राजनीति
बिहार कैबिनेट की बैठक में बजट सत्र को रद्द करने का निर्णय हुआ
29 Jan, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार में नई एनडीए सरकार ने सोमवार को अपनी पहली कैबिनेट बैठक की, इसमें 5 फरवरी को होने वाले बजट सत्र को रद्द करने का निर्णय हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश ने सत्र को रद्द करने की अनुमति दी। बैठक में कुल चार एजेंडों पर मुहर लगी। सूत्रों के मुताबिक इस हफ्ते कैबिनेट विस्तार होने की संभावना है। सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय नीतीश कुमार के पास ही रहने की उम्मीद है, और कैबिनेट गठन और विभागों का वितरण बिहार में पिछली एनडीए सरकार में 2020 की तरह ही होगा। बिहार विधानमंडल का बजट सत्र 5 से शुरू होकर 29 फरवरी तक चलने वाली थी।
बैठक में नीतीश के अलावा उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा सहित अन्य मंत्री शामिल हुए। इंडिया गुट को बड़ा झटका देकर नीतीश कुमार ने बिहार में महागठबंधन गठबंधन छोड़कर एनडीए के साथ फिर से संबंध बना लिए। उन्होंने पहले बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और फिर बाद में दिन में रिकॉर्ड नौवीं बार जनता दल (यूनाइटेड)-भाजपा गठबंधन के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
दो दिन के विश्राम के बाद अब बंगाल में चलेगा ‘डोनेट फॉर न्याय’ अभियान
29 Jan, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। दो दिन के विश्राम के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा रविवार को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले से फिर से शुरू हो गई। बता दें कि यह यात्रा मणिपुर की राजधानी इंफाल से 14 जनवरी को आरंभ हुई थी। यह यात्रा असम से बृहस्पतिवार सुबह पश्चिम बंगाल में दाखिल हुई थी और दो दिन के विश्राम के दौरान राहुल गांधी नयी दिल्ली लौट गए थे।
कांग्रेस की राज्य इकाई के नेता शुभंकर सरकार ने कहा कि राहुल गांधी पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे सिलीगुड़ी के बागडोगरा हवाई अड्डे पर पहुंचे। इसके बाद वह जलपाईगुड़ी पहुंचे जहां से यात्रा फिर से शुरू हो रही है। उन्होंने बताया कि न्याय यात्रा रात में सिलीगुड़ी के पास रुकेगी। यह यात्रा सोमवार को उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर की ओर जाएगी और फिर बिहार में प्रवेश करेगी। यात्रा 31 जनवरी को मालदा के रास्ते पश्चिम बंगाल में फिर से प्रवेश करेगी और फिर मुर्शिदाबाद से होते हुए एक फरवरी को राज्य से रवाना होगी। इस बार की यात्रा का आकर्षण ‘डोनेट फॉर न्याय’ अभियान होगा, जिसमें क्यूआर कोड को स्कैन करके प्रति किलोमीटर एक पैसा न्यूनतम की सहायता राशि दान दी जा सकेगी।
बता दें कि इसमें सहायता के अनुरूप राहुल गांधी के हस्ताक्षर वाली टी-शर्ट से लेकर एक भव्य किट तक शामिल है, जो कि 67,000 से ज्यादा की सहायता राशि पर प्रमाणपत्र सहित एआईसीसी की ओर से दी जाएगी। इधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि पार्टी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए सुचारू मार्ग और राहुल गांधी एवं अन्य नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित निर्देश दिए जाएं। कांग्रेस ने पहले आरोप लगाया था कि जलपाईगुड़ी में गांधी की तस्वीर वाले कुछ बैनर फाड़े गए। कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने भी राज्य में यात्रा के दौरान जनसभाएं आयोजित करने की अनुमति हासिल करने में बाधाएं आने पर चिंता जताई है।
न्याय यात्रा के पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से एक दिन पहले मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा था कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस राज्य में विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घटक के तौर पर नहीं बल्कि अकेले लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। बता दें कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और 15 राज्यों के 110 जिलों से होते हुए 20 या 21 मार्च को मुंबई में पहुंचकर समाप्त होगी।
कांग्रेस लड़ा सकती है भूपेश बघेल को लोकसभा चुनाव, बैठक में हुआ प्रत्याशियों का चयन
29 Jan, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर । लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की रायपुर में प्रत्याशी चयन को लेकर बैठक हुई। इसमें बताया जा रहा है कि भूपेश बघेल को फिर से चुनाव लड़ाने पर सहमति बनी है। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में प्रत्याशियों के नामों को लेकर प्रारंभिक चर्चा हुई। सूत्रों के हवाले से खबर है कि भूपेश बघेल को कांग्रेस पार्टी लोकसभा का चुनाव लड़ा सकती है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि बैठक में भूपेश बघेल के राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव भी है। बैठक में यह भी तय किया गया कि लोकसभा का चुनाव पुराने और अनुभवी नेता ही लड़ेंगे। फिलहाल कांग्रेस छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों को अपने पक्ष में करने के लिए लगातार बैठकें कर रही है। वहीं अनुभवी प्रत्याशियों के नामों को लेकर हुई चर्चा के तहत भूपेश बघेल को राजनांदगांव, ताम्रध्वज साहू को महासमुंद, कांकेर से मोहन मरकाम, जांजगीर से शिव कुमार डहरिया को चुनाव मैदान में उतारने को लेकर सहमति बनने की बात सामने आ रही है।
