राजनीति
स्मृति ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में जाने से मना करने पर कांग्रेस की आलेचना की
11 Jan, 2024 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भाजपा नेत्री स्मृति ईरानी ने 22 जनवरी को राम मंदिर उदघाटन में शामिल होने का निमंत्रण ठुकराने पर कांग्रेस की आलोचना की। ईरानी ने कहा कि यह आश्चर्य की बात नहीं है कि कांग्रेस राम मंदिर के उदघाटन में शामिल नहीं होगी। सोनिया गांधी ने यहां तक दस्तावेज दाखिल कर कहा है कि भगवान राम की कोई प्रासंगिकता नहीं है। आज कांग्रेस ने अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में जाने से इनकार करने के बाद फिर से साबित कर दिया है कि वह क्या चाहती है। अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री ने कहा कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के अन्य राजनीतिक दलों ने भी साबित कर दिया है कि वे सनातन धर्म के खिलाफ हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने 22 जनवरी को राम मंदिर के उदघाटन समारोह के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी को भी निमंत्रण भेजा गया था। हालांकि कांग्रेस ने अयोध्या में राम मंदिर के उदघाटन के निमंत्रण को यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया है कि भगवान राम को लाखों लोग पूजते हैं और धर्म एक व्यक्तिगत मामला है, हालांकि आरएसएस और भाजपा ने अयोध्या में मंदिर का एक राजनीतिक प्रोजेक्ट बनाया है। कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि भगवान राम में श्रद्धा रखने वाले लाखों लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने सम्मानपूर्वक उस कार्यक्रम के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है जो स्पष्ट रूप से सिर्फ आरएसएस या भाजपा का कार्यक्रम है।
भाजपा ने किया कांग्रेस पर पलटवार कहा-वे बाबर का मकबरा देखना चाहते थे
11 Jan, 2024 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का इवेंट बताया है। इसके साथ ही घोषणा कर दी कि वे इस समारोह में शामिल नहीं होंगे। इस पर भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार किया है। भाजपा ने कहा है कि जब उनका सपना ही बाबर का मकबरा देखना था तो वे इस समारोह में कैसे जा सकते हैं। बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला विराजमान होंगे और उनकी भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होगा। प्रधानमंत्री मोदी के हाथों राम मंदिर का उद्घाटन होगा। कांग्रेस ने भाजपा का इवेंट बताते हुए किनारा कर लिया है इस पर बीजेपी विपक्षी दलों पर भड़क गई है प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने विपक्षी दलों पर करारा हमला किया है। आरजेडी और जेडीयू ने बीजेपी पर इसे लेकर पलटवार किया है।
प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता ठुकरा कर कांग्रेस पार्टी ने सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है। बिहार भाजपा के प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने बयान जारी कर कहा है कि जो लोग अयोध्या में बाबर का मकबरा देखना चाहते थे वे राम मंदिर कैसे सहन कर पाएंगे। ये लोग कभी भी रामलला को अपने घर में स्थापित होते हुए नहीं देख सकते। प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बाबर के मकबरा की पक्षधर है। उसकी जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने राम मंदिर बनवा दिया तो अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है और इसीलिए प्राण प्रतिष्ठा कब बहिष्कार कर रहे हैं।भाजपा के हमले पर कांग्रेस की सहयोगी दल राजद और जदयू ने पलटवार किया है। राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि भाजपा ने अयोध्या में भगवान राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को पूरी तरह से अपना इवेंट बना लिया है। यह धर्म और आस्था का विषय है लेकिन भाजपा ने इसमें भी राजनीति कर रही है। इसे हम कभी स्वीकार नहीं कर सकते।
कांग्रेस के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि हम लोग किसी भी हालत में धर्म सत्ता के ऊपर राज सत्ता की लाठी चलते हुए नहीं देख सकते। इसीलिए उस कार्यक्रम में हम लोग नहीं जाएंगे। भाजपा ने प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन पर कब्जा कर लिया। इधर जेडीयू ने भी भाजपा का विरोध किया है। हालांकि नीतीश के नेताओं के सुर थोड़े नरम जरूर हैं। प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा है कि भगवान राम सबके हैं लेकिन, कुछ लोग मार्केटिंग में लगे हैं। भगवान राम पर किसी एक का अधिकार नहीं हैं। इसलिए मार्केटिंग का कोई फायदा उन्हें नहीं मिलेगा। जहां तक उद्घाटन समारोह में जाने का सवाल है तो हमारे नेता खुद तय करेंगे की क्या कदम उठाना है।
शरद पवार के लिए फिर मुसीबत: शिवसेना शिंदे की हो गई, अब क्या अजीत की होगी एनसीपी?
