राजनीति
महागठबंधन में होने लगी हलचल
7 Apr, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार की राजनीति में चुनावी गर्मी बढ़ने लगी है। एनडीए की ओर से जहां नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर दिया गया है, वहीं महागठबंधन में नेतृत्व और सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। इसी सियासी पृष्ठभूमि में कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु की आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात ने सियासी हलके में हलचल पैदा कर दी है।
दरअसल शनिवार को दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में भर्ती लालू यादव से कृष्णा अल्लावरु ने मुलाकात की थी। यह मुलाकात कांग्रेस प्रभारी बनने के बाद उनकी लालू यादव से पहली औपचारिक भेंट थी। इस मुलाकात के बाद रविवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, कि लालू जी से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली। उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है और वे जल्द ही पटना लौट सकते हैं। इस मुलाकात को लेकर हालांकि राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि यह मुलाकात केवल स्वास्थ्य हालचाल तक सीमित नहीं थी, बल्कि आगामी सीट बंटवारे और रणनीतिक समन्वय की दिशा में पहला कदम हो सकती है। यह इसलिए भी खास है क्योंकि राहुल गांधी बिहार दौरे पर आने वाले हैं।
राहुल गांधी का बिहार दौरा: तीन बड़े कार्यक्रम
कृष्णा अल्लावरु ने बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को बिहार के एक दिवसीय दौरे पर रहेंगे। उनके प्रमुख कार्यक्रमों में बेगूसराय में ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा में भागीदारी, पटना में संविधान सम्मेलन को संबोधित करना और पार्टी नेताओं के साथ रणनीतिक बैठक शामिल हैं। इन कार्यक्रमों को महागठबंधन के चुनावी अभियान की शुरुआत के तौर पर भी देखा जा रहा है।
मीडिया बातचीत के अंत में अल्लावरु ने रामनवमी की शुभकामनाएं दीं और संकेत दिया कि कांग्रेस इस चुनाव में धर्मनिरपेक्षता और विकास के मुद्दों को प्राथमिकता देगी। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता जागरूक है। उन्हें पता है कि असली मुद्दे क्या हैं – रोजगार, शिक्षा और समानता। हमारा फोकस इन्हीं पर रहेगा।
डीके को हटाने के मूड नहीं कांग्रेस आलाकमान
7 Apr, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बंगलूरू। कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस में सत्ता संघर्ष खत्म होता दिख रहा है। कांग्रेस सूत्रों ने रविवार को बताया, पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में बनाए रखने का निर्णय लिया है बता दें कि पिछले कई महीनों से पार्टी के अंदर शीर्ष पद को लेकर कलह चल रहा था। हाल ही में शिवकुमार मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ पिछले गुरुवार और शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे थे। जहां उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। यह मुलाकात इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि शिवकुमार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने की मुहिम चल रही थी। सिद्धारमैया के खेमे के कई विधायक और मंत्री शिवकुमार को पार्टी के राज्य अध्यक्ष पद से हटने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि पार्टी नीति एक व्यक्ति, एक पद का पालन होना चाहिए।
बता दें कि डीके शिवकुमार राज्य के उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष दोनों पदों पर हैं, इसलिए पार्टी में उनके विरोधी यह तर्क दे रहे थे कि मंत्री पद का कार्यभार संभालने वाला व्यक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिलकर उचित रूप से पार्टी प्रमुख का कर्तव्य नहीं निभा सकता है। हालांकि आलाकमान डीके शिवकुमार को इस पद से हटाने के मूड में नहीं है। क्योंकि डीके शिवकुमार ने विधानसभा चुनावों फिर लोकसभा चुनावों में पार्टी को मिली जीत और हालिया उपचुनावों में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा है। इसलिए पार्टी उनके योगदान को देखते हुए, उन्हें उस पद से हटाना नहीं चाह रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि पार्टी आलाकमान कम से कम इस साल नवंबर और दिसंबर तक शिवकुमार को बदलने के लिए इच्छुक नहीं है।
सीएम पद को लेकर गुप्त समझौता!
