राजनीति
नगालैंड में राहुल बोले-पीएम ने 9 साल पहले आपसे एक झूठा वादा किया, इसे लेकर शर्मिंदा हूं
18 Jan, 2024 11:19 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोहिमा । भारत जोड़ो न्याय यात्रा नगालैंड में है। राहुल गांधी ने चौथे दिन सुबह 9 बजे नगालैंड के वीकेटाउन, झुनहाबोटो से यात्रा की शुरुआत की। मोकोकचुंग में उन्होंने लोगों से कहा, मैं शर्मिंदा हूं कि पीएम मोदी ने 9 साल पहले नगालैंड के लोगों से नगा संधि को लेकर एक वादा किया था, लेकिन इसे लेकर कुछ नहीं किया। अगर आपके पास किसी चीज का हल नहीं है, तो आपको झूठ नहीं बोलना चाहिए।
राहुल ने कहा कि मैंने नगालैंड के गांव के लोगों के साथ चाय पी। एक बच्ची ने मुझसे पूछा कि इस यात्रा के पीछे मकसद क्या है? तो मैंने उसे बताया कि इस यात्रा का मकसद है उसकी बात सुनना। ये समझना कि नगालैंड के लोग क्या महसूस करते हैं और कैसे जिंदगी जीते हैं।
दक्षिण के चक्कर में उत्तर से साफ हो सकती हैं कांग्रेस पार्टी
18 Jan, 2024 10:18 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । तेलंगाना में कांग्रेस की जीत के बाद से ही देश में उत्तर बनाम दक्षिण की राजनीति भी शुरु हो गई है। उत्तर और खासकर के हिंदी पट्टी के तीन बड़े राज्य छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की। जबकि तेलंगाना में कांग्रेस को जीत मिली। उसके बाद से उत्तर बनाम दक्षिण की राजनीति को हवा दी गई। इसमें विपक्षी नेताओं की भूमिका कुछ ज्यादा ही रही। इसका कारण है कि आने वाले दिनों में लोकसभा के चुनाव होने है। कांग्रेस और डीएमके जैसे विपक्षी दल दक्षिण में अपने गढ़ को भाजपा से बचना चाहते है। शायद इसी वजह से उत्तर भारतीयों को लेकर अलग-अलग बयान भी दिए गए हैं। हालांकि इन बयानों से कांग्रेस जैसे राष्ट्रीय दलों के लिए चुनौती और भी बढ़ सकती हैं।
कर्नाटक में जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस ने तेलंगाना में जीत हासिल की। इसके अलावा 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने केरल में शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बाद दक्षिण राज्यों में फिलहाल कांग्रेस का दबदबा साफ तौर पर देखने को मिलता है। हालांकि कांग्रेस 2024 में सत्ता में आने की कोशिश में जुटी है। 28 दलों को मिलाकर इंडिया गठबंधन बनाया है। लेकिन उत्तर बनाम दक्षिण की लड़ाई में कांग्रेस को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है। इसका कारण है कि दक्षिण के नेताओं की ओर से उत्तर भारतीय को लेकर लगातार बयान बाजी होती है। इतना ही नहीं, हिंदी के खिलाफ भी उनकी ओर से विवादित बयान दिया जाता है। कांग्रेस इस पर खुलकर कोई स्टैंड नहीं ले पाती। इसकारण कांग्रेस को हिंदी पट्टी राज्यों में नुकसान का डर सता रहा है।
संसद में डीएमके के सांसद ने उत्तर भारतीयों को लेकर गोमूत्र वाला बयान दिया था। उसके बाद डीएमके के एक दूसरे नेता ने बिहार, उत्तर प्रदेश के हिंदी भाषी लोगों की तुलना टॉयलेट साफ करने वालों से कर दी थी। इन तमाम बयानों पर कांग्रेस को जितना खुलकर बोलना चाहिए था, पार्टी ने उस हिसाब से अपना पक्ष नहीं रखा। वहीं, भाजपा आक्रामक रुख दिखा रही हैं। इसके बाद इंडिया गठबंधन के लिए चुनौतियां कई सारी हैं। बताया जाता है कि जिस तरीके से इंडिया गठबंधन के भीतर इंग्लिश को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है, वह बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार को कतई पसंद नहीं है। अक्सर देखा गया है कि नीतीश इंग्लिश के खिलाफ बोलते रहते हैं। वह हिंदी को प्रमोट करने के हमेशा पक्ष में रहे हैं। खबर हैं कि जब गठबंधन का नाम इंडिया रखा जा रहा था तब नीतीश ने इसका विरोध किया था और उन्होंने इस हिंदी नाम पर रखने को कहा था। हालांकि, नीतीश के बात को अनसुना कर दिया गया।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी भी हिंदी के पक्ष में खड़ी रहती है। वहीं, दूसरी ओर ममता बनर्जी क्षेत्रीय स्मिता की बात करती हैं,वे लगातार बंगाली को प्रमोट करने की कोशिश में रहती हैं। कांग्रेस का कहना है कि गठबंधन में सारे दल गुलाब की फूलों की तरह है जो एक साथ मिलकर गुलदस्ता बनते हैं। हालांकि, यह गुलदस्ता कहीं आने वाले समय में इंडिया गठबंधन पर ही भारी न पड़ जाए, इसका भी ध्यान रखना होगा। हिंदी पट्टी में आखिर कांग्रेस का सफाया क्यों हुआ, यह पार्टी के लिए सोचने वाली बात है। भाजपा दक्षिण में उस तरीके से मजबूत नहीं रही है। हां कर्नाटक में भाजपा ने अपनी सरकार खोया है लेकिन उसका वोट प्रतिशत बरकरार है। तेलंगाना में भी भाजपा को अच्छी सफलता मिली है। लेकिन उत्तर भारत के राज्यों में कांग्रेस लगातार सिमटी जा रही है।
