राजनीति
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जाति जनगणना का मामला राज्य सरकार पर छोड़ दिया गया
17 Apr, 2025 11:34 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कलबुर्गी । कर्नाटक में जाति आधारित जनगणना रिपोर्ट को लेकर तीखी चर्चाएं हो रही हैं। मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के नेतृत्व वाली सरकार इस रिपोर्ट पर विचार-विमर्श करने की तैयारी में है। सीएम सिद्दारमैया की अध्यक्षता में गुरुवार को बेंगलुरु में राज्य कैबिनेट की बैठक होने जा रही है, जिसमें इस रिपोर्ट पर विस्तृत चर्चा होगी। इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि जाति जनगणना का मामला राज्य सरकार पर छोड़ दिया गया है।
कलबुर्गी में मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “जाति जनगणना का मामला राज्य सरकार पर छोड़ दिया गया है। मैंने रिपोर्ट भी नहीं देखी है। देखना यह है कि कैबिनेट में चर्चा के बाद राज्य सरकार क्या फैसला लेती है? यह मुद्दा पूरी तरह से कर्नाटक सरकार पर छोड़ दिया गया है।”
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए जाति जनगणना के सवाल पर कहा था कि हमने 17 अप्रैल को एक बैठक बुलाई है और सभी कैबिनेट मंत्री इसमें हिस्सा लेंगे। जाति आधारित जनगणना के विषय पर ही चर्चा होगी। उन्होंने कहा था कि यह जाति जनगणना नहीं, एक सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण है। हम इस पर चर्चा करेंगे और निर्णय लेंगे।
इसके अलावा सीएम ने कलबुर्गी में रोजगार मेले पर कहा था कि “हम रोजगार मेला आयोजित कर रहे हैं। हम पहले ही बेंगलुरु में एक रोजगार मेला आयोजित कर चुके हैं। अब हम कलबुर्गी, मैसूर और हुबली-धारवाड़ में भी मेले का आयोजन कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य बेरोजगारी को खत्म करना है। युवाओं को नौकरी मिलनी चाहिए। हम स्नातक होने के बाद नौजवानों को दो साल तक 3,000 रुपये प्रति माह प्रदान कर रहे हैं। हमने युवा निधि योजना लागू की है और युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रहे हैं। युवा पीढ़ी के लिए रोजगार सुनिश्चित करना हमारी पार्टी की प्रतिबद्धता है।”
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने सीआरपीएफ की देश की सुरक्षा में दिए जा रहे योगदान की चर्चा की
17 Apr, 2025 10:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नीमच । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प दोहराया है, क्योंकि देश में नक्सलवाद लगातार सिकुड़ रहा है। मध्य प्रदेश के नीमच जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) दिवस के समारोह में हिस्सा लेते हुए अमित शाह ने केंद्रीय सुरक्षा बलों के योगदान की चर्चा की।
उन्होंने कहा कि नक्सलवाद से मुक्त करने में सीआरपीएफ ने बहुत बड़ा योगदान दिया है। जब भी कोबरा बटालियन के जवानों के नक्सलियों की तरफ बढ़ने के समाचार मिलते हैं, तो नक्सलवादियों की रूह कांप जाती है। देश से 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा, यह प्रण है जो आपके ही बल पर इस देश ने तय किया है।
उन्होंने देश की सुरक्षा में बलिदान देने वाले 2,264 जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके परिवारों के त्याग तथा बलिदान का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 248 बटालियन सहित 4 जोनल मुख्यालय, 21 सेक्टर मुख्यालय, 17 रेंज और 39 प्रशासनिक रेंज में लगभग तीन लाख जवान तैनात हैं, जो हर जगह देश की शांति और सुरक्षा के लिए काम कर रहे हैं। सीआरपीएफ को इस देश का ही नहीं, पूरी दुनिया का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल होने का गौरव हासिल है। सीआरपीएफ के जवानों ने हर मोर्चे पर कामयाबी हासिल की है।