रिपोट्र्स की मानें तो, एक गुप्त समझौते के तहत सिद्धारमैया कर्नाटक में कांग्रेस के पांच साल के कार्यकाल के पहले हिस्से का नेतृत्व करेंगे, जबकि दूसरे हिस्से में डीके शिवकुमार राज्य की सत्ता संभालेंगे। हालांकि, न तो सिद्धारमैया और न ही शिवकुमार ने इस बात की पुष्टि की है, लेकिन उनके समर्थक मंत्री और विधायक समय-समय पर अपने-अपने नेताओं के पक्ष में लॉबी करते नजर आते हैं।
हनी ट्रैप मुद्दे से नाराज हुए राहुल गांधी
एक अन्य पार्टी पदाधिकारी ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने एमएलसी चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन का जिम्मा सिद्धारमैया और शिवकुमार पर छोड़ दिया है। हनी ट्रैप मुद्दे पर कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी इस मुद्दे को उठाए जाने के तरीके से नाराज हैं। राहुल गांधी का मानना था कि, इसे विधानसभा में उठाने से बचाना चाहिए था। सहकारिता मंत्री के. एन. राजन्ना ने इस मुद्दे को कर्नाटक विधानसभा में उठाया था और यहां तक कि दावा किया था कि कम से कम 48 विधायकों को हनी ट्रैप का शिकार बनाया गया था। मंत्री को राज्य के लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली का भी समर्थन मिला था, जिन्होंने कहा था कि कुछ मंत्रियों और विधायकों पर हनी ट्रैप के प्रयास किए गए थे।
नितिन गडकरी ने बावनकुले को दी नसीहत
7 Apr, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नागपुर। भारतीय राजनीति में अपनी स्पष्टवादिता और जमीन से जुड़े विचारों के लिए पहचाने जाने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में एक बार फिर अपनी बेबाक राय रखी। बीजेपी के नए विभागीय कार्यालय के भूमिपूजन समारोह में उन्होंने पार्टी की कार्यशैली पर गहन टिप्पणी करते हुए जातीय प्रकोष्ठों को गलत कदम बताया और महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले को इससे सबक लेने की सलाह दी।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने साफ शब्दों में कहा कि जब वे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे, उन्होंने सभी जातियों को एक साथ लाने की मंशा से जातीय प्रकोष्ठ बनाए थे, लेकिन इसका अपेक्षित लाभ नहीं मिला। उनका कहना था, कि जो नेता पार्टी में आए, वे अपनी जाति में ही अकेले पड़ गए। उन पर बाकी कार्यकर्ताओं ने भरोसा नहीं किया। पार्टी को बढ़ाने में इन प्रकोष्ठों की भूमिका नगण्य रही। यहां पर गडकरी ने बावनकुले को नसीहत देते हुए कहा, कि आगामी नगर निगम चुनाव में उन्हें इन प्रकोष्ठों से सैकड़ों सिफारिशें मिलेंगी, जो उनके लिए सिरदर्द बन सकती हैं। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गडकरी ने संगठन की भावना को परिवार से जोड़ते हुए कहा, एक नेता को पार्टी को अपने परिवार की तरह देखना चाहिए, और कार्यकर्ताओं को अपने बच्चों की तरह। यही समर्पण हमें आगे बढ़ाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बीजेपी कोई जातिवादी या सांप्रदायिक पार्टी नहीं है, बल्कि उसका मकसद राष्ट्र का समग्र विकास है।
फडणवीस और गडकरी ने की आर्थिक सहायता की घोषणा
समारोह में गडकरी ने नए कार्यालय के निर्माण के लिए ₹25 लाख की सहायता की घोषणा की, वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी ₹5 लाख देने का वादा किया। नया कार्यालय 38,000 वर्गफीट क्षेत्र में बन रहा है, जिसमें 500 व्यक्तियों की क्षमता वाला सभा हॉल, प्रशिक्षण के लिए दो अलग-अलग हॉल, दो बेसमेंट पार्किंग, छत पर बैठक की आधुनिक सुविधा होगी। इस अत्याधुनिक कार्यालय का निर्माण अगले दो वर्षों में पूरा होने की संभावना है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शकुंतला आर्य के घर के सामने भाजपा का झंडा फहराया
7 Apr, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थापना दिवस के मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली में पार्टी की वरिष्ठ कार्यकर्ता 98 वर्षीय शकुंतला आर्य से मुलाकात की। शकुंतला आर्य दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की पहली अध्यक्ष और पूर्व महापौर रह चुकी हैं। इस खास मौके पर जेपी नड्डा ने उनके घर पहुंचकर उनसे बातचीत की और उनके परिवार से भी मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने शकुंतला आर्य के घर के सामने ही भाजपा का झंडा फहराया, जिसे पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए एक यादगार पल बताया जा रहा है।
शकुंतला आर्य के बेटे रमन आर्य ने इस मुलाकात को लेकर खुशी जताते हुए बातचीत में कहा, “आज का दिन हमारे लिए बहुत खास है। मेरी मां शकुंतला आर्य 1980 में भाजपा की स्थापना के समय इसकी संस्थापक सदस्यों में से एक थीं। उस वक्त वे अटल बिहारी वाजपेयी जी के साथ मुंबई गई थीं। आज स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का हमारे घर आना और मां से मिलना हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने मां का हालचाल जाना और उनके सामने ही पार्टी का झंडा फहराया। यह हमारे परिवार के लिए सम्मान की बात है।”
शकुंतला आर्य की पोती सुभा आर्य ने भी इस मुलाकात को लेकर अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा, “हमें बहुत अच्छा लगा कि भाजपा का इतना बड़ा नेता हमारे घर आया। मेरी दादी शुरू से ही पार्टी से जुड़ी रही हैं। जब से भाजपा की स्थापना हुई, तब से वे इसके लिए काम कर रही हैं। जेपी नड्डा जी का हमारे घर आना और दादी से बात करना हमारे लिए बहुत बड़ी बात है। उन्होंने दादी का हालचाल पूछा और हमें भी समय दिया। यह देखकर अच्छा लगा कि पार्टी अपने पुराने कार्यकर्ताओं को इतना सम्मान देती है।”