कांग्रेस को पता है कि उत्तर भारत में फिलहाल वह उतनी मजबूत नहीं है। लेकिन अगर दक्षिण में वह अपनी सीटों को बढ़ाने में कामयाब हो पाती है, तब उसके भविष्य की राजनीति के लिए यह अच्छा हो सकता है। कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, लक्षद्वीप, पुडुचेरी, तमिलनाडु, तेलंगाना जैसे राज्य दक्षिण भारत में आते हैं। आंध्र प्रदेश, केरल, तेलंगना, कर्नाटक और तमिलनाडु को मिला दें तब यहां लोकसभा की 129 सीटें हैं। अगर इन 129 सीटों में से कांग्रेस को 70 से 80 पर भी जीत मिलती है, तब यह पार्टी की उम्मीदों के लिए फायदेमंद रह सकता है। हालांकि, कांग्रेस हिंदी पट्टी के मुद्दों को लेकर अगर खामोश होती है, तब उसके लिए उत्तर भारत में स्थिति और भी कठिन हो सकती है।
यह बात सच है कि भाजपा राष्ट्रवाद और हिंदुत्व का मुद्दा जोर-जोर से उठती है और भाजपा को उत्तर भारत में जबरदस्त सफलता भी मिल रही है। दक्षिण भारत में भाजपा लंबे समय से सक्रिय है, बावजूद इसके वहां कामयाबी नहीं मिल पा रही है। हालांकि, भाजपा का साफ तौर पर कहना है कि 2024 लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर बनाम दक्षिण की राजनीति समाप्त हो जाएगी। भाजपा को इस बात की भी उम्मीद है कि केरल और तमिलनाडु में उसके वोट प्रतिशत बढ़ने वाले हैं।
पंजाब में सभी 13 लोकसभा सीटें जीतेगी आप : सीएम मान
18 Jan, 2024 09:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंडीगढ़ । पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य की सभी 13 लोकसभा सीटें जीतेगी। यह टिप्पणी उस समय आई है, जब दोनों दलों के वरिष्ठ नेता पंजाब और दिल्ली में सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत कर रहे हैं। सीएम मान ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में 13-0 होगी। आप पंजाब में सभी 13 लोकसभा सीटें जीतेगी। पिछले साल, कांग्रेस और आप की दिल्ली और पंजाब इकाइयों ने भाजपा के खिलाफ गठबंधन बनाने में अनिच्छा दिखाई थी।
हालाँकि, 2024 में भारत ब्लॉक भागीदारों ने एक समझौते पर पहुंचने के लिए अपने प्रयासों को नवीनीकृत किया। पिछले हफ्ते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की थी। एक बड़ी सफलता में आप और कांग्रेस चंडीगढ़ में 18 जनवरी को होने वाले मेयर पद के लिए सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ने पर सहमत हुए।
हालाँकि, मान की टिप्पणी से पता चलता है कि सीट वितरण के लिए कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी की चर्चा अभी तक ठीक नहीं हुई है। आप और कांग्रेस दोनों राज्यों में कट्टर प्रतिद्वंद्वी हैं। यह आप ही थी जिसने दोनों राज्यों में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया।
दक्षिण में कमल खिलाने की तैयारी में जुटी भाजपा
18 Jan, 2024 08:16 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव में कुछ माह शेष बचे हैं। यह देखकर सभी पार्टियों ने मीटिंग का दौर शुरू कर दिया है। मंगलवार को भी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा महासचिव (संगठन) बीएल संतोष के साथ 2024 के लोकसभा चुनावों पर बैठक की। जिसमें दक्षिण में पार्टी की पकड़ को मजबूत करने को लेकर चर्चा हुई जिसमें कई अहम फैसले भी लिए गए।
भाजपा महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि शाह और नड्डा ने सभी क्लस्टर प्रभारियों के साथ विचार-विमर्श किया और महिलाओं और पहली बार मतदाताओं तक कैसे पहुंचा जाए, इस पर भी चर्चा हुई। तावड़े ने कहा, बैठक का फोकस इस पर था कि बूथ स्तर पर संगठन को कैसे मजबूत किया जाए, उन बूथों पर विशेष जोर दिया जाए जहां भाजपा अपेक्षाकृत कमजोर है। साथ ही उन क्षेत्रों के बारे में जहां भाजपा कम मजबूत है, वहां तमिल संगमम की तरह कार्यक्रम किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने दक्षिणी राज्यों, पश्चिम बंगाल और बिहार में मतदाताओं और लाभार्थियों तक पहुंचने के लिए विशेष योजनाएं और कार्यक्रम तैयार किए हैं। बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव को जीतने के लिए बीजेपी ने 543 लोकसभा सीटों को 146 समूहों में विभाजित कर प्रत्येक क्लस्टर का प्रभारी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता को बनाया है। जो बारीकी से चुनाव की गतिविधियों पर नजर रख सकते हैं।