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने सीआरपीएफ की देश की सुरक्षा में दिए जा रहे योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि 2001 में हमारी लोकतंत्र की सबसे बड़ी पंचायत संसद भवन पर हमला हुआ, इसको नाकाम सीआरपीएफ के जवानों ने किया। 2005 में राम जन्मभूमि पर आतंकी हमला हुआ, उसको भी निरस्त करने का काम सीआरपीएफ के जवानों ने किया और मंदिर को सुरक्षित रखा। सबसे बड़ी कामयाबी सीआरपीएफ के इतिहास में लिखी जाएगी, वह अनेक सालों तक याद रखी जाएगी कि इस देश को नक्सलवाद से मुक्त करने में उसका बहुत बड़ा योगदान रहा है।
उन्होंने कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद शांति बहाली का जिक्र किया और कहा कि सीआरपीएफ के बगैर यह संभव नहीं था कि धारा 370 हटाने के बाद कश्मीर में शांति बनाए रखी जाती या हर चुनाव को बहुत अच्छे तरीके से किया जाता। कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद जब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो रहे थे, तब बहुत सारी आशंकाएं हो रही थीं, मगर इस बात का गर्व है कि सीआरपीएफ और बाकी सुरक्षा बलों के जवानों ने इतनी सुरक्षा सुनिश्चित की थी कि एक भी बूथ को लूटने नहीं दिया। एक भी जगह गोली नहीं चलानी पड़ी। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
वहीं बीते 10 साल में नक्सली हिंसा में 70 प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई है और वह अब समाप्ति की ओर है। सीआरपीएफ ने अमरनाथ की यात्रा हो, श्री राम जानकी सुरक्षा हो, श्री कृष्ण भूमि सुरक्षा हो या कुंभ या महाकुंभ का अवसर हो, हर जगह मुस्तैदी के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज की है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने में बहुत सामाजिक कामों में भी सीआरपीएफ ने बड़ी भूमिका निभाई।
महागठबंधन की बैठक में रालोजपा को नहीं मिला न्योता
17 Apr, 2025 09:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में रालोजपा नेता पशुपति कुमार पारस पूरी तरह से अलग थलग पड़ गये हैं. पिछले दिनों उन्होंने विधिवत रूप से एनडीए से अलग होने की घोषणा की. अब महागठबंधन की बैठक में भी रालोजपा को न्योता नहीं मिला है. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में महागठबंधन के सभी छह घटक दलों की पहली औपचारिक बैठक गुरुवार को होने जा रही. इस बैठक में छह राजनीतिक दलों को न्योता भेजा गया है. जानकारी के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की पार्टी रालोजपा को अभी तक बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रण नहीं दिया गया है. इस संबंध में रालोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने बताया कि अभी उनकी पार्टी एनडीए से अलग हुई है, महागठबंधन में शामिल नहीं है.
इन दलों की होगी भागीदारी
पटना में हो रही बैठक में महागठबंधन के घटक दलों के नेता राज्य में अगली सरकार बनाने को लेकर रणनीति तय करेंगे. प्रदेश राजद कार्यालय में यह बैठक एक बजे दिन में शुरू होगी. बैठक में राजद की ओर से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, सांसद प्रो. मनोज झा, सांसद संजय यादव शामिल होंगे. कांग्रेस की ओर से पार्टी के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम शामिल होंगे. वाम दलों में भाकपा माले, भाकपा एवं माकपा के राज्य सचिव मंडल के प्रमुख नेता शामिल होंगे. बैठक में वीआईपी के मुकेश सहनी, राष्ट्रीय प्रवक्ता देवज्योति भी मौजूद रहेंगे. सूत्रों के अनुसार बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ने पर सहमति बनने की संभावना है.
तय होंगे विधानसभा चुनाव के एजेंडे
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने को लेकर सभी दल अपने-अपने विचार रखेंगे. इसमें एनडीए को हराने को लेकर सामूहिक कार्यक्रम तय करने का संकल्प लिया जाएगा. इसी क्रम में चुनावी रणनीति तय की जाएगी. महागठबंधन सूत्रों के अनुसार, वक्फ कानून को लेकर सामूहिक राजनीतिक कार्यक्रम तय किया जा सकता है. वहीं, राज्य में 65 प्रतिशत आरक्षण को लागू किए जाने को लेकर भी जनता के बीच महागठबंधन के जाने को लेकर सहमति जतायी जाएगी. इस बैठक में आगे की बैठकों का एजेंडा व कार्यक्रम भी तय किया जाएगा.