यहां गौरतलब है कि ताम्रध्वज साहू पूर्व गृह मंत्री हैं। चरण दास महंत वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष हैं। वहीं टीएस सिंहदेव सहित कई पूर्व मंत्रियों को भी कांग्रेस लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बना सकती है। कोरबा लोकसभा से पूर्व की भांति ही सांसद ज्योत्सना महंत और बस्तर से दीपक बैज को चुनाव लड़ाने का सुझाव मिला है। वरिष्ठ नेताओं के सुझाव के आधार पर इन नामों को आगे बढ़ाया जाएगा। हालांकि कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि ये अभी प्रारंभिक चर्चा है, अभी नामों पर और भी मंथन होगा। शीर्ष नेतृत्व ही आखिरी फैसला करेगा। सूत्रों के मुताबिक भूपेश बघेल को राजनांदगांव से चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर ने रखा है। वहीं रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग जैसी सीटों पर अभी एक राय नहीं बन पायी है।
बिहार में खेला पर बोले अखिलेश कहा-विश्वासघात का नया कीर्तिमान बना है
29 Jan, 2024 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए गठबंधन में फिर शामिल होने से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बने विपक्षी गठबंधन इंडिया को तगड़ा झटका लगा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे विश्वासघात करार दिया है और कहा कि चुनाव में जनता इसका जवाब देगी। उन्होंने जदयू नेता नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा और कहा कि इससे बड़ी उनकी कोई हार हो ही नहीं सकती है।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भाजपा अपने जीवनकाल में इतनी कमज़ोर कभी नहीं थी, जितनी आज हो गयी। आज विश्वासघात का नया कीर्तिमान बना है। जनता इसका करारा जवाब देगी। कोई आप पर विश्वास न करे, एक व्यक्ति के रूप में किसी की इससे बड़ी हार और कुछ नहीं हो सकती। गौरतलब है कि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही इंडिया गठबंधन के सूत्रधार थे और सभी दलों को साथ लेकर आए थे। हालांकि, संयोजक न बनाए जाने पर उनकी नाराजगी की भी खबरें आईं। उन्होंने रविवार को महागठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी और मुख्यमंत्री इस्तीफा दे दिया और फिर शाम को फिर से भाजपा के सहयोग से मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली।
बिहार में एनडीए लंबी छलांग लगाएगी - जेपी नड्डा, भाजपा अध्यक्ष
29 Jan, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना|भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा बोले की नीतीश जी हमारे साथ आये हैं यह हम सबके लिए हर्ष की बात है। बिहार में जो मैंडेंट मिला था वो एन डीए को ही मिला था। उन्होंने कहा कि, जेडीयू का ओरिजनल एल्यान्स एनडीए का ही है। यह भी ऑन रिकॉर्ड है , कि, जब -जब एन डी ए की सरकार आई है ,बिहार के विकास में नई छलांग आई है। जब- जब एनडीए ने लिड किया है, बिहार के विकास को गति मिली है।
श्री नड्डा ने कहा कि, बिहार में क़ानून व्यवस्था की स्थिति ख़राब हो रही थी। अब डबल इंजन की सरकार में अच्छा प्रभाव दिखेगा।
बिहार लोकसभा में स्वाइप करेगा और सभी सीटे एनडीए जीतेगा। विधानसभा चुनाव में भी सफलता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि, ईडी अलायंस का भारत तोड़ो और अन्याय यात्रा है.... यह फेल हो चुका है। बंगाल में ममता ने पालिता लगाया है। पंजाब में जो हुआ सब दिख रहा है। यह अलायन्स सिर्फ परिवार बचाओ अलायन्स है। भरस्टाचारियों को बचाने वाला अलायन्स है।
श्री नड्डा ने कहा कि, बिहार में ये जो एनडीए की सरकार बनी है इसमें बिहार का विकास होगा। एक लम्बी छलांग बिहार लगाएगी।
विपक्षी चुनौती के चारों राज्यों को भाजपा ने साधा
28 Jan, 2024 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । 2024 लोकसभा चुनाव के लिए 158 सीटों वाले चार राज्यों में भाजपा को सबसे बड़ी चुनौती मिल रही थी। बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र और कर्नाटक में भाजपा के लिए सबसे ज्यादा चुनौती है।
भाजपा ने इन चारों राज्यों को प्राथमिकता में रखते हुए रणनीति तैयार की है। पश्चिम बंगाल में ममता दीदी ने अकेले ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। उन्होंने गठबंधन में बने रहने की बात जरूर कही है। लेकिन इससे भाजपा को बड़ी राहत मिली है। वोटो का बटवारा पश्चिम बंगाल में पूर्व की तरह होगा, पश्चिम बंगाल के लिए भाजपा ने जो रणनीति बनाई थी, वह सफल रही। भाजपा के लिए अब पश्चिम बंगाल भी फायदेमंद साबित होगा।