दरअसल बीजेपी दक्षिण में अपनी पकड़ को मजबूत करने में जुटी हुई है। साल 2019 में बीजेपी ने केरल में 14 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन वहां पार्टी अपना खाता खोलने में भी नाकाम रही। इसके बाद अब इस बार लोकसभा चुनाव में पार्टी साउथ में अपने पैर को मजबूत करने की योजना में लगी हुई है। इस बार बीजेपी साउथ में भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की कोशिश में है, इस लेकर बीजेपी नेता ताबड़तोड़ मीटिंग कर रहे हैं।
जेडीयू का दावा, इंडिया गठबंधन के घटक दलों में कोई मतभेद नहीं
17 Jan, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । इंडिया गठबंधन को लेकर जनता दल यूनाइटेड ने सबकुछ ठीक होने का दावा किया हैं। जेडीयू ने कहा कि इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच कोई मतभेद नहीं है और गठबंधन में सब कुछ ठीक चल रहा है। जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच किसी भी मुद्दे पर कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि ऐसी सभी अटकलें मीडिया की देन हैं। बिहार के वित्त मंत्री चौधरी ने कहा कि इंडिया गठबंधन बरकरार है और घटक दलों के बीच सीट बंटवारे पर चर्चा चल रही है। उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे पर सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया जाएगा। विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपना रुख स्पष्ट करते रहे हैं कि उन्हें गठबंधन में किसी भी पद में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि नीतीश कुमार ने संयोजक का पद स्वीकार करने से इनकार कर दिया तो इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है। यह पूरी तरह से उनके रुख और स्वभाव के अनुरूप है। जदयू नेता ने कहा कि नीति आयोग और यूएनडीपी द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई एक रिपोर्ट में गरीबी उन्मूलन के लिए नीतीश कुमार सरकार के प्रदर्शन की सराहना की गई है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के मुताबिक अब बिहार देश के शीर्ष राज्यों में से एक है, जहां बड़ी संख्या में लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला गया है।
शरद पवार नहीं जाएंगे आयोध्या, मोदी के उपवास पर उठाया सवाल
17 Jan, 2024 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने से इनकार कर दिया है। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी के उपवास पर भी सवाल उठाया है। हालांकि शरद पवार को मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का न्योता मिला है। इस पर पवार ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को पत्र लिखकर बाद में समय निकालकर दर्शन के लिए आने की बात कही है। उधर, शरद पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के मौके पर 10 दिनों का उपवास करने पर सवाल पूछा है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने पूछा कि क्या मोदी देश के लोगों की भूख मिटाने के लिए इसी तरह उपवास करेंगे? शरद पवार ने कहा कि मैं अयोध्या में राम मंदिर के लोकार्पण कार्यक्रम का सम्मान करता हूं, लेकिन क्या सरकार गरीबी दूर करने के लिए भी ऐसा कोई कार्यक्रम चलाएगी? यह सवाल शरद पवार ने सीमावर्ती क्षेत्र निपानी में पार्टी के नए पदाधिकारियों के लिए आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए पूछा।
इस दौरान शरद पवार ने दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर का ‘शिलान्यास’ तब किया गया था जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। राजीव गांधी के कार्यकाल में ही पहला पत्थर रखा गया था। लेकिन आज बीजेपी और आरएसएस की ओर से भगवान राम के नाम पर राजनीति की जा रही है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला है। लेकिन उन्होंने महासचिव चंपत राय को पत्र लिखा। पत्र में लिखकर बाद मैं स्वतंत्र रूप से समय निकालकर दर्शन के लिए का वादा किया है।
पीएम मोदी द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सनातन धर्म की प्रक्रिया के खिलाफ, इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर रोक लगाने की मांग