विधानसभा चुनाव में ये नए खिलाड़ी बिगाड़ सकते हैं एनडीए-IND का खेल
16 Apr, 2025 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए और एनडीए गठबंधन ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। वहीं, छोटे राजनीतिक दलों ने भी चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। पिछले 8 महीनों में विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में कई नई पार्टियां उभरी हैं। जिसमें प्रशांत किशोर ने 'जन सुराज पार्टी', आरसीपी सिंह ने 'आप सबकी आवाज', शिवदीप लांडे ने 'हिंद सेना' और आईपी गुप्ता ने भारतीय इंकलाब पार्टी बनाई है।
जन सुराज पार्टी से किस गठबंधन को होगा नुकसान
बिहार में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी से एनडीए और भारत गठबंधन को नुकसान हो सकता है। प्रशांत किशोर की पार्टी मुस्लिम-यादव (MY) वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है। दरअसल, प्रशांत किशोर ने यह भी घोषणा की कि उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में 40 मुस्लिम उम्मीदवार उतारेगी। इससे आरजेडी का पारंपरिक MY समीकरण कमजोर हो सकता है, क्योंकि मुस्लिम वोट बंट सकते हैं।
एनडीए को भी होगा नुकसान
दरअसल, प्रशांत किशोर ने दलित नेता मनोज भारती को अध्यक्ष बनाकर और गांधी-आंबेडकर के प्रतीकों का इस्तेमाल कर दलित और अति पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) वोटों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश की है। इससे एनडीए का ईबीसी और दलित समर्थन कमजोर पड़ सकता है, जो जेडीयू और बीजेपी दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।
आरसीपी की पार्टी एनडीए गठबंधन को पहुंचाएगी नुकसान
दोनों प्रमुख गठबंधनों में से आरसीपी सिंह की नई पार्टी "आप सबकी आवाज" (आसा) के बिहार की राजनीति में उतरने से एनडीए को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है। आपको बता दें कि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू एनडीए गठबंधन का हिस्सा है। वहीं, नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह दोनों ही कुर्मी समुदाय से हैं। पारंपरिक रूप से जेडीयू का मजबूत आधार रहे कुर्मी मतदाता अब बिखर सकते हैं, क्योंकि आरसीपी सिंह अपनी नई पार्टी के जरिए इसी समुदाय को टारगेट कर रहे हैं।
किस गठबंधन को 'हिंद सेना' से होगा नुकसान
शिवदीप लांडे की 'हिंद सेना' पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को नुकसान पहुंचा सकती है। शिवदीप लांडे की 'हिंद सेना' पार्टी का नाम और चिह्न (त्रिपुंड, खाकी रंग) राष्ट्रवाद और हिंदुत्व की भावना को दर्शाता है, जो भाजपा के मूल मतदाताओं (विशेष रूप से उच्च जाति और हिंदू समुदायों) को आकर्षित कर सकता है। उनकी पार्टी का 'जय हिंद' और राष्ट्रवाद पर जोर, जो भाजपा की विचारधारा से मेल खाता है, भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगा सकता है। इसके अलावा, लांडे ने युवाओं को अपनी पार्टी का मुख्य लक्ष्य बताया है, जो बिहार में फ्लोटिंग वोटरों का एक बड़ा हिस्सा हैं। ये मतदाता पारंपरिक रूप से भाजपा और जेडीयू हैं।
आईपी गुप्ता भारत गठबंधन को नुकसान पहुंचा सकते हैं
हाल ही में आईपी गुप्ता ने भारतीय इंकलाब पार्टी का गठन किया। आगामी विधानसभा चुनाव में आईपी गुप्ता की पार्टी भारत गठबंधन को नुकसान पहुंचा सकती है, क्योंकि आईपी गुप्ता ने अखिल भारतीय पान महासंघ के अध्यक्ष के रूप में तांत्रिक-तत्व समुदाय को एकजुट करने की कोशिश की थी। यह समुदाय कुछ विधानसभा क्षेत्रों में प्रभावशाली है और पारंपरिक रूप से राजद और कांग्रेस जैसी पार्टियों का समर्थन करता रहा है। गुप्ता की पार्टी इस वोट बैंक में सेंध लगा सकती है, जिससे अखिल भारतीय गठबंधन को नुकसान हो सकता है।
बिहार विधानसभा चुनाव: महागठबंधन सरकार में CM पद के चेहरे को लेकर चर्चा तेज
16 Apr, 2025 04:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन की गतिविधियां तेज हो गई हैं, लेकिन टिकट बंटवारे और मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अभी भी स्थिति साफ नहीं हो पाई है। मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की बैठक के बाद भी कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका। अब गुरुवार 17 अप्रैल को पटना में महागठबंधन की बड़ी बैठक प्रस्तावित है, जिसमें सभी सहयोगी दल हिस्सा लेंगे। इस बैठक में सीट शेयरिंग और सीएम चेहरे को लेकर अंतिम रणनीति तैयार की जा सकती है।
पटना में होगी महागठबंधन की अहम बैठक
बिहार में महागठबंधन की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर मतभेद उभरता नजर आ रहा है। मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के बीच हुई बैठक में भी सीट शेयरिंग पर कोई ठोस सहमति नहीं बन पाई। अब 17 अप्रैल (गुरुवार) को पटना में महागठबंधन की अहम बैठक बुलाई गई है, जिसमें सभी सहयोगी दल हिस्सा लेंगे।