कर्नाटक में जद एस के साथ समझौता हो गया है। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री जो कांग्रेस में चले गए थे। पार्टी उन्हें वापस लेकर आ गई है। जिससे कर्नाटक की स्थिति में भी सुधार हुआ है।
बिहार में तो बड़ा भारी खेला भाजपा ने कर लिया है। एक बार फिर नीतीश कुमार भाजपा के पाले में आकर खड़ा हो गए हैं। उन्हें भाजपा ने मुख्यमंत्री भी बना दिया है। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न सम्मान देने और नीतीश कुमार के एनडीए गठबंधन में वापस आ जाने के पश्चात, बिहार में भी भारतीय जनता पार्टी ने अपने अनुकूल वातावरण बना लिया है। महाराष्ट्र में पहले ही भारतीय जनता पार्टी,महागठबंधन को कमजोर कर चुकी है। शिवसेना और
राकापा में बटवारा कर दिया गया है। महाराष्ट्र में राजनीतिक दलों के बीच बिखराव हो चुका है। यहां पर भी भाजपा को अब कोई चुनौती नहीं रही। भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा अयोध्या में हो जाने के बाद,जिन चारों राज्यों में भाजपा को सबसे ज्यादा चुनौती मिल रही थी। वहां पर इंडिया गठबंधन के प्रभाव को पूरी तरीके से खत्म कर दिया गया है। अब चारों राज्यों की नकेल भाजपा के हाथ में है।
नीतीश कुमार का आरोप, लालू की पार्टी का व्यवहार ठीक नहीं
28 Jan, 2024 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा देने के बाद कहा है कि लालू प्रसाद यादव की पार्टी का व्यवहार ठीक नहीं हैं। उन्होने मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि मैंने सभी से राय लेकर इस्तीफा दिया है। नीतीश कुमार ने कहा कि महागठबंधन की स्थिति ठीक नहीं है। अब मैं नए गठबंधन में जा रहा हूं और अब मैं बीजेपी के साथ वापस लौटूंगा। इससे पहले उन्होंने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा है। बताया जा रहा है कि आज शाम 5 बजे एनडीए के सीएम के तौर पर नीतीश कुमार बिहार के सीएम पद की शपथ ले सकते हैं। खबर है कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा शपथ ग्रहण में शामिल हो सकते हैं। नीतीश ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि मैंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने राज्यपाल से राज्य में सरकार भंग करने के लिए भी कहा है। मैंने इंडी अलायंस बनवाया लेकिन काम नहीं हो रहा था। इसलिए यह कदम उठाया गया।
देश में बहुत हैं आया राम, गया राम जैसे लोग : खड़गे
28 Jan, 2024 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। नीतीश कुमार ने एक बार फिर पलटी मारी और महागठबंधन छोड़ पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और एनडीए के साथ मिल पुन: सीएम बनने का दावा पेश कर दिया। नीतीश के यूं पाला बदलने पर विपक्ष ने जबरदस्त हमला बोला है और उन्हें पलटू राम से लेकर आया राम गया राम की संज्ञा दे डाली है। विपक्षी दलों के नेताओं ने नीतीश की आलोचना करते हुए निशाना साधा है।
इसी कड़ी में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जब हमारी बात तेजस्वी और लालू जी से हुई तभी उन्होंने बतलाया था कि नीतीश जी महागठबंधन से जा सकते हैं, इसलिए अब हमको और आपको मिलकर लड़ना होगा। इसी बीच खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, कि देश में आया राम-गया राम जैसे कई लोग हैं।... बात हमें पहले से ही पता थी, लेकिन इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कुछ नहीं कहा। उन्होंने आगे कहा है कि यदि हम कुछ गलत कहेंगे तो संदेश गलत जाएगा। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, कि बार-बार राजनीतिक साझेदार बदलने वाले नीतीश कुमार ने रंग बदलने में गिरगिटों को कड़ी टक्कर दे दी है। इस विश्वासघात के विशेषज्ञ और उन्हें इशारों पर नचाने वालों को बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी। इनके अलावा शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी नीतीश पर निशाना साधा है। इसके साथ ही उन्होंने नीतिश व शाह के पुराने बयानों को भी साझा किया जिसमें उन्होंने एक दूसरे पर जमकर निशाना साधा था। दरअसल तब नीतीश ने पलटते हुए कहा था कि, मर जाना कबूल है, उनके साथ जाना कबूल नहीं है. ये अच्छी तरह जान लीजिये! इस पर तब गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा था कि पलटूराम ने जनादेश का अपमान किया है। अरे पलटू बाबू, कुछ तो लिहाज रखो। छठ मैया से प्रार्थना करता हूं कि पलटू राम से मुक्त हो बिहार। नीतीश कुमार के लिए बीजीपी के दरवाजे बंद।
बिहार में कांग्रेस को एकजुट रखने की जिम्मेदारी भूपेश बघेल को दी गई
28 Jan, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। कांग्रेस ने पार्टी नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के व्यवस्थित संचालन के लिए वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम भूपेश बघेल को बिहार में यात्रा के समन्वयन के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया है।