सुभा आर्य ने आगे कहा कि उनका पूरा परिवार भाजपा का समर्थक है और पार्टी के लिए काम करना उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा, “हमारे परिवार में भाजपा का एक संस्कार है। हमारे माता-पिता ने हमें ऐसे मूल्य दिए हैं कि हम पार्टी के लिए हर छोटे-बड़े काम में योगदान दें। हर चुनाव में, हर मौके पर हम अपना सहयोग देते हैं। जेपी नड्डा जी का हमारे घर आना हमारे लिए एक बड़ा सम्मान है। यह हमें और प्रेरणा देता है कि हम पार्टी के लिए और मेहनत करें।”
जेपी नड्डा ने इस मौके पर शकुंतला आर्य के योगदान की सराहना की और कहा कि पार्टी अपने पुराने कार्यकर्ताओं को कभी नहीं भूलती। उन्होंने शकुंतला आर्य से बातचीत के दौरान उनके पुराने दिनों की यादें ताजा कीं और उनके अनुभवों को सुना। इस मुलाकात के बाद नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया और उन्हें संगठन को मजबूत करने के लिए प्रेरित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘भाषा’ को लेकर प्रदेश के मुखिया एमके स्टालिन से की अपील
7 Apr, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रामेश्वरम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामेश्वरम में विशाल जनसमूह के समक्ष प्रदेश के मुखिया एमके स्टालिन से अपील की। ये अपील ‘भाषा’ को लेकर थी। पीएम ने आग्रह किया कि गरीब बच्चों की सुविधा को ध्यान में रख प्रदेश सरकार मेडिकल कोर्स तमिल भाषा में कराए।
पीएम मोदी ने कहा, “तमिलनाडु में 1400 से ज्यादा जनऔषधि केंद्र हैं। यहां 80 प्रतिशत डिस्काउंट पर दवाएं मिलती हैं। इससे भी तमिलनाडु के लोगों की 7 हजार करोड़ रुपए की बचत हुई। देश के नौजवानों को डॉक्टर बनने के लिए विदेश जाने की मजबूरी नहीं रहेगी। इसके लिए बीते सालों में तमिलनाडु को 11 मेडिकल कॉलेज मिले हैं। अब गरीब से गरीब का बेटा-बेटी भी डॉक्टर बन सकते हैं। मैं तमिलनाडु सरकार से कहना चाहता हूं कि वे तमिल भाषा में मेडिकल कोर्स जारी करें, ताकि अंग्रेजी न जानने वाले गरीब परिवार के बेटे-बेटी भी डॉक्टर बन सकें।”
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हजारों साल पुराने शहर को 21वीं सदी के इंजीनियरिंग चमत्कार से जोड़ा जा रहा है। मैं अपने इंजीनियरों और श्रमिकों को उनकी कड़ी मेहनत के लिए धन्यवाद देता हूं। यह पुल भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्री पुल है। इसके नीचे से बड़े जहाज गुजर सकेंगे। इस पर ट्रेनें भी तेजी से चल सकेंगी। नई ट्रेन सेवा से रामेश्वरम से चेन्नई और देश के अन्य हिस्सों तक कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इससे तमिलनाडु में व्यापार और पर्यटन दोनों को लाभ होगा। युवाओं के लिए नई नौकरियां और अवसर भी पैदा होंगे। बीते 10 वर्षों में, भारत ने अपनी इकोनॉमी का साइज दोगुना किया है। इतनी तेज ग्रोथ का एक बड़ा कारण हमारा शानदार मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर भी है। बीते 10 वर्षों में हमने रेल, रोड, एयरपोर्ट, पानी, पोर्ट, बिजली, गैस पाइपलाइन, ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चर का बजट करीब 6 गुना बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में बड़े निर्माण कार्य चल रहे हैं। उत्तर में, जम्मू और कश्मीर में, दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुलों में से एक, चेनाब ब्रिज का निर्माण पूरा हो चुका है। पश्चिम में, मुंबई में, भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल, अटल सेतु का निर्माण किया गया है। पूर्व में, असम में, आप बोगीबील ब्रिज देख सकते हैं और दक्षिण में, दुनिया के कुछ वर्टिकल लिफ्ट ब्रिजों में से एक, पंबन ब्रिज का निर्माण किया गया है। आज देश में बहुत तेजी से मेगा परियोजनाओं पर काम हो रहा है। तमिलनाडु विकसित भारत की ओर बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मेरा मानना है कि तमिलनाडु की क्षमता का एहसास होने पर देश का समग्र विकास बेहतर होगा। साल 2014 से पहले रेल प्रोजेक्ट के लिए हर साल सिर्फ 900 करोड़ रुपये ही मिलते थे। इस वर्ष तमिलनाडु का रेल बजट 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है और भारत सरकार यहां के 77 रेलवे स्टेशनों को मॉडर्न भी बना रही है। इसमें रामेश्वरम का रेलवे स्टेशन भी शामिल है। विकसित भारत के सफर में तमिलनाडु का बहुत बड़ा रोल है। मैं मानता हूं, तमिलनाडु का सामर्थ्य जितना ज्यादा बढ़ेगा, भारत की ग्रोथ उतनी तेज होगी।
पीएम मोदी ने प्रदेश सरकार को पहुंचाई जा रही मदद का जिक्र किया। उन्होंने कहा, बीते दशक में, तमिलनाडु के विकास के लिए 2014 की तुलना में तीन गुना ज्यादा पैसा केंद्र सरकार की ओर से दिया गया है। तमिलनाडु का बुनियादी ढांचा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पिछले एक दशक में राज्य का रेल बजट सात गुना से भी ज्यादा बढ़ गया है। इस महत्वपूर्ण वृद्धि के बावजूद, कुछ लोग बिना किसी औचित्य के शिकायत करना जारी रखते हैं। 2014 से पहले हर साल सिर्फ 900 करोड़ रुपये आवंटित किए जाते थे। हालांकि, इस साल तमिलनाडु का रेल बजट 6000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है। इसके अलावा, भारत सरकार 77 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण कर रही है, जिसमें रामेश्वरम का स्टेशन भी शामिल है।
शाह करेंगे तमिलनाडु का दौरा, बीजेपी और एआईएडीएमके करेंगे गठबंधन?