तेजस्वी के नाम पर छोटे दलों की सहमति जरूरी
मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर चर्चाएं तेज हैं। आरजेडी तेजस्वी यादव को सीएम चेहरे के तौर पर आगे करना चाहती है, लेकिन सहयोगी दलों की सहमति अभी साफ नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, कई छोटे दल तेजस्वी के नेतृत्व को स्वीकार कर सकते हैं, लेकिन वे सीट शेयरिंग में सम्मानजनक हिस्सेदारी की मांग कर रहे हैं। पटना की बैठक में इस पर अंतिम फैसला संभव है।
सीएम चेहरे पर तेजस्वी ने क्या कहा
दिल्ली की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है। मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, आप लोग चिंता न करें, हम मिल बैठकर इस पर फैसला करेंगे।
तेजस्वी को लेकर आरजेडी ने किया बड़ा दावा
हालांकि, राजनीतिक गलियारों में इस बात पर चर्चा गरम है कि क्या सभी दल तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर स्वीकार करेंगे। आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, बिहार की जनता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहती है। गठबंधन पूरी एकजुटता के साथ आगे बढ़ रहा है।
कांग्रेस के खराब स्ट्राइक रेट ने बढ़ाई टेंशन
कांग्रेस की कमजोर स्थिति भी गठबंधन के भीतर असमंजस की वजह बन रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से उसे सिर्फ 19 पर ही सफलता मिली थी। आरजेडी का मानना है कि कांग्रेस के गलत उम्मीदवार चयन और खराब स्ट्राइक रेट की वजह से ही महागठबंधन बहुमत से दूर रह गया। इसलिए इस बार सीट शेयरिंग और उम्मीदवार चयन को लेकर ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है।
महागठबंधन में शामिल हो सकती है लोजपा
सूत्रों के मुताबिक लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का एक गुट भी महागठबंधन में शामिल हो सकता है। पटना की बैठक में इस संभावना पर भी चर्चा होगी। माना जा रहा है कि यह बैठक महागठबंधन की दिशा तय करने में निर्णायक भूमिका निभा सकती है।
'बीजेपी के जाते ही रद्द हो जाएगा वक्फ बिल', ममता बनर्जी ने किया बड़ा एलान
16 Apr, 2025 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वक्फ कानून के खिलाफ सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक घमासान मचा हुआ है। सबसे घमासान ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी वक्फ कानून के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सीएम ममता आज कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम पहुंचीं जहां उन्होंने मुस्लिम धर्मगुरुओं और इमामों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने वक्फ कानून को लेकर इमामों को संबोधित भी किया। ममता ने कहा कि बंगाल को बदनाम किया जा रहा है। कांग्रेस की एक सीट है जहां हिंसा हुई। उन्होंने कहा, भारतीय जनता पार्टी के सत्ता से बेदखल होते ही वक्फ संशोधन विधेयक को निरस्त कर दिया जाएगा।
'मैं सभी इमामों और पुजारियों का सम्मान करती हूं'
ममता बनर्जी ने कहा कि यूपी और बिहार के वीडियो दिखाकर बंगाल को बदनाम किया जा रहा है। फर्जी खबरें फैलाई जा रही हैं। झूठे वीडियो दिखाकर बीजेपी बदनाम कर रही है। सीएम ने कहा कि सीमा सुरक्षा बीएसएफ की जिम्मेदारी है। अगर आपको बंगाल पर बोलना है तो मेरे सामने बोलें। हमने बंगाल को बदनाम करने वाली फर्जी मीडिया रिपोर्ट पकड़ी हैं। मैं सभी इमामों और पुजारियों का सम्मान करती हूं। हम रवींद्रनाथ टैगोर की विचारधारा में विश्वास रखते हैं। बंगाल में हिंसा भड़काने की भाजपा की साजिश में न फंसें।
वक्फ कानून पर ममता बनर्जी की बड़ी बैठक
वक्फ कानून को लेकर भावी रणनीति पर चर्चा के लिए ममता ने इमामों के साथ बैठक की, जिसमें ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष सैफुल्लाह रहमानी, एआईएमपीएलबी के महासचिव फजलुर्रहीम मुजद्दिदी और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम समेत कई मुस्लिम धर्मगुरु और इमाम मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून लागू नहीं होने देंगे- सीएम ममता
वक्फ कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग इसे लेकर सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल, मुस्लिम समुदाय वक्फ को शरीयत का हिस्सा बता रहा है और इसलिए इसमें दखलंदाजी स्वीकार नहीं कर रहा है। यहां आपको यह भी बता दें कि ममता बनर्जी की पार्टी ने संसद में भी इस बिल का विरोध किया था और जब बिल पास होकर राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई थी, तब ममता बनर्जी ने कहा था कि वह इस कानून को पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होने देंगी। ममता बनर्जी की पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा ने नए कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