17 Jan, 2024 03:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इलाहाबाद । इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में निर्माणाधीन मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की गई है। याचिका में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर शंकराचार्यों द्वारा उठाई गई आपत्तियों का हवाला देते हुए इसे सनातन परंपरा के खिलाफ बताया गया है। कहा गया है कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव का लाभ उठाने के लिए यह कर रही है। याचिका पर तुरंत सुनवाई की मांग की गई है। गाजियाबाद के भोला दास की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया है कि अयोध्या में 22 जनवरी को धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है। वहां पर निर्माणाधीन मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। यह प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा की जाएगी और इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो रहे हैं, जो कि गलत है। याची ने अपनी जनहित याचिका में इसके लिए कई आधार बताए हैं। याची की ओर से कहा गया है कि यह प्राणप्रतिष्ठा गलत है, क्योंकि सनातन धर्म के अगुवा शंकराचार्यों की ओर से इस पर आपत्ति उठाई गई है। दूसरा, पूस महीने में कोई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाते हैं। 25 जनवरी को पूर्णिमा है। पूर्णिमा तक कोई धार्मिक आयोजन नहीं होते हैं। तीसरा, मंदिर अभी निर्माणाधीन है। अपूर्ण मंदिर में किसी भी देवी-देवता की प्राण-प्रतिष्ठा नहीं हो सकती है। देवी-देवताओं की प्राण-प्रतिष्ठा पूर्ण मंदिर में होती है। इसके अलावा पीएम और सीएम योगी का इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होना संविधान के खिलाफ है क्योंकि देश का संविधान भाईचारे को बढ़ावा देने वाला है। पीएम और सीएम के ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होने से देश के भाईचारे की भावना को झटका लगेगा, जो कि सही नहीं है। याची अधिवक्ता अनिल कुमार बिंद ने बताया कि पीएम मोदी के कार्यक्रम पर रोक लगाने वाली जनहित याचिका मंगलवार को दाखिल हो गई है। कोशिश की जाएगी कि उस पर हाईकोर्ट जल्दी सुनवाई कर याचिका स्वीकार कर ले।
प्रदेश के सभी मंदिरों में 22 जनवरी को भजन, कीर्तन वाले शासनादेश को चुनौती
उधर, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव की ओर से जारी उस शासनादेश को चुनौती देने वाली जनहित याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है, जिसमें 22 जनवरी 2024 को प्रदेश के सभी मंदिरों में भजन-कीर्तन करने, रामचरित मानस का पाठ करने, सभी शहरों में रथ/कलश यात्रा निकालने का शासनादेश जारी किया गया है। हाईकोर्ट इस मामले की सुनवाई सूचीबद्ध होने पर ही करेगा।
यह जनहित याचिका ऑल इंडिया लाॅयर्स यूनियन (एआईएलयू), उत्तर प्रदेश के राज्य अध्यक्ष अधिवक्ता नरोत्तम शुक्ल की ओर से दाखिल की गई है। याचिका में कुल चार लोगों को पक्षकार बनाया गया है। कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता के समक्ष याचिका पर अविलंब सुनवाई के लिए प्रार्थना की गई। लेकिन, कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति की कोर्ट ने इसे अर्जेंट (अति आवश्यक) नहीं मानते हुए सुनवाई से इन्कार कर दिया। याचिका में मुख्य सचिव के शासनादेश को भारतीय संविधान के धर्म निरपेक्ष चरित्र व अनुच्छेद 25, 26 और 27 के खिलाफ माना है। कहा है कि इसके अनुसार राज्य को किसी भी धार्मिक गतिविधि, आयोजन से निरपेक्ष रहने की अपेक्षा संविधान में की गई है। उत्तर प्रदेश मुख्य सचिव ने इस संबंध में दिनांक 21 दिसंबर 2023 को शासनादेश जारी किया है। जारी शासनादेश में यूपी के सभी जिलाधिकारियों को 22 जनवरी को भजन-कीर्तन, रामायाण, रामचरित मानस पाठ, रथ और कलश यात्रा निकालने को कहा गया है। इसके लिए गांव, ब्लाॅक, जिला और शहरों में आंगनबाड़ी, आशा बहुओं, एएनएम आदि कर्मचारियों का सहयोग लेने, कथावाचकों, कीर्तन मंडलियों को जिला सांस्कृतिक कौंसिल द्वारा भुगतान करने (इस हेतु राजकोष से अलग से 590 लाख रुपये जारी किए गए) को कहा गया है। शासनादेश में यह सब अयोध्या में भगवान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में ऐसा करने को कहा गया है।
प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर पन्ना से मंडला के बीच एलिवेटेड रोड के निर्माण हेतु आग्रह किया
17 Jan, 2024 02:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय मंत्री गडकरी से मिले प्रदेश अध्यक्ष
पन्ना-मंडला एलिवेटेड रोड निर्माण का किया आग्रह
दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने बुधवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी जी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने खजुराहो लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक - 39 पर पन्ना से मंडला के बीच 22 किमी लंबे एलिवेटेड रोड के निर्माण हेतु आग्रह कर पत्र सौंपा।