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने श्री बघेल को तत्काल काम शुरू करने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा कि श्री बघेल भारत जोड़ो न्याय यात्रा के व्यवस्थित संचालन के साथ ही बिहार में पार्टी की अन्य गतिविधियों को भी देखने वाले हैं।
गौरतलब है कि वर्तमान में बिहार में जबरदस्त राजनीतिक हलचल मची है। समझा जाता है कि पार्टी विधायकों के टूटने की अटकलों को देखते हुए पार्टी ने बिहार में पार्टी की गतिविधियों की जिम्मेदारी श्री बघेल को दी है।
आम चुनाव को लेकर फ्रंट फुट पर भाजपा, 23 राज्यों के लिए चुनाव प्रभारी और सह-प्रभारियों का ऐलान
28 Jan, 2024 10:29 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव को देखकर 23 राज्यों के चुनाव प्रभारी और सह-प्रभारियों की सूची जारी की है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने विनोद तावड़े और सांसद दीपक प्रकाश को बिहार की जिम्मेदारी दी है। वहीं, वैजयंत पांडा को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है। दुष्यंत गौतम को उत्तराखंड की जिम्मेदारी मिली है। यह सूची भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह के द्वारा जारी की गई है।
भाजपा ने प्रभारियों की जो नई लिस्ट जारी की है, उसके मुताबिक सबसे अधिक 3 नेताओं को बंगाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बंगाल में मंगल पांडे, अमित मालवीय और आशा लकड़ा को प्रभारी और सह प्रभारी बनाया गया है। वहीं, उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में सिर्फ एक प्रभारी की नियुक्ति की गई है।
भाजपा द्वारा घोषित प्रभारियों की लिस्ट: अंडमान और निकोबार की जिम्मेदारी वाई सत्या कुमार को, अरुणाचल प्रदेश की अशोक सिंघल को, बिहार की विनोद तावड़े और दीपक प्रकाश को, चंडीगढ़ की विजयभाई रूपाणी, दमन एवं दीव की पुरनेश मोदी और दुष्यंत पटेल, गोवा की आशीष सूद को, हरियाणा की बिप्लब कुमार देव और सुरेन्द्र नागर को, हिमाचल प्रदेश की श्रीकांत शर्मा और संजय टंडन को, जम्मू-कश्मीर की तरुण चुघ को, झारखंड- की लक्ष्मीकांत बाजपेयी, कर्नाटक की राधामोहन दास अग्रवाल और सुधाकर रेड्डी को, केरल की प्रकाश जावड़ेकर को, लद्दाख की अरविंद मेनन को, मध्य प्रदेश की महेन्द्र सिंह और सीतश उपाध्याय को, ओडिशा की विजयपाल सिंह तोमर और लता उसेंडी को, पुदुचेरी की निर्मल कुमार सुराणा को, पंजाब की विजयभाई रूपामई और नरिंदर सिंह को, सिक्किम की दिलीप जायसवाल को, तमिलनाडु की अरविंद मेनन और सुधाकर रेड्डी को, उत्तर प्रदेश की बैजयंत पांडा को, उत्तराखंड की दुष्यंत कुमार गौतम को और पश्चिम बंगाल की मंगल पांडे, अमित मालवीय और आशा लकड़ा को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बिहार में सत्ता का संग्राम...पटना से लेकर दिल्ली तक बन रही रणनीति
28 Jan, 2024 09:27 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । बिहार में सियासी उथल-पुथल मची हुई है. बिहार राजनीतिक महाभारत का कुरूक्षेत्र बन गया है। शह-मात का खेल चल रहा है। जदयू और राजद के अपने-अपने दावे हैं। वहीं भाजपा और कांग्रेस भी अपना गणित बैठा रही है। बिहार में नीतीश-लालू का गठबंधन टूट गया है। सूत्रों के मुताबिक, नीतीश रविवार सुबह 10 बजे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। इसके साथ ही वे नई सरकार बनाने का दावा भी पेश करेंगे। जदयू कोर कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया। नीतीश राज्यपाल से रविवार को ही नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाने को भी कहेंगे। पार्टी सूत्रों का दावा है कि नीतीश 2 डिप्टी सीएम के साथ शपथ लेंगे। उधर, बिहार में पल-पल सियासी समीकरण बदल रहे हैं। इसी बीच सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के मुखिया जीतन राम मांझी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फोन पर बात की है। राहुल ने जीतन राम को इंडिया गठबंधन में आने का न्योता दिया है।
इधर, पटना में राजद की बैठक के दौरान तेजस्वी ने दावा किया कि असली खेला होना अभी बाकी है। नीतीश हमारे आदरणीय थे और रहेंगे। जो काम दो दशकों में नहीं हुआ, वह हमने कम समय में कर दिखाया। लालू ने अपने मंत्रियों से कहा- इस्तीफा नहीं दें। वहीं, दिल्ली से पटना पहुंचे भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिंह ने कहा कि दुनिया ने मोदी का सुशासन देखा है। अब बिहार की जनता भी मोदी का सुशासन देखना चाहती है। बिहार की राजनीति में सियासी उठापटक जारी है। हाल के दिनों में हुए घटनाक्रमों और सामने आए बयानों से अटकलें लग रही हैं कि बिहार में जदयू एक बार फिर एनडीए में शामिल होने को तैयार है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार महागठबंधन को छोडक़र भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के साथ आ रहे हैं। इससे पहले तीन बार जदयू ने साथी बदला है लेकिन दिलचस्प है कि नीतीश कुमार हर बार मुख्यमंत्री रहे। भले उनकी पार्टी के विधायकों की संख्या उनके सहयोगी से कम रही हो।