नेशनल हेराल्ड केस: ईडी के दायर चार्जशीट के खिलाफ कांग्रेस का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन
16 Apr, 2025 01:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: नेशनल हेराल्ड केस में चार्जशीट के खिलाफ कांग्रेस देशभर में ईडी दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन कर रही है। चार्जशीट में सोनिया गांधी आरोपी नंबर एक और राहुल आरोपी नंबर दो हैं। केंद्र सरकार और केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पार्टी दफ्तर के बाहर हिरासत में लिया। वहीं दूसरी तरफ प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा भी एक लैंड डील में फंसते नजर आ रहे हैं। रॉबर्ट वाड्रा से आज लगातार दूसरे दिन ईडी ने पूछताछ की है।
"इमामों की सभा में ममता का बयान: योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया, उत्तर प्रदेश CM की आलोचना"
16 Apr, 2025 01:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। ठीक एक दिन बाद ममता बनर्जी ने योगी आदित्यनाथ के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने महाकुंभ में हुई भगदड़ में मौत का मुद्दा उठाया। बुधवार को कोलकाता में ममता बनर्जी ने इमामों की एक जनसभा को संबोधित किया।
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक इमामों की एक सभा में ममता बनर्जी ने कहा कि योगी बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। वह सबसे बड़े भोगी (भौतिकवादी) हैं। महाकुंभ में कई लोगों की जान चली गई। यूपी में मुठभेड़ में कई लोग मारे गए। योगी लोगों को रैलियां तक नहीं निकालने देते हैं। मगर पश्चिम बंगाल में बहुत आजादी है।
'ममता ने दंगाइयों को पाला-पोसा'
उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का कहना है, "योगी जी ने दंगाइयों के बारे में बयान दिया था। मगर ममता बनर्जी को यह पसंद नहीं आया, क्योंकि उन्होंने इन दंगाइयों को पाला-पोसा है। योगी आदित्यनाथ ने यूपी को दंगा मुक्त बनाया है। ममता बनर्जी की टिप्पणी निराधार है। वे यूपी मॉडल से सीख ले सकती हैं।
दंगाइयों को शांतिदूत बताती हैं ममता: योगी
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा था कि बंगाल जल रहा है। मगर सीएम ममता बनर्जी चुप हैं। वे दंगाइयों को शांति दूत बताती हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते हैं। दंगाइयों का एक ही इलाज डंडा है। योगी ने आगे यह भी कहा कि मुर्शिदाबाद हिंसा पर सपा, कांग्रेस और टीएमसी चुप है।
हिंसा में बाहरी तत्व शामिल: ममता
ममता बनर्जी ने दावा किया कि मुर्शिदाबाद हिंसा में सीमा पार के तत्व शामिल है। उन्होंने पूछा कि सीमा की रक्षा करना क्या बीएसएफ की जिम्मेदारी नहीं है? प्रदेश सरकार अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा नहीं करती है। केंद्र सरकार इस जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है। ममता बनर्जी ने हिंसा में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया। उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव को बीएसएफ की भूमिका की जांच करने का निर्देश भी दिया।
यूपी मंत्री की बयानबाज़ी से सियासत गरम, ममता और केजरीवाल पर तीखे शब्दबाण
16 Apr, 2025 10:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मंत्री रघुराज सिंह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि हम ताड़का की तरह ममता बनर्जी को खत्म कर देंगे. उन्होंने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी विवादित टिप्पणी की. रघुराज सिंह ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली के रावण बन गए थे. अब दिल्ली का रावण खत्म हो गया है.
ममता बनर्जी और केजरीवाल पर बोलते हुए रघुराज सिंह ने कहा, ‘ऐसे लोग मुगल काल में भी गद्दार थे और अब जब हम सत्ता में हैं, तब भी वे गद्दार हैं. ममता बनर्जी खुद को हिंदू कहती हैं, लेकिन कभी किसी हिंदू मंदिर में पूजा करने नहीं गईं. हमारे लोगों ने दिल्ली के रावण का नाश किया है. केजरीवाल दिल्ली के रावण बन गए थे. उन्होंने कहा था कि मैं ही दिल्ली का सीएम बनूंगा, इसलिए दिल्ली का रावण अब खत्म हो गया है. अब ताड़का (रामायण में खलनायक) को मारना है. इसलिए हम ताड़का की तरह ममता बनर्जी को खत्म कर देंगे. हम उन्हें चुनावों में हराएंगे.’
पहले भी दिया था विवादित बयान
रघुराज सिंह वहीं नेता हैं जिन्होंने होली पर विवादित बयान दिया था. अलीगढ़ के रघुराज सिंह ने कहा था कि होली पर सफेद टोपी वाले घर से बाहर तिरपाल का हिजाब पहनकर निकलें. उन्होंने कहा कि रमजान के दौरान जुमे की नमाज और होली त्योहार एकसाथ पड़ रहे हैं.
रघुराज सिंह उत्तर प्रदेश में योगी सरकार में राज्य श्रम एवं रोजगार मंत्री हैं. उन्होंने कहा था कि मैं अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में राम मंदिर बनवाने के लिए पूरी संपत्ति लगा दूंगा. यहां पर मंदिर बनने के बाद मैं पहली ईंट रखूंगा.