प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने पन्ना नगर में भारी वाहनों के आवागमन और यातायात की सुविधा के दृष्टिगत नगर के चारों ओर छतरपुर मार्ग, अजयगढ़ मार्ग, सतना-रीवा मार्ग तथा कटनी-जबलपुर मार्ग को जोड़ते हुए पुनः छतरपुर मार्ग तक रिंग रोड का निर्माण कराए जाने का आग्रह किया। उन्होंने पवई विधानसभा में बिसानी-श्यामगिरी-कल्दा सलेहा व्हाया मैन्हा मार्ग, गुनौर विधानसभा में अमानगंज-गुनौर-सुवंशा-गिरवारा-सिमरी मार्ग एवं देवेन्द्र नगर-सलेहा मार्ग, साथ ही बमीठा-सतना ग्रीनफील्ड फोरलेन प्रस्तावित राष्ट्रीय राजमार्ग को देवेन्द्र नगर से बायपास मार्ग बनाने का आग्रह किया। इस अवसर पर प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह भी उपस्थित थे।
आम चुनाव के केंद्र में रामलला.....मोदी की हिंदुत्व आइकन की छवि से संकट में विपक्ष
17 Jan, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । जनवरी 2019 में, दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन कर पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अप्रैल मई 2019 के लोकसभा चुनावों को विचारधाराओं की लड़ाई करार देकर कहा था कि इसमें पार्टी की हार से गुलामी हो सकती है, इसकी तुलना 18वीं शताब्दी में पानीपत की तीसरी लड़ाई के बाद हुई, जिसमें मराठे हार गए, जिससे अंततः ब्रिटिश शासन का मार्ग प्रशस्त हुआ। उस चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की और नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बने। पांच साल बाद, पिछले शुक्रवार को, पीएम मोदी ने घोषणा की कि वह 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए खुद को तैयार करने के लिए 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं।
भाजपा और संघ परिवार की ओर से वर्तमान में राम मंदिर के उद्घाटन का प्रचार प्रसार जमकर किया जा रहा है। यह न सिर्फ 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रचार का बिगुल बजाएगा बल्कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के तौर पर उसके एजेंडे को एक बार फिर से प्रमुखता के साथ लोगों के बीच रखेगा। कहीं ना कहीं पूरे अभियान का नेतृत्व इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी कर रहे हैं। इस वजह से भाजपा को विपक्ष को बैकफुट पर धकेलने का बड़ा मौका भी मिल गया है। विपक्षी दल जहां आज भी मोदी सरकार को घेरने के लिए मुद्दों का चयन कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा अपने एजेंडे को जमीन पर उतरने की कोशिश में लगी हुई है।
हिंदी पट्टी के राज्यों में भाजपा इस मुद्दे को पूरी तरीके से एक अलग धार दे रही है। साथ ही बताने की कोशिश कर रही है कि विपक्ष को राम मंदिर से दिक्कत हो रही है। भाजपा की ओर से खुले तौर पर इस बात को स्वीकार किया जा रहा है कि चुनाव में उनके तीन प्रमुख मुद्दों में हिंदुत्व, विकास और वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिष्ठा रहने वाली है, जिए पीएम मोदी जी ने बढ़ाया है। विपक्ष के लिए एक संकट भी है कि हाल के विधानसभा चुनाव के नतीजे ने यह साबित कर दिया है कि जातीय जनगणना का मुद्दा उस उत्तर भारत में खास सफलता दिलाने में मददगार साबित नहीं हो सका है। इसके पहले कांग्रेस का नरम हिंदुत्व भी पूरी तरीके से विफल हो गया है। दूसरी ओर मोदी की सोशल इंजीनियरिंग और उनकी गारंटी भाजपा के पक्ष में सीधे तौर पर जाती हुई दिखाई दे रही है।
राज्य के ये नतीजे न केवल यह संकेत देते हैं कि जाति अब प्रमुख चुनावी कारक नहीं रह गई है, बल्कि यह भी है कि मतदाता मोदी के विकास मॉडल पर भरोसा करते हैं। एक संगठन के रूप में भाजपा मोदी के संदेशों की वाहक और उनकी लोकप्रियता की लाभार्थी बन गई है। विभिन्न क्षेत्रों में कई भाजपा नेताओं ने स्वीकार किया कि मतदाता उस पार्टी को नहीं, बल्कि मोदी को वोट दे रहे थे। इसलिए, भाजपा को उन्हें अपने वफादार समर्थन आधार के रूप में बदलने के लिए अपने संगठनात्मक प्रयासों को बढ़ाना होगा। इसलिए चुनाव में विपक्ष के सामने बड़ी चुनौती मोदी की हिंदुत्व आइकन के रूप में धारणा का मुकाबला करना होगा, जिन्होंने हिंदुओं को अपना गौरव व्यक्त करने के लिए एक मंच प्रदान किया है।
हालाँकि विहिप और आरएसएस के नेतृत्व में राम जन्मभूमि आंदोलन ने राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया, लेकिन अब मोदी निर्विवाद रूप से अयोध्या में समारोह के केंद्र में हैं, भाजपा ने इस मोदी कार्यक्रम बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत और संसाधन लगा दिए हैं। राज्य और धर्म के बारे में प्रश्न अब निरर्थक प्रतीत होते हैं, क्योंकि राज्य धार्मिक समारोह में नेतृत्व कर रहा है, और इसकी औपचारिक और अनौपचारिक संरचनाएँ प्रधान मंत्री के पीछे लामबंद हो रही हैं। राजनीति और सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्रों की इस वेल्डिंग को पहले किसी भी प्रधानमंत्री द्वारा इस हद तक अलग-अलग कारणों से नहीं खोजा गया था, या प्रयास नहीं किया गया था। यह न सिर्फ विपक्ष के लिए चुनौती होगी बल्कि भावी प्रधानमंत्रियों के लिए भी सवाल खड़ा कर सकती है।