11 Jan, 2024 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में दो बड़े दल शिवसेना और एनसीपी कभी किंगमेकर हुआ करते थे। आज दोनों दल दो-दो गुटो में बंट गए हैं। शिवसेना किस की है इसका फैसला स्पीकर राहुल नार्वेकर ने दे दिया है। बीते रोज उन्होने साफ कर दिया कि शिंदे की ही असली शिवसेना है। इसके बाद बारी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी की है। इसमें शरद पवार और अजीत पवार के बीच जंग छिड़ी हुई है। दोनों ही दिग्गज नेता एनसीपी पर अपना अपना दावा ठोक रहे हैं। ऐसे में शरद पवार की धड़कने तेज होना लाजिमी है। माना जा रहा है कि कहीं शिवसेना जैसा ही हाल एनसीपी का न हो जाए। कहीं असली एनसीपी अजीत पवार की हो गई तो शरद पवार के लिए बड़ा राजनैतिक झटका होगा। इस तरह की चर्चा इसलिए जोर पकड़ रही है कि एनसीपी पर 31 जनवरी तक स्पीकर को फैसला लेना है।
महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर से उद्धव ठाकरे को जिस तरह से झटका मिला है, ऐसे में अब सबकी नजरें शरद पवार और अजित पवार के बीच जारी जंग पर टिक गई है। जिस तरह से उद्धव के खिलाफ और एकनाथ शिंदे के पक्ष में स्पीकर का फैसला आया है, ऐसे में शरद पवार की भी बेचैनी बढ़ सकती है। यहां बताना जरूरी है कि शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने बगावत कर दी थी। एनसीपी में दो जुलाई को तब विभाजन हो गया था, जब अजित पवार और आठ अन्य विधायक एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गये थे। इन आठ विधायकों में छगन भुजबल, हसन मुशरिफ, दिलीप वलसे पाटिल आदि शामिल हैं। माना जा रहा है कि इस मामले में आखिरी सुनवाई 25 जनवरी से शुरू होगी, जो 27 जनवरी तक चलेगी और इसके बाद फिर स्पीकर अपना फैसला सुनाएंगे।
महाराष्ट्र में शिवसेना के बाद अब किसकी एनसीपी है असली, इस पर फैसले की बारी है। महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने शिवसेना पर अपना फैसला सुना दिया और एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना को ही असली शिवसेना माना। इस फैसले से आहत उद्धव ठाकरे ने अब सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है। उद्धव ठाकरे पर स्पीकर के फैसले के बाद अब शरद पवार की बारी है। शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच असली एनसीपी किसकी है, पर जंग जारी है, जिसे लेकर इस महीने यानी 31 जनवरी तक स्पीकर राहुल नार्वेकर को फैसला लेना है।
दरअसल, महाराष्ट्र के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने बुधवार को असली शिवसैनिक कौन से जुड़े अयोग्यता संबंधी कई याचिकाओं का निपटारा कर दिया। मगर अब एनसीपी के दो गुटों के बीच जारी झगड़े का फैसला करना है। एनसीपी गुट द्वारा दायर याचिकाओं पर उन्हें सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक 31 जनवरी तक फैसला लेना होगा। खबर के मुताबिक, महाराष्ट्र विधायिका सचिवालय के रिकॉर्ड से पता चलता है कि कार्यवाही 6 जनवरी को शुरू हुई। उम्मीद की जा रही है कि 18 जनवरी को या उससे पहले इस मामले में शामिल सभी पक्ष गवाहों की सूची साझा करेंगे और हलफनामा दाखिल करेंगे। इस मामले में गवाहों से 20 जनवरी को जिरह यानी क्रॉस एग्जामिनेशन होगी, जबकि उत्तरदाताओं से 23 जनवरी को जिरह होगी। बता दें कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी गुटों द्वारा एक-दूसरे के विधायकों के खिलाफ दायर अयोग्यता याचिकाओं पर अपना फैसला पढ़ते हुए नार्वेकर ने कहा था कि 21 जून, 2022 को जब प्रतिद्वंद्वी समूहों का उदय हुआ तो शिवसेना का एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला धड़ा ही ‘असली राजनीतिक दल’ (असली शिवसेना) था।
यूपी में कांग्रेस और सपा के बीच सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय,जल्द बन सकती है सहमति
11 Jan, 2024 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ। इस साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तनातनी चल रही है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय पर इस पर जल्द सहमति बन जाएगी। इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से हो सकती है। जहां कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच यूपी में 30 सीटों के बंटवारे को लेकर पहले दौर की बैठक हो चुकी है जिसमें राज्य की 30 सीटों पर लगभग सहमति बन गई है। अब दूसरे दौर की बैठक में इसे अंतिम रुप दिया जा सकता है। सीट बंटवारे पर कांग्रेस और सपा नेताओं के बीच दूसरे दौर की बातचीत 13 जनवरी को होगी।