तेजस्वी यादव की कांग्रेस के साथ बैठक, विकास और रोजगार पर हुई चर्चा
16 Apr, 2025 10:26 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को कहा कि बिहार की जनता बदलाव के लिए तैयार है और उसने आगामी चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को सत्ता से बाहर करने का संकल्प लिया है. पटना में कांग्रेस नेताओं के साथ संयुक्त बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने कांग्रेस के साथियों के साथ बैठक की है. इस दौरान इस बात पर चर्चा हुई कि बिहार की जनता को बेरोजगारी से कैसे मुक्त किया जाए, उन्हें अपराध से कैसे मुक्त किया जाए, बिहार में पलायन को कैसे रोका जाए और हमारा विजन क्या होगा.
उन्होंने आगे कहा कि एक बात तो तय है कि जनता एनडीए से छुटकारा पाने का मन बना चुकी है. आरजेडी और कांग्रेस इंडिया गठबंधन में प्रमुख भागीदार हैं, जिसका लक्ष्य बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को चुनौती देने के लिए एकजुट मोर्चा पेश करना है.
गठबंधन सहयोगियों के साथ कल बैठक
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि विपक्षी गठबंधन एकजुट है और बिहार को आगे ले जाने के लिए पूरी तरह तैयार है. मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि गठबंधन सहयोगियों के साथ एक और बैठक 17 अप्रैल को पटना में होगी. इसके अलावा, एनडीए पर निशाना साधते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 20 साल के शासन के बाद भी बिहार सबसे गरीब राज्य बना हुआ है, जहां प्रति व्यक्ति और किसानों की आय सबसे कम है और पलायन दर सबसे अधिक है.
20 साल बाद भी बिहार सबसे गरीब राज्य
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई. हम 17 अप्रैल को पटना में अन्य गठबंधन दलों के साथ फिर बैठक करेंगे. हम पूरी तरह तैयार हैं और बिहार को आगे ले जाना चाहते हैं. राज्य में एनडीए की सरकार के 20 साल बाद भी बिहार सबसे गरीब राज्य है, जहां प्रति व्यक्ति आय और किसानों की आय सबसे कम है और पलायन सबसे ज्यादा है.
बिहार में सरकार नहीं बनाएगा एनडीए
उन्होंने कहा कि हम मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. सरकार की कमियों को उजागर करना हम सभी का कर्तव्य है. मुख्यमंत्री के चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सर्वसम्मति से तय किया जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि एनडीए इस समय बिहार में सरकार नहीं बनाएगा. आरजेडी नेता ने कहा कि हम चर्चा करेंगे और सर्वसम्मति से सीएम का चेहरा तय करेंगे.
एकजुट होकर सरकार से लड़ेंगे
तेजस्वी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार तो हाईजैक हो चुके हैं. एनडीए इस बार बिहार में सरकार नहीं बना रहा है. बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि बैठक बहुत ही सहज और सहज तरीके से हुई. राजेश कुमार ने कहा कि सभी निर्णय अलग-अलग तिथियों पर लिए जाएंगे. हम एकजुट होकर एनडीए सरकार से लड़ेंगे. कई मुद्दों पर चर्चा हुई और आगे बढ़ते हुए हम बिंदुवार आगे बढ़ेंगे.
बंगाल बनता जा रहा 'मिनी बांग्लादेश': समिक भट्टाचार्य का ममता सरकार पर हमला
15 Apr, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता, 15 अप्रैल । पश्चिम बंगाल के कई जिलों में वक्फ संशोधन कानून के दौरान हुई हिंसा के लिए भाजपा सांसद समिक भट्टाचार्य ने सीएम ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि बंगाल की अस्मिता और हिंदू संस्कृति पर लगातार हमले हो रहे हैं और ममता सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से मंगलवार को बंगला नववर्ष के अवसर पर बात करते हुए समिक भट्टाचार्य ने कहा कि बंगाल और बंगाली के रग-रग में यह नववर्ष जुड़ा हुआ है, लेकिन इस बार का नववर्ष एक शोक में बदल गया है। हमारी हिंदू मां-बहनों को लक्ष्मी मैया की पूजा छोड़कर घर-द्वार से भागना पड़ रहा है। उनका उत्पीड़न हो रहा है, बच्चों को मारा गया है, घर फूंक दिए गए हैं, दुकानों को लूट लिया गया है। ऐसे माहौल में हम नववर्ष कैसे मनाएं? अगर हम आज नहीं जागे तो पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश बन जाएगा। हमें एकजुट होकर इस स्थिति का मुकाबला करना होगा।