राहुल बोले- प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम मोदी-आरएसएस का फंक्शन
17 Jan, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोहिमा । राहुल गांधी ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में होने जा रहे रामलला मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम मोदी-आरएसएस का फंक्शन है। आरएसएस और बीजेपी ने 22 तारीख को इलेक्शन फ्लेवर दे दिया है। कांग्रेस प्रेसिडेंट ने इसी वजह से वहां पर जाने से इनकार किया है। हम सभी धर्मों के साथ हैं। कांग्रेस से जो भी जाना चाहे वो जा सकता है।
राहुल ने ये बातें भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तीसरे दिन मंगलवार को कहीं। राहुल गांधी ने कोहिमा (नगालैंड) के विश्वेमा गांव से यात्रा की शुरुआत की। इंडिया में सीट शेयरिंग को लेकर राहुल ने कहा कि अलायंस चुनाव लड़ेगा और जीतेगा। सीट शेयरिंग को लेकर हमारी बातचीत जारी है। ज्यादातर जगह आसान है, कुछ एक जगह पर थोड़ा मुश्किल है, लेकिन सीट शेयरिंग की मुद्दा हम आसानी से सुलझा लेंगे। बिहार सीएम नीतीश कुमार को इंडिया के संयोजक बनाए जाने को लेकर ममता बनर्जी की नाराजगी पर राहुल ने कहा- छोटी-छोटी समस्या हैं, जो दूर हो जाएंगी। हम सभी में समन्वय है।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और आप को बड़ा झटका, कई नेता-कार्यकर्ता भाजपा में शामिल
17 Jan, 2024 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद | लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है| अबकी बार 400 पार के लक्ष्य के साथ लोकसभा चुनाव प्रचार का प्रारंभ करने वाली भाजपा ने गुजरात में सभी 26 सीटों पर 5 लाख से अधिक लीड से जीत दर्ज करने का संकल्प साकार करने के लिए प्रदेश भाजपा प्रमुख एडीचोटी का जोर लगा रहे हैं| भाजपा के इस संकल्प को साकार करने में कांग्रेस ही नहीं अब तो आप के नेता और कार्यकर्ता भगवा धारण कर रहे हैं| आज सौराष्ट्र, मध्य गुजरात और गुजरात के कांग्रेस और आप के कई छोटे-बड़े नेताओं ने गुजरात भाजपा के प्रदेश मुख्यालय कमलम में भगवा धारण कर लिया| इनमें सबसे बड़ा नाम है राजकोट कांग्रेस के नेता अर्जुन खटारिया का| अर्जुन खटारिया के साथ 25 तहसील पंचायत के 25 सदस्य, 15 सरपंच, 15 सहकारी नेताओं ने कांग्रेस छोड़ भाजपा जॉइन कर ली| जबकि आप के एसटी मोर्चा के प्रमुख सीडी परमार समेत कार्यकर्ता आज भाजपा में शामिल हो गए|
कुछ लोग मंदिर के निर्माण से अब भी खुश नहीं हैं - अनुराग ठाकुर
17 Jan, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्षी दलों को अयोध्या में राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर टिप्पणी करना बंद कर देना चाहिए क्योंकि यह मंदिर 500 साल के लंबे इंतजार के बाद बन रहा है। विपक्षी दलों के इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा समारोह को एक राजनीतिक आयोजन में बदल दिया है, ठाकुर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कुछ लोग मंदिर के निर्माण से अब भी खुश नहीं हैं। ठाकुर ने अयोध्या स्थित राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले भाजपा द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता अभियान के तहत मंगलवार को कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर परिसर की साफ-सफाई में हिस्सा लिया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो मंदिर के निर्माण से दुखी हैं, कुछ लोग ऐसे हैं जो ‘प्राण प्रतिष्ठा समारोह से दुखी हैं और कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें राजनीति के कारण इस पर बयान देना पड़ता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि उन्हें इस पर टिप्पणी करना और बयान देना बंद कर देना चाहिए। अयोध्या में राम मंदिर 500 साल के इंतजार के बाद बना है और आगामी दिनों में देश एवं दुनिया भर से करोड़ों लोग इसके दर्शन करने जाएंगे।
ठाकुर ने कहा कि 22 जनवरी को भव्य ‘प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद राम मंदिर के दरवाजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे और इसके लिए आवश्यक व्यवस्था की जाएगी। ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दल ने भगवान राम को वर्षों तक अयोध्या में एक तंबू में रहने के लिए मजबूर किया और अब मंदिर मुद्दे पर लोगों को गुमराह करने और भड़काने की कोशिश कर रही है।
