गुप्ता ने कहा, मैंने मांग की है कि शीश महल में विलय की गई संपत्तियों को अलग करना चाहिए। पिछली आप सरकार में दिल्ली के अधिकारियों की 10 संपत्तियों का विलय किया गया। केजरीवाल ने इस 10,000 गज से 50,000 गज की संपत्ति में बदल दिया। बीजेपी विधायक ने मांग की है कि एलजी इन संपत्तियों को अलग करें। इसमें जो तमाम संपत्तियां हैं उन्हें रीस्टोर किया जाए। दिल्ली सरकार के पास जो सरकारी निवास की दिक्कत रहती है, जिसे आम आदमी पार्टी ने बढ़ा दिया था। उन्हें वापस पूल में लाया जाए।
इसके पहले उन्होंने उपराज्यपाल सक्सेना से चार संपत्तियों का ‘शीशमहल’ के साथ विलय रद्द करने का अनुरोध किया था। भाजपा ने ‘शीशमहल’ का इस्तेमाल हालिया विधानसभा चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचार के मुद्दों पर घेरने के लिए एक राजनीतिक हथियार के रूप में किया।
गुप्ता ने कहा कि बंगले का विस्तार चार सरकारी संपत्तियों को मिलाकर किया गया है और उन्होंने उन संपत्तियों के विलय को रद्द करने के लिए उपराज्यपाल सक्सेना को एक पत्र लिखा है।
कांग्रेस के नेता ग्यासुद्दीन शेख ने दिया विवादित बयान
11 Feb, 2025 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाटण | गुजरात में होनेवाले स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस समेत राजनीतिक दल जोर-शोर से प्रचार में व्यस्त हैं| ऐसे में कांग्रेस के नेता ग्यासुद्दीन शेख ने विवादित बयान दिया है| ग्यासुद्दीन शेख ने यह बयान पाटण जिले के राधनपुर में प्रचार के दौरान दिया| उन्होंने भाजपा के मुस्लिम उम्मीदवारों को धर्म विरोधी बताया| ग्यासुद्दीन शेख ने कहा कि भाजपा से फॉर्म उसी ने भरा है जिनका जमीर मर गया है| जिनका जमीर बिक गया है उसे ही भाजपा से फॉर्म भरना चाहिए। जिनका ईमान जिंदा है वह भाजपा का उम्मीदवार नहीं होगा| जिसे सांप्रदायिक एकता में विश्वास रखता है उसे भाजपा के टिकट पर चुनाव नहीं लड़ना चाहिए| इसके साथ ही ग्यासुद्दीन शेख ने भाजपा पर हिन्दू-मुसलमानों को लड़ाने और नफरत फैलाने का गंभीर आरोप लगाया| उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि हर दिन भाजपा बड़े भाई हिंदू समाज के खिलाफ संघर्ष खड़ा करने की कोशिश कर रही है| भाजपा हिंदुओं और मुसलमानों के बीच झगड़े पैदा करने की भी कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेता ग्यासुद्दीन शेख के इस बयान से विवाद पैदा हो गया है|
मुंह फुलाए बैठे शिंदे....उधर मनसे प्रमुख राज ठाकरे से मिले सीएम देवेंद्र फडणवीस
11 Feb, 2025 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । सीएम देवेंद्र फडणवीस सोमवार सुबह महाराष्ट्रल नवनिर्माण सेना यानी एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे से मिलने के लिए उसके आवास पर पहुंचे। महाराष्ट्रन में अप्रैल में लोकल निकाय चुनाव होने हैं। उधर, डिप्टीद सीएम एकनाथ शिंदे भी मुंह फुलाए बैठे हैं, यह देखकर राज्यि में चुनावी सुगबुगाहट काफी तेज है। इसी बीच सोमवार को सीएम फडणवीस मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के घर पहुंचे। सीएम बनने के बाद यह फडणवीस की राज ठाकरे से पहली मुलाकात है। फडणवीस के साथ भाजपा नेता मोहित कंबोज भी मौजूद थे।
महाराष्ट्रे में डिप्टी. सीएम बनने के बाद से ही शिंदे गठबंधन से नाराज नजर आ रहे हैं। हाल ही में वे सीएम देवेंद्र फडणवीस द्वारा बुलाई गई सरकार की एक बैठक में भी नहीं पहुंचे थे। वे पसंद के मंत्रालय नहीं देने से भी नाराज हैं। इसी बीच एमएनएस चीफ से फडणवीस की यह मुलाकात महाराष्ट्रे की राजनीति में मास्टुर-स्ट्रोकक मानी जा रही है। इस बात की चर्चाएं भी तेज हो गई हैं कि आने वाले निकाय चुनाव में बीजेपी और एमएनएस साथ आ सकते हैं। फडणवीस यह अच्छेह से जानते हैं कि मुंबई के बीएमसी चुनाव एकनाथ शिंदे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच नाक की लड़ाई जैसा है। बिना बीजेपी के सहयोग के उद्धव गुट को हरा पाना शिंदे के लिए आसान नहीं है, ये बात डिप्टीस सीएम खुद भी जानते हैं।