6 Apr, 2025 08:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी और एआईएडीएमके के बीच फिर से गठबंधन की अटकलें तेज हो रही हैं। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस माह के आखिर में तमिलनाडु का दौरा करेंगे। शाह का यह दौरा आगामी बिहार चुनावों और पश्चिम बंगाल के 2026 में होने वाले चुनावों से पहले की रणनीति के तहत तय किया गया है। ऐसी संभावना है कि गृह मंत्री एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। मार्च में एआईएडीएमके नेता एदप्पादी के पलानीस्वामी ने दिल्ली में शाह से मुलाकात की थी, इसके बाद अटकलें लगाई जा रही है कि दोनों पुराने सहयोगी विधानसभा चुनावों से पहले फिर गठबंधन कर सकते हैं और द्रविड़ मुनेत्र कझगम (डीएमके) के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा बना सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट में एक सूत्र ने बताया कि उनकी मुलाकात संघ विचारक एस गुरुमूर्ति और कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं से भी हुई, लेकिन क्या एआईएडीएमके नेताओं से बातचीत हो रही है, इस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई। केंद्रीय नेतृत्व पर दबाव राज्य के कुछ नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व पर दबाव डाला है कि वह एआईएडीएमके के साथ फिर से गठबंधन करें, जिससे पार्टी को राज्य में अपनी पकड़ बढ़ाने और एंटी-डीएमके भावना का लाभ उठाने का मौका मिलेगा।
एक पार्टी कार्यकर्ता ने कहा कि दोनों दलों के नेताओं के बीच गठबंधन की संभावना को लेकर कई बार बातचीत हो चुकी है। उम्मीद है कि राज्य में संगठनात्मक फेरबदल के बाद जल्द ही कोई घोषणा हो सकती है। नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव पर नजरें प्रदेश अध्यक्ष के पद से अन्नामलाई के इस्तीफे के बाद सबकी नजरें इस बात पर हैं कि पार्टी किसे उनका उत्तराधिकारी चुनेगी क्योंकि गठबंधन इस पर निर्भर करेगा कि प्रदेश के नेता आपस में कैसे तालमेल बैठाते हैं। अन्नामलाई और एआईएडीएमके के बीच विरोधाभासी रुख गठबंधन टूटने का एक प्रमुख कारण था। जल्द ही नए राज्य अध्यक्ष की घोषणा की जा सकती है।
गठबंधन की संभावनाएं बीजेपी और एआईएडीएमके के कई नेताओं का कहना है कि दोनों दलों का गठबंधन राज्य में डीएमके को सत्ता से बाहर करने में ज्यादा सफल हो सकता है। एआईएडीएमके ने 2023 में एनडीए से बाहर निकलने का एलान किया था, क्योंकि अन्नामलाई द्वारा की गई टिप्पणियों पर दोनों गठबंधन सहयोगियों के बीच मतभेद हो गए थे।
2021 के चुनावों में डीएमके ने 234 में से 133 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी, जबकि एआईएडीएमके की 136 से घटकर 66 सीटें रह गई थी। बीजेपी ने चार सीटें और पीएमके ने पांच सीटें जीती थीं। शाह का बिहार और पश्चिम बंगाल दौरा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आगामी यात्रा में बिहार का होने वाला है। प्रदेश के एक नेता ने बताया कि मार्च में अपनी पिछली यात्रा के दौरान शाह ने राज्य के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और पार्टी की स्थिति के बारे में जानकारी ली थी। दो दिवसीय यात्रा के दौरान मंत्री चुनावी रणनीति के लिए दिशा-निर्देश देंगे।
पश्चिम बंगाल का दौरा भी जल्द घोषित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य पार्टी कार्यकर्ताओं को सशक्त करना और आगामी चुनावी अभियान की रणनीति तय करना है। शाह का जम्मू और कश्मीर दौरा 6 अप्रैल से शुरु हो रहा है वह तीन दिन यहां रहेंगे, जहां वह सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा वह जम्मू में पार्टी के विधायकों से मुलाकात करेंगे और पार्टी के संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। अमित शाह का यह दौरा बीजेपी की रणनीतिक तैयारियों का हिस्सा है, जो आने वाले चुनावों के लिए पार्टी की दिशा तय करेगा।
जेपी नड्डा ने बीजेपी स्थापना दिवस और रामनवमी पर दी शुभकामनाएं, कार्यकर्ताओं का बढ़ाया हौसला
6 Apr, 2025 06:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के 46वें स्थापना दिवस के अवसर पर देशवासियों और पार्टी कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दी हैं। 6 अप्रैल को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए उन्होंने स्थापना दिवस और रामनवमी दोनों पर्वों की बधाई दी।बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पोस्ट करते हुए कहा, कि आज हम भारतीय जनता पार्टी का 46वां स्थापना दिवस मना रहे हैं। मेरी ओर से और पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से आप सभी को स्थापना दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आज रामनवमी भी है, आप सभी को रामनवमी की भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं। जय श्रीराम!