पीएम संग्रहालय में नरेंद्र मोदी गैलरी की पहली आगंतुक बनीं राष्ट्रपति, आज से आम लोग भी कर सकेंगे दीदार
16 Jan, 2024 01:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने नवनिर्मित नरेंद्र मोदी गैलरी भी देखी। राष्ट्रपति नरेंद्र मोदी गैलरी की पहली आगंतुक बनीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गैलरी मंगलवार यानी 16 जनवरी से आम जनता के लिए खोल दी जाएगी। राष्ट्रपति संग्रहालय में करीब डेढ़ घंटे तक रूकीं। इस दौरान पुरानी इमारत में संविधान गैलरी भी देखी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री संग्रहालय स्थित नरेंद्र मोदी गैलरी में सबसे अधिक समय बिताया। यहां पर उन्होंने मोदी गैलरी के विभिन्न खंडों जैसे सुशासन, पर्यावरण, विकास, अंतरराष्ट्रीय सद्भाव, विज्ञानोदय, सांस्कृतिक धरोहर और जनभागीदारी और सुरक्षा के बारे में विस्तार से देखा और जानकारी ली। राष्ट्रपति विशेष रूप से इमर्सिव और इंटरेक्टिव डिस्प्ले से काफी प्रभावित दिखीं। उन्होंने इसके बाद अनुभूति क्षेत्र का भी दौरा किया। आगंतुक पुस्तिका में लिखा, मुझे विश्वास है कि प्रत्येक भारतीय दीर्घा को देखकर गर्व महसूस करेंगे राष्ट्रपति ने जाते हुए प्रधानमंत्री संग्रहालय की आगंतुक पुस्तिका में लिखा है कि ‘मुझे विश्वास है कि प्रत्येक भारतीय नागरिक जो यहां आएगा और संग्रहालय की विभिन्न दीर्घाओं को देखेगा, उसे गर्व महसूस होगा।’ राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (पीएमएमएल) कार्यकारी परिषद के सदस्य व अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने विस्तार से संग्रहालय की जानकारियां दी।
मंदिरों और आजादी के बाद बनाए संस्थानों की प्रदर्शनी देखी
राष्ट्रपति ने संग्रहालय में आधुनिक भारत के मंदिरों और आजादी के तुरंत बाद बनाए गए संस्थानों की प्रदर्शनियां भी देखीं। उन्होंने तोशकाहाना को विशेष ध्यान से देखा और जाना, जहां देश-विदेश के प्रधानमंत्रियों को मिले उपहार प्रदर्शित हैं। इसके अलावा राष्ट्रपति ने भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के निजी विंग का भी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने उनका शयनकक्ष और अध्ययन कक्ष भी देखा।
पोखरण 2, कारगिल युद्ध फिल्म देखी
राष्ट्रपति ने संग्रहालय की नई इमारत में विभिन्न प्रधानमंत्रियों की दीर्घाओं में जाने से पहले फ्रीडम एंड यूनिटी गैलरी देखी। फ्रीडम एंड यूनिटी गैलरी में दर्शकों को महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल और नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर फिल्में दिखाई जाती हैं। राष्ट्रपति ने बैडमिंटन रैकेट और चरखे समेत लाल बहादुर शास्त्री की पासबुक के अलावा जयप्रकाश नारायण के पत्रों और उनकी जेल डायरी को भी देखा और जाना। इसके अलावा उन्होंने पोखरण दो परमाणु परीक्षणों का मनोरंजन, स्वर्णिम चतुर्भुज का प्रदर्शन और कारगिल युद्ध फिल्म भी देखी।
संग्रहालय का 7.5 लाख दर्शकों ने किया दीदार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल 2022 को प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन किया था। इसके बाद से अब तक पीएम संग्रहालय बच्चों, छात्रों, वरिष्ठ शोधकर्ताओं और घरेलू और विदेशी पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण टूरिस्ट स्पॉट बन गया है। संग्रहालय में प्रतिदिन औसतन 2000 आगंतुक आते हैं। प्रत्येक आगंतुक अपनी विकासात्मक सफलता के साथ-साथ संसदीय लोकतंत्र में भारत की यात्रा का अनूठा संदेश भी ले जाता है। उद्घाटन के बाद से अब तक संग्रहालय का करीब लगभग 7.5 लाख दर्शकों ने दीदार किया है।
मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति ने संग्रहालय का दौरा किया: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के प्रधानमंत्री संग्रहालय यात्रा पर प्रसन्नता व्यक्त की है। प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि ‘ मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति ने प्रधान मंत्री संग्रहालय का दौरा किया। यह उन सभी के जीवन और कार्य की झलक देता है जिन्हें भारत के प्रधान मंत्री के रूप में सेवा करने का सम्मान मिला है। मैं अन्य लोगों, विशेष रूप से युवाओं से भी संग्रहालय का दौरा करने का आग्रह करूंगा।’
AAP ने रखी 2024 के चुनाव की नींव: चंडीगढ़ का मेयर चुनाव कांग्रेस-आप लड़ेंगी साथ, राघव चड्ढा ने BJP पर तंज कसा