सीट बंटवारे पर शुरुआती बातचीत में समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधित्व पार्टी के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव और जावेद अली ने किया, जबकि कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने बैठक में भाग लिया। दरअसल, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू होने वाली कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के शुभारंभ से पहले सीट बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप देने का आग्रह किया था। कांग्रेस उत्तर प्रदेश में लखनऊ सहित 30 लोकसभा सीटों पर दावा पेश कर सकती है। सीट बंटवारे पर शुरुआती बातचीत में समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधित्व पार्टी के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव और जावेद अली ने किया, जबकि कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने बैठक में भाग लिया। दरअसल, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू होने वाली कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के शुभारंभ से पहले सीट बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप देने का आग्रह किया था।
एक कांग्रेस नेता ने बताया कि सपा नेताओं को यूपी में 30 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने की कांग्रेस की मंशा के बारे में बताया गया। एसपी के साथ चर्चा सही दिशा में और सौहार्दपूर्ण थी। सीट बंटवारे के साथ-साथ गठबंधन को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई ताकि लोगों को यह संदेश दिया जा सके कि गठबंधन एक एकजुट समूह के रूप में काम कर रहा है। उधर, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व सीट बंटवारे पर गठबंधन सहयोगियों के साथ बातचीत कर रहा है। राय उत्तर प्रदेश में कांग्रेस द्वारा मेरठ, कानपुर, मथुरा, गोरखपुर, वाराणसी और लखनऊ में आयोजित होने वाले क्षेत्रीय संवाद कार्यक्रमों और कार्यशालाओं (11 से 18 जनवरी तक) पर चर्चा करने के लिए बुधवार को दिल्ली में थे। उन्होंने कहा कि राज्य की सभी 80 लोकसभा सीटों पर पार्टी की ताकत की गहन जांच करने के बाद निर्वाचन क्षेत्रों की एक सूची तैयार की है।
कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में एक सीट हासिल की और 6.3% वोट हासिल किए। 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली 21 सीटों के साथ-साथ पार्टी की नजर वेस्ट यूपी की मुस्लिम बहुल सीटों पर भी है। हाल ही में जोड़ो यात्रा ने पश्चिम और मध्य यूपी के 11 जिलों और 16 लोकसभा क्षेत्रों को कवर किया, मुसलमानों का कांग्रेस की ओर झुकाव स्पष्ट था और गठबंधन सहयोगियों को संदेश चला गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लखनऊ, बदांयू, बलिया, प्रयागराज, सीतापुर और आंवला लोकसभा सीटों पर भी दावा करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी की कानपुर, प्रतापगढ़, फर्रुखाबाद, झांसी, बरेली, उन्नाव, मोरादाबाद, डुमरियागंज, बाराबंकी, महाराजगंज और सुल्तानपुर लोकसभा सीटों पर मजबूत उपस्थिति है। राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याय यात्रा उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में 11 दिन बिताएगी। यात्रा के रूट मैप की योजना उन निर्वाचन क्षेत्रों के माध्यम से बनाई गई है जहां पार्टी लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है। यात्रा यूपी में प्रवेश करेगी। चंदौली जिले के माध्यम से. यह वाराणसी, भदोही, प्रयागराज, प्रतापगढ़, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, सीतापुर, शाहजहाँपुर, बरेली, रामपुर, मोरादाबाद, मेरठ, अलीगढ, हाथरस, कासगंज, मथुरा और आगरा जिलों से होकर गुजरेगा। इन जिलों में पार्टी की महत्वपूर्ण उपस्थिति है।
राम राज मतलब, गरीब को अनाज, आवास, इलाज और हर घर शौचायल, पूर्व सीएम शिवराज बोले- मोदी राज ही राम राज