भांगड़ में हाल ही में हुई आगजनी और हिंसा पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि आज बंगालियों के लिए नववर्ष अशुभ बन गया है और इसकी जिम्मेदार तृणमूल कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति है। सरकार उपद्रवियों का खुलकर समर्थन कर रही है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौलानाओं से प्रस्तावित मुलाकात पर भी समिक भट्टाचार्य ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ममता दीदी के पास हिंदुओं से मिलने का समय नहीं है, जिनको बांग्लादेशी घुसपैठिए और रोहिंग्या समेत कट्टरपंथी मुसलमानों ने नुकसान पहुंचाया है। वह ये सब 30 फीसदी मुस्लिम वोट के लिए कर रही हैं। ममता बनर्जी की राजनीति ‘विभाजन और धार्मिक ध्रुवीकरण’ पर आधारित है। ईद के दिन उनके मंच से दिया गया उकसाने वाला बयान ही इन घटनाओं की जड़ में है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के हालिया बयानों पर कटाक्ष करते हुए भट्टाचार्य ने कहा कि दिल्ली की गर्मी से उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। मेरी सलाह है कि वह मट्ठा पीकर, थोड़ा आराम करें। एक नहीं, दो गिलास मट्ठा पीजिए और चैन की नींद सोइए।
गुजरात दौरे पर राहुल गांधी, जिला कांग्रेस कमेटियों के सशक्तिकरण पर चर्चा
15 Apr, 2025 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को गुजरात के मोडासा में संगठन सृजन अभियान के तहत जिला कांग्रेस कमेटियों को सशक्त बनाने के लिए पहली बैठक का शुभारंभ करेंगे। बैठक से पहले एआईसीसी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि इसका उद्देश्य जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) और उनके अध्यक्षों को सशक्त बनाकर और जवाबदेही की एक नई प्रणाली शुरू करके पार्टी संगठन को मजबूत करना है।
उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि 2025 संगठनात्मक सुधारों का वर्ष है और राहुल गांधी इस प्रक्रिया को शुरू करने के लिए गुजरात जा रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने गुजरात से शुरू होने वाले डीसीसी अध्यक्षों के चयन के लिए 43 एआईसीसी पर्यवेक्षकों और 183 पीसीसी पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है और उनकी पहली बैठक मोडासा शहर में हो रही है। एआईसीसी पर्यवेक्षकों को डीसीसी के अध्यक्षों के चयन और नियुक्ति की प्रक्रिया की देखरेख का काम सौंपा गया है।
बता दें अहमदाबाद में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन सत्र में डीसीसी अध्यक्षों की नियुक्ति का फैसला लिया गया था। इस अधिवेशन में खड़गे ने कहा था कि डीसीसी अध्यक्षों को सशक्त और जवाबदेह बनाया जाएगा और पार्टी उम्मीदवारों के चयन में भी उनकी भूमिका होगी। राहुल गांधी ने कहा था कि वे डीसीसी और उनके प्रमुखों को कांग्रेस पार्टी की नींव बना रहे हैं।
रामजी लाल सुमन एक बार फिर से विवादों में, मुसलमानो के पक्ष में करणी सेना पर साधा निशाना
15 Apr, 2025 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यूपी में अखिलेश यादव के एक सांसद बार-बार ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे प्रदेश का माहौल खराब हो सकता है। राणा सांगा पर बयान के बाद सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने एक और नया विवादित बयान दिया है। अंबेडकर जयंती पर एक कार्यक्रम के दौरान रामजी लाल सुमन ने कहा, 'अगर आप कहते हैं कि हर मस्जिद के नीचे मंदिर है तो हमें कहना पड़ेगा कि हर मंदिर के नीचे बौद्ध मठ है। अगर आप पुरानी कब्र खोदेंगे तो यह महंगा पड़ेगा।' उन्होंने पूछा कि अगर मुसलमानों में बाबर का डीएनए है तो आपके पास किसका डीएनए है?
करणी सेना को दी चुनौती
सपा सांसद ने करणी सेना को भी चुनौती देते हुए कहा कि वे देश को चीन से बचाएं, जिसने हमारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। उन्होंने कहा कि अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उनसे ज्यादा नकली कोई नहीं है।
योगी के मंत्री ने सपा को घेरा
इस बीच योगी सरकार में मंत्री जयवीर सिंह ने समाजवादी पार्टी को घेरा है। जयवीर सिंह ने कहा कि रामजी लाल सुमन दलित हैं इसलिए सपा ने उन्हें आगे किया है। लेकिन लोगों को याद है कि दलितों पर सबसे ज्यादा अत्याचार सपा सरकार में हुए थे। बयान सिर्फ वोट बैंक के लिए दिए जा रहे हैं।
क्या है ये पूरा विवाद?
बता दें कि रामजी लाल सुमन के राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान पर करणी सेना ने मोर्चा खोल दिया है। राजस्थान और यूपी के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए। दरअसल, ये पूरा विवाद राणा सांगा को लेकर दिए गए एक बयान के बाद शुरू हुआ। लोकसभा में सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा था कि राणा सांगा ने बाबर को भारत आने का न्योता दिया था। अगर मुसलमान बाबर के वंशज हैं तो आप देशद्रोही राणा सांगा के वंशज हैं। इस बात का फैसला अब हिंदुस्तान में होना चाहिए। बाबर की आलोचना होती है लेकिन राणा सांगा की आलोचना क्यों नहीं करते?