बिहार में अभी खेल होना बाकी है
बिहार में सियासी गहमागहमी के बीच आरजेडी के नेताओं की बैठक हुई। बैठक में तेजस्वी यादव ने कहा कि मैंने गठबंधन धर्म को निभाया है। उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा नीतीश का सम्मान किया। सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी यादव ने राज्य में कई बड़े घटनाक्रम होने के संकेत भी दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मेरे साथ मंच पर बैठते थे और पूछते थे कि 2005 से पहले बिहार में क्या था? मैंने कभी प्रतिक्रिया नहीं दी। अब हमारे साथ अधिक लोग हैं, दो दशकों में जो कुछ भी अधूरा रह गया था, हम उसे हासिल करने में कामयाब रहे। भले ही नौकरियां हों, जाति जनगणना हो, आरक्षण बढ़ाना हो, थोड़े ही समय में हमने ये किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में अभी खेल होना बाकी है। सूत्रों के मुताबिक लालू ने अपने सभी विधायकों को पटना में बने रहने के लिए कहा है। साथ ही मोबाइल फोन बंद नहीं करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपने विधायकों से ये भी कहा कि किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहें। आरजेडी की बैठक खत्म होने के बाद मनोज झा ने कहा कि बैठक बहुत सकारात्मक रही, हमने मौजूदा हालात के हर पहलू पर चर्चा की। हमारे नेता लालू प्रसाद, जो भी निर्णय लेंगे हम उसे मानेंगे। हम इस सरकार को गिराने के बारे में कभी सोच भी नहीं सकते, इस सरकार ने बिहार की जनता के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि यह विधानमंडल की बैठक थी, जिसमें लालू यादव, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और सभी विधायक शामिल थे। हम सभी ने लालू यादव को निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है।
मांझी लगाएंगे पार!
उधर, जीतन राम मांझी के लिए कहा जा रहा है कि वह आरजेडी की नैया पार लगाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं, साथ ही वह एनडीए के लिए भी बेहद अहम हैं। क्योंकि जीतनराम की पार्टी हम के 4 विधायक हैं, अगर आरजेडी उन्हें अपने पाले में ले लेती है, तो महागठबंधन 118 सीटों का आकंड़ा छू लेगा। इसमें आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19 और लेफ्ट के 16 विधायक भी शामिल हैं।अगर एआईएमआईएम का एक और एक निर्दलीय विधायक भी महागठबंधन के साथ जाते हैं तो ये आंकड़ा 120 तक पहुंच जाएगा। हालांकि सरकार बनाने के लिए 2 विधायकों की जरूरत तब भी पड़ेगी। हालांकि जीतनराम मांझी ने बिहार के सियासी संकट पर कहा था कि राजनीति में कोई किसी का दोस्त नहीं है और कोई किसी का परमानेंट दुश्मन नहीं होता है। वहीं, भाजपा के सहयोगी और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने दावा किया है कि बिहार सरकार एक-दो दिन में गिर सकती है।
यूपी में सपा-कांग्रेस में गठबंधन
28 Jan, 2024 08:22 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में आखिरकार सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो गया। प्रदेश में 11 सीटों पर कांग्रेस लोकसभा चुनाव लड़ेगी। अखिलेश ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा- कांग्रेस के साथ 11 मजबूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है। ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा।
उन्होंने लिखा- इंडिया की टीम और पीडीए की रणनीति इतिहास बदल देगी। इससे पहले, सपा और रालोद में 7 सीट पर गठबंधन हुआ था। यानी, अब यूपी में इंडिया गठबंधन में सपा, कांग्रेस और रालोद के बीच सीटों पर सहमति बन गई है। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि अखिलेश के ट्वीट पर केंद्रीय नेतृत्व को फैसला लेना है। फिलहाल, दोनों पार्टियों के बीच सकारात्मक और अच्छे माहौल में बातचीत चल रही है। इससे पहले, 17 जनवरी को दिल्ली में कांग्रेस के साथ सपा महासचिव राम गोपाल यादव की बैठक हुई थी। बैठक में बाहर निकलकर राम गोपाल ने कहा था, हमने आधा रास्ता तय कर लिया है। बाकी आधा रास्ता भी जल्द तय कर लिया जाएगा। राम गोपाल के इस बयान के बाद से यह संकेत मिल गए थे कि सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और सपा में बात बन गई है।
इससे पहले, 19 जनवरी को अखिलेश यादव ने 7 सीट आरएलडी को देने का ऐलान किया था। वहीं, 1-1 सीट अपना दल कमेरावादी और चंद्रशेखर की पार्टी की दे सकती है। ऐसे में माना जा रहा है कि बची हुई 60 सीटों पर सपा चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस को प्रदेश की कौन-सी 11 सीट दी जाएगी। इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, वाराणसी, गोरखपुर, महाराजगंज, प्रयागराज, झांसी, कुशीनगर, गाजियाबाद , अमेठी, रायबरेली, लखनऊ और बांसगांव कांग्रेस को दी जा सकती है।
भाजपा की बैठक जारी, लालू के सांसद ने कही यह बात; चिराग बोले- जो सुगबुगाहट हो रही, वह सही