10 Jan, 2024 07:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वारंगल । पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तेलंगाना दौरे के दूसरे दिन वारंगल स्थित प्रसिध्द मां भद्रकाली मंदिर में दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर देश व प्रदेशावासियों के लिए मंगलकामना की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्री रामलला के विराजने के साथ ही राम राज भी प्रारंभ हो गया है। राम राज मतलब मोदी राज। राम राज का मतलब है उज्जवला रसोई गैस योजना, जब बहनें चूल्हें पर लकड़ी जलाकर रोटी बनाती थी तो उनकी आंखों में धुंआ जाता था। इस दर्द को केवल मोदी जी ने समझा और बहनों को उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए। राम राज का मतलब है पीएम किसान सम्मान निधि, मध्यप्रदेश में तो हम पीएम किसान सम्मान निधि के साथ-साथ सीएम किसान सम्मान निधि भी किसानों के खाते में डालते हैं ताकि, धन के अभाव में कोई भी किसान बीज-खाद से वंचित न रह जाए। राम राज का मतलब इलाज के लिए किसी भी गरीब को परेशान न होना पड़े इसलिए आयुष्मान भारत योजना। राम राज का मतलब पीएम आवास योजना हर गरीब के पास अपना पक्का मकान हो कोई भी बिना छत के ना रहे। राम राज का मतलब है प्रधानमंत्री बीमा फसल योजना, अगर किसानों की फसल को नुकसान हो जाए तो उसकी भरपाई की जा सके। राम राज का मतलब गरीब कल्याण योजनाए किसी भी गरीब की थाली खाली नहीं रहे, सबकी थाली में रोटी हो। हर घर में शौचालय, आजीविका मिशन, महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप और पीएम स्वनिधि योजना सहित वो सभी योजनाएं जो जन-कल्याण के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी और भाजपा सरकार द्वारा चलाई जा रही है।
मोदी जी सौभाग्य सूर्य हैं
पूर्व सीएम ने वारंगल ग्राम डमेरा में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि उनको विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल होने का सौभाग्य मिला है। इस यात्रा से विकास का लक्ष्य पूरा हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी सौभाग्य सूर्य है। भारत के सौभाग्य का उदय हुआ है, उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी के नेतृत्व में एक वैभवशाली भारत, गौरवशाली भारत, संपन्न व समृध्द भारत, विकसित भारत का निर्माण हो रहा है और आज पूरी दुनिया भारत की जय-जयकार कर रही है।
देश, तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा
पूर्व सीएम ने कहा कि आयोध्या में मोदी जी के हाथों भव्य और दिव्य मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा होगी, रामलला विराजेंगे और राम राज आएगा। केवल मंदिर ही नहीं बन रहा है रामराज भी आ रहा है और रामराज का मतलब है जनता को सूखी बनाने का काम करना। इतने विकास के काम हुए हैं कि, हमारे देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है और मोदी जी जब तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे तो हमारा देश तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
तेलंगाना में भी मामा-मामा की गूंज
शिवराज सिंह चौहान इतने लोकप्रिय है कि, बच्चे उन्हें देखते ही मामा-मामा कहकर पुकारने लगते हैं। पूर्व सीएम को भी बच्चों से इतना प्रेम और स्नेह है कि, मामा शब्द सुनते ही बच्चों के बीच पहुंच जाते हैं। मध्यप्रदेश में तो उनकी लोकप्रियता है ही लेकिन अब तेलुगू भाषा बोलने वाले दक्षिण के राज्य तेलंगाना में भी मामा-मामा की गूंज सुनाई दी। वारंगल के एक छोटे से गांव डमेरा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जब बच्चों ने उन्हें मामा-मामा कहकर पुकारा तो शिवराज बच्चों के बीच पहुंचकर उनसे हाथ मिलाया और सिर पर हाथ रख उन्हें आशीर्वाद दिया। शिवराज ने बच्चों से कहा खूब खुश रहो, खूब पढ़ो और आगे बढ़ो। बच्चों ने भी शिवराज को थेंक यू मामाजी कहा।
मेरा सौभाग्य कि मैं आज हनुमाकोंडा आया
पूर्व सीएम ने वारंगल के हनुमाकोंडा में आयोजित बैठक में कहा कि वारंगल नक्सलवाद का केंद्र बन गया था। हमारे वैचारिक विरोधी बैलेट नहीं बुलेट की बात करते थे जो यहां से बड़ी संख्या में निकले, लेकिन अपने कार्यकर्ताओं ने भी जबरदस्त संघर्ष किया और हमारे कई कार्यकर्ताओं ने बलिदान भी दिया। उन्होंने कहा कि, ये वो क्षेत्र है जिसनें अपने देश के लिए अपने विचार के लिए बलिदान दिया है। मैं उन सभी बलिदानियों को प्रणाम करता हूं। अपनी जान देकर भी वो देश के लिए अपनी विचारधारा के लिए लड़े। ये इसलिए भी ऐतिहासिक क्षेत्र है क्योंकि 84 में इंदिरा जी की हत्या के बाद भारतीय जनता पार्टी पूरे हिंदुस्तान में केवल दो ही सीटें जीती थी, उनमें से एक हनुमाकोंडा सीट थी, जिस पर रेड्डी जी जीते थे और दूसरी सीट गुजरात में सानंद में एके पटेल जी जीते थे। दो ही सीट जीत पाए थे। उस समय कांग्रेस के लोग हमारे विरोधी मजाक उड़ाते थे कि, भाजपा हम दो हमारे दो हो गई है।