16 Jan, 2024 01:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी कांग्रेस पार्टी के साथ चंडीगढ़ में मेयर का चुनाव लड़ने जा रही है। दिल्ली में आप सांसद राघव चड्ढा ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि 18 जनवरी को होने वाला चंडीगढ़ का मेयर चुनाव देश की राजनीति की दशा और ये दिशा बदलने वाला चुनाव है। आगे काह कि यह चुनाव 2024 के चुनाव की नींव रखेगा। आम आदमी पार्टी के नेता और सांसद राघव चड्ढा ने बताया कि इंडिया गठबंधन अपना पहला चुनाव लडने जा रहा है। पहला मैच खेलने जा रहा है। 18 जनवरी को होना वाला मेयर चुनाव कोई आम चुनाव नहीं है। ये राजनीति की तकदीर और तस्वीर बदलने वाला है। 2024 के लिए भाजपा बनाम इंडिया गठबंधन लड़ने जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि ये आम चुनाव नहीं है। पहला भाजपा बनाम इंडिया गठबंधन का मुकाबला है। ये केवल चंडीगढ़ ही नहीं कश्मीर से कन्याकुमारी तक जाएगा। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव मिलकर लड़ेगी। आम आदमी पार्टी मेयर जबकि कांग्रेस सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पर अपने पार्षदों को चुनाव लड़ाएगी।
'रनवे' पर बैठकर खाना खाते नजर आए यात्री तो उड्डयन मंत्री ने लिया संज्ञान; कारण बताओ नोटिस जारी
16 Jan, 2024 01:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें रनवे पर बैठकर कुछ लोग खाते और आराम करते नजर आए थे। अब इस मामले में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद संज्ञान लिया है। उन्होंने इंडिगो और मुंबई हवाई अड्डे को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।
कारण नोटिस जारी
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कल आधी रात में सभी मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद, MoCA के नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) ने इंडिगो और मुंबई हवाई अड्डे को कारण बताओ नोटिस जारी किए। इन नोटिसों का जवाब आज ही देना है। अगर दिए गए समय में जवाब नहीं दिया जाएगा तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह है मामला
दरअसल, रविवार को गोवा से उड़ान भरने वाली फ्लाइट घने कोहरे के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर नहीं उतर सकी थी और उसे मुंबई एयरपोर्ट की ओर डायवर्ट कर दिया गया था। चूंकि गोवा में उड़ान में पहले ही काफी देरी हो चुकी थी, ऐसे में यात्री पहले से ही नाराज थे और जब विमान को गोवा में उतार दिया गया तो वे भड़क गए और विमान से उतरने के बाद उन्होंने रनवे छोड़ने से इनकार कर दिया था। इतना ही नहीं यात्रियों ने विरोध जताते हुए वहीं बैठकर खाना-खाना भी शुरू कर दिया था। इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था
मुंबई हवाईअड्डे के अधिकारी ने दी थी जानकारी
मुंबई हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण इंडिगो की उड़ान 6ई 2195 (गोवा से दिल्ली) का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया था। इसके बाद सीआईएसएफ क्यूआरटी के समन्वय से हवाईअड्डा संचालक ने यात्रियों को सुरक्षा क्षेत्र में घेर लिया। यात्रियों ने एयरलाइन कोच में चढ़ने और टर्मिनल भवन की ओर जाने से इनकार कर दिया था। गौरतलब है कि यात्रियों को हवाई अड्डे रनवे पर रहने की अनुमति नहीं है और यह घटना स्पष्ट रूप से एक सुरक्षा उल्लंघन था। घटना पर की गई कार्रवाई के बारे में तत्काल जानकारी नहीं मिल सकी है।
कम दृश्यता के कारण मुंबई की ओर मोड़ी गई उड़ान
इसको लेकर इंडिगो ने कहा था, हम रविवार को गोवा से दिल्ली के लिए इंडिगो की उड़ान संख्या 6E2195 से जुड़ी घटना से अवगत हैं। दिल्ली में कम दृश्यता की स्थिति के कारण उड़ान को मुंबई की ओर मोड़ दिया गया था। हम ईमानदारी से अपने ग्राहकों से माफी मांगते हैं। हम इस मामले को देख रहे हैं।
यात्री ने को पायलट पर किया था हमला
इससे पहले, इंडिगो की नई दिल्ली-गोवा उड़ान में एक यात्री ने रविवार को सह-पायलट पर हमला कर दिया था। यात्री उड़ान में देरी से भड़क गया था। एक दिन बाद एयरलाइन ने इस घटना को लेकर अपना बयान जारी किया है। इंडिगो ने एक बयान में कहा कि रविवार को एक यात्री ने उड़ान संख्या 6E 2175 में देरी की घोषणा के दौरान हमारे 'फर्स्ट ऑफिसर' पर हमला किया। प्रोटोकॉल के मुताबिक ग्राहक को अनियंत्रित घोषित किया गया और स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सौंप दिया गया। इस घटना में उचित कार्रवाई करने और यात्री को 'नो फ्लाई लिस्ट' में शामिल करने के लिए मामले को एक स्वतंत्र आंतरिक समिति के पास भेजा जा रहा है।