27 Jan, 2024 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । बिहार में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार कायम रहेगी या गिर जायेगी, इस पर आज तस्वीर साफ हो जाएगी। अटकलों की बाजार में कई सियासी गतिविधियों का एलान हो गया है। क्या हो रहा, क्या कह रहे कौन...जानें।
भाजपा की एक बैठक खत्म, दूसरी बैठक शुरू
भाजपा की विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है। दो घंटे तक यह बैठक चली। पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने बताया कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर यह बैठक हुई। अब भाजपा की कोर कमेटी की बैठक हुई। कोर कमेटी की बैठक के बाद चीजें स्पष्ट हो पाएंगी। भाजपा नेताओं ने वर्तमान हालात पर बात करने से इनकार कर दिया है।
मीसा भारती बोलीं- हमने जनता के लिए काम किया
सियासी घमासान के सवाल पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी और सांसद ने कहा कि मुझे अभी कोई जानकारी नहीं है। मीडिया में में जो कुछ चल खबरें चल रही हैं, वह सिर्फ एक बात है, इसके अलावा किसी ने कुछ नहीं कहा है। मीसा भारती ने कहा कि हमलोगों ने जनता के लिए काम किया और हम भविष्य में भी उनके लिए काम करते रहेंगे।
केसी त्यागी बोले - गाड़ी राइट (भाजपा) की तरफ मुड़ रही है
केसी त्यागी ने अमर उजाला से विशेष बातचीत में कहा कि गाड़ी राइट (भाजपा) की तरफ मुड़ रही है। एक सवाल के जवाब में केसी त्यागी शायराना अंदाज में आ जाते हैं। कहते हैं कि मेरी फितरत तो देखिए, मेरा सलीका तो देखिए। जब उलझ जाती है गुत्थी तो सुलझाने में लग जाता हूं मैं। एक मिनट की बातचीत में जद(यू) महासचिव केसी त्यागी सबकुछ कह गए।
भाजपा प्रभारी बोले- लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे
बिहारी में जारी सियासी हलचल के बीच भाजपा की बैठक हो रही है। भाजपा के सांसद, विधायक और विधान पार्षद इसमें मौजूद हैं। वहीं बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने कहा कि हमलोग लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। इसको लेकर ही बैठक कर रहे हैं। बिहार में जारी सियासी घमासान के बीच डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के आवास की ओर जाने वाले रास्तों पर आवाजाही रोकी गई। पुलिस दोनों तरफ से भीड़ नियंत्रण की कोशिश में जुटी हुई है।
सांसद मनोज झा ने कही यह बात
राजद के विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है। राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि बैठक काफी सकारात्मक हुई। हमारे पूरे विधानमंडल दल के लोग मौजूद थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को सभी नेताओं ने हाथ उठाकर समर्थन दिया है। उनका जो फैसला होगा वह सर्व मान्य होगा। मनोज झा ने स्पष्ट कहा कि हमारे नेता का निर्णय अंतिम होगा। वह जो भी निर्णय लेंगे हम सभी उनके साथ हैं।
कल होगी कांग्रेस की विधायक दल की बैठक
बिहार कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने पूर्णिया में कहा कि आज विधायक दल की बैठक पूर्णिया में नहीं बुलाई गई है। आज न्याय यात्रा को लेकर बैठक है। विधायक दल की बैठक कल होगी। उन्होंने कहा कि सरकार स्थिर है और कुछ भी नहीं हुआ है। बिहार में राजनीतिक हालात की संभावनाओं पर अखिलेश सिंह ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। बता दें कि कांग्रेस के अबतक छह विधायक ही पूर्णिया पहुंचे हैं। अभी विधायकों के पहुंचने के बाद ही कल बैठक होगी।
राजभवन के बाहर अचानक डेढ़ घंटे का सन्नाटा
सियासी बैठकों का दौर चल रहा है और अटकलें खत्म नहीं हो रहीं। न अबतक कोई इस्तीफा हुआ है और न समर्थन वापसी। इस बीच राजभवन के बाहर अचानक भीड़ खिसकने लगी। मीडियाकर्मियों को भी ब्रेक मिल गया। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर किसी कार्यक्रम के सिलसिले में सवा घंटे के लिए राजभवन से निकल गए हैं। वह सवा चार बजे तक लौटेंगे। इसके बाद ही अब कुछ होगा। मतलब, करीब साढ़े चार बजे तक अटकलों का बाजार ही गरमाता रहेगा, कुछ जमीनी गतिविधि पर ब्रेक है।
राजभवन के पास बढ़ी पुलिस की गतिविधियां
तेजस्वी यादव के आवास पर चल रही राजद की बैठक की खबर के बीच इस समय राजभवन के आसपास पुलिस जवानों की तैनाती बढ़ गई है। एक तरफ चर्चा हो रही है कि राजद ही समर्थन वापस ले रहा है तो दूसरी तरफ ऐसी चर्चा भी है कि भाजपा से डील फाइनल होने के आधार पर नीतीश कुमार खुद इस्तीफा देने आ रहे हैं। कोई भी बात पक्की नहीं है, क्योंकि औपचारिक जानकारी किसी ने नहीं दी है। इन चर्चाओं के बीच पुलिस जवानों की सक्रियता और शनिवार से सभी सरकारी दफ्तरों के खुलने की खबर से सनसनी फैल गई है।
मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकले कोर कमेटी के नेता
मुख्यमंत्री आवास में बैठक चल रही थी, वह खत्म हो गई। मुख्यमंत्री आवास से ललल सिंह, विजेंद्र यादव, श्रवण, अशोक चौधरी और संजय झा बैठक से बाहर निकल गए। करीब एक घंटे पहले जदयू की कोर कमेटी की बैठक शुरू हुई थी। लेकिन, जदयू के कोर कमेटी के नेता बाहर निकल गए। हालांकि, किसी भी नेताओं ने मीडिया से बातचीत करने से इनकार कर दिया।