बीजेपी और संघ कार्यक्रम.......राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं होगी सोनिया गांधी
10 Jan, 2024 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने का न्यौता अस्वीकार कर दिया है। कांग्रेस पार्टी की ओर से बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्यौता सम्मानपूर्वक अस्वीकार कर दिया है। 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम में सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कांग्रेस का कोई भी नेता अयोध्या नहीं जाएगा।
कांग्रेस पार्टी की ओर से बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्यौता सम्मानपूर्वक अस्वीकार कर दिया है। यही नहीं, लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी कार्यक्रम में नहीं जाएंगे। कांग्रेस ने कहा कि ये कार्यक्रम बीजेपी और आरएसएस का है।
कांग्रेस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण मिला था। कांग्रेस कहा कि ये कार्यक्रम बीजेपी और आरएसएस का है। पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी मंदिर का उद्घाटन केवल चुनावी लाभ उठाने के लिए कर रही है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस ने अयोध्या में राम मंदिर को एक राजनीतिक परियोजना बना दिया है। पार्टी ने कहा कि एक अर्द्धनिर्मित मंदिर का उद्घाटन केवल चुनावी लाभ लेने के लिए हो रहा है। सोनिया गांधी, खरगे और चौधरी ने बीजेपी और आरएसएस के इस आयोजन के निमंत्रण को ससम्मान अस्वीकार करते हैं।
गौरतलब है कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। पीएम नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। राम मंदिर ट्रस्ट ने कार्यक्रम के लिए सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं को न्यौता भेजा है। कुल 7 हजार लोगों को कार्यक्रम के लिए न्यौता भेजा जाएगा। अब कांग्रेस के इंकार के बाद मामले पर सियासत होना तय है।
केजरीवाल भले जय श्रीराम बोलें, लेकिन कांग्रेस का साथ उनकी मजबूरी
10 Jan, 2024 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । अरविंद केजरीवाल भले ही जय श्रीराम के नारे लगाएं लेकिन कांग्रेस का साथ उनकी मजबूरी है। जानकार बता रहे हैं कि आम आदमी पार्टी की राजनीति कांग्रेस के वोटों में हिस्सेदारी से ही चलती है। इंडिया ब्लॉक के सीट बंटवारे में भी यही देखने को मिल रहा है। देश के जिन पांच राज्यों में कांग्रेस और आप गठबंधन की ओर बढ़ रहे हैं, वहां बीजेपी से मुकाबले से पहले दोनों अब तक आपस में ही लड़ते रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने 2013 में दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ शानदार चुनावी जीत के साथ अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को चुनावों में तो हराया ही, उसी की मदद से दिल्ली में पहली सरकार भी बनाई, तभी तो आज भी दिल्ली कांग्रेस के नेता अरविंद केजरीवाल के साथ चुनावी गठबंधन के लिए खुले दिल से तैयार नहीं हो पाते। 2019 के आम चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन की खूब कोशिशें की, लेकिन तब फैसले का अधिकार फिर से शीला दीक्षित के हाथों में ही आ गया था।
लेकिन शीला दीक्षित अपने रुख पर कायम रहीं, और आम आदमी पार्टी के साथ चुनावी समझौता नहीं ही किया। नतीजे आये तो शीला दीक्षित का फैसला भी सही साबित हुआ। कांग्रेस ने दिल्ली की सभी सात सीटों पर आप को तीसरे स्थान पर धकेल दिया था। दिल्ली की ही तरह पंजाब में भी आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को ही बेदखल कर सत्ता हासिल की है, फिर भी दिल्ली और पंजाब की परिस्थितियां अलग देखने को मिली थीं। देखा जाये तो दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस से सत्ता छीन ली थी, लेकिन 2022 के चुनाव में पंजाब में तो ऐसा लगा जैसे कांग्रेस ने पूरी पूरी मदद कर दी हो।
मणिपुर के सीएम का बयान...राहुल गांधी की यात्रा पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया
10 Jan, 2024 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंफाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कांग्रेस की भारत न्याय यात्रा पर कहा कि राज्य में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति गंभीर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली को अनुमति देने के फैसले पर गहन विचार चल रहा है। विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट की समीक्षा की जा रही है। इन रिपोर्टों के मूल्यांकन के बाद कोई निश्चित निर्णय होगा। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा की योजना बनाई है, जो 14 जनवरी को इंफाल से शुरू होगी और 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी। हालाँकि, राज्य सरकार ने अभी तक इस 6,500 किमी की यात्रा को शुरू करने की अनुमति नहीं दी है।
मणिपुर के सीएम के बयान पर राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि अब तक अनुमति मिल जानी चाहिए थी...राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा राजनीतिक नहीं बल्कि देश में प्रेम और भाईचारा सुनिश्चित करने और भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी द्वारा उठाए गए मुद्दों को आगे बढ़ाने के लिए है...यह यात्रा एक लोगों को संदेश...इस यात्रा के लिए अनुमति दी जानी चाहिए। महासचिव केसी वेणुगोपाल और मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र सहित कांग्रेस पदाधिकारियों ने मुख्य सचिव से मुलाकात की और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से दलगत राजनीति पर शांति को प्राथमिकता देने का आग्रह किया, इस बात पर जोर दिया कि यात्रा का उद्देश्य मणिपुर के भविष्य को सुनिश्चित करना है और है महज़ एक राजनीतिक प्रयास नहीं।
यह यात्रा आगामी राष्ट्रीय चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी द्वारा एक रणनीतिक कदम है और पहले की भारत जोड़ो यात्रा की अगली कड़ी के रूप में कार्य करती है।
मालदीव विवाद: पवार की दो टूक, पीएम के खिलाफ कुछ भी स्वीकार नहीं कर सकते
10 Jan, 2024 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मालदीव के सांसद की आपत्तिजनक टिप्पणी अब मालदीव सरकार पर भारी पड़ रहा है। भारत की ओर से लगातार पलटवार हो रहा है। इसी कड़ी में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देकर मालदीव सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि वह हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं, और अगर किसी अन्य देश का कोई व्यक्ति, जो किसी भी पद पर है, हमारे प्रधानमंत्री पर ऐसी टिप्पणी करता है, तब हम इस बयान को स्वीकार नहीं कर सकते। हमें पीएम के पद का सम्मान करना चाहिए। हम देश के बाहर से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कुछ भी स्वीकार नहीं कर सकते हैं।
साथ ही उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर भी अपनी बात रखी। पवार ने कहा कि यह शुरुआती बैठक है, और आज की बैठक में सीट बंटवारे पर चर्चा होगी। जब कई पार्टियां एक साथ आती हैं, तब आक्रामक मांगें की जाती हैं लेकिन सभी को मिलकर ऐसा रास्ता ढूंढना चाहिए जो उस राज्य में काम करे जहां उनका प्रभुत्व नहीं है। मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस इंडिया गठबंधन को खारिज करने की कोशिश कर रही है।
लक्षद्वीप के लोकसभा सांसद मोहम्मद फैजल ने द्वीपसमूह की पर्यटन संभावनाओं को लेकर पीएम मोदी द्वारा किए गए पोस्ट पर मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणी निंदा की। फैजल ने कहा, ‘‘माननीय प्रधानमंत्री की लक्षद्वीप के पर्यटन को लेकर की गई टिप्पणी पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला था। मालदीव के उप मंत्रियों द्वारा की गई टिप्पणी अवांछित और बेतुकी थीं।
जब तक जिंदा हूं, समाज में बंटवारा नहीं होने दूंगी: ममता बनर्जी
10 Jan, 2024 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अयोध्या । 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह होना है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य रूप से उपस्थित हो रहे हैं। हालांकि, इस लेकर राजनीति भी जबरदस्त तरीके से हो रही है। इस बीच पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर के उद्घाटन के जरिए भाजपा नौटंकी कर रही है। ममता बनर्जी ने कहा, मैं धार्मिक आधार पर जनता को बांटने में विश्वास नहीं करती।