संगठन और संस्कार का संगम
नड्डा का यह संदेश पार्टी के उस संगठनात्मक मूलमंत्र को दर्शाता है, जिसमें राष्ट्रवाद, संस्कृति और सेवा भाव का अद्भुत समन्वय है। रामनवमी जैसे आध्यात्मिक पर्व और पार्टी स्थापना दिवस जैसे संगठन पर्व का एक ही दिन आना, कार्यकर्ताओं के लिए विशेष ऊर्जा का स्रोत बना।
स्थापना दिवस पर विशेष आयोजन
बीजेपी के स्थापना दिवस पर देशभर में झंडारोहण, रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान और जनसंपर्क कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर सकते हैं।
बीजेपी के स्थापना दिवस पर अमित शाह ने दी कार्यकर्ताओं को बधाई
6 Apr, 2025 04:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कहा -पार्टी ने 10 सालों में सेवा, सुरक्षा और सांस्कृतिक जागरण के काम किए
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीजेपी के स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि कमल का फूल अब देशवासियों के दिलों में विश्वास और उम्मीद का प्रतीक बन गया है। शाह ने अपनी पोस्ट में कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने पिछले 10 सालों में सेवा, सुरक्षा और सांस्कृतिक जागरण के जो काम किए हैं, वे आने वाले दिनों में मील के पत्थर साबित होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि करोड़ों बीजेपी कार्यकर्ता अपनी विचारधारा के प्रति निष्ठावान रहकर राष्ट्र निर्माण में योगदान करते रहेंगे।
शाह ने पार्टी की पुरानी उपलब्धियों को भी याद किया। उन्होंने धारा 370 को हटाने और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के आंदोलन का जिक्र किया। शाह ने कहा कि पार्टी ने हमेशा गरीबों, वंचितों और महिलाओं का कल्याण किया है। बीजेपी ने हमेशा राष्ट्रहित को सबसे ऊपर रखा है। उन्होंने कहा कि 1980 में पार्टी की स्थापना के बाद से बीजेपी ने हमेशा यह दिखाया है कि एक राजनीतिक पार्टी कैसे विरासत का सम्मान कर सकती है।
बता दें कि बीजेपी 6 अप्रैल, 1980 को पांच निष्ठाओं के आधार पर बनी थी। हालांकि, पार्टी की शुरुआत 1950 में जनसंघ के गठन से हुई थी। जनसंघ की शुरुआत श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की थी।
दिग्गज नेताओं और पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सबसे बड़ी राजनीति पार्टी बनी: फडणवीस
6 Apr, 2025 02:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। महाराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनाने का श्रेय पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे दिग्गज नेताओं के प्रयासों को दिया है।
बीजेपी की स्थापना 1980 में हुई थी। इसके गठन के बाद 1984 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में पार्टी ने केवल दो सीट जीती थीं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा नागपुर में बीजेपीप के नए कार्यालय की आधारशिला रखे जाने के बाद फडणवीस ने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे हमारे अपने घर का शिलान्यास हो रहा है। उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयासों और पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। उन्होंने बीजेपी के नए कार्यालय के लिए पांच लाख रुपए का योगदान दिया और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से अपनी क्षमता के मुताबिक योगदान देने का अनुरोध किया।
हमारी सरकार आई तो वक्फ बिल को कूड़ेदान में फेंक देंगे: तेजस्वी
6 Apr, 2025 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर देशभर में उठे विरोध के सुरों के बीच बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्र पर जमकर हमला बोला है। तेजस्वी ने कहा, कि अगर हमारी सरकार बनी तो वक्फ संशोधन बिल को बिहार में लागू नहीं होने देंगे। उसे कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा। राजद कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी ने केंद्र सरकार और बीजेपी को निशाने पर लिया।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वक्फ संशोधन बिल को असंवैधानिक करार देते हुए आरोप लगाया कि भाजपा देश को धार्मिक आधार पर बांटने की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा, बेरोजगारी, पलायन, गरीबी, शिक्षा जैसे असल मुद्दों से ध्यान भटकाकर भाजपा ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है। यह वक्फ बिल उसी का हिस्सा है। उन्होंने आगे कहा, कि आरएसएस और बीजेपी संविधान का लगातार उल्लंघन कर रहे हैं। नागपुरिया कानून को पूरे देश में थोपना चाहते हैं। हम समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष उसूलों की राजनीति करते हैं। सत्ता में रहें या न रहें, विचारधारा से कभी समझौता नहीं किया है।
सुप्रीम कोर्ट में चुनौती
तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी खुलासा किया कि राजद की ओर से वक्फ बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है, ठीक वैसे ही जैसे पार्टी ने आरक्षण पर केंद्र के फैसले को चुनौती दी थी। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई सिर्फ सड़क पर नहीं, अदालत में भी जारी है। भाजपा की असली साजिश मुसलमान, दलित और पिछड़ों को मुख्यधारा से दूर करने की है। इस दौरान तेजस्वी ने उन राजनीतिक दलों पर भी सवाल उठाए जो खुद को धर्मनिरपेक्ष बताते हैं लेकिन वक्फ बिल का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, अब इन पार्टियों का असली चेहरा सामने आ गया है। ये देश के लिए नहीं, सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे के लिए काम करते हैं।
सीएम पिनराई बोले- अल्पसंख्यकों को खत्म करने की योजना
6 Apr, 2025 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। वक्फ संशोधन विधेयक के संसद से पारित होने के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शनिवार को गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अब ईसाई अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की तैयारी में है। उन्होंने दावा किया कि आएसएस के मुखपत्र ‘ऑर्गेनाइजर’ में छपे एक लेख में कैथोलिक चर्च की संपत्तियों का उल्लेख किया गया, जो नकारात्मक संकेत देता है। सीएम विजयन ने आरोप लगाया कि वक्फ बिल पास होने के तुरंत बाद ही चर्चों को टारगेट किया जा रहा है, जो कि संघ की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा, यह सब दर्शाता है कि अल्पसंख्यकों को चरणबद्ध तरीके से हाशिये पर डालने की रणनीति बनाई जा रही है। यह सिर्फ मुस्लिम समुदाय तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आगे ईसाई समुदाय को भी निशाना बनाया जाएगा।
ऑर्गेनाइजर ने लेख हटाया, लेकिन विवाद बना
मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि ऑर्गेनाइजर ने लेख को वेबसाइट से हटा दिया, लेकिन यह स्पष्ट है कि संघ किस दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने इस घटनाक्रम को धर्मनिरपेक्षता पर हमला और बहुसंख्यक सांप्रदायिक भावना का परिचायक बताया।
राहुल बोले- हमने तो पहले ही चेताया था
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने पहले ही कहा था कि वक्फ बिल सिर्फ एक शुरुआत है। राहुल ने ट्वीट कर लिखा, अब संघ ईसाई समुदाय को निशाना बना रहा है। मैंने चेताया था कि यह हमला मुसलमानों से शुरू होगा और फिर अन्य अल्पसंख्यकों पर भी आएगा। हमें संविधान की रक्षा के लिए एकजुट होना होगा।
आप विधायक ने सुप्रीम कोर्ट में वक्फ बिल को दी चुनौती
आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने भी शनिवार को वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इससे पहले कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी सुप्रीम कोर्ट का रुख कर चुके हैं।
विजयन ने किया लोकतांत्रिक आंदोलन का आह्वान
सीएम विजयन ने सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतों से एकजुट होकर लोकतांत्रिक आंदोलन शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा, यह सिर्फ एक विधेयक नहीं, बल्कि अल्पसंख्यकों के संवैधानिक अधिकारों पर सीधा हमला है। हमें अब खड़े होना होगा।
कांग्रेस करेगी 11 अप्रैल को सीएम हाउस का घेराव
6 Apr, 2025 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार कांग्रेस ने 11 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने का ऐलान किया है। यह घेराव कन्हैया कुमार की पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा के समापन के साथ होगा। पार्टी का दावा है कि इस विरोध-प्रदर्शन में करीब 5,000 कार्यकर्ता भाग लेंगे और यह पिछले 5 वर्षों का सबसे बड़ा प्रदर्शन होगा।
प्राप्त जानकारी अनुसार, कांग्रेस 11 अप्रैल को सीएम हाउस का घेरान करने जा रही है। इससे पहले 10 अप्रैल को सदाकत आश्रम में 3 से 4 हजार कार्यकर्ताओं को ठहराने की व्यवस्था की गई है। यात्रा के अंतिम दिन कन्हैया कुमार के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता पटना में मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च करेंगे। सूत्रों की मानें तो इस आंदोलन में राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट के भी शामिल होने की संभावना है। पार्टी इस कार्यक्रम को बड़े स्तर पर आयोजित कर रही है और इसे युवाओं के मुद्दों से जोड़कर व्यापक जनसंपर्क अभियान में बदलना चाहती है।
राहुल गांधी भी होंगे शामिल
इससे पहले, 7 अप्रैल को राहुल गांधी बिहार आ रहे हैं। वह कन्हैया कुमार की यात्रा में शामिल होंगे। यात्रा के दौरान राहुल गांधी का कार्यक्रम बेगूसराय और पटना में निर्धारित है। कांग्रेस इस यात्रा और आंदोलन के जरिए राज्य सरकार पर बेरोजगारी, पलायन और नौकरी की कमी जैसे मुद्दों को लेकर निशाना साध रही है। पार्टी का कहना है कि युवाओं को रोजगार देने के नाम पर ठगा गया है, और सरकार ने पलायन रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
केंद्रीय गृह मंत्री का ऐलान : हर नक्सल मुक्त गांव को मिलेगी 1 करोड़ रुपए की विकास निधि