दिल्ली में नड्डा और शाह से मिले चिराग
दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद लोजपा (रामविलास) के प्रमुख और जमुई के सांसद चिराग पासवान ने कहा कि कई सारी चिंताएं हमलोगों की हैं। जब तक अधिकृत जानकारी नहीं आती है तब तक कुछ भी कहना है सही नहीं है। आज गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात हुई। पिछले कुछ दिनों से जो सुगबुगाहट हो रही है, वह सही है। बता दें कि गुरुवार रात ही फोन कर चिराग पासवान को दिल्ली बुलाया गया था। इसके बाद शुक्रवार को चिराग दिल्ली पहुंचे। आज गृह मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात के बाद चिराग पासवान मुस्कुराते हुए बाहर निकले। इधर, सीएम आवास पर जदयू के वरीय नेता मंथन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के साथ ललन सिंह विजय चौधरी सहित अन्य लोग शामिल हैं। वहीं राजद की बैठक चल रही है।
पटना में भाजपा की कोर कमेटी की बैठक शुरू हो चुकी है। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, वरीय नेता विनोद तावड़े, नित्यानंद राय, मंगल पांडे समेत कई वरीय नेता मौजूद हैं। कहा जा रहा है कि इस बैठक में सीएम नीतीश कुमार और जदयू को लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है। सम्राट चौधरी ने नित्यानंद राय के बाद अब जाकर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी से भी मुलाकात की है।
तेजस्वी यादव के आवास पहुंचे रहे विधायक और मंत्री
राजद विधायक और मंत्री राबड़ी आवास पर पहुंचने लगे हैं। महागठबंधन में टूट के सवाल पर विधायकों ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री और हमारे नेता हैं। हमलोगों उनके साथ हैं। विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है इसलिए पार्टी की कोर कमेटी की बैठक हो रही है। इधर, बैठक में शामिल होने वाले नेताओं का मोबाइल बाहर ही जमा करवा लिया गया है। किसी को भी मोबाइल लेकर अंदर जाने की इजाजत नहीं है।
होइहि सोइ जो राम रचि राखा
बक्सर में ब्रह्मेश्वर स्थान मंदिर के विकास कार्य फेज- 1 और 2 का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में भाजपा सांसद अश्विनी चौबे भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान सीएम नीतीश कुमार और अश्विनी चौबे में बातचीत हुई। सीएम नीतीश कुमार ने विकास कार्य का जायजा भी लिया। भाजपा सांसद अश्विनी चौबे ने कहा कि ईश्वर की कृपा से बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य हुआ। जदयू के साथ गठबंधन के सवाल पर अश्विनी चौबे ने कहा कि होइहि सोइ जो राम रचि राखा।
बक्सर के लिए हेलिकॉप्टर से रवाना हुए सीएम
मुख्यमंत्री बक्सर के लिए रवाना हो गए। वह वहां ब्रह्मेश्वर स्थान मंदिर के विकास कार्य फेज- 1 और 2 का शिलान्यास करने वाले हैं। हालांकि, उनके साथ तेजस्वी यादव नहीं थे। बताया गया कि तेजस्वी यादव अपने ही विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रहे। इस बीच राजद कोटे के विभाग से भारी पैमाने पर अंचलाधिकारियों और राजस्व अधिकारियों के तबादले की खबर सामने आयी।
तेजस्वी के नाम की पर्ची हटाई, नीतीश के बाजू में बैठे अशोक चौधरी
27 Jan, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन में दरार का असर राजभवन के जलपान समारोह में भी दिखाई दिया। यहां राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तथा उनकी पार्टी के अधिकांश नेता अनुपस्थित रहे। समारोह के दौरान राजभवन में नीतीश कुमार के बगल वाली कुर्सी पर पहले उपमुख्यमंत्री की पर्ची लगायी गई थी, लेकिन बाद में उसे हटाकर उस कुर्सी पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के मंत्री अशोक कुमार चौधरी बैठ गए। वहीं चौधरी के बगल में बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विजय कुमार सिन्हा बैठे थे, और वह नीतीश कुमार के साथ वार्तालाप करते हुए देखे गए। गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजभवन में जलपान के आयोजन की पुरानी परंपरा रही है। हालांकि शिक्षा मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) राष्ट्रीय महासचिव आलोक कुमार मेहता राजभवन पहुंचे थे लेकिन तेजस्वी यादव और विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी सहित पार्टी के कई अन्य नेता इसमें शामिल नहीं हुए। मीडिया ने जब नीतीश कुमार से राजभवन के समारोह में तेजस्वी यादव की अनुपस्थिति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने संक्षिप्त जवाब देते हुए कहा कि ‘जो नहीं आए उन्हें पूछिए।