हालांकि, फडणवीस की राज ठाकरे से अचानक हुई मुलाकात के बारे में सटीक जानकारी सामने नहीं आई है। वरिष्ठ भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा है कि राज और फडणवीस के बीच हुई मुलाकात एक अनौपचारिक मुलाकात थी। उधर, मनसे नेता योगेश चिले की तरफ से बताया गया कि राज ठाकरे और सीएम फडणवीस के बीच हुई यह मुलाकात कोई राजनीतिक मुलाकात नहीं थी। एमएनएस नेता ने कहा कि इस मुलाकात का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है।
हार गए केजरीवाल.....लेकिन अन्ना हजारे पर लाल क्यों हो रहे संजय राउत
11 Feb, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को मिली हार के बाद बयानों का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की हार से खुश हैं। राउत ने नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ पिछले कुछ सालों में लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर सामजिक कार्यकर्ता हजारे की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।
उन्होंने कहा, “जब मोदी सरकार में भ्रष्टाचार हुआ, तब हजारे कहां थे? केजरीवाल की हार पर हजारे खुश हैं। देश को लूटा जा रहा है और धन एक ही उद्योगपति के हाथों में दिया जा रहा है। ऐसी स्थिति में लोकतंत्र कैसे बरकरार रह सकता है? इसके बाद भी हजारे की चुप्पी के पीछे क्या रहस्य हो सकता है। शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा, “महाराष्ट्र और दिल्ली में मतदाता सूची में गड़बड़ी के बारे में एक समान पैटर्न था। हालांकि, हजारे ने इसतरह के मुद्दों पर चुप रहने का विकल्प चुना। हरियाणा में भी ऐसी ही शिकायतें की गईं। ये बिहार चुनावों में भी सामने आएंगी। राउत ने दावा किया, “जीत जोड़-तोड़ और धनबल के जरिए हासिल की जा रही है। भाजपा ने 70 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटें जीतकर दिल्ली में आम आदमी पार्टी का शासन समाप्त कर दिया।
राज्यसभा में सोनिया गांधी ने विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरा, कहा - 14 करोड़ लोग खाद्य सुरक्षा कानून से वंचित
11 Feb, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने राज्यसभा में सोमवार को कहा कि सरकार से जल्द से जल्द जनगणना पूरी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि देश में करीब 14 करोड़ लोग खाद्य सुरक्षा कानून (एनएफएसए) के तहत मिलने वाले लाभ से वंचित हो रहे हैं। राज्यसभा में अपने पहले शून्यकाल संबोधन में सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के लाभार्थियों की पहचान 2011 की जनगणना के आधार पर की जा रही है, जबकि देश की जनसंख्या अब काफी बढ़ चुकी है।
सोनिया गांधी ने कहा कि यूपीए सरकार की तरफ से 2013 में लागू किया गया यह कानून देश के 140 करोड़ लोगों की भोजन और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम था। कोविड-19 संकट के दौरान भी इस कानून ने लाखों गरीब परिवारों को भुखमरी से बचाया। उन्होंने बताया कि गांवों में 75 प्रतिशत और शहरों में 50 प्रतिशत आबादी को सस्ते अनाज का लाभ देने वाला यह कानून 2011 की जनगणना के आंकड़ों पर आधारित है। उस समय, कुल लाभार्थियों की संख्या 81.35 करोड़ थी, लेकिन आज 14 करोड़ और लोग इसके हकदार हैं, जो लाभ से वंचित हो रहे हैं।
जनगणना में देरी पर उठाए सवाल