ममता ने कहा कि जब तक जिंदा हूं, समाज में बंटवारा नहीं होने दूंगी। उन्होंने कहा कि मैं उन उत्सवों में विश्वास करती हूं जो सभी समुदायों के लोगों को साथ लेकर चलते हैं और एकता की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा इसे (राम मंदिर उद्घाटन) अदालत के निर्देश के तहत कर रही है, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले इस नौटंकी के तौर पर कर रही है। उन्होंने दावा किया कि हम भाजपा के सामने आत्मसमर्पण नहीं करने वाले हैं।
उन्होंने सीधे तौर पर पार्टी नेता शेख शाहजहां के मामले का जिक्र किए बिना कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि मैं माफिया का नेता हूं। लोग मेरे नेता हैं, मैं उनके लिए एक कार्यकर्ता हूं।
महाराष्ट्र सरकार के विधायकों की अयोग्यता पर फैसला आज
10 Jan, 2024 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके समूह के 16 विधायकों अयोग्यता पर बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर फैसला करेंगे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक, शिवसेना के दोनों गुटों के विधायकों की सुनवाई पूरी कर ली है और फैसले की तैयारी कर ली है। इसे रिव्यू के लिए कानून के एक्सपट्र्स के पास भेजा गया है। इससे पहले महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा है कि स्पीकर का चाहे जो भी फैसला हो, हमारी सरकार स्थिर रहेगी। हमारा अलायंस कानूनी रूप से वैध है और हमें उम्मीद है कि स्पीकर का फैसला भी हमारे पक्ष में ही आएगा।
उधर, स्पीकर नार्वेकर ने अपने फैसले सुनाने की डेडलाइन से पहले महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे से दो बार मुलाकात की है। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जज ने आरोपियों से दो बार मुलाकात की, इससे जनता समझ चुकी है कि फैसला क्या होगा। इस मुलाकात पर आपत्ति जताते हुए ठाकरे समूह ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया है। राहुल नार्वेकर और मुख्यमंत्री शिंदे की मुलाकात को लेकर शरद पवार ने कहा कि इस मुलाकात से संदेह पैदा होता है। शरद पवार ने नार्वेकर को सलाह दी है कि राहुल नार्वेकर को अपनी छवि का ध्यान रखना चाहिए।
भारत-मालदीव विवाद पर खरगे ने कहा, पीएम मोदी हर चीज को पर्सनल ले लेते हैं
10 Jan, 2024 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारत-मालदीव विवाद के बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी हर चीज को पर्सनल ले लेते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा, मोदी के सत्ता में आने के बाद वह हर चीज को निजी तौर पर ले रहे हैं। खरगे ने कहा, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमें अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए। हमें समय के हिसाब से काम करना चाहिए। हम अपने पड़ोसियों को नहीं बदल सकते।
इसके पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह चिंता की बात हैं, कि दशकों तक भारत से करीबी रिश्ते रखने वाला मालदीव आज अपने निकटतम पड़ोसी (भारत) पर चीन को तरजीह दे रहा है। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू चीन की पांच दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं। लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता चौधरी ने मालदीव ने हमेशा चीन पर भारत को तरजीह दी, लेकिन अब वह चीन की तरफ जा रहा है। यह हमारे लिए चिंता की बात है। उन्होंने कहा, मालदीव के साथ हमारे दशकों पुराने रिश्ते में दरार आ रही है।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने लक्षद्वीप के एक बीच पर बनाया गया अपना एक वीडियो पोस्ट किया था जिसके बाद मालदीव के मंत्रियों और कुछ अन्य ने उनके लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। इसके बाद सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा हो गया। मालदीव सरकार ने पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी पोस्ट करने वाले तीन मंत्रियों को रविवार को निलंबित कर दिया और सोशल मीडिया पर उनकी टिप्पणियों से खुद को अलग करते हुए कहा कि ये उनकी व्यक्तिगत राय है और यह सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं।
शिवराज बोले-सीएम नहीं तो होर्डिंग से फोटो ऐसे गायब जैसे गधे के सिर से सींग, जाने दिग्गी ने क्या कहा?