RJD-कांग्रेस की बैठक, तेजस्वी-राहुल और खरगे ने की मुलाकात बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तैयार हो रही रणनीति
15 Apr, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर बैठकों का दौर जारी है. तीन दिन पहले पटना में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की बैठक हुई थी। सोमवार को दरभंगा में NDA के सभी बड़े नेता एकजुट हुए. आज दिल्ली में राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के बीच बैठक हो रही है. इसमें सीट शेयरिंग समेत कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है. नेता प्रतिपक्ष और लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से बात कर रहे हैं. तेजस्वी यादव के साथ राजद के वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं।
सीट शेयरिंग समेत कई मुद्दों पर बातचीत
राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन पूरी तरह तैयार है. आज की बैठक में आगामी चुनाव में सीट शेयरिंग समेत कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है। यह महज औपचारिक बैठक है. राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के बीच लंबे समय से रिश्ता रहा है। अब चुनाव में करीब छह-सात महीने बचे हैं. सूत्र बता रहे हैं कि इस बार भी कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही है। हालांकि, 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटों पर जीत मिली थी। लेफ्ट भी अपने स्ट्राइक रेट को देखते हुए ज्यादा सीटों की मांग कर रही है। वहीं, आरजेडी किसी भी हाल में 150 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ना चाहती है। इसकी वजह यह है कि पिछले विधानसभा चुनाव में बिहार में सबसे ज्यादा विधायक आरजेडी के टिकट पर जीते थे। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भविष्य में किसी विवाद से बचने के लिए आरजेडी आज ही इस मुद्दे पर बात करेगी। क्योंकि आरजेडी पहले ही तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर चुकी है।
कांग्रेस का रुख इस बार अलग
कांग्रेस का अंदाज इस बार काफी बदला हुआ नजर आ रहा है। हाल ही में कांग्रेस ने अपने प्रदेश अध्यक्ष को बदला। सवर्ण समाज से आने वाले अखिलेश सिंह की जगह दलित समाज के राजेश कुमार को बिहार की कमान सौंपी गई। कई जिला अध्यक्ष बदले गए। इसके बाद कन्हैया कुमार ने अपने नेतृत्व में पदयात्रा निकाली। इसमें राहुल गांधी भी शामिल हुए। उन्होंने कांग्रेस की भूमिका भी बताई। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को क्षेत्र में जाकर मेहनत करने का निर्देश भी दिया। इन सब बातों से यह स्पष्ट है कि कांग्रेस बिहार में फिर से बेहतर स्थिति चाहती है।
राजद-कांग्रेस की मुलाकात पर जदयू का वार, कहा– ‘तेजस्वी अब भी वेटिंग लिस्ट में’
15 Apr, 2025 05:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना, 15 अप्रैल । दिल्ली में मंगलवार को राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मुलाकात के बाद बिहार में सत्ताधारी जदयू के प्रवक्ता नीरज यादव ने यहां कहा कि कांग्रेस ने एक बार फिर तेजस्वी यादव को वेटिंग लिस्ट में रख दिया है।
बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने तैयारी शुरू कर दी है। महागठबंधन में भी इस चुनाव को लेकर रणनीति बननी शुरू हो गई है। इस बीच, राजद के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मंगलवार को दिल्ली पहुंचे और सहयोगी दल कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कई अन्य नेताओं से मुलाकात की।
नीरज कुमार ने कहा कि दिल्ली में चिरप्रतीक्षित बैठक हो गई। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राजद के तेजस्वी यादव, कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम सहित अन्य नेताओं की उपस्थिति रही। उन्होंने कहा, “राजद इस बात के लिए प्रतीक्षारत था कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार उन्हें (तेजस्वी यादव को) घोषित कर दिया जाए। लेकिन कांग्रेस ने तेजस्वी यादव को ‘वेटिंग लिस्ट’ में डाल दिया। राजनीति का जमीर कहां गया?”
उन्होंने कहा कि “राजनीतिक रूप से अपंग हो चुके” राजद अध्यक्ष लालू यादव ने अपने पुत्र की ताजपोशी के लिए बेटे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए आग्रह कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस तिल-तिलकर राजनीति में परेशान कर रही है। राजद राजनीतिक आत्मसमर्पण कर अपमान झेल रही है। वैसे, वेटिंग लिस्ट बरकरार है।
इधर, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने भी इस मुलाकात को लेकर कटाक्ष किया है। पार्टी के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “बिहार में पुनः जंगलराज कैसे स्थापित किया जाए, उसको लेकर दिल्ली में बैठक चल रही है। मैं इंडी गठबंधन वालों को बता दूं कि बिहार की जनता को सुशासन की सरकार में 24 घंटे बिजली के बीच, भययुक्त वातावरण में अच्छी सड़क पर फर्राटे भरकर चलने का शौक चढ़ चुका है, अब कोई उन्हें बरगला नहीं सकता। ‘बिहार में एनडीए तय है’।”