राजभवन से जलपान के बाद वह अपने आधिकारिक आवास वापस लौट गए। कहा जा रहा है कि विपक्षी ‘इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे में हो रही देरी से नाखुश नीतीश कुमार भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में वापसी की योजना बना रहे हैं। हालांकि भाजपा नेता कहते रहे हैं कि जद(यू) प्रमुख नीतीश कुमार के लिए दरवाजे बंद हैं और जद(यू) नेता भी कहते रहे हैं कि पार्टी मजबूती से ‘इंडिया गठबंधन के साथ है। वहीं समारोह समाप्त होने के बाद पत्रकारों के बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा से नीतीश कुमार के राजग में वापसी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मैं प्रतिपक्ष के नेता के रूप में यहां हूँ। मुझे अटकलों के पीछे की सच्चाई के बारे में कोई जानकारी नहीं है। भाजपा एक ऐसी पार्टी है जिसमें नेतृत्व द्वारा सामूहिक रूप से निर्णय लिये जाते हैं।
अध्यादेश को बरकरार रखना सरकार की जिम्मेदारी- मनोज जरांगे
27 Jan, 2024 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नवी मुंबई। आखिरकार शनिवार सुबह महाराष्ट्र सरकार ने मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलन कर रहे मनोज जरांगे पाटिल की सभी मांगें मान ली हैं और उनका अध्यादेश भी जारी कर दिया गया है. जैसे ही यह घोषणा हुई, मराठा समुदाय के लोग खुशी से झूम उठे। सरकारी घोषणा के बाद मराठा समुदाय की खुशी बढ़ गई है और हर तरफ खुशी का माहौल है. समुदाय के लोगों ने कहा कि यह मराठा समुदाय की असली दिवाली है. इस अवसर पर समाज के लोगों ने राज्य सरकार को धन्यवाद दिया. वहीं मराठा आरक्षण अध्यादेश पारित होने के बाद वकील गुणरत्न सदावर्ते के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इस बीच नवी मुंबई के वाशी में मराठा प्रदर्शनकारी मनोज जरांगे पाटिल ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंद से जूस लेकर अपनी भूख हड़ताल तोड़ी. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मनोज जरांगे पाटिल को मराठा आरक्षण का नया जीआर भी सौंपा. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने वाशी के छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। मराठा आरक्षण पर विजय सभा में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपना पक्ष रखा. इस मौके पर उन्होंने मनोज जरांगे पाटिल के काम की सराहना की और अपनी मांगों को पूरा करने के लिए शांतिपूर्वक विरोध करने के लिए मराठा समुदाय को धन्यवाद दिया. साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा, हम अपना वादा निभाते हैं, हमने छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा सार्वजनिक रूप से ली गई शपथ को पूरा किया है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा, मैं मराठा आरक्षण के लिए संघर्ष कर रहे नेता मनोज जरांगे पाटिल को बधाई देता हूं. मुख्यमंत्री के तौर पर मैं आपको मंच से बताता हूं कि हमारे पूरे मराठा समाज के इस आंदोलन की ओर पूरी दुनिया का ध्यान गया. हमने अपनी एकता बनाए रखी और साथ दिया बहुत अनुशासन के साथ हमने इस आंदोलन को मनोज जरांगे के नेतृत्व में चलाया। हमने मनोज जरांगे पाटिल का हमारे प्रति प्रेम और आपके प्रति उसका प्रेम देखा। अंत में, मुख्यमंत्री के रूप में, मैं इस बात का ध्यान रखने के लिए हम आप सभी को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं कि जब मराठा समुदाय अपने न्याय की मांग कर रहा है तो किसी और को परेशानी न हो। मैं एक किसान का बेटा हूं और मेरे मन में एक गरीब मराठा का भी विचार है। मैंने सार्वजनिक रूप से जो वादा किया था, उसे पूरा किया है। अपनी बात रखना मेरी कार्यप्रणाली है। आज हमारे दीघे साहेब की जयंती है, 23 तारीख को बाला साहेब की जयंती थी. इन दोनों गुरुओं का आशीर्वाद और मराठा समाज की शुभकामनाएं भी हमारे साथ हैं। एकत्रित मराठा भाइयों और बहनों का स्वागत करता हूं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह खुशी की बात है कि यह ऐतिहासिक समारोह अन्नाभाऊ पाटिल की धरती पर मनाया जा रहा है.
* अध्यादेश को बरकरार रखना सरकार की जिम्मेदारी- मनोज जरांगे
जिन मराठों के कुनबी अभिलेख मिले हैं, उनके लिए सरकार द्वारा कुनबी प्रमाण पत्र संबंधी अध्यादेश जारी किया गया। इस मौके पर मनोज जरांगे ने सरकार को धन्यवाद दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण अध्यादेश पारित किया गया. उस अध्यादेश को बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है. आरक्षण अध्यादेश पारित होने के बाद मनोज जरांगे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को धन्यवाद दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, आरक्षण के लिए सेजसोयर के लिए अध्यादेश महत्वपूर्ण था। मनोज जरांगे ने घोषणा की है कि वह अपनी भूख हड़ताल खत्म कर रहे हैं क्योंकि उनकी सभी मांगें मान ली गई हैं. लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह आंदोलन स्थगित नहीं कर रहे हैं. मनोज जरांगे ने कहा है कि सराती जाकर सभी से चर्चा के बाद आंदोलन को लेकर अगला निर्णय लिया जायेगा. उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि जरूरत पड़ने पर वह मुंबई में दोबारा धरना देंगे.