9 Jan, 2024 01:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भाजपा के बैनर पोस्टर से फोटो गायब होने पर दर्द छलका है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो भोपाल के नीलबड़ स्थित ब्रह्माकुमारी सुख शांति भवन के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का है। जिसमें पूर्व सीएम रविवार को शामिल हुए। वीडियो में पूर्व सीएम कह रहे हैं कि जीवन में जब हम लक्ष्य तय कर दूसरों के लिए काम करते हैं तो जिंदगी आनंद से भर जाती है। उन्होंने कहा वह लगातार काम कर रे हैं। यह अच्छा हुआ कि राजनीति से हटकर काम करने का मौका भी थोड़ा मिल रहा है। राजनीति में भी बहुत अच्छे समर्पित कार्यकर्ता हैं। मोदी जी जैसे नेता हैं, जो देश के लिए जीते हैं। लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो रंग देखते हैं। शिवराज ने कहा कि आप मुख्यमंत्री हैं तो भाई साहब आपके चरण भी कमल के समान हैं, बाद में नहीं रहे तो होर्डिंग से फोटो ऐसे गायब होते हैं जैसे गधे के सिर से सींग। यह बड़ा मजेदार क्षेत्र है। अब इस पर पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह को टैग कर लिखा कि सही फरमाया आपने। इसलिए मैंने मुख्यमंत्री के रूप में कभी भी सरकारी विज्ञापन में अपना चित्र लगाने के लिए नहीं कहा था।
प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने पन्ना में कहा 22 जनवरी को नया इतिहास लिखा जाएगा
9 Jan, 2024 12:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
22 जनवरी को देश में दीपावली मनाई जाएगी
जम्मू-कश्मीर में भी जश्न का माहौल
पन्ना में राम मंदिर से स्वच्छता अभियान शुरू
स्वच्छता में इंदौर का नाम सबसे आगे
पन्ना । दुनिया में 22 जनवरी 2024 को एक नया इतिहास बनने वाला है। अयोध्या में 500 सालों से ज्यादा समय के इतंजार के बाद रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। लाखों लोगों के बलिदान के बाद यह दिन आया है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी की उपस्थिति में रामलला विराजमान होंगे। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सासंद विष्णुदत्त शर्मा ने पन्ना में मीडिया से बात करते हुए कही। शर्मा ने पन्ना में श्रीराम मंदिर परिसर से स्वच्छता अभियान की शुरूआत की। प्रदेश भर के मंदिर परिसरों में स्वच्छता अभियान के तहत साफ-सफाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत का हर नागरिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का इसके लिए आभार व्यक्त कर रहा हैं। देशभर के मंदिरों में 22 जनवरी को आयोजन किए जाएंगे और उस दिन दिवाली मनाई जाएगी।
पन्ना में शुरू हुआ स्वच्छता अभियान
प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 14 जनवरी से स्वच्छता अभियान चलाने की बात कही है। पन्ना में आज से राम मंदिर से स्वच्छता अभियान की शुरूआत की गई है। 21 जनवरी तक शहर में यह अभियान चलेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी स्वच्छता के लिए हमेशा प्रेरित करते रहे हैं, इसी का प्रमाण है कि लोगों में जागरूकता बढ़ी और देश स्वच्छता की ओर अग्रसर है। श्री शर्मा ने राम मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश और देशवासियों के खुशहाली की कामना भी की।
इंदौर और भोपाल स्वच्छता में आगे
शर्मा ने कहा कि जब स्वच्छता का सवाल देशभर में आता है तो इंदौर और भोपाल का नाम सबसे आगे आता है। इंदौर स्वच्छता में पहला स्थान हासिल करता है। राजधानी भोपाल भी स्वच्छता के मामले में पीछे नहीं रहा है। पन्ना भी स्वच्छता में एक नंबर बनेगा, हम इस संकल्प को पूरा करेंगे। प्रदेश के शहर हो या गांव लोगों ने स्वच्छता अभियान में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया है।
जम्मू-कश्मीर में भी जश्न का माहौल
प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में भी जश्न का माहौल है। पत्थरबाजी अब बंद हो चुकी और लाल चौक पर अब जश्न मनाया जाता है। भारत माता की जय के नारे अब सुनाई देते हैं। अगर कोई व्यवधान पैदा करने की कोशिश करेगा तो उसका भी जवाब दिया जाएगा।
भोपाल के वार्ड-41 के पार्षद पद के उप चुनाव में भाजपा के रेहान सिद्दिकी 2620 वोट से जीते
9 Jan, 2024 12:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश में पंचायतों और नगर निकायों में हुए उप चुनाव की मंगलवार को मतगणना हो रही है। इसमें भोपाल नगर निगम वार्ड-41 के पार्षद पद के उप चुनाव में भाजपा के रेहान सिद्दिकी ने 2620 वोट से जीत दर्ज की है। एक पार्षद और जिले के कुल 355 पंच पदों के लिए पांच जनवरी को वोटिंग हुई थी। इसमें भाजपा-कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों के उम्मीदवार मैदान में रहे। इसमें भाजपा से डॉ. रेहान सिद्दिकी, कांग्रेस से मो. फहीम, आम आदमी पार्टी से असद अली, ऑल इंउिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन से तौकीर अहमद निजामी समेत अन्य निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में थे। वार्ड में कुल 10 हजार 20 वोट डले थे। इसमें भाजपा के रेहान सिद्दिकी को 4873, कांग्रेस के मो. फहीम को 2253 वोट मिलें। बता दें प्रदेश में पंचायतों ओर नगरीय निकायों में उप चुनाव के तहत पांच जनवरी को मतदान हुआ था। इसमें 9 हजार 220 पंच, 56 सरपंच, 15 जनपद पंचायत सदस्य और एक जिला पंचायत सदस्य के लिए वोट डाले गए थे। वहीं, अलग-अलग 20 वार्ड में भी मतदान हुआ था।