6 Apr, 2025 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर । जनजातीय परंपराओं, लोक कला और सांस्कृतिक वैभव का प्रतीक बस्तर पंडुम 2025 आज दंतेवाड़ा में भव्य समापन समारोह के साथ सम्पन्न हुआ।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने उद्बोधन में बस्तर पण्डुम को अगले वर्ष से राष्ट्रीय महोत्सव के रूप में मनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि देशभर के आदिवासी जिलों के कलाकारों को इस महोत्सव में आमंत्रित किया जाएगा, और बस्तर की संस्कृति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर पंडुम उत्सव में अपने उद्बोधन में जनजातीय आराध्य देवताओं को नमन किया। साथ ही महाराजा प्रवीर चंद भंजदेव को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उन्होंने जल, जंगल, जमीन और संस्कृति की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया। केंद्रीय गृह मंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी एवं सामाजिक न्याय के प्रतीक बाबू जगजीवन राम को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि उन्होंने दलित, पिछड़े और आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए जीवन समर्पित कर दिया।
47000 कलाकारों की भागीदारी, 5 अप्रैल तक चला आयोजन
उन्होंने कहा कि बस्तर पण्डुम में 1850 ग्राम पंचायतों, 12 नगर पंचायतों, 8 नगर परिषदों, और एक नगर पालिका के कुल 47000 कलाकारों ने भाग लिया। यह उत्सव 12 मार्च से 5 अप्रैल तक चला और इस वर्ष 7 श्रेणियों में आयोजित किया गया। अगले वर्ष इसे 12 श्रेणियों में विस्तारित किया जाएगा।
संस्कृति, भाषा और परंपराओं को संजोने का आह्वान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बस्तर की बोलियां, वाद्य यंत्र, भजन और परंपराएं केवल छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरे भारत की सांस्कृतिक विरासत हैं। उन्होंने कहा कि इन्हें संरक्षित रखना हम सबकी ज़िम्मेदारी है।
विकास की नई योजना : नक्सलमुक्त गांवों को मिलेगा 1 करोड़ रुपये
केंद्रीय गृह मंत्री ने घोषणा की कि जो गांव नक्सलियों के आत्मसमर्पण में सहयोग करेंगे, उन्हें नक्सली मुक्त गांव घोषित कर 1 करोड़ रुपये की विकास निधि दी जाएगी। उन्होंने अपील की कि ग्राम सभा कर गांवों को सरेंडर की प्रक्रिया में आगे लाएं।
5500 रुपये में सीधे तेंदूपत्ता की खरीदी, बिचौलियों का अंत
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि अब तेंदूपत्ता 5500 रुपये प्रति मानक बोरा की दर से सीधे सरकार खरीद रही है, और राशि सीधे आदिवासियों के खाते में जा रही है। इससे लाल आतंक से जुड़े लोगों का नियंत्रण समाप्त होगा।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को मिलेगा पुनर्वास
केंद्रीय गृह मंत्री ने स्पष्ट किया कि जो नक्सली हथियार छोड़ देंगे, उन्हें पूरी सुरक्षा और सम्मान के साथ मुख्यधारा में लाया जाएगा। लेकिन जो हथियार नहीं डालेंगे, उनके विरुद्ध सुरक्षाबल कड़ी कार्रवाई करेगी।
हर गांव में स्कूल, दवाखाना, आधार और राशन कार्ड की व्यवस्था
केंद्रीय गृह मंत्री ने बताया कि हर गांव में शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए छोटे अस्पताल, स्कूल, आधार कार्ड, राशन कार्ड और स्वास्थ्य बीमा की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
‘वोकल फॉर लोकल’ के अंतर्गत बस्तर के उत्पादों को बाजार उपलब्ध
केंद्रीय गृह मंत्री ने बस्तर के बेल मेटल, टेराकोटा, लकड़ी शिल्प, गोदना और चित्रकला को वैश्विक मंच देने की योजना बताई। ‘वोकल फॉर लोकल’ के तहत इन उत्पादों को दिल्ली तक के बाजारों में पहुंचाया जाएगा।
आदिवासी नायकों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान
उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार एक आदिवासी महिला श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाकर आदिवासी समाज को ऐतिहासिक सम्मान देने का कार्य हमारी सरकार में किया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने 10 साल में 4 करोड़ से अधिक घर बनाए, 11 करोड़ को गैस सिलेंडर, 12 करोड़ घरों में शौचालय, 15 करोड़ घरों में नल से जल, और 70 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन और 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा दिया है।
बस्तर का नया सपना : सुकमा से सब-इंस्पेक्टर, कांकेर से कलेक्टर
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि असली विकास तब होगा जब बस्तर से डॉक्टर, कलेक्टर, बैरिस्टर और प्रशासनिक अधिकारी निकलेंगे। उन्होंने आह्वान किया कि अब बस्तर को हथियार नहीं, कलम और कंप्यूटर की शक्ति से आगे ले जाना है।
2025 में 521 नक्सलियों ने सरेंडर किया, 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म कर देंगे :अमित शाह
5 Apr, 2025 05:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दंतेवाड़ा । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को दंतेवाड़ा में आयोजित राज्य सरकार के 'बस्तर पंडुम' उत्सव के समापन समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि नक्सली छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में आदिवासियों के विकास को रोक नहीं पाएंगे। शाह ने नक्सलियों से हथियार डालने का भी आग्रह किया।अमित शाह ने कहा कि जब वे मारे जाते हैं, तो कोई भी खुश नहीं होता। शाह ने दोहराया कि सरकार मार्च 2026 तक नक्सल समस्या को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जो लोग आत्मसमर्पण करेंगे, वे मुख्यधारा का हिस्सा बन जाएंगे, जबकि बाकी को सुरक्षा बल जवाब देंगे।