सोनिया गांधी ने कहा, स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार, 10 साल में होने वाली जनगणना 4 साल से ज्यादा देर से हो रही है। 2021 में होने वाली जनगणना अब तक नहीं हुई है और सरकार ने अब तक कोई स्पष्ट समयसीमा नहीं दी है। उन्होंने कहा कि इस साल के बजट में भी जनगणना के लिए कोई ठोस प्रावधान नहीं दिखता, जिससे लगता है कि इसे इस साल भी नहीं कराया जाएगा।
खाद्य सुरक्षा सभी का अधिकार
उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द जनगणना पूरी करने और सभी पात्र लोगों को एनएफएसए के तहत उचित लाभ देने की अपील की। सोनिया गांधी ने जोर देकर कहा, खाद्य सुरक्षा कोई विशेषाधिकार नहीं, बल्कि एक मौलिक अधिकार है। बता दें कि सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत 1 जनवरी 2024 से अगले 5 साल तक मुफ्त अनाज वितरण की योजना जारी रखेगी।
चुने गए विधायकों में से ही होगा अगला मुख्यमंत्री
11 Feb, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत मिली है और इस जीत के साथ राजधानी में मुख्यमंत्री के नाम की चर्चा जोरों पर है. इस बीच पता चला है कि अगला मुख्यमंत्री बीजेपी विधायकों में से ही होगा. सूत्रों की मानें तो बीजेपी किसी महिला विधायक को भी सीएम बना सकती है.
सोशल इंजीनियरिंग के लिहाज से माना जा रहा है कि बीजेपी राजधानी दिल्ली में डिप्टी सीएम भी बना सकती है. बीते कुछ चुनावों के बाद भी बीजेपी खेमे में डिप्टी सीएम का कॉन्सेप्ट देखा गया है. कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल में महिलाओं और दलितों को भी शामिल किया जाएगा.दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने दो तिहाई बहुमत हासिल कर आम आदमी पार्टी को एक दशक बाद सत्ता से बाहर किया है. इस जीत के साथ ही अब इस बात पर ध्यान केंद्रित हो गया है कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, क्योंकि बीजेपी ने सीएम पद का चेहरा घोषित किए बिना ही चुनाव लड़ा था. पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा इस बारे में फैसले लिए जाने की उम्मीद है, और इस बारे में तमाम पहलुओं को देखते हुए बताया जा रहा है कि चर्चा चल रही है.
प्रधानमंत्री मोदी एआई समिट में शामिल होंगे और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे
11 Feb, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेरिस । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री के सम्मान में फ्रांस सरकार ने 10 फरवरी को मशहूर एलिसी पैलेस में डिनर का आयोजन किया है। इसमें फ्रेंच प्रेसिडेंट मैक्रों समेत कुछ और देशों के नेता मौजूद होंगे। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा 2 दिनों का है। वे यहां एआई समिट में शामिल होंगे और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। इसके बाद वे 12 फरवरी को अमेरिका दौरे पर रवाना हो जाएंगे।
पीएम मोदी का यह सातवां फ्रांस दौरा है। पीएम इससे पहले 2023 में फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस (बास्तिल डे) कार्यक्रम में शामिल होने गए थे।
पीएम मोदी ने बताया कि वह फ्रांस में पहले भारतीय वाणिज्य दूतावास का मार्सिले शहर में उद्घाटन करेंगे और इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर परियोजना का दौरा करेंगे। इसके साथ ही वो पहले और दूसरे वर्ल्ड वॉर के दौरान मारे गए भारतीय सैनिकों को मजारग्यूज युद्ध समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि देंगे।
उन्होंने अपनी यात्रा को भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण अवसर बताया। पीएम ने कहा कि अमेरिका दौरे पर दोनों देशों के बीच साझेदारी को बढ़ावा देना एजेंडे में शामिल होगा।