शाह बोले- नक्सली के मारे जाने पर कोई खुश नहीं होता
उन्होंने कहा, 'बस्तर में जब गोलियां चलती थीं और बम फटते थे, वे दिन अब खत्म हो गए हैं। मैं नक्सली भाइयों से आग्रह करता हूं कि वे हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हों। आप हमारे अपने हैं। जब कोई नक्सली मारा जाता है, तो कोई भी खुश नहीं होता। बस अपने हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हो जाएं। आप हथियार उठाकर अपने आदिवासी भाइयों और बहनों के विकास को नहीं रोक सकते।' शाह ने कहा कि विकास प्रक्रिया का हिस्सा बनने वाले आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों को केंद्र और राज्य सरकारों से पूरी सुरक्षा मिलेगी। उन्होंने कहा, 'इस क्षेत्र को विकास की जरूरत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच साल में बस्तर को सबकुछ देना चाहते हैं। बस्तर ने 50 साल में विकास नहीं देखा है। हालांकि, यह तभी हो सकता है जब बच्चे स्कूल जाएं, तहसीलों में स्वास्थ्य सुविधाएं हों। हर किसी के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड और स्वास्थ्य बीमा हो।'
3 महीने में 521 का सरेंडर
शाह ने कहा, '2025 में अब तक कुल 521 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं, जबकि 2024 में 881 ने आत्मसमर्पण किया है। जिन नक्सलियों ने यह समझ लिया है कि विकास के लिए हथियारों, आईईडी और ग्रेनेड की जरूरत नहीं है, बल्कि कंप्यूटर और कलम की जरूरत है, उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया है।'बस्तर पंडुम महोत्सव की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि अगले वर्ष इसे राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अनुरोध करेंगे कि वे उद्घाटन समारोह में शामिल हों और आदिवासी भाइयों और बहनों को आशीर्वाद दें।
पीएम मोदी को मिला श्रीलंका का सर्वोच्च सम्मान, दोनों देशों के बीच डिफेंस समेत इन डील्स पर लगी मुहर
5 Apr, 2025 05:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलंबो। 2019 के बाद पहली बार तीन दिवसीय यात्रा पर श्रीलंका पहुंचे पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने पीएम मोदी को सर्वोच्च गैर-नागरिक सम्मान श्रीलंका मित्र विभूषण से सम्मानित किया। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है।पीएम मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति, सरकार और वहां के लोगों को धन्यवाद किया।
क्या है श्रीलंका मित्र विभूषण सम्मान?
श्रीलंका मित्र विभूषण वहां का सर्वोच्च गैर-नागरिक सम्मान है। यह सम्मान विदेशी हस्तियों को दिया जाता है। श्रीलंका की सरकार इन पुरस्कारों को उन राष्ट्राध्यक्षों को देती है, जिनके श्रीलंका के साथ संबंध दोस्ताना होते हैं। पुरस्कार में एक रजत पदक और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
पदक को श्रीलंका के नवरत्नों से सजाया जाता है। इसमें चंद्रमा, सूर्य, पृथ्वी और कमल की पंखुड़िया बनी हैं। मेडल पर “पुन कलसा” बना होता है। यह चावल से भरा एक बर्तन होता है। इसे समृद्धि और नवीनीकरण का प्रतीक माना जाता है। पदक पर बने सूर्य और चंद्रमा भारत और श्रीलंका के बीच संबंधों की शाश्वत प्रकृति को दर्शाते हैं। साल 2008 में श्रीलंका के तत्कालीन राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने इस सम्मान की शुरुआत की थी।
श्रीलंका के साथ हुआ रक्षा सहयोग समझौता
शनिवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके और पीएम मोदी के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। दोनों देशों के बीच सात समझौते हुए। भारत और श्रीलंका के बीच रक्षा साझेदारी समझौते पर सहमति बनी।दोनों नेताओं ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विक्रम मिस्री समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट का किया उद्घाटन
दोनों देशों के बीच त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करने पर भी समझौता हुआ। इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति दिसानायके ने समपुर सौर ऊर्जा परियोजना का वर्चुअल उद्घाटन भी किया। भारत और श्रीलंका ने श्रीलंका को बहु-क्षेत्रीय अनुदान सहायता पर भी सहमति जताई है। उधर, भारत, संयुक्त अरब अमीरात और श्रीलंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके की मौजूदगी में एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए।
इंडिपेंडेंस स्क्वायर पर पीएम का भव्य स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायका के निमंत्रण पर 4 से 6 अप्रैल तक वहां की राजकीय यात्रा पर हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके ने प्रधानमंत्री मोदी का इंडिपेंडेंस स्क्वायर पर ऐतिहासिक औपचारिक स्वागत किया गया। यह पहली बार है जब श्रीलंका ने किसी अतिथि का इस तरह से सम्मान किया है। यह चौक श्रीलंका का राष्ट्रीय दिवस समारोह स्थल है। इसका नाम स्वतंत्रता स्मारक हॉल से लिया गया है।